Download - >> Problem solving - du.ac.in (CBCS) B.A.(HONS.) HINDI.pdf · आलोचनामक , ववेकशील और सवेदनशील य क आवयकता है, जो

Transcript
  • Introduction

    Content: �ह�द� (ऑनस�) पा�य�म �व�ाथ� के आलोचना�मक �ववेक और रचना�मक �मता को बढ़ाने के उ�े�य से तयैार �कया गया है| सा�ह�य क� समझके साथ भाषा का �ान �व�ाथ� को स�वेदना�मक �मता और �ाना�मक स�वेदन �दान करता है| �ान क� शाखाओ ंके साथ आज �व� को सजग,आलोचना�मक, �ववेकशील और स�वेदनशील �य�� क� आव�यकता है, जो समाज क� नकारा�मक श��य� के �व�� समानता और बंध�ुव के भाव क� �थापनाकर सक� | सा�ह�य का अ�ययन मन�ुय को इस संदभ� म� �व�तार देता है तथा मानवता क� �वजय म� उसके �व�ास को �ढ़ करता है| भाषा, आलोचना,का�यशा� का अ�ययन जहाँ स�ैांितक समझ को �व�ततृ करता है वह�ं क�वता, नाटक, कहानी म� उन िस�ांत� को �यावहा�रक �प से समझने क� य�ु�याँिछपी रहती ह�| इस �कार �ह�द� (ऑनस�) का पा�य�म �व�ाथ� को स�ैांितक और �यावहा�रक दोन� �प� म� स�म बनाता है|

    Learning Outcome based approach to Curriculum Planning

    >> Aims of Bachelor's degree programme in (CBCS) B.A.(HONS.) HINDI

    Content: भारतीय सं�वधान म� देवनागर� िल�प म� िल�खत �हंद� को संघ क� राजभाषा घो�षत �कया गया है । �ह�द� पढ़ने वाले छा� को भाषा क� �मता सेप�रिचत होना �जतना आव�यक है उतना ह� उसे समाज क� चनुौितय� के स�दभ� म� जोड़ने क� यो�यता �वकिसत करना भी ज�र� है| आज हम भमूंडलीकृतसमाज के सद�य ह� अत: पा�य�म का उ�े�य �व�ाथ� को देश-�वदेश के सा�ह�य म� हो रहे बदलाव से प�रिचत कराना भी है और �यावसाियक यो�यता उ�प�नकरना भी! यह पा�य�म बाज़ारवाद और भमूंडलीकरण क� व�ै�क गित के बीच से ह� �हंद� क� रा�ीय �गित को भी सिुन��त करेगा �य��क सश� भाषा के�बना �कसी रा� क� उ�नित संभव नह�ं है । यह पा�य�म वत�मान संदभ� के अनकूुल है साथ ह� इस पा�य�म का आधिुनक �प रोजगारपरक भी है । यहपा�य�म �व�ािथ�य� को �यावहा�रक पहल ूसे अवगत करा सकेगा । �हंद� सा�ह�य क� नई समझ और भाषा क� �यावहा�रकता क� जानकार� इसका �मखु �येयहै । इस पा�य�म का उ�े�य भाषा और समाज के ज�टल स�ब�ध� क� पहचान कराना भी है �जससे �व�ाथ� देश, समाज, रा� और �व� के साथ बदलते समयम� �यापक सरोकार� से अपना स�ब�ध जोड़ सके साथ ह� उसके भाषा कौशल, लेखन और स��ेषण �मता का �वकास हो सके|

    Learning Outcome based approach to Curriculum Planning

    >> Aims of Bachelor's degree programme in (CBCS) B.A.(HONS.) HINDI

    Content: ॰

    Graduate Attributes in Subject

    >> Disciplinary knowledge

    Content: भाषा, सा�ह�य और सं�कृित के अ�ययन-�व�ेषण �ारा इितहास, समाज�व�ान, मनो�व�ान, दश�न, भाषा�व�ान आ�द �वषय� का तलुना�मक�ान �वकिसत होगा |

    Graduate Attributes in Subject

    >> Communication Skills

    Content: सा�ह�य और भाषा के बहुआयामी अ�ययन से संवाद एवं लेखन क� �मता �वकिसत होगी |

    Graduate Attributes in Subject

    >> Critical thinking

    Content: अतंर-अनशुासना�मक एवं तलुना�मक अ�ययन करने से आलोचना�मक �ववेक �वकिसत होगा |

    Graduate Attributes in Subject

    >> Problem solving

  • Content: सा�ह�य और भाषा का अ�ययन �य���व िनमा�ण म� सहायक होता है | सा�ह��यक कृितय� म� उप��थत संभावनाओ ंके मा�यम से जीवन सेसंब��धत सम�याओ ंका हल िनकालने म� सहायता िमलती है |

    Graduate Attributes in Subject

    >> Research-related skills

    Content: भाषा, सा�ह�य, समाज और सं�कृितपरक अ�ययन �ारा �व�ािथ�य� म� शोध संबंधी �मता �वकिसत होगी |

    Graduate Attributes in Subject

    >> Reflective thinking

    Content: सा�ह�य और भाषा का अ�ययन करने से �य���व �वकास होने के साथ-साथ समाज और आ�म के अतंस�बंध को समझने क� �वशेष यो�यता�वकिसत होती है|

    Graduate Attributes in Subject

    >> Moral and ethical awareness/reasoning

    Content: सा�ह�य ��य� �प से निैतक म�ूय� के �वकास का अवसर �दान करता है |

    Graduate Attributes in Subject

    >> Multicultural competence

    Content: सा�ह�य और भाषा का अ�ययन बहु-सां�कृितक अनभुव �दान करता है |

    Qualification Description

    Content: 10+2 या समक�

    Programme Learning Outcome in course

    Content: इस पा�य�म को पढ़ने- पढ़ाने क� �दशा म� िन�निल�खत प�रणाम सामने आएंगे :- 1) इस पा�य�म के मा�यम से सीखने-िसखाने क� ���या म� �हंद� भाषा के आरंिभक �तर से अब तक के बदलते �प� क� �व�ततृ जानकार� �ा� क� जासकेगी ।2) भाषा के स�ैांितक �प के साथ साथ �यावहा�रक प� को भी जाना जा सकेगा ।3) उ�च श�ै�क �तर पर �हंद� भाषा �कस �कार मह�वपणू� भिूमका िनभा सकती है, इससे संबंिधत प�रणाम को �ा� �कया जा सकेगा ।4) छा� अपनी भाषा को सीखने क� ���या म� भाषागत म�ूय� को �यावहा�रक �प से भी जान सक� गे ।5) �यावसाियक �मता को बढ़ावा देने के िलए भाषा, अनवुाद, क��यटूर जसेै �वषय� को �ह�द� से जोड़कर पढ़ाना �जससे बाज़ार के िलए आव�यक यो�यता काभी �वकास �कया जा सके|6) �हंद� के अित�र� भारतीय सा�ह�य का �ान भी अपे��त रहेगा जो छा�� के �य���व �वकास म� सहायक होगा तथा अिभ�य�� �मता का �वकास भी �कयाजा सकेगा ।7) सा�ह�य के सौ�दय�, कला बोध के साथ वचैा�रक म�ूय� को बढ़ावा देना |8) सा�ह�य क� �वधाओ ंके मा�यम से �व�ाथ� क� रचना�मकता को �दशा देना | क�वता, कहानी और नाटक जसैी �वधाओ ं�ारा �व�ाथ� क� रचना�मकता को

  • �ो�सा�हत करना |9) सा�ह�य के आ�दकालीन स�दभ� से लेकर समकालीन �प से प�रिचत कराना �जससे �व�ाथ� सा�ह�यकार और यगुबोध के स�ब�ध को परख और पहचानसके|10) सा�ह�य �ववेक का िनमा�ण

    Teaching-Learning Process

    Content: सीखने क� ���या म� इस पा�य�म म� �हंद� भाषा द�ता को मजबतूी देना है । छा� �हंद� भाषा म� नयापन और व�ै�क मा�यम क� िनमा�ण ���याम� सहायक बन सक� । अपनी भाषा म� �यवहार कुशलता एवं िनपणुता �ा� कर सक� । सा�ह�य क� समझ �वकिसत हो सके तथा आलोचना�मक ढंग सेसा�ह��यक �ववेक िनिम�त �कया जा सके| इसके िलए िन�नां�कत �ब�दओु ंको देखा जा सकता है -क�ा �या�यानसाम�ूहक चचा�साम�ूहक प�रचचा� और चयिनत �वषय� पर आधा�रत सेिमनार आयोजनसा�ह��यकता क� समझ देना�दश�न कलाओ ंको वा�त�वक �प म� देखना क�ाओ ंम� पठन- पाठन प�ित िल�खत पर��ाआतं�रक म�ूयांकन शोध - सव��णवाद –�ववाद क��यटूर आ�द का �यावहा�रक �ान ��य ��य मा�यम� क� जानकार� �यावहा�रक �प से देना का�य वाचन,पठन और आलोचना�मक म�ूयांकन कथा पाठ और वाचन म� अतंर समझानाआलोचना�मक म�ूयांकन पर बल

