Download - ﺎﻔﺷ ِ تﺎﯾآdata.alhudamedia.com/.../Publications/Aayat-e-Shifa.pdfﺎﻔﺷ تﺎﯾآ आय त शफ (व सथ क लए आय त) ﷲ ء ﺎﺷﻧا روﮭط

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  • آیات ِ شفاआयात े�शफ़ा

    (�वासथ के �लए आयात)

    َ ََ ْ ٌال باس طھور ِانشآء هللاْ ُ َ َُकोइ हरज नह� ंये बीमार� इ�शा

    अ�लाह तझ ेगनाह� से पाक करेगीु ु

    वह� त�हारा अक़ा है,तो �कतना अ�छाु

    आक़ा/सरपर�त है और �क�ना अ�छा म�गार है

    सब तार�फ़� उस अ�लाह के �लऐ ह� जो सारे जहान�

    का पालन ेवाला है

    पस अ�लाह बरकत देन ेवाला बेहतर�न ख़ा�लक़ है

    नह� ंहै कोइ ताक़त और ना क़�वत(नेक� करन ेक� ु

    और गनाह से बचन ेक�)मगर अ�लाहु

    क� मदद के साथ जो बज़ग � व बरतर हैु ु

    ऐ अ�लाह िजस काम क� म � दआ मांग रहा हं,ु ू

    बज़ा�हर तो यह मम�कन नज़र नह� ंआता ले�कनु

    त कोई मोजज़ाह �दखाकर इसको मेरे हक़ म� बेहतरू

    करदे (آمین) (ماخوذ)

    (سورة الحج:٧٨

    (سورة الفاتحھ:١)

    (سورة المؤمنون:١٤)

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  • और हम तो क़रआन म� वह� चीज़ नािज़ल करत ेह� जोु

    मो�मन� के �लए

    (سورة بنى اسرآیل: ٨٢)

    नह� ंबङाई ज़ा�लम�(के �लए) मगर

    ख़सारा

    और जब म � बीमार होता हं तो वह�(अ�लाह) मझ ेुू

    �शफ़ा देता है (سورة الشعرء: ٨٠)

    और(ऐ रसल(स)आप क�द� परवर�दगार त(मेर� उ�मत ू ू

    को)ब�शदे और र�म फ़रमा वाल� और त सब ू

    रेहम करने

    बेहतर रेहम करन ेवाला है(سورة المؤمنون: ١١٨)

    (سورة النمل: ٦٢)

    भला वोह कौन है के जब बेक़रार उसको पकारे तो दआ ु ु

    क़बल करता है और मसीबत दर करता हैु ू ु ू

    हमन ेह�म �दया ऐ आग त इ�ाह�म पर �ब�कल ू ुु

    ठ�डी और सलामती का बाइस होजा(उनको कोइ

    तकल�फ़ ना पहंचे)ु (سورة األنبیاء: ٦٩)

    (سورة األنبیاء: ٨٣)

    और जब अ�यब(अ)न ेअपन ेपरवर�दगार से दआ क� ू ु

    के(खदाव�द)बीमार� तो मेरे पीछे ु लग गई है और त ू

    सब रहम करन ेवाल� से कह� ंबढ़ कर है

    (ऐ मेरे रब)म � मग़लब हो गया हं तो अब त(इ�से)बदला लेू ूू(سورة القمر: ١٠)

    परवर�दगार)तरे े �सवा कोई मआबद नह�ं(हर ऐब से)पाक व ू

    पाक�ज़ा है,बेशक म� क़सरवार हंु ू ू

    (سورة األنبیاء: ٨٧)

    तो हमन ेइनक� दआ क़बल करल� और इनह� ग़म से �नजात ु ु ू

    द� और इसी तरह हम ईमान वाल� को �नजात �दया करत े ह�(سورة األنبیاء: ٨٨)

    इस म� शक नह� ंके मेरा परवर�दगार हर चीज़

    का �नगेहबान है ((سورة ھود:٥٧)

    अ�लाह हमारे �लऐ काफ़� है और वोह �कतना अ�छा कारसाज़ है

    (سورة العمران:١٧٣�कतना अ�छा आक़ा और �क�ना अ�छा म�गार है

    (سورة االنفال:٤٠)

    और अ�लाह पर ह� भरोसा रखो और कारसाज़ी के

    �लऐ अ�लाह ह� काफ़� है (سورة االحزاب:٣)

    �या अ�लाह अपन ेब�द�(क� मदद)के �लऐ काफ़�

    नह� ंहै(ज़�र है)(سورة الزمر:٣٦)

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