आत्भमग - Hariom Group · 2016. 1. 15. · क *ई ऩुि नह 2, भय कई...

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Page 1: आत्भमग - Hariom Group · 2016. 1. 15. · क *ई ऩुि नह 2, भय कई ऩत्नी नह , भया कई ऩनत नह , भया कई बाई

परातसभयणीम ऩजमऩाद सॊत शरी आसायाभजी फाऩ क

सतसॊग-परवचन

आतभमोग

ऩजम फाऩ का ऩावन सॊदश

हभ धनवान होग मा नह ॊ चनाव जीतग मा नह ॊ इसभ शॊका हो सकती ह ऩयॊत बमा हभ भयग मा नह ॊ इसभ कोई शॊका ह ववभान उडन का सभम ननशचदळत होता ह फस चरन का सभम ननशचदळत होता ह गाडी छटन का सभम ननशचदळत होता ह ऩयॊत इस जीवन की गाडी छटन का कोई ननशचदळत सभम ह

आज तक आऩन जगत भ जो कछ जाना ह जो कछ परादऱ ककमा ह आज क फाद जो जानोग औय परादऱ कयोग पमाय बमा वह सफ भतम क एक ह झटक भ छट जामगा जाना अनजाना हो जामगा परानदऱ अपरानदऱ भ फदर जामगी

अत सावधान हो जाओ अनतभख होकय अऩन अववचर आतभा को ननजसवरऩ क अगाध आननद को शादवत शाॊनत को परादऱ कय रो कपय तो आऩ ह अववनाशी आतभा हो

जागो उठो अऩन बीतय सोम हए ननदळमफर को जगाओ सवदश सवकार भ सवोततभ आतभफर को अशचजत कयो आतभा भ अथाह साभरथम ह अऩन को द न-ह न भान फठ तो ववदव भ ऐसी कोई सतता नह ॊ जो तमह ऊऩय उठा सक अऩन आतभसवरऩ भ परनतवदषत हो गम तो तरिरोकी भ ऐसी कोई हसती नह ॊ जो तमह दफा सक

सदा सभयण यह कक इधय-उधय बटकती ववततमो क साथ तमहाय शकति बी तरफखयती यहती ह अत ववततमो को फहकाओ नह ॊ तभाभ ववततमो को एकतरित कयक साधना-कार भ आतभचचनतन भ रगाओ औय वमवहाय-कार भ जो काम कयत हो उसभ रगाओ दततचचतत होकय हय कोई काम कयो सदा शानत ववतत धायण कयन का अभमास कयो ववचायवनत एवॊ परसनन यहो जीवभाि को अऩना सवरऩ सभझो सफस सनह यखो ददर को वमाऩक यखो आतभननदष भ जग हए भहाऩरषो क सतसॊग एवॊ सतसादहतम स जीवन को बकति एवॊ वदानत स ऩदश एवॊ ऩरककत कयो

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

परासताववक

इस ननह ॊ सी ऩसतक भ बकति मोग औय ऻानभाग क ऩववि आतभाओॊ क लरए सहज भ अनतसतर स सपरयत भहाऩरषो की वाणी ननदहत ह शचजसभ गीता बागवत याभामण आदद क परभाण सदहत उन सतऩरषो क अनबव छरकत ह

शचजतना गढ ववषम ह उतना ह सयर बी ह चाह बि हो चाह मोगी हो चाह ऻानभागी हो चाह ककसी बी धभ भत ऩॊथ ववचायो को भाननवारा हो सफको इस ओजऩण अनबव-सॊऩनन आतभमोग कयान वार ददवम वाणी स राब होगा औय उन ऩववि आतभाओॊ क दराया म अनबव-सॊऩनन वचन औयो तक बी ऩहॉचग

सतऩरषो क वचन को लरवऩफदध कयन भ अगय कोई िदट यह गई हो तो वाचक कऩा कयक हभ सचचत कय हभ आबाय होग

ववनीत शरी मोग वदानत सवा सलभनत

अभदावाद आशरभ

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

बरहमचम-या का भॊि

ॐ नभो बगवत भहाफर ऩयाकरभाम

भनोलबरावषतॊ भन सतॊब कर कर सवाहा योज दध भ ननहाय कय 21 फाय इस भॊि का जऩ कय औय दध ऩी र इसस बरहमचम की

या होती ह सवबाव भ आतभसात कय रन जसा ननमभ ह

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

अनकरभ ऩजम फाऩ का ऩावन सॊदश 2

परासताववक 3

बरहमचम-या का भॊि 3

आतभमोग 4

जागो अऩनी भदहभा भ 8

बवसागय का ककनाया वयागम 10

आतभ-अवगाहन 14

चचतत का ननभाण 23

ऩरयपरदलन 25

जनक-ववचाय 34

भाभकॊ शयणॊ वरज 37

ण का बी परभाद भतम ह 46

ना कयो नीॊद स पमाय 47

आतभ-ननदषा 48

धमान-सॊकत 49

चचततववशराशचनत-परमोग 50

पराथना-ननझय 51

हो गई यहभत तय 53

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आतभमोग

बगवान क पमाय बि दढ ननदळमी हआ कयत ह व फाय-फाय परब स पराथना ककमा कयत ह औय अऩन ननदळम को दहयाकय सॊसाय की वासनाओॊ को कलऩनाओॊ को लशचथर ककमा कयत ह ऩयभातभा क भाग ऩय आग फढत हए व कहत ह-

हभ जनभ-भतम क धकक-भकक अफ न खामग अफ आतभायाभ भ आयाभ ऩामग भया कोई ऩि नह ॊ भय कोई ऩतनी नह ॊ भया कोई ऩनत नह भया कोई बाई नह ॊ भया भन नह ॊ भय फवदध नह ॊ चचतत नह ॊ अहॊकाय नह ॊ भ ऩॊचबौनतक शय य नह ॊ

चचदाननदरऩ लशवोऽहभ लशवोऽहभ भोह भभता क समफनधो भ भ कई फाय जनभा हॉ औय भया हॉ अफ दय प क यहा हॉ

भभता को भोह को अफ ऻान की क ची स काट यहा हॉ रोब को ॐ की गदा स भायकय बगा यहा हॉ

भया योभ-योभ सॊतो की गर की कऩा औय करणा स ऩववि हो यहा ह आननदोऽहभ शानतोऽहभ शदधोऽहभ ननववकलऩोऽहभ ननयाकायोऽहभ भया चचतत परसनन हो यहा ह

हभ याभ क थ याभ क ह औय याभ क ह यहग ॐ याभ ॐ याभ ॐ याभ

कोई बी चचनता ककम तरफना जो परब भ भसत यहता ह वह सहनशीर ह वह साधफवदध ह

आज ईदवय ह कर सॊसाय ह ईदवय कर नह ॊ हो सकता ईदवय सदा ह सॊसाय ऩहर नह ॊ था सॊसाय ऩामा जाता ह ईदवय ऩामा नह ॊ जाता कवर सभनत आ जाम ईदवयतव की तो वह भौजद ह सभनत भािण ईदवय ऩयभातभा हभाय स कबी दय गम ह नह ॊ उनकी कवर ववसभनत हो गई आन वार कर की चचनता छोडत हए अऩन शदध आतभा क बाव भ शचजस ण आ जाओ उसी ण ईदवय म आननद मा आतभ-खजाना भौजद ह

बगवान को ऩदाथ अऩण कयना सवण क फतनो भ बगवान को बोग रगाना अचछ वसतरारॊकाय स बगवान की सवा कयना मह सफ क फस की फात नह ॊ ह रककन अनतमाभी बगवान को पमाय कयना सफ क फस की फात ह धनवान शामद धन स बगवान की थोडी-फहत सवा कय सकता ह रककन ननधन बी बगवान को परभ स परसनन कय सकता ह धनवानो का धन शामद बगवान तक न बी ऩहॉच रककन परलभमो का परभ तो ऩयभातभा तक तयनत ऩहॉच जाता ह

अऩन रदम-भॊददय भ फठ हए अनतयातभारऩी ऩयभातभा को पमाय कयत जाओ इसी सभम ऩयभातभा तमहाय परभपरसाद को गरहण कयत जामग औय तमहाया योभ-योभ ऩववि होता जामगा कर की चचनता छोड दो फीती हई कलऩनाओॊ को फीती हई घटनाओॊ को सवपन सभझो आन वार घटना बी सवपन ह वततभान बी सवपन ह एक अनतमाभी अऩना ह उसी को परभ कयत जाओ औय अहॊकाय को डफात जाओ उस ऩयभातभा की शाशचनत भ

ॐॐॐॐॐॐॐ

हभ शाॊत सखसवरऩ आतभा ह तपान स सयोवय भ रहय उठ यह थीॊ तपान शानत हो गमा सयोवय ननसतयॊग हो गमा अफ जर अऩन सवबाव भ शानत शचसथत ह इसी परकाय अहॊकाय औय इचछाओॊ का तपान शानत हो गमा भया चचततरऩी सयोवय अहॊकाय औय इचछाओॊ स यदहत शानत हो गमा अफ हभ तरफलकर ननसऩॊद अऩनी भदहभा भ भसत ह

भन की भनसा लभट गई बयभ गमा सफ दय गगन भणडर भ घय ककमा कार यहा लसय कट

इचछा भाि चाह वह याजलसक हो मा साशचववक हो हभको अऩन सवरऩ स दय र जाती ह ऻानवान इचछायदहत ऩद भ शचसथत होत ह चचनताओॊ औय काभनाओॊ क शानत होन ऩय ह सवतॊि वामभणडर का जनभ होता ह

हभ वासी उस दश क जहाॉ ऩाय बरहम का खर द मा जर अगभ का तरफन फाती तरफन तर

आननद का सागय भय ऩास था भझ ऩता न था अननत परभ का दरयमा भय बीतय रहया यहा था औय भ बटक यहा था सॊसाय क तचछ सखो भ

ऐ दननमाॉदायो ऐ फोतर की शयाफ क पमायो फोतर की शयाफ तमह भफायक ह हभन तो अफ पकीयो की पमालरमाॉ ऩी र ह हभन अफ याभनाभ की शयाफ ऩी र ह

दय हटो दननमाॉ की झॊझटो दय हटो रयशतनातो की जारो हभन याभ स रयशता अऩना फना लरमा ह

हभ उसी ऩयभ पमाय को पमाय ककम जा यह ह जो वासतव भ हभाया ह

आतभऻान भ परीनत ननयनतय आतभववचाय औय सतऩरषो का साशचननधम ndash मह आतभ-साातकाय की कॉ शचजमाॉ ह

हभ ननसॊकलऩ आतभ-परसाद भ परवश कय यह ह शचजस परसाद भ मोगदवयो का चचतत परसाद ऩाता ह शचजस परसाद भ भननमो का चचतत भननशीर होता ह उस परसाद भ हभ आयाभ ऩाम जा यह ह

तमह भतमदणड की सजा लभरन की तमाय हो नमामाधीश सजा दन क लरए करभ उठा यहा हो उस एक ण क लरए बी मदद तभ अऩन आतभा भ शचसथत हो जाओ तो नमामाधीश स वह लरखा जामगा जो ऩयभातभा क साथ तमहाय नतन शचसथनत क अनकर होगा तमहाय कलमाण क अनकर होगा

द ख का ऩहाड चगयता हो औय तभ ऩयभातभा भ डट जाओ तो वह ऩहाड यासता फदर तरफना नह ॊ यह सकता द ख का ऩहाड परकनत की चीज ह तभ ऩयभातभा भ शचसथत हो तो परकनत ऩयभातभा क खखराप कबी कदभ नह ॊ उठाती धमान भ जफ ऩयभातभ-सवरऩ भ गोता भायो तो बम चचनता शोक भसीफत म सफ कापय हो जात ह जस टॉच का परकाश ऩडत ह ठॉ ठ भ ददखता हआ चोय बाग जाता ह वस ह आतभववचाय कयन स आतभ-बाव भ आन भाि स बम शोक चचनता भसीफत ऩाऩरऩी चोय ऩरामन हो जात ह आतभ-धमान भ गोता रगान स कई जनभो क कभ कटन रगत ह अबी तो रगगा कक थोडी शाशचनत लभर भन ऩववि हआ रककन ककतना अभाऩ राब हआ ककतना कलमाण हआ इसकी तभ कलऩना तक नह ॊ कय सकत आतभ धमान की मकति आ गमी तो कबी बी ववकट ऩरयशचसथनतमो क सभम धमान भ गोता भाय सकत हो

भरफनध उडकतडमान फनध औय जारॊधय फनध मह तीन फनध कयक पराणामाभ कय धमान कय तो थोड ह ददनो भ अदबत चभतकारयक राब हो जामगा जीवन भ फर आ जामगा डयऩोक होना बमबीत होना छोट -छोट फातो भ यो ऩडना जया-जया फातो भ चचनतातय हो जाना मह सफ भन की दफरताएॉ ह जीवन क दोष ह इन दोषो की ननकारन क लरए ॐ का जऩ कयना चादहए पराणामाभ कयना चादहए सतऩरषो का सॊग कयना चादहए

जो तमह शय य स भन स फवदध स दफर फनाम वह ऩाऩ ह ऩणम हभशा फरपरद होता ह सतम हभशा फरपरद होता ह तन स भन स फवदध स औय धन स जो तमह खोखरा कय वह यास ह जो तमह तन-भन-फवदध स भहान फनाम व सॊत ह

जो आदभी डयता ह उस डयान वार लभरत ह

तरिफनध क साथ पराणामाभ कयन स चचतत क दोष दय होन रगत ह ऩाऩ ऩरामन होन रगत ह रदम भ शाशचनत औय आननद आन रगता ह फवदध भ ननभरता आन रगती ह ववघन फाधाएॉ भसीफत ककनाया कयन रगती ह

तभ ईदवय भ डट जाओ तमहाया दशभन वह कयगा जो तमहाय दहत भ होगा ॐ का जऩ कयन स औय सचच आतभवतता सॊतो की शयण भ जान स कदयत ऐसा यॊग फदर दती ह कक बववषम ऊॉ चा उठ जाता ह

अचर सॊकलऩ-शकति दढ ननदळम औय ननबमता होनी चादहए इसस फाधाएॉ ऐसी बागती ह जस आॉधी स फादर आॉधी चर तो फादर कमा दटक ग

भॉह ऩय फठी भकखी जया-स हाथ क इशाय स उड जाती ह ऐस ह चचनता करश द ख रदम भ आम तफ जया सा धमान का इशाया कयो तो व बाग जामग मह तो अनबव की फात ह डयऩोक होन स तो भय जाना अचछा ह डयऩोक होकय शचजम तो कमा शचजम भख होकय शचजम तो कमा शचजम बोगी होकय शचजम तो कमा खाक शचजम मोगी होकय शचजमो बरहमवतता होकय शचजमो ईदवय क साथ खरत हए शचजमो

कॊ जस होकय शचजम तो कमा शचजम लशशऩार होकय शचजम तो कमा शचजम लशशऩार मानी जो लशशओॊ को अऩन फचचो को ऩारन-ऩोसन भ ह अऩना जीवन ऩया कय द बर चाय ददन की शचजनदगी हो चाय ऩर की शचजनदगी हो रककन हो आतभबाव की चाय सौ सार शचजमा रककन अऻानी होकय शचजमा तो कमा खाक शचजमा भजदय की औय भया शचजनदगी जीना तो आतभऻान की

बतकार जो गजय गमा उसक लरम उदास भत हो बववषम की चचनता भत कयो जो फीत गमा उस बरा दो जो आता ह उस हॉसत हए गजायो जो आमगा उसक लरए ववभोदहत न हो आज क ददन भज भ यहो आज का ददन ईदवय क लरए आज खश यहो आज ननबम यहो मह ऩकका कय दो आज योकडा कार उधाय इसी परकाय आज ननबम आज नह ॊ डयत कर तो आमगी नह ॊ जफ कर नह ॊ आमगी तो ऩयसो कहाॉ स आमगी जफ आमगी तो आज होकय ह आमगी

आदभी ऩहर बीतय स चगयता ह कपय फाहय स चगयता ह बीतय स उठता ह तफ फाहय स उठता ह फाहय कछ बी हो जाम रककन बीतय स नह ॊ चगयो तो फाहय की ऩरयशचसथनतमाॉ तमहाय अनकर हो जामगी

ववघन फाधाएॉ द ख सॊघष ववयोध आत ह व तमहाय बीतय की शकति जगान कक लरए आत ह शचजस ऩड न आॉधी-तपान नह ॊ सह उस ऩड की जड जभीन क बीतय भजफत नह ॊ होगी शचजस ऩड न शचजतन अचधक आॉधी तपान सह औय खडा यहा ह उतनी ह उसकी नीॊव भजफत ह ऐस ह द ख अऩभान ववयोध आम तो ईदवय का सहाया रकय अऩन ऻान की नीॊव भजफत कयत जाना चादहए द ख ववघन फाधाएॉ इसलरए आती ह कक तमहाय ऻान की जड गहय जाम रककन हभ रोग डय जात ह ऻान क भर को उखाड दत ह

अनकरभ

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जागो अऩनी भदहभा भ सवाभी याभतीथ क फोरन का सवबाव था कक भ फादशाह हॉ भ शाहो का शाह हॉ

अभरयका क रोगो न ऩछा आऩक ऩास ह तो कछ नह ॊ लसप दो जोडी गरए कऩड ह याजम नह ॊ सतता नह ॊ कछ नह ॊ कपय आऩ शाहो क शाह कस

याभतीथ न कहा भय ऩास कछ नह ॊ इसलरए तो भ फादशाह हॉ तभ भय आॉखो भ ननहायो भय ददर भ ननहायो भ ह सचचा फादशाह हॉ तरफना ताज का फादशाह हॉ तरफना वसतओॊ का फादशाह हॉ भझ जसा फादशाह कहाॉ जो चीजो का ववषमो का गराभ ह उस तभ फादशाह कहत हो ऩागरो जो अऩन आऩ भ आनशचनदत ह वह तो फादशाह ह ववदव का समराट तमहाय ऩास स गजय यहा ह ऐ दननमाॉदायो वसतओॊ का फादशाह होना तो अहॊकाय की ननशानी ह रककन अऩन भन का फादशाह होना अऩन वपरमतभ की खफय ऩाना ह भय आॉखो भ तो ननहायो भय ददर भ तो गोता भाय क जया दखो भय जसा फादशाह औय कहाॉ लभरगा भ अऩना याजम अऩना वबव तरफना शत क ददम जा यहा हॉ रटाम जा यहा हॉ

जो सवाथ क लरए कछ द वह तो कॊ गार ह रककन जो अऩना पमाया सभझकय रटाता यह वह तो सचचा फादशाह ह

भझ फादशाह को अऩन आऩस दय कहाॉ

ककसी न ऩछा तभ फादशाह हो

हाॉ

तभ आतभा हो

हाॉ

तभ God हो

हाॉ इन चाॉद लसतायो भ भय ह चभक ह हवाओॊ भ भय ह अठखलरमाॉ ह परो भ भय ह सगनध औय चतना ह

म तभन फनाम

हाॉ जफस फनाम ह तफ स उसी ननमभ स चर आ यह ह मह अऩना शय य बी भन ह फनामा ह भ वह फादशाह हॉ

जो अऩन को आतभा भानता ह अऩन को फादशाहो की जगह ऩय ननमि कयता ह वह अऩन फादशाह सवबाव को ऩा रता ह जो याग-दरष क चचनतन भ पॉ सता ह वह ऐस ह कलऩनाओॊ क नीच ऩीसा जाता ह

भ चतनमसवरऩ आतभा हॉ आतभा ह तो फादशाह ह फादशाहो का फादशाह ह सफ फादशाहो को नचानवारा जो फादशाहो का फादशाह ह वह आतभा हॉ भ

अहॊ ननववकलऩो ननयाकाय रऩो

ववबवमापम सवि सवशचनिमाणाभ सदा भ सभतवॊ न भकतिन फनध

चचदाननदरऩ लशवोऽहभ लशवोऽहभ भकति औय फनधन तन औय भन को होत ह भ तो सदा भि आतभा हॉ अफ भझ कछ

ऩता चर यहा ह अऩन घय का भ अऩन गाॉव जान वार गाडी भ फठा तफ भझ अऩन घय की शीतरता आ यह ह मोचगमो की गाडी भ फठा तो रगता ह कक अफ घय फहत नजद क ह बोचगमो की गाकतडमो भ सददमो तक घभता यहा तो घय दय होता जा यहा था अऩन घय भ कस आमा जाता ह भसती कस रट जाती ह मह भन अफ जान लरमा

भसतो क साथ लभरकय भसताना हो यहा हॉ शाहो क साथ लभरकय शाहाना हो यहा हॉ

कोई काभ का द वाना कोई दाभ का द वाना कोई चाभ का द वाना कोई नाभ का द वाना रककन कोई कोई होता ह जो याभ का द वाना होता ह

दाभ द वाना दाभ न ऩामो हय जनभ भ दाभ को छोडकय भयता यहा चाभ द वाना चाभ न ऩामो नाभ द वाना नाभ न ऩामो रककन याभ द वाना याभ सभामो भ वह द वाना हॉ

ऐसा भहसस कयो कक भ याभ का द वाना हॉ रोबी धन का द वाना ह भोह ऩरयवाय का द वाना ह अहॊकाय ऩद का द वाना ह ववषमी ववषम का द वाना ह साधक तो याभ द वाना ह हआ कयता ह उसका चचनतन होता ह कक

चातक भीन ऩतॊग जफ वऩमा फन नह ॊ यह ऩाम साधम को ऩाम तरफना साधक कमो यह जाम

हभ अऩन साधम तक ऩहॉचन क लरए जट ववभान की मािा ककम जा यह ह शचजनह ऩसनद हो इस जट का उऩमोग कय नह ॊ तो रोकर टरन भ रटकत यह भौज उनह ॊ की ह

मह लसदधमोग मह कणडलरनी मोग मह आतभमोग जट ववभान की मािा ह ववहॊग भाग ह फरगाडीवारा चाह ऩचचीस सार स चरता हो रककन जटवारा दो ह घणटो भ दरयमाऩाय की खफय सना दगा हभ दरयमाऩाय भान सॊसायऩाय की खफयो भ ऩहॉच यह ह

ऐ भन रऩी घोड त औय छराॊग भाय ऐ नीर गगन क घोड त औय उडान र आतभ-गगन क ववशार भदान भ ववहाय कय खर ववचायो भ भसती रट दह क वऩॊजय भ कफ तक छटऩटाता यहगा कफ तक ववचायो की जार भ तडऩता यहगा ओ आतभऩॊछी त औय छराॊग भाय औय खर आकाश भ खोर अऩन ऩॊख ननकर अणड स फाहय कफ तक कोचर भ ऩडा यहगा पोड इस अणड को तोड इस दहाधमास को हटा इस कलऩना को नह ॊ हटती तो ॐ की गदा स चकनाचय कय द

अनकरभ

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बवसागय का ककनाया वयागम

आतभा ऩयभातभा ववषमक ऻान परादऱ कयक ननतम आतभा की बावना कय अऩन शादवत सवरऩ की बावना कय अऩन अनतमाभी ऩयभातभा भ आननद ऩाम अऩन उस अखणड एकयस भ उस आननदकनद परब भ उस अदरत-सतता भ अऩनी चचततववतत को सथावऩत कय रऩ अवरोक भनसकाय तथा दशम ददशा दशन म चचतत क पयन स होत ह ववदव तजस पराऻ जागरत सवपन औय सषनदऱ म सफ शचजसस परकालशत होत ह उस सफस ऩय औय सफका अचधदषान जो ऩयभातभा ह उस ऩयभातभा भ जफ परीनत होती ह तफ जीव ननवासननक ऩद को परादऱ होता ह ननवासननक होत ह वह ईदवयतव भ परनतवदषत होता ह कपय फाहय जो बी चदशा कय रककन बीतय स लशरा की नाई सदा शानत ह वलशदषजी कहत ह- ह याभ जी ऐस ऻानवान ऩरष शचजस ऩद भ परनतवदषत होत ह उसी भ तभ बी परनतवदषत हो जाओ

शचजसका चचतत थोडी-थोडी फातो भ उददरगन हो जाता ह घणा याग दरष दहॊसा मा नतयसकाय स बय जाता ह वह अऻानी ह ऻानी का रदम शानत शीतर अदरत आतभा भ परनतवदषत होता ह हभ रोगो न वह परसॊग सना ह कक

भॊकी ऋवष न खफ तऩ ककमा तीथमािा की उनक कषाम ऩरयऩकव हए अथात अनतकयण शदध हआ ऩाऩ जर गम व जा यह थ औय वलशदषजी क दशन हए उनक भन भ था कक साभन धीवयो क ऩाॉच-सात घय ह वहाॉ जाकय जरऩान करॉ गा व क नीच आयाभ ऩाऊॉ गा

वलशदषजी न कहा ह भाग क भीत अऻानी जो आऩ जरत ह याग-दरष भ हम-उऩादम भ जरत ह उनक ऩास जाकय तभको कमा शाशचनत लभरगी जस ककसी को आग रग औय ऩटरोर ऩॊऩ क पववाय क नीच जाकय आग फझाना चाह तो वह भख ह ऐस ह जो आऩस भ याग-दरष स जरत ह जो सॊसाय की आसकतिमो स फॉध ह उनक सॊऩक भ औय उनकी फातो भ आकय ह शचजऻास तय तऩन नह ॊ लभटगी तय तऩन औय याग-दरष औय फढग

ह भॊकी ऋवष तभ ऻानवानो का सॊग कयो भ तमहाय रदम की तऩन लभटा दॉगा औय अकतरिभ शाशचनत दॉगा सॊसाय क बोगो स सॊसाय क समफनधो स जो शाशचनत लभरती ह वह कतरिभ शाशचनत ह जफ जीव अनतभख होता ह जफ ऩयभातभालबभख होता ह चचतत शानत होता ह तफ जो शाशचनत लभरती ह वह आशचतभक शाशचनत ह

वासनावार को अशाशचनत ह वासना क अनरऩ वसत उस लभरती ह तो थोडी दय क लरए शाशचनत होती ह रोबी को रऩमो स रगाव ह रऩम लभर गम तो खशी हो गमी बोगी को बोग लभर तो खशी हो गमी साधक ऐसी कतरिभ शाशचनत ऩाकय अऩन को बागमवान नह ॊ भानता साधक तो फाहय की चीज लभर मा न लभर कपय बी बीतय का ऩयभातभ-ऩद ऩाकय अऩना जीवन धनम कयता ह वह अकतरिभ शाशचनत परादऱ कयता ह

सॊसाय का तट वयागम ह वववक ऩदा होत ह वयागम का जनभ होता ह शचजसक जीवन भ वयागमरऩी धन आ गमा ह वह धनम ह

वलशदषजी कहत ह- ह भॊकी ऋवष तभ सॊसाय क तट ऩय आ गम हो अफ तभ भय वचनो क अचधकाय हो

बरहमवतता भहाऩरषो क वचनो का अचधकाय वह हो सकता ह शचजसन वववक औय वयागमरऩी सॊऩवतत ऩा र ह शचजसन वववक स सॊसाय की असायता दख र ह शचजसन वववक स शय य की णबॊगयता दख र ह ऐसा वववकपरधान जो साधक होता ह उसको वयागम उतऩनन होता ह वयागमरऩी धन स शचजसका चचतत सॊसकत हो गमा ह उस आतभऻान क वचन रगत ह जो भढ ह ऩाभय ह व ऻानवानो क वचनो स उतना राब नह ॊ र ऩात शचजतना वववकी औय वयागमवान र ऩाता ह

भॊकी ऋवष वववक-वयागम स सॊऩनन थ वलशदषजी का दशन कयक उनको अकतरिभ शाशचनत का एहसास हआ व कहन रग

बगवन आऩ सशय य ददख ऩडत हो रककन आकाश की नाई शनम रऩ हो आऩ चदशा कयत ददख ऩडत हो रककन आऩ चदशा स यदहत हो आऩ साकाय ददखाई दत हो रककन आऩ अनॊत बरहमाणडो भ पर हए ननयाकाय तवव हो ह भननशादर आऩक दशन स चचतत भ परसननता छा जाती ह औय आकषण ऩदा होता ह वह आकषण ननदोष आकषण ह सॊसारयमो की भराकात स चचतत भ ोब ऩदा होता ह सम का तज होता ह वह तऩाता ह जफकक आऩका तज रदम भ ऩयभ शाशचनत दता ह ववषमो का औय सॊसाय रोगो का आकषण चचतत भ ोब ऩदा कयता ह औय आऩ जस ऻानवान का आकषण चचतत भ शाशचनत ऩदा कयता ह जफकक ऻानी का आकषण ऩयभातभा क गीत गॉजाता ह बीतय की शाशचनत दता ह आननद दता ह ऩयभातभा क परसाद स रदम को बय दता ह

ह भनीदवय आऩका तज रदम की तऩन को लभटाता ह आऩका आकषण बोगो क आकषण स फचाता ह आऩका सॊग ऩयभातभा का सॊग कयानवारा ह अऻाननमो का सॊग द खो औय ऩाऩो का सॊग कयान वारा ह जो घकतडमाॉ ऻानी की ननगाहो भ फीत गई जो घकतडमाॉ ऩयभातभा क धमान भ फीत गई जो घकतडमाॉ भौन भ फीत गई जो घकतडमाॉ ऩयभातभा क परसाद भ फीत गई व अकतरिभ शाशचनत की घकतडमाॉ ह व घकतडमाॉ जीवन की फहभलम घकतडमाॉ ह

ह भननशादर आऩ कौन ह मदद भझस ऩछत हो तो भ भाणडवम ऋवष क कर भ उतऩनन हआ भॊकी नाभक बराहमण हॉ सॊसाय की नदवयता दखकय सॊसाय क जीवो को हम औय उऩादम गरहण औय तमाग (छोडना-ऩकडना) स जरत दखकय भ सतम को खोजन गमा कई तीथो भ गमा ककतन ह जऩ-तऩ ककम कई वरत औय ननमभ ककम कपय बी रदम की तऩन न लभट

जऩ तऩ वरत औय तीथ स ऩाऩ दय होत ह कषाम ऩरयऩकव होत ह कषाम ऩरयऩकव हए ऩाऩ दय हए तो ऻानी का सॊग होत ह अकतरिभ शाशचनत लभरन रगती ह आननद आन रगता भौन भ परवश होन रगता ह साधक अरख ऩरष भ जगन क मोगम होता ह

भॊकी ऋवष वलशदषजी का सॊग ऩाकय अकतरिभ शाॊनत को परादऱ हए बीतय क परसाद को उऩरबध हए ऩयभातभा-ववशराशचनत ऩामी ऩयभातभ-ववशराशचनत स फढकय जगत भ औय कोई सख नह ॊ औय कोई धन नह ॊ औय कोई सामराजम नह ॊ

व घकतडमाॉ धनम ह शचजन घकतडमो भ ऩयभातभा की परीनत ऩयभातभा का चचनतन औय ऩयभातभा का धमान होता ह

परनतददन अऩन अनतकयण का ननभाण कयना चादहए अऩन अनतकयण भ ऩयभातभा का ऻान बयकय उसका चचनतन कयन स अनतकयण का ननभाण होता ह अऻान स अऻाननमो क सॊग स अऻाननमो की फातो स अनतकयण भ अववदया का ननभाण होता ह औय जीव द ख का बागी फनता ह

चचतत भ औय वमवहाय भ शचजतनी चॊचरता होगी शचजतनी अऻाननमो क फीच घसपस होगी शचजतनी फातचीत होगी उतना अऻान फढगा शचजतनी आतभचचा होगी शचजतना तमाग होगा दसयो क दोष दखन क फजाम गण दखन की परववतत होगी उतना अऩन जीवन का कलमाण होगा

अगय हभ अऩन जीवन की भीभाॊसा कयक जानना चाह कक हभाया बववषम अनधकायभम ह कक परकाशभम ह तो हभ जान सकत ह दख सकत ह ककसी वमकति को दखत ह उसस वमवहाय कयत ह तफ उसक दोष ददखत ह तो सभझो हभाया जीवन अनधकायभम ह कोई ककतना बी हभाय साथ अनचचत वमवहाय कयता ह कपय बी हभ अऩना दोष ददख औय उसक गण ददख तो सभझ रना कक हभाया बववषम उजजवर ह इसस बी उजजवर जीवन वह ह शचजसभ न गण ददख न दोष ददख सॊसाय सवपन जसा बासन रग सॊसाय को सवपन-सा दखन वारा अऩना आऩा ऩयभातभा भ ववशराभ ऩाव ऐसी पमास ऩदा हो जाम तो सभझ रना कक बववषम फडा सहावना ह फडा भॊगरकाय ह इस फात ऩय फाय-फाय धमान ददमा जाम

दवताओॊ भ चचा चर कक इस सभम ऩरथवी ऩय सफस शरदष ऩरष कौन ह सवगण-समऩनन कौन ह पराणी भाि भ गण दखनवारा कौन ह सवशरदष वमकतितव यखन वारा कौन ह

इनि न कहा कक इस सभम ऩरथवी ऩय ऐस ऩयभ शरदष ऩरष शरीकषण ह उनको ककसी क दोष नह ॊ ददखत अवऩत गण ह ददखत ह व पराणी भाि का दहत चाहत ह उनक भन भ ककसी क परनत वय नह ॊ शरीकषण जसा अदबत वमकतितव शरीकषण जसा गणगराह ऩन इस सभम ऩरथवी ऩय औय ककसी क ऩास नह ॊ ह इस परकाय इनि न शरीकषण की दवदश का उनक वमकतितव का खफ आदय स वणन ककमा

एक दव को कतहर हआ कक शरीकषण ककस परकाय अनॊत दोषो भ बी गण ढॉढ ननकारत ह वह दवता ऩरथवी ऩय आमा औय जहाॉ स शरीकषण गवारो क साथ गजयन वार थ उस यासत भ फीभाय योगी कतता होकय बलभ ऩय ऩड गमा ऩीडा स कयाहन रगा चभडी ऩय घाव थ भशचकखमाॉ लबनलबना यह ॊ थीॊ भॉह पटा यह गमा था दगनध आ यह थी उस दखकय गवारो न कहा नछ नछ मह कतता ककतना अबागा ह इसक ककतन ऩाऩ ह जो द ख बोग यहा ह

शरीकषण न कहा दखो इसक दाॉत ककतन अचछ चभकदाय ह मह इसक ऩणमो का पर ह

ऐस ह द ख-दद भ योग भ ऩयशानी भ वविोह भ औय अशाॊनत क भौक ऩय बी शचजसभ गण औय ऩयभ शानत ऩयभातभा दखन की उतसकता ह शचजसक ऩास ऐसी ववधामक ननगाह ह वह आदभी ठीक ननणामक होता ह ठीक ववचायक होता ह रककन जो ककसी ऩय दोषायोऩण कयता ह बोचगमो की हाॉ भ हाॉ लभरता ह ऻानवानो की फातो ऩय धमान नह ॊ दता सॊसाय भ आसकति कयता ह अऩन हठ औय दयागरह को नह ॊ छोडता उस आदभी का बववषम अनधकायभम हो जाता ह

शासतर न कहा फदध परॊ अनागरह फवदध का पर कमा ह फवदध का पर ह बोगो भ औय सॊसाय की घटनाओॊ भ आगरह नह ॊ यहना फडा लसदध हो तरिकार ऻानी हो रककन हम औय उऩादम फवदध हो तो वह तचछ ह

हम औय उऩादम फवदध कमा ह हम भान तमाजम उऩादम भान गराहय जफ जगत ह लभरथमा ह तो उसभ मह ऩाना ह मह छोडना ह मह कयना ह मह नह ॊ कयना ह ऐसी फवदध जफ तक फनी यहगी तफ तक वह फवदध अकतरिभ शाशचनत भ दटकगी नह ॊ अकतरिभ शाशचनत भ दटकन क लरए हमोऩादम फवदध का तमाग कयना ऩडता ह तमाजम औय गराहय की ऩकड न हो

पर खखरा ह ठीक ह दख लरमा फरफर गीत गा यह ह ठीक ह सन लरमा रककन कर बी पर खखरा हआ यह फरफर गाती हई सनाई ऩड योट ऐसी ह लभरती यह पराना आदभी ऐसा ह वमवहाय कय परानी घटना ऐसी ह घट ऐसा आगरह नह ॊ जफ जगत ह लभरथमा ह तो उसकी घटनाएॉ कस सतम हो सकती ह जफ घटनाएॉ ह सतम नह ॊ तो उसक ऩरयणाभ कस सतम हो सकत ह जो बी ऩरयणाभ आमग व फदरत जामग ऐसी ऻान-दवदश शचजसन ऩा र गरओॊ क ऻानमि वचनो को शचजसन ऩकड लरमा वह साधक बीतय की मािा भ सपर हो जाता ह

बरहमवतता की अधमातभ-ववदया फयसती यह रककन साधक भ अगय वववक-वयागम नह ॊ ह तो उतना राब नह ॊ होता फयसात सडको ऩय फयसती यह तो न खती होती ह न हरयमार होती ह ऐस ह शचजनका चचतत दोषो स अहॊकाय स बोगो स कठोय हो गमा ह उन ऩय सॊतो क वचन इतनी हरयमार नह ॊ ऩदा कयत शचजनक चचतत वववक-वयागम स जीता गमा ह उनको ऻानी सॊतो क दो वचन बी घडीबय की भराकात बी रदम भ फडी शाशचनत परदान कयती ह

भॊकी ऋवष का रदम वववक वयागम स जीता हआ था वलशदषजी की भराकात होत ह उनक चचतत भ अकतरिभ शाशचनत आननद आन रगा शचजतनी घकतडमाॉ चचतत शानत होता ह उतनी घकतडमाॉ भहातऩ होता ह चचतत की ववशराशचनत फहत ऊॉ ची चीज ह हमोऩादम फवदधवार को चचतत की ववशराशचनत नह ॊ लभरती मह छोड कय वहाॉ जाऊॉ औय सखी होऊॉ मह हम-उऩादम फवदध ह जो जहाॉ ह वह ॊ यहकय हमोऩादम फवदध छोडकय बीतय की मािा कयता ह तो वह ऊॉ च ऩद को ऩाता ह जो छोडन ऩकडन भ रगा ह तो वह वकणठ भ जान क फाद बी शाशचनत नह ॊ ऩाता

इसलरम हमऩादम फवदध छोड द शचजस सभम जो पज ऩड शचजस सभम गर औय शासतर क सॊकत क अनसाय जो कततवम कयन का हो वह मॊि की ऩतर की नाई कय लरमा रककन दसय ह ण अऩन को कतता-धतता न भान जस लभटटी भ फठत ह कपय कऩड झाड कय चर दत ह इसी परकाय वमवहाय कयक सफ छोड दो कतवव चचतत भ न आ जाम कतववबव औय बोितवबाव अगय ह तो सभाचध होन क फाद बी ऩतन की कोई सॊबावना नह ॊ अदशावकर भनन कहत ह-

अकततवॊ अबोितवॊ सवातभनो भनमत मदा तदा ीणा बवनतमव सभसताशचदळततवततम

जफ ऩरष अऩन आतभा क अकतताऩन को औय अबोिाऩन को भानता ह तफ उसकी समऩण चचततववततमाॉ कयक नाश होती ह

चचतत भ जफ अकततव औय अबोितव कक ननदषा जभन रगती ह तो वासनाएॉ ीण होन रगती ह कपय वह ऻानी मॊि की ऩतर की नाई चदशा कयता ह

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

आतभ-अवगाहन

तमहाय शचजतनी घकतडमाॉ ऩयभातभा क धमान भ फीत जाम व साथक ह शचजतनी दय भौन हो जाम वह कलमाणपरद ह दवास की गनत शचजतनी दय धीभी हो जाम वह दहतावह ह भॊगरकाय ह

फठत वि हभाया दवास नालसका स फायह उॊगर तक फाहय जाता ह चरत सभम अठायह सोत सभम चौफीस उॊगर तक दवास का पपकाय जाता ह औय भथन क सभम तीस उॊगर तक दवास की ऊजा खतभ होती ह फठन की अऩा धमान भ दवास फहत कभ खच होती ह इसस भन बी शानत होता ह आमषम बी फढता ह कछ दवास कभ खच होन क कायण भानलसक व फौवदधक थकान बी उतयती ह

शचजतनी दय हो सक उतनी दय शानत फठ यहो तमहाय दवास की गनत भनद होती चर जामगी सववगण फढता जामगा सॊकलऩ पलरत होन रगग धमान कयत-कयत दवास की रॊफाई

कभ हो जाम फायह उॊगर क फदर दस उॊगर हो जाम तो तमह दादय आदद लसवदधमाॉ परादऱ होन रगती ह नौ उॊगर तक दवास चरन रग तो थोडा-सा ह ननहायन भाि स शासतरो क यहसम सभझन रग जाओग आठ उॊगर तक दवास की रमफाई यह जाम तो तभ दवताओॊ की भसरत को जानन रग जाओग दसयो क चचतत को ऩढ रो ऐसी मोगमता ननखयन रगती ह

ऩाॉच-छ उॊगर तक पपकाय ऩहॉच ऐसा दवास फन जाम तो तमहाया चचतत खफ शाशचनत औय आननद का अनबव कयन रगगा तमहाय शय य क वामबरशन सववपरधान होन रगग दवास की गनत चाय उॊगर तक आ जाम तो अनऩभ ओज की परानदऱ होती ह तीन मा दो उॊगर तक दवास की रॊफाई आ जाम तो सववकलऩ सभाचध रग सकती ह एक उॊगर तक दवास आ जाम तो आननदानगत सभाचध की उऩरशचबध हो जाती ह अगय दवास बीतय ह थभ जाम तो कवर कमबक की उचच दशा ननववकलऩ सभाचध तक परादऱ हो जाती ह तफ साधना कयन वारा साधक नह ॊ फचता वह लसदध हो जाता ह

धमान कयत वि दखन भ तो तभ चऩ फठ हो रककन बीतय फहत कछ मािा कय यह हो फाहय स नासभझ रोग फोरग कक मह कछ नह ॊ कय यहा ह रककन आऩक दराया वासतव भ फहत कछ फदढमा हो यहा ह वषो तक भजदय कयक फाहय का अथक ऩरयशरभ कयक जो न कभा सक हो वह इन धमान क णो भ कभा रत हो मगो तक जनभत-भयत आम हो रककन उस सतमसवरऩ ऩयभातभा क कय फ नह ॊ जा ऩाम हो वहाॉ अफ फठ-फठ भौन औय धमान क णो भ जा यह हो चऩचाऩ फठ-फठ तमहाया भन उस आननद क सागय ऩयभातभा क कय फ जा यहा ह

धमानावशचसथत तद गतन भनसा ऩशमशचनत मॊ मोचगन मषाॊ तॊ न ववद सयासयगणा दवाम तसभ नभ

धमान कयत सभम दवासोचछवास की गनत को ननहायत जाओ दढ सॊकलऩ दोहयात जाओ कक भया चचतत ऩयभातभा भ शानत हो यहा ह भय चचतत की चॊचरता लभट यह ह ऩाऩ औय सॊताऩ लभट यह ह कभो क कसॊसकाय ऩयभातभा क ऩववि धमान भ धर यह ह भय ददर की चनरयमा यॊगी जा यह ह ऩयभातभा क यॊग स

भय साहफ ह यॊगयज चनय भोय यॊग डाय धोए स छट नह ॊ ददन ददन होत सयॊग

दो बौहो क फीच आऻाचकर भ धमान कयत जाओ वहाॉ अऩन इदश दवी-दवता मा ककसी वपरम ऩीय पकीय अथवा पमाय सदगर क ववगरह क धमान कयो ॐकाय की यिवणी आकनत का बी धमान कय सकत हो

आऻाचकर भ धायणा कयन स फहत साय शकतिमो का ववकास होता ह ऻान का अथाह खजाना खरन की कॉ जी वहाॉ छऩी ह वहाॉ धमान कयत हए ॐकाय का द घ सवय स गॊजन कयत जाओ ऩय ननबमता औय साहस को अऩन योभ-योभ भ बय जान दो चचनता बम शोक अशाशचनत की कलऩनाओॊ को ॐकाय की ऩववि गदा स बगा दो

ऐ बम ऐ चचनता ऐ ऩयशानी दय हटो अफ हभ आतभ-खजाना लभर यहा ह ॐकाय की ऩववि गदा हभाय हाथ भ ह ऐ चचनताएॉ तमह हभ चकनाचय कय दग ॐ

ऐ दफर ववचाय ऐ दफर चचतत तझभ ॐकाय का साभरथम बया जा यहा ह अफ दफरता छोड ॐ

ओ नकायातभक ववचाय ओ असपरता की कलऩनाएॉ दय हटो अननत बरहमाणडो का सवाभी ऩयभातभा हभाय साथ औय हभ बमबीत ईदवय की असीभ शकतिमाॉ हभस जडी हई औय हभ चचशचनतत नह ॊकबी नह ॊ ॐॐॐॐॐ

ऐ चचनताएॉ ऐ दफर ववचाय दय हटो हभ ऩववि ॐकाय की गदा रकय तमह कचर डारग हभाय साथ जगतननमनता ऩयभातभा हभाय रदम भ सवशकतिभान ईदवय औय ऐ दफर ववचाय त हभ दफर ककम जा यहा ह ॐॐ

बम शोक चचनता को जया बी सथान नह ॊ सदव तमहाय चचतत भ ऩयभातभा की शकति भौजद ह अऩना चचतत परसनन यखो कपय तभस ऩववि काम अऩन आऩ होन रगग अऩन चचतत को ऩयभातभा क साथ जोडा कयो कपय तभ जो बी कयोग वह ऩयभातभा की ऩजा हो जामगी वासनाओॊ को दय प क दो चचनताओॊ औय ननफरताओॊ को दय बगा दो उस परभासऩद ऩयभातभा भ अऩन चचतत को ऩरयतदऱ होन दो ॐआनॊद ॐआननद ॐॐॐ

भ छई भई का ऩड नह ॊ जो छन स भयझा जाता ह भ वो भाई का रार नह ॊ जो हौवा स डय जाता ह

बम आकाॊा घणा चचनता तभ दय हटो ह दहॊसा त दय हट भझ परभ क ऩववि लसॊहासन ऩय ववयाजभान होन द ऐ सॊसाय की आसकति अफ दय हट हभ अऩन आतभबाव भ जग जा यह ह ॐॐॐ

फर ह जीवन ह दफरता ह भौत ह दफर ववचायो को दय हटात जाओ आतभफर आज का परबात आतभपरकाश का परबात हो यहा ह ॐॐॐ

ऐ चचतत की चॊचरता औय भन की भलरनता अफ त ॐकाय क ऩावन परकाश क आग कमा दटकगी ॐॐॐ

ननबमताननशचदळॊतता ननशचषपकयता फऩयवाह ऩय खदाईजम जम

जफ तक नह ॊ जाना था तफ तक ईदवय था औय जफ जाना तो भयआतभा का ह वह नाभ था

बराहमी शचसथनत परादऱ कय काम यह ना शष भोह कबी ना ठग सक इचछा नह ॊ रवरश

नदवय दननमाॉ की कमा इचछा कयना अऩन याभ भ भसत ॐॐॐ

फयस यह ह बगवान की कऩा फयस यह ह ईदवय की अभीदवदश खदाई नय तमहाया योभ-योभ आतभफर स जगता जाम ॐॐॐ

बावना कयो कक हवाई जहाज की नाई शय य भ शकति ऊऩय उठ यह ह आऩ चचदाकाश की ओय ऊऩय उठ यह ह नासभझी क कायण बम शोक औय चचनताओॊ न हभाय भन को घय यखा था हभ भन क बी ददशा औय सदशा ह हभ इशचनिमो औय भन क सवाभी ह हभ दह भ यहत हए बी ववदह आतभा ह हभ चतनम ह जो कफीय भ गनगनामा था जो शरीकषण भ भसकयामा था जो याभदास भ चभका था जो याभकषण भ धमान का यस टऩका यहा था वह आतभा हभाय ऩास ह नह ॊ नह ॊ वह आतभा हभ ह ॐॐॐ

ऐ इनसान याहनभा गररोग तझ अऩनी असलरमत भ जगात ह त इनकाय भत कयना व तझ अऩनी भदहभा भ जगात ह त सनदह भत कय बम औय चचनता भत कय ॐॐॐ

जीवन की सषदऱ शकतिमाॉ जग यह ह जीवन का अधोगभन फदरकय ऊधवगभन हो यहा ह हभ ऊऩय की ओय उठ यह ह हभाया तन औय भन आशचतभक फर स सयाफोय हो यहा ह आज क ऩावन ऩव ऩय आतभसवरऩ भ जगन का सॊकलऩ कयग तमहाय भ अथाह सॊकलऩ का सामराजम ह ईदवय की अदबत सॊकलऩ की साभरथमर रा तमहाय भ छऩी हई ह तभ उस जगन दो कबी दफर ववचाय भत आन दो कबी नकायातभक ववचाय भत आन दो ॐॐॐ

जफ तक दहालबभान की नालरमो भ ऩड यहोग तफ तक चचनताओॊ क फनडर तमहाय लसय ऩय रद यहग तमहाया अवताय चचनताओॊ क जार भ पॉ स भयन क लरए नह ॊ हआ ह तमहाया जनभ सॊसाय की भजदय कयन क लरए नह ॊ हआ ह हरय का पमाया होन क लरए हआ ह हरय को बज सो हरय का होम खवाभखाह चाचा लभटकय बतीजा हो यह हो दफर ववचायो औय कलऩनाओॊ की जार भ फॉध यह हो कफ तक ऐसी नादानी कयत यहोग तभ ॐॐॐ

ववदयतशकति गरतवाकषण की शकति इरकटराननकस की शकति तथा अनम कई शकतिमाॉ दननमाॉ भ सनी गई ह रककन आतभशकति क आग म शकतिमाॉ कछ नह ॊ वह आतभशकति हभ ह ॐॐॐ

अऩन ददर भ आतभ-सनदह असॊबावना मा ववऩय त बावना होन क कायण हभ उस हक स जदा हो गम ह

तीन परकाय क आवयण होत ह असववाऩादक आवयण अबानाऩादक आवयण औय अनाननदाऩादक आवयण

असववाऩादक आवयण शासतर क शरवण स दय होता ह अबानाऩादक आवयण भनन स दय होता ह अनाननदाऩादक आवयण आतससवरऩ भ गोता रगान स दय हो जाता ह ॐॐॐ

फर दहमभतशकति चगडचगडाना नह ॊ ह फरवान होना ह ॐॐॐ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

भानलसक ढॊग स ॐकाय का जऩ कयत जाओ ॐकाय की आननददामी शाशचनत भ खोत जाओ भरभधम भ सवऩातक-नाशक आतभफर-वधक आतभऻान का परकाश कयन वार ॐ का धमान कयत जाओ बावना स भरभधम क गगनऩट ऩय रार यॊग क ॐकाय को अॊककत कय दो आनतय भन भ ॐकाय का गॊजन होता जाम

खफ शाशचनत भ डफत जाओ अऩन शानत सवबाव भ बरहमबाव भ ऩयभातभ-सवबाव भ ऩरयतनदऱ सवबाव भ शानत होत जाओ अनबव कयत जाओ कक सवोऽहभ लशवोऽहभ आतभसवरऩोऽहभ चतनमऽहभ भ चतनम हॉ भ सवि हॉ भ सफभ हॉ भ ऩरयऩण हॉ भ शाॊत हॉ ॐॐॐ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

साधक को अऩन दोष ददखन रग जाम तो सभझो उसक दोष दय हो यह ह दोष अऩन आऩ भ होत तो नह ॊ ददखत अऩन स ऩथक ह इसलरए ददख यह ह जो बी दोष तमहाय जीवन भ हो गम हो उनको आऩ अऩन स दय दखो ॐ की गदा स उनको कचर डारो आतभशाशचनत क परवाह भ उनह डफा दो

ॐ का गॊजन बीतय होता जाम अथवा ॐ शाशचनत ॐ शाशचनत शाशचनत शाशचनत ऐसा भानलसक जऩ कयत हए आतभा भ ववशराशचनत ऩात जाओ

ॐ क अथ का चचनतन कयो इसस भनोयाज ननिा तनिा यासासवाद आदद ववघनो स फच जाओग

आतभशाशचनत भ चचतत को डफात जाओ चचतत की ववशराशचनत साभरथम की जननी ह चचतत की ववशराशचनत अऩन सवरऩ की खफय दन वार ह चचतत की ववशराशचनत सददमो स बटकत हए जीव को अऩन लशव-सवबाव भ जगा दती ह हजाय तीथो भ जान स हजायो हवन कयन स हजाय वरत यखन स वह ऩद नह ॊ लभरता जो चचतत की ववशराशचनत स लभरता ह

उऩदश व सतसॊग सनन का धमान कयन का पर मह ह कक सन हए सतमसवरऩ ऩयभातभा क कय फ र जान वार वचन धमान क दराया दढ होत जाम सनी हई आतभा-ऩयभातभा की भदहभा धमान क दराया अनबव भ आन रग जाम सना हआ सतसॊग कवर सनान वार का ह न यह वह हभाया बी हो जाम मह तो धमान का परमोजन ह

भ ककतना शानतसवरऩ था भझ ऩता न था भ ककतना परभसवरऩ था भझ ऩता न था

सवग क दवो को कछ ऩान क लरए कभ कयना ह तो उनह ऩरथवी ऩय आना ऩडता ह मह कभबलभ ह सफ कभो का जो साय ह उस सायबत भोभाग भ हभ रग ह साय कभ-धभो का अक ह आतभशाशचनत हभ उस ऩयभाननद ऩद की मािा भ सॊरगन हो यह ह धमान का एक-एक ण अदबत ऩणम अशचजत कया यह ह ऩयभातभा भ डफन का सअवसय द यह ह

अऩन इदश को अऩन ऩणमो को धनमवाद दो ॐॐॐ

जो फवदधभान ह व जानत ह कक कफ फोरना ककतना फोरना परऻावान रोग शाशचनत औय आननद क लरए फोरत ह परभ औय परसाद क लरए फोरत ह परभ तो कवर ऩयभातभा भ हो सकता ह औय परसाद कवर उसी का वासतववक परसाद ह शचजसस सफ द ख ननवतत हो जात ह

दढ बावना कयो कक भ सफ हॉ ववशार आकाश की नाई सववमाऩक हो यहा ह भ चचदाकाश-सवरऩ हॉ सम औय चाॉद भझभ रटक यह ह भ चचदाकाश सवरऩ हॉ सम औय चाॉद भझभ रटक यह ह सफ ताय भझभ दटभदटभा यह ह इतना भ ववशार हॉ कई याजा-भहायाजा इस आकाशसवरऩ चतनम भ आ-आकय चर गम भ वह आकाश हॉ भ सववमाऩक हॉ भ कोई ऩरयशचसथनत नह ॊ हॉ रककन सफ ऩरयशचसथनतमो को ऩहचाननवारा आधायसवरऩ आतभा हॉ आननद औय शाशचनत भया अऩना सवबाव ह

इस परकाय अऩनी ववतत को ववशार ववशार गगनगाभी होन दो

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

अऩन ददर भ ॐका ऩयभ ऩावन फीजभॊि का अतमॊत ऩववि ऩयभातभसवरऩ का धमान कयत हए रदम को ऩयभ चतनम अवसथा स शीतर आननद स ऩरयऩण कयत जाओ जस ककसी कोठय भ परकाश पर जाता ह ऐस ह रदम भ चचदाकाश-सवरऩ चचदघन ऩयभातभा-सवरऩ ॐ का चचनतन कयत ह रदम ननभर चचदाकाशवत सवचछ हो यहा ह

ददर भ शाशचनत व परसननता वमादऱ हो यह ह ऐसी दढ बावना क साथ आतभ-शाशचनत भ आतभानॊद भ डफत जाओ अदबत ईदवय म आहलाद को बीतय बयत जाओ वाह वाह

चचदानॊदरऩ लशवोऽहभ लशवोऽहभ परभसवरऩ ऩयभातभ-यस भ रदम ऩरयतनदऱ का अनबव कयता जाम धमान नह ॊ कयना

अऩन आननदभम सवबाव को माद कयक जग जाना ह सवसथ हो जाना ह

भ आननदसवरऩ सखसवर चतनमसवरऩ अऩन सवबाव भ जग यहा हॉ वाह वाह भया सवबाव ह परसननताऩण ह अनतकयण जफ भया चचनतन कयता ह तफ परसनन होता ह अनतकयण जफ भय कय फ आता ह तफ आनशचनदत होता ह आननदो बरहम बरहमनत ऩयभातभन आननद ह बरहम ह कीतन क दराया आननद आम मोग क दराया आननद आम ववदया क दराया आननद आम ऻान क दराया आननद आम म सफ भय ह सवरऩ ह

रदम जफ भय कय फ होता ह भय चचनतन भ होता ह तो भ उस आननद स बय दता हॉ रदम जफ अनम ववषमो की ओय जाता ह तफ भ सववमाऩक आननदसवरऩ होत हए बी वह आननद नह ॊ र ऩाता ॐॐॐ

भझभ याग कहाॉ भझभ दरष कहाॉ भझभ कतताऩन कहाॉ भझभ बोिाऩन कहाॉ भझभ नात औय जात कहाॉ म सफ भन की कलऩनाएॉ थी भनीयाभ का खखरवाड था भन का फना हआ जार था अऩन आतभ-लसॊहासन ऩय फठकय ननहायता हॉ तो भन क जार का कोई

परबाव नह ॊ ह भन की कोई सतता नह ॊ ह भय सतता रकय भन जार फन यहा था भय दवदश उस ऩय ऩडत ह वह शभा गमा जार फनना छोड ददमा ॐॐॐ

चचदाननदरऩ लशवोऽहभ लशवोऽहभ ऩणोऽहभ ऩयभाननदसवरऩोऽहभ

योभ-योभ ऩावन हो यहा ह भय अऩन सवबाव स मह शय य बी ऩावन हो यहा ह भय चचदाननद सवबाव स इस शय य स छकय जो हवाएॉ जाती ह व बी ऩवविता शीतरता परभ औय आननद टऩका यह ह

भ आतभा था भ चतनम था भ परभ सवरऩ था भ आननदसवरऩ था रककन सॊकलऩ ववकलऩो न भझ ढक यखा था अफ व कछ सथचगत हए ह तो ऩरयतनदऱ का अनबव हो यहा ह भ तो ऩहर स ह ऐसा था

ह या धर भ ढक गमा था तफ बी वसा ह चभकदाय था रककन रोगो को ददखता नह ॊ था भन भन को फवदध को इशचनिमो को तन को ऩववि ककमा परकालशत ककमा तफ व आननद को परादऱ हए भ तो उसक ऩहर बी ऐसा ह आननदसवरऩ था वाह वाह

चचतत की चॊचरता होगी तफ भया मह आननदसवबाव चचतत स छऩ जामगा तफ बी भ होऊॉ गा वसा ह

भ फोधसवरऩ हॉ भ जफ जानन वारा चतनम चचदातभा हॉ सवपन की तयॊग आमी औय ववरम हो गई जागरत क ववचाय व कभ आम औय फदर गम रककन भ अफदर आतभा हॉ फचऩन आमा औय फदर गमा भ अफदर आतभा हॉ ककशोयावसथा आमी औय फदर गई रककन भ अफदर आतभा वह का वह मवावसथा आ यह ह औय जा यह ह रककन भ वह का वह वदधावसथा आमगी औय जामगी रककन भ वह का वह भ ददशा भाि चचदघन चतनम हॉ ॐ ॐ ॐ

भ परसनन आननदसवरऩ चतनम हॉ नाहक द खद ववचाय कयक ववयोधी ववचाय कयक भन अऩन सवरऩ ऩय ववचायो की भलरन चददय ढक द थी अफ ॐकाय की उस अदरत आननदसवरऩ ऩयभातभा की एक सहावनी रहय दराया भन उस कलऩनाओॊ की चददय को हटामा तो भ अऩन आऩ भ ऩरयतदऱ हो यहा हॉ मोगाननद का अभत मोग क दराया आतभाननद का अभत भय रदम भ बया जा यहा ह

चचनता बम ववकाय भोह भामा इनको भ जानता ह नह ॊ हॉ म सफ तो भया भदोनभतत भनरऩी वजीय जानता होगा

कसा आननद कौन ककसस कह भानो गॉग न गड खामा

धमान कयन की चाराकी छोड दो सतसॊग भ फठन क फाद समानाऩन छोड दो इस भनबाई (भन) को धमान कयन की फहत इचछा होती ह वह चाराक फनता ह कक भ धमान करॉ अय भनबाई त चऩ हो जा फठा यह अऩनी जगह

अफ धमान कयग तो भन अडचन डारगा गाडी भ फठन क फाद अऩनी गठरयमाॉ लसय ऩय उठान जसा होगा अफ तो सदगर कऩा की भोगाडी भ फठ गम तो आयाभ पयभाओ बरहमाननद की गाडी अऩन आऩ र जा यह ह

आननद औय शाशचनत भया सवबाव था भझ ऩता न था परभ औय परसननता भया जनभलसदध सवबाव था रककन कलऩनाओॊ न नादानी क ववचायो न ढक यखा था भय सवबाव को अफ सनतो क शासतरो क सदगर क वचनो स नादानी छट गई ॐकाय की झाड स कछ अहोबाव क धकक स कछ शरदधा स ववचायो की ऩत हट गई कचया साप हो गमा तवववसत जमो की तमो ददखन रगी आननद छरकन रगा अफ खर आॉखो स भ सवि अऩन को ननहाय सकता हॉ सफ भ एक एक भ सफ का अनबव कय सकता हॉ खर आॉखो स बी भ भसती भ यह सकता हॉ अऩन सवबाव भ ऩरयतदऱ हो सकता ह ॐॐॐ

भय सनी हई सफ कथाएॉ पर गई भय ककम हए सफ जफ-तऩ पलरत हो गम भय सवा औय ऩणम पलरत हो यह ह दहालबभान का कचया हटता जा यहा ह औय आतभसवबाव का नशा चढा जा यहा ह

अफ कछ कयन का सॊकलऩ उठ तो ॐ की झाड स उस हटा दो भकान फनवाना ह दवाखाना खोरना ह धनधा कयना ह दय हटो म सफ सॊकलऩ म सफ झीर की सतह ऩय काई ह एक हाथ मॉ भाया दसया हाथ मॉ भाया तो भामा की काई दय कपय ननभर ऩानी ह ऩानी बरहमाननद ह बरहमाननद

जगशचननमनता ऩयभातभा होकय बी चऩयासी की नौकय कयनी ह साहफ को सराभ कयना ह शचजसको गयज होग वह सराभ कयन आमगा चाचा लभटकय बतीज कमो होत हो ॐ ॐ ॐ

भझ ऩण चतनम को ककसकी आवशमकता ह भझभ कतताऩन कहाॉ आवशमकताएॉ तो दह की होती ह राखो कयोडो दह हई औय उनकी सफ आवशमकताएॉ ऩय कयत यह कपय बी भयती ह यह हय जनभ भ फना-फनाकय छोडत आम जफ तक नह ॊ ककमा तफ तक रगता ह कक भकान फनाम फड बवन फनाम बवम आशरभ खोर रककन कयन क फाद रगता ह कक इसको कोई सॉबार र तो अचछा ह हभ नह ॊ चादहए

अफ कयन-धयन क सॊकलऩ सफ छोड दो मह बरहमाणड अऩन तरफना कछ ककम ह धभाधभ चरता यहगा ककतन ह भजदय रोग फहत कछ कय यह ह फचाय अऩन को कतता कमो फना यह हो आतभाननद स भॉह कमो भोड यह हो

नह ॊ भ अऩन को कतता भानकय नह ॊ कय यहा हॉ अय कतता नह ॊ भानत तो कयन की इचछा कस होती ह ईभानदाय स खोजो खोजकय

ऩकडो कक कमा इचछा ह उस इचछा को मॉ ककनाय रगा दो औय तभ परकट हो जाओ इचछाओॊ क आवयण क ऩीछ कफ तक भॉह नछऩाम फठ यहोग मश की इचछा ह भायो धकका परलसवदध

की इचछा ह भाय दो पॉ क अचछा कहरान की इचछा ह भायो रात इतना कय लरमा तो सफ शासतरो वदो उऩननषदो का अभमास जऩ-तऩ-तीथ-अनदषान औय सफ सवाएॉ पलरत हो गई

रककन सावधान आरसम मा अकभणमता नह ॊ रानी ह इचछायदहत होन का अभमास कयक आतभदव का साातकाय कयना ह कपय तमहाय दराया फहत साय कभ होन रगग रककन तभभ कततव की फ न यहगी

इचछा की ऩतो न तमह ढाॉक यखा ह औय कछ नह ॊ ह कछ नह ॊ ह फहत सयर ह सयर नह ॊ होता तो मह आननद कस रत अऩन सवबाव का तरफलकर सयर भफत भ

शरी वलशदषजी भहायाज कहत ह- ह याभजी पर औय ऩतत को भसरन भ दय ह अऩन सवरऩ को दखन भ कमा दय ह

ककसी दवी-दवता क दशन की इचछा नह ॊ ह उनभ बी हभाया ह आतभचतनम ववरास कय यहा ह ककसी ऩरयशचसथनत की इचछा नह ॊ ह कछ होना नह ॊ ह कछ परादऱ कयना नह ॊ ह परब बी नह ॊ चादहए चरो परब हभस अरग हो तो चादहए न हभाया शदध-सवरऩ आतभा ह ऩयभातभा ह एक अदरत आतभा-ऩयभातभा क लसवा जो कछ ददखता ह वह सफ भन की कलऩनाएॉ ह इचछा कयक कलऩनाओॊ क ऩीछ कफ तक बागत कपयग

खोजो अऩन भ कोई इचछा ददख तो ऩकडकय ननकार दो जस भदहराएॉ फारो भ स जएॉ ऩकड-ऩकडकय ननकारती ह ऐस चचतत भ स इचछाएॉ ऩकड-ऩकडकय ननकार दो अबी तो लसय जओॊ स ढक गमा ह कछ बी कयक इचछाओॊरऩी जएॉ हटा दो म इचछाएॉ हट गई तो कपय

सॊकय सहज सवरऩ सॊबाया रागी सभाचध अखणड अऩाया

अऩना सवरऩ ववचायन भाि स सॉबारन भाि स परकट होता ह सॊसकाय घस गम ह कक मह कयग वह कयग मह ऩामग मह छोडग सॊकलऩो औय इचछाओॊ की खखचडी हो गई ह

अफ हभ कमा कय

कछ नह ॊ कयो

बजन कय

नह ॊ कयो बजन

धमान कय

नह ॊ कयो धमान बी

मािा कय

कोई जरयत नह ॊ

दकान खोर

कबी नह ॊ खोरना

नौकय कय

नह ॊ

यसोई फनाम

कोई आवशमकता नह ॊ ह

कछ नह ॊ कयना ह परकनत भ हो यहा ह शासतर की भमादा क भतातरफक होन दो कयन का नमा सॊकलऩ भत फनाओ ऩयदहत क लरए होन दो

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

चचतत का ननभाण

एक सभम था जफ फॉद बी दरयमा होकय डफामा कयती थी गौ का खय बी खाई होकय चगयामा कयता था रककन जफ सतसॊग भ गम गरओॊ की कऩा को ऩचामा तफ अनकरता औय परनतकरता क दरयम बी फॉद स भारभ होत ह आतभऻान की भदहभा ऐसी ह साधक जफ आतभबाव भ परनतवदषत होता ह तफ जीवन स साय द ख ववदा होन रगत ह

धमान का भतरफ कवर चऩचाऩ हो जाना नह ॊ ह धमान भ चचतत अतमॊत एकागर हो जाम शानत हो जाम शचसथय हो जाम उसस बी वह ऊॉ ची अवसथा ह कक चचतत का ननभाण हो चचतत का शानत होना एक फात ह औय चचतत का ननभाण होना दसय फात ह चचतत शानत हो जामगा उतनी दय शाशचनत लभरगी आननद आमगा फाद भ कपय जगत सचचा बासगा थोडा सा सख आकवषत कय दगा थोडा सा द ख दफा दगा रककन धमान भ अगय आतभववचाय आता ह बरहमववचाय आता ह ऩयभातभबाव क सॊसकायो को दहयाकय आतभाकाय बाव ऩदा होत ह तो उसस चचतत का ननभाण होता ह चचतत क शानत हो जान स बी चचतत का ननभाण होना ऊॉ ची फात ह

गरत ढॊग स चचतत का ननभाण हो जाता ह तो वह फनधन व द ख का कायण फन जामगा जस चचतत का ननभाण हो गमा कक भ अभक जानत का हॉ मह भया नाभ ह भ सतरी हॉ मा ऩरष हॉ इस परकाय क चचतत का ननभाण हो गमा तो उसक लरए आदय क दो शबद जीवन फन जात ह औय अनादय क दो शबद भौत फन जात ह झठ सॊसकायो स चचतत का ननभाण हो गमा व बी ददन थ कक जफ फॉद बी दरयमा होकय ददखती थी औय हभ डफा र जाती थी जया सा अऩभान बी दरयमा होकय ददखता था जया सा हवा का झोका बी आॉधी की नाई ददखता था रककन जफ सतसॊग औय गरदव की कऩा स आतभवतता भहाऩरष क उऩदश की कऩा स फड-फड दरयम बी कतयो की नाई ददखत ह कमोकक जो कछ नाभ-रऩ ह सख-द ख ह अनकरता-परनतकरता ह व सफ भामा भ खखरवाड भाि ह भामाभािॊ इदॊ दरतभ मह साया परऩॊच जो ददख यहा ह वह सफ भामा भाि ह

दखखम सननम गननम भन भाॉदह

भोहभर ऩयभायथ नाॉह चचतत का अऻान स ननभाण हआ इसीलरए मह जगत सतम बासता ह औय जया-जया सी

फात सख-द ख आकषण ऩयशानी दकय हभ नोच यह ह

धमान क दराया सतसॊग क दराया चचतत का ठीक रऩ भ ननभाण कयना ह चचतत का ऩरयभाजन कयना ह चचतत शानत हो गमा तो उसक सॊसकाय दफ गम जफ उठ तो सॊसकाय कपय चार हो गम नीॊद भ गम त भ मह हॉ भ वह हॉ म सफ सॊसकाय दफ गम नीॊद भ कज की चचनता नह ॊ यहती रककन म द ख दय नह ॊ हए कमोकक चचतत भ जो सॊसकाय ऩड ह व गम नह ॊ म सॊसकाय दफ ह नीॊद स उठन ऩय साया परऩॊच चार हो जामगा साय चचनताएॉ लसय ऩय सवाय हो जामगी

धमान-बजन का रकषम मह नह ॊ ह कक तमहाया चचतत कवर शचसथय हो जाम फस धमान-बजन का रकषम ह चचतत शचसथय हो औय साथ ह साथ चचतत का ननभाण हो बरहमाकाय ववतत स बरहमाकाय बाव स चचतत का ननभाण होगा तो तमहाय चचतत ऩय कशचलऩत सॊसाय क सख-द ख की ठोकय नह ॊ रगगी लभरथमा सॊसाय का आकषण नह ॊ होगा तमहाय रदम भ सॊसाय का आकषण नह ॊ होगा तो वासना नह ॊ उठगा वासना नह ॊ उठगी तो दफाया जनभ रन की जरयत नह ॊ ऩडगी आऩका भो हो जामगा फडा ऩाय हो जामगा

ऩजा कयत ह ठाकयजी की भॊददय भ जात ह भशचसजद भ जात ह चगयजाघय भ जात ह रककन चचतत का ननभाण नह ॊ कयत ह तो सॊसायमािा का अनत नह ॊ आता बगवान शरीकषण कहत ह-

ननभानभोहा शचजतसॊगदोषा अधमातभननतमा ववननवततकाभा दरनदरववभिा सखद खसॊऻगचछनतमभढा ऩदभवममॊ तत

शचजनका भान औय भोह नदश हो गमा ह शचजनहोन आसकति रऩ दोष को जीत लरमा ह शचजनकी ऩयभातभा क सवरऩ भ ननतम शचसथनत ह औय शचजनकी काभनाएॉ ऩण रऩ स नदश हो गई ह ndash व सख-द ख नाभक दरनदरो स ववभि ऻानी जन उस अववनाशी ऩयभ ऩद को परादऱ होत ह

चचतत क साथ भन-इशचनिमो क साथ तादातमम का जो सॊग ह सॊसाय क समफनधो स जो दोष रग जाता ह वह चगया दता ह चचतत का ठीक स ननभाण हो जाम तो अधमातभ भ ननतम यभण हो जाम काभनाएॉ ननवतत हो जाम दरनदरो स भकति हो जाम सख औय द ख भान औय अऩभान अनकरता औय परनतकरता मश औय अऩमश तनदरसती औय फीभाय जीवन औय भतम म सफ दरनदर ह जो तनदरसती स सखी ह वह फीभाय स द खी होगा जो मश स सखी होता ह वह अऩमश स द खी होगा जो जीन भ सख भानगा वह भयन भ द खी होगा रककन जीना भयना भान-अऩभान म सफ चचतत भ दहातभबाव क सॊसकाय ऩड ह अगय चचतत का ननभाण हो गमा कक जीना भयना म सफ भया नह ॊ भामा का ह भया नह ॊ इस दहरऩी खखरौन का ह मह दहरऩी खखरौन कई फाय जीत हए ददखत ह कई फाय भयत हए ददखत ह कपय बी भय कबी

भौत नह ॊ होती तो शर ऩय चढत हए बी द ख नह ॊ होगा रोगो को रगगा कक भनसय शर ऩय चढ ईसा करॉस ऩय चढ अभक फदध ऩरष न धमान कयत हए शय य छोडा औय भय गम रोगो को ऐसा रगगा रककन उन भहाऩरषो का अनबव ह कक व कबी भयत नह ॊ व कबी तरफगडत नह ॊ कबी फनत नह ॊ वासतव भ जीवभाि का जो असर सवरऩ ह वह फनन तरफगडन स फहत ऊॉ चा ह फनता तरफगडता तमहाया शय य ह फनता तरफगडता तमहाया भन ह फनता तरफगडता तमहाया बाव ह रककन तमहाया सवरऩ तमहाया आतभा कबी फनता तरफगडता नह ॊ

चचतत का ननभाण होता ह आतभववचाय स धमान कय औय शनमभनसक नह ॊ रककन अनातभपरवाह का नतयसकाय कय औय आतभपरवाह को चराम आतभबाव को चराम औय दहबाव को हटाम बरहमबाव को जगाना औय दहबाव को अरववदा दना मह ह चचतत क ननभाण की ऩदधनत इस परकाय धमान होगा तो भसत हो जामग धमान क वि बी भसत औय धमान क फाद बी भसत इस परकाय चचतत का ननभाण हो जामगा तो जो सॊसाय फॉद होकय बी दरयमा फनकय डफता था वह अफ दरयमा होकय आमगा तो बी फनद होकय बासगा जया-जया फात स सख-द खादद दरनदर ऩयशान कय यह थ व अफ परबाव नह ॊ डारग शचजतन परभाण भ चचतत का ननभाण होता जामगा उतन परभाण भ दरनदरववभिा होत जामग

साय जऩ तऩ सवा ऩजा मऻ होभ हवन दान ऩणम म सफ चचतत को शदध कयत ह चचतत भ ऩववि सॊसकाय बयत ह परनतददन कछ सभम अवशम ननषकाभ कभ कयना चादहए चचतत क कोष भ कछ आधमाशचतभकता की बयती हो नतजोय को बयन क लरए हभ ददनयात दौडत ह जफ को बयन क लरए छटऩटात ह रककन नतजोय औय जफ तो मह ॊ यह जामग रदम की नतजोय साथ भ चरगी इस आधमाशचतभक कोष को बयन क लरए ददन बय भ कछ सभम अवशम ननकारना चादहए सॊधमा-वनदन ऩजा-पराथना धमान-जऩ ननषकाभ कभ इतमादद क दराया चचतत का ननभाण कीशचजम

उचच ववचाय कयत हए रदम भ खर आकाश की ववशारता बय जान दो ॐकाय का ऩववि जऩ कयत-कयत रदम को ववशार होता अनबव कयो शाशचनत औय आननद स रदम बया जा यहा ह मह आतभाननद की ववशदध ऩयभातभा की चचदाननद-सवरऩ ऩयभातभा की झरक ऩान का तय का ह

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

ऩरयपरदलन पर इशचनिमो को ववषमो स कस फचाम

उ बोजन छोडन स उऩवास कयन स गाम-बस का दध छोडकय फकय का दध ऩीन स योट छोडकय भॉग लबगोकय खान स शय य भ शकति नह ॊ होती तो ववषमवासना शानत हो जाती ह रककन इस उऩाम स सॊसाय भ सखफवदध नह ॊ जाती बरहमवतताओॊ को आतभा-ऩयभातभा का सख लभर जाता ह इसलरए सॊसाय भ यहत हए बी सॊसाय भ उनकी सखफवदध नह ॊ होती

साॉऩ ठणड भ दठठय जाता ह तो शानत ऩडा यहता ह काटता नह ॊ सम की धऩ ननकरत ह वह कफ काट र कोई ऩता नह ॊ ऐस ह अभक आहाय व ननमभो स भन को थोडा शानत कय रत ह कपय जफ भौका लभर जाता ह तो भन कपय बडक उठता ह भन को ववषमो स शानत कय दना अचछा ह सॊमभ कयना ह चादहए रककन साथ ह साथ ऩयभातभा का यस ऩा रना चादहए

भनोवऻाननको न कछ परमोग ककम जो अनत जातीम आवगवार काभी मवक थ उनका खान-ऩान ऐसा यखा कक वीम फन ह नह ॊ कपय उनको रडककमो क फीच यखा तो फड बरहमचाय ददख शानत यह आवग की कोई चदशा नह ॊ की कततो ऩय बी परमोग ककम गम व बी ऐस यह कपय जफ उनको ऩौवदशक बोजन दना शर ककमा तो व ह कतत ऩॉछ दहरात कवततमो क ऩीछ बागन रग व मवक बी ऩौवदशक बोजन क आहाय स ऩहर जस ह काभातय होन रग

भजफय का नाभ भहातभा गाॉधी ndash ऐसा नह ॊ होना चादहए जीवन भ शय य भ शकति न हो इशचनिमो भ फर न हो तो सफ बरहमचाय ह आऩ शि को ऩयासत नह ॊ कय सकत औय भाप कय ददमा तो कमा फडी फात ह उसको नछनन लबनन कयन का साभरथम ह कपय बी भाप कय ददमा तो फडी फात ह भा वीयो को शोबा दती ह कामयो को थोड ह शोबा दती ह

ऐस ह फरवानो को बरहमचम शोबा दता ह

कोई कह कक भय को धन का अलबभान नह ॊ

अचछा ककतना धन ह तमहाय ऩास

ऩहर फहत था रककन अबी अबी तो कजा होगा ऩचचीस हजाय का

तो धन का अलबभान कमा कयगा त

सावन क ऩववि भह न भ बागवत की कथा हो यह थी एक ददन एक सॊत भॊच ऩय ऩधाय शरोताओॊ स फोर कक आऩ रोग बगवान क बि हो बागवत की याभामण की कथाएॉ वषो स सनत आम हो ऩणम कभात आम हो आऩभ स शचजसको लभिो भ याग औय शि भ दरषफवदध न हो ऐस याग-दरषयदहत चचततवार रोग खड हो जाम भ अबी-अबी उनह बगवान का दशन कया दॉ

सॊत न एक फाय दो फाय तीन फाय दहयामा कथाकाय को बी चचनता होन रगी कक हजायो शरोताओॊ भ स कोई नह ॊ उठता सॊत फाय-फाय कहन रग कक आऩ रोगो भ स याग-दरष स यदहत रोग खड हो जाम भ उनह आतभ-साातकाय कया दॉगा बगवान क दशन कया दॉगा उसक दशन स दसयो का बी बरा हो जामगा

सफ रोग लसय झकाकय फठ यह सबा भणडऩ भ सननाटा छा गमा इजजत का सवार हो गमा आखखय भ एक नबफ सार का फढा उठ खडा हआ फोरा फाफा जी भ हॉ

अचछा इतन रोगो भ एक बी लभर गमा तो बी ठीक ह आऩ तो ननहार हो जाओग आऩक दशन स औय रोग ननहार होन रगग अचछा अफ फताओ कक आऩन याग-दरष कस ननवतत ककम

फाफा जी भय उमर नबफ सार की ह भय ऩतनी भय चकी ह भया इकरौता फटा था वह बी परब को पमाया हो गमा सफ लभि-साथी बी एक-एक कयक चर फस ऩरयवाय भ औय लभिभणडर भ कोई नह ॊ औय शि बी कभफखत सफ भय लभट गम अफ भझ ककसी स याग-दरष नह ॊ ह

सनह औय शि भय गम रककन याग-दरष तो नह ॊ भया वह शचजनदा ह कोई चीज नह ॊ ह इसलरए उसका यस अऩन बीतय नह ॊ ह ऐसी फात नह ॊ ह

ननयाहाय यहन स ववकाय तो शानत हो जात ह रककन जगत भ सखफवदध का सॊसाय भ यस का अबाव नह ॊ होता यस ऩान की इचछा सखी होन की इचछा बीतय स नह ॊ जाती ठणड स दठठय हए साॉऩ का ववष अभत भ फदरा नह ॊ जफ तक ऩयभातभा का साातकाय नह ॊ होता तफ तक बीतय क ववकाय ननववकायता का रऩ नह ॊ रत

ऐसा बी नह ॊ कक साातकाय हो जान क फाद ऻानी सॊसाय स उऩयाभ हो जामगा नह ॊ वह खामगा वऩमगा कयगा धयगा फट को जनभ दगा काभ-करोध-रोब-भोह-अहॊकाय म सफ भसारा उसक ऩास होगा रककन वह उन सफका उऩमोग कयगा उनभ सखफवदध स उनक आधीन नह ॊ होगा इसीलरए ऻानी को जीवनभि कहत ह साधायण रोग सख बोगन क लरए ववषम ववकायो क आधीन हो जात ह औय ऻानी सवाधीन यहकय उनका उऩमोग कय रगा

शरीवलशदषजी भहायाज क सौ फट थ शरीकषण न सदशन उठामा शरीयाभ न धनष उठामा तरफना करोध क कॊ स औय यावण को कस भाया उनहोन करोध का उऩमोग ककमा

तभ कभया फनद कयक अनदय स कणडा रगाकय फठो तफ सवतनि हो जफ चाहो दयवाजा खोरकय फाहय ननकर सकत हो रककन फाहय स कोई दयवाजा फनद कय द तो तभ हो गम ऩयाधीन ऐस ह ववकायो क ऩरयशचसथनतमो क आधीन जीना ऩयाधीनता ह ववकाय ऩरयशचसथनतमो को अऩन आदश भ चराना सवाधीनता ह इसीलरए शरीकषण को सोरह हजाय एक सौ आठ शचसतरमाॉ होत हए बी उनका इतना ऻान कक आज बी उनकी गीता ऩजी जा यह ह सॊसाय की दो ऩलतनमाॉ बी आ जाम तो बी फडा गक अय एक ऩतनी बी नाक भ दभ कय दती ह

ऻानी को जगत भ स यसफवदध चर जाती ह उसको आतभसख लभरता ह तो ववषमो भ सखफवदध नह ॊ यहती जो रोग यसफवदध स ववषम बोगत ह व पॉ सत ह सवाबाववक उऩमोग कय लरमा तो कोई फात नह ॊ आऩको बख रगी आऩका उददशम था ऩट बयना ककसी न आकय फदढमा बोजन आऩको खखरा ददमा इसभ कोई दोष नह ॊ रककन आऩका ऩट बया ह कपय बी

सवाद रन क लरए वमॊजन फनवाम भजदय की औय कयवाई तो मह बोजन भ यसफवदध अननदश का कायण ह

असर यस तो ऩयभातभा का ह वह यस लभर गमा तो ऐसी कौन-सी चीज ह जो ऻानी को सॊसाय भ आकवषत कय ठीक ह वमवहाय भ फोर चर लरमा ददमा रककन ऻानी वमवहाय भ फॉधता नह ॊ भाभर आदभी ऩाॉच सौ की नौकय भ फॉध जाता ह रककन जो समराट ह उसको ऩाॉच हजाय की नौकय बी कमा आकवषत कयगी

कफीय क आग कई ररनाएॉ आमीॊ लशषम होकय आमी तो ठीक ह फात कय लभर-जर रककन व सभझ कक अऩन नखय कयक कफीय को पॉ सामग तो गरती भ ह

चरय ठगनी ठभक ठभक नमननको कमो ठभकाव तय हाथ कफीयो नह ॊ आव

कोई सभझ कक भ रऩ रावणम स अरॊकाय-आबषणो स ककसी ऻानी को पॉ साऊॉ ऩस दकय ऻानी को अऩना फनाऊॉ धौस दकय ऻानी स आशीवाद र रॉ तो वह धोख भ ह शचजसको आतभऻान हो गमा आतभयस लभर गमा वह ककसी यस स ककसी ऻान स ककसी फर स परबाववत नह ॊ होगा चाय ऩस क चन रकय खान रग ह मह भौज की फात ह दरयि आदभी चना खाता ह वह अरग फात ह रककन अभीय आदभी चना खाता ह तो भौज ह ववनोद ह ऐस ह ऻानी क लरए साया सॊसाय ववनोद भाि ह औय हभ रोग सॊसाय भ पॉ स भयत ह

जो यसफवदध स ववषम-बोग बोगता ह वह वववकी होगा तो बी उसकी इशचनिमाॉ उसक भन को फरऩवक हय रती ह भजा रन क लरए बोग बोगा तो सजा जरय बोगगा ऐसा कोई सख नह ॊ जो फाद भ द खी न कय इसलरए ह अननदाता सॊसाय स सख रन की इचछा ह छोड दो सॊसाय भ सख का तो रफर ह अनदय द ख बया ह

एक आदभी न गराफ क ऩौध ऩय सनदय खखरा हआ पर दखा झट स तोड कय नाक ऩय यख ददमा पर भ फठी थी ततमा पट स भाय ददमा डॊक उसक नाक ऩय ओ फाऩ य

ऐस ह सॊसाय क ववषमो भ ददखती सनदयता ह रककन अनदय ततमा फठी होती ह ददखता सख ह रककन बय ह भसीफत परायमब भ रगता ह कक सॊसाय भ सख ह रककन फाद भ साय शचजनदगी सॊसाय की गाडी खीीचत खीीचत दभ ननकरता ह भनषम आखखय भ ऩदळाताऩ कयता हआ भय जाता ह

द ख को हभ रोग आभॊतरित कयत ह वासतव भ द ख ह नह ॊ द ख फनान की पकटय हभाय साथ रगी हई ह कस हभ सखी होन क लरए बागत ह फाहय मह फाहय बागना ह द ख को आभनिण दता ह शचजतनी तजी स बाग उतनी ह तजी स द ख लभरगा ऻानी सख रन क लरए फाहय बागत नह ॊ व द ख लभटान क लरए बी फाहय बागत नह ॊ फर ऩान क लरए बी फाहय नह ॊ बागत

एक जगह ऩय ऻानी सतसॊग कय यह थ एकाएक जोयो स आॉधी चर छत क ट न छटऩटान रग बि रोग सफ बाग गम ऩकक भकानो भ आशरम र लरमा थोडी दय भ आॉधी शानत हो गई वाऩस आकय दखा तो सवाभी जी वस ह फठ ह ऩछा

फाफाजी इतनी आॉधी चर हभ बाग गम आऩ नह ॊ बाग

हभ बी बाग तभ फाहय बाग हभ बीतय बाग

अनतमाभी ऩयभातभा स जड जाओ तो परकनत की सवा ऩाना कोई फडी फात नह ॊ ह ऩयभातभा स लभर जाओ ईदवय भ डफ जाओ तभ नह ॊ कय सकत ईदवय सफ कछ कय सकता ह

तभभ औय ईदवय भ कमा पक होता ह

तभ जफ सॊसाय स सख रन की इचछा कयत हो तो दो ऩस क हो जात हो सॊसाय स सख रन की इचछा छोडकय ईदवय भ गोता भायत हो तो ईदवय हो जात हो मह भहाऩरषो का अनबव ह शासतरो का परभाण ह बगवान शरीकषण बी कह यह ह-

परजहानत मदा काभान सवान ऩाथ भनोगतान आतभनमवातभना तदश शचसथतपरऻसतदोचमत

ह अजन शचजस कार भ ऩरष भन भ शचसथत समऩण काभनाओॊ को बर बाॉनत तमाग दता ह औय आतभा स आतभा भ ह सॊतदश यहता ह उस कार भ वह शचसथतपरऻ कहा जाता ह

जो अऩन आऩ भ तदऱ ह अऩन आऩ भ आनशचनदत ह अऩन आऩभ खश ह वह शचसथतपरऻ ह तसम तरना कन जामत उसकी तरना औय ककसस कय वह ऐसा भहान हो जाता ह ऐस भहाऩरष का तो दवता रोग बी दशन कयक अऩना बागम फना रत ह ततीस कयोड दवता बी ऐस भहाऩरष का आदय कयत ह तो औयो की कमा फात ह

ईदवय भ सखफवदध होनी चादहए सॊसाय भ सख रन की जो हभाय आदत ह वह हभ फय तयह द ख भ डार दती ह वह आदत ऩयानी ह कई जनभो की ह इसलरए अभमास कयना ऩडता ह साधन-बजन इसीलरए कयन ऩडत ह कक गनद आदत ऩड गई ह नह ॊ तो ईदवय दय थोड ह ह कक उसको ऩान क लरए अभमास की जरयत ऩड गनद आदत लभटान क लरम साधन-बजन-धमान कयना ऩडता ह फाहय सख रन की आदत ह व गनद आदत ह

कोई वाह वाह कय तो कान का सख लभर अचछा खाम तो जीब का सख लभर फदढमा कपलभ दख तो आॉख का सख लभर फदढमा शयमा हो पर तरफछ हो इि-तर-परर को नछडकाव हो यानन सादहफा ऩय दफा यह ॊ ह आहाहा मह चभडी का सख हआ म सफ बी आखखय ककतन ददन

इन तचछ सखो भ हभ रोग फयफाद हो जात ह औय भज की फात ह कक जफ अऩना रदम परसनन होगा तबी वहाॉ स सख आमगा चचतत भ अशाशचनत ह फचनी ह तो परो की शयमा कमा कयगी ताय आ जाम कक पराना सनह सखत फीभाय ह तो आइसकरीभ कमा लभठास दगी

इन सखो जया सा झटका सहन की बी ताकत नह ॊ ह परो की शयमा ऩय काभसख भ डफ यह थ आऩस भ भनभटाव हो गमा अहॊ का टकयाव हो गमा तो फन गम एक दसय क दशभन ऩनत-ऩतनी तराक र रत ह सचभच उसभ सख होता तो तराक कमो रत रडत कमो

ऐसा कोई बोग नह ॊ जो बोगनवारो को फजाय न कय द बोग परायमब भ तो सखद रगत ह रककन फाद भ उनका ऩरयणाभ द खद आता ह मोग शर भ जया ऩरयशरभवारा रगता ह रककन फाद भ अभत जसा अभयपर द दता ह

शर भ जया भीठा-भीठा रग औय अनत भ ववष जसा रग मह बोगो का पर ह शर भ जया कट रग रककन अनत भ सदा क लरए भीठा यह मह बगवान की बकति का मोग का ऻान का पर ह

शर भ जफ ऻानी सॊत भहाऩरषो क ऩास जामग तो फठकय ऊफग अदफ यखग लशदशाचाय कयग सोना खाना ऩीना वमवशचसथत नह ॊ यहगा परायमब भ कदठन रगग रककन उनस ऐसा ऩामग कक भहायाज याजाओॊ क बी याजा हो जामग

हभ जफ सदगरदव क ऩास गम थ तो शर भ जया कदठनाइमाॉ थीॊ भॉग उफारकय खा रत नगयसठ का फटा होकय झाड रगात फतन भाॉजत आशरभ भ सवा कयत गरदव तो नह ॊ कहत रककन हभ सवा छीन रत थ आशरभ भ रोग कबी आत थ तो यसोई क फड फतन बी होत थ ऩहाडी ऩथय र लभटटी मा कोमर की याख होती थी फतन भाॉजन क लरए हाथ भ चीय ऩड जात थ खन ननकरता था तो ऩटटी फाॉधकय फतन भाॉज रत थ उस सभम दखन वारो को रगता होगा कक फडा द ख बोग यहा ह रककन अफ रगता ह वाह ऐसा लभरा ह कक कबी खट नह ॊ सकता ऐसा यस द ददमा ह गर की कऩा न

साशचववक सख ऩहर जया द ख जसा रगता ह फाद भ उसका पर फडा भधय होता ह याजसी सख ऩहर सखद रगता ह रककन फाद भ भसीफत भ डार दता ह ताभसी सख भ ऩहर बी ऩयशानी औय फाद भ बी ऩयशानीघोय नक

बगवद गीता भ बी कहा ह मततदगर ववषलभव ऩरयणाभऽभतोऩभभ

ततसखॊ साशचववकॊ परोिभातभफवदध परसादजभ जो आयमबकार भ ववष क तलम परतीत होता ह ऩयनत ऩरयणाभ भ अभत क तलम ह वह

ऩयभातभ ववषमक फवदध क परसाद स उतऩनन होन वारा सख साशचववक कहा गमा ह

ववषमशचनिम सॊमोगादयततदगरऽभतोऩभभ ऩरयणाभ ववषलभव ततसखॊ याजसॊ सभतभ

जो सख ववषम औय इशचनिमो क सॊमोग स होता ह वह ऩहर बोगकार भ अभत क तलम परतीत होन ऩय बी ऩरयणाभ भ ववष क तलम ह इसलरए वह सख याजस कहा गमा ह

मदगर चानफनध च सखॊ भोहनभातभन

ननिारसमपरभादोतथॊ ततताभसभदारतभ जो सख बोगकार भ तथा ऩरयणाभ भ बी आतभा को भोदहत कयन वारा ह ndash वह ननिा

आरसम औय परभाद स उतऩनन सख ताभस कहा गमा ह

(गीता 18373839) ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

पर ndash इशचनिमो को यस रन की आदत ऩड गई ह तो कमा कयना चादहए

उ ndash फाय-फाय बगवान स ईभानदाय स पराथना कयनी चादहए कक ह परब इशचनिमाॉ भझ घसीटकय बोगो भ र जाती ह ह नाथ त दमा कय भ जनभो स बटका हॉ अबी बी आदत ऐसी ह गनद ह दखन क ऩीछ चफान क ऩीछ वाह-वाह सनन क ऩीछ भया सभम फयफाद हो यहा ह ह परब त भझ कऩा-परसाद द ऐसा कयक बगवान क शयण चर जाओ ववकाय उठ उसी सभम बगवान स पराथना कयन रगो ऐसा कयन स फच जाओग औय कबी कपसर बी जाओ तो ननयाश भत हो कपय स उठो कपय स पराथना कयो हजाय फाय चगय जाओ तो बी ननयाश भत हो आखखय तमहाय ह ववजम होगी बीतय का यस लभरन रग जामगा वह यस ठीक स लभर गमा कपय ववकायो भ ताकत नह ॊ तमह फाॉध सक

शचजनदा चहा तरफलर को नह ॊ भाय सका तो भया हआ चहा तरफलर को कमा भायगा ऻानी की फवदध को सॊसायरऩी चहा नह ॊ पॉ सा सकता साधक था तबी बी नह ॊ पॉ सा तबी तो साधक हआ साधक अवसथा भ नह ॊ पॉ सा तबी तो महाॉ आमा पॉ सता तो सॊसाय क चककय भ जाता सॊसाय भ जनभ लरमा सॊसाय भ यहा भाॉ-फाऩ बाई-फहन कटमफी-ऩडोलसमो क फीच यहा कपय बी भोह भभता को चीयता हआ सतसॊग भ ऩहॉचा गर क ऩास ऩहॉचा अबी आऩ महाॉ ऩहॉच ह न शचजनदा सॊसायरऩी चहा आऩकी फवदधरऩी तरफलर को पॉ सा नह ॊ सका तबी तो आऩ बरहमऻान क सतसॊग भ ऩहॉच ऻान हो जाम फोध हो जाम कपय सॊसाय कमा फाॉधगा आऩकी फवदध को जगत का लभरथमातव ऩकका हो गमा तो कपय वह फवदध को दफा नह ॊ सकता अबी बी जगत सचचा रग यहा ह कपय बी वह फवदध को दफा नह ॊ सकता इसस ईदवय क भाग ऩय ऩहॉच हो इसीलरए सतसॊग औय वदानत भ रचच हो यह ह जगतरऩी चह का परबाव जमादा होता तो फवदधरऩी तरफलर दफी यहती ह

शचजसकी इशचनिमाॉ वश भ हो जाती ह उसकी फवदध ऩयभातभा भ परनतवदषत हो जाती ह

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

पर ndash ईदवय क ऩयामण नह ॊ हए तो कमा होगा कयोडो रोगो की तयह हभ बी ऐस ह खाम वऩम औय शचजम तो कमा होगा

उ ndash ईदवय ऩयामण न होन स ववषमो का चचनतन होगा ववषमो क चचनतन स काभना उठगी काभना ऩय होगी तो आसकति होगी काभना ऩय नह ॊ होगी तो करोध होगा करोध होगा तो फवदध का नाश होगा फवदध का नाश हआ तो सवनाश हआ

जो बगवान का चचनतन नह ॊ कयगा उसको सॊसाय का चचनतन होगा सॊसाय का चचनतन होगा तो ऩदाथ ऩान की इचछा होगी ऩदाथ लभरग तो छट न जाम इसकी चचनता होगी नह ॊ लभरग तो जो अडचन डारत ह उन ऩय करोध होगा करोध होगा तो फवदध की मोगमता ीण हो जामगी मोगमता ीण हई तो भोह होगा भोह सफ वमाचधमो का भर ह कपय फनगा व फनगा घोडा फनगा बसा जो आदभी ववषम ववकायो भ पॉ सा यहता ह उसकी फवदध दफी यहती ह ठीक स काभ नह ॊ दती

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

पर ndash ऩतन ककसका नह ॊ होता

उ ndash वशीबत अॊतकयण वारा ऩरष याग-दरष स यदहत औय अऩनी वशीबत इशचनिमो क दराया ववषमो का आचयण कयता हआ बी परसननता को परादऱ होता ह वह उनभ रऩामभान नह ॊ होता उसका ऩतन नह ॊ होता शचजसका चचतत औय इशचनिमाॉ वश भ नह ॊ ह वह चऩ होकय फठ तो बी सॊसाय का चचनतन कयगा ऻानी सॊसाय भ फठ हए बी अऩन सवरऩ भ डट यहत ह

बायत क बतऩव यादसऩनत डॉ शरीयाधाकषणन अचछ चचनतक भान जात ह उनहोन एक कहानी लरखी ह

एक बदठमाया था उसको हय योज सवपन आता कक भ चकरवती समराट हॉ वह अऩना काभ ननऩटाकय जलद -जलद सो जाता उस भधय सवपनरोक भ जान क लरए फाहय क जगत भ वह बदठमाया था खान-ऩीन को बी ऩमादऱ नह ॊ था गजाया चरान क लरए फडा ऩरयशरभ कयना ऩडता था रककन धीय-धीय वह सवपन भ सखी होन रगा तो फाहय क जगत भ रचच कभ होन रगी

परनतददन सवपन भ दखता कक भ चकरवती समराट फन गमा हॉ छोट-छोट याजा रोग भय आऻा भ चरत ह छनन-छनन कयत ह य जवाहयात क गहनो स सजी ररनाएॉ चॉवय डरा यह ह

एक ददन सवपन भ वह फाथरभ जान उठा तो ऩास भ जरती हई बटठी भ ऩय ऩड गमा जरन क भाय चचलरा उठा सो तो यहा था बदटठमो क फीच रककन सवपन दख यहा था कक समराट ह इसलरए वह सखी था

ककसी बी ऩरयशचसथनत भ आदभी का भन जसा होता ह सख-द ख उस वस ह परतीत होत ह ऻानी का भन ऩयबरहम भ होता ह तो व सॊसाय भ यहत हए सफ वमवहाय कयत हए बी ऩयभ सखी ह बरहमऻान भ भसत ह

आदभी का शय य कहाॉ ह इसका अचधक भलम नह ॊ ह उसका चचतत कहाॉ ह इसका अचधक भलम ह भॊददय भ फठा ह ऩजाय सोच यहा ह कक कफ फायह फज औय रडड रकय ऩजारयन क ऩास जाऊॉ तो वह भॊददय भ नह ॊ ह ऩजारयन क ऩास ह चचतत ऩयभातभा भ ह औय आऩ सॊसाय भ यहत ह तो आऩ सॊसाय भ नह ॊ ह ऩयभातभा भ ह

परबातकार भ उठो तफ आॉख फनद कयक ऐसा चचनतन कयो कक भ गॊगाककनाय ऩय गमा ऩववि गॊगाभमा भ गोता रगामा ककसी सॊत क चयणो भ लसय झकामा उनहोन भझ भीठी ननगाहो स ननहाया

ऩाॉच लभनट ऐसा भधय चचनतन कयो आऩका रदम शदध होन रगगा बाव ऩववि होन रगगा

सफह उठकय दख हए लसनभा क दशम माद आम आहाहा वह भय ऩास आमी भझस लभर आदद आदद तो दखो सतमानाश हो जामगा कलऩना तो भन स होगी रककन तन ऩय बी परबाव ऩड जामगा कलऩना भ ककतनी शकति ह

सॊत-भहातभा-सदगर-ऩयभातभा क साथ ववचयत ह सभाचध रगात ह उनका सभयण-चचनतन कयत ह तो रदम आनशचनदत होता ह

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पर ndash ककसकी फवदध शचसथय नह ॊ यहती

उ ndash जो असॊमभी ह गर क ऻान को ऩचाता नह ॊ ह उसकी फवदध शचसथय नह ॊ यहती जो सॊमभी ह गरभख ह उसकी फवदध शदध सॊमभी औय दढ ननदळमी हो जाती ह

फवदध का शचसथय होना फहत फडी उऩरशचबध ह उसभ असीभ शकति आ जाती ह शचसथय फवदध वारा मदद सॊकलऩ कय द तो साया याजम फदर जाम ऐसी ताकत होती ह शचसथय फवदधवार भ वह वयदान द सकता ह जो न कय याभ वह कय ककननायाभ शचसथय फवदध वार भ इतना परबाव होता ह खदा बी ऩछ कक फनदा अफ तय कमा यजा ह शचसथय फवदध होना फचचो का खर नह ॊ वह फडा भहान काम ह याजा होना इतनी भहतता नह ॊ यखता याजा बी शचसथय फवदध वार क चयणो भ ऩड जाम तो याजा ननहार हो जाम भहवष वलशदष शचसथय फवदध वार थ याजा दशयथ उनक चयणो भ ऩड तो बगवान याभ को परकट होना ऩडा मह ह शचसथय फवदधवारो का चभतकाय अबी तक याजा दशयथ का नाभ जनता की शचजहवा ऩय नाच यहा ह उस सभम भ औय बी कई याजा होग न रककन दशयथ जी शचसथयफवदधवार आऩ तो ननहार हो ह जात ह रककन उनकी शयण जान वार का बी ककतना कलमाण हो जाता ह भतॊग ऋवष शचसथय फवदध क थ शफय बीरनी उनकी शयण गई ककतनी ऊॉ चाई परादऱ कय र उसन उस जभान क याजाओॊ को बी हभ रोग इतना नह ॊ जानत शचजतना शफय को जानत ह

भतॊग ऋवष न शफय स कह ददमा कक तझ याभ लभरग शफय न मह नह ॊ ऩछा कक सचभच लभरग गर न कह ददमा फात ऩय हो गई शरदधा हो तो शफय जसी भय भ मोगमता नह ॊ ह ndash ऐसा शफय न कहा नह ॊ गरजी न कह ददमा तो फात ऩककी हो गई मोगमता ह नह ॊ ह वह गर जान

दोष इतना दोष नह ॊ शचजतना दोषो को अऩना भानना औय ईदवय क यासत अऩन को अमोगम भानना दोष ह

अनकरभ

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जनक-ववचाय

जनक अऩन भन को सभझात ह- ऐ भन त शानत हो जा ऐ चचतत तया चरना ह सॊसाय का होना ह सॊसायरऩी चकर

को योकन क लरए नालबरऩी चचतत को योकना आवशमक ह ह भय चचतत त शानत हो जा याजम तया नह ॊ ऩि-ऩरयवाय तया नह ॊ मह शय य बी तया नह ॊ शचजसका सफ कछ ह वह ऩयभातभा तया ह ऐ भय चचतत त उसी ऩयभातभा भ शानत हो जा तया बरा होगा

जनक अऩन भन को फाय-फाय सभझात ह जमो-जमो भानलसक चचनतन कयत हए चचतत को सभझात ह तमो-तमो जनक का चचतत ऩयभातभा क ननकट उस अनतमाभी आतभदव क ननकट ववशराशचनत ऩाता ह जनक क कभ कटत ह जनक सचभच जीवन क पर को ऩात ह

वलशदषजी कहत ह- ह याभजी कपय उस भह ऩनत न अऩन भन स कहा ऐ भय भन आज तक भ तय कहन भ यहा औय जनभ-जनभानतय स बटकता यहा ऐ

भय चचतत तन जो कहा वह भन सवीकाय ककमा तन जो वासना की वह भन ऩण की रककन त बी अऻान की आग भ वासना की बटटी भ जरता आमा ह औय भझ बी त जराता आमा ह ऐ भय भन अफ त शानत ऩद का आशरम र जस ऻानवान सॊत ऩरष आतभ-ववचाय कयत शानत ऩद का आशरम रकय सॊसाय-सभि स तय जात ह त बी उस आतभऩद का आशरय़ र त बी जगत क चचनतन भ उदास होकय ननशचदळॊत सवरऩ आतभा भ डफ जा ऐ भय भन आज तक तया कहना भानकय भ बटक यहा था अफ त एक फाय भया कहना भानकय तो दख शासतर क वचन का कहना भानकय तो दख ऐसा द ख नक भ बी नह ॊ जसा चॊचर चचतत भ होता ह ऐसा सख सवग औय वकणठ भ बी नह ॊ जसा सख ननदळर चचतत भ परकट होता ह ऐ चचतत तया चॊचर होना तया औय भया ववनाश ह तया शचसथय होना फडा ऩाय होन का हत ह ऐ भय चचतत त भान जा इसी भ तया कलमाण ह

उस भह ऩनत न अऩन चचतत को फाय-फाय सभझामा कछ णो क लरए तो चचतत ऩयभातभ-शाशचनत भ डफा सा ददखा कपय आॉख खोरकय फाहय सवदश को ननहायन रगा भहायाज जनक न कपय आॉखो को रकषम कयक सभझामा

ह चॊचर नि तभ फाहय का जगत अऩन बीतय बयत हो शरोि औय नि तभ इस जीव को फड धोख क जगत भ र जात हो तभ दोनो क दराया जगत बीतय आता ह जमो ह जगत बीतय आता ह तमो ह चचतत की चॊचरता फढती ह यातरि को सो जात ह तो आॉख औय कान क दराया जगत बीतय नह ॊ आता चचतत परकनत भ र न हो जाता ह सफह फडी शाशचनत औय

ताजगी का अनबव होता ह परकनत भ र न हआ चचतत शय य को जया सी ताजगी दता ह वह चचतत मदद धमान कयक आतभा भ र न हो जाम तो जीवन ऩया ताजा फना दता ह तभ तो ऩय ऩावन हो ह जात हो तमहाय सॊग भ आन वार वमकति बी ननषऩाऩ होकय ऩावन हो जात ह

ऐ भय चचतत तया सचचा याजम तो आतभा का याजम ह इस जनकऩय भ तो कई याजा आम शचजसन याजम ककमा वह जनक कहरामा त कफ तक इस जठी ऩरथवी का गव कयक अऩन को याजा भानगा त इस ऩरथवी का ऩनत नह ॊ भदहऩनत नह ॊ त तो इस ऩरथवी का एक गरास भाि ह तय जस तो कई याजा आ-आकय इस ऩरथवी भ दपनाम गम उनकी हडकतडमाॉ बी गर गई

भाट कह कमहाय स त कमा यौद भोम एक ददन ऐसा आमगा भ यौदगी तोम

भदहऩनत अऩन चचतत को सभझाता ह ऐ चचतत त ऩयभातभा की शाशचनत भ शानत हो जा नह ॊ तो ऋवष रोग भय हाॉसी कयग कहग सभझदाय होकय भखो की नाई आमषम तरफता ददमा फवदधभान होकय ऩशओॊ की नाई शय य को ऩारन-ऩोषन भ जीवन गॉवा ददमा ऐ भय भन शचजस ऩयभातभा न तझ अनयाग का दान ददमा ह उसस सॊसाय क ववषम त कमा भाॉगता ह उसस नदवय चीजो की चाह त कमो कयता ह

शचजसन अनयाग का दान ददमा उसस कभ भाॉग रजाता नह ॊ

अऩनाऩन बर सभाचध रगा

मह वऩम का ववमोग सहाता नह ॊ नब दख ऩमोधय शाभ ढर

कमो लभट उसभ लभर जाता नह ॊ चगता ह चकोय अॊगाय

परयमाद ककसी को सनाता नह ॊ अफ सीख र भौन का भॊि नमा

अफ वऩम का ववमोग सहाता नह ॊ ऐ चचतत त भौन का भॊि र र बीतय ह बीतय उस ऩाय की शाशचनत का अनबव कय

कपय ऩता चरग कक ककतना खजाना तय बीतय छऩा ह

सॊञा सखणा कोई नह ॊ सफक बीतय रार भयख गरॊचथ खोर नह ॊ कयभी बमो कॊ गार

कभी कभकाणड भ पॉ सा ह भख फवकपी भ पॉ सा ह कोई-कोई भाई का रार कभो स औय फवकपी स फचकय ननषकभ तवव भ गोता भायता ह ननशचषकरम चतनम भ अऩन आऩको खो दता ह उऩननषद कहत ह-

मतो वाचो ननवतनत अपरापम भनसा सह जहाॉ वाणी नह ॊ ऩहॉचती भन स जो परादऱ नह ॊ होता फवदध जहाॉ स रौटकय आती ह ऐस

आतभदव को जो बागमवान ऩाता ह वह कपय ककसी स बमबीत नह ॊ होता भतम बी उसका कछ तरफगाड नह ॊ सकती भतम शय य की होती ह आतभऻानी उस भतम को बी दखता ह

ऐ चचतत त बरहमऻान ऩा र तय चॊचरता लभटत ह ऩयबरहम ऩयभातभा का अनबव होन रगगा आज तक भ तया कहना भानता आमा हॉ आज त भया कहना भान त शानत हो जा

वलशदषजी कहत ह- ह याभजी इस परकाय भदहऩनत जनक फाय-फाय अऩन चचतत को अनतभख फना यह ह चचतत को अनतभख कयत-कयत बरहमशचसथनत का ऩयभातभ-शाशचनत का अनबव ककमा

नि खोर फाहय ननहाया जगत की ओय इतन भ दालसमाॉ हाथ जोडकय खडी हो गई कक भहायाज सनान कयन का सभम हआ ह यतनजकतडत सवण क करशो भ बया ववववध तीथो का जर औय वददक भनिोचचाय कयत बराहमण इॊतजाय कय यह ह

जनक न कहा अफ भन आतभजर भ नहा लरमा ह शय य को तीथ क जर भ नहरा दता हॉ अफ भ फाहय चदशा करॉ तो मह शय य की चदशा ह भय नह ॊ नहाना-धोना खाना-ऩीना याजकाज कयना म सफ कभ शय य क ह भया कोई कभ नह ॊ भया तो कततवम ह उस परब भ भसत यहना भन कयन मोगम सफ कभ कय लरम ऩारन मोगम धभ ऩार लरम अऩन घय भ घय ऩा लरमा

इस परकाय बऩनत को ऩयभातभ-शाशचनत का अनबव हआ

ह याभ जी मथामोगम वमवहाय कयो रककन चचतत स सदा आतभऩद भ शचसथनत कयो चचतत भ एक फाय आतभ-शाशचनत का सवाद आ जाम तो कपय सॊसाय भ कोई सख तमह परबाववत नह ॊ कयगा

जस अभत तस ववष घाट जसा भान तसा अऩभाना

हष शोक जाॉक नह ॊ वय भीत सभान कह नानक सन य भना भि ताॉदह त जान

एक फाय चचतत ऩयभातभ-शाशचनत का अनबव कय कपय तमहाय चचतत भ तमहाय अनतकयण भ सॊसाय की सतमता नदश हो जामगी

अनकरभ

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भाभकॊ शयणॊ वरज

जीव भाि का दहत कवर इसी फात भ ह कक वह ककसी औय का सहाया न रकय कवर बगवान की ह शयण र र बगवान क शयण होन क लसवाम जीव का कह ॊ बी ककॊ चचत भाि बी नह ॊ ह कायण मह ह कक जीव साात ऩयभातभा का अॊश ह इसस वह ऩयभातभा को छोडकय औय ककसी का सहाया रगा तो वह सहाया दटकगा नह ॊ जफ सॊसाय की कोई बी वसत वमकति घटना ऩरयशचसथनत अवसथा आदद शचसथय नह ॊ ह तो कपय इनका सहाया कस शचसथय यह सकता ह इनका सहाया तो यहगा नह ॊ कवर चचनता शोक द ख आदद यह जामग

अशचगन स अॊगाय दय हो जाता ह तो वह कारा कोमरा फन जाता ह ऩय वह कोमरा जफ ऩन अशचगन स लभर जाता ह तो वह अशचगनरऩ फन जाता ह औय अॊगाय होकय चभक उठता ह

ऐस ह मह जीव बगवान स ववभख हो जाता ह तो वह फाय-फाय जनभता-भयता औय द ख ऩाता यहता ह ऩय जफ वह बगवान क समभख हो जाता ह अननम बाव स बगवान की शयण भ हो जाता ह तो वह बगवतसवरऩ फन जाता ह औय चभक उठता ह इतना ह नह ॊ ववदव का बी कलमाण कयन वारा हो जाता ह

साधक को सफस ऩहर भ बगवान का हॉ इस परकाय अऩन अहॊता को फदर दना चादहए कायण कक तरफना अहॊता क फदर साधन सगभता स नह ॊ होता औय अहॊता क फदरन ऩय साधन सगभता स सवाबाववक ह होन रगता ह

वववाह हो जान ऩय कनमा अऩनी अहॊता को फदर दती ह कक भ तो ससयार की ह हॉ औय वऩता क कर का समफनध तरफलकर छट जाता ह ऐस ह साधक को अऩनी अहॊता फदर दनी चादहए कक भ बगवान का हॉ औय बगवान भय ह भ सॊसाय का नह ॊ हॉ औय सॊसाय भया नह ॊ ह अहॊता क फदरन ऩय भभता बी अऩन आऩ फदर जाती ह

भ परब क चयणो भ ह ऩडा हआ हॉ ndash ऐसा भन भ बाव यखत हए जो कछ अनकर मा परनतकर ऩरयशचसथनत साभन आ जाम उसभ बगवान का भॊगरभम ववधान भानकय ऩयभ परसनन यह

बगवान क दराया भय लरम जो कछ बी ववधान होगा वह भॊगरभम हो होगा ऩय ऩरयशचसथनत भय सभझ भ आम मा न आम मह फात दसय ह ऩय बगवान का ववधान तो भय लरए कलमाणकाय ह ह इसभ कोई सनदह नह ॊ इसलरए जो कछ होता ह वह भय कभो का पर नह ॊ ह परतमत बगवान क दराया कऩा कयक कवर भय दहत क लरए बजा हआ ववधान ह

बगवान पराणीभाि क ऩयभ सरद होन स अनकर मा परनतकर ऩरयशचसथनत बजकय पराखणमो क ऩणम-ऩाऩो का नाश कयक उनह ऩयभ शदध फनाकय अऩन चयणो भ खीॊच यह ह ndash इस परकाय दढता स बाव होना ह बगवान क चयणो भ शयण रना ह

सवमॊ बगवान क शयणागत हो जाना मह समऩण साधनो का साय ह इसभ शयणागत बि को अऩन लरए कछ बी कयना शष नह ॊ यहता जस ऩनतवरता सतरी का अऩना कोई काभ नह ॊ यहता वह अऩन शय य की साय-सॉबार बी ऩनत क नात ऩनत क लरए ह कयती ह वह घय कटमफ वसत ऩि-ऩिी औय अऩन कहरानवार शय य को बी अऩना नह ॊ भानती परतमत ऩनतदव का ह भानती ह शचजस परकाय ऩनतवरता ऩनत क ऩयामण होकय ऩनत क गोि भ ह अऩना गोि लभरा दती ह औय ऩनत क ह घय ऩय यहती ह उसी परकाय शयणागत बि बी शय य को रकय भान जान वार गोि जानत नाभ आदद को बगवान को चयणो भ सभवऩत कयक ननशचदळॊत ननबम ननशोक औय ननशॊक हो जाता ह बगवान शरीकषण अजन स कहत ह-

सवधभानऩरयतमजम भाभकॊ शयणॊ वरज समऩण धभो का आशरम धभ क ननणम का ववचाय छोडकय कवर एक भय ह शयण भ

आ जा

महाॉ परदल होता ह कक धभ अथात कततवम धभ का सवरऩ स तमाग भाना जाम नह ॊ धभ का सवरऩ स तमाग कयना न तो गीता क अनसाय ठीक ह औय न वह परसॊग क अनसाय ह ठीक ह बगवान की फात सनकय अजन न कततवम धभ का तमाग नह ॊ ककमा ह अवऩत करयषम वचनॊ तव कहकय बगवान की आऻा क अनसाय कततवम कभ का ऩारन कयना सवीकाय ककमा ह

भाभकॊ शयणॊ वरज का तातऩम भन-फवदध क दराया शयणागनत को सवीकाय कयना नह ॊ ह अवऩत सवमॊ को बगवान की शयण भ जाना ह कमोकक सवमॊ की शयण होन ऩय भन फवदध इशचनिमाॉ शय य आदद बी उसी भ आ जात ह अरग नह ॊ यहत

बगवान क शयण होन क फाद बी तमहाय बावो ववततमो आचयणो आदद भ पक नह ॊ ऩडा सधाय नह ॊ हआ बगवतपरभ बगवददशन आदद नह ॊ हए औय अऩन भ अमोगमता अनचधकायता ननफरता आदद भारभ होती ह तो बी उनको रकय तभ चचनता मा बम भत कयो कमोकक बगवान कहत ह कक जफ तभ भय अननम शयण हो गम तो वह कभी तमहाय कभी कस यह उसका सधाय कयना तमहाया काभ कस यहा वह कभी भय कभी ह उसका सधाय कयना भया काभ यहा तमहाया तो फस एक ह काभ ह ननशचदळॊत ननशोक ननबम औय ननशॊक होकय यहना ह अगय तय भ चचनता बम वहभ आदद दोष आ जामग तो व शयणागनत भ फाधक हो जामग औय सफ बाय तय ऩय आ जामगा शयण होकय अऩन ऩय बाय रना शयणागनत भ करॊक ह

ववबीषण बगवान शरीयाभ क चयणो की शयण हो जाता ह तो कपय ववबीषण क दोषो को बगवान अऩन ह दोष भानत ह एक सभम ववबीषण जी सभि क इस ऩाय आम वहाॉ ववपरघोष नाभक गाॉव भ उनस एक अऻात बरहमहतमा हो गई इस ऩय वहाॉ क बराहमणो न इकटठ होकय ववबीषण को खफ भाया-ऩीटा ऩय व भय नह ॊ कपय बराहमणो न उनह जॊजीयो स फाॉधकय जभीन क बीतय एक गपा भ र जाकय फनद कय ददमा याभ जी को मह ऩता रगा तो व ऩषऩक ववभान क

दराया ततकार वहाॉ ऩहॉच बराहमणो न याभ जी का फहत आदय-सतकाय ककमा औय कहा कक भहायाज इसन बरहमहतमा कय द ह इसको हभन फहत भाया ऩय मह भया नह ॊ

बगवान याभ न कहा ह बराहमणो ववबीषण को भन कलऩ तक की आम औय याजम द यखा ह वह कस भाया जा सकता ह औय उसको भायन की जरयत ह कमा ह वह तो भया बि ह बि क लरए भ सवमॊ भयन को तमाय हॉ हभाय महाॉ ववधान ह कक दास क अऩयाध की शचजमभवाय उसक सवाभी ऩय होती ह सवाभी ह उसक दणड का ऩाि होता ह इसलरए ववबीषण क फदर भ आऩ रोग भय को ह दणड द

बगवान की मह शयणागत-वतसरता दखकय सफ बराहमण आदळम कयन रग औय उन सफ न बगवान की शयण र र

भ बगवान का हॉ औय बगवान भय ह ndash इस अऩन ऩन क सभान मोगमता ऩािता अचधकायता आदद कछ बी नह ॊ ह मह समऩण साधनो का साय ह छोटा-सा फचचा बी अऩनऩन क फर ऩय ह आधी यात भ साय घय को नचाता ह जफ वह यात भ योन की ठान रता ह तो साय घयवार उठ जात ह औय उस रयझात ह

इसलरए शयणागत बि को अऩनी मोगमता आदद की तयप न दखकय बगवान क साथ अऩन अऩनऩन की तयप ह दखत यहना चादहए

इसी दऴोक भ बगवान कहत ह कक भा शच त शोक भत कय भय शयण होकय बी ऩया ववदवास बयोसा न यखना औय चचनता कयना मह भय परनत अऩयाध ह अऩन दोषो को रकय चचनता कयना वासतव भ अऩन फर का अलबभान ह कमोकक दोषो को लभटान भ अऩनी साभरथम भारभ दन स ह उनको लभटान की चचनता होती ह हाॉ अगय दोषो को लभटान भ चचनता न होकय द ख होता ह तो द ख होना इतना दोष नह ॊ ह जस छोट फारक क ऩास कतता आता ह तो वह कतत को दखकय योता ह चचनता नह ॊ कयता ऐस ह दोषो का न सहाना दोष नह ॊ ह रककन चचनता कयना दोष ह

शयणागत होन क फाद बि को रोक ऩयरोक सदगनत-दगनत आदद ककसी बी फात की चचनता नह ॊ कयनी चादहए

बगवान क समफनध की दढता होन ऩय जफ सॊसाय शय य का आशरम सवथा नह ॊ यहता तफ जीन की आशा भयन का बम कयन का याग औय ऩान की रारच ndash म चायो ह नह ॊ यहत कमोकक अऩन ऩरयशचचछनन भ को उस अखणड वमाऩक भ अवऩत कय ददमा जफ तक ऩरयशचचछनन अहॊ फना यहता ह तफ तक चचनता औय बम फना यहगा उस वमाऩक सशचचचदानॊद ऩयभातभा भ ऩरयऩण बरहम भ अऩन भ को सभवऩत कय दना तरिगणातीत होना ह बगवान की शयण का भतरफ मह नह ॊ कक ककसी परनतभा क चयणो भ लसय टकत यहना अवऩत बरहमवतता गरओॊ स बगवततवव का ऻान ऩाकय अऩन ऩरयशचचछनन भ को वमाऩक सशचचचदानॊद ऩयभातभा भ र न

कयना जस घटाकाश अऩन को भहाकाशसवरऩ सभझ र ऐस ह जीव अऩन वासतववक लशवसवरऩ को सभझ र

बगवान की भनत की शयण तो कमा बगवान क साकाय साशचननधम भ अजन था रककन जफ ऻा उऩदश स अजन का भोह नदश हआ औय अऩन सवरऩ की सभनत आमी तबी वह धनम हआ

बगवान भ तय शयण हॉ भ तय शयण हॉ मह बाव तो ठीक ह रककन अऩन दह की खणडता ऩरयशचचछननता औय नदवयता भ जो अऩना अहॊबाव ह भ ऩना रगा ह उसको वहाॉ स हटाकय बगवान की अखणडता वमाऩकता अवऩशचचछननता औय ननतमता भ रगाना ह बगवान क शयण होना ह

शयणागत बि भ मह एक फात आती ह कक अगय भया जीवन परब क रामक सनदय औय शदध नह ॊ फना तो बिो की फात भय आचयण भ कहाॉ आमी नह ॊ आमी कमोकक भय ववततमाॉ ठीक नह ॊ यहती वासतव भ भय ववततमाॉ ह ndash ऐसा भानना ह दोष ह ववततमाॉ उतनी दोषी नह ॊ ह

भन फवदध इशचनिमाॉ शय य आदद भ जो भयाऩन ह मह गरती ह कमोकक जफ भ बगवान की शयण हो गमा औय जफ सफ कछ उनको सभवऩत कय ददमा तो भन फवदध आदद भय कहाॉ यह अत शयणागत को भन फवदध आदद की अशवदध की चचनता कबी नह ॊ कयनी चादहए भय ववततमाॉ ठीक नह ॊ ह ndash ऐसा बाव कबी नह ॊ राना चादहए ककसी कायणवश अचानक ऐसी ववततमाॉ आ बी जाम तो आतबाव स ह भय नाथ ह भय परबो फचाओ फचाओ फचाओ ऐस परब को ऩकायना चादहए कमोकक व सवसभथ सवाभी ह तो चचनता कमो कयना

आचयणो की कभी होन स बीतय स बम ऩदा होता ह औय साॉऩ तरफचछ फाघ आदद स फाहय स बम ऩदा होता ह शयणागत बि क म दोनो ह परकाय क बम लभट जात ह इतना ह नह ॊ भतम का बम बी जो फड-फड ववदरानो को बी होता ह वह बम बी सवथा लभट जाता ह

भय ववततमाॉ खयाफ हो जामगी ndash ऐस बम का बाव बी साधक को बीतय स ननकार दना चादहए कमोकक भ बगवान की कऩा भ तयानतय हो गमा हॉ अफ भझ ककसी फात का बम नह ॊ ह इन ववततमो को अऩनी भानन स ह भ इनको शदध नह ॊ कय सका कमोकक इनको भय भानना ह भलरनता ह

एक ववतत उठी दसय ववतत उठन को ह उसक फीच की अवसथा बगवान का वासतववक सवरऩ ह न कक म ववततमाॉ

चतन ववभर सहज सख यालश जीव चतन ह ववभर ह सहज सख-सवरऩ ह नाहक ऩयशानी भोर रता ह जो बगवान

की शयण होकय अऩन को जीव भानता ह उसकी फवदध हॉसन मोगम ह उसका ननणम हासमासऩद ह

इसलरए अफ भ कबी बी ववततमो को अऩनी नह ॊ भानॉगा जफ ववततमाॉ भय ह ह नह ॊ तो भझको बम ककस फात का अफ तो कवर बगवान की कऩा ह कऩा ह वह सवि ऩरयऩण हो यह ह मह फडी खशी की परसननता की फात ह इस परकाय साधक को ननबम औय ननशचदळॊत हो जाना चादहए

बम ऩयाम स होता ह आतभीम स नह ॊ होता बम दसय स होता ह अऩन स नह ॊ होता ददरतीमादर बमॊ बवनत परकनत का काम शय य सॊसाय ददरतीम ह इसलरए इनस समफनध यखन ऩय ह बम होता ह कमोकक इनक साथ सदा समफनध यह ह नह ॊ सकता कायण मह ह कक परकनत औय ऩरष का सवबाव सवथा लबनन-लबनन ह एक जड ह दसया चतन एक ववकाय ह दसया ननववकाय एक ऩरयवतनशीर ह दसया अऩरयवतनशीर एक परकाशम ह दसया परकाशक लभरथमा औय ऩरयवतनशीर को सतम भानन स बम होता ह अऩन सतम सवरऩ को सवीकाय कय रो बम छट जामगा जीवो बरहमव नाऩय जीव बरहम स अरग था नह ॊ ह नह ॊ हो सकता नह ॊ सफ द खो का भर अऻान ह अऻान हटा ददमा कक जीव न अऩन सवरऩ को ऩा लरमा ईदवय क अननम शयण हो गमा

बगवान ऩयाम नह ॊ ह व तो आतभीम ह जीव उनका सनातन अॊश ह उनका सवरऩ ह उनकी शयण होन ऩय भनषम सदा क लरए ननबम हो जाता ह फचच को भाॉ स दय होन ऩय तो बम होता ह ऩय भाॉ की गोद भ चर जान ऩय उसका बम लभट जाता ह कमोकक भाॉ उसकी अऩनी ह बगवान का बि इसस बी ववरण होता ह फचच औय भाॉ भ तो बदबाव ददखता ह ऩय बि औय बगवान भ बदबाव समबव ह नह ॊ ह

बगवान बि क अऩनऩय को ह दखत ह गणो औय अवगणो को नह ॊ सवरऩ स बि सदा स ह बगवान का ह औय गण दोष आगनतक ह इसलरए बगवान की दवदश इस वासतववकता ऩय ह सदा जभा यहती ह जस कीचड आदद स सना हआ फचचा जफ भाॉ क साभन आता ह तो भाॉ की दवदश कवर अऩन फचच की तयप ह जाती ह फचच क भर की तयप नह ॊ फचच की दवदश बी अऩन भर की तयप नह ॊ जाती भाॉ साप कय मा न कय फचच की दवदश भ तो भरा ह ह नह ॊ उसकी दवदश भ तो कवर भाॉ ह ह िौऩद क भन भ ककतना दरष औय करोध बया हआ था कक जफ द शासन क खन स अऩन कश धोऊॉ गी तबी कशो को फाॉधगी ऩयनत िौऩद जफ बी बगवान को ऩकायती ह बगवान चट आ जात ह कमोकक बगवान क साथ िौऩद का परगाढ अऩनाऩन था

साधक को चादहए कक वह बगवान की भजी स सवथा अऩनी भजी लभरा द बगवान ऩय अऩना ककॊ चचत बी आचधऩतम न भान अवऩत अऩन ऩय ऩया आचधऩतम भान भ बगवान का हॉ तो बगवान भय लरम जसा ठीक सभझ वसी ह ननसॊकोच होकय कय कह ॊ बी बगवान हभाय भन की कय तो उसभ सॊकोच हो कक भय लरए बगवान को ऐसा कयना ऩडा मदद अऩन भन की फात ऩय होन स सॊकोच नह ॊ होता अवऩत सॊतोष होता ह तो मह शयणागनत नह ॊ ह शयणागत

बि शय य इशचनिमाॉ भन फवदध क परनतकर ऩरयशचसथनत भ बी बगवान की भजी सभझकय परसनन यहता ह

बिो की या ददशो का ववनाश औय धभ की सथाऩना ndash इन तीन फातो क लरए सभम-सभम ऩय बगवान अवताय रत ह इन तीन फातो भ कवर बगवान का कमा परमोजन लसदध होता ह कछ नह ॊ व तो कवर पराणीभाि क कलमाण क लरए ह म तीनो काभ कयत ह इसस बगवान की सवाबाववक आतभीमता कऩारता वपरमता दहतवषता सरदता औय ननयऩ उदायता ह लसदध होती ह

बि को अऩनी सफ चचनताएॉ बगवान ऩय ह छोड दनी चादहए बगवान दशन द मा न द परभ द मा न द ववततमो को ठीक कय मा न कय हभ शदध फनाम मा न फनाम ndash मह सफ बगवान की भजी ऩय छोड दना चादहए उस तो तरफलर का फचचा फनना चादहए तरफलर का फचचा अऩनी भाॉ ऩय ननबय यहता ह तरफलर चाह जहाॉ यख चाह जहाॉ र जाम तरफलर अऩनी भजी स फचच को उठाकय र जाती ह तो वह ऩय सभट रता ह ऐस ह शयणागत बि सॊसाय की तयप स अऩन हाथ-ऩय सभटकय कवर बगवान का चचनतन नाभ-जऩ आदद कयत हए बगवान की तयप ह दखता यहता ह वह जो कछ काभ कयता ह उसको बगवान का ह सभझकय बगवान की ह शकति भानकय बगवान क ह लरए कयता ह अऩन लरए ककॊ चचनभाि बी नह ॊ कयता बगवान का जो ववधान ह उसभ ऩयभ परसनन यहता ह अऩन भन को कछ बी नह ॊ रगाता

जस कमहाय ऩहर लभटटी को लसय ऩय उठाकय राता ह तो कमहाय की भजी गीरा कयक यौदता ह तो कमहाय की भजी चकक ऩय चढाकय घभाता ह तो कमहाय की भजी लभटटी कबी कछ नह कहती कक तभ घडा फनाओ सकोया फनाओ भटकी फनाओ कमहाय चाह जो फनाम उसकी भजी ह

ऐस ह शयणागत बि अऩनी कछ बी भजी भन की फात नह ॊ यखता वह शचजतना अचधक ननशचदळॊत औय ननबम होता ह बगवतकऩा उसको अऩन आऩ उतना ह अचधक अऩन अनकर फना रती ह औय शचजतनी वह चचनता कयता ह अऩना फर भानता ह उतना ह वह आती हई बगवतकऩा भ फाधा रगाता ह शयणागत होन ऩय बगवान की ओय स जो ववरण ववचचि अखणड अटट कऩा आती ह अऩनी चचनता कयन स उस कऩा भ फाधा रग जाती ह

सॊसाय औय बगवान इन दोनो की समफनध तो तयह का होता ह सॊसाय का समफनध कवर भाना हआ ह औय बगवान का समफनध वासतववक ह सॊसाय का समफनध तो भनषम को ऩयाधीन फनाता ह गराभ फनाता ह ऩय बगवान का समफनध भनषम को सवाधीन फनाता ह चचनभम फनाता ह बगवान का बी भालरक

ककसी फात को रकय अऩन भ कछ बी अऩनी ववशषता ददखती ह वह वासतव भ ऩयाधीनता ह मदद भनषम ववदया सॊऩवतत तमाग वयागम आदद ककसी फात को रकय अऩनी

ववशषता भानता ह तो मह उन ववदया आदद की ऩयाधीनता दासता ह ह जस कोई धन को रकय अऩन को ववशष भानता ह तो मह ववशषता वासतव भ धन की ह हई खद की नह ॊ वह अऩन को धन का भालरक भानता ह ऩय वासतव भ वह धन का गराभ ह

परब का मह कामदा ह कक शचजस बि को अऩन भ कछ बी ववशषता नह ॊ ददखती अऩन भ ककसी फात का अलबभान नह ॊ होता उस बि भ बगवान की ववरणता उतय आती ह ककसी-ककसी भ महाॉ तक ववरणता आती ह कक उसक शय य इशचनिमाॉ भन फवदध आदद पराकत ऩदाथ बी चचनभम फन जात ह उनभ जडता का अतमनत अबाव हो जाता ह ऐस बगवान क परभी बि बगवान भ ह सभा गम ह अनत भ उनक शय य नह ॊ लभर जस भीयाफाई शय य सदहत बगवान क शरीववगरह भ र न हो गई कवर ऩहचान क लरए उनकी साडी का छोटा-सा छोय शरीववगरह क भख भ यह गमा औय कछ नह ॊ फचा ऐस ह सॊत शरी तकायाभ जी शय य सदहत वकणठ चर गम

ऻानभाग भ शय य चचनभम नह ॊ होता कमोकक ऻानी असत स समफनध-ववचछद कयक असत स अरग होकय सवमॊ चचनभम तवव भ शचसथत हो जाता ह ऩयॊत जफ बि बगवान क समभख होता ह तो उसक शय य इशचनिमाॉ भन पराण आदद सबी बगवान क समभख हो जात ह तातऩम मह हआ कक शचजनकी दवदश कवर चचनभम तवव ऩय ह ह शचजनकी दवदश भ चचनभम तवव स लबनन जडता की सवतनि सतता ह नह ॊ होती तो वह चचनभमता उनक शय य आदद भ बी उतय आती ह औय व शय य आदद चचनभम हो जात ह हाॉ रोगो की दवदश भ तो उनक शय य भ जडता ददखती ह ऩय वासतव भ उनक शय य चचनभम होत ह

बगवान की सवथा शयण हो जान ऩय शयणागत क लरए बगवान की कऩा ववशषता स परकट होती ह ऩय भाि सॊसाय का सनहऩवक ऩारन कयन वार औय बगवान स अलबनन यहन वार वातसलमभमी भाता रकषभी का परब-शयणागत ऩय ककतना अचधक सनह होता ह व ककतना अचधक पमाय कयती ह इसका कोई बी वणन नह ॊ कय सकता रौककक वमवहाय भ बी दखन भ आता ह कक ऩनतवरता सतरी को वऩतबि ऩि फहत पमाया रगता ह

परभबाव स ऩरयऩण परब जफ अऩन बि को दखन क लरए ऩधायत ह तो भाता रकषभी बी परब क साथ आती ह ऩयनत कोई बगवान को न चाहकय कवर भाता रकषभी को ह चाहता ह तो उसक सनह क कायण भाता रकषभी बी आ जाती ह ऩय उनका वाहन ददवानध उलर होता ह ऐस वाहनवार रकषभी को परादऱ कयक भनषम बी भदानध हो जाता ह अगय उस भाॉ को कोई बोगमा सभझ रता ह तो उसका फडा बाय ऩतन हो जाता ह कमोकक वह तो अऩनी भाॉ को ह कदवदश स दखता ह इसलरए वह भहान अधभ ह

जहाॉ कवर बगवान का परभ होता ह वहाॉ तो बगवान स अलबनन यहन वार रकषभी बगवान क साथ आ ह जाती ह ऩह जहाॉ कवर रकषभी की चाहना ह वहाॉ रकषभी क साथ बगवान बी आ जाम मह ननमभ नह ॊ ह

शयणागनत क ववषम भ एक कथा आती ह सीताजी याभ जी औय रकषभणजी जॊगर भ एक व क नीच फठ थ उस व की शाखाओॊ औय टहननमो ऩय एक रता छाई हई थी रता क कोभर-कोभर तनत पर यह थ उन तनतओॊ भ कह ऩय नमी-नमी कोऩर ननकर यह थीॊ औय कह ॊ ऩय तामरवण क ऩतत ननकर यह थ ऩषऩ औय ऩततो स रता छाई हई थी उसस व की सनदय शोबा हो यह थी व फहत ह सहावना रग यहा था उस व की शोबा को दखकय बगवान शरीयाभ रकषभण जी स फोर दखो रकषभण मह रता अऩन सनदय-सनदय पर सगशचनधत पर औय हय -हय ऩवततमो स इस व की कसी शोबा फढ यह ह जॊगर क अनम सफ व ो स मह व ककतना सनदय ददख यहा ह इतना ह नह ॊ इस व क कायण ह साय जॊगर की शोबा हो यह ह इस रता क कायण ह ऩश-ऩी इस व का आशरम रत ह धनम ह मह रता

बगवान शरीयाभ क भख स रता की परशॊसा सनकय सीताजी रकषभण स फोर दखो रकषभण बमा तभन खमार ककमा कक नह ॊ दखो इस रता का ऊऩय चढ जाना

पर ऩततो स छा जाना तनतओॊ का पर जाना म सफ व क आचशरत ह व क कायण ह ह इस रता की शोबा बी व क ह कायण ह अत भर भ भदहभा तो व की ह ह आधाय तो व ह ह व क सहाय तरफना रता सवमॊ कमा कय सकती ह कस छा सकती ह अफ फोरो रकषभण जी तमह ॊ फताओ भदहभा व की ह हई न व का सहाया ऩाकय ह रता धनम हई न

याभ जी न कहा कमो रकषभण मह भदहभा तो रता की ह हई न रता को ऩाकय व ह धनम हआ न

रकषभण जी फोर हभ तो एक तीसय ह फात सझती ह

सीता जी न ऩछा वह कमा ह दवय जी

रकषभणजी फोर न व धनम ह न रता धनम ह धनम तो मह रकषभण ह जो दोनो की छामा यहता ह

बगवान औय उनकी ददवम आहलाददनी शकति दोनो ह एक दसय की शोबा फढात ह कोई उन दोनो को शरदष फताता ह कोई कवर बगवान को शरदष फताता ह औय कोई कवर उनकी आहलाददनी शकति को शरदष फताता ह शयणागत बि क लरए तो परब औय उनकी आहलाददनी शकति दोनो का ह आशरम शरदष ह

जफ भनषम बगवान की शयण हो जाता ह उनक चयणो का सहाया र रता ह तो वह समऩण पराखणमो स ववघन-फाधाओॊ स ननबम हो जाता ह उसको कोई बी बमबीत नह ॊ कय सकता कोई बी कछ तरफगाड नह ॊ सकता

बगवान क साथ काभ बम दरष करोध सनह आदद स बी समफनध कमो न जोडा जाम वह बी जीव का कलमाण कयन वारा ह होता ह

कवर एक बगवान की शयण होन का तातऩम ह ndash कवर बगवान भय ह अव व ऐदवम-समऩनन ह तो फडी अचछी फात ह औय कछ बी ऐदवम नह ॊ ह तो फडी अचछी फात व फड दमार ह तो फडी अचछी फात औय इतन ननदषय कठोय ह कक उनक सभान दननमाॉ भ कोई कठोय ह नह ॊ तो बी फडी अचछी फात उनका फडा बाय परबाव ह तो फडी अचछी फात औय उनभ कोई परबाव नह ॊ हो तो बी फडी अचछी फात शयणागत भ इन फातो की कोई ऩयवाह नह ॊ होती उसका तो एक ह बाव यहता ह कक बगवान जस बी ह हभाय ह बगवान की इन फातो की ऩयवाह न होन स बगवान का ऐदवम भाधम सौनदम गण परबाव आदद चर जामग ऐसी फात नह ॊ ह ऩय हभ उनकी ऩयवाह नह ॊ कयग तो हभाय असर शयणागनत होगी

बगवान क परनत बिो क अरग-अरग बाव होत ह कोई कहता ह कक दशयथ जी की गोद भ खरनवार जो याभरारा ह व ह हभाय इदश ह याजाचधयाज याभचनिजी नह ॊ छोटा सा याभरारा कोई बि कहता ह कक हभाय इदश तो रडडगोऩार ह ननद क रारा ह व बि अऩन याभरारा को ननदरारा को सॊतो स आशीवाद ददरात ह तो बगवान को मह फहत पमाया रगता ह तातऩम ह कक बिो की दवदश बगवान क ऐदवम की तयप जाती ह नह ॊ