    Assessment Methods

    Content: (1) �हंद� भाषा के �यावहा�रक म�ूय� पर आधा�रत प�रयोजना काय� व म�ूयांकन ।(2) भा�षक नमनेू तयैार करना और �व�ेषण(3) �व�ािथ�य� का मौ�खक और िल�खत म�ूयांकन (4) पी.पी.ट�. (power point presentation) बनाने के िलए �व�ािथ�य� को �ो�सा�हत करना । इस मा�यम से �हंद� क� �व�वध �वधाओ ंको ��य मा�यमसे �िचकर �प से जाना जा सकेगा ।(5) भाव �व�ेषण के िलए �वधा आधा�रत ��ो�र� कर म�ूयांकन करना ।(6)पार�प�रक और आधिुनक तकनीक� मा�यम� क� सहायता से अ�ययन-अ�यापन (7)समहू-प�रचचा�

    पा�चा�य का�यशा�� (BAHHCC11)

    Core Course - (CC) Credit:6

    Course Objective(2-3)

  • पा�ा�य का�यशा� क� समझ �वकिसत करना

    िचंतन के नए आयाम� क� ओर आकष�ण �वकिसत करनासा�ह��यकता क� नई समझ क� ओर कदम बढ़ाना

    Course Learning Outcomes

    �ाचीन से आधिुनकता क� ओर आते हुए �वकिसत हो रहे प��मी का�यशा�ीय िचंतन-धारा क� समझ �वकिसत होगी

    नई �वचारधाराओ ंऔर सा�ह��यकता का �ान �ा� होगा

    Unit 1

    इकाई -1. (क) अर�त ू- अनकुरण िस�ांत, �वरेचन िस�ांत , �ासद�

    (ख) ल�जाइनस- उदा� क� अवधारणा, उदा� के बाहय �ोत, उदा� के आतं�रक �ोत , उदा� के अवरोधक

    Unit 2

    इकाई -2 (क) वड��वथ� और कॉल�रज - क�वता स�ब�धी मा�यताएं , का�यभाषा स�ब�धी मा�यताएं , कॉल�रज का क�पना- िस�ांत

    (ख) ट�. एस. इिलयट-- पर�परा और वयै��क ��ा , िनव�य��कता का िस�ांत, व�तिुन� सहसंबंध

    Unit 3

    इकाई-3

    सामा�य प�रचय - �व�छ�दतावाद , मा�स�वाद� आलोचना, संरचनावाद, उ�र-संरचनावाद

    Unit 4

    इकाई 4

    का�य-उपादान - �बंब, �तीक, �वसंगित और �वड�बना, यथाथ�, फ� टेसी , िमथक

    References

    सा�ह�य िस�ा�त - रामअवध ��वेद�

    पा�ा�य सा�ह�य - िचंतन - िनम�ला जनै

  • सा�ह�य िस�ा�त - रेनेवेलेक पा�ा�य का�यशा� - देवे��नाथ शमा�

    Additional Resources:आ�था के चरण - नग���ह�द� आलोचना के बीज श�द - ब�चन िसंहआलोचना से आगे - सधुीश पचौर�िमथक�य अवधारणा और यथाथ� - रमेश गौतम

    Teaching Learning Process

    क�ा �या�यान और साम�ूहक चचा�

    1 से 3 स�ाह - इकाई – 1

    4 से 6 स�ाह - इकाई - 2

    7 से 9 स�ाह - इकाई - 3

    10 से 12 स�ाह - इकाई – 4

    13 से 14 स�ाह साम�ूहक चचा�, �वशेष �या�यान एवं आतं�रक म�ूयांकन संबंधी गित�विधयाँ

    Assessment Methods

    टे�ट और असाइनम�ट

    Keywords

    पा�ा�य का�यशा� क� पा�रभा�षक श�दावली

    भारतीय का�यशा�� (BAHHCC08)

    Core Course - (CC) Credit:6

    Course Objective(2-3)

    भारतीय का�यशा� क� सम�ृ परंपरा क� जानकार� �ा� होगी

  • आधिुनक �ह�द� आलोचना म� भारतीय का�यशा� का �देय

    Course Learning Outcomes

    सं�कृत का�यशा� का �ान �ा� होगा

    Unit 1

    1. भारतीय का�यशा� क� परंपरा ( आचाय� भरतमिुन से पं�डत जग�नाथ तक)

    2. का�य- ल�ण, का�य- हेत ु,का�य- �योजन

    Unit 2

    3. रस : �व�प और ल�ण, रस के अगं तथा रस के भेद

    4. श�द- श��याँ

    5. गुण एवं दोष : ल�ण और भेद

    Unit 3

    6. अलंकार

    श�दालंकार : अन�ुास, यमक, �ेष, व�ो��

    अथा�लंकार : उपमा, �पक, अप�ुती, उ��े�ा, अितशयो��, िनदश�ना, �यितरेक, �वरोधाभास, �वभावना, �वशेषो��, अ�य�ु�

    7. छंद

    (क) समव�ण�क - भजुंग�यात, �तु�वल��बत, िशख�रणी, शादू�ल�व���ड़त, सवयैा (भेद स�हत), घना�र�

    (ख) सममा��क - उ�लाला ,चौपाई, रोला, ह�रगीितका

    (ग) अ��- सममा��क - बरव,ै दोहा, सोरठा

    (घ) �वषम सममा��क - कंुडिलया, छ�पय

    Unit 4

    8. का�य-�प : ��यका�य (�पक) एवं उप�पक , ��यका�य : प�, ग�, च�प,ू �बंध एवं म�ुक

    References

  • का�य दप�ण -रामद�हन िम�

    रस मीमांसा - आचाय� रामचं� श�ुल

    रस- िस�ांत - डॉ. नगे��

    सा�ह�य सहचर - आ. हजार��साद ��वेद�

    Additional Resources:

    का�य के त�व - देव��नाथ शमा�

    का�यशा� - भगीरथ िम�

    साधारणीकरण और का�या�वाद - राज�� गौतम

    सा�ह�य का �व�प - िन�यानंद ितवार�

    Teaching Learning Process

    क�ा �या�यान, सम�ूहक चचा�

    1 से 3 स�ाह - इकाई – 1

    4 से 6 स�ाह - इकाई - 2

    7 से 9 स�ाह - इकाई - 3

    10 से 12 स�ाह - इकाई – 4

    13 से 14 स�ाह साम�ूहक चचा�, �वशेष �या�यान एवं आतं�रक म�ूयांकन संबंधी गित�विधयाँ

    Assessment Methods

    टे�ट, असाइनम�ट

    Keywords

    सभी पा�रभा�षक श�दावली

    �हदं� आलोचना (BAHHCC13)

  • Core Course - (CC) Credit:6

    Course Objective(2-3)

    आलोचना क� स�ैांितक और �यवहा�रक समझ �वकिसत करना

    रचना का �व�ेषण करने म� स�म बनाना रचना के गुण-दोष �ववेचन क� �मता �वकिसत करना रचना और जीवन के �ित आलोचक�य �ववेक �वकिसत करना

    Course Learning Outcomes

    �व�ािथ�य� म� आलोचना क� स�ैांितक और �यावहा�रक समझ �वकिसत होगी

    रचना के �व�ेषण क� �मता �वकिसत होगी रचना के गुण-दोष का �ववेचन करने यो�य बन सक� गेरचना और जीवन के �ित आलोचक�य �ववेक का �वकास होगा

    Unit 1

    �हदं� आलोचना का �वकास : भारत�द ुयगु से ��ववेद� यगु तक

    Unit 2

    छायावादयगुीन आलोचना : पाठ आधा�रत

    रामचं� श�ुल : का�य म� लोकमंगल क� साधनाव�था, �ेमचंद : सा�ह�य का उ�े�य, �साद : छायावाद और यथाथ�वाद, हजार��साद ��वेद� - आधिुनक सा�ह�य : नई मा�यताएँ

    Unit 3

    नई क�वता के यगु क� आलोचना : पाठ आधा�रत

    राम�वलास शमा� : तलुसी सा�ह�य म� साम�त-�वरोधी म�ूय, अ�ेय : दसूरा स�क क� भिूमका, म�ु�बोध : नई क�वता का आ�मसंघष�, �वजयदेव नारायण साह� : शमशेर क� का�यानभुिूत क� बनावट

