अकबर गोरक्षा, नारायण, जगत, 191p, हिन्दी साहित्य, hindi (1875)
योगामृत, बी.ए.श्री गोपाल जी, 192p, वैदिक साहित्य, hindi (1937)
Brht Shabara Tantra बहत् साबरतन्त्र
वैदिक रहस्य चतुर्थ भाग