सॊत कहत ह कक अगय बगवान स लभरना हो तो साथ भ साथी नह ॊ होना चादहए औय साभान बी नह ॊ होना चादहए साथी औय साभान क तरफना बगवान स लभरो जफ साथी सहाया साथ भ ह तो तभ कमा लभर बगवान स औय भन फवदध ववदया धन आदद साभान साथ भ फॉधा यहगा तो उसका ऩयदा यहगा ऩयद भ लभरन थोड ह होता ह साथ भ कोई साथी औय साभान न हो तो बगवान स जो लभरन होगा वह फडा ववरण औय ददवम होगा

कछ बी चाहन का बाव न होन स बगवान सवाबाववक ह पमाय रगत ह भीठ रगत ह शचजसभ चाह नह ॊ ह कोई आकाॊा इचछा नह ॊ ह वह बगवान का खास घय ह बगवान क साथ सहज सनह हो सनह भ कछ लभरावट न हो कछ बी चाहना न हो जहाॉ कछ बी चाहना हो जाम वहाॉ परभ कसा वहाॉ तो आसकति वासना भोह भभता ह होत ह

बगवान एक फाय बि को खीॊच र तो कपय छोड नह ॊ बगवान स ऩहचान न हो तफ तक तो ठीक ह अगय उसस ऩहचान हो गई तो कपय भाभरा खतभ कपय ककसी काभ क नह ॊ यहोग तीनो रोको भ ननकमभ हो जाओग

हाॉ जो ककसी काभ का नह ॊ होता वह सफ क लरए सफ काभ का होता ह ऩयॊत उसको ककसी स कोई भतरफ नह ॊ होता

शयणागत बि को बजन नह ॊ कयना ऩडता उसक दराया सवत सवाबाववक बजन होता ह बगवान का नाभ उस सवाबाववक ह फडा भीठा पमाया रगता ह जस दवास अऩन आऩ चरता यहता ह दवास क तरफना हभ जी नह ॊ सकत ऐस ह शयणागत बि बजन क तरफना नह ॊ यह सकता

शचजसको सफ कछ अवऩत कय ददमा उसक ववसभयण भ ऩयभ वमाकरता भहान छटऩटाहट होन रगती ह नायदबकति सि भ आमा ह तददरसभयण ऩयभ वमाकरतनत ऐस बि स अगय कोई कह कक आध ण क लरए बगवान को बर जाओ तो तीनो रोको का याजम लभरगा तो वह इस ठकया दगा बागवत भ आमा ह

तीनो रोको क सभसत ऐदवम क लरए बी उन दवदरब बगवचचयणकभरो को जो आध ननभष क लरए बी नह ॊ तमाग सकत व ह शरदष बगवदबि ह

बगवान कहत ह- सवमॊ को भझ अवऩत कयन वारा बि भझ छोडकय बरहमा का ऩद इनि का ऩद समऩण ऩरथवी का याजम ऩातारादद रोको का याजम मोग की सभसत लसवदधमाॉ औय भो को बी नह ॊ चाहता

अनकरभ

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ण का बी परभाद भतम ह

ह चतनम दव त इस ववसतत जगत को द घ कार स चरा आता भत सभझ त ऐसा खमार भत कय फठना कक भया ऩव जनभ था औय वहाॉ ककम हए ऩाऩ ऩणमो क परसवरऩ मह वततभान जनभ हआ ह औय इस वततभान जनभ भ कभ उऩासनादद साधन-सॊऩनन होकय ऻान परादऱ करॉ गा औय भो का बागी फनॉगा भझस ऩथक अनम रोग बी ह शचजनभ स कोई भि ह कोई फदध ह

पमाय अनतकयणरऩी गपा भ फठकय इस परकाय का ववचाय भत कयना कमोकक मह साया ववदव सवपनवत ह जस ण बय स तझको सवपन भ ववसतीण सॊसाय ददख जाता ह औय उस ण क ह अनदय त अऩना जनभादद भान रता ह वस ह मह वततभान कार का जगत बी तया ण बय का ह परभाद ह

वपरम आतभन न तया ऩहर जनभ था न वततभान भ ह औय न आग होगा मदद णभाि क लरए अऩन आसन स हटगा अऩन आऩको सवरऩ भ शचसथत न भानगा परभाद कयगा तो वह परभाद ववसतीण जगत हो बासगा पमाय त अऩन आऩको भन फवदध आदद क छोट स आॉगन भ भत सभझ जस भहान सभि भ छोट फडी अनक तयॊग ऩदा औय नदश होती यहती ह वस ह अनॊत अनॊत भन फवदध आदद तयॊग तझ भहासागय भ ऩदा हो होकय नदश होती यहती ह भन फवदध की कलऩना ह सॊसाय ह नह ॊ नह ॊ भन-फवदध ह सॊसाय ह इनस लबनन सॊसाय की सतता ककॊ चचत भाि बी नह ॊ ह भन फवदध की बी अऩनी अरग सतता नह ॊ ह तय ह सतता स भन फवदध बासत ह जस भरबलभ भ यत ह जर होकय बासती ह वस त ह जगत होकय बास यहा ह जस यत सदव यत ह ह कपय बी दय स जर नजय आता ह वस ह त चतनम आतभा सदव

जमो का तमो एकयस ननववकाय अखणड आननदघन ह ऩयॊत भन-फवदध भ स जगत होकय बासता ह दख बाषमकाय सवाभी कमा कहत ह

भयमखणडसखाममोध फहधा ववदववीचम उतऩदयनत ववर मनत भामाभारतववभरभात

भझ अखणड आननद सवरऩ आतभारऩी सागय भ भामारऩी ऩवन स भराॊनत क कायण अनक-अनक ववदवरऩी तयॊग उतऩनन हो यह ह औय ववर न हो यह ह

अनकरभ

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ना कयो नीॊद स पमाय याजा बतहरय कहत ह कक भन बोग नह ॊ बोग बोगो न भझ बोग लरमा सभम न भझ

काट लरमा फीभाय का इराज तो हो सकता ह ऩयनत वदधावसथा को आन स कोई बी नह ॊ योक सकता साया ददन ननयाकाय स ह रन दन ह सख बी ननयाकाय ह औय द ख बी ननयाकाय ह कचच खणक वयागम स तो कलमाण नह ॊ हो सकता जस अधकचची चीज खान स कदश होता ह

आग जरानी ह तो पॉ कन वार जरा सकन वार न जरा जफ तक खद नह ॊ आती तफ तक खदा का ऩता नह ॊ रगता सवाभी याभ को उसकी

आतभा की रगन खीॊच यह थी उनहोन अनायकर क बय फाजाय भ अऩन फचचो क हाथो स उॉगलरमाॉ खीॊच र ॊ औय आतभदव की भसती भ भसत हो गम चर जान की ताकत आ गई

कार का ऻात औय अऻात रऩ हभ पाड ननगर यहा ह हभ सबी नासभझ फनकय फयहभ दननमा की वसतओॊ स परभ का नाटक खर यह ह

एक फाय एक सादहतमकाय साथी स ऩछा गमा बाई तभ आज इतन ऩयशान कमो ददखाई दत हो

जीवन-सॊचगनी क ननवाचन भ घयफाय छोड चका हॉ कमोकक वह जीवन औय भतम भ बी भया साथ ननबामगी सॊसाय की कोई शकति भय सभीऩ आन स उस नह ॊ योक सकगी

कछ ददनो क फाद व बावक कराकाय ऩागरखान भ ह बगवान क पमाय हो गम कमोकक जीवन सॊचगनी न अऩना घय उनक लरम नह ॊ छोडा इसीलरए तो फदध न सॊऩण सतम क लरम घय छोडा मशोधया औय याहर को छोड ददमा मह कहत-कहत कक ओ णबॊगय बव याभ-याभ बतहरय न याजम लसॊहासन छोडा इसी सतम-अनवषण क लरए कक परभ का अभय सॊदश कहाॉ ह औय वह अनत भ लभरा आतभ-साातकाय भ

बरा इस सॊसाय क सवाथ बय कण-कण भ बी याहत ह नह ॊ कोभरता ह नह ॊ सतमता ह नह ॊ मह जानत हए बी भोहऩाश भ भानव की भहाकामा कमो सभादहत ह कमो

आफदध ह इसका एक ह कायण ह भनषम अऩन चचय सनातन ववचायरऩी धन को इस सॊसाय भ बर फठा ह अबाव बी तरफना ववचाय क भतम ह औय वबव बी भौत की ह ननशानी ह

भानव तरफना आतभफोध क सॊसाय भ सॊसाय क कण-कण भ भौत का फरावा द यहा ह

वववक जागन का भाग ह गर क दय ऩय झक जाओ औय अनतभख हो जाओ सॊत नसखा फतात ह कक सॊसाय का शहॊशाह फनन क लरए उस अननदश को सवीकाय कयो ववचाय कयक अगय ऩरयशचसथनत नह ॊ सॉबरती तो अननदश होना ह ह

जो भसकया सकता ह वह अभीय ह जो योता ह वह गय फ ह फाहय कभया तो वातानकर ह ऩय ददर चचनतातय ह तभन तो ददर भ अॊगीठी सरगाई हई ह ऐ ऩयभदवय की जात त तो रहानी नय ह शकर कय कक त ह त ह तो जवान ह औय अबी भौत क वायनट जाय नह ॊ हए लभटटी क द ऩक भ तर जर यहा ह औय तर भ फतती ह त पट ऩयान कऩडो भ बी ऩयभदवय की ओय बाग सकता ह

शचजनकी टाॉग टट हई ह हाथ टट हए ह उनहोन ह अननदश सवीकाय कय लरमा ह चचनता ऩरयशचसथनत क अधीन नह ॊ चचनता आदत ह

मा कोई द वाना हॉस मा शचजस त तौकपक द वयना इस दननमाॉ भ यहक भसकया सकता ह कौन

मा तो ऩागर हॉसता ह मा शचजसको त बकति की भसती द वह हॉसता ह नह ॊ तो सॊसाय भ हॉसना फडा कदठन ह

तन तो मॉ ह खमारो का फोझा लसय ऩय उठामा हआ ह जस गाडी ऩय फठ आदभी न लसय ऩय फोझा यकखा हो इसलरए अनतय स शनम होकय आतभा का धमान चचनतन कय तया बरा होगा

अनकरभ

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आतभ-ननदषा वपरम साधक फहत परमास कयन ऩय बी भन शानत नह ॊ होता ववततमाॉ शचसथय नह ॊ होती

तमहाय साधना ननषपर सी बास यह ह अहॊकाय ववर न होन क फदर ठोस होता चरा जा यहा ह कोई उऩाम नह ॊ नजय नह ॊ आता

दख एक यहसम सभझ र मदद त भन की ववततमाॉ स डयकय उनको शचसथय कयन का उऩाम कयगा तो भन जमादा ऩदश होता जामगा अहॊकाय खडा ह यहगा कमोकक वासतव भ व तय ह सतता स शचजनद ह इसलरए त भन औय भन की सवव यज तभोगणवार ववततमो को लभरथमा

जानकय उनकी तयप स फऩयवाह हो जा ऐसा कयन ऩय भन अऩन आऩ शानत हो जामगा कमा तन फहसऩनत क ऩि कच का हार नह ॊ सना

कच न फहत वषो तक अहॊकाय को ननवतत कयन का परमतन ककमा औय अहॊकाय अचधक ऩदश होता गमा तफ दवगर फहसऩनत न उस कहा ऩि मह अहॊकाय तझ आतभा भ लभरथमा सपया ह उसका कमा उऩाम कयता ह उसको लभरथमा जान लभरथमा क लरए ऩरयशरभ भत कय ऐसा उऩदश सनकय कच को ऻान हो गमा औय वह जीवनभि होकय ववचया

अत ह अहॊकाय क ऩीछ डॊडा रकय बागन वारो डॊड को प क दो कमो लभरथमा शरभ कयत हो माद यखो शचजस सभम तभ अहॊ को लभरथमा जान रोग उसी ण वह ननवतत हो जामगा यजज का सऩ राठी स नह ॊ भयगा उसक लभरथमातव क ऻान स ह उसकी तातकालरक ननववतत होती ह

ववततमो को सदा क लरए शचसथय कयन की भहनत भत कयो सव ववततमो का जो परकाशक ह अचधदषानरऩ तमहाया आतभा ह उस जान रो आतभननदष हो यहो औय ववततमो की ऩयवाह भत कयो ववततमाॉ अऩन आऩ शानत होती जामगी

अनकरभ

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धमान-सॊकत

परातकार भ बराहम भहत भ सनान-शौचादद स ननवतत होकय अऩन साधना क आसन ऩय फठ जाओ धऩ-द ऩ स हो सक तो ताज परो स वातावयण को भहका दो ऩदमासन लसदधासन मा सखासन भ फठकय थोड पराणामाभ कयो आनतय कमबक औय फदहकमबक क साथ तरिफनध कयो कपय शानत होकय फठ जाओ आॉख फनद कयो दवदश आऻाचकर भ शचसथय कयो अथवा ऊऩय ववशार गगन की ओय उठाओ आॉखो की ऩतलरमाॉ ऊऩय की ओय खीॊचो कपय दढ बावना कयो कक

भराधाय चकर भ सषदऱ ऩडी हई शकति जगकय ऊधवगाभी हो यह ह ऊऩय उठ यह ह औय ऊऩय औय ऊऩय नालब कनि रदम औय भशचसतषक की शकतिमाॉ ऊऩय उठ यह ह ऊऩय औय ऊऩय औय ऊऩय शाफाश चचततववततमाॉ ऊऩय जा यह ह गगन क उस ऩाय ऩहॉच यह ह

शचजस परकाय तजसवी ऩामरट अऩन हलरकापटय को ऊऩय र जाता ह इसी परकाय तभ अऩनी शकतिमो को ऊऩय र जाओ दढ बावना कयो कक तभ ऊऩय उठ यह हो तमहाया भन ऊऩय उठ यहा ह तमहाय ववचाय ददवम हो यह ह ॐॐॐ

गयदन सीधी यखो शय य सवसथ औय टटटाय दवदश औय आॉखो की ऩतलरमाॉ ऊऩय की तयप तमहाय सॊऩण शकतिमाॉ ऊऩय की ओय उठ यह ह अनबव कयत चरो कक अऩन आतभा की शकतिमो का ववकास हो यहा ह तमहाय भन औय फवदध का ववकास हो यहा ह भन भजफत हो यहा ह ॐॐॐ

सॊकलऩ कयत जाओ कक अफ तभ हलक रोगो क सॊग नह ॊ कयोग ववषमी रोगो क सॊऩक स दय यहोग ददवम ईदवय म भाग ऩय चरन वार साधक रोगो स ह दोसती यखोग

तभ ऋवष-भननमो क वॊशज हो तमहाय लरम आतभा क परकाश भ ह ववचयना शोबनीम ह तभ उस आतभगगन भ गनतभान हो यह हो आनतरयक शकतिमो को खोजन क लरए अदबत साहस लभर यहा ह ॐॐॐ

हभाया जीवन ऩववि हो यहा ह औय सदा क लरए ऩववि यहगा बीतय की शकतिमाॉ ऊऩय उठ यह ह हभाया साधनारऩी हवाई जहाज उततयोततय ऊऩय जा यहा ह फरगाडी हजाय सार चर कपय बी सागय क ऩाय नह ॊ जा सकती रककन हवाई जहाज उड तो ऩाॉच घणट भ ह दश-ववदश की मािा कया द इसी परकाय तभ ऩयभातभा की ओय मािा कयन क लरए ऊऩय उठ यह हो

ऊऩय उठो औय ऊऩय तभ ककसक लशषम हो मह ऩता ह न हभ दफर जीवन नह ॊ तरफताना ह तभ ककन पराचीन ऋवष-भननमो क वॊशज हो तमह ऩता ह न

फर आतभफर

तमहाय भानलसक शकतिमो का ववकास हो यहा ह तमहाय फवदध खखर यह ह तमहाय ऊऩय ऩयभातभा की कऩा फयस यह ह ॐॐॐ

तमहाय शकतिमो का वाममान ऊॉ च उड यहा ह तमहाय जीवन का हलरकॉपटय ऊऩय की ओय मािा कय यहा ह ॐॐॐ

अफ तमहाया परगाढ धमान रग यहा ह ॐ शाशचनत शाशचनत शाशचनत

अनकरभ

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चचततववशराशचनत-परमोग

चचतत क उऩशभ क लरए एक परमोग खफ उऩमि ह

ककसी सवचछ एकानत सथान भ कमफर मा टाट का आसन तरफछाकय उस ऩय रट जाओ अफ शय य को खफ खीॊचो ऩय स लसय तक तभाभ अॊगो को कसयत लभर जाम यगयग को वमामाभ लभर जाम इस परकाय शय य को तनाव दो जस कतता मा तरफलर अऩन शय य को रमफा कयक खीॊचत ह वस दो ढाई लभनट तक हाथ ऩाॉव को पराकय खफ खीॊचो नस-नाकतडमाॉ जो काभ न कयती हो व बी काभ कयन रग जाम

दो ढाई लभनट क फाद शय य को खीॊचना छोड दो सफ अॊगो को ढ र छोड दो एकदभ शानत ऩड यहो शचजहवा को भख स फाहय ननकारकय दाॉतो स हलकी सी दफाओ होठो को फनद यखो दोनो हाथो की ऩहर उॊगर अॉगठ स दफाओ इस परकाय ऻानभिा भ औय ववशराशचनत भिा शवासन का परमोग कयो ऻानभिा स ऻानतॊतओॊ को ऩवदश लभरती ह थोडी दय क फाद अगय ऻानभिा भ औय शचजहवा को फाहय यखन भ ऩरयशरभ जसा भहसस हो तो दोनो को छोड दो तरफलकर सवाबाववक आयाभदामक शचसथनत रग इस परकाय हाथो को घटनो की ओय परा दो तन औय भन को ऩण आयाभ कयन दो

अऩन चचतत को ककसी बी परकाय क चचनतन की फकतडमाॉ न ऩहनाओ चचतत को ननशचदळॊत कय दो मदद कोई चचनतन होन रग तो उस चचनतन को सावधान होकय ननहायत जाओ दवासोचवास को ननहायत जाओ जस बगवान ववषण ीय सागय भ मोगननिा भ ववयाजभान ह वस तभ बी अऩन साधना क आसन ऩय मोगननिा भ ववशराशचनत ऩात जाओ बावना कयत जाओ कक हभ आयाभ ऩा यह ह अऩन अनतमाभी याभ भ

इस सभम आऩका कोई कततवम नह ॊ कोई चचनता नह ॊ आऩ ऩण आयाभ ऩा यह हो चचतत को ववशराशचनत क परसाद भ ऩावन होन दो

मह चचवततशराशचनत परमोग तभाभ परकाय क दोषो को दय कयन भ सहाम दगा इसस अचछ-अचछ ववचाय उतऩनन होत ह औय आयोगम ऩदश होता ह

अनकरभ

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पराथना-ननझय

ऩयभातभ-चतनम भ अननत अननत परकाय की ववततमाॉ उठती ह औय अननत परकाय स सतता सपनत औय साभरथम लभरता ह कपय बी जो ऩण का ऩण ह उस ऩण ऩरषोततभ का हभ धमान कयत ह

सॊसाय की वासना स बटकत जीवो को जनभ-भयण क चकर स फचान क लरए शचजस ऩयभातभा न सतशासतरो औय सतऩरषो का साशचननधम ददमा उस ऩयभ सरद ऩयभातभा का हभ धमान कयत ह अफोध फारक को कीतन धमान बकति मोग क ऩववि साधन दकय शचजस ऩयभातभा न अऩना साातकाय कयान की वमवसथा यखी ह उस ऩयभातभा को हभ पमाय कयत ह औय उसी भ हभ ववशराभ ऩात ह

शचजस पमाय ऩयभातभा न हभ भानवदह ददमा सदफवदध दो शरदधा द सतसॊग भ जान की परयणा द उस ऩयभ सरद ऩयभातभा को हभ पमाय कयत ह उस परब की कऩा स हभाय ऩाशवी ववततमाॉ फदरकय आतभालबभख हो यह ह सनह क सागय उस ऩयभातभा को पराथना कयत ह कक ह

परब हभाय ववततमाॉ उततयोततय आऩक अलबभख होती यह औय एक ददन ऐसा आ जाम कक उन सफ ववततमो स ऩाय होकय ववततमो क आधायसवरऩ आऩ ऩयभातभा भ हभाया अहॊ ववरम हो जाम आऩकी ऩयभ चतना भ ऩयभ शाॊनत भ ऩयभ पमाय भ ऩयभ साभरथम भ आऩक ऩयभ सनदय सवरऩ भ हभाय भन की ववततमाॉ शानत हो जाम हभाय चचतत की चतना शचजस सतता स आती ह उस ऩयभ सतता भ हभ जलद स जलद ववशराशचनत ऩाम

हभ परनतददन भौत की तयप सयक यह ह ह जीवनदाता परब ह अभय आतभदव ह ऩयभातभ दव ह गरदव हभ भौत क ऩहर अभयता का अऩन असर सवरऩ का साातकाय कय र अऩन आऩको जान र अनमथा जगत का सफ जाना हआ अनजाना हो जामगा जगत का ऩामा हआ सफ ऩयामा हो जामगा ऐसी घकतडमाॉ आमगी कक हभ अऩन घय भ ह ऩयाम हो जामग अऩन ऩरयवाय ह ऩयाम हो जामग अऩन रयशत-नातो भ ह ऩयाम हो जामग रोग हभ शभशान भ र जामग चचता की बबकती आग इस शय य को जरामगी शय य को अशचगन जराम उसक ऩहर ह परब तमहाय ऻानाशचगन स हभाय भभताएॉ औय आसकतिमाॉ जर जाम ह गरदव आऩक उऩदश क परबाव स हभाया अहॊ फाचधत हो जाम रोग हभ शभशान भ छोड जाम उसक ऩहर हभ तभ तक ऩहॉच जाम ह परब तभ दमा कयना अऩन घय भ हभ ऩयाम हो जाम उसस ऩहर हभ तय घय ऩहॉच जाम तय दराय ऩहॉच जाम ह दवश ह जगद श असतो भा सदगभम तभसो भा जमोनतगभम भतमोभाऽभतॊ गभम

हभ असत आसकतिमो स फचा हभ असत वासनाओॊ स फचा हभ असत अहॊकाय स फचा असत समफनधो स हभ फचा असत इचछाओॊ स फचा ह भय सतम-सवरऩ परभ-सवरऩ आननद-सवरऩ ईदवय ह अनतमाभी ह भीया क कनहमा ह शफय क याभ ह नाभदव क ववटठर ह धनना क ठाकयजी ह मोचगमो की आतभा तय अननत नाभ ह अननत रऩ ह भ नह ॊ जानता तझ ककस ववचध रयझाऊॉ रककन त तो जानता ह

ह दमाननध परबो हभ असतम स ननकर सक मह हभाय फस की फात नह ॊ रककन तय करणा ऩय बयोसा ह तय कऩा ऩय बयोसा ह त हभ असतम अहॊकाय स असतम आसकतिमो स फचाकय ऩाय रगा द हभाय जीवन नमा असतम अहॊकाय स असतम आसकतिमो स असतम दह की भभता स हभाया जीवन फयफाद हआ जा यहा ह असतम ऩदाथो भ हभाया आमषम नदश हो यहा ह हभ अनधकाय स फचाकय अऩन परभ परकाश की ओय र चर ऻान-परकाश की ओय र चर अहॊ बरहमाशचसभ क खजान की ओय र चर

हभ कफ तक इस बवाटवी भ बटकना ऩडगा कफ तक सॊसाय क समफनधो भ उरझना ऩडगा कफ तक सॊसाय की सयकती हई चीजो क ऩीछ फयफाद होना ऩडगा

ह ऩयभातभा त हभ फर द त हभ अऩन सवबाव भ सभा र

अनकरभ

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हो गई यहभत तय ह पमाय सदगर ऩयभातभा भझ अऩनी आतभ-भसती भ थाभ रो भ सॊसारयमो क अऻान

भ कह ॊ फदर न जाऊॉ भोह-भभता भ कह ॊ कपसर न जाऊॉ

जसीॊ शचजम जान यह जसीॊ तन भ पराण यह परीत सॊधी डोय तो ऩास सयधी यह

डऩ आह भख इहो वञजो भताॊ तो खाॊ भाॊ ववछडी अञाॊ परीत सॊधी डोय सजण आह कचडी

जोयसाॊ जरजा अञाॊ नॊढडो ह फारक तफ तक जी भ जान ह तन भ पराण ह तफ तक भय साधना की डोय भय परीनत की

डोय तय तयप सयकती यह सयकती यह

इस फात का त खमार यखना

आ जया ननाॊ क सदक भझको सदगर थाभर ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

शचजसन फीजो को जभीन भ फो ददमा उसक फीज अननत गन हो गम रककन शचजसन फीजो को नतजोय भ फनद कयक यख ददमा उसक फीज सड गम

जीवन एक बीतय की फहती धाया ह फीज ऩषऩ खखरान क लरम ह ऐस ह आनतरयक फीज आतभऻान का पर खखरान क लरए ह ह इस सीॊचत यहना सावधानी क साथ छोट सकोभर ऩौधो की सया कयत यहना कह ॊ तमहाय साधना क ऩौध ऩषऩो भ ऩरयणत हए तरफना उखाड न ददम जाम इसलरए साधना क सॊसकायो को सॉबारत यहना आहाय की शवदध वमवहाय की शवदध ववचाय की शवदध का खमार यखना परनतददन थोडा फहत अभमास कयत यहना तो म सॊसकायरऩी फीज ऩौधो भ ऩरयणत होत जामग औय ऩौध ऩषऩ दन रगग

ऻान की चचनगाय को पॉ कत यहना जमोनत जगात यहना परकाश फढात यहना ऻानभत क आचभन को दरयमा क रऩ भ फदरत यहना सयज की ककयण को सयज की खफय तक र जाना सदगरओॊ क परसाद को सतम की परानदऱ तक ऩचात यहना

फडी कीभती करणा-कऩा ऩयभातभा की ह सहज भ लभर हई इस ददवम चीज का कह ॊ अनादय न कय फठना तरफना परमास क लभर हई भलमवान चीज का कह ॊ गलती स अऩवमम न कय फठना तरफना शरभ क ऩाम हए ह यो का भलम कह ॊ कॊ कडो स न कय फठना

शचजसक लरए हभ यात-यात बय जग थ घय फाय छोडकय गरओॊ क दराया ऩय बाग थ वह चीज आऩको सहज भ लभर यह ह इसका अनादय भत कय दना इसकी कीभत कह ॊ छोट भत कय दना गरओॊ क परसाद को फढात यहना सॉबारत यहना हाहा ह ह भ कह ॊ इस अभत को तरफखय भत दना

दननमाॉ क चाय ऩसो की रारच भ इस आधमाशचतभक कोह नय को कह ॊ फच भत दना साया ववदव दाॉव ऩय रग जाम कपय बी मह आधमाशचतभक साधना का ह या तमहाया अनभोर यतन ह साय ऩरथवी बी इसका फदरा नह ॊ चका सकती ह

वह ऩयभातभा का धन तमहाय रदम भ परववदश होता यह इस आतभ-खजान का तभ खमार यखना इसकी फडी समहार यखना मह ईदवय म अभानत तमह ददर की झोर भ द जा यह ह उस रौटाओ तो अचधक कयक रौटाना मह ऐसा खजाना ह कक शचजतना ददमा जा यहा ह उसस अननत गना रौटान ऩय बी तमहाय ऩास यततीबय कभ न होगा ऐसी अनठी मह अभानत ह

आधमाशचतभक सॊसकायो क फीज अदबत ढॊग स पट ननकरत ह औय अदबत ढॊग स ववसताय को ऩात ह

साकी की पमार ऩीकय खद भमखाना हो गमा हॉ वऩमा तो पमार बय शयाफ रककन हो गमा शयाफखाना लरमा तो चलर बय रककन हो

गमा सागय

ऩीकय शयाफ भलशद भ खद भखाना हो गमा हॉ मो व बरहमव जानानत तषाॊ दवानाॊ फलरॊ ववहनत

जो उस बरहम ऩयभातभा को जानता ह दवता रोग बी उसका ऩजन कयत ह शकर का आदय-ऩजन इनिदव कयत ह कमोकक शकर बरहमवतता का लशषम ह ऻानी का लशषम बी इनिदव दराया ऩजा जाता ह अगय तभ ऻानी फन जाओग अऩन आतभ-खजान को ऩा रोग तो ककतनी गरयभा होगी

बरकय बी इस खजान का भलम छोटा न कयना कह ॊ सॊसाय की नौकय चाकय को इतना भलम न द फठना कक इस अनभोर खजान को बर जाओ सॊसाय क काम-वमवहाय को इतना भलम न दना कक इस वासतववक खजान को सॉबारन का सभम ह न फच तमहाय ऩास ऐसा धोखा तभ भत खाना भन धोखा दगा कमोकक तभ भन क सवाभी होन क यासत जा यह हो भन अऩना जार तरफछामगा कई चार चरगा भन क तरफछाम हए जार भ चगन क लरए अनन नह ॊ ह भोती नह ॊ ह ववष क कण ऩड ह

हो सक तो भौन ह हो जाना नह ॊ तो इशाय स काभ रना फोरना ऩड तो दो चाय शबदो स काभ ऩया कयना बोजन भ एकाध गरास कभ खा रना नीॊद की एकाध झऩकी कभ स रोग तो बी काभ चर जामगा कबी ऐस ददन बी आ जामग कक तभ ऩाॉव ऩसाय कय सदा क लरए सो जाओग दननमाॉ क रोग ऩकायग चचलरामग तो बी तभ आवाज तक नह ॊ दोग भतम की रमफी नीॊद भ जान स ऩहर तभ मोगननिा भ सो रना सोत-सोत भ याभ भ आयाभ ऩा यहा हॉ इस बाव भ सो रना

परबात भ जफ उठो तफ थोडी दय शानत होकय फठ यहना आतभधमान भ गोता भायना फाद भ ह तरफसतय का तमाग कयना नीॊद भ स उठकय चाय-ऩाॉच लभनट आतभ-चचनतन कयत हए तरफसतय ऩय फठ यहना फहत दहतावह ह ॐॐॐ

अनकरभ

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बजन भान कमा शचजस कभ स शचजस शरवण स शचजस चचनतन स शचजस जऩ स शचजस सवा स बगवदाकाय ववतत फन उस बजन कहा जाता ह

सॊसाय की आसकति लभटान क लरए बजन की आसकति अतमॊत आवशमक ह साय ऻानो व फरो का जो आधाय ह वह आतभफर व आतभऻान ऩाना ह जीवन का उददशम हो जीवन का सम ढरन स ऩहर जीवनदाता भ परनतवदषत हो जाओ अनमथा ऩछताना ऩडगा असपरता औय दफरता क ववचाय उठत ह उस बगवननाभ स औय ऩावन ऩसतको क अधममन स हटा ददमा कयो

अम भानव ऊठ जाग अऩनी भहानता को ऩहचान कफ तक बवाटवी भ बटकगा जो बगवान वकणठ भ करास भ औय ऋवषमो क रदम भ ह वह क वह उतन क उतन तय ऩास बी ह ऊठ जाग अऩन पमाय को ऩहचान सतसॊग कयक फवदध को फढा औय ऩयबरहम ऩयभातभा भ परनतवदषत हो जा

शाफाश वीय शाफाश दहमभत साहस जो कछ कय ऩयभातभा को ऩान क लरए कय मह तझ ऩयभातभा भ परनतवदषत ऩरषो तक

ऩहॉचा दगा औय त बी ऩयभातभा भ परनतवदषत हो जामगा

ॐ ऩजमऩाद सॊत शरी आसायाभजी फाऩ क सतसॊग परवचन स ॐ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

अनकरभ

Page 2: आत्भमग - Hariom Group · 2016. 1. 15. · क *ई ऩुि नह 2, भय कई ऩत्नी नह , भया कई ऩनत नह , भया कई बाई

परासताववक

इस ननह ॊ सी ऩसतक भ बकति मोग औय ऻानभाग क ऩववि आतभाओॊ क लरए सहज भ अनतसतर स सपरयत भहाऩरषो की वाणी ननदहत ह शचजसभ गीता बागवत याभामण आदद क परभाण सदहत उन सतऩरषो क अनबव छरकत ह

शचजतना गढ ववषम ह उतना ह सयर बी ह चाह बि हो चाह मोगी हो चाह ऻानभागी हो चाह ककसी बी धभ भत ऩॊथ ववचायो को भाननवारा हो सफको इस ओजऩण अनबव-सॊऩनन आतभमोग कयान वार ददवम वाणी स राब होगा औय उन ऩववि आतभाओॊ क दराया म अनबव-सॊऩनन वचन औयो तक बी ऩहॉचग

सतऩरषो क वचन को लरवऩफदध कयन भ अगय कोई िदट यह गई हो तो वाचक कऩा कयक हभ सचचत कय हभ आबाय होग

ववनीत शरी मोग वदानत सवा सलभनत

अभदावाद आशरभ

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

बरहमचम-या का भॊि

ॐ नभो बगवत भहाफर ऩयाकरभाम

भनोलबरावषतॊ भन सतॊब कर कर सवाहा योज दध भ ननहाय कय 21 फाय इस भॊि का जऩ कय औय दध ऩी र इसस बरहमचम की

या होती ह सवबाव भ आतभसात कय रन जसा ननमभ ह

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

अनकरभ ऩजम फाऩ का ऩावन सॊदश 2

परासताववक 3

बरहमचम-या का भॊि 3

आतभमोग 4

जागो अऩनी भदहभा भ 8

बवसागय का ककनाया वयागम 10

आतभ-अवगाहन 14

चचतत का ननभाण 23

ऩरयपरदलन 25

जनक-ववचाय 34

भाभकॊ शयणॊ वरज 37

ण का बी परभाद भतम ह 46

ना कयो नीॊद स पमाय 47

आतभ-ननदषा 48

धमान-सॊकत 49

चचततववशराशचनत-परमोग 50

पराथना-ननझय 51

हो गई यहभत तय 53

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

आतभमोग

बगवान क पमाय बि दढ ननदळमी हआ कयत ह व फाय-फाय परब स पराथना ककमा कयत ह औय अऩन ननदळम को दहयाकय सॊसाय की वासनाओॊ को कलऩनाओॊ को लशचथर ककमा कयत ह ऩयभातभा क भाग ऩय आग फढत हए व कहत ह-

हभ जनभ-भतम क धकक-भकक अफ न खामग अफ आतभायाभ भ आयाभ ऩामग भया कोई ऩि नह ॊ भय कोई ऩतनी नह ॊ भया कोई ऩनत नह भया कोई बाई नह ॊ भया भन नह ॊ भय फवदध नह ॊ चचतत नह ॊ अहॊकाय नह ॊ भ ऩॊचबौनतक शय य नह ॊ

चचदाननदरऩ लशवोऽहभ लशवोऽहभ भोह भभता क समफनधो भ भ कई फाय जनभा हॉ औय भया हॉ अफ दय प क यहा हॉ

भभता को भोह को अफ ऻान की क ची स काट यहा हॉ रोब को ॐ की गदा स भायकय बगा यहा हॉ

भया योभ-योभ सॊतो की गर की कऩा औय करणा स ऩववि हो यहा ह आननदोऽहभ शानतोऽहभ शदधोऽहभ ननववकलऩोऽहभ ननयाकायोऽहभ भया चचतत परसनन हो यहा ह

हभ याभ क थ याभ क ह औय याभ क ह यहग ॐ याभ ॐ याभ ॐ याभ

कोई बी चचनता ककम तरफना जो परब भ भसत यहता ह वह सहनशीर ह वह साधफवदध ह

आज ईदवय ह कर सॊसाय ह ईदवय कर नह ॊ हो सकता ईदवय सदा ह सॊसाय ऩहर नह ॊ था सॊसाय ऩामा जाता ह ईदवय ऩामा नह ॊ जाता कवर सभनत आ जाम ईदवयतव की तो वह भौजद ह सभनत भािण ईदवय ऩयभातभा हभाय स कबी दय गम ह नह ॊ उनकी कवर ववसभनत हो गई आन वार कर की चचनता छोडत हए अऩन शदध आतभा क बाव भ शचजस ण आ जाओ उसी ण ईदवय म आननद मा आतभ-खजाना भौजद ह

बगवान को ऩदाथ अऩण कयना सवण क फतनो भ बगवान को बोग रगाना अचछ वसतरारॊकाय स बगवान की सवा कयना मह सफ क फस की फात नह ॊ ह रककन अनतमाभी बगवान को पमाय कयना सफ क फस की फात ह धनवान शामद धन स बगवान की थोडी-फहत सवा कय सकता ह रककन ननधन बी बगवान को परभ स परसनन कय सकता ह धनवानो का धन शामद बगवान तक न बी ऩहॉच रककन परलभमो का परभ तो ऩयभातभा तक तयनत ऩहॉच जाता ह

अऩन रदम-भॊददय भ फठ हए अनतयातभारऩी ऩयभातभा को पमाय कयत जाओ इसी सभम ऩयभातभा तमहाय परभपरसाद को गरहण कयत जामग औय तमहाया योभ-योभ ऩववि होता जामगा कर की चचनता छोड दो फीती हई कलऩनाओॊ को फीती हई घटनाओॊ को सवपन सभझो आन वार घटना बी सवपन ह वततभान बी सवपन ह एक अनतमाभी अऩना ह उसी को परभ कयत जाओ औय अहॊकाय को डफात जाओ उस ऩयभातभा की शाशचनत भ

ॐॐॐॐॐॐॐ

हभ शाॊत सखसवरऩ आतभा ह तपान स सयोवय भ रहय उठ यह थीॊ तपान शानत हो गमा सयोवय ननसतयॊग हो गमा अफ जर अऩन सवबाव भ शानत शचसथत ह इसी परकाय अहॊकाय औय इचछाओॊ का तपान शानत हो गमा भया चचततरऩी सयोवय अहॊकाय औय इचछाओॊ स यदहत शानत हो गमा अफ हभ तरफलकर ननसऩॊद अऩनी भदहभा भ भसत ह

भन की भनसा लभट गई बयभ गमा सफ दय गगन भणडर भ घय ककमा कार यहा लसय कट

इचछा भाि चाह वह याजलसक हो मा साशचववक हो हभको अऩन सवरऩ स दय र जाती ह ऻानवान इचछायदहत ऩद भ शचसथत होत ह चचनताओॊ औय काभनाओॊ क शानत होन ऩय ह सवतॊि वामभणडर का जनभ होता ह

हभ वासी उस दश क जहाॉ ऩाय बरहम का खर द मा जर अगभ का तरफन फाती तरफन तर

आननद का सागय भय ऩास था भझ ऩता न था अननत परभ का दरयमा भय बीतय रहया यहा था औय भ बटक यहा था सॊसाय क तचछ सखो भ

ऐ दननमाॉदायो ऐ फोतर की शयाफ क पमायो फोतर की शयाफ तमह भफायक ह हभन तो अफ पकीयो की पमालरमाॉ ऩी र ह हभन अफ याभनाभ की शयाफ ऩी र ह

दय हटो दननमाॉ की झॊझटो दय हटो रयशतनातो की जारो हभन याभ स रयशता अऩना फना लरमा ह

हभ उसी ऩयभ पमाय को पमाय ककम जा यह ह जो वासतव भ हभाया ह

आतभऻान भ परीनत ननयनतय आतभववचाय औय सतऩरषो का साशचननधम ndash मह आतभ-साातकाय की कॉ शचजमाॉ ह

हभ ननसॊकलऩ आतभ-परसाद भ परवश कय यह ह शचजस परसाद भ मोगदवयो का चचतत परसाद ऩाता ह शचजस परसाद भ भननमो का चचतत भननशीर होता ह उस परसाद भ हभ आयाभ ऩाम जा यह ह

तमह भतमदणड की सजा लभरन की तमाय हो नमामाधीश सजा दन क लरए करभ उठा यहा हो उस एक ण क लरए बी मदद तभ अऩन आतभा भ शचसथत हो जाओ तो नमामाधीश स वह लरखा जामगा जो ऩयभातभा क साथ तमहाय नतन शचसथनत क अनकर होगा तमहाय कलमाण क अनकर होगा

द ख का ऩहाड चगयता हो औय तभ ऩयभातभा भ डट जाओ तो वह ऩहाड यासता फदर तरफना नह ॊ यह सकता द ख का ऩहाड परकनत की चीज ह तभ ऩयभातभा भ शचसथत हो तो परकनत ऩयभातभा क खखराप कबी कदभ नह ॊ उठाती धमान भ जफ ऩयभातभ-सवरऩ भ गोता भायो तो बम चचनता शोक भसीफत म सफ कापय हो जात ह जस टॉच का परकाश ऩडत ह ठॉ ठ भ ददखता हआ चोय बाग जाता ह वस ह आतभववचाय कयन स आतभ-बाव भ आन भाि स बम शोक चचनता भसीफत ऩाऩरऩी चोय ऩरामन हो जात ह आतभ-धमान भ गोता रगान स कई जनभो क कभ कटन रगत ह अबी तो रगगा कक थोडी शाशचनत लभर भन ऩववि हआ रककन ककतना अभाऩ राब हआ ककतना कलमाण हआ इसकी तभ कलऩना तक नह ॊ कय सकत आतभ धमान की मकति आ गमी तो कबी बी ववकट ऩरयशचसथनतमो क सभम धमान भ गोता भाय सकत हो

भरफनध उडकतडमान फनध औय जारॊधय फनध मह तीन फनध कयक पराणामाभ कय धमान कय तो थोड ह ददनो भ अदबत चभतकारयक राब हो जामगा जीवन भ फर आ जामगा डयऩोक होना बमबीत होना छोट -छोट फातो भ यो ऩडना जया-जया फातो भ चचनतातय हो जाना मह सफ भन की दफरताएॉ ह जीवन क दोष ह इन दोषो की ननकारन क लरए ॐ का जऩ कयना चादहए पराणामाभ कयना चादहए सतऩरषो का सॊग कयना चादहए

जो तमह शय य स भन स फवदध स दफर फनाम वह ऩाऩ ह ऩणम हभशा फरपरद होता ह सतम हभशा फरपरद होता ह तन स भन स फवदध स औय धन स जो तमह खोखरा कय वह यास ह जो तमह तन-भन-फवदध स भहान फनाम व सॊत ह

जो आदभी डयता ह उस डयान वार लभरत ह

तरिफनध क साथ पराणामाभ कयन स चचतत क दोष दय होन रगत ह ऩाऩ ऩरामन होन रगत ह रदम भ शाशचनत औय आननद आन रगता ह फवदध भ ननभरता आन रगती ह ववघन फाधाएॉ भसीफत ककनाया कयन रगती ह

तभ ईदवय भ डट जाओ तमहाया दशभन वह कयगा जो तमहाय दहत भ होगा ॐ का जऩ कयन स औय सचच आतभवतता सॊतो की शयण भ जान स कदयत ऐसा यॊग फदर दती ह कक बववषम ऊॉ चा उठ जाता ह

अचर सॊकलऩ-शकति दढ ननदळम औय ननबमता होनी चादहए इसस फाधाएॉ ऐसी बागती ह जस आॉधी स फादर आॉधी चर तो फादर कमा दटक ग

भॉह ऩय फठी भकखी जया-स हाथ क इशाय स उड जाती ह ऐस ह चचनता करश द ख रदम भ आम तफ जया सा धमान का इशाया कयो तो व बाग जामग मह तो अनबव की फात ह डयऩोक होन स तो भय जाना अचछा ह डयऩोक होकय शचजम तो कमा शचजम भख होकय शचजम तो कमा शचजम बोगी होकय शचजम तो कमा खाक शचजम मोगी होकय शचजमो बरहमवतता होकय शचजमो ईदवय क साथ खरत हए शचजमो

कॊ जस होकय शचजम तो कमा शचजम लशशऩार होकय शचजम तो कमा शचजम लशशऩार मानी जो लशशओॊ को अऩन फचचो को ऩारन-ऩोसन भ ह अऩना जीवन ऩया कय द बर चाय ददन की शचजनदगी हो चाय ऩर की शचजनदगी हो रककन हो आतभबाव की चाय सौ सार शचजमा रककन अऻानी होकय शचजमा तो कमा खाक शचजमा भजदय की औय भया शचजनदगी जीना तो आतभऻान की

बतकार जो गजय गमा उसक लरम उदास भत हो बववषम की चचनता भत कयो जो फीत गमा उस बरा दो जो आता ह उस हॉसत हए गजायो जो आमगा उसक लरए ववभोदहत न हो आज क ददन भज भ यहो आज का ददन ईदवय क लरए आज खश यहो आज ननबम यहो मह ऩकका कय दो आज योकडा कार उधाय इसी परकाय आज ननबम आज नह ॊ डयत कर तो आमगी नह ॊ जफ कर नह ॊ आमगी तो ऩयसो कहाॉ स आमगी जफ आमगी तो आज होकय ह आमगी

आदभी ऩहर बीतय स चगयता ह कपय फाहय स चगयता ह बीतय स उठता ह तफ फाहय स उठता ह फाहय कछ बी हो जाम रककन बीतय स नह ॊ चगयो तो फाहय की ऩरयशचसथनतमाॉ तमहाय अनकर हो जामगी

ववघन फाधाएॉ द ख सॊघष ववयोध आत ह व तमहाय बीतय की शकति जगान कक लरए आत ह शचजस ऩड न आॉधी-तपान नह ॊ सह उस ऩड की जड जभीन क बीतय भजफत नह ॊ होगी शचजस ऩड न शचजतन अचधक आॉधी तपान सह औय खडा यहा ह उतनी ह उसकी नीॊव भजफत ह ऐस ह द ख अऩभान ववयोध आम तो ईदवय का सहाया रकय अऩन ऻान की नीॊव भजफत कयत जाना चादहए द ख ववघन फाधाएॉ इसलरए आती ह कक तमहाय ऻान की जड गहय जाम रककन हभ रोग डय जात ह ऻान क भर को उखाड दत ह

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

जागो अऩनी भदहभा भ सवाभी याभतीथ क फोरन का सवबाव था कक भ फादशाह हॉ भ शाहो का शाह हॉ

अभरयका क रोगो न ऩछा आऩक ऩास ह तो कछ नह ॊ लसप दो जोडी गरए कऩड ह याजम नह ॊ सतता नह ॊ कछ नह ॊ कपय आऩ शाहो क शाह कस

याभतीथ न कहा भय ऩास कछ नह ॊ इसलरए तो भ फादशाह हॉ तभ भय आॉखो भ ननहायो भय ददर भ ननहायो भ ह सचचा फादशाह हॉ तरफना ताज का फादशाह हॉ तरफना वसतओॊ का फादशाह हॉ भझ जसा फादशाह कहाॉ जो चीजो का ववषमो का गराभ ह उस तभ फादशाह कहत हो ऩागरो जो अऩन आऩ भ आनशचनदत ह वह तो फादशाह ह ववदव का समराट तमहाय ऩास स गजय यहा ह ऐ दननमाॉदायो वसतओॊ का फादशाह होना तो अहॊकाय की ननशानी ह रककन अऩन भन का फादशाह होना अऩन वपरमतभ की खफय ऩाना ह भय आॉखो भ तो ननहायो भय ददर भ तो गोता भाय क जया दखो भय जसा फादशाह औय कहाॉ लभरगा भ अऩना याजम अऩना वबव तरफना शत क ददम जा यहा हॉ रटाम जा यहा हॉ

जो सवाथ क लरए कछ द वह तो कॊ गार ह रककन जो अऩना पमाया सभझकय रटाता यह वह तो सचचा फादशाह ह

भझ फादशाह को अऩन आऩस दय कहाॉ

ककसी न ऩछा तभ फादशाह हो

हाॉ

तभ आतभा हो

हाॉ

तभ God हो

हाॉ इन चाॉद लसतायो भ भय ह चभक ह हवाओॊ भ भय ह अठखलरमाॉ ह परो भ भय ह सगनध औय चतना ह

म तभन फनाम

हाॉ जफस फनाम ह तफ स उसी ननमभ स चर आ यह ह मह अऩना शय य बी भन ह फनामा ह भ वह फादशाह हॉ

जो अऩन को आतभा भानता ह अऩन को फादशाहो की जगह ऩय ननमि कयता ह वह अऩन फादशाह सवबाव को ऩा रता ह जो याग-दरष क चचनतन भ पॉ सता ह वह ऐस ह कलऩनाओॊ क नीच ऩीसा जाता ह

भ चतनमसवरऩ आतभा हॉ आतभा ह तो फादशाह ह फादशाहो का फादशाह ह सफ फादशाहो को नचानवारा जो फादशाहो का फादशाह ह वह आतभा हॉ भ

अहॊ ननववकलऩो ननयाकाय रऩो

ववबवमापम सवि सवशचनिमाणाभ सदा भ सभतवॊ न भकतिन फनध

चचदाननदरऩ लशवोऽहभ लशवोऽहभ भकति औय फनधन तन औय भन को होत ह भ तो सदा भि आतभा हॉ अफ भझ कछ

ऩता चर यहा ह अऩन घय का भ अऩन गाॉव जान वार गाडी भ फठा तफ भझ अऩन घय की शीतरता आ यह ह मोचगमो की गाडी भ फठा तो रगता ह कक अफ घय फहत नजद क ह बोचगमो की गाकतडमो भ सददमो तक घभता यहा तो घय दय होता जा यहा था अऩन घय भ कस आमा जाता ह भसती कस रट जाती ह मह भन अफ जान लरमा

भसतो क साथ लभरकय भसताना हो यहा हॉ शाहो क साथ लभरकय शाहाना हो यहा हॉ

कोई काभ का द वाना कोई दाभ का द वाना कोई चाभ का द वाना कोई नाभ का द वाना रककन कोई कोई होता ह जो याभ का द वाना होता ह

दाभ द वाना दाभ न ऩामो हय जनभ भ दाभ को छोडकय भयता यहा चाभ द वाना चाभ न ऩामो नाभ द वाना नाभ न ऩामो रककन याभ द वाना याभ सभामो भ वह द वाना हॉ

ऐसा भहसस कयो कक भ याभ का द वाना हॉ रोबी धन का द वाना ह भोह ऩरयवाय का द वाना ह अहॊकाय ऩद का द वाना ह ववषमी ववषम का द वाना ह साधक तो याभ द वाना ह हआ कयता ह उसका चचनतन होता ह कक

चातक भीन ऩतॊग जफ वऩमा फन नह ॊ यह ऩाम साधम को ऩाम तरफना साधक कमो यह जाम

हभ अऩन साधम तक ऩहॉचन क लरए जट ववभान की मािा ककम जा यह ह शचजनह ऩसनद हो इस जट का उऩमोग कय नह ॊ तो रोकर टरन भ रटकत यह भौज उनह ॊ की ह

मह लसदधमोग मह कणडलरनी मोग मह आतभमोग जट ववभान की मािा ह ववहॊग भाग ह फरगाडीवारा चाह ऩचचीस सार स चरता हो रककन जटवारा दो ह घणटो भ दरयमाऩाय की खफय सना दगा हभ दरयमाऩाय भान सॊसायऩाय की खफयो भ ऩहॉच यह ह

ऐ भन रऩी घोड त औय छराॊग भाय ऐ नीर गगन क घोड त औय उडान र आतभ-गगन क ववशार भदान भ ववहाय कय खर ववचायो भ भसती रट दह क वऩॊजय भ कफ तक छटऩटाता यहगा कफ तक ववचायो की जार भ तडऩता यहगा ओ आतभऩॊछी त औय छराॊग भाय औय खर आकाश भ खोर अऩन ऩॊख ननकर अणड स फाहय कफ तक कोचर भ ऩडा यहगा पोड इस अणड को तोड इस दहाधमास को हटा इस कलऩना को नह ॊ हटती तो ॐ की गदा स चकनाचय कय द

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

बवसागय का ककनाया वयागम

आतभा ऩयभातभा ववषमक ऻान परादऱ कयक ननतम आतभा की बावना कय अऩन शादवत सवरऩ की बावना कय अऩन अनतमाभी ऩयभातभा भ आननद ऩाम अऩन उस अखणड एकयस भ उस आननदकनद परब भ उस अदरत-सतता भ अऩनी चचततववतत को सथावऩत कय रऩ अवरोक भनसकाय तथा दशम ददशा दशन म चचतत क पयन स होत ह ववदव तजस पराऻ जागरत सवपन औय सषनदऱ म सफ शचजसस परकालशत होत ह उस सफस ऩय औय सफका अचधदषान जो ऩयभातभा ह उस ऩयभातभा भ जफ परीनत होती ह तफ जीव ननवासननक ऩद को परादऱ होता ह ननवासननक होत ह वह ईदवयतव भ परनतवदषत होता ह कपय फाहय जो बी चदशा कय रककन बीतय स लशरा की नाई सदा शानत ह वलशदषजी कहत ह- ह याभ जी ऐस ऻानवान ऩरष शचजस ऩद भ परनतवदषत होत ह उसी भ तभ बी परनतवदषत हो जाओ

शचजसका चचतत थोडी-थोडी फातो भ उददरगन हो जाता ह घणा याग दरष दहॊसा मा नतयसकाय स बय जाता ह वह अऻानी ह ऻानी का रदम शानत शीतर अदरत आतभा भ परनतवदषत होता ह हभ रोगो न वह परसॊग सना ह कक

भॊकी ऋवष न खफ तऩ ककमा तीथमािा की उनक कषाम ऩरयऩकव हए अथात अनतकयण शदध हआ ऩाऩ जर गम व जा यह थ औय वलशदषजी क दशन हए उनक भन भ था कक साभन धीवयो क ऩाॉच-सात घय ह वहाॉ जाकय जरऩान करॉ गा व क नीच आयाभ ऩाऊॉ गा

वलशदषजी न कहा ह भाग क भीत अऻानी जो आऩ जरत ह याग-दरष भ हम-उऩादम भ जरत ह उनक ऩास जाकय तभको कमा शाशचनत लभरगी जस ककसी को आग रग औय ऩटरोर ऩॊऩ क पववाय क नीच जाकय आग फझाना चाह तो वह भख ह ऐस ह जो आऩस भ याग-दरष स जरत ह जो सॊसाय की आसकतिमो स फॉध ह उनक सॊऩक भ औय उनकी फातो भ आकय ह शचजऻास तय तऩन नह ॊ लभटगी तय तऩन औय याग-दरष औय फढग

ह भॊकी ऋवष तभ ऻानवानो का सॊग कयो भ तमहाय रदम की तऩन लभटा दॉगा औय अकतरिभ शाशचनत दॉगा सॊसाय क बोगो स सॊसाय क समफनधो स जो शाशचनत लभरती ह वह कतरिभ शाशचनत ह जफ जीव अनतभख होता ह जफ ऩयभातभालबभख होता ह चचतत शानत होता ह तफ जो शाशचनत लभरती ह वह आशचतभक शाशचनत ह

वासनावार को अशाशचनत ह वासना क अनरऩ वसत उस लभरती ह तो थोडी दय क लरए शाशचनत होती ह रोबी को रऩमो स रगाव ह रऩम लभर गम तो खशी हो गमी बोगी को बोग लभर तो खशी हो गमी साधक ऐसी कतरिभ शाशचनत ऩाकय अऩन को बागमवान नह ॊ भानता साधक तो फाहय की चीज लभर मा न लभर कपय बी बीतय का ऩयभातभ-ऩद ऩाकय अऩना जीवन धनम कयता ह वह अकतरिभ शाशचनत परादऱ कयता ह

सॊसाय का तट वयागम ह वववक ऩदा होत ह वयागम का जनभ होता ह शचजसक जीवन भ वयागमरऩी धन आ गमा ह वह धनम ह

वलशदषजी कहत ह- ह भॊकी ऋवष तभ सॊसाय क तट ऩय आ गम हो अफ तभ भय वचनो क अचधकाय हो

बरहमवतता भहाऩरषो क वचनो का अचधकाय वह हो सकता ह शचजसन वववक औय वयागमरऩी सॊऩवतत ऩा र ह शचजसन वववक स सॊसाय की असायता दख र ह शचजसन वववक स शय य की णबॊगयता दख र ह ऐसा वववकपरधान जो साधक होता ह उसको वयागम उतऩनन होता ह वयागमरऩी धन स शचजसका चचतत सॊसकत हो गमा ह उस आतभऻान क वचन रगत ह जो भढ ह ऩाभय ह व ऻानवानो क वचनो स उतना राब नह ॊ र ऩात शचजतना वववकी औय वयागमवान र ऩाता ह

भॊकी ऋवष वववक-वयागम स सॊऩनन थ वलशदषजी का दशन कयक उनको अकतरिभ शाशचनत का एहसास हआ व कहन रग

बगवन आऩ सशय य ददख ऩडत हो रककन आकाश की नाई शनम रऩ हो आऩ चदशा कयत ददख ऩडत हो रककन आऩ चदशा स यदहत हो आऩ साकाय ददखाई दत हो रककन आऩ अनॊत बरहमाणडो भ पर हए ननयाकाय तवव हो ह भननशादर आऩक दशन स चचतत भ परसननता छा जाती ह औय आकषण ऩदा होता ह वह आकषण ननदोष आकषण ह सॊसारयमो की भराकात स चचतत भ ोब ऩदा होता ह सम का तज होता ह वह तऩाता ह जफकक आऩका तज रदम भ ऩयभ शाशचनत दता ह ववषमो का औय सॊसाय रोगो का आकषण चचतत भ ोब ऩदा कयता ह औय आऩ जस ऻानवान का आकषण चचतत भ शाशचनत ऩदा कयता ह जफकक ऻानी का आकषण ऩयभातभा क गीत गॉजाता ह बीतय की शाशचनत दता ह आननद दता ह ऩयभातभा क परसाद स रदम को बय दता ह

ह भनीदवय आऩका तज रदम की तऩन को लभटाता ह आऩका आकषण बोगो क आकषण स फचाता ह आऩका सॊग ऩयभातभा का सॊग कयानवारा ह अऻाननमो का सॊग द खो औय ऩाऩो का सॊग कयान वारा ह जो घकतडमाॉ ऻानी की ननगाहो भ फीत गई जो घकतडमाॉ ऩयभातभा क धमान भ फीत गई जो घकतडमाॉ भौन भ फीत गई जो घकतडमाॉ ऩयभातभा क परसाद भ फीत गई व अकतरिभ शाशचनत की घकतडमाॉ ह व घकतडमाॉ जीवन की फहभलम घकतडमाॉ ह

ह भननशादर आऩ कौन ह मदद भझस ऩछत हो तो भ भाणडवम ऋवष क कर भ उतऩनन हआ भॊकी नाभक बराहमण हॉ सॊसाय की नदवयता दखकय सॊसाय क जीवो को हम औय उऩादम गरहण औय तमाग (छोडना-ऩकडना) स जरत दखकय भ सतम को खोजन गमा कई तीथो भ गमा ककतन ह जऩ-तऩ ककम कई वरत औय ननमभ ककम कपय बी रदम की तऩन न लभट

जऩ तऩ वरत औय तीथ स ऩाऩ दय होत ह कषाम ऩरयऩकव होत ह कषाम ऩरयऩकव हए ऩाऩ दय हए तो ऻानी का सॊग होत ह अकतरिभ शाशचनत लभरन रगती ह आननद आन रगता भौन भ परवश होन रगता ह साधक अरख ऩरष भ जगन क मोगम होता ह

भॊकी ऋवष वलशदषजी का सॊग ऩाकय अकतरिभ शाॊनत को परादऱ हए बीतय क परसाद को उऩरबध हए ऩयभातभा-ववशराशचनत ऩामी ऩयभातभ-ववशराशचनत स फढकय जगत भ औय कोई सख नह ॊ औय कोई धन नह ॊ औय कोई सामराजम नह ॊ

व घकतडमाॉ धनम ह शचजन घकतडमो भ ऩयभातभा की परीनत ऩयभातभा का चचनतन औय ऩयभातभा का धमान होता ह

परनतददन अऩन अनतकयण का ननभाण कयना चादहए अऩन अनतकयण भ ऩयभातभा का ऻान बयकय उसका चचनतन कयन स अनतकयण का ननभाण होता ह अऻान स अऻाननमो क सॊग स अऻाननमो की फातो स अनतकयण भ अववदया का ननभाण होता ह औय जीव द ख का बागी फनता ह

चचतत भ औय वमवहाय भ शचजतनी चॊचरता होगी शचजतनी अऻाननमो क फीच घसपस होगी शचजतनी फातचीत होगी उतना अऻान फढगा शचजतनी आतभचचा होगी शचजतना तमाग होगा दसयो क दोष दखन क फजाम गण दखन की परववतत होगी उतना अऩन जीवन का कलमाण होगा

अगय हभ अऩन जीवन की भीभाॊसा कयक जानना चाह कक हभाया बववषम अनधकायभम ह कक परकाशभम ह तो हभ जान सकत ह दख सकत ह ककसी वमकति को दखत ह उसस वमवहाय कयत ह तफ उसक दोष ददखत ह तो सभझो हभाया जीवन अनधकायभम ह कोई ककतना बी हभाय साथ अनचचत वमवहाय कयता ह कपय बी हभ अऩना दोष ददख औय उसक गण ददख तो सभझ रना कक हभाया बववषम उजजवर ह इसस बी उजजवर जीवन वह ह शचजसभ न गण ददख न दोष ददख सॊसाय सवपन जसा बासन रग सॊसाय को सवपन-सा दखन वारा अऩना आऩा ऩयभातभा भ ववशराभ ऩाव ऐसी पमास ऩदा हो जाम तो सभझ रना कक बववषम फडा सहावना ह फडा भॊगरकाय ह इस फात ऩय फाय-फाय धमान ददमा जाम

दवताओॊ भ चचा चर कक इस सभम ऩरथवी ऩय सफस शरदष ऩरष कौन ह सवगण-समऩनन कौन ह पराणी भाि भ गण दखनवारा कौन ह सवशरदष वमकतितव यखन वारा कौन ह

इनि न कहा कक इस सभम ऩरथवी ऩय ऐस ऩयभ शरदष ऩरष शरीकषण ह उनको ककसी क दोष नह ॊ ददखत अवऩत गण ह ददखत ह व पराणी भाि का दहत चाहत ह उनक भन भ ककसी क परनत वय नह ॊ शरीकषण जसा अदबत वमकतितव शरीकषण जसा गणगराह ऩन इस सभम ऩरथवी ऩय औय ककसी क ऩास नह ॊ ह इस परकाय इनि न शरीकषण की दवदश का उनक वमकतितव का खफ आदय स वणन ककमा

एक दव को कतहर हआ कक शरीकषण ककस परकाय अनॊत दोषो भ बी गण ढॉढ ननकारत ह वह दवता ऩरथवी ऩय आमा औय जहाॉ स शरीकषण गवारो क साथ गजयन वार थ उस यासत भ फीभाय योगी कतता होकय बलभ ऩय ऩड गमा ऩीडा स कयाहन रगा चभडी ऩय घाव थ भशचकखमाॉ लबनलबना यह ॊ थीॊ भॉह पटा यह गमा था दगनध आ यह थी उस दखकय गवारो न कहा नछ नछ मह कतता ककतना अबागा ह इसक ककतन ऩाऩ ह जो द ख बोग यहा ह

शरीकषण न कहा दखो इसक दाॉत ककतन अचछ चभकदाय ह मह इसक ऩणमो का पर ह

ऐस ह द ख-दद भ योग भ ऩयशानी भ वविोह भ औय अशाॊनत क भौक ऩय बी शचजसभ गण औय ऩयभ शानत ऩयभातभा दखन की उतसकता ह शचजसक ऩास ऐसी ववधामक ननगाह ह वह आदभी ठीक ननणामक होता ह ठीक ववचायक होता ह रककन जो ककसी ऩय दोषायोऩण कयता ह बोचगमो की हाॉ भ हाॉ लभरता ह ऻानवानो की फातो ऩय धमान नह ॊ दता सॊसाय भ आसकति कयता ह अऩन हठ औय दयागरह को नह ॊ छोडता उस आदभी का बववषम अनधकायभम हो जाता ह

शासतर न कहा फदध परॊ अनागरह फवदध का पर कमा ह फवदध का पर ह बोगो भ औय सॊसाय की घटनाओॊ भ आगरह नह ॊ यहना फडा लसदध हो तरिकार ऻानी हो रककन हम औय उऩादम फवदध हो तो वह तचछ ह

हम औय उऩादम फवदध कमा ह हम भान तमाजम उऩादम भान गराहय जफ जगत ह लभरथमा ह तो उसभ मह ऩाना ह मह छोडना ह मह कयना ह मह नह ॊ कयना ह ऐसी फवदध जफ तक फनी यहगी तफ तक वह फवदध अकतरिभ शाशचनत भ दटकगी नह ॊ अकतरिभ शाशचनत भ दटकन क लरए हमोऩादम फवदध का तमाग कयना ऩडता ह तमाजम औय गराहय की ऩकड न हो

पर खखरा ह ठीक ह दख लरमा फरफर गीत गा यह ह ठीक ह सन लरमा रककन कर बी पर खखरा हआ यह फरफर गाती हई सनाई ऩड योट ऐसी ह लभरती यह पराना आदभी ऐसा ह वमवहाय कय परानी घटना ऐसी ह घट ऐसा आगरह नह ॊ जफ जगत ह लभरथमा ह तो उसकी घटनाएॉ कस सतम हो सकती ह जफ घटनाएॉ ह सतम नह ॊ तो उसक ऩरयणाभ कस सतम हो सकत ह जो बी ऩरयणाभ आमग व फदरत जामग ऐसी ऻान-दवदश शचजसन ऩा र गरओॊ क ऻानमि वचनो को शचजसन ऩकड लरमा वह साधक बीतय की मािा भ सपर हो जाता ह

बरहमवतता की अधमातभ-ववदया फयसती यह रककन साधक भ अगय वववक-वयागम नह ॊ ह तो उतना राब नह ॊ होता फयसात सडको ऩय फयसती यह तो न खती होती ह न हरयमार होती ह ऐस ह शचजनका चचतत दोषो स अहॊकाय स बोगो स कठोय हो गमा ह उन ऩय सॊतो क वचन इतनी हरयमार नह ॊ ऩदा कयत शचजनक चचतत वववक-वयागम स जीता गमा ह उनको ऻानी सॊतो क दो वचन बी घडीबय की भराकात बी रदम भ फडी शाशचनत परदान कयती ह

भॊकी ऋवष का रदम वववक वयागम स जीता हआ था वलशदषजी की भराकात होत ह उनक चचतत भ अकतरिभ शाशचनत आननद आन रगा शचजतनी घकतडमाॉ चचतत शानत होता ह उतनी घकतडमाॉ भहातऩ होता ह चचतत की ववशराशचनत फहत ऊॉ ची चीज ह हमोऩादम फवदधवार को चचतत की ववशराशचनत नह ॊ लभरती मह छोड कय वहाॉ जाऊॉ औय सखी होऊॉ मह हम-उऩादम फवदध ह जो जहाॉ ह वह ॊ यहकय हमोऩादम फवदध छोडकय बीतय की मािा कयता ह तो वह ऊॉ च ऩद को ऩाता ह जो छोडन ऩकडन भ रगा ह तो वह वकणठ भ जान क फाद बी शाशचनत नह ॊ ऩाता

इसलरम हमऩादम फवदध छोड द शचजस सभम जो पज ऩड शचजस सभम गर औय शासतर क सॊकत क अनसाय जो कततवम कयन का हो वह मॊि की ऩतर की नाई कय लरमा रककन दसय ह ण अऩन को कतता-धतता न भान जस लभटटी भ फठत ह कपय कऩड झाड कय चर दत ह इसी परकाय वमवहाय कयक सफ छोड दो कतवव चचतत भ न आ जाम कतववबव औय बोितवबाव अगय ह तो सभाचध होन क फाद बी ऩतन की कोई सॊबावना नह ॊ अदशावकर भनन कहत ह-

अकततवॊ अबोितवॊ सवातभनो भनमत मदा तदा ीणा बवनतमव सभसताशचदळततवततम

जफ ऩरष अऩन आतभा क अकतताऩन को औय अबोिाऩन को भानता ह तफ उसकी समऩण चचततववततमाॉ कयक नाश होती ह

चचतत भ जफ अकततव औय अबोितव कक ननदषा जभन रगती ह तो वासनाएॉ ीण होन रगती ह कपय वह ऻानी मॊि की ऩतर की नाई चदशा कयता ह

अनकरभ

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आतभ-अवगाहन

तमहाय शचजतनी घकतडमाॉ ऩयभातभा क धमान भ फीत जाम व साथक ह शचजतनी दय भौन हो जाम वह कलमाणपरद ह दवास की गनत शचजतनी दय धीभी हो जाम वह दहतावह ह भॊगरकाय ह

फठत वि हभाया दवास नालसका स फायह उॊगर तक फाहय जाता ह चरत सभम अठायह सोत सभम चौफीस उॊगर तक दवास का पपकाय जाता ह औय भथन क सभम तीस उॊगर तक दवास की ऊजा खतभ होती ह फठन की अऩा धमान भ दवास फहत कभ खच होती ह इसस भन बी शानत होता ह आमषम बी फढता ह कछ दवास कभ खच होन क कायण भानलसक व फौवदधक थकान बी उतयती ह

शचजतनी दय हो सक उतनी दय शानत फठ यहो तमहाय दवास की गनत भनद होती चर जामगी सववगण फढता जामगा सॊकलऩ पलरत होन रगग धमान कयत-कयत दवास की रॊफाई

कभ हो जाम फायह उॊगर क फदर दस उॊगर हो जाम तो तमह दादय आदद लसवदधमाॉ परादऱ होन रगती ह नौ उॊगर तक दवास चरन रग तो थोडा-सा ह ननहायन भाि स शासतरो क यहसम सभझन रग जाओग आठ उॊगर तक दवास की रमफाई यह जाम तो तभ दवताओॊ की भसरत को जानन रग जाओग दसयो क चचतत को ऩढ रो ऐसी मोगमता ननखयन रगती ह

ऩाॉच-छ उॊगर तक पपकाय ऩहॉच ऐसा दवास फन जाम तो तमहाया चचतत खफ शाशचनत औय आननद का अनबव कयन रगगा तमहाय शय य क वामबरशन सववपरधान होन रगग दवास की गनत चाय उॊगर तक आ जाम तो अनऩभ ओज की परानदऱ होती ह तीन मा दो उॊगर तक दवास की रॊफाई आ जाम तो सववकलऩ सभाचध रग सकती ह एक उॊगर तक दवास आ जाम तो आननदानगत सभाचध की उऩरशचबध हो जाती ह अगय दवास बीतय ह थभ जाम तो कवर कमबक की उचच दशा ननववकलऩ सभाचध तक परादऱ हो जाती ह तफ साधना कयन वारा साधक नह ॊ फचता वह लसदध हो जाता ह

धमान कयत वि दखन भ तो तभ चऩ फठ हो रककन बीतय फहत कछ मािा कय यह हो फाहय स नासभझ रोग फोरग कक मह कछ नह ॊ कय यहा ह रककन आऩक दराया वासतव भ फहत कछ फदढमा हो यहा ह वषो तक भजदय कयक फाहय का अथक ऩरयशरभ कयक जो न कभा सक हो वह इन धमान क णो भ कभा रत हो मगो तक जनभत-भयत आम हो रककन उस सतमसवरऩ ऩयभातभा क कय फ नह ॊ जा ऩाम हो वहाॉ अफ फठ-फठ भौन औय धमान क णो भ जा यह हो चऩचाऩ फठ-फठ तमहाया भन उस आननद क सागय ऩयभातभा क कय फ जा यहा ह

धमानावशचसथत तद गतन भनसा ऩशमशचनत मॊ मोचगन मषाॊ तॊ न ववद सयासयगणा दवाम तसभ नभ

धमान कयत सभम दवासोचछवास की गनत को ननहायत जाओ दढ सॊकलऩ दोहयात जाओ कक भया चचतत ऩयभातभा भ शानत हो यहा ह भय चचतत की चॊचरता लभट यह ह ऩाऩ औय सॊताऩ लभट यह ह कभो क कसॊसकाय ऩयभातभा क ऩववि धमान भ धर यह ह भय ददर की चनरयमा यॊगी जा यह ह ऩयभातभा क यॊग स

भय साहफ ह यॊगयज चनय भोय यॊग डाय धोए स छट नह ॊ ददन ददन होत सयॊग

दो बौहो क फीच आऻाचकर भ धमान कयत जाओ वहाॉ अऩन इदश दवी-दवता मा ककसी वपरम ऩीय पकीय अथवा पमाय सदगर क ववगरह क धमान कयो ॐकाय की यिवणी आकनत का बी धमान कय सकत हो

आऻाचकर भ धायणा कयन स फहत साय शकतिमो का ववकास होता ह ऻान का अथाह खजाना खरन की कॉ जी वहाॉ छऩी ह वहाॉ धमान कयत हए ॐकाय का द घ सवय स गॊजन कयत जाओ ऩय ननबमता औय साहस को अऩन योभ-योभ भ बय जान दो चचनता बम शोक अशाशचनत की कलऩनाओॊ को ॐकाय की ऩववि गदा स बगा दो

ऐ बम ऐ चचनता ऐ ऩयशानी दय हटो अफ हभ आतभ-खजाना लभर यहा ह ॐकाय की ऩववि गदा हभाय हाथ भ ह ऐ चचनताएॉ तमह हभ चकनाचय कय दग ॐ

ऐ दफर ववचाय ऐ दफर चचतत तझभ ॐकाय का साभरथम बया जा यहा ह अफ दफरता छोड ॐ

ओ नकायातभक ववचाय ओ असपरता की कलऩनाएॉ दय हटो अननत बरहमाणडो का सवाभी ऩयभातभा हभाय साथ औय हभ बमबीत ईदवय की असीभ शकतिमाॉ हभस जडी हई औय हभ चचशचनतत नह ॊकबी नह ॊ ॐॐॐॐॐ

ऐ चचनताएॉ ऐ दफर ववचाय दय हटो हभ ऩववि ॐकाय की गदा रकय तमह कचर डारग हभाय साथ जगतननमनता ऩयभातभा हभाय रदम भ सवशकतिभान ईदवय औय ऐ दफर ववचाय त हभ दफर ककम जा यहा ह ॐॐ

बम शोक चचनता को जया बी सथान नह ॊ सदव तमहाय चचतत भ ऩयभातभा की शकति भौजद ह अऩना चचतत परसनन यखो कपय तभस ऩववि काम अऩन आऩ होन रगग अऩन चचतत को ऩयभातभा क साथ जोडा कयो कपय तभ जो बी कयोग वह ऩयभातभा की ऩजा हो जामगी वासनाओॊ को दय प क दो चचनताओॊ औय ननफरताओॊ को दय बगा दो उस परभासऩद ऩयभातभा भ अऩन चचतत को ऩरयतदऱ होन दो ॐआनॊद ॐआननद ॐॐॐ

भ छई भई का ऩड नह ॊ जो छन स भयझा जाता ह भ वो भाई का रार नह ॊ जो हौवा स डय जाता ह

बम आकाॊा घणा चचनता तभ दय हटो ह दहॊसा त दय हट भझ परभ क ऩववि लसॊहासन ऩय ववयाजभान होन द ऐ सॊसाय की आसकति अफ दय हट हभ अऩन आतभबाव भ जग जा यह ह ॐॐॐ

फर ह जीवन ह दफरता ह भौत ह दफर ववचायो को दय हटात जाओ आतभफर आज का परबात आतभपरकाश का परबात हो यहा ह ॐॐॐ

ऐ चचतत की चॊचरता औय भन की भलरनता अफ त ॐकाय क ऩावन परकाश क आग कमा दटकगी ॐॐॐ

ननबमताननशचदळॊतता ननशचषपकयता फऩयवाह ऩय खदाईजम जम

जफ तक नह ॊ जाना था तफ तक ईदवय था औय जफ जाना तो भयआतभा का ह वह नाभ था

बराहमी शचसथनत परादऱ कय काम यह ना शष भोह कबी ना ठग सक इचछा नह ॊ रवरश

नदवय दननमाॉ की कमा इचछा कयना अऩन याभ भ भसत ॐॐॐ

फयस यह ह बगवान की कऩा फयस यह ह ईदवय की अभीदवदश खदाई नय तमहाया योभ-योभ आतभफर स जगता जाम ॐॐॐ

बावना कयो कक हवाई जहाज की नाई शय य भ शकति ऊऩय उठ यह ह आऩ चचदाकाश की ओय ऊऩय उठ यह ह नासभझी क कायण बम शोक औय चचनताओॊ न हभाय भन को घय यखा था हभ भन क बी ददशा औय सदशा ह हभ इशचनिमो औय भन क सवाभी ह हभ दह भ यहत हए बी ववदह आतभा ह हभ चतनम ह जो कफीय भ गनगनामा था जो शरीकषण भ भसकयामा था जो याभदास भ चभका था जो याभकषण भ धमान का यस टऩका यहा था वह आतभा हभाय ऩास ह नह ॊ नह ॊ वह आतभा हभ ह ॐॐॐ

ऐ इनसान याहनभा गररोग तझ अऩनी असलरमत भ जगात ह त इनकाय भत कयना व तझ अऩनी भदहभा भ जगात ह त सनदह भत कय बम औय चचनता भत कय ॐॐॐ

जीवन की सषदऱ शकतिमाॉ जग यह ह जीवन का अधोगभन फदरकय ऊधवगभन हो यहा ह हभ ऊऩय की ओय उठ यह ह हभाया तन औय भन आशचतभक फर स सयाफोय हो यहा ह आज क ऩावन ऩव ऩय आतभसवरऩ भ जगन का सॊकलऩ कयग तमहाय भ अथाह सॊकलऩ का सामराजम ह ईदवय की अदबत सॊकलऩ की साभरथमर रा तमहाय भ छऩी हई ह तभ उस जगन दो कबी दफर ववचाय भत आन दो कबी नकायातभक ववचाय भत आन दो ॐॐॐ

जफ तक दहालबभान की नालरमो भ ऩड यहोग तफ तक चचनताओॊ क फनडर तमहाय लसय ऩय रद यहग तमहाया अवताय चचनताओॊ क जार भ पॉ स भयन क लरए नह ॊ हआ ह तमहाया जनभ सॊसाय की भजदय कयन क लरए नह ॊ हआ ह हरय का पमाया होन क लरए हआ ह हरय को बज सो हरय का होम खवाभखाह चाचा लभटकय बतीजा हो यह हो दफर ववचायो औय कलऩनाओॊ की जार भ फॉध यह हो कफ तक ऐसी नादानी कयत यहोग तभ ॐॐॐ

ववदयतशकति गरतवाकषण की शकति इरकटराननकस की शकति तथा अनम कई शकतिमाॉ दननमाॉ भ सनी गई ह रककन आतभशकति क आग म शकतिमाॉ कछ नह ॊ वह आतभशकति हभ ह ॐॐॐ

अऩन ददर भ आतभ-सनदह असॊबावना मा ववऩय त बावना होन क कायण हभ उस हक स जदा हो गम ह

तीन परकाय क आवयण होत ह असववाऩादक आवयण अबानाऩादक आवयण औय अनाननदाऩादक आवयण

असववाऩादक आवयण शासतर क शरवण स दय होता ह अबानाऩादक आवयण भनन स दय होता ह अनाननदाऩादक आवयण आतससवरऩ भ गोता रगान स दय हो जाता ह ॐॐॐ

फर दहमभतशकति चगडचगडाना नह ॊ ह फरवान होना ह ॐॐॐ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

भानलसक ढॊग स ॐकाय का जऩ कयत जाओ ॐकाय की आननददामी शाशचनत भ खोत जाओ भरभधम भ सवऩातक-नाशक आतभफर-वधक आतभऻान का परकाश कयन वार ॐ का धमान कयत जाओ बावना स भरभधम क गगनऩट ऩय रार यॊग क ॐकाय को अॊककत कय दो आनतय भन भ ॐकाय का गॊजन होता जाम

खफ शाशचनत भ डफत जाओ अऩन शानत सवबाव भ बरहमबाव भ ऩयभातभ-सवबाव भ ऩरयतनदऱ सवबाव भ शानत होत जाओ अनबव कयत जाओ कक सवोऽहभ लशवोऽहभ आतभसवरऩोऽहभ चतनमऽहभ भ चतनम हॉ भ सवि हॉ भ सफभ हॉ भ ऩरयऩण हॉ भ शाॊत हॉ ॐॐॐ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

साधक को अऩन दोष ददखन रग जाम तो सभझो उसक दोष दय हो यह ह दोष अऩन आऩ भ होत तो नह ॊ ददखत अऩन स ऩथक ह इसलरए ददख यह ह जो बी दोष तमहाय जीवन भ हो गम हो उनको आऩ अऩन स दय दखो ॐ की गदा स उनको कचर डारो आतभशाशचनत क परवाह भ उनह डफा दो

ॐ का गॊजन बीतय होता जाम अथवा ॐ शाशचनत ॐ शाशचनत शाशचनत शाशचनत ऐसा भानलसक जऩ कयत हए आतभा भ ववशराशचनत ऩात जाओ

ॐ क अथ का चचनतन कयो इसस भनोयाज ननिा तनिा यासासवाद आदद ववघनो स फच जाओग

आतभशाशचनत भ चचतत को डफात जाओ चचतत की ववशराशचनत साभरथम की जननी ह चचतत की ववशराशचनत अऩन सवरऩ की खफय दन वार ह चचतत की ववशराशचनत सददमो स बटकत हए जीव को अऩन लशव-सवबाव भ जगा दती ह हजाय तीथो भ जान स हजायो हवन कयन स हजाय वरत यखन स वह ऩद नह ॊ लभरता जो चचतत की ववशराशचनत स लभरता ह

उऩदश व सतसॊग सनन का धमान कयन का पर मह ह कक सन हए सतमसवरऩ ऩयभातभा क कय फ र जान वार वचन धमान क दराया दढ होत जाम सनी हई आतभा-ऩयभातभा की भदहभा धमान क दराया अनबव भ आन रग जाम सना हआ सतसॊग कवर सनान वार का ह न यह वह हभाया बी हो जाम मह तो धमान का परमोजन ह

भ ककतना शानतसवरऩ था भझ ऩता न था भ ककतना परभसवरऩ था भझ ऩता न था

सवग क दवो को कछ ऩान क लरए कभ कयना ह तो उनह ऩरथवी ऩय आना ऩडता ह मह कभबलभ ह सफ कभो का जो साय ह उस सायबत भोभाग भ हभ रग ह साय कभ-धभो का अक ह आतभशाशचनत हभ उस ऩयभाननद ऩद की मािा भ सॊरगन हो यह ह धमान का एक-एक ण अदबत ऩणम अशचजत कया यह ह ऩयभातभा भ डफन का सअवसय द यह ह

अऩन इदश को अऩन ऩणमो को धनमवाद दो ॐॐॐ

जो फवदधभान ह व जानत ह कक कफ फोरना ककतना फोरना परऻावान रोग शाशचनत औय आननद क लरए फोरत ह परभ औय परसाद क लरए फोरत ह परभ तो कवर ऩयभातभा भ हो सकता ह औय परसाद कवर उसी का वासतववक परसाद ह शचजसस सफ द ख ननवतत हो जात ह

दढ बावना कयो कक भ सफ हॉ ववशार आकाश की नाई सववमाऩक हो यहा ह भ चचदाकाश-सवरऩ हॉ सम औय चाॉद भझभ रटक यह ह भ चचदाकाश सवरऩ हॉ सम औय चाॉद भझभ रटक यह ह सफ ताय भझभ दटभदटभा यह ह इतना भ ववशार हॉ कई याजा-भहायाजा इस आकाशसवरऩ चतनम भ आ-आकय चर गम भ वह आकाश हॉ भ सववमाऩक हॉ भ कोई ऩरयशचसथनत नह ॊ हॉ रककन सफ ऩरयशचसथनतमो को ऩहचाननवारा आधायसवरऩ आतभा हॉ आननद औय शाशचनत भया अऩना सवबाव ह

इस परकाय अऩनी ववतत को ववशार ववशार गगनगाभी होन दो

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

अऩन ददर भ ॐका ऩयभ ऩावन फीजभॊि का अतमॊत ऩववि ऩयभातभसवरऩ का धमान कयत हए रदम को ऩयभ चतनम अवसथा स शीतर आननद स ऩरयऩण कयत जाओ जस ककसी कोठय भ परकाश पर जाता ह ऐस ह रदम भ चचदाकाश-सवरऩ चचदघन ऩयभातभा-सवरऩ ॐ का चचनतन कयत ह रदम ननभर चचदाकाशवत सवचछ हो यहा ह

ददर भ शाशचनत व परसननता वमादऱ हो यह ह ऐसी दढ बावना क साथ आतभ-शाशचनत भ आतभानॊद भ डफत जाओ अदबत ईदवय म आहलाद को बीतय बयत जाओ वाह वाह

चचदानॊदरऩ लशवोऽहभ लशवोऽहभ परभसवरऩ ऩयभातभ-यस भ रदम ऩरयतनदऱ का अनबव कयता जाम धमान नह ॊ कयना

अऩन आननदभम सवबाव को माद कयक जग जाना ह सवसथ हो जाना ह

भ आननदसवरऩ सखसवर चतनमसवरऩ अऩन सवबाव भ जग यहा हॉ वाह वाह भया सवबाव ह परसननताऩण ह अनतकयण जफ भया चचनतन कयता ह तफ परसनन होता ह अनतकयण जफ भय कय फ आता ह तफ आनशचनदत होता ह आननदो बरहम बरहमनत ऩयभातभन आननद ह बरहम ह कीतन क दराया आननद आम मोग क दराया आननद आम ववदया क दराया आननद आम ऻान क दराया आननद आम म सफ भय ह सवरऩ ह

रदम जफ भय कय फ होता ह भय चचनतन भ होता ह तो भ उस आननद स बय दता हॉ रदम जफ अनम ववषमो की ओय जाता ह तफ भ सववमाऩक आननदसवरऩ होत हए बी वह आननद नह ॊ र ऩाता ॐॐॐ

भझभ याग कहाॉ भझभ दरष कहाॉ भझभ कतताऩन कहाॉ भझभ बोिाऩन कहाॉ भझभ नात औय जात कहाॉ म सफ भन की कलऩनाएॉ थी भनीयाभ का खखरवाड था भन का फना हआ जार था अऩन आतभ-लसॊहासन ऩय फठकय ननहायता हॉ तो भन क जार का कोई

परबाव नह ॊ ह भन की कोई सतता नह ॊ ह भय सतता रकय भन जार फन यहा था भय दवदश उस ऩय ऩडत ह वह शभा गमा जार फनना छोड ददमा ॐॐॐ

चचदाननदरऩ लशवोऽहभ लशवोऽहभ ऩणोऽहभ ऩयभाननदसवरऩोऽहभ

योभ-योभ ऩावन हो यहा ह भय अऩन सवबाव स मह शय य बी ऩावन हो यहा ह भय चचदाननद सवबाव स इस शय य स छकय जो हवाएॉ जाती ह व बी ऩवविता शीतरता परभ औय आननद टऩका यह ह

भ आतभा था भ चतनम था भ परभ सवरऩ था भ आननदसवरऩ था रककन सॊकलऩ ववकलऩो न भझ ढक यखा था अफ व कछ सथचगत हए ह तो ऩरयतनदऱ का अनबव हो यहा ह भ तो ऩहर स ह ऐसा था

ह या धर भ ढक गमा था तफ बी वसा ह चभकदाय था रककन रोगो को ददखता नह ॊ था भन भन को फवदध को इशचनिमो को तन को ऩववि ककमा परकालशत ककमा तफ व आननद को परादऱ हए भ तो उसक ऩहर बी ऐसा ह आननदसवरऩ था वाह वाह

चचतत की चॊचरता होगी तफ भया मह आननदसवबाव चचतत स छऩ जामगा तफ बी भ होऊॉ गा वसा ह

भ फोधसवरऩ हॉ भ जफ जानन वारा चतनम चचदातभा हॉ सवपन की तयॊग आमी औय ववरम हो गई जागरत क ववचाय व कभ आम औय फदर गम रककन भ अफदर आतभा हॉ फचऩन आमा औय फदर गमा भ अफदर आतभा हॉ ककशोयावसथा आमी औय फदर गई रककन भ अफदर आतभा वह का वह मवावसथा आ यह ह औय जा यह ह रककन भ वह का वह वदधावसथा आमगी औय जामगी रककन भ वह का वह भ ददशा भाि चचदघन चतनम हॉ ॐ ॐ ॐ

भ परसनन आननदसवरऩ चतनम हॉ नाहक द खद ववचाय कयक ववयोधी ववचाय कयक भन अऩन सवरऩ ऩय ववचायो की भलरन चददय ढक द थी अफ ॐकाय की उस अदरत आननदसवरऩ ऩयभातभा की एक सहावनी रहय दराया भन उस कलऩनाओॊ की चददय को हटामा तो भ अऩन आऩ भ ऩरयतदऱ हो यहा हॉ मोगाननद का अभत मोग क दराया आतभाननद का अभत भय रदम भ बया जा यहा ह

चचनता बम ववकाय भोह भामा इनको भ जानता ह नह ॊ हॉ म सफ तो भया भदोनभतत भनरऩी वजीय जानता होगा

कसा आननद कौन ककसस कह भानो गॉग न गड खामा

धमान कयन की चाराकी छोड दो सतसॊग भ फठन क फाद समानाऩन छोड दो इस भनबाई (भन) को धमान कयन की फहत इचछा होती ह वह चाराक फनता ह कक भ धमान करॉ अय भनबाई त चऩ हो जा फठा यह अऩनी जगह

अफ धमान कयग तो भन अडचन डारगा गाडी भ फठन क फाद अऩनी गठरयमाॉ लसय ऩय उठान जसा होगा अफ तो सदगर कऩा की भोगाडी भ फठ गम तो आयाभ पयभाओ बरहमाननद की गाडी अऩन आऩ र जा यह ह

आननद औय शाशचनत भया सवबाव था भझ ऩता न था परभ औय परसननता भया जनभलसदध सवबाव था रककन कलऩनाओॊ न नादानी क ववचायो न ढक यखा था भय सवबाव को अफ सनतो क शासतरो क सदगर क वचनो स नादानी छट गई ॐकाय की झाड स कछ अहोबाव क धकक स कछ शरदधा स ववचायो की ऩत हट गई कचया साप हो गमा तवववसत जमो की तमो ददखन रगी आननद छरकन रगा अफ खर आॉखो स भ सवि अऩन को ननहाय सकता हॉ सफ भ एक एक भ सफ का अनबव कय सकता हॉ खर आॉखो स बी भ भसती भ यह सकता हॉ अऩन सवबाव भ ऩरयतदऱ हो सकता ह ॐॐॐ

भय सनी हई सफ कथाएॉ पर गई भय ककम हए सफ जफ-तऩ पलरत हो गम भय सवा औय ऩणम पलरत हो यह ह दहालबभान का कचया हटता जा यहा ह औय आतभसवबाव का नशा चढा जा यहा ह

अफ कछ कयन का सॊकलऩ उठ तो ॐ की झाड स उस हटा दो भकान फनवाना ह दवाखाना खोरना ह धनधा कयना ह दय हटो म सफ सॊकलऩ म सफ झीर की सतह ऩय काई ह एक हाथ मॉ भाया दसया हाथ मॉ भाया तो भामा की काई दय कपय ननभर ऩानी ह ऩानी बरहमाननद ह बरहमाननद

जगशचननमनता ऩयभातभा होकय बी चऩयासी की नौकय कयनी ह साहफ को सराभ कयना ह शचजसको गयज होग वह सराभ कयन आमगा चाचा लभटकय बतीज कमो होत हो ॐ ॐ ॐ

भझ ऩण चतनम को ककसकी आवशमकता ह भझभ कतताऩन कहाॉ आवशमकताएॉ तो दह की होती ह राखो कयोडो दह हई औय उनकी सफ आवशमकताएॉ ऩय कयत यह कपय बी भयती ह यह हय जनभ भ फना-फनाकय छोडत आम जफ तक नह ॊ ककमा तफ तक रगता ह कक भकान फनाम फड बवन फनाम बवम आशरभ खोर रककन कयन क फाद रगता ह कक इसको कोई सॉबार र तो अचछा ह हभ नह ॊ चादहए

अफ कयन-धयन क सॊकलऩ सफ छोड दो मह बरहमाणड अऩन तरफना कछ ककम ह धभाधभ चरता यहगा ककतन ह भजदय रोग फहत कछ कय यह ह फचाय अऩन को कतता कमो फना यह हो आतभाननद स भॉह कमो भोड यह हो

नह ॊ भ अऩन को कतता भानकय नह ॊ कय यहा हॉ अय कतता नह ॊ भानत तो कयन की इचछा कस होती ह ईभानदाय स खोजो खोजकय

ऩकडो कक कमा इचछा ह उस इचछा को मॉ ककनाय रगा दो औय तभ परकट हो जाओ इचछाओॊ क आवयण क ऩीछ कफ तक भॉह नछऩाम फठ यहोग मश की इचछा ह भायो धकका परलसवदध

की इचछा ह भाय दो पॉ क अचछा कहरान की इचछा ह भायो रात इतना कय लरमा तो सफ शासतरो वदो उऩननषदो का अभमास जऩ-तऩ-तीथ-अनदषान औय सफ सवाएॉ पलरत हो गई

रककन सावधान आरसम मा अकभणमता नह ॊ रानी ह इचछायदहत होन का अभमास कयक आतभदव का साातकाय कयना ह कपय तमहाय दराया फहत साय कभ होन रगग रककन तभभ कततव की फ न यहगी

इचछा की ऩतो न तमह ढाॉक यखा ह औय कछ नह ॊ ह कछ नह ॊ ह फहत सयर ह सयर नह ॊ होता तो मह आननद कस रत अऩन सवबाव का तरफलकर सयर भफत भ

शरी वलशदषजी भहायाज कहत ह- ह याभजी पर औय ऩतत को भसरन भ दय ह अऩन सवरऩ को दखन भ कमा दय ह

ककसी दवी-दवता क दशन की इचछा नह ॊ ह उनभ बी हभाया ह आतभचतनम ववरास कय यहा ह ककसी ऩरयशचसथनत की इचछा नह ॊ ह कछ होना नह ॊ ह कछ परादऱ कयना नह ॊ ह परब बी नह ॊ चादहए चरो परब हभस अरग हो तो चादहए न हभाया शदध-सवरऩ आतभा ह ऩयभातभा ह एक अदरत आतभा-ऩयभातभा क लसवा जो कछ ददखता ह वह सफ भन की कलऩनाएॉ ह इचछा कयक कलऩनाओॊ क ऩीछ कफ तक बागत कपयग

खोजो अऩन भ कोई इचछा ददख तो ऩकडकय ननकार दो जस भदहराएॉ फारो भ स जएॉ ऩकड-ऩकडकय ननकारती ह ऐस चचतत भ स इचछाएॉ ऩकड-ऩकडकय ननकार दो अबी तो लसय जओॊ स ढक गमा ह कछ बी कयक इचछाओॊरऩी जएॉ हटा दो म इचछाएॉ हट गई तो कपय

सॊकय सहज सवरऩ सॊबाया रागी सभाचध अखणड अऩाया

अऩना सवरऩ ववचायन भाि स सॉबारन भाि स परकट होता ह सॊसकाय घस गम ह कक मह कयग वह कयग मह ऩामग मह छोडग सॊकलऩो औय इचछाओॊ की खखचडी हो गई ह

अफ हभ कमा कय

कछ नह ॊ कयो

बजन कय

नह ॊ कयो बजन

धमान कय

नह ॊ कयो धमान बी

मािा कय

कोई जरयत नह ॊ

दकान खोर

कबी नह ॊ खोरना

नौकय कय

नह ॊ

यसोई फनाम

कोई आवशमकता नह ॊ ह

कछ नह ॊ कयना ह परकनत भ हो यहा ह शासतर की भमादा क भतातरफक होन दो कयन का नमा सॊकलऩ भत फनाओ ऩयदहत क लरए होन दो

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

चचतत का ननभाण

एक सभम था जफ फॉद बी दरयमा होकय डफामा कयती थी गौ का खय बी खाई होकय चगयामा कयता था रककन जफ सतसॊग भ गम गरओॊ की कऩा को ऩचामा तफ अनकरता औय परनतकरता क दरयम बी फॉद स भारभ होत ह आतभऻान की भदहभा ऐसी ह साधक जफ आतभबाव भ परनतवदषत होता ह तफ जीवन स साय द ख ववदा होन रगत ह

धमान का भतरफ कवर चऩचाऩ हो जाना नह ॊ ह धमान भ चचतत अतमॊत एकागर हो जाम शानत हो जाम शचसथय हो जाम उसस बी वह ऊॉ ची अवसथा ह कक चचतत का ननभाण हो चचतत का शानत होना एक फात ह औय चचतत का ननभाण होना दसय फात ह चचतत शानत हो जामगा उतनी दय शाशचनत लभरगी आननद आमगा फाद भ कपय जगत सचचा बासगा थोडा सा सख आकवषत कय दगा थोडा सा द ख दफा दगा रककन धमान भ अगय आतभववचाय आता ह बरहमववचाय आता ह ऩयभातभबाव क सॊसकायो को दहयाकय आतभाकाय बाव ऩदा होत ह तो उसस चचतत का ननभाण होता ह चचतत क शानत हो जान स बी चचतत का ननभाण होना ऊॉ ची फात ह

गरत ढॊग स चचतत का ननभाण हो जाता ह तो वह फनधन व द ख का कायण फन जामगा जस चचतत का ननभाण हो गमा कक भ अभक जानत का हॉ मह भया नाभ ह भ सतरी हॉ मा ऩरष हॉ इस परकाय क चचतत का ननभाण हो गमा तो उसक लरए आदय क दो शबद जीवन फन जात ह औय अनादय क दो शबद भौत फन जात ह झठ सॊसकायो स चचतत का ननभाण हो गमा व बी ददन थ कक जफ फॉद बी दरयमा होकय ददखती थी औय हभ डफा र जाती थी जया सा अऩभान बी दरयमा होकय ददखता था जया सा हवा का झोका बी आॉधी की नाई ददखता था रककन जफ सतसॊग औय गरदव की कऩा स आतभवतता भहाऩरष क उऩदश की कऩा स फड-फड दरयम बी कतयो की नाई ददखत ह कमोकक जो कछ नाभ-रऩ ह सख-द ख ह अनकरता-परनतकरता ह व सफ भामा भ खखरवाड भाि ह भामाभािॊ इदॊ दरतभ मह साया परऩॊच जो ददख यहा ह वह सफ भामा भाि ह

दखखम सननम गननम भन भाॉदह

भोहभर ऩयभायथ नाॉह चचतत का अऻान स ननभाण हआ इसीलरए मह जगत सतम बासता ह औय जया-जया सी

फात सख-द ख आकषण ऩयशानी दकय हभ नोच यह ह

धमान क दराया सतसॊग क दराया चचतत का ठीक रऩ भ ननभाण कयना ह चचतत का ऩरयभाजन कयना ह चचतत शानत हो गमा तो उसक सॊसकाय दफ गम जफ उठ तो सॊसकाय कपय चार हो गम नीॊद भ गम त भ मह हॉ भ वह हॉ म सफ सॊसकाय दफ गम नीॊद भ कज की चचनता नह ॊ यहती रककन म द ख दय नह ॊ हए कमोकक चचतत भ जो सॊसकाय ऩड ह व गम नह ॊ म सॊसकाय दफ ह नीॊद स उठन ऩय साया परऩॊच चार हो जामगा साय चचनताएॉ लसय ऩय सवाय हो जामगी

धमान-बजन का रकषम मह नह ॊ ह कक तमहाया चचतत कवर शचसथय हो जाम फस धमान-बजन का रकषम ह चचतत शचसथय हो औय साथ ह साथ चचतत का ननभाण हो बरहमाकाय ववतत स बरहमाकाय बाव स चचतत का ननभाण होगा तो तमहाय चचतत ऩय कशचलऩत सॊसाय क सख-द ख की ठोकय नह ॊ रगगी लभरथमा सॊसाय का आकषण नह ॊ होगा तमहाय रदम भ सॊसाय का आकषण नह ॊ होगा तो वासना नह ॊ उठगा वासना नह ॊ उठगी तो दफाया जनभ रन की जरयत नह ॊ ऩडगी आऩका भो हो जामगा फडा ऩाय हो जामगा

ऩजा कयत ह ठाकयजी की भॊददय भ जात ह भशचसजद भ जात ह चगयजाघय भ जात ह रककन चचतत का ननभाण नह ॊ कयत ह तो सॊसायमािा का अनत नह ॊ आता बगवान शरीकषण कहत ह-

ननभानभोहा शचजतसॊगदोषा अधमातभननतमा ववननवततकाभा दरनदरववभिा सखद खसॊऻगचछनतमभढा ऩदभवममॊ तत

शचजनका भान औय भोह नदश हो गमा ह शचजनहोन आसकति रऩ दोष को जीत लरमा ह शचजनकी ऩयभातभा क सवरऩ भ ननतम शचसथनत ह औय शचजनकी काभनाएॉ ऩण रऩ स नदश हो गई ह ndash व सख-द ख नाभक दरनदरो स ववभि ऻानी जन उस अववनाशी ऩयभ ऩद को परादऱ होत ह

चचतत क साथ भन-इशचनिमो क साथ तादातमम का जो सॊग ह सॊसाय क समफनधो स जो दोष रग जाता ह वह चगया दता ह चचतत का ठीक स ननभाण हो जाम तो अधमातभ भ ननतम यभण हो जाम काभनाएॉ ननवतत हो जाम दरनदरो स भकति हो जाम सख औय द ख भान औय अऩभान अनकरता औय परनतकरता मश औय अऩमश तनदरसती औय फीभाय जीवन औय भतम म सफ दरनदर ह जो तनदरसती स सखी ह वह फीभाय स द खी होगा जो मश स सखी होता ह वह अऩमश स द खी होगा जो जीन भ सख भानगा वह भयन भ द खी होगा रककन जीना भयना भान-अऩभान म सफ चचतत भ दहातभबाव क सॊसकाय ऩड ह अगय चचतत का ननभाण हो गमा कक जीना भयना म सफ भया नह ॊ भामा का ह भया नह ॊ इस दहरऩी खखरौन का ह मह दहरऩी खखरौन कई फाय जीत हए ददखत ह कई फाय भयत हए ददखत ह कपय बी भय कबी

भौत नह ॊ होती तो शर ऩय चढत हए बी द ख नह ॊ होगा रोगो को रगगा कक भनसय शर ऩय चढ ईसा करॉस ऩय चढ अभक फदध ऩरष न धमान कयत हए शय य छोडा औय भय गम रोगो को ऐसा रगगा रककन उन भहाऩरषो का अनबव ह कक व कबी भयत नह ॊ व कबी तरफगडत नह ॊ कबी फनत नह ॊ वासतव भ जीवभाि का जो असर सवरऩ ह वह फनन तरफगडन स फहत ऊॉ चा ह फनता तरफगडता तमहाया शय य ह फनता तरफगडता तमहाया भन ह फनता तरफगडता तमहाया बाव ह रककन तमहाया सवरऩ तमहाया आतभा कबी फनता तरफगडता नह ॊ

चचतत का ननभाण होता ह आतभववचाय स धमान कय औय शनमभनसक नह ॊ रककन अनातभपरवाह का नतयसकाय कय औय आतभपरवाह को चराम आतभबाव को चराम औय दहबाव को हटाम बरहमबाव को जगाना औय दहबाव को अरववदा दना मह ह चचतत क ननभाण की ऩदधनत इस परकाय धमान होगा तो भसत हो जामग धमान क वि बी भसत औय धमान क फाद बी भसत इस परकाय चचतत का ननभाण हो जामगा तो जो सॊसाय फॉद होकय बी दरयमा फनकय डफता था वह अफ दरयमा होकय आमगा तो बी फनद होकय बासगा जया-जया फात स सख-द खादद दरनदर ऩयशान कय यह थ व अफ परबाव नह ॊ डारग शचजतन परभाण भ चचतत का ननभाण होता जामगा उतन परभाण भ दरनदरववभिा होत जामग

साय जऩ तऩ सवा ऩजा मऻ होभ हवन दान ऩणम म सफ चचतत को शदध कयत ह चचतत भ ऩववि सॊसकाय बयत ह परनतददन कछ सभम अवशम ननषकाभ कभ कयना चादहए चचतत क कोष भ कछ आधमाशचतभकता की बयती हो नतजोय को बयन क लरए हभ ददनयात दौडत ह जफ को बयन क लरए छटऩटात ह रककन नतजोय औय जफ तो मह ॊ यह जामग रदम की नतजोय साथ भ चरगी इस आधमाशचतभक कोष को बयन क लरए ददन बय भ कछ सभम अवशम ननकारना चादहए सॊधमा-वनदन ऩजा-पराथना धमान-जऩ ननषकाभ कभ इतमादद क दराया चचतत का ननभाण कीशचजम

उचच ववचाय कयत हए रदम भ खर आकाश की ववशारता बय जान दो ॐकाय का ऩववि जऩ कयत-कयत रदम को ववशार होता अनबव कयो शाशचनत औय आननद स रदम बया जा यहा ह मह आतभाननद की ववशदध ऩयभातभा की चचदाननद-सवरऩ ऩयभातभा की झरक ऩान का तय का ह

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

ऩरयपरदलन पर इशचनिमो को ववषमो स कस फचाम

उ बोजन छोडन स उऩवास कयन स गाम-बस का दध छोडकय फकय का दध ऩीन स योट छोडकय भॉग लबगोकय खान स शय य भ शकति नह ॊ होती तो ववषमवासना शानत हो जाती ह रककन इस उऩाम स सॊसाय भ सखफवदध नह ॊ जाती बरहमवतताओॊ को आतभा-ऩयभातभा का सख लभर जाता ह इसलरए सॊसाय भ यहत हए बी सॊसाय भ उनकी सखफवदध नह ॊ होती

साॉऩ ठणड भ दठठय जाता ह तो शानत ऩडा यहता ह काटता नह ॊ सम की धऩ ननकरत ह वह कफ काट र कोई ऩता नह ॊ ऐस ह अभक आहाय व ननमभो स भन को थोडा शानत कय रत ह कपय जफ भौका लभर जाता ह तो भन कपय बडक उठता ह भन को ववषमो स शानत कय दना अचछा ह सॊमभ कयना ह चादहए रककन साथ ह साथ ऩयभातभा का यस ऩा रना चादहए

भनोवऻाननको न कछ परमोग ककम जो अनत जातीम आवगवार काभी मवक थ उनका खान-ऩान ऐसा यखा कक वीम फन ह नह ॊ कपय उनको रडककमो क फीच यखा तो फड बरहमचाय ददख शानत यह आवग की कोई चदशा नह ॊ की कततो ऩय बी परमोग ककम गम व बी ऐस यह कपय जफ उनको ऩौवदशक बोजन दना शर ककमा तो व ह कतत ऩॉछ दहरात कवततमो क ऩीछ बागन रग व मवक बी ऩौवदशक बोजन क आहाय स ऩहर जस ह काभातय होन रग

भजफय का नाभ भहातभा गाॉधी ndash ऐसा नह ॊ होना चादहए जीवन भ शय य भ शकति न हो इशचनिमो भ फर न हो तो सफ बरहमचाय ह आऩ शि को ऩयासत नह ॊ कय सकत औय भाप कय ददमा तो कमा फडी फात ह उसको नछनन लबनन कयन का साभरथम ह कपय बी भाप कय ददमा तो फडी फात ह भा वीयो को शोबा दती ह कामयो को थोड ह शोबा दती ह

ऐस ह फरवानो को बरहमचम शोबा दता ह

कोई कह कक भय को धन का अलबभान नह ॊ

अचछा ककतना धन ह तमहाय ऩास

ऩहर फहत था रककन अबी अबी तो कजा होगा ऩचचीस हजाय का

तो धन का अलबभान कमा कयगा त

सावन क ऩववि भह न भ बागवत की कथा हो यह थी एक ददन एक सॊत भॊच ऩय ऩधाय शरोताओॊ स फोर कक आऩ रोग बगवान क बि हो बागवत की याभामण की कथाएॉ वषो स सनत आम हो ऩणम कभात आम हो आऩभ स शचजसको लभिो भ याग औय शि भ दरषफवदध न हो ऐस याग-दरषयदहत चचततवार रोग खड हो जाम भ अबी-अबी उनह बगवान का दशन कया दॉ

सॊत न एक फाय दो फाय तीन फाय दहयामा कथाकाय को बी चचनता होन रगी कक हजायो शरोताओॊ भ स कोई नह ॊ उठता सॊत फाय-फाय कहन रग कक आऩ रोगो भ स याग-दरष स यदहत रोग खड हो जाम भ उनह आतभ-साातकाय कया दॉगा बगवान क दशन कया दॉगा उसक दशन स दसयो का बी बरा हो जामगा

सफ रोग लसय झकाकय फठ यह सबा भणडऩ भ सननाटा छा गमा इजजत का सवार हो गमा आखखय भ एक नबफ सार का फढा उठ खडा हआ फोरा फाफा जी भ हॉ

अचछा इतन रोगो भ एक बी लभर गमा तो बी ठीक ह आऩ तो ननहार हो जाओग आऩक दशन स औय रोग ननहार होन रगग अचछा अफ फताओ कक आऩन याग-दरष कस ननवतत ककम

फाफा जी भय उमर नबफ सार की ह भय ऩतनी भय चकी ह भया इकरौता फटा था वह बी परब को पमाया हो गमा सफ लभि-साथी बी एक-एक कयक चर फस ऩरयवाय भ औय लभिभणडर भ कोई नह ॊ औय शि बी कभफखत सफ भय लभट गम अफ भझ ककसी स याग-दरष नह ॊ ह

सनह औय शि भय गम रककन याग-दरष तो नह ॊ भया वह शचजनदा ह कोई चीज नह ॊ ह इसलरए उसका यस अऩन बीतय नह ॊ ह ऐसी फात नह ॊ ह

ननयाहाय यहन स ववकाय तो शानत हो जात ह रककन जगत भ सखफवदध का सॊसाय भ यस का अबाव नह ॊ होता यस ऩान की इचछा सखी होन की इचछा बीतय स नह ॊ जाती ठणड स दठठय हए साॉऩ का ववष अभत भ फदरा नह ॊ जफ तक ऩयभातभा का साातकाय नह ॊ होता तफ तक बीतय क ववकाय ननववकायता का रऩ नह ॊ रत

ऐसा बी नह ॊ कक साातकाय हो जान क फाद ऻानी सॊसाय स उऩयाभ हो जामगा नह ॊ वह खामगा वऩमगा कयगा धयगा फट को जनभ दगा काभ-करोध-रोब-भोह-अहॊकाय म सफ भसारा उसक ऩास होगा रककन वह उन सफका उऩमोग कयगा उनभ सखफवदध स उनक आधीन नह ॊ होगा इसीलरए ऻानी को जीवनभि कहत ह साधायण रोग सख बोगन क लरए ववषम ववकायो क आधीन हो जात ह औय ऻानी सवाधीन यहकय उनका उऩमोग कय रगा

शरीवलशदषजी भहायाज क सौ फट थ शरीकषण न सदशन उठामा शरीयाभ न धनष उठामा तरफना करोध क कॊ स औय यावण को कस भाया उनहोन करोध का उऩमोग ककमा

तभ कभया फनद कयक अनदय स कणडा रगाकय फठो तफ सवतनि हो जफ चाहो दयवाजा खोरकय फाहय ननकर सकत हो रककन फाहय स कोई दयवाजा फनद कय द तो तभ हो गम ऩयाधीन ऐस ह ववकायो क ऩरयशचसथनतमो क आधीन जीना ऩयाधीनता ह ववकाय ऩरयशचसथनतमो को अऩन आदश भ चराना सवाधीनता ह इसीलरए शरीकषण को सोरह हजाय एक सौ आठ शचसतरमाॉ होत हए बी उनका इतना ऻान कक आज बी उनकी गीता ऩजी जा यह ह सॊसाय की दो ऩलतनमाॉ बी आ जाम तो बी फडा गक अय एक ऩतनी बी नाक भ दभ कय दती ह

ऻानी को जगत भ स यसफवदध चर जाती ह उसको आतभसख लभरता ह तो ववषमो भ सखफवदध नह ॊ यहती जो रोग यसफवदध स ववषम बोगत ह व पॉ सत ह सवाबाववक उऩमोग कय लरमा तो कोई फात नह ॊ आऩको बख रगी आऩका उददशम था ऩट बयना ककसी न आकय फदढमा बोजन आऩको खखरा ददमा इसभ कोई दोष नह ॊ रककन आऩका ऩट बया ह कपय बी

सवाद रन क लरए वमॊजन फनवाम भजदय की औय कयवाई तो मह बोजन भ यसफवदध अननदश का कायण ह

असर यस तो ऩयभातभा का ह वह यस लभर गमा तो ऐसी कौन-सी चीज ह जो ऻानी को सॊसाय भ आकवषत कय ठीक ह वमवहाय भ फोर चर लरमा ददमा रककन ऻानी वमवहाय भ फॉधता नह ॊ भाभर आदभी ऩाॉच सौ की नौकय भ फॉध जाता ह रककन जो समराट ह उसको ऩाॉच हजाय की नौकय बी कमा आकवषत कयगी

कफीय क आग कई ररनाएॉ आमीॊ लशषम होकय आमी तो ठीक ह फात कय लभर-जर रककन व सभझ कक अऩन नखय कयक कफीय को पॉ सामग तो गरती भ ह

चरय ठगनी ठभक ठभक नमननको कमो ठभकाव तय हाथ कफीयो नह ॊ आव

कोई सभझ कक भ रऩ रावणम स अरॊकाय-आबषणो स ककसी ऻानी को पॉ साऊॉ ऩस दकय ऻानी को अऩना फनाऊॉ धौस दकय ऻानी स आशीवाद र रॉ तो वह धोख भ ह शचजसको आतभऻान हो गमा आतभयस लभर गमा वह ककसी यस स ककसी ऻान स ककसी फर स परबाववत नह ॊ होगा चाय ऩस क चन रकय खान रग ह मह भौज की फात ह दरयि आदभी चना खाता ह वह अरग फात ह रककन अभीय आदभी चना खाता ह तो भौज ह ववनोद ह ऐस ह ऻानी क लरए साया सॊसाय ववनोद भाि ह औय हभ रोग सॊसाय भ पॉ स भयत ह

जो यसफवदध स ववषम-बोग बोगता ह वह वववकी होगा तो बी उसकी इशचनिमाॉ उसक भन को फरऩवक हय रती ह भजा रन क लरए बोग बोगा तो सजा जरय बोगगा ऐसा कोई सख नह ॊ जो फाद भ द खी न कय इसलरए ह अननदाता सॊसाय स सख रन की इचछा ह छोड दो सॊसाय भ सख का तो रफर ह अनदय द ख बया ह

एक आदभी न गराफ क ऩौध ऩय सनदय खखरा हआ पर दखा झट स तोड कय नाक ऩय यख ददमा पर भ फठी थी ततमा पट स भाय ददमा डॊक उसक नाक ऩय ओ फाऩ य

ऐस ह सॊसाय क ववषमो भ ददखती सनदयता ह रककन अनदय ततमा फठी होती ह ददखता सख ह रककन बय ह भसीफत परायमब भ रगता ह कक सॊसाय भ सख ह रककन फाद भ साय शचजनदगी सॊसाय की गाडी खीीचत खीीचत दभ ननकरता ह भनषम आखखय भ ऩदळाताऩ कयता हआ भय जाता ह

द ख को हभ रोग आभॊतरित कयत ह वासतव भ द ख ह नह ॊ द ख फनान की पकटय हभाय साथ रगी हई ह कस हभ सखी होन क लरए बागत ह फाहय मह फाहय बागना ह द ख को आभनिण दता ह शचजतनी तजी स बाग उतनी ह तजी स द ख लभरगा ऻानी सख रन क लरए फाहय बागत नह ॊ व द ख लभटान क लरए बी फाहय बागत नह ॊ फर ऩान क लरए बी फाहय नह ॊ बागत

एक जगह ऩय ऻानी सतसॊग कय यह थ एकाएक जोयो स आॉधी चर छत क ट न छटऩटान रग बि रोग सफ बाग गम ऩकक भकानो भ आशरम र लरमा थोडी दय भ आॉधी शानत हो गई वाऩस आकय दखा तो सवाभी जी वस ह फठ ह ऩछा

फाफाजी इतनी आॉधी चर हभ बाग गम आऩ नह ॊ बाग

हभ बी बाग तभ फाहय बाग हभ बीतय बाग

अनतमाभी ऩयभातभा स जड जाओ तो परकनत की सवा ऩाना कोई फडी फात नह ॊ ह ऩयभातभा स लभर जाओ ईदवय भ डफ जाओ तभ नह ॊ कय सकत ईदवय सफ कछ कय सकता ह

तभभ औय ईदवय भ कमा पक होता ह

तभ जफ सॊसाय स सख रन की इचछा कयत हो तो दो ऩस क हो जात हो सॊसाय स सख रन की इचछा छोडकय ईदवय भ गोता भायत हो तो ईदवय हो जात हो मह भहाऩरषो का अनबव ह शासतरो का परभाण ह बगवान शरीकषण बी कह यह ह-

परजहानत मदा काभान सवान ऩाथ भनोगतान आतभनमवातभना तदश शचसथतपरऻसतदोचमत

ह अजन शचजस कार भ ऩरष भन भ शचसथत समऩण काभनाओॊ को बर बाॉनत तमाग दता ह औय आतभा स आतभा भ ह सॊतदश यहता ह उस कार भ वह शचसथतपरऻ कहा जाता ह

जो अऩन आऩ भ तदऱ ह अऩन आऩ भ आनशचनदत ह अऩन आऩभ खश ह वह शचसथतपरऻ ह तसम तरना कन जामत उसकी तरना औय ककसस कय वह ऐसा भहान हो जाता ह ऐस भहाऩरष का तो दवता रोग बी दशन कयक अऩना बागम फना रत ह ततीस कयोड दवता बी ऐस भहाऩरष का आदय कयत ह तो औयो की कमा फात ह

ईदवय भ सखफवदध होनी चादहए सॊसाय भ सख रन की जो हभाय आदत ह वह हभ फय तयह द ख भ डार दती ह वह आदत ऩयानी ह कई जनभो की ह इसलरए अभमास कयना ऩडता ह साधन-बजन इसीलरए कयन ऩडत ह कक गनद आदत ऩड गई ह नह ॊ तो ईदवय दय थोड ह ह कक उसको ऩान क लरए अभमास की जरयत ऩड गनद आदत लभटान क लरम साधन-बजन-धमान कयना ऩडता ह फाहय सख रन की आदत ह व गनद आदत ह

कोई वाह वाह कय तो कान का सख लभर अचछा खाम तो जीब का सख लभर फदढमा कपलभ दख तो आॉख का सख लभर फदढमा शयमा हो पर तरफछ हो इि-तर-परर को नछडकाव हो यानन सादहफा ऩय दफा यह ॊ ह आहाहा मह चभडी का सख हआ म सफ बी आखखय ककतन ददन

इन तचछ सखो भ हभ रोग फयफाद हो जात ह औय भज की फात ह कक जफ अऩना रदम परसनन होगा तबी वहाॉ स सख आमगा चचतत भ अशाशचनत ह फचनी ह तो परो की शयमा कमा कयगी ताय आ जाम कक पराना सनह सखत फीभाय ह तो आइसकरीभ कमा लभठास दगी

इन सखो जया सा झटका सहन की बी ताकत नह ॊ ह परो की शयमा ऩय काभसख भ डफ यह थ आऩस भ भनभटाव हो गमा अहॊ का टकयाव हो गमा तो फन गम एक दसय क दशभन ऩनत-ऩतनी तराक र रत ह सचभच उसभ सख होता तो तराक कमो रत रडत कमो

ऐसा कोई बोग नह ॊ जो बोगनवारो को फजाय न कय द बोग परायमब भ तो सखद रगत ह रककन फाद भ उनका ऩरयणाभ द खद आता ह मोग शर भ जया ऩरयशरभवारा रगता ह रककन फाद भ अभत जसा अभयपर द दता ह

शर भ जया भीठा-भीठा रग औय अनत भ ववष जसा रग मह बोगो का पर ह शर भ जया कट रग रककन अनत भ सदा क लरए भीठा यह मह बगवान की बकति का मोग का ऻान का पर ह

शर भ जफ ऻानी सॊत भहाऩरषो क ऩास जामग तो फठकय ऊफग अदफ यखग लशदशाचाय कयग सोना खाना ऩीना वमवशचसथत नह ॊ यहगा परायमब भ कदठन रगग रककन उनस ऐसा ऩामग कक भहायाज याजाओॊ क बी याजा हो जामग

हभ जफ सदगरदव क ऩास गम थ तो शर भ जया कदठनाइमाॉ थीॊ भॉग उफारकय खा रत नगयसठ का फटा होकय झाड रगात फतन भाॉजत आशरभ भ सवा कयत गरदव तो नह ॊ कहत रककन हभ सवा छीन रत थ आशरभ भ रोग कबी आत थ तो यसोई क फड फतन बी होत थ ऩहाडी ऩथय र लभटटी मा कोमर की याख होती थी फतन भाॉजन क लरए हाथ भ चीय ऩड जात थ खन ननकरता था तो ऩटटी फाॉधकय फतन भाॉज रत थ उस सभम दखन वारो को रगता होगा कक फडा द ख बोग यहा ह रककन अफ रगता ह वाह ऐसा लभरा ह कक कबी खट नह ॊ सकता ऐसा यस द ददमा ह गर की कऩा न

साशचववक सख ऩहर जया द ख जसा रगता ह फाद भ उसका पर फडा भधय होता ह याजसी सख ऩहर सखद रगता ह रककन फाद भ भसीफत भ डार दता ह ताभसी सख भ ऩहर बी ऩयशानी औय फाद भ बी ऩयशानीघोय नक

बगवद गीता भ बी कहा ह मततदगर ववषलभव ऩरयणाभऽभतोऩभभ

ततसखॊ साशचववकॊ परोिभातभफवदध परसादजभ जो आयमबकार भ ववष क तलम परतीत होता ह ऩयनत ऩरयणाभ भ अभत क तलम ह वह

ऩयभातभ ववषमक फवदध क परसाद स उतऩनन होन वारा सख साशचववक कहा गमा ह

ववषमशचनिम सॊमोगादयततदगरऽभतोऩभभ ऩरयणाभ ववषलभव ततसखॊ याजसॊ सभतभ

जो सख ववषम औय इशचनिमो क सॊमोग स होता ह वह ऩहर बोगकार भ अभत क तलम परतीत होन ऩय बी ऩरयणाभ भ ववष क तलम ह इसलरए वह सख याजस कहा गमा ह

मदगर चानफनध च सखॊ भोहनभातभन

ननिारसमपरभादोतथॊ ततताभसभदारतभ जो सख बोगकार भ तथा ऩरयणाभ भ बी आतभा को भोदहत कयन वारा ह ndash वह ननिा

आरसम औय परभाद स उतऩनन सख ताभस कहा गमा ह

(गीता 18373839) ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

पर ndash इशचनिमो को यस रन की आदत ऩड गई ह तो कमा कयना चादहए

उ ndash फाय-फाय बगवान स ईभानदाय स पराथना कयनी चादहए कक ह परब इशचनिमाॉ भझ घसीटकय बोगो भ र जाती ह ह नाथ त दमा कय भ जनभो स बटका हॉ अबी बी आदत ऐसी ह गनद ह दखन क ऩीछ चफान क ऩीछ वाह-वाह सनन क ऩीछ भया सभम फयफाद हो यहा ह ह परब त भझ कऩा-परसाद द ऐसा कयक बगवान क शयण चर जाओ ववकाय उठ उसी सभम बगवान स पराथना कयन रगो ऐसा कयन स फच जाओग औय कबी कपसर बी जाओ तो ननयाश भत हो कपय स उठो कपय स पराथना कयो हजाय फाय चगय जाओ तो बी ननयाश भत हो आखखय तमहाय ह ववजम होगी बीतय का यस लभरन रग जामगा वह यस ठीक स लभर गमा कपय ववकायो भ ताकत नह ॊ तमह फाॉध सक

शचजनदा चहा तरफलर को नह ॊ भाय सका तो भया हआ चहा तरफलर को कमा भायगा ऻानी की फवदध को सॊसायरऩी चहा नह ॊ पॉ सा सकता साधक था तबी बी नह ॊ पॉ सा तबी तो साधक हआ साधक अवसथा भ नह ॊ पॉ सा तबी तो महाॉ आमा पॉ सता तो सॊसाय क चककय भ जाता सॊसाय भ जनभ लरमा सॊसाय भ यहा भाॉ-फाऩ बाई-फहन कटमफी-ऩडोलसमो क फीच यहा कपय बी भोह भभता को चीयता हआ सतसॊग भ ऩहॉचा गर क ऩास ऩहॉचा अबी आऩ महाॉ ऩहॉच ह न शचजनदा सॊसायरऩी चहा आऩकी फवदधरऩी तरफलर को पॉ सा नह ॊ सका तबी तो आऩ बरहमऻान क सतसॊग भ ऩहॉच ऻान हो जाम फोध हो जाम कपय सॊसाय कमा फाॉधगा आऩकी फवदध को जगत का लभरथमातव ऩकका हो गमा तो कपय वह फवदध को दफा नह ॊ सकता अबी बी जगत सचचा रग यहा ह कपय बी वह फवदध को दफा नह ॊ सकता इसस ईदवय क भाग ऩय ऩहॉच हो इसीलरए सतसॊग औय वदानत भ रचच हो यह ह जगतरऩी चह का परबाव जमादा होता तो फवदधरऩी तरफलर दफी यहती ह

शचजसकी इशचनिमाॉ वश भ हो जाती ह उसकी फवदध ऩयभातभा भ परनतवदषत हो जाती ह

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पर ndash ईदवय क ऩयामण नह ॊ हए तो कमा होगा कयोडो रोगो की तयह हभ बी ऐस ह खाम वऩम औय शचजम तो कमा होगा

उ ndash ईदवय ऩयामण न होन स ववषमो का चचनतन होगा ववषमो क चचनतन स काभना उठगी काभना ऩय होगी तो आसकति होगी काभना ऩय नह ॊ होगी तो करोध होगा करोध होगा तो फवदध का नाश होगा फवदध का नाश हआ तो सवनाश हआ

जो बगवान का चचनतन नह ॊ कयगा उसको सॊसाय का चचनतन होगा सॊसाय का चचनतन होगा तो ऩदाथ ऩान की इचछा होगी ऩदाथ लभरग तो छट न जाम इसकी चचनता होगी नह ॊ लभरग तो जो अडचन डारत ह उन ऩय करोध होगा करोध होगा तो फवदध की मोगमता ीण हो जामगी मोगमता ीण हई तो भोह होगा भोह सफ वमाचधमो का भर ह कपय फनगा व फनगा घोडा फनगा बसा जो आदभी ववषम ववकायो भ पॉ सा यहता ह उसकी फवदध दफी यहती ह ठीक स काभ नह ॊ दती

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पर ndash ऩतन ककसका नह ॊ होता

उ ndash वशीबत अॊतकयण वारा ऩरष याग-दरष स यदहत औय अऩनी वशीबत इशचनिमो क दराया ववषमो का आचयण कयता हआ बी परसननता को परादऱ होता ह वह उनभ रऩामभान नह ॊ होता उसका ऩतन नह ॊ होता शचजसका चचतत औय इशचनिमाॉ वश भ नह ॊ ह वह चऩ होकय फठ तो बी सॊसाय का चचनतन कयगा ऻानी सॊसाय भ फठ हए बी अऩन सवरऩ भ डट यहत ह

बायत क बतऩव यादसऩनत डॉ शरीयाधाकषणन अचछ चचनतक भान जात ह उनहोन एक कहानी लरखी ह

एक बदठमाया था उसको हय योज सवपन आता कक भ चकरवती समराट हॉ वह अऩना काभ ननऩटाकय जलद -जलद सो जाता उस भधय सवपनरोक भ जान क लरए फाहय क जगत भ वह बदठमाया था खान-ऩीन को बी ऩमादऱ नह ॊ था गजाया चरान क लरए फडा ऩरयशरभ कयना ऩडता था रककन धीय-धीय वह सवपन भ सखी होन रगा तो फाहय क जगत भ रचच कभ होन रगी

परनतददन सवपन भ दखता कक भ चकरवती समराट फन गमा हॉ छोट-छोट याजा रोग भय आऻा भ चरत ह छनन-छनन कयत ह य जवाहयात क गहनो स सजी ररनाएॉ चॉवय डरा यह ह

एक ददन सवपन भ वह फाथरभ जान उठा तो ऩास भ जरती हई बटठी भ ऩय ऩड गमा जरन क भाय चचलरा उठा सो तो यहा था बदटठमो क फीच रककन सवपन दख यहा था कक समराट ह इसलरए वह सखी था

ककसी बी ऩरयशचसथनत भ आदभी का भन जसा होता ह सख-द ख उस वस ह परतीत होत ह ऻानी का भन ऩयबरहम भ होता ह तो व सॊसाय भ यहत हए सफ वमवहाय कयत हए बी ऩयभ सखी ह बरहमऻान भ भसत ह

आदभी का शय य कहाॉ ह इसका अचधक भलम नह ॊ ह उसका चचतत कहाॉ ह इसका अचधक भलम ह भॊददय भ फठा ह ऩजाय सोच यहा ह कक कफ फायह फज औय रडड रकय ऩजारयन क ऩास जाऊॉ तो वह भॊददय भ नह ॊ ह ऩजारयन क ऩास ह चचतत ऩयभातभा भ ह औय आऩ सॊसाय भ यहत ह तो आऩ सॊसाय भ नह ॊ ह ऩयभातभा भ ह

परबातकार भ उठो तफ आॉख फनद कयक ऐसा चचनतन कयो कक भ गॊगाककनाय ऩय गमा ऩववि गॊगाभमा भ गोता रगामा ककसी सॊत क चयणो भ लसय झकामा उनहोन भझ भीठी ननगाहो स ननहाया

ऩाॉच लभनट ऐसा भधय चचनतन कयो आऩका रदम शदध होन रगगा बाव ऩववि होन रगगा

सफह उठकय दख हए लसनभा क दशम माद आम आहाहा वह भय ऩास आमी भझस लभर आदद आदद तो दखो सतमानाश हो जामगा कलऩना तो भन स होगी रककन तन ऩय बी परबाव ऩड जामगा कलऩना भ ककतनी शकति ह

सॊत-भहातभा-सदगर-ऩयभातभा क साथ ववचयत ह सभाचध रगात ह उनका सभयण-चचनतन कयत ह तो रदम आनशचनदत होता ह

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पर ndash ककसकी फवदध शचसथय नह ॊ यहती

उ ndash जो असॊमभी ह गर क ऻान को ऩचाता नह ॊ ह उसकी फवदध शचसथय नह ॊ यहती जो सॊमभी ह गरभख ह उसकी फवदध शदध सॊमभी औय दढ ननदळमी हो जाती ह

फवदध का शचसथय होना फहत फडी उऩरशचबध ह उसभ असीभ शकति आ जाती ह शचसथय फवदध वारा मदद सॊकलऩ कय द तो साया याजम फदर जाम ऐसी ताकत होती ह शचसथय फवदधवार भ वह वयदान द सकता ह जो न कय याभ वह कय ककननायाभ शचसथय फवदध वार भ इतना परबाव होता ह खदा बी ऩछ कक फनदा अफ तय कमा यजा ह शचसथय फवदध होना फचचो का खर नह ॊ वह फडा भहान काम ह याजा होना इतनी भहतता नह ॊ यखता याजा बी शचसथय फवदध वार क चयणो भ ऩड जाम तो याजा ननहार हो जाम भहवष वलशदष शचसथय फवदध वार थ याजा दशयथ उनक चयणो भ ऩड तो बगवान याभ को परकट होना ऩडा मह ह शचसथय फवदधवारो का चभतकाय अबी तक याजा दशयथ का नाभ जनता की शचजहवा ऩय नाच यहा ह उस सभम भ औय बी कई याजा होग न रककन दशयथ जी शचसथयफवदधवार आऩ तो ननहार हो ह जात ह रककन उनकी शयण जान वार का बी ककतना कलमाण हो जाता ह भतॊग ऋवष शचसथय फवदध क थ शफय बीरनी उनकी शयण गई ककतनी ऊॉ चाई परादऱ कय र उसन उस जभान क याजाओॊ को बी हभ रोग इतना नह ॊ जानत शचजतना शफय को जानत ह

भतॊग ऋवष न शफय स कह ददमा कक तझ याभ लभरग शफय न मह नह ॊ ऩछा कक सचभच लभरग गर न कह ददमा फात ऩय हो गई शरदधा हो तो शफय जसी भय भ मोगमता नह ॊ ह ndash ऐसा शफय न कहा नह ॊ गरजी न कह ददमा तो फात ऩककी हो गई मोगमता ह नह ॊ ह वह गर जान

दोष इतना दोष नह ॊ शचजतना दोषो को अऩना भानना औय ईदवय क यासत अऩन को अमोगम भानना दोष ह

अनकरभ

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जनक-ववचाय

जनक अऩन भन को सभझात ह- ऐ भन त शानत हो जा ऐ चचतत तया चरना ह सॊसाय का होना ह सॊसायरऩी चकर

को योकन क लरए नालबरऩी चचतत को योकना आवशमक ह ह भय चचतत त शानत हो जा याजम तया नह ॊ ऩि-ऩरयवाय तया नह ॊ मह शय य बी तया नह ॊ शचजसका सफ कछ ह वह ऩयभातभा तया ह ऐ भय चचतत त उसी ऩयभातभा भ शानत हो जा तया बरा होगा

जनक अऩन भन को फाय-फाय सभझात ह जमो-जमो भानलसक चचनतन कयत हए चचतत को सभझात ह तमो-तमो जनक का चचतत ऩयभातभा क ननकट उस अनतमाभी आतभदव क ननकट ववशराशचनत ऩाता ह जनक क कभ कटत ह जनक सचभच जीवन क पर को ऩात ह

वलशदषजी कहत ह- ह याभजी कपय उस भह ऩनत न अऩन भन स कहा ऐ भय भन आज तक भ तय कहन भ यहा औय जनभ-जनभानतय स बटकता यहा ऐ

भय चचतत तन जो कहा वह भन सवीकाय ककमा तन जो वासना की वह भन ऩण की रककन त बी अऻान की आग भ वासना की बटटी भ जरता आमा ह औय भझ बी त जराता आमा ह ऐ भय भन अफ त शानत ऩद का आशरम र जस ऻानवान सॊत ऩरष आतभ-ववचाय कयत शानत ऩद का आशरम रकय सॊसाय-सभि स तय जात ह त बी उस आतभऩद का आशरय़ र त बी जगत क चचनतन भ उदास होकय ननशचदळॊत सवरऩ आतभा भ डफ जा ऐ भय भन आज तक तया कहना भानकय भ बटक यहा था अफ त एक फाय भया कहना भानकय तो दख शासतर क वचन का कहना भानकय तो दख ऐसा द ख नक भ बी नह ॊ जसा चॊचर चचतत भ होता ह ऐसा सख सवग औय वकणठ भ बी नह ॊ जसा सख ननदळर चचतत भ परकट होता ह ऐ चचतत तया चॊचर होना तया औय भया ववनाश ह तया शचसथय होना फडा ऩाय होन का हत ह ऐ भय चचतत त भान जा इसी भ तया कलमाण ह

उस भह ऩनत न अऩन चचतत को फाय-फाय सभझामा कछ णो क लरए तो चचतत ऩयभातभ-शाशचनत भ डफा सा ददखा कपय आॉख खोरकय फाहय सवदश को ननहायन रगा भहायाज जनक न कपय आॉखो को रकषम कयक सभझामा

ह चॊचर नि तभ फाहय का जगत अऩन बीतय बयत हो शरोि औय नि तभ इस जीव को फड धोख क जगत भ र जात हो तभ दोनो क दराया जगत बीतय आता ह जमो ह जगत बीतय आता ह तमो ह चचतत की चॊचरता फढती ह यातरि को सो जात ह तो आॉख औय कान क दराया जगत बीतय नह ॊ आता चचतत परकनत भ र न हो जाता ह सफह फडी शाशचनत औय

ताजगी का अनबव होता ह परकनत भ र न हआ चचतत शय य को जया सी ताजगी दता ह वह चचतत मदद धमान कयक आतभा भ र न हो जाम तो जीवन ऩया ताजा फना दता ह तभ तो ऩय ऩावन हो ह जात हो तमहाय सॊग भ आन वार वमकति बी ननषऩाऩ होकय ऩावन हो जात ह

ऐ भय चचतत तया सचचा याजम तो आतभा का याजम ह इस जनकऩय भ तो कई याजा आम शचजसन याजम ककमा वह जनक कहरामा त कफ तक इस जठी ऩरथवी का गव कयक अऩन को याजा भानगा त इस ऩरथवी का ऩनत नह ॊ भदहऩनत नह ॊ त तो इस ऩरथवी का एक गरास भाि ह तय जस तो कई याजा आ-आकय इस ऩरथवी भ दपनाम गम उनकी हडकतडमाॉ बी गर गई

भाट कह कमहाय स त कमा यौद भोम एक ददन ऐसा आमगा भ यौदगी तोम

भदहऩनत अऩन चचतत को सभझाता ह ऐ चचतत त ऩयभातभा की शाशचनत भ शानत हो जा नह ॊ तो ऋवष रोग भय हाॉसी कयग कहग सभझदाय होकय भखो की नाई आमषम तरफता ददमा फवदधभान होकय ऩशओॊ की नाई शय य को ऩारन-ऩोषन भ जीवन गॉवा ददमा ऐ भय भन शचजस ऩयभातभा न तझ अनयाग का दान ददमा ह उसस सॊसाय क ववषम त कमा भाॉगता ह उसस नदवय चीजो की चाह त कमो कयता ह

शचजसन अनयाग का दान ददमा उसस कभ भाॉग रजाता नह ॊ

अऩनाऩन बर सभाचध रगा

मह वऩम का ववमोग सहाता नह ॊ नब दख ऩमोधय शाभ ढर

कमो लभट उसभ लभर जाता नह ॊ चगता ह चकोय अॊगाय

परयमाद ककसी को सनाता नह ॊ अफ सीख र भौन का भॊि नमा

अफ वऩम का ववमोग सहाता नह ॊ ऐ चचतत त भौन का भॊि र र बीतय ह बीतय उस ऩाय की शाशचनत का अनबव कय

कपय ऩता चरग कक ककतना खजाना तय बीतय छऩा ह

सॊञा सखणा कोई नह ॊ सफक बीतय रार भयख गरॊचथ खोर नह ॊ कयभी बमो कॊ गार

कभी कभकाणड भ पॉ सा ह भख फवकपी भ पॉ सा ह कोई-कोई भाई का रार कभो स औय फवकपी स फचकय ननषकभ तवव भ गोता भायता ह ननशचषकरम चतनम भ अऩन आऩको खो दता ह उऩननषद कहत ह-

मतो वाचो ननवतनत अपरापम भनसा सह जहाॉ वाणी नह ॊ ऩहॉचती भन स जो परादऱ नह ॊ होता फवदध जहाॉ स रौटकय आती ह ऐस

आतभदव को जो बागमवान ऩाता ह वह कपय ककसी स बमबीत नह ॊ होता भतम बी उसका कछ तरफगाड नह ॊ सकती भतम शय य की होती ह आतभऻानी उस भतम को बी दखता ह

ऐ चचतत त बरहमऻान ऩा र तय चॊचरता लभटत ह ऩयबरहम ऩयभातभा का अनबव होन रगगा आज तक भ तया कहना भानता आमा हॉ आज त भया कहना भान त शानत हो जा

वलशदषजी कहत ह- ह याभजी इस परकाय भदहऩनत जनक फाय-फाय अऩन चचतत को अनतभख फना यह ह चचतत को अनतभख कयत-कयत बरहमशचसथनत का ऩयभातभ-शाशचनत का अनबव ककमा

नि खोर फाहय ननहाया जगत की ओय इतन भ दालसमाॉ हाथ जोडकय खडी हो गई कक भहायाज सनान कयन का सभम हआ ह यतनजकतडत सवण क करशो भ बया ववववध तीथो का जर औय वददक भनिोचचाय कयत बराहमण इॊतजाय कय यह ह

जनक न कहा अफ भन आतभजर भ नहा लरमा ह शय य को तीथ क जर भ नहरा दता हॉ अफ भ फाहय चदशा करॉ तो मह शय य की चदशा ह भय नह ॊ नहाना-धोना खाना-ऩीना याजकाज कयना म सफ कभ शय य क ह भया कोई कभ नह ॊ भया तो कततवम ह उस परब भ भसत यहना भन कयन मोगम सफ कभ कय लरम ऩारन मोगम धभ ऩार लरम अऩन घय भ घय ऩा लरमा

इस परकाय बऩनत को ऩयभातभ-शाशचनत का अनबव हआ

ह याभ जी मथामोगम वमवहाय कयो रककन चचतत स सदा आतभऩद भ शचसथनत कयो चचतत भ एक फाय आतभ-शाशचनत का सवाद आ जाम तो कपय सॊसाय भ कोई सख तमह परबाववत नह ॊ कयगा

जस अभत तस ववष घाट जसा भान तसा अऩभाना

हष शोक जाॉक नह ॊ वय भीत सभान कह नानक सन य भना भि ताॉदह त जान

एक फाय चचतत ऩयभातभ-शाशचनत का अनबव कय कपय तमहाय चचतत भ तमहाय अनतकयण भ सॊसाय की सतमता नदश हो जामगी

अनकरभ

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भाभकॊ शयणॊ वरज

जीव भाि का दहत कवर इसी फात भ ह कक वह ककसी औय का सहाया न रकय कवर बगवान की ह शयण र र बगवान क शयण होन क लसवाम जीव का कह ॊ बी ककॊ चचत भाि बी नह ॊ ह कायण मह ह कक जीव साात ऩयभातभा का अॊश ह इसस वह ऩयभातभा को छोडकय औय ककसी का सहाया रगा तो वह सहाया दटकगा नह ॊ जफ सॊसाय की कोई बी वसत वमकति घटना ऩरयशचसथनत अवसथा आदद शचसथय नह ॊ ह तो कपय इनका सहाया कस शचसथय यह सकता ह इनका सहाया तो यहगा नह ॊ कवर चचनता शोक द ख आदद यह जामग