    Unit 4

  • नव लेखन के यगु क� आलोचना (कथा आलोचना) : पाठ आधा�रत

    नामवर िसंह - नयी कहानी : सफलता और साथ�कता,

    सरु�� चौधर� - कहानी क� पाठ-���या : कथा के �तर� का ��,

    नेिमचं� जनै - संदभ� क� खोज,

    िनम�ल वमा� - रेण ु: सम� मानवीय ���

    References

    राम�वलास शमा� - भारत�द ुयगु और �हंद� भाषा क� �वकास पर�परा

    राम�वलास शमा� - महावीर�साद ��वेद� और �हंद� नवजागरण आचाय� रामचं� श�ुल - िचंताम�णराम�वलास शमा� - पर�परा का म�ूयांकन अ�ेय (संपा.) - दसूरा स�क गजानन माधव म�ु�बोध - नयी क�वता का आ�मसंघष� तथा अ�य िनबंध

    Additional Resources:

    आचाय� रामचं� श�ुल - �हंद� सा�ह�य का इितहास

    आचाय� हजार��साद ��वेद� - �हंद� सा�ह�य क� भिूमका नामवर िसंह - दसूर� पर�परा क� खोज नामवर िसंह - कहानी : नयी कहानी िनम�ल वमा� - श�द और �मिृत नेिमचं� जनै - अधरेू सा�ा�कार �वजयदेव नारायण साह� - छठवाँ दशक सरु�� चौधर� - �हंद� कहानी : ���या और पाठ कृ�णद� शमा� - म�ु�बोध क� आलोचना ��� �व�नाथ ��पाठ� - �हंद� आलोचना

    Teaching Learning Process

    क�ा �या�यान, साम�ूहक प�रचचा� और चयिनत �वषय� पर सेिमनार का आयोजन।

    1 से 3 स�ाह - इकाई – 1

    4 से 6 स�ाह - इकाई - 2

    7 से 9 स�ाह - इकाई - 3

    10 से 12 स�ाह - इकाई – 4

    13 से 14 स�ाह साम�ूहक चचा�, �वशेष �या�यान एवं आतं�रक म�ूयांकन संबंधी गित�विधयाँ

  • Assessment Methods

    टे�ट और असाइनम�ट

    �हदं� उप�यास (BAHHCC10)

    Core Course - (CC) Credit:6

    Course Objective(2-3)

    �ह�द� उप�यास के उ�व और �वकास क� जानकार�

    �मखु सा�ह�यकार और उनके उप�यास� क� चचा�कथा सा�ह�य �व�ेषण प�ित

    Course Learning Outcomes

    उप�यास के �व�ेषण क� प�ित

    �ह�द� उप�यास के उ�व और �वकास का �ान�मखु लेखक� के उप�यास का प�रचय

    Unit 1

    1. �हंद� उप�यास : उ�व और �वकास,

    �मखु उप�यासकार� का योगदान ( �ीिनवासदास, �ेमचंद, फनी�रनाथ रेण,ु जनेै��, यशपाल, अ�ेय, �ीलाल श�ुल, म�न ूभंडार�, म�ेैयी प�ुपा)

    Unit 2

    2. �ेमचंद - कम�भिूम

    Unit 3

    3. भगवतीचरण वमा� - िच�लेखा

    Unit 4

  • 4. म�न ूभ�डार� : आपका बंट�

    References

    �ेमचंद: उप�यास संबंधी िनबंध- ( �व�वध �संग भाग-3 )

    �ेमचंद और उनका यगु – राम�वलास शमा�

    उप�यास और लोकजीवन- रा�फ फॉ�स

    �हंद� उप�यास- सं. भी�म साहनी, भगवती �साद िनदा�रया

    कथा समय म� तीन हमसफर – िनम�ला जनै

    �ह�द� उप�यास एक अतंया��ा – रामदरश िम�

    �ेमचंद: एक �ववेचन- इं�नाथ मदान

    उप�यास का उदय- इयान वाट

    उप�यास के पहल-ू ई. एम. फॉ�टर

    �व�वध �संग- �ेमचंद

    कलम का िसपाह� – अमतृ राय

    कथा �ववेचना और ग� िश�प – राम�वलास शमा�

    Additional Resources:

    आ�था और स�दय� – राम�वलास शमा�

    �ेमचंद- सं. स�य��

    सजृनशीलता का संकट- िन�यानंद ितवार�

    �ह�द� उप�यास- सं . नामवर िसंह

    आलोचना क� सामा�जकता- मनेैजर पा�डेय

    Teaching Learning Process

    क�ा �या�यान, साम�ूहक चचा�

    1 से 3 स�ाह - इकाई – 1

    4 से 6 स�ाह - इकाई - 2

    7 से 9 स�ाह - इकाई - 3

    10 से 12 स�ाह - इकाई – 4

    13 से 14 स�ाह साम�ूहक चचा�, �वशेष �या�यान एवं आतं�रक म�ूयांकन संबंधी गित�विधयाँ

  • Assessment Methods

    टे�ट, असाइनम�ट

    Keywords

    �ह�द� कथा सा�ह�य

    �हदं� क�वता (आ�दकाल एवं भि�तकाल�न का�य) (BAHHCC02)

    Core Course - (CC) Credit:6

    Course Objective(2-3)

    1. �हंद� सा�ह�य के आ�दकालीन और भ��कालीन सा�ह�य से अवगत कराना |2. आ�दकाल के दो �मखु क�वय� - अमीर खसुर� और �व�ापित क� �विश� भिूमका रह� है | इससे �व�ािथ�य� को अवगत कराना | 3. भ��काल के अतंग�त - संतका�य, �ेमा�यानक का�य, राम-का�य और कृ�णका�य के �मखु क�वय� - कबीर, मंझन, तलुसीदास और सरूदास काअ�ययन करना और �हंद� सा�ह�य म� उनके योगदान क� चचा� करना |

    4. भ��काल म� मीरा का मह�वपणू� �थान है | यगुीन स�दभ� म� उनका का�य �वशेष �प से उ�लेखनीय है | �ी-�वमश� क� ��� से भी मीरा-का�य �विश�है |

    Course Learning Outcomes

    1. आ�दकाल के प�रवेश - राजनीितक, सामा�जक सां�कृितक, धािम�क प�र��थितय� से भली-भांित प�रिचत हो सक� गे |2. आ�दकाल म� अमीर खसुरो के सा�ह��यक और संगीत के �े� म� योगदान से प�रिचत हो सक� गे |3. भ��काल �हंद� सा�ह�य का �वण� यगु है | इसके अ�ययन से मानवीय और निैतक म�ूय� का �वकास होगा |4. भ��काल सा�ह�य सामंती �यव�था का �वरोध हुआ, यह इस का�य क� �विश� उपल��ध है|

    Unit 1

    (क) अमीर खसुरो – अमीर खसुरो : �य���व और कृित�व, डॉ. परमानंद पांचाल

    क�वाल� – (1)

  • गीत – (4), (13)

    दोहे – 3 दोहे (प�ृ 86) (1) गोर� सोवे (2) खसुरो रैन (3) चकवा चकवी

    (ख) �व�याप�त – �व�याप�त क� पदावल�; संपादक- आचाय� �ीरामलोचन शरण

    वंदना – 1 राधा क� वंदना

    �ीकृ�ण का �ेम - 35 (�ेम �संग)

    राधा का �ेम – 36

    Unit 2

    (क) कबीरदास – कबीर �ंथावली, संपादक- डॉ. माता �साद गु�

    (लोकभारती �काशन, �थम सं�करण, फरवर� 1969)

    साँच कौ अगं (साखी 2, 16)

    �म �बध�सण कौ अगं (1, 10)

    भेष कौ अगं (2, 12)

    साध साषीभतू कौ अगं (3, 4)

    सार�ाह� कौ अगं (3, 4)

    सं�थाई कौ अगं (9)

    -

    पद सं�या 64 – काहे र� नलनी...

    -

    पद सं�या 66 – अब का ड�ँ...

    (ख) मंझन – मंझन-कृत ‘मधमुालती’ ; संपादक माता �साद गु�

    नख-�शख वण�न

    1 केश वण�न (79)

    2 नािसका वण�न (83)

    3 अधर वण�न (87)

    4 दंत वण�न (94)

    5 ��बली वण�न (97)

    Unit 3

    (क) सरूदास : सरूसागर सार : (संपादक) धीरे�� वमा� , इलाहाबाद – 211003; अ�म सं�करण सन 1990 )

  • �वनय तथा भ�� पद सं�या – 25 (मेरो मन अनत ...)