अशचगन स अॊगाय दय हो जाता ह तो वह कारा कोमरा फन जाता ह ऩय वह कोमरा जफ ऩन अशचगन स लभर जाता ह तो वह अशचगनरऩ फन जाता ह औय अॊगाय होकय चभक उठता ह

ऐस ह मह जीव बगवान स ववभख हो जाता ह तो वह फाय-फाय जनभता-भयता औय द ख ऩाता यहता ह ऩय जफ वह बगवान क समभख हो जाता ह अननम बाव स बगवान की शयण भ हो जाता ह तो वह बगवतसवरऩ फन जाता ह औय चभक उठता ह इतना ह नह ॊ ववदव का बी कलमाण कयन वारा हो जाता ह

साधक को सफस ऩहर भ बगवान का हॉ इस परकाय अऩन अहॊता को फदर दना चादहए कायण कक तरफना अहॊता क फदर साधन सगभता स नह ॊ होता औय अहॊता क फदरन ऩय साधन सगभता स सवाबाववक ह होन रगता ह

वववाह हो जान ऩय कनमा अऩनी अहॊता को फदर दती ह कक भ तो ससयार की ह हॉ औय वऩता क कर का समफनध तरफलकर छट जाता ह ऐस ह साधक को अऩनी अहॊता फदर दनी चादहए कक भ बगवान का हॉ औय बगवान भय ह भ सॊसाय का नह ॊ हॉ औय सॊसाय भया नह ॊ ह अहॊता क फदरन ऩय भभता बी अऩन आऩ फदर जाती ह

भ परब क चयणो भ ह ऩडा हआ हॉ ndash ऐसा भन भ बाव यखत हए जो कछ अनकर मा परनतकर ऩरयशचसथनत साभन आ जाम उसभ बगवान का भॊगरभम ववधान भानकय ऩयभ परसनन यह

बगवान क दराया भय लरम जो कछ बी ववधान होगा वह भॊगरभम हो होगा ऩय ऩरयशचसथनत भय सभझ भ आम मा न आम मह फात दसय ह ऩय बगवान का ववधान तो भय लरए कलमाणकाय ह ह इसभ कोई सनदह नह ॊ इसलरए जो कछ होता ह वह भय कभो का पर नह ॊ ह परतमत बगवान क दराया कऩा कयक कवर भय दहत क लरए बजा हआ ववधान ह

बगवान पराणीभाि क ऩयभ सरद होन स अनकर मा परनतकर ऩरयशचसथनत बजकय पराखणमो क ऩणम-ऩाऩो का नाश कयक उनह ऩयभ शदध फनाकय अऩन चयणो भ खीॊच यह ह ndash इस परकाय दढता स बाव होना ह बगवान क चयणो भ शयण रना ह

सवमॊ बगवान क शयणागत हो जाना मह समऩण साधनो का साय ह इसभ शयणागत बि को अऩन लरए कछ बी कयना शष नह ॊ यहता जस ऩनतवरता सतरी का अऩना कोई काभ नह ॊ यहता वह अऩन शय य की साय-सॉबार बी ऩनत क नात ऩनत क लरए ह कयती ह वह घय कटमफ वसत ऩि-ऩिी औय अऩन कहरानवार शय य को बी अऩना नह ॊ भानती परतमत ऩनतदव का ह भानती ह शचजस परकाय ऩनतवरता ऩनत क ऩयामण होकय ऩनत क गोि भ ह अऩना गोि लभरा दती ह औय ऩनत क ह घय ऩय यहती ह उसी परकाय शयणागत बि बी शय य को रकय भान जान वार गोि जानत नाभ आदद को बगवान को चयणो भ सभवऩत कयक ननशचदळॊत ननबम ननशोक औय ननशॊक हो जाता ह बगवान शरीकषण अजन स कहत ह-

सवधभानऩरयतमजम भाभकॊ शयणॊ वरज समऩण धभो का आशरम धभ क ननणम का ववचाय छोडकय कवर एक भय ह शयण भ

आ जा

महाॉ परदल होता ह कक धभ अथात कततवम धभ का सवरऩ स तमाग भाना जाम नह ॊ धभ का सवरऩ स तमाग कयना न तो गीता क अनसाय ठीक ह औय न वह परसॊग क अनसाय ह ठीक ह बगवान की फात सनकय अजन न कततवम धभ का तमाग नह ॊ ककमा ह अवऩत करयषम वचनॊ तव कहकय बगवान की आऻा क अनसाय कततवम कभ का ऩारन कयना सवीकाय ककमा ह

भाभकॊ शयणॊ वरज का तातऩम भन-फवदध क दराया शयणागनत को सवीकाय कयना नह ॊ ह अवऩत सवमॊ को बगवान की शयण भ जाना ह कमोकक सवमॊ की शयण होन ऩय भन फवदध इशचनिमाॉ शय य आदद बी उसी भ आ जात ह अरग नह ॊ यहत

बगवान क शयण होन क फाद बी तमहाय बावो ववततमो आचयणो आदद भ पक नह ॊ ऩडा सधाय नह ॊ हआ बगवतपरभ बगवददशन आदद नह ॊ हए औय अऩन भ अमोगमता अनचधकायता ननफरता आदद भारभ होती ह तो बी उनको रकय तभ चचनता मा बम भत कयो कमोकक बगवान कहत ह कक जफ तभ भय अननम शयण हो गम तो वह कभी तमहाय कभी कस यह उसका सधाय कयना तमहाया काभ कस यहा वह कभी भय कभी ह उसका सधाय कयना भया काभ यहा तमहाया तो फस एक ह काभ ह ननशचदळॊत ननशोक ननबम औय ननशॊक होकय यहना ह अगय तय भ चचनता बम वहभ आदद दोष आ जामग तो व शयणागनत भ फाधक हो जामग औय सफ बाय तय ऩय आ जामगा शयण होकय अऩन ऩय बाय रना शयणागनत भ करॊक ह

ववबीषण बगवान शरीयाभ क चयणो की शयण हो जाता ह तो कपय ववबीषण क दोषो को बगवान अऩन ह दोष भानत ह एक सभम ववबीषण जी सभि क इस ऩाय आम वहाॉ ववपरघोष नाभक गाॉव भ उनस एक अऻात बरहमहतमा हो गई इस ऩय वहाॉ क बराहमणो न इकटठ होकय ववबीषण को खफ भाया-ऩीटा ऩय व भय नह ॊ कपय बराहमणो न उनह जॊजीयो स फाॉधकय जभीन क बीतय एक गपा भ र जाकय फनद कय ददमा याभ जी को मह ऩता रगा तो व ऩषऩक ववभान क

दराया ततकार वहाॉ ऩहॉच बराहमणो न याभ जी का फहत आदय-सतकाय ककमा औय कहा कक भहायाज इसन बरहमहतमा कय द ह इसको हभन फहत भाया ऩय मह भया नह ॊ

बगवान याभ न कहा ह बराहमणो ववबीषण को भन कलऩ तक की आम औय याजम द यखा ह वह कस भाया जा सकता ह औय उसको भायन की जरयत ह कमा ह वह तो भया बि ह बि क लरए भ सवमॊ भयन को तमाय हॉ हभाय महाॉ ववधान ह कक दास क अऩयाध की शचजमभवाय उसक सवाभी ऩय होती ह सवाभी ह उसक दणड का ऩाि होता ह इसलरए ववबीषण क फदर भ आऩ रोग भय को ह दणड द

बगवान की मह शयणागत-वतसरता दखकय सफ बराहमण आदळम कयन रग औय उन सफ न बगवान की शयण र र

भ बगवान का हॉ औय बगवान भय ह ndash इस अऩन ऩन क सभान मोगमता ऩािता अचधकायता आदद कछ बी नह ॊ ह मह समऩण साधनो का साय ह छोटा-सा फचचा बी अऩनऩन क फर ऩय ह आधी यात भ साय घय को नचाता ह जफ वह यात भ योन की ठान रता ह तो साय घयवार उठ जात ह औय उस रयझात ह

इसलरए शयणागत बि को अऩनी मोगमता आदद की तयप न दखकय बगवान क साथ अऩन अऩनऩन की तयप ह दखत यहना चादहए

इसी दऴोक भ बगवान कहत ह कक भा शच त शोक भत कय भय शयण होकय बी ऩया ववदवास बयोसा न यखना औय चचनता कयना मह भय परनत अऩयाध ह अऩन दोषो को रकय चचनता कयना वासतव भ अऩन फर का अलबभान ह कमोकक दोषो को लभटान भ अऩनी साभरथम भारभ दन स ह उनको लभटान की चचनता होती ह हाॉ अगय दोषो को लभटान भ चचनता न होकय द ख होता ह तो द ख होना इतना दोष नह ॊ ह जस छोट फारक क ऩास कतता आता ह तो वह कतत को दखकय योता ह चचनता नह ॊ कयता ऐस ह दोषो का न सहाना दोष नह ॊ ह रककन चचनता कयना दोष ह

शयणागत होन क फाद बि को रोक ऩयरोक सदगनत-दगनत आदद ककसी बी फात की चचनता नह ॊ कयनी चादहए

बगवान क समफनध की दढता होन ऩय जफ सॊसाय शय य का आशरम सवथा नह ॊ यहता तफ जीन की आशा भयन का बम कयन का याग औय ऩान की रारच ndash म चायो ह नह ॊ यहत कमोकक अऩन ऩरयशचचछनन भ को उस अखणड वमाऩक भ अवऩत कय ददमा जफ तक ऩरयशचचछनन अहॊ फना यहता ह तफ तक चचनता औय बम फना यहगा उस वमाऩक सशचचचदानॊद ऩयभातभा भ ऩरयऩण बरहम भ अऩन भ को सभवऩत कय दना तरिगणातीत होना ह बगवान की शयण का भतरफ मह नह ॊ कक ककसी परनतभा क चयणो भ लसय टकत यहना अवऩत बरहमवतता गरओॊ स बगवततवव का ऻान ऩाकय अऩन ऩरयशचचछनन भ को वमाऩक सशचचचदानॊद ऩयभातभा भ र न

कयना जस घटाकाश अऩन को भहाकाशसवरऩ सभझ र ऐस ह जीव अऩन वासतववक लशवसवरऩ को सभझ र

बगवान की भनत की शयण तो कमा बगवान क साकाय साशचननधम भ अजन था रककन जफ ऻा उऩदश स अजन का भोह नदश हआ औय अऩन सवरऩ की सभनत आमी तबी वह धनम हआ

बगवान भ तय शयण हॉ भ तय शयण हॉ मह बाव तो ठीक ह रककन अऩन दह की खणडता ऩरयशचचछननता औय नदवयता भ जो अऩना अहॊबाव ह भ ऩना रगा ह उसको वहाॉ स हटाकय बगवान की अखणडता वमाऩकता अवऩशचचछननता औय ननतमता भ रगाना ह बगवान क शयण होना ह

शयणागत बि भ मह एक फात आती ह कक अगय भया जीवन परब क रामक सनदय औय शदध नह ॊ फना तो बिो की फात भय आचयण भ कहाॉ आमी नह ॊ आमी कमोकक भय ववततमाॉ ठीक नह ॊ यहती वासतव भ भय ववततमाॉ ह ndash ऐसा भानना ह दोष ह ववततमाॉ उतनी दोषी नह ॊ ह

भन फवदध इशचनिमाॉ शय य आदद भ जो भयाऩन ह मह गरती ह कमोकक जफ भ बगवान की शयण हो गमा औय जफ सफ कछ उनको सभवऩत कय ददमा तो भन फवदध आदद भय कहाॉ यह अत शयणागत को भन फवदध आदद की अशवदध की चचनता कबी नह ॊ कयनी चादहए भय ववततमाॉ ठीक नह ॊ ह ndash ऐसा बाव कबी नह ॊ राना चादहए ककसी कायणवश अचानक ऐसी ववततमाॉ आ बी जाम तो आतबाव स ह भय नाथ ह भय परबो फचाओ फचाओ फचाओ ऐस परब को ऩकायना चादहए कमोकक व सवसभथ सवाभी ह तो चचनता कमो कयना

आचयणो की कभी होन स बीतय स बम ऩदा होता ह औय साॉऩ तरफचछ फाघ आदद स फाहय स बम ऩदा होता ह शयणागत बि क म दोनो ह परकाय क बम लभट जात ह इतना ह नह ॊ भतम का बम बी जो फड-फड ववदरानो को बी होता ह वह बम बी सवथा लभट जाता ह

भय ववततमाॉ खयाफ हो जामगी ndash ऐस बम का बाव बी साधक को बीतय स ननकार दना चादहए कमोकक भ बगवान की कऩा भ तयानतय हो गमा हॉ अफ भझ ककसी फात का बम नह ॊ ह इन ववततमो को अऩनी भानन स ह भ इनको शदध नह ॊ कय सका कमोकक इनको भय भानना ह भलरनता ह

एक ववतत उठी दसय ववतत उठन को ह उसक फीच की अवसथा बगवान का वासतववक सवरऩ ह न कक म ववततमाॉ

चतन ववभर सहज सख यालश जीव चतन ह ववभर ह सहज सख-सवरऩ ह नाहक ऩयशानी भोर रता ह जो बगवान

की शयण होकय अऩन को जीव भानता ह उसकी फवदध हॉसन मोगम ह उसका ननणम हासमासऩद ह

इसलरए अफ भ कबी बी ववततमो को अऩनी नह ॊ भानॉगा जफ ववततमाॉ भय ह ह नह ॊ तो भझको बम ककस फात का अफ तो कवर बगवान की कऩा ह कऩा ह वह सवि ऩरयऩण हो यह ह मह फडी खशी की परसननता की फात ह इस परकाय साधक को ननबम औय ननशचदळॊत हो जाना चादहए

बम ऩयाम स होता ह आतभीम स नह ॊ होता बम दसय स होता ह अऩन स नह ॊ होता ददरतीमादर बमॊ बवनत परकनत का काम शय य सॊसाय ददरतीम ह इसलरए इनस समफनध यखन ऩय ह बम होता ह कमोकक इनक साथ सदा समफनध यह ह नह ॊ सकता कायण मह ह कक परकनत औय ऩरष का सवबाव सवथा लबनन-लबनन ह एक जड ह दसया चतन एक ववकाय ह दसया ननववकाय एक ऩरयवतनशीर ह दसया अऩरयवतनशीर एक परकाशम ह दसया परकाशक लभरथमा औय ऩरयवतनशीर को सतम भानन स बम होता ह अऩन सतम सवरऩ को सवीकाय कय रो बम छट जामगा जीवो बरहमव नाऩय जीव बरहम स अरग था नह ॊ ह नह ॊ हो सकता नह ॊ सफ द खो का भर अऻान ह अऻान हटा ददमा कक जीव न अऩन सवरऩ को ऩा लरमा ईदवय क अननम शयण हो गमा

बगवान ऩयाम नह ॊ ह व तो आतभीम ह जीव उनका सनातन अॊश ह उनका सवरऩ ह उनकी शयण होन ऩय भनषम सदा क लरए ननबम हो जाता ह फचच को भाॉ स दय होन ऩय तो बम होता ह ऩय भाॉ की गोद भ चर जान ऩय उसका बम लभट जाता ह कमोकक भाॉ उसकी अऩनी ह बगवान का बि इसस बी ववरण होता ह फचच औय भाॉ भ तो बदबाव ददखता ह ऩय बि औय बगवान भ बदबाव समबव ह नह ॊ ह

बगवान बि क अऩनऩय को ह दखत ह गणो औय अवगणो को नह ॊ सवरऩ स बि सदा स ह बगवान का ह औय गण दोष आगनतक ह इसलरए बगवान की दवदश इस वासतववकता ऩय ह सदा जभा यहती ह जस कीचड आदद स सना हआ फचचा जफ भाॉ क साभन आता ह तो भाॉ की दवदश कवर अऩन फचच की तयप ह जाती ह फचच क भर की तयप नह ॊ फचच की दवदश बी अऩन भर की तयप नह ॊ जाती भाॉ साप कय मा न कय फचच की दवदश भ तो भरा ह ह नह ॊ उसकी दवदश भ तो कवर भाॉ ह ह िौऩद क भन भ ककतना दरष औय करोध बया हआ था कक जफ द शासन क खन स अऩन कश धोऊॉ गी तबी कशो को फाॉधगी ऩयनत िौऩद जफ बी बगवान को ऩकायती ह बगवान चट आ जात ह कमोकक बगवान क साथ िौऩद का परगाढ अऩनाऩन था

साधक को चादहए कक वह बगवान की भजी स सवथा अऩनी भजी लभरा द बगवान ऩय अऩना ककॊ चचत बी आचधऩतम न भान अवऩत अऩन ऩय ऩया आचधऩतम भान भ बगवान का हॉ तो बगवान भय लरम जसा ठीक सभझ वसी ह ननसॊकोच होकय कय कह ॊ बी बगवान हभाय भन की कय तो उसभ सॊकोच हो कक भय लरए बगवान को ऐसा कयना ऩडा मदद अऩन भन की फात ऩय होन स सॊकोच नह ॊ होता अवऩत सॊतोष होता ह तो मह शयणागनत नह ॊ ह शयणागत

बि शय य इशचनिमाॉ भन फवदध क परनतकर ऩरयशचसथनत भ बी बगवान की भजी सभझकय परसनन यहता ह

बिो की या ददशो का ववनाश औय धभ की सथाऩना ndash इन तीन फातो क लरए सभम-सभम ऩय बगवान अवताय रत ह इन तीन फातो भ कवर बगवान का कमा परमोजन लसदध होता ह कछ नह ॊ व तो कवर पराणीभाि क कलमाण क लरए ह म तीनो काभ कयत ह इसस बगवान की सवाबाववक आतभीमता कऩारता वपरमता दहतवषता सरदता औय ननयऩ उदायता ह लसदध होती ह

बि को अऩनी सफ चचनताएॉ बगवान ऩय ह छोड दनी चादहए बगवान दशन द मा न द परभ द मा न द ववततमो को ठीक कय मा न कय हभ शदध फनाम मा न फनाम ndash मह सफ बगवान की भजी ऩय छोड दना चादहए उस तो तरफलर का फचचा फनना चादहए तरफलर का फचचा अऩनी भाॉ ऩय ननबय यहता ह तरफलर चाह जहाॉ यख चाह जहाॉ र जाम तरफलर अऩनी भजी स फचच को उठाकय र जाती ह तो वह ऩय सभट रता ह ऐस ह शयणागत बि सॊसाय की तयप स अऩन हाथ-ऩय सभटकय कवर बगवान का चचनतन नाभ-जऩ आदद कयत हए बगवान की तयप ह दखता यहता ह वह जो कछ काभ कयता ह उसको बगवान का ह सभझकय बगवान की ह शकति भानकय बगवान क ह लरए कयता ह अऩन लरए ककॊ चचनभाि बी नह ॊ कयता बगवान का जो ववधान ह उसभ ऩयभ परसनन यहता ह अऩन भन को कछ बी नह ॊ रगाता

जस कमहाय ऩहर लभटटी को लसय ऩय उठाकय राता ह तो कमहाय की भजी गीरा कयक यौदता ह तो कमहाय की भजी चकक ऩय चढाकय घभाता ह तो कमहाय की भजी लभटटी कबी कछ नह कहती कक तभ घडा फनाओ सकोया फनाओ भटकी फनाओ कमहाय चाह जो फनाम उसकी भजी ह

ऐस ह शयणागत बि अऩनी कछ बी भजी भन की फात नह ॊ यखता वह शचजतना अचधक ननशचदळॊत औय ननबम होता ह बगवतकऩा उसको अऩन आऩ उतना ह अचधक अऩन अनकर फना रती ह औय शचजतनी वह चचनता कयता ह अऩना फर भानता ह उतना ह वह आती हई बगवतकऩा भ फाधा रगाता ह शयणागत होन ऩय बगवान की ओय स जो ववरण ववचचि अखणड अटट कऩा आती ह अऩनी चचनता कयन स उस कऩा भ फाधा रग जाती ह

सॊसाय औय बगवान इन दोनो की समफनध तो तयह का होता ह सॊसाय का समफनध कवर भाना हआ ह औय बगवान का समफनध वासतववक ह सॊसाय का समफनध तो भनषम को ऩयाधीन फनाता ह गराभ फनाता ह ऩय बगवान का समफनध भनषम को सवाधीन फनाता ह चचनभम फनाता ह बगवान का बी भालरक

ककसी फात को रकय अऩन भ कछ बी अऩनी ववशषता ददखती ह वह वासतव भ ऩयाधीनता ह मदद भनषम ववदया सॊऩवतत तमाग वयागम आदद ककसी फात को रकय अऩनी

ववशषता भानता ह तो मह उन ववदया आदद की ऩयाधीनता दासता ह ह जस कोई धन को रकय अऩन को ववशष भानता ह तो मह ववशषता वासतव भ धन की ह हई खद की नह ॊ वह अऩन को धन का भालरक भानता ह ऩय वासतव भ वह धन का गराभ ह

परब का मह कामदा ह कक शचजस बि को अऩन भ कछ बी ववशषता नह ॊ ददखती अऩन भ ककसी फात का अलबभान नह ॊ होता उस बि भ बगवान की ववरणता उतय आती ह ककसी-ककसी भ महाॉ तक ववरणता आती ह कक उसक शय य इशचनिमाॉ भन फवदध आदद पराकत ऩदाथ बी चचनभम फन जात ह उनभ जडता का अतमनत अबाव हो जाता ह ऐस बगवान क परभी बि बगवान भ ह सभा गम ह अनत भ उनक शय य नह ॊ लभर जस भीयाफाई शय य सदहत बगवान क शरीववगरह भ र न हो गई कवर ऩहचान क लरए उनकी साडी का छोटा-सा छोय शरीववगरह क भख भ यह गमा औय कछ नह ॊ फचा ऐस ह सॊत शरी तकायाभ जी शय य सदहत वकणठ चर गम

ऻानभाग भ शय य चचनभम नह ॊ होता कमोकक ऻानी असत स समफनध-ववचछद कयक असत स अरग होकय सवमॊ चचनभम तवव भ शचसथत हो जाता ह ऩयॊत जफ बि बगवान क समभख होता ह तो उसक शय य इशचनिमाॉ भन पराण आदद सबी बगवान क समभख हो जात ह तातऩम मह हआ कक शचजनकी दवदश कवर चचनभम तवव ऩय ह ह शचजनकी दवदश भ चचनभम तवव स लबनन जडता की सवतनि सतता ह नह ॊ होती तो वह चचनभमता उनक शय य आदद भ बी उतय आती ह औय व शय य आदद चचनभम हो जात ह हाॉ रोगो की दवदश भ तो उनक शय य भ जडता ददखती ह ऩय वासतव भ उनक शय य चचनभम होत ह

बगवान की सवथा शयण हो जान ऩय शयणागत क लरए बगवान की कऩा ववशषता स परकट होती ह ऩय भाि सॊसाय का सनहऩवक ऩारन कयन वार औय बगवान स अलबनन यहन वार वातसलमभमी भाता रकषभी का परब-शयणागत ऩय ककतना अचधक सनह होता ह व ककतना अचधक पमाय कयती ह इसका कोई बी वणन नह ॊ कय सकता रौककक वमवहाय भ बी दखन भ आता ह कक ऩनतवरता सतरी को वऩतबि ऩि फहत पमाया रगता ह

परभबाव स ऩरयऩण परब जफ अऩन बि को दखन क लरए ऩधायत ह तो भाता रकषभी बी परब क साथ आती ह ऩयनत कोई बगवान को न चाहकय कवर भाता रकषभी को ह चाहता ह तो उसक सनह क कायण भाता रकषभी बी आ जाती ह ऩय उनका वाहन ददवानध उलर होता ह ऐस वाहनवार रकषभी को परादऱ कयक भनषम बी भदानध हो जाता ह अगय उस भाॉ को कोई बोगमा सभझ रता ह तो उसका फडा बाय ऩतन हो जाता ह कमोकक वह तो अऩनी भाॉ को ह कदवदश स दखता ह इसलरए वह भहान अधभ ह

जहाॉ कवर बगवान का परभ होता ह वहाॉ तो बगवान स अलबनन यहन वार रकषभी बगवान क साथ आ ह जाती ह ऩह जहाॉ कवर रकषभी की चाहना ह वहाॉ रकषभी क साथ बगवान बी आ जाम मह ननमभ नह ॊ ह

शयणागनत क ववषम भ एक कथा आती ह सीताजी याभ जी औय रकषभणजी जॊगर भ एक व क नीच फठ थ उस व की शाखाओॊ औय टहननमो ऩय एक रता छाई हई थी रता क कोभर-कोभर तनत पर यह थ उन तनतओॊ भ कह ऩय नमी-नमी कोऩर ननकर यह थीॊ औय कह ॊ ऩय तामरवण क ऩतत ननकर यह थ ऩषऩ औय ऩततो स रता छाई हई थी उसस व की सनदय शोबा हो यह थी व फहत ह सहावना रग यहा था उस व की शोबा को दखकय बगवान शरीयाभ रकषभण जी स फोर दखो रकषभण मह रता अऩन सनदय-सनदय पर सगशचनधत पर औय हय -हय ऩवततमो स इस व की कसी शोबा फढ यह ह जॊगर क अनम सफ व ो स मह व ककतना सनदय ददख यहा ह इतना ह नह ॊ इस व क कायण ह साय जॊगर की शोबा हो यह ह इस रता क कायण ह ऩश-ऩी इस व का आशरम रत ह धनम ह मह रता

बगवान शरीयाभ क भख स रता की परशॊसा सनकय सीताजी रकषभण स फोर दखो रकषभण बमा तभन खमार ककमा कक नह ॊ दखो इस रता का ऊऩय चढ जाना

पर ऩततो स छा जाना तनतओॊ का पर जाना म सफ व क आचशरत ह व क कायण ह ह इस रता की शोबा बी व क ह कायण ह अत भर भ भदहभा तो व की ह ह आधाय तो व ह ह व क सहाय तरफना रता सवमॊ कमा कय सकती ह कस छा सकती ह अफ फोरो रकषभण जी तमह ॊ फताओ भदहभा व की ह हई न व का सहाया ऩाकय ह रता धनम हई न

याभ जी न कहा कमो रकषभण मह भदहभा तो रता की ह हई न रता को ऩाकय व ह धनम हआ न

रकषभण जी फोर हभ तो एक तीसय ह फात सझती ह

सीता जी न ऩछा वह कमा ह दवय जी

रकषभणजी फोर न व धनम ह न रता धनम ह धनम तो मह रकषभण ह जो दोनो की छामा यहता ह

बगवान औय उनकी ददवम आहलाददनी शकति दोनो ह एक दसय की शोबा फढात ह कोई उन दोनो को शरदष फताता ह कोई कवर बगवान को शरदष फताता ह औय कोई कवर उनकी आहलाददनी शकति को शरदष फताता ह शयणागत बि क लरए तो परब औय उनकी आहलाददनी शकति दोनो का ह आशरम शरदष ह

जफ भनषम बगवान की शयण हो जाता ह उनक चयणो का सहाया र रता ह तो वह समऩण पराखणमो स ववघन-फाधाओॊ स ननबम हो जाता ह उसको कोई बी बमबीत नह ॊ कय सकता कोई बी कछ तरफगाड नह ॊ सकता

बगवान क साथ काभ बम दरष करोध सनह आदद स बी समफनध कमो न जोडा जाम वह बी जीव का कलमाण कयन वारा ह होता ह

कवर एक बगवान की शयण होन का तातऩम ह ndash कवर बगवान भय ह अव व ऐदवम-समऩनन ह तो फडी अचछी फात ह औय कछ बी ऐदवम नह ॊ ह तो फडी अचछी फात व फड दमार ह तो फडी अचछी फात औय इतन ननदषय कठोय ह कक उनक सभान दननमाॉ भ कोई कठोय ह नह ॊ तो बी फडी अचछी फात उनका फडा बाय परबाव ह तो फडी अचछी फात औय उनभ कोई परबाव नह ॊ हो तो बी फडी अचछी फात शयणागत भ इन फातो की कोई ऩयवाह नह ॊ होती उसका तो एक ह बाव यहता ह कक बगवान जस बी ह हभाय ह बगवान की इन फातो की ऩयवाह न होन स बगवान का ऐदवम भाधम सौनदम गण परबाव आदद चर जामग ऐसी फात नह ॊ ह ऩय हभ उनकी ऩयवाह नह ॊ कयग तो हभाय असर शयणागनत होगी

बगवान क परनत बिो क अरग-अरग बाव होत ह कोई कहता ह कक दशयथ जी की गोद भ खरनवार जो याभरारा ह व ह हभाय इदश ह याजाचधयाज याभचनिजी नह ॊ छोटा सा याभरारा कोई बि कहता ह कक हभाय इदश तो रडडगोऩार ह ननद क रारा ह व बि अऩन याभरारा को ननदरारा को सॊतो स आशीवाद ददरात ह तो बगवान को मह फहत पमाया रगता ह तातऩम ह कक बिो की दवदश बगवान क ऐदवम की तयप जाती ह नह ॊ

सॊत कहत ह कक अगय बगवान स लभरना हो तो साथ भ साथी नह ॊ होना चादहए औय साभान बी नह ॊ होना चादहए साथी औय साभान क तरफना बगवान स लभरो जफ साथी सहाया साथ भ ह तो तभ कमा लभर बगवान स औय भन फवदध ववदया धन आदद साभान साथ भ फॉधा यहगा तो उसका ऩयदा यहगा ऩयद भ लभरन थोड ह होता ह साथ भ कोई साथी औय साभान न हो तो बगवान स जो लभरन होगा वह फडा ववरण औय ददवम होगा

कछ बी चाहन का बाव न होन स बगवान सवाबाववक ह पमाय रगत ह भीठ रगत ह शचजसभ चाह नह ॊ ह कोई आकाॊा इचछा नह ॊ ह वह बगवान का खास घय ह बगवान क साथ सहज सनह हो सनह भ कछ लभरावट न हो कछ बी चाहना न हो जहाॉ कछ बी चाहना हो जाम वहाॉ परभ कसा वहाॉ तो आसकति वासना भोह भभता ह होत ह

बगवान एक फाय बि को खीॊच र तो कपय छोड नह ॊ बगवान स ऩहचान न हो तफ तक तो ठीक ह अगय उसस ऩहचान हो गई तो कपय भाभरा खतभ कपय ककसी काभ क नह ॊ यहोग तीनो रोको भ ननकमभ हो जाओग

हाॉ जो ककसी काभ का नह ॊ होता वह सफ क लरए सफ काभ का होता ह ऩयॊत उसको ककसी स कोई भतरफ नह ॊ होता

शयणागत बि को बजन नह ॊ कयना ऩडता उसक दराया सवत सवाबाववक बजन होता ह बगवान का नाभ उस सवाबाववक ह फडा भीठा पमाया रगता ह जस दवास अऩन आऩ चरता यहता ह दवास क तरफना हभ जी नह ॊ सकत ऐस ह शयणागत बि बजन क तरफना नह ॊ यह सकता

शचजसको सफ कछ अवऩत कय ददमा उसक ववसभयण भ ऩयभ वमाकरता भहान छटऩटाहट होन रगती ह नायदबकति सि भ आमा ह तददरसभयण ऩयभ वमाकरतनत ऐस बि स अगय कोई कह कक आध ण क लरए बगवान को बर जाओ तो तीनो रोको का याजम लभरगा तो वह इस ठकया दगा बागवत भ आमा ह

तीनो रोको क सभसत ऐदवम क लरए बी उन दवदरब बगवचचयणकभरो को जो आध ननभष क लरए बी नह ॊ तमाग सकत व ह शरदष बगवदबि ह

बगवान कहत ह- सवमॊ को भझ अवऩत कयन वारा बि भझ छोडकय बरहमा का ऩद इनि का ऩद समऩण ऩरथवी का याजम ऩातारादद रोको का याजम मोग की सभसत लसवदधमाॉ औय भो को बी नह ॊ चाहता

अनकरभ

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ण का बी परभाद भतम ह

ह चतनम दव त इस ववसतत जगत को द घ कार स चरा आता भत सभझ त ऐसा खमार भत कय फठना कक भया ऩव जनभ था औय वहाॉ ककम हए ऩाऩ ऩणमो क परसवरऩ मह वततभान जनभ हआ ह औय इस वततभान जनभ भ कभ उऩासनादद साधन-सॊऩनन होकय ऻान परादऱ करॉ गा औय भो का बागी फनॉगा भझस ऩथक अनम रोग बी ह शचजनभ स कोई भि ह कोई फदध ह

पमाय अनतकयणरऩी गपा भ फठकय इस परकाय का ववचाय भत कयना कमोकक मह साया ववदव सवपनवत ह जस ण बय स तझको सवपन भ ववसतीण सॊसाय ददख जाता ह औय उस ण क ह अनदय त अऩना जनभादद भान रता ह वस ह मह वततभान कार का जगत बी तया ण बय का ह परभाद ह

वपरम आतभन न तया ऩहर जनभ था न वततभान भ ह औय न आग होगा मदद णभाि क लरए अऩन आसन स हटगा अऩन आऩको सवरऩ भ शचसथत न भानगा परभाद कयगा तो वह परभाद ववसतीण जगत हो बासगा पमाय त अऩन आऩको भन फवदध आदद क छोट स आॉगन भ भत सभझ जस भहान सभि भ छोट फडी अनक तयॊग ऩदा औय नदश होती यहती ह वस ह अनॊत अनॊत भन फवदध आदद तयॊग तझ भहासागय भ ऩदा हो होकय नदश होती यहती ह भन फवदध की कलऩना ह सॊसाय ह नह ॊ नह ॊ भन-फवदध ह सॊसाय ह इनस लबनन सॊसाय की सतता ककॊ चचत भाि बी नह ॊ ह भन फवदध की बी अऩनी अरग सतता नह ॊ ह तय ह सतता स भन फवदध बासत ह जस भरबलभ भ यत ह जर होकय बासती ह वस त ह जगत होकय बास यहा ह जस यत सदव यत ह ह कपय बी दय स जर नजय आता ह वस ह त चतनम आतभा सदव

जमो का तमो एकयस ननववकाय अखणड आननदघन ह ऩयॊत भन-फवदध भ स जगत होकय बासता ह दख बाषमकाय सवाभी कमा कहत ह

भयमखणडसखाममोध फहधा ववदववीचम उतऩदयनत ववर मनत भामाभारतववभरभात

भझ अखणड आननद सवरऩ आतभारऩी सागय भ भामारऩी ऩवन स भराॊनत क कायण अनक-अनक ववदवरऩी तयॊग उतऩनन हो यह ह औय ववर न हो यह ह

अनकरभ

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ना कयो नीॊद स पमाय याजा बतहरय कहत ह कक भन बोग नह ॊ बोग बोगो न भझ बोग लरमा सभम न भझ

काट लरमा फीभाय का इराज तो हो सकता ह ऩयनत वदधावसथा को आन स कोई बी नह ॊ योक सकता साया ददन ननयाकाय स ह रन दन ह सख बी ननयाकाय ह औय द ख बी ननयाकाय ह कचच खणक वयागम स तो कलमाण नह ॊ हो सकता जस अधकचची चीज खान स कदश होता ह

आग जरानी ह तो पॉ कन वार जरा सकन वार न जरा जफ तक खद नह ॊ आती तफ तक खदा का ऩता नह ॊ रगता सवाभी याभ को उसकी

आतभा की रगन खीॊच यह थी उनहोन अनायकर क बय फाजाय भ अऩन फचचो क हाथो स उॉगलरमाॉ खीॊच र ॊ औय आतभदव की भसती भ भसत हो गम चर जान की ताकत आ गई

कार का ऻात औय अऻात रऩ हभ पाड ननगर यहा ह हभ सबी नासभझ फनकय फयहभ दननमा की वसतओॊ स परभ का नाटक खर यह ह

एक फाय एक सादहतमकाय साथी स ऩछा गमा बाई तभ आज इतन ऩयशान कमो ददखाई दत हो

जीवन-सॊचगनी क ननवाचन भ घयफाय छोड चका हॉ कमोकक वह जीवन औय भतम भ बी भया साथ ननबामगी सॊसाय की कोई शकति भय सभीऩ आन स उस नह ॊ योक सकगी

कछ ददनो क फाद व बावक कराकाय ऩागरखान भ ह बगवान क पमाय हो गम कमोकक जीवन सॊचगनी न अऩना घय उनक लरम नह ॊ छोडा इसीलरए तो फदध न सॊऩण सतम क लरम घय छोडा मशोधया औय याहर को छोड ददमा मह कहत-कहत कक ओ णबॊगय बव याभ-याभ बतहरय न याजम लसॊहासन छोडा इसी सतम-अनवषण क लरए कक परभ का अभय सॊदश कहाॉ ह औय वह अनत भ लभरा आतभ-साातकाय भ

बरा इस सॊसाय क सवाथ बय कण-कण भ बी याहत ह नह ॊ कोभरता ह नह ॊ सतमता ह नह ॊ मह जानत हए बी भोहऩाश भ भानव की भहाकामा कमो सभादहत ह कमो

आफदध ह इसका एक ह कायण ह भनषम अऩन चचय सनातन ववचायरऩी धन को इस सॊसाय भ बर फठा ह अबाव बी तरफना ववचाय क भतम ह औय वबव बी भौत की ह ननशानी ह

भानव तरफना आतभफोध क सॊसाय भ सॊसाय क कण-कण भ भौत का फरावा द यहा ह

वववक जागन का भाग ह गर क दय ऩय झक जाओ औय अनतभख हो जाओ सॊत नसखा फतात ह कक सॊसाय का शहॊशाह फनन क लरए उस अननदश को सवीकाय कयो ववचाय कयक अगय ऩरयशचसथनत नह ॊ सॉबरती तो अननदश होना ह ह

जो भसकया सकता ह वह अभीय ह जो योता ह वह गय फ ह फाहय कभया तो वातानकर ह ऩय ददर चचनतातय ह तभन तो ददर भ अॊगीठी सरगाई हई ह ऐ ऩयभदवय की जात त तो रहानी नय ह शकर कय कक त ह त ह तो जवान ह औय अबी भौत क वायनट जाय नह ॊ हए लभटटी क द ऩक भ तर जर यहा ह औय तर भ फतती ह त पट ऩयान कऩडो भ बी ऩयभदवय की ओय बाग सकता ह

शचजनकी टाॉग टट हई ह हाथ टट हए ह उनहोन ह अननदश सवीकाय कय लरमा ह चचनता ऩरयशचसथनत क अधीन नह ॊ चचनता आदत ह

मा कोई द वाना हॉस मा शचजस त तौकपक द वयना इस दननमाॉ भ यहक भसकया सकता ह कौन

मा तो ऩागर हॉसता ह मा शचजसको त बकति की भसती द वह हॉसता ह नह ॊ तो सॊसाय भ हॉसना फडा कदठन ह

तन तो मॉ ह खमारो का फोझा लसय ऩय उठामा हआ ह जस गाडी ऩय फठ आदभी न लसय ऩय फोझा यकखा हो इसलरए अनतय स शनम होकय आतभा का धमान चचनतन कय तया बरा होगा

अनकरभ

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आतभ-ननदषा वपरम साधक फहत परमास कयन ऩय बी भन शानत नह ॊ होता ववततमाॉ शचसथय नह ॊ होती

तमहाय साधना ननषपर सी बास यह ह अहॊकाय ववर न होन क फदर ठोस होता चरा जा यहा ह कोई उऩाम नह ॊ नजय नह ॊ आता

दख एक यहसम सभझ र मदद त भन की ववततमाॉ स डयकय उनको शचसथय कयन का उऩाम कयगा तो भन जमादा ऩदश होता जामगा अहॊकाय खडा ह यहगा कमोकक वासतव भ व तय ह सतता स शचजनद ह इसलरए त भन औय भन की सवव यज तभोगणवार ववततमो को लभरथमा

जानकय उनकी तयप स फऩयवाह हो जा ऐसा कयन ऩय भन अऩन आऩ शानत हो जामगा कमा तन फहसऩनत क ऩि कच का हार नह ॊ सना

कच न फहत वषो तक अहॊकाय को ननवतत कयन का परमतन ककमा औय अहॊकाय अचधक ऩदश होता गमा तफ दवगर फहसऩनत न उस कहा ऩि मह अहॊकाय तझ आतभा भ लभरथमा सपया ह उसका कमा उऩाम कयता ह उसको लभरथमा जान लभरथमा क लरए ऩरयशरभ भत कय ऐसा उऩदश सनकय कच को ऻान हो गमा औय वह जीवनभि होकय ववचया

अत ह अहॊकाय क ऩीछ डॊडा रकय बागन वारो डॊड को प क दो कमो लभरथमा शरभ कयत हो माद यखो शचजस सभम तभ अहॊ को लभरथमा जान रोग उसी ण वह ननवतत हो जामगा यजज का सऩ राठी स नह ॊ भयगा उसक लभरथमातव क ऻान स ह उसकी तातकालरक ननववतत होती ह

ववततमो को सदा क लरए शचसथय कयन की भहनत भत कयो सव ववततमो का जो परकाशक ह अचधदषानरऩ तमहाया आतभा ह उस जान रो आतभननदष हो यहो औय ववततमो की ऩयवाह भत कयो ववततमाॉ अऩन आऩ शानत होती जामगी

अनकरभ

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धमान-सॊकत

परातकार भ बराहम भहत भ सनान-शौचादद स ननवतत होकय अऩन साधना क आसन ऩय फठ जाओ धऩ-द ऩ स हो सक तो ताज परो स वातावयण को भहका दो ऩदमासन लसदधासन मा सखासन भ फठकय थोड पराणामाभ कयो आनतय कमबक औय फदहकमबक क साथ तरिफनध कयो कपय शानत होकय फठ जाओ आॉख फनद कयो दवदश आऻाचकर भ शचसथय कयो अथवा ऊऩय ववशार गगन की ओय उठाओ आॉखो की ऩतलरमाॉ ऊऩय की ओय खीॊचो कपय दढ बावना कयो कक

भराधाय चकर भ सषदऱ ऩडी हई शकति जगकय ऊधवगाभी हो यह ह ऊऩय उठ यह ह औय ऊऩय औय ऊऩय नालब कनि रदम औय भशचसतषक की शकतिमाॉ ऊऩय उठ यह ह ऊऩय औय ऊऩय औय ऊऩय शाफाश चचततववततमाॉ ऊऩय जा यह ह गगन क उस ऩाय ऩहॉच यह ह

शचजस परकाय तजसवी ऩामरट अऩन हलरकापटय को ऊऩय र जाता ह इसी परकाय तभ अऩनी शकतिमो को ऊऩय र जाओ दढ बावना कयो कक तभ ऊऩय उठ यह हो तमहाया भन ऊऩय उठ यहा ह तमहाय ववचाय ददवम हो यह ह ॐॐॐ

गयदन सीधी यखो शय य सवसथ औय टटटाय दवदश औय आॉखो की ऩतलरमाॉ ऊऩय की तयप तमहाय सॊऩण शकतिमाॉ ऊऩय की ओय उठ यह ह अनबव कयत चरो कक अऩन आतभा की शकतिमो का ववकास हो यहा ह तमहाय भन औय फवदध का ववकास हो यहा ह भन भजफत हो यहा ह ॐॐॐ

सॊकलऩ कयत जाओ कक अफ तभ हलक रोगो क सॊग नह ॊ कयोग ववषमी रोगो क सॊऩक स दय यहोग ददवम ईदवय म भाग ऩय चरन वार साधक रोगो स ह दोसती यखोग

तभ ऋवष-भननमो क वॊशज हो तमहाय लरम आतभा क परकाश भ ह ववचयना शोबनीम ह तभ उस आतभगगन भ गनतभान हो यह हो आनतरयक शकतिमो को खोजन क लरए अदबत साहस लभर यहा ह ॐॐॐ

हभाया जीवन ऩववि हो यहा ह औय सदा क लरए ऩववि यहगा बीतय की शकतिमाॉ ऊऩय उठ यह ह हभाया साधनारऩी हवाई जहाज उततयोततय ऊऩय जा यहा ह फरगाडी हजाय सार चर कपय बी सागय क ऩाय नह ॊ जा सकती रककन हवाई जहाज उड तो ऩाॉच घणट भ ह दश-ववदश की मािा कया द इसी परकाय तभ ऩयभातभा की ओय मािा कयन क लरए ऊऩय उठ यह हो

ऊऩय उठो औय ऊऩय तभ ककसक लशषम हो मह ऩता ह न हभ दफर जीवन नह ॊ तरफताना ह तभ ककन पराचीन ऋवष-भननमो क वॊशज हो तमह ऩता ह न

फर आतभफर

तमहाय भानलसक शकतिमो का ववकास हो यहा ह तमहाय फवदध खखर यह ह तमहाय ऊऩय ऩयभातभा की कऩा फयस यह ह ॐॐॐ

तमहाय शकतिमो का वाममान ऊॉ च उड यहा ह तमहाय जीवन का हलरकॉपटय ऊऩय की ओय मािा कय यहा ह ॐॐॐ

अफ तमहाया परगाढ धमान रग यहा ह ॐ शाशचनत शाशचनत शाशचनत

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

चचततववशराशचनत-परमोग

चचतत क उऩशभ क लरए एक परमोग खफ उऩमि ह

ककसी सवचछ एकानत सथान भ कमफर मा टाट का आसन तरफछाकय उस ऩय रट जाओ अफ शय य को खफ खीॊचो ऩय स लसय तक तभाभ अॊगो को कसयत लभर जाम यगयग को वमामाभ लभर जाम इस परकाय शय य को तनाव दो जस कतता मा तरफलर अऩन शय य को रमफा कयक खीॊचत ह वस दो ढाई लभनट तक हाथ ऩाॉव को पराकय खफ खीॊचो नस-नाकतडमाॉ जो काभ न कयती हो व बी काभ कयन रग जाम

दो ढाई लभनट क फाद शय य को खीॊचना छोड दो सफ अॊगो को ढ र छोड दो एकदभ शानत ऩड यहो शचजहवा को भख स फाहय ननकारकय दाॉतो स हलकी सी दफाओ होठो को फनद यखो दोनो हाथो की ऩहर उॊगर अॉगठ स दफाओ इस परकाय ऻानभिा भ औय ववशराशचनत भिा शवासन का परमोग कयो ऻानभिा स ऻानतॊतओॊ को ऩवदश लभरती ह थोडी दय क फाद अगय ऻानभिा भ औय शचजहवा को फाहय यखन भ ऩरयशरभ जसा भहसस हो तो दोनो को छोड दो तरफलकर सवाबाववक आयाभदामक शचसथनत रग इस परकाय हाथो को घटनो की ओय परा दो तन औय भन को ऩण आयाभ कयन दो

अऩन चचतत को ककसी बी परकाय क चचनतन की फकतडमाॉ न ऩहनाओ चचतत को ननशचदळॊत कय दो मदद कोई चचनतन होन रग तो उस चचनतन को सावधान होकय ननहायत जाओ दवासोचवास को ननहायत जाओ जस बगवान ववषण ीय सागय भ मोगननिा भ ववयाजभान ह वस तभ बी अऩन साधना क आसन ऩय मोगननिा भ ववशराशचनत ऩात जाओ बावना कयत जाओ कक हभ आयाभ ऩा यह ह अऩन अनतमाभी याभ भ

इस सभम आऩका कोई कततवम नह ॊ कोई चचनता नह ॊ आऩ ऩण आयाभ ऩा यह हो चचतत को ववशराशचनत क परसाद भ ऩावन होन दो

मह चचवततशराशचनत परमोग तभाभ परकाय क दोषो को दय कयन भ सहाम दगा इसस अचछ-अचछ ववचाय उतऩनन होत ह औय आयोगम ऩदश होता ह

अनकरभ

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पराथना-ननझय

ऩयभातभ-चतनम भ अननत अननत परकाय की ववततमाॉ उठती ह औय अननत परकाय स सतता सपनत औय साभरथम लभरता ह कपय बी जो ऩण का ऩण ह उस ऩण ऩरषोततभ का हभ धमान कयत ह

सॊसाय की वासना स बटकत जीवो को जनभ-भयण क चकर स फचान क लरए शचजस ऩयभातभा न सतशासतरो औय सतऩरषो का साशचननधम ददमा उस ऩयभ सरद ऩयभातभा का हभ धमान कयत ह अफोध फारक को कीतन धमान बकति मोग क ऩववि साधन दकय शचजस ऩयभातभा न अऩना साातकाय कयान की वमवसथा यखी ह उस ऩयभातभा को हभ पमाय कयत ह औय उसी भ हभ ववशराभ ऩात ह

शचजस पमाय ऩयभातभा न हभ भानवदह ददमा सदफवदध दो शरदधा द सतसॊग भ जान की परयणा द उस ऩयभ सरद ऩयभातभा को हभ पमाय कयत ह उस परब की कऩा स हभाय ऩाशवी ववततमाॉ फदरकय आतभालबभख हो यह ह सनह क सागय उस ऩयभातभा को पराथना कयत ह कक ह

परब हभाय ववततमाॉ उततयोततय आऩक अलबभख होती यह औय एक ददन ऐसा आ जाम कक उन सफ ववततमो स ऩाय होकय ववततमो क आधायसवरऩ आऩ ऩयभातभा भ हभाया अहॊ ववरम हो जाम आऩकी ऩयभ चतना भ ऩयभ शाॊनत भ ऩयभ पमाय भ ऩयभ साभरथम भ आऩक ऩयभ सनदय सवरऩ भ हभाय भन की ववततमाॉ शानत हो जाम हभाय चचतत की चतना शचजस सतता स आती ह उस ऩयभ सतता भ हभ जलद स जलद ववशराशचनत ऩाम

हभ परनतददन भौत की तयप सयक यह ह ह जीवनदाता परब ह अभय आतभदव ह ऩयभातभ दव ह गरदव हभ भौत क ऩहर अभयता का अऩन असर सवरऩ का साातकाय कय र अऩन आऩको जान र अनमथा जगत का सफ जाना हआ अनजाना हो जामगा जगत का ऩामा हआ सफ ऩयामा हो जामगा ऐसी घकतडमाॉ आमगी कक हभ अऩन घय भ ह ऩयाम हो जामग अऩन ऩरयवाय ह ऩयाम हो जामग अऩन रयशत-नातो भ ह ऩयाम हो जामग रोग हभ शभशान भ र जामग चचता की बबकती आग इस शय य को जरामगी शय य को अशचगन जराम उसक ऩहर ह परब तमहाय ऻानाशचगन स हभाय भभताएॉ औय आसकतिमाॉ जर जाम ह गरदव आऩक उऩदश क परबाव स हभाया अहॊ फाचधत हो जाम रोग हभ शभशान भ छोड जाम उसक ऩहर हभ तभ तक ऩहॉच जाम ह परब तभ दमा कयना अऩन घय भ हभ ऩयाम हो जाम उसस ऩहर हभ तय घय ऩहॉच जाम तय दराय ऩहॉच जाम ह दवश ह जगद श असतो भा सदगभम तभसो भा जमोनतगभम भतमोभाऽभतॊ गभम

हभ असत आसकतिमो स फचा हभ असत वासनाओॊ स फचा हभ असत अहॊकाय स फचा असत समफनधो स हभ फचा असत इचछाओॊ स फचा ह भय सतम-सवरऩ परभ-सवरऩ आननद-सवरऩ ईदवय ह अनतमाभी ह भीया क कनहमा ह शफय क याभ ह नाभदव क ववटठर ह धनना क ठाकयजी ह मोचगमो की आतभा तय अननत नाभ ह अननत रऩ ह भ नह ॊ जानता तझ ककस ववचध रयझाऊॉ रककन त तो जानता ह

ह दमाननध परबो हभ असतम स ननकर सक मह हभाय फस की फात नह ॊ रककन तय करणा ऩय बयोसा ह तय कऩा ऩय बयोसा ह त हभ असतम अहॊकाय स असतम आसकतिमो स फचाकय ऩाय रगा द हभाय जीवन नमा असतम अहॊकाय स असतम आसकतिमो स असतम दह की भभता स हभाया जीवन फयफाद हआ जा यहा ह असतम ऩदाथो भ हभाया आमषम नदश हो यहा ह हभ अनधकाय स फचाकय अऩन परभ परकाश की ओय र चर ऻान-परकाश की ओय र चर अहॊ बरहमाशचसभ क खजान की ओय र चर

हभ कफ तक इस बवाटवी भ बटकना ऩडगा कफ तक सॊसाय क समफनधो भ उरझना ऩडगा कफ तक सॊसाय की सयकती हई चीजो क ऩीछ फयफाद होना ऩडगा

ह ऩयभातभा त हभ फर द त हभ अऩन सवबाव भ सभा र

अनकरभ

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हो गई यहभत तय ह पमाय सदगर ऩयभातभा भझ अऩनी आतभ-भसती भ थाभ रो भ सॊसारयमो क अऻान

भ कह ॊ फदर न जाऊॉ भोह-भभता भ कह ॊ कपसर न जाऊॉ

जसीॊ शचजम जान यह जसीॊ तन भ पराण यह परीत सॊधी डोय तो ऩास सयधी यह

डऩ आह भख इहो वञजो भताॊ तो खाॊ भाॊ ववछडी अञाॊ परीत सॊधी डोय सजण आह कचडी

जोयसाॊ जरजा अञाॊ नॊढडो ह फारक तफ तक जी भ जान ह तन भ पराण ह तफ तक भय साधना की डोय भय परीनत की

डोय तय तयप सयकती यह सयकती यह

इस फात का त खमार यखना

आ जया ननाॊ क सदक भझको सदगर थाभर ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

शचजसन फीजो को जभीन भ फो ददमा उसक फीज अननत गन हो गम रककन शचजसन फीजो को नतजोय भ फनद कयक यख ददमा उसक फीज सड गम

जीवन एक बीतय की फहती धाया ह फीज ऩषऩ खखरान क लरम ह ऐस ह आनतरयक फीज आतभऻान का पर खखरान क लरए ह ह इस सीॊचत यहना सावधानी क साथ छोट सकोभर ऩौधो की सया कयत यहना कह ॊ तमहाय साधना क ऩौध ऩषऩो भ ऩरयणत हए तरफना उखाड न ददम जाम इसलरए साधना क सॊसकायो को सॉबारत यहना आहाय की शवदध वमवहाय की शवदध ववचाय की शवदध का खमार यखना परनतददन थोडा फहत अभमास कयत यहना तो म सॊसकायरऩी फीज ऩौधो भ ऩरयणत होत जामग औय ऩौध ऩषऩ दन रगग

ऻान की चचनगाय को पॉ कत यहना जमोनत जगात यहना परकाश फढात यहना ऻानभत क आचभन को दरयमा क रऩ भ फदरत यहना सयज की ककयण को सयज की खफय तक र जाना सदगरओॊ क परसाद को सतम की परानदऱ तक ऩचात यहना

फडी कीभती करणा-कऩा ऩयभातभा की ह सहज भ लभर हई इस ददवम चीज का कह ॊ अनादय न कय फठना तरफना परमास क लभर हई भलमवान चीज का कह ॊ गलती स अऩवमम न कय फठना तरफना शरभ क ऩाम हए ह यो का भलम कह ॊ कॊ कडो स न कय फठना

शचजसक लरए हभ यात-यात बय जग थ घय फाय छोडकय गरओॊ क दराया ऩय बाग थ वह चीज आऩको सहज भ लभर यह ह इसका अनादय भत कय दना इसकी कीभत कह ॊ छोट भत कय दना गरओॊ क परसाद को फढात यहना सॉबारत यहना हाहा ह ह भ कह ॊ इस अभत को तरफखय भत दना

दननमाॉ क चाय ऩसो की रारच भ इस आधमाशचतभक कोह नय को कह ॊ फच भत दना साया ववदव दाॉव ऩय रग जाम कपय बी मह आधमाशचतभक साधना का ह या तमहाया अनभोर यतन ह साय ऩरथवी बी इसका फदरा नह ॊ चका सकती ह

वह ऩयभातभा का धन तमहाय रदम भ परववदश होता यह इस आतभ-खजान का तभ खमार यखना इसकी फडी समहार यखना मह ईदवय म अभानत तमह ददर की झोर भ द जा यह ह उस रौटाओ तो अचधक कयक रौटाना मह ऐसा खजाना ह कक शचजतना ददमा जा यहा ह उसस अननत गना रौटान ऩय बी तमहाय ऩास यततीबय कभ न होगा ऐसी अनठी मह अभानत ह

आधमाशचतभक सॊसकायो क फीज अदबत ढॊग स पट ननकरत ह औय अदबत ढॊग स ववसताय को ऩात ह

साकी की पमार ऩीकय खद भमखाना हो गमा हॉ वऩमा तो पमार बय शयाफ रककन हो गमा शयाफखाना लरमा तो चलर बय रककन हो

गमा सागय

ऩीकय शयाफ भलशद भ खद भखाना हो गमा हॉ मो व बरहमव जानानत तषाॊ दवानाॊ फलरॊ ववहनत

जो उस बरहम ऩयभातभा को जानता ह दवता रोग बी उसका ऩजन कयत ह शकर का आदय-ऩजन इनिदव कयत ह कमोकक शकर बरहमवतता का लशषम ह ऻानी का लशषम बी इनिदव दराया ऩजा जाता ह अगय तभ ऻानी फन जाओग अऩन आतभ-खजान को ऩा रोग तो ककतनी गरयभा होगी

बरकय बी इस खजान का भलम छोटा न कयना कह ॊ सॊसाय की नौकय चाकय को इतना भलम न द फठना कक इस अनभोर खजान को बर जाओ सॊसाय क काम-वमवहाय को इतना भलम न दना कक इस वासतववक खजान को सॉबारन का सभम ह न फच तमहाय ऩास ऐसा धोखा तभ भत खाना भन धोखा दगा कमोकक तभ भन क सवाभी होन क यासत जा यह हो भन अऩना जार तरफछामगा कई चार चरगा भन क तरफछाम हए जार भ चगन क लरए अनन नह ॊ ह भोती नह ॊ ह ववष क कण ऩड ह

हो सक तो भौन ह हो जाना नह ॊ तो इशाय स काभ रना फोरना ऩड तो दो चाय शबदो स काभ ऩया कयना बोजन भ एकाध गरास कभ खा रना नीॊद की एकाध झऩकी कभ स रोग तो बी काभ चर जामगा कबी ऐस ददन बी आ जामग कक तभ ऩाॉव ऩसाय कय सदा क लरए सो जाओग दननमाॉ क रोग ऩकायग चचलरामग तो बी तभ आवाज तक नह ॊ दोग भतम की रमफी नीॊद भ जान स ऩहर तभ मोगननिा भ सो रना सोत-सोत भ याभ भ आयाभ ऩा यहा हॉ इस बाव भ सो रना

परबात भ जफ उठो तफ थोडी दय शानत होकय फठ यहना आतभधमान भ गोता भायना फाद भ ह तरफसतय का तमाग कयना नीॊद भ स उठकय चाय-ऩाॉच लभनट आतभ-चचनतन कयत हए तरफसतय ऩय फठ यहना फहत दहतावह ह ॐॐॐ

अनकरभ

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बजन भान कमा शचजस कभ स शचजस शरवण स शचजस चचनतन स शचजस जऩ स शचजस सवा स बगवदाकाय ववतत फन उस बजन कहा जाता ह

सॊसाय की आसकति लभटान क लरए बजन की आसकति अतमॊत आवशमक ह साय ऻानो व फरो का जो आधाय ह वह आतभफर व आतभऻान ऩाना ह जीवन का उददशम हो जीवन का सम ढरन स ऩहर जीवनदाता भ परनतवदषत हो जाओ अनमथा ऩछताना ऩडगा असपरता औय दफरता क ववचाय उठत ह उस बगवननाभ स औय ऩावन ऩसतको क अधममन स हटा ददमा कयो

अम भानव ऊठ जाग अऩनी भहानता को ऩहचान कफ तक बवाटवी भ बटकगा जो बगवान वकणठ भ करास भ औय ऋवषमो क रदम भ ह वह क वह उतन क उतन तय ऩास बी ह ऊठ जाग अऩन पमाय को ऩहचान सतसॊग कयक फवदध को फढा औय ऩयबरहम ऩयभातभा भ परनतवदषत हो जा

शाफाश वीय शाफाश दहमभत साहस जो कछ कय ऩयभातभा को ऩान क लरए कय मह तझ ऩयभातभा भ परनतवदषत ऩरषो तक

ऩहॉचा दगा औय त बी ऩयभातभा भ परनतवदषत हो जामगा

ॐ ऩजमऩाद सॊत शरी आसायाभजी फाऩ क सतसॊग परवचन स ॐ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

अनकरभ

Page 3: आत्भमग - Hariom Group · 2016. 1. 15. · क *ई ऩुि नह 2, भय कई ऩत्नी नह , भया कई ऩनत नह , भया कई बाई

ऩरयपरदलन 25

जनक-ववचाय 34

भाभकॊ शयणॊ वरज 37

ण का बी परभाद भतम ह 46

ना कयो नीॊद स पमाय 47

आतभ-ननदषा 48

धमान-सॊकत 49

चचततववशराशचनत-परमोग 50

पराथना-ननझय 51

हो गई यहभत तय 53

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आतभमोग

बगवान क पमाय बि दढ ननदळमी हआ कयत ह व फाय-फाय परब स पराथना ककमा कयत ह औय अऩन ननदळम को दहयाकय सॊसाय की वासनाओॊ को कलऩनाओॊ को लशचथर ककमा कयत ह ऩयभातभा क भाग ऩय आग फढत हए व कहत ह-

हभ जनभ-भतम क धकक-भकक अफ न खामग अफ आतभायाभ भ आयाभ ऩामग भया कोई ऩि नह ॊ भय कोई ऩतनी नह ॊ भया कोई ऩनत नह भया कोई बाई नह ॊ भया भन नह ॊ भय फवदध नह ॊ चचतत नह ॊ अहॊकाय नह ॊ भ ऩॊचबौनतक शय य नह ॊ

चचदाननदरऩ लशवोऽहभ लशवोऽहभ भोह भभता क समफनधो भ भ कई फाय जनभा हॉ औय भया हॉ अफ दय प क यहा हॉ

भभता को भोह को अफ ऻान की क ची स काट यहा हॉ रोब को ॐ की गदा स भायकय बगा यहा हॉ

भया योभ-योभ सॊतो की गर की कऩा औय करणा स ऩववि हो यहा ह आननदोऽहभ शानतोऽहभ शदधोऽहभ ननववकलऩोऽहभ ननयाकायोऽहभ भया चचतत परसनन हो यहा ह

हभ याभ क थ याभ क ह औय याभ क ह यहग ॐ याभ ॐ याभ ॐ याभ

कोई बी चचनता ककम तरफना जो परब भ भसत यहता ह वह सहनशीर ह वह साधफवदध ह

आज ईदवय ह कर सॊसाय ह ईदवय कर नह ॊ हो सकता ईदवय सदा ह सॊसाय ऩहर नह ॊ था सॊसाय ऩामा जाता ह ईदवय ऩामा नह ॊ जाता कवर सभनत आ जाम ईदवयतव की तो वह भौजद ह सभनत भािण ईदवय ऩयभातभा हभाय स कबी दय गम ह नह ॊ उनकी कवर ववसभनत हो गई आन वार कर की चचनता छोडत हए अऩन शदध आतभा क बाव भ शचजस ण आ जाओ उसी ण ईदवय म आननद मा आतभ-खजाना भौजद ह

बगवान को ऩदाथ अऩण कयना सवण क फतनो भ बगवान को बोग रगाना अचछ वसतरारॊकाय स बगवान की सवा कयना मह सफ क फस की फात नह ॊ ह रककन अनतमाभी बगवान को पमाय कयना सफ क फस की फात ह धनवान शामद धन स बगवान की थोडी-फहत सवा कय सकता ह रककन ननधन बी बगवान को परभ स परसनन कय सकता ह धनवानो का धन शामद बगवान तक न बी ऩहॉच रककन परलभमो का परभ तो ऩयभातभा तक तयनत ऩहॉच जाता ह

अऩन रदम-भॊददय भ फठ हए अनतयातभारऩी ऩयभातभा को पमाय कयत जाओ इसी सभम ऩयभातभा तमहाय परभपरसाद को गरहण कयत जामग औय तमहाया योभ-योभ ऩववि होता जामगा कर की चचनता छोड दो फीती हई कलऩनाओॊ को फीती हई घटनाओॊ को सवपन सभझो आन वार घटना बी सवपन ह वततभान बी सवपन ह एक अनतमाभी अऩना ह उसी को परभ कयत जाओ औय अहॊकाय को डफात जाओ उस ऩयभातभा की शाशचनत भ

ॐॐॐॐॐॐॐ

हभ शाॊत सखसवरऩ आतभा ह तपान स सयोवय भ रहय उठ यह थीॊ तपान शानत हो गमा सयोवय ननसतयॊग हो गमा अफ जर अऩन सवबाव भ शानत शचसथत ह इसी परकाय अहॊकाय औय इचछाओॊ का तपान शानत हो गमा भया चचततरऩी सयोवय अहॊकाय औय इचछाओॊ स यदहत शानत हो गमा अफ हभ तरफलकर ननसऩॊद अऩनी भदहभा भ भसत ह

भन की भनसा लभट गई बयभ गमा सफ दय गगन भणडर भ घय ककमा कार यहा लसय कट

इचछा भाि चाह वह याजलसक हो मा साशचववक हो हभको अऩन सवरऩ स दय र जाती ह ऻानवान इचछायदहत ऩद भ शचसथत होत ह चचनताओॊ औय काभनाओॊ क शानत होन ऩय ह सवतॊि वामभणडर का जनभ होता ह

हभ वासी उस दश क जहाॉ ऩाय बरहम का खर द मा जर अगभ का तरफन फाती तरफन तर

आननद का सागय भय ऩास था भझ ऩता न था अननत परभ का दरयमा भय बीतय रहया यहा था औय भ बटक यहा था सॊसाय क तचछ सखो भ

ऐ दननमाॉदायो ऐ फोतर की शयाफ क पमायो फोतर की शयाफ तमह भफायक ह हभन तो अफ पकीयो की पमालरमाॉ ऩी र ह हभन अफ याभनाभ की शयाफ ऩी र ह

दय हटो दननमाॉ की झॊझटो दय हटो रयशतनातो की जारो हभन याभ स रयशता अऩना फना लरमा ह

हभ उसी ऩयभ पमाय को पमाय ककम जा यह ह जो वासतव भ हभाया ह

आतभऻान भ परीनत ननयनतय आतभववचाय औय सतऩरषो का साशचननधम ndash मह आतभ-साातकाय की कॉ शचजमाॉ ह

हभ ननसॊकलऩ आतभ-परसाद भ परवश कय यह ह शचजस परसाद भ मोगदवयो का चचतत परसाद ऩाता ह शचजस परसाद भ भननमो का चचतत भननशीर होता ह उस परसाद भ हभ आयाभ ऩाम जा यह ह

तमह भतमदणड की सजा लभरन की तमाय हो नमामाधीश सजा दन क लरए करभ उठा यहा हो उस एक ण क लरए बी मदद तभ अऩन आतभा भ शचसथत हो जाओ तो नमामाधीश स वह लरखा जामगा जो ऩयभातभा क साथ तमहाय नतन शचसथनत क अनकर होगा तमहाय कलमाण क अनकर होगा

द ख का ऩहाड चगयता हो औय तभ ऩयभातभा भ डट जाओ तो वह ऩहाड यासता फदर तरफना नह ॊ यह सकता द ख का ऩहाड परकनत की चीज ह तभ ऩयभातभा भ शचसथत हो तो परकनत ऩयभातभा क खखराप कबी कदभ नह ॊ उठाती धमान भ जफ ऩयभातभ-सवरऩ भ गोता भायो तो बम चचनता शोक भसीफत म सफ कापय हो जात ह जस टॉच का परकाश ऩडत ह ठॉ ठ भ ददखता हआ चोय बाग जाता ह वस ह आतभववचाय कयन स आतभ-बाव भ आन भाि स बम शोक चचनता भसीफत ऩाऩरऩी चोय ऩरामन हो जात ह आतभ-धमान भ गोता रगान स कई जनभो क कभ कटन रगत ह अबी तो रगगा कक थोडी शाशचनत लभर भन ऩववि हआ रककन ककतना अभाऩ राब हआ ककतना कलमाण हआ इसकी तभ कलऩना तक नह ॊ कय सकत आतभ धमान की मकति आ गमी तो कबी बी ववकट ऩरयशचसथनतमो क सभम धमान भ गोता भाय सकत हो

भरफनध उडकतडमान फनध औय जारॊधय फनध मह तीन फनध कयक पराणामाभ कय धमान कय तो थोड ह ददनो भ अदबत चभतकारयक राब हो जामगा जीवन भ फर आ जामगा डयऩोक होना बमबीत होना छोट -छोट फातो भ यो ऩडना जया-जया फातो भ चचनतातय हो जाना मह सफ भन की दफरताएॉ ह जीवन क दोष ह इन दोषो की ननकारन क लरए ॐ का जऩ कयना चादहए पराणामाभ कयना चादहए सतऩरषो का सॊग कयना चादहए

जो तमह शय य स भन स फवदध स दफर फनाम वह ऩाऩ ह ऩणम हभशा फरपरद होता ह सतम हभशा फरपरद होता ह तन स भन स फवदध स औय धन स जो तमह खोखरा कय वह यास ह जो तमह तन-भन-फवदध स भहान फनाम व सॊत ह

जो आदभी डयता ह उस डयान वार लभरत ह

तरिफनध क साथ पराणामाभ कयन स चचतत क दोष दय होन रगत ह ऩाऩ ऩरामन होन रगत ह रदम भ शाशचनत औय आननद आन रगता ह फवदध भ ननभरता आन रगती ह ववघन फाधाएॉ भसीफत ककनाया कयन रगती ह

तभ ईदवय भ डट जाओ तमहाया दशभन वह कयगा जो तमहाय दहत भ होगा ॐ का जऩ कयन स औय सचच आतभवतता सॊतो की शयण भ जान स कदयत ऐसा यॊग फदर दती ह कक बववषम ऊॉ चा उठ जाता ह

अचर सॊकलऩ-शकति दढ ननदळम औय ननबमता होनी चादहए इसस फाधाएॉ ऐसी बागती ह जस आॉधी स फादर आॉधी चर तो फादर कमा दटक ग

भॉह ऩय फठी भकखी जया-स हाथ क इशाय स उड जाती ह ऐस ह चचनता करश द ख रदम भ आम तफ जया सा धमान का इशाया कयो तो व बाग जामग मह तो अनबव की फात ह डयऩोक होन स तो भय जाना अचछा ह डयऩोक होकय शचजम तो कमा शचजम भख होकय शचजम तो कमा शचजम बोगी होकय शचजम तो कमा खाक शचजम मोगी होकय शचजमो बरहमवतता होकय शचजमो ईदवय क साथ खरत हए शचजमो

कॊ जस होकय शचजम तो कमा शचजम लशशऩार होकय शचजम तो कमा शचजम लशशऩार मानी जो लशशओॊ को अऩन फचचो को ऩारन-ऩोसन भ ह अऩना जीवन ऩया कय द बर चाय ददन की शचजनदगी हो चाय ऩर की शचजनदगी हो रककन हो आतभबाव की चाय सौ सार शचजमा रककन अऻानी होकय शचजमा तो कमा खाक शचजमा भजदय की औय भया शचजनदगी जीना तो आतभऻान की

बतकार जो गजय गमा उसक लरम उदास भत हो बववषम की चचनता भत कयो जो फीत गमा उस बरा दो जो आता ह उस हॉसत हए गजायो जो आमगा उसक लरए ववभोदहत न हो आज क ददन भज भ यहो आज का ददन ईदवय क लरए आज खश यहो आज ननबम यहो मह ऩकका कय दो आज योकडा कार उधाय इसी परकाय आज ननबम आज नह ॊ डयत कर तो आमगी नह ॊ जफ कर नह ॊ आमगी तो ऩयसो कहाॉ स आमगी जफ आमगी तो आज होकय ह आमगी

आदभी ऩहर बीतय स चगयता ह कपय फाहय स चगयता ह बीतय स उठता ह तफ फाहय स उठता ह फाहय कछ बी हो जाम रककन बीतय स नह ॊ चगयो तो फाहय की ऩरयशचसथनतमाॉ तमहाय अनकर हो जामगी

ववघन फाधाएॉ द ख सॊघष ववयोध आत ह व तमहाय बीतय की शकति जगान कक लरए आत ह शचजस ऩड न आॉधी-तपान नह ॊ सह उस ऩड की जड जभीन क बीतय भजफत नह ॊ होगी शचजस ऩड न शचजतन अचधक आॉधी तपान सह औय खडा यहा ह उतनी ह उसकी नीॊव भजफत ह ऐस ह द ख अऩभान ववयोध आम तो ईदवय का सहाया रकय अऩन ऻान की नीॊव भजफत कयत जाना चादहए द ख ववघन फाधाएॉ इसलरए आती ह कक तमहाय ऻान की जड गहय जाम रककन हभ रोग डय जात ह ऻान क भर को उखाड दत ह

अनकरभ

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जागो अऩनी भदहभा भ सवाभी याभतीथ क फोरन का सवबाव था कक भ फादशाह हॉ भ शाहो का शाह हॉ

अभरयका क रोगो न ऩछा आऩक ऩास ह तो कछ नह ॊ लसप दो जोडी गरए कऩड ह याजम नह ॊ सतता नह ॊ कछ नह ॊ कपय आऩ शाहो क शाह कस

याभतीथ न कहा भय ऩास कछ नह ॊ इसलरए तो भ फादशाह हॉ तभ भय आॉखो भ ननहायो भय ददर भ ननहायो भ ह सचचा फादशाह हॉ तरफना ताज का फादशाह हॉ तरफना वसतओॊ का फादशाह हॉ भझ जसा फादशाह कहाॉ जो चीजो का ववषमो का गराभ ह उस तभ फादशाह कहत हो ऩागरो जो अऩन आऩ भ आनशचनदत ह वह तो फादशाह ह ववदव का समराट तमहाय ऩास स गजय यहा ह ऐ दननमाॉदायो वसतओॊ का फादशाह होना तो अहॊकाय की ननशानी ह रककन अऩन भन का फादशाह होना अऩन वपरमतभ की खफय ऩाना ह भय आॉखो भ तो ननहायो भय ददर भ तो गोता भाय क जया दखो भय जसा फादशाह औय कहाॉ लभरगा भ अऩना याजम अऩना वबव तरफना शत क ददम जा यहा हॉ रटाम जा यहा हॉ

जो सवाथ क लरए कछ द वह तो कॊ गार ह रककन जो अऩना पमाया सभझकय रटाता यह वह तो सचचा फादशाह ह

भझ फादशाह को अऩन आऩस दय कहाॉ

ककसी न ऩछा तभ फादशाह हो

हाॉ

तभ आतभा हो

हाॉ

तभ God हो

हाॉ इन चाॉद लसतायो भ भय ह चभक ह हवाओॊ भ भय ह अठखलरमाॉ ह परो भ भय ह सगनध औय चतना ह

म तभन फनाम

हाॉ जफस फनाम ह तफ स उसी ननमभ स चर आ यह ह मह अऩना शय य बी भन ह फनामा ह भ वह फादशाह हॉ

जो अऩन को आतभा भानता ह अऩन को फादशाहो की जगह ऩय ननमि कयता ह वह अऩन फादशाह सवबाव को ऩा रता ह जो याग-दरष क चचनतन भ पॉ सता ह वह ऐस ह कलऩनाओॊ क नीच ऩीसा जाता ह

भ चतनमसवरऩ आतभा हॉ आतभा ह तो फादशाह ह फादशाहो का फादशाह ह सफ फादशाहो को नचानवारा जो फादशाहो का फादशाह ह वह आतभा हॉ भ

अहॊ ननववकलऩो ननयाकाय रऩो

ववबवमापम सवि सवशचनिमाणाभ सदा भ सभतवॊ न भकतिन फनध

चचदाननदरऩ लशवोऽहभ लशवोऽहभ भकति औय फनधन तन औय भन को होत ह भ तो सदा भि आतभा हॉ अफ भझ कछ

ऩता चर यहा ह अऩन घय का भ अऩन गाॉव जान वार गाडी भ फठा तफ भझ अऩन घय की शीतरता आ यह ह मोचगमो की गाडी भ फठा तो रगता ह कक अफ घय फहत नजद क ह बोचगमो की गाकतडमो भ सददमो तक घभता यहा तो घय दय होता जा यहा था अऩन घय भ कस आमा जाता ह भसती कस रट जाती ह मह भन अफ जान लरमा

भसतो क साथ लभरकय भसताना हो यहा हॉ शाहो क साथ लभरकय शाहाना हो यहा हॉ

कोई काभ का द वाना कोई दाभ का द वाना कोई चाभ का द वाना कोई नाभ का द वाना रककन कोई कोई होता ह जो याभ का द वाना होता ह

दाभ द वाना दाभ न ऩामो हय जनभ भ दाभ को छोडकय भयता यहा चाभ द वाना चाभ न ऩामो नाभ द वाना नाभ न ऩामो रककन याभ द वाना याभ सभामो भ वह द वाना हॉ

ऐसा भहसस कयो कक भ याभ का द वाना हॉ रोबी धन का द वाना ह भोह ऩरयवाय का द वाना ह अहॊकाय ऩद का द वाना ह ववषमी ववषम का द वाना ह साधक तो याभ द वाना ह हआ कयता ह उसका चचनतन होता ह कक

चातक भीन ऩतॊग जफ वऩमा फन नह ॊ यह ऩाम साधम को ऩाम तरफना साधक कमो यह जाम

हभ अऩन साधम तक ऩहॉचन क लरए जट ववभान की मािा ककम जा यह ह शचजनह ऩसनद हो इस जट का उऩमोग कय नह ॊ तो रोकर टरन भ रटकत यह भौज उनह ॊ की ह

मह लसदधमोग मह कणडलरनी मोग मह आतभमोग जट ववभान की मािा ह ववहॊग भाग ह फरगाडीवारा चाह ऩचचीस सार स चरता हो रककन जटवारा दो ह घणटो भ दरयमाऩाय की खफय सना दगा हभ दरयमाऩाय भान सॊसायऩाय की खफयो भ ऩहॉच यह ह

ऐ भन रऩी घोड त औय छराॊग भाय ऐ नीर गगन क घोड त औय उडान र आतभ-गगन क ववशार भदान भ ववहाय कय खर ववचायो भ भसती रट दह क वऩॊजय भ कफ तक छटऩटाता यहगा कफ तक ववचायो की जार भ तडऩता यहगा ओ आतभऩॊछी त औय छराॊग भाय औय खर आकाश भ खोर अऩन ऩॊख ननकर अणड स फाहय कफ तक कोचर भ ऩडा यहगा पोड इस अणड को तोड इस दहाधमास को हटा इस कलऩना को नह ॊ हटती तो ॐ की गदा स चकनाचय कय द

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

बवसागय का ककनाया वयागम

आतभा ऩयभातभा ववषमक ऻान परादऱ कयक ननतम आतभा की बावना कय अऩन शादवत सवरऩ की बावना कय अऩन अनतमाभी ऩयभातभा भ आननद ऩाम अऩन उस अखणड एकयस भ उस आननदकनद परब भ उस अदरत-सतता भ अऩनी चचततववतत को सथावऩत कय रऩ अवरोक भनसकाय तथा दशम ददशा दशन म चचतत क पयन स होत ह ववदव तजस पराऻ जागरत सवपन औय सषनदऱ म सफ शचजसस परकालशत होत ह उस सफस ऩय औय सफका अचधदषान जो ऩयभातभा ह उस ऩयभातभा भ जफ परीनत होती ह तफ जीव ननवासननक ऩद को परादऱ होता ह ननवासननक होत ह वह ईदवयतव भ परनतवदषत होता ह कपय फाहय जो बी चदशा कय रककन बीतय स लशरा की नाई सदा शानत ह वलशदषजी कहत ह- ह याभ जी ऐस ऻानवान ऩरष शचजस ऩद भ परनतवदषत होत ह उसी भ तभ बी परनतवदषत हो जाओ

शचजसका चचतत थोडी-थोडी फातो भ उददरगन हो जाता ह घणा याग दरष दहॊसा मा नतयसकाय स बय जाता ह वह अऻानी ह ऻानी का रदम शानत शीतर अदरत आतभा भ परनतवदषत होता ह हभ रोगो न वह परसॊग सना ह कक

भॊकी ऋवष न खफ तऩ ककमा तीथमािा की उनक कषाम ऩरयऩकव हए अथात अनतकयण शदध हआ ऩाऩ जर गम व जा यह थ औय वलशदषजी क दशन हए उनक भन भ था कक साभन धीवयो क ऩाॉच-सात घय ह वहाॉ जाकय जरऩान करॉ गा व क नीच आयाभ ऩाऊॉ गा

वलशदषजी न कहा ह भाग क भीत अऻानी जो आऩ जरत ह याग-दरष भ हम-उऩादम भ जरत ह उनक ऩास जाकय तभको कमा शाशचनत लभरगी जस ककसी को आग रग औय ऩटरोर ऩॊऩ क पववाय क नीच जाकय आग फझाना चाह तो वह भख ह ऐस ह जो आऩस भ याग-दरष स जरत ह जो सॊसाय की आसकतिमो स फॉध ह उनक सॊऩक भ औय उनकी फातो भ आकय ह शचजऻास तय तऩन नह ॊ लभटगी तय तऩन औय याग-दरष औय फढग

ह भॊकी ऋवष तभ ऻानवानो का सॊग कयो भ तमहाय रदम की तऩन लभटा दॉगा औय अकतरिभ शाशचनत दॉगा सॊसाय क बोगो स सॊसाय क समफनधो स जो शाशचनत लभरती ह वह कतरिभ शाशचनत ह जफ जीव अनतभख होता ह जफ ऩयभातभालबभख होता ह चचतत शानत होता ह तफ जो शाशचनत लभरती ह वह आशचतभक शाशचनत ह

वासनावार को अशाशचनत ह वासना क अनरऩ वसत उस लभरती ह तो थोडी दय क लरए शाशचनत होती ह रोबी को रऩमो स रगाव ह रऩम लभर गम तो खशी हो गमी बोगी को बोग लभर तो खशी हो गमी साधक ऐसी कतरिभ शाशचनत ऩाकय अऩन को बागमवान नह ॊ भानता साधक तो फाहय की चीज लभर मा न लभर कपय बी बीतय का ऩयभातभ-ऩद ऩाकय अऩना जीवन धनम कयता ह वह अकतरिभ शाशचनत परादऱ कयता ह

सॊसाय का तट वयागम ह वववक ऩदा होत ह वयागम का जनभ होता ह शचजसक जीवन भ वयागमरऩी धन आ गमा ह वह धनम ह

वलशदषजी कहत ह- ह भॊकी ऋवष तभ सॊसाय क तट ऩय आ गम हो अफ तभ भय वचनो क अचधकाय हो

बरहमवतता भहाऩरषो क वचनो का अचधकाय वह हो सकता ह शचजसन वववक औय वयागमरऩी सॊऩवतत ऩा र ह शचजसन वववक स सॊसाय की असायता दख र ह शचजसन वववक स शय य की णबॊगयता दख र ह ऐसा वववकपरधान जो साधक होता ह उसको वयागम उतऩनन होता ह वयागमरऩी धन स शचजसका चचतत सॊसकत हो गमा ह उस आतभऻान क वचन रगत ह जो भढ ह ऩाभय ह व ऻानवानो क वचनो स उतना राब नह ॊ र ऩात शचजतना वववकी औय वयागमवान र ऩाता ह

भॊकी ऋवष वववक-वयागम स सॊऩनन थ वलशदषजी का दशन कयक उनको अकतरिभ शाशचनत का एहसास हआ व कहन रग

बगवन आऩ सशय य ददख ऩडत हो रककन आकाश की नाई शनम रऩ हो आऩ चदशा कयत ददख ऩडत हो रककन आऩ चदशा स यदहत हो आऩ साकाय ददखाई दत हो रककन आऩ अनॊत बरहमाणडो भ पर हए ननयाकाय तवव हो ह भननशादर आऩक दशन स चचतत भ परसननता छा जाती ह औय आकषण ऩदा होता ह वह आकषण ननदोष आकषण ह सॊसारयमो की भराकात स चचतत भ ोब ऩदा होता ह सम का तज होता ह वह तऩाता ह जफकक आऩका तज रदम भ ऩयभ शाशचनत दता ह ववषमो का औय सॊसाय रोगो का आकषण चचतत भ ोब ऩदा कयता ह औय आऩ जस ऻानवान का आकषण चचतत भ शाशचनत ऩदा कयता ह जफकक ऻानी का आकषण ऩयभातभा क गीत गॉजाता ह बीतय की शाशचनत दता ह आननद दता ह ऩयभातभा क परसाद स रदम को बय दता ह

ह भनीदवय आऩका तज रदम की तऩन को लभटाता ह आऩका आकषण बोगो क आकषण स फचाता ह आऩका सॊग ऩयभातभा का सॊग कयानवारा ह अऻाननमो का सॊग द खो औय ऩाऩो का सॊग कयान वारा ह जो घकतडमाॉ ऻानी की ननगाहो भ फीत गई जो घकतडमाॉ ऩयभातभा क धमान भ फीत गई जो घकतडमाॉ भौन भ फीत गई जो घकतडमाॉ ऩयभातभा क परसाद भ फीत गई व अकतरिभ शाशचनत की घकतडमाॉ ह व घकतडमाॉ जीवन की फहभलम घकतडमाॉ ह

ह भननशादर आऩ कौन ह मदद भझस ऩछत हो तो भ भाणडवम ऋवष क कर भ उतऩनन हआ भॊकी नाभक बराहमण हॉ सॊसाय की नदवयता दखकय सॊसाय क जीवो को हम औय उऩादम गरहण औय तमाग (छोडना-ऩकडना) स जरत दखकय भ सतम को खोजन गमा कई तीथो भ गमा ककतन ह जऩ-तऩ ककम कई वरत औय ननमभ ककम कपय बी रदम की तऩन न लभट

जऩ तऩ वरत औय तीथ स ऩाऩ दय होत ह कषाम ऩरयऩकव होत ह कषाम ऩरयऩकव हए ऩाऩ दय हए तो ऻानी का सॊग होत ह अकतरिभ शाशचनत लभरन रगती ह आननद आन रगता भौन भ परवश होन रगता ह साधक अरख ऩरष भ जगन क मोगम होता ह

भॊकी ऋवष वलशदषजी का सॊग ऩाकय अकतरिभ शाॊनत को परादऱ हए बीतय क परसाद को उऩरबध हए ऩयभातभा-ववशराशचनत ऩामी ऩयभातभ-ववशराशचनत स फढकय जगत भ औय कोई सख नह ॊ औय कोई धन नह ॊ औय कोई सामराजम नह ॊ

व घकतडमाॉ धनम ह शचजन घकतडमो भ ऩयभातभा की परीनत ऩयभातभा का चचनतन औय ऩयभातभा का धमान होता ह

परनतददन अऩन अनतकयण का ननभाण कयना चादहए अऩन अनतकयण भ ऩयभातभा का ऻान बयकय उसका चचनतन कयन स अनतकयण का ननभाण होता ह अऻान स अऻाननमो क सॊग स अऻाननमो की फातो स अनतकयण भ अववदया का ननभाण होता ह औय जीव द ख का बागी फनता ह

चचतत भ औय वमवहाय भ शचजतनी चॊचरता होगी शचजतनी अऻाननमो क फीच घसपस होगी शचजतनी फातचीत होगी उतना अऻान फढगा शचजतनी आतभचचा होगी शचजतना तमाग होगा दसयो क दोष दखन क फजाम गण दखन की परववतत होगी उतना अऩन जीवन का कलमाण होगा

अगय हभ अऩन जीवन की भीभाॊसा कयक जानना चाह कक हभाया बववषम अनधकायभम ह कक परकाशभम ह तो हभ जान सकत ह दख सकत ह ककसी वमकति को दखत ह उसस वमवहाय कयत ह तफ उसक दोष ददखत ह तो सभझो हभाया जीवन अनधकायभम ह कोई ककतना बी हभाय साथ अनचचत वमवहाय कयता ह कपय बी हभ अऩना दोष ददख औय उसक गण ददख तो सभझ रना कक हभाया बववषम उजजवर ह इसस बी उजजवर जीवन वह ह शचजसभ न गण ददख न दोष ददख सॊसाय सवपन जसा बासन रग सॊसाय को सवपन-सा दखन वारा अऩना आऩा ऩयभातभा भ ववशराभ ऩाव ऐसी पमास ऩदा हो जाम तो सभझ रना कक बववषम फडा सहावना ह फडा भॊगरकाय ह इस फात ऩय फाय-फाय धमान ददमा जाम

दवताओॊ भ चचा चर कक इस सभम ऩरथवी ऩय सफस शरदष ऩरष कौन ह सवगण-समऩनन कौन ह पराणी भाि भ गण दखनवारा कौन ह सवशरदष वमकतितव यखन वारा कौन ह

इनि न कहा कक इस सभम ऩरथवी ऩय ऐस ऩयभ शरदष ऩरष शरीकषण ह उनको ककसी क दोष नह ॊ ददखत अवऩत गण ह ददखत ह व पराणी भाि का दहत चाहत ह उनक भन भ ककसी क परनत वय नह ॊ शरीकषण जसा अदबत वमकतितव शरीकषण जसा गणगराह ऩन इस सभम ऩरथवी ऩय औय ककसी क ऩास नह ॊ ह इस परकाय इनि न शरीकषण की दवदश का उनक वमकतितव का खफ आदय स वणन ककमा

एक दव को कतहर हआ कक शरीकषण ककस परकाय अनॊत दोषो भ बी गण ढॉढ ननकारत ह वह दवता ऩरथवी ऩय आमा औय जहाॉ स शरीकषण गवारो क साथ गजयन वार थ उस यासत भ फीभाय योगी कतता होकय बलभ ऩय ऩड गमा ऩीडा स कयाहन रगा चभडी ऩय घाव थ भशचकखमाॉ लबनलबना यह ॊ थीॊ भॉह पटा यह गमा था दगनध आ यह थी उस दखकय गवारो न कहा नछ नछ मह कतता ककतना अबागा ह इसक ककतन ऩाऩ ह जो द ख बोग यहा ह

शरीकषण न कहा दखो इसक दाॉत ककतन अचछ चभकदाय ह मह इसक ऩणमो का पर ह

ऐस ह द ख-दद भ योग भ ऩयशानी भ वविोह भ औय अशाॊनत क भौक ऩय बी शचजसभ गण औय ऩयभ शानत ऩयभातभा दखन की उतसकता ह शचजसक ऩास ऐसी ववधामक ननगाह ह वह आदभी ठीक ननणामक होता ह ठीक ववचायक होता ह रककन जो ककसी ऩय दोषायोऩण कयता ह बोचगमो की हाॉ भ हाॉ लभरता ह ऻानवानो की फातो ऩय धमान नह ॊ दता सॊसाय भ आसकति कयता ह अऩन हठ औय दयागरह को नह ॊ छोडता उस आदभी का बववषम अनधकायभम हो जाता ह

शासतर न कहा फदध परॊ अनागरह फवदध का पर कमा ह फवदध का पर ह बोगो भ औय सॊसाय की घटनाओॊ भ आगरह नह ॊ यहना फडा लसदध हो तरिकार ऻानी हो रककन हम औय उऩादम फवदध हो तो वह तचछ ह

हम औय उऩादम फवदध कमा ह हम भान तमाजम उऩादम भान गराहय जफ जगत ह लभरथमा ह तो उसभ मह ऩाना ह मह छोडना ह मह कयना ह मह नह ॊ कयना ह ऐसी फवदध जफ तक फनी यहगी तफ तक वह फवदध अकतरिभ शाशचनत भ दटकगी नह ॊ अकतरिभ शाशचनत भ दटकन क लरए हमोऩादम फवदध का तमाग कयना ऩडता ह तमाजम औय गराहय की ऩकड न हो

पर खखरा ह ठीक ह दख लरमा फरफर गीत गा यह ह ठीक ह सन लरमा रककन कर बी पर खखरा हआ यह फरफर गाती हई सनाई ऩड योट ऐसी ह लभरती यह पराना आदभी ऐसा ह वमवहाय कय परानी घटना ऐसी ह घट ऐसा आगरह नह ॊ जफ जगत ह लभरथमा ह तो उसकी घटनाएॉ कस सतम हो सकती ह जफ घटनाएॉ ह सतम नह ॊ तो उसक ऩरयणाभ कस सतम हो सकत ह जो बी ऩरयणाभ आमग व फदरत जामग ऐसी ऻान-दवदश शचजसन ऩा र गरओॊ क ऻानमि वचनो को शचजसन ऩकड लरमा वह साधक बीतय की मािा भ सपर हो जाता ह

बरहमवतता की अधमातभ-ववदया फयसती यह रककन साधक भ अगय वववक-वयागम नह ॊ ह तो उतना राब नह ॊ होता फयसात सडको ऩय फयसती यह तो न खती होती ह न हरयमार होती ह ऐस ह शचजनका चचतत दोषो स अहॊकाय स बोगो स कठोय हो गमा ह उन ऩय सॊतो क वचन इतनी हरयमार नह ॊ ऩदा कयत शचजनक चचतत वववक-वयागम स जीता गमा ह उनको ऻानी सॊतो क दो वचन बी घडीबय की भराकात बी रदम भ फडी शाशचनत परदान कयती ह

भॊकी ऋवष का रदम वववक वयागम स जीता हआ था वलशदषजी की भराकात होत ह उनक चचतत भ अकतरिभ शाशचनत आननद आन रगा शचजतनी घकतडमाॉ चचतत शानत होता ह उतनी घकतडमाॉ भहातऩ होता ह चचतत की ववशराशचनत फहत ऊॉ ची चीज ह हमोऩादम फवदधवार को चचतत की ववशराशचनत नह ॊ लभरती मह छोड कय वहाॉ जाऊॉ औय सखी होऊॉ मह हम-उऩादम फवदध ह जो जहाॉ ह वह ॊ यहकय हमोऩादम फवदध छोडकय बीतय की मािा कयता ह तो वह ऊॉ च ऩद को ऩाता ह जो छोडन ऩकडन भ रगा ह तो वह वकणठ भ जान क फाद बी शाशचनत नह ॊ ऩाता

इसलरम हमऩादम फवदध छोड द शचजस सभम जो पज ऩड शचजस सभम गर औय शासतर क सॊकत क अनसाय जो कततवम कयन का हो वह मॊि की ऩतर की नाई कय लरमा रककन दसय ह ण अऩन को कतता-धतता न भान जस लभटटी भ फठत ह कपय कऩड झाड कय चर दत ह इसी परकाय वमवहाय कयक सफ छोड दो कतवव चचतत भ न आ जाम कतववबव औय बोितवबाव अगय ह तो सभाचध होन क फाद बी ऩतन की कोई सॊबावना नह ॊ अदशावकर भनन कहत ह-

अकततवॊ अबोितवॊ सवातभनो भनमत मदा तदा ीणा बवनतमव सभसताशचदळततवततम

जफ ऩरष अऩन आतभा क अकतताऩन को औय अबोिाऩन को भानता ह तफ उसकी समऩण चचततववततमाॉ कयक नाश होती ह

चचतत भ जफ अकततव औय अबोितव कक ननदषा जभन रगती ह तो वासनाएॉ ीण होन रगती ह कपय वह ऻानी मॊि की ऩतर की नाई चदशा कयता ह

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

आतभ-अवगाहन

तमहाय शचजतनी घकतडमाॉ ऩयभातभा क धमान भ फीत जाम व साथक ह शचजतनी दय भौन हो जाम वह कलमाणपरद ह दवास की गनत शचजतनी दय धीभी हो जाम वह दहतावह ह भॊगरकाय ह

फठत वि हभाया दवास नालसका स फायह उॊगर तक फाहय जाता ह चरत सभम अठायह सोत सभम चौफीस उॊगर तक दवास का पपकाय जाता ह औय भथन क सभम तीस उॊगर तक दवास की ऊजा खतभ होती ह फठन की अऩा धमान भ दवास फहत कभ खच होती ह इसस भन बी शानत होता ह आमषम बी फढता ह कछ दवास कभ खच होन क कायण भानलसक व फौवदधक थकान बी उतयती ह

शचजतनी दय हो सक उतनी दय शानत फठ यहो तमहाय दवास की गनत भनद होती चर जामगी सववगण फढता जामगा सॊकलऩ पलरत होन रगग धमान कयत-कयत दवास की रॊफाई

कभ हो जाम फायह उॊगर क फदर दस उॊगर हो जाम तो तमह दादय आदद लसवदधमाॉ परादऱ होन रगती ह नौ उॊगर तक दवास चरन रग तो थोडा-सा ह ननहायन भाि स शासतरो क यहसम सभझन रग जाओग आठ उॊगर तक दवास की रमफाई यह जाम तो तभ दवताओॊ की भसरत को जानन रग जाओग दसयो क चचतत को ऩढ रो ऐसी मोगमता ननखयन रगती ह

ऩाॉच-छ उॊगर तक पपकाय ऩहॉच ऐसा दवास फन जाम तो तमहाया चचतत खफ शाशचनत औय आननद का अनबव कयन रगगा तमहाय शय य क वामबरशन सववपरधान होन रगग दवास की गनत चाय उॊगर तक आ जाम तो अनऩभ ओज की परानदऱ होती ह तीन मा दो उॊगर तक दवास की रॊफाई आ जाम तो सववकलऩ सभाचध रग सकती ह एक उॊगर तक दवास आ जाम तो आननदानगत सभाचध की उऩरशचबध हो जाती ह अगय दवास बीतय ह थभ जाम तो कवर कमबक की उचच दशा ननववकलऩ सभाचध तक परादऱ हो जाती ह तफ साधना कयन वारा साधक नह ॊ फचता वह लसदध हो जाता ह

धमान कयत वि दखन भ तो तभ चऩ फठ हो रककन बीतय फहत कछ मािा कय यह हो फाहय स नासभझ रोग फोरग कक मह कछ नह ॊ कय यहा ह रककन आऩक दराया वासतव भ फहत कछ फदढमा हो यहा ह वषो तक भजदय कयक फाहय का अथक ऩरयशरभ कयक जो न कभा सक हो वह इन धमान क णो भ कभा रत हो मगो तक जनभत-भयत आम हो रककन उस सतमसवरऩ ऩयभातभा क कय फ नह ॊ जा ऩाम हो वहाॉ अफ फठ-फठ भौन औय धमान क णो भ जा यह हो चऩचाऩ फठ-फठ तमहाया भन उस आननद क सागय ऩयभातभा क कय फ जा यहा ह

धमानावशचसथत तद गतन भनसा ऩशमशचनत मॊ मोचगन मषाॊ तॊ न ववद सयासयगणा दवाम तसभ नभ

धमान कयत सभम दवासोचछवास की गनत को ननहायत जाओ दढ सॊकलऩ दोहयात जाओ कक भया चचतत ऩयभातभा भ शानत हो यहा ह भय चचतत की चॊचरता लभट यह ह ऩाऩ औय सॊताऩ लभट यह ह कभो क कसॊसकाय ऩयभातभा क ऩववि धमान भ धर यह ह भय ददर की चनरयमा यॊगी जा यह ह ऩयभातभा क यॊग स

भय साहफ ह यॊगयज चनय भोय यॊग डाय धोए स छट नह ॊ ददन ददन होत सयॊग

दो बौहो क फीच आऻाचकर भ धमान कयत जाओ वहाॉ अऩन इदश दवी-दवता मा ककसी वपरम ऩीय पकीय अथवा पमाय सदगर क ववगरह क धमान कयो ॐकाय की यिवणी आकनत का बी धमान कय सकत हो

आऻाचकर भ धायणा कयन स फहत साय शकतिमो का ववकास होता ह ऻान का अथाह खजाना खरन की कॉ जी वहाॉ छऩी ह वहाॉ धमान कयत हए ॐकाय का द घ सवय स गॊजन कयत जाओ ऩय ननबमता औय साहस को अऩन योभ-योभ भ बय जान दो चचनता बम शोक अशाशचनत की कलऩनाओॊ को ॐकाय की ऩववि गदा स बगा दो

ऐ बम ऐ चचनता ऐ ऩयशानी दय हटो अफ हभ आतभ-खजाना लभर यहा ह ॐकाय की ऩववि गदा हभाय हाथ भ ह ऐ चचनताएॉ तमह हभ चकनाचय कय दग ॐ

ऐ दफर ववचाय ऐ दफर चचतत तझभ ॐकाय का साभरथम बया जा यहा ह अफ दफरता छोड ॐ

ओ नकायातभक ववचाय ओ असपरता की कलऩनाएॉ दय हटो अननत बरहमाणडो का सवाभी ऩयभातभा हभाय साथ औय हभ बमबीत ईदवय की असीभ शकतिमाॉ हभस जडी हई औय हभ चचशचनतत नह ॊकबी नह ॊ ॐॐॐॐॐ

ऐ चचनताएॉ ऐ दफर ववचाय दय हटो हभ ऩववि ॐकाय की गदा रकय तमह कचर डारग हभाय साथ जगतननमनता ऩयभातभा हभाय रदम भ सवशकतिभान ईदवय औय ऐ दफर ववचाय त हभ दफर ककम जा यहा ह ॐॐ

बम शोक चचनता को जया बी सथान नह ॊ सदव तमहाय चचतत भ ऩयभातभा की शकति भौजद ह अऩना चचतत परसनन यखो कपय तभस ऩववि काम अऩन आऩ होन रगग अऩन चचतत को ऩयभातभा क साथ जोडा कयो कपय तभ जो बी कयोग वह ऩयभातभा की ऩजा हो जामगी वासनाओॊ को दय प क दो चचनताओॊ औय ननफरताओॊ को दय बगा दो उस परभासऩद ऩयभातभा भ अऩन चचतत को ऩरयतदऱ होन दो ॐआनॊद ॐआननद ॐॐॐ

भ छई भई का ऩड नह ॊ जो छन स भयझा जाता ह भ वो भाई का रार नह ॊ जो हौवा स डय जाता ह

बम आकाॊा घणा चचनता तभ दय हटो ह दहॊसा त दय हट भझ परभ क ऩववि लसॊहासन ऩय ववयाजभान होन द ऐ सॊसाय की आसकति अफ दय हट हभ अऩन आतभबाव भ जग जा यह ह ॐॐॐ

फर ह जीवन ह दफरता ह भौत ह दफर ववचायो को दय हटात जाओ आतभफर आज का परबात आतभपरकाश का परबात हो यहा ह ॐॐॐ

ऐ चचतत की चॊचरता औय भन की भलरनता अफ त ॐकाय क ऩावन परकाश क आग कमा दटकगी ॐॐॐ

ननबमताननशचदळॊतता ननशचषपकयता फऩयवाह ऩय खदाईजम जम

जफ तक नह ॊ जाना था तफ तक ईदवय था औय जफ जाना तो भयआतभा का ह वह नाभ था

बराहमी शचसथनत परादऱ कय काम यह ना शष भोह कबी ना ठग सक इचछा नह ॊ रवरश

नदवय दननमाॉ की कमा इचछा कयना अऩन याभ भ भसत ॐॐॐ

फयस यह ह बगवान की कऩा फयस यह ह ईदवय की अभीदवदश खदाई नय तमहाया योभ-योभ आतभफर स जगता जाम ॐॐॐ

बावना कयो कक हवाई जहाज की नाई शय य भ शकति ऊऩय उठ यह ह आऩ चचदाकाश की ओय ऊऩय उठ यह ह नासभझी क कायण बम शोक औय चचनताओॊ न हभाय भन को घय यखा था हभ भन क बी ददशा औय सदशा ह हभ इशचनिमो औय भन क सवाभी ह हभ दह भ यहत हए बी ववदह आतभा ह हभ चतनम ह जो कफीय भ गनगनामा था जो शरीकषण भ भसकयामा था जो याभदास भ चभका था जो याभकषण भ धमान का यस टऩका यहा था वह आतभा हभाय ऩास ह नह ॊ नह ॊ वह आतभा हभ ह ॐॐॐ

ऐ इनसान याहनभा गररोग तझ अऩनी असलरमत भ जगात ह त इनकाय भत कयना व तझ अऩनी भदहभा भ जगात ह त सनदह भत कय बम औय चचनता भत कय ॐॐॐ

जीवन की सषदऱ शकतिमाॉ जग यह ह जीवन का अधोगभन फदरकय ऊधवगभन हो यहा ह हभ ऊऩय की ओय उठ यह ह हभाया तन औय भन आशचतभक फर स सयाफोय हो यहा ह आज क ऩावन ऩव ऩय आतभसवरऩ भ जगन का सॊकलऩ कयग तमहाय भ अथाह सॊकलऩ का सामराजम ह ईदवय की अदबत सॊकलऩ की साभरथमर रा तमहाय भ छऩी हई ह तभ उस जगन दो कबी दफर ववचाय भत आन दो कबी नकायातभक ववचाय भत आन दो ॐॐॐ

जफ तक दहालबभान की नालरमो भ ऩड यहोग तफ तक चचनताओॊ क फनडर तमहाय लसय ऩय रद यहग तमहाया अवताय चचनताओॊ क जार भ पॉ स भयन क लरए नह ॊ हआ ह तमहाया जनभ सॊसाय की भजदय कयन क लरए नह ॊ हआ ह हरय का पमाया होन क लरए हआ ह हरय को बज सो हरय का होम खवाभखाह चाचा लभटकय बतीजा हो यह हो दफर ववचायो औय कलऩनाओॊ की जार भ फॉध यह हो कफ तक ऐसी नादानी कयत यहोग तभ ॐॐॐ

ववदयतशकति गरतवाकषण की शकति इरकटराननकस की शकति तथा अनम कई शकतिमाॉ दननमाॉ भ सनी गई ह रककन आतभशकति क आग म शकतिमाॉ कछ नह ॊ वह आतभशकति हभ ह ॐॐॐ

अऩन ददर भ आतभ-सनदह असॊबावना मा ववऩय त बावना होन क कायण हभ उस हक स जदा हो गम ह

तीन परकाय क आवयण होत ह असववाऩादक आवयण अबानाऩादक आवयण औय अनाननदाऩादक आवयण

असववाऩादक आवयण शासतर क शरवण स दय होता ह अबानाऩादक आवयण भनन स दय होता ह अनाननदाऩादक आवयण आतससवरऩ भ गोता रगान स दय हो जाता ह ॐॐॐ

फर दहमभतशकति चगडचगडाना नह ॊ ह फरवान होना ह ॐॐॐ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

भानलसक ढॊग स ॐकाय का जऩ कयत जाओ ॐकाय की आननददामी शाशचनत भ खोत जाओ भरभधम भ सवऩातक-नाशक आतभफर-वधक आतभऻान का परकाश कयन वार ॐ का धमान कयत जाओ बावना स भरभधम क गगनऩट ऩय रार यॊग क ॐकाय को अॊककत कय दो आनतय भन भ ॐकाय का गॊजन होता जाम

खफ शाशचनत भ डफत जाओ अऩन शानत सवबाव भ बरहमबाव भ ऩयभातभ-सवबाव भ ऩरयतनदऱ सवबाव भ शानत होत जाओ अनबव कयत जाओ कक सवोऽहभ लशवोऽहभ आतभसवरऩोऽहभ चतनमऽहभ भ चतनम हॉ भ सवि हॉ भ सफभ हॉ भ ऩरयऩण हॉ भ शाॊत हॉ ॐॐॐ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

साधक को अऩन दोष ददखन रग जाम तो सभझो उसक दोष दय हो यह ह दोष अऩन आऩ भ होत तो नह ॊ ददखत अऩन स ऩथक ह इसलरए ददख यह ह जो बी दोष तमहाय जीवन भ हो गम हो उनको आऩ अऩन स दय दखो ॐ की गदा स उनको कचर डारो आतभशाशचनत क परवाह भ उनह डफा दो

ॐ का गॊजन बीतय होता जाम अथवा ॐ शाशचनत ॐ शाशचनत शाशचनत शाशचनत ऐसा भानलसक जऩ कयत हए आतभा भ ववशराशचनत ऩात जाओ

ॐ क अथ का चचनतन कयो इसस भनोयाज ननिा तनिा यासासवाद आदद ववघनो स फच जाओग

आतभशाशचनत भ चचतत को डफात जाओ चचतत की ववशराशचनत साभरथम की जननी ह चचतत की ववशराशचनत अऩन सवरऩ की खफय दन वार ह चचतत की ववशराशचनत सददमो स बटकत हए जीव को अऩन लशव-सवबाव भ जगा दती ह हजाय तीथो भ जान स हजायो हवन कयन स हजाय वरत यखन स वह ऩद नह ॊ लभरता जो चचतत की ववशराशचनत स लभरता ह

उऩदश व सतसॊग सनन का धमान कयन का पर मह ह कक सन हए सतमसवरऩ ऩयभातभा क कय फ र जान वार वचन धमान क दराया दढ होत जाम सनी हई आतभा-ऩयभातभा की भदहभा धमान क दराया अनबव भ आन रग जाम सना हआ सतसॊग कवर सनान वार का ह न यह वह हभाया बी हो जाम मह तो धमान का परमोजन ह

भ ककतना शानतसवरऩ था भझ ऩता न था भ ककतना परभसवरऩ था भझ ऩता न था

सवग क दवो को कछ ऩान क लरए कभ कयना ह तो उनह ऩरथवी ऩय आना ऩडता ह मह कभबलभ ह सफ कभो का जो साय ह उस सायबत भोभाग भ हभ रग ह साय कभ-धभो का अक ह आतभशाशचनत हभ उस ऩयभाननद ऩद की मािा भ सॊरगन हो यह ह धमान का एक-एक ण अदबत ऩणम अशचजत कया यह ह ऩयभातभा भ डफन का सअवसय द यह ह

अऩन इदश को अऩन ऩणमो को धनमवाद दो ॐॐॐ

जो फवदधभान ह व जानत ह कक कफ फोरना ककतना फोरना परऻावान रोग शाशचनत औय आननद क लरए फोरत ह परभ औय परसाद क लरए फोरत ह परभ तो कवर ऩयभातभा भ हो सकता ह औय परसाद कवर उसी का वासतववक परसाद ह शचजसस सफ द ख ननवतत हो जात ह

दढ बावना कयो कक भ सफ हॉ ववशार आकाश की नाई सववमाऩक हो यहा ह भ चचदाकाश-सवरऩ हॉ सम औय चाॉद भझभ रटक यह ह भ चचदाकाश सवरऩ हॉ सम औय चाॉद भझभ रटक यह ह सफ ताय भझभ दटभदटभा यह ह इतना भ ववशार हॉ कई याजा-भहायाजा इस आकाशसवरऩ चतनम भ आ-आकय चर गम भ वह आकाश हॉ भ सववमाऩक हॉ भ कोई ऩरयशचसथनत नह ॊ हॉ रककन सफ ऩरयशचसथनतमो को ऩहचाननवारा आधायसवरऩ आतभा हॉ आननद औय शाशचनत भया अऩना सवबाव ह

इस परकाय अऩनी ववतत को ववशार ववशार गगनगाभी होन दो

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

अऩन ददर भ ॐका ऩयभ ऩावन फीजभॊि का अतमॊत ऩववि ऩयभातभसवरऩ का धमान कयत हए रदम को ऩयभ चतनम अवसथा स शीतर आननद स ऩरयऩण कयत जाओ जस ककसी कोठय भ परकाश पर जाता ह ऐस ह रदम भ चचदाकाश-सवरऩ चचदघन ऩयभातभा-सवरऩ ॐ का चचनतन कयत ह रदम ननभर चचदाकाशवत सवचछ हो यहा ह

ददर भ शाशचनत व परसननता वमादऱ हो यह ह ऐसी दढ बावना क साथ आतभ-शाशचनत भ आतभानॊद भ डफत जाओ अदबत ईदवय म आहलाद को बीतय बयत जाओ वाह वाह

चचदानॊदरऩ लशवोऽहभ लशवोऽहभ परभसवरऩ ऩयभातभ-यस भ रदम ऩरयतनदऱ का अनबव कयता जाम धमान नह ॊ कयना

अऩन आननदभम सवबाव को माद कयक जग जाना ह सवसथ हो जाना ह

भ आननदसवरऩ सखसवर चतनमसवरऩ अऩन सवबाव भ जग यहा हॉ वाह वाह भया सवबाव ह परसननताऩण ह अनतकयण जफ भया चचनतन कयता ह तफ परसनन होता ह अनतकयण जफ भय कय फ आता ह तफ आनशचनदत होता ह आननदो बरहम बरहमनत ऩयभातभन आननद ह बरहम ह कीतन क दराया आननद आम मोग क दराया आननद आम ववदया क दराया आननद आम ऻान क दराया आननद आम म सफ भय ह सवरऩ ह

रदम जफ भय कय फ होता ह भय चचनतन भ होता ह तो भ उस आननद स बय दता हॉ रदम जफ अनम ववषमो की ओय जाता ह तफ भ सववमाऩक आननदसवरऩ होत हए बी वह आननद नह ॊ र ऩाता ॐॐॐ

भझभ याग कहाॉ भझभ दरष कहाॉ भझभ कतताऩन कहाॉ भझभ बोिाऩन कहाॉ भझभ नात औय जात कहाॉ म सफ भन की कलऩनाएॉ थी भनीयाभ का खखरवाड था भन का फना हआ जार था अऩन आतभ-लसॊहासन ऩय फठकय ननहायता हॉ तो भन क जार का कोई

परबाव नह ॊ ह भन की कोई सतता नह ॊ ह भय सतता रकय भन जार फन यहा था भय दवदश उस ऩय ऩडत ह वह शभा गमा जार फनना छोड ददमा ॐॐॐ

चचदाननदरऩ लशवोऽहभ लशवोऽहभ ऩणोऽहभ ऩयभाननदसवरऩोऽहभ

योभ-योभ ऩावन हो यहा ह भय अऩन सवबाव स मह शय य बी ऩावन हो यहा ह भय चचदाननद सवबाव स इस शय य स छकय जो हवाएॉ जाती ह व बी ऩवविता शीतरता परभ औय आननद टऩका यह ह

भ आतभा था भ चतनम था भ परभ सवरऩ था भ आननदसवरऩ था रककन सॊकलऩ ववकलऩो न भझ ढक यखा था अफ व कछ सथचगत हए ह तो ऩरयतनदऱ का अनबव हो यहा ह भ तो ऩहर स ह ऐसा था

ह या धर भ ढक गमा था तफ बी वसा ह चभकदाय था रककन रोगो को ददखता नह ॊ था भन भन को फवदध को इशचनिमो को तन को ऩववि ककमा परकालशत ककमा तफ व आननद को परादऱ हए भ तो उसक ऩहर बी ऐसा ह आननदसवरऩ था वाह वाह

चचतत की चॊचरता होगी तफ भया मह आननदसवबाव चचतत स छऩ जामगा तफ बी भ होऊॉ गा वसा ह

भ फोधसवरऩ हॉ भ जफ जानन वारा चतनम चचदातभा हॉ सवपन की तयॊग आमी औय ववरम हो गई जागरत क ववचाय व कभ आम औय फदर गम रककन भ अफदर आतभा हॉ फचऩन आमा औय फदर गमा भ अफदर आतभा हॉ ककशोयावसथा आमी औय फदर गई रककन भ अफदर आतभा वह का वह मवावसथा आ यह ह औय जा यह ह रककन भ वह का वह वदधावसथा आमगी औय जामगी रककन भ वह का वह भ ददशा भाि चचदघन चतनम हॉ ॐ ॐ ॐ

भ परसनन आननदसवरऩ चतनम हॉ नाहक द खद ववचाय कयक ववयोधी ववचाय कयक भन अऩन सवरऩ ऩय ववचायो की भलरन चददय ढक द थी अफ ॐकाय की उस अदरत आननदसवरऩ ऩयभातभा की एक सहावनी रहय दराया भन उस कलऩनाओॊ की चददय को हटामा तो भ अऩन आऩ भ ऩरयतदऱ हो यहा हॉ मोगाननद का अभत मोग क दराया आतभाननद का अभत भय रदम भ बया जा यहा ह

चचनता बम ववकाय भोह भामा इनको भ जानता ह नह ॊ हॉ म सफ तो भया भदोनभतत भनरऩी वजीय जानता होगा

कसा आननद कौन ककसस कह भानो गॉग न गड खामा

धमान कयन की चाराकी छोड दो सतसॊग भ फठन क फाद समानाऩन छोड दो इस भनबाई (भन) को धमान कयन की फहत इचछा होती ह वह चाराक फनता ह कक भ धमान करॉ अय भनबाई त चऩ हो जा फठा यह अऩनी जगह

अफ धमान कयग तो भन अडचन डारगा गाडी भ फठन क फाद अऩनी गठरयमाॉ लसय ऩय उठान जसा होगा अफ तो सदगर कऩा की भोगाडी भ फठ गम तो आयाभ पयभाओ बरहमाननद की गाडी अऩन आऩ र जा यह ह

आननद औय शाशचनत भया सवबाव था भझ ऩता न था परभ औय परसननता भया जनभलसदध सवबाव था रककन कलऩनाओॊ न नादानी क ववचायो न ढक यखा था भय सवबाव को अफ सनतो क शासतरो क सदगर क वचनो स नादानी छट गई ॐकाय की झाड स कछ अहोबाव क धकक स कछ शरदधा स ववचायो की ऩत हट गई कचया साप हो गमा तवववसत जमो की तमो ददखन रगी आननद छरकन रगा अफ खर आॉखो स भ सवि अऩन को ननहाय सकता हॉ सफ भ एक एक भ सफ का अनबव कय सकता हॉ खर आॉखो स बी भ भसती भ यह सकता हॉ अऩन सवबाव भ ऩरयतदऱ हो सकता ह ॐॐॐ

भय सनी हई सफ कथाएॉ पर गई भय ककम हए सफ जफ-तऩ पलरत हो गम भय सवा औय ऩणम पलरत हो यह ह दहालबभान का कचया हटता जा यहा ह औय आतभसवबाव का नशा चढा जा यहा ह

अफ कछ कयन का सॊकलऩ उठ तो ॐ की झाड स उस हटा दो भकान फनवाना ह दवाखाना खोरना ह धनधा कयना ह दय हटो म सफ सॊकलऩ म सफ झीर की सतह ऩय काई ह एक हाथ मॉ भाया दसया हाथ मॉ भाया तो भामा की काई दय कपय ननभर ऩानी ह ऩानी बरहमाननद ह बरहमाननद

जगशचननमनता ऩयभातभा होकय बी चऩयासी की नौकय कयनी ह साहफ को सराभ कयना ह शचजसको गयज होग वह सराभ कयन आमगा चाचा लभटकय बतीज कमो होत हो ॐ ॐ ॐ

भझ ऩण चतनम को ककसकी आवशमकता ह भझभ कतताऩन कहाॉ आवशमकताएॉ तो दह की होती ह राखो कयोडो दह हई औय उनकी सफ आवशमकताएॉ ऩय कयत यह कपय बी भयती ह यह हय जनभ भ फना-फनाकय छोडत आम जफ तक नह ॊ ककमा तफ तक रगता ह कक भकान फनाम फड बवन फनाम बवम आशरभ खोर रककन कयन क फाद रगता ह कक इसको कोई सॉबार र तो अचछा ह हभ नह ॊ चादहए

अफ कयन-धयन क सॊकलऩ सफ छोड दो मह बरहमाणड अऩन तरफना कछ ककम ह धभाधभ चरता यहगा ककतन ह भजदय रोग फहत कछ कय यह ह फचाय अऩन को कतता कमो फना यह हो आतभाननद स भॉह कमो भोड यह हो

नह ॊ भ अऩन को कतता भानकय नह ॊ कय यहा हॉ अय कतता नह ॊ भानत तो कयन की इचछा कस होती ह ईभानदाय स खोजो खोजकय

ऩकडो कक कमा इचछा ह उस इचछा को मॉ ककनाय रगा दो औय तभ परकट हो जाओ इचछाओॊ क आवयण क ऩीछ कफ तक भॉह नछऩाम फठ यहोग मश की इचछा ह भायो धकका परलसवदध

की इचछा ह भाय दो पॉ क अचछा कहरान की इचछा ह भायो रात इतना कय लरमा तो सफ शासतरो वदो उऩननषदो का अभमास जऩ-तऩ-तीथ-अनदषान औय सफ सवाएॉ पलरत हो गई

रककन सावधान आरसम मा अकभणमता नह ॊ रानी ह इचछायदहत होन का अभमास कयक आतभदव का साातकाय कयना ह कपय तमहाय दराया फहत साय कभ होन रगग रककन तभभ कततव की फ न यहगी

इचछा की ऩतो न तमह ढाॉक यखा ह औय कछ नह ॊ ह कछ नह ॊ ह फहत सयर ह सयर नह ॊ होता तो मह आननद कस रत अऩन सवबाव का तरफलकर सयर भफत भ

शरी वलशदषजी भहायाज कहत ह- ह याभजी पर औय ऩतत को भसरन भ दय ह अऩन सवरऩ को दखन भ कमा दय ह

ककसी दवी-दवता क दशन की इचछा नह ॊ ह उनभ बी हभाया ह आतभचतनम ववरास कय यहा ह ककसी ऩरयशचसथनत की इचछा नह ॊ ह कछ होना नह ॊ ह कछ परादऱ कयना नह ॊ ह परब बी नह ॊ चादहए चरो परब हभस अरग हो तो चादहए न हभाया शदध-सवरऩ आतभा ह ऩयभातभा ह एक अदरत आतभा-ऩयभातभा क लसवा जो कछ ददखता ह वह सफ भन की कलऩनाएॉ ह इचछा कयक कलऩनाओॊ क ऩीछ कफ तक बागत कपयग

खोजो अऩन भ कोई इचछा ददख तो ऩकडकय ननकार दो जस भदहराएॉ फारो भ स जएॉ ऩकड-ऩकडकय ननकारती ह ऐस चचतत भ स इचछाएॉ ऩकड-ऩकडकय ननकार दो अबी तो लसय जओॊ स ढक गमा ह कछ बी कयक इचछाओॊरऩी जएॉ हटा दो म इचछाएॉ हट गई तो कपय

सॊकय सहज सवरऩ सॊबाया रागी सभाचध अखणड अऩाया

अऩना सवरऩ ववचायन भाि स सॉबारन भाि स परकट होता ह सॊसकाय घस गम ह कक मह कयग वह कयग मह ऩामग मह छोडग सॊकलऩो औय इचछाओॊ की खखचडी हो गई ह

अफ हभ कमा कय

कछ नह ॊ कयो

बजन कय

नह ॊ कयो बजन

धमान कय

नह ॊ कयो धमान बी

मािा कय

कोई जरयत नह ॊ

दकान खोर

कबी नह ॊ खोरना

नौकय कय

नह ॊ

यसोई फनाम

कोई आवशमकता नह ॊ ह

कछ नह ॊ कयना ह परकनत भ हो यहा ह शासतर की भमादा क भतातरफक होन दो कयन का नमा सॊकलऩ भत फनाओ ऩयदहत क लरए होन दो

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

चचतत का ननभाण

एक सभम था जफ फॉद बी दरयमा होकय डफामा कयती थी गौ का खय बी खाई होकय चगयामा कयता था रककन जफ सतसॊग भ गम गरओॊ की कऩा को ऩचामा तफ अनकरता औय परनतकरता क दरयम बी फॉद स भारभ होत ह आतभऻान की भदहभा ऐसी ह साधक जफ आतभबाव भ परनतवदषत होता ह तफ जीवन स साय द ख ववदा होन रगत ह

धमान का भतरफ कवर चऩचाऩ हो जाना नह ॊ ह धमान भ चचतत अतमॊत एकागर हो जाम शानत हो जाम शचसथय हो जाम उसस बी वह ऊॉ ची अवसथा ह कक चचतत का ननभाण हो चचतत का शानत होना एक फात ह औय चचतत का ननभाण होना दसय फात ह चचतत शानत हो जामगा उतनी दय शाशचनत लभरगी आननद आमगा फाद भ कपय जगत सचचा बासगा थोडा सा सख आकवषत कय दगा थोडा सा द ख दफा दगा रककन धमान भ अगय आतभववचाय आता ह बरहमववचाय आता ह ऩयभातभबाव क सॊसकायो को दहयाकय आतभाकाय बाव ऩदा होत ह तो उसस चचतत का ननभाण होता ह चचतत क शानत हो जान स बी चचतत का ननभाण होना ऊॉ ची फात ह

गरत ढॊग स चचतत का ननभाण हो जाता ह तो वह फनधन व द ख का कायण फन जामगा जस चचतत का ननभाण हो गमा कक भ अभक जानत का हॉ मह भया नाभ ह भ सतरी हॉ मा ऩरष हॉ इस परकाय क चचतत का ननभाण हो गमा तो उसक लरए आदय क दो शबद जीवन फन जात ह औय अनादय क दो शबद भौत फन जात ह झठ सॊसकायो स चचतत का ननभाण हो गमा व बी ददन थ कक जफ फॉद बी दरयमा होकय ददखती थी औय हभ डफा र जाती थी जया सा अऩभान बी दरयमा होकय ददखता था जया सा हवा का झोका बी आॉधी की नाई ददखता था रककन जफ सतसॊग औय गरदव की कऩा स आतभवतता भहाऩरष क उऩदश की कऩा स फड-फड दरयम बी कतयो की नाई ददखत ह कमोकक जो कछ नाभ-रऩ ह सख-द ख ह अनकरता-परनतकरता ह व सफ भामा भ खखरवाड भाि ह भामाभािॊ इदॊ दरतभ मह साया परऩॊच जो ददख यहा ह वह सफ भामा भाि ह

दखखम सननम गननम भन भाॉदह

भोहभर ऩयभायथ नाॉह चचतत का अऻान स ननभाण हआ इसीलरए मह जगत सतम बासता ह औय जया-जया सी

फात सख-द ख आकषण ऩयशानी दकय हभ नोच यह ह

धमान क दराया सतसॊग क दराया चचतत का ठीक रऩ भ ननभाण कयना ह चचतत का ऩरयभाजन कयना ह चचतत शानत हो गमा तो उसक सॊसकाय दफ गम जफ उठ तो सॊसकाय कपय चार हो गम नीॊद भ गम त भ मह हॉ भ वह हॉ म सफ सॊसकाय दफ गम नीॊद भ कज की चचनता नह ॊ यहती रककन म द ख दय नह ॊ हए कमोकक चचतत भ जो सॊसकाय ऩड ह व गम नह ॊ म सॊसकाय दफ ह नीॊद स उठन ऩय साया परऩॊच चार हो जामगा साय चचनताएॉ लसय ऩय सवाय हो जामगी

धमान-बजन का रकषम मह नह ॊ ह कक तमहाया चचतत कवर शचसथय हो जाम फस धमान-बजन का रकषम ह चचतत शचसथय हो औय साथ ह साथ चचतत का ननभाण हो बरहमाकाय ववतत स बरहमाकाय बाव स चचतत का ननभाण होगा तो तमहाय चचतत ऩय कशचलऩत सॊसाय क सख-द ख की ठोकय नह ॊ रगगी लभरथमा सॊसाय का आकषण नह ॊ होगा तमहाय रदम भ सॊसाय का आकषण नह ॊ होगा तो वासना नह ॊ उठगा वासना नह ॊ उठगी तो दफाया जनभ रन की जरयत नह ॊ ऩडगी आऩका भो हो जामगा फडा ऩाय हो जामगा

ऩजा कयत ह ठाकयजी की भॊददय भ जात ह भशचसजद भ जात ह चगयजाघय भ जात ह रककन चचतत का ननभाण नह ॊ कयत ह तो सॊसायमािा का अनत नह ॊ आता बगवान शरीकषण कहत ह-

ननभानभोहा शचजतसॊगदोषा अधमातभननतमा ववननवततकाभा दरनदरववभिा सखद खसॊऻगचछनतमभढा ऩदभवममॊ तत

शचजनका भान औय भोह नदश हो गमा ह शचजनहोन आसकति रऩ दोष को जीत लरमा ह शचजनकी ऩयभातभा क सवरऩ भ ननतम शचसथनत ह औय शचजनकी काभनाएॉ ऩण रऩ स नदश हो गई ह ndash व सख-द ख नाभक दरनदरो स ववभि ऻानी जन उस अववनाशी ऩयभ ऩद को परादऱ होत ह

चचतत क साथ भन-इशचनिमो क साथ तादातमम का जो सॊग ह सॊसाय क समफनधो स जो दोष रग जाता ह वह चगया दता ह चचतत का ठीक स ननभाण हो जाम तो अधमातभ भ ननतम यभण हो जाम काभनाएॉ ननवतत हो जाम दरनदरो स भकति हो जाम सख औय द ख भान औय अऩभान अनकरता औय परनतकरता मश औय अऩमश तनदरसती औय फीभाय जीवन औय भतम म सफ दरनदर ह जो तनदरसती स सखी ह वह फीभाय स द खी होगा जो मश स सखी होता ह वह अऩमश स द खी होगा जो जीन भ सख भानगा वह भयन भ द खी होगा रककन जीना भयना भान-अऩभान म सफ चचतत भ दहातभबाव क सॊसकाय ऩड ह अगय चचतत का ननभाण हो गमा कक जीना भयना म सफ भया नह ॊ भामा का ह भया नह ॊ इस दहरऩी खखरौन का ह मह दहरऩी खखरौन कई फाय जीत हए ददखत ह कई फाय भयत हए ददखत ह कपय बी भय कबी

भौत नह ॊ होती तो शर ऩय चढत हए बी द ख नह ॊ होगा रोगो को रगगा कक भनसय शर ऩय चढ ईसा करॉस ऩय चढ अभक फदध ऩरष न धमान कयत हए शय य छोडा औय भय गम रोगो को ऐसा रगगा रककन उन भहाऩरषो का अनबव ह कक व कबी भयत नह ॊ व कबी तरफगडत नह ॊ कबी फनत नह ॊ वासतव भ जीवभाि का जो असर सवरऩ ह वह फनन तरफगडन स फहत ऊॉ चा ह फनता तरफगडता तमहाया शय य ह फनता तरफगडता तमहाया भन ह फनता तरफगडता तमहाया बाव ह रककन तमहाया सवरऩ तमहाया आतभा कबी फनता तरफगडता नह ॊ

चचतत का ननभाण होता ह आतभववचाय स धमान कय औय शनमभनसक नह ॊ रककन अनातभपरवाह का नतयसकाय कय औय आतभपरवाह को चराम आतभबाव को चराम औय दहबाव को हटाम बरहमबाव को जगाना औय दहबाव को अरववदा दना मह ह चचतत क ननभाण की ऩदधनत इस परकाय धमान होगा तो भसत हो जामग धमान क वि बी भसत औय धमान क फाद बी भसत इस परकाय चचतत का ननभाण हो जामगा तो जो सॊसाय फॉद होकय बी दरयमा फनकय डफता था वह अफ दरयमा होकय आमगा तो बी फनद होकय बासगा जया-जया फात स सख-द खादद दरनदर ऩयशान कय यह थ व अफ परबाव नह ॊ डारग शचजतन परभाण भ चचतत का ननभाण होता जामगा उतन परभाण भ दरनदरववभिा होत जामग

साय जऩ तऩ सवा ऩजा मऻ होभ हवन दान ऩणम म सफ चचतत को शदध कयत ह चचतत भ ऩववि सॊसकाय बयत ह परनतददन कछ सभम अवशम ननषकाभ कभ कयना चादहए चचतत क कोष भ कछ आधमाशचतभकता की बयती हो नतजोय को बयन क लरए हभ ददनयात दौडत ह जफ को बयन क लरए छटऩटात ह रककन नतजोय औय जफ तो मह ॊ यह जामग रदम की नतजोय साथ भ चरगी इस आधमाशचतभक कोष को बयन क लरए ददन बय भ कछ सभम अवशम ननकारना चादहए सॊधमा-वनदन ऩजा-पराथना धमान-जऩ ननषकाभ कभ इतमादद क दराया चचतत का ननभाण कीशचजम

उचच ववचाय कयत हए रदम भ खर आकाश की ववशारता बय जान दो ॐकाय का ऩववि जऩ कयत-कयत रदम को ववशार होता अनबव कयो शाशचनत औय आननद स रदम बया जा यहा ह मह आतभाननद की ववशदध ऩयभातभा की चचदाननद-सवरऩ ऩयभातभा की झरक ऩान का तय का ह

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

ऩरयपरदलन पर इशचनिमो को ववषमो स कस फचाम

उ बोजन छोडन स उऩवास कयन स गाम-बस का दध छोडकय फकय का दध ऩीन स योट छोडकय भॉग लबगोकय खान स शय य भ शकति नह ॊ होती तो ववषमवासना शानत हो जाती ह रककन इस उऩाम स सॊसाय भ सखफवदध नह ॊ जाती बरहमवतताओॊ को आतभा-ऩयभातभा का सख लभर जाता ह इसलरए सॊसाय भ यहत हए बी सॊसाय भ उनकी सखफवदध नह ॊ होती

साॉऩ ठणड भ दठठय जाता ह तो शानत ऩडा यहता ह काटता नह ॊ सम की धऩ ननकरत ह वह कफ काट र कोई ऩता नह ॊ ऐस ह अभक आहाय व ननमभो स भन को थोडा शानत कय रत ह कपय जफ भौका लभर जाता ह तो भन कपय बडक उठता ह भन को ववषमो स शानत कय दना अचछा ह सॊमभ कयना ह चादहए रककन साथ ह साथ ऩयभातभा का यस ऩा रना चादहए

भनोवऻाननको न कछ परमोग ककम जो अनत जातीम आवगवार काभी मवक थ उनका खान-ऩान ऐसा यखा कक वीम फन ह नह ॊ कपय उनको रडककमो क फीच यखा तो फड बरहमचाय ददख शानत यह आवग की कोई चदशा नह ॊ की कततो ऩय बी परमोग ककम गम व बी ऐस यह कपय जफ उनको ऩौवदशक बोजन दना शर ककमा तो व ह कतत ऩॉछ दहरात कवततमो क ऩीछ बागन रग व मवक बी ऩौवदशक बोजन क आहाय स ऩहर जस ह काभातय होन रग

भजफय का नाभ भहातभा गाॉधी ndash ऐसा नह ॊ होना चादहए जीवन भ शय य भ शकति न हो इशचनिमो भ फर न हो तो सफ बरहमचाय ह आऩ शि को ऩयासत नह ॊ कय सकत औय भाप कय ददमा तो कमा फडी फात ह उसको नछनन लबनन कयन का साभरथम ह कपय बी भाप कय ददमा तो फडी फात ह भा वीयो को शोबा दती ह कामयो को थोड ह शोबा दती ह

ऐस ह फरवानो को बरहमचम शोबा दता ह

कोई कह कक भय को धन का अलबभान नह ॊ

अचछा ककतना धन ह तमहाय ऩास

ऩहर फहत था रककन अबी अबी तो कजा होगा ऩचचीस हजाय का

तो धन का अलबभान कमा कयगा त

सावन क ऩववि भह न भ बागवत की कथा हो यह थी एक ददन एक सॊत भॊच ऩय ऩधाय शरोताओॊ स फोर कक आऩ रोग बगवान क बि हो बागवत की याभामण की कथाएॉ वषो स सनत आम हो ऩणम कभात आम हो आऩभ स शचजसको लभिो भ याग औय शि भ दरषफवदध न हो ऐस याग-दरषयदहत चचततवार रोग खड हो जाम भ अबी-अबी उनह बगवान का दशन कया दॉ

सॊत न एक फाय दो फाय तीन फाय दहयामा कथाकाय को बी चचनता होन रगी कक हजायो शरोताओॊ भ स कोई नह ॊ उठता सॊत फाय-फाय कहन रग कक आऩ रोगो भ स याग-दरष स यदहत रोग खड हो जाम भ उनह आतभ-साातकाय कया दॉगा बगवान क दशन कया दॉगा उसक दशन स दसयो का बी बरा हो जामगा

सफ रोग लसय झकाकय फठ यह सबा भणडऩ भ सननाटा छा गमा इजजत का सवार हो गमा आखखय भ एक नबफ सार का फढा उठ खडा हआ फोरा फाफा जी भ हॉ

अचछा इतन रोगो भ एक बी लभर गमा तो बी ठीक ह आऩ तो ननहार हो जाओग आऩक दशन स औय रोग ननहार होन रगग अचछा अफ फताओ कक आऩन याग-दरष कस ननवतत ककम

फाफा जी भय उमर नबफ सार की ह भय ऩतनी भय चकी ह भया इकरौता फटा था वह बी परब को पमाया हो गमा सफ लभि-साथी बी एक-एक कयक चर फस ऩरयवाय भ औय लभिभणडर भ कोई नह ॊ औय शि बी कभफखत सफ भय लभट गम अफ भझ ककसी स याग-दरष नह ॊ ह

सनह औय शि भय गम रककन याग-दरष तो नह ॊ भया वह शचजनदा ह कोई चीज नह ॊ ह इसलरए उसका यस अऩन बीतय नह ॊ ह ऐसी फात नह ॊ ह

ननयाहाय यहन स ववकाय तो शानत हो जात ह रककन जगत भ सखफवदध का सॊसाय भ यस का अबाव नह ॊ होता यस ऩान की इचछा सखी होन की इचछा बीतय स नह ॊ जाती ठणड स दठठय हए साॉऩ का ववष अभत भ फदरा नह ॊ जफ तक ऩयभातभा का साातकाय नह ॊ होता तफ तक बीतय क ववकाय ननववकायता का रऩ नह ॊ रत

ऐसा बी नह ॊ कक साातकाय हो जान क फाद ऻानी सॊसाय स उऩयाभ हो जामगा नह ॊ वह खामगा वऩमगा कयगा धयगा फट को जनभ दगा काभ-करोध-रोब-भोह-अहॊकाय म सफ भसारा उसक ऩास होगा रककन वह उन सफका उऩमोग कयगा उनभ सखफवदध स उनक आधीन नह ॊ होगा इसीलरए ऻानी को जीवनभि कहत ह साधायण रोग सख बोगन क लरए ववषम ववकायो क आधीन हो जात ह औय ऻानी सवाधीन यहकय उनका उऩमोग कय रगा

शरीवलशदषजी भहायाज क सौ फट थ शरीकषण न सदशन उठामा शरीयाभ न धनष उठामा तरफना करोध क कॊ स औय यावण को कस भाया उनहोन करोध का उऩमोग ककमा

तभ कभया फनद कयक अनदय स कणडा रगाकय फठो तफ सवतनि हो जफ चाहो दयवाजा खोरकय फाहय ननकर सकत हो रककन फाहय स कोई दयवाजा फनद कय द तो तभ हो गम ऩयाधीन ऐस ह ववकायो क ऩरयशचसथनतमो क आधीन जीना ऩयाधीनता ह ववकाय ऩरयशचसथनतमो को अऩन आदश भ चराना सवाधीनता ह इसीलरए शरीकषण को सोरह हजाय एक सौ आठ शचसतरमाॉ होत हए बी उनका इतना ऻान कक आज बी उनकी गीता ऩजी जा यह ह सॊसाय की दो ऩलतनमाॉ बी आ जाम तो बी फडा गक अय एक ऩतनी बी नाक भ दभ कय दती ह

ऻानी को जगत भ स यसफवदध चर जाती ह उसको आतभसख लभरता ह तो ववषमो भ सखफवदध नह ॊ यहती जो रोग यसफवदध स ववषम बोगत ह व पॉ सत ह सवाबाववक उऩमोग कय लरमा तो कोई फात नह ॊ आऩको बख रगी आऩका उददशम था ऩट बयना ककसी न आकय फदढमा बोजन आऩको खखरा ददमा इसभ कोई दोष नह ॊ रककन आऩका ऩट बया ह कपय बी

सवाद रन क लरए वमॊजन फनवाम भजदय की औय कयवाई तो मह बोजन भ यसफवदध अननदश का कायण ह

असर यस तो ऩयभातभा का ह वह यस लभर गमा तो ऐसी कौन-सी चीज ह जो ऻानी को सॊसाय भ आकवषत कय ठीक ह वमवहाय भ फोर चर लरमा ददमा रककन ऻानी वमवहाय भ फॉधता नह ॊ भाभर आदभी ऩाॉच सौ की नौकय भ फॉध जाता ह रककन जो समराट ह उसको ऩाॉच हजाय की नौकय बी कमा आकवषत कयगी

कफीय क आग कई ररनाएॉ आमीॊ लशषम होकय आमी तो ठीक ह फात कय लभर-जर रककन व सभझ कक अऩन नखय कयक कफीय को पॉ सामग तो गरती भ ह

चरय ठगनी ठभक ठभक नमननको कमो ठभकाव तय हाथ कफीयो नह ॊ आव

कोई सभझ कक भ रऩ रावणम स अरॊकाय-आबषणो स ककसी ऻानी को पॉ साऊॉ ऩस दकय ऻानी को अऩना फनाऊॉ धौस दकय ऻानी स आशीवाद र रॉ तो वह धोख भ ह शचजसको आतभऻान हो गमा आतभयस लभर गमा वह ककसी यस स ककसी ऻान स ककसी फर स परबाववत नह ॊ होगा चाय ऩस क चन रकय खान रग ह मह भौज की फात ह दरयि आदभी चना खाता ह वह अरग फात ह रककन अभीय आदभी चना खाता ह तो भौज ह ववनोद ह ऐस ह ऻानी क लरए साया सॊसाय ववनोद भाि ह औय हभ रोग सॊसाय भ पॉ स भयत ह

जो यसफवदध स ववषम-बोग बोगता ह वह वववकी होगा तो बी उसकी इशचनिमाॉ उसक भन को फरऩवक हय रती ह भजा रन क लरए बोग बोगा तो सजा जरय बोगगा ऐसा कोई सख नह ॊ जो फाद भ द खी न कय इसलरए ह अननदाता सॊसाय स सख रन की इचछा ह छोड दो सॊसाय भ सख का तो रफर ह अनदय द ख बया ह

एक आदभी न गराफ क ऩौध ऩय सनदय खखरा हआ पर दखा झट स तोड कय नाक ऩय यख ददमा पर भ फठी थी ततमा पट स भाय ददमा डॊक उसक नाक ऩय ओ फाऩ य

ऐस ह सॊसाय क ववषमो भ ददखती सनदयता ह रककन अनदय ततमा फठी होती ह ददखता सख ह रककन बय ह भसीफत परायमब भ रगता ह कक सॊसाय भ सख ह रककन फाद भ साय शचजनदगी सॊसाय की गाडी खीीचत खीीचत दभ ननकरता ह भनषम आखखय भ ऩदळाताऩ कयता हआ भय जाता ह

द ख को हभ रोग आभॊतरित कयत ह वासतव भ द ख ह नह ॊ द ख फनान की पकटय हभाय साथ रगी हई ह कस हभ सखी होन क लरए बागत ह फाहय मह फाहय बागना ह द ख को आभनिण दता ह शचजतनी तजी स बाग उतनी ह तजी स द ख लभरगा ऻानी सख रन क लरए फाहय बागत नह ॊ व द ख लभटान क लरए बी फाहय बागत नह ॊ फर ऩान क लरए बी फाहय नह ॊ बागत

एक जगह ऩय ऻानी सतसॊग कय यह थ एकाएक जोयो स आॉधी चर छत क ट न छटऩटान रग बि रोग सफ बाग गम ऩकक भकानो भ आशरम र लरमा थोडी दय भ आॉधी शानत हो गई वाऩस आकय दखा तो सवाभी जी वस ह फठ ह ऩछा

फाफाजी इतनी आॉधी चर हभ बाग गम आऩ नह ॊ बाग

हभ बी बाग तभ फाहय बाग हभ बीतय बाग

अनतमाभी ऩयभातभा स जड जाओ तो परकनत की सवा ऩाना कोई फडी फात नह ॊ ह ऩयभातभा स लभर जाओ ईदवय भ डफ जाओ तभ नह ॊ कय सकत ईदवय सफ कछ कय सकता ह

तभभ औय ईदवय भ कमा पक होता ह

तभ जफ सॊसाय स सख रन की इचछा कयत हो तो दो ऩस क हो जात हो सॊसाय स सख रन की इचछा छोडकय ईदवय भ गोता भायत हो तो ईदवय हो जात हो मह भहाऩरषो का अनबव ह शासतरो का परभाण ह बगवान शरीकषण बी कह यह ह-

परजहानत मदा काभान सवान ऩाथ भनोगतान आतभनमवातभना तदश शचसथतपरऻसतदोचमत

ह अजन शचजस कार भ ऩरष भन भ शचसथत समऩण काभनाओॊ को बर बाॉनत तमाग दता ह औय आतभा स आतभा भ ह सॊतदश यहता ह उस कार भ वह शचसथतपरऻ कहा जाता ह

जो अऩन आऩ भ तदऱ ह अऩन आऩ भ आनशचनदत ह अऩन आऩभ खश ह वह शचसथतपरऻ ह तसम तरना कन जामत उसकी तरना औय ककसस कय वह ऐसा भहान हो जाता ह ऐस भहाऩरष का तो दवता रोग बी दशन कयक अऩना बागम फना रत ह ततीस कयोड दवता बी ऐस भहाऩरष का आदय कयत ह तो औयो की कमा फात ह

ईदवय भ सखफवदध होनी चादहए सॊसाय भ सख रन की जो हभाय आदत ह वह हभ फय तयह द ख भ डार दती ह वह आदत ऩयानी ह कई जनभो की ह इसलरए अभमास कयना ऩडता ह साधन-बजन इसीलरए कयन ऩडत ह कक गनद आदत ऩड गई ह नह ॊ तो ईदवय दय थोड ह ह कक उसको ऩान क लरए अभमास की जरयत ऩड गनद आदत लभटान क लरम साधन-बजन-धमान कयना ऩडता ह फाहय सख रन की आदत ह व गनद आदत ह

कोई वाह वाह कय तो कान का सख लभर अचछा खाम तो जीब का सख लभर फदढमा कपलभ दख तो आॉख का सख लभर फदढमा शयमा हो पर तरफछ हो इि-तर-परर को नछडकाव हो यानन सादहफा ऩय दफा यह ॊ ह आहाहा मह चभडी का सख हआ म सफ बी आखखय ककतन ददन

इन तचछ सखो भ हभ रोग फयफाद हो जात ह औय भज की फात ह कक जफ अऩना रदम परसनन होगा तबी वहाॉ स सख आमगा चचतत भ अशाशचनत ह फचनी ह तो परो की शयमा कमा कयगी ताय आ जाम कक पराना सनह सखत फीभाय ह तो आइसकरीभ कमा लभठास दगी

इन सखो जया सा झटका सहन की बी ताकत नह ॊ ह परो की शयमा ऩय काभसख भ डफ यह थ आऩस भ भनभटाव हो गमा अहॊ का टकयाव हो गमा तो फन गम एक दसय क दशभन ऩनत-ऩतनी तराक र रत ह सचभच उसभ सख होता तो तराक कमो रत रडत कमो

ऐसा कोई बोग नह ॊ जो बोगनवारो को फजाय न कय द बोग परायमब भ तो सखद रगत ह रककन फाद भ उनका ऩरयणाभ द खद आता ह मोग शर भ जया ऩरयशरभवारा रगता ह रककन फाद भ अभत जसा अभयपर द दता ह

शर भ जया भीठा-भीठा रग औय अनत भ ववष जसा रग मह बोगो का पर ह शर भ जया कट रग रककन अनत भ सदा क लरए भीठा यह मह बगवान की बकति का मोग का ऻान का पर ह

शर भ जफ ऻानी सॊत भहाऩरषो क ऩास जामग तो फठकय ऊफग अदफ यखग लशदशाचाय कयग सोना खाना ऩीना वमवशचसथत नह ॊ यहगा परायमब भ कदठन रगग रककन उनस ऐसा ऩामग कक भहायाज याजाओॊ क बी याजा हो जामग

हभ जफ सदगरदव क ऩास गम थ तो शर भ जया कदठनाइमाॉ थीॊ भॉग उफारकय खा रत नगयसठ का फटा होकय झाड रगात फतन भाॉजत आशरभ भ सवा कयत गरदव तो नह ॊ कहत रककन हभ सवा छीन रत थ आशरभ भ रोग कबी आत थ तो यसोई क फड फतन बी होत थ ऩहाडी ऩथय र लभटटी मा कोमर की याख होती थी फतन भाॉजन क लरए हाथ भ चीय ऩड जात थ खन ननकरता था तो ऩटटी फाॉधकय फतन भाॉज रत थ उस सभम दखन वारो को रगता होगा कक फडा द ख बोग यहा ह रककन अफ रगता ह वाह ऐसा लभरा ह कक कबी खट नह ॊ सकता ऐसा यस द ददमा ह गर की कऩा न

साशचववक सख ऩहर जया द ख जसा रगता ह फाद भ उसका पर फडा भधय होता ह याजसी सख ऩहर सखद रगता ह रककन फाद भ भसीफत भ डार दता ह ताभसी सख भ ऩहर बी ऩयशानी औय फाद भ बी ऩयशानीघोय नक

बगवद गीता भ बी कहा ह मततदगर ववषलभव ऩरयणाभऽभतोऩभभ

ततसखॊ साशचववकॊ परोिभातभफवदध परसादजभ जो आयमबकार भ ववष क तलम परतीत होता ह ऩयनत ऩरयणाभ भ अभत क तलम ह वह

ऩयभातभ ववषमक फवदध क परसाद स उतऩनन होन वारा सख साशचववक कहा गमा ह

ववषमशचनिम सॊमोगादयततदगरऽभतोऩभभ ऩरयणाभ ववषलभव ततसखॊ याजसॊ सभतभ

जो सख ववषम औय इशचनिमो क सॊमोग स होता ह वह ऩहर बोगकार भ अभत क तलम परतीत होन ऩय बी ऩरयणाभ भ ववष क तलम ह इसलरए वह सख याजस कहा गमा ह

मदगर चानफनध च सखॊ भोहनभातभन

ननिारसमपरभादोतथॊ ततताभसभदारतभ जो सख बोगकार भ तथा ऩरयणाभ भ बी आतभा को भोदहत कयन वारा ह ndash वह ननिा

आरसम औय परभाद स उतऩनन सख ताभस कहा गमा ह

(गीता 18373839) ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

पर ndash इशचनिमो को यस रन की आदत ऩड गई ह तो कमा कयना चादहए

उ ndash फाय-फाय बगवान स ईभानदाय स पराथना कयनी चादहए कक ह परब इशचनिमाॉ भझ घसीटकय बोगो भ र जाती ह ह नाथ त दमा कय भ जनभो स बटका हॉ अबी बी आदत ऐसी ह गनद ह दखन क ऩीछ चफान क ऩीछ वाह-वाह सनन क ऩीछ भया सभम फयफाद हो यहा ह ह परब त भझ कऩा-परसाद द ऐसा कयक बगवान क शयण चर जाओ ववकाय उठ उसी सभम बगवान स पराथना कयन रगो ऐसा कयन स फच जाओग औय कबी कपसर बी जाओ तो ननयाश भत हो कपय स उठो कपय स पराथना कयो हजाय फाय चगय जाओ तो बी ननयाश भत हो आखखय तमहाय ह ववजम होगी बीतय का यस लभरन रग जामगा वह यस ठीक स लभर गमा कपय ववकायो भ ताकत नह ॊ तमह फाॉध सक

शचजनदा चहा तरफलर को नह ॊ भाय सका तो भया हआ चहा तरफलर को कमा भायगा ऻानी की फवदध को सॊसायरऩी चहा नह ॊ पॉ सा सकता साधक था तबी बी नह ॊ पॉ सा तबी तो साधक हआ साधक अवसथा भ नह ॊ पॉ सा तबी तो महाॉ आमा पॉ सता तो सॊसाय क चककय भ जाता सॊसाय भ जनभ लरमा सॊसाय भ यहा भाॉ-फाऩ बाई-फहन कटमफी-ऩडोलसमो क फीच यहा कपय बी भोह भभता को चीयता हआ सतसॊग भ ऩहॉचा गर क ऩास ऩहॉचा अबी आऩ महाॉ ऩहॉच ह न शचजनदा सॊसायरऩी चहा आऩकी फवदधरऩी तरफलर को पॉ सा नह ॊ सका तबी तो आऩ बरहमऻान क सतसॊग भ ऩहॉच ऻान हो जाम फोध हो जाम कपय सॊसाय कमा फाॉधगा आऩकी फवदध को जगत का लभरथमातव ऩकका हो गमा तो कपय वह फवदध को दफा नह ॊ सकता अबी बी जगत सचचा रग यहा ह कपय बी वह फवदध को दफा नह ॊ सकता इसस ईदवय क भाग ऩय ऩहॉच हो इसीलरए सतसॊग औय वदानत भ रचच हो यह ह जगतरऩी चह का परबाव जमादा होता तो फवदधरऩी तरफलर दफी यहती ह

शचजसकी इशचनिमाॉ वश भ हो जाती ह उसकी फवदध ऩयभातभा भ परनतवदषत हो जाती ह

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पर ndash ईदवय क ऩयामण नह ॊ हए तो कमा होगा कयोडो रोगो की तयह हभ बी ऐस ह खाम वऩम औय शचजम तो कमा होगा

उ ndash ईदवय ऩयामण न होन स ववषमो का चचनतन होगा ववषमो क चचनतन स काभना उठगी काभना ऩय होगी तो आसकति होगी काभना ऩय नह ॊ होगी तो करोध होगा करोध होगा तो फवदध का नाश होगा फवदध का नाश हआ तो सवनाश हआ

जो बगवान का चचनतन नह ॊ कयगा उसको सॊसाय का चचनतन होगा सॊसाय का चचनतन होगा तो ऩदाथ ऩान की इचछा होगी ऩदाथ लभरग तो छट न जाम इसकी चचनता होगी नह ॊ लभरग तो जो अडचन डारत ह उन ऩय करोध होगा करोध होगा तो फवदध की मोगमता ीण हो जामगी मोगमता ीण हई तो भोह होगा भोह सफ वमाचधमो का भर ह कपय फनगा व फनगा घोडा फनगा बसा जो आदभी ववषम ववकायो भ पॉ सा यहता ह उसकी फवदध दफी यहती ह ठीक स काभ नह ॊ दती

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पर ndash ऩतन ककसका नह ॊ होता

उ ndash वशीबत अॊतकयण वारा ऩरष याग-दरष स यदहत औय अऩनी वशीबत इशचनिमो क दराया ववषमो का आचयण कयता हआ बी परसननता को परादऱ होता ह वह उनभ रऩामभान नह ॊ होता उसका ऩतन नह ॊ होता शचजसका चचतत औय इशचनिमाॉ वश भ नह ॊ ह वह चऩ होकय फठ तो बी सॊसाय का चचनतन कयगा ऻानी सॊसाय भ फठ हए बी अऩन सवरऩ भ डट यहत ह

बायत क बतऩव यादसऩनत डॉ शरीयाधाकषणन अचछ चचनतक भान जात ह उनहोन एक कहानी लरखी ह

एक बदठमाया था उसको हय योज सवपन आता कक भ चकरवती समराट हॉ वह अऩना काभ ननऩटाकय जलद -जलद सो जाता उस भधय सवपनरोक भ जान क लरए फाहय क जगत भ वह बदठमाया था खान-ऩीन को बी ऩमादऱ नह ॊ था गजाया चरान क लरए फडा ऩरयशरभ कयना ऩडता था रककन धीय-धीय वह सवपन भ सखी होन रगा तो फाहय क जगत भ रचच कभ होन रगी

परनतददन सवपन भ दखता कक भ चकरवती समराट फन गमा हॉ छोट-छोट याजा रोग भय आऻा भ चरत ह छनन-छनन कयत ह य जवाहयात क गहनो स सजी ररनाएॉ चॉवय डरा यह ह

एक ददन सवपन भ वह फाथरभ जान उठा तो ऩास भ जरती हई बटठी भ ऩय ऩड गमा जरन क भाय चचलरा उठा सो तो यहा था बदटठमो क फीच रककन सवपन दख यहा था कक समराट ह इसलरए वह सखी था

ककसी बी ऩरयशचसथनत भ आदभी का भन जसा होता ह सख-द ख उस वस ह परतीत होत ह ऻानी का भन ऩयबरहम भ होता ह तो व सॊसाय भ यहत हए सफ वमवहाय कयत हए बी ऩयभ सखी ह बरहमऻान भ भसत ह

आदभी का शय य कहाॉ ह इसका अचधक भलम नह ॊ ह उसका चचतत कहाॉ ह इसका अचधक भलम ह भॊददय भ फठा ह ऩजाय सोच यहा ह कक कफ फायह फज औय रडड रकय ऩजारयन क ऩास जाऊॉ तो वह भॊददय भ नह ॊ ह ऩजारयन क ऩास ह चचतत ऩयभातभा भ ह औय आऩ सॊसाय भ यहत ह तो आऩ सॊसाय भ नह ॊ ह ऩयभातभा भ ह

परबातकार भ उठो तफ आॉख फनद कयक ऐसा चचनतन कयो कक भ गॊगाककनाय ऩय गमा ऩववि गॊगाभमा भ गोता रगामा ककसी सॊत क चयणो भ लसय झकामा उनहोन भझ भीठी ननगाहो स ननहाया

ऩाॉच लभनट ऐसा भधय चचनतन कयो आऩका रदम शदध होन रगगा बाव ऩववि होन रगगा

सफह उठकय दख हए लसनभा क दशम माद आम आहाहा वह भय ऩास आमी भझस लभर आदद आदद तो दखो सतमानाश हो जामगा कलऩना तो भन स होगी रककन तन ऩय बी परबाव ऩड जामगा कलऩना भ ककतनी शकति ह

सॊत-भहातभा-सदगर-ऩयभातभा क साथ ववचयत ह सभाचध रगात ह उनका सभयण-चचनतन कयत ह तो रदम आनशचनदत होता ह

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पर ndash ककसकी फवदध शचसथय नह ॊ यहती

उ ndash जो असॊमभी ह गर क ऻान को ऩचाता नह ॊ ह उसकी फवदध शचसथय नह ॊ यहती जो सॊमभी ह गरभख ह उसकी फवदध शदध सॊमभी औय दढ ननदळमी हो जाती ह

फवदध का शचसथय होना फहत फडी उऩरशचबध ह उसभ असीभ शकति आ जाती ह शचसथय फवदध वारा मदद सॊकलऩ कय द तो साया याजम फदर जाम ऐसी ताकत होती ह शचसथय फवदधवार भ वह वयदान द सकता ह जो न कय याभ वह कय ककननायाभ शचसथय फवदध वार भ इतना परबाव होता ह खदा बी ऩछ कक फनदा अफ तय कमा यजा ह शचसथय फवदध होना फचचो का खर नह ॊ वह फडा भहान काम ह याजा होना इतनी भहतता नह ॊ यखता याजा बी शचसथय फवदध वार क चयणो भ ऩड जाम तो याजा ननहार हो जाम भहवष वलशदष शचसथय फवदध वार थ याजा दशयथ उनक चयणो भ ऩड तो बगवान याभ को परकट होना ऩडा मह ह शचसथय फवदधवारो का चभतकाय अबी तक याजा दशयथ का नाभ जनता की शचजहवा ऩय नाच यहा ह उस सभम भ औय बी कई याजा होग न रककन दशयथ जी शचसथयफवदधवार आऩ तो ननहार हो ह जात ह रककन उनकी शयण जान वार का बी ककतना कलमाण हो जाता ह भतॊग ऋवष शचसथय फवदध क थ शफय बीरनी उनकी शयण गई ककतनी ऊॉ चाई परादऱ कय र उसन उस जभान क याजाओॊ को बी हभ रोग इतना नह ॊ जानत शचजतना शफय को जानत ह

भतॊग ऋवष न शफय स कह ददमा कक तझ याभ लभरग शफय न मह नह ॊ ऩछा कक सचभच लभरग गर न कह ददमा फात ऩय हो गई शरदधा हो तो शफय जसी भय भ मोगमता नह ॊ ह ndash ऐसा शफय न कहा नह ॊ गरजी न कह ददमा तो फात ऩककी हो गई मोगमता ह नह ॊ ह वह गर जान

दोष इतना दोष नह ॊ शचजतना दोषो को अऩना भानना औय ईदवय क यासत अऩन को अमोगम भानना दोष ह

अनकरभ

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जनक-ववचाय

जनक अऩन भन को सभझात ह- ऐ भन त शानत हो जा ऐ चचतत तया चरना ह सॊसाय का होना ह सॊसायरऩी चकर

को योकन क लरए नालबरऩी चचतत को योकना आवशमक ह ह भय चचतत त शानत हो जा याजम तया नह ॊ ऩि-ऩरयवाय तया नह ॊ मह शय य बी तया नह ॊ शचजसका सफ कछ ह वह ऩयभातभा तया ह ऐ भय चचतत त उसी ऩयभातभा भ शानत हो जा तया बरा होगा

जनक अऩन भन को फाय-फाय सभझात ह जमो-जमो भानलसक चचनतन कयत हए चचतत को सभझात ह तमो-तमो जनक का चचतत ऩयभातभा क ननकट उस अनतमाभी आतभदव क ननकट ववशराशचनत ऩाता ह जनक क कभ कटत ह जनक सचभच जीवन क पर को ऩात ह

वलशदषजी कहत ह- ह याभजी कपय उस भह ऩनत न अऩन भन स कहा ऐ भय भन आज तक भ तय कहन भ यहा औय जनभ-जनभानतय स बटकता यहा ऐ

भय चचतत तन जो कहा वह भन सवीकाय ककमा तन जो वासना की वह भन ऩण की रककन त बी अऻान की आग भ वासना की बटटी भ जरता आमा ह औय भझ बी त जराता आमा ह ऐ भय भन अफ त शानत ऩद का आशरम र जस ऻानवान सॊत ऩरष आतभ-ववचाय कयत शानत ऩद का आशरम रकय सॊसाय-सभि स तय जात ह त बी उस आतभऩद का आशरय़ र त बी जगत क चचनतन भ उदास होकय ननशचदळॊत सवरऩ आतभा भ डफ जा ऐ भय भन आज तक तया कहना भानकय भ बटक यहा था अफ त एक फाय भया कहना भानकय तो दख शासतर क वचन का कहना भानकय तो दख ऐसा द ख नक भ बी नह ॊ जसा चॊचर चचतत भ होता ह ऐसा सख सवग औय वकणठ भ बी नह ॊ जसा सख ननदळर चचतत भ परकट होता ह ऐ चचतत तया चॊचर होना तया औय भया ववनाश ह तया शचसथय होना फडा ऩाय होन का हत ह ऐ भय चचतत त भान जा इसी भ तया कलमाण ह

उस भह ऩनत न अऩन चचतत को फाय-फाय सभझामा कछ णो क लरए तो चचतत ऩयभातभ-शाशचनत भ डफा सा ददखा कपय आॉख खोरकय फाहय सवदश को ननहायन रगा भहायाज जनक न कपय आॉखो को रकषम कयक सभझामा

ह चॊचर नि तभ फाहय का जगत अऩन बीतय बयत हो शरोि औय नि तभ इस जीव को फड धोख क जगत भ र जात हो तभ दोनो क दराया जगत बीतय आता ह जमो ह जगत बीतय आता ह तमो ह चचतत की चॊचरता फढती ह यातरि को सो जात ह तो आॉख औय कान क दराया जगत बीतय नह ॊ आता चचतत परकनत भ र न हो जाता ह सफह फडी शाशचनत औय

ताजगी का अनबव होता ह परकनत भ र न हआ चचतत शय य को जया सी ताजगी दता ह वह चचतत मदद धमान कयक आतभा भ र न हो जाम तो जीवन ऩया ताजा फना दता ह तभ तो ऩय ऩावन हो ह जात हो तमहाय सॊग भ आन वार वमकति बी ननषऩाऩ होकय ऩावन हो जात ह

ऐ भय चचतत तया सचचा याजम तो आतभा का याजम ह इस जनकऩय भ तो कई याजा आम शचजसन याजम ककमा वह जनक कहरामा त कफ तक इस जठी ऩरथवी का गव कयक अऩन को याजा भानगा त इस ऩरथवी का ऩनत नह ॊ भदहऩनत नह ॊ त तो इस ऩरथवी का एक गरास भाि ह तय जस तो कई याजा आ-आकय इस ऩरथवी भ दपनाम गम उनकी हडकतडमाॉ बी गर गई

भाट कह कमहाय स त कमा यौद भोम एक ददन ऐसा आमगा भ यौदगी तोम

भदहऩनत अऩन चचतत को सभझाता ह ऐ चचतत त ऩयभातभा की शाशचनत भ शानत हो जा नह ॊ तो ऋवष रोग भय हाॉसी कयग कहग सभझदाय होकय भखो की नाई आमषम तरफता ददमा फवदधभान होकय ऩशओॊ की नाई शय य को ऩारन-ऩोषन भ जीवन गॉवा ददमा ऐ भय भन शचजस ऩयभातभा न तझ अनयाग का दान ददमा ह उसस सॊसाय क ववषम त कमा भाॉगता ह उसस नदवय चीजो की चाह त कमो कयता ह

शचजसन अनयाग का दान ददमा उसस कभ भाॉग रजाता नह ॊ

अऩनाऩन बर सभाचध रगा

मह वऩम का ववमोग सहाता नह ॊ नब दख ऩमोधय शाभ ढर

कमो लभट उसभ लभर जाता नह ॊ चगता ह चकोय अॊगाय

परयमाद ककसी को सनाता नह ॊ अफ सीख र भौन का भॊि नमा

अफ वऩम का ववमोग सहाता नह ॊ ऐ चचतत त भौन का भॊि र र बीतय ह बीतय उस ऩाय की शाशचनत का अनबव कय

कपय ऩता चरग कक ककतना खजाना तय बीतय छऩा ह

सॊञा सखणा कोई नह ॊ सफक बीतय रार भयख गरॊचथ खोर नह ॊ कयभी बमो कॊ गार

कभी कभकाणड भ पॉ सा ह भख फवकपी भ पॉ सा ह कोई-कोई भाई का रार कभो स औय फवकपी स फचकय ननषकभ तवव भ गोता भायता ह ननशचषकरम चतनम भ अऩन आऩको खो दता ह उऩननषद कहत ह-

मतो वाचो ननवतनत अपरापम भनसा सह जहाॉ वाणी नह ॊ ऩहॉचती भन स जो परादऱ नह ॊ होता फवदध जहाॉ स रौटकय आती ह ऐस

आतभदव को जो बागमवान ऩाता ह वह कपय ककसी स बमबीत नह ॊ होता भतम बी उसका कछ तरफगाड नह ॊ सकती भतम शय य की होती ह आतभऻानी उस भतम को बी दखता ह

ऐ चचतत त बरहमऻान ऩा र तय चॊचरता लभटत ह ऩयबरहम ऩयभातभा का अनबव होन रगगा आज तक भ तया कहना भानता आमा हॉ आज त भया कहना भान त शानत हो जा

वलशदषजी कहत ह- ह याभजी इस परकाय भदहऩनत जनक फाय-फाय अऩन चचतत को अनतभख फना यह ह चचतत को अनतभख कयत-कयत बरहमशचसथनत का ऩयभातभ-शाशचनत का अनबव ककमा

नि खोर फाहय ननहाया जगत की ओय इतन भ दालसमाॉ हाथ जोडकय खडी हो गई कक भहायाज सनान कयन का सभम हआ ह यतनजकतडत सवण क करशो भ बया ववववध तीथो का जर औय वददक भनिोचचाय कयत बराहमण इॊतजाय कय यह ह

जनक न कहा अफ भन आतभजर भ नहा लरमा ह शय य को तीथ क जर भ नहरा दता हॉ अफ भ फाहय चदशा करॉ तो मह शय य की चदशा ह भय नह ॊ नहाना-धोना खाना-ऩीना याजकाज कयना म सफ कभ शय य क ह भया कोई कभ नह ॊ भया तो कततवम ह उस परब भ भसत यहना भन कयन मोगम सफ कभ कय लरम ऩारन मोगम धभ ऩार लरम अऩन घय भ घय ऩा लरमा

इस परकाय बऩनत को ऩयभातभ-शाशचनत का अनबव हआ

ह याभ जी मथामोगम वमवहाय कयो रककन चचतत स सदा आतभऩद भ शचसथनत कयो चचतत भ एक फाय आतभ-शाशचनत का सवाद आ जाम तो कपय सॊसाय भ कोई सख तमह परबाववत नह ॊ कयगा

जस अभत तस ववष घाट जसा भान तसा अऩभाना

हष शोक जाॉक नह ॊ वय भीत सभान कह नानक सन य भना भि ताॉदह त जान

एक फाय चचतत ऩयभातभ-शाशचनत का अनबव कय कपय तमहाय चचतत भ तमहाय अनतकयण भ सॊसाय की सतमता नदश हो जामगी

अनकरभ

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भाभकॊ शयणॊ वरज

जीव भाि का दहत कवर इसी फात भ ह कक वह ककसी औय का सहाया न रकय कवर बगवान की ह शयण र र बगवान क शयण होन क लसवाम जीव का कह ॊ बी ककॊ चचत भाि बी नह ॊ ह कायण मह ह कक जीव साात ऩयभातभा का अॊश ह इसस वह ऩयभातभा को छोडकय औय ककसी का सहाया रगा तो वह सहाया दटकगा नह ॊ जफ सॊसाय की कोई बी वसत वमकति घटना ऩरयशचसथनत अवसथा आदद शचसथय नह ॊ ह तो कपय इनका सहाया कस शचसथय यह सकता ह इनका सहाया तो यहगा नह ॊ कवर चचनता शोक द ख आदद यह जामग

अशचगन स अॊगाय दय हो जाता ह तो वह कारा कोमरा फन जाता ह ऩय वह कोमरा जफ ऩन अशचगन स लभर जाता ह तो वह अशचगनरऩ फन जाता ह औय अॊगाय होकय चभक उठता ह

ऐस ह मह जीव बगवान स ववभख हो जाता ह तो वह फाय-फाय जनभता-भयता औय द ख ऩाता यहता ह ऩय जफ वह बगवान क समभख हो जाता ह अननम बाव स बगवान की शयण भ हो जाता ह तो वह बगवतसवरऩ फन जाता ह औय चभक उठता ह इतना ह नह ॊ ववदव का बी कलमाण कयन वारा हो जाता ह

साधक को सफस ऩहर भ बगवान का हॉ इस परकाय अऩन अहॊता को फदर दना चादहए कायण कक तरफना अहॊता क फदर साधन सगभता स नह ॊ होता औय अहॊता क फदरन ऩय साधन सगभता स सवाबाववक ह होन रगता ह

वववाह हो जान ऩय कनमा अऩनी अहॊता को फदर दती ह कक भ तो ससयार की ह हॉ औय वऩता क कर का समफनध तरफलकर छट जाता ह ऐस ह साधक को अऩनी अहॊता फदर दनी चादहए कक भ बगवान का हॉ औय बगवान भय ह भ सॊसाय का नह ॊ हॉ औय सॊसाय भया नह ॊ ह अहॊता क फदरन ऩय भभता बी अऩन आऩ फदर जाती ह

भ परब क चयणो भ ह ऩडा हआ हॉ ndash ऐसा भन भ बाव यखत हए जो कछ अनकर मा परनतकर ऩरयशचसथनत साभन आ जाम उसभ बगवान का भॊगरभम ववधान भानकय ऩयभ परसनन यह

बगवान क दराया भय लरम जो कछ बी ववधान होगा वह भॊगरभम हो होगा ऩय ऩरयशचसथनत भय सभझ भ आम मा न आम मह फात दसय ह ऩय बगवान का ववधान तो भय लरए कलमाणकाय ह ह इसभ कोई सनदह नह ॊ इसलरए जो कछ होता ह वह भय कभो का पर नह ॊ ह परतमत बगवान क दराया कऩा कयक कवर भय दहत क लरए बजा हआ ववधान ह

बगवान पराणीभाि क ऩयभ सरद होन स अनकर मा परनतकर ऩरयशचसथनत बजकय पराखणमो क ऩणम-ऩाऩो का नाश कयक उनह ऩयभ शदध फनाकय अऩन चयणो भ खीॊच यह ह ndash इस परकाय दढता स बाव होना ह बगवान क चयणो भ शयण रना ह

सवमॊ बगवान क शयणागत हो जाना मह समऩण साधनो का साय ह इसभ शयणागत बि को अऩन लरए कछ बी कयना शष नह ॊ यहता जस ऩनतवरता सतरी का अऩना कोई काभ नह ॊ यहता वह अऩन शय य की साय-सॉबार बी ऩनत क नात ऩनत क लरए ह कयती ह वह घय कटमफ वसत ऩि-ऩिी औय अऩन कहरानवार शय य को बी अऩना नह ॊ भानती परतमत ऩनतदव का ह भानती ह शचजस परकाय ऩनतवरता ऩनत क ऩयामण होकय ऩनत क गोि भ ह अऩना गोि लभरा दती ह औय ऩनत क ह घय ऩय यहती ह उसी परकाय शयणागत बि बी शय य को रकय भान जान वार गोि जानत नाभ आदद को बगवान को चयणो भ सभवऩत कयक ननशचदळॊत ननबम ननशोक औय ननशॊक हो जाता ह बगवान शरीकषण अजन स कहत ह-

सवधभानऩरयतमजम भाभकॊ शयणॊ वरज समऩण धभो का आशरम धभ क ननणम का ववचाय छोडकय कवर एक भय ह शयण भ

आ जा

महाॉ परदल होता ह कक धभ अथात कततवम धभ का सवरऩ स तमाग भाना जाम नह ॊ धभ का सवरऩ स तमाग कयना न तो गीता क अनसाय ठीक ह औय न वह परसॊग क अनसाय ह ठीक ह बगवान की फात सनकय अजन न कततवम धभ का तमाग नह ॊ ककमा ह अवऩत करयषम वचनॊ तव कहकय बगवान की आऻा क अनसाय कततवम कभ का ऩारन कयना सवीकाय ककमा ह

भाभकॊ शयणॊ वरज का तातऩम भन-फवदध क दराया शयणागनत को सवीकाय कयना नह ॊ ह अवऩत सवमॊ को बगवान की शयण भ जाना ह कमोकक सवमॊ की शयण होन ऩय भन फवदध इशचनिमाॉ शय य आदद बी उसी भ आ जात ह अरग नह ॊ यहत

बगवान क शयण होन क फाद बी तमहाय बावो ववततमो आचयणो आदद भ पक नह ॊ ऩडा सधाय नह ॊ हआ बगवतपरभ बगवददशन आदद नह ॊ हए औय अऩन भ अमोगमता अनचधकायता ननफरता आदद भारभ होती ह तो बी उनको रकय तभ चचनता मा बम भत कयो कमोकक बगवान कहत ह कक जफ तभ भय अननम शयण हो गम तो वह कभी तमहाय कभी कस यह उसका सधाय कयना तमहाया काभ कस यहा वह कभी भय कभी ह उसका सधाय कयना भया काभ यहा तमहाया तो फस एक ह काभ ह ननशचदळॊत ननशोक ननबम औय ननशॊक होकय यहना ह अगय तय भ चचनता बम वहभ आदद दोष आ जामग तो व शयणागनत भ फाधक हो जामग औय सफ बाय तय ऩय आ जामगा शयण होकय अऩन ऩय बाय रना शयणागनत भ करॊक ह

ववबीषण बगवान शरीयाभ क चयणो की शयण हो जाता ह तो कपय ववबीषण क दोषो को बगवान अऩन ह दोष भानत ह एक सभम ववबीषण जी सभि क इस ऩाय आम वहाॉ ववपरघोष नाभक गाॉव भ उनस एक अऻात बरहमहतमा हो गई इस ऩय वहाॉ क बराहमणो न इकटठ होकय ववबीषण को खफ भाया-ऩीटा ऩय व भय नह ॊ कपय बराहमणो न उनह जॊजीयो स फाॉधकय जभीन क बीतय एक गपा भ र जाकय फनद कय ददमा याभ जी को मह ऩता रगा तो व ऩषऩक ववभान क

दराया ततकार वहाॉ ऩहॉच बराहमणो न याभ जी का फहत आदय-सतकाय ककमा औय कहा कक भहायाज इसन बरहमहतमा कय द ह इसको हभन फहत भाया ऩय मह भया नह ॊ

बगवान याभ न कहा ह बराहमणो ववबीषण को भन कलऩ तक की आम औय याजम द यखा ह वह कस भाया जा सकता ह औय उसको भायन की जरयत ह कमा ह वह तो भया बि ह बि क लरए भ सवमॊ भयन को तमाय हॉ हभाय महाॉ ववधान ह कक दास क अऩयाध की शचजमभवाय उसक सवाभी ऩय होती ह सवाभी ह उसक दणड का ऩाि होता ह इसलरए ववबीषण क फदर भ आऩ रोग भय को ह दणड द

बगवान की मह शयणागत-वतसरता दखकय सफ बराहमण आदळम कयन रग औय उन सफ न बगवान की शयण र र

भ बगवान का हॉ औय बगवान भय ह ndash इस अऩन ऩन क सभान मोगमता ऩािता अचधकायता आदद कछ बी नह ॊ ह मह समऩण साधनो का साय ह छोटा-सा फचचा बी अऩनऩन क फर ऩय ह आधी यात भ साय घय को नचाता ह जफ वह यात भ योन की ठान रता ह तो साय घयवार उठ जात ह औय उस रयझात ह

इसलरए शयणागत बि को अऩनी मोगमता आदद की तयप न दखकय बगवान क साथ अऩन अऩनऩन की तयप ह दखत यहना चादहए

इसी दऴोक भ बगवान कहत ह कक भा शच त शोक भत कय भय शयण होकय बी ऩया ववदवास बयोसा न यखना औय चचनता कयना मह भय परनत अऩयाध ह अऩन दोषो को रकय चचनता कयना वासतव भ अऩन फर का अलबभान ह कमोकक दोषो को लभटान भ अऩनी साभरथम भारभ दन स ह उनको लभटान की चचनता होती ह हाॉ अगय दोषो को लभटान भ चचनता न होकय द ख होता ह तो द ख होना इतना दोष नह ॊ ह जस छोट फारक क ऩास कतता आता ह तो वह कतत को दखकय योता ह चचनता नह ॊ कयता ऐस ह दोषो का न सहाना दोष नह ॊ ह रककन चचनता कयना दोष ह

शयणागत होन क फाद बि को रोक ऩयरोक सदगनत-दगनत आदद ककसी बी फात की चचनता नह ॊ कयनी चादहए

बगवान क समफनध की दढता होन ऩय जफ सॊसाय शय य का आशरम सवथा नह ॊ यहता तफ जीन की आशा भयन का बम कयन का याग औय ऩान की रारच ndash म चायो ह नह ॊ यहत कमोकक अऩन ऩरयशचचछनन भ को उस अखणड वमाऩक भ अवऩत कय ददमा जफ तक ऩरयशचचछनन अहॊ फना यहता ह तफ तक चचनता औय बम फना यहगा उस वमाऩक सशचचचदानॊद ऩयभातभा भ ऩरयऩण बरहम भ अऩन भ को सभवऩत कय दना तरिगणातीत होना ह बगवान की शयण का भतरफ मह नह ॊ कक ककसी परनतभा क चयणो भ लसय टकत यहना अवऩत बरहमवतता गरओॊ स बगवततवव का ऻान ऩाकय अऩन ऩरयशचचछनन भ को वमाऩक सशचचचदानॊद ऩयभातभा भ र न

कयना जस घटाकाश अऩन को भहाकाशसवरऩ सभझ र ऐस ह जीव अऩन वासतववक लशवसवरऩ को सभझ र

बगवान की भनत की शयण तो कमा बगवान क साकाय साशचननधम भ अजन था रककन जफ ऻा उऩदश स अजन का भोह नदश हआ औय अऩन सवरऩ की सभनत आमी तबी वह धनम हआ

बगवान भ तय शयण हॉ भ तय शयण हॉ मह बाव तो ठीक ह रककन अऩन दह की खणडता ऩरयशचचछननता औय नदवयता भ जो अऩना अहॊबाव ह भ ऩना रगा ह उसको वहाॉ स हटाकय बगवान की अखणडता वमाऩकता अवऩशचचछननता औय ननतमता भ रगाना ह बगवान क शयण होना ह

शयणागत बि भ मह एक फात आती ह कक अगय भया जीवन परब क रामक सनदय औय शदध नह ॊ फना तो बिो की फात भय आचयण भ कहाॉ आमी नह ॊ आमी कमोकक भय ववततमाॉ ठीक नह ॊ यहती वासतव भ भय ववततमाॉ ह ndash ऐसा भानना ह दोष ह ववततमाॉ उतनी दोषी नह ॊ ह

भन फवदध इशचनिमाॉ शय य आदद भ जो भयाऩन ह मह गरती ह कमोकक जफ भ बगवान की शयण हो गमा औय जफ सफ कछ उनको सभवऩत कय ददमा तो भन फवदध आदद भय कहाॉ यह अत शयणागत को भन फवदध आदद की अशवदध की चचनता कबी नह ॊ कयनी चादहए भय ववततमाॉ ठीक नह ॊ ह ndash ऐसा बाव कबी नह ॊ राना चादहए ककसी कायणवश अचानक ऐसी ववततमाॉ आ बी जाम तो आतबाव स ह भय नाथ ह भय परबो फचाओ फचाओ फचाओ ऐस परब को ऩकायना चादहए कमोकक व सवसभथ सवाभी ह तो चचनता कमो कयना

आचयणो की कभी होन स बीतय स बम ऩदा होता ह औय साॉऩ तरफचछ फाघ आदद स फाहय स बम ऩदा होता ह शयणागत बि क म दोनो ह परकाय क बम लभट जात ह इतना ह नह ॊ भतम का बम बी जो फड-फड ववदरानो को बी होता ह वह बम बी सवथा लभट जाता ह

भय ववततमाॉ खयाफ हो जामगी ndash ऐस बम का बाव बी साधक को बीतय स ननकार दना चादहए कमोकक भ बगवान की कऩा भ तयानतय हो गमा हॉ अफ भझ ककसी फात का बम नह ॊ ह इन ववततमो को अऩनी भानन स ह भ इनको शदध नह ॊ कय सका कमोकक इनको भय भानना ह भलरनता ह

एक ववतत उठी दसय ववतत उठन को ह उसक फीच की अवसथा बगवान का वासतववक सवरऩ ह न कक म ववततमाॉ

चतन ववभर सहज सख यालश जीव चतन ह ववभर ह सहज सख-सवरऩ ह नाहक ऩयशानी भोर रता ह जो बगवान

की शयण होकय अऩन को जीव भानता ह उसकी फवदध हॉसन मोगम ह उसका ननणम हासमासऩद ह

इसलरए अफ भ कबी बी ववततमो को अऩनी नह ॊ भानॉगा जफ ववततमाॉ भय ह ह नह ॊ तो भझको बम ककस फात का अफ तो कवर बगवान की कऩा ह कऩा ह वह सवि ऩरयऩण हो यह ह मह फडी खशी की परसननता की फात ह इस परकाय साधक को ननबम औय ननशचदळॊत हो जाना चादहए

बम ऩयाम स होता ह आतभीम स नह ॊ होता बम दसय स होता ह अऩन स नह ॊ होता ददरतीमादर बमॊ बवनत परकनत का काम शय य सॊसाय ददरतीम ह इसलरए इनस समफनध यखन ऩय ह बम होता ह कमोकक इनक साथ सदा समफनध यह ह नह ॊ सकता कायण मह ह कक परकनत औय ऩरष का सवबाव सवथा लबनन-लबनन ह एक जड ह दसया चतन एक ववकाय ह दसया ननववकाय एक ऩरयवतनशीर ह दसया अऩरयवतनशीर एक परकाशम ह दसया परकाशक लभरथमा औय ऩरयवतनशीर को सतम भानन स बम होता ह अऩन सतम सवरऩ को सवीकाय कय रो बम छट जामगा जीवो बरहमव नाऩय जीव बरहम स अरग था नह ॊ ह नह ॊ हो सकता नह ॊ सफ द खो का भर अऻान ह अऻान हटा ददमा कक जीव न अऩन सवरऩ को ऩा लरमा ईदवय क अननम शयण हो गमा

बगवान ऩयाम नह ॊ ह व तो आतभीम ह जीव उनका सनातन अॊश ह उनका सवरऩ ह उनकी शयण होन ऩय भनषम सदा क लरए ननबम हो जाता ह फचच को भाॉ स दय होन ऩय तो बम होता ह ऩय भाॉ की गोद भ चर जान ऩय उसका बम लभट जाता ह कमोकक भाॉ उसकी अऩनी ह बगवान का बि इसस बी ववरण होता ह फचच औय भाॉ भ तो बदबाव ददखता ह ऩय बि औय बगवान भ बदबाव समबव ह नह ॊ ह

बगवान बि क अऩनऩय को ह दखत ह गणो औय अवगणो को नह ॊ सवरऩ स बि सदा स ह बगवान का ह औय गण दोष आगनतक ह इसलरए बगवान की दवदश इस वासतववकता ऩय ह सदा जभा यहती ह जस कीचड आदद स सना हआ फचचा जफ भाॉ क साभन आता ह तो भाॉ की दवदश कवर अऩन फचच की तयप ह जाती ह फचच क भर की तयप नह ॊ फचच की दवदश बी अऩन भर की तयप नह ॊ जाती भाॉ साप कय मा न कय फचच की दवदश भ तो भरा ह ह नह ॊ उसकी दवदश भ तो कवर भाॉ ह ह िौऩद क भन भ ककतना दरष औय करोध बया हआ था कक जफ द शासन क खन स अऩन कश धोऊॉ गी तबी कशो को फाॉधगी ऩयनत िौऩद जफ बी बगवान को ऩकायती ह बगवान चट आ जात ह कमोकक बगवान क साथ िौऩद का परगाढ अऩनाऩन था

साधक को चादहए कक वह बगवान की भजी स सवथा अऩनी भजी लभरा द बगवान ऩय अऩना ककॊ चचत बी आचधऩतम न भान अवऩत अऩन ऩय ऩया आचधऩतम भान भ बगवान का हॉ तो बगवान भय लरम जसा ठीक सभझ वसी ह ननसॊकोच होकय कय कह ॊ बी बगवान हभाय भन की कय तो उसभ सॊकोच हो कक भय लरए बगवान को ऐसा कयना ऩडा मदद अऩन भन की फात ऩय होन स सॊकोच नह ॊ होता अवऩत सॊतोष होता ह तो मह शयणागनत नह ॊ ह शयणागत

बि शय य इशचनिमाॉ भन फवदध क परनतकर ऩरयशचसथनत भ बी बगवान की भजी सभझकय परसनन यहता ह

बिो की या ददशो का ववनाश औय धभ की सथाऩना ndash इन तीन फातो क लरए सभम-सभम ऩय बगवान अवताय रत ह इन तीन फातो भ कवर बगवान का कमा परमोजन लसदध होता ह कछ नह ॊ व तो कवर पराणीभाि क कलमाण क लरए ह म तीनो काभ कयत ह इसस बगवान की सवाबाववक आतभीमता कऩारता वपरमता दहतवषता सरदता औय ननयऩ उदायता ह लसदध होती ह

बि को अऩनी सफ चचनताएॉ बगवान ऩय ह छोड दनी चादहए बगवान दशन द मा न द परभ द मा न द ववततमो को ठीक कय मा न कय हभ शदध फनाम मा न फनाम ndash मह सफ बगवान की भजी ऩय छोड दना चादहए उस तो तरफलर का फचचा फनना चादहए तरफलर का फचचा अऩनी भाॉ ऩय ननबय यहता ह तरफलर चाह जहाॉ यख चाह जहाॉ र जाम तरफलर अऩनी भजी स फचच को उठाकय र जाती ह तो वह ऩय सभट रता ह ऐस ह शयणागत बि सॊसाय की तयप स अऩन हाथ-ऩय सभटकय कवर बगवान का चचनतन नाभ-जऩ आदद कयत हए बगवान की तयप ह दखता यहता ह वह जो कछ काभ कयता ह उसको बगवान का ह सभझकय बगवान की ह शकति भानकय बगवान क ह लरए कयता ह अऩन लरए ककॊ चचनभाि बी नह ॊ कयता बगवान का जो ववधान ह उसभ ऩयभ परसनन यहता ह अऩन भन को कछ बी नह ॊ रगाता

जस कमहाय ऩहर लभटटी को लसय ऩय उठाकय राता ह तो कमहाय की भजी गीरा कयक यौदता ह तो कमहाय की भजी चकक ऩय चढाकय घभाता ह तो कमहाय की भजी लभटटी कबी कछ नह कहती कक तभ घडा फनाओ सकोया फनाओ भटकी फनाओ कमहाय चाह जो फनाम उसकी भजी ह

ऐस ह शयणागत बि अऩनी कछ बी भजी भन की फात नह ॊ यखता वह शचजतना अचधक ननशचदळॊत औय ननबम होता ह बगवतकऩा उसको अऩन आऩ उतना ह अचधक अऩन अनकर फना रती ह औय शचजतनी वह चचनता कयता ह अऩना फर भानता ह उतना ह वह आती हई बगवतकऩा भ फाधा रगाता ह शयणागत होन ऩय बगवान की ओय स जो ववरण ववचचि अखणड अटट कऩा आती ह अऩनी चचनता कयन स उस कऩा भ फाधा रग जाती ह

सॊसाय औय बगवान इन दोनो की समफनध तो तयह का होता ह सॊसाय का समफनध कवर भाना हआ ह औय बगवान का समफनध वासतववक ह सॊसाय का समफनध तो भनषम को ऩयाधीन फनाता ह गराभ फनाता ह ऩय बगवान का समफनध भनषम को सवाधीन फनाता ह चचनभम फनाता ह बगवान का बी भालरक

ककसी फात को रकय अऩन भ कछ बी अऩनी ववशषता ददखती ह वह वासतव भ ऩयाधीनता ह मदद भनषम ववदया सॊऩवतत तमाग वयागम आदद ककसी फात को रकय अऩनी

ववशषता भानता ह तो मह उन ववदया आदद की ऩयाधीनता दासता ह ह जस कोई धन को रकय अऩन को ववशष भानता ह तो मह ववशषता वासतव भ धन की ह हई खद की नह ॊ वह अऩन को धन का भालरक भानता ह ऩय वासतव भ वह धन का गराभ ह

परब का मह कामदा ह कक शचजस बि को अऩन भ कछ बी ववशषता नह ॊ ददखती अऩन भ ककसी फात का अलबभान नह ॊ होता उस बि भ बगवान की ववरणता उतय आती ह ककसी-ककसी भ महाॉ तक ववरणता आती ह कक उसक शय य इशचनिमाॉ भन फवदध आदद पराकत ऩदाथ बी चचनभम फन जात ह उनभ जडता का अतमनत अबाव हो जाता ह ऐस बगवान क परभी बि बगवान भ ह सभा गम ह अनत भ उनक शय य नह ॊ लभर जस भीयाफाई शय य सदहत बगवान क शरीववगरह भ र न हो गई कवर ऩहचान क लरए उनकी साडी का छोटा-सा छोय शरीववगरह क भख भ यह गमा औय कछ नह ॊ फचा ऐस ह सॊत शरी तकायाभ जी शय य सदहत वकणठ चर गम

ऻानभाग भ शय य चचनभम नह ॊ होता कमोकक ऻानी असत स समफनध-ववचछद कयक असत स अरग होकय सवमॊ चचनभम तवव भ शचसथत हो जाता ह ऩयॊत जफ बि बगवान क समभख होता ह तो उसक शय य इशचनिमाॉ भन पराण आदद सबी बगवान क समभख हो जात ह तातऩम मह हआ कक शचजनकी दवदश कवर चचनभम तवव ऩय ह ह शचजनकी दवदश भ चचनभम तवव स लबनन जडता की सवतनि सतता ह नह ॊ होती तो वह चचनभमता उनक शय य आदद भ बी उतय आती ह औय व शय य आदद चचनभम हो जात ह हाॉ रोगो की दवदश भ तो उनक शय य भ जडता ददखती ह ऩय वासतव भ उनक शय य चचनभम होत ह

बगवान की सवथा शयण हो जान ऩय शयणागत क लरए बगवान की कऩा ववशषता स परकट होती ह ऩय भाि सॊसाय का सनहऩवक ऩारन कयन वार औय बगवान स अलबनन यहन वार वातसलमभमी भाता रकषभी का परब-शयणागत ऩय ककतना अचधक सनह होता ह व ककतना अचधक पमाय कयती ह इसका कोई बी वणन नह ॊ कय सकता रौककक वमवहाय भ बी दखन भ आता ह कक ऩनतवरता सतरी को वऩतबि ऩि फहत पमाया रगता ह

परभबाव स ऩरयऩण परब जफ अऩन बि को दखन क लरए ऩधायत ह तो भाता रकषभी बी परब क साथ आती ह ऩयनत कोई बगवान को न चाहकय कवर भाता रकषभी को ह चाहता ह तो उसक सनह क कायण भाता रकषभी बी आ जाती ह ऩय उनका वाहन ददवानध उलर होता ह ऐस वाहनवार रकषभी को परादऱ कयक भनषम बी भदानध हो जाता ह अगय उस भाॉ को कोई बोगमा सभझ रता ह तो उसका फडा बाय ऩतन हो जाता ह कमोकक वह तो अऩनी भाॉ को ह कदवदश स दखता ह इसलरए वह भहान अधभ ह

जहाॉ कवर बगवान का परभ होता ह वहाॉ तो बगवान स अलबनन यहन वार रकषभी बगवान क साथ आ ह जाती ह ऩह जहाॉ कवर रकषभी की चाहना ह वहाॉ रकषभी क साथ बगवान बी आ जाम मह ननमभ नह ॊ ह

शयणागनत क ववषम भ एक कथा आती ह सीताजी याभ जी औय रकषभणजी जॊगर भ एक व क नीच फठ थ उस व की शाखाओॊ औय टहननमो ऩय एक रता छाई हई थी रता क कोभर-कोभर तनत पर यह थ उन तनतओॊ भ कह ऩय नमी-नमी कोऩर ननकर यह थीॊ औय कह ॊ ऩय तामरवण क ऩतत ननकर यह थ ऩषऩ औय ऩततो स रता छाई हई थी उसस व की सनदय शोबा हो यह थी व फहत ह सहावना रग यहा था उस व की शोबा को दखकय बगवान शरीयाभ रकषभण जी स फोर दखो रकषभण मह रता अऩन सनदय-सनदय पर सगशचनधत पर औय हय -हय ऩवततमो स इस व की कसी शोबा फढ यह ह जॊगर क अनम सफ व ो स मह व ककतना सनदय ददख यहा ह इतना ह नह ॊ इस व क कायण ह साय जॊगर की शोबा हो यह ह इस रता क कायण ह ऩश-ऩी इस व का आशरम रत ह धनम ह मह रता

बगवान शरीयाभ क भख स रता की परशॊसा सनकय सीताजी रकषभण स फोर दखो रकषभण बमा तभन खमार ककमा कक नह ॊ दखो इस रता का ऊऩय चढ जाना

पर ऩततो स छा जाना तनतओॊ का पर जाना म सफ व क आचशरत ह व क कायण ह ह इस रता की शोबा बी व क ह कायण ह अत भर भ भदहभा तो व की ह ह आधाय तो व ह ह व क सहाय तरफना रता सवमॊ कमा कय सकती ह कस छा सकती ह अफ फोरो रकषभण जी तमह ॊ फताओ भदहभा व की ह हई न व का सहाया ऩाकय ह रता धनम हई न

याभ जी न कहा कमो रकषभण मह भदहभा तो रता की ह हई न रता को ऩाकय व ह धनम हआ न

रकषभण जी फोर हभ तो एक तीसय ह फात सझती ह

सीता जी न ऩछा वह कमा ह दवय जी

रकषभणजी फोर न व धनम ह न रता धनम ह धनम तो मह रकषभण ह जो दोनो की छामा यहता ह

बगवान औय उनकी ददवम आहलाददनी शकति दोनो ह एक दसय की शोबा फढात ह कोई उन दोनो को शरदष फताता ह कोई कवर बगवान को शरदष फताता ह औय कोई कवर उनकी आहलाददनी शकति को शरदष फताता ह शयणागत बि क लरए तो परब औय उनकी आहलाददनी शकति दोनो का ह आशरम शरदष ह

जफ भनषम बगवान की शयण हो जाता ह उनक चयणो का सहाया र रता ह तो वह समऩण पराखणमो स ववघन-फाधाओॊ स ननबम हो जाता ह उसको कोई बी बमबीत नह ॊ कय सकता कोई बी कछ तरफगाड नह ॊ सकता

बगवान क साथ काभ बम दरष करोध सनह आदद स बी समफनध कमो न जोडा जाम वह बी जीव का कलमाण कयन वारा ह होता ह

कवर एक बगवान की शयण होन का तातऩम ह ndash कवर बगवान भय ह अव व ऐदवम-समऩनन ह तो फडी अचछी फात ह औय कछ बी ऐदवम नह ॊ ह तो फडी अचछी फात व फड दमार ह तो फडी अचछी फात औय इतन ननदषय कठोय ह कक उनक सभान दननमाॉ भ कोई कठोय ह नह ॊ तो बी फडी अचछी फात उनका फडा बाय परबाव ह तो फडी अचछी फात औय उनभ कोई परबाव नह ॊ हो तो बी फडी अचछी फात शयणागत भ इन फातो की कोई ऩयवाह नह ॊ होती उसका तो एक ह बाव यहता ह कक बगवान जस बी ह हभाय ह बगवान की इन फातो की ऩयवाह न होन स बगवान का ऐदवम भाधम सौनदम गण परबाव आदद चर जामग ऐसी फात नह ॊ ह ऩय हभ उनकी ऩयवाह नह ॊ कयग तो हभाय असर शयणागनत होगी

बगवान क परनत बिो क अरग-अरग बाव होत ह कोई कहता ह कक दशयथ जी की गोद भ खरनवार जो याभरारा ह व ह हभाय इदश ह याजाचधयाज याभचनिजी नह ॊ छोटा सा याभरारा कोई बि कहता ह कक हभाय इदश तो रडडगोऩार ह ननद क रारा ह व बि अऩन याभरारा को ननदरारा को सॊतो स आशीवाद ददरात ह तो बगवान को मह फहत पमाया रगता ह तातऩम ह कक बिो की दवदश बगवान क ऐदवम की तयप जाती ह नह ॊ

सॊत कहत ह कक अगय बगवान स लभरना हो तो साथ भ साथी नह ॊ होना चादहए औय साभान बी नह ॊ होना चादहए साथी औय साभान क तरफना बगवान स लभरो जफ साथी सहाया साथ भ ह तो तभ कमा लभर बगवान स औय भन फवदध ववदया धन आदद साभान साथ भ फॉधा यहगा तो उसका ऩयदा यहगा ऩयद भ लभरन थोड ह होता ह साथ भ कोई साथी औय साभान न हो तो बगवान स जो लभरन होगा वह फडा ववरण औय ददवम होगा

कछ बी चाहन का बाव न होन स बगवान सवाबाववक ह पमाय रगत ह भीठ रगत ह शचजसभ चाह नह ॊ ह कोई आकाॊा इचछा नह ॊ ह वह बगवान का खास घय ह बगवान क साथ सहज सनह हो सनह भ कछ लभरावट न हो कछ बी चाहना न हो जहाॉ कछ बी चाहना हो जाम वहाॉ परभ कसा वहाॉ तो आसकति वासना भोह भभता ह होत ह

बगवान एक फाय बि को खीॊच र तो कपय छोड नह ॊ बगवान स ऩहचान न हो तफ तक तो ठीक ह अगय उसस ऩहचान हो गई तो कपय भाभरा खतभ कपय ककसी काभ क नह ॊ यहोग तीनो रोको भ ननकमभ हो जाओग

हाॉ जो ककसी काभ का नह ॊ होता वह सफ क लरए सफ काभ का होता ह ऩयॊत उसको ककसी स कोई भतरफ नह ॊ होता

शयणागत बि को बजन नह ॊ कयना ऩडता उसक दराया सवत सवाबाववक बजन होता ह बगवान का नाभ उस सवाबाववक ह फडा भीठा पमाया रगता ह जस दवास अऩन आऩ चरता यहता ह दवास क तरफना हभ जी नह ॊ सकत ऐस ह शयणागत बि बजन क तरफना नह ॊ यह सकता

शचजसको सफ कछ अवऩत कय ददमा उसक ववसभयण भ ऩयभ वमाकरता भहान छटऩटाहट होन रगती ह नायदबकति सि भ आमा ह तददरसभयण ऩयभ वमाकरतनत ऐस बि स अगय कोई कह कक आध ण क लरए बगवान को बर जाओ तो तीनो रोको का याजम लभरगा तो वह इस ठकया दगा बागवत भ आमा ह

तीनो रोको क सभसत ऐदवम क लरए बी उन दवदरब बगवचचयणकभरो को जो आध ननभष क लरए बी नह ॊ तमाग सकत व ह शरदष बगवदबि ह

बगवान कहत ह- सवमॊ को भझ अवऩत कयन वारा बि भझ छोडकय बरहमा का ऩद इनि का ऩद समऩण ऩरथवी का याजम ऩातारादद रोको का याजम मोग की सभसत लसवदधमाॉ औय भो को बी नह ॊ चाहता

अनकरभ

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ण का बी परभाद भतम ह

ह चतनम दव त इस ववसतत जगत को द घ कार स चरा आता भत सभझ त ऐसा खमार भत कय फठना कक भया ऩव जनभ था औय वहाॉ ककम हए ऩाऩ ऩणमो क परसवरऩ मह वततभान जनभ हआ ह औय इस वततभान जनभ भ कभ उऩासनादद साधन-सॊऩनन होकय ऻान परादऱ करॉ गा औय भो का बागी फनॉगा भझस ऩथक अनम रोग बी ह शचजनभ स कोई भि ह कोई फदध ह

पमाय अनतकयणरऩी गपा भ फठकय इस परकाय का ववचाय भत कयना कमोकक मह साया ववदव सवपनवत ह जस ण बय स तझको सवपन भ ववसतीण सॊसाय ददख जाता ह औय उस ण क ह अनदय त अऩना जनभादद भान रता ह वस ह मह वततभान कार का जगत बी तया ण बय का ह परभाद ह

वपरम आतभन न तया ऩहर जनभ था न वततभान भ ह औय न आग होगा मदद णभाि क लरए अऩन आसन स हटगा अऩन आऩको सवरऩ भ शचसथत न भानगा परभाद कयगा तो वह परभाद ववसतीण जगत हो बासगा पमाय त अऩन आऩको भन फवदध आदद क छोट स आॉगन भ भत सभझ जस भहान सभि भ छोट फडी अनक तयॊग ऩदा औय नदश होती यहती ह वस ह अनॊत अनॊत भन फवदध आदद तयॊग तझ भहासागय भ ऩदा हो होकय नदश होती यहती ह भन फवदध की कलऩना ह सॊसाय ह नह ॊ नह ॊ भन-फवदध ह सॊसाय ह इनस लबनन सॊसाय की सतता ककॊ चचत भाि बी नह ॊ ह भन फवदध की बी अऩनी अरग सतता नह ॊ ह तय ह सतता स भन फवदध बासत ह जस भरबलभ भ यत ह जर होकय बासती ह वस त ह जगत होकय बास यहा ह जस यत सदव यत ह ह कपय बी दय स जर नजय आता ह वस ह त चतनम आतभा सदव

जमो का तमो एकयस ननववकाय अखणड आननदघन ह ऩयॊत भन-फवदध भ स जगत होकय बासता ह दख बाषमकाय सवाभी कमा कहत ह

भयमखणडसखाममोध फहधा ववदववीचम उतऩदयनत ववर मनत भामाभारतववभरभात

भझ अखणड आननद सवरऩ आतभारऩी सागय भ भामारऩी ऩवन स भराॊनत क कायण अनक-अनक ववदवरऩी तयॊग उतऩनन हो यह ह औय ववर न हो यह ह

अनकरभ

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ना कयो नीॊद स पमाय याजा बतहरय कहत ह कक भन बोग नह ॊ बोग बोगो न भझ बोग लरमा सभम न भझ

काट लरमा फीभाय का इराज तो हो सकता ह ऩयनत वदधावसथा को आन स कोई बी नह ॊ योक सकता साया ददन ननयाकाय स ह रन दन ह सख बी ननयाकाय ह औय द ख बी ननयाकाय ह कचच खणक वयागम स तो कलमाण नह ॊ हो सकता जस अधकचची चीज खान स कदश होता ह

आग जरानी ह तो पॉ कन वार जरा सकन वार न जरा जफ तक खद नह ॊ आती तफ तक खदा का ऩता नह ॊ रगता सवाभी याभ को उसकी

आतभा की रगन खीॊच यह थी उनहोन अनायकर क बय फाजाय भ अऩन फचचो क हाथो स उॉगलरमाॉ खीॊच र ॊ औय आतभदव की भसती भ भसत हो गम चर जान की ताकत आ गई

कार का ऻात औय अऻात रऩ हभ पाड ननगर यहा ह हभ सबी नासभझ फनकय फयहभ दननमा की वसतओॊ स परभ का नाटक खर यह ह

एक फाय एक सादहतमकाय साथी स ऩछा गमा बाई तभ आज इतन ऩयशान कमो ददखाई दत हो

जीवन-सॊचगनी क ननवाचन भ घयफाय छोड चका हॉ कमोकक वह जीवन औय भतम भ बी भया साथ ननबामगी सॊसाय की कोई शकति भय सभीऩ आन स उस नह ॊ योक सकगी

कछ ददनो क फाद व बावक कराकाय ऩागरखान भ ह बगवान क पमाय हो गम कमोकक जीवन सॊचगनी न अऩना घय उनक लरम नह ॊ छोडा इसीलरए तो फदध न सॊऩण सतम क लरम घय छोडा मशोधया औय याहर को छोड ददमा मह कहत-कहत कक ओ णबॊगय बव याभ-याभ बतहरय न याजम लसॊहासन छोडा इसी सतम-अनवषण क लरए कक परभ का अभय सॊदश कहाॉ ह औय वह अनत भ लभरा आतभ-साातकाय भ

बरा इस सॊसाय क सवाथ बय कण-कण भ बी याहत ह नह ॊ कोभरता ह नह ॊ सतमता ह नह ॊ मह जानत हए बी भोहऩाश भ भानव की भहाकामा कमो सभादहत ह कमो

आफदध ह इसका एक ह कायण ह भनषम अऩन चचय सनातन ववचायरऩी धन को इस सॊसाय भ बर फठा ह अबाव बी तरफना ववचाय क भतम ह औय वबव बी भौत की ह ननशानी ह

भानव तरफना आतभफोध क सॊसाय भ सॊसाय क कण-कण भ भौत का फरावा द यहा ह

वववक जागन का भाग ह गर क दय ऩय झक जाओ औय अनतभख हो जाओ सॊत नसखा फतात ह कक सॊसाय का शहॊशाह फनन क लरए उस अननदश को सवीकाय कयो ववचाय कयक अगय ऩरयशचसथनत नह ॊ सॉबरती तो अननदश होना ह ह

जो भसकया सकता ह वह अभीय ह जो योता ह वह गय फ ह फाहय कभया तो वातानकर ह ऩय ददर चचनतातय ह तभन तो ददर भ अॊगीठी सरगाई हई ह ऐ ऩयभदवय की जात त तो रहानी नय ह शकर कय कक त ह त ह तो जवान ह औय अबी भौत क वायनट जाय नह ॊ हए लभटटी क द ऩक भ तर जर यहा ह औय तर भ फतती ह त पट ऩयान कऩडो भ बी ऩयभदवय की ओय बाग सकता ह

शचजनकी टाॉग टट हई ह हाथ टट हए ह उनहोन ह अननदश सवीकाय कय लरमा ह चचनता ऩरयशचसथनत क अधीन नह ॊ चचनता आदत ह

मा कोई द वाना हॉस मा शचजस त तौकपक द वयना इस दननमाॉ भ यहक भसकया सकता ह कौन

मा तो ऩागर हॉसता ह मा शचजसको त बकति की भसती द वह हॉसता ह नह ॊ तो सॊसाय भ हॉसना फडा कदठन ह

तन तो मॉ ह खमारो का फोझा लसय ऩय उठामा हआ ह जस गाडी ऩय फठ आदभी न लसय ऩय फोझा यकखा हो इसलरए अनतय स शनम होकय आतभा का धमान चचनतन कय तया बरा होगा

अनकरभ

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आतभ-ननदषा वपरम साधक फहत परमास कयन ऩय बी भन शानत नह ॊ होता ववततमाॉ शचसथय नह ॊ होती

तमहाय साधना ननषपर सी बास यह ह अहॊकाय ववर न होन क फदर ठोस होता चरा जा यहा ह कोई उऩाम नह ॊ नजय नह ॊ आता

दख एक यहसम सभझ र मदद त भन की ववततमाॉ स डयकय उनको शचसथय कयन का उऩाम कयगा तो भन जमादा ऩदश होता जामगा अहॊकाय खडा ह यहगा कमोकक वासतव भ व तय ह सतता स शचजनद ह इसलरए त भन औय भन की सवव यज तभोगणवार ववततमो को लभरथमा

जानकय उनकी तयप स फऩयवाह हो जा ऐसा कयन ऩय भन अऩन आऩ शानत हो जामगा कमा तन फहसऩनत क ऩि कच का हार नह ॊ सना

कच न फहत वषो तक अहॊकाय को ननवतत कयन का परमतन ककमा औय अहॊकाय अचधक ऩदश होता गमा तफ दवगर फहसऩनत न उस कहा ऩि मह अहॊकाय तझ आतभा भ लभरथमा सपया ह उसका कमा उऩाम कयता ह उसको लभरथमा जान लभरथमा क लरए ऩरयशरभ भत कय ऐसा उऩदश सनकय कच को ऻान हो गमा औय वह जीवनभि होकय ववचया

अत ह अहॊकाय क ऩीछ डॊडा रकय बागन वारो डॊड को प क दो कमो लभरथमा शरभ कयत हो माद यखो शचजस सभम तभ अहॊ को लभरथमा जान रोग उसी ण वह ननवतत हो जामगा यजज का सऩ राठी स नह ॊ भयगा उसक लभरथमातव क ऻान स ह उसकी तातकालरक ननववतत होती ह

ववततमो को सदा क लरए शचसथय कयन की भहनत भत कयो सव ववततमो का जो परकाशक ह अचधदषानरऩ तमहाया आतभा ह उस जान रो आतभननदष हो यहो औय ववततमो की ऩयवाह भत कयो ववततमाॉ अऩन आऩ शानत होती जामगी

अनकरभ

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धमान-सॊकत

परातकार भ बराहम भहत भ सनान-शौचादद स ननवतत होकय अऩन साधना क आसन ऩय फठ जाओ धऩ-द ऩ स हो सक तो ताज परो स वातावयण को भहका दो ऩदमासन लसदधासन मा सखासन भ फठकय थोड पराणामाभ कयो आनतय कमबक औय फदहकमबक क साथ तरिफनध कयो कपय शानत होकय फठ जाओ आॉख फनद कयो दवदश आऻाचकर भ शचसथय कयो अथवा ऊऩय ववशार गगन की ओय उठाओ आॉखो की ऩतलरमाॉ ऊऩय की ओय खीॊचो कपय दढ बावना कयो कक

भराधाय चकर भ सषदऱ ऩडी हई शकति जगकय ऊधवगाभी हो यह ह ऊऩय उठ यह ह औय ऊऩय औय ऊऩय नालब कनि रदम औय भशचसतषक की शकतिमाॉ ऊऩय उठ यह ह ऊऩय औय ऊऩय औय ऊऩय शाफाश चचततववततमाॉ ऊऩय जा यह ह गगन क उस ऩाय ऩहॉच यह ह

शचजस परकाय तजसवी ऩामरट अऩन हलरकापटय को ऊऩय र जाता ह इसी परकाय तभ अऩनी शकतिमो को ऊऩय र जाओ दढ बावना कयो कक तभ ऊऩय उठ यह हो तमहाया भन ऊऩय उठ यहा ह तमहाय ववचाय ददवम हो यह ह ॐॐॐ

गयदन सीधी यखो शय य सवसथ औय टटटाय दवदश औय आॉखो की ऩतलरमाॉ ऊऩय की तयप तमहाय सॊऩण शकतिमाॉ ऊऩय की ओय उठ यह ह अनबव कयत चरो कक अऩन आतभा की शकतिमो का ववकास हो यहा ह तमहाय भन औय फवदध का ववकास हो यहा ह भन भजफत हो यहा ह ॐॐॐ

सॊकलऩ कयत जाओ कक अफ तभ हलक रोगो क सॊग नह ॊ कयोग ववषमी रोगो क सॊऩक स दय यहोग ददवम ईदवय म भाग ऩय चरन वार साधक रोगो स ह दोसती यखोग

तभ ऋवष-भननमो क वॊशज हो तमहाय लरम आतभा क परकाश भ ह ववचयना शोबनीम ह तभ उस आतभगगन भ गनतभान हो यह हो आनतरयक शकतिमो को खोजन क लरए अदबत साहस लभर यहा ह ॐॐॐ

हभाया जीवन ऩववि हो यहा ह औय सदा क लरए ऩववि यहगा बीतय की शकतिमाॉ ऊऩय उठ यह ह हभाया साधनारऩी हवाई जहाज उततयोततय ऊऩय जा यहा ह फरगाडी हजाय सार चर कपय बी सागय क ऩाय नह ॊ जा सकती रककन हवाई जहाज उड तो ऩाॉच घणट भ ह दश-ववदश की मािा कया द इसी परकाय तभ ऩयभातभा की ओय मािा कयन क लरए ऊऩय उठ यह हो

ऊऩय उठो औय ऊऩय तभ ककसक लशषम हो मह ऩता ह न हभ दफर जीवन नह ॊ तरफताना ह तभ ककन पराचीन ऋवष-भननमो क वॊशज हो तमह ऩता ह न

फर आतभफर

तमहाय भानलसक शकतिमो का ववकास हो यहा ह तमहाय फवदध खखर यह ह तमहाय ऊऩय ऩयभातभा की कऩा फयस यह ह ॐॐॐ

तमहाय शकतिमो का वाममान ऊॉ च उड यहा ह तमहाय जीवन का हलरकॉपटय ऊऩय की ओय मािा कय यहा ह ॐॐॐ

अफ तमहाया परगाढ धमान रग यहा ह ॐ शाशचनत शाशचनत शाशचनत

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

चचततववशराशचनत-परमोग

चचतत क उऩशभ क लरए एक परमोग खफ उऩमि ह

ककसी सवचछ एकानत सथान भ कमफर मा टाट का आसन तरफछाकय उस ऩय रट जाओ अफ शय य को खफ खीॊचो ऩय स लसय तक तभाभ अॊगो को कसयत लभर जाम यगयग को वमामाभ लभर जाम इस परकाय शय य को तनाव दो जस कतता मा तरफलर अऩन शय य को रमफा कयक खीॊचत ह वस दो ढाई लभनट तक हाथ ऩाॉव को पराकय खफ खीॊचो नस-नाकतडमाॉ जो काभ न कयती हो व बी काभ कयन रग जाम

दो ढाई लभनट क फाद शय य को खीॊचना छोड दो सफ अॊगो को ढ र छोड दो एकदभ शानत ऩड यहो शचजहवा को भख स फाहय ननकारकय दाॉतो स हलकी सी दफाओ होठो को फनद यखो दोनो हाथो की ऩहर उॊगर अॉगठ स दफाओ इस परकाय ऻानभिा भ औय ववशराशचनत भिा शवासन का परमोग कयो ऻानभिा स ऻानतॊतओॊ को ऩवदश लभरती ह थोडी दय क फाद अगय ऻानभिा भ औय शचजहवा को फाहय यखन भ ऩरयशरभ जसा भहसस हो तो दोनो को छोड दो तरफलकर सवाबाववक आयाभदामक शचसथनत रग इस परकाय हाथो को घटनो की ओय परा दो तन औय भन को ऩण आयाभ कयन दो

अऩन चचतत को ककसी बी परकाय क चचनतन की फकतडमाॉ न ऩहनाओ चचतत को ननशचदळॊत कय दो मदद कोई चचनतन होन रग तो उस चचनतन को सावधान होकय ननहायत जाओ दवासोचवास को ननहायत जाओ जस बगवान ववषण ीय सागय भ मोगननिा भ ववयाजभान ह वस तभ बी अऩन साधना क आसन ऩय मोगननिा भ ववशराशचनत ऩात जाओ बावना कयत जाओ कक हभ आयाभ ऩा यह ह अऩन अनतमाभी याभ भ

इस सभम आऩका कोई कततवम नह ॊ कोई चचनता नह ॊ आऩ ऩण आयाभ ऩा यह हो चचतत को ववशराशचनत क परसाद भ ऩावन होन दो

मह चचवततशराशचनत परमोग तभाभ परकाय क दोषो को दय कयन भ सहाम दगा इसस अचछ-अचछ ववचाय उतऩनन होत ह औय आयोगम ऩदश होता ह

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

पराथना-ननझय

ऩयभातभ-चतनम भ अननत अननत परकाय की ववततमाॉ उठती ह औय अननत परकाय स सतता सपनत औय साभरथम लभरता ह कपय बी जो ऩण का ऩण ह उस ऩण ऩरषोततभ का हभ धमान कयत ह

सॊसाय की वासना स बटकत जीवो को जनभ-भयण क चकर स फचान क लरए शचजस ऩयभातभा न सतशासतरो औय सतऩरषो का साशचननधम ददमा उस ऩयभ सरद ऩयभातभा का हभ धमान कयत ह अफोध फारक को कीतन धमान बकति मोग क ऩववि साधन दकय शचजस ऩयभातभा न अऩना साातकाय कयान की वमवसथा यखी ह उस ऩयभातभा को हभ पमाय कयत ह औय उसी भ हभ ववशराभ ऩात ह

शचजस पमाय ऩयभातभा न हभ भानवदह ददमा सदफवदध दो शरदधा द सतसॊग भ जान की परयणा द उस ऩयभ सरद ऩयभातभा को हभ पमाय कयत ह उस परब की कऩा स हभाय ऩाशवी ववततमाॉ फदरकय आतभालबभख हो यह ह सनह क सागय उस ऩयभातभा को पराथना कयत ह कक ह

परब हभाय ववततमाॉ उततयोततय आऩक अलबभख होती यह औय एक ददन ऐसा आ जाम कक उन सफ ववततमो स ऩाय होकय ववततमो क आधायसवरऩ आऩ ऩयभातभा भ हभाया अहॊ ववरम हो जाम आऩकी ऩयभ चतना भ ऩयभ शाॊनत भ ऩयभ पमाय भ ऩयभ साभरथम भ आऩक ऩयभ सनदय सवरऩ भ हभाय भन की ववततमाॉ शानत हो जाम हभाय चचतत की चतना शचजस सतता स आती ह उस ऩयभ सतता भ हभ जलद स जलद ववशराशचनत ऩाम

हभ परनतददन भौत की तयप सयक यह ह ह जीवनदाता परब ह अभय आतभदव ह ऩयभातभ दव ह गरदव हभ भौत क ऩहर अभयता का अऩन असर सवरऩ का साातकाय कय र अऩन आऩको जान र अनमथा जगत का सफ जाना हआ अनजाना हो जामगा जगत का ऩामा हआ सफ ऩयामा हो जामगा ऐसी घकतडमाॉ आमगी कक हभ अऩन घय भ ह ऩयाम हो जामग अऩन ऩरयवाय ह ऩयाम हो जामग अऩन रयशत-नातो भ ह ऩयाम हो जामग रोग हभ शभशान भ र जामग चचता की बबकती आग इस शय य को जरामगी शय य को अशचगन जराम उसक ऩहर ह परब तमहाय ऻानाशचगन स हभाय भभताएॉ औय आसकतिमाॉ जर जाम ह गरदव आऩक उऩदश क परबाव स हभाया अहॊ फाचधत हो जाम रोग हभ शभशान भ छोड जाम उसक ऩहर हभ तभ तक ऩहॉच जाम ह परब तभ दमा कयना अऩन घय भ हभ ऩयाम हो जाम उसस ऩहर हभ तय घय ऩहॉच जाम तय दराय ऩहॉच जाम ह दवश ह जगद श असतो भा सदगभम तभसो भा जमोनतगभम भतमोभाऽभतॊ गभम

हभ असत आसकतिमो स फचा हभ असत वासनाओॊ स फचा हभ असत अहॊकाय स फचा असत समफनधो स हभ फचा असत इचछाओॊ स फचा ह भय सतम-सवरऩ परभ-सवरऩ आननद-सवरऩ ईदवय ह अनतमाभी ह भीया क कनहमा ह शफय क याभ ह नाभदव क ववटठर ह धनना क ठाकयजी ह मोचगमो की आतभा तय अननत नाभ ह अननत रऩ ह भ नह ॊ जानता तझ ककस ववचध रयझाऊॉ रककन त तो जानता ह

ह दमाननध परबो हभ असतम स ननकर सक मह हभाय फस की फात नह ॊ रककन तय करणा ऩय बयोसा ह तय कऩा ऩय बयोसा ह त हभ असतम अहॊकाय स असतम आसकतिमो स फचाकय ऩाय रगा द हभाय जीवन नमा असतम अहॊकाय स असतम आसकतिमो स असतम दह की भभता स हभाया जीवन फयफाद हआ जा यहा ह असतम ऩदाथो भ हभाया आमषम नदश हो यहा ह हभ अनधकाय स फचाकय अऩन परभ परकाश की ओय र चर ऻान-परकाश की ओय र चर अहॊ बरहमाशचसभ क खजान की ओय र चर

हभ कफ तक इस बवाटवी भ बटकना ऩडगा कफ तक सॊसाय क समफनधो भ उरझना ऩडगा कफ तक सॊसाय की सयकती हई चीजो क ऩीछ फयफाद होना ऩडगा

ह ऩयभातभा त हभ फर द त हभ अऩन सवबाव भ सभा र

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

हो गई यहभत तय ह पमाय सदगर ऩयभातभा भझ अऩनी आतभ-भसती भ थाभ रो भ सॊसारयमो क अऻान

भ कह ॊ फदर न जाऊॉ भोह-भभता भ कह ॊ कपसर न जाऊॉ

जसीॊ शचजम जान यह जसीॊ तन भ पराण यह परीत सॊधी डोय तो ऩास सयधी यह

डऩ आह भख इहो वञजो भताॊ तो खाॊ भाॊ ववछडी अञाॊ परीत सॊधी डोय सजण आह कचडी

जोयसाॊ जरजा अञाॊ नॊढडो ह फारक तफ तक जी भ जान ह तन भ पराण ह तफ तक भय साधना की डोय भय परीनत की

डोय तय तयप सयकती यह सयकती यह

इस फात का त खमार यखना

आ जया ननाॊ क सदक भझको सदगर थाभर ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

शचजसन फीजो को जभीन भ फो ददमा उसक फीज अननत गन हो गम रककन शचजसन फीजो को नतजोय भ फनद कयक यख ददमा उसक फीज सड गम

जीवन एक बीतय की फहती धाया ह फीज ऩषऩ खखरान क लरम ह ऐस ह आनतरयक फीज आतभऻान का पर खखरान क लरए ह ह इस सीॊचत यहना सावधानी क साथ छोट सकोभर ऩौधो की सया कयत यहना कह ॊ तमहाय साधना क ऩौध ऩषऩो भ ऩरयणत हए तरफना उखाड न ददम जाम इसलरए साधना क सॊसकायो को सॉबारत यहना आहाय की शवदध वमवहाय की शवदध ववचाय की शवदध का खमार यखना परनतददन थोडा फहत अभमास कयत यहना तो म सॊसकायरऩी फीज ऩौधो भ ऩरयणत होत जामग औय ऩौध ऩषऩ दन रगग

ऻान की चचनगाय को पॉ कत यहना जमोनत जगात यहना परकाश फढात यहना ऻानभत क आचभन को दरयमा क रऩ भ फदरत यहना सयज की ककयण को सयज की खफय तक र जाना सदगरओॊ क परसाद को सतम की परानदऱ तक ऩचात यहना

फडी कीभती करणा-कऩा ऩयभातभा की ह सहज भ लभर हई इस ददवम चीज का कह ॊ अनादय न कय फठना तरफना परमास क लभर हई भलमवान चीज का कह ॊ गलती स अऩवमम न कय फठना तरफना शरभ क ऩाम हए ह यो का भलम कह ॊ कॊ कडो स न कय फठना

शचजसक लरए हभ यात-यात बय जग थ घय फाय छोडकय गरओॊ क दराया ऩय बाग थ वह चीज आऩको सहज भ लभर यह ह इसका अनादय भत कय दना इसकी कीभत कह ॊ छोट भत कय दना गरओॊ क परसाद को फढात यहना सॉबारत यहना हाहा ह ह भ कह ॊ इस अभत को तरफखय भत दना

दननमाॉ क चाय ऩसो की रारच भ इस आधमाशचतभक कोह नय को कह ॊ फच भत दना साया ववदव दाॉव ऩय रग जाम कपय बी मह आधमाशचतभक साधना का ह या तमहाया अनभोर यतन ह साय ऩरथवी बी इसका फदरा नह ॊ चका सकती ह

वह ऩयभातभा का धन तमहाय रदम भ परववदश होता यह इस आतभ-खजान का तभ खमार यखना इसकी फडी समहार यखना मह ईदवय म अभानत तमह ददर की झोर भ द जा यह ह उस रौटाओ तो अचधक कयक रौटाना मह ऐसा खजाना ह कक शचजतना ददमा जा यहा ह उसस अननत गना रौटान ऩय बी तमहाय ऩास यततीबय कभ न होगा ऐसी अनठी मह अभानत ह

आधमाशचतभक सॊसकायो क फीज अदबत ढॊग स पट ननकरत ह औय अदबत ढॊग स ववसताय को ऩात ह

साकी की पमार ऩीकय खद भमखाना हो गमा हॉ वऩमा तो पमार बय शयाफ रककन हो गमा शयाफखाना लरमा तो चलर बय रककन हो

गमा सागय

ऩीकय शयाफ भलशद भ खद भखाना हो गमा हॉ मो व बरहमव जानानत तषाॊ दवानाॊ फलरॊ ववहनत

जो उस बरहम ऩयभातभा को जानता ह दवता रोग बी उसका ऩजन कयत ह शकर का आदय-ऩजन इनिदव कयत ह कमोकक शकर बरहमवतता का लशषम ह ऻानी का लशषम बी इनिदव दराया ऩजा जाता ह अगय तभ ऻानी फन जाओग अऩन आतभ-खजान को ऩा रोग तो ककतनी गरयभा होगी

बरकय बी इस खजान का भलम छोटा न कयना कह ॊ सॊसाय की नौकय चाकय को इतना भलम न द फठना कक इस अनभोर खजान को बर जाओ सॊसाय क काम-वमवहाय को इतना भलम न दना कक इस वासतववक खजान को सॉबारन का सभम ह न फच तमहाय ऩास ऐसा धोखा तभ भत खाना भन धोखा दगा कमोकक तभ भन क सवाभी होन क यासत जा यह हो भन अऩना जार तरफछामगा कई चार चरगा भन क तरफछाम हए जार भ चगन क लरए अनन नह ॊ ह भोती नह ॊ ह ववष क कण ऩड ह

हो सक तो भौन ह हो जाना नह ॊ तो इशाय स काभ रना फोरना ऩड तो दो चाय शबदो स काभ ऩया कयना बोजन भ एकाध गरास कभ खा रना नीॊद की एकाध झऩकी कभ स रोग तो बी काभ चर जामगा कबी ऐस ददन बी आ जामग कक तभ ऩाॉव ऩसाय कय सदा क लरए सो जाओग दननमाॉ क रोग ऩकायग चचलरामग तो बी तभ आवाज तक नह ॊ दोग भतम की रमफी नीॊद भ जान स ऩहर तभ मोगननिा भ सो रना सोत-सोत भ याभ भ आयाभ ऩा यहा हॉ इस बाव भ सो रना

परबात भ जफ उठो तफ थोडी दय शानत होकय फठ यहना आतभधमान भ गोता भायना फाद भ ह तरफसतय का तमाग कयना नीॊद भ स उठकय चाय-ऩाॉच लभनट आतभ-चचनतन कयत हए तरफसतय ऩय फठ यहना फहत दहतावह ह ॐॐॐ

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

बजन भान कमा शचजस कभ स शचजस शरवण स शचजस चचनतन स शचजस जऩ स शचजस सवा स बगवदाकाय ववतत फन उस बजन कहा जाता ह

सॊसाय की आसकति लभटान क लरए बजन की आसकति अतमॊत आवशमक ह साय ऻानो व फरो का जो आधाय ह वह आतभफर व आतभऻान ऩाना ह जीवन का उददशम हो जीवन का सम ढरन स ऩहर जीवनदाता भ परनतवदषत हो जाओ अनमथा ऩछताना ऩडगा असपरता औय दफरता क ववचाय उठत ह उस बगवननाभ स औय ऩावन ऩसतको क अधममन स हटा ददमा कयो

अम भानव ऊठ जाग अऩनी भहानता को ऩहचान कफ तक बवाटवी भ बटकगा जो बगवान वकणठ भ करास भ औय ऋवषमो क रदम भ ह वह क वह उतन क उतन तय ऩास बी ह ऊठ जाग अऩन पमाय को ऩहचान सतसॊग कयक फवदध को फढा औय ऩयबरहम ऩयभातभा भ परनतवदषत हो जा

शाफाश वीय शाफाश दहमभत साहस जो कछ कय ऩयभातभा को ऩान क लरए कय मह तझ ऩयभातभा भ परनतवदषत ऩरषो तक

ऩहॉचा दगा औय त बी ऩयभातभा भ परनतवदषत हो जामगा

ॐ ऩजमऩाद सॊत शरी आसायाभजी फाऩ क सतसॊग परवचन स ॐ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

अनकरभ

Page 4: आत्भमग - Hariom Group · 2016. 1. 15. · क *ई ऩुि नह 2, भय कई ऩत्नी नह , भया कई ऩनत नह , भया कई बाई

बगवान को ऩदाथ अऩण कयना सवण क फतनो भ बगवान को बोग रगाना अचछ वसतरारॊकाय स बगवान की सवा कयना मह सफ क फस की फात नह ॊ ह रककन अनतमाभी बगवान को पमाय कयना सफ क फस की फात ह धनवान शामद धन स बगवान की थोडी-फहत सवा कय सकता ह रककन ननधन बी बगवान को परभ स परसनन कय सकता ह धनवानो का धन शामद बगवान तक न बी ऩहॉच रककन परलभमो का परभ तो ऩयभातभा तक तयनत ऩहॉच जाता ह

अऩन रदम-भॊददय भ फठ हए अनतयातभारऩी ऩयभातभा को पमाय कयत जाओ इसी सभम ऩयभातभा तमहाय परभपरसाद को गरहण कयत जामग औय तमहाया योभ-योभ ऩववि होता जामगा कर की चचनता छोड दो फीती हई कलऩनाओॊ को फीती हई घटनाओॊ को सवपन सभझो आन वार घटना बी सवपन ह वततभान बी सवपन ह एक अनतमाभी अऩना ह उसी को परभ कयत जाओ औय अहॊकाय को डफात जाओ उस ऩयभातभा की शाशचनत भ

ॐॐॐॐॐॐॐ

हभ शाॊत सखसवरऩ आतभा ह तपान स सयोवय भ रहय उठ यह थीॊ तपान शानत हो गमा सयोवय ननसतयॊग हो गमा अफ जर अऩन सवबाव भ शानत शचसथत ह इसी परकाय अहॊकाय औय इचछाओॊ का तपान शानत हो गमा भया चचततरऩी सयोवय अहॊकाय औय इचछाओॊ स यदहत शानत हो गमा अफ हभ तरफलकर ननसऩॊद अऩनी भदहभा भ भसत ह

भन की भनसा लभट गई बयभ गमा सफ दय गगन भणडर भ घय ककमा कार यहा लसय कट

इचछा भाि चाह वह याजलसक हो मा साशचववक हो हभको अऩन सवरऩ स दय र जाती ह ऻानवान इचछायदहत ऩद भ शचसथत होत ह चचनताओॊ औय काभनाओॊ क शानत होन ऩय ह सवतॊि वामभणडर का जनभ होता ह

हभ वासी उस दश क जहाॉ ऩाय बरहम का खर द मा जर अगभ का तरफन फाती तरफन तर

आननद का सागय भय ऩास था भझ ऩता न था अननत परभ का दरयमा भय बीतय रहया यहा था औय भ बटक यहा था सॊसाय क तचछ सखो भ

ऐ दननमाॉदायो ऐ फोतर की शयाफ क पमायो फोतर की शयाफ तमह भफायक ह हभन तो अफ पकीयो की पमालरमाॉ ऩी र ह हभन अफ याभनाभ की शयाफ ऩी र ह

दय हटो दननमाॉ की झॊझटो दय हटो रयशतनातो की जारो हभन याभ स रयशता अऩना फना लरमा ह

हभ उसी ऩयभ पमाय को पमाय ककम जा यह ह जो वासतव भ हभाया ह

आतभऻान भ परीनत ननयनतय आतभववचाय औय सतऩरषो का साशचननधम ndash मह आतभ-साातकाय की कॉ शचजमाॉ ह

हभ ननसॊकलऩ आतभ-परसाद भ परवश कय यह ह शचजस परसाद भ मोगदवयो का चचतत परसाद ऩाता ह शचजस परसाद भ भननमो का चचतत भननशीर होता ह उस परसाद भ हभ आयाभ ऩाम जा यह ह

तमह भतमदणड की सजा लभरन की तमाय हो नमामाधीश सजा दन क लरए करभ उठा यहा हो उस एक ण क लरए बी मदद तभ अऩन आतभा भ शचसथत हो जाओ तो नमामाधीश स वह लरखा जामगा जो ऩयभातभा क साथ तमहाय नतन शचसथनत क अनकर होगा तमहाय कलमाण क अनकर होगा

द ख का ऩहाड चगयता हो औय तभ ऩयभातभा भ डट जाओ तो वह ऩहाड यासता फदर तरफना नह ॊ यह सकता द ख का ऩहाड परकनत की चीज ह तभ ऩयभातभा भ शचसथत हो तो परकनत ऩयभातभा क खखराप कबी कदभ नह ॊ उठाती धमान भ जफ ऩयभातभ-सवरऩ भ गोता भायो तो बम चचनता शोक भसीफत म सफ कापय हो जात ह जस टॉच का परकाश ऩडत ह ठॉ ठ भ ददखता हआ चोय बाग जाता ह वस ह आतभववचाय कयन स आतभ-बाव भ आन भाि स बम शोक चचनता भसीफत ऩाऩरऩी चोय ऩरामन हो जात ह आतभ-धमान भ गोता रगान स कई जनभो क कभ कटन रगत ह अबी तो रगगा कक थोडी शाशचनत लभर भन ऩववि हआ रककन ककतना अभाऩ राब हआ ककतना कलमाण हआ इसकी तभ कलऩना तक नह ॊ कय सकत आतभ धमान की मकति आ गमी तो कबी बी ववकट ऩरयशचसथनतमो क सभम धमान भ गोता भाय सकत हो

भरफनध उडकतडमान फनध औय जारॊधय फनध मह तीन फनध कयक पराणामाभ कय धमान कय तो थोड ह ददनो भ अदबत चभतकारयक राब हो जामगा जीवन भ फर आ जामगा डयऩोक होना बमबीत होना छोट -छोट फातो भ यो ऩडना जया-जया फातो भ चचनतातय हो जाना मह सफ भन की दफरताएॉ ह जीवन क दोष ह इन दोषो की ननकारन क लरए ॐ का जऩ कयना चादहए पराणामाभ कयना चादहए सतऩरषो का सॊग कयना चादहए

जो तमह शय य स भन स फवदध स दफर फनाम वह ऩाऩ ह ऩणम हभशा फरपरद होता ह सतम हभशा फरपरद होता ह तन स भन स फवदध स औय धन स जो तमह खोखरा कय वह यास ह जो तमह तन-भन-फवदध स भहान फनाम व सॊत ह

जो आदभी डयता ह उस डयान वार लभरत ह

तरिफनध क साथ पराणामाभ कयन स चचतत क दोष दय होन रगत ह ऩाऩ ऩरामन होन रगत ह रदम भ शाशचनत औय आननद आन रगता ह फवदध भ ननभरता आन रगती ह ववघन फाधाएॉ भसीफत ककनाया कयन रगती ह

तभ ईदवय भ डट जाओ तमहाया दशभन वह कयगा जो तमहाय दहत भ होगा ॐ का जऩ कयन स औय सचच आतभवतता सॊतो की शयण भ जान स कदयत ऐसा यॊग फदर दती ह कक बववषम ऊॉ चा उठ जाता ह

अचर सॊकलऩ-शकति दढ ननदळम औय ननबमता होनी चादहए इसस फाधाएॉ ऐसी बागती ह जस आॉधी स फादर आॉधी चर तो फादर कमा दटक ग

भॉह ऩय फठी भकखी जया-स हाथ क इशाय स उड जाती ह ऐस ह चचनता करश द ख रदम भ आम तफ जया सा धमान का इशाया कयो तो व बाग जामग मह तो अनबव की फात ह डयऩोक होन स तो भय जाना अचछा ह डयऩोक होकय शचजम तो कमा शचजम भख होकय शचजम तो कमा शचजम बोगी होकय शचजम तो कमा खाक शचजम मोगी होकय शचजमो बरहमवतता होकय शचजमो ईदवय क साथ खरत हए शचजमो

कॊ जस होकय शचजम तो कमा शचजम लशशऩार होकय शचजम तो कमा शचजम लशशऩार मानी जो लशशओॊ को अऩन फचचो को ऩारन-ऩोसन भ ह अऩना जीवन ऩया कय द बर चाय ददन की शचजनदगी हो चाय ऩर की शचजनदगी हो रककन हो आतभबाव की चाय सौ सार शचजमा रककन अऻानी होकय शचजमा तो कमा खाक शचजमा भजदय की औय भया शचजनदगी जीना तो आतभऻान की

बतकार जो गजय गमा उसक लरम उदास भत हो बववषम की चचनता भत कयो जो फीत गमा उस बरा दो जो आता ह उस हॉसत हए गजायो जो आमगा उसक लरए ववभोदहत न हो आज क ददन भज भ यहो आज का ददन ईदवय क लरए आज खश यहो आज ननबम यहो मह ऩकका कय दो आज योकडा कार उधाय इसी परकाय आज ननबम आज नह ॊ डयत कर तो आमगी नह ॊ जफ कर नह ॊ आमगी तो ऩयसो कहाॉ स आमगी जफ आमगी तो आज होकय ह आमगी

आदभी ऩहर बीतय स चगयता ह कपय फाहय स चगयता ह बीतय स उठता ह तफ फाहय स उठता ह फाहय कछ बी हो जाम रककन बीतय स नह ॊ चगयो तो फाहय की ऩरयशचसथनतमाॉ तमहाय अनकर हो जामगी

ववघन फाधाएॉ द ख सॊघष ववयोध आत ह व तमहाय बीतय की शकति जगान कक लरए आत ह शचजस ऩड न आॉधी-तपान नह ॊ सह उस ऩड की जड जभीन क बीतय भजफत नह ॊ होगी शचजस ऩड न शचजतन अचधक आॉधी तपान सह औय खडा यहा ह उतनी ह उसकी नीॊव भजफत ह ऐस ह द ख अऩभान ववयोध आम तो ईदवय का सहाया रकय अऩन ऻान की नीॊव भजफत कयत जाना चादहए द ख ववघन फाधाएॉ इसलरए आती ह कक तमहाय ऻान की जड गहय जाम रककन हभ रोग डय जात ह ऻान क भर को उखाड दत ह

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

जागो अऩनी भदहभा भ सवाभी याभतीथ क फोरन का सवबाव था कक भ फादशाह हॉ भ शाहो का शाह हॉ

अभरयका क रोगो न ऩछा आऩक ऩास ह तो कछ नह ॊ लसप दो जोडी गरए कऩड ह याजम नह ॊ सतता नह ॊ कछ नह ॊ कपय आऩ शाहो क शाह कस

याभतीथ न कहा भय ऩास कछ नह ॊ इसलरए तो भ फादशाह हॉ तभ भय आॉखो भ ननहायो भय ददर भ ननहायो भ ह सचचा फादशाह हॉ तरफना ताज का फादशाह हॉ तरफना वसतओॊ का फादशाह हॉ भझ जसा फादशाह कहाॉ जो चीजो का ववषमो का गराभ ह उस तभ फादशाह कहत हो ऩागरो जो अऩन आऩ भ आनशचनदत ह वह तो फादशाह ह ववदव का समराट तमहाय ऩास स गजय यहा ह ऐ दननमाॉदायो वसतओॊ का फादशाह होना तो अहॊकाय की ननशानी ह रककन अऩन भन का फादशाह होना अऩन वपरमतभ की खफय ऩाना ह भय आॉखो भ तो ननहायो भय ददर भ तो गोता भाय क जया दखो भय जसा फादशाह औय कहाॉ लभरगा भ अऩना याजम अऩना वबव तरफना शत क ददम जा यहा हॉ रटाम जा यहा हॉ

जो सवाथ क लरए कछ द वह तो कॊ गार ह रककन जो अऩना पमाया सभझकय रटाता यह वह तो सचचा फादशाह ह

भझ फादशाह को अऩन आऩस दय कहाॉ

ककसी न ऩछा तभ फादशाह हो

हाॉ

तभ आतभा हो

हाॉ

तभ God हो

हाॉ इन चाॉद लसतायो भ भय ह चभक ह हवाओॊ भ भय ह अठखलरमाॉ ह परो भ भय ह सगनध औय चतना ह

म तभन फनाम

हाॉ जफस फनाम ह तफ स उसी ननमभ स चर आ यह ह मह अऩना शय य बी भन ह फनामा ह भ वह फादशाह हॉ

जो अऩन को आतभा भानता ह अऩन को फादशाहो की जगह ऩय ननमि कयता ह वह अऩन फादशाह सवबाव को ऩा रता ह जो याग-दरष क चचनतन भ पॉ सता ह वह ऐस ह कलऩनाओॊ क नीच ऩीसा जाता ह

भ चतनमसवरऩ आतभा हॉ आतभा ह तो फादशाह ह फादशाहो का फादशाह ह सफ फादशाहो को नचानवारा जो फादशाहो का फादशाह ह वह आतभा हॉ भ

अहॊ ननववकलऩो ननयाकाय रऩो

ववबवमापम सवि सवशचनिमाणाभ सदा भ सभतवॊ न भकतिन फनध

चचदाननदरऩ लशवोऽहभ लशवोऽहभ भकति औय फनधन तन औय भन को होत ह भ तो सदा भि आतभा हॉ अफ भझ कछ

ऩता चर यहा ह अऩन घय का भ अऩन गाॉव जान वार गाडी भ फठा तफ भझ अऩन घय की शीतरता आ यह ह मोचगमो की गाडी भ फठा तो रगता ह कक अफ घय फहत नजद क ह बोचगमो की गाकतडमो भ सददमो तक घभता यहा तो घय दय होता जा यहा था अऩन घय भ कस आमा जाता ह भसती कस रट जाती ह मह भन अफ जान लरमा

भसतो क साथ लभरकय भसताना हो यहा हॉ शाहो क साथ लभरकय शाहाना हो यहा हॉ

कोई काभ का द वाना कोई दाभ का द वाना कोई चाभ का द वाना कोई नाभ का द वाना रककन कोई कोई होता ह जो याभ का द वाना होता ह

दाभ द वाना दाभ न ऩामो हय जनभ भ दाभ को छोडकय भयता यहा चाभ द वाना चाभ न ऩामो नाभ द वाना नाभ न ऩामो रककन याभ द वाना याभ सभामो भ वह द वाना हॉ

ऐसा भहसस कयो कक भ याभ का द वाना हॉ रोबी धन का द वाना ह भोह ऩरयवाय का द वाना ह अहॊकाय ऩद का द वाना ह ववषमी ववषम का द वाना ह साधक तो याभ द वाना ह हआ कयता ह उसका चचनतन होता ह कक

चातक भीन ऩतॊग जफ वऩमा फन नह ॊ यह ऩाम साधम को ऩाम तरफना साधक कमो यह जाम

हभ अऩन साधम तक ऩहॉचन क लरए जट ववभान की मािा ककम जा यह ह शचजनह ऩसनद हो इस जट का उऩमोग कय नह ॊ तो रोकर टरन भ रटकत यह भौज उनह ॊ की ह

मह लसदधमोग मह कणडलरनी मोग मह आतभमोग जट ववभान की मािा ह ववहॊग भाग ह फरगाडीवारा चाह ऩचचीस सार स चरता हो रककन जटवारा दो ह घणटो भ दरयमाऩाय की खफय सना दगा हभ दरयमाऩाय भान सॊसायऩाय की खफयो भ ऩहॉच यह ह

ऐ भन रऩी घोड त औय छराॊग भाय ऐ नीर गगन क घोड त औय उडान र आतभ-गगन क ववशार भदान भ ववहाय कय खर ववचायो भ भसती रट दह क वऩॊजय भ कफ तक छटऩटाता यहगा कफ तक ववचायो की जार भ तडऩता यहगा ओ आतभऩॊछी त औय छराॊग भाय औय खर आकाश भ खोर अऩन ऩॊख ननकर अणड स फाहय कफ तक कोचर भ ऩडा यहगा पोड इस अणड को तोड इस दहाधमास को हटा इस कलऩना को नह ॊ हटती तो ॐ की गदा स चकनाचय कय द

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

बवसागय का ककनाया वयागम

आतभा ऩयभातभा ववषमक ऻान परादऱ कयक ननतम आतभा की बावना कय अऩन शादवत सवरऩ की बावना कय अऩन अनतमाभी ऩयभातभा भ आननद ऩाम अऩन उस अखणड एकयस भ उस आननदकनद परब भ उस अदरत-सतता भ अऩनी चचततववतत को सथावऩत कय रऩ अवरोक भनसकाय तथा दशम ददशा दशन म चचतत क पयन स होत ह ववदव तजस पराऻ जागरत सवपन औय सषनदऱ म सफ शचजसस परकालशत होत ह उस सफस ऩय औय सफका अचधदषान जो ऩयभातभा ह उस ऩयभातभा भ जफ परीनत होती ह तफ जीव ननवासननक ऩद को परादऱ होता ह ननवासननक होत ह वह ईदवयतव भ परनतवदषत होता ह कपय फाहय जो बी चदशा कय रककन बीतय स लशरा की नाई सदा शानत ह वलशदषजी कहत ह- ह याभ जी ऐस ऻानवान ऩरष शचजस ऩद भ परनतवदषत होत ह उसी भ तभ बी परनतवदषत हो जाओ

शचजसका चचतत थोडी-थोडी फातो भ उददरगन हो जाता ह घणा याग दरष दहॊसा मा नतयसकाय स बय जाता ह वह अऻानी ह ऻानी का रदम शानत शीतर अदरत आतभा भ परनतवदषत होता ह हभ रोगो न वह परसॊग सना ह कक

भॊकी ऋवष न खफ तऩ ककमा तीथमािा की उनक कषाम ऩरयऩकव हए अथात अनतकयण शदध हआ ऩाऩ जर गम व जा यह थ औय वलशदषजी क दशन हए उनक भन भ था कक साभन धीवयो क ऩाॉच-सात घय ह वहाॉ जाकय जरऩान करॉ गा व क नीच आयाभ ऩाऊॉ गा

वलशदषजी न कहा ह भाग क भीत अऻानी जो आऩ जरत ह याग-दरष भ हम-उऩादम भ जरत ह उनक ऩास जाकय तभको कमा शाशचनत लभरगी जस ककसी को आग रग औय ऩटरोर ऩॊऩ क पववाय क नीच जाकय आग फझाना चाह तो वह भख ह ऐस ह जो आऩस भ याग-दरष स जरत ह जो सॊसाय की आसकतिमो स फॉध ह उनक सॊऩक भ औय उनकी फातो भ आकय ह शचजऻास तय तऩन नह ॊ लभटगी तय तऩन औय याग-दरष औय फढग

ह भॊकी ऋवष तभ ऻानवानो का सॊग कयो भ तमहाय रदम की तऩन लभटा दॉगा औय अकतरिभ शाशचनत दॉगा सॊसाय क बोगो स सॊसाय क समफनधो स जो शाशचनत लभरती ह वह कतरिभ शाशचनत ह जफ जीव अनतभख होता ह जफ ऩयभातभालबभख होता ह चचतत शानत होता ह तफ जो शाशचनत लभरती ह वह आशचतभक शाशचनत ह

वासनावार को अशाशचनत ह वासना क अनरऩ वसत उस लभरती ह तो थोडी दय क लरए शाशचनत होती ह रोबी को रऩमो स रगाव ह रऩम लभर गम तो खशी हो गमी बोगी को बोग लभर तो खशी हो गमी साधक ऐसी कतरिभ शाशचनत ऩाकय अऩन को बागमवान नह ॊ भानता साधक तो फाहय की चीज लभर मा न लभर कपय बी बीतय का ऩयभातभ-ऩद ऩाकय अऩना जीवन धनम कयता ह वह अकतरिभ शाशचनत परादऱ कयता ह

सॊसाय का तट वयागम ह वववक ऩदा होत ह वयागम का जनभ होता ह शचजसक जीवन भ वयागमरऩी धन आ गमा ह वह धनम ह

वलशदषजी कहत ह- ह भॊकी ऋवष तभ सॊसाय क तट ऩय आ गम हो अफ तभ भय वचनो क अचधकाय हो

बरहमवतता भहाऩरषो क वचनो का अचधकाय वह हो सकता ह शचजसन वववक औय वयागमरऩी सॊऩवतत ऩा र ह शचजसन वववक स सॊसाय की असायता दख र ह शचजसन वववक स शय य की णबॊगयता दख र ह ऐसा वववकपरधान जो साधक होता ह उसको वयागम उतऩनन होता ह वयागमरऩी धन स शचजसका चचतत सॊसकत हो गमा ह उस आतभऻान क वचन रगत ह जो भढ ह ऩाभय ह व ऻानवानो क वचनो स उतना राब नह ॊ र ऩात शचजतना वववकी औय वयागमवान र ऩाता ह

भॊकी ऋवष वववक-वयागम स सॊऩनन थ वलशदषजी का दशन कयक उनको अकतरिभ शाशचनत का एहसास हआ व कहन रग

बगवन आऩ सशय य ददख ऩडत हो रककन आकाश की नाई शनम रऩ हो आऩ चदशा कयत ददख ऩडत हो रककन आऩ चदशा स यदहत हो आऩ साकाय ददखाई दत हो रककन आऩ अनॊत बरहमाणडो भ पर हए ननयाकाय तवव हो ह भननशादर आऩक दशन स चचतत भ परसननता छा जाती ह औय आकषण ऩदा होता ह वह आकषण ननदोष आकषण ह सॊसारयमो की भराकात स चचतत भ ोब ऩदा होता ह सम का तज होता ह वह तऩाता ह जफकक आऩका तज रदम भ ऩयभ शाशचनत दता ह ववषमो का औय सॊसाय रोगो का आकषण चचतत भ ोब ऩदा कयता ह औय आऩ जस ऻानवान का आकषण चचतत भ शाशचनत ऩदा कयता ह जफकक ऻानी का आकषण ऩयभातभा क गीत गॉजाता ह बीतय की शाशचनत दता ह आननद दता ह ऩयभातभा क परसाद स रदम को बय दता ह

ह भनीदवय आऩका तज रदम की तऩन को लभटाता ह आऩका आकषण बोगो क आकषण स फचाता ह आऩका सॊग ऩयभातभा का सॊग कयानवारा ह अऻाननमो का सॊग द खो औय ऩाऩो का सॊग कयान वारा ह जो घकतडमाॉ ऻानी की ननगाहो भ फीत गई जो घकतडमाॉ ऩयभातभा क धमान भ फीत गई जो घकतडमाॉ भौन भ फीत गई जो घकतडमाॉ ऩयभातभा क परसाद भ फीत गई व अकतरिभ शाशचनत की घकतडमाॉ ह व घकतडमाॉ जीवन की फहभलम घकतडमाॉ ह

ह भननशादर आऩ कौन ह मदद भझस ऩछत हो तो भ भाणडवम ऋवष क कर भ उतऩनन हआ भॊकी नाभक बराहमण हॉ सॊसाय की नदवयता दखकय सॊसाय क जीवो को हम औय उऩादम गरहण औय तमाग (छोडना-ऩकडना) स जरत दखकय भ सतम को खोजन गमा कई तीथो भ गमा ककतन ह जऩ-तऩ ककम कई वरत औय ननमभ ककम कपय बी रदम की तऩन न लभट

जऩ तऩ वरत औय तीथ स ऩाऩ दय होत ह कषाम ऩरयऩकव होत ह कषाम ऩरयऩकव हए ऩाऩ दय हए तो ऻानी का सॊग होत ह अकतरिभ शाशचनत लभरन रगती ह आननद आन रगता भौन भ परवश होन रगता ह साधक अरख ऩरष भ जगन क मोगम होता ह

भॊकी ऋवष वलशदषजी का सॊग ऩाकय अकतरिभ शाॊनत को परादऱ हए बीतय क परसाद को उऩरबध हए ऩयभातभा-ववशराशचनत ऩामी ऩयभातभ-ववशराशचनत स फढकय जगत भ औय कोई सख नह ॊ औय कोई धन नह ॊ औय कोई सामराजम नह ॊ

व घकतडमाॉ धनम ह शचजन घकतडमो भ ऩयभातभा की परीनत ऩयभातभा का चचनतन औय ऩयभातभा का धमान होता ह

परनतददन अऩन अनतकयण का ननभाण कयना चादहए अऩन अनतकयण भ ऩयभातभा का ऻान बयकय उसका चचनतन कयन स अनतकयण का ननभाण होता ह अऻान स अऻाननमो क सॊग स अऻाननमो की फातो स अनतकयण भ अववदया का ननभाण होता ह औय जीव द ख का बागी फनता ह

चचतत भ औय वमवहाय भ शचजतनी चॊचरता होगी शचजतनी अऻाननमो क फीच घसपस होगी शचजतनी फातचीत होगी उतना अऻान फढगा शचजतनी आतभचचा होगी शचजतना तमाग होगा दसयो क दोष दखन क फजाम गण दखन की परववतत होगी उतना अऩन जीवन का कलमाण होगा

अगय हभ अऩन जीवन की भीभाॊसा कयक जानना चाह कक हभाया बववषम अनधकायभम ह कक परकाशभम ह तो हभ जान सकत ह दख सकत ह ककसी वमकति को दखत ह उसस वमवहाय कयत ह तफ उसक दोष ददखत ह तो सभझो हभाया जीवन अनधकायभम ह कोई ककतना बी हभाय साथ अनचचत वमवहाय कयता ह कपय बी हभ अऩना दोष ददख औय उसक गण ददख तो सभझ रना कक हभाया बववषम उजजवर ह इसस बी उजजवर जीवन वह ह शचजसभ न गण ददख न दोष ददख सॊसाय सवपन जसा बासन रग सॊसाय को सवपन-सा दखन वारा अऩना आऩा ऩयभातभा भ ववशराभ ऩाव ऐसी पमास ऩदा हो जाम तो सभझ रना कक बववषम फडा सहावना ह फडा भॊगरकाय ह इस फात ऩय फाय-फाय धमान ददमा जाम

दवताओॊ भ चचा चर कक इस सभम ऩरथवी ऩय सफस शरदष ऩरष कौन ह सवगण-समऩनन कौन ह पराणी भाि भ गण दखनवारा कौन ह सवशरदष वमकतितव यखन वारा कौन ह

इनि न कहा कक इस सभम ऩरथवी ऩय ऐस ऩयभ शरदष ऩरष शरीकषण ह उनको ककसी क दोष नह ॊ ददखत अवऩत गण ह ददखत ह व पराणी भाि का दहत चाहत ह उनक भन भ ककसी क परनत वय नह ॊ शरीकषण जसा अदबत वमकतितव शरीकषण जसा गणगराह ऩन इस सभम ऩरथवी ऩय औय ककसी क ऩास नह ॊ ह इस परकाय इनि न शरीकषण की दवदश का उनक वमकतितव का खफ आदय स वणन ककमा

एक दव को कतहर हआ कक शरीकषण ककस परकाय अनॊत दोषो भ बी गण ढॉढ ननकारत ह वह दवता ऩरथवी ऩय आमा औय जहाॉ स शरीकषण गवारो क साथ गजयन वार थ उस यासत भ फीभाय योगी कतता होकय बलभ ऩय ऩड गमा ऩीडा स कयाहन रगा चभडी ऩय घाव थ भशचकखमाॉ लबनलबना यह ॊ थीॊ भॉह पटा यह गमा था दगनध आ यह थी उस दखकय गवारो न कहा नछ नछ मह कतता ककतना अबागा ह इसक ककतन ऩाऩ ह जो द ख बोग यहा ह

शरीकषण न कहा दखो इसक दाॉत ककतन अचछ चभकदाय ह मह इसक ऩणमो का पर ह

ऐस ह द ख-दद भ योग भ ऩयशानी भ वविोह भ औय अशाॊनत क भौक ऩय बी शचजसभ गण औय ऩयभ शानत ऩयभातभा दखन की उतसकता ह शचजसक ऩास ऐसी ववधामक ननगाह ह वह आदभी ठीक ननणामक होता ह ठीक ववचायक होता ह रककन जो ककसी ऩय दोषायोऩण कयता ह बोचगमो की हाॉ भ हाॉ लभरता ह ऻानवानो की फातो ऩय धमान नह ॊ दता सॊसाय भ आसकति कयता ह अऩन हठ औय दयागरह को नह ॊ छोडता उस आदभी का बववषम अनधकायभम हो जाता ह

शासतर न कहा फदध परॊ अनागरह फवदध का पर कमा ह फवदध का पर ह बोगो भ औय सॊसाय की घटनाओॊ भ आगरह नह ॊ यहना फडा लसदध हो तरिकार ऻानी हो रककन हम औय उऩादम फवदध हो तो वह तचछ ह

हम औय उऩादम फवदध कमा ह हम भान तमाजम उऩादम भान गराहय जफ जगत ह लभरथमा ह तो उसभ मह ऩाना ह मह छोडना ह मह कयना ह मह नह ॊ कयना ह ऐसी फवदध जफ तक फनी यहगी तफ तक वह फवदध अकतरिभ शाशचनत भ दटकगी नह ॊ अकतरिभ शाशचनत भ दटकन क लरए हमोऩादम फवदध का तमाग कयना ऩडता ह तमाजम औय गराहय की ऩकड न हो

पर खखरा ह ठीक ह दख लरमा फरफर गीत गा यह ह ठीक ह सन लरमा रककन कर बी पर खखरा हआ यह फरफर गाती हई सनाई ऩड योट ऐसी ह लभरती यह पराना आदभी ऐसा ह वमवहाय कय परानी घटना ऐसी ह घट ऐसा आगरह नह ॊ जफ जगत ह लभरथमा ह तो उसकी घटनाएॉ कस सतम हो सकती ह जफ घटनाएॉ ह सतम नह ॊ तो उसक ऩरयणाभ कस सतम हो सकत ह जो बी ऩरयणाभ आमग व फदरत जामग ऐसी ऻान-दवदश शचजसन ऩा र गरओॊ क ऻानमि वचनो को शचजसन ऩकड लरमा वह साधक बीतय की मािा भ सपर हो जाता ह

बरहमवतता की अधमातभ-ववदया फयसती यह रककन साधक भ अगय वववक-वयागम नह ॊ ह तो उतना राब नह ॊ होता फयसात सडको ऩय फयसती यह तो न खती होती ह न हरयमार होती ह ऐस ह शचजनका चचतत दोषो स अहॊकाय स बोगो स कठोय हो गमा ह उन ऩय सॊतो क वचन इतनी हरयमार नह ॊ ऩदा कयत शचजनक चचतत वववक-वयागम स जीता गमा ह उनको ऻानी सॊतो क दो वचन बी घडीबय की भराकात बी रदम भ फडी शाशचनत परदान कयती ह

भॊकी ऋवष का रदम वववक वयागम स जीता हआ था वलशदषजी की भराकात होत ह उनक चचतत भ अकतरिभ शाशचनत आननद आन रगा शचजतनी घकतडमाॉ चचतत शानत होता ह उतनी घकतडमाॉ भहातऩ होता ह चचतत की ववशराशचनत फहत ऊॉ ची चीज ह हमोऩादम फवदधवार को चचतत की ववशराशचनत नह ॊ लभरती मह छोड कय वहाॉ जाऊॉ औय सखी होऊॉ मह हम-उऩादम फवदध ह जो जहाॉ ह वह ॊ यहकय हमोऩादम फवदध छोडकय बीतय की मािा कयता ह तो वह ऊॉ च ऩद को ऩाता ह जो छोडन ऩकडन भ रगा ह तो वह वकणठ भ जान क फाद बी शाशचनत नह ॊ ऩाता

इसलरम हमऩादम फवदध छोड द शचजस सभम जो पज ऩड शचजस सभम गर औय शासतर क सॊकत क अनसाय जो कततवम कयन का हो वह मॊि की ऩतर की नाई कय लरमा रककन दसय ह ण अऩन को कतता-धतता न भान जस लभटटी भ फठत ह कपय कऩड झाड कय चर दत ह इसी परकाय वमवहाय कयक सफ छोड दो कतवव चचतत भ न आ जाम कतववबव औय बोितवबाव अगय ह तो सभाचध होन क फाद बी ऩतन की कोई सॊबावना नह ॊ अदशावकर भनन कहत ह-

अकततवॊ अबोितवॊ सवातभनो भनमत मदा तदा ीणा बवनतमव सभसताशचदळततवततम

जफ ऩरष अऩन आतभा क अकतताऩन को औय अबोिाऩन को भानता ह तफ उसकी समऩण चचततववततमाॉ कयक नाश होती ह

चचतत भ जफ अकततव औय अबोितव कक ननदषा जभन रगती ह तो वासनाएॉ ीण होन रगती ह कपय वह ऻानी मॊि की ऩतर की नाई चदशा कयता ह

अनकरभ

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आतभ-अवगाहन

तमहाय शचजतनी घकतडमाॉ ऩयभातभा क धमान भ फीत जाम व साथक ह शचजतनी दय भौन हो जाम वह कलमाणपरद ह दवास की गनत शचजतनी दय धीभी हो जाम वह दहतावह ह भॊगरकाय ह

फठत वि हभाया दवास नालसका स फायह उॊगर तक फाहय जाता ह चरत सभम अठायह सोत सभम चौफीस उॊगर तक दवास का पपकाय जाता ह औय भथन क सभम तीस उॊगर तक दवास की ऊजा खतभ होती ह फठन की अऩा धमान भ दवास फहत कभ खच होती ह इसस भन बी शानत होता ह आमषम बी फढता ह कछ दवास कभ खच होन क कायण भानलसक व फौवदधक थकान बी उतयती ह

शचजतनी दय हो सक उतनी दय शानत फठ यहो तमहाय दवास की गनत भनद होती चर जामगी सववगण फढता जामगा सॊकलऩ पलरत होन रगग धमान कयत-कयत दवास की रॊफाई

कभ हो जाम फायह उॊगर क फदर दस उॊगर हो जाम तो तमह दादय आदद लसवदधमाॉ परादऱ होन रगती ह नौ उॊगर तक दवास चरन रग तो थोडा-सा ह ननहायन भाि स शासतरो क यहसम सभझन रग जाओग आठ उॊगर तक दवास की रमफाई यह जाम तो तभ दवताओॊ की भसरत को जानन रग जाओग दसयो क चचतत को ऩढ रो ऐसी मोगमता ननखयन रगती ह

ऩाॉच-छ उॊगर तक पपकाय ऩहॉच ऐसा दवास फन जाम तो तमहाया चचतत खफ शाशचनत औय आननद का अनबव कयन रगगा तमहाय शय य क वामबरशन सववपरधान होन रगग दवास की गनत चाय उॊगर तक आ जाम तो अनऩभ ओज की परानदऱ होती ह तीन मा दो उॊगर तक दवास की रॊफाई आ जाम तो सववकलऩ सभाचध रग सकती ह एक उॊगर तक दवास आ जाम तो आननदानगत सभाचध की उऩरशचबध हो जाती ह अगय दवास बीतय ह थभ जाम तो कवर कमबक की उचच दशा ननववकलऩ सभाचध तक परादऱ हो जाती ह तफ साधना कयन वारा साधक नह ॊ फचता वह लसदध हो जाता ह

धमान कयत वि दखन भ तो तभ चऩ फठ हो रककन बीतय फहत कछ मािा कय यह हो फाहय स नासभझ रोग फोरग कक मह कछ नह ॊ कय यहा ह रककन आऩक दराया वासतव भ फहत कछ फदढमा हो यहा ह वषो तक भजदय कयक फाहय का अथक ऩरयशरभ कयक जो न कभा सक हो वह इन धमान क णो भ कभा रत हो मगो तक जनभत-भयत आम हो रककन उस सतमसवरऩ ऩयभातभा क कय फ नह ॊ जा ऩाम हो वहाॉ अफ फठ-फठ भौन औय धमान क णो भ जा यह हो चऩचाऩ फठ-फठ तमहाया भन उस आननद क सागय ऩयभातभा क कय फ जा यहा ह

धमानावशचसथत तद गतन भनसा ऩशमशचनत मॊ मोचगन मषाॊ तॊ न ववद सयासयगणा दवाम तसभ नभ

धमान कयत सभम दवासोचछवास की गनत को ननहायत जाओ दढ सॊकलऩ दोहयात जाओ कक भया चचतत ऩयभातभा भ शानत हो यहा ह भय चचतत की चॊचरता लभट यह ह ऩाऩ औय सॊताऩ लभट यह ह कभो क कसॊसकाय ऩयभातभा क ऩववि धमान भ धर यह ह भय ददर की चनरयमा यॊगी जा यह ह ऩयभातभा क यॊग स

भय साहफ ह यॊगयज चनय भोय यॊग डाय धोए स छट नह ॊ ददन ददन होत सयॊग

दो बौहो क फीच आऻाचकर भ धमान कयत जाओ वहाॉ अऩन इदश दवी-दवता मा ककसी वपरम ऩीय पकीय अथवा पमाय सदगर क ववगरह क धमान कयो ॐकाय की यिवणी आकनत का बी धमान कय सकत हो

आऻाचकर भ धायणा कयन स फहत साय शकतिमो का ववकास होता ह ऻान का अथाह खजाना खरन की कॉ जी वहाॉ छऩी ह वहाॉ धमान कयत हए ॐकाय का द घ सवय स गॊजन कयत जाओ ऩय ननबमता औय साहस को अऩन योभ-योभ भ बय जान दो चचनता बम शोक अशाशचनत की कलऩनाओॊ को ॐकाय की ऩववि गदा स बगा दो

ऐ बम ऐ चचनता ऐ ऩयशानी दय हटो अफ हभ आतभ-खजाना लभर यहा ह ॐकाय की ऩववि गदा हभाय हाथ भ ह ऐ चचनताएॉ तमह हभ चकनाचय कय दग ॐ

ऐ दफर ववचाय ऐ दफर चचतत तझभ ॐकाय का साभरथम बया जा यहा ह अफ दफरता छोड ॐ

ओ नकायातभक ववचाय ओ असपरता की कलऩनाएॉ दय हटो अननत बरहमाणडो का सवाभी ऩयभातभा हभाय साथ औय हभ बमबीत ईदवय की असीभ शकतिमाॉ हभस जडी हई औय हभ चचशचनतत नह ॊकबी नह ॊ ॐॐॐॐॐ

ऐ चचनताएॉ ऐ दफर ववचाय दय हटो हभ ऩववि ॐकाय की गदा रकय तमह कचर डारग हभाय साथ जगतननमनता ऩयभातभा हभाय रदम भ सवशकतिभान ईदवय औय ऐ दफर ववचाय त हभ दफर ककम जा यहा ह ॐॐ

बम शोक चचनता को जया बी सथान नह ॊ सदव तमहाय चचतत भ ऩयभातभा की शकति भौजद ह अऩना चचतत परसनन यखो कपय तभस ऩववि काम अऩन आऩ होन रगग अऩन चचतत को ऩयभातभा क साथ जोडा कयो कपय तभ जो बी कयोग वह ऩयभातभा की ऩजा हो जामगी वासनाओॊ को दय प क दो चचनताओॊ औय ननफरताओॊ को दय बगा दो उस परभासऩद ऩयभातभा भ अऩन चचतत को ऩरयतदऱ होन दो ॐआनॊद ॐआननद ॐॐॐ

भ छई भई का ऩड नह ॊ जो छन स भयझा जाता ह भ वो भाई का रार नह ॊ जो हौवा स डय जाता ह

बम आकाॊा घणा चचनता तभ दय हटो ह दहॊसा त दय हट भझ परभ क ऩववि लसॊहासन ऩय ववयाजभान होन द ऐ सॊसाय की आसकति अफ दय हट हभ अऩन आतभबाव भ जग जा यह ह ॐॐॐ

फर ह जीवन ह दफरता ह भौत ह दफर ववचायो को दय हटात जाओ आतभफर आज का परबात आतभपरकाश का परबात हो यहा ह ॐॐॐ

ऐ चचतत की चॊचरता औय भन की भलरनता अफ त ॐकाय क ऩावन परकाश क आग कमा दटकगी ॐॐॐ

ननबमताननशचदळॊतता ननशचषपकयता फऩयवाह ऩय खदाईजम जम

जफ तक नह ॊ जाना था तफ तक ईदवय था औय जफ जाना तो भयआतभा का ह वह नाभ था

बराहमी शचसथनत परादऱ कय काम यह ना शष भोह कबी ना ठग सक इचछा नह ॊ रवरश

नदवय दननमाॉ की कमा इचछा कयना अऩन याभ भ भसत ॐॐॐ

फयस यह ह बगवान की कऩा फयस यह ह ईदवय की अभीदवदश खदाई नय तमहाया योभ-योभ आतभफर स जगता जाम ॐॐॐ

बावना कयो कक हवाई जहाज की नाई शय य भ शकति ऊऩय उठ यह ह आऩ चचदाकाश की ओय ऊऩय उठ यह ह नासभझी क कायण बम शोक औय चचनताओॊ न हभाय भन को घय यखा था हभ भन क बी ददशा औय सदशा ह हभ इशचनिमो औय भन क सवाभी ह हभ दह भ यहत हए बी ववदह आतभा ह हभ चतनम ह जो कफीय भ गनगनामा था जो शरीकषण भ भसकयामा था जो याभदास भ चभका था जो याभकषण भ धमान का यस टऩका यहा था वह आतभा हभाय ऩास ह नह ॊ नह ॊ वह आतभा हभ ह ॐॐॐ

ऐ इनसान याहनभा गररोग तझ अऩनी असलरमत भ जगात ह त इनकाय भत कयना व तझ अऩनी भदहभा भ जगात ह त सनदह भत कय बम औय चचनता भत कय ॐॐॐ

जीवन की सषदऱ शकतिमाॉ जग यह ह जीवन का अधोगभन फदरकय ऊधवगभन हो यहा ह हभ ऊऩय की ओय उठ यह ह हभाया तन औय भन आशचतभक फर स सयाफोय हो यहा ह आज क ऩावन ऩव ऩय आतभसवरऩ भ जगन का सॊकलऩ कयग तमहाय भ अथाह सॊकलऩ का सामराजम ह ईदवय की अदबत सॊकलऩ की साभरथमर रा तमहाय भ छऩी हई ह तभ उस जगन दो कबी दफर ववचाय भत आन दो कबी नकायातभक ववचाय भत आन दो ॐॐॐ

जफ तक दहालबभान की नालरमो भ ऩड यहोग तफ तक चचनताओॊ क फनडर तमहाय लसय ऩय रद यहग तमहाया अवताय चचनताओॊ क जार भ पॉ स भयन क लरए नह ॊ हआ ह तमहाया जनभ सॊसाय की भजदय कयन क लरए नह ॊ हआ ह हरय का पमाया होन क लरए हआ ह हरय को बज सो हरय का होम खवाभखाह चाचा लभटकय बतीजा हो यह हो दफर ववचायो औय कलऩनाओॊ की जार भ फॉध यह हो कफ तक ऐसी नादानी कयत यहोग तभ ॐॐॐ

ववदयतशकति गरतवाकषण की शकति इरकटराननकस की शकति तथा अनम कई शकतिमाॉ दननमाॉ भ सनी गई ह रककन आतभशकति क आग म शकतिमाॉ कछ नह ॊ वह आतभशकति हभ ह ॐॐॐ

अऩन ददर भ आतभ-सनदह असॊबावना मा ववऩय त बावना होन क कायण हभ उस हक स जदा हो गम ह

तीन परकाय क आवयण होत ह असववाऩादक आवयण अबानाऩादक आवयण औय अनाननदाऩादक आवयण

असववाऩादक आवयण शासतर क शरवण स दय होता ह अबानाऩादक आवयण भनन स दय होता ह अनाननदाऩादक आवयण आतससवरऩ भ गोता रगान स दय हो जाता ह ॐॐॐ

फर दहमभतशकति चगडचगडाना नह ॊ ह फरवान होना ह ॐॐॐ

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भानलसक ढॊग स ॐकाय का जऩ कयत जाओ ॐकाय की आननददामी शाशचनत भ खोत जाओ भरभधम भ सवऩातक-नाशक आतभफर-वधक आतभऻान का परकाश कयन वार ॐ का धमान कयत जाओ बावना स भरभधम क गगनऩट ऩय रार यॊग क ॐकाय को अॊककत कय दो आनतय भन भ ॐकाय का गॊजन होता जाम

खफ शाशचनत भ डफत जाओ अऩन शानत सवबाव भ बरहमबाव भ ऩयभातभ-सवबाव भ ऩरयतनदऱ सवबाव भ शानत होत जाओ अनबव कयत जाओ कक सवोऽहभ लशवोऽहभ आतभसवरऩोऽहभ चतनमऽहभ भ चतनम हॉ भ सवि हॉ भ सफभ हॉ भ ऩरयऩण हॉ भ शाॊत हॉ ॐॐॐ

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साधक को अऩन दोष ददखन रग जाम तो सभझो उसक दोष दय हो यह ह दोष अऩन आऩ भ होत तो नह ॊ ददखत अऩन स ऩथक ह इसलरए ददख यह ह जो बी दोष तमहाय जीवन भ हो गम हो उनको आऩ अऩन स दय दखो ॐ की गदा स उनको कचर डारो आतभशाशचनत क परवाह भ उनह डफा दो

ॐ का गॊजन बीतय होता जाम अथवा ॐ शाशचनत ॐ शाशचनत शाशचनत शाशचनत ऐसा भानलसक जऩ कयत हए आतभा भ ववशराशचनत ऩात जाओ

ॐ क अथ का चचनतन कयो इसस भनोयाज ननिा तनिा यासासवाद आदद ववघनो स फच जाओग

आतभशाशचनत भ चचतत को डफात जाओ चचतत की ववशराशचनत साभरथम की जननी ह चचतत की ववशराशचनत अऩन सवरऩ की खफय दन वार ह चचतत की ववशराशचनत सददमो स बटकत हए जीव को अऩन लशव-सवबाव भ जगा दती ह हजाय तीथो भ जान स हजायो हवन कयन स हजाय वरत यखन स वह ऩद नह ॊ लभरता जो चचतत की ववशराशचनत स लभरता ह

उऩदश व सतसॊग सनन का धमान कयन का पर मह ह कक सन हए सतमसवरऩ ऩयभातभा क कय फ र जान वार वचन धमान क दराया दढ होत जाम सनी हई आतभा-ऩयभातभा की भदहभा धमान क दराया अनबव भ आन रग जाम सना हआ सतसॊग कवर सनान वार का ह न यह वह हभाया बी हो जाम मह तो धमान का परमोजन ह

भ ककतना शानतसवरऩ था भझ ऩता न था भ ककतना परभसवरऩ था भझ ऩता न था

सवग क दवो को कछ ऩान क लरए कभ कयना ह तो उनह ऩरथवी ऩय आना ऩडता ह मह कभबलभ ह सफ कभो का जो साय ह उस सायबत भोभाग भ हभ रग ह साय कभ-धभो का अक ह आतभशाशचनत हभ उस ऩयभाननद ऩद की मािा भ सॊरगन हो यह ह धमान का एक-एक ण अदबत ऩणम अशचजत कया यह ह ऩयभातभा भ डफन का सअवसय द यह ह

अऩन इदश को अऩन ऩणमो को धनमवाद दो ॐॐॐ

जो फवदधभान ह व जानत ह कक कफ फोरना ककतना फोरना परऻावान रोग शाशचनत औय आननद क लरए फोरत ह परभ औय परसाद क लरए फोरत ह परभ तो कवर ऩयभातभा भ हो सकता ह औय परसाद कवर उसी का वासतववक परसाद ह शचजसस सफ द ख ननवतत हो जात ह

दढ बावना कयो कक भ सफ हॉ ववशार आकाश की नाई सववमाऩक हो यहा ह भ चचदाकाश-सवरऩ हॉ सम औय चाॉद भझभ रटक यह ह भ चचदाकाश सवरऩ हॉ सम औय चाॉद भझभ रटक यह ह सफ ताय भझभ दटभदटभा यह ह इतना भ ववशार हॉ कई याजा-भहायाजा इस आकाशसवरऩ चतनम भ आ-आकय चर गम भ वह आकाश हॉ भ सववमाऩक हॉ भ कोई ऩरयशचसथनत नह ॊ हॉ रककन सफ ऩरयशचसथनतमो को ऩहचाननवारा आधायसवरऩ आतभा हॉ आननद औय शाशचनत भया अऩना सवबाव ह

इस परकाय अऩनी ववतत को ववशार ववशार गगनगाभी होन दो

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

अऩन ददर भ ॐका ऩयभ ऩावन फीजभॊि का अतमॊत ऩववि ऩयभातभसवरऩ का धमान कयत हए रदम को ऩयभ चतनम अवसथा स शीतर आननद स ऩरयऩण कयत जाओ जस ककसी कोठय भ परकाश पर जाता ह ऐस ह रदम भ चचदाकाश-सवरऩ चचदघन ऩयभातभा-सवरऩ ॐ का चचनतन कयत ह रदम ननभर चचदाकाशवत सवचछ हो यहा ह

ददर भ शाशचनत व परसननता वमादऱ हो यह ह ऐसी दढ बावना क साथ आतभ-शाशचनत भ आतभानॊद भ डफत जाओ अदबत ईदवय म आहलाद को बीतय बयत जाओ वाह वाह

चचदानॊदरऩ लशवोऽहभ लशवोऽहभ परभसवरऩ ऩयभातभ-यस भ रदम ऩरयतनदऱ का अनबव कयता जाम धमान नह ॊ कयना

अऩन आननदभम सवबाव को माद कयक जग जाना ह सवसथ हो जाना ह

भ आननदसवरऩ सखसवर चतनमसवरऩ अऩन सवबाव भ जग यहा हॉ वाह वाह भया सवबाव ह परसननताऩण ह अनतकयण जफ भया चचनतन कयता ह तफ परसनन होता ह अनतकयण जफ भय कय फ आता ह तफ आनशचनदत होता ह आननदो बरहम बरहमनत ऩयभातभन आननद ह बरहम ह कीतन क दराया आननद आम मोग क दराया आननद आम ववदया क दराया आननद आम ऻान क दराया आननद आम म सफ भय ह सवरऩ ह

रदम जफ भय कय फ होता ह भय चचनतन भ होता ह तो भ उस आननद स बय दता हॉ रदम जफ अनम ववषमो की ओय जाता ह तफ भ सववमाऩक आननदसवरऩ होत हए बी वह आननद नह ॊ र ऩाता ॐॐॐ

भझभ याग कहाॉ भझभ दरष कहाॉ भझभ कतताऩन कहाॉ भझभ बोिाऩन कहाॉ भझभ नात औय जात कहाॉ म सफ भन की कलऩनाएॉ थी भनीयाभ का खखरवाड था भन का फना हआ जार था अऩन आतभ-लसॊहासन ऩय फठकय ननहायता हॉ तो भन क जार का कोई

परबाव नह ॊ ह भन की कोई सतता नह ॊ ह भय सतता रकय भन जार फन यहा था भय दवदश उस ऩय ऩडत ह वह शभा गमा जार फनना छोड ददमा ॐॐॐ

चचदाननदरऩ लशवोऽहभ लशवोऽहभ ऩणोऽहभ ऩयभाननदसवरऩोऽहभ

योभ-योभ ऩावन हो यहा ह भय अऩन सवबाव स मह शय य बी ऩावन हो यहा ह भय चचदाननद सवबाव स इस शय य स छकय जो हवाएॉ जाती ह व बी ऩवविता शीतरता परभ औय आननद टऩका यह ह

भ आतभा था भ चतनम था भ परभ सवरऩ था भ आननदसवरऩ था रककन सॊकलऩ ववकलऩो न भझ ढक यखा था अफ व कछ सथचगत हए ह तो ऩरयतनदऱ का अनबव हो यहा ह भ तो ऩहर स ह ऐसा था

ह या धर भ ढक गमा था तफ बी वसा ह चभकदाय था रककन रोगो को ददखता नह ॊ था भन भन को फवदध को इशचनिमो को तन को ऩववि ककमा परकालशत ककमा तफ व आननद को परादऱ हए भ तो उसक ऩहर बी ऐसा ह आननदसवरऩ था वाह वाह

चचतत की चॊचरता होगी तफ भया मह आननदसवबाव चचतत स छऩ जामगा तफ बी भ होऊॉ गा वसा ह

भ फोधसवरऩ हॉ भ जफ जानन वारा चतनम चचदातभा हॉ सवपन की तयॊग आमी औय ववरम हो गई जागरत क ववचाय व कभ आम औय फदर गम रककन भ अफदर आतभा हॉ फचऩन आमा औय फदर गमा भ अफदर आतभा हॉ ककशोयावसथा आमी औय फदर गई रककन भ अफदर आतभा वह का वह मवावसथा आ यह ह औय जा यह ह रककन भ वह का वह वदधावसथा आमगी औय जामगी रककन भ वह का वह भ ददशा भाि चचदघन चतनम हॉ ॐ ॐ ॐ

भ परसनन आननदसवरऩ चतनम हॉ नाहक द खद ववचाय कयक ववयोधी ववचाय कयक भन अऩन सवरऩ ऩय ववचायो की भलरन चददय ढक द थी अफ ॐकाय की उस अदरत आननदसवरऩ ऩयभातभा की एक सहावनी रहय दराया भन उस कलऩनाओॊ की चददय को हटामा तो भ अऩन आऩ भ ऩरयतदऱ हो यहा हॉ मोगाननद का अभत मोग क दराया आतभाननद का अभत भय रदम भ बया जा यहा ह

चचनता बम ववकाय भोह भामा इनको भ जानता ह नह ॊ हॉ म सफ तो भया भदोनभतत भनरऩी वजीय जानता होगा

कसा आननद कौन ककसस कह भानो गॉग न गड खामा

धमान कयन की चाराकी छोड दो सतसॊग भ फठन क फाद समानाऩन छोड दो इस भनबाई (भन) को धमान कयन की फहत इचछा होती ह वह चाराक फनता ह कक भ धमान करॉ अय भनबाई त चऩ हो जा फठा यह अऩनी जगह

अफ धमान कयग तो भन अडचन डारगा गाडी भ फठन क फाद अऩनी गठरयमाॉ लसय ऩय उठान जसा होगा अफ तो सदगर कऩा की भोगाडी भ फठ गम तो आयाभ पयभाओ बरहमाननद की गाडी अऩन आऩ र जा यह ह

आननद औय शाशचनत भया सवबाव था भझ ऩता न था परभ औय परसननता भया जनभलसदध सवबाव था रककन कलऩनाओॊ न नादानी क ववचायो न ढक यखा था भय सवबाव को अफ सनतो क शासतरो क सदगर क वचनो स नादानी छट गई ॐकाय की झाड स कछ अहोबाव क धकक स कछ शरदधा स ववचायो की ऩत हट गई कचया साप हो गमा तवववसत जमो की तमो ददखन रगी आननद छरकन रगा अफ खर आॉखो स भ सवि अऩन को ननहाय सकता हॉ सफ भ एक एक भ सफ का अनबव कय सकता हॉ खर आॉखो स बी भ भसती भ यह सकता हॉ अऩन सवबाव भ ऩरयतदऱ हो सकता ह ॐॐॐ

भय सनी हई सफ कथाएॉ पर गई भय ककम हए सफ जफ-तऩ पलरत हो गम भय सवा औय ऩणम पलरत हो यह ह दहालबभान का कचया हटता जा यहा ह औय आतभसवबाव का नशा चढा जा यहा ह