    गोकुल-लीला पद सं�या 7 (जसोदा ह�र पालन ै...)

    पद सं�या 18 (सोिभत कर ...)

    राधा-कृ�ण पद सं�या 1 (खेलत ह�र िनकसे...)

    व�ृदावन - लीला पद सं�या 42 (मरुली तऊ गुपाल�ह भावित...)

    रासलीला पद सं�या 97 (आज ुह�र...)

    उ�व-संदेश पद सं�या 141 (ऊधौ मन माने ...)

    पद सं�या 158 (अित मलीन ...)

    पद सं�या 187 (ऊधौ मो�हँ �ज...)

    (ख) मीराँबाई क� पदावली (संपादक : आचाय� परशरुाम चतवु�द�, �हंद� सा�ह�य स�मलेन; �याग , बाइसवां सं�करण 2008 ई.)

    पद सं�या –5 (तनक ह�र िचतवाँ ...)

    14 (आली र� �हारे ...)

    19 (माई साँवरे रँग राँची ...)

    22 (माई र� �हा िलयाँ ...)

    25 (मीरा लागौ रंग...)

    31 ( माई �हाँ गो�व�दा...)

    36 ( पग बाँध घूँघरयाँ ...)

    39 (माई �हाँ गो�व�द गुण...)

    70 (हेर�, �हा तो दरद �दवाँणी ...)

    76 (पितयाँ म� कैसे...)

    Unit 4

    इकाई – 4 गो�वामी तलुसीदास

    अयो�याका�ड (क�वतावल�, गीता�ेस, गोरखपरु)

    References

    सरूदास – रामचं� श�ुल गो�वामी तलुसीदास – आ. रामचं� श�ुल ��वेणी – आचाय� रामचं� श�ुलकबीर – हजार��साद ��वेद� भ�� आ�दोलन और सरूदास का का�य – मनेैजर पांडेय �हंद� सफू�का�य क� भिूमका – रामपजून ितवार�

  • कबीर क� �वचारधारा – गो�व�द ��गुणायत कबीर – संपा. �वजेय�� �नातक सरू और उनका सा�ह�य – हरवंशलाल शमा�सरूदास – �जे�र वमा� िनगु�ण का�य म� नार� – अिनल राय तलुसी-का�य-मीमांसा – उदयभान ुिसंहम�ययगुीन �ेमा�यान – �याम मनोहर पा�डेय सफू� क�वता क� पहचान – यश गुलाट� आलोचना के प�रसर – गोपे�र िसंहमीरा : जीवन और का�य –सी.एल.�भातलोकवाद� तलुसीदास – �व�नाथ ��पाठ� मीरा का का�य – �व�नाथ ��पाठ�

    Additional Resources:

    रा�ीय एकता, वत�मान सम�याएँ और भ�� सा�ह�य – कैलाश नारायण ितवार� म�यकालीन कृ�ण का�य क� स�दय�चेतना – परूनचंद टंडनतलुसीदास का का�य-�ववेक और मया�दाबोध – कमलान�द झाभ�� आ�दोलन और का�य – गोपे�र िसंह

    Teaching Learning Process

    िनधा��रत पद� का �व�ािथ�य� �ारा वाचन.िनधा��रत क�वय� पर �वचार-�वमश�पद� के क�य और संवेदना के �तर पर �विभ�न प�� को वत�मान क� ��थितय� के प�र�े�य म� देखना.क�वय� क� भाषा क� �कृित और उसक� �भावका�रता को खोजनात�कालीन प�र��थय� म� क�वय� का �व�ेषण

    1 से 3 स�ाह - इकाई – 1

    4 से 6 स�ाह - इकाई - 2

    7 से 9 स�ाह - इकाई - 3

    10 से 12 स�ाह - इकाई – 4

    13 से 14 स�ाह साम�ूहक चचा�, �वशेष �या�यान एवं आतं�रक म�ूयांकन संबंधी गित�विधयाँ

    Assessment Methods

    टे�ट, असाइनम�ट

    Keywords

    पा�रभा�षक श�दावल�

  • �हदं� क�वता (आध�ुनक काल छायावाद तक) (BAHHCC06)

    Core Course - (CC) Credit:6

    Course Objective(2-3)

    आधिुनक क�वता से प�रचय

    रचना-���या और �व�ेषण �मखु क�व और उनक� रचनाओ ंका अ�ययन

    Course Learning Outcomes

    आधिुनक क�वता क� समझ �वकिसत होगी

    सा�ह��यकता और समकालीन प�रवेश के म�य संबंध का �व�ेषण क�वताओ ंके वाचन, लेखन, �व�ेषण और प�रवेश क� समझ �वकिसत होगी

    Unit 1

    1. मिैथलीशरण गु�

    यशोधरा ( चनेु हुए अशं)

    िस�ाथ�महािभिन��मणसखी वे मझुसे कहकर जाते.........5,6,7,8,9अब कठोर, हो व�ाद�प.......7,8,9,10, 11, 12,13,14मािननी, मान तजो लो, रह� त�ुहार� बानद�न न हो गोपी

    Unit 2

    जयशंकर �साद

    उठ उठ र� लघ,ु मधपु गुनगुना कर, त�ुहार� आखँ� का बचपन, अरे कह�ं देखा है तमुने, अर� व�णा क� शांत कछार, ले चल मझेु भलुावा दे कर,पेशोला क��ित�विन

    Unit 3

  • सयू�कांत ��पाठ� िनराला

    सं�या सुंदर�, बादल राग : छह, वह तोड़ती प�थर, खेत जोत कर घर आए ह�, बांध� न नाव, �नेह िनझ�र, वर दे, म� अकेला, द�ुरत दरू करो नाथ

    Unit 4

    इकाई-4

    1. रामधार� िसंह �दनकर----' र��मरथी ' : तीसरे सग� से कृ�ण - कण� संवाद

    2. सभु�ाकुमार� चौहान--- ठुकरा दो या �यार करो, वीर� का कैसा हो वसंत, मरुझाया फूल, मेरे पिथक, झाँसी क� रानी क� समािध पर, अनोखा दान,बािलका

    References

    जयशंकर �साद - न�ददलुारे वाजपेयी

    मिैथलीशरण गु�: पनुमू��यांकन - नगे��िनराला क� सा�ह�य साधना - राम�वलास शमा�यगुचारण �दनकर - सा�व�ी िस�हाजयशंकर �साद - न�ददलुारे वाजपेयी�साद का का�य - �ेमशंकरछायावाद- नामवर िसंह

    Additional Resources:

    मोनो�ाफ- मिैथलीशरण गु�, िनराला, �साद, �दनकर, सभु�ाकुमार� चौहान

    �ह�द� सा�ह�य के इितहास पर कुछ नो�स - डॉ॰ रसाल िसंह

    Teaching Learning Process

    क�ा �या�यान, साम�ूहक चचा�, क�वता- वाचन

    1 से 3 स�ाह - इकाई – 1

    4 से 6 स�ाह - इकाई - 2

    7 से 9 स�ाह - इकाई - 3

    10 से 12 स�ाह - इकाई – 4

    13 से 14 स�ाह साम�ूहक चचा�, �वशेष �या�यान एवं आतं�रक म�ूयांकन संबंधी गित�विधयाँ

  • Assessment Methods

    टे�ट असाइनम�ट

    Keywords

    का�य, क�वता, आधिुनकता, नवजागरण, �वत��ता आ�द

    �हदं� क�वता (छायावाद के बाद) (BAHHCC09)

    Core Course - (CC) Credit:6

    Course Objective(2-3)

    पा�य�म का उ�े�य �हंद� सा�ह�य के इितहास के छायावाद� क�वता के बाद के समय को सश� ढंग से ��ततु करना रहा है । �हंद� �वशेष को पढ़ने वाले�व�ािथ�य� के िलए यह आव�यक है �क वे �हंद� क�वता के ��येक बदलते प�र��य को पा�य�म के अन�ुम म� अ�छे से जान सक� । पा�य�म का यह प�आधिुनक �हंद� क�वता के �वण� यगु माने जाने वाले छायावाद क� बाद क� क�वता के प� को उजागर करता है । इस पा�य�म के उ�े�य को िन�नां�कत �बंदओुंके मा�यम से जाना जा सकता है :-

    1. छायावाद के बाद क� क�वताओ ंम� िन�हत भाव स�दय� से �व�ािथ�य� को प�रिचत करना ।2. क�वता के मलू भावप� को �दयगंम करने म� स�म बनाना ।3. क�व क� अनभुिूतय� तथा क�पना को समझने यो�य बनाना ।4. �व�ािथ�य� को का�य स�दय�, का�यानभुिूत को समझने, परखने यो�य बनाना ।5. क�वताओ ंके मा�यम से यगु बोध पर �वचार कराना ।6. क�वता म� �य� जीवन के गुण- दोष इ�या�द का बोध कराना ।7. क�वता �वशेष म� िन�हत �वचार �वशेष से �व�ािथ�य� म� उदा� भाव का संचरण करना ।