अफ कछ कयन का सॊकलऩ उठ तो ॐ की झाड स उस हटा दो भकान फनवाना ह दवाखाना खोरना ह धनधा कयना ह दय हटो म सफ सॊकलऩ म सफ झीर की सतह ऩय काई ह एक हाथ मॉ भाया दसया हाथ मॉ भाया तो भामा की काई दय कपय ननभर ऩानी ह ऩानी बरहमाननद ह बरहमाननद

जगशचननमनता ऩयभातभा होकय बी चऩयासी की नौकय कयनी ह साहफ को सराभ कयना ह शचजसको गयज होग वह सराभ कयन आमगा चाचा लभटकय बतीज कमो होत हो ॐ ॐ ॐ

भझ ऩण चतनम को ककसकी आवशमकता ह भझभ कतताऩन कहाॉ आवशमकताएॉ तो दह की होती ह राखो कयोडो दह हई औय उनकी सफ आवशमकताएॉ ऩय कयत यह कपय बी भयती ह यह हय जनभ भ फना-फनाकय छोडत आम जफ तक नह ॊ ककमा तफ तक रगता ह कक भकान फनाम फड बवन फनाम बवम आशरभ खोर रककन कयन क फाद रगता ह कक इसको कोई सॉबार र तो अचछा ह हभ नह ॊ चादहए

अफ कयन-धयन क सॊकलऩ सफ छोड दो मह बरहमाणड अऩन तरफना कछ ककम ह धभाधभ चरता यहगा ककतन ह भजदय रोग फहत कछ कय यह ह फचाय अऩन को कतता कमो फना यह हो आतभाननद स भॉह कमो भोड यह हो

नह ॊ भ अऩन को कतता भानकय नह ॊ कय यहा हॉ अय कतता नह ॊ भानत तो कयन की इचछा कस होती ह ईभानदाय स खोजो खोजकय

ऩकडो कक कमा इचछा ह उस इचछा को मॉ ककनाय रगा दो औय तभ परकट हो जाओ इचछाओॊ क आवयण क ऩीछ कफ तक भॉह नछऩाम फठ यहोग मश की इचछा ह भायो धकका परलसवदध

की इचछा ह भाय दो पॉ क अचछा कहरान की इचछा ह भायो रात इतना कय लरमा तो सफ शासतरो वदो उऩननषदो का अभमास जऩ-तऩ-तीथ-अनदषान औय सफ सवाएॉ पलरत हो गई

रककन सावधान आरसम मा अकभणमता नह ॊ रानी ह इचछायदहत होन का अभमास कयक आतभदव का साातकाय कयना ह कपय तमहाय दराया फहत साय कभ होन रगग रककन तभभ कततव की फ न यहगी

इचछा की ऩतो न तमह ढाॉक यखा ह औय कछ नह ॊ ह कछ नह ॊ ह फहत सयर ह सयर नह ॊ होता तो मह आननद कस रत अऩन सवबाव का तरफलकर सयर भफत भ

शरी वलशदषजी भहायाज कहत ह- ह याभजी पर औय ऩतत को भसरन भ दय ह अऩन सवरऩ को दखन भ कमा दय ह

ककसी दवी-दवता क दशन की इचछा नह ॊ ह उनभ बी हभाया ह आतभचतनम ववरास कय यहा ह ककसी ऩरयशचसथनत की इचछा नह ॊ ह कछ होना नह ॊ ह कछ परादऱ कयना नह ॊ ह परब बी नह ॊ चादहए चरो परब हभस अरग हो तो चादहए न हभाया शदध-सवरऩ आतभा ह ऩयभातभा ह एक अदरत आतभा-ऩयभातभा क लसवा जो कछ ददखता ह वह सफ भन की कलऩनाएॉ ह इचछा कयक कलऩनाओॊ क ऩीछ कफ तक बागत कपयग

खोजो अऩन भ कोई इचछा ददख तो ऩकडकय ननकार दो जस भदहराएॉ फारो भ स जएॉ ऩकड-ऩकडकय ननकारती ह ऐस चचतत भ स इचछाएॉ ऩकड-ऩकडकय ननकार दो अबी तो लसय जओॊ स ढक गमा ह कछ बी कयक इचछाओॊरऩी जएॉ हटा दो म इचछाएॉ हट गई तो कपय

सॊकय सहज सवरऩ सॊबाया रागी सभाचध अखणड अऩाया

अऩना सवरऩ ववचायन भाि स सॉबारन भाि स परकट होता ह सॊसकाय घस गम ह कक मह कयग वह कयग मह ऩामग मह छोडग सॊकलऩो औय इचछाओॊ की खखचडी हो गई ह

अफ हभ कमा कय

कछ नह ॊ कयो

बजन कय

नह ॊ कयो बजन

धमान कय

नह ॊ कयो धमान बी

मािा कय

कोई जरयत नह ॊ

दकान खोर

कबी नह ॊ खोरना

नौकय कय

नह ॊ

यसोई फनाम

कोई आवशमकता नह ॊ ह

कछ नह ॊ कयना ह परकनत भ हो यहा ह शासतर की भमादा क भतातरफक होन दो कयन का नमा सॊकलऩ भत फनाओ ऩयदहत क लरए होन दो

अनकरभ

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चचतत का ननभाण

एक सभम था जफ फॉद बी दरयमा होकय डफामा कयती थी गौ का खय बी खाई होकय चगयामा कयता था रककन जफ सतसॊग भ गम गरओॊ की कऩा को ऩचामा तफ अनकरता औय परनतकरता क दरयम बी फॉद स भारभ होत ह आतभऻान की भदहभा ऐसी ह साधक जफ आतभबाव भ परनतवदषत होता ह तफ जीवन स साय द ख ववदा होन रगत ह

धमान का भतरफ कवर चऩचाऩ हो जाना नह ॊ ह धमान भ चचतत अतमॊत एकागर हो जाम शानत हो जाम शचसथय हो जाम उसस बी वह ऊॉ ची अवसथा ह कक चचतत का ननभाण हो चचतत का शानत होना एक फात ह औय चचतत का ननभाण होना दसय फात ह चचतत शानत हो जामगा उतनी दय शाशचनत लभरगी आननद आमगा फाद भ कपय जगत सचचा बासगा थोडा सा सख आकवषत कय दगा थोडा सा द ख दफा दगा रककन धमान भ अगय आतभववचाय आता ह बरहमववचाय आता ह ऩयभातभबाव क सॊसकायो को दहयाकय आतभाकाय बाव ऩदा होत ह तो उसस चचतत का ननभाण होता ह चचतत क शानत हो जान स बी चचतत का ननभाण होना ऊॉ ची फात ह

गरत ढॊग स चचतत का ननभाण हो जाता ह तो वह फनधन व द ख का कायण फन जामगा जस चचतत का ननभाण हो गमा कक भ अभक जानत का हॉ मह भया नाभ ह भ सतरी हॉ मा ऩरष हॉ इस परकाय क चचतत का ननभाण हो गमा तो उसक लरए आदय क दो शबद जीवन फन जात ह औय अनादय क दो शबद भौत फन जात ह झठ सॊसकायो स चचतत का ननभाण हो गमा व बी ददन थ कक जफ फॉद बी दरयमा होकय ददखती थी औय हभ डफा र जाती थी जया सा अऩभान बी दरयमा होकय ददखता था जया सा हवा का झोका बी आॉधी की नाई ददखता था रककन जफ सतसॊग औय गरदव की कऩा स आतभवतता भहाऩरष क उऩदश की कऩा स फड-फड दरयम बी कतयो की नाई ददखत ह कमोकक जो कछ नाभ-रऩ ह सख-द ख ह अनकरता-परनतकरता ह व सफ भामा भ खखरवाड भाि ह भामाभािॊ इदॊ दरतभ मह साया परऩॊच जो ददख यहा ह वह सफ भामा भाि ह

दखखम सननम गननम भन भाॉदह

भोहभर ऩयभायथ नाॉह चचतत का अऻान स ननभाण हआ इसीलरए मह जगत सतम बासता ह औय जया-जया सी

फात सख-द ख आकषण ऩयशानी दकय हभ नोच यह ह

धमान क दराया सतसॊग क दराया चचतत का ठीक रऩ भ ननभाण कयना ह चचतत का ऩरयभाजन कयना ह चचतत शानत हो गमा तो उसक सॊसकाय दफ गम जफ उठ तो सॊसकाय कपय चार हो गम नीॊद भ गम त भ मह हॉ भ वह हॉ म सफ सॊसकाय दफ गम नीॊद भ कज की चचनता नह ॊ यहती रककन म द ख दय नह ॊ हए कमोकक चचतत भ जो सॊसकाय ऩड ह व गम नह ॊ म सॊसकाय दफ ह नीॊद स उठन ऩय साया परऩॊच चार हो जामगा साय चचनताएॉ लसय ऩय सवाय हो जामगी

धमान-बजन का रकषम मह नह ॊ ह कक तमहाया चचतत कवर शचसथय हो जाम फस धमान-बजन का रकषम ह चचतत शचसथय हो औय साथ ह साथ चचतत का ननभाण हो बरहमाकाय ववतत स बरहमाकाय बाव स चचतत का ननभाण होगा तो तमहाय चचतत ऩय कशचलऩत सॊसाय क सख-द ख की ठोकय नह ॊ रगगी लभरथमा सॊसाय का आकषण नह ॊ होगा तमहाय रदम भ सॊसाय का आकषण नह ॊ होगा तो वासना नह ॊ उठगा वासना नह ॊ उठगी तो दफाया जनभ रन की जरयत नह ॊ ऩडगी आऩका भो हो जामगा फडा ऩाय हो जामगा

ऩजा कयत ह ठाकयजी की भॊददय भ जात ह भशचसजद भ जात ह चगयजाघय भ जात ह रककन चचतत का ननभाण नह ॊ कयत ह तो सॊसायमािा का अनत नह ॊ आता बगवान शरीकषण कहत ह-

ननभानभोहा शचजतसॊगदोषा अधमातभननतमा ववननवततकाभा दरनदरववभिा सखद खसॊऻगचछनतमभढा ऩदभवममॊ तत

शचजनका भान औय भोह नदश हो गमा ह शचजनहोन आसकति रऩ दोष को जीत लरमा ह शचजनकी ऩयभातभा क सवरऩ भ ननतम शचसथनत ह औय शचजनकी काभनाएॉ ऩण रऩ स नदश हो गई ह ndash व सख-द ख नाभक दरनदरो स ववभि ऻानी जन उस अववनाशी ऩयभ ऩद को परादऱ होत ह

चचतत क साथ भन-इशचनिमो क साथ तादातमम का जो सॊग ह सॊसाय क समफनधो स जो दोष रग जाता ह वह चगया दता ह चचतत का ठीक स ननभाण हो जाम तो अधमातभ भ ननतम यभण हो जाम काभनाएॉ ननवतत हो जाम दरनदरो स भकति हो जाम सख औय द ख भान औय अऩभान अनकरता औय परनतकरता मश औय अऩमश तनदरसती औय फीभाय जीवन औय भतम म सफ दरनदर ह जो तनदरसती स सखी ह वह फीभाय स द खी होगा जो मश स सखी होता ह वह अऩमश स द खी होगा जो जीन भ सख भानगा वह भयन भ द खी होगा रककन जीना भयना भान-अऩभान म सफ चचतत भ दहातभबाव क सॊसकाय ऩड ह अगय चचतत का ननभाण हो गमा कक जीना भयना म सफ भया नह ॊ भामा का ह भया नह ॊ इस दहरऩी खखरौन का ह मह दहरऩी खखरौन कई फाय जीत हए ददखत ह कई फाय भयत हए ददखत ह कपय बी भय कबी

भौत नह ॊ होती तो शर ऩय चढत हए बी द ख नह ॊ होगा रोगो को रगगा कक भनसय शर ऩय चढ ईसा करॉस ऩय चढ अभक फदध ऩरष न धमान कयत हए शय य छोडा औय भय गम रोगो को ऐसा रगगा रककन उन भहाऩरषो का अनबव ह कक व कबी भयत नह ॊ व कबी तरफगडत नह ॊ कबी फनत नह ॊ वासतव भ जीवभाि का जो असर सवरऩ ह वह फनन तरफगडन स फहत ऊॉ चा ह फनता तरफगडता तमहाया शय य ह फनता तरफगडता तमहाया भन ह फनता तरफगडता तमहाया बाव ह रककन तमहाया सवरऩ तमहाया आतभा कबी फनता तरफगडता नह ॊ

चचतत का ननभाण होता ह आतभववचाय स धमान कय औय शनमभनसक नह ॊ रककन अनातभपरवाह का नतयसकाय कय औय आतभपरवाह को चराम आतभबाव को चराम औय दहबाव को हटाम बरहमबाव को जगाना औय दहबाव को अरववदा दना मह ह चचतत क ननभाण की ऩदधनत इस परकाय धमान होगा तो भसत हो जामग धमान क वि बी भसत औय धमान क फाद बी भसत इस परकाय चचतत का ननभाण हो जामगा तो जो सॊसाय फॉद होकय बी दरयमा फनकय डफता था वह अफ दरयमा होकय आमगा तो बी फनद होकय बासगा जया-जया फात स सख-द खादद दरनदर ऩयशान कय यह थ व अफ परबाव नह ॊ डारग शचजतन परभाण भ चचतत का ननभाण होता जामगा उतन परभाण भ दरनदरववभिा होत जामग

साय जऩ तऩ सवा ऩजा मऻ होभ हवन दान ऩणम म सफ चचतत को शदध कयत ह चचतत भ ऩववि सॊसकाय बयत ह परनतददन कछ सभम अवशम ननषकाभ कभ कयना चादहए चचतत क कोष भ कछ आधमाशचतभकता की बयती हो नतजोय को बयन क लरए हभ ददनयात दौडत ह जफ को बयन क लरए छटऩटात ह रककन नतजोय औय जफ तो मह ॊ यह जामग रदम की नतजोय साथ भ चरगी इस आधमाशचतभक कोष को बयन क लरए ददन बय भ कछ सभम अवशम ननकारना चादहए सॊधमा-वनदन ऩजा-पराथना धमान-जऩ ननषकाभ कभ इतमादद क दराया चचतत का ननभाण कीशचजम

उचच ववचाय कयत हए रदम भ खर आकाश की ववशारता बय जान दो ॐकाय का ऩववि जऩ कयत-कयत रदम को ववशार होता अनबव कयो शाशचनत औय आननद स रदम बया जा यहा ह मह आतभाननद की ववशदध ऩयभातभा की चचदाननद-सवरऩ ऩयभातभा की झरक ऩान का तय का ह

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

ऩरयपरदलन पर इशचनिमो को ववषमो स कस फचाम

उ बोजन छोडन स उऩवास कयन स गाम-बस का दध छोडकय फकय का दध ऩीन स योट छोडकय भॉग लबगोकय खान स शय य भ शकति नह ॊ होती तो ववषमवासना शानत हो जाती ह रककन इस उऩाम स सॊसाय भ सखफवदध नह ॊ जाती बरहमवतताओॊ को आतभा-ऩयभातभा का सख लभर जाता ह इसलरए सॊसाय भ यहत हए बी सॊसाय भ उनकी सखफवदध नह ॊ होती

साॉऩ ठणड भ दठठय जाता ह तो शानत ऩडा यहता ह काटता नह ॊ सम की धऩ ननकरत ह वह कफ काट र कोई ऩता नह ॊ ऐस ह अभक आहाय व ननमभो स भन को थोडा शानत कय रत ह कपय जफ भौका लभर जाता ह तो भन कपय बडक उठता ह भन को ववषमो स शानत कय दना अचछा ह सॊमभ कयना ह चादहए रककन साथ ह साथ ऩयभातभा का यस ऩा रना चादहए

भनोवऻाननको न कछ परमोग ककम जो अनत जातीम आवगवार काभी मवक थ उनका खान-ऩान ऐसा यखा कक वीम फन ह नह ॊ कपय उनको रडककमो क फीच यखा तो फड बरहमचाय ददख शानत यह आवग की कोई चदशा नह ॊ की कततो ऩय बी परमोग ककम गम व बी ऐस यह कपय जफ उनको ऩौवदशक बोजन दना शर ककमा तो व ह कतत ऩॉछ दहरात कवततमो क ऩीछ बागन रग व मवक बी ऩौवदशक बोजन क आहाय स ऩहर जस ह काभातय होन रग

भजफय का नाभ भहातभा गाॉधी ndash ऐसा नह ॊ होना चादहए जीवन भ शय य भ शकति न हो इशचनिमो भ फर न हो तो सफ बरहमचाय ह आऩ शि को ऩयासत नह ॊ कय सकत औय भाप कय ददमा तो कमा फडी फात ह उसको नछनन लबनन कयन का साभरथम ह कपय बी भाप कय ददमा तो फडी फात ह भा वीयो को शोबा दती ह कामयो को थोड ह शोबा दती ह

ऐस ह फरवानो को बरहमचम शोबा दता ह

कोई कह कक भय को धन का अलबभान नह ॊ

अचछा ककतना धन ह तमहाय ऩास

ऩहर फहत था रककन अबी अबी तो कजा होगा ऩचचीस हजाय का

तो धन का अलबभान कमा कयगा त

सावन क ऩववि भह न भ बागवत की कथा हो यह थी एक ददन एक सॊत भॊच ऩय ऩधाय शरोताओॊ स फोर कक आऩ रोग बगवान क बि हो बागवत की याभामण की कथाएॉ वषो स सनत आम हो ऩणम कभात आम हो आऩभ स शचजसको लभिो भ याग औय शि भ दरषफवदध न हो ऐस याग-दरषयदहत चचततवार रोग खड हो जाम भ अबी-अबी उनह बगवान का दशन कया दॉ

सॊत न एक फाय दो फाय तीन फाय दहयामा कथाकाय को बी चचनता होन रगी कक हजायो शरोताओॊ भ स कोई नह ॊ उठता सॊत फाय-फाय कहन रग कक आऩ रोगो भ स याग-दरष स यदहत रोग खड हो जाम भ उनह आतभ-साातकाय कया दॉगा बगवान क दशन कया दॉगा उसक दशन स दसयो का बी बरा हो जामगा

सफ रोग लसय झकाकय फठ यह सबा भणडऩ भ सननाटा छा गमा इजजत का सवार हो गमा आखखय भ एक नबफ सार का फढा उठ खडा हआ फोरा फाफा जी भ हॉ

अचछा इतन रोगो भ एक बी लभर गमा तो बी ठीक ह आऩ तो ननहार हो जाओग आऩक दशन स औय रोग ननहार होन रगग अचछा अफ फताओ कक आऩन याग-दरष कस ननवतत ककम

फाफा जी भय उमर नबफ सार की ह भय ऩतनी भय चकी ह भया इकरौता फटा था वह बी परब को पमाया हो गमा सफ लभि-साथी बी एक-एक कयक चर फस ऩरयवाय भ औय लभिभणडर भ कोई नह ॊ औय शि बी कभफखत सफ भय लभट गम अफ भझ ककसी स याग-दरष नह ॊ ह

सनह औय शि भय गम रककन याग-दरष तो नह ॊ भया वह शचजनदा ह कोई चीज नह ॊ ह इसलरए उसका यस अऩन बीतय नह ॊ ह ऐसी फात नह ॊ ह

ननयाहाय यहन स ववकाय तो शानत हो जात ह रककन जगत भ सखफवदध का सॊसाय भ यस का अबाव नह ॊ होता यस ऩान की इचछा सखी होन की इचछा बीतय स नह ॊ जाती ठणड स दठठय हए साॉऩ का ववष अभत भ फदरा नह ॊ जफ तक ऩयभातभा का साातकाय नह ॊ होता तफ तक बीतय क ववकाय ननववकायता का रऩ नह ॊ रत

ऐसा बी नह ॊ कक साातकाय हो जान क फाद ऻानी सॊसाय स उऩयाभ हो जामगा नह ॊ वह खामगा वऩमगा कयगा धयगा फट को जनभ दगा काभ-करोध-रोब-भोह-अहॊकाय म सफ भसारा उसक ऩास होगा रककन वह उन सफका उऩमोग कयगा उनभ सखफवदध स उनक आधीन नह ॊ होगा इसीलरए ऻानी को जीवनभि कहत ह साधायण रोग सख बोगन क लरए ववषम ववकायो क आधीन हो जात ह औय ऻानी सवाधीन यहकय उनका उऩमोग कय रगा

शरीवलशदषजी भहायाज क सौ फट थ शरीकषण न सदशन उठामा शरीयाभ न धनष उठामा तरफना करोध क कॊ स औय यावण को कस भाया उनहोन करोध का उऩमोग ककमा

तभ कभया फनद कयक अनदय स कणडा रगाकय फठो तफ सवतनि हो जफ चाहो दयवाजा खोरकय फाहय ननकर सकत हो रककन फाहय स कोई दयवाजा फनद कय द तो तभ हो गम ऩयाधीन ऐस ह ववकायो क ऩरयशचसथनतमो क आधीन जीना ऩयाधीनता ह ववकाय ऩरयशचसथनतमो को अऩन आदश भ चराना सवाधीनता ह इसीलरए शरीकषण को सोरह हजाय एक सौ आठ शचसतरमाॉ होत हए बी उनका इतना ऻान कक आज बी उनकी गीता ऩजी जा यह ह सॊसाय की दो ऩलतनमाॉ बी आ जाम तो बी फडा गक अय एक ऩतनी बी नाक भ दभ कय दती ह

ऻानी को जगत भ स यसफवदध चर जाती ह उसको आतभसख लभरता ह तो ववषमो भ सखफवदध नह ॊ यहती जो रोग यसफवदध स ववषम बोगत ह व पॉ सत ह सवाबाववक उऩमोग कय लरमा तो कोई फात नह ॊ आऩको बख रगी आऩका उददशम था ऩट बयना ककसी न आकय फदढमा बोजन आऩको खखरा ददमा इसभ कोई दोष नह ॊ रककन आऩका ऩट बया ह कपय बी

सवाद रन क लरए वमॊजन फनवाम भजदय की औय कयवाई तो मह बोजन भ यसफवदध अननदश का कायण ह

असर यस तो ऩयभातभा का ह वह यस लभर गमा तो ऐसी कौन-सी चीज ह जो ऻानी को सॊसाय भ आकवषत कय ठीक ह वमवहाय भ फोर चर लरमा ददमा रककन ऻानी वमवहाय भ फॉधता नह ॊ भाभर आदभी ऩाॉच सौ की नौकय भ फॉध जाता ह रककन जो समराट ह उसको ऩाॉच हजाय की नौकय बी कमा आकवषत कयगी

कफीय क आग कई ररनाएॉ आमीॊ लशषम होकय आमी तो ठीक ह फात कय लभर-जर रककन व सभझ कक अऩन नखय कयक कफीय को पॉ सामग तो गरती भ ह

चरय ठगनी ठभक ठभक नमननको कमो ठभकाव तय हाथ कफीयो नह ॊ आव

कोई सभझ कक भ रऩ रावणम स अरॊकाय-आबषणो स ककसी ऻानी को पॉ साऊॉ ऩस दकय ऻानी को अऩना फनाऊॉ धौस दकय ऻानी स आशीवाद र रॉ तो वह धोख भ ह शचजसको आतभऻान हो गमा आतभयस लभर गमा वह ककसी यस स ककसी ऻान स ककसी फर स परबाववत नह ॊ होगा चाय ऩस क चन रकय खान रग ह मह भौज की फात ह दरयि आदभी चना खाता ह वह अरग फात ह रककन अभीय आदभी चना खाता ह तो भौज ह ववनोद ह ऐस ह ऻानी क लरए साया सॊसाय ववनोद भाि ह औय हभ रोग सॊसाय भ पॉ स भयत ह

जो यसफवदध स ववषम-बोग बोगता ह वह वववकी होगा तो बी उसकी इशचनिमाॉ उसक भन को फरऩवक हय रती ह भजा रन क लरए बोग बोगा तो सजा जरय बोगगा ऐसा कोई सख नह ॊ जो फाद भ द खी न कय इसलरए ह अननदाता सॊसाय स सख रन की इचछा ह छोड दो सॊसाय भ सख का तो रफर ह अनदय द ख बया ह

एक आदभी न गराफ क ऩौध ऩय सनदय खखरा हआ पर दखा झट स तोड कय नाक ऩय यख ददमा पर भ फठी थी ततमा पट स भाय ददमा डॊक उसक नाक ऩय ओ फाऩ य

ऐस ह सॊसाय क ववषमो भ ददखती सनदयता ह रककन अनदय ततमा फठी होती ह ददखता सख ह रककन बय ह भसीफत परायमब भ रगता ह कक सॊसाय भ सख ह रककन फाद भ साय शचजनदगी सॊसाय की गाडी खीीचत खीीचत दभ ननकरता ह भनषम आखखय भ ऩदळाताऩ कयता हआ भय जाता ह

द ख को हभ रोग आभॊतरित कयत ह वासतव भ द ख ह नह ॊ द ख फनान की पकटय हभाय साथ रगी हई ह कस हभ सखी होन क लरए बागत ह फाहय मह फाहय बागना ह द ख को आभनिण दता ह शचजतनी तजी स बाग उतनी ह तजी स द ख लभरगा ऻानी सख रन क लरए फाहय बागत नह ॊ व द ख लभटान क लरए बी फाहय बागत नह ॊ फर ऩान क लरए बी फाहय नह ॊ बागत

एक जगह ऩय ऻानी सतसॊग कय यह थ एकाएक जोयो स आॉधी चर छत क ट न छटऩटान रग बि रोग सफ बाग गम ऩकक भकानो भ आशरम र लरमा थोडी दय भ आॉधी शानत हो गई वाऩस आकय दखा तो सवाभी जी वस ह फठ ह ऩछा

फाफाजी इतनी आॉधी चर हभ बाग गम आऩ नह ॊ बाग

हभ बी बाग तभ फाहय बाग हभ बीतय बाग

अनतमाभी ऩयभातभा स जड जाओ तो परकनत की सवा ऩाना कोई फडी फात नह ॊ ह ऩयभातभा स लभर जाओ ईदवय भ डफ जाओ तभ नह ॊ कय सकत ईदवय सफ कछ कय सकता ह

तभभ औय ईदवय भ कमा पक होता ह

तभ जफ सॊसाय स सख रन की इचछा कयत हो तो दो ऩस क हो जात हो सॊसाय स सख रन की इचछा छोडकय ईदवय भ गोता भायत हो तो ईदवय हो जात हो मह भहाऩरषो का अनबव ह शासतरो का परभाण ह बगवान शरीकषण बी कह यह ह-

परजहानत मदा काभान सवान ऩाथ भनोगतान आतभनमवातभना तदश शचसथतपरऻसतदोचमत

ह अजन शचजस कार भ ऩरष भन भ शचसथत समऩण काभनाओॊ को बर बाॉनत तमाग दता ह औय आतभा स आतभा भ ह सॊतदश यहता ह उस कार भ वह शचसथतपरऻ कहा जाता ह

जो अऩन आऩ भ तदऱ ह अऩन आऩ भ आनशचनदत ह अऩन आऩभ खश ह वह शचसथतपरऻ ह तसम तरना कन जामत उसकी तरना औय ककसस कय वह ऐसा भहान हो जाता ह ऐस भहाऩरष का तो दवता रोग बी दशन कयक अऩना बागम फना रत ह ततीस कयोड दवता बी ऐस भहाऩरष का आदय कयत ह तो औयो की कमा फात ह

ईदवय भ सखफवदध होनी चादहए सॊसाय भ सख रन की जो हभाय आदत ह वह हभ फय तयह द ख भ डार दती ह वह आदत ऩयानी ह कई जनभो की ह इसलरए अभमास कयना ऩडता ह साधन-बजन इसीलरए कयन ऩडत ह कक गनद आदत ऩड गई ह नह ॊ तो ईदवय दय थोड ह ह कक उसको ऩान क लरए अभमास की जरयत ऩड गनद आदत लभटान क लरम साधन-बजन-धमान कयना ऩडता ह फाहय सख रन की आदत ह व गनद आदत ह

कोई वाह वाह कय तो कान का सख लभर अचछा खाम तो जीब का सख लभर फदढमा कपलभ दख तो आॉख का सख लभर फदढमा शयमा हो पर तरफछ हो इि-तर-परर को नछडकाव हो यानन सादहफा ऩय दफा यह ॊ ह आहाहा मह चभडी का सख हआ म सफ बी आखखय ककतन ददन

इन तचछ सखो भ हभ रोग फयफाद हो जात ह औय भज की फात ह कक जफ अऩना रदम परसनन होगा तबी वहाॉ स सख आमगा चचतत भ अशाशचनत ह फचनी ह तो परो की शयमा कमा कयगी ताय आ जाम कक पराना सनह सखत फीभाय ह तो आइसकरीभ कमा लभठास दगी

इन सखो जया सा झटका सहन की बी ताकत नह ॊ ह परो की शयमा ऩय काभसख भ डफ यह थ आऩस भ भनभटाव हो गमा अहॊ का टकयाव हो गमा तो फन गम एक दसय क दशभन ऩनत-ऩतनी तराक र रत ह सचभच उसभ सख होता तो तराक कमो रत रडत कमो

ऐसा कोई बोग नह ॊ जो बोगनवारो को फजाय न कय द बोग परायमब भ तो सखद रगत ह रककन फाद भ उनका ऩरयणाभ द खद आता ह मोग शर भ जया ऩरयशरभवारा रगता ह रककन फाद भ अभत जसा अभयपर द दता ह

शर भ जया भीठा-भीठा रग औय अनत भ ववष जसा रग मह बोगो का पर ह शर भ जया कट रग रककन अनत भ सदा क लरए भीठा यह मह बगवान की बकति का मोग का ऻान का पर ह

शर भ जफ ऻानी सॊत भहाऩरषो क ऩास जामग तो फठकय ऊफग अदफ यखग लशदशाचाय कयग सोना खाना ऩीना वमवशचसथत नह ॊ यहगा परायमब भ कदठन रगग रककन उनस ऐसा ऩामग कक भहायाज याजाओॊ क बी याजा हो जामग

हभ जफ सदगरदव क ऩास गम थ तो शर भ जया कदठनाइमाॉ थीॊ भॉग उफारकय खा रत नगयसठ का फटा होकय झाड रगात फतन भाॉजत आशरभ भ सवा कयत गरदव तो नह ॊ कहत रककन हभ सवा छीन रत थ आशरभ भ रोग कबी आत थ तो यसोई क फड फतन बी होत थ ऩहाडी ऩथय र लभटटी मा कोमर की याख होती थी फतन भाॉजन क लरए हाथ भ चीय ऩड जात थ खन ननकरता था तो ऩटटी फाॉधकय फतन भाॉज रत थ उस सभम दखन वारो को रगता होगा कक फडा द ख बोग यहा ह रककन अफ रगता ह वाह ऐसा लभरा ह कक कबी खट नह ॊ सकता ऐसा यस द ददमा ह गर की कऩा न

साशचववक सख ऩहर जया द ख जसा रगता ह फाद भ उसका पर फडा भधय होता ह याजसी सख ऩहर सखद रगता ह रककन फाद भ भसीफत भ डार दता ह ताभसी सख भ ऩहर बी ऩयशानी औय फाद भ बी ऩयशानीघोय नक

बगवद गीता भ बी कहा ह मततदगर ववषलभव ऩरयणाभऽभतोऩभभ

ततसखॊ साशचववकॊ परोिभातभफवदध परसादजभ जो आयमबकार भ ववष क तलम परतीत होता ह ऩयनत ऩरयणाभ भ अभत क तलम ह वह

ऩयभातभ ववषमक फवदध क परसाद स उतऩनन होन वारा सख साशचववक कहा गमा ह

ववषमशचनिम सॊमोगादयततदगरऽभतोऩभभ ऩरयणाभ ववषलभव ततसखॊ याजसॊ सभतभ

जो सख ववषम औय इशचनिमो क सॊमोग स होता ह वह ऩहर बोगकार भ अभत क तलम परतीत होन ऩय बी ऩरयणाभ भ ववष क तलम ह इसलरए वह सख याजस कहा गमा ह

मदगर चानफनध च सखॊ भोहनभातभन

ननिारसमपरभादोतथॊ ततताभसभदारतभ जो सख बोगकार भ तथा ऩरयणाभ भ बी आतभा को भोदहत कयन वारा ह ndash वह ननिा

आरसम औय परभाद स उतऩनन सख ताभस कहा गमा ह

(गीता 18373839) ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

पर ndash इशचनिमो को यस रन की आदत ऩड गई ह तो कमा कयना चादहए

उ ndash फाय-फाय बगवान स ईभानदाय स पराथना कयनी चादहए कक ह परब इशचनिमाॉ भझ घसीटकय बोगो भ र जाती ह ह नाथ त दमा कय भ जनभो स बटका हॉ अबी बी आदत ऐसी ह गनद ह दखन क ऩीछ चफान क ऩीछ वाह-वाह सनन क ऩीछ भया सभम फयफाद हो यहा ह ह परब त भझ कऩा-परसाद द ऐसा कयक बगवान क शयण चर जाओ ववकाय उठ उसी सभम बगवान स पराथना कयन रगो ऐसा कयन स फच जाओग औय कबी कपसर बी जाओ तो ननयाश भत हो कपय स उठो कपय स पराथना कयो हजाय फाय चगय जाओ तो बी ननयाश भत हो आखखय तमहाय ह ववजम होगी बीतय का यस लभरन रग जामगा वह यस ठीक स लभर गमा कपय ववकायो भ ताकत नह ॊ तमह फाॉध सक

शचजनदा चहा तरफलर को नह ॊ भाय सका तो भया हआ चहा तरफलर को कमा भायगा ऻानी की फवदध को सॊसायरऩी चहा नह ॊ पॉ सा सकता साधक था तबी बी नह ॊ पॉ सा तबी तो साधक हआ साधक अवसथा भ नह ॊ पॉ सा तबी तो महाॉ आमा पॉ सता तो सॊसाय क चककय भ जाता सॊसाय भ जनभ लरमा सॊसाय भ यहा भाॉ-फाऩ बाई-फहन कटमफी-ऩडोलसमो क फीच यहा कपय बी भोह भभता को चीयता हआ सतसॊग भ ऩहॉचा गर क ऩास ऩहॉचा अबी आऩ महाॉ ऩहॉच ह न शचजनदा सॊसायरऩी चहा आऩकी फवदधरऩी तरफलर को पॉ सा नह ॊ सका तबी तो आऩ बरहमऻान क सतसॊग भ ऩहॉच ऻान हो जाम फोध हो जाम कपय सॊसाय कमा फाॉधगा आऩकी फवदध को जगत का लभरथमातव ऩकका हो गमा तो कपय वह फवदध को दफा नह ॊ सकता अबी बी जगत सचचा रग यहा ह कपय बी वह फवदध को दफा नह ॊ सकता इसस ईदवय क भाग ऩय ऩहॉच हो इसीलरए सतसॊग औय वदानत भ रचच हो यह ह जगतरऩी चह का परबाव जमादा होता तो फवदधरऩी तरफलर दफी यहती ह

शचजसकी इशचनिमाॉ वश भ हो जाती ह उसकी फवदध ऩयभातभा भ परनतवदषत हो जाती ह

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पर ndash ईदवय क ऩयामण नह ॊ हए तो कमा होगा कयोडो रोगो की तयह हभ बी ऐस ह खाम वऩम औय शचजम तो कमा होगा

उ ndash ईदवय ऩयामण न होन स ववषमो का चचनतन होगा ववषमो क चचनतन स काभना उठगी काभना ऩय होगी तो आसकति होगी काभना ऩय नह ॊ होगी तो करोध होगा करोध होगा तो फवदध का नाश होगा फवदध का नाश हआ तो सवनाश हआ

जो बगवान का चचनतन नह ॊ कयगा उसको सॊसाय का चचनतन होगा सॊसाय का चचनतन होगा तो ऩदाथ ऩान की इचछा होगी ऩदाथ लभरग तो छट न जाम इसकी चचनता होगी नह ॊ लभरग तो जो अडचन डारत ह उन ऩय करोध होगा करोध होगा तो फवदध की मोगमता ीण हो जामगी मोगमता ीण हई तो भोह होगा भोह सफ वमाचधमो का भर ह कपय फनगा व फनगा घोडा फनगा बसा जो आदभी ववषम ववकायो भ पॉ सा यहता ह उसकी फवदध दफी यहती ह ठीक स काभ नह ॊ दती

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पर ndash ऩतन ककसका नह ॊ होता

उ ndash वशीबत अॊतकयण वारा ऩरष याग-दरष स यदहत औय अऩनी वशीबत इशचनिमो क दराया ववषमो का आचयण कयता हआ बी परसननता को परादऱ होता ह वह उनभ रऩामभान नह ॊ होता उसका ऩतन नह ॊ होता शचजसका चचतत औय इशचनिमाॉ वश भ नह ॊ ह वह चऩ होकय फठ तो बी सॊसाय का चचनतन कयगा ऻानी सॊसाय भ फठ हए बी अऩन सवरऩ भ डट यहत ह

बायत क बतऩव यादसऩनत डॉ शरीयाधाकषणन अचछ चचनतक भान जात ह उनहोन एक कहानी लरखी ह

एक बदठमाया था उसको हय योज सवपन आता कक भ चकरवती समराट हॉ वह अऩना काभ ननऩटाकय जलद -जलद सो जाता उस भधय सवपनरोक भ जान क लरए फाहय क जगत भ वह बदठमाया था खान-ऩीन को बी ऩमादऱ नह ॊ था गजाया चरान क लरए फडा ऩरयशरभ कयना ऩडता था रककन धीय-धीय वह सवपन भ सखी होन रगा तो फाहय क जगत भ रचच कभ होन रगी

परनतददन सवपन भ दखता कक भ चकरवती समराट फन गमा हॉ छोट-छोट याजा रोग भय आऻा भ चरत ह छनन-छनन कयत ह य जवाहयात क गहनो स सजी ररनाएॉ चॉवय डरा यह ह

एक ददन सवपन भ वह फाथरभ जान उठा तो ऩास भ जरती हई बटठी भ ऩय ऩड गमा जरन क भाय चचलरा उठा सो तो यहा था बदटठमो क फीच रककन सवपन दख यहा था कक समराट ह इसलरए वह सखी था

ककसी बी ऩरयशचसथनत भ आदभी का भन जसा होता ह सख-द ख उस वस ह परतीत होत ह ऻानी का भन ऩयबरहम भ होता ह तो व सॊसाय भ यहत हए सफ वमवहाय कयत हए बी ऩयभ सखी ह बरहमऻान भ भसत ह

आदभी का शय य कहाॉ ह इसका अचधक भलम नह ॊ ह उसका चचतत कहाॉ ह इसका अचधक भलम ह भॊददय भ फठा ह ऩजाय सोच यहा ह कक कफ फायह फज औय रडड रकय ऩजारयन क ऩास जाऊॉ तो वह भॊददय भ नह ॊ ह ऩजारयन क ऩास ह चचतत ऩयभातभा भ ह औय आऩ सॊसाय भ यहत ह तो आऩ सॊसाय भ नह ॊ ह ऩयभातभा भ ह

परबातकार भ उठो तफ आॉख फनद कयक ऐसा चचनतन कयो कक भ गॊगाककनाय ऩय गमा ऩववि गॊगाभमा भ गोता रगामा ककसी सॊत क चयणो भ लसय झकामा उनहोन भझ भीठी ननगाहो स ननहाया

ऩाॉच लभनट ऐसा भधय चचनतन कयो आऩका रदम शदध होन रगगा बाव ऩववि होन रगगा

सफह उठकय दख हए लसनभा क दशम माद आम आहाहा वह भय ऩास आमी भझस लभर आदद आदद तो दखो सतमानाश हो जामगा कलऩना तो भन स होगी रककन तन ऩय बी परबाव ऩड जामगा कलऩना भ ककतनी शकति ह

सॊत-भहातभा-सदगर-ऩयभातभा क साथ ववचयत ह सभाचध रगात ह उनका सभयण-चचनतन कयत ह तो रदम आनशचनदत होता ह

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पर ndash ककसकी फवदध शचसथय नह ॊ यहती

उ ndash जो असॊमभी ह गर क ऻान को ऩचाता नह ॊ ह उसकी फवदध शचसथय नह ॊ यहती जो सॊमभी ह गरभख ह उसकी फवदध शदध सॊमभी औय दढ ननदळमी हो जाती ह

फवदध का शचसथय होना फहत फडी उऩरशचबध ह उसभ असीभ शकति आ जाती ह शचसथय फवदध वारा मदद सॊकलऩ कय द तो साया याजम फदर जाम ऐसी ताकत होती ह शचसथय फवदधवार भ वह वयदान द सकता ह जो न कय याभ वह कय ककननायाभ शचसथय फवदध वार भ इतना परबाव होता ह खदा बी ऩछ कक फनदा अफ तय कमा यजा ह शचसथय फवदध होना फचचो का खर नह ॊ वह फडा भहान काम ह याजा होना इतनी भहतता नह ॊ यखता याजा बी शचसथय फवदध वार क चयणो भ ऩड जाम तो याजा ननहार हो जाम भहवष वलशदष शचसथय फवदध वार थ याजा दशयथ उनक चयणो भ ऩड तो बगवान याभ को परकट होना ऩडा मह ह शचसथय फवदधवारो का चभतकाय अबी तक याजा दशयथ का नाभ जनता की शचजहवा ऩय नाच यहा ह उस सभम भ औय बी कई याजा होग न रककन दशयथ जी शचसथयफवदधवार आऩ तो ननहार हो ह जात ह रककन उनकी शयण जान वार का बी ककतना कलमाण हो जाता ह भतॊग ऋवष शचसथय फवदध क थ शफय बीरनी उनकी शयण गई ककतनी ऊॉ चाई परादऱ कय र उसन उस जभान क याजाओॊ को बी हभ रोग इतना नह ॊ जानत शचजतना शफय को जानत ह

भतॊग ऋवष न शफय स कह ददमा कक तझ याभ लभरग शफय न मह नह ॊ ऩछा कक सचभच लभरग गर न कह ददमा फात ऩय हो गई शरदधा हो तो शफय जसी भय भ मोगमता नह ॊ ह ndash ऐसा शफय न कहा नह ॊ गरजी न कह ददमा तो फात ऩककी हो गई मोगमता ह नह ॊ ह वह गर जान

दोष इतना दोष नह ॊ शचजतना दोषो को अऩना भानना औय ईदवय क यासत अऩन को अमोगम भानना दोष ह

अनकरभ

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जनक-ववचाय

जनक अऩन भन को सभझात ह- ऐ भन त शानत हो जा ऐ चचतत तया चरना ह सॊसाय का होना ह सॊसायरऩी चकर

को योकन क लरए नालबरऩी चचतत को योकना आवशमक ह ह भय चचतत त शानत हो जा याजम तया नह ॊ ऩि-ऩरयवाय तया नह ॊ मह शय य बी तया नह ॊ शचजसका सफ कछ ह वह ऩयभातभा तया ह ऐ भय चचतत त उसी ऩयभातभा भ शानत हो जा तया बरा होगा

जनक अऩन भन को फाय-फाय सभझात ह जमो-जमो भानलसक चचनतन कयत हए चचतत को सभझात ह तमो-तमो जनक का चचतत ऩयभातभा क ननकट उस अनतमाभी आतभदव क ननकट ववशराशचनत ऩाता ह जनक क कभ कटत ह जनक सचभच जीवन क पर को ऩात ह

वलशदषजी कहत ह- ह याभजी कपय उस भह ऩनत न अऩन भन स कहा ऐ भय भन आज तक भ तय कहन भ यहा औय जनभ-जनभानतय स बटकता यहा ऐ

भय चचतत तन जो कहा वह भन सवीकाय ककमा तन जो वासना की वह भन ऩण की रककन त बी अऻान की आग भ वासना की बटटी भ जरता आमा ह औय भझ बी त जराता आमा ह ऐ भय भन अफ त शानत ऩद का आशरम र जस ऻानवान सॊत ऩरष आतभ-ववचाय कयत शानत ऩद का आशरम रकय सॊसाय-सभि स तय जात ह त बी उस आतभऩद का आशरय़ र त बी जगत क चचनतन भ उदास होकय ननशचदळॊत सवरऩ आतभा भ डफ जा ऐ भय भन आज तक तया कहना भानकय भ बटक यहा था अफ त एक फाय भया कहना भानकय तो दख शासतर क वचन का कहना भानकय तो दख ऐसा द ख नक भ बी नह ॊ जसा चॊचर चचतत भ होता ह ऐसा सख सवग औय वकणठ भ बी नह ॊ जसा सख ननदळर चचतत भ परकट होता ह ऐ चचतत तया चॊचर होना तया औय भया ववनाश ह तया शचसथय होना फडा ऩाय होन का हत ह ऐ भय चचतत त भान जा इसी भ तया कलमाण ह

उस भह ऩनत न अऩन चचतत को फाय-फाय सभझामा कछ णो क लरए तो चचतत ऩयभातभ-शाशचनत भ डफा सा ददखा कपय आॉख खोरकय फाहय सवदश को ननहायन रगा भहायाज जनक न कपय आॉखो को रकषम कयक सभझामा

ह चॊचर नि तभ फाहय का जगत अऩन बीतय बयत हो शरोि औय नि तभ इस जीव को फड धोख क जगत भ र जात हो तभ दोनो क दराया जगत बीतय आता ह जमो ह जगत बीतय आता ह तमो ह चचतत की चॊचरता फढती ह यातरि को सो जात ह तो आॉख औय कान क दराया जगत बीतय नह ॊ आता चचतत परकनत भ र न हो जाता ह सफह फडी शाशचनत औय

ताजगी का अनबव होता ह परकनत भ र न हआ चचतत शय य को जया सी ताजगी दता ह वह चचतत मदद धमान कयक आतभा भ र न हो जाम तो जीवन ऩया ताजा फना दता ह तभ तो ऩय ऩावन हो ह जात हो तमहाय सॊग भ आन वार वमकति बी ननषऩाऩ होकय ऩावन हो जात ह

ऐ भय चचतत तया सचचा याजम तो आतभा का याजम ह इस जनकऩय भ तो कई याजा आम शचजसन याजम ककमा वह जनक कहरामा त कफ तक इस जठी ऩरथवी का गव कयक अऩन को याजा भानगा त इस ऩरथवी का ऩनत नह ॊ भदहऩनत नह ॊ त तो इस ऩरथवी का एक गरास भाि ह तय जस तो कई याजा आ-आकय इस ऩरथवी भ दपनाम गम उनकी हडकतडमाॉ बी गर गई

भाट कह कमहाय स त कमा यौद भोम एक ददन ऐसा आमगा भ यौदगी तोम

भदहऩनत अऩन चचतत को सभझाता ह ऐ चचतत त ऩयभातभा की शाशचनत भ शानत हो जा नह ॊ तो ऋवष रोग भय हाॉसी कयग कहग सभझदाय होकय भखो की नाई आमषम तरफता ददमा फवदधभान होकय ऩशओॊ की नाई शय य को ऩारन-ऩोषन भ जीवन गॉवा ददमा ऐ भय भन शचजस ऩयभातभा न तझ अनयाग का दान ददमा ह उसस सॊसाय क ववषम त कमा भाॉगता ह उसस नदवय चीजो की चाह त कमो कयता ह

शचजसन अनयाग का दान ददमा उसस कभ भाॉग रजाता नह ॊ

अऩनाऩन बर सभाचध रगा

मह वऩम का ववमोग सहाता नह ॊ नब दख ऩमोधय शाभ ढर

कमो लभट उसभ लभर जाता नह ॊ चगता ह चकोय अॊगाय

परयमाद ककसी को सनाता नह ॊ अफ सीख र भौन का भॊि नमा

अफ वऩम का ववमोग सहाता नह ॊ ऐ चचतत त भौन का भॊि र र बीतय ह बीतय उस ऩाय की शाशचनत का अनबव कय

कपय ऩता चरग कक ककतना खजाना तय बीतय छऩा ह

सॊञा सखणा कोई नह ॊ सफक बीतय रार भयख गरॊचथ खोर नह ॊ कयभी बमो कॊ गार

कभी कभकाणड भ पॉ सा ह भख फवकपी भ पॉ सा ह कोई-कोई भाई का रार कभो स औय फवकपी स फचकय ननषकभ तवव भ गोता भायता ह ननशचषकरम चतनम भ अऩन आऩको खो दता ह उऩननषद कहत ह-

मतो वाचो ननवतनत अपरापम भनसा सह जहाॉ वाणी नह ॊ ऩहॉचती भन स जो परादऱ नह ॊ होता फवदध जहाॉ स रौटकय आती ह ऐस

आतभदव को जो बागमवान ऩाता ह वह कपय ककसी स बमबीत नह ॊ होता भतम बी उसका कछ तरफगाड नह ॊ सकती भतम शय य की होती ह आतभऻानी उस भतम को बी दखता ह

ऐ चचतत त बरहमऻान ऩा र तय चॊचरता लभटत ह ऩयबरहम ऩयभातभा का अनबव होन रगगा आज तक भ तया कहना भानता आमा हॉ आज त भया कहना भान त शानत हो जा

वलशदषजी कहत ह- ह याभजी इस परकाय भदहऩनत जनक फाय-फाय अऩन चचतत को अनतभख फना यह ह चचतत को अनतभख कयत-कयत बरहमशचसथनत का ऩयभातभ-शाशचनत का अनबव ककमा

नि खोर फाहय ननहाया जगत की ओय इतन भ दालसमाॉ हाथ जोडकय खडी हो गई कक भहायाज सनान कयन का सभम हआ ह यतनजकतडत सवण क करशो भ बया ववववध तीथो का जर औय वददक भनिोचचाय कयत बराहमण इॊतजाय कय यह ह

जनक न कहा अफ भन आतभजर भ नहा लरमा ह शय य को तीथ क जर भ नहरा दता हॉ अफ भ फाहय चदशा करॉ तो मह शय य की चदशा ह भय नह ॊ नहाना-धोना खाना-ऩीना याजकाज कयना म सफ कभ शय य क ह भया कोई कभ नह ॊ भया तो कततवम ह उस परब भ भसत यहना भन कयन मोगम सफ कभ कय लरम ऩारन मोगम धभ ऩार लरम अऩन घय भ घय ऩा लरमा

इस परकाय बऩनत को ऩयभातभ-शाशचनत का अनबव हआ

ह याभ जी मथामोगम वमवहाय कयो रककन चचतत स सदा आतभऩद भ शचसथनत कयो चचतत भ एक फाय आतभ-शाशचनत का सवाद आ जाम तो कपय सॊसाय भ कोई सख तमह परबाववत नह ॊ कयगा

जस अभत तस ववष घाट जसा भान तसा अऩभाना

हष शोक जाॉक नह ॊ वय भीत सभान कह नानक सन य भना भि ताॉदह त जान

एक फाय चचतत ऩयभातभ-शाशचनत का अनबव कय कपय तमहाय चचतत भ तमहाय अनतकयण भ सॊसाय की सतमता नदश हो जामगी

अनकरभ

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भाभकॊ शयणॊ वरज

जीव भाि का दहत कवर इसी फात भ ह कक वह ककसी औय का सहाया न रकय कवर बगवान की ह शयण र र बगवान क शयण होन क लसवाम जीव का कह ॊ बी ककॊ चचत भाि बी नह ॊ ह कायण मह ह कक जीव साात ऩयभातभा का अॊश ह इसस वह ऩयभातभा को छोडकय औय ककसी का सहाया रगा तो वह सहाया दटकगा नह ॊ जफ सॊसाय की कोई बी वसत वमकति घटना ऩरयशचसथनत अवसथा आदद शचसथय नह ॊ ह तो कपय इनका सहाया कस शचसथय यह सकता ह इनका सहाया तो यहगा नह ॊ कवर चचनता शोक द ख आदद यह जामग

अशचगन स अॊगाय दय हो जाता ह तो वह कारा कोमरा फन जाता ह ऩय वह कोमरा जफ ऩन अशचगन स लभर जाता ह तो वह अशचगनरऩ फन जाता ह औय अॊगाय होकय चभक उठता ह

ऐस ह मह जीव बगवान स ववभख हो जाता ह तो वह फाय-फाय जनभता-भयता औय द ख ऩाता यहता ह ऩय जफ वह बगवान क समभख हो जाता ह अननम बाव स बगवान की शयण भ हो जाता ह तो वह बगवतसवरऩ फन जाता ह औय चभक उठता ह इतना ह नह ॊ ववदव का बी कलमाण कयन वारा हो जाता ह

साधक को सफस ऩहर भ बगवान का हॉ इस परकाय अऩन अहॊता को फदर दना चादहए कायण कक तरफना अहॊता क फदर साधन सगभता स नह ॊ होता औय अहॊता क फदरन ऩय साधन सगभता स सवाबाववक ह होन रगता ह

वववाह हो जान ऩय कनमा अऩनी अहॊता को फदर दती ह कक भ तो ससयार की ह हॉ औय वऩता क कर का समफनध तरफलकर छट जाता ह ऐस ह साधक को अऩनी अहॊता फदर दनी चादहए कक भ बगवान का हॉ औय बगवान भय ह भ सॊसाय का नह ॊ हॉ औय सॊसाय भया नह ॊ ह अहॊता क फदरन ऩय भभता बी अऩन आऩ फदर जाती ह

भ परब क चयणो भ ह ऩडा हआ हॉ ndash ऐसा भन भ बाव यखत हए जो कछ अनकर मा परनतकर ऩरयशचसथनत साभन आ जाम उसभ बगवान का भॊगरभम ववधान भानकय ऩयभ परसनन यह

बगवान क दराया भय लरम जो कछ बी ववधान होगा वह भॊगरभम हो होगा ऩय ऩरयशचसथनत भय सभझ भ आम मा न आम मह फात दसय ह ऩय बगवान का ववधान तो भय लरए कलमाणकाय ह ह इसभ कोई सनदह नह ॊ इसलरए जो कछ होता ह वह भय कभो का पर नह ॊ ह परतमत बगवान क दराया कऩा कयक कवर भय दहत क लरए बजा हआ ववधान ह

बगवान पराणीभाि क ऩयभ सरद होन स अनकर मा परनतकर ऩरयशचसथनत बजकय पराखणमो क ऩणम-ऩाऩो का नाश कयक उनह ऩयभ शदध फनाकय अऩन चयणो भ खीॊच यह ह ndash इस परकाय दढता स बाव होना ह बगवान क चयणो भ शयण रना ह

सवमॊ बगवान क शयणागत हो जाना मह समऩण साधनो का साय ह इसभ शयणागत बि को अऩन लरए कछ बी कयना शष नह ॊ यहता जस ऩनतवरता सतरी का अऩना कोई काभ नह ॊ यहता वह अऩन शय य की साय-सॉबार बी ऩनत क नात ऩनत क लरए ह कयती ह वह घय कटमफ वसत ऩि-ऩिी औय अऩन कहरानवार शय य को बी अऩना नह ॊ भानती परतमत ऩनतदव का ह भानती ह शचजस परकाय ऩनतवरता ऩनत क ऩयामण होकय ऩनत क गोि भ ह अऩना गोि लभरा दती ह औय ऩनत क ह घय ऩय यहती ह उसी परकाय शयणागत बि बी शय य को रकय भान जान वार गोि जानत नाभ आदद को बगवान को चयणो भ सभवऩत कयक ननशचदळॊत ननबम ननशोक औय ननशॊक हो जाता ह बगवान शरीकषण अजन स कहत ह-

सवधभानऩरयतमजम भाभकॊ शयणॊ वरज समऩण धभो का आशरम धभ क ननणम का ववचाय छोडकय कवर एक भय ह शयण भ

आ जा

महाॉ परदल होता ह कक धभ अथात कततवम धभ का सवरऩ स तमाग भाना जाम नह ॊ धभ का सवरऩ स तमाग कयना न तो गीता क अनसाय ठीक ह औय न वह परसॊग क अनसाय ह ठीक ह बगवान की फात सनकय अजन न कततवम धभ का तमाग नह ॊ ककमा ह अवऩत करयषम वचनॊ तव कहकय बगवान की आऻा क अनसाय कततवम कभ का ऩारन कयना सवीकाय ककमा ह

भाभकॊ शयणॊ वरज का तातऩम भन-फवदध क दराया शयणागनत को सवीकाय कयना नह ॊ ह अवऩत सवमॊ को बगवान की शयण भ जाना ह कमोकक सवमॊ की शयण होन ऩय भन फवदध इशचनिमाॉ शय य आदद बी उसी भ आ जात ह अरग नह ॊ यहत

बगवान क शयण होन क फाद बी तमहाय बावो ववततमो आचयणो आदद भ पक नह ॊ ऩडा सधाय नह ॊ हआ बगवतपरभ बगवददशन आदद नह ॊ हए औय अऩन भ अमोगमता अनचधकायता ननफरता आदद भारभ होती ह तो बी उनको रकय तभ चचनता मा बम भत कयो कमोकक बगवान कहत ह कक जफ तभ भय अननम शयण हो गम तो वह कभी तमहाय कभी कस यह उसका सधाय कयना तमहाया काभ कस यहा वह कभी भय कभी ह उसका सधाय कयना भया काभ यहा तमहाया तो फस एक ह काभ ह ननशचदळॊत ननशोक ननबम औय ननशॊक होकय यहना ह अगय तय भ चचनता बम वहभ आदद दोष आ जामग तो व शयणागनत भ फाधक हो जामग औय सफ बाय तय ऩय आ जामगा शयण होकय अऩन ऩय बाय रना शयणागनत भ करॊक ह

ववबीषण बगवान शरीयाभ क चयणो की शयण हो जाता ह तो कपय ववबीषण क दोषो को बगवान अऩन ह दोष भानत ह एक सभम ववबीषण जी सभि क इस ऩाय आम वहाॉ ववपरघोष नाभक गाॉव भ उनस एक अऻात बरहमहतमा हो गई इस ऩय वहाॉ क बराहमणो न इकटठ होकय ववबीषण को खफ भाया-ऩीटा ऩय व भय नह ॊ कपय बराहमणो न उनह जॊजीयो स फाॉधकय जभीन क बीतय एक गपा भ र जाकय फनद कय ददमा याभ जी को मह ऩता रगा तो व ऩषऩक ववभान क

दराया ततकार वहाॉ ऩहॉच बराहमणो न याभ जी का फहत आदय-सतकाय ककमा औय कहा कक भहायाज इसन बरहमहतमा कय द ह इसको हभन फहत भाया ऩय मह भया नह ॊ

बगवान याभ न कहा ह बराहमणो ववबीषण को भन कलऩ तक की आम औय याजम द यखा ह वह कस भाया जा सकता ह औय उसको भायन की जरयत ह कमा ह वह तो भया बि ह बि क लरए भ सवमॊ भयन को तमाय हॉ हभाय महाॉ ववधान ह कक दास क अऩयाध की शचजमभवाय उसक सवाभी ऩय होती ह सवाभी ह उसक दणड का ऩाि होता ह इसलरए ववबीषण क फदर भ आऩ रोग भय को ह दणड द

बगवान की मह शयणागत-वतसरता दखकय सफ बराहमण आदळम कयन रग औय उन सफ न बगवान की शयण र र

भ बगवान का हॉ औय बगवान भय ह ndash इस अऩन ऩन क सभान मोगमता ऩािता अचधकायता आदद कछ बी नह ॊ ह मह समऩण साधनो का साय ह छोटा-सा फचचा बी अऩनऩन क फर ऩय ह आधी यात भ साय घय को नचाता ह जफ वह यात भ योन की ठान रता ह तो साय घयवार उठ जात ह औय उस रयझात ह

इसलरए शयणागत बि को अऩनी मोगमता आदद की तयप न दखकय बगवान क साथ अऩन अऩनऩन की तयप ह दखत यहना चादहए

इसी दऴोक भ बगवान कहत ह कक भा शच त शोक भत कय भय शयण होकय बी ऩया ववदवास बयोसा न यखना औय चचनता कयना मह भय परनत अऩयाध ह अऩन दोषो को रकय चचनता कयना वासतव भ अऩन फर का अलबभान ह कमोकक दोषो को लभटान भ अऩनी साभरथम भारभ दन स ह उनको लभटान की चचनता होती ह हाॉ अगय दोषो को लभटान भ चचनता न होकय द ख होता ह तो द ख होना इतना दोष नह ॊ ह जस छोट फारक क ऩास कतता आता ह तो वह कतत को दखकय योता ह चचनता नह ॊ कयता ऐस ह दोषो का न सहाना दोष नह ॊ ह रककन चचनता कयना दोष ह

शयणागत होन क फाद बि को रोक ऩयरोक सदगनत-दगनत आदद ककसी बी फात की चचनता नह ॊ कयनी चादहए

बगवान क समफनध की दढता होन ऩय जफ सॊसाय शय य का आशरम सवथा नह ॊ यहता तफ जीन की आशा भयन का बम कयन का याग औय ऩान की रारच ndash म चायो ह नह ॊ यहत कमोकक अऩन ऩरयशचचछनन भ को उस अखणड वमाऩक भ अवऩत कय ददमा जफ तक ऩरयशचचछनन अहॊ फना यहता ह तफ तक चचनता औय बम फना यहगा उस वमाऩक सशचचचदानॊद ऩयभातभा भ ऩरयऩण बरहम भ अऩन भ को सभवऩत कय दना तरिगणातीत होना ह बगवान की शयण का भतरफ मह नह ॊ कक ककसी परनतभा क चयणो भ लसय टकत यहना अवऩत बरहमवतता गरओॊ स बगवततवव का ऻान ऩाकय अऩन ऩरयशचचछनन भ को वमाऩक सशचचचदानॊद ऩयभातभा भ र न

कयना जस घटाकाश अऩन को भहाकाशसवरऩ सभझ र ऐस ह जीव अऩन वासतववक लशवसवरऩ को सभझ र

बगवान की भनत की शयण तो कमा बगवान क साकाय साशचननधम भ अजन था रककन जफ ऻा उऩदश स अजन का भोह नदश हआ औय अऩन सवरऩ की सभनत आमी तबी वह धनम हआ

बगवान भ तय शयण हॉ भ तय शयण हॉ मह बाव तो ठीक ह रककन अऩन दह की खणडता ऩरयशचचछननता औय नदवयता भ जो अऩना अहॊबाव ह भ ऩना रगा ह उसको वहाॉ स हटाकय बगवान की अखणडता वमाऩकता अवऩशचचछननता औय ननतमता भ रगाना ह बगवान क शयण होना ह

शयणागत बि भ मह एक फात आती ह कक अगय भया जीवन परब क रामक सनदय औय शदध नह ॊ फना तो बिो की फात भय आचयण भ कहाॉ आमी नह ॊ आमी कमोकक भय ववततमाॉ ठीक नह ॊ यहती वासतव भ भय ववततमाॉ ह ndash ऐसा भानना ह दोष ह ववततमाॉ उतनी दोषी नह ॊ ह

भन फवदध इशचनिमाॉ शय य आदद भ जो भयाऩन ह मह गरती ह कमोकक जफ भ बगवान की शयण हो गमा औय जफ सफ कछ उनको सभवऩत कय ददमा तो भन फवदध आदद भय कहाॉ यह अत शयणागत को भन फवदध आदद की अशवदध की चचनता कबी नह ॊ कयनी चादहए भय ववततमाॉ ठीक नह ॊ ह ndash ऐसा बाव कबी नह ॊ राना चादहए ककसी कायणवश अचानक ऐसी ववततमाॉ आ बी जाम तो आतबाव स ह भय नाथ ह भय परबो फचाओ फचाओ फचाओ ऐस परब को ऩकायना चादहए कमोकक व सवसभथ सवाभी ह तो चचनता कमो कयना

आचयणो की कभी होन स बीतय स बम ऩदा होता ह औय साॉऩ तरफचछ फाघ आदद स फाहय स बम ऩदा होता ह शयणागत बि क म दोनो ह परकाय क बम लभट जात ह इतना ह नह ॊ भतम का बम बी जो फड-फड ववदरानो को बी होता ह वह बम बी सवथा लभट जाता ह

भय ववततमाॉ खयाफ हो जामगी ndash ऐस बम का बाव बी साधक को बीतय स ननकार दना चादहए कमोकक भ बगवान की कऩा भ तयानतय हो गमा हॉ अफ भझ ककसी फात का बम नह ॊ ह इन ववततमो को अऩनी भानन स ह भ इनको शदध नह ॊ कय सका कमोकक इनको भय भानना ह भलरनता ह

एक ववतत उठी दसय ववतत उठन को ह उसक फीच की अवसथा बगवान का वासतववक सवरऩ ह न कक म ववततमाॉ

चतन ववभर सहज सख यालश जीव चतन ह ववभर ह सहज सख-सवरऩ ह नाहक ऩयशानी भोर रता ह जो बगवान

की शयण होकय अऩन को जीव भानता ह उसकी फवदध हॉसन मोगम ह उसका ननणम हासमासऩद ह

इसलरए अफ भ कबी बी ववततमो को अऩनी नह ॊ भानॉगा जफ ववततमाॉ भय ह ह नह ॊ तो भझको बम ककस फात का अफ तो कवर बगवान की कऩा ह कऩा ह वह सवि ऩरयऩण हो यह ह मह फडी खशी की परसननता की फात ह इस परकाय साधक को ननबम औय ननशचदळॊत हो जाना चादहए

बम ऩयाम स होता ह आतभीम स नह ॊ होता बम दसय स होता ह अऩन स नह ॊ होता ददरतीमादर बमॊ बवनत परकनत का काम शय य सॊसाय ददरतीम ह इसलरए इनस समफनध यखन ऩय ह बम होता ह कमोकक इनक साथ सदा समफनध यह ह नह ॊ सकता कायण मह ह कक परकनत औय ऩरष का सवबाव सवथा लबनन-लबनन ह एक जड ह दसया चतन एक ववकाय ह दसया ननववकाय एक ऩरयवतनशीर ह दसया अऩरयवतनशीर एक परकाशम ह दसया परकाशक लभरथमा औय ऩरयवतनशीर को सतम भानन स बम होता ह अऩन सतम सवरऩ को सवीकाय कय रो बम छट जामगा जीवो बरहमव नाऩय जीव बरहम स अरग था नह ॊ ह नह ॊ हो सकता नह ॊ सफ द खो का भर अऻान ह अऻान हटा ददमा कक जीव न अऩन सवरऩ को ऩा लरमा ईदवय क अननम शयण हो गमा

बगवान ऩयाम नह ॊ ह व तो आतभीम ह जीव उनका सनातन अॊश ह उनका सवरऩ ह उनकी शयण होन ऩय भनषम सदा क लरए ननबम हो जाता ह फचच को भाॉ स दय होन ऩय तो बम होता ह ऩय भाॉ की गोद भ चर जान ऩय उसका बम लभट जाता ह कमोकक भाॉ उसकी अऩनी ह बगवान का बि इसस बी ववरण होता ह फचच औय भाॉ भ तो बदबाव ददखता ह ऩय बि औय बगवान भ बदबाव समबव ह नह ॊ ह

बगवान बि क अऩनऩय को ह दखत ह गणो औय अवगणो को नह ॊ सवरऩ स बि सदा स ह बगवान का ह औय गण दोष आगनतक ह इसलरए बगवान की दवदश इस वासतववकता ऩय ह सदा जभा यहती ह जस कीचड आदद स सना हआ फचचा जफ भाॉ क साभन आता ह तो भाॉ की दवदश कवर अऩन फचच की तयप ह जाती ह फचच क भर की तयप नह ॊ फचच की दवदश बी अऩन भर की तयप नह ॊ जाती भाॉ साप कय मा न कय फचच की दवदश भ तो भरा ह ह नह ॊ उसकी दवदश भ तो कवर भाॉ ह ह िौऩद क भन भ ककतना दरष औय करोध बया हआ था कक जफ द शासन क खन स अऩन कश धोऊॉ गी तबी कशो को फाॉधगी ऩयनत िौऩद जफ बी बगवान को ऩकायती ह बगवान चट आ जात ह कमोकक बगवान क साथ िौऩद का परगाढ अऩनाऩन था

साधक को चादहए कक वह बगवान की भजी स सवथा अऩनी भजी लभरा द बगवान ऩय अऩना ककॊ चचत बी आचधऩतम न भान अवऩत अऩन ऩय ऩया आचधऩतम भान भ बगवान का हॉ तो बगवान भय लरम जसा ठीक सभझ वसी ह ननसॊकोच होकय कय कह ॊ बी बगवान हभाय भन की कय तो उसभ सॊकोच हो कक भय लरए बगवान को ऐसा कयना ऩडा मदद अऩन भन की फात ऩय होन स सॊकोच नह ॊ होता अवऩत सॊतोष होता ह तो मह शयणागनत नह ॊ ह शयणागत

बि शय य इशचनिमाॉ भन फवदध क परनतकर ऩरयशचसथनत भ बी बगवान की भजी सभझकय परसनन यहता ह

बिो की या ददशो का ववनाश औय धभ की सथाऩना ndash इन तीन फातो क लरए सभम-सभम ऩय बगवान अवताय रत ह इन तीन फातो भ कवर बगवान का कमा परमोजन लसदध होता ह कछ नह ॊ व तो कवर पराणीभाि क कलमाण क लरए ह म तीनो काभ कयत ह इसस बगवान की सवाबाववक आतभीमता कऩारता वपरमता दहतवषता सरदता औय ननयऩ उदायता ह लसदध होती ह

बि को अऩनी सफ चचनताएॉ बगवान ऩय ह छोड दनी चादहए बगवान दशन द मा न द परभ द मा न द ववततमो को ठीक कय मा न कय हभ शदध फनाम मा न फनाम ndash मह सफ बगवान की भजी ऩय छोड दना चादहए उस तो तरफलर का फचचा फनना चादहए तरफलर का फचचा अऩनी भाॉ ऩय ननबय यहता ह तरफलर चाह जहाॉ यख चाह जहाॉ र जाम तरफलर अऩनी भजी स फचच को उठाकय र जाती ह तो वह ऩय सभट रता ह ऐस ह शयणागत बि सॊसाय की तयप स अऩन हाथ-ऩय सभटकय कवर बगवान का चचनतन नाभ-जऩ आदद कयत हए बगवान की तयप ह दखता यहता ह वह जो कछ काभ कयता ह उसको बगवान का ह सभझकय बगवान की ह शकति भानकय बगवान क ह लरए कयता ह अऩन लरए ककॊ चचनभाि बी नह ॊ कयता बगवान का जो ववधान ह उसभ ऩयभ परसनन यहता ह अऩन भन को कछ बी नह ॊ रगाता

जस कमहाय ऩहर लभटटी को लसय ऩय उठाकय राता ह तो कमहाय की भजी गीरा कयक यौदता ह तो कमहाय की भजी चकक ऩय चढाकय घभाता ह तो कमहाय की भजी लभटटी कबी कछ नह कहती कक तभ घडा फनाओ सकोया फनाओ भटकी फनाओ कमहाय चाह जो फनाम उसकी भजी ह

ऐस ह शयणागत बि अऩनी कछ बी भजी भन की फात नह ॊ यखता वह शचजतना अचधक ननशचदळॊत औय ननबम होता ह बगवतकऩा उसको अऩन आऩ उतना ह अचधक अऩन अनकर फना रती ह औय शचजतनी वह चचनता कयता ह अऩना फर भानता ह उतना ह वह आती हई बगवतकऩा भ फाधा रगाता ह शयणागत होन ऩय बगवान की ओय स जो ववरण ववचचि अखणड अटट कऩा आती ह अऩनी चचनता कयन स उस कऩा भ फाधा रग जाती ह

सॊसाय औय बगवान इन दोनो की समफनध तो तयह का होता ह सॊसाय का समफनध कवर भाना हआ ह औय बगवान का समफनध वासतववक ह सॊसाय का समफनध तो भनषम को ऩयाधीन फनाता ह गराभ फनाता ह ऩय बगवान का समफनध भनषम को सवाधीन फनाता ह चचनभम फनाता ह बगवान का बी भालरक

ककसी फात को रकय अऩन भ कछ बी अऩनी ववशषता ददखती ह वह वासतव भ ऩयाधीनता ह मदद भनषम ववदया सॊऩवतत तमाग वयागम आदद ककसी फात को रकय अऩनी

ववशषता भानता ह तो मह उन ववदया आदद की ऩयाधीनता दासता ह ह जस कोई धन को रकय अऩन को ववशष भानता ह तो मह ववशषता वासतव भ धन की ह हई खद की नह ॊ वह अऩन को धन का भालरक भानता ह ऩय वासतव भ वह धन का गराभ ह

परब का मह कामदा ह कक शचजस बि को अऩन भ कछ बी ववशषता नह ॊ ददखती अऩन भ ककसी फात का अलबभान नह ॊ होता उस बि भ बगवान की ववरणता उतय आती ह ककसी-ककसी भ महाॉ तक ववरणता आती ह कक उसक शय य इशचनिमाॉ भन फवदध आदद पराकत ऩदाथ बी चचनभम फन जात ह उनभ जडता का अतमनत अबाव हो जाता ह ऐस बगवान क परभी बि बगवान भ ह सभा गम ह अनत भ उनक शय य नह ॊ लभर जस भीयाफाई शय य सदहत बगवान क शरीववगरह भ र न हो गई कवर ऩहचान क लरए उनकी साडी का छोटा-सा छोय शरीववगरह क भख भ यह गमा औय कछ नह ॊ फचा ऐस ह सॊत शरी तकायाभ जी शय य सदहत वकणठ चर गम

ऻानभाग भ शय य चचनभम नह ॊ होता कमोकक ऻानी असत स समफनध-ववचछद कयक असत स अरग होकय सवमॊ चचनभम तवव भ शचसथत हो जाता ह ऩयॊत जफ बि बगवान क समभख होता ह तो उसक शय य इशचनिमाॉ भन पराण आदद सबी बगवान क समभख हो जात ह तातऩम मह हआ कक शचजनकी दवदश कवर चचनभम तवव ऩय ह ह शचजनकी दवदश भ चचनभम तवव स लबनन जडता की सवतनि सतता ह नह ॊ होती तो वह चचनभमता उनक शय य आदद भ बी उतय आती ह औय व शय य आदद चचनभम हो जात ह हाॉ रोगो की दवदश भ तो उनक शय य भ जडता ददखती ह ऩय वासतव भ उनक शय य चचनभम होत ह

बगवान की सवथा शयण हो जान ऩय शयणागत क लरए बगवान की कऩा ववशषता स परकट होती ह ऩय भाि सॊसाय का सनहऩवक ऩारन कयन वार औय बगवान स अलबनन यहन वार वातसलमभमी भाता रकषभी का परब-शयणागत ऩय ककतना अचधक सनह होता ह व ककतना अचधक पमाय कयती ह इसका कोई बी वणन नह ॊ कय सकता रौककक वमवहाय भ बी दखन भ आता ह कक ऩनतवरता सतरी को वऩतबि ऩि फहत पमाया रगता ह

परभबाव स ऩरयऩण परब जफ अऩन बि को दखन क लरए ऩधायत ह तो भाता रकषभी बी परब क साथ आती ह ऩयनत कोई बगवान को न चाहकय कवर भाता रकषभी को ह चाहता ह तो उसक सनह क कायण भाता रकषभी बी आ जाती ह ऩय उनका वाहन ददवानध उलर होता ह ऐस वाहनवार रकषभी को परादऱ कयक भनषम बी भदानध हो जाता ह अगय उस भाॉ को कोई बोगमा सभझ रता ह तो उसका फडा बाय ऩतन हो जाता ह कमोकक वह तो अऩनी भाॉ को ह कदवदश स दखता ह इसलरए वह भहान अधभ ह

जहाॉ कवर बगवान का परभ होता ह वहाॉ तो बगवान स अलबनन यहन वार रकषभी बगवान क साथ आ ह जाती ह ऩह जहाॉ कवर रकषभी की चाहना ह वहाॉ रकषभी क साथ बगवान बी आ जाम मह ननमभ नह ॊ ह

शयणागनत क ववषम भ एक कथा आती ह सीताजी याभ जी औय रकषभणजी जॊगर भ एक व क नीच फठ थ उस व की शाखाओॊ औय टहननमो ऩय एक रता छाई हई थी रता क कोभर-कोभर तनत पर यह थ उन तनतओॊ भ कह ऩय नमी-नमी कोऩर ननकर यह थीॊ औय कह ॊ ऩय तामरवण क ऩतत ननकर यह थ ऩषऩ औय ऩततो स रता छाई हई थी उसस व की सनदय शोबा हो यह थी व फहत ह सहावना रग यहा था उस व की शोबा को दखकय बगवान शरीयाभ रकषभण जी स फोर दखो रकषभण मह रता अऩन सनदय-सनदय पर सगशचनधत पर औय हय -हय ऩवततमो स इस व की कसी शोबा फढ यह ह जॊगर क अनम सफ व ो स मह व ककतना सनदय ददख यहा ह इतना ह नह ॊ इस व क कायण ह साय जॊगर की शोबा हो यह ह इस रता क कायण ह ऩश-ऩी इस व का आशरम रत ह धनम ह मह रता

बगवान शरीयाभ क भख स रता की परशॊसा सनकय सीताजी रकषभण स फोर दखो रकषभण बमा तभन खमार ककमा कक नह ॊ दखो इस रता का ऊऩय चढ जाना

पर ऩततो स छा जाना तनतओॊ का पर जाना म सफ व क आचशरत ह व क कायण ह ह इस रता की शोबा बी व क ह कायण ह अत भर भ भदहभा तो व की ह ह आधाय तो व ह ह व क सहाय तरफना रता सवमॊ कमा कय सकती ह कस छा सकती ह अफ फोरो रकषभण जी तमह ॊ फताओ भदहभा व की ह हई न व का सहाया ऩाकय ह रता धनम हई न

याभ जी न कहा कमो रकषभण मह भदहभा तो रता की ह हई न रता को ऩाकय व ह धनम हआ न

रकषभण जी फोर हभ तो एक तीसय ह फात सझती ह

सीता जी न ऩछा वह कमा ह दवय जी

रकषभणजी फोर न व धनम ह न रता धनम ह धनम तो मह रकषभण ह जो दोनो की छामा यहता ह

बगवान औय उनकी ददवम आहलाददनी शकति दोनो ह एक दसय की शोबा फढात ह कोई उन दोनो को शरदष फताता ह कोई कवर बगवान को शरदष फताता ह औय कोई कवर उनकी आहलाददनी शकति को शरदष फताता ह शयणागत बि क लरए तो परब औय उनकी आहलाददनी शकति दोनो का ह आशरम शरदष ह

जफ भनषम बगवान की शयण हो जाता ह उनक चयणो का सहाया र रता ह तो वह समऩण पराखणमो स ववघन-फाधाओॊ स ननबम हो जाता ह उसको कोई बी बमबीत नह ॊ कय सकता कोई बी कछ तरफगाड नह ॊ सकता

बगवान क साथ काभ बम दरष करोध सनह आदद स बी समफनध कमो न जोडा जाम वह बी जीव का कलमाण कयन वारा ह होता ह

कवर एक बगवान की शयण होन का तातऩम ह ndash कवर बगवान भय ह अव व ऐदवम-समऩनन ह तो फडी अचछी फात ह औय कछ बी ऐदवम नह ॊ ह तो फडी अचछी फात व फड दमार ह तो फडी अचछी फात औय इतन ननदषय कठोय ह कक उनक सभान दननमाॉ भ कोई कठोय ह नह ॊ तो बी फडी अचछी फात उनका फडा बाय परबाव ह तो फडी अचछी फात औय उनभ कोई परबाव नह ॊ हो तो बी फडी अचछी फात शयणागत भ इन फातो की कोई ऩयवाह नह ॊ होती उसका तो एक ह बाव यहता ह कक बगवान जस बी ह हभाय ह बगवान की इन फातो की ऩयवाह न होन स बगवान का ऐदवम भाधम सौनदम गण परबाव आदद चर जामग ऐसी फात नह ॊ ह ऩय हभ उनकी ऩयवाह नह ॊ कयग तो हभाय असर शयणागनत होगी

बगवान क परनत बिो क अरग-अरग बाव होत ह कोई कहता ह कक दशयथ जी की गोद भ खरनवार जो याभरारा ह व ह हभाय इदश ह याजाचधयाज याभचनिजी नह ॊ छोटा सा याभरारा कोई बि कहता ह कक हभाय इदश तो रडडगोऩार ह ननद क रारा ह व बि अऩन याभरारा को ननदरारा को सॊतो स आशीवाद ददरात ह तो बगवान को मह फहत पमाया रगता ह तातऩम ह कक बिो की दवदश बगवान क ऐदवम की तयप जाती ह नह ॊ

सॊत कहत ह कक अगय बगवान स लभरना हो तो साथ भ साथी नह ॊ होना चादहए औय साभान बी नह ॊ होना चादहए साथी औय साभान क तरफना बगवान स लभरो जफ साथी सहाया साथ भ ह तो तभ कमा लभर बगवान स औय भन फवदध ववदया धन आदद साभान साथ भ फॉधा यहगा तो उसका ऩयदा यहगा ऩयद भ लभरन थोड ह होता ह साथ भ कोई साथी औय साभान न हो तो बगवान स जो लभरन होगा वह फडा ववरण औय ददवम होगा

कछ बी चाहन का बाव न होन स बगवान सवाबाववक ह पमाय रगत ह भीठ रगत ह शचजसभ चाह नह ॊ ह कोई आकाॊा इचछा नह ॊ ह वह बगवान का खास घय ह बगवान क साथ सहज सनह हो सनह भ कछ लभरावट न हो कछ बी चाहना न हो जहाॉ कछ बी चाहना हो जाम वहाॉ परभ कसा वहाॉ तो आसकति वासना भोह भभता ह होत ह

बगवान एक फाय बि को खीॊच र तो कपय छोड नह ॊ बगवान स ऩहचान न हो तफ तक तो ठीक ह अगय उसस ऩहचान हो गई तो कपय भाभरा खतभ कपय ककसी काभ क नह ॊ यहोग तीनो रोको भ ननकमभ हो जाओग

हाॉ जो ककसी काभ का नह ॊ होता वह सफ क लरए सफ काभ का होता ह ऩयॊत उसको ककसी स कोई भतरफ नह ॊ होता

शयणागत बि को बजन नह ॊ कयना ऩडता उसक दराया सवत सवाबाववक बजन होता ह बगवान का नाभ उस सवाबाववक ह फडा भीठा पमाया रगता ह जस दवास अऩन आऩ चरता यहता ह दवास क तरफना हभ जी नह ॊ सकत ऐस ह शयणागत बि बजन क तरफना नह ॊ यह सकता

शचजसको सफ कछ अवऩत कय ददमा उसक ववसभयण भ ऩयभ वमाकरता भहान छटऩटाहट होन रगती ह नायदबकति सि भ आमा ह तददरसभयण ऩयभ वमाकरतनत ऐस बि स अगय कोई कह कक आध ण क लरए बगवान को बर जाओ तो तीनो रोको का याजम लभरगा तो वह इस ठकया दगा बागवत भ आमा ह

तीनो रोको क सभसत ऐदवम क लरए बी उन दवदरब बगवचचयणकभरो को जो आध ननभष क लरए बी नह ॊ तमाग सकत व ह शरदष बगवदबि ह

बगवान कहत ह- सवमॊ को भझ अवऩत कयन वारा बि भझ छोडकय बरहमा का ऩद इनि का ऩद समऩण ऩरथवी का याजम ऩातारादद रोको का याजम मोग की सभसत लसवदधमाॉ औय भो को बी नह ॊ चाहता

अनकरभ

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ण का बी परभाद भतम ह

ह चतनम दव त इस ववसतत जगत को द घ कार स चरा आता भत सभझ त ऐसा खमार भत कय फठना कक भया ऩव जनभ था औय वहाॉ ककम हए ऩाऩ ऩणमो क परसवरऩ मह वततभान जनभ हआ ह औय इस वततभान जनभ भ कभ उऩासनादद साधन-सॊऩनन होकय ऻान परादऱ करॉ गा औय भो का बागी फनॉगा भझस ऩथक अनम रोग बी ह शचजनभ स कोई भि ह कोई फदध ह

पमाय अनतकयणरऩी गपा भ फठकय इस परकाय का ववचाय भत कयना कमोकक मह साया ववदव सवपनवत ह जस ण बय स तझको सवपन भ ववसतीण सॊसाय ददख जाता ह औय उस ण क ह अनदय त अऩना जनभादद भान रता ह वस ह मह वततभान कार का जगत बी तया ण बय का ह परभाद ह

वपरम आतभन न तया ऩहर जनभ था न वततभान भ ह औय न आग होगा मदद णभाि क लरए अऩन आसन स हटगा अऩन आऩको सवरऩ भ शचसथत न भानगा परभाद कयगा तो वह परभाद ववसतीण जगत हो बासगा पमाय त अऩन आऩको भन फवदध आदद क छोट स आॉगन भ भत सभझ जस भहान सभि भ छोट फडी अनक तयॊग ऩदा औय नदश होती यहती ह वस ह अनॊत अनॊत भन फवदध आदद तयॊग तझ भहासागय भ ऩदा हो होकय नदश होती यहती ह भन फवदध की कलऩना ह सॊसाय ह नह ॊ नह ॊ भन-फवदध ह सॊसाय ह इनस लबनन सॊसाय की सतता ककॊ चचत भाि बी नह ॊ ह भन फवदध की बी अऩनी अरग सतता नह ॊ ह तय ह सतता स भन फवदध बासत ह जस भरबलभ भ यत ह जर होकय बासती ह वस त ह जगत होकय बास यहा ह जस यत सदव यत ह ह कपय बी दय स जर नजय आता ह वस ह त चतनम आतभा सदव

जमो का तमो एकयस ननववकाय अखणड आननदघन ह ऩयॊत भन-फवदध भ स जगत होकय बासता ह दख बाषमकाय सवाभी कमा कहत ह

भयमखणडसखाममोध फहधा ववदववीचम उतऩदयनत ववर मनत भामाभारतववभरभात

भझ अखणड आननद सवरऩ आतभारऩी सागय भ भामारऩी ऩवन स भराॊनत क कायण अनक-अनक ववदवरऩी तयॊग उतऩनन हो यह ह औय ववर न हो यह ह

अनकरभ

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ना कयो नीॊद स पमाय याजा बतहरय कहत ह कक भन बोग नह ॊ बोग बोगो न भझ बोग लरमा सभम न भझ

काट लरमा फीभाय का इराज तो हो सकता ह ऩयनत वदधावसथा को आन स कोई बी नह ॊ योक सकता साया ददन ननयाकाय स ह रन दन ह सख बी ननयाकाय ह औय द ख बी ननयाकाय ह कचच खणक वयागम स तो कलमाण नह ॊ हो सकता जस अधकचची चीज खान स कदश होता ह

आग जरानी ह तो पॉ कन वार जरा सकन वार न जरा जफ तक खद नह ॊ आती तफ तक खदा का ऩता नह ॊ रगता सवाभी याभ को उसकी

आतभा की रगन खीॊच यह थी उनहोन अनायकर क बय फाजाय भ अऩन फचचो क हाथो स उॉगलरमाॉ खीॊच र ॊ औय आतभदव की भसती भ भसत हो गम चर जान की ताकत आ गई

कार का ऻात औय अऻात रऩ हभ पाड ननगर यहा ह हभ सबी नासभझ फनकय फयहभ दननमा की वसतओॊ स परभ का नाटक खर यह ह

एक फाय एक सादहतमकाय साथी स ऩछा गमा बाई तभ आज इतन ऩयशान कमो ददखाई दत हो

जीवन-सॊचगनी क ननवाचन भ घयफाय छोड चका हॉ कमोकक वह जीवन औय भतम भ बी भया साथ ननबामगी सॊसाय की कोई शकति भय सभीऩ आन स उस नह ॊ योक सकगी

कछ ददनो क फाद व बावक कराकाय ऩागरखान भ ह बगवान क पमाय हो गम कमोकक जीवन सॊचगनी न अऩना घय उनक लरम नह ॊ छोडा इसीलरए तो फदध न सॊऩण सतम क लरम घय छोडा मशोधया औय याहर को छोड ददमा मह कहत-कहत कक ओ णबॊगय बव याभ-याभ बतहरय न याजम लसॊहासन छोडा इसी सतम-अनवषण क लरए कक परभ का अभय सॊदश कहाॉ ह औय वह अनत भ लभरा आतभ-साातकाय भ

बरा इस सॊसाय क सवाथ बय कण-कण भ बी याहत ह नह ॊ कोभरता ह नह ॊ सतमता ह नह ॊ मह जानत हए बी भोहऩाश भ भानव की भहाकामा कमो सभादहत ह कमो

आफदध ह इसका एक ह कायण ह भनषम अऩन चचय सनातन ववचायरऩी धन को इस सॊसाय भ बर फठा ह अबाव बी तरफना ववचाय क भतम ह औय वबव बी भौत की ह ननशानी ह

भानव तरफना आतभफोध क सॊसाय भ सॊसाय क कण-कण भ भौत का फरावा द यहा ह

वववक जागन का भाग ह गर क दय ऩय झक जाओ औय अनतभख हो जाओ सॊत नसखा फतात ह कक सॊसाय का शहॊशाह फनन क लरए उस अननदश को सवीकाय कयो ववचाय कयक अगय ऩरयशचसथनत नह ॊ सॉबरती तो अननदश होना ह ह

जो भसकया सकता ह वह अभीय ह जो योता ह वह गय फ ह फाहय कभया तो वातानकर ह ऩय ददर चचनतातय ह तभन तो ददर भ अॊगीठी सरगाई हई ह ऐ ऩयभदवय की जात त तो रहानी नय ह शकर कय कक त ह त ह तो जवान ह औय अबी भौत क वायनट जाय नह ॊ हए लभटटी क द ऩक भ तर जर यहा ह औय तर भ फतती ह त पट ऩयान कऩडो भ बी ऩयभदवय की ओय बाग सकता ह

शचजनकी टाॉग टट हई ह हाथ टट हए ह उनहोन ह अननदश सवीकाय कय लरमा ह चचनता ऩरयशचसथनत क अधीन नह ॊ चचनता आदत ह

मा कोई द वाना हॉस मा शचजस त तौकपक द वयना इस दननमाॉ भ यहक भसकया सकता ह कौन

मा तो ऩागर हॉसता ह मा शचजसको त बकति की भसती द वह हॉसता ह नह ॊ तो सॊसाय भ हॉसना फडा कदठन ह

तन तो मॉ ह खमारो का फोझा लसय ऩय उठामा हआ ह जस गाडी ऩय फठ आदभी न लसय ऩय फोझा यकखा हो इसलरए अनतय स शनम होकय आतभा का धमान चचनतन कय तया बरा होगा

अनकरभ

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आतभ-ननदषा वपरम साधक फहत परमास कयन ऩय बी भन शानत नह ॊ होता ववततमाॉ शचसथय नह ॊ होती

तमहाय साधना ननषपर सी बास यह ह अहॊकाय ववर न होन क फदर ठोस होता चरा जा यहा ह कोई उऩाम नह ॊ नजय नह ॊ आता

दख एक यहसम सभझ र मदद त भन की ववततमाॉ स डयकय उनको शचसथय कयन का उऩाम कयगा तो भन जमादा ऩदश होता जामगा अहॊकाय खडा ह यहगा कमोकक वासतव भ व तय ह सतता स शचजनद ह इसलरए त भन औय भन की सवव यज तभोगणवार ववततमो को लभरथमा

जानकय उनकी तयप स फऩयवाह हो जा ऐसा कयन ऩय भन अऩन आऩ शानत हो जामगा कमा तन फहसऩनत क ऩि कच का हार नह ॊ सना

कच न फहत वषो तक अहॊकाय को ननवतत कयन का परमतन ककमा औय अहॊकाय अचधक ऩदश होता गमा तफ दवगर फहसऩनत न उस कहा ऩि मह अहॊकाय तझ आतभा भ लभरथमा सपया ह उसका कमा उऩाम कयता ह उसको लभरथमा जान लभरथमा क लरए ऩरयशरभ भत कय ऐसा उऩदश सनकय कच को ऻान हो गमा औय वह जीवनभि होकय ववचया

अत ह अहॊकाय क ऩीछ डॊडा रकय बागन वारो डॊड को प क दो कमो लभरथमा शरभ कयत हो माद यखो शचजस सभम तभ अहॊ को लभरथमा जान रोग उसी ण वह ननवतत हो जामगा यजज का सऩ राठी स नह ॊ भयगा उसक लभरथमातव क ऻान स ह उसकी तातकालरक ननववतत होती ह

ववततमो को सदा क लरए शचसथय कयन की भहनत भत कयो सव ववततमो का जो परकाशक ह अचधदषानरऩ तमहाया आतभा ह उस जान रो आतभननदष हो यहो औय ववततमो की ऩयवाह भत कयो ववततमाॉ अऩन आऩ शानत होती जामगी

अनकरभ

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धमान-सॊकत

परातकार भ बराहम भहत भ सनान-शौचादद स ननवतत होकय अऩन साधना क आसन ऩय फठ जाओ धऩ-द ऩ स हो सक तो ताज परो स वातावयण को भहका दो ऩदमासन लसदधासन मा सखासन भ फठकय थोड पराणामाभ कयो आनतय कमबक औय फदहकमबक क साथ तरिफनध कयो कपय शानत होकय फठ जाओ आॉख फनद कयो दवदश आऻाचकर भ शचसथय कयो अथवा ऊऩय ववशार गगन की ओय उठाओ आॉखो की ऩतलरमाॉ ऊऩय की ओय खीॊचो कपय दढ बावना कयो कक

भराधाय चकर भ सषदऱ ऩडी हई शकति जगकय ऊधवगाभी हो यह ह ऊऩय उठ यह ह औय ऊऩय औय ऊऩय नालब कनि रदम औय भशचसतषक की शकतिमाॉ ऊऩय उठ यह ह ऊऩय औय ऊऩय औय ऊऩय शाफाश चचततववततमाॉ ऊऩय जा यह ह गगन क उस ऩाय ऩहॉच यह ह

शचजस परकाय तजसवी ऩामरट अऩन हलरकापटय को ऊऩय र जाता ह इसी परकाय तभ अऩनी शकतिमो को ऊऩय र जाओ दढ बावना कयो कक तभ ऊऩय उठ यह हो तमहाया भन ऊऩय उठ यहा ह तमहाय ववचाय ददवम हो यह ह ॐॐॐ

गयदन सीधी यखो शय य सवसथ औय टटटाय दवदश औय आॉखो की ऩतलरमाॉ ऊऩय की तयप तमहाय सॊऩण शकतिमाॉ ऊऩय की ओय उठ यह ह अनबव कयत चरो कक अऩन आतभा की शकतिमो का ववकास हो यहा ह तमहाय भन औय फवदध का ववकास हो यहा ह भन भजफत हो यहा ह ॐॐॐ

सॊकलऩ कयत जाओ कक अफ तभ हलक रोगो क सॊग नह ॊ कयोग ववषमी रोगो क सॊऩक स दय यहोग ददवम ईदवय म भाग ऩय चरन वार साधक रोगो स ह दोसती यखोग

तभ ऋवष-भननमो क वॊशज हो तमहाय लरम आतभा क परकाश भ ह ववचयना शोबनीम ह तभ उस आतभगगन भ गनतभान हो यह हो आनतरयक शकतिमो को खोजन क लरए अदबत साहस लभर यहा ह ॐॐॐ

हभाया जीवन ऩववि हो यहा ह औय सदा क लरए ऩववि यहगा बीतय की शकतिमाॉ ऊऩय उठ यह ह हभाया साधनारऩी हवाई जहाज उततयोततय ऊऩय जा यहा ह फरगाडी हजाय सार चर कपय बी सागय क ऩाय नह ॊ जा सकती रककन हवाई जहाज उड तो ऩाॉच घणट भ ह दश-ववदश की मािा कया द इसी परकाय तभ ऩयभातभा की ओय मािा कयन क लरए ऊऩय उठ यह हो

ऊऩय उठो औय ऊऩय तभ ककसक लशषम हो मह ऩता ह न हभ दफर जीवन नह ॊ तरफताना ह तभ ककन पराचीन ऋवष-भननमो क वॊशज हो तमह ऩता ह न

फर आतभफर

तमहाय भानलसक शकतिमो का ववकास हो यहा ह तमहाय फवदध खखर यह ह तमहाय ऊऩय ऩयभातभा की कऩा फयस यह ह ॐॐॐ

तमहाय शकतिमो का वाममान ऊॉ च उड यहा ह तमहाय जीवन का हलरकॉपटय ऊऩय की ओय मािा कय यहा ह ॐॐॐ

अफ तमहाया परगाढ धमान रग यहा ह ॐ शाशचनत शाशचनत शाशचनत

अनकरभ

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चचततववशराशचनत-परमोग

चचतत क उऩशभ क लरए एक परमोग खफ उऩमि ह

ककसी सवचछ एकानत सथान भ कमफर मा टाट का आसन तरफछाकय उस ऩय रट जाओ अफ शय य को खफ खीॊचो ऩय स लसय तक तभाभ अॊगो को कसयत लभर जाम यगयग को वमामाभ लभर जाम इस परकाय शय य को तनाव दो जस कतता मा तरफलर अऩन शय य को रमफा कयक खीॊचत ह वस दो ढाई लभनट तक हाथ ऩाॉव को पराकय खफ खीॊचो नस-नाकतडमाॉ जो काभ न कयती हो व बी काभ कयन रग जाम

दो ढाई लभनट क फाद शय य को खीॊचना छोड दो सफ अॊगो को ढ र छोड दो एकदभ शानत ऩड यहो शचजहवा को भख स फाहय ननकारकय दाॉतो स हलकी सी दफाओ होठो को फनद यखो दोनो हाथो की ऩहर उॊगर अॉगठ स दफाओ इस परकाय ऻानभिा भ औय ववशराशचनत भिा शवासन का परमोग कयो ऻानभिा स ऻानतॊतओॊ को ऩवदश लभरती ह थोडी दय क फाद अगय ऻानभिा भ औय शचजहवा को फाहय यखन भ ऩरयशरभ जसा भहसस हो तो दोनो को छोड दो तरफलकर सवाबाववक आयाभदामक शचसथनत रग इस परकाय हाथो को घटनो की ओय परा दो तन औय भन को ऩण आयाभ कयन दो

अऩन चचतत को ककसी बी परकाय क चचनतन की फकतडमाॉ न ऩहनाओ चचतत को ननशचदळॊत कय दो मदद कोई चचनतन होन रग तो उस चचनतन को सावधान होकय ननहायत जाओ दवासोचवास को ननहायत जाओ जस बगवान ववषण ीय सागय भ मोगननिा भ ववयाजभान ह वस तभ बी अऩन साधना क आसन ऩय मोगननिा भ ववशराशचनत ऩात जाओ बावना कयत जाओ कक हभ आयाभ ऩा यह ह अऩन अनतमाभी याभ भ

इस सभम आऩका कोई कततवम नह ॊ कोई चचनता नह ॊ आऩ ऩण आयाभ ऩा यह हो चचतत को ववशराशचनत क परसाद भ ऩावन होन दो

मह चचवततशराशचनत परमोग तभाभ परकाय क दोषो को दय कयन भ सहाम दगा इसस अचछ-अचछ ववचाय उतऩनन होत ह औय आयोगम ऩदश होता ह

अनकरभ

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पराथना-ननझय

ऩयभातभ-चतनम भ अननत अननत परकाय की ववततमाॉ उठती ह औय अननत परकाय स सतता सपनत औय साभरथम लभरता ह कपय बी जो ऩण का ऩण ह उस ऩण ऩरषोततभ का हभ धमान कयत ह

सॊसाय की वासना स बटकत जीवो को जनभ-भयण क चकर स फचान क लरए शचजस ऩयभातभा न सतशासतरो औय सतऩरषो का साशचननधम ददमा उस ऩयभ सरद ऩयभातभा का हभ धमान कयत ह अफोध फारक को कीतन धमान बकति मोग क ऩववि साधन दकय शचजस ऩयभातभा न अऩना साातकाय कयान की वमवसथा यखी ह उस ऩयभातभा को हभ पमाय कयत ह औय उसी भ हभ ववशराभ ऩात ह

शचजस पमाय ऩयभातभा न हभ भानवदह ददमा सदफवदध दो शरदधा द सतसॊग भ जान की परयणा द उस ऩयभ सरद ऩयभातभा को हभ पमाय कयत ह उस परब की कऩा स हभाय ऩाशवी ववततमाॉ फदरकय आतभालबभख हो यह ह सनह क सागय उस ऩयभातभा को पराथना कयत ह कक ह

परब हभाय ववततमाॉ उततयोततय आऩक अलबभख होती यह औय एक ददन ऐसा आ जाम कक उन सफ ववततमो स ऩाय होकय ववततमो क आधायसवरऩ आऩ ऩयभातभा भ हभाया अहॊ ववरम हो जाम आऩकी ऩयभ चतना भ ऩयभ शाॊनत भ ऩयभ पमाय भ ऩयभ साभरथम भ आऩक ऩयभ सनदय सवरऩ भ हभाय भन की ववततमाॉ शानत हो जाम हभाय चचतत की चतना शचजस सतता स आती ह उस ऩयभ सतता भ हभ जलद स जलद ववशराशचनत ऩाम

हभ परनतददन भौत की तयप सयक यह ह ह जीवनदाता परब ह अभय आतभदव ह ऩयभातभ दव ह गरदव हभ भौत क ऩहर अभयता का अऩन असर सवरऩ का साातकाय कय र अऩन आऩको जान र अनमथा जगत का सफ जाना हआ अनजाना हो जामगा जगत का ऩामा हआ सफ ऩयामा हो जामगा ऐसी घकतडमाॉ आमगी कक हभ अऩन घय भ ह ऩयाम हो जामग अऩन ऩरयवाय ह ऩयाम हो जामग अऩन रयशत-नातो भ ह ऩयाम हो जामग रोग हभ शभशान भ र जामग चचता की बबकती आग इस शय य को जरामगी शय य को अशचगन जराम उसक ऩहर ह परब तमहाय ऻानाशचगन स हभाय भभताएॉ औय आसकतिमाॉ जर जाम ह गरदव आऩक उऩदश क परबाव स हभाया अहॊ फाचधत हो जाम रोग हभ शभशान भ छोड जाम उसक ऩहर हभ तभ तक ऩहॉच जाम ह परब तभ दमा कयना अऩन घय भ हभ ऩयाम हो जाम उसस ऩहर हभ तय घय ऩहॉच जाम तय दराय ऩहॉच जाम ह दवश ह जगद श असतो भा सदगभम तभसो भा जमोनतगभम भतमोभाऽभतॊ गभम

हभ असत आसकतिमो स फचा हभ असत वासनाओॊ स फचा हभ असत अहॊकाय स फचा असत समफनधो स हभ फचा असत इचछाओॊ स फचा ह भय सतम-सवरऩ परभ-सवरऩ आननद-सवरऩ ईदवय ह अनतमाभी ह भीया क कनहमा ह शफय क याभ ह नाभदव क ववटठर ह धनना क ठाकयजी ह मोचगमो की आतभा तय अननत नाभ ह अननत रऩ ह भ नह ॊ जानता तझ ककस ववचध रयझाऊॉ रककन त तो जानता ह

ह दमाननध परबो हभ असतम स ननकर सक मह हभाय फस की फात नह ॊ रककन तय करणा ऩय बयोसा ह तय कऩा ऩय बयोसा ह त हभ असतम अहॊकाय स असतम आसकतिमो स फचाकय ऩाय रगा द हभाय जीवन नमा असतम अहॊकाय स असतम आसकतिमो स असतम दह की भभता स हभाया जीवन फयफाद हआ जा यहा ह असतम ऩदाथो भ हभाया आमषम नदश हो यहा ह हभ अनधकाय स फचाकय अऩन परभ परकाश की ओय र चर ऻान-परकाश की ओय र चर अहॊ बरहमाशचसभ क खजान की ओय र चर

हभ कफ तक इस बवाटवी भ बटकना ऩडगा कफ तक सॊसाय क समफनधो भ उरझना ऩडगा कफ तक सॊसाय की सयकती हई चीजो क ऩीछ फयफाद होना ऩडगा

ह ऩयभातभा त हभ फर द त हभ अऩन सवबाव भ सभा र

अनकरभ

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हो गई यहभत तय ह पमाय सदगर ऩयभातभा भझ अऩनी आतभ-भसती भ थाभ रो भ सॊसारयमो क अऻान

भ कह ॊ फदर न जाऊॉ भोह-भभता भ कह ॊ कपसर न जाऊॉ

जसीॊ शचजम जान यह जसीॊ तन भ पराण यह परीत सॊधी डोय तो ऩास सयधी यह

डऩ आह भख इहो वञजो भताॊ तो खाॊ भाॊ ववछडी अञाॊ परीत सॊधी डोय सजण आह कचडी

जोयसाॊ जरजा अञाॊ नॊढडो ह फारक तफ तक जी भ जान ह तन भ पराण ह तफ तक भय साधना की डोय भय परीनत की

डोय तय तयप सयकती यह सयकती यह

इस फात का त खमार यखना

आ जया ननाॊ क सदक भझको सदगर थाभर ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

शचजसन फीजो को जभीन भ फो ददमा उसक फीज अननत गन हो गम रककन शचजसन फीजो को नतजोय भ फनद कयक यख ददमा उसक फीज सड गम

जीवन एक बीतय की फहती धाया ह फीज ऩषऩ खखरान क लरम ह ऐस ह आनतरयक फीज आतभऻान का पर खखरान क लरए ह ह इस सीॊचत यहना सावधानी क साथ छोट सकोभर ऩौधो की सया कयत यहना कह ॊ तमहाय साधना क ऩौध ऩषऩो भ ऩरयणत हए तरफना उखाड न ददम जाम इसलरए साधना क सॊसकायो को सॉबारत यहना आहाय की शवदध वमवहाय की शवदध ववचाय की शवदध का खमार यखना परनतददन थोडा फहत अभमास कयत यहना तो म सॊसकायरऩी फीज ऩौधो भ ऩरयणत होत जामग औय ऩौध ऩषऩ दन रगग

ऻान की चचनगाय को पॉ कत यहना जमोनत जगात यहना परकाश फढात यहना ऻानभत क आचभन को दरयमा क रऩ भ फदरत यहना सयज की ककयण को सयज की खफय तक र जाना सदगरओॊ क परसाद को सतम की परानदऱ तक ऩचात यहना

फडी कीभती करणा-कऩा ऩयभातभा की ह सहज भ लभर हई इस ददवम चीज का कह ॊ अनादय न कय फठना तरफना परमास क लभर हई भलमवान चीज का कह ॊ गलती स अऩवमम न कय फठना तरफना शरभ क ऩाम हए ह यो का भलम कह ॊ कॊ कडो स न कय फठना

शचजसक लरए हभ यात-यात बय जग थ घय फाय छोडकय गरओॊ क दराया ऩय बाग थ वह चीज आऩको सहज भ लभर यह ह इसका अनादय भत कय दना इसकी कीभत कह ॊ छोट भत कय दना गरओॊ क परसाद को फढात यहना सॉबारत यहना हाहा ह ह भ कह ॊ इस अभत को तरफखय भत दना

दननमाॉ क चाय ऩसो की रारच भ इस आधमाशचतभक कोह नय को कह ॊ फच भत दना साया ववदव दाॉव ऩय रग जाम कपय बी मह आधमाशचतभक साधना का ह या तमहाया अनभोर यतन ह साय ऩरथवी बी इसका फदरा नह ॊ चका सकती ह

वह ऩयभातभा का धन तमहाय रदम भ परववदश होता यह इस आतभ-खजान का तभ खमार यखना इसकी फडी समहार यखना मह ईदवय म अभानत तमह ददर की झोर भ द जा यह ह उस रौटाओ तो अचधक कयक रौटाना मह ऐसा खजाना ह कक शचजतना ददमा जा यहा ह उसस अननत गना रौटान ऩय बी तमहाय ऩास यततीबय कभ न होगा ऐसी अनठी मह अभानत ह

आधमाशचतभक सॊसकायो क फीज अदबत ढॊग स पट ननकरत ह औय अदबत ढॊग स ववसताय को ऩात ह

साकी की पमार ऩीकय खद भमखाना हो गमा हॉ वऩमा तो पमार बय शयाफ रककन हो गमा शयाफखाना लरमा तो चलर बय रककन हो

गमा सागय

ऩीकय शयाफ भलशद भ खद भखाना हो गमा हॉ मो व बरहमव जानानत तषाॊ दवानाॊ फलरॊ ववहनत

जो उस बरहम ऩयभातभा को जानता ह दवता रोग बी उसका ऩजन कयत ह शकर का आदय-ऩजन इनिदव कयत ह कमोकक शकर बरहमवतता का लशषम ह ऻानी का लशषम बी इनिदव दराया ऩजा जाता ह अगय तभ ऻानी फन जाओग अऩन आतभ-खजान को ऩा रोग तो ककतनी गरयभा होगी

बरकय बी इस खजान का भलम छोटा न कयना कह ॊ सॊसाय की नौकय चाकय को इतना भलम न द फठना कक इस अनभोर खजान को बर जाओ सॊसाय क काम-वमवहाय को इतना भलम न दना कक इस वासतववक खजान को सॉबारन का सभम ह न फच तमहाय ऩास ऐसा धोखा तभ भत खाना भन धोखा दगा कमोकक तभ भन क सवाभी होन क यासत जा यह हो भन अऩना जार तरफछामगा कई चार चरगा भन क तरफछाम हए जार भ चगन क लरए अनन नह ॊ ह भोती नह ॊ ह ववष क कण ऩड ह

हो सक तो भौन ह हो जाना नह ॊ तो इशाय स काभ रना फोरना ऩड तो दो चाय शबदो स काभ ऩया कयना बोजन भ एकाध गरास कभ खा रना नीॊद की एकाध झऩकी कभ स रोग तो बी काभ चर जामगा कबी ऐस ददन बी आ जामग कक तभ ऩाॉव ऩसाय कय सदा क लरए सो जाओग दननमाॉ क रोग ऩकायग चचलरामग तो बी तभ आवाज तक नह ॊ दोग भतम की रमफी नीॊद भ जान स ऩहर तभ मोगननिा भ सो रना सोत-सोत भ याभ भ आयाभ ऩा यहा हॉ इस बाव भ सो रना

परबात भ जफ उठो तफ थोडी दय शानत होकय फठ यहना आतभधमान भ गोता भायना फाद भ ह तरफसतय का तमाग कयना नीॊद भ स उठकय चाय-ऩाॉच लभनट आतभ-चचनतन कयत हए तरफसतय ऩय फठ यहना फहत दहतावह ह ॐॐॐ

अनकरभ

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बजन भान कमा शचजस कभ स शचजस शरवण स शचजस चचनतन स शचजस जऩ स शचजस सवा स बगवदाकाय ववतत फन उस बजन कहा जाता ह

सॊसाय की आसकति लभटान क लरए बजन की आसकति अतमॊत आवशमक ह साय ऻानो व फरो का जो आधाय ह वह आतभफर व आतभऻान ऩाना ह जीवन का उददशम हो जीवन का सम ढरन स ऩहर जीवनदाता भ परनतवदषत हो जाओ अनमथा ऩछताना ऩडगा असपरता औय दफरता क ववचाय उठत ह उस बगवननाभ स औय ऩावन ऩसतको क अधममन स हटा ददमा कयो

अम भानव ऊठ जाग अऩनी भहानता को ऩहचान कफ तक बवाटवी भ बटकगा जो बगवान वकणठ भ करास भ औय ऋवषमो क रदम भ ह वह क वह उतन क उतन तय ऩास बी ह ऊठ जाग अऩन पमाय को ऩहचान सतसॊग कयक फवदध को फढा औय ऩयबरहम ऩयभातभा भ परनतवदषत हो जा

शाफाश वीय शाफाश दहमभत साहस जो कछ कय ऩयभातभा को ऩान क लरए कय मह तझ ऩयभातभा भ परनतवदषत ऩरषो तक

ऩहॉचा दगा औय त बी ऩयभातभा भ परनतवदषत हो जामगा

ॐ ऩजमऩाद सॊत शरी आसायाभजी फाऩ क सतसॊग परवचन स ॐ

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अनकरभ

Page 5: आत्भमग - Hariom Group · 2016. 1. 15. · क *ई ऩुि नह 2, भय कई ऩत्नी नह , भया कई ऩनत नह , भया कई बाई

हभ ननसॊकलऩ आतभ-परसाद भ परवश कय यह ह शचजस परसाद भ मोगदवयो का चचतत परसाद ऩाता ह शचजस परसाद भ भननमो का चचतत भननशीर होता ह उस परसाद भ हभ आयाभ ऩाम जा यह ह

तमह भतमदणड की सजा लभरन की तमाय हो नमामाधीश सजा दन क लरए करभ उठा यहा हो उस एक ण क लरए बी मदद तभ अऩन आतभा भ शचसथत हो जाओ तो नमामाधीश स वह लरखा जामगा जो ऩयभातभा क साथ तमहाय नतन शचसथनत क अनकर होगा तमहाय कलमाण क अनकर होगा

द ख का ऩहाड चगयता हो औय तभ ऩयभातभा भ डट जाओ तो वह ऩहाड यासता फदर तरफना नह ॊ यह सकता द ख का ऩहाड परकनत की चीज ह तभ ऩयभातभा भ शचसथत हो तो परकनत ऩयभातभा क खखराप कबी कदभ नह ॊ उठाती धमान भ जफ ऩयभातभ-सवरऩ भ गोता भायो तो बम चचनता शोक भसीफत म सफ कापय हो जात ह जस टॉच का परकाश ऩडत ह ठॉ ठ भ ददखता हआ चोय बाग जाता ह वस ह आतभववचाय कयन स आतभ-बाव भ आन भाि स बम शोक चचनता भसीफत ऩाऩरऩी चोय ऩरामन हो जात ह आतभ-धमान भ गोता रगान स कई जनभो क कभ कटन रगत ह अबी तो रगगा कक थोडी शाशचनत लभर भन ऩववि हआ रककन ककतना अभाऩ राब हआ ककतना कलमाण हआ इसकी तभ कलऩना तक नह ॊ कय सकत आतभ धमान की मकति आ गमी तो कबी बी ववकट ऩरयशचसथनतमो क सभम धमान भ गोता भाय सकत हो

भरफनध उडकतडमान फनध औय जारॊधय फनध मह तीन फनध कयक पराणामाभ कय धमान कय तो थोड ह ददनो भ अदबत चभतकारयक राब हो जामगा जीवन भ फर आ जामगा डयऩोक होना बमबीत होना छोट -छोट फातो भ यो ऩडना जया-जया फातो भ चचनतातय हो जाना मह सफ भन की दफरताएॉ ह जीवन क दोष ह इन दोषो की ननकारन क लरए ॐ का जऩ कयना चादहए पराणामाभ कयना चादहए सतऩरषो का सॊग कयना चादहए

जो तमह शय य स भन स फवदध स दफर फनाम वह ऩाऩ ह ऩणम हभशा फरपरद होता ह सतम हभशा फरपरद होता ह तन स भन स फवदध स औय धन स जो तमह खोखरा कय वह यास ह जो तमह तन-भन-फवदध स भहान फनाम व सॊत ह

जो आदभी डयता ह उस डयान वार लभरत ह

तरिफनध क साथ पराणामाभ कयन स चचतत क दोष दय होन रगत ह ऩाऩ ऩरामन होन रगत ह रदम भ शाशचनत औय आननद आन रगता ह फवदध भ ननभरता आन रगती ह ववघन फाधाएॉ भसीफत ककनाया कयन रगती ह

तभ ईदवय भ डट जाओ तमहाया दशभन वह कयगा जो तमहाय दहत भ होगा ॐ का जऩ कयन स औय सचच आतभवतता सॊतो की शयण भ जान स कदयत ऐसा यॊग फदर दती ह कक बववषम ऊॉ चा उठ जाता ह

अचर सॊकलऩ-शकति दढ ननदळम औय ननबमता होनी चादहए इसस फाधाएॉ ऐसी बागती ह जस आॉधी स फादर आॉधी चर तो फादर कमा दटक ग

भॉह ऩय फठी भकखी जया-स हाथ क इशाय स उड जाती ह ऐस ह चचनता करश द ख रदम भ आम तफ जया सा धमान का इशाया कयो तो व बाग जामग मह तो अनबव की फात ह डयऩोक होन स तो भय जाना अचछा ह डयऩोक होकय शचजम तो कमा शचजम भख होकय शचजम तो कमा शचजम बोगी होकय शचजम तो कमा खाक शचजम मोगी होकय शचजमो बरहमवतता होकय शचजमो ईदवय क साथ खरत हए शचजमो

कॊ जस होकय शचजम तो कमा शचजम लशशऩार होकय शचजम तो कमा शचजम लशशऩार मानी जो लशशओॊ को अऩन फचचो को ऩारन-ऩोसन भ ह अऩना जीवन ऩया कय द बर चाय ददन की शचजनदगी हो चाय ऩर की शचजनदगी हो रककन हो आतभबाव की चाय सौ सार शचजमा रककन अऻानी होकय शचजमा तो कमा खाक शचजमा भजदय की औय भया शचजनदगी जीना तो आतभऻान की

बतकार जो गजय गमा उसक लरम उदास भत हो बववषम की चचनता भत कयो जो फीत गमा उस बरा दो जो आता ह उस हॉसत हए गजायो जो आमगा उसक लरए ववभोदहत न हो आज क ददन भज भ यहो आज का ददन ईदवय क लरए आज खश यहो आज ननबम यहो मह ऩकका कय दो आज योकडा कार उधाय इसी परकाय आज ननबम आज नह ॊ डयत कर तो आमगी नह ॊ जफ कर नह ॊ आमगी तो ऩयसो कहाॉ स आमगी जफ आमगी तो आज होकय ह आमगी

आदभी ऩहर बीतय स चगयता ह कपय फाहय स चगयता ह बीतय स उठता ह तफ फाहय स उठता ह फाहय कछ बी हो जाम रककन बीतय स नह ॊ चगयो तो फाहय की ऩरयशचसथनतमाॉ तमहाय अनकर हो जामगी

ववघन फाधाएॉ द ख सॊघष ववयोध आत ह व तमहाय बीतय की शकति जगान कक लरए आत ह शचजस ऩड न आॉधी-तपान नह ॊ सह उस ऩड की जड जभीन क बीतय भजफत नह ॊ होगी शचजस ऩड न शचजतन अचधक आॉधी तपान सह औय खडा यहा ह उतनी ह उसकी नीॊव भजफत ह ऐस ह द ख अऩभान ववयोध आम तो ईदवय का सहाया रकय अऩन ऻान की नीॊव भजफत कयत जाना चादहए द ख ववघन फाधाएॉ इसलरए आती ह कक तमहाय ऻान की जड गहय जाम रककन हभ रोग डय जात ह ऻान क भर को उखाड दत ह

अनकरभ

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जागो अऩनी भदहभा भ सवाभी याभतीथ क फोरन का सवबाव था कक भ फादशाह हॉ भ शाहो का शाह हॉ

अभरयका क रोगो न ऩछा आऩक ऩास ह तो कछ नह ॊ लसप दो जोडी गरए कऩड ह याजम नह ॊ सतता नह ॊ कछ नह ॊ कपय आऩ शाहो क शाह कस

याभतीथ न कहा भय ऩास कछ नह ॊ इसलरए तो भ फादशाह हॉ तभ भय आॉखो भ ननहायो भय ददर भ ननहायो भ ह सचचा फादशाह हॉ तरफना ताज का फादशाह हॉ तरफना वसतओॊ का फादशाह हॉ भझ जसा फादशाह कहाॉ जो चीजो का ववषमो का गराभ ह उस तभ फादशाह कहत हो ऩागरो जो अऩन आऩ भ आनशचनदत ह वह तो फादशाह ह ववदव का समराट तमहाय ऩास स गजय यहा ह ऐ दननमाॉदायो वसतओॊ का फादशाह होना तो अहॊकाय की ननशानी ह रककन अऩन भन का फादशाह होना अऩन वपरमतभ की खफय ऩाना ह भय आॉखो भ तो ननहायो भय ददर भ तो गोता भाय क जया दखो भय जसा फादशाह औय कहाॉ लभरगा भ अऩना याजम अऩना वबव तरफना शत क ददम जा यहा हॉ रटाम जा यहा हॉ

जो सवाथ क लरए कछ द वह तो कॊ गार ह रककन जो अऩना पमाया सभझकय रटाता यह वह तो सचचा फादशाह ह

भझ फादशाह को अऩन आऩस दय कहाॉ

ककसी न ऩछा तभ फादशाह हो

हाॉ

तभ आतभा हो

हाॉ

तभ God हो

हाॉ इन चाॉद लसतायो भ भय ह चभक ह हवाओॊ भ भय ह अठखलरमाॉ ह परो भ भय ह सगनध औय चतना ह

म तभन फनाम

हाॉ जफस फनाम ह तफ स उसी ननमभ स चर आ यह ह मह अऩना शय य बी भन ह फनामा ह भ वह फादशाह हॉ

जो अऩन को आतभा भानता ह अऩन को फादशाहो की जगह ऩय ननमि कयता ह वह अऩन फादशाह सवबाव को ऩा रता ह जो याग-दरष क चचनतन भ पॉ सता ह वह ऐस ह कलऩनाओॊ क नीच ऩीसा जाता ह

भ चतनमसवरऩ आतभा हॉ आतभा ह तो फादशाह ह फादशाहो का फादशाह ह सफ फादशाहो को नचानवारा जो फादशाहो का फादशाह ह वह आतभा हॉ भ

अहॊ ननववकलऩो ननयाकाय रऩो

ववबवमापम सवि सवशचनिमाणाभ सदा भ सभतवॊ न भकतिन फनध

चचदाननदरऩ लशवोऽहभ लशवोऽहभ भकति औय फनधन तन औय भन को होत ह भ तो सदा भि आतभा हॉ अफ भझ कछ

ऩता चर यहा ह अऩन घय का भ अऩन गाॉव जान वार गाडी भ फठा तफ भझ अऩन घय की शीतरता आ यह ह मोचगमो की गाडी भ फठा तो रगता ह कक अफ घय फहत नजद क ह बोचगमो की गाकतडमो भ सददमो तक घभता यहा तो घय दय होता जा यहा था अऩन घय भ कस आमा जाता ह भसती कस रट जाती ह मह भन अफ जान लरमा

भसतो क साथ लभरकय भसताना हो यहा हॉ शाहो क साथ लभरकय शाहाना हो यहा हॉ

कोई काभ का द वाना कोई दाभ का द वाना कोई चाभ का द वाना कोई नाभ का द वाना रककन कोई कोई होता ह जो याभ का द वाना होता ह

दाभ द वाना दाभ न ऩामो हय जनभ भ दाभ को छोडकय भयता यहा चाभ द वाना चाभ न ऩामो नाभ द वाना नाभ न ऩामो रककन याभ द वाना याभ सभामो भ वह द वाना हॉ

ऐसा भहसस कयो कक भ याभ का द वाना हॉ रोबी धन का द वाना ह भोह ऩरयवाय का द वाना ह अहॊकाय ऩद का द वाना ह ववषमी ववषम का द वाना ह साधक तो याभ द वाना ह हआ कयता ह उसका चचनतन होता ह कक

चातक भीन ऩतॊग जफ वऩमा फन नह ॊ यह ऩाम साधम को ऩाम तरफना साधक कमो यह जाम

हभ अऩन साधम तक ऩहॉचन क लरए जट ववभान की मािा ककम जा यह ह शचजनह ऩसनद हो इस जट का उऩमोग कय नह ॊ तो रोकर टरन भ रटकत यह भौज उनह ॊ की ह

मह लसदधमोग मह कणडलरनी मोग मह आतभमोग जट ववभान की मािा ह ववहॊग भाग ह फरगाडीवारा चाह ऩचचीस सार स चरता हो रककन जटवारा दो ह घणटो भ दरयमाऩाय की खफय सना दगा हभ दरयमाऩाय भान सॊसायऩाय की खफयो भ ऩहॉच यह ह

ऐ भन रऩी घोड त औय छराॊग भाय ऐ नीर गगन क घोड त औय उडान र आतभ-गगन क ववशार भदान भ ववहाय कय खर ववचायो भ भसती रट दह क वऩॊजय भ कफ तक छटऩटाता यहगा कफ तक ववचायो की जार भ तडऩता यहगा ओ आतभऩॊछी त औय छराॊग भाय औय खर आकाश भ खोर अऩन ऩॊख ननकर अणड स फाहय कफ तक कोचर भ ऩडा यहगा पोड इस अणड को तोड इस दहाधमास को हटा इस कलऩना को नह ॊ हटती तो ॐ की गदा स चकनाचय कय द

अनकरभ

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बवसागय का ककनाया वयागम

आतभा ऩयभातभा ववषमक ऻान परादऱ कयक ननतम आतभा की बावना कय अऩन शादवत सवरऩ की बावना कय अऩन अनतमाभी ऩयभातभा भ आननद ऩाम अऩन उस अखणड एकयस भ उस आननदकनद परब भ उस अदरत-सतता भ अऩनी चचततववतत को सथावऩत कय रऩ अवरोक भनसकाय तथा दशम ददशा दशन म चचतत क पयन स होत ह ववदव तजस पराऻ जागरत सवपन औय सषनदऱ म सफ शचजसस परकालशत होत ह उस सफस ऩय औय सफका अचधदषान जो ऩयभातभा ह उस ऩयभातभा भ जफ परीनत होती ह तफ जीव ननवासननक ऩद को परादऱ होता ह ननवासननक होत ह वह ईदवयतव भ परनतवदषत होता ह कपय फाहय जो बी चदशा कय रककन बीतय स लशरा की नाई सदा शानत ह वलशदषजी कहत ह- ह याभ जी ऐस ऻानवान ऩरष शचजस ऩद भ परनतवदषत होत ह उसी भ तभ बी परनतवदषत हो जाओ

शचजसका चचतत थोडी-थोडी फातो भ उददरगन हो जाता ह घणा याग दरष दहॊसा मा नतयसकाय स बय जाता ह वह अऻानी ह ऻानी का रदम शानत शीतर अदरत आतभा भ परनतवदषत होता ह हभ रोगो न वह परसॊग सना ह कक

भॊकी ऋवष न खफ तऩ ककमा तीथमािा की उनक कषाम ऩरयऩकव हए अथात अनतकयण शदध हआ ऩाऩ जर गम व जा यह थ औय वलशदषजी क दशन हए उनक भन भ था कक साभन धीवयो क ऩाॉच-सात घय ह वहाॉ जाकय जरऩान करॉ गा व क नीच आयाभ ऩाऊॉ गा

वलशदषजी न कहा ह भाग क भीत अऻानी जो आऩ जरत ह याग-दरष भ हम-उऩादम भ जरत ह उनक ऩास जाकय तभको कमा शाशचनत लभरगी जस ककसी को आग रग औय ऩटरोर ऩॊऩ क पववाय क नीच जाकय आग फझाना चाह तो वह भख ह ऐस ह जो आऩस भ याग-दरष स जरत ह जो सॊसाय की आसकतिमो स फॉध ह उनक सॊऩक भ औय उनकी फातो भ आकय ह शचजऻास तय तऩन नह ॊ लभटगी तय तऩन औय याग-दरष औय फढग

ह भॊकी ऋवष तभ ऻानवानो का सॊग कयो भ तमहाय रदम की तऩन लभटा दॉगा औय अकतरिभ शाशचनत दॉगा सॊसाय क बोगो स सॊसाय क समफनधो स जो शाशचनत लभरती ह वह कतरिभ शाशचनत ह जफ जीव अनतभख होता ह जफ ऩयभातभालबभख होता ह चचतत शानत होता ह तफ जो शाशचनत लभरती ह वह आशचतभक शाशचनत ह

वासनावार को अशाशचनत ह वासना क अनरऩ वसत उस लभरती ह तो थोडी दय क लरए शाशचनत होती ह रोबी को रऩमो स रगाव ह रऩम लभर गम तो खशी हो गमी बोगी को बोग लभर तो खशी हो गमी साधक ऐसी कतरिभ शाशचनत ऩाकय अऩन को बागमवान नह ॊ भानता साधक तो फाहय की चीज लभर मा न लभर कपय बी बीतय का ऩयभातभ-ऩद ऩाकय अऩना जीवन धनम कयता ह वह अकतरिभ शाशचनत परादऱ कयता ह

सॊसाय का तट वयागम ह वववक ऩदा होत ह वयागम का जनभ होता ह शचजसक जीवन भ वयागमरऩी धन आ गमा ह वह धनम ह

वलशदषजी कहत ह- ह भॊकी ऋवष तभ सॊसाय क तट ऩय आ गम हो अफ तभ भय वचनो क अचधकाय हो

बरहमवतता भहाऩरषो क वचनो का अचधकाय वह हो सकता ह शचजसन वववक औय वयागमरऩी सॊऩवतत ऩा र ह शचजसन वववक स सॊसाय की असायता दख र ह शचजसन वववक स शय य की णबॊगयता दख र ह ऐसा वववकपरधान जो साधक होता ह उसको वयागम उतऩनन होता ह वयागमरऩी धन स शचजसका चचतत सॊसकत हो गमा ह उस आतभऻान क वचन रगत ह जो भढ ह ऩाभय ह व ऻानवानो क वचनो स उतना राब नह ॊ र ऩात शचजतना वववकी औय वयागमवान र ऩाता ह

भॊकी ऋवष वववक-वयागम स सॊऩनन थ वलशदषजी का दशन कयक उनको अकतरिभ शाशचनत का एहसास हआ व कहन रग

बगवन आऩ सशय य ददख ऩडत हो रककन आकाश की नाई शनम रऩ हो आऩ चदशा कयत ददख ऩडत हो रककन आऩ चदशा स यदहत हो आऩ साकाय ददखाई दत हो रककन आऩ अनॊत बरहमाणडो भ पर हए ननयाकाय तवव हो ह भननशादर आऩक दशन स चचतत भ परसननता छा जाती ह औय आकषण ऩदा होता ह वह आकषण ननदोष आकषण ह सॊसारयमो की भराकात स चचतत भ ोब ऩदा होता ह सम का तज होता ह वह तऩाता ह जफकक आऩका तज रदम भ ऩयभ शाशचनत दता ह ववषमो का औय सॊसाय रोगो का आकषण चचतत भ ोब ऩदा कयता ह औय आऩ जस ऻानवान का आकषण चचतत भ शाशचनत ऩदा कयता ह जफकक ऻानी का आकषण ऩयभातभा क गीत गॉजाता ह बीतय की शाशचनत दता ह आननद दता ह ऩयभातभा क परसाद स रदम को बय दता ह

ह भनीदवय आऩका तज रदम की तऩन को लभटाता ह आऩका आकषण बोगो क आकषण स फचाता ह आऩका सॊग ऩयभातभा का सॊग कयानवारा ह अऻाननमो का सॊग द खो औय ऩाऩो का सॊग कयान वारा ह जो घकतडमाॉ ऻानी की ननगाहो भ फीत गई जो घकतडमाॉ ऩयभातभा क धमान भ फीत गई जो घकतडमाॉ भौन भ फीत गई जो घकतडमाॉ ऩयभातभा क परसाद भ फीत गई व अकतरिभ शाशचनत की घकतडमाॉ ह व घकतडमाॉ जीवन की फहभलम घकतडमाॉ ह

ह भननशादर आऩ कौन ह मदद भझस ऩछत हो तो भ भाणडवम ऋवष क कर भ उतऩनन हआ भॊकी नाभक बराहमण हॉ सॊसाय की नदवयता दखकय सॊसाय क जीवो को हम औय उऩादम गरहण औय तमाग (छोडना-ऩकडना) स जरत दखकय भ सतम को खोजन गमा कई तीथो भ गमा ककतन ह जऩ-तऩ ककम कई वरत औय ननमभ ककम कपय बी रदम की तऩन न लभट

जऩ तऩ वरत औय तीथ स ऩाऩ दय होत ह कषाम ऩरयऩकव होत ह कषाम ऩरयऩकव हए ऩाऩ दय हए तो ऻानी का सॊग होत ह अकतरिभ शाशचनत लभरन रगती ह आननद आन रगता भौन भ परवश होन रगता ह साधक अरख ऩरष भ जगन क मोगम होता ह

भॊकी ऋवष वलशदषजी का सॊग ऩाकय अकतरिभ शाॊनत को परादऱ हए बीतय क परसाद को उऩरबध हए ऩयभातभा-ववशराशचनत ऩामी ऩयभातभ-ववशराशचनत स फढकय जगत भ औय कोई सख नह ॊ औय कोई धन नह ॊ औय कोई सामराजम नह ॊ

व घकतडमाॉ धनम ह शचजन घकतडमो भ ऩयभातभा की परीनत ऩयभातभा का चचनतन औय ऩयभातभा का धमान होता ह

परनतददन अऩन अनतकयण का ननभाण कयना चादहए अऩन अनतकयण भ ऩयभातभा का ऻान बयकय उसका चचनतन कयन स अनतकयण का ननभाण होता ह अऻान स अऻाननमो क सॊग स अऻाननमो की फातो स अनतकयण भ अववदया का ननभाण होता ह औय जीव द ख का बागी फनता ह

चचतत भ औय वमवहाय भ शचजतनी चॊचरता होगी शचजतनी अऻाननमो क फीच घसपस होगी शचजतनी फातचीत होगी उतना अऻान फढगा शचजतनी आतभचचा होगी शचजतना तमाग होगा दसयो क दोष दखन क फजाम गण दखन की परववतत होगी उतना अऩन जीवन का कलमाण होगा

अगय हभ अऩन जीवन की भीभाॊसा कयक जानना चाह कक हभाया बववषम अनधकायभम ह कक परकाशभम ह तो हभ जान सकत ह दख सकत ह ककसी वमकति को दखत ह उसस वमवहाय कयत ह तफ उसक दोष ददखत ह तो सभझो हभाया जीवन अनधकायभम ह कोई ककतना बी हभाय साथ अनचचत वमवहाय कयता ह कपय बी हभ अऩना दोष ददख औय उसक गण ददख तो सभझ रना कक हभाया बववषम उजजवर ह इसस बी उजजवर जीवन वह ह शचजसभ न गण ददख न दोष ददख सॊसाय सवपन जसा बासन रग सॊसाय को सवपन-सा दखन वारा अऩना आऩा ऩयभातभा भ ववशराभ ऩाव ऐसी पमास ऩदा हो जाम तो सभझ रना कक बववषम फडा सहावना ह फडा भॊगरकाय ह इस फात ऩय फाय-फाय धमान ददमा जाम

दवताओॊ भ चचा चर कक इस सभम ऩरथवी ऩय सफस शरदष ऩरष कौन ह सवगण-समऩनन कौन ह पराणी भाि भ गण दखनवारा कौन ह सवशरदष वमकतितव यखन वारा कौन ह

इनि न कहा कक इस सभम ऩरथवी ऩय ऐस ऩयभ शरदष ऩरष शरीकषण ह उनको ककसी क दोष नह ॊ ददखत अवऩत गण ह ददखत ह व पराणी भाि का दहत चाहत ह उनक भन भ ककसी क परनत वय नह ॊ शरीकषण जसा अदबत वमकतितव शरीकषण जसा गणगराह ऩन इस सभम ऩरथवी ऩय औय ककसी क ऩास नह ॊ ह इस परकाय इनि न शरीकषण की दवदश का उनक वमकतितव का खफ आदय स वणन ककमा

एक दव को कतहर हआ कक शरीकषण ककस परकाय अनॊत दोषो भ बी गण ढॉढ ननकारत ह वह दवता ऩरथवी ऩय आमा औय जहाॉ स शरीकषण गवारो क साथ गजयन वार थ उस यासत भ फीभाय योगी कतता होकय बलभ ऩय ऩड गमा ऩीडा स कयाहन रगा चभडी ऩय घाव थ भशचकखमाॉ लबनलबना यह ॊ थीॊ भॉह पटा यह गमा था दगनध आ यह थी उस दखकय गवारो न कहा नछ नछ मह कतता ककतना अबागा ह इसक ककतन ऩाऩ ह जो द ख बोग यहा ह

शरीकषण न कहा दखो इसक दाॉत ककतन अचछ चभकदाय ह मह इसक ऩणमो का पर ह

ऐस ह द ख-दद भ योग भ ऩयशानी भ वविोह भ औय अशाॊनत क भौक ऩय बी शचजसभ गण औय ऩयभ शानत ऩयभातभा दखन की उतसकता ह शचजसक ऩास ऐसी ववधामक ननगाह ह वह आदभी ठीक ननणामक होता ह ठीक ववचायक होता ह रककन जो ककसी ऩय दोषायोऩण कयता ह बोचगमो की हाॉ भ हाॉ लभरता ह ऻानवानो की फातो ऩय धमान नह ॊ दता सॊसाय भ आसकति कयता ह अऩन हठ औय दयागरह को नह ॊ छोडता उस आदभी का बववषम अनधकायभम हो जाता ह

शासतर न कहा फदध परॊ अनागरह फवदध का पर कमा ह फवदध का पर ह बोगो भ औय सॊसाय की घटनाओॊ भ आगरह नह ॊ यहना फडा लसदध हो तरिकार ऻानी हो रककन हम औय उऩादम फवदध हो तो वह तचछ ह

हम औय उऩादम फवदध कमा ह हम भान तमाजम उऩादम भान गराहय जफ जगत ह लभरथमा ह तो उसभ मह ऩाना ह मह छोडना ह मह कयना ह मह नह ॊ कयना ह ऐसी फवदध जफ तक फनी यहगी तफ तक वह फवदध अकतरिभ शाशचनत भ दटकगी नह ॊ अकतरिभ शाशचनत भ दटकन क लरए हमोऩादम फवदध का तमाग कयना ऩडता ह तमाजम औय गराहय की ऩकड न हो

पर खखरा ह ठीक ह दख लरमा फरफर गीत गा यह ह ठीक ह सन लरमा रककन कर बी पर खखरा हआ यह फरफर गाती हई सनाई ऩड योट ऐसी ह लभरती यह पराना आदभी ऐसा ह वमवहाय कय परानी घटना ऐसी ह घट ऐसा आगरह नह ॊ जफ जगत ह लभरथमा ह तो उसकी घटनाएॉ कस सतम हो सकती ह जफ घटनाएॉ ह सतम नह ॊ तो उसक ऩरयणाभ कस सतम हो सकत ह जो बी ऩरयणाभ आमग व फदरत जामग ऐसी ऻान-दवदश शचजसन ऩा र गरओॊ क ऻानमि वचनो को शचजसन ऩकड लरमा वह साधक बीतय की मािा भ सपर हो जाता ह

बरहमवतता की अधमातभ-ववदया फयसती यह रककन साधक भ अगय वववक-वयागम नह ॊ ह तो उतना राब नह ॊ होता फयसात सडको ऩय फयसती यह तो न खती होती ह न हरयमार होती ह ऐस ह शचजनका चचतत दोषो स अहॊकाय स बोगो स कठोय हो गमा ह उन ऩय सॊतो क वचन इतनी हरयमार नह ॊ ऩदा कयत शचजनक चचतत वववक-वयागम स जीता गमा ह उनको ऻानी सॊतो क दो वचन बी घडीबय की भराकात बी रदम भ फडी शाशचनत परदान कयती ह

भॊकी ऋवष का रदम वववक वयागम स जीता हआ था वलशदषजी की भराकात होत ह उनक चचतत भ अकतरिभ शाशचनत आननद आन रगा शचजतनी घकतडमाॉ चचतत शानत होता ह उतनी घकतडमाॉ भहातऩ होता ह चचतत की ववशराशचनत फहत ऊॉ ची चीज ह हमोऩादम फवदधवार को चचतत की ववशराशचनत नह ॊ लभरती मह छोड कय वहाॉ जाऊॉ औय सखी होऊॉ मह हम-उऩादम फवदध ह जो जहाॉ ह वह ॊ यहकय हमोऩादम फवदध छोडकय बीतय की मािा कयता ह तो वह ऊॉ च ऩद को ऩाता ह जो छोडन ऩकडन भ रगा ह तो वह वकणठ भ जान क फाद बी शाशचनत नह ॊ ऩाता

इसलरम हमऩादम फवदध छोड द शचजस सभम जो पज ऩड शचजस सभम गर औय शासतर क सॊकत क अनसाय जो कततवम कयन का हो वह मॊि की ऩतर की नाई कय लरमा रककन दसय ह ण अऩन को कतता-धतता न भान जस लभटटी भ फठत ह कपय कऩड झाड कय चर दत ह इसी परकाय वमवहाय कयक सफ छोड दो कतवव चचतत भ न आ जाम कतववबव औय बोितवबाव अगय ह तो सभाचध होन क फाद बी ऩतन की कोई सॊबावना नह ॊ अदशावकर भनन कहत ह-

अकततवॊ अबोितवॊ सवातभनो भनमत मदा तदा ीणा बवनतमव सभसताशचदळततवततम

जफ ऩरष अऩन आतभा क अकतताऩन को औय अबोिाऩन को भानता ह तफ उसकी समऩण चचततववततमाॉ कयक नाश होती ह

चचतत भ जफ अकततव औय अबोितव कक ननदषा जभन रगती ह तो वासनाएॉ ीण होन रगती ह कपय वह ऻानी मॊि की ऩतर की नाई चदशा कयता ह

अनकरभ

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आतभ-अवगाहन

तमहाय शचजतनी घकतडमाॉ ऩयभातभा क धमान भ फीत जाम व साथक ह शचजतनी दय भौन हो जाम वह कलमाणपरद ह दवास की गनत शचजतनी दय धीभी हो जाम वह दहतावह ह भॊगरकाय ह

फठत वि हभाया दवास नालसका स फायह उॊगर तक फाहय जाता ह चरत सभम अठायह सोत सभम चौफीस उॊगर तक दवास का पपकाय जाता ह औय भथन क सभम तीस उॊगर तक दवास की ऊजा खतभ होती ह फठन की अऩा धमान भ दवास फहत कभ खच होती ह इसस भन बी शानत होता ह आमषम बी फढता ह कछ दवास कभ खच होन क कायण भानलसक व फौवदधक थकान बी उतयती ह

शचजतनी दय हो सक उतनी दय शानत फठ यहो तमहाय दवास की गनत भनद होती चर जामगी सववगण फढता जामगा सॊकलऩ पलरत होन रगग धमान कयत-कयत दवास की रॊफाई

कभ हो जाम फायह उॊगर क फदर दस उॊगर हो जाम तो तमह दादय आदद लसवदधमाॉ परादऱ होन रगती ह नौ उॊगर तक दवास चरन रग तो थोडा-सा ह ननहायन भाि स शासतरो क यहसम सभझन रग जाओग आठ उॊगर तक दवास की रमफाई यह जाम तो तभ दवताओॊ की भसरत को जानन रग जाओग दसयो क चचतत को ऩढ रो ऐसी मोगमता ननखयन रगती ह

ऩाॉच-छ उॊगर तक पपकाय ऩहॉच ऐसा दवास फन जाम तो तमहाया चचतत खफ शाशचनत औय आननद का अनबव कयन रगगा तमहाय शय य क वामबरशन सववपरधान होन रगग दवास की गनत चाय उॊगर तक आ जाम तो अनऩभ ओज की परानदऱ होती ह तीन मा दो उॊगर तक दवास की रॊफाई आ जाम तो सववकलऩ सभाचध रग सकती ह एक उॊगर तक दवास आ जाम तो आननदानगत सभाचध की उऩरशचबध हो जाती ह अगय दवास बीतय ह थभ जाम तो कवर कमबक की उचच दशा ननववकलऩ सभाचध तक परादऱ हो जाती ह तफ साधना कयन वारा साधक नह ॊ फचता वह लसदध हो जाता ह

धमान कयत वि दखन भ तो तभ चऩ फठ हो रककन बीतय फहत कछ मािा कय यह हो फाहय स नासभझ रोग फोरग कक मह कछ नह ॊ कय यहा ह रककन आऩक दराया वासतव भ फहत कछ फदढमा हो यहा ह वषो तक भजदय कयक फाहय का अथक ऩरयशरभ कयक जो न कभा सक हो वह इन धमान क णो भ कभा रत हो मगो तक जनभत-भयत आम हो रककन उस सतमसवरऩ ऩयभातभा क कय फ नह ॊ जा ऩाम हो वहाॉ अफ फठ-फठ भौन औय धमान क णो भ जा यह हो चऩचाऩ फठ-फठ तमहाया भन उस आननद क सागय ऩयभातभा क कय फ जा यहा ह

धमानावशचसथत तद गतन भनसा ऩशमशचनत मॊ मोचगन मषाॊ तॊ न ववद सयासयगणा दवाम तसभ नभ

धमान कयत सभम दवासोचछवास की गनत को ननहायत जाओ दढ सॊकलऩ दोहयात जाओ कक भया चचतत ऩयभातभा भ शानत हो यहा ह भय चचतत की चॊचरता लभट यह ह ऩाऩ औय सॊताऩ लभट यह ह कभो क कसॊसकाय ऩयभातभा क ऩववि धमान भ धर यह ह भय ददर की चनरयमा यॊगी जा यह ह ऩयभातभा क यॊग स

भय साहफ ह यॊगयज चनय भोय यॊग डाय धोए स छट नह ॊ ददन ददन होत सयॊग

दो बौहो क फीच आऻाचकर भ धमान कयत जाओ वहाॉ अऩन इदश दवी-दवता मा ककसी वपरम ऩीय पकीय अथवा पमाय सदगर क ववगरह क धमान कयो ॐकाय की यिवणी आकनत का बी धमान कय सकत हो

आऻाचकर भ धायणा कयन स फहत साय शकतिमो का ववकास होता ह ऻान का अथाह खजाना खरन की कॉ जी वहाॉ छऩी ह वहाॉ धमान कयत हए ॐकाय का द घ सवय स गॊजन कयत जाओ ऩय ननबमता औय साहस को अऩन योभ-योभ भ बय जान दो चचनता बम शोक अशाशचनत की कलऩनाओॊ को ॐकाय की ऩववि गदा स बगा दो

ऐ बम ऐ चचनता ऐ ऩयशानी दय हटो अफ हभ आतभ-खजाना लभर यहा ह ॐकाय की ऩववि गदा हभाय हाथ भ ह ऐ चचनताएॉ तमह हभ चकनाचय कय दग ॐ

ऐ दफर ववचाय ऐ दफर चचतत तझभ ॐकाय का साभरथम बया जा यहा ह अफ दफरता छोड ॐ

ओ नकायातभक ववचाय ओ असपरता की कलऩनाएॉ दय हटो अननत बरहमाणडो का सवाभी ऩयभातभा हभाय साथ औय हभ बमबीत ईदवय की असीभ शकतिमाॉ हभस जडी हई औय हभ चचशचनतत नह ॊकबी नह ॊ ॐॐॐॐॐ

ऐ चचनताएॉ ऐ दफर ववचाय दय हटो हभ ऩववि ॐकाय की गदा रकय तमह कचर डारग हभाय साथ जगतननमनता ऩयभातभा हभाय रदम भ सवशकतिभान ईदवय औय ऐ दफर ववचाय त हभ दफर ककम जा यहा ह ॐॐ

बम शोक चचनता को जया बी सथान नह ॊ सदव तमहाय चचतत भ ऩयभातभा की शकति भौजद ह अऩना चचतत परसनन यखो कपय तभस ऩववि काम अऩन आऩ होन रगग अऩन चचतत को ऩयभातभा क साथ जोडा कयो कपय तभ जो बी कयोग वह ऩयभातभा की ऩजा हो जामगी वासनाओॊ को दय प क दो चचनताओॊ औय ननफरताओॊ को दय बगा दो उस परभासऩद ऩयभातभा भ अऩन चचतत को ऩरयतदऱ होन दो ॐआनॊद ॐआननद ॐॐॐ

भ छई भई का ऩड नह ॊ जो छन स भयझा जाता ह भ वो भाई का रार नह ॊ जो हौवा स डय जाता ह

बम आकाॊा घणा चचनता तभ दय हटो ह दहॊसा त दय हट भझ परभ क ऩववि लसॊहासन ऩय ववयाजभान होन द ऐ सॊसाय की आसकति अफ दय हट हभ अऩन आतभबाव भ जग जा यह ह ॐॐॐ

फर ह जीवन ह दफरता ह भौत ह दफर ववचायो को दय हटात जाओ आतभफर आज का परबात आतभपरकाश का परबात हो यहा ह ॐॐॐ

ऐ चचतत की चॊचरता औय भन की भलरनता अफ त ॐकाय क ऩावन परकाश क आग कमा दटकगी ॐॐॐ

ननबमताननशचदळॊतता ननशचषपकयता फऩयवाह ऩय खदाईजम जम

जफ तक नह ॊ जाना था तफ तक ईदवय था औय जफ जाना तो भयआतभा का ह वह नाभ था

बराहमी शचसथनत परादऱ कय काम यह ना शष भोह कबी ना ठग सक इचछा नह ॊ रवरश

नदवय दननमाॉ की कमा इचछा कयना अऩन याभ भ भसत ॐॐॐ

फयस यह ह बगवान की कऩा फयस यह ह ईदवय की अभीदवदश खदाई नय तमहाया योभ-योभ आतभफर स जगता जाम ॐॐॐ

बावना कयो कक हवाई जहाज की नाई शय य भ शकति ऊऩय उठ यह ह आऩ चचदाकाश की ओय ऊऩय उठ यह ह नासभझी क कायण बम शोक औय चचनताओॊ न हभाय भन को घय यखा था हभ भन क बी ददशा औय सदशा ह हभ इशचनिमो औय भन क सवाभी ह हभ दह भ यहत हए बी ववदह आतभा ह हभ चतनम ह जो कफीय भ गनगनामा था जो शरीकषण भ भसकयामा था जो याभदास भ चभका था जो याभकषण भ धमान का यस टऩका यहा था वह आतभा हभाय ऩास ह नह ॊ नह ॊ वह आतभा हभ ह ॐॐॐ

ऐ इनसान याहनभा गररोग तझ अऩनी असलरमत भ जगात ह त इनकाय भत कयना व तझ अऩनी भदहभा भ जगात ह त सनदह भत कय बम औय चचनता भत कय ॐॐॐ

जीवन की सषदऱ शकतिमाॉ जग यह ह जीवन का अधोगभन फदरकय ऊधवगभन हो यहा ह हभ ऊऩय की ओय उठ यह ह हभाया तन औय भन आशचतभक फर स सयाफोय हो यहा ह आज क ऩावन ऩव ऩय आतभसवरऩ भ जगन का सॊकलऩ कयग तमहाय भ अथाह सॊकलऩ का सामराजम ह ईदवय की अदबत सॊकलऩ की साभरथमर रा तमहाय भ छऩी हई ह तभ उस जगन दो कबी दफर ववचाय भत आन दो कबी नकायातभक ववचाय भत आन दो ॐॐॐ

जफ तक दहालबभान की नालरमो भ ऩड यहोग तफ तक चचनताओॊ क फनडर तमहाय लसय ऩय रद यहग तमहाया अवताय चचनताओॊ क जार भ पॉ स भयन क लरए नह ॊ हआ ह तमहाया जनभ सॊसाय की भजदय कयन क लरए नह ॊ हआ ह हरय का पमाया होन क लरए हआ ह हरय को बज सो हरय का होम खवाभखाह चाचा लभटकय बतीजा हो यह हो दफर ववचायो औय कलऩनाओॊ की जार भ फॉध यह हो कफ तक ऐसी नादानी कयत यहोग तभ ॐॐॐ

ववदयतशकति गरतवाकषण की शकति इरकटराननकस की शकति तथा अनम कई शकतिमाॉ दननमाॉ भ सनी गई ह रककन आतभशकति क आग म शकतिमाॉ कछ नह ॊ वह आतभशकति हभ ह ॐॐॐ

अऩन ददर भ आतभ-सनदह असॊबावना मा ववऩय त बावना होन क कायण हभ उस हक स जदा हो गम ह

तीन परकाय क आवयण होत ह असववाऩादक आवयण अबानाऩादक आवयण औय अनाननदाऩादक आवयण

असववाऩादक आवयण शासतर क शरवण स दय होता ह अबानाऩादक आवयण भनन स दय होता ह अनाननदाऩादक आवयण आतससवरऩ भ गोता रगान स दय हो जाता ह ॐॐॐ

फर दहमभतशकति चगडचगडाना नह ॊ ह फरवान होना ह ॐॐॐ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

भानलसक ढॊग स ॐकाय का जऩ कयत जाओ ॐकाय की आननददामी शाशचनत भ खोत जाओ भरभधम भ सवऩातक-नाशक आतभफर-वधक आतभऻान का परकाश कयन वार ॐ का धमान कयत जाओ बावना स भरभधम क गगनऩट ऩय रार यॊग क ॐकाय को अॊककत कय दो आनतय भन भ ॐकाय का गॊजन होता जाम

खफ शाशचनत भ डफत जाओ अऩन शानत सवबाव भ बरहमबाव भ ऩयभातभ-सवबाव भ ऩरयतनदऱ सवबाव भ शानत होत जाओ अनबव कयत जाओ कक सवोऽहभ लशवोऽहभ आतभसवरऩोऽहभ चतनमऽहभ भ चतनम हॉ भ सवि हॉ भ सफभ हॉ भ ऩरयऩण हॉ भ शाॊत हॉ ॐॐॐ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

साधक को अऩन दोष ददखन रग जाम तो सभझो उसक दोष दय हो यह ह दोष अऩन आऩ भ होत तो नह ॊ ददखत अऩन स ऩथक ह इसलरए ददख यह ह जो बी दोष तमहाय जीवन भ हो गम हो उनको आऩ अऩन स दय दखो ॐ की गदा स उनको कचर डारो आतभशाशचनत क परवाह भ उनह डफा दो

ॐ का गॊजन बीतय होता जाम अथवा ॐ शाशचनत ॐ शाशचनत शाशचनत शाशचनत ऐसा भानलसक जऩ कयत हए आतभा भ ववशराशचनत ऩात जाओ

ॐ क अथ का चचनतन कयो इसस भनोयाज ननिा तनिा यासासवाद आदद ववघनो स फच जाओग

आतभशाशचनत भ चचतत को डफात जाओ चचतत की ववशराशचनत साभरथम की जननी ह चचतत की ववशराशचनत अऩन सवरऩ की खफय दन वार ह चचतत की ववशराशचनत सददमो स बटकत हए जीव को अऩन लशव-सवबाव भ जगा दती ह हजाय तीथो भ जान स हजायो हवन कयन स हजाय वरत यखन स वह ऩद नह ॊ लभरता जो चचतत की ववशराशचनत स लभरता ह

उऩदश व सतसॊग सनन का धमान कयन का पर मह ह कक सन हए सतमसवरऩ ऩयभातभा क कय फ र जान वार वचन धमान क दराया दढ होत जाम सनी हई आतभा-ऩयभातभा की भदहभा धमान क दराया अनबव भ आन रग जाम सना हआ सतसॊग कवर सनान वार का ह न यह वह हभाया बी हो जाम मह तो धमान का परमोजन ह

भ ककतना शानतसवरऩ था भझ ऩता न था भ ककतना परभसवरऩ था भझ ऩता न था

सवग क दवो को कछ ऩान क लरए कभ कयना ह तो उनह ऩरथवी ऩय आना ऩडता ह मह कभबलभ ह सफ कभो का जो साय ह उस सायबत भोभाग भ हभ रग ह साय कभ-धभो का अक ह आतभशाशचनत हभ उस ऩयभाननद ऩद की मािा भ सॊरगन हो यह ह धमान का एक-एक ण अदबत ऩणम अशचजत कया यह ह ऩयभातभा भ डफन का सअवसय द यह ह

अऩन इदश को अऩन ऩणमो को धनमवाद दो ॐॐॐ

जो फवदधभान ह व जानत ह कक कफ फोरना ककतना फोरना परऻावान रोग शाशचनत औय आननद क लरए फोरत ह परभ औय परसाद क लरए फोरत ह परभ तो कवर ऩयभातभा भ हो सकता ह औय परसाद कवर उसी का वासतववक परसाद ह शचजसस सफ द ख ननवतत हो जात ह

दढ बावना कयो कक भ सफ हॉ ववशार आकाश की नाई सववमाऩक हो यहा ह भ चचदाकाश-सवरऩ हॉ सम औय चाॉद भझभ रटक यह ह भ चचदाकाश सवरऩ हॉ सम औय चाॉद भझभ रटक यह ह सफ ताय भझभ दटभदटभा यह ह इतना भ ववशार हॉ कई याजा-भहायाजा इस आकाशसवरऩ चतनम भ आ-आकय चर गम भ वह आकाश हॉ भ सववमाऩक हॉ भ कोई ऩरयशचसथनत नह ॊ हॉ रककन सफ ऩरयशचसथनतमो को ऩहचाननवारा आधायसवरऩ आतभा हॉ आननद औय शाशचनत भया अऩना सवबाव ह

इस परकाय अऩनी ववतत को ववशार ववशार गगनगाभी होन दो

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

अऩन ददर भ ॐका ऩयभ ऩावन फीजभॊि का अतमॊत ऩववि ऩयभातभसवरऩ का धमान कयत हए रदम को ऩयभ चतनम अवसथा स शीतर आननद स ऩरयऩण कयत जाओ जस ककसी कोठय भ परकाश पर जाता ह ऐस ह रदम भ चचदाकाश-सवरऩ चचदघन ऩयभातभा-सवरऩ ॐ का चचनतन कयत ह रदम ननभर चचदाकाशवत सवचछ हो यहा ह

ददर भ शाशचनत व परसननता वमादऱ हो यह ह ऐसी दढ बावना क साथ आतभ-शाशचनत भ आतभानॊद भ डफत जाओ अदबत ईदवय म आहलाद को बीतय बयत जाओ वाह वाह

चचदानॊदरऩ लशवोऽहभ लशवोऽहभ परभसवरऩ ऩयभातभ-यस भ रदम ऩरयतनदऱ का अनबव कयता जाम धमान नह ॊ कयना

अऩन आननदभम सवबाव को माद कयक जग जाना ह सवसथ हो जाना ह

भ आननदसवरऩ सखसवर चतनमसवरऩ अऩन सवबाव भ जग यहा हॉ वाह वाह भया सवबाव ह परसननताऩण ह अनतकयण जफ भया चचनतन कयता ह तफ परसनन होता ह अनतकयण जफ भय कय फ आता ह तफ आनशचनदत होता ह आननदो बरहम बरहमनत ऩयभातभन आननद ह बरहम ह कीतन क दराया आननद आम मोग क दराया आननद आम ववदया क दराया आननद आम ऻान क दराया आननद आम म सफ भय ह सवरऩ ह

रदम जफ भय कय फ होता ह भय चचनतन भ होता ह तो भ उस आननद स बय दता हॉ रदम जफ अनम ववषमो की ओय जाता ह तफ भ सववमाऩक आननदसवरऩ होत हए बी वह आननद नह ॊ र ऩाता ॐॐॐ

भझभ याग कहाॉ भझभ दरष कहाॉ भझभ कतताऩन कहाॉ भझभ बोिाऩन कहाॉ भझभ नात औय जात कहाॉ म सफ भन की कलऩनाएॉ थी भनीयाभ का खखरवाड था भन का फना हआ जार था अऩन आतभ-लसॊहासन ऩय फठकय ननहायता हॉ तो भन क जार का कोई

परबाव नह ॊ ह भन की कोई सतता नह ॊ ह भय सतता रकय भन जार फन यहा था भय दवदश उस ऩय ऩडत ह वह शभा गमा जार फनना छोड ददमा ॐॐॐ

चचदाननदरऩ लशवोऽहभ लशवोऽहभ ऩणोऽहभ ऩयभाननदसवरऩोऽहभ

योभ-योभ ऩावन हो यहा ह भय अऩन सवबाव स मह शय य बी ऩावन हो यहा ह भय चचदाननद सवबाव स इस शय य स छकय जो हवाएॉ जाती ह व बी ऩवविता शीतरता परभ औय आननद टऩका यह ह

भ आतभा था भ चतनम था भ परभ सवरऩ था भ आननदसवरऩ था रककन सॊकलऩ ववकलऩो न भझ ढक यखा था अफ व कछ सथचगत हए ह तो ऩरयतनदऱ का अनबव हो यहा ह भ तो ऩहर स ह ऐसा था

ह या धर भ ढक गमा था तफ बी वसा ह चभकदाय था रककन रोगो को ददखता नह ॊ था भन भन को फवदध को इशचनिमो को तन को ऩववि ककमा परकालशत ककमा तफ व आननद को परादऱ हए भ तो उसक ऩहर बी ऐसा ह आननदसवरऩ था वाह वाह

चचतत की चॊचरता होगी तफ भया मह आननदसवबाव चचतत स छऩ जामगा तफ बी भ होऊॉ गा वसा ह

भ फोधसवरऩ हॉ भ जफ जानन वारा चतनम चचदातभा हॉ सवपन की तयॊग आमी औय ववरम हो गई जागरत क ववचाय व कभ आम औय फदर गम रककन भ अफदर आतभा हॉ फचऩन आमा औय फदर गमा भ अफदर आतभा हॉ ककशोयावसथा आमी औय फदर गई रककन भ अफदर आतभा वह का वह मवावसथा आ यह ह औय जा यह ह रककन भ वह का वह वदधावसथा आमगी औय जामगी रककन भ वह का वह भ ददशा भाि चचदघन चतनम हॉ ॐ ॐ ॐ

भ परसनन आननदसवरऩ चतनम हॉ नाहक द खद ववचाय कयक ववयोधी ववचाय कयक भन अऩन सवरऩ ऩय ववचायो की भलरन चददय ढक द थी अफ ॐकाय की उस अदरत आननदसवरऩ ऩयभातभा की एक सहावनी रहय दराया भन उस कलऩनाओॊ की चददय को हटामा तो भ अऩन आऩ भ ऩरयतदऱ हो यहा हॉ मोगाननद का अभत मोग क दराया आतभाननद का अभत भय रदम भ बया जा यहा ह

चचनता बम ववकाय भोह भामा इनको भ जानता ह नह ॊ हॉ म सफ तो भया भदोनभतत भनरऩी वजीय जानता होगा

कसा आननद कौन ककसस कह भानो गॉग न गड खामा

धमान कयन की चाराकी छोड दो सतसॊग भ फठन क फाद समानाऩन छोड दो इस भनबाई (भन) को धमान कयन की फहत इचछा होती ह वह चाराक फनता ह कक भ धमान करॉ अय भनबाई त चऩ हो जा फठा यह अऩनी जगह

अफ धमान कयग तो भन अडचन डारगा गाडी भ फठन क फाद अऩनी गठरयमाॉ लसय ऩय उठान जसा होगा अफ तो सदगर कऩा की भोगाडी भ फठ गम तो आयाभ पयभाओ बरहमाननद की गाडी अऩन आऩ र जा यह ह

आननद औय शाशचनत भया सवबाव था भझ ऩता न था परभ औय परसननता भया जनभलसदध सवबाव था रककन कलऩनाओॊ न नादानी क ववचायो न ढक यखा था भय सवबाव को अफ सनतो क शासतरो क सदगर क वचनो स नादानी छट गई ॐकाय की झाड स कछ अहोबाव क धकक स कछ शरदधा स ववचायो की ऩत हट गई कचया साप हो गमा तवववसत जमो की तमो ददखन रगी आननद छरकन रगा अफ खर आॉखो स भ सवि अऩन को ननहाय सकता हॉ सफ भ एक एक भ सफ का अनबव कय सकता हॉ खर आॉखो स बी भ भसती भ यह सकता हॉ अऩन सवबाव भ ऩरयतदऱ हो सकता ह ॐॐॐ

भय सनी हई सफ कथाएॉ पर गई भय ककम हए सफ जफ-तऩ पलरत हो गम भय सवा औय ऩणम पलरत हो यह ह दहालबभान का कचया हटता जा यहा ह औय आतभसवबाव का नशा चढा जा यहा ह

अफ कछ कयन का सॊकलऩ उठ तो ॐ की झाड स उस हटा दो भकान फनवाना ह दवाखाना खोरना ह धनधा कयना ह दय हटो म सफ सॊकलऩ म सफ झीर की सतह ऩय काई ह एक हाथ मॉ भाया दसया हाथ मॉ भाया तो भामा की काई दय कपय ननभर ऩानी ह ऩानी बरहमाननद ह बरहमाननद

जगशचननमनता ऩयभातभा होकय बी चऩयासी की नौकय कयनी ह साहफ को सराभ कयना ह शचजसको गयज होग वह सराभ कयन आमगा चाचा लभटकय बतीज कमो होत हो ॐ ॐ ॐ

भझ ऩण चतनम को ककसकी आवशमकता ह भझभ कतताऩन कहाॉ आवशमकताएॉ तो दह की होती ह राखो कयोडो दह हई औय उनकी सफ आवशमकताएॉ ऩय कयत यह कपय बी भयती ह यह हय जनभ भ फना-फनाकय छोडत आम जफ तक नह ॊ ककमा तफ तक रगता ह कक भकान फनाम फड बवन फनाम बवम आशरभ खोर रककन कयन क फाद रगता ह कक इसको कोई सॉबार र तो अचछा ह हभ नह ॊ चादहए

अफ कयन-धयन क सॊकलऩ सफ छोड दो मह बरहमाणड अऩन तरफना कछ ककम ह धभाधभ चरता यहगा ककतन ह भजदय रोग फहत कछ कय यह ह फचाय अऩन को कतता कमो फना यह हो आतभाननद स भॉह कमो भोड यह हो

नह ॊ भ अऩन को कतता भानकय नह ॊ कय यहा हॉ अय कतता नह ॊ भानत तो कयन की इचछा कस होती ह ईभानदाय स खोजो खोजकय

ऩकडो कक कमा इचछा ह उस इचछा को मॉ ककनाय रगा दो औय तभ परकट हो जाओ इचछाओॊ क आवयण क ऩीछ कफ तक भॉह नछऩाम फठ यहोग मश की इचछा ह भायो धकका परलसवदध

की इचछा ह भाय दो पॉ क अचछा कहरान की इचछा ह भायो रात इतना कय लरमा तो सफ शासतरो वदो उऩननषदो का अभमास जऩ-तऩ-तीथ-अनदषान औय सफ सवाएॉ पलरत हो गई

रककन सावधान आरसम मा अकभणमता नह ॊ रानी ह इचछायदहत होन का अभमास कयक आतभदव का साातकाय कयना ह कपय तमहाय दराया फहत साय कभ होन रगग रककन तभभ कततव की फ न यहगी

इचछा की ऩतो न तमह ढाॉक यखा ह औय कछ नह ॊ ह कछ नह ॊ ह फहत सयर ह सयर नह ॊ होता तो मह आननद कस रत अऩन सवबाव का तरफलकर सयर भफत भ

शरी वलशदषजी भहायाज कहत ह- ह याभजी पर औय ऩतत को भसरन भ दय ह अऩन सवरऩ को दखन भ कमा दय ह

ककसी दवी-दवता क दशन की इचछा नह ॊ ह उनभ बी हभाया ह आतभचतनम ववरास कय यहा ह ककसी ऩरयशचसथनत की इचछा नह ॊ ह कछ होना नह ॊ ह कछ परादऱ कयना नह ॊ ह परब बी नह ॊ चादहए चरो परब हभस अरग हो तो चादहए न हभाया शदध-सवरऩ आतभा ह ऩयभातभा ह एक अदरत आतभा-ऩयभातभा क लसवा जो कछ ददखता ह वह सफ भन की कलऩनाएॉ ह इचछा कयक कलऩनाओॊ क ऩीछ कफ तक बागत कपयग

खोजो अऩन भ कोई इचछा ददख तो ऩकडकय ननकार दो जस भदहराएॉ फारो भ स जएॉ ऩकड-ऩकडकय ननकारती ह ऐस चचतत भ स इचछाएॉ ऩकड-ऩकडकय ननकार दो अबी तो लसय जओॊ स ढक गमा ह कछ बी कयक इचछाओॊरऩी जएॉ हटा दो म इचछाएॉ हट गई तो कपय

सॊकय सहज सवरऩ सॊबाया रागी सभाचध अखणड अऩाया

अऩना सवरऩ ववचायन भाि स सॉबारन भाि स परकट होता ह सॊसकाय घस गम ह कक मह कयग वह कयग मह ऩामग मह छोडग सॊकलऩो औय इचछाओॊ की खखचडी हो गई ह

अफ हभ कमा कय

कछ नह ॊ कयो

बजन कय

नह ॊ कयो बजन

धमान कय

नह ॊ कयो धमान बी

मािा कय

कोई जरयत नह ॊ

दकान खोर

कबी नह ॊ खोरना

नौकय कय

नह ॊ

यसोई फनाम

कोई आवशमकता नह ॊ ह

कछ नह ॊ कयना ह परकनत भ हो यहा ह शासतर की भमादा क भतातरफक होन दो कयन का नमा सॊकलऩ भत फनाओ ऩयदहत क लरए होन दो

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

चचतत का ननभाण

एक सभम था जफ फॉद बी दरयमा होकय डफामा कयती थी गौ का खय बी खाई होकय चगयामा कयता था रककन जफ सतसॊग भ गम गरओॊ की कऩा को ऩचामा तफ अनकरता औय परनतकरता क दरयम बी फॉद स भारभ होत ह आतभऻान की भदहभा ऐसी ह साधक जफ आतभबाव भ परनतवदषत होता ह तफ जीवन स साय द ख ववदा होन रगत ह

धमान का भतरफ कवर चऩचाऩ हो जाना नह ॊ ह धमान भ चचतत अतमॊत एकागर हो जाम शानत हो जाम शचसथय हो जाम उसस बी वह ऊॉ ची अवसथा ह कक चचतत का ननभाण हो चचतत का शानत होना एक फात ह औय चचतत का ननभाण होना दसय फात ह चचतत शानत हो जामगा उतनी दय शाशचनत लभरगी आननद आमगा फाद भ कपय जगत सचचा बासगा थोडा सा सख आकवषत कय दगा थोडा सा द ख दफा दगा रककन धमान भ अगय आतभववचाय आता ह बरहमववचाय आता ह ऩयभातभबाव क सॊसकायो को दहयाकय आतभाकाय बाव ऩदा होत ह तो उसस चचतत का ननभाण होता ह चचतत क शानत हो जान स बी चचतत का ननभाण होना ऊॉ ची फात ह

गरत ढॊग स चचतत का ननभाण हो जाता ह तो वह फनधन व द ख का कायण फन जामगा जस चचतत का ननभाण हो गमा कक भ अभक जानत का हॉ मह भया नाभ ह भ सतरी हॉ मा ऩरष हॉ इस परकाय क चचतत का ननभाण हो गमा तो उसक लरए आदय क दो शबद जीवन फन जात ह औय अनादय क दो शबद भौत फन जात ह झठ सॊसकायो स चचतत का ननभाण हो गमा व बी ददन थ कक जफ फॉद बी दरयमा होकय ददखती थी औय हभ डफा र जाती थी जया सा अऩभान बी दरयमा होकय ददखता था जया सा हवा का झोका बी आॉधी की नाई ददखता था रककन जफ सतसॊग औय गरदव की कऩा स आतभवतता भहाऩरष क उऩदश की कऩा स फड-फड दरयम बी कतयो की नाई ददखत ह कमोकक जो कछ नाभ-रऩ ह सख-द ख ह अनकरता-परनतकरता ह व सफ भामा भ खखरवाड भाि ह भामाभािॊ इदॊ दरतभ मह साया परऩॊच जो ददख यहा ह वह सफ भामा भाि ह

दखखम सननम गननम भन भाॉदह

भोहभर ऩयभायथ नाॉह चचतत का अऻान स ननभाण हआ इसीलरए मह जगत सतम बासता ह औय जया-जया सी

फात सख-द ख आकषण ऩयशानी दकय हभ नोच यह ह

धमान क दराया सतसॊग क दराया चचतत का ठीक रऩ भ ननभाण कयना ह चचतत का ऩरयभाजन कयना ह चचतत शानत हो गमा तो उसक सॊसकाय दफ गम जफ उठ तो सॊसकाय कपय चार हो गम नीॊद भ गम त भ मह हॉ भ वह हॉ म सफ सॊसकाय दफ गम नीॊद भ कज की चचनता नह ॊ यहती रककन म द ख दय नह ॊ हए कमोकक चचतत भ जो सॊसकाय ऩड ह व गम नह ॊ म सॊसकाय दफ ह नीॊद स उठन ऩय साया परऩॊच चार हो जामगा साय चचनताएॉ लसय ऩय सवाय हो जामगी

धमान-बजन का रकषम मह नह ॊ ह कक तमहाया चचतत कवर शचसथय हो जाम फस धमान-बजन का रकषम ह चचतत शचसथय हो औय साथ ह साथ चचतत का ननभाण हो बरहमाकाय ववतत स बरहमाकाय बाव स चचतत का ननभाण होगा तो तमहाय चचतत ऩय कशचलऩत सॊसाय क सख-द ख की ठोकय नह ॊ रगगी लभरथमा सॊसाय का आकषण नह ॊ होगा तमहाय रदम भ सॊसाय का आकषण नह ॊ होगा तो वासना नह ॊ उठगा वासना नह ॊ उठगी तो दफाया जनभ रन की जरयत नह ॊ ऩडगी आऩका भो हो जामगा फडा ऩाय हो जामगा

ऩजा कयत ह ठाकयजी की भॊददय भ जात ह भशचसजद भ जात ह चगयजाघय भ जात ह रककन चचतत का ननभाण नह ॊ कयत ह तो सॊसायमािा का अनत नह ॊ आता बगवान शरीकषण कहत ह-

ननभानभोहा शचजतसॊगदोषा अधमातभननतमा ववननवततकाभा दरनदरववभिा सखद खसॊऻगचछनतमभढा ऩदभवममॊ तत

शचजनका भान औय भोह नदश हो गमा ह शचजनहोन आसकति रऩ दोष को जीत लरमा ह शचजनकी ऩयभातभा क सवरऩ भ ननतम शचसथनत ह औय शचजनकी काभनाएॉ ऩण रऩ स नदश हो गई ह ndash व सख-द ख नाभक दरनदरो स ववभि ऻानी जन उस अववनाशी ऩयभ ऩद को परादऱ होत ह

चचतत क साथ भन-इशचनिमो क साथ तादातमम का जो सॊग ह सॊसाय क समफनधो स जो दोष रग जाता ह वह चगया दता ह चचतत का ठीक स ननभाण हो जाम तो अधमातभ भ ननतम यभण हो जाम काभनाएॉ ननवतत हो जाम दरनदरो स भकति हो जाम सख औय द ख भान औय अऩभान अनकरता औय परनतकरता मश औय अऩमश तनदरसती औय फीभाय जीवन औय भतम म सफ दरनदर ह जो तनदरसती स सखी ह वह फीभाय स द खी होगा जो मश स सखी होता ह वह अऩमश स द खी होगा जो जीन भ सख भानगा वह भयन भ द खी होगा रककन जीना भयना भान-अऩभान म सफ चचतत भ दहातभबाव क सॊसकाय ऩड ह अगय चचतत का ननभाण हो गमा कक जीना भयना म सफ भया नह ॊ भामा का ह भया नह ॊ इस दहरऩी खखरौन का ह मह दहरऩी खखरौन कई फाय जीत हए ददखत ह कई फाय भयत हए ददखत ह कपय बी भय कबी

भौत नह ॊ होती तो शर ऩय चढत हए बी द ख नह ॊ होगा रोगो को रगगा कक भनसय शर ऩय चढ ईसा करॉस ऩय चढ अभक फदध ऩरष न धमान कयत हए शय य छोडा औय भय गम रोगो को ऐसा रगगा रककन उन भहाऩरषो का अनबव ह कक व कबी भयत नह ॊ व कबी तरफगडत नह ॊ कबी फनत नह ॊ वासतव भ जीवभाि का जो असर सवरऩ ह वह फनन तरफगडन स फहत ऊॉ चा ह फनता तरफगडता तमहाया शय य ह फनता तरफगडता तमहाया भन ह फनता तरफगडता तमहाया बाव ह रककन तमहाया सवरऩ तमहाया आतभा कबी फनता तरफगडता नह ॊ

चचतत का ननभाण होता ह आतभववचाय स धमान कय औय शनमभनसक नह ॊ रककन अनातभपरवाह का नतयसकाय कय औय आतभपरवाह को चराम आतभबाव को चराम औय दहबाव को हटाम बरहमबाव को जगाना औय दहबाव को अरववदा दना मह ह चचतत क ननभाण की ऩदधनत इस परकाय धमान होगा तो भसत हो जामग धमान क वि बी भसत औय धमान क फाद बी भसत इस परकाय चचतत का ननभाण हो जामगा तो जो सॊसाय फॉद होकय बी दरयमा फनकय डफता था वह अफ दरयमा होकय आमगा तो बी फनद होकय बासगा जया-जया फात स सख-द खादद दरनदर ऩयशान कय यह थ व अफ परबाव नह ॊ डारग शचजतन परभाण भ चचतत का ननभाण होता जामगा उतन परभाण भ दरनदरववभिा होत जामग

साय जऩ तऩ सवा ऩजा मऻ होभ हवन दान ऩणम म सफ चचतत को शदध कयत ह चचतत भ ऩववि सॊसकाय बयत ह परनतददन कछ सभम अवशम ननषकाभ कभ कयना चादहए चचतत क कोष भ कछ आधमाशचतभकता की बयती हो नतजोय को बयन क लरए हभ ददनयात दौडत ह जफ को बयन क लरए छटऩटात ह रककन नतजोय औय जफ तो मह ॊ यह जामग रदम की नतजोय साथ भ चरगी इस आधमाशचतभक कोष को बयन क लरए ददन बय भ कछ सभम अवशम ननकारना चादहए सॊधमा-वनदन ऩजा-पराथना धमान-जऩ ननषकाभ कभ इतमादद क दराया चचतत का ननभाण कीशचजम

उचच ववचाय कयत हए रदम भ खर आकाश की ववशारता बय जान दो ॐकाय का ऩववि जऩ कयत-कयत रदम को ववशार होता अनबव कयो शाशचनत औय आननद स रदम बया जा यहा ह मह आतभाननद की ववशदध ऩयभातभा की चचदाननद-सवरऩ ऩयभातभा की झरक ऩान का तय का ह

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

ऩरयपरदलन पर इशचनिमो को ववषमो स कस फचाम

उ बोजन छोडन स उऩवास कयन स गाम-बस का दध छोडकय फकय का दध ऩीन स योट छोडकय भॉग लबगोकय खान स शय य भ शकति नह ॊ होती तो ववषमवासना शानत हो जाती ह रककन इस उऩाम स सॊसाय भ सखफवदध नह ॊ जाती बरहमवतताओॊ को आतभा-ऩयभातभा का सख लभर जाता ह इसलरए सॊसाय भ यहत हए बी सॊसाय भ उनकी सखफवदध नह ॊ होती

साॉऩ ठणड भ दठठय जाता ह तो शानत ऩडा यहता ह काटता नह ॊ सम की धऩ ननकरत ह वह कफ काट र कोई ऩता नह ॊ ऐस ह अभक आहाय व ननमभो स भन को थोडा शानत कय रत ह कपय जफ भौका लभर जाता ह तो भन कपय बडक उठता ह भन को ववषमो स शानत कय दना अचछा ह सॊमभ कयना ह चादहए रककन साथ ह साथ ऩयभातभा का यस ऩा रना चादहए

भनोवऻाननको न कछ परमोग ककम जो अनत जातीम आवगवार काभी मवक थ उनका खान-ऩान ऐसा यखा कक वीम फन ह नह ॊ कपय उनको रडककमो क फीच यखा तो फड बरहमचाय ददख शानत यह आवग की कोई चदशा नह ॊ की कततो ऩय बी परमोग ककम गम व बी ऐस यह कपय जफ उनको ऩौवदशक बोजन दना शर ककमा तो व ह कतत ऩॉछ दहरात कवततमो क ऩीछ बागन रग व मवक बी ऩौवदशक बोजन क आहाय स ऩहर जस ह काभातय होन रग

भजफय का नाभ भहातभा गाॉधी ndash ऐसा नह ॊ होना चादहए जीवन भ शय य भ शकति न हो इशचनिमो भ फर न हो तो सफ बरहमचाय ह आऩ शि को ऩयासत नह ॊ कय सकत औय भाप कय ददमा तो कमा फडी फात ह उसको नछनन लबनन कयन का साभरथम ह कपय बी भाप कय ददमा तो फडी फात ह भा वीयो को शोबा दती ह कामयो को थोड ह शोबा दती ह

ऐस ह फरवानो को बरहमचम शोबा दता ह

कोई कह कक भय को धन का अलबभान नह ॊ

अचछा ककतना धन ह तमहाय ऩास

ऩहर फहत था रककन अबी अबी तो कजा होगा ऩचचीस हजाय का

तो धन का अलबभान कमा कयगा त

सावन क ऩववि भह न भ बागवत की कथा हो यह थी एक ददन एक सॊत भॊच ऩय ऩधाय शरोताओॊ स फोर कक आऩ रोग बगवान क बि हो बागवत की याभामण की कथाएॉ वषो स सनत आम हो ऩणम कभात आम हो आऩभ स शचजसको लभिो भ याग औय शि भ दरषफवदध न हो ऐस याग-दरषयदहत चचततवार रोग खड हो जाम भ अबी-अबी उनह बगवान का दशन कया दॉ

सॊत न एक फाय दो फाय तीन फाय दहयामा कथाकाय को बी चचनता होन रगी कक हजायो शरोताओॊ भ स कोई नह ॊ उठता सॊत फाय-फाय कहन रग कक आऩ रोगो भ स याग-दरष स यदहत रोग खड हो जाम भ उनह आतभ-साातकाय कया दॉगा बगवान क दशन कया दॉगा उसक दशन स दसयो का बी बरा हो जामगा

सफ रोग लसय झकाकय फठ यह सबा भणडऩ भ सननाटा छा गमा इजजत का सवार हो गमा आखखय भ एक नबफ सार का फढा उठ खडा हआ फोरा फाफा जी भ हॉ

अचछा इतन रोगो भ एक बी लभर गमा तो बी ठीक ह आऩ तो ननहार हो जाओग आऩक दशन स औय रोग ननहार होन रगग अचछा अफ फताओ कक आऩन याग-दरष कस ननवतत ककम

फाफा जी भय उमर नबफ सार की ह भय ऩतनी भय चकी ह भया इकरौता फटा था वह बी परब को पमाया हो गमा सफ लभि-साथी बी एक-एक कयक चर फस ऩरयवाय भ औय लभिभणडर भ कोई नह ॊ औय शि बी कभफखत सफ भय लभट गम अफ भझ ककसी स याग-दरष नह ॊ ह

सनह औय शि भय गम रककन याग-दरष तो नह ॊ भया वह शचजनदा ह कोई चीज नह ॊ ह इसलरए उसका यस अऩन बीतय नह ॊ ह ऐसी फात नह ॊ ह

ननयाहाय यहन स ववकाय तो शानत हो जात ह रककन जगत भ सखफवदध का सॊसाय भ यस का अबाव नह ॊ होता यस ऩान की इचछा सखी होन की इचछा बीतय स नह ॊ जाती ठणड स दठठय हए साॉऩ का ववष अभत भ फदरा नह ॊ जफ तक ऩयभातभा का साातकाय नह ॊ होता तफ तक बीतय क ववकाय ननववकायता का रऩ नह ॊ रत

ऐसा बी नह ॊ कक साातकाय हो जान क फाद ऻानी सॊसाय स उऩयाभ हो जामगा नह ॊ वह खामगा वऩमगा कयगा धयगा फट को जनभ दगा काभ-करोध-रोब-भोह-अहॊकाय म सफ भसारा उसक ऩास होगा रककन वह उन सफका उऩमोग कयगा उनभ सखफवदध स उनक आधीन नह ॊ होगा इसीलरए ऻानी को जीवनभि कहत ह साधायण रोग सख बोगन क लरए ववषम ववकायो क आधीन हो जात ह औय ऻानी सवाधीन यहकय उनका उऩमोग कय रगा

शरीवलशदषजी भहायाज क सौ फट थ शरीकषण न सदशन उठामा शरीयाभ न धनष उठामा तरफना करोध क कॊ स औय यावण को कस भाया उनहोन करोध का उऩमोग ककमा

तभ कभया फनद कयक अनदय स कणडा रगाकय फठो तफ सवतनि हो जफ चाहो दयवाजा खोरकय फाहय ननकर सकत हो रककन फाहय स कोई दयवाजा फनद कय द तो तभ हो गम ऩयाधीन ऐस ह ववकायो क ऩरयशचसथनतमो क आधीन जीना ऩयाधीनता ह ववकाय ऩरयशचसथनतमो को अऩन आदश भ चराना सवाधीनता ह इसीलरए शरीकषण को सोरह हजाय एक सौ आठ शचसतरमाॉ होत हए बी उनका इतना ऻान कक आज बी उनकी गीता ऩजी जा यह ह सॊसाय की दो ऩलतनमाॉ बी आ जाम तो बी फडा गक अय एक ऩतनी बी नाक भ दभ कय दती ह

ऻानी को जगत भ स यसफवदध चर जाती ह उसको आतभसख लभरता ह तो ववषमो भ सखफवदध नह ॊ यहती जो रोग यसफवदध स ववषम बोगत ह व पॉ सत ह सवाबाववक उऩमोग कय लरमा तो कोई फात नह ॊ आऩको बख रगी आऩका उददशम था ऩट बयना ककसी न आकय फदढमा बोजन आऩको खखरा ददमा इसभ कोई दोष नह ॊ रककन आऩका ऩट बया ह कपय बी

सवाद रन क लरए वमॊजन फनवाम भजदय की औय कयवाई तो मह बोजन भ यसफवदध अननदश का कायण ह

असर यस तो ऩयभातभा का ह वह यस लभर गमा तो ऐसी कौन-सी चीज ह जो ऻानी को सॊसाय भ आकवषत कय ठीक ह वमवहाय भ फोर चर लरमा ददमा रककन ऻानी वमवहाय भ फॉधता नह ॊ भाभर आदभी ऩाॉच सौ की नौकय भ फॉध जाता ह रककन जो समराट ह उसको ऩाॉच हजाय की नौकय बी कमा आकवषत कयगी

कफीय क आग कई ररनाएॉ आमीॊ लशषम होकय आमी तो ठीक ह फात कय लभर-जर रककन व सभझ कक अऩन नखय कयक कफीय को पॉ सामग तो गरती भ ह

चरय ठगनी ठभक ठभक नमननको कमो ठभकाव तय हाथ कफीयो नह ॊ आव

कोई सभझ कक भ रऩ रावणम स अरॊकाय-आबषणो स ककसी ऻानी को पॉ साऊॉ ऩस दकय ऻानी को अऩना फनाऊॉ धौस दकय ऻानी स आशीवाद र रॉ तो वह धोख भ ह शचजसको आतभऻान हो गमा आतभयस लभर गमा वह ककसी यस स ककसी ऻान स ककसी फर स परबाववत नह ॊ होगा चाय ऩस क चन रकय खान रग ह मह भौज की फात ह दरयि आदभी चना खाता ह वह अरग फात ह रककन अभीय आदभी चना खाता ह तो भौज ह ववनोद ह ऐस ह ऻानी क लरए साया सॊसाय ववनोद भाि ह औय हभ रोग सॊसाय भ पॉ स भयत ह

जो यसफवदध स ववषम-बोग बोगता ह वह वववकी होगा तो बी उसकी इशचनिमाॉ उसक भन को फरऩवक हय रती ह भजा रन क लरए बोग बोगा तो सजा जरय बोगगा ऐसा कोई सख नह ॊ जो फाद भ द खी न कय इसलरए ह अननदाता सॊसाय स सख रन की इचछा ह छोड दो सॊसाय भ सख का तो रफर ह अनदय द ख बया ह

एक आदभी न गराफ क ऩौध ऩय सनदय खखरा हआ पर दखा झट स तोड कय नाक ऩय यख ददमा पर भ फठी थी ततमा पट स भाय ददमा डॊक उसक नाक ऩय ओ फाऩ य

ऐस ह सॊसाय क ववषमो भ ददखती सनदयता ह रककन अनदय ततमा फठी होती ह ददखता सख ह रककन बय ह भसीफत परायमब भ रगता ह कक सॊसाय भ सख ह रककन फाद भ साय शचजनदगी सॊसाय की गाडी खीीचत खीीचत दभ ननकरता ह भनषम आखखय भ ऩदळाताऩ कयता हआ भय जाता ह

द ख को हभ रोग आभॊतरित कयत ह वासतव भ द ख ह नह ॊ द ख फनान की पकटय हभाय साथ रगी हई ह कस हभ सखी होन क लरए बागत ह फाहय मह फाहय बागना ह द ख को आभनिण दता ह शचजतनी तजी स बाग उतनी ह तजी स द ख लभरगा ऻानी सख रन क लरए फाहय बागत नह ॊ व द ख लभटान क लरए बी फाहय बागत नह ॊ फर ऩान क लरए बी फाहय नह ॊ बागत

एक जगह ऩय ऻानी सतसॊग कय यह थ एकाएक जोयो स आॉधी चर छत क ट न छटऩटान रग बि रोग सफ बाग गम ऩकक भकानो भ आशरम र लरमा थोडी दय भ आॉधी शानत हो गई वाऩस आकय दखा तो सवाभी जी वस ह फठ ह ऩछा

फाफाजी इतनी आॉधी चर हभ बाग गम आऩ नह ॊ बाग

हभ बी बाग तभ फाहय बाग हभ बीतय बाग

अनतमाभी ऩयभातभा स जड जाओ तो परकनत की सवा ऩाना कोई फडी फात नह ॊ ह ऩयभातभा स लभर जाओ ईदवय भ डफ जाओ तभ नह ॊ कय सकत ईदवय सफ कछ कय सकता ह

तभभ औय ईदवय भ कमा पक होता ह

तभ जफ सॊसाय स सख रन की इचछा कयत हो तो दो ऩस क हो जात हो सॊसाय स सख रन की इचछा छोडकय ईदवय भ गोता भायत हो तो ईदवय हो जात हो मह भहाऩरषो का अनबव ह शासतरो का परभाण ह बगवान शरीकषण बी कह यह ह-

परजहानत मदा काभान सवान ऩाथ भनोगतान आतभनमवातभना तदश शचसथतपरऻसतदोचमत

ह अजन शचजस कार भ ऩरष भन भ शचसथत समऩण काभनाओॊ को बर बाॉनत तमाग दता ह औय आतभा स आतभा भ ह सॊतदश यहता ह उस कार भ वह शचसथतपरऻ कहा जाता ह

जो अऩन आऩ भ तदऱ ह अऩन आऩ भ आनशचनदत ह अऩन आऩभ खश ह वह शचसथतपरऻ ह तसम तरना कन जामत उसकी तरना औय ककसस कय वह ऐसा भहान हो जाता ह ऐस भहाऩरष का तो दवता रोग बी दशन कयक अऩना बागम फना रत ह ततीस कयोड दवता बी ऐस भहाऩरष का आदय कयत ह तो औयो की कमा फात ह

ईदवय भ सखफवदध होनी चादहए सॊसाय भ सख रन की जो हभाय आदत ह वह हभ फय तयह द ख भ डार दती ह वह आदत ऩयानी ह कई जनभो की ह इसलरए अभमास कयना ऩडता ह साधन-बजन इसीलरए कयन ऩडत ह कक गनद आदत ऩड गई ह नह ॊ तो ईदवय दय थोड ह ह कक उसको ऩान क लरए अभमास की जरयत ऩड गनद आदत लभटान क लरम साधन-बजन-धमान कयना ऩडता ह फाहय सख रन की आदत ह व गनद आदत ह

कोई वाह वाह कय तो कान का सख लभर अचछा खाम तो जीब का सख लभर फदढमा कपलभ दख तो आॉख का सख लभर फदढमा शयमा हो पर तरफछ हो इि-तर-परर को नछडकाव हो यानन सादहफा ऩय दफा यह ॊ ह आहाहा मह चभडी का सख हआ म सफ बी आखखय ककतन ददन

इन तचछ सखो भ हभ रोग फयफाद हो जात ह औय भज की फात ह कक जफ अऩना रदम परसनन होगा तबी वहाॉ स सख आमगा चचतत भ अशाशचनत ह फचनी ह तो परो की शयमा कमा कयगी ताय आ जाम कक पराना सनह सखत फीभाय ह तो आइसकरीभ कमा लभठास दगी

इन सखो जया सा झटका सहन की बी ताकत नह ॊ ह परो की शयमा ऩय काभसख भ डफ यह थ आऩस भ भनभटाव हो गमा अहॊ का टकयाव हो गमा तो फन गम एक दसय क दशभन ऩनत-ऩतनी तराक र रत ह सचभच उसभ सख होता तो तराक कमो रत रडत कमो

ऐसा कोई बोग नह ॊ जो बोगनवारो को फजाय न कय द बोग परायमब भ तो सखद रगत ह रककन फाद भ उनका ऩरयणाभ द खद आता ह मोग शर भ जया ऩरयशरभवारा रगता ह रककन फाद भ अभत जसा अभयपर द दता ह

शर भ जया भीठा-भीठा रग औय अनत भ ववष जसा रग मह बोगो का पर ह शर भ जया कट रग रककन अनत भ सदा क लरए भीठा यह मह बगवान की बकति का मोग का ऻान का पर ह

शर भ जफ ऻानी सॊत भहाऩरषो क ऩास जामग तो फठकय ऊफग अदफ यखग लशदशाचाय कयग सोना खाना ऩीना वमवशचसथत नह ॊ यहगा परायमब भ कदठन रगग रककन उनस ऐसा ऩामग कक भहायाज याजाओॊ क बी याजा हो जामग

हभ जफ सदगरदव क ऩास गम थ तो शर भ जया कदठनाइमाॉ थीॊ भॉग उफारकय खा रत नगयसठ का फटा होकय झाड रगात फतन भाॉजत आशरभ भ सवा कयत गरदव तो नह ॊ कहत रककन हभ सवा छीन रत थ आशरभ भ रोग कबी आत थ तो यसोई क फड फतन बी होत थ ऩहाडी ऩथय र लभटटी मा कोमर की याख होती थी फतन भाॉजन क लरए हाथ भ चीय ऩड जात थ खन ननकरता था तो ऩटटी फाॉधकय फतन भाॉज रत थ उस सभम दखन वारो को रगता होगा कक फडा द ख बोग यहा ह रककन अफ रगता ह वाह ऐसा लभरा ह कक कबी खट नह ॊ सकता ऐसा यस द ददमा ह गर की कऩा न

साशचववक सख ऩहर जया द ख जसा रगता ह फाद भ उसका पर फडा भधय होता ह याजसी सख ऩहर सखद रगता ह रककन फाद भ भसीफत भ डार दता ह ताभसी सख भ ऩहर बी ऩयशानी औय फाद भ बी ऩयशानीघोय नक

बगवद गीता भ बी कहा ह मततदगर ववषलभव ऩरयणाभऽभतोऩभभ

ततसखॊ साशचववकॊ परोिभातभफवदध परसादजभ जो आयमबकार भ ववष क तलम परतीत होता ह ऩयनत ऩरयणाभ भ अभत क तलम ह वह

ऩयभातभ ववषमक फवदध क परसाद स उतऩनन होन वारा सख साशचववक कहा गमा ह

ववषमशचनिम सॊमोगादयततदगरऽभतोऩभभ ऩरयणाभ ववषलभव ततसखॊ याजसॊ सभतभ

जो सख ववषम औय इशचनिमो क सॊमोग स होता ह वह ऩहर बोगकार भ अभत क तलम परतीत होन ऩय बी ऩरयणाभ भ ववष क तलम ह इसलरए वह सख याजस कहा गमा ह

मदगर चानफनध च सखॊ भोहनभातभन

ननिारसमपरभादोतथॊ ततताभसभदारतभ जो सख बोगकार भ तथा ऩरयणाभ भ बी आतभा को भोदहत कयन वारा ह ndash वह ननिा

आरसम औय परभाद स उतऩनन सख ताभस कहा गमा ह

(गीता 18373839) ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

पर ndash इशचनिमो को यस रन की आदत ऩड गई ह तो कमा कयना चादहए

उ ndash फाय-फाय बगवान स ईभानदाय स पराथना कयनी चादहए कक ह परब इशचनिमाॉ भझ घसीटकय बोगो भ र जाती ह ह नाथ त दमा कय भ जनभो स बटका हॉ अबी बी आदत ऐसी ह गनद ह दखन क ऩीछ चफान क ऩीछ वाह-वाह सनन क ऩीछ भया सभम फयफाद हो यहा ह ह परब त भझ कऩा-परसाद द ऐसा कयक बगवान क शयण चर जाओ ववकाय उठ उसी सभम बगवान स पराथना कयन रगो ऐसा कयन स फच जाओग औय कबी कपसर बी जाओ तो ननयाश भत हो कपय स उठो कपय स पराथना कयो हजाय फाय चगय जाओ तो बी ननयाश भत हो आखखय तमहाय ह ववजम होगी बीतय का यस लभरन रग जामगा वह यस ठीक स लभर गमा कपय ववकायो भ ताकत नह ॊ तमह फाॉध सक

शचजनदा चहा तरफलर को नह ॊ भाय सका तो भया हआ चहा तरफलर को कमा भायगा ऻानी की फवदध को सॊसायरऩी चहा नह ॊ पॉ सा सकता साधक था तबी बी नह ॊ पॉ सा तबी तो साधक हआ साधक अवसथा भ नह ॊ पॉ सा तबी तो महाॉ आमा पॉ सता तो सॊसाय क चककय भ जाता सॊसाय भ जनभ लरमा सॊसाय भ यहा भाॉ-फाऩ बाई-फहन कटमफी-ऩडोलसमो क फीच यहा कपय बी भोह भभता को चीयता हआ सतसॊग भ ऩहॉचा गर क ऩास ऩहॉचा अबी आऩ महाॉ ऩहॉच ह न शचजनदा सॊसायरऩी चहा आऩकी फवदधरऩी तरफलर को पॉ सा नह ॊ सका तबी तो आऩ बरहमऻान क सतसॊग भ ऩहॉच ऻान हो जाम फोध हो जाम कपय सॊसाय कमा फाॉधगा आऩकी फवदध को जगत का लभरथमातव ऩकका हो गमा तो कपय वह फवदध को दफा नह ॊ सकता अबी बी जगत सचचा रग यहा ह कपय बी वह फवदध को दफा नह ॊ सकता इसस ईदवय क भाग ऩय ऩहॉच हो इसीलरए सतसॊग औय वदानत भ रचच हो यह ह जगतरऩी चह का परबाव जमादा होता तो फवदधरऩी तरफलर दफी यहती ह

शचजसकी इशचनिमाॉ वश भ हो जाती ह उसकी फवदध ऩयभातभा भ परनतवदषत हो जाती ह

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पर ndash ईदवय क ऩयामण नह ॊ हए तो कमा होगा कयोडो रोगो की तयह हभ बी ऐस ह खाम वऩम औय शचजम तो कमा होगा

उ ndash ईदवय ऩयामण न होन स ववषमो का चचनतन होगा ववषमो क चचनतन स काभना उठगी काभना ऩय होगी तो आसकति होगी काभना ऩय नह ॊ होगी तो करोध होगा करोध होगा तो फवदध का नाश होगा फवदध का नाश हआ तो सवनाश हआ

जो बगवान का चचनतन नह ॊ कयगा उसको सॊसाय का चचनतन होगा सॊसाय का चचनतन होगा तो ऩदाथ ऩान की इचछा होगी ऩदाथ लभरग तो छट न जाम इसकी चचनता होगी नह ॊ लभरग तो जो अडचन डारत ह उन ऩय करोध होगा करोध होगा तो फवदध की मोगमता ीण हो जामगी मोगमता ीण हई तो भोह होगा भोह सफ वमाचधमो का भर ह कपय फनगा व फनगा घोडा फनगा बसा जो आदभी ववषम ववकायो भ पॉ सा यहता ह उसकी फवदध दफी यहती ह ठीक स काभ नह ॊ दती

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पर ndash ऩतन ककसका नह ॊ होता

उ ndash वशीबत अॊतकयण वारा ऩरष याग-दरष स यदहत औय अऩनी वशीबत इशचनिमो क दराया ववषमो का आचयण कयता हआ बी परसननता को परादऱ होता ह वह उनभ रऩामभान नह ॊ होता उसका ऩतन नह ॊ होता शचजसका चचतत औय इशचनिमाॉ वश भ नह ॊ ह वह चऩ होकय फठ तो बी सॊसाय का चचनतन कयगा ऻानी सॊसाय भ फठ हए बी अऩन सवरऩ भ डट यहत ह

बायत क बतऩव यादसऩनत डॉ शरीयाधाकषणन अचछ चचनतक भान जात ह उनहोन एक कहानी लरखी ह

एक बदठमाया था उसको हय योज सवपन आता कक भ चकरवती समराट हॉ वह अऩना काभ ननऩटाकय जलद -जलद सो जाता उस भधय सवपनरोक भ जान क लरए फाहय क जगत भ वह बदठमाया था खान-ऩीन को बी ऩमादऱ नह ॊ था गजाया चरान क लरए फडा ऩरयशरभ कयना ऩडता था रककन धीय-धीय वह सवपन भ सखी होन रगा तो फाहय क जगत भ रचच कभ होन रगी

परनतददन सवपन भ दखता कक भ चकरवती समराट फन गमा हॉ छोट-छोट याजा रोग भय आऻा भ चरत ह छनन-छनन कयत ह य जवाहयात क गहनो स सजी ररनाएॉ चॉवय डरा यह ह

एक ददन सवपन भ वह फाथरभ जान उठा तो ऩास भ जरती हई बटठी भ ऩय ऩड गमा जरन क भाय चचलरा उठा सो तो यहा था बदटठमो क फीच रककन सवपन दख यहा था कक समराट ह इसलरए वह सखी था

ककसी बी ऩरयशचसथनत भ आदभी का भन जसा होता ह सख-द ख उस वस ह परतीत होत ह ऻानी का भन ऩयबरहम भ होता ह तो व सॊसाय भ यहत हए सफ वमवहाय कयत हए बी ऩयभ सखी ह बरहमऻान भ भसत ह

आदभी का शय य कहाॉ ह इसका अचधक भलम नह ॊ ह उसका चचतत कहाॉ ह इसका अचधक भलम ह भॊददय भ फठा ह ऩजाय सोच यहा ह कक कफ फायह फज औय रडड रकय ऩजारयन क ऩास जाऊॉ तो वह भॊददय भ नह ॊ ह ऩजारयन क ऩास ह चचतत ऩयभातभा भ ह औय आऩ सॊसाय भ यहत ह तो आऩ सॊसाय भ नह ॊ ह ऩयभातभा भ ह

परबातकार भ उठो तफ आॉख फनद कयक ऐसा चचनतन कयो कक भ गॊगाककनाय ऩय गमा ऩववि गॊगाभमा भ गोता रगामा ककसी सॊत क चयणो भ लसय झकामा उनहोन भझ भीठी ननगाहो स ननहाया

ऩाॉच लभनट ऐसा भधय चचनतन कयो आऩका रदम शदध होन रगगा बाव ऩववि होन रगगा

सफह उठकय दख हए लसनभा क दशम माद आम आहाहा वह भय ऩास आमी भझस लभर आदद आदद तो दखो सतमानाश हो जामगा कलऩना तो भन स होगी रककन तन ऩय बी परबाव ऩड जामगा कलऩना भ ककतनी शकति ह

सॊत-भहातभा-सदगर-ऩयभातभा क साथ ववचयत ह सभाचध रगात ह उनका सभयण-चचनतन कयत ह तो रदम आनशचनदत होता ह

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पर ndash ककसकी फवदध शचसथय नह ॊ यहती

उ ndash जो असॊमभी ह गर क ऻान को ऩचाता नह ॊ ह उसकी फवदध शचसथय नह ॊ यहती जो सॊमभी ह गरभख ह उसकी फवदध शदध सॊमभी औय दढ ननदळमी हो जाती ह

फवदध का शचसथय होना फहत फडी उऩरशचबध ह उसभ असीभ शकति आ जाती ह शचसथय फवदध वारा मदद सॊकलऩ कय द तो साया याजम फदर जाम ऐसी ताकत होती ह शचसथय फवदधवार भ वह वयदान द सकता ह जो न कय याभ वह कय ककननायाभ शचसथय फवदध वार भ इतना परबाव होता ह खदा बी ऩछ कक फनदा अफ तय कमा यजा ह शचसथय फवदध होना फचचो का खर नह ॊ वह फडा भहान काम ह याजा होना इतनी भहतता नह ॊ यखता याजा बी शचसथय फवदध वार क चयणो भ ऩड जाम तो याजा ननहार हो जाम भहवष वलशदष शचसथय फवदध वार थ याजा दशयथ उनक चयणो भ ऩड तो बगवान याभ को परकट होना ऩडा मह ह शचसथय फवदधवारो का चभतकाय अबी तक याजा दशयथ का नाभ जनता की शचजहवा ऩय नाच यहा ह उस सभम भ औय बी कई याजा होग न रककन दशयथ जी शचसथयफवदधवार आऩ तो ननहार हो ह जात ह रककन उनकी शयण जान वार का बी ककतना कलमाण हो जाता ह भतॊग ऋवष शचसथय फवदध क थ शफय बीरनी उनकी शयण गई ककतनी ऊॉ चाई परादऱ कय र उसन उस जभान क याजाओॊ को बी हभ रोग इतना नह ॊ जानत शचजतना शफय को जानत ह

भतॊग ऋवष न शफय स कह ददमा कक तझ याभ लभरग शफय न मह नह ॊ ऩछा कक सचभच लभरग गर न कह ददमा फात ऩय हो गई शरदधा हो तो शफय जसी भय भ मोगमता नह ॊ ह ndash ऐसा शफय न कहा नह ॊ गरजी न कह ददमा तो फात ऩककी हो गई मोगमता ह नह ॊ ह वह गर जान

दोष इतना दोष नह ॊ शचजतना दोषो को अऩना भानना औय ईदवय क यासत अऩन को अमोगम भानना दोष ह

अनकरभ

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जनक-ववचाय

जनक अऩन भन को सभझात ह- ऐ भन त शानत हो जा ऐ चचतत तया चरना ह सॊसाय का होना ह सॊसायरऩी चकर

को योकन क लरए नालबरऩी चचतत को योकना आवशमक ह ह भय चचतत त शानत हो जा याजम तया नह ॊ ऩि-ऩरयवाय तया नह ॊ मह शय य बी तया नह ॊ शचजसका सफ कछ ह वह ऩयभातभा तया ह ऐ भय चचतत त उसी ऩयभातभा भ शानत हो जा तया बरा होगा

जनक अऩन भन को फाय-फाय सभझात ह जमो-जमो भानलसक चचनतन कयत हए चचतत को सभझात ह तमो-तमो जनक का चचतत ऩयभातभा क ननकट उस अनतमाभी आतभदव क ननकट ववशराशचनत ऩाता ह जनक क कभ कटत ह जनक सचभच जीवन क पर को ऩात ह

वलशदषजी कहत ह- ह याभजी कपय उस भह ऩनत न अऩन भन स कहा ऐ भय भन आज तक भ तय कहन भ यहा औय जनभ-जनभानतय स बटकता यहा ऐ

भय चचतत तन जो कहा वह भन सवीकाय ककमा तन जो वासना की वह भन ऩण की रककन त बी अऻान की आग भ वासना की बटटी भ जरता आमा ह औय भझ बी त जराता आमा ह ऐ भय भन अफ त शानत ऩद का आशरम र जस ऻानवान सॊत ऩरष आतभ-ववचाय कयत शानत ऩद का आशरम रकय सॊसाय-सभि स तय जात ह त बी उस आतभऩद का आशरय़ र त बी जगत क चचनतन भ उदास होकय ननशचदळॊत सवरऩ आतभा भ डफ जा ऐ भय भन आज तक तया कहना भानकय भ बटक यहा था अफ त एक फाय भया कहना भानकय तो दख शासतर क वचन का कहना भानकय तो दख ऐसा द ख नक भ बी नह ॊ जसा चॊचर चचतत भ होता ह ऐसा सख सवग औय वकणठ भ बी नह ॊ जसा सख ननदळर चचतत भ परकट होता ह ऐ चचतत तया चॊचर होना तया औय भया ववनाश ह तया शचसथय होना फडा ऩाय होन का हत ह ऐ भय चचतत त भान जा इसी भ तया कलमाण ह

उस भह ऩनत न अऩन चचतत को फाय-फाय सभझामा कछ णो क लरए तो चचतत ऩयभातभ-शाशचनत भ डफा सा ददखा कपय आॉख खोरकय फाहय सवदश को ननहायन रगा भहायाज जनक न कपय आॉखो को रकषम कयक सभझामा

ह चॊचर नि तभ फाहय का जगत अऩन बीतय बयत हो शरोि औय नि तभ इस जीव को फड धोख क जगत भ र जात हो तभ दोनो क दराया जगत बीतय आता ह जमो ह जगत बीतय आता ह तमो ह चचतत की चॊचरता फढती ह यातरि को सो जात ह तो आॉख औय कान क दराया जगत बीतय नह ॊ आता चचतत परकनत भ र न हो जाता ह सफह फडी शाशचनत औय

ताजगी का अनबव होता ह परकनत भ र न हआ चचतत शय य को जया सी ताजगी दता ह वह चचतत मदद धमान कयक आतभा भ र न हो जाम तो जीवन ऩया ताजा फना दता ह तभ तो ऩय ऩावन हो ह जात हो तमहाय सॊग भ आन वार वमकति बी ननषऩाऩ होकय ऩावन हो जात ह

ऐ भय चचतत तया सचचा याजम तो आतभा का याजम ह इस जनकऩय भ तो कई याजा आम शचजसन याजम ककमा वह जनक कहरामा त कफ तक इस जठी ऩरथवी का गव कयक अऩन को याजा भानगा त इस ऩरथवी का ऩनत नह ॊ भदहऩनत नह ॊ त तो इस ऩरथवी का एक गरास भाि ह तय जस तो कई याजा आ-आकय इस ऩरथवी भ दपनाम गम उनकी हडकतडमाॉ बी गर गई

भाट कह कमहाय स त कमा यौद भोम एक ददन ऐसा आमगा भ यौदगी तोम

भदहऩनत अऩन चचतत को सभझाता ह ऐ चचतत त ऩयभातभा की शाशचनत भ शानत हो जा नह ॊ तो ऋवष रोग भय हाॉसी कयग कहग सभझदाय होकय भखो की नाई आमषम तरफता ददमा फवदधभान होकय ऩशओॊ की नाई शय य को ऩारन-ऩोषन भ जीवन गॉवा ददमा ऐ भय भन शचजस ऩयभातभा न तझ अनयाग का दान ददमा ह उसस सॊसाय क ववषम त कमा भाॉगता ह उसस नदवय चीजो की चाह त कमो कयता ह

शचजसन अनयाग का दान ददमा उसस कभ भाॉग रजाता नह ॊ

अऩनाऩन बर सभाचध रगा

मह वऩम का ववमोग सहाता नह ॊ नब दख ऩमोधय शाभ ढर

कमो लभट उसभ लभर जाता नह ॊ चगता ह चकोय अॊगाय

परयमाद ककसी को सनाता नह ॊ अफ सीख र भौन का भॊि नमा

अफ वऩम का ववमोग सहाता नह ॊ ऐ चचतत त भौन का भॊि र र बीतय ह बीतय उस ऩाय की शाशचनत का अनबव कय

कपय ऩता चरग कक ककतना खजाना तय बीतय छऩा ह

सॊञा सखणा कोई नह ॊ सफक बीतय रार भयख गरॊचथ खोर नह ॊ कयभी बमो कॊ गार

कभी कभकाणड भ पॉ सा ह भख फवकपी भ पॉ सा ह कोई-कोई भाई का रार कभो स औय फवकपी स फचकय ननषकभ तवव भ गोता भायता ह ननशचषकरम चतनम भ अऩन आऩको खो दता ह उऩननषद कहत ह-

मतो वाचो ननवतनत अपरापम भनसा सह जहाॉ वाणी नह ॊ ऩहॉचती भन स जो परादऱ नह ॊ होता फवदध जहाॉ स रौटकय आती ह ऐस

आतभदव को जो बागमवान ऩाता ह वह कपय ककसी स बमबीत नह ॊ होता भतम बी उसका कछ तरफगाड नह ॊ सकती भतम शय य की होती ह आतभऻानी उस भतम को बी दखता ह

ऐ चचतत त बरहमऻान ऩा र तय चॊचरता लभटत ह ऩयबरहम ऩयभातभा का अनबव होन रगगा आज तक भ तया कहना भानता आमा हॉ आज त भया कहना भान त शानत हो जा

वलशदषजी कहत ह- ह याभजी इस परकाय भदहऩनत जनक फाय-फाय अऩन चचतत को अनतभख फना यह ह चचतत को अनतभख कयत-कयत बरहमशचसथनत का ऩयभातभ-शाशचनत का अनबव ककमा

नि खोर फाहय ननहाया जगत की ओय इतन भ दालसमाॉ हाथ जोडकय खडी हो गई कक भहायाज सनान कयन का सभम हआ ह यतनजकतडत सवण क करशो भ बया ववववध तीथो का जर औय वददक भनिोचचाय कयत बराहमण इॊतजाय कय यह ह

जनक न कहा अफ भन आतभजर भ नहा लरमा ह शय य को तीथ क जर भ नहरा दता हॉ अफ भ फाहय चदशा करॉ तो मह शय य की चदशा ह भय नह ॊ नहाना-धोना खाना-ऩीना याजकाज कयना म सफ कभ शय य क ह भया कोई कभ नह ॊ भया तो कततवम ह उस परब भ भसत यहना भन कयन मोगम सफ कभ कय लरम ऩारन मोगम धभ ऩार लरम अऩन घय भ घय ऩा लरमा

इस परकाय बऩनत को ऩयभातभ-शाशचनत का अनबव हआ

ह याभ जी मथामोगम वमवहाय कयो रककन चचतत स सदा आतभऩद भ शचसथनत कयो चचतत भ एक फाय आतभ-शाशचनत का सवाद आ जाम तो कपय सॊसाय भ कोई सख तमह परबाववत नह ॊ कयगा

जस अभत तस ववष घाट जसा भान तसा अऩभाना

हष शोक जाॉक नह ॊ वय भीत सभान कह नानक सन य भना भि ताॉदह त जान

एक फाय चचतत ऩयभातभ-शाशचनत का अनबव कय कपय तमहाय चचतत भ तमहाय अनतकयण भ सॊसाय की सतमता नदश हो जामगी

अनकरभ

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भाभकॊ शयणॊ वरज

जीव भाि का दहत कवर इसी फात भ ह कक वह ककसी औय का सहाया न रकय कवर बगवान की ह शयण र र बगवान क शयण होन क लसवाम जीव का कह ॊ बी ककॊ चचत भाि बी नह ॊ ह कायण मह ह कक जीव साात ऩयभातभा का अॊश ह इसस वह ऩयभातभा को छोडकय औय ककसी का सहाया रगा तो वह सहाया दटकगा नह ॊ जफ सॊसाय की कोई बी वसत वमकति घटना ऩरयशचसथनत अवसथा आदद शचसथय नह ॊ ह तो कपय इनका सहाया कस शचसथय यह सकता ह इनका सहाया तो यहगा नह ॊ कवर चचनता शोक द ख आदद यह जामग

अशचगन स अॊगाय दय हो जाता ह तो वह कारा कोमरा फन जाता ह ऩय वह कोमरा जफ ऩन अशचगन स लभर जाता ह तो वह अशचगनरऩ फन जाता ह औय अॊगाय होकय चभक उठता ह

ऐस ह मह जीव बगवान स ववभख हो जाता ह तो वह फाय-फाय जनभता-भयता औय द ख ऩाता यहता ह ऩय जफ वह बगवान क समभख हो जाता ह अननम बाव स बगवान की शयण भ हो जाता ह तो वह बगवतसवरऩ फन जाता ह औय चभक उठता ह इतना ह नह ॊ ववदव का बी कलमाण कयन वारा हो जाता ह

साधक को सफस ऩहर भ बगवान का हॉ इस परकाय अऩन अहॊता को फदर दना चादहए कायण कक तरफना अहॊता क फदर साधन सगभता स नह ॊ होता औय अहॊता क फदरन ऩय साधन सगभता स सवाबाववक ह होन रगता ह

वववाह हो जान ऩय कनमा अऩनी अहॊता को फदर दती ह कक भ तो ससयार की ह हॉ औय वऩता क कर का समफनध तरफलकर छट जाता ह ऐस ह साधक को अऩनी अहॊता फदर दनी चादहए कक भ बगवान का हॉ औय बगवान भय ह भ सॊसाय का नह ॊ हॉ औय सॊसाय भया नह ॊ ह अहॊता क फदरन ऩय भभता बी अऩन आऩ फदर जाती ह

भ परब क चयणो भ ह ऩडा हआ हॉ ndash ऐसा भन भ बाव यखत हए जो कछ अनकर मा परनतकर ऩरयशचसथनत साभन आ जाम उसभ बगवान का भॊगरभम ववधान भानकय ऩयभ परसनन यह

बगवान क दराया भय लरम जो कछ बी ववधान होगा वह भॊगरभम हो होगा ऩय ऩरयशचसथनत भय सभझ भ आम मा न आम मह फात दसय ह ऩय बगवान का ववधान तो भय लरए कलमाणकाय ह ह इसभ कोई सनदह नह ॊ इसलरए जो कछ होता ह वह भय कभो का पर नह ॊ ह परतमत बगवान क दराया कऩा कयक कवर भय दहत क लरए बजा हआ ववधान ह

बगवान पराणीभाि क ऩयभ सरद होन स अनकर मा परनतकर ऩरयशचसथनत बजकय पराखणमो क ऩणम-ऩाऩो का नाश कयक उनह ऩयभ शदध फनाकय अऩन चयणो भ खीॊच यह ह ndash इस परकाय दढता स बाव होना ह बगवान क चयणो भ शयण रना ह

सवमॊ बगवान क शयणागत हो जाना मह समऩण साधनो का साय ह इसभ शयणागत बि को अऩन लरए कछ बी कयना शष नह ॊ यहता जस ऩनतवरता सतरी का अऩना कोई काभ नह ॊ यहता वह अऩन शय य की साय-सॉबार बी ऩनत क नात ऩनत क लरए ह कयती ह वह घय कटमफ वसत ऩि-ऩिी औय अऩन कहरानवार शय य को बी अऩना नह ॊ भानती परतमत ऩनतदव का ह भानती ह शचजस परकाय ऩनतवरता ऩनत क ऩयामण होकय ऩनत क गोि भ ह अऩना गोि लभरा दती ह औय ऩनत क ह घय ऩय यहती ह उसी परकाय शयणागत बि बी शय य को रकय भान जान वार गोि जानत नाभ आदद को बगवान को चयणो भ सभवऩत कयक ननशचदळॊत ननबम ननशोक औय ननशॊक हो जाता ह बगवान शरीकषण अजन स कहत ह-

सवधभानऩरयतमजम भाभकॊ शयणॊ वरज समऩण धभो का आशरम धभ क ननणम का ववचाय छोडकय कवर एक भय ह शयण भ

आ जा

महाॉ परदल होता ह कक धभ अथात कततवम धभ का सवरऩ स तमाग भाना जाम नह ॊ धभ का सवरऩ स तमाग कयना न तो गीता क अनसाय ठीक ह औय न वह परसॊग क अनसाय ह ठीक ह बगवान की फात सनकय अजन न कततवम धभ का तमाग नह ॊ ककमा ह अवऩत करयषम वचनॊ तव कहकय बगवान की आऻा क अनसाय कततवम कभ का ऩारन कयना सवीकाय ककमा ह

भाभकॊ शयणॊ वरज का तातऩम भन-फवदध क दराया शयणागनत को सवीकाय कयना नह ॊ ह अवऩत सवमॊ को बगवान की शयण भ जाना ह कमोकक सवमॊ की शयण होन ऩय भन फवदध इशचनिमाॉ शय य आदद बी उसी भ आ जात ह अरग नह ॊ यहत

बगवान क शयण होन क फाद बी तमहाय बावो ववततमो आचयणो आदद भ पक नह ॊ ऩडा सधाय नह ॊ हआ बगवतपरभ बगवददशन आदद नह ॊ हए औय अऩन भ अमोगमता अनचधकायता ननफरता आदद भारभ होती ह तो बी उनको रकय तभ चचनता मा बम भत कयो कमोकक बगवान कहत ह कक जफ तभ भय अननम शयण हो गम तो वह कभी तमहाय कभी कस यह उसका सधाय कयना तमहाया काभ कस यहा वह कभी भय कभी ह उसका सधाय कयना भया काभ यहा तमहाया तो फस एक ह काभ ह ननशचदळॊत ननशोक ननबम औय ननशॊक होकय यहना ह अगय तय भ चचनता बम वहभ आदद दोष आ जामग तो व शयणागनत भ फाधक हो जामग औय सफ बाय तय ऩय आ जामगा शयण होकय अऩन ऩय बाय रना शयणागनत भ करॊक ह

ववबीषण बगवान शरीयाभ क चयणो की शयण हो जाता ह तो कपय ववबीषण क दोषो को बगवान अऩन ह दोष भानत ह एक सभम ववबीषण जी सभि क इस ऩाय आम वहाॉ ववपरघोष नाभक गाॉव भ उनस एक अऻात बरहमहतमा हो गई इस ऩय वहाॉ क बराहमणो न इकटठ होकय ववबीषण को खफ भाया-ऩीटा ऩय व भय नह ॊ कपय बराहमणो न उनह जॊजीयो स फाॉधकय जभीन क बीतय एक गपा भ र जाकय फनद कय ददमा याभ जी को मह ऩता रगा तो व ऩषऩक ववभान क

दराया ततकार वहाॉ ऩहॉच बराहमणो न याभ जी का फहत आदय-सतकाय ककमा औय कहा कक भहायाज इसन बरहमहतमा कय द ह इसको हभन फहत भाया ऩय मह भया नह ॊ

बगवान याभ न कहा ह बराहमणो ववबीषण को भन कलऩ तक की आम औय याजम द यखा ह वह कस भाया जा सकता ह औय उसको भायन की जरयत ह कमा ह वह तो भया बि ह बि क लरए भ सवमॊ भयन को तमाय हॉ हभाय महाॉ ववधान ह कक दास क अऩयाध की शचजमभवाय उसक सवाभी ऩय होती ह सवाभी ह उसक दणड का ऩाि होता ह इसलरए ववबीषण क फदर भ आऩ रोग भय को ह दणड द

बगवान की मह शयणागत-वतसरता दखकय सफ बराहमण आदळम कयन रग औय उन सफ न बगवान की शयण र र

भ बगवान का हॉ औय बगवान भय ह ndash इस अऩन ऩन क सभान मोगमता ऩािता अचधकायता आदद कछ बी नह ॊ ह मह समऩण साधनो का साय ह छोटा-सा फचचा बी अऩनऩन क फर ऩय ह आधी यात भ साय घय को नचाता ह जफ वह यात भ योन की ठान रता ह तो साय घयवार उठ जात ह औय उस रयझात ह

इसलरए शयणागत बि को अऩनी मोगमता आदद की तयप न दखकय बगवान क साथ अऩन अऩनऩन की तयप ह दखत यहना चादहए

इसी दऴोक भ बगवान कहत ह कक भा शच त शोक भत कय भय शयण होकय बी ऩया ववदवास बयोसा न यखना औय चचनता कयना मह भय परनत अऩयाध ह अऩन दोषो को रकय चचनता कयना वासतव भ अऩन फर का अलबभान ह कमोकक दोषो को लभटान भ अऩनी साभरथम भारभ दन स ह उनको लभटान की चचनता होती ह हाॉ अगय दोषो को लभटान भ चचनता न होकय द ख होता ह तो द ख होना इतना दोष नह ॊ ह जस छोट फारक क ऩास कतता आता ह तो वह कतत को दखकय योता ह चचनता नह ॊ कयता ऐस ह दोषो का न सहाना दोष नह ॊ ह रककन चचनता कयना दोष ह

शयणागत होन क फाद बि को रोक ऩयरोक सदगनत-दगनत आदद ककसी बी फात की चचनता नह ॊ कयनी चादहए

बगवान क समफनध की दढता होन ऩय जफ सॊसाय शय य का आशरम सवथा नह ॊ यहता तफ जीन की आशा भयन का बम कयन का याग औय ऩान की रारच ndash म चायो ह नह ॊ यहत कमोकक अऩन ऩरयशचचछनन भ को उस अखणड वमाऩक भ अवऩत कय ददमा जफ तक ऩरयशचचछनन अहॊ फना यहता ह तफ तक चचनता औय बम फना यहगा उस वमाऩक सशचचचदानॊद ऩयभातभा भ ऩरयऩण बरहम भ अऩन भ को सभवऩत कय दना तरिगणातीत होना ह बगवान की शयण का भतरफ मह नह ॊ कक ककसी परनतभा क चयणो भ लसय टकत यहना अवऩत बरहमवतता गरओॊ स बगवततवव का ऻान ऩाकय अऩन ऩरयशचचछनन भ को वमाऩक सशचचचदानॊद ऩयभातभा भ र न

कयना जस घटाकाश अऩन को भहाकाशसवरऩ सभझ र ऐस ह जीव अऩन वासतववक लशवसवरऩ को सभझ र

बगवान की भनत की शयण तो कमा बगवान क साकाय साशचननधम भ अजन था रककन जफ ऻा उऩदश स अजन का भोह नदश हआ औय अऩन सवरऩ की सभनत आमी तबी वह धनम हआ

बगवान भ तय शयण हॉ भ तय शयण हॉ मह बाव तो ठीक ह रककन अऩन दह की खणडता ऩरयशचचछननता औय नदवयता भ जो अऩना अहॊबाव ह भ ऩना रगा ह उसको वहाॉ स हटाकय बगवान की अखणडता वमाऩकता अवऩशचचछननता औय ननतमता भ रगाना ह बगवान क शयण होना ह

शयणागत बि भ मह एक फात आती ह कक अगय भया जीवन परब क रामक सनदय औय शदध नह ॊ फना तो बिो की फात भय आचयण भ कहाॉ आमी नह ॊ आमी कमोकक भय ववततमाॉ ठीक नह ॊ यहती वासतव भ भय ववततमाॉ ह ndash ऐसा भानना ह दोष ह ववततमाॉ उतनी दोषी नह ॊ ह

भन फवदध इशचनिमाॉ शय य आदद भ जो भयाऩन ह मह गरती ह कमोकक जफ भ बगवान की शयण हो गमा औय जफ सफ कछ उनको सभवऩत कय ददमा तो भन फवदध आदद भय कहाॉ यह अत शयणागत को भन फवदध आदद की अशवदध की चचनता कबी नह ॊ कयनी चादहए भय ववततमाॉ ठीक नह ॊ ह ndash ऐसा बाव कबी नह ॊ राना चादहए ककसी कायणवश अचानक ऐसी ववततमाॉ आ बी जाम तो आतबाव स ह भय नाथ ह भय परबो फचाओ फचाओ फचाओ ऐस परब को ऩकायना चादहए कमोकक व सवसभथ सवाभी ह तो चचनता कमो कयना

आचयणो की कभी होन स बीतय स बम ऩदा होता ह औय साॉऩ तरफचछ फाघ आदद स फाहय स बम ऩदा होता ह शयणागत बि क म दोनो ह परकाय क बम लभट जात ह इतना ह नह ॊ भतम का बम बी जो फड-फड ववदरानो को बी होता ह वह बम बी सवथा लभट जाता ह

भय ववततमाॉ खयाफ हो जामगी ndash ऐस बम का बाव बी साधक को बीतय स ननकार दना चादहए कमोकक भ बगवान की कऩा भ तयानतय हो गमा हॉ अफ भझ ककसी फात का बम नह ॊ ह इन ववततमो को अऩनी भानन स ह भ इनको शदध नह ॊ कय सका कमोकक इनको भय भानना ह भलरनता ह

एक ववतत उठी दसय ववतत उठन को ह उसक फीच की अवसथा बगवान का वासतववक सवरऩ ह न कक म ववततमाॉ

चतन ववभर सहज सख यालश जीव चतन ह ववभर ह सहज सख-सवरऩ ह नाहक ऩयशानी भोर रता ह जो बगवान

की शयण होकय अऩन को जीव भानता ह उसकी फवदध हॉसन मोगम ह उसका ननणम हासमासऩद ह

इसलरए अफ भ कबी बी ववततमो को अऩनी नह ॊ भानॉगा जफ ववततमाॉ भय ह ह नह ॊ तो भझको बम ककस फात का अफ तो कवर बगवान की कऩा ह कऩा ह वह सवि ऩरयऩण हो यह ह मह फडी खशी की परसननता की फात ह इस परकाय साधक को ननबम औय ननशचदळॊत हो जाना चादहए

बम ऩयाम स होता ह आतभीम स नह ॊ होता बम दसय स होता ह अऩन स नह ॊ होता ददरतीमादर बमॊ बवनत परकनत का काम शय य सॊसाय ददरतीम ह इसलरए इनस समफनध यखन ऩय ह बम होता ह कमोकक इनक साथ सदा समफनध यह ह नह ॊ सकता कायण मह ह कक परकनत औय ऩरष का सवबाव सवथा लबनन-लबनन ह एक जड ह दसया चतन एक ववकाय ह दसया ननववकाय एक ऩरयवतनशीर ह दसया अऩरयवतनशीर एक परकाशम ह दसया परकाशक लभरथमा औय ऩरयवतनशीर को सतम भानन स बम होता ह अऩन सतम सवरऩ को सवीकाय कय रो बम छट जामगा जीवो बरहमव नाऩय जीव बरहम स अरग था नह ॊ ह नह ॊ हो सकता नह ॊ सफ द खो का भर अऻान ह अऻान हटा ददमा कक जीव न अऩन सवरऩ को ऩा लरमा ईदवय क अननम शयण हो गमा

बगवान ऩयाम नह ॊ ह व तो आतभीम ह जीव उनका सनातन अॊश ह उनका सवरऩ ह उनकी शयण होन ऩय भनषम सदा क लरए ननबम हो जाता ह फचच को भाॉ स दय होन ऩय तो बम होता ह ऩय भाॉ की गोद भ चर जान ऩय उसका बम लभट जाता ह कमोकक भाॉ उसकी अऩनी ह बगवान का बि इसस बी ववरण होता ह फचच औय भाॉ भ तो बदबाव ददखता ह ऩय बि औय बगवान भ बदबाव समबव ह नह ॊ ह

बगवान बि क अऩनऩय को ह दखत ह गणो औय अवगणो को नह ॊ सवरऩ स बि सदा स ह बगवान का ह औय गण दोष आगनतक ह इसलरए बगवान की दवदश इस वासतववकता ऩय ह सदा जभा यहती ह जस कीचड आदद स सना हआ फचचा जफ भाॉ क साभन आता ह तो भाॉ की दवदश कवर अऩन फचच की तयप ह जाती ह फचच क भर की तयप नह ॊ फचच की दवदश बी अऩन भर की तयप नह ॊ जाती भाॉ साप कय मा न कय फचच की दवदश भ तो भरा ह ह नह ॊ उसकी दवदश भ तो कवर भाॉ ह ह िौऩद क भन भ ककतना दरष औय करोध बया हआ था कक जफ द शासन क खन स अऩन कश धोऊॉ गी तबी कशो को फाॉधगी ऩयनत िौऩद जफ बी बगवान को ऩकायती ह बगवान चट आ जात ह कमोकक बगवान क साथ िौऩद का परगाढ अऩनाऩन था

साधक को चादहए कक वह बगवान की भजी स सवथा अऩनी भजी लभरा द बगवान ऩय अऩना ककॊ चचत बी आचधऩतम न भान अवऩत अऩन ऩय ऩया आचधऩतम भान भ बगवान का हॉ तो बगवान भय लरम जसा ठीक सभझ वसी ह ननसॊकोच होकय कय कह ॊ बी बगवान हभाय भन की कय तो उसभ सॊकोच हो कक भय लरए बगवान को ऐसा कयना ऩडा मदद अऩन भन की फात ऩय होन स सॊकोच नह ॊ होता अवऩत सॊतोष होता ह तो मह शयणागनत नह ॊ ह शयणागत

बि शय य इशचनिमाॉ भन फवदध क परनतकर ऩरयशचसथनत भ बी बगवान की भजी सभझकय परसनन यहता ह

बिो की या ददशो का ववनाश औय धभ की सथाऩना ndash इन तीन फातो क लरए सभम-सभम ऩय बगवान अवताय रत ह इन तीन फातो भ कवर बगवान का कमा परमोजन लसदध होता ह कछ नह ॊ व तो कवर पराणीभाि क कलमाण क लरए ह म तीनो काभ कयत ह इसस बगवान की सवाबाववक आतभीमता कऩारता वपरमता दहतवषता सरदता औय ननयऩ उदायता ह लसदध होती ह

बि को अऩनी सफ चचनताएॉ बगवान ऩय ह छोड दनी चादहए बगवान दशन द मा न द परभ द मा न द ववततमो को ठीक कय मा न कय हभ शदध फनाम मा न फनाम ndash मह सफ बगवान की भजी ऩय छोड दना चादहए उस तो तरफलर का फचचा फनना चादहए तरफलर का फचचा अऩनी भाॉ ऩय ननबय यहता ह तरफलर चाह जहाॉ यख चाह जहाॉ र जाम तरफलर अऩनी भजी स फचच को उठाकय र जाती ह तो वह ऩय सभट रता ह ऐस ह शयणागत बि सॊसाय की तयप स अऩन हाथ-ऩय सभटकय कवर बगवान का चचनतन नाभ-जऩ आदद कयत हए बगवान की तयप ह दखता यहता ह वह जो कछ काभ कयता ह उसको बगवान का ह सभझकय बगवान की ह शकति भानकय बगवान क ह लरए कयता ह अऩन लरए ककॊ चचनभाि बी नह ॊ कयता बगवान का जो ववधान ह उसभ ऩयभ परसनन यहता ह अऩन भन को कछ बी नह ॊ रगाता

जस कमहाय ऩहर लभटटी को लसय ऩय उठाकय राता ह तो कमहाय की भजी गीरा कयक यौदता ह तो कमहाय की भजी चकक ऩय चढाकय घभाता ह तो कमहाय की भजी लभटटी कबी कछ नह कहती कक तभ घडा फनाओ सकोया फनाओ भटकी फनाओ कमहाय चाह जो फनाम उसकी भजी ह

ऐस ह शयणागत बि अऩनी कछ बी भजी भन की फात नह ॊ यखता वह शचजतना अचधक ननशचदळॊत औय ननबम होता ह बगवतकऩा उसको अऩन आऩ उतना ह अचधक अऩन अनकर फना रती ह औय शचजतनी वह चचनता कयता ह अऩना फर भानता ह उतना ह वह आती हई बगवतकऩा भ फाधा रगाता ह शयणागत होन ऩय बगवान की ओय स जो ववरण ववचचि अखणड अटट कऩा आती ह अऩनी चचनता कयन स उस कऩा भ फाधा रग जाती ह

सॊसाय औय बगवान इन दोनो की समफनध तो तयह का होता ह सॊसाय का समफनध कवर भाना हआ ह औय बगवान का समफनध वासतववक ह सॊसाय का समफनध तो भनषम को ऩयाधीन फनाता ह गराभ फनाता ह ऩय बगवान का समफनध भनषम को सवाधीन फनाता ह चचनभम फनाता ह बगवान का बी भालरक

ककसी फात को रकय अऩन भ कछ बी अऩनी ववशषता ददखती ह वह वासतव भ ऩयाधीनता ह मदद भनषम ववदया सॊऩवतत तमाग वयागम आदद ककसी फात को रकय अऩनी

ववशषता भानता ह तो मह उन ववदया आदद की ऩयाधीनता दासता ह ह जस कोई धन को रकय अऩन को ववशष भानता ह तो मह ववशषता वासतव भ धन की ह हई खद की नह ॊ वह अऩन को धन का भालरक भानता ह ऩय वासतव भ वह धन का गराभ ह

परब का मह कामदा ह कक शचजस बि को अऩन भ कछ बी ववशषता नह ॊ ददखती अऩन भ ककसी फात का अलबभान नह ॊ होता उस बि भ बगवान की ववरणता उतय आती ह ककसी-ककसी भ महाॉ तक ववरणता आती ह कक उसक शय य इशचनिमाॉ भन फवदध आदद पराकत ऩदाथ बी चचनभम फन जात ह उनभ जडता का अतमनत अबाव हो जाता ह ऐस बगवान क परभी बि बगवान भ ह सभा गम ह अनत भ उनक शय य नह ॊ लभर जस भीयाफाई शय य सदहत बगवान क शरीववगरह भ र न हो गई कवर ऩहचान क लरए उनकी साडी का छोटा-सा छोय शरीववगरह क भख भ यह गमा औय कछ नह ॊ फचा ऐस ह सॊत शरी तकायाभ जी शय य सदहत वकणठ चर गम

ऻानभाग भ शय य चचनभम नह ॊ होता कमोकक ऻानी असत स समफनध-ववचछद कयक असत स अरग होकय सवमॊ चचनभम तवव भ शचसथत हो जाता ह ऩयॊत जफ बि बगवान क समभख होता ह तो उसक शय य इशचनिमाॉ भन पराण आदद सबी बगवान क समभख हो जात ह तातऩम मह हआ कक शचजनकी दवदश कवर चचनभम तवव ऩय ह ह शचजनकी दवदश भ चचनभम तवव स लबनन जडता की सवतनि सतता ह नह ॊ होती तो वह चचनभमता उनक शय य आदद भ बी उतय आती ह औय व शय य आदद चचनभम हो जात ह हाॉ रोगो की दवदश भ तो उनक शय य भ जडता ददखती ह ऩय वासतव भ उनक शय य चचनभम होत ह

बगवान की सवथा शयण हो जान ऩय शयणागत क लरए बगवान की कऩा ववशषता स परकट होती ह ऩय भाि सॊसाय का सनहऩवक ऩारन कयन वार औय बगवान स अलबनन यहन वार वातसलमभमी भाता रकषभी का परब-शयणागत ऩय ककतना अचधक सनह होता ह व ककतना अचधक पमाय कयती ह इसका कोई बी वणन नह ॊ कय सकता रौककक वमवहाय भ बी दखन भ आता ह कक ऩनतवरता सतरी को वऩतबि ऩि फहत पमाया रगता ह

परभबाव स ऩरयऩण परब जफ अऩन बि को दखन क लरए ऩधायत ह तो भाता रकषभी बी परब क साथ आती ह ऩयनत कोई बगवान को न चाहकय कवर भाता रकषभी को ह चाहता ह तो उसक सनह क कायण भाता रकषभी बी आ जाती ह ऩय उनका वाहन ददवानध उलर होता ह ऐस वाहनवार रकषभी को परादऱ कयक भनषम बी भदानध हो जाता ह अगय उस भाॉ को कोई बोगमा सभझ रता ह तो उसका फडा बाय ऩतन हो जाता ह कमोकक वह तो अऩनी भाॉ को ह कदवदश स दखता ह इसलरए वह भहान अधभ ह

जहाॉ कवर बगवान का परभ होता ह वहाॉ तो बगवान स अलबनन यहन वार रकषभी बगवान क साथ आ ह जाती ह ऩह जहाॉ कवर रकषभी की चाहना ह वहाॉ रकषभी क साथ बगवान बी आ जाम मह ननमभ नह ॊ ह

शयणागनत क ववषम भ एक कथा आती ह सीताजी याभ जी औय रकषभणजी जॊगर भ एक व क नीच फठ थ उस व की शाखाओॊ औय टहननमो ऩय एक रता छाई हई थी रता क कोभर-कोभर तनत पर यह थ उन तनतओॊ भ कह ऩय नमी-नमी कोऩर ननकर यह थीॊ औय कह ॊ ऩय तामरवण क ऩतत ननकर यह थ ऩषऩ औय ऩततो स रता छाई हई थी उसस व की सनदय शोबा हो यह थी व फहत ह सहावना रग यहा था उस व की शोबा को दखकय बगवान शरीयाभ रकषभण जी स फोर दखो रकषभण मह रता अऩन सनदय-सनदय पर सगशचनधत पर औय हय -हय ऩवततमो स इस व की कसी शोबा फढ यह ह जॊगर क अनम सफ व ो स मह व ककतना सनदय ददख यहा ह इतना ह नह ॊ इस व क कायण ह साय जॊगर की शोबा हो यह ह इस रता क कायण ह ऩश-ऩी इस व का आशरम रत ह धनम ह मह रता

बगवान शरीयाभ क भख स रता की परशॊसा सनकय सीताजी रकषभण स फोर दखो रकषभण बमा तभन खमार ककमा कक नह ॊ दखो इस रता का ऊऩय चढ जाना

पर ऩततो स छा जाना तनतओॊ का पर जाना म सफ व क आचशरत ह व क कायण ह ह इस रता की शोबा बी व क ह कायण ह अत भर भ भदहभा तो व की ह ह आधाय तो व ह ह व क सहाय तरफना रता सवमॊ कमा कय सकती ह कस छा सकती ह अफ फोरो रकषभण जी तमह ॊ फताओ भदहभा व की ह हई न व का सहाया ऩाकय ह रता धनम हई न

याभ जी न कहा कमो रकषभण मह भदहभा तो रता की ह हई न रता को ऩाकय व ह धनम हआ न

रकषभण जी फोर हभ तो एक तीसय ह फात सझती ह

सीता जी न ऩछा वह कमा ह दवय जी

रकषभणजी फोर न व धनम ह न रता धनम ह धनम तो मह रकषभण ह जो दोनो की छामा यहता ह

बगवान औय उनकी ददवम आहलाददनी शकति दोनो ह एक दसय की शोबा फढात ह कोई उन दोनो को शरदष फताता ह कोई कवर बगवान को शरदष फताता ह औय कोई कवर उनकी आहलाददनी शकति को शरदष फताता ह शयणागत बि क लरए तो परब औय उनकी आहलाददनी शकति दोनो का ह आशरम शरदष ह

जफ भनषम बगवान की शयण हो जाता ह उनक चयणो का सहाया र रता ह तो वह समऩण पराखणमो स ववघन-फाधाओॊ स ननबम हो जाता ह उसको कोई बी बमबीत नह ॊ कय सकता कोई बी कछ तरफगाड नह ॊ सकता

बगवान क साथ काभ बम दरष करोध सनह आदद स बी समफनध कमो न जोडा जाम वह बी जीव का कलमाण कयन वारा ह होता ह

कवर एक बगवान की शयण होन का तातऩम ह ndash कवर बगवान भय ह अव व ऐदवम-समऩनन ह तो फडी अचछी फात ह औय कछ बी ऐदवम नह ॊ ह तो फडी अचछी फात व फड दमार ह तो फडी अचछी फात औय इतन ननदषय कठोय ह कक उनक सभान दननमाॉ भ कोई कठोय ह नह ॊ तो बी फडी अचछी फात उनका फडा बाय परबाव ह तो फडी अचछी फात औय उनभ कोई परबाव नह ॊ हो तो बी फडी अचछी फात शयणागत भ इन फातो की कोई ऩयवाह नह ॊ होती उसका तो एक ह बाव यहता ह कक बगवान जस बी ह हभाय ह बगवान की इन फातो की ऩयवाह न होन स बगवान का ऐदवम भाधम सौनदम गण परबाव आदद चर जामग ऐसी फात नह ॊ ह ऩय हभ उनकी ऩयवाह नह ॊ कयग तो हभाय असर शयणागनत होगी

बगवान क परनत बिो क अरग-अरग बाव होत ह कोई कहता ह कक दशयथ जी की गोद भ खरनवार जो याभरारा ह व ह हभाय इदश ह याजाचधयाज याभचनिजी नह ॊ छोटा सा याभरारा कोई बि कहता ह कक हभाय इदश तो रडडगोऩार ह ननद क रारा ह व बि अऩन याभरारा को ननदरारा को सॊतो स आशीवाद ददरात ह तो बगवान को मह फहत पमाया रगता ह तातऩम ह कक बिो की दवदश बगवान क ऐदवम की तयप जाती ह नह ॊ

सॊत कहत ह कक अगय बगवान स लभरना हो तो साथ भ साथी नह ॊ होना चादहए औय साभान बी नह ॊ होना चादहए साथी औय साभान क तरफना बगवान स लभरो जफ साथी सहाया साथ भ ह तो तभ कमा लभर बगवान स औय भन फवदध ववदया धन आदद साभान साथ भ फॉधा यहगा तो उसका ऩयदा यहगा ऩयद भ लभरन थोड ह होता ह साथ भ कोई साथी औय साभान न हो तो बगवान स जो लभरन होगा वह फडा ववरण औय ददवम होगा

कछ बी चाहन का बाव न होन स बगवान सवाबाववक ह पमाय रगत ह भीठ रगत ह शचजसभ चाह नह ॊ ह कोई आकाॊा इचछा नह ॊ ह वह बगवान का खास घय ह बगवान क साथ सहज सनह हो सनह भ कछ लभरावट न हो कछ बी चाहना न हो जहाॉ कछ बी चाहना हो जाम वहाॉ परभ कसा वहाॉ तो आसकति वासना भोह भभता ह होत ह

बगवान एक फाय बि को खीॊच र तो कपय छोड नह ॊ बगवान स ऩहचान न हो तफ तक तो ठीक ह अगय उसस ऩहचान हो गई तो कपय भाभरा खतभ कपय ककसी काभ क नह ॊ यहोग तीनो रोको भ ननकमभ हो जाओग

हाॉ जो ककसी काभ का नह ॊ होता वह सफ क लरए सफ काभ का होता ह ऩयॊत उसको ककसी स कोई भतरफ नह ॊ होता

शयणागत बि को बजन नह ॊ कयना ऩडता उसक दराया सवत सवाबाववक बजन होता ह बगवान का नाभ उस सवाबाववक ह फडा भीठा पमाया रगता ह जस दवास अऩन आऩ चरता यहता ह दवास क तरफना हभ जी नह ॊ सकत ऐस ह शयणागत बि बजन क तरफना नह ॊ यह सकता

शचजसको सफ कछ अवऩत कय ददमा उसक ववसभयण भ ऩयभ वमाकरता भहान छटऩटाहट होन रगती ह नायदबकति सि भ आमा ह तददरसभयण ऩयभ वमाकरतनत ऐस बि स अगय कोई कह कक आध ण क लरए बगवान को बर जाओ तो तीनो रोको का याजम लभरगा तो वह इस ठकया दगा बागवत भ आमा ह

तीनो रोको क सभसत ऐदवम क लरए बी उन दवदरब बगवचचयणकभरो को जो आध ननभष क लरए बी नह ॊ तमाग सकत व ह शरदष बगवदबि ह

बगवान कहत ह- सवमॊ को भझ अवऩत कयन वारा बि भझ छोडकय बरहमा का ऩद इनि का ऩद समऩण ऩरथवी का याजम ऩातारादद रोको का याजम मोग की सभसत लसवदधमाॉ औय भो को बी नह ॊ चाहता

अनकरभ

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ण का बी परभाद भतम ह

ह चतनम दव त इस ववसतत जगत को द घ कार स चरा आता भत सभझ त ऐसा खमार भत कय फठना कक भया ऩव जनभ था औय वहाॉ ककम हए ऩाऩ ऩणमो क परसवरऩ मह वततभान जनभ हआ ह औय इस वततभान जनभ भ कभ उऩासनादद साधन-सॊऩनन होकय ऻान परादऱ करॉ गा औय भो का बागी फनॉगा भझस ऩथक अनम रोग बी ह शचजनभ स कोई भि ह कोई फदध ह

पमाय अनतकयणरऩी गपा भ फठकय इस परकाय का ववचाय भत कयना कमोकक मह साया ववदव सवपनवत ह जस ण बय स तझको सवपन भ ववसतीण सॊसाय ददख जाता ह औय उस ण क ह अनदय त अऩना जनभादद भान रता ह वस ह मह वततभान कार का जगत बी तया ण बय का ह परभाद ह

वपरम आतभन न तया ऩहर जनभ था न वततभान भ ह औय न आग होगा मदद णभाि क लरए अऩन आसन स हटगा अऩन आऩको सवरऩ भ शचसथत न भानगा परभाद कयगा तो वह परभाद ववसतीण जगत हो बासगा पमाय त अऩन आऩको भन फवदध आदद क छोट स आॉगन भ भत सभझ जस भहान सभि भ छोट फडी अनक तयॊग ऩदा औय नदश होती यहती ह वस ह अनॊत अनॊत भन फवदध आदद तयॊग तझ भहासागय भ ऩदा हो होकय नदश होती यहती ह भन फवदध की कलऩना ह सॊसाय ह नह ॊ नह ॊ भन-फवदध ह सॊसाय ह इनस लबनन सॊसाय की सतता ककॊ चचत भाि बी नह ॊ ह भन फवदध की बी अऩनी अरग सतता नह ॊ ह तय ह सतता स भन फवदध बासत ह जस भरबलभ भ यत ह जर होकय बासती ह वस त ह जगत होकय बास यहा ह जस यत सदव यत ह ह कपय बी दय स जर नजय आता ह वस ह त चतनम आतभा सदव

जमो का तमो एकयस ननववकाय अखणड आननदघन ह ऩयॊत भन-फवदध भ स जगत होकय बासता ह दख बाषमकाय सवाभी कमा कहत ह

भयमखणडसखाममोध फहधा ववदववीचम उतऩदयनत ववर मनत भामाभारतववभरभात

भझ अखणड आननद सवरऩ आतभारऩी सागय भ भामारऩी ऩवन स भराॊनत क कायण अनक-अनक ववदवरऩी तयॊग उतऩनन हो यह ह औय ववर न हो यह ह

अनकरभ

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ना कयो नीॊद स पमाय याजा बतहरय कहत ह कक भन बोग नह ॊ बोग बोगो न भझ बोग लरमा सभम न भझ

काट लरमा फीभाय का इराज तो हो सकता ह ऩयनत वदधावसथा को आन स कोई बी नह ॊ योक सकता साया ददन ननयाकाय स ह रन दन ह सख बी ननयाकाय ह औय द ख बी ननयाकाय ह कचच खणक वयागम स तो कलमाण नह ॊ हो सकता जस अधकचची चीज खान स कदश होता ह

आग जरानी ह तो पॉ कन वार जरा सकन वार न जरा जफ तक खद नह ॊ आती तफ तक खदा का ऩता नह ॊ रगता सवाभी याभ को उसकी

आतभा की रगन खीॊच यह थी उनहोन अनायकर क बय फाजाय भ अऩन फचचो क हाथो स उॉगलरमाॉ खीॊच र ॊ औय आतभदव की भसती भ भसत हो गम चर जान की ताकत आ गई

कार का ऻात औय अऻात रऩ हभ पाड ननगर यहा ह हभ सबी नासभझ फनकय फयहभ दननमा की वसतओॊ स परभ का नाटक खर यह ह

एक फाय एक सादहतमकाय साथी स ऩछा गमा बाई तभ आज इतन ऩयशान कमो ददखाई दत हो

जीवन-सॊचगनी क ननवाचन भ घयफाय छोड चका हॉ कमोकक वह जीवन औय भतम भ बी भया साथ ननबामगी सॊसाय की कोई शकति भय सभीऩ आन स उस नह ॊ योक सकगी

कछ ददनो क फाद व बावक कराकाय ऩागरखान भ ह बगवान क पमाय हो गम कमोकक जीवन सॊचगनी न अऩना घय उनक लरम नह ॊ छोडा इसीलरए तो फदध न सॊऩण सतम क लरम घय छोडा मशोधया औय याहर को छोड ददमा मह कहत-कहत कक ओ णबॊगय बव याभ-याभ बतहरय न याजम लसॊहासन छोडा इसी सतम-अनवषण क लरए कक परभ का अभय सॊदश कहाॉ ह औय वह अनत भ लभरा आतभ-साातकाय भ

बरा इस सॊसाय क सवाथ बय कण-कण भ बी याहत ह नह ॊ कोभरता ह नह ॊ सतमता ह नह ॊ मह जानत हए बी भोहऩाश भ भानव की भहाकामा कमो सभादहत ह कमो

आफदध ह इसका एक ह कायण ह भनषम अऩन चचय सनातन ववचायरऩी धन को इस सॊसाय भ बर फठा ह अबाव बी तरफना ववचाय क भतम ह औय वबव बी भौत की ह ननशानी ह

भानव तरफना आतभफोध क सॊसाय भ सॊसाय क कण-कण भ भौत का फरावा द यहा ह

वववक जागन का भाग ह गर क दय ऩय झक जाओ औय अनतभख हो जाओ सॊत नसखा फतात ह कक सॊसाय का शहॊशाह फनन क लरए उस अननदश को सवीकाय कयो ववचाय कयक अगय ऩरयशचसथनत नह ॊ सॉबरती तो अननदश होना ह ह

जो भसकया सकता ह वह अभीय ह जो योता ह वह गय फ ह फाहय कभया तो वातानकर ह ऩय ददर चचनतातय ह तभन तो ददर भ अॊगीठी सरगाई हई ह ऐ ऩयभदवय की जात त तो रहानी नय ह शकर कय कक त ह त ह तो जवान ह औय अबी भौत क वायनट जाय नह ॊ हए लभटटी क द ऩक भ तर जर यहा ह औय तर भ फतती ह त पट ऩयान कऩडो भ बी ऩयभदवय की ओय बाग सकता ह

शचजनकी टाॉग टट हई ह हाथ टट हए ह उनहोन ह अननदश सवीकाय कय लरमा ह चचनता ऩरयशचसथनत क अधीन नह ॊ चचनता आदत ह

मा कोई द वाना हॉस मा शचजस त तौकपक द वयना इस दननमाॉ भ यहक भसकया सकता ह कौन

मा तो ऩागर हॉसता ह मा शचजसको त बकति की भसती द वह हॉसता ह नह ॊ तो सॊसाय भ हॉसना फडा कदठन ह

तन तो मॉ ह खमारो का फोझा लसय ऩय उठामा हआ ह जस गाडी ऩय फठ आदभी न लसय ऩय फोझा यकखा हो इसलरए अनतय स शनम होकय आतभा का धमान चचनतन कय तया बरा होगा

अनकरभ

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आतभ-ननदषा वपरम साधक फहत परमास कयन ऩय बी भन शानत नह ॊ होता ववततमाॉ शचसथय नह ॊ होती

तमहाय साधना ननषपर सी बास यह ह अहॊकाय ववर न होन क फदर ठोस होता चरा जा यहा ह कोई उऩाम नह ॊ नजय नह ॊ आता

दख एक यहसम सभझ र मदद त भन की ववततमाॉ स डयकय उनको शचसथय कयन का उऩाम कयगा तो भन जमादा ऩदश होता जामगा अहॊकाय खडा ह यहगा कमोकक वासतव भ व तय ह सतता स शचजनद ह इसलरए त भन औय भन की सवव यज तभोगणवार ववततमो को लभरथमा

जानकय उनकी तयप स फऩयवाह हो जा ऐसा कयन ऩय भन अऩन आऩ शानत हो जामगा कमा तन फहसऩनत क ऩि कच का हार नह ॊ सना

कच न फहत वषो तक अहॊकाय को ननवतत कयन का परमतन ककमा औय अहॊकाय अचधक ऩदश होता गमा तफ दवगर फहसऩनत न उस कहा ऩि मह अहॊकाय तझ आतभा भ लभरथमा सपया ह उसका कमा उऩाम कयता ह उसको लभरथमा जान लभरथमा क लरए ऩरयशरभ भत कय ऐसा उऩदश सनकय कच को ऻान हो गमा औय वह जीवनभि होकय ववचया

अत ह अहॊकाय क ऩीछ डॊडा रकय बागन वारो डॊड को प क दो कमो लभरथमा शरभ कयत हो माद यखो शचजस सभम तभ अहॊ को लभरथमा जान रोग उसी ण वह ननवतत हो जामगा यजज का सऩ राठी स नह ॊ भयगा उसक लभरथमातव क ऻान स ह उसकी तातकालरक ननववतत होती ह

ववततमो को सदा क लरए शचसथय कयन की भहनत भत कयो सव ववततमो का जो परकाशक ह अचधदषानरऩ तमहाया आतभा ह उस जान रो आतभननदष हो यहो औय ववततमो की ऩयवाह भत कयो ववततमाॉ अऩन आऩ शानत होती जामगी

अनकरभ

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धमान-सॊकत

परातकार भ बराहम भहत भ सनान-शौचादद स ननवतत होकय अऩन साधना क आसन ऩय फठ जाओ धऩ-द ऩ स हो सक तो ताज परो स वातावयण को भहका दो ऩदमासन लसदधासन मा सखासन भ फठकय थोड पराणामाभ कयो आनतय कमबक औय फदहकमबक क साथ तरिफनध कयो कपय शानत होकय फठ जाओ आॉख फनद कयो दवदश आऻाचकर भ शचसथय कयो अथवा ऊऩय ववशार गगन की ओय उठाओ आॉखो की ऩतलरमाॉ ऊऩय की ओय खीॊचो कपय दढ बावना कयो कक

भराधाय चकर भ सषदऱ ऩडी हई शकति जगकय ऊधवगाभी हो यह ह ऊऩय उठ यह ह औय ऊऩय औय ऊऩय नालब कनि रदम औय भशचसतषक की शकतिमाॉ ऊऩय उठ यह ह ऊऩय औय ऊऩय औय ऊऩय शाफाश चचततववततमाॉ ऊऩय जा यह ह गगन क उस ऩाय ऩहॉच यह ह

शचजस परकाय तजसवी ऩामरट अऩन हलरकापटय को ऊऩय र जाता ह इसी परकाय तभ अऩनी शकतिमो को ऊऩय र जाओ दढ बावना कयो कक तभ ऊऩय उठ यह हो तमहाया भन ऊऩय उठ यहा ह तमहाय ववचाय ददवम हो यह ह ॐॐॐ

गयदन सीधी यखो शय य सवसथ औय टटटाय दवदश औय आॉखो की ऩतलरमाॉ ऊऩय की तयप तमहाय सॊऩण शकतिमाॉ ऊऩय की ओय उठ यह ह अनबव कयत चरो कक अऩन आतभा की शकतिमो का ववकास हो यहा ह तमहाय भन औय फवदध का ववकास हो यहा ह भन भजफत हो यहा ह ॐॐॐ

सॊकलऩ कयत जाओ कक अफ तभ हलक रोगो क सॊग नह ॊ कयोग ववषमी रोगो क सॊऩक स दय यहोग ददवम ईदवय म भाग ऩय चरन वार साधक रोगो स ह दोसती यखोग

तभ ऋवष-भननमो क वॊशज हो तमहाय लरम आतभा क परकाश भ ह ववचयना शोबनीम ह तभ उस आतभगगन भ गनतभान हो यह हो आनतरयक शकतिमो को खोजन क लरए अदबत साहस लभर यहा ह ॐॐॐ

हभाया जीवन ऩववि हो यहा ह औय सदा क लरए ऩववि यहगा बीतय की शकतिमाॉ ऊऩय उठ यह ह हभाया साधनारऩी हवाई जहाज उततयोततय ऊऩय जा यहा ह फरगाडी हजाय सार चर कपय बी सागय क ऩाय नह ॊ जा सकती रककन हवाई जहाज उड तो ऩाॉच घणट भ ह दश-ववदश की मािा कया द इसी परकाय तभ ऩयभातभा की ओय मािा कयन क लरए ऊऩय उठ यह हो

ऊऩय उठो औय ऊऩय तभ ककसक लशषम हो मह ऩता ह न हभ दफर जीवन नह ॊ तरफताना ह तभ ककन पराचीन ऋवष-भननमो क वॊशज हो तमह ऩता ह न

फर आतभफर

तमहाय भानलसक शकतिमो का ववकास हो यहा ह तमहाय फवदध खखर यह ह तमहाय ऊऩय ऩयभातभा की कऩा फयस यह ह ॐॐॐ

तमहाय शकतिमो का वाममान ऊॉ च उड यहा ह तमहाय जीवन का हलरकॉपटय ऊऩय की ओय मािा कय यहा ह ॐॐॐ

अफ तमहाया परगाढ धमान रग यहा ह ॐ शाशचनत शाशचनत शाशचनत

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

चचततववशराशचनत-परमोग

चचतत क उऩशभ क लरए एक परमोग खफ उऩमि ह

ककसी सवचछ एकानत सथान भ कमफर मा टाट का आसन तरफछाकय उस ऩय रट जाओ अफ शय य को खफ खीॊचो ऩय स लसय तक तभाभ अॊगो को कसयत लभर जाम यगयग को वमामाभ लभर जाम इस परकाय शय य को तनाव दो जस कतता मा तरफलर अऩन शय य को रमफा कयक खीॊचत ह वस दो ढाई लभनट तक हाथ ऩाॉव को पराकय खफ खीॊचो नस-नाकतडमाॉ जो काभ न कयती हो व बी काभ कयन रग जाम

दो ढाई लभनट क फाद शय य को खीॊचना छोड दो सफ अॊगो को ढ र छोड दो एकदभ शानत ऩड यहो शचजहवा को भख स फाहय ननकारकय दाॉतो स हलकी सी दफाओ होठो को फनद यखो दोनो हाथो की ऩहर उॊगर अॉगठ स दफाओ इस परकाय ऻानभिा भ औय ववशराशचनत भिा शवासन का परमोग कयो ऻानभिा स ऻानतॊतओॊ को ऩवदश लभरती ह थोडी दय क फाद अगय ऻानभिा भ औय शचजहवा को फाहय यखन भ ऩरयशरभ जसा भहसस हो तो दोनो को छोड दो तरफलकर सवाबाववक आयाभदामक शचसथनत रग इस परकाय हाथो को घटनो की ओय परा दो तन औय भन को ऩण आयाभ कयन दो

अऩन चचतत को ककसी बी परकाय क चचनतन की फकतडमाॉ न ऩहनाओ चचतत को ननशचदळॊत कय दो मदद कोई चचनतन होन रग तो उस चचनतन को सावधान होकय ननहायत जाओ दवासोचवास को ननहायत जाओ जस बगवान ववषण ीय सागय भ मोगननिा भ ववयाजभान ह वस तभ बी अऩन साधना क आसन ऩय मोगननिा भ ववशराशचनत ऩात जाओ बावना कयत जाओ कक हभ आयाभ ऩा यह ह अऩन अनतमाभी याभ भ

इस सभम आऩका कोई कततवम नह ॊ कोई चचनता नह ॊ आऩ ऩण आयाभ ऩा यह हो चचतत को ववशराशचनत क परसाद भ ऩावन होन दो

मह चचवततशराशचनत परमोग तभाभ परकाय क दोषो को दय कयन भ सहाम दगा इसस अचछ-अचछ ववचाय उतऩनन होत ह औय आयोगम ऩदश होता ह

अनकरभ

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पराथना-ननझय

ऩयभातभ-चतनम भ अननत अननत परकाय की ववततमाॉ उठती ह औय अननत परकाय स सतता सपनत औय साभरथम लभरता ह कपय बी जो ऩण का ऩण ह उस ऩण ऩरषोततभ का हभ धमान कयत ह

सॊसाय की वासना स बटकत जीवो को जनभ-भयण क चकर स फचान क लरए शचजस ऩयभातभा न सतशासतरो औय सतऩरषो का साशचननधम ददमा उस ऩयभ सरद ऩयभातभा का हभ धमान कयत ह अफोध फारक को कीतन धमान बकति मोग क ऩववि साधन दकय शचजस ऩयभातभा न अऩना साातकाय कयान की वमवसथा यखी ह उस ऩयभातभा को हभ पमाय कयत ह औय उसी भ हभ ववशराभ ऩात ह

शचजस पमाय ऩयभातभा न हभ भानवदह ददमा सदफवदध दो शरदधा द सतसॊग भ जान की परयणा द उस ऩयभ सरद ऩयभातभा को हभ पमाय कयत ह उस परब की कऩा स हभाय ऩाशवी ववततमाॉ फदरकय आतभालबभख हो यह ह सनह क सागय उस ऩयभातभा को पराथना कयत ह कक ह

परब हभाय ववततमाॉ उततयोततय आऩक अलबभख होती यह औय एक ददन ऐसा आ जाम कक उन सफ ववततमो स ऩाय होकय ववततमो क आधायसवरऩ आऩ ऩयभातभा भ हभाया अहॊ ववरम हो जाम आऩकी ऩयभ चतना भ ऩयभ शाॊनत भ ऩयभ पमाय भ ऩयभ साभरथम भ आऩक ऩयभ सनदय सवरऩ भ हभाय भन की ववततमाॉ शानत हो जाम हभाय चचतत की चतना शचजस सतता स आती ह उस ऩयभ सतता भ हभ जलद स जलद ववशराशचनत ऩाम

हभ परनतददन भौत की तयप सयक यह ह ह जीवनदाता परब ह अभय आतभदव ह ऩयभातभ दव ह गरदव हभ भौत क ऩहर अभयता का अऩन असर सवरऩ का साातकाय कय र अऩन आऩको जान र अनमथा जगत का सफ जाना हआ अनजाना हो जामगा जगत का ऩामा हआ सफ ऩयामा हो जामगा ऐसी घकतडमाॉ आमगी कक हभ अऩन घय भ ह ऩयाम हो जामग अऩन ऩरयवाय ह ऩयाम हो जामग अऩन रयशत-नातो भ ह ऩयाम हो जामग रोग हभ शभशान भ र जामग चचता की बबकती आग इस शय य को जरामगी शय य को अशचगन जराम उसक ऩहर ह परब तमहाय ऻानाशचगन स हभाय भभताएॉ औय आसकतिमाॉ जर जाम ह गरदव आऩक उऩदश क परबाव स हभाया अहॊ फाचधत हो जाम रोग हभ शभशान भ छोड जाम उसक ऩहर हभ तभ तक ऩहॉच जाम ह परब तभ दमा कयना अऩन घय भ हभ ऩयाम हो जाम उसस ऩहर हभ तय घय ऩहॉच जाम तय दराय ऩहॉच जाम ह दवश ह जगद श असतो भा सदगभम तभसो भा जमोनतगभम भतमोभाऽभतॊ गभम

हभ असत आसकतिमो स फचा हभ असत वासनाओॊ स फचा हभ असत अहॊकाय स फचा असत समफनधो स हभ फचा असत इचछाओॊ स फचा ह भय सतम-सवरऩ परभ-सवरऩ आननद-सवरऩ ईदवय ह अनतमाभी ह भीया क कनहमा ह शफय क याभ ह नाभदव क ववटठर ह धनना क ठाकयजी ह मोचगमो की आतभा तय अननत नाभ ह अननत रऩ ह भ नह ॊ जानता तझ ककस ववचध रयझाऊॉ रककन त तो जानता ह

ह दमाननध परबो हभ असतम स ननकर सक मह हभाय फस की फात नह ॊ रककन तय करणा ऩय बयोसा ह तय कऩा ऩय बयोसा ह त हभ असतम अहॊकाय स असतम आसकतिमो स फचाकय ऩाय रगा द हभाय जीवन नमा असतम अहॊकाय स असतम आसकतिमो स असतम दह की भभता स हभाया जीवन फयफाद हआ जा यहा ह असतम ऩदाथो भ हभाया आमषम नदश हो यहा ह हभ अनधकाय स फचाकय अऩन परभ परकाश की ओय र चर ऻान-परकाश की ओय र चर अहॊ बरहमाशचसभ क खजान की ओय र चर

हभ कफ तक इस बवाटवी भ बटकना ऩडगा कफ तक सॊसाय क समफनधो भ उरझना ऩडगा कफ तक सॊसाय की सयकती हई चीजो क ऩीछ फयफाद होना ऩडगा

ह ऩयभातभा त हभ फर द त हभ अऩन सवबाव भ सभा र

अनकरभ

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हो गई यहभत तय ह पमाय सदगर ऩयभातभा भझ अऩनी आतभ-भसती भ थाभ रो भ सॊसारयमो क अऻान

भ कह ॊ फदर न जाऊॉ भोह-भभता भ कह ॊ कपसर न जाऊॉ

जसीॊ शचजम जान यह जसीॊ तन भ पराण यह परीत सॊधी डोय तो ऩास सयधी यह

डऩ आह भख इहो वञजो भताॊ तो खाॊ भाॊ ववछडी अञाॊ परीत सॊधी डोय सजण आह कचडी

जोयसाॊ जरजा अञाॊ नॊढडो ह फारक तफ तक जी भ जान ह तन भ पराण ह तफ तक भय साधना की डोय भय परीनत की

डोय तय तयप सयकती यह सयकती यह

इस फात का त खमार यखना

आ जया ननाॊ क सदक भझको सदगर थाभर ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

शचजसन फीजो को जभीन भ फो ददमा उसक फीज अननत गन हो गम रककन शचजसन फीजो को नतजोय भ फनद कयक यख ददमा उसक फीज सड गम

जीवन एक बीतय की फहती धाया ह फीज ऩषऩ खखरान क लरम ह ऐस ह आनतरयक फीज आतभऻान का पर खखरान क लरए ह ह इस सीॊचत यहना सावधानी क साथ छोट सकोभर ऩौधो की सया कयत यहना कह ॊ तमहाय साधना क ऩौध ऩषऩो भ ऩरयणत हए तरफना उखाड न ददम जाम इसलरए साधना क सॊसकायो को सॉबारत यहना आहाय की शवदध वमवहाय की शवदध ववचाय की शवदध का खमार यखना परनतददन थोडा फहत अभमास कयत यहना तो म सॊसकायरऩी फीज ऩौधो भ ऩरयणत होत जामग औय ऩौध ऩषऩ दन रगग

ऻान की चचनगाय को पॉ कत यहना जमोनत जगात यहना परकाश फढात यहना ऻानभत क आचभन को दरयमा क रऩ भ फदरत यहना सयज की ककयण को सयज की खफय तक र जाना सदगरओॊ क परसाद को सतम की परानदऱ तक ऩचात यहना

फडी कीभती करणा-कऩा ऩयभातभा की ह सहज भ लभर हई इस ददवम चीज का कह ॊ अनादय न कय फठना तरफना परमास क लभर हई भलमवान चीज का कह ॊ गलती स अऩवमम न कय फठना तरफना शरभ क ऩाम हए ह यो का भलम कह ॊ कॊ कडो स न कय फठना

शचजसक लरए हभ यात-यात बय जग थ घय फाय छोडकय गरओॊ क दराया ऩय बाग थ वह चीज आऩको सहज भ लभर यह ह इसका अनादय भत कय दना इसकी कीभत कह ॊ छोट भत कय दना गरओॊ क परसाद को फढात यहना सॉबारत यहना हाहा ह ह भ कह ॊ इस अभत को तरफखय भत दना

दननमाॉ क चाय ऩसो की रारच भ इस आधमाशचतभक कोह नय को कह ॊ फच भत दना साया ववदव दाॉव ऩय रग जाम कपय बी मह आधमाशचतभक साधना का ह या तमहाया अनभोर यतन ह साय ऩरथवी बी इसका फदरा नह ॊ चका सकती ह

वह ऩयभातभा का धन तमहाय रदम भ परववदश होता यह इस आतभ-खजान का तभ खमार यखना इसकी फडी समहार यखना मह ईदवय म अभानत तमह ददर की झोर भ द जा यह ह उस रौटाओ तो अचधक कयक रौटाना मह ऐसा खजाना ह कक शचजतना ददमा जा यहा ह उसस अननत गना रौटान ऩय बी तमहाय ऩास यततीबय कभ न होगा ऐसी अनठी मह अभानत ह

आधमाशचतभक सॊसकायो क फीज अदबत ढॊग स पट ननकरत ह औय अदबत ढॊग स ववसताय को ऩात ह

साकी की पमार ऩीकय खद भमखाना हो गमा हॉ वऩमा तो पमार बय शयाफ रककन हो गमा शयाफखाना लरमा तो चलर बय रककन हो

गमा सागय

ऩीकय शयाफ भलशद भ खद भखाना हो गमा हॉ मो व बरहमव जानानत तषाॊ दवानाॊ फलरॊ ववहनत

जो उस बरहम ऩयभातभा को जानता ह दवता रोग बी उसका ऩजन कयत ह शकर का आदय-ऩजन इनिदव कयत ह कमोकक शकर बरहमवतता का लशषम ह ऻानी का लशषम बी इनिदव दराया ऩजा जाता ह अगय तभ ऻानी फन जाओग अऩन आतभ-खजान को ऩा रोग तो ककतनी गरयभा होगी

बरकय बी इस खजान का भलम छोटा न कयना कह ॊ सॊसाय की नौकय चाकय को इतना भलम न द फठना कक इस अनभोर खजान को बर जाओ सॊसाय क काम-वमवहाय को इतना भलम न दना कक इस वासतववक खजान को सॉबारन का सभम ह न फच तमहाय ऩास ऐसा धोखा तभ भत खाना भन धोखा दगा कमोकक तभ भन क सवाभी होन क यासत जा यह हो भन अऩना जार तरफछामगा कई चार चरगा भन क तरफछाम हए जार भ चगन क लरए अनन नह ॊ ह भोती नह ॊ ह ववष क कण ऩड ह

हो सक तो भौन ह हो जाना नह ॊ तो इशाय स काभ रना फोरना ऩड तो दो चाय शबदो स काभ ऩया कयना बोजन भ एकाध गरास कभ खा रना नीॊद की एकाध झऩकी कभ स रोग तो बी काभ चर जामगा कबी ऐस ददन बी आ जामग कक तभ ऩाॉव ऩसाय कय सदा क लरए सो जाओग दननमाॉ क रोग ऩकायग चचलरामग तो बी तभ आवाज तक नह ॊ दोग भतम की रमफी नीॊद भ जान स ऩहर तभ मोगननिा भ सो रना सोत-सोत भ याभ भ आयाभ ऩा यहा हॉ इस बाव भ सो रना

परबात भ जफ उठो तफ थोडी दय शानत होकय फठ यहना आतभधमान भ गोता भायना फाद भ ह तरफसतय का तमाग कयना नीॊद भ स उठकय चाय-ऩाॉच लभनट आतभ-चचनतन कयत हए तरफसतय ऩय फठ यहना फहत दहतावह ह ॐॐॐ

अनकरभ

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बजन भान कमा शचजस कभ स शचजस शरवण स शचजस चचनतन स शचजस जऩ स शचजस सवा स बगवदाकाय ववतत फन उस बजन कहा जाता ह

सॊसाय की आसकति लभटान क लरए बजन की आसकति अतमॊत आवशमक ह साय ऻानो व फरो का जो आधाय ह वह आतभफर व आतभऻान ऩाना ह जीवन का उददशम हो जीवन का सम ढरन स ऩहर जीवनदाता भ परनतवदषत हो जाओ अनमथा ऩछताना ऩडगा असपरता औय दफरता क ववचाय उठत ह उस बगवननाभ स औय ऩावन ऩसतको क अधममन स हटा ददमा कयो

अम भानव ऊठ जाग अऩनी भहानता को ऩहचान कफ तक बवाटवी भ बटकगा जो बगवान वकणठ भ करास भ औय ऋवषमो क रदम भ ह वह क वह उतन क उतन तय ऩास बी ह ऊठ जाग अऩन पमाय को ऩहचान सतसॊग कयक फवदध को फढा औय ऩयबरहम ऩयभातभा भ परनतवदषत हो जा

शाफाश वीय शाफाश दहमभत साहस जो कछ कय ऩयभातभा को ऩान क लरए कय मह तझ ऩयभातभा भ परनतवदषत ऩरषो तक

ऩहॉचा दगा औय त बी ऩयभातभा भ परनतवदषत हो जामगा

ॐ ऩजमऩाद सॊत शरी आसायाभजी फाऩ क सतसॊग परवचन स ॐ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

अनकरभ

Page 6: आत्भमग - Hariom Group · 2016. 1. 15. · क *ई ऩुि नह 2, भय कई ऩत्नी नह , भया कई ऩनत नह , भया कई बाई

अचर सॊकलऩ-शकति दढ ननदळम औय ननबमता होनी चादहए इसस फाधाएॉ ऐसी बागती ह जस आॉधी स फादर आॉधी चर तो फादर कमा दटक ग

भॉह ऩय फठी भकखी जया-स हाथ क इशाय स उड जाती ह ऐस ह चचनता करश द ख रदम भ आम तफ जया सा धमान का इशाया कयो तो व बाग जामग मह तो अनबव की फात ह डयऩोक होन स तो भय जाना अचछा ह डयऩोक होकय शचजम तो कमा शचजम भख होकय शचजम तो कमा शचजम बोगी होकय शचजम तो कमा खाक शचजम मोगी होकय शचजमो बरहमवतता होकय शचजमो ईदवय क साथ खरत हए शचजमो

कॊ जस होकय शचजम तो कमा शचजम लशशऩार होकय शचजम तो कमा शचजम लशशऩार मानी जो लशशओॊ को अऩन फचचो को ऩारन-ऩोसन भ ह अऩना जीवन ऩया कय द बर चाय ददन की शचजनदगी हो चाय ऩर की शचजनदगी हो रककन हो आतभबाव की चाय सौ सार शचजमा रककन अऻानी होकय शचजमा तो कमा खाक शचजमा भजदय की औय भया शचजनदगी जीना तो आतभऻान की

बतकार जो गजय गमा उसक लरम उदास भत हो बववषम की चचनता भत कयो जो फीत गमा उस बरा दो जो आता ह उस हॉसत हए गजायो जो आमगा उसक लरए ववभोदहत न हो आज क ददन भज भ यहो आज का ददन ईदवय क लरए आज खश यहो आज ननबम यहो मह ऩकका कय दो आज योकडा कार उधाय इसी परकाय आज ननबम आज नह ॊ डयत कर तो आमगी नह ॊ जफ कर नह ॊ आमगी तो ऩयसो कहाॉ स आमगी जफ आमगी तो आज होकय ह आमगी

आदभी ऩहर बीतय स चगयता ह कपय फाहय स चगयता ह बीतय स उठता ह तफ फाहय स उठता ह फाहय कछ बी हो जाम रककन बीतय स नह ॊ चगयो तो फाहय की ऩरयशचसथनतमाॉ तमहाय अनकर हो जामगी

ववघन फाधाएॉ द ख सॊघष ववयोध आत ह व तमहाय बीतय की शकति जगान कक लरए आत ह शचजस ऩड न आॉधी-तपान नह ॊ सह उस ऩड की जड जभीन क बीतय भजफत नह ॊ होगी शचजस ऩड न शचजतन अचधक आॉधी तपान सह औय खडा यहा ह उतनी ह उसकी नीॊव भजफत ह ऐस ह द ख अऩभान ववयोध आम तो ईदवय का सहाया रकय अऩन ऻान की नीॊव भजफत कयत जाना चादहए द ख ववघन फाधाएॉ इसलरए आती ह कक तमहाय ऻान की जड गहय जाम रककन हभ रोग डय जात ह ऻान क भर को उखाड दत ह

अनकरभ

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जागो अऩनी भदहभा भ सवाभी याभतीथ क फोरन का सवबाव था कक भ फादशाह हॉ भ शाहो का शाह हॉ

अभरयका क रोगो न ऩछा आऩक ऩास ह तो कछ नह ॊ लसप दो जोडी गरए कऩड ह याजम नह ॊ सतता नह ॊ कछ नह ॊ कपय आऩ शाहो क शाह कस

याभतीथ न कहा भय ऩास कछ नह ॊ इसलरए तो भ फादशाह हॉ तभ भय आॉखो भ ननहायो भय ददर भ ननहायो भ ह सचचा फादशाह हॉ तरफना ताज का फादशाह हॉ तरफना वसतओॊ का फादशाह हॉ भझ जसा फादशाह कहाॉ जो चीजो का ववषमो का गराभ ह उस तभ फादशाह कहत हो ऩागरो जो अऩन आऩ भ आनशचनदत ह वह तो फादशाह ह ववदव का समराट तमहाय ऩास स गजय यहा ह ऐ दननमाॉदायो वसतओॊ का फादशाह होना तो अहॊकाय की ननशानी ह रककन अऩन भन का फादशाह होना अऩन वपरमतभ की खफय ऩाना ह भय आॉखो भ तो ननहायो भय ददर भ तो गोता भाय क जया दखो भय जसा फादशाह औय कहाॉ लभरगा भ अऩना याजम अऩना वबव तरफना शत क ददम जा यहा हॉ रटाम जा यहा हॉ

जो सवाथ क लरए कछ द वह तो कॊ गार ह रककन जो अऩना पमाया सभझकय रटाता यह वह तो सचचा फादशाह ह

भझ फादशाह को अऩन आऩस दय कहाॉ

ककसी न ऩछा तभ फादशाह हो

हाॉ

तभ आतभा हो

हाॉ

तभ God हो

हाॉ इन चाॉद लसतायो भ भय ह चभक ह हवाओॊ भ भय ह अठखलरमाॉ ह परो भ भय ह सगनध औय चतना ह

म तभन फनाम

हाॉ जफस फनाम ह तफ स उसी ननमभ स चर आ यह ह मह अऩना शय य बी भन ह फनामा ह भ वह फादशाह हॉ

जो अऩन को आतभा भानता ह अऩन को फादशाहो की जगह ऩय ननमि कयता ह वह अऩन फादशाह सवबाव को ऩा रता ह जो याग-दरष क चचनतन भ पॉ सता ह वह ऐस ह कलऩनाओॊ क नीच ऩीसा जाता ह

भ चतनमसवरऩ आतभा हॉ आतभा ह तो फादशाह ह फादशाहो का फादशाह ह सफ फादशाहो को नचानवारा जो फादशाहो का फादशाह ह वह आतभा हॉ भ

अहॊ ननववकलऩो ननयाकाय रऩो

ववबवमापम सवि सवशचनिमाणाभ सदा भ सभतवॊ न भकतिन फनध

चचदाननदरऩ लशवोऽहभ लशवोऽहभ भकति औय फनधन तन औय भन को होत ह भ तो सदा भि आतभा हॉ अफ भझ कछ

ऩता चर यहा ह अऩन घय का भ अऩन गाॉव जान वार गाडी भ फठा तफ भझ अऩन घय की शीतरता आ यह ह मोचगमो की गाडी भ फठा तो रगता ह कक अफ घय फहत नजद क ह बोचगमो की गाकतडमो भ सददमो तक घभता यहा तो घय दय होता जा यहा था अऩन घय भ कस आमा जाता ह भसती कस रट जाती ह मह भन अफ जान लरमा

भसतो क साथ लभरकय भसताना हो यहा हॉ शाहो क साथ लभरकय शाहाना हो यहा हॉ

कोई काभ का द वाना कोई दाभ का द वाना कोई चाभ का द वाना कोई नाभ का द वाना रककन कोई कोई होता ह जो याभ का द वाना होता ह

दाभ द वाना दाभ न ऩामो हय जनभ भ दाभ को छोडकय भयता यहा चाभ द वाना चाभ न ऩामो नाभ द वाना नाभ न ऩामो रककन याभ द वाना याभ सभामो भ वह द वाना हॉ

ऐसा भहसस कयो कक भ याभ का द वाना हॉ रोबी धन का द वाना ह भोह ऩरयवाय का द वाना ह अहॊकाय ऩद का द वाना ह ववषमी ववषम का द वाना ह साधक तो याभ द वाना ह हआ कयता ह उसका चचनतन होता ह कक

चातक भीन ऩतॊग जफ वऩमा फन नह ॊ यह ऩाम साधम को ऩाम तरफना साधक कमो यह जाम

हभ अऩन साधम तक ऩहॉचन क लरए जट ववभान की मािा ककम जा यह ह शचजनह ऩसनद हो इस जट का उऩमोग कय नह ॊ तो रोकर टरन भ रटकत यह भौज उनह ॊ की ह

मह लसदधमोग मह कणडलरनी मोग मह आतभमोग जट ववभान की मािा ह ववहॊग भाग ह फरगाडीवारा चाह ऩचचीस सार स चरता हो रककन जटवारा दो ह घणटो भ दरयमाऩाय की खफय सना दगा हभ दरयमाऩाय भान सॊसायऩाय की खफयो भ ऩहॉच यह ह

ऐ भन रऩी घोड त औय छराॊग भाय ऐ नीर गगन क घोड त औय उडान र आतभ-गगन क ववशार भदान भ ववहाय कय खर ववचायो भ भसती रट दह क वऩॊजय भ कफ तक छटऩटाता यहगा कफ तक ववचायो की जार भ तडऩता यहगा ओ आतभऩॊछी त औय छराॊग भाय औय खर आकाश भ खोर अऩन ऩॊख ननकर अणड स फाहय कफ तक कोचर भ ऩडा यहगा पोड इस अणड को तोड इस दहाधमास को हटा इस कलऩना को नह ॊ हटती तो ॐ की गदा स चकनाचय कय द