    Course Learning Outcomes

    सीखने-�सखाने क� इस ���या म� �न�नां�कत प�रणाम सामने आएंगे :-

    1. इस पा�य�म के मा�यम से छा� �हंद� क�वता को काल �वशेष के स�दभ� म� गहन �प से जानकार� �ा� कर सक� गे । 2. उ�च श�ै�क �तर पर �हंद� क�वता �कस �कार मह�वपणू� भिूमका िनभा सकती है, इस �वषय म� इस पा�य�म से गंभीरता से जाना जा सकता है ।3. छा� क�वता सीखने के साथ साथ वचैा�रक म�ूय� को भी जान सक� गे ।4. क�वता के दोन� प�� भाव स�दय� और कला स�दय� को जाना जा सकेगा ।5. आज भमूंडलीकरण का यगु है । �हंद� क�वता अ�य देश� म� भी मानवीय आचरण को स�ुढ़ करने म� मह�वपणू� भिूमका िनभा सकती है । यह पा�य�ममानवीयता के �व�वध पहलओु ंको �दयंगम करने म� समथ� है ।

  • Unit 1

    इकाई-1

    (क) अ�ेय : यह द�प अकेला, कलगी बाजरे क�, स�ा�ी का नवेै�-दान, साँप ।

    �ोत :- चनुी हुई क�वताएँ, अ�ेय, नेशनल प��लिशंग हाउस,�द�ली ।

    (ख) नागाजु�न : िसंदरू ितल�कत भाल, उनको �णाम, गुलाबी च�ूड़याँ

    �ोत: - �ितिनिध क�वताएँ, नागाजु�न : संपादक नामवर िसंह, राजकमल �काशन, �द�ली ।

    Unit 2

    इकाई-2

    (क) रघवुीर सहाय : अिधनायक, रामदास, �वाधीन �य�� ।

    �ोत :- रघवुीर सहाय रचनावली, ख�ड-1, संपा. सरेुश शमा�, राजकमल �काशन, �द�ली ।

    (ख) द�ुय�त कुमार : कहाँ तो तय था, हो गयी है पीर पव�त-सी �पघलनी चा�हए, वो आदमी नह�ं है, बाढ़ क� संभावनाएं ।

    �ोत:- साये म� धपू, द�ुय�त कुमार, राधाकृ�ण �काशन, �द�ली ।

    Unit 3

    इकाई-3

    (क) केदारनाथ िसंह : सईु और तागे के बीच म� ।

    �ोत:- यहाँ से देखो,केदारनाथ िसंह, राधाकृ�ण �काशन, �द�ली ।

    पानी क� �ाथ�ना, बिल�न क� टूट� द�वार को देखकर ।

    �ोत:- ताल�तॉय और साइ�कल, केदारनाथ िसंह, राजकमल �काशन, �द�ली ।

    (ख) धिूमल : मोचीराम, रोट� और संसद ।

    �ोत:- संसद से सड़क तक - धिूमल, राजकमल �काशन, �द�ली ।

    Unit 4

    इकाई-4

    1 भवानी �साद िम� - गीत फ़रोश, झु�र�य� से भरता हुआ

    2 राजेश जोशी : ब�चे काम पर जा रहे ह�,

    आदत� के बारे म�

  • 3 अ�ण कमल : नये इलाके म�, धार

    References

    1. क�वता के नए �ितमान – नामवर िसंह 2. नयी क�वता और अ��त�ववाद – राम�वलास शमा� 3. आधिुनक �हंद� क�वता – �व�नाथ �साद ितवार� 4. समकालीन क�वता का यथाथ� – परमानंद �ीवा�तव 5. समकालीन का�य-या�ा – न�द�कशोर नवल 6. क�वता क� जमीन और जमीन क� क�वता – नामवर िसंह 7. समकालीन �हंद� क�वता – रवीं� �मर8. उ�रछायावाद� का�यभाषा – ह�रमोहन शमा� 9. स�ुदर का �व�न – अपवूा�न�द

    Additional Resources:

    1. समकालीन और सा�ह�य – राजेश जोशी 2. आधिुनक क�वता या�ा – राम�व�प चतवु�द� 3. अ�ेय सा�ह�य : �योग और म�ूयांकन - केदार शमा� 4. �हंद� नवगीत : उ�व और �वकास – राज�� गौतम 5. �हंद� नवगीत- यगुीन स�दभ� – रामनारायण पटेल 6. नयी क�वता और उसका म�ूयांकन – सरेुशचं� सहगल 7. नयी क�वता के �ितमान – ल�मीकांत वमा� 8. छठवां दशक – �वजय देव नारायण साह� 9. �ह�द� सा�ह�य के इितहास पर कुछ नो�स - डॉ॰ रसाल िसंह

    Teaching Learning Process

    सीखने क� इस ���या म� �हंद� क�वता को मजबतूी �दान करना है । काल�म से �व�ाथ� छायावाद के बाद के यगुबोध को ठ�क से जान सक� गे जो वत�मान संदभ�के अनकूुल होगा । छा� क�वता के मा�यम से उसम� िन�हत मानवतावाद� ���कोण को बेहतर तर�के से जान सक� गे । �हंद� भाषा आज तेजी से व�ैीकृत हो रह�है । ऐसे म� क�वता क� भिूमका और भी अिधक मह�वपणू� हो जाती है । सा�ह�य के आरंभ से ह� क�वता ने समय और समाज को �भा�वत �कया है और मानवीयआचरण को संतिुलत करने म� मह�वपणू� भिूमका िनभाई है । अतः िश�ण म� �हंद� क�वता छा�� के ���कोण को और भी अिधक प�रप�व करेगी। ��ततुपा�य�म को िन�नां�कत स�ाह� म� �वभा�जत �कया जा सकता है –

    1 से 3 स�ाह - इकाई – 1

    4 से 6 स�ाह - इकाई - 2

    7 से 9 स�ाह - इकाई - 3

    10 से 12 स�ाह - इकाई – 4

    13 से 14 स�ाह साम�ूहक चचा�, �वशेष �या�यान एवं आतं�रक म�ूयांकन संबंधी गित�विधयाँ

    Assessment Methods

  • टे�ट और असाइ�म�ट

    Keywords

    ‘आध�ुनक’, ‘नयी क�वता’, ‘समकाल�नता’, ‘नवगीत’, ‘उ�तर छायावाद’, ‘का�यभाषा’, ‘अि�त�ववाद’, ‘�योगवाद’।

    �हदं� क�वता (र��तकाल�न का�य) (BAHHCC04)

    Core Course - (CC) Credit:6

    Course Objective(2-3)

    उ�र म�यकालीन क�वता का अ�ययन समयाविध के सा�ह�य ��थित से अवगत कराएगा सामा�जक-राजनीितक-सां�कृितक प�ृभिूम म� क�वता के अ�ययन-�व�ेषण क� जानकार� देना

    Course Learning Outcomes

    �ह�द� के उ�र-म�यकालीन सा�ह�य का �विश� प�रचय �ा� होगा |�जभाषा के सम�ृ सा�ह�य का रसा�वादन और आलोचना�मक �ान �ा� होगा |

    Unit 1

    1. केशवदास - रामचं��का वन-गमन वण�न2. रह�म (अ�दरु�ह�म खानखानाँ) - रह�म �ंथावली ,संपादक : �व�ािनवास िम�, गो�व�द रजनीश

    दोहावली - छंद सं�या 39, 49, 87, 126, 130, 166, 167, 175, 180, 212, 220, 222

    Unit 2

    3. �बहार� - �बहार� र�ाकार : �ी जग�नाथदास 'र�ाकार' , िशवाला, वाराणसी

    छंद सं�या – 1, 62, 103, 127, 128, 143, 180, 347, 363, 388

    Unit 3

  • 4. घनानंद - घनानंद (�ंथावली) ; संपा. �व�नाथ �साद िम�; वाणी �वतान; बनारस- 1

    सजुान�हत (1, 4, 7, 18, 19, 38, 41, 49, 54)