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

बवसागय का ककनाया वयागम

आतभा ऩयभातभा ववषमक ऻान परादऱ कयक ननतम आतभा की बावना कय अऩन शादवत सवरऩ की बावना कय अऩन अनतमाभी ऩयभातभा भ आननद ऩाम अऩन उस अखणड एकयस भ उस आननदकनद परब भ उस अदरत-सतता भ अऩनी चचततववतत को सथावऩत कय रऩ अवरोक भनसकाय तथा दशम ददशा दशन म चचतत क पयन स होत ह ववदव तजस पराऻ जागरत सवपन औय सषनदऱ म सफ शचजसस परकालशत होत ह उस सफस ऩय औय सफका अचधदषान जो ऩयभातभा ह उस ऩयभातभा भ जफ परीनत होती ह तफ जीव ननवासननक ऩद को परादऱ होता ह ननवासननक होत ह वह ईदवयतव भ परनतवदषत होता ह कपय फाहय जो बी चदशा कय रककन बीतय स लशरा की नाई सदा शानत ह वलशदषजी कहत ह- ह याभ जी ऐस ऻानवान ऩरष शचजस ऩद भ परनतवदषत होत ह उसी भ तभ बी परनतवदषत हो जाओ

शचजसका चचतत थोडी-थोडी फातो भ उददरगन हो जाता ह घणा याग दरष दहॊसा मा नतयसकाय स बय जाता ह वह अऻानी ह ऻानी का रदम शानत शीतर अदरत आतभा भ परनतवदषत होता ह हभ रोगो न वह परसॊग सना ह कक

भॊकी ऋवष न खफ तऩ ककमा तीथमािा की उनक कषाम ऩरयऩकव हए अथात अनतकयण शदध हआ ऩाऩ जर गम व जा यह थ औय वलशदषजी क दशन हए उनक भन भ था कक साभन धीवयो क ऩाॉच-सात घय ह वहाॉ जाकय जरऩान करॉ गा व क नीच आयाभ ऩाऊॉ गा

वलशदषजी न कहा ह भाग क भीत अऻानी जो आऩ जरत ह याग-दरष भ हम-उऩादम भ जरत ह उनक ऩास जाकय तभको कमा शाशचनत लभरगी जस ककसी को आग रग औय ऩटरोर ऩॊऩ क पववाय क नीच जाकय आग फझाना चाह तो वह भख ह ऐस ह जो आऩस भ याग-दरष स जरत ह जो सॊसाय की आसकतिमो स फॉध ह उनक सॊऩक भ औय उनकी फातो भ आकय ह शचजऻास तय तऩन नह ॊ लभटगी तय तऩन औय याग-दरष औय फढग

ह भॊकी ऋवष तभ ऻानवानो का सॊग कयो भ तमहाय रदम की तऩन लभटा दॉगा औय अकतरिभ शाशचनत दॉगा सॊसाय क बोगो स सॊसाय क समफनधो स जो शाशचनत लभरती ह वह कतरिभ शाशचनत ह जफ जीव अनतभख होता ह जफ ऩयभातभालबभख होता ह चचतत शानत होता ह तफ जो शाशचनत लभरती ह वह आशचतभक शाशचनत ह

वासनावार को अशाशचनत ह वासना क अनरऩ वसत उस लभरती ह तो थोडी दय क लरए शाशचनत होती ह रोबी को रऩमो स रगाव ह रऩम लभर गम तो खशी हो गमी बोगी को बोग लभर तो खशी हो गमी साधक ऐसी कतरिभ शाशचनत ऩाकय अऩन को बागमवान नह ॊ भानता साधक तो फाहय की चीज लभर मा न लभर कपय बी बीतय का ऩयभातभ-ऩद ऩाकय अऩना जीवन धनम कयता ह वह अकतरिभ शाशचनत परादऱ कयता ह

सॊसाय का तट वयागम ह वववक ऩदा होत ह वयागम का जनभ होता ह शचजसक जीवन भ वयागमरऩी धन आ गमा ह वह धनम ह

वलशदषजी कहत ह- ह भॊकी ऋवष तभ सॊसाय क तट ऩय आ गम हो अफ तभ भय वचनो क अचधकाय हो

बरहमवतता भहाऩरषो क वचनो का अचधकाय वह हो सकता ह शचजसन वववक औय वयागमरऩी सॊऩवतत ऩा र ह शचजसन वववक स सॊसाय की असायता दख र ह शचजसन वववक स शय य की णबॊगयता दख र ह ऐसा वववकपरधान जो साधक होता ह उसको वयागम उतऩनन होता ह वयागमरऩी धन स शचजसका चचतत सॊसकत हो गमा ह उस आतभऻान क वचन रगत ह जो भढ ह ऩाभय ह व ऻानवानो क वचनो स उतना राब नह ॊ र ऩात शचजतना वववकी औय वयागमवान र ऩाता ह

भॊकी ऋवष वववक-वयागम स सॊऩनन थ वलशदषजी का दशन कयक उनको अकतरिभ शाशचनत का एहसास हआ व कहन रग

बगवन आऩ सशय य ददख ऩडत हो रककन आकाश की नाई शनम रऩ हो आऩ चदशा कयत ददख ऩडत हो रककन आऩ चदशा स यदहत हो आऩ साकाय ददखाई दत हो रककन आऩ अनॊत बरहमाणडो भ पर हए ननयाकाय तवव हो ह भननशादर आऩक दशन स चचतत भ परसननता छा जाती ह औय आकषण ऩदा होता ह वह आकषण ननदोष आकषण ह सॊसारयमो की भराकात स चचतत भ ोब ऩदा होता ह सम का तज होता ह वह तऩाता ह जफकक आऩका तज रदम भ ऩयभ शाशचनत दता ह ववषमो का औय सॊसाय रोगो का आकषण चचतत भ ोब ऩदा कयता ह औय आऩ जस ऻानवान का आकषण चचतत भ शाशचनत ऩदा कयता ह जफकक ऻानी का आकषण ऩयभातभा क गीत गॉजाता ह बीतय की शाशचनत दता ह आननद दता ह ऩयभातभा क परसाद स रदम को बय दता ह

ह भनीदवय आऩका तज रदम की तऩन को लभटाता ह आऩका आकषण बोगो क आकषण स फचाता ह आऩका सॊग ऩयभातभा का सॊग कयानवारा ह अऻाननमो का सॊग द खो औय ऩाऩो का सॊग कयान वारा ह जो घकतडमाॉ ऻानी की ननगाहो भ फीत गई जो घकतडमाॉ ऩयभातभा क धमान भ फीत गई जो घकतडमाॉ भौन भ फीत गई जो घकतडमाॉ ऩयभातभा क परसाद भ फीत गई व अकतरिभ शाशचनत की घकतडमाॉ ह व घकतडमाॉ जीवन की फहभलम घकतडमाॉ ह

ह भननशादर आऩ कौन ह मदद भझस ऩछत हो तो भ भाणडवम ऋवष क कर भ उतऩनन हआ भॊकी नाभक बराहमण हॉ सॊसाय की नदवयता दखकय सॊसाय क जीवो को हम औय उऩादम गरहण औय तमाग (छोडना-ऩकडना) स जरत दखकय भ सतम को खोजन गमा कई तीथो भ गमा ककतन ह जऩ-तऩ ककम कई वरत औय ननमभ ककम कपय बी रदम की तऩन न लभट

जऩ तऩ वरत औय तीथ स ऩाऩ दय होत ह कषाम ऩरयऩकव होत ह कषाम ऩरयऩकव हए ऩाऩ दय हए तो ऻानी का सॊग होत ह अकतरिभ शाशचनत लभरन रगती ह आननद आन रगता भौन भ परवश होन रगता ह साधक अरख ऩरष भ जगन क मोगम होता ह

भॊकी ऋवष वलशदषजी का सॊग ऩाकय अकतरिभ शाॊनत को परादऱ हए बीतय क परसाद को उऩरबध हए ऩयभातभा-ववशराशचनत ऩामी ऩयभातभ-ववशराशचनत स फढकय जगत भ औय कोई सख नह ॊ औय कोई धन नह ॊ औय कोई सामराजम नह ॊ

व घकतडमाॉ धनम ह शचजन घकतडमो भ ऩयभातभा की परीनत ऩयभातभा का चचनतन औय ऩयभातभा का धमान होता ह

परनतददन अऩन अनतकयण का ननभाण कयना चादहए अऩन अनतकयण भ ऩयभातभा का ऻान बयकय उसका चचनतन कयन स अनतकयण का ननभाण होता ह अऻान स अऻाननमो क सॊग स अऻाननमो की फातो स अनतकयण भ अववदया का ननभाण होता ह औय जीव द ख का बागी फनता ह

चचतत भ औय वमवहाय भ शचजतनी चॊचरता होगी शचजतनी अऻाननमो क फीच घसपस होगी शचजतनी फातचीत होगी उतना अऻान फढगा शचजतनी आतभचचा होगी शचजतना तमाग होगा दसयो क दोष दखन क फजाम गण दखन की परववतत होगी उतना अऩन जीवन का कलमाण होगा

अगय हभ अऩन जीवन की भीभाॊसा कयक जानना चाह कक हभाया बववषम अनधकायभम ह कक परकाशभम ह तो हभ जान सकत ह दख सकत ह ककसी वमकति को दखत ह उसस वमवहाय कयत ह तफ उसक दोष ददखत ह तो सभझो हभाया जीवन अनधकायभम ह कोई ककतना बी हभाय साथ अनचचत वमवहाय कयता ह कपय बी हभ अऩना दोष ददख औय उसक गण ददख तो सभझ रना कक हभाया बववषम उजजवर ह इसस बी उजजवर जीवन वह ह शचजसभ न गण ददख न दोष ददख सॊसाय सवपन जसा बासन रग सॊसाय को सवपन-सा दखन वारा अऩना आऩा ऩयभातभा भ ववशराभ ऩाव ऐसी पमास ऩदा हो जाम तो सभझ रना कक बववषम फडा सहावना ह फडा भॊगरकाय ह इस फात ऩय फाय-फाय धमान ददमा जाम

दवताओॊ भ चचा चर कक इस सभम ऩरथवी ऩय सफस शरदष ऩरष कौन ह सवगण-समऩनन कौन ह पराणी भाि भ गण दखनवारा कौन ह सवशरदष वमकतितव यखन वारा कौन ह

इनि न कहा कक इस सभम ऩरथवी ऩय ऐस ऩयभ शरदष ऩरष शरीकषण ह उनको ककसी क दोष नह ॊ ददखत अवऩत गण ह ददखत ह व पराणी भाि का दहत चाहत ह उनक भन भ ककसी क परनत वय नह ॊ शरीकषण जसा अदबत वमकतितव शरीकषण जसा गणगराह ऩन इस सभम ऩरथवी ऩय औय ककसी क ऩास नह ॊ ह इस परकाय इनि न शरीकषण की दवदश का उनक वमकतितव का खफ आदय स वणन ककमा

एक दव को कतहर हआ कक शरीकषण ककस परकाय अनॊत दोषो भ बी गण ढॉढ ननकारत ह वह दवता ऩरथवी ऩय आमा औय जहाॉ स शरीकषण गवारो क साथ गजयन वार थ उस यासत भ फीभाय योगी कतता होकय बलभ ऩय ऩड गमा ऩीडा स कयाहन रगा चभडी ऩय घाव थ भशचकखमाॉ लबनलबना यह ॊ थीॊ भॉह पटा यह गमा था दगनध आ यह थी उस दखकय गवारो न कहा नछ नछ मह कतता ककतना अबागा ह इसक ककतन ऩाऩ ह जो द ख बोग यहा ह

शरीकषण न कहा दखो इसक दाॉत ककतन अचछ चभकदाय ह मह इसक ऩणमो का पर ह

ऐस ह द ख-दद भ योग भ ऩयशानी भ वविोह भ औय अशाॊनत क भौक ऩय बी शचजसभ गण औय ऩयभ शानत ऩयभातभा दखन की उतसकता ह शचजसक ऩास ऐसी ववधामक ननगाह ह वह आदभी ठीक ननणामक होता ह ठीक ववचायक होता ह रककन जो ककसी ऩय दोषायोऩण कयता ह बोचगमो की हाॉ भ हाॉ लभरता ह ऻानवानो की फातो ऩय धमान नह ॊ दता सॊसाय भ आसकति कयता ह अऩन हठ औय दयागरह को नह ॊ छोडता उस आदभी का बववषम अनधकायभम हो जाता ह

शासतर न कहा फदध परॊ अनागरह फवदध का पर कमा ह फवदध का पर ह बोगो भ औय सॊसाय की घटनाओॊ भ आगरह नह ॊ यहना फडा लसदध हो तरिकार ऻानी हो रककन हम औय उऩादम फवदध हो तो वह तचछ ह

हम औय उऩादम फवदध कमा ह हम भान तमाजम उऩादम भान गराहय जफ जगत ह लभरथमा ह तो उसभ मह ऩाना ह मह छोडना ह मह कयना ह मह नह ॊ कयना ह ऐसी फवदध जफ तक फनी यहगी तफ तक वह फवदध अकतरिभ शाशचनत भ दटकगी नह ॊ अकतरिभ शाशचनत भ दटकन क लरए हमोऩादम फवदध का तमाग कयना ऩडता ह तमाजम औय गराहय की ऩकड न हो

पर खखरा ह ठीक ह दख लरमा फरफर गीत गा यह ह ठीक ह सन लरमा रककन कर बी पर खखरा हआ यह फरफर गाती हई सनाई ऩड योट ऐसी ह लभरती यह पराना आदभी ऐसा ह वमवहाय कय परानी घटना ऐसी ह घट ऐसा आगरह नह ॊ जफ जगत ह लभरथमा ह तो उसकी घटनाएॉ कस सतम हो सकती ह जफ घटनाएॉ ह सतम नह ॊ तो उसक ऩरयणाभ कस सतम हो सकत ह जो बी ऩरयणाभ आमग व फदरत जामग ऐसी ऻान-दवदश शचजसन ऩा र गरओॊ क ऻानमि वचनो को शचजसन ऩकड लरमा वह साधक बीतय की मािा भ सपर हो जाता ह

बरहमवतता की अधमातभ-ववदया फयसती यह रककन साधक भ अगय वववक-वयागम नह ॊ ह तो उतना राब नह ॊ होता फयसात सडको ऩय फयसती यह तो न खती होती ह न हरयमार होती ह ऐस ह शचजनका चचतत दोषो स अहॊकाय स बोगो स कठोय हो गमा ह उन ऩय सॊतो क वचन इतनी हरयमार नह ॊ ऩदा कयत शचजनक चचतत वववक-वयागम स जीता गमा ह उनको ऻानी सॊतो क दो वचन बी घडीबय की भराकात बी रदम भ फडी शाशचनत परदान कयती ह

भॊकी ऋवष का रदम वववक वयागम स जीता हआ था वलशदषजी की भराकात होत ह उनक चचतत भ अकतरिभ शाशचनत आननद आन रगा शचजतनी घकतडमाॉ चचतत शानत होता ह उतनी घकतडमाॉ भहातऩ होता ह चचतत की ववशराशचनत फहत ऊॉ ची चीज ह हमोऩादम फवदधवार को चचतत की ववशराशचनत नह ॊ लभरती मह छोड कय वहाॉ जाऊॉ औय सखी होऊॉ मह हम-उऩादम फवदध ह जो जहाॉ ह वह ॊ यहकय हमोऩादम फवदध छोडकय बीतय की मािा कयता ह तो वह ऊॉ च ऩद को ऩाता ह जो छोडन ऩकडन भ रगा ह तो वह वकणठ भ जान क फाद बी शाशचनत नह ॊ ऩाता

इसलरम हमऩादम फवदध छोड द शचजस सभम जो पज ऩड शचजस सभम गर औय शासतर क सॊकत क अनसाय जो कततवम कयन का हो वह मॊि की ऩतर की नाई कय लरमा रककन दसय ह ण अऩन को कतता-धतता न भान जस लभटटी भ फठत ह कपय कऩड झाड कय चर दत ह इसी परकाय वमवहाय कयक सफ छोड दो कतवव चचतत भ न आ जाम कतववबव औय बोितवबाव अगय ह तो सभाचध होन क फाद बी ऩतन की कोई सॊबावना नह ॊ अदशावकर भनन कहत ह-

अकततवॊ अबोितवॊ सवातभनो भनमत मदा तदा ीणा बवनतमव सभसताशचदळततवततम

जफ ऩरष अऩन आतभा क अकतताऩन को औय अबोिाऩन को भानता ह तफ उसकी समऩण चचततववततमाॉ कयक नाश होती ह

चचतत भ जफ अकततव औय अबोितव कक ननदषा जभन रगती ह तो वासनाएॉ ीण होन रगती ह कपय वह ऻानी मॊि की ऩतर की नाई चदशा कयता ह

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

आतभ-अवगाहन

तमहाय शचजतनी घकतडमाॉ ऩयभातभा क धमान भ फीत जाम व साथक ह शचजतनी दय भौन हो जाम वह कलमाणपरद ह दवास की गनत शचजतनी दय धीभी हो जाम वह दहतावह ह भॊगरकाय ह

फठत वि हभाया दवास नालसका स फायह उॊगर तक फाहय जाता ह चरत सभम अठायह सोत सभम चौफीस उॊगर तक दवास का पपकाय जाता ह औय भथन क सभम तीस उॊगर तक दवास की ऊजा खतभ होती ह फठन की अऩा धमान भ दवास फहत कभ खच होती ह इसस भन बी शानत होता ह आमषम बी फढता ह कछ दवास कभ खच होन क कायण भानलसक व फौवदधक थकान बी उतयती ह

शचजतनी दय हो सक उतनी दय शानत फठ यहो तमहाय दवास की गनत भनद होती चर जामगी सववगण फढता जामगा सॊकलऩ पलरत होन रगग धमान कयत-कयत दवास की रॊफाई

कभ हो जाम फायह उॊगर क फदर दस उॊगर हो जाम तो तमह दादय आदद लसवदधमाॉ परादऱ होन रगती ह नौ उॊगर तक दवास चरन रग तो थोडा-सा ह ननहायन भाि स शासतरो क यहसम सभझन रग जाओग आठ उॊगर तक दवास की रमफाई यह जाम तो तभ दवताओॊ की भसरत को जानन रग जाओग दसयो क चचतत को ऩढ रो ऐसी मोगमता ननखयन रगती ह

ऩाॉच-छ उॊगर तक पपकाय ऩहॉच ऐसा दवास फन जाम तो तमहाया चचतत खफ शाशचनत औय आननद का अनबव कयन रगगा तमहाय शय य क वामबरशन सववपरधान होन रगग दवास की गनत चाय उॊगर तक आ जाम तो अनऩभ ओज की परानदऱ होती ह तीन मा दो उॊगर तक दवास की रॊफाई आ जाम तो सववकलऩ सभाचध रग सकती ह एक उॊगर तक दवास आ जाम तो आननदानगत सभाचध की उऩरशचबध हो जाती ह अगय दवास बीतय ह थभ जाम तो कवर कमबक की उचच दशा ननववकलऩ सभाचध तक परादऱ हो जाती ह तफ साधना कयन वारा साधक नह ॊ फचता वह लसदध हो जाता ह

धमान कयत वि दखन भ तो तभ चऩ फठ हो रककन बीतय फहत कछ मािा कय यह हो फाहय स नासभझ रोग फोरग कक मह कछ नह ॊ कय यहा ह रककन आऩक दराया वासतव भ फहत कछ फदढमा हो यहा ह वषो तक भजदय कयक फाहय का अथक ऩरयशरभ कयक जो न कभा सक हो वह इन धमान क णो भ कभा रत हो मगो तक जनभत-भयत आम हो रककन उस सतमसवरऩ ऩयभातभा क कय फ नह ॊ जा ऩाम हो वहाॉ अफ फठ-फठ भौन औय धमान क णो भ जा यह हो चऩचाऩ फठ-फठ तमहाया भन उस आननद क सागय ऩयभातभा क कय फ जा यहा ह

धमानावशचसथत तद गतन भनसा ऩशमशचनत मॊ मोचगन मषाॊ तॊ न ववद सयासयगणा दवाम तसभ नभ

धमान कयत सभम दवासोचछवास की गनत को ननहायत जाओ दढ सॊकलऩ दोहयात जाओ कक भया चचतत ऩयभातभा भ शानत हो यहा ह भय चचतत की चॊचरता लभट यह ह ऩाऩ औय सॊताऩ लभट यह ह कभो क कसॊसकाय ऩयभातभा क ऩववि धमान भ धर यह ह भय ददर की चनरयमा यॊगी जा यह ह ऩयभातभा क यॊग स

भय साहफ ह यॊगयज चनय भोय यॊग डाय धोए स छट नह ॊ ददन ददन होत सयॊग

दो बौहो क फीच आऻाचकर भ धमान कयत जाओ वहाॉ अऩन इदश दवी-दवता मा ककसी वपरम ऩीय पकीय अथवा पमाय सदगर क ववगरह क धमान कयो ॐकाय की यिवणी आकनत का बी धमान कय सकत हो

आऻाचकर भ धायणा कयन स फहत साय शकतिमो का ववकास होता ह ऻान का अथाह खजाना खरन की कॉ जी वहाॉ छऩी ह वहाॉ धमान कयत हए ॐकाय का द घ सवय स गॊजन कयत जाओ ऩय ननबमता औय साहस को अऩन योभ-योभ भ बय जान दो चचनता बम शोक अशाशचनत की कलऩनाओॊ को ॐकाय की ऩववि गदा स बगा दो

ऐ बम ऐ चचनता ऐ ऩयशानी दय हटो अफ हभ आतभ-खजाना लभर यहा ह ॐकाय की ऩववि गदा हभाय हाथ भ ह ऐ चचनताएॉ तमह हभ चकनाचय कय दग ॐ

ऐ दफर ववचाय ऐ दफर चचतत तझभ ॐकाय का साभरथम बया जा यहा ह अफ दफरता छोड ॐ

ओ नकायातभक ववचाय ओ असपरता की कलऩनाएॉ दय हटो अननत बरहमाणडो का सवाभी ऩयभातभा हभाय साथ औय हभ बमबीत ईदवय की असीभ शकतिमाॉ हभस जडी हई औय हभ चचशचनतत नह ॊकबी नह ॊ ॐॐॐॐॐ

ऐ चचनताएॉ ऐ दफर ववचाय दय हटो हभ ऩववि ॐकाय की गदा रकय तमह कचर डारग हभाय साथ जगतननमनता ऩयभातभा हभाय रदम भ सवशकतिभान ईदवय औय ऐ दफर ववचाय त हभ दफर ककम जा यहा ह ॐॐ

बम शोक चचनता को जया बी सथान नह ॊ सदव तमहाय चचतत भ ऩयभातभा की शकति भौजद ह अऩना चचतत परसनन यखो कपय तभस ऩववि काम अऩन आऩ होन रगग अऩन चचतत को ऩयभातभा क साथ जोडा कयो कपय तभ जो बी कयोग वह ऩयभातभा की ऩजा हो जामगी वासनाओॊ को दय प क दो चचनताओॊ औय ननफरताओॊ को दय बगा दो उस परभासऩद ऩयभातभा भ अऩन चचतत को ऩरयतदऱ होन दो ॐआनॊद ॐआननद ॐॐॐ

भ छई भई का ऩड नह ॊ जो छन स भयझा जाता ह भ वो भाई का रार नह ॊ जो हौवा स डय जाता ह

बम आकाॊा घणा चचनता तभ दय हटो ह दहॊसा त दय हट भझ परभ क ऩववि लसॊहासन ऩय ववयाजभान होन द ऐ सॊसाय की आसकति अफ दय हट हभ अऩन आतभबाव भ जग जा यह ह ॐॐॐ

फर ह जीवन ह दफरता ह भौत ह दफर ववचायो को दय हटात जाओ आतभफर आज का परबात आतभपरकाश का परबात हो यहा ह ॐॐॐ

ऐ चचतत की चॊचरता औय भन की भलरनता अफ त ॐकाय क ऩावन परकाश क आग कमा दटकगी ॐॐॐ

ननबमताननशचदळॊतता ननशचषपकयता फऩयवाह ऩय खदाईजम जम

जफ तक नह ॊ जाना था तफ तक ईदवय था औय जफ जाना तो भयआतभा का ह वह नाभ था

बराहमी शचसथनत परादऱ कय काम यह ना शष भोह कबी ना ठग सक इचछा नह ॊ रवरश

नदवय दननमाॉ की कमा इचछा कयना अऩन याभ भ भसत ॐॐॐ

फयस यह ह बगवान की कऩा फयस यह ह ईदवय की अभीदवदश खदाई नय तमहाया योभ-योभ आतभफर स जगता जाम ॐॐॐ

बावना कयो कक हवाई जहाज की नाई शय य भ शकति ऊऩय उठ यह ह आऩ चचदाकाश की ओय ऊऩय उठ यह ह नासभझी क कायण बम शोक औय चचनताओॊ न हभाय भन को घय यखा था हभ भन क बी ददशा औय सदशा ह हभ इशचनिमो औय भन क सवाभी ह हभ दह भ यहत हए बी ववदह आतभा ह हभ चतनम ह जो कफीय भ गनगनामा था जो शरीकषण भ भसकयामा था जो याभदास भ चभका था जो याभकषण भ धमान का यस टऩका यहा था वह आतभा हभाय ऩास ह नह ॊ नह ॊ वह आतभा हभ ह ॐॐॐ

ऐ इनसान याहनभा गररोग तझ अऩनी असलरमत भ जगात ह त इनकाय भत कयना व तझ अऩनी भदहभा भ जगात ह त सनदह भत कय बम औय चचनता भत कय ॐॐॐ

जीवन की सषदऱ शकतिमाॉ जग यह ह जीवन का अधोगभन फदरकय ऊधवगभन हो यहा ह हभ ऊऩय की ओय उठ यह ह हभाया तन औय भन आशचतभक फर स सयाफोय हो यहा ह आज क ऩावन ऩव ऩय आतभसवरऩ भ जगन का सॊकलऩ कयग तमहाय भ अथाह सॊकलऩ का सामराजम ह ईदवय की अदबत सॊकलऩ की साभरथमर रा तमहाय भ छऩी हई ह तभ उस जगन दो कबी दफर ववचाय भत आन दो कबी नकायातभक ववचाय भत आन दो ॐॐॐ

जफ तक दहालबभान की नालरमो भ ऩड यहोग तफ तक चचनताओॊ क फनडर तमहाय लसय ऩय रद यहग तमहाया अवताय चचनताओॊ क जार भ पॉ स भयन क लरए नह ॊ हआ ह तमहाया जनभ सॊसाय की भजदय कयन क लरए नह ॊ हआ ह हरय का पमाया होन क लरए हआ ह हरय को बज सो हरय का होम खवाभखाह चाचा लभटकय बतीजा हो यह हो दफर ववचायो औय कलऩनाओॊ की जार भ फॉध यह हो कफ तक ऐसी नादानी कयत यहोग तभ ॐॐॐ

ववदयतशकति गरतवाकषण की शकति इरकटराननकस की शकति तथा अनम कई शकतिमाॉ दननमाॉ भ सनी गई ह रककन आतभशकति क आग म शकतिमाॉ कछ नह ॊ वह आतभशकति हभ ह ॐॐॐ

अऩन ददर भ आतभ-सनदह असॊबावना मा ववऩय त बावना होन क कायण हभ उस हक स जदा हो गम ह

तीन परकाय क आवयण होत ह असववाऩादक आवयण अबानाऩादक आवयण औय अनाननदाऩादक आवयण

असववाऩादक आवयण शासतर क शरवण स दय होता ह अबानाऩादक आवयण भनन स दय होता ह अनाननदाऩादक आवयण आतससवरऩ भ गोता रगान स दय हो जाता ह ॐॐॐ

फर दहमभतशकति चगडचगडाना नह ॊ ह फरवान होना ह ॐॐॐ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

भानलसक ढॊग स ॐकाय का जऩ कयत जाओ ॐकाय की आननददामी शाशचनत भ खोत जाओ भरभधम भ सवऩातक-नाशक आतभफर-वधक आतभऻान का परकाश कयन वार ॐ का धमान कयत जाओ बावना स भरभधम क गगनऩट ऩय रार यॊग क ॐकाय को अॊककत कय दो आनतय भन भ ॐकाय का गॊजन होता जाम

खफ शाशचनत भ डफत जाओ अऩन शानत सवबाव भ बरहमबाव भ ऩयभातभ-सवबाव भ ऩरयतनदऱ सवबाव भ शानत होत जाओ अनबव कयत जाओ कक सवोऽहभ लशवोऽहभ आतभसवरऩोऽहभ चतनमऽहभ भ चतनम हॉ भ सवि हॉ भ सफभ हॉ भ ऩरयऩण हॉ भ शाॊत हॉ ॐॐॐ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

साधक को अऩन दोष ददखन रग जाम तो सभझो उसक दोष दय हो यह ह दोष अऩन आऩ भ होत तो नह ॊ ददखत अऩन स ऩथक ह इसलरए ददख यह ह जो बी दोष तमहाय जीवन भ हो गम हो उनको आऩ अऩन स दय दखो ॐ की गदा स उनको कचर डारो आतभशाशचनत क परवाह भ उनह डफा दो

ॐ का गॊजन बीतय होता जाम अथवा ॐ शाशचनत ॐ शाशचनत शाशचनत शाशचनत ऐसा भानलसक जऩ कयत हए आतभा भ ववशराशचनत ऩात जाओ

ॐ क अथ का चचनतन कयो इसस भनोयाज ननिा तनिा यासासवाद आदद ववघनो स फच जाओग

आतभशाशचनत भ चचतत को डफात जाओ चचतत की ववशराशचनत साभरथम की जननी ह चचतत की ववशराशचनत अऩन सवरऩ की खफय दन वार ह चचतत की ववशराशचनत सददमो स बटकत हए जीव को अऩन लशव-सवबाव भ जगा दती ह हजाय तीथो भ जान स हजायो हवन कयन स हजाय वरत यखन स वह ऩद नह ॊ लभरता जो चचतत की ववशराशचनत स लभरता ह

उऩदश व सतसॊग सनन का धमान कयन का पर मह ह कक सन हए सतमसवरऩ ऩयभातभा क कय फ र जान वार वचन धमान क दराया दढ होत जाम सनी हई आतभा-ऩयभातभा की भदहभा धमान क दराया अनबव भ आन रग जाम सना हआ सतसॊग कवर सनान वार का ह न यह वह हभाया बी हो जाम मह तो धमान का परमोजन ह

भ ककतना शानतसवरऩ था भझ ऩता न था भ ककतना परभसवरऩ था भझ ऩता न था

सवग क दवो को कछ ऩान क लरए कभ कयना ह तो उनह ऩरथवी ऩय आना ऩडता ह मह कभबलभ ह सफ कभो का जो साय ह उस सायबत भोभाग भ हभ रग ह साय कभ-धभो का अक ह आतभशाशचनत हभ उस ऩयभाननद ऩद की मािा भ सॊरगन हो यह ह धमान का एक-एक ण अदबत ऩणम अशचजत कया यह ह ऩयभातभा भ डफन का सअवसय द यह ह

अऩन इदश को अऩन ऩणमो को धनमवाद दो ॐॐॐ

जो फवदधभान ह व जानत ह कक कफ फोरना ककतना फोरना परऻावान रोग शाशचनत औय आननद क लरए फोरत ह परभ औय परसाद क लरए फोरत ह परभ तो कवर ऩयभातभा भ हो सकता ह औय परसाद कवर उसी का वासतववक परसाद ह शचजसस सफ द ख ननवतत हो जात ह

दढ बावना कयो कक भ सफ हॉ ववशार आकाश की नाई सववमाऩक हो यहा ह भ चचदाकाश-सवरऩ हॉ सम औय चाॉद भझभ रटक यह ह भ चचदाकाश सवरऩ हॉ सम औय चाॉद भझभ रटक यह ह सफ ताय भझभ दटभदटभा यह ह इतना भ ववशार हॉ कई याजा-भहायाजा इस आकाशसवरऩ चतनम भ आ-आकय चर गम भ वह आकाश हॉ भ सववमाऩक हॉ भ कोई ऩरयशचसथनत नह ॊ हॉ रककन सफ ऩरयशचसथनतमो को ऩहचाननवारा आधायसवरऩ आतभा हॉ आननद औय शाशचनत भया अऩना सवबाव ह

इस परकाय अऩनी ववतत को ववशार ववशार गगनगाभी होन दो

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

अऩन ददर भ ॐका ऩयभ ऩावन फीजभॊि का अतमॊत ऩववि ऩयभातभसवरऩ का धमान कयत हए रदम को ऩयभ चतनम अवसथा स शीतर आननद स ऩरयऩण कयत जाओ जस ककसी कोठय भ परकाश पर जाता ह ऐस ह रदम भ चचदाकाश-सवरऩ चचदघन ऩयभातभा-सवरऩ ॐ का चचनतन कयत ह रदम ननभर चचदाकाशवत सवचछ हो यहा ह

ददर भ शाशचनत व परसननता वमादऱ हो यह ह ऐसी दढ बावना क साथ आतभ-शाशचनत भ आतभानॊद भ डफत जाओ अदबत ईदवय म आहलाद को बीतय बयत जाओ वाह वाह

चचदानॊदरऩ लशवोऽहभ लशवोऽहभ परभसवरऩ ऩयभातभ-यस भ रदम ऩरयतनदऱ का अनबव कयता जाम धमान नह ॊ कयना

अऩन आननदभम सवबाव को माद कयक जग जाना ह सवसथ हो जाना ह

भ आननदसवरऩ सखसवर चतनमसवरऩ अऩन सवबाव भ जग यहा हॉ वाह वाह भया सवबाव ह परसननताऩण ह अनतकयण जफ भया चचनतन कयता ह तफ परसनन होता ह अनतकयण जफ भय कय फ आता ह तफ आनशचनदत होता ह आननदो बरहम बरहमनत ऩयभातभन आननद ह बरहम ह कीतन क दराया आननद आम मोग क दराया आननद आम ववदया क दराया आननद आम ऻान क दराया आननद आम म सफ भय ह सवरऩ ह

रदम जफ भय कय फ होता ह भय चचनतन भ होता ह तो भ उस आननद स बय दता हॉ रदम जफ अनम ववषमो की ओय जाता ह तफ भ सववमाऩक आननदसवरऩ होत हए बी वह आननद नह ॊ र ऩाता ॐॐॐ

भझभ याग कहाॉ भझभ दरष कहाॉ भझभ कतताऩन कहाॉ भझभ बोिाऩन कहाॉ भझभ नात औय जात कहाॉ म सफ भन की कलऩनाएॉ थी भनीयाभ का खखरवाड था भन का फना हआ जार था अऩन आतभ-लसॊहासन ऩय फठकय ननहायता हॉ तो भन क जार का कोई

परबाव नह ॊ ह भन की कोई सतता नह ॊ ह भय सतता रकय भन जार फन यहा था भय दवदश उस ऩय ऩडत ह वह शभा गमा जार फनना छोड ददमा ॐॐॐ

चचदाननदरऩ लशवोऽहभ लशवोऽहभ ऩणोऽहभ ऩयभाननदसवरऩोऽहभ

योभ-योभ ऩावन हो यहा ह भय अऩन सवबाव स मह शय य बी ऩावन हो यहा ह भय चचदाननद सवबाव स इस शय य स छकय जो हवाएॉ जाती ह व बी ऩवविता शीतरता परभ औय आननद टऩका यह ह

भ आतभा था भ चतनम था भ परभ सवरऩ था भ आननदसवरऩ था रककन सॊकलऩ ववकलऩो न भझ ढक यखा था अफ व कछ सथचगत हए ह तो ऩरयतनदऱ का अनबव हो यहा ह भ तो ऩहर स ह ऐसा था

ह या धर भ ढक गमा था तफ बी वसा ह चभकदाय था रककन रोगो को ददखता नह ॊ था भन भन को फवदध को इशचनिमो को तन को ऩववि ककमा परकालशत ककमा तफ व आननद को परादऱ हए भ तो उसक ऩहर बी ऐसा ह आननदसवरऩ था वाह वाह

चचतत की चॊचरता होगी तफ भया मह आननदसवबाव चचतत स छऩ जामगा तफ बी भ होऊॉ गा वसा ह

भ फोधसवरऩ हॉ भ जफ जानन वारा चतनम चचदातभा हॉ सवपन की तयॊग आमी औय ववरम हो गई जागरत क ववचाय व कभ आम औय फदर गम रककन भ अफदर आतभा हॉ फचऩन आमा औय फदर गमा भ अफदर आतभा हॉ ककशोयावसथा आमी औय फदर गई रककन भ अफदर आतभा वह का वह मवावसथा आ यह ह औय जा यह ह रककन भ वह का वह वदधावसथा आमगी औय जामगी रककन भ वह का वह भ ददशा भाि चचदघन चतनम हॉ ॐ ॐ ॐ

भ परसनन आननदसवरऩ चतनम हॉ नाहक द खद ववचाय कयक ववयोधी ववचाय कयक भन अऩन सवरऩ ऩय ववचायो की भलरन चददय ढक द थी अफ ॐकाय की उस अदरत आननदसवरऩ ऩयभातभा की एक सहावनी रहय दराया भन उस कलऩनाओॊ की चददय को हटामा तो भ अऩन आऩ भ ऩरयतदऱ हो यहा हॉ मोगाननद का अभत मोग क दराया आतभाननद का अभत भय रदम भ बया जा यहा ह

चचनता बम ववकाय भोह भामा इनको भ जानता ह नह ॊ हॉ म सफ तो भया भदोनभतत भनरऩी वजीय जानता होगा

कसा आननद कौन ककसस कह भानो गॉग न गड खामा

धमान कयन की चाराकी छोड दो सतसॊग भ फठन क फाद समानाऩन छोड दो इस भनबाई (भन) को धमान कयन की फहत इचछा होती ह वह चाराक फनता ह कक भ धमान करॉ अय भनबाई त चऩ हो जा फठा यह अऩनी जगह

अफ धमान कयग तो भन अडचन डारगा गाडी भ फठन क फाद अऩनी गठरयमाॉ लसय ऩय उठान जसा होगा अफ तो सदगर कऩा की भोगाडी भ फठ गम तो आयाभ पयभाओ बरहमाननद की गाडी अऩन आऩ र जा यह ह

आननद औय शाशचनत भया सवबाव था भझ ऩता न था परभ औय परसननता भया जनभलसदध सवबाव था रककन कलऩनाओॊ न नादानी क ववचायो न ढक यखा था भय सवबाव को अफ सनतो क शासतरो क सदगर क वचनो स नादानी छट गई ॐकाय की झाड स कछ अहोबाव क धकक स कछ शरदधा स ववचायो की ऩत हट गई कचया साप हो गमा तवववसत जमो की तमो ददखन रगी आननद छरकन रगा अफ खर आॉखो स भ सवि अऩन को ननहाय सकता हॉ सफ भ एक एक भ सफ का अनबव कय सकता हॉ खर आॉखो स बी भ भसती भ यह सकता हॉ अऩन सवबाव भ ऩरयतदऱ हो सकता ह ॐॐॐ

भय सनी हई सफ कथाएॉ पर गई भय ककम हए सफ जफ-तऩ पलरत हो गम भय सवा औय ऩणम पलरत हो यह ह दहालबभान का कचया हटता जा यहा ह औय आतभसवबाव का नशा चढा जा यहा ह

अफ कछ कयन का सॊकलऩ उठ तो ॐ की झाड स उस हटा दो भकान फनवाना ह दवाखाना खोरना ह धनधा कयना ह दय हटो म सफ सॊकलऩ म सफ झीर की सतह ऩय काई ह एक हाथ मॉ भाया दसया हाथ मॉ भाया तो भामा की काई दय कपय ननभर ऩानी ह ऩानी बरहमाननद ह बरहमाननद

जगशचननमनता ऩयभातभा होकय बी चऩयासी की नौकय कयनी ह साहफ को सराभ कयना ह शचजसको गयज होग वह सराभ कयन आमगा चाचा लभटकय बतीज कमो होत हो ॐ ॐ ॐ

भझ ऩण चतनम को ककसकी आवशमकता ह भझभ कतताऩन कहाॉ आवशमकताएॉ तो दह की होती ह राखो कयोडो दह हई औय उनकी सफ आवशमकताएॉ ऩय कयत यह कपय बी भयती ह यह हय जनभ भ फना-फनाकय छोडत आम जफ तक नह ॊ ककमा तफ तक रगता ह कक भकान फनाम फड बवन फनाम बवम आशरभ खोर रककन कयन क फाद रगता ह कक इसको कोई सॉबार र तो अचछा ह हभ नह ॊ चादहए

अफ कयन-धयन क सॊकलऩ सफ छोड दो मह बरहमाणड अऩन तरफना कछ ककम ह धभाधभ चरता यहगा ककतन ह भजदय रोग फहत कछ कय यह ह फचाय अऩन को कतता कमो फना यह हो आतभाननद स भॉह कमो भोड यह हो

नह ॊ भ अऩन को कतता भानकय नह ॊ कय यहा हॉ अय कतता नह ॊ भानत तो कयन की इचछा कस होती ह ईभानदाय स खोजो खोजकय

ऩकडो कक कमा इचछा ह उस इचछा को मॉ ककनाय रगा दो औय तभ परकट हो जाओ इचछाओॊ क आवयण क ऩीछ कफ तक भॉह नछऩाम फठ यहोग मश की इचछा ह भायो धकका परलसवदध

की इचछा ह भाय दो पॉ क अचछा कहरान की इचछा ह भायो रात इतना कय लरमा तो सफ शासतरो वदो उऩननषदो का अभमास जऩ-तऩ-तीथ-अनदषान औय सफ सवाएॉ पलरत हो गई

रककन सावधान आरसम मा अकभणमता नह ॊ रानी ह इचछायदहत होन का अभमास कयक आतभदव का साातकाय कयना ह कपय तमहाय दराया फहत साय कभ होन रगग रककन तभभ कततव की फ न यहगी

इचछा की ऩतो न तमह ढाॉक यखा ह औय कछ नह ॊ ह कछ नह ॊ ह फहत सयर ह सयर नह ॊ होता तो मह आननद कस रत अऩन सवबाव का तरफलकर सयर भफत भ

शरी वलशदषजी भहायाज कहत ह- ह याभजी पर औय ऩतत को भसरन भ दय ह अऩन सवरऩ को दखन भ कमा दय ह

ककसी दवी-दवता क दशन की इचछा नह ॊ ह उनभ बी हभाया ह आतभचतनम ववरास कय यहा ह ककसी ऩरयशचसथनत की इचछा नह ॊ ह कछ होना नह ॊ ह कछ परादऱ कयना नह ॊ ह परब बी नह ॊ चादहए चरो परब हभस अरग हो तो चादहए न हभाया शदध-सवरऩ आतभा ह ऩयभातभा ह एक अदरत आतभा-ऩयभातभा क लसवा जो कछ ददखता ह वह सफ भन की कलऩनाएॉ ह इचछा कयक कलऩनाओॊ क ऩीछ कफ तक बागत कपयग

खोजो अऩन भ कोई इचछा ददख तो ऩकडकय ननकार दो जस भदहराएॉ फारो भ स जएॉ ऩकड-ऩकडकय ननकारती ह ऐस चचतत भ स इचछाएॉ ऩकड-ऩकडकय ननकार दो अबी तो लसय जओॊ स ढक गमा ह कछ बी कयक इचछाओॊरऩी जएॉ हटा दो म इचछाएॉ हट गई तो कपय

सॊकय सहज सवरऩ सॊबाया रागी सभाचध अखणड अऩाया

अऩना सवरऩ ववचायन भाि स सॉबारन भाि स परकट होता ह सॊसकाय घस गम ह कक मह कयग वह कयग मह ऩामग मह छोडग सॊकलऩो औय इचछाओॊ की खखचडी हो गई ह

अफ हभ कमा कय

कछ नह ॊ कयो

बजन कय

नह ॊ कयो बजन

धमान कय

नह ॊ कयो धमान बी

मािा कय

कोई जरयत नह ॊ

दकान खोर

कबी नह ॊ खोरना

नौकय कय

नह ॊ

यसोई फनाम

कोई आवशमकता नह ॊ ह

कछ नह ॊ कयना ह परकनत भ हो यहा ह शासतर की भमादा क भतातरफक होन दो कयन का नमा सॊकलऩ भत फनाओ ऩयदहत क लरए होन दो

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

चचतत का ननभाण

एक सभम था जफ फॉद बी दरयमा होकय डफामा कयती थी गौ का खय बी खाई होकय चगयामा कयता था रककन जफ सतसॊग भ गम गरओॊ की कऩा को ऩचामा तफ अनकरता औय परनतकरता क दरयम बी फॉद स भारभ होत ह आतभऻान की भदहभा ऐसी ह साधक जफ आतभबाव भ परनतवदषत होता ह तफ जीवन स साय द ख ववदा होन रगत ह

धमान का भतरफ कवर चऩचाऩ हो जाना नह ॊ ह धमान भ चचतत अतमॊत एकागर हो जाम शानत हो जाम शचसथय हो जाम उसस बी वह ऊॉ ची अवसथा ह कक चचतत का ननभाण हो चचतत का शानत होना एक फात ह औय चचतत का ननभाण होना दसय फात ह चचतत शानत हो जामगा उतनी दय शाशचनत लभरगी आननद आमगा फाद भ कपय जगत सचचा बासगा थोडा सा सख आकवषत कय दगा थोडा सा द ख दफा दगा रककन धमान भ अगय आतभववचाय आता ह बरहमववचाय आता ह ऩयभातभबाव क सॊसकायो को दहयाकय आतभाकाय बाव ऩदा होत ह तो उसस चचतत का ननभाण होता ह चचतत क शानत हो जान स बी चचतत का ननभाण होना ऊॉ ची फात ह

गरत ढॊग स चचतत का ननभाण हो जाता ह तो वह फनधन व द ख का कायण फन जामगा जस चचतत का ननभाण हो गमा कक भ अभक जानत का हॉ मह भया नाभ ह भ सतरी हॉ मा ऩरष हॉ इस परकाय क चचतत का ननभाण हो गमा तो उसक लरए आदय क दो शबद जीवन फन जात ह औय अनादय क दो शबद भौत फन जात ह झठ सॊसकायो स चचतत का ननभाण हो गमा व बी ददन थ कक जफ फॉद बी दरयमा होकय ददखती थी औय हभ डफा र जाती थी जया सा अऩभान बी दरयमा होकय ददखता था जया सा हवा का झोका बी आॉधी की नाई ददखता था रककन जफ सतसॊग औय गरदव की कऩा स आतभवतता भहाऩरष क उऩदश की कऩा स फड-फड दरयम बी कतयो की नाई ददखत ह कमोकक जो कछ नाभ-रऩ ह सख-द ख ह अनकरता-परनतकरता ह व सफ भामा भ खखरवाड भाि ह भामाभािॊ इदॊ दरतभ मह साया परऩॊच जो ददख यहा ह वह सफ भामा भाि ह

दखखम सननम गननम भन भाॉदह

भोहभर ऩयभायथ नाॉह चचतत का अऻान स ननभाण हआ इसीलरए मह जगत सतम बासता ह औय जया-जया सी

फात सख-द ख आकषण ऩयशानी दकय हभ नोच यह ह

धमान क दराया सतसॊग क दराया चचतत का ठीक रऩ भ ननभाण कयना ह चचतत का ऩरयभाजन कयना ह चचतत शानत हो गमा तो उसक सॊसकाय दफ गम जफ उठ तो सॊसकाय कपय चार हो गम नीॊद भ गम त भ मह हॉ भ वह हॉ म सफ सॊसकाय दफ गम नीॊद भ कज की चचनता नह ॊ यहती रककन म द ख दय नह ॊ हए कमोकक चचतत भ जो सॊसकाय ऩड ह व गम नह ॊ म सॊसकाय दफ ह नीॊद स उठन ऩय साया परऩॊच चार हो जामगा साय चचनताएॉ लसय ऩय सवाय हो जामगी

धमान-बजन का रकषम मह नह ॊ ह कक तमहाया चचतत कवर शचसथय हो जाम फस धमान-बजन का रकषम ह चचतत शचसथय हो औय साथ ह साथ चचतत का ननभाण हो बरहमाकाय ववतत स बरहमाकाय बाव स चचतत का ननभाण होगा तो तमहाय चचतत ऩय कशचलऩत सॊसाय क सख-द ख की ठोकय नह ॊ रगगी लभरथमा सॊसाय का आकषण नह ॊ होगा तमहाय रदम भ सॊसाय का आकषण नह ॊ होगा तो वासना नह ॊ उठगा वासना नह ॊ उठगी तो दफाया जनभ रन की जरयत नह ॊ ऩडगी आऩका भो हो जामगा फडा ऩाय हो जामगा

ऩजा कयत ह ठाकयजी की भॊददय भ जात ह भशचसजद भ जात ह चगयजाघय भ जात ह रककन चचतत का ननभाण नह ॊ कयत ह तो सॊसायमािा का अनत नह ॊ आता बगवान शरीकषण कहत ह-

ननभानभोहा शचजतसॊगदोषा अधमातभननतमा ववननवततकाभा दरनदरववभिा सखद खसॊऻगचछनतमभढा ऩदभवममॊ तत

शचजनका भान औय भोह नदश हो गमा ह शचजनहोन आसकति रऩ दोष को जीत लरमा ह शचजनकी ऩयभातभा क सवरऩ भ ननतम शचसथनत ह औय शचजनकी काभनाएॉ ऩण रऩ स नदश हो गई ह ndash व सख-द ख नाभक दरनदरो स ववभि ऻानी जन उस अववनाशी ऩयभ ऩद को परादऱ होत ह

चचतत क साथ भन-इशचनिमो क साथ तादातमम का जो सॊग ह सॊसाय क समफनधो स जो दोष रग जाता ह वह चगया दता ह चचतत का ठीक स ननभाण हो जाम तो अधमातभ भ ननतम यभण हो जाम काभनाएॉ ननवतत हो जाम दरनदरो स भकति हो जाम सख औय द ख भान औय अऩभान अनकरता औय परनतकरता मश औय अऩमश तनदरसती औय फीभाय जीवन औय भतम म सफ दरनदर ह जो तनदरसती स सखी ह वह फीभाय स द खी होगा जो मश स सखी होता ह वह अऩमश स द खी होगा जो जीन भ सख भानगा वह भयन भ द खी होगा रककन जीना भयना भान-अऩभान म सफ चचतत भ दहातभबाव क सॊसकाय ऩड ह अगय चचतत का ननभाण हो गमा कक जीना भयना म सफ भया नह ॊ भामा का ह भया नह ॊ इस दहरऩी खखरौन का ह मह दहरऩी खखरौन कई फाय जीत हए ददखत ह कई फाय भयत हए ददखत ह कपय बी भय कबी

भौत नह ॊ होती तो शर ऩय चढत हए बी द ख नह ॊ होगा रोगो को रगगा कक भनसय शर ऩय चढ ईसा करॉस ऩय चढ अभक फदध ऩरष न धमान कयत हए शय य छोडा औय भय गम रोगो को ऐसा रगगा रककन उन भहाऩरषो का अनबव ह कक व कबी भयत नह ॊ व कबी तरफगडत नह ॊ कबी फनत नह ॊ वासतव भ जीवभाि का जो असर सवरऩ ह वह फनन तरफगडन स फहत ऊॉ चा ह फनता तरफगडता तमहाया शय य ह फनता तरफगडता तमहाया भन ह फनता तरफगडता तमहाया बाव ह रककन तमहाया सवरऩ तमहाया आतभा कबी फनता तरफगडता नह ॊ

चचतत का ननभाण होता ह आतभववचाय स धमान कय औय शनमभनसक नह ॊ रककन अनातभपरवाह का नतयसकाय कय औय आतभपरवाह को चराम आतभबाव को चराम औय दहबाव को हटाम बरहमबाव को जगाना औय दहबाव को अरववदा दना मह ह चचतत क ननभाण की ऩदधनत इस परकाय धमान होगा तो भसत हो जामग धमान क वि बी भसत औय धमान क फाद बी भसत इस परकाय चचतत का ननभाण हो जामगा तो जो सॊसाय फॉद होकय बी दरयमा फनकय डफता था वह अफ दरयमा होकय आमगा तो बी फनद होकय बासगा जया-जया फात स सख-द खादद दरनदर ऩयशान कय यह थ व अफ परबाव नह ॊ डारग शचजतन परभाण भ चचतत का ननभाण होता जामगा उतन परभाण भ दरनदरववभिा होत जामग

साय जऩ तऩ सवा ऩजा मऻ होभ हवन दान ऩणम म सफ चचतत को शदध कयत ह चचतत भ ऩववि सॊसकाय बयत ह परनतददन कछ सभम अवशम ननषकाभ कभ कयना चादहए चचतत क कोष भ कछ आधमाशचतभकता की बयती हो नतजोय को बयन क लरए हभ ददनयात दौडत ह जफ को बयन क लरए छटऩटात ह रककन नतजोय औय जफ तो मह ॊ यह जामग रदम की नतजोय साथ भ चरगी इस आधमाशचतभक कोष को बयन क लरए ददन बय भ कछ सभम अवशम ननकारना चादहए सॊधमा-वनदन ऩजा-पराथना धमान-जऩ ननषकाभ कभ इतमादद क दराया चचतत का ननभाण कीशचजम

उचच ववचाय कयत हए रदम भ खर आकाश की ववशारता बय जान दो ॐकाय का ऩववि जऩ कयत-कयत रदम को ववशार होता अनबव कयो शाशचनत औय आननद स रदम बया जा यहा ह मह आतभाननद की ववशदध ऩयभातभा की चचदाननद-सवरऩ ऩयभातभा की झरक ऩान का तय का ह

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

ऩरयपरदलन पर इशचनिमो को ववषमो स कस फचाम

उ बोजन छोडन स उऩवास कयन स गाम-बस का दध छोडकय फकय का दध ऩीन स योट छोडकय भॉग लबगोकय खान स शय य भ शकति नह ॊ होती तो ववषमवासना शानत हो जाती ह रककन इस उऩाम स सॊसाय भ सखफवदध नह ॊ जाती बरहमवतताओॊ को आतभा-ऩयभातभा का सख लभर जाता ह इसलरए सॊसाय भ यहत हए बी सॊसाय भ उनकी सखफवदध नह ॊ होती

साॉऩ ठणड भ दठठय जाता ह तो शानत ऩडा यहता ह काटता नह ॊ सम की धऩ ननकरत ह वह कफ काट र कोई ऩता नह ॊ ऐस ह अभक आहाय व ननमभो स भन को थोडा शानत कय रत ह कपय जफ भौका लभर जाता ह तो भन कपय बडक उठता ह भन को ववषमो स शानत कय दना अचछा ह सॊमभ कयना ह चादहए रककन साथ ह साथ ऩयभातभा का यस ऩा रना चादहए

भनोवऻाननको न कछ परमोग ककम जो अनत जातीम आवगवार काभी मवक थ उनका खान-ऩान ऐसा यखा कक वीम फन ह नह ॊ कपय उनको रडककमो क फीच यखा तो फड बरहमचाय ददख शानत यह आवग की कोई चदशा नह ॊ की कततो ऩय बी परमोग ककम गम व बी ऐस यह कपय जफ उनको ऩौवदशक बोजन दना शर ककमा तो व ह कतत ऩॉछ दहरात कवततमो क ऩीछ बागन रग व मवक बी ऩौवदशक बोजन क आहाय स ऩहर जस ह काभातय होन रग

भजफय का नाभ भहातभा गाॉधी ndash ऐसा नह ॊ होना चादहए जीवन भ शय य भ शकति न हो इशचनिमो भ फर न हो तो सफ बरहमचाय ह आऩ शि को ऩयासत नह ॊ कय सकत औय भाप कय ददमा तो कमा फडी फात ह उसको नछनन लबनन कयन का साभरथम ह कपय बी भाप कय ददमा तो फडी फात ह भा वीयो को शोबा दती ह कामयो को थोड ह शोबा दती ह

ऐस ह फरवानो को बरहमचम शोबा दता ह

कोई कह कक भय को धन का अलबभान नह ॊ

अचछा ककतना धन ह तमहाय ऩास

ऩहर फहत था रककन अबी अबी तो कजा होगा ऩचचीस हजाय का

तो धन का अलबभान कमा कयगा त

सावन क ऩववि भह न भ बागवत की कथा हो यह थी एक ददन एक सॊत भॊच ऩय ऩधाय शरोताओॊ स फोर कक आऩ रोग बगवान क बि हो बागवत की याभामण की कथाएॉ वषो स सनत आम हो ऩणम कभात आम हो आऩभ स शचजसको लभिो भ याग औय शि भ दरषफवदध न हो ऐस याग-दरषयदहत चचततवार रोग खड हो जाम भ अबी-अबी उनह बगवान का दशन कया दॉ

सॊत न एक फाय दो फाय तीन फाय दहयामा कथाकाय को बी चचनता होन रगी कक हजायो शरोताओॊ भ स कोई नह ॊ उठता सॊत फाय-फाय कहन रग कक आऩ रोगो भ स याग-दरष स यदहत रोग खड हो जाम भ उनह आतभ-साातकाय कया दॉगा बगवान क दशन कया दॉगा उसक दशन स दसयो का बी बरा हो जामगा

सफ रोग लसय झकाकय फठ यह सबा भणडऩ भ सननाटा छा गमा इजजत का सवार हो गमा आखखय भ एक नबफ सार का फढा उठ खडा हआ फोरा फाफा जी भ हॉ

अचछा इतन रोगो भ एक बी लभर गमा तो बी ठीक ह आऩ तो ननहार हो जाओग आऩक दशन स औय रोग ननहार होन रगग अचछा अफ फताओ कक आऩन याग-दरष कस ननवतत ककम

फाफा जी भय उमर नबफ सार की ह भय ऩतनी भय चकी ह भया इकरौता फटा था वह बी परब को पमाया हो गमा सफ लभि-साथी बी एक-एक कयक चर फस ऩरयवाय भ औय लभिभणडर भ कोई नह ॊ औय शि बी कभफखत सफ भय लभट गम अफ भझ ककसी स याग-दरष नह ॊ ह

सनह औय शि भय गम रककन याग-दरष तो नह ॊ भया वह शचजनदा ह कोई चीज नह ॊ ह इसलरए उसका यस अऩन बीतय नह ॊ ह ऐसी फात नह ॊ ह

ननयाहाय यहन स ववकाय तो शानत हो जात ह रककन जगत भ सखफवदध का सॊसाय भ यस का अबाव नह ॊ होता यस ऩान की इचछा सखी होन की इचछा बीतय स नह ॊ जाती ठणड स दठठय हए साॉऩ का ववष अभत भ फदरा नह ॊ जफ तक ऩयभातभा का साातकाय नह ॊ होता तफ तक बीतय क ववकाय ननववकायता का रऩ नह ॊ रत

ऐसा बी नह ॊ कक साातकाय हो जान क फाद ऻानी सॊसाय स उऩयाभ हो जामगा नह ॊ वह खामगा वऩमगा कयगा धयगा फट को जनभ दगा काभ-करोध-रोब-भोह-अहॊकाय म सफ भसारा उसक ऩास होगा रककन वह उन सफका उऩमोग कयगा उनभ सखफवदध स उनक आधीन नह ॊ होगा इसीलरए ऻानी को जीवनभि कहत ह साधायण रोग सख बोगन क लरए ववषम ववकायो क आधीन हो जात ह औय ऻानी सवाधीन यहकय उनका उऩमोग कय रगा

शरीवलशदषजी भहायाज क सौ फट थ शरीकषण न सदशन उठामा शरीयाभ न धनष उठामा तरफना करोध क कॊ स औय यावण को कस भाया उनहोन करोध का उऩमोग ककमा

तभ कभया फनद कयक अनदय स कणडा रगाकय फठो तफ सवतनि हो जफ चाहो दयवाजा खोरकय फाहय ननकर सकत हो रककन फाहय स कोई दयवाजा फनद कय द तो तभ हो गम ऩयाधीन ऐस ह ववकायो क ऩरयशचसथनतमो क आधीन जीना ऩयाधीनता ह ववकाय ऩरयशचसथनतमो को अऩन आदश भ चराना सवाधीनता ह इसीलरए शरीकषण को सोरह हजाय एक सौ आठ शचसतरमाॉ होत हए बी उनका इतना ऻान कक आज बी उनकी गीता ऩजी जा यह ह सॊसाय की दो ऩलतनमाॉ बी आ जाम तो बी फडा गक अय एक ऩतनी बी नाक भ दभ कय दती ह

ऻानी को जगत भ स यसफवदध चर जाती ह उसको आतभसख लभरता ह तो ववषमो भ सखफवदध नह ॊ यहती जो रोग यसफवदध स ववषम बोगत ह व पॉ सत ह सवाबाववक उऩमोग कय लरमा तो कोई फात नह ॊ आऩको बख रगी आऩका उददशम था ऩट बयना ककसी न आकय फदढमा बोजन आऩको खखरा ददमा इसभ कोई दोष नह ॊ रककन आऩका ऩट बया ह कपय बी

सवाद रन क लरए वमॊजन फनवाम भजदय की औय कयवाई तो मह बोजन भ यसफवदध अननदश का कायण ह

असर यस तो ऩयभातभा का ह वह यस लभर गमा तो ऐसी कौन-सी चीज ह जो ऻानी को सॊसाय भ आकवषत कय ठीक ह वमवहाय भ फोर चर लरमा ददमा रककन ऻानी वमवहाय भ फॉधता नह ॊ भाभर आदभी ऩाॉच सौ की नौकय भ फॉध जाता ह रककन जो समराट ह उसको ऩाॉच हजाय की नौकय बी कमा आकवषत कयगी

कफीय क आग कई ररनाएॉ आमीॊ लशषम होकय आमी तो ठीक ह फात कय लभर-जर रककन व सभझ कक अऩन नखय कयक कफीय को पॉ सामग तो गरती भ ह

चरय ठगनी ठभक ठभक नमननको कमो ठभकाव तय हाथ कफीयो नह ॊ आव

कोई सभझ कक भ रऩ रावणम स अरॊकाय-आबषणो स ककसी ऻानी को पॉ साऊॉ ऩस दकय ऻानी को अऩना फनाऊॉ धौस दकय ऻानी स आशीवाद र रॉ तो वह धोख भ ह शचजसको आतभऻान हो गमा आतभयस लभर गमा वह ककसी यस स ककसी ऻान स ककसी फर स परबाववत नह ॊ होगा चाय ऩस क चन रकय खान रग ह मह भौज की फात ह दरयि आदभी चना खाता ह वह अरग फात ह रककन अभीय आदभी चना खाता ह तो भौज ह ववनोद ह ऐस ह ऻानी क लरए साया सॊसाय ववनोद भाि ह औय हभ रोग सॊसाय भ पॉ स भयत ह

जो यसफवदध स ववषम-बोग बोगता ह वह वववकी होगा तो बी उसकी इशचनिमाॉ उसक भन को फरऩवक हय रती ह भजा रन क लरए बोग बोगा तो सजा जरय बोगगा ऐसा कोई सख नह ॊ जो फाद भ द खी न कय इसलरए ह अननदाता सॊसाय स सख रन की इचछा ह छोड दो सॊसाय भ सख का तो रफर ह अनदय द ख बया ह

एक आदभी न गराफ क ऩौध ऩय सनदय खखरा हआ पर दखा झट स तोड कय नाक ऩय यख ददमा पर भ फठी थी ततमा पट स भाय ददमा डॊक उसक नाक ऩय ओ फाऩ य

ऐस ह सॊसाय क ववषमो भ ददखती सनदयता ह रककन अनदय ततमा फठी होती ह ददखता सख ह रककन बय ह भसीफत परायमब भ रगता ह कक सॊसाय भ सख ह रककन फाद भ साय शचजनदगी सॊसाय की गाडी खीीचत खीीचत दभ ननकरता ह भनषम आखखय भ ऩदळाताऩ कयता हआ भय जाता ह

द ख को हभ रोग आभॊतरित कयत ह वासतव भ द ख ह नह ॊ द ख फनान की पकटय हभाय साथ रगी हई ह कस हभ सखी होन क लरए बागत ह फाहय मह फाहय बागना ह द ख को आभनिण दता ह शचजतनी तजी स बाग उतनी ह तजी स द ख लभरगा ऻानी सख रन क लरए फाहय बागत नह ॊ व द ख लभटान क लरए बी फाहय बागत नह ॊ फर ऩान क लरए बी फाहय नह ॊ बागत

एक जगह ऩय ऻानी सतसॊग कय यह थ एकाएक जोयो स आॉधी चर छत क ट न छटऩटान रग बि रोग सफ बाग गम ऩकक भकानो भ आशरम र लरमा थोडी दय भ आॉधी शानत हो गई वाऩस आकय दखा तो सवाभी जी वस ह फठ ह ऩछा

फाफाजी इतनी आॉधी चर हभ बाग गम आऩ नह ॊ बाग

हभ बी बाग तभ फाहय बाग हभ बीतय बाग

अनतमाभी ऩयभातभा स जड जाओ तो परकनत की सवा ऩाना कोई फडी फात नह ॊ ह ऩयभातभा स लभर जाओ ईदवय भ डफ जाओ तभ नह ॊ कय सकत ईदवय सफ कछ कय सकता ह

तभभ औय ईदवय भ कमा पक होता ह

तभ जफ सॊसाय स सख रन की इचछा कयत हो तो दो ऩस क हो जात हो सॊसाय स सख रन की इचछा छोडकय ईदवय भ गोता भायत हो तो ईदवय हो जात हो मह भहाऩरषो का अनबव ह शासतरो का परभाण ह बगवान शरीकषण बी कह यह ह-

परजहानत मदा काभान सवान ऩाथ भनोगतान आतभनमवातभना तदश शचसथतपरऻसतदोचमत

ह अजन शचजस कार भ ऩरष भन भ शचसथत समऩण काभनाओॊ को बर बाॉनत तमाग दता ह औय आतभा स आतभा भ ह सॊतदश यहता ह उस कार भ वह शचसथतपरऻ कहा जाता ह

जो अऩन आऩ भ तदऱ ह अऩन आऩ भ आनशचनदत ह अऩन आऩभ खश ह वह शचसथतपरऻ ह तसम तरना कन जामत उसकी तरना औय ककसस कय वह ऐसा भहान हो जाता ह ऐस भहाऩरष का तो दवता रोग बी दशन कयक अऩना बागम फना रत ह ततीस कयोड दवता बी ऐस भहाऩरष का आदय कयत ह तो औयो की कमा फात ह

ईदवय भ सखफवदध होनी चादहए सॊसाय भ सख रन की जो हभाय आदत ह वह हभ फय तयह द ख भ डार दती ह वह आदत ऩयानी ह कई जनभो की ह इसलरए अभमास कयना ऩडता ह साधन-बजन इसीलरए कयन ऩडत ह कक गनद आदत ऩड गई ह नह ॊ तो ईदवय दय थोड ह ह कक उसको ऩान क लरए अभमास की जरयत ऩड गनद आदत लभटान क लरम साधन-बजन-धमान कयना ऩडता ह फाहय सख रन की आदत ह व गनद आदत ह

कोई वाह वाह कय तो कान का सख लभर अचछा खाम तो जीब का सख लभर फदढमा कपलभ दख तो आॉख का सख लभर फदढमा शयमा हो पर तरफछ हो इि-तर-परर को नछडकाव हो यानन सादहफा ऩय दफा यह ॊ ह आहाहा मह चभडी का सख हआ म सफ बी आखखय ककतन ददन

इन तचछ सखो भ हभ रोग फयफाद हो जात ह औय भज की फात ह कक जफ अऩना रदम परसनन होगा तबी वहाॉ स सख आमगा चचतत भ अशाशचनत ह फचनी ह तो परो की शयमा कमा कयगी ताय आ जाम कक पराना सनह सखत फीभाय ह तो आइसकरीभ कमा लभठास दगी

इन सखो जया सा झटका सहन की बी ताकत नह ॊ ह परो की शयमा ऩय काभसख भ डफ यह थ आऩस भ भनभटाव हो गमा अहॊ का टकयाव हो गमा तो फन गम एक दसय क दशभन ऩनत-ऩतनी तराक र रत ह सचभच उसभ सख होता तो तराक कमो रत रडत कमो

ऐसा कोई बोग नह ॊ जो बोगनवारो को फजाय न कय द बोग परायमब भ तो सखद रगत ह रककन फाद भ उनका ऩरयणाभ द खद आता ह मोग शर भ जया ऩरयशरभवारा रगता ह रककन फाद भ अभत जसा अभयपर द दता ह

शर भ जया भीठा-भीठा रग औय अनत भ ववष जसा रग मह बोगो का पर ह शर भ जया कट रग रककन अनत भ सदा क लरए भीठा यह मह बगवान की बकति का मोग का ऻान का पर ह

शर भ जफ ऻानी सॊत भहाऩरषो क ऩास जामग तो फठकय ऊफग अदफ यखग लशदशाचाय कयग सोना खाना ऩीना वमवशचसथत नह ॊ यहगा परायमब भ कदठन रगग रककन उनस ऐसा ऩामग कक भहायाज याजाओॊ क बी याजा हो जामग

हभ जफ सदगरदव क ऩास गम थ तो शर भ जया कदठनाइमाॉ थीॊ भॉग उफारकय खा रत नगयसठ का फटा होकय झाड रगात फतन भाॉजत आशरभ भ सवा कयत गरदव तो नह ॊ कहत रककन हभ सवा छीन रत थ आशरभ भ रोग कबी आत थ तो यसोई क फड फतन बी होत थ ऩहाडी ऩथय र लभटटी मा कोमर की याख होती थी फतन भाॉजन क लरए हाथ भ चीय ऩड जात थ खन ननकरता था तो ऩटटी फाॉधकय फतन भाॉज रत थ उस सभम दखन वारो को रगता होगा कक फडा द ख बोग यहा ह रककन अफ रगता ह वाह ऐसा लभरा ह कक कबी खट नह ॊ सकता ऐसा यस द ददमा ह गर की कऩा न

साशचववक सख ऩहर जया द ख जसा रगता ह फाद भ उसका पर फडा भधय होता ह याजसी सख ऩहर सखद रगता ह रककन फाद भ भसीफत भ डार दता ह ताभसी सख भ ऩहर बी ऩयशानी औय फाद भ बी ऩयशानीघोय नक

बगवद गीता भ बी कहा ह मततदगर ववषलभव ऩरयणाभऽभतोऩभभ

ततसखॊ साशचववकॊ परोिभातभफवदध परसादजभ जो आयमबकार भ ववष क तलम परतीत होता ह ऩयनत ऩरयणाभ भ अभत क तलम ह वह

ऩयभातभ ववषमक फवदध क परसाद स उतऩनन होन वारा सख साशचववक कहा गमा ह

ववषमशचनिम सॊमोगादयततदगरऽभतोऩभभ ऩरयणाभ ववषलभव ततसखॊ याजसॊ सभतभ

जो सख ववषम औय इशचनिमो क सॊमोग स होता ह वह ऩहर बोगकार भ अभत क तलम परतीत होन ऩय बी ऩरयणाभ भ ववष क तलम ह इसलरए वह सख याजस कहा गमा ह

मदगर चानफनध च सखॊ भोहनभातभन

ननिारसमपरभादोतथॊ ततताभसभदारतभ जो सख बोगकार भ तथा ऩरयणाभ भ बी आतभा को भोदहत कयन वारा ह ndash वह ननिा

आरसम औय परभाद स उतऩनन सख ताभस कहा गमा ह

(गीता 18373839) ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

पर ndash इशचनिमो को यस रन की आदत ऩड गई ह तो कमा कयना चादहए

उ ndash फाय-फाय बगवान स ईभानदाय स पराथना कयनी चादहए कक ह परब इशचनिमाॉ भझ घसीटकय बोगो भ र जाती ह ह नाथ त दमा कय भ जनभो स बटका हॉ अबी बी आदत ऐसी ह गनद ह दखन क ऩीछ चफान क ऩीछ वाह-वाह सनन क ऩीछ भया सभम फयफाद हो यहा ह ह परब त भझ कऩा-परसाद द ऐसा कयक बगवान क शयण चर जाओ ववकाय उठ उसी सभम बगवान स पराथना कयन रगो ऐसा कयन स फच जाओग औय कबी कपसर बी जाओ तो ननयाश भत हो कपय स उठो कपय स पराथना कयो हजाय फाय चगय जाओ तो बी ननयाश भत हो आखखय तमहाय ह ववजम होगी बीतय का यस लभरन रग जामगा वह यस ठीक स लभर गमा कपय ववकायो भ ताकत नह ॊ तमह फाॉध सक

शचजनदा चहा तरफलर को नह ॊ भाय सका तो भया हआ चहा तरफलर को कमा भायगा ऻानी की फवदध को सॊसायरऩी चहा नह ॊ पॉ सा सकता साधक था तबी बी नह ॊ पॉ सा तबी तो साधक हआ साधक अवसथा भ नह ॊ पॉ सा तबी तो महाॉ आमा पॉ सता तो सॊसाय क चककय भ जाता सॊसाय भ जनभ लरमा सॊसाय भ यहा भाॉ-फाऩ बाई-फहन कटमफी-ऩडोलसमो क फीच यहा कपय बी भोह भभता को चीयता हआ सतसॊग भ ऩहॉचा गर क ऩास ऩहॉचा अबी आऩ महाॉ ऩहॉच ह न शचजनदा सॊसायरऩी चहा आऩकी फवदधरऩी तरफलर को पॉ सा नह ॊ सका तबी तो आऩ बरहमऻान क सतसॊग भ ऩहॉच ऻान हो जाम फोध हो जाम कपय सॊसाय कमा फाॉधगा आऩकी फवदध को जगत का लभरथमातव ऩकका हो गमा तो कपय वह फवदध को दफा नह ॊ सकता अबी बी जगत सचचा रग यहा ह कपय बी वह फवदध को दफा नह ॊ सकता इसस ईदवय क भाग ऩय ऩहॉच हो इसीलरए सतसॊग औय वदानत भ रचच हो यह ह जगतरऩी चह का परबाव जमादा होता तो फवदधरऩी तरफलर दफी यहती ह

शचजसकी इशचनिमाॉ वश भ हो जाती ह उसकी फवदध ऩयभातभा भ परनतवदषत हो जाती ह

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पर ndash ईदवय क ऩयामण नह ॊ हए तो कमा होगा कयोडो रोगो की तयह हभ बी ऐस ह खाम वऩम औय शचजम तो कमा होगा

उ ndash ईदवय ऩयामण न होन स ववषमो का चचनतन होगा ववषमो क चचनतन स काभना उठगी काभना ऩय होगी तो आसकति होगी काभना ऩय नह ॊ होगी तो करोध होगा करोध होगा तो फवदध का नाश होगा फवदध का नाश हआ तो सवनाश हआ

जो बगवान का चचनतन नह ॊ कयगा उसको सॊसाय का चचनतन होगा सॊसाय का चचनतन होगा तो ऩदाथ ऩान की इचछा होगी ऩदाथ लभरग तो छट न जाम इसकी चचनता होगी नह ॊ लभरग तो जो अडचन डारत ह उन ऩय करोध होगा करोध होगा तो फवदध की मोगमता ीण हो जामगी मोगमता ीण हई तो भोह होगा भोह सफ वमाचधमो का भर ह कपय फनगा व फनगा घोडा फनगा बसा जो आदभी ववषम ववकायो भ पॉ सा यहता ह उसकी फवदध दफी यहती ह ठीक स काभ नह ॊ दती

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पर ndash ऩतन ककसका नह ॊ होता

उ ndash वशीबत अॊतकयण वारा ऩरष याग-दरष स यदहत औय अऩनी वशीबत इशचनिमो क दराया ववषमो का आचयण कयता हआ बी परसननता को परादऱ होता ह वह उनभ रऩामभान नह ॊ होता उसका ऩतन नह ॊ होता शचजसका चचतत औय इशचनिमाॉ वश भ नह ॊ ह वह चऩ होकय फठ तो बी सॊसाय का चचनतन कयगा ऻानी सॊसाय भ फठ हए बी अऩन सवरऩ भ डट यहत ह

बायत क बतऩव यादसऩनत डॉ शरीयाधाकषणन अचछ चचनतक भान जात ह उनहोन एक कहानी लरखी ह

एक बदठमाया था उसको हय योज सवपन आता कक भ चकरवती समराट हॉ वह अऩना काभ ननऩटाकय जलद -जलद सो जाता उस भधय सवपनरोक भ जान क लरए फाहय क जगत भ वह बदठमाया था खान-ऩीन को बी ऩमादऱ नह ॊ था गजाया चरान क लरए फडा ऩरयशरभ कयना ऩडता था रककन धीय-धीय वह सवपन भ सखी होन रगा तो फाहय क जगत भ रचच कभ होन रगी

परनतददन सवपन भ दखता कक भ चकरवती समराट फन गमा हॉ छोट-छोट याजा रोग भय आऻा भ चरत ह छनन-छनन कयत ह य जवाहयात क गहनो स सजी ररनाएॉ चॉवय डरा यह ह

एक ददन सवपन भ वह फाथरभ जान उठा तो ऩास भ जरती हई बटठी भ ऩय ऩड गमा जरन क भाय चचलरा उठा सो तो यहा था बदटठमो क फीच रककन सवपन दख यहा था कक समराट ह इसलरए वह सखी था

ककसी बी ऩरयशचसथनत भ आदभी का भन जसा होता ह सख-द ख उस वस ह परतीत होत ह ऻानी का भन ऩयबरहम भ होता ह तो व सॊसाय भ यहत हए सफ वमवहाय कयत हए बी ऩयभ सखी ह बरहमऻान भ भसत ह

आदभी का शय य कहाॉ ह इसका अचधक भलम नह ॊ ह उसका चचतत कहाॉ ह इसका अचधक भलम ह भॊददय भ फठा ह ऩजाय सोच यहा ह कक कफ फायह फज औय रडड रकय ऩजारयन क ऩास जाऊॉ तो वह भॊददय भ नह ॊ ह ऩजारयन क ऩास ह चचतत ऩयभातभा भ ह औय आऩ सॊसाय भ यहत ह तो आऩ सॊसाय भ नह ॊ ह ऩयभातभा भ ह

परबातकार भ उठो तफ आॉख फनद कयक ऐसा चचनतन कयो कक भ गॊगाककनाय ऩय गमा ऩववि गॊगाभमा भ गोता रगामा ककसी सॊत क चयणो भ लसय झकामा उनहोन भझ भीठी ननगाहो स ननहाया

ऩाॉच लभनट ऐसा भधय चचनतन कयो आऩका रदम शदध होन रगगा बाव ऩववि होन रगगा

सफह उठकय दख हए लसनभा क दशम माद आम आहाहा वह भय ऩास आमी भझस लभर आदद आदद तो दखो सतमानाश हो जामगा कलऩना तो भन स होगी रककन तन ऩय बी परबाव ऩड जामगा कलऩना भ ककतनी शकति ह

सॊत-भहातभा-सदगर-ऩयभातभा क साथ ववचयत ह सभाचध रगात ह उनका सभयण-चचनतन कयत ह तो रदम आनशचनदत होता ह

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पर ndash ककसकी फवदध शचसथय नह ॊ यहती

उ ndash जो असॊमभी ह गर क ऻान को ऩचाता नह ॊ ह उसकी फवदध शचसथय नह ॊ यहती जो सॊमभी ह गरभख ह उसकी फवदध शदध सॊमभी औय दढ ननदळमी हो जाती ह

फवदध का शचसथय होना फहत फडी उऩरशचबध ह उसभ असीभ शकति आ जाती ह शचसथय फवदध वारा मदद सॊकलऩ कय द तो साया याजम फदर जाम ऐसी ताकत होती ह शचसथय फवदधवार भ वह वयदान द सकता ह जो न कय याभ वह कय ककननायाभ शचसथय फवदध वार भ इतना परबाव होता ह खदा बी ऩछ कक फनदा अफ तय कमा यजा ह शचसथय फवदध होना फचचो का खर नह ॊ वह फडा भहान काम ह याजा होना इतनी भहतता नह ॊ यखता याजा बी शचसथय फवदध वार क चयणो भ ऩड जाम तो याजा ननहार हो जाम भहवष वलशदष शचसथय फवदध वार थ याजा दशयथ उनक चयणो भ ऩड तो बगवान याभ को परकट होना ऩडा मह ह शचसथय फवदधवारो का चभतकाय अबी तक याजा दशयथ का नाभ जनता की शचजहवा ऩय नाच यहा ह उस सभम भ औय बी कई याजा होग न रककन दशयथ जी शचसथयफवदधवार आऩ तो ननहार हो ह जात ह रककन उनकी शयण जान वार का बी ककतना कलमाण हो जाता ह भतॊग ऋवष शचसथय फवदध क थ शफय बीरनी उनकी शयण गई ककतनी ऊॉ चाई परादऱ कय र उसन उस जभान क याजाओॊ को बी हभ रोग इतना नह ॊ जानत शचजतना शफय को जानत ह

भतॊग ऋवष न शफय स कह ददमा कक तझ याभ लभरग शफय न मह नह ॊ ऩछा कक सचभच लभरग गर न कह ददमा फात ऩय हो गई शरदधा हो तो शफय जसी भय भ मोगमता नह ॊ ह ndash ऐसा शफय न कहा नह ॊ गरजी न कह ददमा तो फात ऩककी हो गई मोगमता ह नह ॊ ह वह गर जान

दोष इतना दोष नह ॊ शचजतना दोषो को अऩना भानना औय ईदवय क यासत अऩन को अमोगम भानना दोष ह

अनकरभ

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जनक-ववचाय

जनक अऩन भन को सभझात ह- ऐ भन त शानत हो जा ऐ चचतत तया चरना ह सॊसाय का होना ह सॊसायरऩी चकर

को योकन क लरए नालबरऩी चचतत को योकना आवशमक ह ह भय चचतत त शानत हो जा याजम तया नह ॊ ऩि-ऩरयवाय तया नह ॊ मह शय य बी तया नह ॊ शचजसका सफ कछ ह वह ऩयभातभा तया ह ऐ भय चचतत त उसी ऩयभातभा भ शानत हो जा तया बरा होगा

जनक अऩन भन को फाय-फाय सभझात ह जमो-जमो भानलसक चचनतन कयत हए चचतत को सभझात ह तमो-तमो जनक का चचतत ऩयभातभा क ननकट उस अनतमाभी आतभदव क ननकट ववशराशचनत ऩाता ह जनक क कभ कटत ह जनक सचभच जीवन क पर को ऩात ह

वलशदषजी कहत ह- ह याभजी कपय उस भह ऩनत न अऩन भन स कहा ऐ भय भन आज तक भ तय कहन भ यहा औय जनभ-जनभानतय स बटकता यहा ऐ

भय चचतत तन जो कहा वह भन सवीकाय ककमा तन जो वासना की वह भन ऩण की रककन त बी अऻान की आग भ वासना की बटटी भ जरता आमा ह औय भझ बी त जराता आमा ह ऐ भय भन अफ त शानत ऩद का आशरम र जस ऻानवान सॊत ऩरष आतभ-ववचाय कयत शानत ऩद का आशरम रकय सॊसाय-सभि स तय जात ह त बी उस आतभऩद का आशरय़ र त बी जगत क चचनतन भ उदास होकय ननशचदळॊत सवरऩ आतभा भ डफ जा ऐ भय भन आज तक तया कहना भानकय भ बटक यहा था अफ त एक फाय भया कहना भानकय तो दख शासतर क वचन का कहना भानकय तो दख ऐसा द ख नक भ बी नह ॊ जसा चॊचर चचतत भ होता ह ऐसा सख सवग औय वकणठ भ बी नह ॊ जसा सख ननदळर चचतत भ परकट होता ह ऐ चचतत तया चॊचर होना तया औय भया ववनाश ह तया शचसथय होना फडा ऩाय होन का हत ह ऐ भय चचतत त भान जा इसी भ तया कलमाण ह

उस भह ऩनत न अऩन चचतत को फाय-फाय सभझामा कछ णो क लरए तो चचतत ऩयभातभ-शाशचनत भ डफा सा ददखा कपय आॉख खोरकय फाहय सवदश को ननहायन रगा भहायाज जनक न कपय आॉखो को रकषम कयक सभझामा

ह चॊचर नि तभ फाहय का जगत अऩन बीतय बयत हो शरोि औय नि तभ इस जीव को फड धोख क जगत भ र जात हो तभ दोनो क दराया जगत बीतय आता ह जमो ह जगत बीतय आता ह तमो ह चचतत की चॊचरता फढती ह यातरि को सो जात ह तो आॉख औय कान क दराया जगत बीतय नह ॊ आता चचतत परकनत भ र न हो जाता ह सफह फडी शाशचनत औय

ताजगी का अनबव होता ह परकनत भ र न हआ चचतत शय य को जया सी ताजगी दता ह वह चचतत मदद धमान कयक आतभा भ र न हो जाम तो जीवन ऩया ताजा फना दता ह तभ तो ऩय ऩावन हो ह जात हो तमहाय सॊग भ आन वार वमकति बी ननषऩाऩ होकय ऩावन हो जात ह

ऐ भय चचतत तया सचचा याजम तो आतभा का याजम ह इस जनकऩय भ तो कई याजा आम शचजसन याजम ककमा वह जनक कहरामा त कफ तक इस जठी ऩरथवी का गव कयक अऩन को याजा भानगा त इस ऩरथवी का ऩनत नह ॊ भदहऩनत नह ॊ त तो इस ऩरथवी का एक गरास भाि ह तय जस तो कई याजा आ-आकय इस ऩरथवी भ दपनाम गम उनकी हडकतडमाॉ बी गर गई

भाट कह कमहाय स त कमा यौद भोम एक ददन ऐसा आमगा भ यौदगी तोम

भदहऩनत अऩन चचतत को सभझाता ह ऐ चचतत त ऩयभातभा की शाशचनत भ शानत हो जा नह ॊ तो ऋवष रोग भय हाॉसी कयग कहग सभझदाय होकय भखो की नाई आमषम तरफता ददमा फवदधभान होकय ऩशओॊ की नाई शय य को ऩारन-ऩोषन भ जीवन गॉवा ददमा ऐ भय भन शचजस ऩयभातभा न तझ अनयाग का दान ददमा ह उसस सॊसाय क ववषम त कमा भाॉगता ह उसस नदवय चीजो की चाह त कमो कयता ह

शचजसन अनयाग का दान ददमा उसस कभ भाॉग रजाता नह ॊ

अऩनाऩन बर सभाचध रगा

मह वऩम का ववमोग सहाता नह ॊ नब दख ऩमोधय शाभ ढर

कमो लभट उसभ लभर जाता नह ॊ चगता ह चकोय अॊगाय

परयमाद ककसी को सनाता नह ॊ अफ सीख र भौन का भॊि नमा

अफ वऩम का ववमोग सहाता नह ॊ ऐ चचतत त भौन का भॊि र र बीतय ह बीतय उस ऩाय की शाशचनत का अनबव कय

कपय ऩता चरग कक ककतना खजाना तय बीतय छऩा ह

सॊञा सखणा कोई नह ॊ सफक बीतय रार भयख गरॊचथ खोर नह ॊ कयभी बमो कॊ गार

कभी कभकाणड भ पॉ सा ह भख फवकपी भ पॉ सा ह कोई-कोई भाई का रार कभो स औय फवकपी स फचकय ननषकभ तवव भ गोता भायता ह ननशचषकरम चतनम भ अऩन आऩको खो दता ह उऩननषद कहत ह-

मतो वाचो ननवतनत अपरापम भनसा सह जहाॉ वाणी नह ॊ ऩहॉचती भन स जो परादऱ नह ॊ होता फवदध जहाॉ स रौटकय आती ह ऐस

आतभदव को जो बागमवान ऩाता ह वह कपय ककसी स बमबीत नह ॊ होता भतम बी उसका कछ तरफगाड नह ॊ सकती भतम शय य की होती ह आतभऻानी उस भतम को बी दखता ह

ऐ चचतत त बरहमऻान ऩा र तय चॊचरता लभटत ह ऩयबरहम ऩयभातभा का अनबव होन रगगा आज तक भ तया कहना भानता आमा हॉ आज त भया कहना भान त शानत हो जा

वलशदषजी कहत ह- ह याभजी इस परकाय भदहऩनत जनक फाय-फाय अऩन चचतत को अनतभख फना यह ह चचतत को अनतभख कयत-कयत बरहमशचसथनत का ऩयभातभ-शाशचनत का अनबव ककमा

नि खोर फाहय ननहाया जगत की ओय इतन भ दालसमाॉ हाथ जोडकय खडी हो गई कक भहायाज सनान कयन का सभम हआ ह यतनजकतडत सवण क करशो भ बया ववववध तीथो का जर औय वददक भनिोचचाय कयत बराहमण इॊतजाय कय यह ह

जनक न कहा अफ भन आतभजर भ नहा लरमा ह शय य को तीथ क जर भ नहरा दता हॉ अफ भ फाहय चदशा करॉ तो मह शय य की चदशा ह भय नह ॊ नहाना-धोना खाना-ऩीना याजकाज कयना म सफ कभ शय य क ह भया कोई कभ नह ॊ भया तो कततवम ह उस परब भ भसत यहना भन कयन मोगम सफ कभ कय लरम ऩारन मोगम धभ ऩार लरम अऩन घय भ घय ऩा लरमा

इस परकाय बऩनत को ऩयभातभ-शाशचनत का अनबव हआ

ह याभ जी मथामोगम वमवहाय कयो रककन चचतत स सदा आतभऩद भ शचसथनत कयो चचतत भ एक फाय आतभ-शाशचनत का सवाद आ जाम तो कपय सॊसाय भ कोई सख तमह परबाववत नह ॊ कयगा

जस अभत तस ववष घाट जसा भान तसा अऩभाना

हष शोक जाॉक नह ॊ वय भीत सभान कह नानक सन य भना भि ताॉदह त जान

एक फाय चचतत ऩयभातभ-शाशचनत का अनबव कय कपय तमहाय चचतत भ तमहाय अनतकयण भ सॊसाय की सतमता नदश हो जामगी

अनकरभ

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भाभकॊ शयणॊ वरज

जीव भाि का दहत कवर इसी फात भ ह कक वह ककसी औय का सहाया न रकय कवर बगवान की ह शयण र र बगवान क शयण होन क लसवाम जीव का कह ॊ बी ककॊ चचत भाि बी नह ॊ ह कायण मह ह कक जीव साात ऩयभातभा का अॊश ह इसस वह ऩयभातभा को छोडकय औय ककसी का सहाया रगा तो वह सहाया दटकगा नह ॊ जफ सॊसाय की कोई बी वसत वमकति घटना ऩरयशचसथनत अवसथा आदद शचसथय नह ॊ ह तो कपय इनका सहाया कस शचसथय यह सकता ह इनका सहाया तो यहगा नह ॊ कवर चचनता शोक द ख आदद यह जामग

अशचगन स अॊगाय दय हो जाता ह तो वह कारा कोमरा फन जाता ह ऩय वह कोमरा जफ ऩन अशचगन स लभर जाता ह तो वह अशचगनरऩ फन जाता ह औय अॊगाय होकय चभक उठता ह

ऐस ह मह जीव बगवान स ववभख हो जाता ह तो वह फाय-फाय जनभता-भयता औय द ख ऩाता यहता ह ऩय जफ वह बगवान क समभख हो जाता ह अननम बाव स बगवान की शयण भ हो जाता ह तो वह बगवतसवरऩ फन जाता ह औय चभक उठता ह इतना ह नह ॊ ववदव का बी कलमाण कयन वारा हो जाता ह

साधक को सफस ऩहर भ बगवान का हॉ इस परकाय अऩन अहॊता को फदर दना चादहए कायण कक तरफना अहॊता क फदर साधन सगभता स नह ॊ होता औय अहॊता क फदरन ऩय साधन सगभता स सवाबाववक ह होन रगता ह

वववाह हो जान ऩय कनमा अऩनी अहॊता को फदर दती ह कक भ तो ससयार की ह हॉ औय वऩता क कर का समफनध तरफलकर छट जाता ह ऐस ह साधक को अऩनी अहॊता फदर दनी चादहए कक भ बगवान का हॉ औय बगवान भय ह भ सॊसाय का नह ॊ हॉ औय सॊसाय भया नह ॊ ह अहॊता क फदरन ऩय भभता बी अऩन आऩ फदर जाती ह

भ परब क चयणो भ ह ऩडा हआ हॉ ndash ऐसा भन भ बाव यखत हए जो कछ अनकर मा परनतकर ऩरयशचसथनत साभन आ जाम उसभ बगवान का भॊगरभम ववधान भानकय ऩयभ परसनन यह

बगवान क दराया भय लरम जो कछ बी ववधान होगा वह भॊगरभम हो होगा ऩय ऩरयशचसथनत भय सभझ भ आम मा न आम मह फात दसय ह ऩय बगवान का ववधान तो भय लरए कलमाणकाय ह ह इसभ कोई सनदह नह ॊ इसलरए जो कछ होता ह वह भय कभो का पर नह ॊ ह परतमत बगवान क दराया कऩा कयक कवर भय दहत क लरए बजा हआ ववधान ह

बगवान पराणीभाि क ऩयभ सरद होन स अनकर मा परनतकर ऩरयशचसथनत बजकय पराखणमो क ऩणम-ऩाऩो का नाश कयक उनह ऩयभ शदध फनाकय अऩन चयणो भ खीॊच यह ह ndash इस परकाय दढता स बाव होना ह बगवान क चयणो भ शयण रना ह

सवमॊ बगवान क शयणागत हो जाना मह समऩण साधनो का साय ह इसभ शयणागत बि को अऩन लरए कछ बी कयना शष नह ॊ यहता जस ऩनतवरता सतरी का अऩना कोई काभ नह ॊ यहता वह अऩन शय य की साय-सॉबार बी ऩनत क नात ऩनत क लरए ह कयती ह वह घय कटमफ वसत ऩि-ऩिी औय अऩन कहरानवार शय य को बी अऩना नह ॊ भानती परतमत ऩनतदव का ह भानती ह शचजस परकाय ऩनतवरता ऩनत क ऩयामण होकय ऩनत क गोि भ ह अऩना गोि लभरा दती ह औय ऩनत क ह घय ऩय यहती ह उसी परकाय शयणागत बि बी शय य को रकय भान जान वार गोि जानत नाभ आदद को बगवान को चयणो भ सभवऩत कयक ननशचदळॊत ननबम ननशोक औय ननशॊक हो जाता ह बगवान शरीकषण अजन स कहत ह-

सवधभानऩरयतमजम भाभकॊ शयणॊ वरज समऩण धभो का आशरम धभ क ननणम का ववचाय छोडकय कवर एक भय ह शयण भ

आ जा

महाॉ परदल होता ह कक धभ अथात कततवम धभ का सवरऩ स तमाग भाना जाम नह ॊ धभ का सवरऩ स तमाग कयना न तो गीता क अनसाय ठीक ह औय न वह परसॊग क अनसाय ह ठीक ह बगवान की फात सनकय अजन न कततवम धभ का तमाग नह ॊ ककमा ह अवऩत करयषम वचनॊ तव कहकय बगवान की आऻा क अनसाय कततवम कभ का ऩारन कयना सवीकाय ककमा ह

भाभकॊ शयणॊ वरज का तातऩम भन-फवदध क दराया शयणागनत को सवीकाय कयना नह ॊ ह अवऩत सवमॊ को बगवान की शयण भ जाना ह कमोकक सवमॊ की शयण होन ऩय भन फवदध इशचनिमाॉ शय य आदद बी उसी भ आ जात ह अरग नह ॊ यहत

बगवान क शयण होन क फाद बी तमहाय बावो ववततमो आचयणो आदद भ पक नह ॊ ऩडा सधाय नह ॊ हआ बगवतपरभ बगवददशन आदद नह ॊ हए औय अऩन भ अमोगमता अनचधकायता ननफरता आदद भारभ होती ह तो बी उनको रकय तभ चचनता मा बम भत कयो कमोकक बगवान कहत ह कक जफ तभ भय अननम शयण हो गम तो वह कभी तमहाय कभी कस यह उसका सधाय कयना तमहाया काभ कस यहा वह कभी भय कभी ह उसका सधाय कयना भया काभ यहा तमहाया तो फस एक ह काभ ह ननशचदळॊत ननशोक ननबम औय ननशॊक होकय यहना ह अगय तय भ चचनता बम वहभ आदद दोष आ जामग तो व शयणागनत भ फाधक हो जामग औय सफ बाय तय ऩय आ जामगा शयण होकय अऩन ऩय बाय रना शयणागनत भ करॊक ह

ववबीषण बगवान शरीयाभ क चयणो की शयण हो जाता ह तो कपय ववबीषण क दोषो को बगवान अऩन ह दोष भानत ह एक सभम ववबीषण जी सभि क इस ऩाय आम वहाॉ ववपरघोष नाभक गाॉव भ उनस एक अऻात बरहमहतमा हो गई इस ऩय वहाॉ क बराहमणो न इकटठ होकय ववबीषण को खफ भाया-ऩीटा ऩय व भय नह ॊ कपय बराहमणो न उनह जॊजीयो स फाॉधकय जभीन क बीतय एक गपा भ र जाकय फनद कय ददमा याभ जी को मह ऩता रगा तो व ऩषऩक ववभान क

दराया ततकार वहाॉ ऩहॉच बराहमणो न याभ जी का फहत आदय-सतकाय ककमा औय कहा कक भहायाज इसन बरहमहतमा कय द ह इसको हभन फहत भाया ऩय मह भया नह ॊ

बगवान याभ न कहा ह बराहमणो ववबीषण को भन कलऩ तक की आम औय याजम द यखा ह वह कस भाया जा सकता ह औय उसको भायन की जरयत ह कमा ह वह तो भया बि ह बि क लरए भ सवमॊ भयन को तमाय हॉ हभाय महाॉ ववधान ह कक दास क अऩयाध की शचजमभवाय उसक सवाभी ऩय होती ह सवाभी ह उसक दणड का ऩाि होता ह इसलरए ववबीषण क फदर भ आऩ रोग भय को ह दणड द

बगवान की मह शयणागत-वतसरता दखकय सफ बराहमण आदळम कयन रग औय उन सफ न बगवान की शयण र र

भ बगवान का हॉ औय बगवान भय ह ndash इस अऩन ऩन क सभान मोगमता ऩािता अचधकायता आदद कछ बी नह ॊ ह मह समऩण साधनो का साय ह छोटा-सा फचचा बी अऩनऩन क फर ऩय ह आधी यात भ साय घय को नचाता ह जफ वह यात भ योन की ठान रता ह तो साय घयवार उठ जात ह औय उस रयझात ह

इसलरए शयणागत बि को अऩनी मोगमता आदद की तयप न दखकय बगवान क साथ अऩन अऩनऩन की तयप ह दखत यहना चादहए

इसी दऴोक भ बगवान कहत ह कक भा शच त शोक भत कय भय शयण होकय बी ऩया ववदवास बयोसा न यखना औय चचनता कयना मह भय परनत अऩयाध ह अऩन दोषो को रकय चचनता कयना वासतव भ अऩन फर का अलबभान ह कमोकक दोषो को लभटान भ अऩनी साभरथम भारभ दन स ह उनको लभटान की चचनता होती ह हाॉ अगय दोषो को लभटान भ चचनता न होकय द ख होता ह तो द ख होना इतना दोष नह ॊ ह जस छोट फारक क ऩास कतता आता ह तो वह कतत को दखकय योता ह चचनता नह ॊ कयता ऐस ह दोषो का न सहाना दोष नह ॊ ह रककन चचनता कयना दोष ह

शयणागत होन क फाद बि को रोक ऩयरोक सदगनत-दगनत आदद ककसी बी फात की चचनता नह ॊ कयनी चादहए

बगवान क समफनध की दढता होन ऩय जफ सॊसाय शय य का आशरम सवथा नह ॊ यहता तफ जीन की आशा भयन का बम कयन का याग औय ऩान की रारच ndash म चायो ह नह ॊ यहत कमोकक अऩन ऩरयशचचछनन भ को उस अखणड वमाऩक भ अवऩत कय ददमा जफ तक ऩरयशचचछनन अहॊ फना यहता ह तफ तक चचनता औय बम फना यहगा उस वमाऩक सशचचचदानॊद ऩयभातभा भ ऩरयऩण बरहम भ अऩन भ को सभवऩत कय दना तरिगणातीत होना ह बगवान की शयण का भतरफ मह नह ॊ कक ककसी परनतभा क चयणो भ लसय टकत यहना अवऩत बरहमवतता गरओॊ स बगवततवव का ऻान ऩाकय अऩन ऩरयशचचछनन भ को वमाऩक सशचचचदानॊद ऩयभातभा भ र न

कयना जस घटाकाश अऩन को भहाकाशसवरऩ सभझ र ऐस ह जीव अऩन वासतववक लशवसवरऩ को सभझ र

बगवान की भनत की शयण तो कमा बगवान क साकाय साशचननधम भ अजन था रककन जफ ऻा उऩदश स अजन का भोह नदश हआ औय अऩन सवरऩ की सभनत आमी तबी वह धनम हआ

बगवान भ तय शयण हॉ भ तय शयण हॉ मह बाव तो ठीक ह रककन अऩन दह की खणडता ऩरयशचचछननता औय नदवयता भ जो अऩना अहॊबाव ह भ ऩना रगा ह उसको वहाॉ स हटाकय बगवान की अखणडता वमाऩकता अवऩशचचछननता औय ननतमता भ रगाना ह बगवान क शयण होना ह

शयणागत बि भ मह एक फात आती ह कक अगय भया जीवन परब क रामक सनदय औय शदध नह ॊ फना तो बिो की फात भय आचयण भ कहाॉ आमी नह ॊ आमी कमोकक भय ववततमाॉ ठीक नह ॊ यहती वासतव भ भय ववततमाॉ ह ndash ऐसा भानना ह दोष ह ववततमाॉ उतनी दोषी नह ॊ ह

भन फवदध इशचनिमाॉ शय य आदद भ जो भयाऩन ह मह गरती ह कमोकक जफ भ बगवान की शयण हो गमा औय जफ सफ कछ उनको सभवऩत कय ददमा तो भन फवदध आदद भय कहाॉ यह अत शयणागत को भन फवदध आदद की अशवदध की चचनता कबी नह ॊ कयनी चादहए भय ववततमाॉ ठीक नह ॊ ह ndash ऐसा बाव कबी नह ॊ राना चादहए ककसी कायणवश अचानक ऐसी ववततमाॉ आ बी जाम तो आतबाव स ह भय नाथ ह भय परबो फचाओ फचाओ फचाओ ऐस परब को ऩकायना चादहए कमोकक व सवसभथ सवाभी ह तो चचनता कमो कयना

आचयणो की कभी होन स बीतय स बम ऩदा होता ह औय साॉऩ तरफचछ फाघ आदद स फाहय स बम ऩदा होता ह शयणागत बि क म दोनो ह परकाय क बम लभट जात ह इतना ह नह ॊ भतम का बम बी जो फड-फड ववदरानो को बी होता ह वह बम बी सवथा लभट जाता ह

भय ववततमाॉ खयाफ हो जामगी ndash ऐस बम का बाव बी साधक को बीतय स ननकार दना चादहए कमोकक भ बगवान की कऩा भ तयानतय हो गमा हॉ अफ भझ ककसी फात का बम नह ॊ ह इन ववततमो को अऩनी भानन स ह भ इनको शदध नह ॊ कय सका कमोकक इनको भय भानना ह भलरनता ह

एक ववतत उठी दसय ववतत उठन को ह उसक फीच की अवसथा बगवान का वासतववक सवरऩ ह न कक म ववततमाॉ

चतन ववभर सहज सख यालश जीव चतन ह ववभर ह सहज सख-सवरऩ ह नाहक ऩयशानी भोर रता ह जो बगवान

की शयण होकय अऩन को जीव भानता ह उसकी फवदध हॉसन मोगम ह उसका ननणम हासमासऩद ह

इसलरए अफ भ कबी बी ववततमो को अऩनी नह ॊ भानॉगा जफ ववततमाॉ भय ह ह नह ॊ तो भझको बम ककस फात का अफ तो कवर बगवान की कऩा ह कऩा ह वह सवि ऩरयऩण हो यह ह मह फडी खशी की परसननता की फात ह इस परकाय साधक को ननबम औय ननशचदळॊत हो जाना चादहए

बम ऩयाम स होता ह आतभीम स नह ॊ होता बम दसय स होता ह अऩन स नह ॊ होता ददरतीमादर बमॊ बवनत परकनत का काम शय य सॊसाय ददरतीम ह इसलरए इनस समफनध यखन ऩय ह बम होता ह कमोकक इनक साथ सदा समफनध यह ह नह ॊ सकता कायण मह ह कक परकनत औय ऩरष का सवबाव सवथा लबनन-लबनन ह एक जड ह दसया चतन एक ववकाय ह दसया ननववकाय एक ऩरयवतनशीर ह दसया अऩरयवतनशीर एक परकाशम ह दसया परकाशक लभरथमा औय ऩरयवतनशीर को सतम भानन स बम होता ह अऩन सतम सवरऩ को सवीकाय कय रो बम छट जामगा जीवो बरहमव नाऩय जीव बरहम स अरग था नह ॊ ह नह ॊ हो सकता नह ॊ सफ द खो का भर अऻान ह अऻान हटा ददमा कक जीव न अऩन सवरऩ को ऩा लरमा ईदवय क अननम शयण हो गमा

बगवान ऩयाम नह ॊ ह व तो आतभीम ह जीव उनका सनातन अॊश ह उनका सवरऩ ह उनकी शयण होन ऩय भनषम सदा क लरए ननबम हो जाता ह फचच को भाॉ स दय होन ऩय तो बम होता ह ऩय भाॉ की गोद भ चर जान ऩय उसका बम लभट जाता ह कमोकक भाॉ उसकी अऩनी ह बगवान का बि इसस बी ववरण होता ह फचच औय भाॉ भ तो बदबाव ददखता ह ऩय बि औय बगवान भ बदबाव समबव ह नह ॊ ह

बगवान बि क अऩनऩय को ह दखत ह गणो औय अवगणो को नह ॊ सवरऩ स बि सदा स ह बगवान का ह औय गण दोष आगनतक ह इसलरए बगवान की दवदश इस वासतववकता ऩय ह सदा जभा यहती ह जस कीचड आदद स सना हआ फचचा जफ भाॉ क साभन आता ह तो भाॉ की दवदश कवर अऩन फचच की तयप ह जाती ह फचच क भर की तयप नह ॊ फचच की दवदश बी अऩन भर की तयप नह ॊ जाती भाॉ साप कय मा न कय फचच की दवदश भ तो भरा ह ह नह ॊ उसकी दवदश भ तो कवर भाॉ ह ह िौऩद क भन भ ककतना दरष औय करोध बया हआ था कक जफ द शासन क खन स अऩन कश धोऊॉ गी तबी कशो को फाॉधगी ऩयनत िौऩद जफ बी बगवान को ऩकायती ह बगवान चट आ जात ह कमोकक बगवान क साथ िौऩद का परगाढ अऩनाऩन था

साधक को चादहए कक वह बगवान की भजी स सवथा अऩनी भजी लभरा द बगवान ऩय अऩना ककॊ चचत बी आचधऩतम न भान अवऩत अऩन ऩय ऩया आचधऩतम भान भ बगवान का हॉ तो बगवान भय लरम जसा ठीक सभझ वसी ह ननसॊकोच होकय कय कह ॊ बी बगवान हभाय भन की कय तो उसभ सॊकोच हो कक भय लरए बगवान को ऐसा कयना ऩडा मदद अऩन भन की फात ऩय होन स सॊकोच नह ॊ होता अवऩत सॊतोष होता ह तो मह शयणागनत नह ॊ ह शयणागत

बि शय य इशचनिमाॉ भन फवदध क परनतकर ऩरयशचसथनत भ बी बगवान की भजी सभझकय परसनन यहता ह

बिो की या ददशो का ववनाश औय धभ की सथाऩना ndash इन तीन फातो क लरए सभम-सभम ऩय बगवान अवताय रत ह इन तीन फातो भ कवर बगवान का कमा परमोजन लसदध होता ह कछ नह ॊ व तो कवर पराणीभाि क कलमाण क लरए ह म तीनो काभ कयत ह इसस बगवान की सवाबाववक आतभीमता कऩारता वपरमता दहतवषता सरदता औय ननयऩ उदायता ह लसदध होती ह

बि को अऩनी सफ चचनताएॉ बगवान ऩय ह छोड दनी चादहए बगवान दशन द मा न द परभ द मा न द ववततमो को ठीक कय मा न कय हभ शदध फनाम मा न फनाम ndash मह सफ बगवान की भजी ऩय छोड दना चादहए उस तो तरफलर का फचचा फनना चादहए तरफलर का फचचा अऩनी भाॉ ऩय ननबय यहता ह तरफलर चाह जहाॉ यख चाह जहाॉ र जाम तरफलर अऩनी भजी स फचच को उठाकय र जाती ह तो वह ऩय सभट रता ह ऐस ह शयणागत बि सॊसाय की तयप स अऩन हाथ-ऩय सभटकय कवर बगवान का चचनतन नाभ-जऩ आदद कयत हए बगवान की तयप ह दखता यहता ह वह जो कछ काभ कयता ह उसको बगवान का ह सभझकय बगवान की ह शकति भानकय बगवान क ह लरए कयता ह अऩन लरए ककॊ चचनभाि बी नह ॊ कयता बगवान का जो ववधान ह उसभ ऩयभ परसनन यहता ह अऩन भन को कछ बी नह ॊ रगाता

जस कमहाय ऩहर लभटटी को लसय ऩय उठाकय राता ह तो कमहाय की भजी गीरा कयक यौदता ह तो कमहाय की भजी चकक ऩय चढाकय घभाता ह तो कमहाय की भजी लभटटी कबी कछ नह कहती कक तभ घडा फनाओ सकोया फनाओ भटकी फनाओ कमहाय चाह जो फनाम उसकी भजी ह

ऐस ह शयणागत बि अऩनी कछ बी भजी भन की फात नह ॊ यखता वह शचजतना अचधक ननशचदळॊत औय ननबम होता ह बगवतकऩा उसको अऩन आऩ उतना ह अचधक अऩन अनकर फना रती ह औय शचजतनी वह चचनता कयता ह अऩना फर भानता ह उतना ह वह आती हई बगवतकऩा भ फाधा रगाता ह शयणागत होन ऩय बगवान की ओय स जो ववरण ववचचि अखणड अटट कऩा आती ह अऩनी चचनता कयन स उस कऩा भ फाधा रग जाती ह

सॊसाय औय बगवान इन दोनो की समफनध तो तयह का होता ह सॊसाय का समफनध कवर भाना हआ ह औय बगवान का समफनध वासतववक ह सॊसाय का समफनध तो भनषम को ऩयाधीन फनाता ह गराभ फनाता ह ऩय बगवान का समफनध भनषम को सवाधीन फनाता ह चचनभम फनाता ह बगवान का बी भालरक

ककसी फात को रकय अऩन भ कछ बी अऩनी ववशषता ददखती ह वह वासतव भ ऩयाधीनता ह मदद भनषम ववदया सॊऩवतत तमाग वयागम आदद ककसी फात को रकय अऩनी

ववशषता भानता ह तो मह उन ववदया आदद की ऩयाधीनता दासता ह ह जस कोई धन को रकय अऩन को ववशष भानता ह तो मह ववशषता वासतव भ धन की ह हई खद की नह ॊ वह अऩन को धन का भालरक भानता ह ऩय वासतव भ वह धन का गराभ ह

परब का मह कामदा ह कक शचजस बि को अऩन भ कछ बी ववशषता नह ॊ ददखती अऩन भ ककसी फात का अलबभान नह ॊ होता उस बि भ बगवान की ववरणता उतय आती ह ककसी-ककसी भ महाॉ तक ववरणता आती ह कक उसक शय य इशचनिमाॉ भन फवदध आदद पराकत ऩदाथ बी चचनभम फन जात ह उनभ जडता का अतमनत अबाव हो जाता ह ऐस बगवान क परभी बि बगवान भ ह सभा गम ह अनत भ उनक शय य नह ॊ लभर जस भीयाफाई शय य सदहत बगवान क शरीववगरह भ र न हो गई कवर ऩहचान क लरए उनकी साडी का छोटा-सा छोय शरीववगरह क भख भ यह गमा औय कछ नह ॊ फचा ऐस ह सॊत शरी तकायाभ जी शय य सदहत वकणठ चर गम

ऻानभाग भ शय य चचनभम नह ॊ होता कमोकक ऻानी असत स समफनध-ववचछद कयक असत स अरग होकय सवमॊ चचनभम तवव भ शचसथत हो जाता ह ऩयॊत जफ बि बगवान क समभख होता ह तो उसक शय य इशचनिमाॉ भन पराण आदद सबी बगवान क समभख हो जात ह तातऩम मह हआ कक शचजनकी दवदश कवर चचनभम तवव ऩय ह ह शचजनकी दवदश भ चचनभम तवव स लबनन जडता की सवतनि सतता ह नह ॊ होती तो वह चचनभमता उनक शय य आदद भ बी उतय आती ह औय व शय य आदद चचनभम हो जात ह हाॉ रोगो की दवदश भ तो उनक शय य भ जडता ददखती ह ऩय वासतव भ उनक शय य चचनभम होत ह

बगवान की सवथा शयण हो जान ऩय शयणागत क लरए बगवान की कऩा ववशषता स परकट होती ह ऩय भाि सॊसाय का सनहऩवक ऩारन कयन वार औय बगवान स अलबनन यहन वार वातसलमभमी भाता रकषभी का परब-शयणागत ऩय ककतना अचधक सनह होता ह व ककतना अचधक पमाय कयती ह इसका कोई बी वणन नह ॊ कय सकता रौककक वमवहाय भ बी दखन भ आता ह कक ऩनतवरता सतरी को वऩतबि ऩि फहत पमाया रगता ह

परभबाव स ऩरयऩण परब जफ अऩन बि को दखन क लरए ऩधायत ह तो भाता रकषभी बी परब क साथ आती ह ऩयनत कोई बगवान को न चाहकय कवर भाता रकषभी को ह चाहता ह तो उसक सनह क कायण भाता रकषभी बी आ जाती ह ऩय उनका वाहन ददवानध उलर होता ह ऐस वाहनवार रकषभी को परादऱ कयक भनषम बी भदानध हो जाता ह अगय उस भाॉ को कोई बोगमा सभझ रता ह तो उसका फडा बाय ऩतन हो जाता ह कमोकक वह तो अऩनी भाॉ को ह कदवदश स दखता ह इसलरए वह भहान अधभ ह

जहाॉ कवर बगवान का परभ होता ह वहाॉ तो बगवान स अलबनन यहन वार रकषभी बगवान क साथ आ ह जाती ह ऩह जहाॉ कवर रकषभी की चाहना ह वहाॉ रकषभी क साथ बगवान बी आ जाम मह ननमभ नह ॊ ह

शयणागनत क ववषम भ एक कथा आती ह सीताजी याभ जी औय रकषभणजी जॊगर भ एक व क नीच फठ थ उस व की शाखाओॊ औय टहननमो ऩय एक रता छाई हई थी रता क कोभर-कोभर तनत पर यह थ उन तनतओॊ भ कह ऩय नमी-नमी कोऩर ननकर यह थीॊ औय कह ॊ ऩय तामरवण क ऩतत ननकर यह थ ऩषऩ औय ऩततो स रता छाई हई थी उसस व की सनदय शोबा हो यह थी व फहत ह सहावना रग यहा था उस व की शोबा को दखकय बगवान शरीयाभ रकषभण जी स फोर दखो रकषभण मह रता अऩन सनदय-सनदय पर सगशचनधत पर औय हय -हय ऩवततमो स इस व की कसी शोबा फढ यह ह जॊगर क अनम सफ व ो स मह व ककतना सनदय ददख यहा ह इतना ह नह ॊ इस व क कायण ह साय जॊगर की शोबा हो यह ह इस रता क कायण ह ऩश-ऩी इस व का आशरम रत ह धनम ह मह रता

बगवान शरीयाभ क भख स रता की परशॊसा सनकय सीताजी रकषभण स फोर दखो रकषभण बमा तभन खमार ककमा कक नह ॊ दखो इस रता का ऊऩय चढ जाना

पर ऩततो स छा जाना तनतओॊ का पर जाना म सफ व क आचशरत ह व क कायण ह ह इस रता की शोबा बी व क ह कायण ह अत भर भ भदहभा तो व की ह ह आधाय तो व ह ह व क सहाय तरफना रता सवमॊ कमा कय सकती ह कस छा सकती ह अफ फोरो रकषभण जी तमह ॊ फताओ भदहभा व की ह हई न व का सहाया ऩाकय ह रता धनम हई न

याभ जी न कहा कमो रकषभण मह भदहभा तो रता की ह हई न रता को ऩाकय व ह धनम हआ न

रकषभण जी फोर हभ तो एक तीसय ह फात सझती ह

सीता जी न ऩछा वह कमा ह दवय जी

रकषभणजी फोर न व धनम ह न रता धनम ह धनम तो मह रकषभण ह जो दोनो की छामा यहता ह

बगवान औय उनकी ददवम आहलाददनी शकति दोनो ह एक दसय की शोबा फढात ह कोई उन दोनो को शरदष फताता ह कोई कवर बगवान को शरदष फताता ह औय कोई कवर उनकी आहलाददनी शकति को शरदष फताता ह शयणागत बि क लरए तो परब औय उनकी आहलाददनी शकति दोनो का ह आशरम शरदष ह

जफ भनषम बगवान की शयण हो जाता ह उनक चयणो का सहाया र रता ह तो वह समऩण पराखणमो स ववघन-फाधाओॊ स ननबम हो जाता ह उसको कोई बी बमबीत नह ॊ कय सकता कोई बी कछ तरफगाड नह ॊ सकता

बगवान क साथ काभ बम दरष करोध सनह आदद स बी समफनध कमो न जोडा जाम वह बी जीव का कलमाण कयन वारा ह होता ह

कवर एक बगवान की शयण होन का तातऩम ह ndash कवर बगवान भय ह अव व ऐदवम-समऩनन ह तो फडी अचछी फात ह औय कछ बी ऐदवम नह ॊ ह तो फडी अचछी फात व फड दमार ह तो फडी अचछी फात औय इतन ननदषय कठोय ह कक उनक सभान दननमाॉ भ कोई कठोय ह नह ॊ तो बी फडी अचछी फात उनका फडा बाय परबाव ह तो फडी अचछी फात औय उनभ कोई परबाव नह ॊ हो तो बी फडी अचछी फात शयणागत भ इन फातो की कोई ऩयवाह नह ॊ होती उसका तो एक ह बाव यहता ह कक बगवान जस बी ह हभाय ह बगवान की इन फातो की ऩयवाह न होन स बगवान का ऐदवम भाधम सौनदम गण परबाव आदद चर जामग ऐसी फात नह ॊ ह ऩय हभ उनकी ऩयवाह नह ॊ कयग तो हभाय असर शयणागनत होगी

बगवान क परनत बिो क अरग-अरग बाव होत ह कोई कहता ह कक दशयथ जी की गोद भ खरनवार जो याभरारा ह व ह हभाय इदश ह याजाचधयाज याभचनिजी नह ॊ छोटा सा याभरारा कोई बि कहता ह कक हभाय इदश तो रडडगोऩार ह ननद क रारा ह व बि अऩन याभरारा को ननदरारा को सॊतो स आशीवाद ददरात ह तो बगवान को मह फहत पमाया रगता ह तातऩम ह कक बिो की दवदश बगवान क ऐदवम की तयप जाती ह नह ॊ

सॊत कहत ह कक अगय बगवान स लभरना हो तो साथ भ साथी नह ॊ होना चादहए औय साभान बी नह ॊ होना चादहए साथी औय साभान क तरफना बगवान स लभरो जफ साथी सहाया साथ भ ह तो तभ कमा लभर बगवान स औय भन फवदध ववदया धन आदद साभान साथ भ फॉधा यहगा तो उसका ऩयदा यहगा ऩयद भ लभरन थोड ह होता ह साथ भ कोई साथी औय साभान न हो तो बगवान स जो लभरन होगा वह फडा ववरण औय ददवम होगा

कछ बी चाहन का बाव न होन स बगवान सवाबाववक ह पमाय रगत ह भीठ रगत ह शचजसभ चाह नह ॊ ह कोई आकाॊा इचछा नह ॊ ह वह बगवान का खास घय ह बगवान क साथ सहज सनह हो सनह भ कछ लभरावट न हो कछ बी चाहना न हो जहाॉ कछ बी चाहना हो जाम वहाॉ परभ कसा वहाॉ तो आसकति वासना भोह भभता ह होत ह

बगवान एक फाय बि को खीॊच र तो कपय छोड नह ॊ बगवान स ऩहचान न हो तफ तक तो ठीक ह अगय उसस ऩहचान हो गई तो कपय भाभरा खतभ कपय ककसी काभ क नह ॊ यहोग तीनो रोको भ ननकमभ हो जाओग

हाॉ जो ककसी काभ का नह ॊ होता वह सफ क लरए सफ काभ का होता ह ऩयॊत उसको ककसी स कोई भतरफ नह ॊ होता

शयणागत बि को बजन नह ॊ कयना ऩडता उसक दराया सवत सवाबाववक बजन होता ह बगवान का नाभ उस सवाबाववक ह फडा भीठा पमाया रगता ह जस दवास अऩन आऩ चरता यहता ह दवास क तरफना हभ जी नह ॊ सकत ऐस ह शयणागत बि बजन क तरफना नह ॊ यह सकता

शचजसको सफ कछ अवऩत कय ददमा उसक ववसभयण भ ऩयभ वमाकरता भहान छटऩटाहट होन रगती ह नायदबकति सि भ आमा ह तददरसभयण ऩयभ वमाकरतनत ऐस बि स अगय कोई कह कक आध ण क लरए बगवान को बर जाओ तो तीनो रोको का याजम लभरगा तो वह इस ठकया दगा बागवत भ आमा ह

तीनो रोको क सभसत ऐदवम क लरए बी उन दवदरब बगवचचयणकभरो को जो आध ननभष क लरए बी नह ॊ तमाग सकत व ह शरदष बगवदबि ह

बगवान कहत ह- सवमॊ को भझ अवऩत कयन वारा बि भझ छोडकय बरहमा का ऩद इनि का ऩद समऩण ऩरथवी का याजम ऩातारादद रोको का याजम मोग की सभसत लसवदधमाॉ औय भो को बी नह ॊ चाहता

अनकरभ

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ण का बी परभाद भतम ह

ह चतनम दव त इस ववसतत जगत को द घ कार स चरा आता भत सभझ त ऐसा खमार भत कय फठना कक भया ऩव जनभ था औय वहाॉ ककम हए ऩाऩ ऩणमो क परसवरऩ मह वततभान जनभ हआ ह औय इस वततभान जनभ भ कभ उऩासनादद साधन-सॊऩनन होकय ऻान परादऱ करॉ गा औय भो का बागी फनॉगा भझस ऩथक अनम रोग बी ह शचजनभ स कोई भि ह कोई फदध ह

पमाय अनतकयणरऩी गपा भ फठकय इस परकाय का ववचाय भत कयना कमोकक मह साया ववदव सवपनवत ह जस ण बय स तझको सवपन भ ववसतीण सॊसाय ददख जाता ह औय उस ण क ह अनदय त अऩना जनभादद भान रता ह वस ह मह वततभान कार का जगत बी तया ण बय का ह परभाद ह

वपरम आतभन न तया ऩहर जनभ था न वततभान भ ह औय न आग होगा मदद णभाि क लरए अऩन आसन स हटगा अऩन आऩको सवरऩ भ शचसथत न भानगा परभाद कयगा तो वह परभाद ववसतीण जगत हो बासगा पमाय त अऩन आऩको भन फवदध आदद क छोट स आॉगन भ भत सभझ जस भहान सभि भ छोट फडी अनक तयॊग ऩदा औय नदश होती यहती ह वस ह अनॊत अनॊत भन फवदध आदद तयॊग तझ भहासागय भ ऩदा हो होकय नदश होती यहती ह भन फवदध की कलऩना ह सॊसाय ह नह ॊ नह ॊ भन-फवदध ह सॊसाय ह इनस लबनन सॊसाय की सतता ककॊ चचत भाि बी नह ॊ ह भन फवदध की बी अऩनी अरग सतता नह ॊ ह तय ह सतता स भन फवदध बासत ह जस भरबलभ भ यत ह जर होकय बासती ह वस त ह जगत होकय बास यहा ह जस यत सदव यत ह ह कपय बी दय स जर नजय आता ह वस ह त चतनम आतभा सदव

जमो का तमो एकयस ननववकाय अखणड आननदघन ह ऩयॊत भन-फवदध भ स जगत होकय बासता ह दख बाषमकाय सवाभी कमा कहत ह

भयमखणडसखाममोध फहधा ववदववीचम उतऩदयनत ववर मनत भामाभारतववभरभात

भझ अखणड आननद सवरऩ आतभारऩी सागय भ भामारऩी ऩवन स भराॊनत क कायण अनक-अनक ववदवरऩी तयॊग उतऩनन हो यह ह औय ववर न हो यह ह

अनकरभ

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ना कयो नीॊद स पमाय याजा बतहरय कहत ह कक भन बोग नह ॊ बोग बोगो न भझ बोग लरमा सभम न भझ

काट लरमा फीभाय का इराज तो हो सकता ह ऩयनत वदधावसथा को आन स कोई बी नह ॊ योक सकता साया ददन ननयाकाय स ह रन दन ह सख बी ननयाकाय ह औय द ख बी ननयाकाय ह कचच खणक वयागम स तो कलमाण नह ॊ हो सकता जस अधकचची चीज खान स कदश होता ह

आग जरानी ह तो पॉ कन वार जरा सकन वार न जरा जफ तक खद नह ॊ आती तफ तक खदा का ऩता नह ॊ रगता सवाभी याभ को उसकी

आतभा की रगन खीॊच यह थी उनहोन अनायकर क बय फाजाय भ अऩन फचचो क हाथो स उॉगलरमाॉ खीॊच र ॊ औय आतभदव की भसती भ भसत हो गम चर जान की ताकत आ गई

कार का ऻात औय अऻात रऩ हभ पाड ननगर यहा ह हभ सबी नासभझ फनकय फयहभ दननमा की वसतओॊ स परभ का नाटक खर यह ह

एक फाय एक सादहतमकाय साथी स ऩछा गमा बाई तभ आज इतन ऩयशान कमो ददखाई दत हो

जीवन-सॊचगनी क ननवाचन भ घयफाय छोड चका हॉ कमोकक वह जीवन औय भतम भ बी भया साथ ननबामगी सॊसाय की कोई शकति भय सभीऩ आन स उस नह ॊ योक सकगी

कछ ददनो क फाद व बावक कराकाय ऩागरखान भ ह बगवान क पमाय हो गम कमोकक जीवन सॊचगनी न अऩना घय उनक लरम नह ॊ छोडा इसीलरए तो फदध न सॊऩण सतम क लरम घय छोडा मशोधया औय याहर को छोड ददमा मह कहत-कहत कक ओ णबॊगय बव याभ-याभ बतहरय न याजम लसॊहासन छोडा इसी सतम-अनवषण क लरए कक परभ का अभय सॊदश कहाॉ ह औय वह अनत भ लभरा आतभ-साातकाय भ

बरा इस सॊसाय क सवाथ बय कण-कण भ बी याहत ह नह ॊ कोभरता ह नह ॊ सतमता ह नह ॊ मह जानत हए बी भोहऩाश भ भानव की भहाकामा कमो सभादहत ह कमो

आफदध ह इसका एक ह कायण ह भनषम अऩन चचय सनातन ववचायरऩी धन को इस सॊसाय भ बर फठा ह अबाव बी तरफना ववचाय क भतम ह औय वबव बी भौत की ह ननशानी ह

भानव तरफना आतभफोध क सॊसाय भ सॊसाय क कण-कण भ भौत का फरावा द यहा ह

वववक जागन का भाग ह गर क दय ऩय झक जाओ औय अनतभख हो जाओ सॊत नसखा फतात ह कक सॊसाय का शहॊशाह फनन क लरए उस अननदश को सवीकाय कयो ववचाय कयक अगय ऩरयशचसथनत नह ॊ सॉबरती तो अननदश होना ह ह

जो भसकया सकता ह वह अभीय ह जो योता ह वह गय फ ह फाहय कभया तो वातानकर ह ऩय ददर चचनतातय ह तभन तो ददर भ अॊगीठी सरगाई हई ह ऐ ऩयभदवय की जात त तो रहानी नय ह शकर कय कक त ह त ह तो जवान ह औय अबी भौत क वायनट जाय नह ॊ हए लभटटी क द ऩक भ तर जर यहा ह औय तर भ फतती ह त पट ऩयान कऩडो भ बी ऩयभदवय की ओय बाग सकता ह

शचजनकी टाॉग टट हई ह हाथ टट हए ह उनहोन ह अननदश सवीकाय कय लरमा ह चचनता ऩरयशचसथनत क अधीन नह ॊ चचनता आदत ह

मा कोई द वाना हॉस मा शचजस त तौकपक द वयना इस दननमाॉ भ यहक भसकया सकता ह कौन

मा तो ऩागर हॉसता ह मा शचजसको त बकति की भसती द वह हॉसता ह नह ॊ तो सॊसाय भ हॉसना फडा कदठन ह

तन तो मॉ ह खमारो का फोझा लसय ऩय उठामा हआ ह जस गाडी ऩय फठ आदभी न लसय ऩय फोझा यकखा हो इसलरए अनतय स शनम होकय आतभा का धमान चचनतन कय तया बरा होगा

अनकरभ

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आतभ-ननदषा वपरम साधक फहत परमास कयन ऩय बी भन शानत नह ॊ होता ववततमाॉ शचसथय नह ॊ होती

तमहाय साधना ननषपर सी बास यह ह अहॊकाय ववर न होन क फदर ठोस होता चरा जा यहा ह कोई उऩाम नह ॊ नजय नह ॊ आता

दख एक यहसम सभझ र मदद त भन की ववततमाॉ स डयकय उनको शचसथय कयन का उऩाम कयगा तो भन जमादा ऩदश होता जामगा अहॊकाय खडा ह यहगा कमोकक वासतव भ व तय ह सतता स शचजनद ह इसलरए त भन औय भन की सवव यज तभोगणवार ववततमो को लभरथमा

जानकय उनकी तयप स फऩयवाह हो जा ऐसा कयन ऩय भन अऩन आऩ शानत हो जामगा कमा तन फहसऩनत क ऩि कच का हार नह ॊ सना

कच न फहत वषो तक अहॊकाय को ननवतत कयन का परमतन ककमा औय अहॊकाय अचधक ऩदश होता गमा तफ दवगर फहसऩनत न उस कहा ऩि मह अहॊकाय तझ आतभा भ लभरथमा सपया ह उसका कमा उऩाम कयता ह उसको लभरथमा जान लभरथमा क लरए ऩरयशरभ भत कय ऐसा उऩदश सनकय कच को ऻान हो गमा औय वह जीवनभि होकय ववचया

अत ह अहॊकाय क ऩीछ डॊडा रकय बागन वारो डॊड को प क दो कमो लभरथमा शरभ कयत हो माद यखो शचजस सभम तभ अहॊ को लभरथमा जान रोग उसी ण वह ननवतत हो जामगा यजज का सऩ राठी स नह ॊ भयगा उसक लभरथमातव क ऻान स ह उसकी तातकालरक ननववतत होती ह

ववततमो को सदा क लरए शचसथय कयन की भहनत भत कयो सव ववततमो का जो परकाशक ह अचधदषानरऩ तमहाया आतभा ह उस जान रो आतभननदष हो यहो औय ववततमो की ऩयवाह भत कयो ववततमाॉ अऩन आऩ शानत होती जामगी

अनकरभ

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धमान-सॊकत

परातकार भ बराहम भहत भ सनान-शौचादद स ननवतत होकय अऩन साधना क आसन ऩय फठ जाओ धऩ-द ऩ स हो सक तो ताज परो स वातावयण को भहका दो ऩदमासन लसदधासन मा सखासन भ फठकय थोड पराणामाभ कयो आनतय कमबक औय फदहकमबक क साथ तरिफनध कयो कपय शानत होकय फठ जाओ आॉख फनद कयो दवदश आऻाचकर भ शचसथय कयो अथवा ऊऩय ववशार गगन की ओय उठाओ आॉखो की ऩतलरमाॉ ऊऩय की ओय खीॊचो कपय दढ बावना कयो कक

भराधाय चकर भ सषदऱ ऩडी हई शकति जगकय ऊधवगाभी हो यह ह ऊऩय उठ यह ह औय ऊऩय औय ऊऩय नालब कनि रदम औय भशचसतषक की शकतिमाॉ ऊऩय उठ यह ह ऊऩय औय ऊऩय औय ऊऩय शाफाश चचततववततमाॉ ऊऩय जा यह ह गगन क उस ऩाय ऩहॉच यह ह

शचजस परकाय तजसवी ऩामरट अऩन हलरकापटय को ऊऩय र जाता ह इसी परकाय तभ अऩनी शकतिमो को ऊऩय र जाओ दढ बावना कयो कक तभ ऊऩय उठ यह हो तमहाया भन ऊऩय उठ यहा ह तमहाय ववचाय ददवम हो यह ह ॐॐॐ

गयदन सीधी यखो शय य सवसथ औय टटटाय दवदश औय आॉखो की ऩतलरमाॉ ऊऩय की तयप तमहाय सॊऩण शकतिमाॉ ऊऩय की ओय उठ यह ह अनबव कयत चरो कक अऩन आतभा की शकतिमो का ववकास हो यहा ह तमहाय भन औय फवदध का ववकास हो यहा ह भन भजफत हो यहा ह ॐॐॐ

सॊकलऩ कयत जाओ कक अफ तभ हलक रोगो क सॊग नह ॊ कयोग ववषमी रोगो क सॊऩक स दय यहोग ददवम ईदवय म भाग ऩय चरन वार साधक रोगो स ह दोसती यखोग

तभ ऋवष-भननमो क वॊशज हो तमहाय लरम आतभा क परकाश भ ह ववचयना शोबनीम ह तभ उस आतभगगन भ गनतभान हो यह हो आनतरयक शकतिमो को खोजन क लरए अदबत साहस लभर यहा ह ॐॐॐ

हभाया जीवन ऩववि हो यहा ह औय सदा क लरए ऩववि यहगा बीतय की शकतिमाॉ ऊऩय उठ यह ह हभाया साधनारऩी हवाई जहाज उततयोततय ऊऩय जा यहा ह फरगाडी हजाय सार चर कपय बी सागय क ऩाय नह ॊ जा सकती रककन हवाई जहाज उड तो ऩाॉच घणट भ ह दश-ववदश की मािा कया द इसी परकाय तभ ऩयभातभा की ओय मािा कयन क लरए ऊऩय उठ यह हो

ऊऩय उठो औय ऊऩय तभ ककसक लशषम हो मह ऩता ह न हभ दफर जीवन नह ॊ तरफताना ह तभ ककन पराचीन ऋवष-भननमो क वॊशज हो तमह ऩता ह न

फर आतभफर

तमहाय भानलसक शकतिमो का ववकास हो यहा ह तमहाय फवदध खखर यह ह तमहाय ऊऩय ऩयभातभा की कऩा फयस यह ह ॐॐॐ

तमहाय शकतिमो का वाममान ऊॉ च उड यहा ह तमहाय जीवन का हलरकॉपटय ऊऩय की ओय मािा कय यहा ह ॐॐॐ

अफ तमहाया परगाढ धमान रग यहा ह ॐ शाशचनत शाशचनत शाशचनत

अनकरभ

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चचततववशराशचनत-परमोग

चचतत क उऩशभ क लरए एक परमोग खफ उऩमि ह

ककसी सवचछ एकानत सथान भ कमफर मा टाट का आसन तरफछाकय उस ऩय रट जाओ अफ शय य को खफ खीॊचो ऩय स लसय तक तभाभ अॊगो को कसयत लभर जाम यगयग को वमामाभ लभर जाम इस परकाय शय य को तनाव दो जस कतता मा तरफलर अऩन शय य को रमफा कयक खीॊचत ह वस दो ढाई लभनट तक हाथ ऩाॉव को पराकय खफ खीॊचो नस-नाकतडमाॉ जो काभ न कयती हो व बी काभ कयन रग जाम

दो ढाई लभनट क फाद शय य को खीॊचना छोड दो सफ अॊगो को ढ र छोड दो एकदभ शानत ऩड यहो शचजहवा को भख स फाहय ननकारकय दाॉतो स हलकी सी दफाओ होठो को फनद यखो दोनो हाथो की ऩहर उॊगर अॉगठ स दफाओ इस परकाय ऻानभिा भ औय ववशराशचनत भिा शवासन का परमोग कयो ऻानभिा स ऻानतॊतओॊ को ऩवदश लभरती ह थोडी दय क फाद अगय ऻानभिा भ औय शचजहवा को फाहय यखन भ ऩरयशरभ जसा भहसस हो तो दोनो को छोड दो तरफलकर सवाबाववक आयाभदामक शचसथनत रग इस परकाय हाथो को घटनो की ओय परा दो तन औय भन को ऩण आयाभ कयन दो

अऩन चचतत को ककसी बी परकाय क चचनतन की फकतडमाॉ न ऩहनाओ चचतत को ननशचदळॊत कय दो मदद कोई चचनतन होन रग तो उस चचनतन को सावधान होकय ननहायत जाओ दवासोचवास को ननहायत जाओ जस बगवान ववषण ीय सागय भ मोगननिा भ ववयाजभान ह वस तभ बी अऩन साधना क आसन ऩय मोगननिा भ ववशराशचनत ऩात जाओ बावना कयत जाओ कक हभ आयाभ ऩा यह ह अऩन अनतमाभी याभ भ

इस सभम आऩका कोई कततवम नह ॊ कोई चचनता नह ॊ आऩ ऩण आयाभ ऩा यह हो चचतत को ववशराशचनत क परसाद भ ऩावन होन दो

मह चचवततशराशचनत परमोग तभाभ परकाय क दोषो को दय कयन भ सहाम दगा इसस अचछ-अचछ ववचाय उतऩनन होत ह औय आयोगम ऩदश होता ह

अनकरभ

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पराथना-ननझय

ऩयभातभ-चतनम भ अननत अननत परकाय की ववततमाॉ उठती ह औय अननत परकाय स सतता सपनत औय साभरथम लभरता ह कपय बी जो ऩण का ऩण ह उस ऩण ऩरषोततभ का हभ धमान कयत ह

सॊसाय की वासना स बटकत जीवो को जनभ-भयण क चकर स फचान क लरए शचजस ऩयभातभा न सतशासतरो औय सतऩरषो का साशचननधम ददमा उस ऩयभ सरद ऩयभातभा का हभ धमान कयत ह अफोध फारक को कीतन धमान बकति मोग क ऩववि साधन दकय शचजस ऩयभातभा न अऩना साातकाय कयान की वमवसथा यखी ह उस ऩयभातभा को हभ पमाय कयत ह औय उसी भ हभ ववशराभ ऩात ह

शचजस पमाय ऩयभातभा न हभ भानवदह ददमा सदफवदध दो शरदधा द सतसॊग भ जान की परयणा द उस ऩयभ सरद ऩयभातभा को हभ पमाय कयत ह उस परब की कऩा स हभाय ऩाशवी ववततमाॉ फदरकय आतभालबभख हो यह ह सनह क सागय उस ऩयभातभा को पराथना कयत ह कक ह

परब हभाय ववततमाॉ उततयोततय आऩक अलबभख होती यह औय एक ददन ऐसा आ जाम कक उन सफ ववततमो स ऩाय होकय ववततमो क आधायसवरऩ आऩ ऩयभातभा भ हभाया अहॊ ववरम हो जाम आऩकी ऩयभ चतना भ ऩयभ शाॊनत भ ऩयभ पमाय भ ऩयभ साभरथम भ आऩक ऩयभ सनदय सवरऩ भ हभाय भन की ववततमाॉ शानत हो जाम हभाय चचतत की चतना शचजस सतता स आती ह उस ऩयभ सतता भ हभ जलद स जलद ववशराशचनत ऩाम

हभ परनतददन भौत की तयप सयक यह ह ह जीवनदाता परब ह अभय आतभदव ह ऩयभातभ दव ह गरदव हभ भौत क ऩहर अभयता का अऩन असर सवरऩ का साातकाय कय र अऩन आऩको जान र अनमथा जगत का सफ जाना हआ अनजाना हो जामगा जगत का ऩामा हआ सफ ऩयामा हो जामगा ऐसी घकतडमाॉ आमगी कक हभ अऩन घय भ ह ऩयाम हो जामग अऩन ऩरयवाय ह ऩयाम हो जामग अऩन रयशत-नातो भ ह ऩयाम हो जामग रोग हभ शभशान भ र जामग चचता की बबकती आग इस शय य को जरामगी शय य को अशचगन जराम उसक ऩहर ह परब तमहाय ऻानाशचगन स हभाय भभताएॉ औय आसकतिमाॉ जर जाम ह गरदव आऩक उऩदश क परबाव स हभाया अहॊ फाचधत हो जाम रोग हभ शभशान भ छोड जाम उसक ऩहर हभ तभ तक ऩहॉच जाम ह परब तभ दमा कयना अऩन घय भ हभ ऩयाम हो जाम उसस ऩहर हभ तय घय ऩहॉच जाम तय दराय ऩहॉच जाम ह दवश ह जगद श असतो भा सदगभम तभसो भा जमोनतगभम भतमोभाऽभतॊ गभम

हभ असत आसकतिमो स फचा हभ असत वासनाओॊ स फचा हभ असत अहॊकाय स फचा असत समफनधो स हभ फचा असत इचछाओॊ स फचा ह भय सतम-सवरऩ परभ-सवरऩ आननद-सवरऩ ईदवय ह अनतमाभी ह भीया क कनहमा ह शफय क याभ ह नाभदव क ववटठर ह धनना क ठाकयजी ह मोचगमो की आतभा तय अननत नाभ ह अननत रऩ ह भ नह ॊ जानता तझ ककस ववचध रयझाऊॉ रककन त तो जानता ह