    Unit 4

    (क) 5. भषूण - िशवभषूण तथा �क�ण� रचना, �व�नाथ �साद िम�

    छंद सं�या –50, 104, 411, 420, 443, 512, 515

    (ख) 6. िग�रधर क�वराय - िग�रधर क�वराय �ंथावली; संपा. डॉ. �कशोर�लाल गु�

    छंद सं�या – 11,16, 36, 70, 71, 89, 99

    References

    �बहार� - �व�नाथ �साद िम�भषूण - �व�नाथ �साद िम�िग�रधर क�वराय (�ंथावली) - संपा. डॉ. �कशोर�लाल गु�घनांनंद और �वछंदतावाद� का�यधारा - मनोहरलाल गौड़र�ितका�य क� भिूमका - डॉ. नगे��क�ववर �बहारलाल और उनका यगु - रणधीर �साद िसंह भषूण और उनका सा�ह�य - राजमल बोरा�हंद� नीितका�य का �व�प �वकास - राम�व�प शा�ी�हंद� सा�ह�य का उ�रम�यकाल : र�ितकाल - मह�� कुमार�हंद� सा�ह�य का बहृत इितहास , भाग - 6- संपा. डॉ. नगे��घनांनंद �ंथावली - �व�नाथ �साद िम�

    Additional Resources:

    सनेह को मारग - इमरै बंघाआया� स�शती और �बहार� सतसई का तलुना�मक अ�ययन - कैलाश नारायण ितवार��हंद� सा�ह�य का इितहास( आ�दकाल से र�ितकाल तक) - परूनचंद टंडन

    Teaching Learning Process

    क�ा �या�यान, साम�ूहक चचा�

    1 से 3 स�ाह - इकाई – 1

    4 से 6 स�ाह - इकाई - 2

    7 से 9 स�ाह - इकाई - 3

    10 से 12 स�ाह - इकाई – 4

  • 13 से 14 स�ाह साम�ूहक चचा�, �वशेष �या�यान एवं आतं�रक म�ूयांकन संबंधी गित�विधयाँ

    Assessment Methods

    टे�ट और असाइनम�ट

    Keywords

    म�यकाल�नता, सामंतवाद, इ�तहास

    �हदं� कहानी (BAHHCC07)

    Core Course - (CC) Credit:6

    Course Objective(2-3)

    �ह�द� कहानी के उ�व और �वकास क� जानकार�

    कहानी �व�ेषण क� समझकथा सा�ह�य म� कहानी क� ��थित का �व�ेषण�मखु कहािनयाँ और कहानीकार

    Course Learning Outcomes

    �ह�द� कथा सा�ह�य का प�रचय

    कहानी लेखन और �भाव का �व�ेषण�मखु कहानीकार और उनक� कहानी के मा�यम से कहानी क� उपयोिगता और �व�ेषण क� समझ

    Unit 1

    उसने कहा था - गुलेर�

    पसू क� रात - �ेमचंद

    छोटा जादगूर - �साद

  • Unit 2

    पाजेब - जनेै��

    तीसर� कसम - रेण ु

    चीफ क� दावत - भी�म साहनी

    Unit 3

    माया का मम� - िनम�ल वमा�

    वापसी - उषा ��य�वदा

    िस�का बदल गया - कृ�णा सोबती

    Unit 4

    जंगल जातकम - काशीनाथ िसंह

    दोपहर का भोजन - अमरका�त

    घसुप�ैठए - ओम�काश वा�मी�क

    References

    कहानी : नयी कहानी - नामवर िसंह

    नयी कहानी क� भिूमका - कमले�र

    एक दिुनया समाना�तर - राज�� यादव

    �हंद� कहानी : अतंरंग पहचान - रामदरश िम�

    �ह�द� कहानी का इितहास - गोपाल राय

    कुछ कहािनयाँ : कुछ �वचार - �व�नाथ ��पाठ�

    नई कहानी : संदभ� और �कृित - देवीशंकर अव�थी

    �ह�द� कहानी का �वकास - मधरेुश

    �ह�द� कहानी : ���या और पाठ - सरेु�� चौधर�

    Additional Resources:

    Additional Resources

    सा�ह�य अकादेमी �ारा �कािशत मोनो�ाफ - गुलेर�, �ेमचंद, �साद, जनेै��, रेण,ु भी�म साहनी, िनम�ल वमा�, अमरका�त

  • कहानी का लोकत�� - प�लव

    प��काएँ - पहल, हंस, नया �ानोदय, समकालीन भारतीय सा�ह�य

    ई प��का - �ह�द� समय, ग� कोश

    Teaching Learning Process

    क�ा �या�यान, साम�ूहक चचा�, कहानी वाचन

    1 से 3 स�ाह - इकाई – 1

    4 से 6 स�ाह - इकाई - 2

    7 से 9 स�ाह - इकाई - 3

    10 से 12 स�ाह - इकाई – 4

    13 से 14 स�ाह साम�ूहक चचा�, �वशेष �या�यान एवं आतं�रक म�ूयांकन संबंधी गित�विधयाँ

    Assessment Methods

    टे�ट, असाइनम�ट

    Keywords

    कहानी

    �हदं� नाटक/एकांक� (BAHHCC12)

    Core Course - (CC) Credit:6

    Course Objective(2-3)

    आधिुनक �ह�द� नाटक और एकांक� के उ�व और �वकास क� जानकार� देना.ना�य-�वधा क� �कृित और संरचना क� समझ �वकिसत करना.पा�य�म म� िनधा��रत नाटक� और एकां�कय� के मा�यम से जीवन और समाज के �विभ�न म�ु� क� समझ और सिुचंितत �दशा को खोजने का �यास करना.

  • Course Learning Outcomes

    स�बंिधत नाटककार� के यगु क� सामा�जक-राजनीितक-सां�कृितक-सा�ह��यक-धािम�क प�र��थितय� को समझ पाय�गे.�व�ािथ�य� म� भारत क� एकता और सामा�जक समरसता के भाव का �वकास होगा.�ी-सश��करण के भाव को बल िमलेगा.निैतक म�ूय� का �वकास होगा.सा�ह�य, कला, �कृित और पया�वरण के �ित संवेदनशीलता �वकिसत होगी.

    Unit 1

    भारत- ददु�शा - भारते�द ु

    Unit 2

    �वु�वािमनी - जयशंकर �साद

    Unit 3

    बकर� - सव��र दयाल स�सेना

    Unit 4

    द�पदान- रामकुमार वमा�

    ��ाइक - भवुने�र

    सखूी डाली - उप��नाथ अ�क

    तीन अपा�हज - �व�पन कुमार अ�वाल

    References

    नाटककार भारते�द ुक� रंग-प�रक�पना - स�य�� तनेजा

    आधिुनक �हंद� नाटक और रंगमंच - संपा. नेिमच�द जनै

    �हंद� एकांक� क� िश�प�विध का �वकास - िस�नाथ कुमार

    �हंद� नाटक : उ�व और �वकास - दशरथ ओझा

    �हंद� के �तीक नाटक - रमेश गौतम

    �हंद� नाटक� म� �व�ोह क� परंपरा - �करणचंद शमा�

  • जयशंकर �साद : एक पनुमू��यांकन - �वनोद शाह�

    �साद के नाटक : �व�प और संरचना - गो�व�द चातक

    Additional Resources:

    �हंद� नाटक का आ�मसंघष� - िगर�श र�तोगी

    नई रंगचेतना और �हंद� नाटककार - जयदेव तनेजा

    नई रंगचेतना और बकर� - कुसमुलता

    एकांक� और एकांक�कार - रामचरण मह��

    Teaching Learning Process

    क�ा �या�यान, साम�ूहक चचा�, एन॰एस॰ड� �मण

    1 से 3 स�ाह - इकाई – 1

    4 से 6 स�ाह - इकाई - 2

    7 से 9 स�ाह - इकाई - 3

    10 से 12 स�ाह - इकाई – 4

    13 से 14 स�ाह साम�ूहक चचा�, �वशेष �या�यान एवं आतं�रक म�ूयांकन संबंधी गित�विधयाँ

    Assessment Methods

    टे�ट और असाइनम�ट

    Keywords

    नाटक रंगमंच रंगकम� पाठ �दश�न

    �हदं� �नबंध और अ�य ग�य �वधाएँ (BAHHCC14)

    Core Course - (CC) Credit:6

    Course Objective(2-3)

  • अ�य ग� �वधाओ ंक� जानकार�

    �व�ेषण प�ित �मखु ग� �वधाओ ंक� चनुी हुई रचनाओ ंका अवलोकन

    Course Learning Outcomes

    कथेतर सा�ह�य का प�रचय

    �व�ेषण और रचना ���या क� समझ�मखु ह�ता�र� का प�रचय

    Unit 1

    इकाई-1 िनबंध

    बालकृ�ण भ�ट - जाितय� का अनठूापन (National charter) (भ�ट िनबंधमाला, ��तीय भाग, नागर��चा�रणी सभा, काशी)

    बालमकंुुद गु� - मेले का ऊँट (राजकमल �काशन, 1988)

    सरदार पणू� िसंह - मजदरू� और �ेम

    रामचं� श�ुल - अतीत क� �मिृत

    Unit 2

    इकाई -2 िनबंध

    हजार��साद ��वेद� - भारतवष� क� सां�कृितक सम�या

    �व�ािनवास िम� - तमु च�दन हम पानी

    ह�रशंकर परसाई - व�ैणव क� �फसलन

    महादेवी वमा� - हमार� �ृखंला क� क�ड़याँ

    Unit 3

    इकाई-3 जीवनी/आ�मकथा

    पांडेय बेचन शमा� - अपनी खबर, आ�माराम एंड संस

    राम�वलास शमा� - 'िनराला क� सा�ह�य साधना' भाग-1 से 'नए संघष�'

    शीष�क अ�याय

    https://epustakalay.com/book/26422-shrinkhala-ki-kadiyan-by-shri-mahadevi-verma/

  • Unit 4

    इकाई - 4 सं�मरण/रेखािच�/या�ा-व�ृांत

    सं�मरण : अ�ेय के साथ - आचाय� जानक�व�लभ शा�ी, 'हंसबलाका' से

    रेखािच� : सभुान खाँ - रामव�ृ बेनीपरु�, माट� क� मरूत�, �ंथावली से

    या�ा व�ृांत : राहुल सांकृ�यायन - अथातो घमु�कड़ �ज�ासा

    References

    सहायक �ंथ

    �हंद� का ग� सा�ह�य - रामचं� ितवार� �हंद� सा�ह�य और संवेदना का �वकास - राम�व�प चतवु�द� रामचं� श�ुल संचयन - सं. नामवर िसंह (सा�ह�य अकादेमी)हजार� �साद ��वेद� संकिलत िनबंध - सं. नामवर िसंह (नेशनल बकु ��ट,इं�डया)�हंद� आ�मकथा : िस�ांत और �व�प �व�ेषण - �वनीता अ�वाल �हंद� ग� : �व�यास और �वकास - राम�व�प चतवु�द� भारते�द ुयगु - राम�वलास शमा� छायावादो�र �हंद� ग� सा�ह�य - �व�नाथ �साद ितवार� आधिुनक �हंद� ग� का सा�ह�य - हरदयाल ग�कार आचाय� जानक�व�लभ शा�ी - पाल बसीन सा�ह�य से संवाद - गोपे�र िसंह िनबंध� क� दिुनया - �वजयदेव नारायण साह�, �.सं. िनम�ला जनै, सं. ह�रमोहन शमा�

    Teaching Learning Process

    क�ा �या�यान, साम�ूहक चचा�, सा�ह��यकता क� समझ

    1 से 3 स�ाह - इकाई – 1

    4 से 6 स�ाह - इकाई - 2

    7 से 9 स�ाह - इकाई - 3

    10 से 12 स�ाह - इकाई – 4

    13 से 14 स�ाह साम�ूहक चचा�, �वशेष �या�यान एवं आतं�रक म�ूयांकन संबंधी गित�विधयाँ

    Assessment Methods

    टे�ट असाइनम�ट

  • Keywords

    सभी �वधाएँ, यथाथ�, क�पना, त�य, घटना आ�द

    �हदं� भाषा और उसक� �ल�प का इ�तहास (BAHHCC01)

    Core Course - (CC) Credit:6

    Course Objective(2-3)

    �हंद� (�वशेष) �थम वष� पा�य�म का उ�े�य �ह�द� भाषा और िल�प के आरंिभक �प से लेकर आधिुनक काल क� �वकास या�ा को बताना रहा है । भारत केसं�वधान म� देवनागर� िल�प म� िल�खत �हंद� को संघ क� राजभाषा घो�षत �कया गया है । �हंद� (�वशेष) को पढ़ने वाले �व�ािथ�य� के िलए पा�य�म के आरंभ म�ह� �हंद� भाषा संबंधी सामा�य जानकार� देना अ�यंत अव�यक है । साथ ह� परू� दिुनया ने व�ैीकरण यगु म� �वेश कर िलया है । बाज़ार और �यवसाय ने देश� क�सीमाएं लांघ द� ह� । अतः ऐसे म� भाषा का मजबतू होना आव�यक है । यह पा�य�म बाज़ारवाद और भमूंडलीकरण क� व�ै�क गित के बीच से ह� �हंद� भाषा औरउसक� िल�प के मा�यम से ह� रा�ीय �गित को भी सिुन��त करेगा । �य��क सश� भाषा के �बना �कसी रा� क� उ�नित संभव नह�ं है । यह पा�य�म वत�मानसंदभ� के अनकूुल है । साथ ह� इस पा�य�म का आधिुनक �प रोजगारपरक भी है । कं�यटूर को �हंद� से जोड़ना �व�ािथ�य� को �यावहा�रक पहल ूसे अवगत करासकेगा ।

    Course Learning Outcomes

    �थम वष� पा�य�म के �श�ण के �न�न�ल�खत प�रणाम सामने आएंगे :-

    1 ) उपयु�� पा�य�म के मा�यम से �हंद� भाषा के स�ैांितक पहल ूके साथ �यावहा�रक �प का �ान �ा� �कया जा सकेगा ।

    2 ) �हंद� भाषा क� उ�च श�ै�क �तर क� भिूमका के मह�वपणू� प� को जाना जा सकेगा ।

    3 ) कं�यटूर को �हंद� भाषा से जोड़ने पर �हंद� भाषा के �यावहा�रक �ान को �ा� �कया जा सकता है ।

    4 ) व�ै�क यगु म� भाषा को िस�ांत� के साथ-साथ �यावहा�रक �प से भी जोड़ना होगा । अत: यह पा�य�म वत�मान संदभ� के भी अनकूुल है ।

    5 ) भाषा के बदलते प�र��य को आरंभ से अब तक क� ���या म� समझना बहुत आव�यक है । यह पा�य�म भाषा के आरंभ से वत�मान को �व�वध आयाम� म���ततु करता है जो �व�ािथ�य� के िलए उपयोगी होगा ।

    6 ) िश�ा को रोजगार से जोड़ना अ�यंत अिनवाय� है । यह पा�य�म भाषा क� इस मांग को भी ��ततु करता है ।

    Unit 1

    इकाई -1 : �हदं� भाषा के �वकास क� पवू�पी�ठका

  • भारोपीय भाषा प�रवार एवं आय�भाषाएँ (सं�कृत, पािल, �ाकृत, अप�ंश आ�द)�हंद� का आरंिभक �प �हंद� श�द का अथ� एवं �योग �हंद� का �वकास (आ�दकाल, म�यकाल, आधिुनक काल)

    Unit 2

    इकाई -2 : �हदं� भाषा का �े� एवं �व�तार

    �हंद� भाषा : �े� एवं बोिलयाँ �हंद� के �व�वध �प (बोलचाल क� भाषा, रा� भाषा, राजभाषा, संपक� -भाषा, संचार भाषा)�हंद� का अ�खल भारतीय �व�प �हंद� का अतंररा�ीय स�दभ�

    Unit 3

    इकाई-3 : �ल�प का इ�तहास

    भारत म� िल�प का इितहासभाषा और िल�प का अतं: संबंधप�रभाषा, �व�प एवं आव�यकता िल�प के आरंिभक �प (िच�िल�प, भाव िल�प, �विन-िल�प)

    Unit 4

    इकाई- 4 : देवनागर� �ल�प

    देवनागर� िल�प का प�रचय एवं �वकास देवनागर� िल�प का मानक�करण आदश� िल�प के गुण और देवनागर� िल�प क� �वशेषताएं देवनागर� िल�प और कं�यटूर

    References

    1. �हंद� भाषा का �वकास- धीरे�� वमा� 2. �हंद� भाषा का उ�म और �वकास- उदयनारायण ितवार� 3. �हंद� भाषा – भोलानाथ ितवार� 4. भाषा और समाज – राम�वलास शमा� 5. आधिुनक �ह�द� के �व�वध आयाम - �ो० कृ�ण कुमार गो�वामी6. �ह�द� का सामा�जक स�दभ�-संपादक - रवी�� नाथ �ीवा�तव

    Additional Resources:

  • 1. भारतीय परुािल�प- डॉ. रामबिल पा�डेय (लोकभारती �काशन) 2. �हंद� भाषा क� पहचान से �ित�ा तक – डॉ. हनमुान�साद श�ुल 3. िल�प क� कहानी – गुणाकर मलेु

    Teaching Learning Process

    1 से 3 स�ाह - इकाई – 1

    4 से 6 स�ाह - इकाई - 2

    7 से 9 स�ाह - इकाई - 3

    10 से 12 स�ाह - इकाई – 4

    13 से 14 स�ाह साम�ूहक चचा�, �वशेष �या�यान एवं आतं�रक म�ूयांकन संबंधी गित�विधयाँ

    Assessment Methods

    1. �हंद� भाषा और देवनागर� िल�प आधा�रत प�रयोजना काय� ।2. �हंद� भाषा क� �विभ�न बोिलय� का �यावहा�रक अ�ययन ��ततु करना ।3. �हंद� भाषा क� �व�वध बोिलय� क� �वशेषताओ ंका �यावहा�रक अ�ययन ।4. िच�िल�प, भाविल�प, �विनिल�प के भा�षक नमनेू तयैार करना और �व�ेषण ।5. िल�प के �वकास क� ऐितहािसक पर�परा का नमनू� स�हत �व�ेषण ।6. कं�यटूर म� �हंद� सीखने के िलए �हंद� क� टंकण �यव�था एवं �विभ�न फ़ॉ��स का �यावहा�रक �ान ।

    Keywords

    �ल�प’, ‘देवनागर�’, ‘भारोपीय’, ‘भाषा प�रवार’, ‘सं�कृत’, ‘पा�ल’, ‘�ाकृत’, ‘अप�ंश’, ‘बो�लयाँ’, ‘रा��भाषा’, ‘राजभाषा’, ‘संपक� भाषा’, ‘�च��ल�प’,‘भाव�ल�प’, ‘आ�दकाल’, ‘म�यकाल’, ‘आध�ुनककाल’, ‘�व�न�ल�प’, ‘मानक�करण’, ‘�हदं� कं�यटूर’, ‘�हदं� फॉ�ट’ ।

    �हदं� सा�ह�य का इ�तहास (आ�दकाल और म�यकाल) (BAHHCC03)

    Core Course - (CC) Credit:6

    Course Objective(2-3)

    �ह�द� सा�ह�य के इितहास क� जानकार�

  • �मखु इितहास ��थ� क� जानकार�आ�दकाल, म�यकाल के इितहास क� जानकार�

    Course Learning Outcomes

    �ह�द� सा�ह�य के इितहास का �ानइितहास ��थ� का �व�ेषणइितहास िनमा�ण क� प�ित

    Unit 1

    �हदं� सा�ह�य : इ�तहास-लेखन

    �हंद� सा�ह�य के इितहास-लेखन क� परंपरा का प�रचय�हंद� सा�ह�य : काल-�वभाजन एवं नामकरण

    Unit 2

    आ�दकाल

    आ�दकाल का राजनीितक, सामा�जक, सां�कृितक प�रवेश और सा�ह��यक प�ृभिूमिस� सा�ह�य, नाथ सा�ह�य, जनै सा�ह�यरासो का�यलौ�कक सा�ह�य

    Unit 3

    भि�तकाल (पवू�म�यकाल)

    भ��- आदंोलन और उसका अ�खल भारतीय �व�पभ�� सा�ह�य क� दाश�िनक प�ृभिूमभ��काल क� धाराएँ :

    1. िनगु�ण धारा (�ाना�यी शाखा, �ेममाग� सफू� शाखा)2. सगुण धारा (रामभ�� शाखा, कृ�णभ�� शाखा)3. अ�य का�य

    Unit 4

    र��तकाल (उ�तरम�यकाल)

    यगुीन- प�ृभिूम (राजनीितक, सामा�जक-सां�कृितक-आिथ�क प�रवेश, सा�ह�य एवं संगीत आ�द कलाओ ंक� ��थित)

  • का�य- �व�ृ�याँ

    1. र�ितब� और र�ितिस�2. र�ितम�ु का�य3. वीरका�य, भ��का�य, नीितका�य

    References

    �हंद� सा�ह�य का इितहास - आचाय� रामचं� श�ुल�हंद� सा�ह�य क� भिूमका - आचाय� हजार��साद ��वेद�आ�दकालीन �हंद� सा�ह�य : अ�ययन क� �दशाएँ : संपा. अिनल राय�हंद� सा�ह�य के इितहास पर कुछ नो�स - रसाल िसंह

    Additional Resources:

    म�यकालीन सा�ह�य और स�दय�बोध - मकेुश गग�भ�� आदंोलन के सामा�जक आधार - संपा. गोपे�र िसंह�हंद� सा�ह�य का अतीत - आचाय� �व�नाथ �साद िम��हंद� सा�ह�य और संवेदना का �वकास - राम�व�प चतवु�द��हंद� सा�ह�य : उ�व और �वकास - आचाय� हजार��साद ��वेद��हंद� सा�ह�य का इितहास - संपा. डा. नगे���हंद� सा�ह�य का आ�दकाल - आचाय� हजार��साद ��वेद�सा�ह�य का इितहास दश�न - निलन �वलोचन शमा� सा�ह�य और इितहास ��� - मनेैजर पांडेय

    Teaching Learning Process

    क�ा �या�यान साम�ूहक चचा�

    1 से 3 स�ाह - इकाई – 1

    4 से 6 स�ाह - इकाई - 2

    7 से 9 स�ाह - इकाई - 3

    10 से 12 स�ाह - इकाई – 4

    13 से 14 स�ाह साम�ूहक चचा�, �वशेष �या�यान एवं आतं�रक म�ूयांकन संबंधी गित�विधयाँ

    Assessment Methods

    टे�ट, असाइनम�ट

    Keywords

  • इ�तहास लेखन से जड़ु ेश�द

    �हदं� सा�ह�य का इ�तहास (आध�ुनक काल) (BAHHCC05)

    Core Course - (CC) Credit:6

    Course Objective(2-3)

    सा�ह�येितहास क� अ�ययन ���या म� आधिुनक सा�ह�य के �वकास का प�रचय

    सा�ह�य के �व�प और �योजन का �ान सा�ह�य और समाज के आपसी �र�ते और कालजयी कृितय� का प�रचय

    Course Learning Outcomes

    �वकास के �म म� सा�ह�य के ज�रए समाज और सं�कृित क� पहचान के िलए सा�ह�येितहास के अ�ययन का मह�व िन�व�वाद है ।

    सा�ह�येितहास के अ�ययन का एक �योजन सा�ह�य के �वकास क� गित और �दशा के साथ-साथ समाज के �वकास को भी िच��हत करना है । सा�ह�येितहास के �बना सा�ह�य-�ववेक का उिचत �वकास और िनमा�ण संभव नह�ं । अतः सा�ह�य-�ववेक के िनमा�ण के िलए सा�ह�येितहास का अ�ययन ज�र�है ।

    Unit 1

    म�यकालीन बोध तथा आधिुनक बोध (सं�मण काल, नवजागरण क� प�ृभिूम)नवजागरण क� प�र��थितयाँ और भारते�द ुयगु महावीर �साद ��वेद� : �हंद� प�का�रता और खड़� बोली आदंोलन�वाधीनता आदंोलन और नवजागरणकालीन चेतना का उ�कष�, �विभ�न वचैा�रक मत और �ह�द� सा�ह�य से उनका संबंध

    Unit 2

    कथा सा�ह�य नाटक िनबंध और अ�य ग� �वधाएँ ( सं�मरण, या�ा आ�यान, डायर�, �रपोता�ज, रेखािच�, सा�ा�कार सा�ह��यक प�का�रता और लघ ुप��का आदंोलन)आलोचना

    Unit 3

  • छायावाद : प�रवेश और �व�ृ�याँ उ�र छायावाद : प�रवेश और �व�ृ�याँ �गितवाद : प�रवेश और �व�ृ�याँ �योगवाद : प�रवेश और �व�ृ�याँ नयी क�वता : प�रवेश और �व�ृ�याँ

    Unit 4

    साठो�र� क�वता, नवगीत, समकालीन क�वता समकालीन कथा और कथेतर सा�ह�य आलोचना और सा�ह��यक प�का�रता अ��मता �वमश� : दिलत, आ�दवासी और �ी

    References

    1. आधिुनक सा�ह�य क� �व�ृ�याँ - नामवर िसंह

    2. भारते�द ुऔर �हंद� नवजागरण क� सम�याएँ - राम�वलास शमा� 3. महावीर �साद ��वेद� और �हंद� नवजागरण - राम�वलास शमा� 4. �हंद� का ग� सा�ह�य - रामच�� ितवार� 5. �हंद� सा�ह�य और संवेदना का �वकास - राम�व�प चतवु�द� 6 . �हंद� ग� : �व�यास और �वकास - राम�व�प चतवु�द� 7 . आधिुनक सा�ह�य - नंददलुारे वाजपेयी 8 . छायावाद - नामवर िसंह 9. क�वता के नए �ितम