ह दमाननध परबो हभ असतम स ननकर सक मह हभाय फस की फात नह ॊ रककन तय करणा ऩय बयोसा ह तय कऩा ऩय बयोसा ह त हभ असतम अहॊकाय स असतम आसकतिमो स फचाकय ऩाय रगा द हभाय जीवन नमा असतम अहॊकाय स असतम आसकतिमो स असतम दह की भभता स हभाया जीवन फयफाद हआ जा यहा ह असतम ऩदाथो भ हभाया आमषम नदश हो यहा ह हभ अनधकाय स फचाकय अऩन परभ परकाश की ओय र चर ऻान-परकाश की ओय र चर अहॊ बरहमाशचसभ क खजान की ओय र चर

हभ कफ तक इस बवाटवी भ बटकना ऩडगा कफ तक सॊसाय क समफनधो भ उरझना ऩडगा कफ तक सॊसाय की सयकती हई चीजो क ऩीछ फयफाद होना ऩडगा

ह ऩयभातभा त हभ फर द त हभ अऩन सवबाव भ सभा र

अनकरभ

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हो गई यहभत तय ह पमाय सदगर ऩयभातभा भझ अऩनी आतभ-भसती भ थाभ रो भ सॊसारयमो क अऻान

भ कह ॊ फदर न जाऊॉ भोह-भभता भ कह ॊ कपसर न जाऊॉ

जसीॊ शचजम जान यह जसीॊ तन भ पराण यह परीत सॊधी डोय तो ऩास सयधी यह

डऩ आह भख इहो वञजो भताॊ तो खाॊ भाॊ ववछडी अञाॊ परीत सॊधी डोय सजण आह कचडी

जोयसाॊ जरजा अञाॊ नॊढडो ह फारक तफ तक जी भ जान ह तन भ पराण ह तफ तक भय साधना की डोय भय परीनत की

डोय तय तयप सयकती यह सयकती यह

इस फात का त खमार यखना

आ जया ननाॊ क सदक भझको सदगर थाभर ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

शचजसन फीजो को जभीन भ फो ददमा उसक फीज अननत गन हो गम रककन शचजसन फीजो को नतजोय भ फनद कयक यख ददमा उसक फीज सड गम

जीवन एक बीतय की फहती धाया ह फीज ऩषऩ खखरान क लरम ह ऐस ह आनतरयक फीज आतभऻान का पर खखरान क लरए ह ह इस सीॊचत यहना सावधानी क साथ छोट सकोभर ऩौधो की सया कयत यहना कह ॊ तमहाय साधना क ऩौध ऩषऩो भ ऩरयणत हए तरफना उखाड न ददम जाम इसलरए साधना क सॊसकायो को सॉबारत यहना आहाय की शवदध वमवहाय की शवदध ववचाय की शवदध का खमार यखना परनतददन थोडा फहत अभमास कयत यहना तो म सॊसकायरऩी फीज ऩौधो भ ऩरयणत होत जामग औय ऩौध ऩषऩ दन रगग

ऻान की चचनगाय को पॉ कत यहना जमोनत जगात यहना परकाश फढात यहना ऻानभत क आचभन को दरयमा क रऩ भ फदरत यहना सयज की ककयण को सयज की खफय तक र जाना सदगरओॊ क परसाद को सतम की परानदऱ तक ऩचात यहना

फडी कीभती करणा-कऩा ऩयभातभा की ह सहज भ लभर हई इस ददवम चीज का कह ॊ अनादय न कय फठना तरफना परमास क लभर हई भलमवान चीज का कह ॊ गलती स अऩवमम न कय फठना तरफना शरभ क ऩाम हए ह यो का भलम कह ॊ कॊ कडो स न कय फठना

शचजसक लरए हभ यात-यात बय जग थ घय फाय छोडकय गरओॊ क दराया ऩय बाग थ वह चीज आऩको सहज भ लभर यह ह इसका अनादय भत कय दना इसकी कीभत कह ॊ छोट भत कय दना गरओॊ क परसाद को फढात यहना सॉबारत यहना हाहा ह ह भ कह ॊ इस अभत को तरफखय भत दना

दननमाॉ क चाय ऩसो की रारच भ इस आधमाशचतभक कोह नय को कह ॊ फच भत दना साया ववदव दाॉव ऩय रग जाम कपय बी मह आधमाशचतभक साधना का ह या तमहाया अनभोर यतन ह साय ऩरथवी बी इसका फदरा नह ॊ चका सकती ह

वह ऩयभातभा का धन तमहाय रदम भ परववदश होता यह इस आतभ-खजान का तभ खमार यखना इसकी फडी समहार यखना मह ईदवय म अभानत तमह ददर की झोर भ द जा यह ह उस रौटाओ तो अचधक कयक रौटाना मह ऐसा खजाना ह कक शचजतना ददमा जा यहा ह उसस अननत गना रौटान ऩय बी तमहाय ऩास यततीबय कभ न होगा ऐसी अनठी मह अभानत ह

आधमाशचतभक सॊसकायो क फीज अदबत ढॊग स पट ननकरत ह औय अदबत ढॊग स ववसताय को ऩात ह

साकी की पमार ऩीकय खद भमखाना हो गमा हॉ वऩमा तो पमार बय शयाफ रककन हो गमा शयाफखाना लरमा तो चलर बय रककन हो

गमा सागय

ऩीकय शयाफ भलशद भ खद भखाना हो गमा हॉ मो व बरहमव जानानत तषाॊ दवानाॊ फलरॊ ववहनत

जो उस बरहम ऩयभातभा को जानता ह दवता रोग बी उसका ऩजन कयत ह शकर का आदय-ऩजन इनिदव कयत ह कमोकक शकर बरहमवतता का लशषम ह ऻानी का लशषम बी इनिदव दराया ऩजा जाता ह अगय तभ ऻानी फन जाओग अऩन आतभ-खजान को ऩा रोग तो ककतनी गरयभा होगी

बरकय बी इस खजान का भलम छोटा न कयना कह ॊ सॊसाय की नौकय चाकय को इतना भलम न द फठना कक इस अनभोर खजान को बर जाओ सॊसाय क काम-वमवहाय को इतना भलम न दना कक इस वासतववक खजान को सॉबारन का सभम ह न फच तमहाय ऩास ऐसा धोखा तभ भत खाना भन धोखा दगा कमोकक तभ भन क सवाभी होन क यासत जा यह हो भन अऩना जार तरफछामगा कई चार चरगा भन क तरफछाम हए जार भ चगन क लरए अनन नह ॊ ह भोती नह ॊ ह ववष क कण ऩड ह

हो सक तो भौन ह हो जाना नह ॊ तो इशाय स काभ रना फोरना ऩड तो दो चाय शबदो स काभ ऩया कयना बोजन भ एकाध गरास कभ खा रना नीॊद की एकाध झऩकी कभ स रोग तो बी काभ चर जामगा कबी ऐस ददन बी आ जामग कक तभ ऩाॉव ऩसाय कय सदा क लरए सो जाओग दननमाॉ क रोग ऩकायग चचलरामग तो बी तभ आवाज तक नह ॊ दोग भतम की रमफी नीॊद भ जान स ऩहर तभ मोगननिा भ सो रना सोत-सोत भ याभ भ आयाभ ऩा यहा हॉ इस बाव भ सो रना

परबात भ जफ उठो तफ थोडी दय शानत होकय फठ यहना आतभधमान भ गोता भायना फाद भ ह तरफसतय का तमाग कयना नीॊद भ स उठकय चाय-ऩाॉच लभनट आतभ-चचनतन कयत हए तरफसतय ऩय फठ यहना फहत दहतावह ह ॐॐॐ

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

बजन भान कमा शचजस कभ स शचजस शरवण स शचजस चचनतन स शचजस जऩ स शचजस सवा स बगवदाकाय ववतत फन उस बजन कहा जाता ह

सॊसाय की आसकति लभटान क लरए बजन की आसकति अतमॊत आवशमक ह साय ऻानो व फरो का जो आधाय ह वह आतभफर व आतभऻान ऩाना ह जीवन का उददशम हो जीवन का सम ढरन स ऩहर जीवनदाता भ परनतवदषत हो जाओ अनमथा ऩछताना ऩडगा असपरता औय दफरता क ववचाय उठत ह उस बगवननाभ स औय ऩावन ऩसतको क अधममन स हटा ददमा कयो

अम भानव ऊठ जाग अऩनी भहानता को ऩहचान कफ तक बवाटवी भ बटकगा जो बगवान वकणठ भ करास भ औय ऋवषमो क रदम भ ह वह क वह उतन क उतन तय ऩास बी ह ऊठ जाग अऩन पमाय को ऩहचान सतसॊग कयक फवदध को फढा औय ऩयबरहम ऩयभातभा भ परनतवदषत हो जा

शाफाश वीय शाफाश दहमभत साहस जो कछ कय ऩयभातभा को ऩान क लरए कय मह तझ ऩयभातभा भ परनतवदषत ऩरषो तक

ऩहॉचा दगा औय त बी ऩयभातभा भ परनतवदषत हो जामगा

ॐ ऩजमऩाद सॊत शरी आसायाभजी फाऩ क सतसॊग परवचन स ॐ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

अनकरभ

Page 7: आत्भमग - Hariom Group · 2016. 1. 15. · क *ई ऩुि नह 2, भय कई ऩत्नी नह , भया कई ऩनत नह , भया कई बाई

जागो अऩनी भदहभा भ सवाभी याभतीथ क फोरन का सवबाव था कक भ फादशाह हॉ भ शाहो का शाह हॉ

अभरयका क रोगो न ऩछा आऩक ऩास ह तो कछ नह ॊ लसप दो जोडी गरए कऩड ह याजम नह ॊ सतता नह ॊ कछ नह ॊ कपय आऩ शाहो क शाह कस

याभतीथ न कहा भय ऩास कछ नह ॊ इसलरए तो भ फादशाह हॉ तभ भय आॉखो भ ननहायो भय ददर भ ननहायो भ ह सचचा फादशाह हॉ तरफना ताज का फादशाह हॉ तरफना वसतओॊ का फादशाह हॉ भझ जसा फादशाह कहाॉ जो चीजो का ववषमो का गराभ ह उस तभ फादशाह कहत हो ऩागरो जो अऩन आऩ भ आनशचनदत ह वह तो फादशाह ह ववदव का समराट तमहाय ऩास स गजय यहा ह ऐ दननमाॉदायो वसतओॊ का फादशाह होना तो अहॊकाय की ननशानी ह रककन अऩन भन का फादशाह होना अऩन वपरमतभ की खफय ऩाना ह भय आॉखो भ तो ननहायो भय ददर भ तो गोता भाय क जया दखो भय जसा फादशाह औय कहाॉ लभरगा भ अऩना याजम अऩना वबव तरफना शत क ददम जा यहा हॉ रटाम जा यहा हॉ

जो सवाथ क लरए कछ द वह तो कॊ गार ह रककन जो अऩना पमाया सभझकय रटाता यह वह तो सचचा फादशाह ह

भझ फादशाह को अऩन आऩस दय कहाॉ

ककसी न ऩछा तभ फादशाह हो

हाॉ

तभ आतभा हो

हाॉ

तभ God हो

हाॉ इन चाॉद लसतायो भ भय ह चभक ह हवाओॊ भ भय ह अठखलरमाॉ ह परो भ भय ह सगनध औय चतना ह

म तभन फनाम

हाॉ जफस फनाम ह तफ स उसी ननमभ स चर आ यह ह मह अऩना शय य बी भन ह फनामा ह भ वह फादशाह हॉ

जो अऩन को आतभा भानता ह अऩन को फादशाहो की जगह ऩय ननमि कयता ह वह अऩन फादशाह सवबाव को ऩा रता ह जो याग-दरष क चचनतन भ पॉ सता ह वह ऐस ह कलऩनाओॊ क नीच ऩीसा जाता ह

भ चतनमसवरऩ आतभा हॉ आतभा ह तो फादशाह ह फादशाहो का फादशाह ह सफ फादशाहो को नचानवारा जो फादशाहो का फादशाह ह वह आतभा हॉ भ

अहॊ ननववकलऩो ननयाकाय रऩो

ववबवमापम सवि सवशचनिमाणाभ सदा भ सभतवॊ न भकतिन फनध

चचदाननदरऩ लशवोऽहभ लशवोऽहभ भकति औय फनधन तन औय भन को होत ह भ तो सदा भि आतभा हॉ अफ भझ कछ

ऩता चर यहा ह अऩन घय का भ अऩन गाॉव जान वार गाडी भ फठा तफ भझ अऩन घय की शीतरता आ यह ह मोचगमो की गाडी भ फठा तो रगता ह कक अफ घय फहत नजद क ह बोचगमो की गाकतडमो भ सददमो तक घभता यहा तो घय दय होता जा यहा था अऩन घय भ कस आमा जाता ह भसती कस रट जाती ह मह भन अफ जान लरमा

भसतो क साथ लभरकय भसताना हो यहा हॉ शाहो क साथ लभरकय शाहाना हो यहा हॉ

कोई काभ का द वाना कोई दाभ का द वाना कोई चाभ का द वाना कोई नाभ का द वाना रककन कोई कोई होता ह जो याभ का द वाना होता ह

दाभ द वाना दाभ न ऩामो हय जनभ भ दाभ को छोडकय भयता यहा चाभ द वाना चाभ न ऩामो नाभ द वाना नाभ न ऩामो रककन याभ द वाना याभ सभामो भ वह द वाना हॉ

ऐसा भहसस कयो कक भ याभ का द वाना हॉ रोबी धन का द वाना ह भोह ऩरयवाय का द वाना ह अहॊकाय ऩद का द वाना ह ववषमी ववषम का द वाना ह साधक तो याभ द वाना ह हआ कयता ह उसका चचनतन होता ह कक

चातक भीन ऩतॊग जफ वऩमा फन नह ॊ यह ऩाम साधम को ऩाम तरफना साधक कमो यह जाम

हभ अऩन साधम तक ऩहॉचन क लरए जट ववभान की मािा ककम जा यह ह शचजनह ऩसनद हो इस जट का उऩमोग कय नह ॊ तो रोकर टरन भ रटकत यह भौज उनह ॊ की ह

मह लसदधमोग मह कणडलरनी मोग मह आतभमोग जट ववभान की मािा ह ववहॊग भाग ह फरगाडीवारा चाह ऩचचीस सार स चरता हो रककन जटवारा दो ह घणटो भ दरयमाऩाय की खफय सना दगा हभ दरयमाऩाय भान सॊसायऩाय की खफयो भ ऩहॉच यह ह

ऐ भन रऩी घोड त औय छराॊग भाय ऐ नीर गगन क घोड त औय उडान र आतभ-गगन क ववशार भदान भ ववहाय कय खर ववचायो भ भसती रट दह क वऩॊजय भ कफ तक छटऩटाता यहगा कफ तक ववचायो की जार भ तडऩता यहगा ओ आतभऩॊछी त औय छराॊग भाय औय खर आकाश भ खोर अऩन ऩॊख ननकर अणड स फाहय कफ तक कोचर भ ऩडा यहगा पोड इस अणड को तोड इस दहाधमास को हटा इस कलऩना को नह ॊ हटती तो ॐ की गदा स चकनाचय कय द

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

बवसागय का ककनाया वयागम

आतभा ऩयभातभा ववषमक ऻान परादऱ कयक ननतम आतभा की बावना कय अऩन शादवत सवरऩ की बावना कय अऩन अनतमाभी ऩयभातभा भ आननद ऩाम अऩन उस अखणड एकयस भ उस आननदकनद परब भ उस अदरत-सतता भ अऩनी चचततववतत को सथावऩत कय रऩ अवरोक भनसकाय तथा दशम ददशा दशन म चचतत क पयन स होत ह ववदव तजस पराऻ जागरत सवपन औय सषनदऱ म सफ शचजसस परकालशत होत ह उस सफस ऩय औय सफका अचधदषान जो ऩयभातभा ह उस ऩयभातभा भ जफ परीनत होती ह तफ जीव ननवासननक ऩद को परादऱ होता ह ननवासननक होत ह वह ईदवयतव भ परनतवदषत होता ह कपय फाहय जो बी चदशा कय रककन बीतय स लशरा की नाई सदा शानत ह वलशदषजी कहत ह- ह याभ जी ऐस ऻानवान ऩरष शचजस ऩद भ परनतवदषत होत ह उसी भ तभ बी परनतवदषत हो जाओ

शचजसका चचतत थोडी-थोडी फातो भ उददरगन हो जाता ह घणा याग दरष दहॊसा मा नतयसकाय स बय जाता ह वह अऻानी ह ऻानी का रदम शानत शीतर अदरत आतभा भ परनतवदषत होता ह हभ रोगो न वह परसॊग सना ह कक

भॊकी ऋवष न खफ तऩ ककमा तीथमािा की उनक कषाम ऩरयऩकव हए अथात अनतकयण शदध हआ ऩाऩ जर गम व जा यह थ औय वलशदषजी क दशन हए उनक भन भ था कक साभन धीवयो क ऩाॉच-सात घय ह वहाॉ जाकय जरऩान करॉ गा व क नीच आयाभ ऩाऊॉ गा

वलशदषजी न कहा ह भाग क भीत अऻानी जो आऩ जरत ह याग-दरष भ हम-उऩादम भ जरत ह उनक ऩास जाकय तभको कमा शाशचनत लभरगी जस ककसी को आग रग औय ऩटरोर ऩॊऩ क पववाय क नीच जाकय आग फझाना चाह तो वह भख ह ऐस ह जो आऩस भ याग-दरष स जरत ह जो सॊसाय की आसकतिमो स फॉध ह उनक सॊऩक भ औय उनकी फातो भ आकय ह शचजऻास तय तऩन नह ॊ लभटगी तय तऩन औय याग-दरष औय फढग

ह भॊकी ऋवष तभ ऻानवानो का सॊग कयो भ तमहाय रदम की तऩन लभटा दॉगा औय अकतरिभ शाशचनत दॉगा सॊसाय क बोगो स सॊसाय क समफनधो स जो शाशचनत लभरती ह वह कतरिभ शाशचनत ह जफ जीव अनतभख होता ह जफ ऩयभातभालबभख होता ह चचतत शानत होता ह तफ जो शाशचनत लभरती ह वह आशचतभक शाशचनत ह

वासनावार को अशाशचनत ह वासना क अनरऩ वसत उस लभरती ह तो थोडी दय क लरए शाशचनत होती ह रोबी को रऩमो स रगाव ह रऩम लभर गम तो खशी हो गमी बोगी को बोग लभर तो खशी हो गमी साधक ऐसी कतरिभ शाशचनत ऩाकय अऩन को बागमवान नह ॊ भानता साधक तो फाहय की चीज लभर मा न लभर कपय बी बीतय का ऩयभातभ-ऩद ऩाकय अऩना जीवन धनम कयता ह वह अकतरिभ शाशचनत परादऱ कयता ह

सॊसाय का तट वयागम ह वववक ऩदा होत ह वयागम का जनभ होता ह शचजसक जीवन भ वयागमरऩी धन आ गमा ह वह धनम ह

वलशदषजी कहत ह- ह भॊकी ऋवष तभ सॊसाय क तट ऩय आ गम हो अफ तभ भय वचनो क अचधकाय हो

बरहमवतता भहाऩरषो क वचनो का अचधकाय वह हो सकता ह शचजसन वववक औय वयागमरऩी सॊऩवतत ऩा र ह शचजसन वववक स सॊसाय की असायता दख र ह शचजसन वववक स शय य की णबॊगयता दख र ह ऐसा वववकपरधान जो साधक होता ह उसको वयागम उतऩनन होता ह वयागमरऩी धन स शचजसका चचतत सॊसकत हो गमा ह उस आतभऻान क वचन रगत ह जो भढ ह ऩाभय ह व ऻानवानो क वचनो स उतना राब नह ॊ र ऩात शचजतना वववकी औय वयागमवान र ऩाता ह

भॊकी ऋवष वववक-वयागम स सॊऩनन थ वलशदषजी का दशन कयक उनको अकतरिभ शाशचनत का एहसास हआ व कहन रग

बगवन आऩ सशय य ददख ऩडत हो रककन आकाश की नाई शनम रऩ हो आऩ चदशा कयत ददख ऩडत हो रककन आऩ चदशा स यदहत हो आऩ साकाय ददखाई दत हो रककन आऩ अनॊत बरहमाणडो भ पर हए ननयाकाय तवव हो ह भननशादर आऩक दशन स चचतत भ परसननता छा जाती ह औय आकषण ऩदा होता ह वह आकषण ननदोष आकषण ह सॊसारयमो की भराकात स चचतत भ ोब ऩदा होता ह सम का तज होता ह वह तऩाता ह जफकक आऩका तज रदम भ ऩयभ शाशचनत दता ह ववषमो का औय सॊसाय रोगो का आकषण चचतत भ ोब ऩदा कयता ह औय आऩ जस ऻानवान का आकषण चचतत भ शाशचनत ऩदा कयता ह जफकक ऻानी का आकषण ऩयभातभा क गीत गॉजाता ह बीतय की शाशचनत दता ह आननद दता ह ऩयभातभा क परसाद स रदम को बय दता ह

ह भनीदवय आऩका तज रदम की तऩन को लभटाता ह आऩका आकषण बोगो क आकषण स फचाता ह आऩका सॊग ऩयभातभा का सॊग कयानवारा ह अऻाननमो का सॊग द खो औय ऩाऩो का सॊग कयान वारा ह जो घकतडमाॉ ऻानी की ननगाहो भ फीत गई जो घकतडमाॉ ऩयभातभा क धमान भ फीत गई जो घकतडमाॉ भौन भ फीत गई जो घकतडमाॉ ऩयभातभा क परसाद भ फीत गई व अकतरिभ शाशचनत की घकतडमाॉ ह व घकतडमाॉ जीवन की फहभलम घकतडमाॉ ह

ह भननशादर आऩ कौन ह मदद भझस ऩछत हो तो भ भाणडवम ऋवष क कर भ उतऩनन हआ भॊकी नाभक बराहमण हॉ सॊसाय की नदवयता दखकय सॊसाय क जीवो को हम औय उऩादम गरहण औय तमाग (छोडना-ऩकडना) स जरत दखकय भ सतम को खोजन गमा कई तीथो भ गमा ककतन ह जऩ-तऩ ककम कई वरत औय ननमभ ककम कपय बी रदम की तऩन न लभट

जऩ तऩ वरत औय तीथ स ऩाऩ दय होत ह कषाम ऩरयऩकव होत ह कषाम ऩरयऩकव हए ऩाऩ दय हए तो ऻानी का सॊग होत ह अकतरिभ शाशचनत लभरन रगती ह आननद आन रगता भौन भ परवश होन रगता ह साधक अरख ऩरष भ जगन क मोगम होता ह

भॊकी ऋवष वलशदषजी का सॊग ऩाकय अकतरिभ शाॊनत को परादऱ हए बीतय क परसाद को उऩरबध हए ऩयभातभा-ववशराशचनत ऩामी ऩयभातभ-ववशराशचनत स फढकय जगत भ औय कोई सख नह ॊ औय कोई धन नह ॊ औय कोई सामराजम नह ॊ

व घकतडमाॉ धनम ह शचजन घकतडमो भ ऩयभातभा की परीनत ऩयभातभा का चचनतन औय ऩयभातभा का धमान होता ह

परनतददन अऩन अनतकयण का ननभाण कयना चादहए अऩन अनतकयण भ ऩयभातभा का ऻान बयकय उसका चचनतन कयन स अनतकयण का ननभाण होता ह अऻान स अऻाननमो क सॊग स अऻाननमो की फातो स अनतकयण भ अववदया का ननभाण होता ह औय जीव द ख का बागी फनता ह

चचतत भ औय वमवहाय भ शचजतनी चॊचरता होगी शचजतनी अऻाननमो क फीच घसपस होगी शचजतनी फातचीत होगी उतना अऻान फढगा शचजतनी आतभचचा होगी शचजतना तमाग होगा दसयो क दोष दखन क फजाम गण दखन की परववतत होगी उतना अऩन जीवन का कलमाण होगा

अगय हभ अऩन जीवन की भीभाॊसा कयक जानना चाह कक हभाया बववषम अनधकायभम ह कक परकाशभम ह तो हभ जान सकत ह दख सकत ह ककसी वमकति को दखत ह उसस वमवहाय कयत ह तफ उसक दोष ददखत ह तो सभझो हभाया जीवन अनधकायभम ह कोई ककतना बी हभाय साथ अनचचत वमवहाय कयता ह कपय बी हभ अऩना दोष ददख औय उसक गण ददख तो सभझ रना कक हभाया बववषम उजजवर ह इसस बी उजजवर जीवन वह ह शचजसभ न गण ददख न दोष ददख सॊसाय सवपन जसा बासन रग सॊसाय को सवपन-सा दखन वारा अऩना आऩा ऩयभातभा भ ववशराभ ऩाव ऐसी पमास ऩदा हो जाम तो सभझ रना कक बववषम फडा सहावना ह फडा भॊगरकाय ह इस फात ऩय फाय-फाय धमान ददमा जाम

दवताओॊ भ चचा चर कक इस सभम ऩरथवी ऩय सफस शरदष ऩरष कौन ह सवगण-समऩनन कौन ह पराणी भाि भ गण दखनवारा कौन ह सवशरदष वमकतितव यखन वारा कौन ह

इनि न कहा कक इस सभम ऩरथवी ऩय ऐस ऩयभ शरदष ऩरष शरीकषण ह उनको ककसी क दोष नह ॊ ददखत अवऩत गण ह ददखत ह व पराणी भाि का दहत चाहत ह उनक भन भ ककसी क परनत वय नह ॊ शरीकषण जसा अदबत वमकतितव शरीकषण जसा गणगराह ऩन इस सभम ऩरथवी ऩय औय ककसी क ऩास नह ॊ ह इस परकाय इनि न शरीकषण की दवदश का उनक वमकतितव का खफ आदय स वणन ककमा

एक दव को कतहर हआ कक शरीकषण ककस परकाय अनॊत दोषो भ बी गण ढॉढ ननकारत ह वह दवता ऩरथवी ऩय आमा औय जहाॉ स शरीकषण गवारो क साथ गजयन वार थ उस यासत भ फीभाय योगी कतता होकय बलभ ऩय ऩड गमा ऩीडा स कयाहन रगा चभडी ऩय घाव थ भशचकखमाॉ लबनलबना यह ॊ थीॊ भॉह पटा यह गमा था दगनध आ यह थी उस दखकय गवारो न कहा नछ नछ मह कतता ककतना अबागा ह इसक ककतन ऩाऩ ह जो द ख बोग यहा ह

शरीकषण न कहा दखो इसक दाॉत ककतन अचछ चभकदाय ह मह इसक ऩणमो का पर ह

ऐस ह द ख-दद भ योग भ ऩयशानी भ वविोह भ औय अशाॊनत क भौक ऩय बी शचजसभ गण औय ऩयभ शानत ऩयभातभा दखन की उतसकता ह शचजसक ऩास ऐसी ववधामक ननगाह ह वह आदभी ठीक ननणामक होता ह ठीक ववचायक होता ह रककन जो ककसी ऩय दोषायोऩण कयता ह बोचगमो की हाॉ भ हाॉ लभरता ह ऻानवानो की फातो ऩय धमान नह ॊ दता सॊसाय भ आसकति कयता ह अऩन हठ औय दयागरह को नह ॊ छोडता उस आदभी का बववषम अनधकायभम हो जाता ह

शासतर न कहा फदध परॊ अनागरह फवदध का पर कमा ह फवदध का पर ह बोगो भ औय सॊसाय की घटनाओॊ भ आगरह नह ॊ यहना फडा लसदध हो तरिकार ऻानी हो रककन हम औय उऩादम फवदध हो तो वह तचछ ह

हम औय उऩादम फवदध कमा ह हम भान तमाजम उऩादम भान गराहय जफ जगत ह लभरथमा ह तो उसभ मह ऩाना ह मह छोडना ह मह कयना ह मह नह ॊ कयना ह ऐसी फवदध जफ तक फनी यहगी तफ तक वह फवदध अकतरिभ शाशचनत भ दटकगी नह ॊ अकतरिभ शाशचनत भ दटकन क लरए हमोऩादम फवदध का तमाग कयना ऩडता ह तमाजम औय गराहय की ऩकड न हो

पर खखरा ह ठीक ह दख लरमा फरफर गीत गा यह ह ठीक ह सन लरमा रककन कर बी पर खखरा हआ यह फरफर गाती हई सनाई ऩड योट ऐसी ह लभरती यह पराना आदभी ऐसा ह वमवहाय कय परानी घटना ऐसी ह घट ऐसा आगरह नह ॊ जफ जगत ह लभरथमा ह तो उसकी घटनाएॉ कस सतम हो सकती ह जफ घटनाएॉ ह सतम नह ॊ तो उसक ऩरयणाभ कस सतम हो सकत ह जो बी ऩरयणाभ आमग व फदरत जामग ऐसी ऻान-दवदश शचजसन ऩा र गरओॊ क ऻानमि वचनो को शचजसन ऩकड लरमा वह साधक बीतय की मािा भ सपर हो जाता ह

बरहमवतता की अधमातभ-ववदया फयसती यह रककन साधक भ अगय वववक-वयागम नह ॊ ह तो उतना राब नह ॊ होता फयसात सडको ऩय फयसती यह तो न खती होती ह न हरयमार होती ह ऐस ह शचजनका चचतत दोषो स अहॊकाय स बोगो स कठोय हो गमा ह उन ऩय सॊतो क वचन इतनी हरयमार नह ॊ ऩदा कयत शचजनक चचतत वववक-वयागम स जीता गमा ह उनको ऻानी सॊतो क दो वचन बी घडीबय की भराकात बी रदम भ फडी शाशचनत परदान कयती ह

भॊकी ऋवष का रदम वववक वयागम स जीता हआ था वलशदषजी की भराकात होत ह उनक चचतत भ अकतरिभ शाशचनत आननद आन रगा शचजतनी घकतडमाॉ चचतत शानत होता ह उतनी घकतडमाॉ भहातऩ होता ह चचतत की ववशराशचनत फहत ऊॉ ची चीज ह हमोऩादम फवदधवार को चचतत की ववशराशचनत नह ॊ लभरती मह छोड कय वहाॉ जाऊॉ औय सखी होऊॉ मह हम-उऩादम फवदध ह जो जहाॉ ह वह ॊ यहकय हमोऩादम फवदध छोडकय बीतय की मािा कयता ह तो वह ऊॉ च ऩद को ऩाता ह जो छोडन ऩकडन भ रगा ह तो वह वकणठ भ जान क फाद बी शाशचनत नह ॊ ऩाता

इसलरम हमऩादम फवदध छोड द शचजस सभम जो पज ऩड शचजस सभम गर औय शासतर क सॊकत क अनसाय जो कततवम कयन का हो वह मॊि की ऩतर की नाई कय लरमा रककन दसय ह ण अऩन को कतता-धतता न भान जस लभटटी भ फठत ह कपय कऩड झाड कय चर दत ह इसी परकाय वमवहाय कयक सफ छोड दो कतवव चचतत भ न आ जाम कतववबव औय बोितवबाव अगय ह तो सभाचध होन क फाद बी ऩतन की कोई सॊबावना नह ॊ अदशावकर भनन कहत ह-

अकततवॊ अबोितवॊ सवातभनो भनमत मदा तदा ीणा बवनतमव सभसताशचदळततवततम

जफ ऩरष अऩन आतभा क अकतताऩन को औय अबोिाऩन को भानता ह तफ उसकी समऩण चचततववततमाॉ कयक नाश होती ह

चचतत भ जफ अकततव औय अबोितव कक ननदषा जभन रगती ह तो वासनाएॉ ीण होन रगती ह कपय वह ऻानी मॊि की ऩतर की नाई चदशा कयता ह

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

आतभ-अवगाहन

तमहाय शचजतनी घकतडमाॉ ऩयभातभा क धमान भ फीत जाम व साथक ह शचजतनी दय भौन हो जाम वह कलमाणपरद ह दवास की गनत शचजतनी दय धीभी हो जाम वह दहतावह ह भॊगरकाय ह

फठत वि हभाया दवास नालसका स फायह उॊगर तक फाहय जाता ह चरत सभम अठायह सोत सभम चौफीस उॊगर तक दवास का पपकाय जाता ह औय भथन क सभम तीस उॊगर तक दवास की ऊजा खतभ होती ह फठन की अऩा धमान भ दवास फहत कभ खच होती ह इसस भन बी शानत होता ह आमषम बी फढता ह कछ दवास कभ खच होन क कायण भानलसक व फौवदधक थकान बी उतयती ह

शचजतनी दय हो सक उतनी दय शानत फठ यहो तमहाय दवास की गनत भनद होती चर जामगी सववगण फढता जामगा सॊकलऩ पलरत होन रगग धमान कयत-कयत दवास की रॊफाई

कभ हो जाम फायह उॊगर क फदर दस उॊगर हो जाम तो तमह दादय आदद लसवदधमाॉ परादऱ होन रगती ह नौ उॊगर तक दवास चरन रग तो थोडा-सा ह ननहायन भाि स शासतरो क यहसम सभझन रग जाओग आठ उॊगर तक दवास की रमफाई यह जाम तो तभ दवताओॊ की भसरत को जानन रग जाओग दसयो क चचतत को ऩढ रो ऐसी मोगमता ननखयन रगती ह

ऩाॉच-छ उॊगर तक पपकाय ऩहॉच ऐसा दवास फन जाम तो तमहाया चचतत खफ शाशचनत औय आननद का अनबव कयन रगगा तमहाय शय य क वामबरशन सववपरधान होन रगग दवास की गनत चाय उॊगर तक आ जाम तो अनऩभ ओज की परानदऱ होती ह तीन मा दो उॊगर तक दवास की रॊफाई आ जाम तो सववकलऩ सभाचध रग सकती ह एक उॊगर तक दवास आ जाम तो आननदानगत सभाचध की उऩरशचबध हो जाती ह अगय दवास बीतय ह थभ जाम तो कवर कमबक की उचच दशा ननववकलऩ सभाचध तक परादऱ हो जाती ह तफ साधना कयन वारा साधक नह ॊ फचता वह लसदध हो जाता ह

धमान कयत वि दखन भ तो तभ चऩ फठ हो रककन बीतय फहत कछ मािा कय यह हो फाहय स नासभझ रोग फोरग कक मह कछ नह ॊ कय यहा ह रककन आऩक दराया वासतव भ फहत कछ फदढमा हो यहा ह वषो तक भजदय कयक फाहय का अथक ऩरयशरभ कयक जो न कभा सक हो वह इन धमान क णो भ कभा रत हो मगो तक जनभत-भयत आम हो रककन उस सतमसवरऩ ऩयभातभा क कय फ नह ॊ जा ऩाम हो वहाॉ अफ फठ-फठ भौन औय धमान क णो भ जा यह हो चऩचाऩ फठ-फठ तमहाया भन उस आननद क सागय ऩयभातभा क कय फ जा यहा ह

धमानावशचसथत तद गतन भनसा ऩशमशचनत मॊ मोचगन मषाॊ तॊ न ववद सयासयगणा दवाम तसभ नभ

धमान कयत सभम दवासोचछवास की गनत को ननहायत जाओ दढ सॊकलऩ दोहयात जाओ कक भया चचतत ऩयभातभा भ शानत हो यहा ह भय चचतत की चॊचरता लभट यह ह ऩाऩ औय सॊताऩ लभट यह ह कभो क कसॊसकाय ऩयभातभा क ऩववि धमान भ धर यह ह भय ददर की चनरयमा यॊगी जा यह ह ऩयभातभा क यॊग स

भय साहफ ह यॊगयज चनय भोय यॊग डाय धोए स छट नह ॊ ददन ददन होत सयॊग

दो बौहो क फीच आऻाचकर भ धमान कयत जाओ वहाॉ अऩन इदश दवी-दवता मा ककसी वपरम ऩीय पकीय अथवा पमाय सदगर क ववगरह क धमान कयो ॐकाय की यिवणी आकनत का बी धमान कय सकत हो

आऻाचकर भ धायणा कयन स फहत साय शकतिमो का ववकास होता ह ऻान का अथाह खजाना खरन की कॉ जी वहाॉ छऩी ह वहाॉ धमान कयत हए ॐकाय का द घ सवय स गॊजन कयत जाओ ऩय ननबमता औय साहस को अऩन योभ-योभ भ बय जान दो चचनता बम शोक अशाशचनत की कलऩनाओॊ को ॐकाय की ऩववि गदा स बगा दो

ऐ बम ऐ चचनता ऐ ऩयशानी दय हटो अफ हभ आतभ-खजाना लभर यहा ह ॐकाय की ऩववि गदा हभाय हाथ भ ह ऐ चचनताएॉ तमह हभ चकनाचय कय दग ॐ

ऐ दफर ववचाय ऐ दफर चचतत तझभ ॐकाय का साभरथम बया जा यहा ह अफ दफरता छोड ॐ

ओ नकायातभक ववचाय ओ असपरता की कलऩनाएॉ दय हटो अननत बरहमाणडो का सवाभी ऩयभातभा हभाय साथ औय हभ बमबीत ईदवय की असीभ शकतिमाॉ हभस जडी हई औय हभ चचशचनतत नह ॊकबी नह ॊ ॐॐॐॐॐ

ऐ चचनताएॉ ऐ दफर ववचाय दय हटो हभ ऩववि ॐकाय की गदा रकय तमह कचर डारग हभाय साथ जगतननमनता ऩयभातभा हभाय रदम भ सवशकतिभान ईदवय औय ऐ दफर ववचाय त हभ दफर ककम जा यहा ह ॐॐ

बम शोक चचनता को जया बी सथान नह ॊ सदव तमहाय चचतत भ ऩयभातभा की शकति भौजद ह अऩना चचतत परसनन यखो कपय तभस ऩववि काम अऩन आऩ होन रगग अऩन चचतत को ऩयभातभा क साथ जोडा कयो कपय तभ जो बी कयोग वह ऩयभातभा की ऩजा हो जामगी वासनाओॊ को दय प क दो चचनताओॊ औय ननफरताओॊ को दय बगा दो उस परभासऩद ऩयभातभा भ अऩन चचतत को ऩरयतदऱ होन दो ॐआनॊद ॐआननद ॐॐॐ

भ छई भई का ऩड नह ॊ जो छन स भयझा जाता ह भ वो भाई का रार नह ॊ जो हौवा स डय जाता ह

बम आकाॊा घणा चचनता तभ दय हटो ह दहॊसा त दय हट भझ परभ क ऩववि लसॊहासन ऩय ववयाजभान होन द ऐ सॊसाय की आसकति अफ दय हट हभ अऩन आतभबाव भ जग जा यह ह ॐॐॐ

फर ह जीवन ह दफरता ह भौत ह दफर ववचायो को दय हटात जाओ आतभफर आज का परबात आतभपरकाश का परबात हो यहा ह ॐॐॐ

ऐ चचतत की चॊचरता औय भन की भलरनता अफ त ॐकाय क ऩावन परकाश क आग कमा दटकगी ॐॐॐ

ननबमताननशचदळॊतता ननशचषपकयता फऩयवाह ऩय खदाईजम जम

जफ तक नह ॊ जाना था तफ तक ईदवय था औय जफ जाना तो भयआतभा का ह वह नाभ था

बराहमी शचसथनत परादऱ कय काम यह ना शष भोह कबी ना ठग सक इचछा नह ॊ रवरश

नदवय दननमाॉ की कमा इचछा कयना अऩन याभ भ भसत ॐॐॐ

फयस यह ह बगवान की कऩा फयस यह ह ईदवय की अभीदवदश खदाई नय तमहाया योभ-योभ आतभफर स जगता जाम ॐॐॐ

बावना कयो कक हवाई जहाज की नाई शय य भ शकति ऊऩय उठ यह ह आऩ चचदाकाश की ओय ऊऩय उठ यह ह नासभझी क कायण बम शोक औय चचनताओॊ न हभाय भन को घय यखा था हभ भन क बी ददशा औय सदशा ह हभ इशचनिमो औय भन क सवाभी ह हभ दह भ यहत हए बी ववदह आतभा ह हभ चतनम ह जो कफीय भ गनगनामा था जो शरीकषण भ भसकयामा था जो याभदास भ चभका था जो याभकषण भ धमान का यस टऩका यहा था वह आतभा हभाय ऩास ह नह ॊ नह ॊ वह आतभा हभ ह ॐॐॐ

ऐ इनसान याहनभा गररोग तझ अऩनी असलरमत भ जगात ह त इनकाय भत कयना व तझ अऩनी भदहभा भ जगात ह त सनदह भत कय बम औय चचनता भत कय ॐॐॐ

जीवन की सषदऱ शकतिमाॉ जग यह ह जीवन का अधोगभन फदरकय ऊधवगभन हो यहा ह हभ ऊऩय की ओय उठ यह ह हभाया तन औय भन आशचतभक फर स सयाफोय हो यहा ह आज क ऩावन ऩव ऩय आतभसवरऩ भ जगन का सॊकलऩ कयग तमहाय भ अथाह सॊकलऩ का सामराजम ह ईदवय की अदबत सॊकलऩ की साभरथमर रा तमहाय भ छऩी हई ह तभ उस जगन दो कबी दफर ववचाय भत आन दो कबी नकायातभक ववचाय भत आन दो ॐॐॐ

जफ तक दहालबभान की नालरमो भ ऩड यहोग तफ तक चचनताओॊ क फनडर तमहाय लसय ऩय रद यहग तमहाया अवताय चचनताओॊ क जार भ पॉ स भयन क लरए नह ॊ हआ ह तमहाया जनभ सॊसाय की भजदय कयन क लरए नह ॊ हआ ह हरय का पमाया होन क लरए हआ ह हरय को बज सो हरय का होम खवाभखाह चाचा लभटकय बतीजा हो यह हो दफर ववचायो औय कलऩनाओॊ की जार भ फॉध यह हो कफ तक ऐसी नादानी कयत यहोग तभ ॐॐॐ

ववदयतशकति गरतवाकषण की शकति इरकटराननकस की शकति तथा अनम कई शकतिमाॉ दननमाॉ भ सनी गई ह रककन आतभशकति क आग म शकतिमाॉ कछ नह ॊ वह आतभशकति हभ ह ॐॐॐ

अऩन ददर भ आतभ-सनदह असॊबावना मा ववऩय त बावना होन क कायण हभ उस हक स जदा हो गम ह

तीन परकाय क आवयण होत ह असववाऩादक आवयण अबानाऩादक आवयण औय अनाननदाऩादक आवयण

असववाऩादक आवयण शासतर क शरवण स दय होता ह अबानाऩादक आवयण भनन स दय होता ह अनाननदाऩादक आवयण आतससवरऩ भ गोता रगान स दय हो जाता ह ॐॐॐ

फर दहमभतशकति चगडचगडाना नह ॊ ह फरवान होना ह ॐॐॐ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

भानलसक ढॊग स ॐकाय का जऩ कयत जाओ ॐकाय की आननददामी शाशचनत भ खोत जाओ भरभधम भ सवऩातक-नाशक आतभफर-वधक आतभऻान का परकाश कयन वार ॐ का धमान कयत जाओ बावना स भरभधम क गगनऩट ऩय रार यॊग क ॐकाय को अॊककत कय दो आनतय भन भ ॐकाय का गॊजन होता जाम

खफ शाशचनत भ डफत जाओ अऩन शानत सवबाव भ बरहमबाव भ ऩयभातभ-सवबाव भ ऩरयतनदऱ सवबाव भ शानत होत जाओ अनबव कयत जाओ कक सवोऽहभ लशवोऽहभ आतभसवरऩोऽहभ चतनमऽहभ भ चतनम हॉ भ सवि हॉ भ सफभ हॉ भ ऩरयऩण हॉ भ शाॊत हॉ ॐॐॐ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

साधक को अऩन दोष ददखन रग जाम तो सभझो उसक दोष दय हो यह ह दोष अऩन आऩ भ होत तो नह ॊ ददखत अऩन स ऩथक ह इसलरए ददख यह ह जो बी दोष तमहाय जीवन भ हो गम हो उनको आऩ अऩन स दय दखो ॐ की गदा स उनको कचर डारो आतभशाशचनत क परवाह भ उनह डफा दो

ॐ का गॊजन बीतय होता जाम अथवा ॐ शाशचनत ॐ शाशचनत शाशचनत शाशचनत ऐसा भानलसक जऩ कयत हए आतभा भ ववशराशचनत ऩात जाओ

ॐ क अथ का चचनतन कयो इसस भनोयाज ननिा तनिा यासासवाद आदद ववघनो स फच जाओग

आतभशाशचनत भ चचतत को डफात जाओ चचतत की ववशराशचनत साभरथम की जननी ह चचतत की ववशराशचनत अऩन सवरऩ की खफय दन वार ह चचतत की ववशराशचनत सददमो स बटकत हए जीव को अऩन लशव-सवबाव भ जगा दती ह हजाय तीथो भ जान स हजायो हवन कयन स हजाय वरत यखन स वह ऩद नह ॊ लभरता जो चचतत की ववशराशचनत स लभरता ह

उऩदश व सतसॊग सनन का धमान कयन का पर मह ह कक सन हए सतमसवरऩ ऩयभातभा क कय फ र जान वार वचन धमान क दराया दढ होत जाम सनी हई आतभा-ऩयभातभा की भदहभा धमान क दराया अनबव भ आन रग जाम सना हआ सतसॊग कवर सनान वार का ह न यह वह हभाया बी हो जाम मह तो धमान का परमोजन ह

भ ककतना शानतसवरऩ था भझ ऩता न था भ ककतना परभसवरऩ था भझ ऩता न था

सवग क दवो को कछ ऩान क लरए कभ कयना ह तो उनह ऩरथवी ऩय आना ऩडता ह मह कभबलभ ह सफ कभो का जो साय ह उस सायबत भोभाग भ हभ रग ह साय कभ-धभो का अक ह आतभशाशचनत हभ उस ऩयभाननद ऩद की मािा भ सॊरगन हो यह ह धमान का एक-एक ण अदबत ऩणम अशचजत कया यह ह ऩयभातभा भ डफन का सअवसय द यह ह

अऩन इदश को अऩन ऩणमो को धनमवाद दो ॐॐॐ

जो फवदधभान ह व जानत ह कक कफ फोरना ककतना फोरना परऻावान रोग शाशचनत औय आननद क लरए फोरत ह परभ औय परसाद क लरए फोरत ह परभ तो कवर ऩयभातभा भ हो सकता ह औय परसाद कवर उसी का वासतववक परसाद ह शचजसस सफ द ख ननवतत हो जात ह

दढ बावना कयो कक भ सफ हॉ ववशार आकाश की नाई सववमाऩक हो यहा ह भ चचदाकाश-सवरऩ हॉ सम औय चाॉद भझभ रटक यह ह भ चचदाकाश सवरऩ हॉ सम औय चाॉद भझभ रटक यह ह सफ ताय भझभ दटभदटभा यह ह इतना भ ववशार हॉ कई याजा-भहायाजा इस आकाशसवरऩ चतनम भ आ-आकय चर गम भ वह आकाश हॉ भ सववमाऩक हॉ भ कोई ऩरयशचसथनत नह ॊ हॉ रककन सफ ऩरयशचसथनतमो को ऩहचाननवारा आधायसवरऩ आतभा हॉ आननद औय शाशचनत भया अऩना सवबाव ह

इस परकाय अऩनी ववतत को ववशार ववशार गगनगाभी होन दो

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

अऩन ददर भ ॐका ऩयभ ऩावन फीजभॊि का अतमॊत ऩववि ऩयभातभसवरऩ का धमान कयत हए रदम को ऩयभ चतनम अवसथा स शीतर आननद स ऩरयऩण कयत जाओ जस ककसी कोठय भ परकाश पर जाता ह ऐस ह रदम भ चचदाकाश-सवरऩ चचदघन ऩयभातभा-सवरऩ ॐ का चचनतन कयत ह रदम ननभर चचदाकाशवत सवचछ हो यहा ह

ददर भ शाशचनत व परसननता वमादऱ हो यह ह ऐसी दढ बावना क साथ आतभ-शाशचनत भ आतभानॊद भ डफत जाओ अदबत ईदवय म आहलाद को बीतय बयत जाओ वाह वाह

चचदानॊदरऩ लशवोऽहभ लशवोऽहभ परभसवरऩ ऩयभातभ-यस भ रदम ऩरयतनदऱ का अनबव कयता जाम धमान नह ॊ कयना

अऩन आननदभम सवबाव को माद कयक जग जाना ह सवसथ हो जाना ह

भ आननदसवरऩ सखसवर चतनमसवरऩ अऩन सवबाव भ जग यहा हॉ वाह वाह भया सवबाव ह परसननताऩण ह अनतकयण जफ भया चचनतन कयता ह तफ परसनन होता ह अनतकयण जफ भय कय फ आता ह तफ आनशचनदत होता ह आननदो बरहम बरहमनत ऩयभातभन आननद ह बरहम ह कीतन क दराया आननद आम मोग क दराया आननद आम ववदया क दराया आननद आम ऻान क दराया आननद आम म सफ भय ह सवरऩ ह

रदम जफ भय कय फ होता ह भय चचनतन भ होता ह तो भ उस आननद स बय दता हॉ रदम जफ अनम ववषमो की ओय जाता ह तफ भ सववमाऩक आननदसवरऩ होत हए बी वह आननद नह ॊ र ऩाता ॐॐॐ

भझभ याग कहाॉ भझभ दरष कहाॉ भझभ कतताऩन कहाॉ भझभ बोिाऩन कहाॉ भझभ नात औय जात कहाॉ म सफ भन की कलऩनाएॉ थी भनीयाभ का खखरवाड था भन का फना हआ जार था अऩन आतभ-लसॊहासन ऩय फठकय ननहायता हॉ तो भन क जार का कोई

परबाव नह ॊ ह भन की कोई सतता नह ॊ ह भय सतता रकय भन जार फन यहा था भय दवदश उस ऩय ऩडत ह वह शभा गमा जार फनना छोड ददमा ॐॐॐ

चचदाननदरऩ लशवोऽहभ लशवोऽहभ ऩणोऽहभ ऩयभाननदसवरऩोऽहभ

योभ-योभ ऩावन हो यहा ह भय अऩन सवबाव स मह शय य बी ऩावन हो यहा ह भय चचदाननद सवबाव स इस शय य स छकय जो हवाएॉ जाती ह व बी ऩवविता शीतरता परभ औय आननद टऩका यह ह

भ आतभा था भ चतनम था भ परभ सवरऩ था भ आननदसवरऩ था रककन सॊकलऩ ववकलऩो न भझ ढक यखा था अफ व कछ सथचगत हए ह तो ऩरयतनदऱ का अनबव हो यहा ह भ तो ऩहर स ह ऐसा था

ह या धर भ ढक गमा था तफ बी वसा ह चभकदाय था रककन रोगो को ददखता नह ॊ था भन भन को फवदध को इशचनिमो को तन को ऩववि ककमा परकालशत ककमा तफ व आननद को परादऱ हए भ तो उसक ऩहर बी ऐसा ह आननदसवरऩ था वाह वाह

चचतत की चॊचरता होगी तफ भया मह आननदसवबाव चचतत स छऩ जामगा तफ बी भ होऊॉ गा वसा ह

भ फोधसवरऩ हॉ भ जफ जानन वारा चतनम चचदातभा हॉ सवपन की तयॊग आमी औय ववरम हो गई जागरत क ववचाय व कभ आम औय फदर गम रककन भ अफदर आतभा हॉ फचऩन आमा औय फदर गमा भ अफदर आतभा हॉ ककशोयावसथा आमी औय फदर गई रककन भ अफदर आतभा वह का वह मवावसथा आ यह ह औय जा यह ह रककन भ वह का वह वदधावसथा आमगी औय जामगी रककन भ वह का वह भ ददशा भाि चचदघन चतनम हॉ ॐ ॐ ॐ

भ परसनन आननदसवरऩ चतनम हॉ नाहक द खद ववचाय कयक ववयोधी ववचाय कयक भन अऩन सवरऩ ऩय ववचायो की भलरन चददय ढक द थी अफ ॐकाय की उस अदरत आननदसवरऩ ऩयभातभा की एक सहावनी रहय दराया भन उस कलऩनाओॊ की चददय को हटामा तो भ अऩन आऩ भ ऩरयतदऱ हो यहा हॉ मोगाननद का अभत मोग क दराया आतभाननद का अभत भय रदम भ बया जा यहा ह

चचनता बम ववकाय भोह भामा इनको भ जानता ह नह ॊ हॉ म सफ तो भया भदोनभतत भनरऩी वजीय जानता होगा

कसा आननद कौन ककसस कह भानो गॉग न गड खामा

धमान कयन की चाराकी छोड दो सतसॊग भ फठन क फाद समानाऩन छोड दो इस भनबाई (भन) को धमान कयन की फहत इचछा होती ह वह चाराक फनता ह कक भ धमान करॉ अय भनबाई त चऩ हो जा फठा यह अऩनी जगह

अफ धमान कयग तो भन अडचन डारगा गाडी भ फठन क फाद अऩनी गठरयमाॉ लसय ऩय उठान जसा होगा अफ तो सदगर कऩा की भोगाडी भ फठ गम तो आयाभ पयभाओ बरहमाननद की गाडी अऩन आऩ र जा यह ह

आननद औय शाशचनत भया सवबाव था भझ ऩता न था परभ औय परसननता भया जनभलसदध सवबाव था रककन कलऩनाओॊ न नादानी क ववचायो न ढक यखा था भय सवबाव को अफ सनतो क शासतरो क सदगर क वचनो स नादानी छट गई ॐकाय की झाड स कछ अहोबाव क धकक स कछ शरदधा स ववचायो की ऩत हट गई कचया साप हो गमा तवववसत जमो की तमो ददखन रगी आननद छरकन रगा अफ खर आॉखो स भ सवि अऩन को ननहाय सकता हॉ सफ भ एक एक भ सफ का अनबव कय सकता हॉ खर आॉखो स बी भ भसती भ यह सकता हॉ अऩन सवबाव भ ऩरयतदऱ हो सकता ह ॐॐॐ

भय सनी हई सफ कथाएॉ पर गई भय ककम हए सफ जफ-तऩ पलरत हो गम भय सवा औय ऩणम पलरत हो यह ह दहालबभान का कचया हटता जा यहा ह औय आतभसवबाव का नशा चढा जा यहा ह

अफ कछ कयन का सॊकलऩ उठ तो ॐ की झाड स उस हटा दो भकान फनवाना ह दवाखाना खोरना ह धनधा कयना ह दय हटो म सफ सॊकलऩ म सफ झीर की सतह ऩय काई ह एक हाथ मॉ भाया दसया हाथ मॉ भाया तो भामा की काई दय कपय ननभर ऩानी ह ऩानी बरहमाननद ह बरहमाननद

जगशचननमनता ऩयभातभा होकय बी चऩयासी की नौकय कयनी ह साहफ को सराभ कयना ह शचजसको गयज होग वह सराभ कयन आमगा चाचा लभटकय बतीज कमो होत हो ॐ ॐ ॐ

भझ ऩण चतनम को ककसकी आवशमकता ह भझभ कतताऩन कहाॉ आवशमकताएॉ तो दह की होती ह राखो कयोडो दह हई औय उनकी सफ आवशमकताएॉ ऩय कयत यह कपय बी भयती ह यह हय जनभ भ फना-फनाकय छोडत आम जफ तक नह ॊ ककमा तफ तक रगता ह कक भकान फनाम फड बवन फनाम बवम आशरभ खोर रककन कयन क फाद रगता ह कक इसको कोई सॉबार र तो अचछा ह हभ नह ॊ चादहए

अफ कयन-धयन क सॊकलऩ सफ छोड दो मह बरहमाणड अऩन तरफना कछ ककम ह धभाधभ चरता यहगा ककतन ह भजदय रोग फहत कछ कय यह ह फचाय अऩन को कतता कमो फना यह हो आतभाननद स भॉह कमो भोड यह हो

नह ॊ भ अऩन को कतता भानकय नह ॊ कय यहा हॉ अय कतता नह ॊ भानत तो कयन की इचछा कस होती ह ईभानदाय स खोजो खोजकय

ऩकडो कक कमा इचछा ह उस इचछा को मॉ ककनाय रगा दो औय तभ परकट हो जाओ इचछाओॊ क आवयण क ऩीछ कफ तक भॉह नछऩाम फठ यहोग मश की इचछा ह भायो धकका परलसवदध

की इचछा ह भाय दो पॉ क अचछा कहरान की इचछा ह भायो रात इतना कय लरमा तो सफ शासतरो वदो उऩननषदो का अभमास जऩ-तऩ-तीथ-अनदषान औय सफ सवाएॉ पलरत हो गई

रककन सावधान आरसम मा अकभणमता नह ॊ रानी ह इचछायदहत होन का अभमास कयक आतभदव का साातकाय कयना ह कपय तमहाय दराया फहत साय कभ होन रगग रककन तभभ कततव की फ न यहगी

इचछा की ऩतो न तमह ढाॉक यखा ह औय कछ नह ॊ ह कछ नह ॊ ह फहत सयर ह सयर नह ॊ होता तो मह आननद कस रत अऩन सवबाव का तरफलकर सयर भफत भ

शरी वलशदषजी भहायाज कहत ह- ह याभजी पर औय ऩतत को भसरन भ दय ह अऩन सवरऩ को दखन भ कमा दय ह

ककसी दवी-दवता क दशन की इचछा नह ॊ ह उनभ बी हभाया ह आतभचतनम ववरास कय यहा ह ककसी ऩरयशचसथनत की इचछा नह ॊ ह कछ होना नह ॊ ह कछ परादऱ कयना नह ॊ ह परब बी नह ॊ चादहए चरो परब हभस अरग हो तो चादहए न हभाया शदध-सवरऩ आतभा ह ऩयभातभा ह एक अदरत आतभा-ऩयभातभा क लसवा जो कछ ददखता ह वह सफ भन की कलऩनाएॉ ह इचछा कयक कलऩनाओॊ क ऩीछ कफ तक बागत कपयग

खोजो अऩन भ कोई इचछा ददख तो ऩकडकय ननकार दो जस भदहराएॉ फारो भ स जएॉ ऩकड-ऩकडकय ननकारती ह ऐस चचतत भ स इचछाएॉ ऩकड-ऩकडकय ननकार दो अबी तो लसय जओॊ स ढक गमा ह कछ बी कयक इचछाओॊरऩी जएॉ हटा दो म इचछाएॉ हट गई तो कपय

सॊकय सहज सवरऩ सॊबाया रागी सभाचध अखणड अऩाया

अऩना सवरऩ ववचायन भाि स सॉबारन भाि स परकट होता ह सॊसकाय घस गम ह कक मह कयग वह कयग मह ऩामग मह छोडग सॊकलऩो औय इचछाओॊ की खखचडी हो गई ह

अफ हभ कमा कय

कछ नह ॊ कयो

बजन कय

नह ॊ कयो बजन

धमान कय

नह ॊ कयो धमान बी

मािा कय

कोई जरयत नह ॊ

दकान खोर

कबी नह ॊ खोरना

नौकय कय

नह ॊ

यसोई फनाम

कोई आवशमकता नह ॊ ह

कछ नह ॊ कयना ह परकनत भ हो यहा ह शासतर की भमादा क भतातरफक होन दो कयन का नमा सॊकलऩ भत फनाओ ऩयदहत क लरए होन दो

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

चचतत का ननभाण

एक सभम था जफ फॉद बी दरयमा होकय डफामा कयती थी गौ का खय बी खाई होकय चगयामा कयता था रककन जफ सतसॊग भ गम गरओॊ की कऩा को ऩचामा तफ अनकरता औय परनतकरता क दरयम बी फॉद स भारभ होत ह आतभऻान की भदहभा ऐसी ह साधक जफ आतभबाव भ परनतवदषत होता ह तफ जीवन स साय द ख ववदा होन रगत ह

धमान का भतरफ कवर चऩचाऩ हो जाना नह ॊ ह धमान भ चचतत अतमॊत एकागर हो जाम शानत हो जाम शचसथय हो जाम उसस बी वह ऊॉ ची अवसथा ह कक चचतत का ननभाण हो चचतत का शानत होना एक फात ह औय चचतत का ननभाण होना दसय फात ह चचतत शानत हो जामगा उतनी दय शाशचनत लभरगी आननद आमगा फाद भ कपय जगत सचचा बासगा थोडा सा सख आकवषत कय दगा थोडा सा द ख दफा दगा रककन धमान भ अगय आतभववचाय आता ह बरहमववचाय आता ह ऩयभातभबाव क सॊसकायो को दहयाकय आतभाकाय बाव ऩदा होत ह तो उसस चचतत का ननभाण होता ह चचतत क शानत हो जान स बी चचतत का ननभाण होना ऊॉ ची फात ह

गरत ढॊग स चचतत का ननभाण हो जाता ह तो वह फनधन व द ख का कायण फन जामगा जस चचतत का ननभाण हो गमा कक भ अभक जानत का हॉ मह भया नाभ ह भ सतरी हॉ मा ऩरष हॉ इस परकाय क चचतत का ननभाण हो गमा तो उसक लरए आदय क दो शबद जीवन फन जात ह औय अनादय क दो शबद भौत फन जात ह झठ सॊसकायो स चचतत का ननभाण हो गमा व बी ददन थ कक जफ फॉद बी दरयमा होकय ददखती थी औय हभ डफा र जाती थी जया सा अऩभान बी दरयमा होकय ददखता था जया सा हवा का झोका बी आॉधी की नाई ददखता था रककन जफ सतसॊग औय गरदव की कऩा स आतभवतता भहाऩरष क उऩदश की कऩा स फड-फड दरयम बी कतयो की नाई ददखत ह कमोकक जो कछ नाभ-रऩ ह सख-द ख ह अनकरता-परनतकरता ह व सफ भामा भ खखरवाड भाि ह भामाभािॊ इदॊ दरतभ मह साया परऩॊच जो ददख यहा ह वह सफ भामा भाि ह

दखखम सननम गननम भन भाॉदह

भोहभर ऩयभायथ नाॉह चचतत का अऻान स ननभाण हआ इसीलरए मह जगत सतम बासता ह औय जया-जया सी

फात सख-द ख आकषण ऩयशानी दकय हभ नोच यह ह

धमान क दराया सतसॊग क दराया चचतत का ठीक रऩ भ ननभाण कयना ह चचतत का ऩरयभाजन कयना ह चचतत शानत हो गमा तो उसक सॊसकाय दफ गम जफ उठ तो सॊसकाय कपय चार हो गम नीॊद भ गम त भ मह हॉ भ वह हॉ म सफ सॊसकाय दफ गम नीॊद भ कज की चचनता नह ॊ यहती रककन म द ख दय नह ॊ हए कमोकक चचतत भ जो सॊसकाय ऩड ह व गम नह ॊ म सॊसकाय दफ ह नीॊद स उठन ऩय साया परऩॊच चार हो जामगा साय चचनताएॉ लसय ऩय सवाय हो जामगी

धमान-बजन का रकषम मह नह ॊ ह कक तमहाया चचतत कवर शचसथय हो जाम फस धमान-बजन का रकषम ह चचतत शचसथय हो औय साथ ह साथ चचतत का ननभाण हो बरहमाकाय ववतत स बरहमाकाय बाव स चचतत का ननभाण होगा तो तमहाय चचतत ऩय कशचलऩत सॊसाय क सख-द ख की ठोकय नह ॊ रगगी लभरथमा सॊसाय का आकषण नह ॊ होगा तमहाय रदम भ सॊसाय का आकषण नह ॊ होगा तो वासना नह ॊ उठगा वासना नह ॊ उठगी तो दफाया जनभ रन की जरयत नह ॊ ऩडगी आऩका भो हो जामगा फडा ऩाय हो जामगा

ऩजा कयत ह ठाकयजी की भॊददय भ जात ह भशचसजद भ जात ह चगयजाघय भ जात ह रककन चचतत का ननभाण नह ॊ कयत ह तो सॊसायमािा का अनत नह ॊ आता बगवान शरीकषण कहत ह-

ननभानभोहा शचजतसॊगदोषा अधमातभननतमा ववननवततकाभा दरनदरववभिा सखद खसॊऻगचछनतमभढा ऩदभवममॊ तत

शचजनका भान औय भोह नदश हो गमा ह शचजनहोन आसकति रऩ दोष को जीत लरमा ह शचजनकी ऩयभातभा क सवरऩ भ ननतम शचसथनत ह औय शचजनकी काभनाएॉ ऩण रऩ स नदश हो गई ह ndash व सख-द ख नाभक दरनदरो स ववभि ऻानी जन उस अववनाशी ऩयभ ऩद को परादऱ होत ह

चचतत क साथ भन-इशचनिमो क साथ तादातमम का जो सॊग ह सॊसाय क समफनधो स जो दोष रग जाता ह वह चगया दता ह चचतत का ठीक स ननभाण हो जाम तो अधमातभ भ ननतम यभण हो जाम काभनाएॉ ननवतत हो जाम दरनदरो स भकति हो जाम सख औय द ख भान औय अऩभान अनकरता औय परनतकरता मश औय अऩमश तनदरसती औय फीभाय जीवन औय भतम म सफ दरनदर ह जो तनदरसती स सखी ह वह फीभाय स द खी होगा जो मश स सखी होता ह वह अऩमश स द खी होगा जो जीन भ सख भानगा वह भयन भ द खी होगा रककन जीना भयना भान-अऩभान म सफ चचतत भ दहातभबाव क सॊसकाय ऩड ह अगय चचतत का ननभाण हो गमा कक जीना भयना म सफ भया नह ॊ भामा का ह भया नह ॊ इस दहरऩी खखरौन का ह मह दहरऩी खखरौन कई फाय जीत हए ददखत ह कई फाय भयत हए ददखत ह कपय बी भय कबी

भौत नह ॊ होती तो शर ऩय चढत हए बी द ख नह ॊ होगा रोगो को रगगा कक भनसय शर ऩय चढ ईसा करॉस ऩय चढ अभक फदध ऩरष न धमान कयत हए शय य छोडा औय भय गम रोगो को ऐसा रगगा रककन उन भहाऩरषो का अनबव ह कक व कबी भयत नह ॊ व कबी तरफगडत नह ॊ कबी फनत नह ॊ वासतव भ जीवभाि का जो असर सवरऩ ह वह फनन तरफगडन स फहत ऊॉ चा ह फनता तरफगडता तमहाया शय य ह फनता तरफगडता तमहाया भन ह फनता तरफगडता तमहाया बाव ह रककन तमहाया सवरऩ तमहाया आतभा कबी फनता तरफगडता नह ॊ

चचतत का ननभाण होता ह आतभववचाय स धमान कय औय शनमभनसक नह ॊ रककन अनातभपरवाह का नतयसकाय कय औय आतभपरवाह को चराम आतभबाव को चराम औय दहबाव को हटाम बरहमबाव को जगाना औय दहबाव को अरववदा दना मह ह चचतत क ननभाण की ऩदधनत इस परकाय धमान होगा तो भसत हो जामग धमान क वि बी भसत औय धमान क फाद बी भसत इस परकाय चचतत का ननभाण हो जामगा तो जो सॊसाय फॉद होकय बी दरयमा फनकय डफता था वह अफ दरयमा होकय आमगा तो बी फनद होकय बासगा जया-जया फात स सख-द खादद दरनदर ऩयशान कय यह थ व अफ परबाव नह ॊ डारग शचजतन परभाण भ चचतत का ननभाण होता जामगा उतन परभाण भ दरनदरववभिा होत जामग

साय जऩ तऩ सवा ऩजा मऻ होभ हवन दान ऩणम म सफ चचतत को शदध कयत ह चचतत भ ऩववि सॊसकाय बयत ह परनतददन कछ सभम अवशम ननषकाभ कभ कयना चादहए चचतत क कोष भ कछ आधमाशचतभकता की बयती हो नतजोय को बयन क लरए हभ ददनयात दौडत ह जफ को बयन क लरए छटऩटात ह रककन नतजोय औय जफ तो मह ॊ यह जामग रदम की नतजोय साथ भ चरगी इस आधमाशचतभक कोष को बयन क लरए ददन बय भ कछ सभम अवशम ननकारना चादहए सॊधमा-वनदन ऩजा-पराथना धमान-जऩ ननषकाभ कभ इतमादद क दराया चचतत का ननभाण कीशचजम

उचच ववचाय कयत हए रदम भ खर आकाश की ववशारता बय जान दो ॐकाय का ऩववि जऩ कयत-कयत रदम को ववशार होता अनबव कयो शाशचनत औय आननद स रदम बया जा यहा ह मह आतभाननद की ववशदध ऩयभातभा की चचदाननद-सवरऩ ऩयभातभा की झरक ऩान का तय का ह

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

ऩरयपरदलन पर इशचनिमो को ववषमो स कस फचाम

उ बोजन छोडन स उऩवास कयन स गाम-बस का दध छोडकय फकय का दध ऩीन स योट छोडकय भॉग लबगोकय खान स शय य भ शकति नह ॊ होती तो ववषमवासना शानत हो जाती ह रककन इस उऩाम स सॊसाय भ सखफवदध नह ॊ जाती बरहमवतताओॊ को आतभा-ऩयभातभा का सख लभर जाता ह इसलरए सॊसाय भ यहत हए बी सॊसाय भ उनकी सखफवदध नह ॊ होती

साॉऩ ठणड भ दठठय जाता ह तो शानत ऩडा यहता ह काटता नह ॊ सम की धऩ ननकरत ह वह कफ काट र कोई ऩता नह ॊ ऐस ह अभक आहाय व ननमभो स भन को थोडा शानत कय रत ह कपय जफ भौका लभर जाता ह तो भन कपय बडक उठता ह भन को ववषमो स शानत कय दना अचछा ह सॊमभ कयना ह चादहए रककन साथ ह साथ ऩयभातभा का यस ऩा रना चादहए

भनोवऻाननको न कछ परमोग ककम जो अनत जातीम आवगवार काभी मवक थ उनका खान-ऩान ऐसा यखा कक वीम फन ह नह ॊ कपय उनको रडककमो क फीच यखा तो फड बरहमचाय ददख शानत यह आवग की कोई चदशा नह ॊ की कततो ऩय बी परमोग ककम गम व बी ऐस यह कपय जफ उनको ऩौवदशक बोजन दना शर ककमा तो व ह कतत ऩॉछ दहरात कवततमो क ऩीछ बागन रग व मवक बी ऩौवदशक बोजन क आहाय स ऩहर जस ह काभातय होन रग

भजफय का नाभ भहातभा गाॉधी ndash ऐसा नह ॊ होना चादहए जीवन भ शय य भ शकति न हो इशचनिमो भ फर न हो तो सफ बरहमचाय ह आऩ शि को ऩयासत नह ॊ कय सकत औय भाप कय ददमा तो कमा फडी फात ह उसको नछनन लबनन कयन का साभरथम ह कपय बी भाप कय ददमा तो फडी फात ह भा वीयो को शोबा दती ह कामयो को थोड ह शोबा दती ह

ऐस ह फरवानो को बरहमचम शोबा दता ह

कोई कह कक भय को धन का अलबभान नह ॊ

अचछा ककतना धन ह तमहाय ऩास

ऩहर फहत था रककन अबी अबी तो कजा होगा ऩचचीस हजाय का

तो धन का अलबभान कमा कयगा त

सावन क ऩववि भह न भ बागवत की कथा हो यह थी एक ददन एक सॊत भॊच ऩय ऩधाय शरोताओॊ स फोर कक आऩ रोग बगवान क बि हो बागवत की याभामण की कथाएॉ वषो स सनत आम हो ऩणम कभात आम हो आऩभ स शचजसको लभिो भ याग औय शि भ दरषफवदध न हो ऐस याग-दरषयदहत चचततवार रोग खड हो जाम भ अबी-अबी उनह बगवान का दशन कया दॉ

सॊत न एक फाय दो फाय तीन फाय दहयामा कथाकाय को बी चचनता होन रगी कक हजायो शरोताओॊ भ स कोई नह ॊ उठता सॊत फाय-फाय कहन रग कक आऩ रोगो भ स याग-दरष स यदहत रोग खड हो जाम भ उनह आतभ-साातकाय कया दॉगा बगवान क दशन कया दॉगा उसक दशन स दसयो का बी बरा हो जामगा

सफ रोग लसय झकाकय फठ यह सबा भणडऩ भ सननाटा छा गमा इजजत का सवार हो गमा आखखय भ एक नबफ सार का फढा उठ खडा हआ फोरा फाफा जी भ हॉ

अचछा इतन रोगो भ एक बी लभर गमा तो बी ठीक ह आऩ तो ननहार हो जाओग आऩक दशन स औय रोग ननहार होन रगग अचछा अफ फताओ कक आऩन याग-दरष कस ननवतत ककम

फाफा जी भय उमर नबफ सार की ह भय ऩतनी भय चकी ह भया इकरौता फटा था वह बी परब को पमाया हो गमा सफ लभि-साथी बी एक-एक कयक चर फस ऩरयवाय भ औय लभिभणडर भ कोई नह ॊ औय शि बी कभफखत सफ भय लभट गम अफ भझ ककसी स याग-दरष नह ॊ ह

सनह औय शि भय गम रककन याग-दरष तो नह ॊ भया वह शचजनदा ह कोई चीज नह ॊ ह इसलरए उसका यस अऩन बीतय नह ॊ ह ऐसी फात नह ॊ ह

ननयाहाय यहन स ववकाय तो शानत हो जात ह रककन जगत भ सखफवदध का सॊसाय भ यस का अबाव नह ॊ होता यस ऩान की इचछा सखी होन की इचछा बीतय स नह ॊ जाती ठणड स दठठय हए साॉऩ का ववष अभत भ फदरा नह ॊ जफ तक ऩयभातभा का साातकाय नह ॊ होता तफ तक बीतय क ववकाय ननववकायता का रऩ नह ॊ रत

ऐसा बी नह ॊ कक साातकाय हो जान क फाद ऻानी सॊसाय स उऩयाभ हो जामगा नह ॊ वह खामगा वऩमगा कयगा धयगा फट को जनभ दगा काभ-करोध-रोब-भोह-अहॊकाय म सफ भसारा उसक ऩास होगा रककन वह उन सफका उऩमोग कयगा उनभ सखफवदध स उनक आधीन नह ॊ होगा इसीलरए ऻानी को जीवनभि कहत ह साधायण रोग सख बोगन क लरए ववषम ववकायो क आधीन हो जात ह औय ऻानी सवाधीन यहकय उनका उऩमोग कय रगा

शरीवलशदषजी भहायाज क सौ फट थ शरीकषण न सदशन उठामा शरीयाभ न धनष उठामा तरफना करोध क कॊ स औय यावण को कस भाया उनहोन करोध का उऩमोग ककमा

तभ कभया फनद कयक अनदय स कणडा रगाकय फठो तफ सवतनि हो जफ चाहो दयवाजा खोरकय फाहय ननकर सकत हो रककन फाहय स कोई दयवाजा फनद कय द तो तभ हो गम ऩयाधीन ऐस ह ववकायो क ऩरयशचसथनतमो क आधीन जीना ऩयाधीनता ह ववकाय ऩरयशचसथनतमो को अऩन आदश भ चराना सवाधीनता ह इसीलरए शरीकषण को सोरह हजाय एक सौ आठ शचसतरमाॉ होत हए बी उनका इतना ऻान कक आज बी उनकी गीता ऩजी जा यह ह सॊसाय की दो ऩलतनमाॉ बी आ जाम तो बी फडा गक अय एक ऩतनी बी नाक भ दभ कय दती ह

ऻानी को जगत भ स यसफवदध चर जाती ह उसको आतभसख लभरता ह तो ववषमो भ सखफवदध नह ॊ यहती जो रोग यसफवदध स ववषम बोगत ह व पॉ सत ह सवाबाववक उऩमोग कय लरमा तो कोई फात नह ॊ आऩको बख रगी आऩका उददशम था ऩट बयना ककसी न आकय फदढमा बोजन आऩको खखरा ददमा इसभ कोई दोष नह ॊ रककन आऩका ऩट बया ह कपय बी

सवाद रन क लरए वमॊजन फनवाम भजदय की औय कयवाई तो मह बोजन भ यसफवदध अननदश का कायण ह

असर यस तो ऩयभातभा का ह वह यस लभर गमा तो ऐसी कौन-सी चीज ह जो ऻानी को सॊसाय भ आकवषत कय ठीक ह वमवहाय भ फोर चर लरमा ददमा रककन ऻानी वमवहाय भ फॉधता नह ॊ भाभर आदभी ऩाॉच सौ की नौकय भ फॉध जाता ह रककन जो समराट ह उसको ऩाॉच हजाय की नौकय बी कमा आकवषत कयगी

कफीय क आग कई ररनाएॉ आमीॊ लशषम होकय आमी तो ठीक ह फात कय लभर-जर रककन व सभझ कक अऩन नखय कयक कफीय को पॉ सामग तो गरती भ ह

चरय ठगनी ठभक ठभक नमननको कमो ठभकाव तय हाथ कफीयो नह ॊ आव

कोई सभझ कक भ रऩ रावणम स अरॊकाय-आबषणो स ककसी ऻानी को पॉ साऊॉ ऩस दकय ऻानी को अऩना फनाऊॉ धौस दकय ऻानी स आशीवाद र रॉ तो वह धोख भ ह शचजसको आतभऻान हो गमा आतभयस लभर गमा वह ककसी यस स ककसी ऻान स ककसी फर स परबाववत नह ॊ होगा चाय ऩस क चन रकय खान रग ह मह भौज की फात ह दरयि आदभी चना खाता ह वह अरग फात ह रककन अभीय आदभी चना खाता ह तो भौज ह ववनोद ह ऐस ह ऻानी क लरए साया सॊसाय ववनोद भाि ह औय हभ रोग सॊसाय भ पॉ स भयत ह

जो यसफवदध स ववषम-बोग बोगता ह वह वववकी होगा तो बी उसकी इशचनिमाॉ उसक भन को फरऩवक हय रती ह भजा रन क लरए बोग बोगा तो सजा जरय बोगगा ऐसा कोई सख नह ॊ जो फाद भ द खी न कय इसलरए ह अननदाता सॊसाय स सख रन की इचछा ह छोड दो सॊसाय भ सख का तो रफर ह अनदय द ख बया ह

एक आदभी न गराफ क ऩौध ऩय सनदय खखरा हआ पर दखा झट स तोड कय नाक ऩय यख ददमा पर भ फठी थी ततमा पट स भाय ददमा डॊक उसक नाक ऩय ओ फाऩ य

ऐस ह सॊसाय क ववषमो भ ददखती सनदयता ह रककन अनदय ततमा फठी होती ह ददखता सख ह रककन बय ह भसीफत परायमब भ रगता ह कक सॊसाय भ सख ह रककन फाद भ साय शचजनदगी सॊसाय की गाडी खीीचत खीीचत दभ ननकरता ह भनषम आखखय भ ऩदळाताऩ कयता हआ भय जाता ह

द ख को हभ रोग आभॊतरित कयत ह वासतव भ द ख ह नह ॊ द ख फनान की पकटय हभाय साथ रगी हई ह कस हभ सखी होन क लरए बागत ह फाहय मह फाहय बागना ह द ख को आभनिण दता ह शचजतनी तजी स बाग उतनी ह तजी स द ख लभरगा ऻानी सख रन क लरए फाहय बागत नह ॊ व द ख लभटान क लरए बी फाहय बागत नह ॊ फर ऩान क लरए बी फाहय नह ॊ बागत

एक जगह ऩय ऻानी सतसॊग कय यह थ एकाएक जोयो स आॉधी चर छत क ट न छटऩटान रग बि रोग सफ बाग गम ऩकक भकानो भ आशरम र लरमा थोडी दय भ आॉधी शानत हो गई वाऩस आकय दखा तो सवाभी जी वस ह फठ ह ऩछा

फाफाजी इतनी आॉधी चर हभ बाग गम आऩ नह ॊ बाग

हभ बी बाग तभ फाहय बाग हभ बीतय बाग

अनतमाभी ऩयभातभा स जड जाओ तो परकनत की सवा ऩाना कोई फडी फात नह ॊ ह ऩयभातभा स लभर जाओ ईदवय भ डफ जाओ तभ नह ॊ कय सकत ईदवय सफ कछ कय सकता ह

तभभ औय ईदवय भ कमा पक होता ह

तभ जफ सॊसाय स सख रन की इचछा कयत हो तो दो ऩस क हो जात हो सॊसाय स सख रन की इचछा छोडकय ईदवय भ गोता भायत हो तो ईदवय हो जात हो मह भहाऩरषो का अनबव ह शासतरो का परभाण ह बगवान शरीकषण बी कह यह ह-

परजहानत मदा काभान सवान ऩाथ भनोगतान आतभनमवातभना तदश शचसथतपरऻसतदोचमत

ह अजन शचजस कार भ ऩरष भन भ शचसथत समऩण काभनाओॊ को बर बाॉनत तमाग दता ह औय आतभा स आतभा भ ह सॊतदश यहता ह उस कार भ वह शचसथतपरऻ कहा जाता ह

जो अऩन आऩ भ तदऱ ह अऩन आऩ भ आनशचनदत ह अऩन आऩभ खश ह वह शचसथतपरऻ ह तसम तरना कन जामत उसकी तरना औय ककसस कय वह ऐसा भहान हो जाता ह ऐस भहाऩरष का तो दवता रोग बी दशन कयक अऩना बागम फना रत ह ततीस कयोड दवता बी ऐस भहाऩरष का आदय कयत ह तो औयो की कमा फात ह

ईदवय भ सखफवदध होनी चादहए सॊसाय भ सख रन की जो हभाय आदत ह वह हभ फय तयह द ख भ डार दती ह वह आदत ऩयानी ह कई जनभो की ह इसलरए अभमास कयना ऩडता ह साधन-बजन इसीलरए कयन ऩडत ह कक गनद आदत ऩड गई ह नह ॊ तो ईदवय दय थोड ह ह कक उसको ऩान क लरए अभमास की जरयत ऩड गनद आदत लभटान क लरम साधन-बजन-धमान कयना ऩडता ह फाहय सख रन की आदत ह व गनद आदत ह

कोई वाह वाह कय तो कान का सख लभर अचछा खाम तो जीब का सख लभर फदढमा कपलभ दख तो आॉख का सख लभर फदढमा शयमा हो पर तरफछ हो इि-तर-परर को नछडकाव हो यानन सादहफा ऩय दफा यह ॊ ह आहाहा मह चभडी का सख हआ म सफ बी आखखय ककतन ददन

इन तचछ सखो भ हभ रोग फयफाद हो जात ह औय भज की फात ह कक जफ अऩना रदम परसनन होगा तबी वहाॉ स सख आमगा चचतत भ अशाशचनत ह फचनी ह तो परो की शयमा कमा कयगी ताय आ जाम कक पराना सनह सखत फीभाय ह तो आइसकरीभ कमा लभठास दगी

इन सखो जया सा झटका सहन की बी ताकत नह ॊ ह परो की शयमा ऩय काभसख भ डफ यह थ आऩस भ भनभटाव हो गमा अहॊ का टकयाव हो गमा तो फन गम एक दसय क दशभन ऩनत-ऩतनी तराक र रत ह सचभच उसभ सख होता तो तराक कमो रत रडत कमो

ऐसा कोई बोग नह ॊ जो बोगनवारो को फजाय न कय द बोग परायमब भ तो सखद रगत ह रककन फाद भ उनका ऩरयणाभ द खद आता ह मोग शर भ जया ऩरयशरभवारा रगता ह रककन फाद भ अभत जसा अभयपर द दता ह

शर भ जया भीठा-भीठा रग औय अनत भ ववष जसा रग मह बोगो का पर ह शर भ जया कट रग रककन अनत भ सदा क लरए भीठा यह मह बगवान की बकति का मोग का ऻान का पर ह

शर भ जफ ऻानी सॊत भहाऩरषो क ऩास जामग तो फठकय ऊफग अदफ यखग लशदशाचाय कयग सोना खाना ऩीना वमवशचसथत नह ॊ यहगा परायमब भ कदठन रगग रककन उनस ऐसा ऩामग कक भहायाज याजाओॊ क बी याजा हो जामग

हभ जफ सदगरदव क ऩास गम थ तो शर भ जया कदठनाइमाॉ थीॊ भॉग उफारकय खा रत नगयसठ का फटा होकय झाड रगात फतन भाॉजत आशरभ भ सवा कयत गरदव तो नह ॊ कहत रककन हभ सवा छीन रत थ आशरभ भ रोग कबी आत थ तो यसोई क फड फतन बी होत थ ऩहाडी ऩथय र लभटटी मा कोमर की याख होती थी फतन भाॉजन क लरए हाथ भ चीय ऩड जात थ खन ननकरता था तो ऩटटी फाॉधकय फतन भाॉज रत थ उस सभम दखन वारो को रगता होगा कक फडा द ख बोग यहा ह रककन अफ रगता ह वाह ऐसा लभरा ह कक कबी खट नह ॊ सकता ऐसा यस द ददमा ह गर की कऩा न

साशचववक सख ऩहर जया द ख जसा रगता ह फाद भ उसका पर फडा भधय होता ह याजसी सख ऩहर सखद रगता ह रककन फाद भ भसीफत भ डार दता ह ताभसी सख भ ऩहर बी ऩयशानी औय फाद भ बी ऩयशानीघोय नक

बगवद गीता भ बी कहा ह मततदगर ववषलभव ऩरयणाभऽभतोऩभभ

ततसखॊ साशचववकॊ परोिभातभफवदध परसादजभ जो आयमबकार भ ववष क तलम परतीत होता ह ऩयनत ऩरयणाभ भ अभत क तलम ह वह

ऩयभातभ ववषमक फवदध क परसाद स उतऩनन होन वारा सख साशचववक कहा गमा ह

ववषमशचनिम सॊमोगादयततदगरऽभतोऩभभ ऩरयणाभ ववषलभव ततसखॊ याजसॊ सभतभ

जो सख ववषम औय इशचनिमो क सॊमोग स होता ह वह ऩहर बोगकार भ अभत क तलम परतीत होन ऩय बी ऩरयणाभ भ ववष क तलम ह इसलरए वह सख याजस कहा गमा ह

मदगर चानफनध च सखॊ भोहनभातभन

ननिारसमपरभादोतथॊ ततताभसभदारतभ जो सख बोगकार भ तथा ऩरयणाभ भ बी आतभा को भोदहत कयन वारा ह ndash वह ननिा

आरसम औय परभाद स उतऩनन सख ताभस कहा गमा ह

(गीता 18373839) ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

पर ndash इशचनिमो को यस रन की आदत ऩड गई ह तो कमा कयना चादहए

उ ndash फाय-फाय बगवान स ईभानदाय स पराथना कयनी चादहए कक ह परब इशचनिमाॉ भझ घसीटकय बोगो भ र जाती ह ह नाथ त दमा कय भ जनभो स बटका हॉ अबी बी आदत ऐसी ह गनद ह दखन क ऩीछ चफान क ऩीछ वाह-वाह सनन क ऩीछ भया सभम फयफाद हो यहा ह ह परब त भझ कऩा-परसाद द ऐसा कयक बगवान क शयण चर जाओ ववकाय उठ उसी सभम बगवान स पराथना कयन रगो ऐसा कयन स फच जाओग औय कबी कपसर बी जाओ तो ननयाश भत हो कपय स उठो कपय स पराथना कयो हजाय फाय चगय जाओ तो बी ननयाश भत हो आखखय तमहाय ह ववजम होगी बीतय का यस लभरन रग जामगा वह यस ठीक स लभर गमा कपय ववकायो भ ताकत नह ॊ तमह फाॉध सक

शचजनदा चहा तरफलर को नह ॊ भाय सका तो भया हआ चहा तरफलर को कमा भायगा ऻानी की फवदध को सॊसायरऩी चहा नह ॊ पॉ सा सकता साधक था तबी बी नह ॊ पॉ सा तबी तो साधक हआ साधक अवसथा भ नह ॊ पॉ सा तबी तो महाॉ आमा पॉ सता तो सॊसाय क चककय भ जाता सॊसाय भ जनभ लरमा सॊसाय भ यहा भाॉ-फाऩ बाई-फहन कटमफी-ऩडोलसमो क फीच यहा कपय बी भोह भभता को चीयता हआ सतसॊग भ ऩहॉचा गर क ऩास ऩहॉचा अबी आऩ महाॉ ऩहॉच ह न शचजनदा सॊसायरऩी चहा आऩकी फवदधरऩी तरफलर को पॉ सा नह ॊ सका तबी तो आऩ बरहमऻान क सतसॊग भ ऩहॉच ऻान हो जाम फोध हो जाम कपय सॊसाय कमा फाॉधगा आऩकी फवदध को जगत का लभरथमातव ऩकका हो गमा तो कपय वह फवदध को दफा नह ॊ सकता अबी बी जगत सचचा रग यहा ह कपय बी वह फवदध को दफा नह ॊ सकता इसस ईदवय क भाग ऩय ऩहॉच हो इसीलरए सतसॊग औय वदानत भ रचच हो यह ह जगतरऩी चह का परबाव जमादा होता तो फवदधरऩी तरफलर दफी यहती ह

शचजसकी इशचनिमाॉ वश भ हो जाती ह उसकी फवदध ऩयभातभा भ परनतवदषत हो जाती ह

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पर ndash ईदवय क ऩयामण नह ॊ हए तो कमा होगा कयोडो रोगो की तयह हभ बी ऐस ह खाम वऩम औय शचजम तो कमा होगा

उ ndash ईदवय ऩयामण न होन स ववषमो का चचनतन होगा ववषमो क चचनतन स काभना उठगी काभना ऩय होगी तो आसकति होगी काभना ऩय नह ॊ होगी तो करोध होगा करोध होगा तो फवदध का नाश होगा फवदध का नाश हआ तो सवनाश हआ

जो बगवान का चचनतन नह ॊ कयगा उसको सॊसाय का चचनतन होगा सॊसाय का चचनतन होगा तो ऩदाथ ऩान की इचछा होगी ऩदाथ लभरग तो छट न जाम इसकी चचनता होगी नह ॊ लभरग तो जो अडचन डारत ह उन ऩय करोध होगा करोध होगा तो फवदध की मोगमता ीण हो जामगी मोगमता ीण हई तो भोह होगा भोह सफ वमाचधमो का भर ह कपय फनगा व फनगा घोडा फनगा बसा जो आदभी ववषम ववकायो भ पॉ सा यहता ह उसकी फवदध दफी यहती ह ठीक स काभ नह ॊ दती

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पर ndash ऩतन ककसका नह ॊ होता

उ ndash वशीबत अॊतकयण वारा ऩरष याग-दरष स यदहत औय अऩनी वशीबत इशचनिमो क दराया ववषमो का आचयण कयता हआ बी परसननता को परादऱ होता ह वह उनभ रऩामभान नह ॊ होता उसका ऩतन नह ॊ होता शचजसका चचतत औय इशचनिमाॉ वश भ नह ॊ ह वह चऩ होकय फठ तो बी सॊसाय का चचनतन कयगा ऻानी सॊसाय भ फठ हए बी अऩन सवरऩ भ डट यहत ह

बायत क बतऩव यादसऩनत डॉ शरीयाधाकषणन अचछ चचनतक भान जात ह उनहोन एक कहानी लरखी ह

एक बदठमाया था उसको हय योज सवपन आता कक भ चकरवती समराट हॉ वह अऩना काभ ननऩटाकय जलद -जलद सो जाता उस भधय सवपनरोक भ जान क लरए फाहय क जगत भ वह बदठमाया था खान-ऩीन को बी ऩमादऱ नह ॊ था गजाया चरान क लरए फडा ऩरयशरभ कयना ऩडता था रककन धीय-धीय वह सवपन भ सखी होन रगा तो फाहय क जगत भ रचच कभ होन रगी

परनतददन सवपन भ दखता कक भ चकरवती समराट फन गमा हॉ छोट-छोट याजा रोग भय आऻा भ चरत ह छनन-छनन कयत ह य जवाहयात क गहनो स सजी ररनाएॉ चॉवय डरा यह ह

एक ददन सवपन भ वह फाथरभ जान उठा तो ऩास भ जरती हई बटठी भ ऩय ऩड गमा जरन क भाय चचलरा उठा सो तो यहा था बदटठमो क फीच रककन सवपन दख यहा था कक समराट ह इसलरए वह सखी था

ककसी बी ऩरयशचसथनत भ आदभी का भन जसा होता ह सख-द ख उस वस ह परतीत होत ह ऻानी का भन ऩयबरहम भ होता ह तो व सॊसाय भ यहत हए सफ वमवहाय कयत हए बी ऩयभ सखी ह बरहमऻान भ भसत ह

आदभी का शय य कहाॉ ह इसका अचधक भलम नह ॊ ह उसका चचतत कहाॉ ह इसका अचधक भलम ह भॊददय भ फठा ह ऩजाय सोच यहा ह कक कफ फायह फज औय रडड रकय ऩजारयन क ऩास जाऊॉ तो वह भॊददय भ नह ॊ ह ऩजारयन क ऩास ह चचतत ऩयभातभा भ ह औय आऩ सॊसाय भ यहत ह तो आऩ सॊसाय भ नह ॊ ह ऩयभातभा भ ह

परबातकार भ उठो तफ आॉख फनद कयक ऐसा चचनतन कयो कक भ गॊगाककनाय ऩय गमा ऩववि गॊगाभमा भ गोता रगामा ककसी सॊत क चयणो भ लसय झकामा उनहोन भझ भीठी ननगाहो स ननहाया

ऩाॉच लभनट ऐसा भधय चचनतन कयो आऩका रदम शदध होन रगगा बाव ऩववि होन रगगा

सफह उठकय दख हए लसनभा क दशम माद आम आहाहा वह भय ऩास आमी भझस लभर आदद आदद तो दखो सतमानाश हो जामगा कलऩना तो भन स होगी रककन तन ऩय बी परबाव ऩड जामगा कलऩना भ ककतनी शकति ह

सॊत-भहातभा-सदगर-ऩयभातभा क साथ ववचयत ह सभाचध रगात ह उनका सभयण-चचनतन कयत ह तो रदम आनशचनदत होता ह

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पर ndash ककसकी फवदध शचसथय नह ॊ यहती

उ ndash जो असॊमभी ह गर क ऻान को ऩचाता नह ॊ ह उसकी फवदध शचसथय नह ॊ यहती जो सॊमभी ह गरभख ह उसकी फवदध शदध सॊमभी औय दढ ननदळमी हो जाती ह

फवदध का शचसथय होना फहत फडी उऩरशचबध ह उसभ असीभ शकति आ जाती ह शचसथय फवदध वारा मदद सॊकलऩ कय द तो साया याजम फदर जाम ऐसी ताकत होती ह शचसथय फवदधवार भ वह वयदान द सकता ह जो न कय याभ वह कय ककननायाभ शचसथय फवदध वार भ इतना परबाव होता ह खदा बी ऩछ कक फनदा अफ तय कमा यजा ह शचसथय फवदध होना फचचो का खर नह ॊ वह फडा भहान काम ह याजा होना इतनी भहतता नह ॊ यखता याजा बी शचसथय फवदध वार क चयणो भ ऩड जाम तो याजा ननहार हो जाम भहवष वलशदष शचसथय फवदध वार थ याजा दशयथ उनक चयणो भ ऩड तो बगवान याभ को परकट होना ऩडा मह ह शचसथय फवदधवारो का चभतकाय अबी तक याजा दशयथ का नाभ जनता की शचजहवा ऩय नाच यहा ह उस सभम भ औय बी कई याजा होग न रककन दशयथ जी शचसथयफवदधवार आऩ तो ननहार हो ह जात ह रककन उनकी शयण जान वार का बी ककतना कलमाण हो जाता ह भतॊग ऋवष शचसथय फवदध क थ शफय बीरनी उनकी शयण गई ककतनी ऊॉ चाई परादऱ कय र उसन उस जभान क याजाओॊ को बी हभ रोग इतना नह ॊ जानत शचजतना शफय को जानत ह

भतॊग ऋवष न शफय स कह ददमा कक तझ याभ लभरग शफय न मह नह ॊ ऩछा कक सचभच लभरग गर न कह ददमा फात ऩय हो गई शरदधा हो तो शफय जसी भय भ मोगमता नह ॊ ह ndash ऐसा शफय न कहा नह ॊ गरजी न कह ददमा तो फात ऩककी हो गई मोगमता ह नह ॊ ह वह गर जान

दोष इतना दोष नह ॊ शचजतना दोषो को अऩना भानना औय ईदवय क यासत अऩन को अमोगम भानना दोष ह

अनकरभ

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जनक-ववचाय

जनक अऩन भन को सभझात ह- ऐ भन त शानत हो जा ऐ चचतत तया चरना ह सॊसाय का होना ह सॊसायरऩी चकर

को योकन क लरए नालबरऩी चचतत को योकना आवशमक ह ह भय चचतत त शानत हो जा याजम तया नह ॊ ऩि-ऩरयवाय तया नह ॊ मह शय य बी तया नह ॊ शचजसका सफ कछ ह वह ऩयभातभा तया ह ऐ भय चचतत त उसी ऩयभातभा भ शानत हो जा तया बरा होगा

जनक अऩन भन को फाय-फाय सभझात ह जमो-जमो भानलसक चचनतन कयत हए चचतत को सभझात ह तमो-तमो जनक का चचतत ऩयभातभा क ननकट उस अनतमाभी आतभदव क ननकट ववशराशचनत ऩाता ह जनक क कभ कटत ह जनक सचभच जीवन क पर को ऩात ह

वलशदषजी कहत ह- ह याभजी कपय उस भह ऩनत न अऩन भन स कहा ऐ भय भन आज तक भ तय कहन भ यहा औय जनभ-जनभानतय स बटकता यहा ऐ

भय चचतत तन जो कहा वह भन सवीकाय ककमा तन जो वासना की वह भन ऩण की रककन त बी अऻान की आग भ वासना की बटटी भ जरता आमा ह औय भझ बी त जराता आमा ह ऐ भय भन अफ त शानत ऩद का आशरम र जस ऻानवान सॊत ऩरष आतभ-ववचाय कयत शानत ऩद का आशरम रकय सॊसाय-सभि स तय जात ह त बी उस आतभऩद का आशरय़ र त बी जगत क चचनतन भ उदास होकय ननशचदळॊत सवरऩ आतभा भ डफ जा ऐ भय भन आज तक तया कहना भानकय भ बटक यहा था अफ त एक फाय भया कहना भानकय तो दख शासतर क वचन का कहना भानकय तो दख ऐसा द ख नक भ बी नह ॊ जसा चॊचर चचतत भ होता ह ऐसा सख सवग औय वकणठ भ बी नह ॊ जसा सख ननदळर चचतत भ परकट होता ह ऐ चचतत तया चॊचर होना तया औय भया ववनाश ह तया शचसथय होना फडा ऩाय होन का हत ह ऐ भय चचतत त भान जा इसी भ तया कलमाण ह

उस भह ऩनत न अऩन चचतत को फाय-फाय सभझामा कछ णो क लरए तो चचतत ऩयभातभ-शाशचनत भ डफा सा ददखा कपय आॉख खोरकय फाहय सवदश को ननहायन रगा भहायाज जनक न कपय आॉखो को रकषम कयक सभझामा

ह चॊचर नि तभ फाहय का जगत अऩन बीतय बयत हो शरोि औय नि तभ इस जीव को फड धोख क जगत भ र जात हो तभ दोनो क दराया जगत बीतय आता ह जमो ह जगत बीतय आता ह तमो ह चचतत की चॊचरता फढती ह यातरि को सो जात ह तो आॉख औय कान क दराया जगत बीतय नह ॊ आता चचतत परकनत भ र न हो जाता ह सफह फडी शाशचनत औय

ताजगी का अनबव होता ह परकनत भ र न हआ चचतत शय य को जया सी ताजगी दता ह वह चचतत मदद धमान कयक आतभा भ र न हो जाम तो जीवन ऩया ताजा फना दता ह तभ तो ऩय ऩावन हो ह जात हो तमहाय सॊग भ आन वार वमकति बी ननषऩाऩ होकय ऩावन हो जात ह

ऐ भय चचतत तया सचचा याजम तो आतभा का याजम ह इस जनकऩय भ तो कई याजा आम शचजसन याजम ककमा वह जनक कहरामा त कफ तक इस जठी ऩरथवी का गव कयक अऩन को याजा भानगा त इस ऩरथवी का ऩनत नह ॊ भदहऩनत नह ॊ त तो इस ऩरथवी का एक गरास भाि ह तय जस तो कई याजा आ-आकय इस ऩरथवी भ दपनाम गम उनकी हडकतडमाॉ बी गर गई

भाट कह कमहाय स त कमा यौद भोम एक ददन ऐसा आमगा भ यौदगी तोम

भदहऩनत अऩन चचतत को सभझाता ह ऐ चचतत त ऩयभातभा की शाशचनत भ शानत हो जा नह ॊ तो ऋवष रोग भय हाॉसी कयग कहग सभझदाय होकय भखो की नाई आमषम तरफता ददमा फवदधभान होकय ऩशओॊ की नाई शय य को ऩारन-ऩोषन भ जीवन गॉवा ददमा ऐ भय भन शचजस ऩयभातभा न तझ अनयाग का दान ददमा ह उसस सॊसाय क ववषम त कमा भाॉगता ह उसस नदवय चीजो की चाह त कमो कयता ह

शचजसन अनयाग का दान ददमा उसस कभ भाॉग रजाता नह ॊ

अऩनाऩन बर सभाचध रगा

मह वऩम का ववमोग सहाता नह ॊ नब दख ऩमोधय शाभ ढर

कमो लभट उसभ लभर जाता नह ॊ चगता ह चकोय अॊगाय

परयमाद ककसी को सनाता नह ॊ अफ सीख र भौन का भॊि नमा

अफ वऩम का ववमोग सहाता नह ॊ ऐ चचतत त भौन का भॊि र र बीतय ह बीतय उस ऩाय की शाशचनत का अनबव कय

कपय ऩता चरग कक ककतना खजाना तय बीतय छऩा ह

सॊञा सखणा कोई नह ॊ सफक बीतय रार भयख गरॊचथ खोर नह ॊ कयभी बमो कॊ गार

कभी कभकाणड भ पॉ सा ह भख फवकपी भ पॉ सा ह कोई-कोई भाई का रार कभो स औय फवकपी स फचकय ननषकभ तवव भ गोता भायता ह ननशचषकरम चतनम भ अऩन आऩको खो दता ह उऩननषद कहत ह-

मतो वाचो ननवतनत अपरापम भनसा सह जहाॉ वाणी नह ॊ ऩहॉचती भन स जो परादऱ नह ॊ होता फवदध जहाॉ स रौटकय आती ह ऐस

आतभदव को जो बागमवान ऩाता ह वह कपय ककसी स बमबीत नह ॊ होता भतम बी उसका कछ तरफगाड नह ॊ सकती भतम शय य की होती ह आतभऻानी उस भतम को बी दखता ह

ऐ चचतत त बरहमऻान ऩा र तय चॊचरता लभटत ह ऩयबरहम ऩयभातभा का अनबव होन रगगा आज तक भ तया कहना भानता आमा हॉ आज त भया कहना भान त शानत हो जा

वलशदषजी कहत ह- ह याभजी इस परकाय भदहऩनत जनक फाय-फाय अऩन चचतत को अनतभख फना यह ह चचतत को अनतभख कयत-कयत बरहमशचसथनत का ऩयभातभ-शाशचनत का अनबव ककमा

नि खोर फाहय ननहाया जगत की ओय इतन भ दालसमाॉ हाथ जोडकय खडी हो गई कक भहायाज सनान कयन का सभम हआ ह यतनजकतडत सवण क करशो भ बया ववववध तीथो का जर औय वददक भनिोचचाय कयत बराहमण इॊतजाय कय यह ह

जनक न कहा अफ भन आतभजर भ नहा लरमा ह शय य को तीथ क जर भ नहरा दता हॉ अफ भ फाहय चदशा करॉ तो मह शय य की चदशा ह भय नह ॊ नहाना-धोना खाना-ऩीना याजकाज कयना म सफ कभ शय य क ह भया कोई कभ नह ॊ भया तो कततवम ह उस परब भ भसत यहना भन कयन मोगम सफ कभ कय लरम ऩारन मोगम धभ ऩार लरम अऩन घय भ घय ऩा लरमा

इस परकाय बऩनत को ऩयभातभ-शाशचनत का अनबव हआ

ह याभ जी मथामोगम वमवहाय कयो रककन चचतत स सदा आतभऩद भ शचसथनत कयो चचतत भ एक फाय आतभ-शाशचनत का सवाद आ जाम तो कपय सॊसाय भ कोई सख तमह परबाववत नह ॊ कयगा

जस अभत तस ववष घाट जसा भान तसा अऩभाना

हष शोक जाॉक नह ॊ वय भीत सभान कह नानक सन य भना भि ताॉदह त जान

एक फाय चचतत ऩयभातभ-शाशचनत का अनबव कय कपय तमहाय चचतत भ तमहाय अनतकयण भ सॊसाय की सतमता नदश हो जामगी

अनकरभ

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भाभकॊ शयणॊ वरज

जीव भाि का दहत कवर इसी फात भ ह कक वह ककसी औय का सहाया न रकय कवर बगवान की ह शयण र र बगवान क शयण होन क लसवाम जीव का कह ॊ बी ककॊ चचत भाि बी नह ॊ ह कायण मह ह कक जीव साात ऩयभातभा का अॊश ह इसस वह ऩयभातभा को छोडकय औय ककसी का सहाया रगा तो वह सहाया दटकगा नह ॊ जफ सॊसाय की कोई बी वसत वमकति घटना ऩरयशचसथनत अवसथा आदद शचसथय नह ॊ ह तो कपय इनका सहाया कस शचसथय यह सकता ह इनका सहाया तो यहगा नह ॊ कवर चचनता शोक द ख आदद यह जामग

अशचगन स अॊगाय दय हो जाता ह तो वह कारा कोमरा फन जाता ह ऩय वह कोमरा जफ ऩन अशचगन स लभर जाता ह तो वह अशचगनरऩ फन जाता ह औय अॊगाय होकय चभक उठता ह

ऐस ह मह जीव बगवान स ववभख हो जाता ह तो वह फाय-फाय जनभता-भयता औय द ख ऩाता यहता ह ऩय जफ वह बगवान क समभख हो जाता ह अननम बाव स बगवान की शयण भ हो जाता ह तो वह बगवतसवरऩ फन जाता ह औय चभक उठता ह इतना ह नह ॊ ववदव का बी कलमाण कयन वारा हो जाता ह

साधक को सफस ऩहर भ बगवान का हॉ इस परकाय अऩन अहॊता को फदर दना चादहए कायण कक तरफना अहॊता क फदर साधन सगभता स नह ॊ होता औय अहॊता क फदरन ऩय साधन सगभता स सवाबाववक ह होन रगता ह

वववाह हो जान ऩय कनमा अऩनी अहॊता को फदर दती ह कक भ तो ससयार की ह हॉ औय वऩता क कर का समफनध तरफलकर छट जाता ह ऐस ह साधक को अऩनी अहॊता फदर दनी चादहए कक भ बगवान का हॉ औय बगवान भय ह भ सॊसाय का नह ॊ हॉ औय सॊसाय भया नह ॊ ह अहॊता क फदरन ऩय भभता बी अऩन आऩ फदर जाती ह

भ परब क चयणो भ ह ऩडा हआ हॉ ndash ऐसा भन भ बाव यखत हए जो कछ अनकर मा परनतकर ऩरयशचसथनत साभन आ जाम उसभ बगवान का भॊगरभम ववधान भानकय ऩयभ परसनन यह

बगवान क दराया भय लरम जो कछ बी ववधान होगा वह भॊगरभम हो होगा ऩय ऩरयशचसथनत भय सभझ भ आम मा न आम मह फात दसय ह ऩय बगवान का ववधान तो भय लरए कलमाणकाय ह ह इसभ कोई सनदह नह ॊ इसलरए जो कछ होता ह वह भय कभो का पर नह ॊ ह परतमत बगवान क दराया कऩा कयक कवर भय दहत क लरए बजा हआ ववधान ह

बगवान पराणीभाि क ऩयभ सरद होन स अनकर मा परनतकर ऩरयशचसथनत बजकय पराखणमो क ऩणम-ऩाऩो का नाश कयक उनह ऩयभ शदध फनाकय अऩन चयणो भ खीॊच यह ह ndash इस परकाय दढता स बाव होना ह बगवान क चयणो भ शयण रना ह

सवमॊ बगवान क शयणागत हो जाना मह समऩण साधनो का साय ह इसभ शयणागत बि को अऩन लरए कछ बी कयना शष नह ॊ यहता जस ऩनतवरता सतरी का अऩना कोई काभ नह ॊ यहता वह अऩन शय य की साय-सॉबार बी ऩनत क नात ऩनत क लरए ह कयती ह वह घय कटमफ वसत ऩि-ऩिी औय अऩन कहरानवार शय य को बी अऩना नह ॊ भानती परतमत ऩनतदव का ह भानती ह शचजस परकाय ऩनतवरता ऩनत क ऩयामण होकय ऩनत क गोि भ ह अऩना गोि लभरा दती ह औय ऩनत क ह घय ऩय यहती ह उसी परकाय शयणागत बि बी शय य को रकय भान जान वार गोि जानत नाभ आदद को बगवान को चयणो भ सभवऩत कयक ननशचदळॊत ननबम ननशोक औय ननशॊक हो जाता ह बगवान शरीकषण अजन स कहत ह-

सवधभानऩरयतमजम भाभकॊ शयणॊ वरज समऩण धभो का आशरम धभ क ननणम का ववचाय छोडकय कवर एक भय ह शयण भ

आ जा

महाॉ परदल होता ह कक धभ अथात कततवम धभ का सवरऩ स तमाग भाना जाम नह ॊ धभ का सवरऩ स तमाग कयना न तो गीता क अनसाय ठीक ह औय न वह परसॊग क अनसाय ह ठीक ह बगवान की फात सनकय अजन न कततवम धभ का तमाग नह ॊ ककमा ह अवऩत करयषम वचनॊ तव कहकय बगवान की आऻा क अनसाय कततवम कभ का ऩारन कयना सवीकाय ककमा ह

भाभकॊ शयणॊ वरज का तातऩम भन-फवदध क दराया शयणागनत को सवीकाय कयना नह ॊ ह अवऩत सवमॊ को बगवान की शयण भ जाना ह कमोकक सवमॊ की शयण होन ऩय भन फवदध इशचनिमाॉ शय य आदद बी उसी भ आ जात ह अरग नह ॊ यहत

बगवान क शयण होन क फाद बी तमहाय बावो ववततमो आचयणो आदद भ पक नह ॊ ऩडा सधाय नह ॊ हआ बगवतपरभ बगवददशन आदद नह ॊ हए औय अऩन भ अमोगमता अनचधकायता ननफरता आदद भारभ होती ह तो बी उनको रकय तभ चचनता मा बम भत कयो कमोकक बगवान कहत ह कक जफ तभ भय अननम शयण हो गम तो वह कभी तमहाय कभी कस यह उसका सधाय कयना तमहाया काभ कस यहा वह कभी भय कभी ह उसका सधाय कयना भया काभ यहा तमहाया तो फस एक ह काभ ह ननशचदळॊत ननशोक ननबम औय ननशॊक होकय यहना ह अगय तय भ चचनता बम वहभ आदद दोष आ जामग तो व शयणागनत भ फाधक हो जामग औय सफ बाय तय ऩय आ जामगा शयण होकय अऩन ऩय बाय रना शयणागनत भ करॊक ह

ववबीषण बगवान शरीयाभ क चयणो की शयण हो जाता ह तो कपय ववबीषण क दोषो को बगवान अऩन ह दोष भानत ह एक सभम ववबीषण जी सभि क इस ऩाय आम वहाॉ ववपरघोष नाभक गाॉव भ उनस एक अऻात बरहमहतमा हो गई इस ऩय वहाॉ क बराहमणो न इकटठ होकय ववबीषण को खफ भाया-ऩीटा ऩय व भय नह ॊ कपय बराहमणो न उनह जॊजीयो स फाॉधकय जभीन क बीतय एक गपा भ र जाकय फनद कय ददमा याभ जी को मह ऩता रगा तो व ऩषऩक ववभान क

दराया ततकार वहाॉ ऩहॉच बराहमणो न याभ जी का फहत आदय-सतकाय ककमा औय कहा कक भहायाज इसन बरहमहतमा कय द ह इसको हभन फहत भाया ऩय मह भया नह ॊ

बगवान याभ न कहा ह बराहमणो ववबीषण को भन कलऩ तक की आम औय याजम द यखा ह वह कस भाया जा सकता ह औय उसको भायन की जरयत ह कमा ह वह तो भया बि ह बि क लरए भ सवमॊ भयन को तमाय हॉ हभाय महाॉ ववधान ह कक दास क अऩयाध की शचजमभवाय उसक सवाभी ऩय होती ह सवाभी ह उसक दणड का ऩाि होता ह इसलरए ववबीषण क फदर भ आऩ रोग भय को ह दणड द

बगवान की मह शयणागत-वतसरता दखकय सफ बराहमण आदळम कयन रग औय उन सफ न बगवान की शयण र र

भ बगवान का हॉ औय बगवान भय ह ndash इस अऩन ऩन क सभान मोगमता ऩािता अचधकायता आदद कछ बी नह ॊ ह मह समऩण साधनो का साय ह छोटा-सा फचचा बी अऩनऩन क फर ऩय ह आधी यात भ साय घय को नचाता ह जफ वह यात भ योन की ठान रता ह तो साय घयवार उठ जात ह औय उस रयझात ह

इसलरए शयणागत बि को अऩनी मोगमता आदद की तयप न दखकय बगवान क साथ अऩन अऩनऩन की तयप ह दखत यहना चादहए

इसी दऴोक भ बगवान कहत ह कक भा शच त शोक भत कय भय शयण होकय बी ऩया ववदवास बयोसा न यखना औय चचनता कयना मह भय परनत अऩयाध ह अऩन दोषो को रकय चचनता कयना वासतव भ अऩन फर का अलबभान ह कमोकक दोषो को लभटान भ अऩनी साभरथम भारभ दन स ह उनको लभटान की चचनता होती ह हाॉ अगय दोषो को लभटान भ चचनता न होकय द ख होता ह तो द ख होना इतना दोष नह ॊ ह जस छोट फारक क ऩास कतता आता ह तो वह कतत को दखकय योता ह चचनता नह ॊ कयता ऐस ह दोषो का न सहाना दोष नह ॊ ह रककन चचनता कयना दोष ह

शयणागत होन क फाद बि को रोक ऩयरोक सदगनत-दगनत आदद ककसी बी फात की चचनता नह ॊ कयनी चादहए

बगवान क समफनध की दढता होन ऩय जफ सॊसाय शय य का आशरम सवथा नह ॊ यहता तफ जीन की आशा भयन का बम कयन का याग औय ऩान की रारच ndash म चायो ह नह ॊ यहत कमोकक अऩन ऩरयशचचछनन भ को उस अखणड वमाऩक भ अवऩत कय ददमा जफ तक ऩरयशचचछनन अहॊ फना यहता ह तफ तक चचनता औय बम फना यहगा उस वमाऩक सशचचचदानॊद ऩयभातभा भ ऩरयऩण बरहम भ अऩन भ को सभवऩत कय दना तरिगणातीत होना ह बगवान की शयण का भतरफ मह नह ॊ कक ककसी परनतभा क चयणो भ लसय टकत यहना अवऩत बरहमवतता गरओॊ स बगवततवव का ऻान ऩाकय अऩन ऩरयशचचछनन भ को वमाऩक सशचचचदानॊद ऩयभातभा भ र न

कयना जस घटाकाश अऩन को भहाकाशसवरऩ सभझ र ऐस ह जीव अऩन वासतववक लशवसवरऩ को सभझ र

बगवान की भनत की शयण तो कमा बगवान क साकाय साशचननधम भ अजन था रककन जफ ऻा उऩदश स अजन का भोह नदश हआ औय अऩन सवरऩ की सभनत आमी तबी वह धनम हआ

बगवान भ तय शयण हॉ भ तय शयण हॉ मह बाव तो ठीक ह रककन अऩन दह की खणडता ऩरयशचचछननता औय नदवयता भ जो अऩना अहॊबाव ह भ ऩना रगा ह उसको वहाॉ स हटाकय बगवान की अखणडता वमाऩकता अवऩशचचछननता औय ननतमता भ रगाना ह बगवान क शयण होना ह

शयणागत बि भ मह एक फात आती ह कक अगय भया जीवन परब क रामक सनदय औय शदध नह ॊ फना तो बिो की फात भय आचयण भ कहाॉ आमी नह ॊ आमी कमोकक भय ववततमाॉ ठीक नह ॊ यहती वासतव भ भय ववततमाॉ ह ndash ऐसा भानना ह दोष ह ववततमाॉ उतनी दोषी नह ॊ ह

भन फवदध इशचनिमाॉ शय य आदद भ जो भयाऩन ह मह गरती ह कमोकक जफ भ बगवान की शयण हो गमा औय जफ सफ कछ उनको सभवऩत कय ददमा तो भन फवदध आदद भय कहाॉ यह अत शयणागत को भन फवदध आदद की अशवदध की चचनता कबी नह ॊ कयनी चादहए भय ववततमाॉ ठीक नह ॊ ह ndash ऐसा बाव कबी नह ॊ राना चादहए ककसी कायणवश अचानक ऐसी ववततमाॉ आ बी जाम तो आतबाव स ह भय नाथ ह भय परबो फचाओ फचाओ फचाओ ऐस परब को ऩकायना चादहए कमोकक व सवसभथ सवाभी ह तो चचनता कमो कयना

आचयणो की कभी होन स बीतय स बम ऩदा होता ह औय साॉऩ तरफचछ फाघ आदद स फाहय स बम ऩदा होता ह शयणागत बि क म दोनो ह परकाय क बम लभट जात ह इतना ह नह ॊ भतम का बम बी जो फड-फड ववदरानो को बी होता ह वह बम बी सवथा लभट जाता ह

भय ववततमाॉ खयाफ हो जामगी ndash ऐस बम का बाव बी साधक को बीतय स ननकार दना चादहए कमोकक भ बगवान की कऩा भ तयानतय हो गमा हॉ अफ भझ ककसी फात का बम नह ॊ ह इन ववततमो को अऩनी भानन स ह भ इनको शदध नह ॊ कय सका कमोकक इनको भय भानना ह भलरनता ह

एक ववतत उठी दसय ववतत उठन को ह उसक फीच की अवसथा बगवान का वासतववक सवरऩ ह न कक म ववततमाॉ

चतन ववभर सहज सख यालश जीव चतन ह ववभर ह सहज सख-सवरऩ ह नाहक ऩयशानी भोर रता ह जो बगवान

की शयण होकय अऩन को जीव भानता ह उसकी फवदध हॉसन मोगम ह उसका ननणम हासमासऩद ह

इसलरए अफ भ कबी बी ववततमो को अऩनी नह ॊ भानॉगा जफ ववततमाॉ भय ह ह नह ॊ तो भझको बम ककस फात का अफ तो कवर बगवान की कऩा ह कऩा ह वह सवि ऩरयऩण हो यह ह मह फडी खशी की परसननता की फात ह इस परकाय साधक को ननबम औय ननशचदळॊत हो जाना चादहए

बम ऩयाम स होता ह आतभीम स नह ॊ होता बम दसय स होता ह अऩन स नह ॊ होता ददरतीमादर बमॊ बवनत परकनत का काम शय य सॊसाय ददरतीम ह इसलरए इनस समफनध यखन ऩय ह बम होता ह कमोकक इनक साथ सदा समफनध यह ह नह ॊ सकता कायण मह ह कक परकनत औय ऩरष का सवबाव सवथा लबनन-लबनन ह एक जड ह दसया चतन एक ववकाय ह दसया ननववकाय एक ऩरयवतनशीर ह दसया अऩरयवतनशीर एक परकाशम ह दसया परकाशक लभरथमा औय ऩरयवतनशीर को सतम भानन स बम होता ह अऩन सतम सवरऩ को सवीकाय कय रो बम छट जामगा जीवो बरहमव नाऩय जीव बरहम स अरग था नह ॊ ह नह ॊ हो सकता नह ॊ सफ द खो का भर अऻान ह अऻान हटा ददमा कक जीव न अऩन सवरऩ को ऩा लरमा ईदवय क अननम शयण हो गमा

बगवान ऩयाम नह ॊ ह व तो आतभीम ह जीव उनका सनातन अॊश ह उनका सवरऩ ह उनकी शयण होन ऩय भनषम सदा क लरए ननबम हो जाता ह फचच को भाॉ स दय होन ऩय तो बम होता ह ऩय भाॉ की गोद भ चर जान ऩय उसका बम लभट जाता ह कमोकक भाॉ उसकी अऩनी ह बगवान का बि इसस बी ववरण होता ह फचच औय भाॉ भ तो बदबाव ददखता ह ऩय बि औय बगवान भ बदबाव समबव ह नह ॊ ह

बगवान बि क अऩनऩय को ह दखत ह गणो औय अवगणो को नह ॊ सवरऩ स बि सदा स ह बगवान का ह औय गण दोष आगनतक ह इसलरए बगवान की दवदश इस वासतववकता ऩय ह सदा जभा यहती ह जस कीचड आदद स सना हआ फचचा जफ भाॉ क साभन आता ह तो भाॉ की दवदश कवर अऩन फचच की तयप ह जाती ह फचच क भर की तयप नह ॊ फचच की दवदश बी अऩन भर की तयप नह ॊ जाती भाॉ साप कय मा न कय फचच की दवदश भ तो भरा ह ह नह ॊ उसकी दवदश भ तो कवर भाॉ ह ह िौऩद क भन भ ककतना दरष औय करोध बया हआ था कक जफ द शासन क खन स अऩन कश धोऊॉ गी तबी कशो को फाॉधगी ऩयनत िौऩद जफ बी बगवान को ऩकायती ह बगवान चट आ जात ह कमोकक बगवान क साथ िौऩद का परगाढ अऩनाऩन था

साधक को चादहए कक वह बगवान की भजी स सवथा अऩनी भजी लभरा द बगवान ऩय अऩना ककॊ चचत बी आचधऩतम न भान अवऩत अऩन ऩय ऩया आचधऩतम भान भ बगवान का हॉ तो बगवान भय लरम जसा ठीक सभझ वसी ह ननसॊकोच होकय कय कह ॊ बी बगवान हभाय भन की कय तो उसभ सॊकोच हो कक भय लरए बगवान को ऐसा कयना ऩडा मदद अऩन भन की फात ऩय होन स सॊकोच नह ॊ होता अवऩत सॊतोष होता ह तो मह शयणागनत नह ॊ ह शयणागत

बि शय य इशचनिमाॉ भन फवदध क परनतकर ऩरयशचसथनत भ बी बगवान की भजी सभझकय परसनन यहता ह

बिो की या ददशो का ववनाश औय धभ की सथाऩना ndash इन तीन फातो क लरए सभम-सभम ऩय बगवान अवताय रत ह इन तीन फातो भ कवर बगवान का कमा परमोजन लसदध होता ह कछ नह ॊ व तो कवर पराणीभाि क कलमाण क लरए ह म तीनो काभ कयत ह इसस बगवान की सवाबाववक आतभीमता कऩारता वपरमता दहतवषता सरदता औय ननयऩ उदायता ह लसदध होती ह

बि को अऩनी सफ चचनताएॉ बगवान ऩय ह छोड दनी चादहए बगवान दशन द मा न द परभ द मा न द ववततमो को ठीक कय मा न कय हभ शदध फनाम मा न फनाम ndash मह सफ बगवान की भजी ऩय छोड दना चादहए उस तो तरफलर का फचचा फनना चादहए तरफलर का फचचा अऩनी भाॉ ऩय ननबय यहता ह तरफलर चाह जहाॉ यख चाह जहाॉ र जाम तरफलर अऩनी भजी स फचच को उठाकय र जाती ह तो वह ऩय सभट रता ह ऐस ह शयणागत बि सॊसाय की तयप स अऩन हाथ-ऩय सभटकय कवर बगवान का चचनतन नाभ-जऩ आदद कयत हए बगवान की तयप ह दखता यहता ह वह जो कछ काभ कयता ह उसको बगवान का ह सभझकय बगवान की ह शकति भानकय बगवान क ह लरए कयता ह अऩन लरए ककॊ चचनभाि बी नह ॊ कयता बगवान का जो ववधान ह उसभ ऩयभ परसनन यहता ह अऩन भन को कछ बी नह ॊ रगाता

जस कमहाय ऩहर लभटटी को लसय ऩय उठाकय राता ह तो कमहाय की भजी गीरा कयक यौदता ह तो कमहाय की भजी चकक ऩय चढाकय घभाता ह तो कमहाय की भजी लभटटी कबी कछ नह कहती कक तभ घडा फनाओ सकोया फनाओ भटकी फनाओ कमहाय चाह जो फनाम उसकी भजी ह

ऐस ह शयणागत बि अऩनी कछ बी भजी भन की फात नह ॊ यखता वह शचजतना अचधक ननशचदळॊत औय ननबम होता ह बगवतकऩा उसको अऩन आऩ उतना ह अचधक अऩन अनकर फना रती ह औय शचजतनी वह चचनता कयता ह अऩना फर भानता ह उतना ह वह आती हई बगवतकऩा भ फाधा रगाता ह शयणागत होन ऩय बगवान की ओय स जो ववरण ववचचि अखणड अटट कऩा आती ह अऩनी चचनता कयन स उस कऩा भ फाधा रग जाती ह

सॊसाय औय बगवान इन दोनो की समफनध तो तयह का होता ह सॊसाय का समफनध कवर भाना हआ ह औय बगवान का समफनध वासतववक ह सॊसाय का समफनध तो भनषम को ऩयाधीन फनाता ह गराभ फनाता ह ऩय बगवान का समफनध भनषम को सवाधीन फनाता ह चचनभम फनाता ह बगवान का बी भालरक

ककसी फात को रकय अऩन भ कछ बी अऩनी ववशषता ददखती ह वह वासतव भ ऩयाधीनता ह मदद भनषम ववदया सॊऩवतत तमाग वयागम आदद ककसी फात को रकय अऩनी

ववशषता भानता ह तो मह उन ववदया आदद की ऩयाधीनता दासता ह ह जस कोई धन को रकय अऩन को ववशष भानता ह तो मह ववशषता वासतव भ धन की ह हई खद की नह ॊ वह अऩन को धन का भालरक भानता ह ऩय वासतव भ वह धन का गराभ ह

परब का मह कामदा ह कक शचजस बि को अऩन भ कछ बी ववशषता नह ॊ ददखती अऩन भ ककसी फात का अलबभान नह ॊ होता उस बि भ बगवान की ववरणता उतय आती ह ककसी-ककसी भ महाॉ तक ववरणता आती ह कक उसक शय य इशचनिमाॉ भन फवदध आदद पराकत ऩदाथ बी चचनभम फन जात ह उनभ जडता का अतमनत अबाव हो जाता ह ऐस बगवान क परभी बि बगवान भ ह सभा गम ह अनत भ उनक शय य नह ॊ लभर जस भीयाफाई शय य सदहत बगवान क शरीववगरह भ र न हो गई कवर ऩहचान क लरए उनकी साडी का छोटा-सा छोय शरीववगरह क भख भ यह गमा औय कछ नह ॊ फचा ऐस ह सॊत शरी तकायाभ जी शय य सदहत वकणठ चर गम

ऻानभाग भ शय य चचनभम नह ॊ होता कमोकक ऻानी असत स समफनध-ववचछद कयक असत स अरग होकय सवमॊ चचनभम तवव भ शचसथत हो जाता ह ऩयॊत जफ बि बगवान क समभख होता ह तो उसक शय य इशचनिमाॉ भन पराण आदद सबी बगवान क समभख हो जात ह तातऩम मह हआ कक शचजनकी दवदश कवर चचनभम तवव ऩय ह ह शचजनकी दवदश भ चचनभम तवव स लबनन जडता की सवतनि सतता ह नह ॊ होती तो वह चचनभमता उनक शय य आदद भ बी उतय आती ह औय व शय य आदद चचनभम हो जात ह हाॉ रोगो की दवदश भ तो उनक शय य भ जडता ददखती ह ऩय वासतव भ उनक शय य चचनभम होत ह

बगवान की सवथा शयण हो जान ऩय शयणागत क लरए बगवान की कऩा ववशषता स परकट होती ह ऩय भाि सॊसाय का सनहऩवक ऩारन कयन वार औय बगवान स अलबनन यहन वार वातसलमभमी भाता रकषभी का परब-शयणागत ऩय ककतना अचधक सनह होता ह व ककतना अचधक पमाय कयती ह इसका कोई बी वणन नह ॊ कय सकता रौककक वमवहाय भ बी दखन भ आता ह कक ऩनतवरता सतरी को वऩतबि ऩि फहत पमाया रगता ह

परभबाव स ऩरयऩण परब जफ अऩन बि को दखन क लरए ऩधायत ह तो भाता रकषभी बी परब क साथ आती ह ऩयनत कोई बगवान को न चाहकय कवर भाता रकषभी को ह चाहता ह तो उसक सनह क कायण भाता रकषभी बी आ जाती ह ऩय उनका वाहन ददवानध उलर होता ह ऐस वाहनवार रकषभी को परादऱ कयक भनषम बी भदानध हो जाता ह अगय उस भाॉ को कोई बोगमा सभझ रता ह तो उसका फडा बाय ऩतन हो जाता ह कमोकक वह तो अऩनी भाॉ को ह कदवदश स दखता ह इसलरए वह भहान अधभ ह

जहाॉ कवर बगवान का परभ होता ह वहाॉ तो बगवान स अलबनन यहन वार रकषभी बगवान क साथ आ ह जाती ह ऩह जहाॉ कवर रकषभी की चाहना ह वहाॉ रकषभी क साथ बगवान बी आ जाम मह ननमभ नह ॊ ह

शयणागनत क ववषम भ एक कथा आती ह सीताजी याभ जी औय रकषभणजी जॊगर भ एक व क नीच फठ थ उस व की शाखाओॊ औय टहननमो ऩय एक रता छाई हई थी रता क कोभर-कोभर तनत पर यह थ उन तनतओॊ भ कह ऩय नमी-नमी कोऩर ननकर यह थीॊ औय कह ॊ ऩय तामरवण क ऩतत ननकर यह थ ऩषऩ औय ऩततो स रता छाई हई थी उसस व की सनदय शोबा हो यह थी व फहत ह सहावना रग यहा था उस व की शोबा को दखकय बगवान शरीयाभ रकषभण जी स फोर दखो रकषभण मह रता अऩन सनदय-सनदय पर सगशचनधत पर औय हय -हय ऩवततमो स इस व की कसी शोबा फढ यह ह जॊगर क अनम सफ व ो स मह व ककतना सनदय ददख यहा ह इतना ह नह ॊ इस व क कायण ह साय जॊगर की शोबा हो यह ह इस रता क कायण ह ऩश-ऩी इस व का आशरम रत ह धनम ह मह रता

बगवान शरीयाभ क भख स रता की परशॊसा सनकय सीताजी रकषभण स फोर दखो रकषभण बमा तभन खमार ककमा कक नह ॊ दखो इस रता का ऊऩय चढ जाना

पर ऩततो स छा जाना तनतओॊ का पर जाना म सफ व क आचशरत ह व क कायण ह ह इस रता की शोबा बी व क ह कायण ह अत भर भ भदहभा तो व की ह ह आधाय तो व ह ह व क सहाय तरफना रता सवमॊ कमा कय सकती ह कस छा सकती ह अफ फोरो रकषभण जी तमह ॊ फताओ भदहभा व की ह हई न व का सहाया ऩाकय ह रता धनम हई न

याभ जी न कहा कमो रकषभण मह भदहभा तो रता की ह हई न रता को ऩाकय व ह धनम हआ न

रकषभण जी फोर हभ तो एक तीसय ह फात सझती ह

सीता जी न ऩछा वह कमा ह दवय जी

रकषभणजी फोर न व धनम ह न रता धनम ह धनम तो मह रकषभण ह जो दोनो की छामा यहता ह

बगवान औय उनकी ददवम आहलाददनी शकति दोनो ह एक दसय की शोबा फढात ह कोई उन दोनो को शरदष फताता ह कोई कवर बगवान को शरदष फताता ह औय कोई कवर उनकी आहलाददनी शकति को शरदष फताता ह शयणागत बि क लरए तो परब औय उनकी आहलाददनी शकति दोनो का ह आशरम शरदष ह

जफ भनषम बगवान की शयण हो जाता ह उनक चयणो का सहाया र रता ह तो वह समऩण पराखणमो स ववघन-फाधाओॊ स ननबम हो जाता ह उसको कोई बी बमबीत नह ॊ कय सकता कोई बी कछ तरफगाड नह ॊ सकता

बगवान क साथ काभ बम दरष करोध सनह आदद स बी समफनध कमो न जोडा जाम वह बी जीव का कलमाण कयन वारा ह होता ह

कवर एक बगवान की शयण होन का तातऩम ह ndash कवर बगवान भय ह अव व ऐदवम-समऩनन ह तो फडी अचछी फात ह औय कछ बी ऐदवम नह ॊ ह तो फडी अचछी फात व फड दमार ह तो फडी अचछी फात औय इतन ननदषय कठोय ह कक उनक सभान दननमाॉ भ कोई कठोय ह नह ॊ तो बी फडी अचछी फात उनका फडा बाय परबाव ह तो फडी अचछी फात औय उनभ कोई परबाव नह ॊ हो तो बी फडी अचछी फात शयणागत भ इन फातो की कोई ऩयवाह नह ॊ होती उसका तो एक ह बाव यहता ह कक बगवान जस बी ह हभाय ह बगवान की इन फातो की ऩयवाह न होन स बगवान का ऐदवम भाधम सौनदम गण परबाव आदद चर जामग ऐसी फात नह ॊ ह ऩय हभ उनकी ऩयवाह नह ॊ कयग तो हभाय असर शयणागनत होगी

बगवान क परनत बिो क अरग-अरग बाव होत ह कोई कहता ह कक दशयथ जी की गोद भ खरनवार जो याभरारा ह व ह हभाय इदश ह याजाचधयाज याभचनिजी नह ॊ छोटा सा याभरारा कोई बि कहता ह कक हभाय इदश तो रडडगोऩार ह ननद क रारा ह व बि अऩन याभरारा को ननदरारा को सॊतो स आशीवाद ददरात ह तो बगवान को मह फहत पमाया रगता ह तातऩम ह कक बिो की दवदश बगवान क ऐदवम की तयप जाती ह नह ॊ

सॊत कहत ह कक अगय बगवान स लभरना हो तो साथ भ साथी नह ॊ होना चादहए औय साभान बी नह ॊ होना चादहए साथी औय साभान क तरफना बगवान स लभरो जफ साथी सहाया साथ भ ह तो तभ कमा लभर बगवान स औय भन फवदध ववदया धन आदद साभान साथ भ फॉधा यहगा तो उसका ऩयदा यहगा ऩयद भ लभरन थोड ह होता ह साथ भ कोई साथी औय साभान न हो तो बगवान स जो लभरन होगा वह फडा ववरण औय ददवम होगा

कछ बी चाहन का बाव न होन स बगवान सवाबाववक ह पमाय रगत ह भीठ रगत ह शचजसभ चाह नह ॊ ह कोई आकाॊा इचछा नह ॊ ह वह बगवान का खास घय ह बगवान क साथ सहज सनह हो सनह भ कछ लभरावट न हो कछ बी चाहना न हो जहाॉ कछ बी चाहना हो जाम वहाॉ परभ कसा वहाॉ तो आसकति वासना भोह भभता ह होत ह

बगवान एक फाय बि को खीॊच र तो कपय छोड नह ॊ बगवान स ऩहचान न हो तफ तक तो ठीक ह अगय उसस ऩहचान हो गई तो कपय भाभरा खतभ कपय ककसी काभ क नह ॊ यहोग तीनो रोको भ ननकमभ हो जाओग

हाॉ जो ककसी काभ का नह ॊ होता वह सफ क लरए सफ काभ का होता ह ऩयॊत उसको ककसी स कोई भतरफ नह ॊ होता

शयणागत बि को बजन नह ॊ कयना ऩडता उसक दराया सवत सवाबाववक बजन होता ह बगवान का नाभ उस सवाबाववक ह फडा भीठा पमाया रगता ह जस दवास अऩन आऩ चरता यहता ह दवास क तरफना हभ जी नह ॊ सकत ऐस ह शयणागत बि बजन क तरफना नह ॊ यह सकता

शचजसको सफ कछ अवऩत कय ददमा उसक ववसभयण भ ऩयभ वमाकरता भहान छटऩटाहट होन रगती ह नायदबकति सि भ आमा ह तददरसभयण ऩयभ वमाकरतनत ऐस बि स अगय कोई कह कक आध ण क लरए बगवान को बर जाओ तो तीनो रोको का याजम लभरगा तो वह इस ठकया दगा बागवत भ आमा ह

तीनो रोको क सभसत ऐदवम क लरए बी उन दवदरब बगवचचयणकभरो को जो आध ननभष क लरए बी नह ॊ तमाग सकत व ह शरदष बगवदबि ह

बगवान कहत ह- सवमॊ को भझ अवऩत कयन वारा बि भझ छोडकय बरहमा का ऩद इनि का ऩद समऩण ऩरथवी का याजम ऩातारादद रोको का याजम मोग की सभसत लसवदधमाॉ औय भो को बी नह ॊ चाहता

अनकरभ

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ण का बी परभाद भतम ह

ह चतनम दव त इस ववसतत जगत को द घ कार स चरा आता भत सभझ त ऐसा खमार भत कय फठना कक भया ऩव जनभ था औय वहाॉ ककम हए ऩाऩ ऩणमो क परसवरऩ मह वततभान जनभ हआ ह औय इस वततभान जनभ भ कभ उऩासनादद साधन-सॊऩनन होकय ऻान परादऱ करॉ गा औय भो का बागी फनॉगा भझस ऩथक अनम रोग बी ह शचजनभ स कोई भि ह कोई फदध ह

पमाय अनतकयणरऩी गपा भ फठकय इस परकाय का ववचाय भत कयना कमोकक मह साया ववदव सवपनवत ह जस ण बय स तझको सवपन भ ववसतीण सॊसाय ददख जाता ह औय उस ण क ह अनदय त अऩना जनभादद भान रता ह वस ह मह वततभान कार का जगत बी तया ण बय का ह परभाद ह

वपरम आतभन न तया ऩहर जनभ था न वततभान भ ह औय न आग होगा मदद णभाि क लरए अऩन आसन स हटगा अऩन आऩको सवरऩ भ शचसथत न भानगा परभाद कयगा तो वह परभाद ववसतीण जगत हो बासगा पमाय त अऩन आऩको भन फवदध आदद क छोट स आॉगन भ भत सभझ जस भहान सभि भ छोट फडी अनक तयॊग ऩदा औय नदश होती यहती ह वस ह अनॊत अनॊत भन फवदध आदद तयॊग तझ भहासागय भ ऩदा हो होकय नदश होती यहती ह भन फवदध की कलऩना ह सॊसाय ह नह ॊ नह ॊ भन-फवदध ह सॊसाय ह इनस लबनन सॊसाय की सतता ककॊ चचत भाि बी नह ॊ ह भन फवदध की बी अऩनी अरग सतता नह ॊ ह तय ह सतता स भन फवदध बासत ह जस भरबलभ भ यत ह जर होकय बासती ह वस त ह जगत होकय बास यहा ह जस यत सदव यत ह ह कपय बी दय स जर नजय आता ह वस ह त चतनम आतभा सदव

जमो का तमो एकयस ननववकाय अखणड आननदघन ह ऩयॊत भन-फवदध भ स जगत होकय बासता ह दख बाषमकाय सवाभी कमा कहत ह

भयमखणडसखाममोध फहधा ववदववीचम उतऩदयनत ववर मनत भामाभारतववभरभात

भझ अखणड आननद सवरऩ आतभारऩी सागय भ भामारऩी ऩवन स भराॊनत क कायण अनक-अनक ववदवरऩी तयॊग उतऩनन हो यह ह औय ववर न हो यह ह

अनकरभ

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ना कयो नीॊद स पमाय याजा बतहरय कहत ह कक भन बोग नह ॊ बोग बोगो न भझ बोग लरमा सभम न भझ

काट लरमा फीभाय का इराज तो हो सकता ह ऩयनत वदधावसथा को आन स कोई बी नह ॊ योक सकता साया ददन ननयाकाय स ह रन दन ह सख बी ननयाकाय ह औय द ख बी ननयाकाय ह कचच खणक वयागम स तो कलमाण नह ॊ हो सकता जस अधकचची चीज खान स कदश होता ह

आग जरानी ह तो पॉ कन वार जरा सकन वार न जरा जफ तक खद नह ॊ आती तफ तक खदा का ऩता नह ॊ रगता सवाभी याभ को उसकी

आतभा की रगन खीॊच यह थी उनहोन अनायकर क बय फाजाय भ अऩन फचचो क हाथो स उॉगलरमाॉ खीॊच र ॊ औय आतभदव की भसती भ भसत हो गम चर जान की ताकत आ गई

कार का ऻात औय अऻात रऩ हभ पाड ननगर यहा ह हभ सबी नासभझ फनकय फयहभ दननमा की वसतओॊ स परभ का नाटक खर यह ह

एक फाय एक सादहतमकाय साथी स ऩछा गमा बाई तभ आज इतन ऩयशान कमो ददखाई दत हो

जीवन-सॊचगनी क ननवाचन भ घयफाय छोड चका हॉ कमोकक वह जीवन औय भतम भ बी भया साथ ननबामगी सॊसाय की कोई शकति भय सभीऩ आन स उस नह ॊ योक सकगी

कछ ददनो क फाद व बावक कराकाय ऩागरखान भ ह बगवान क पमाय हो गम कमोकक जीवन सॊचगनी न अऩना घय उनक लरम नह ॊ छोडा इसीलरए तो फदध न सॊऩण सतम क लरम घय छोडा मशोधया औय याहर को छोड ददमा मह कहत-कहत कक ओ णबॊगय बव याभ-याभ बतहरय न याजम लसॊहासन छोडा इसी सतम-अनवषण क लरए कक परभ का अभय सॊदश कहाॉ ह औय वह अनत भ लभरा आतभ-साातकाय भ

बरा इस सॊसाय क सवाथ बय कण-कण भ बी याहत ह नह ॊ कोभरता ह नह ॊ सतमता ह नह ॊ मह जानत हए बी भोहऩाश भ भानव की भहाकामा कमो सभादहत ह कमो

आफदध ह इसका एक ह कायण ह भनषम अऩन चचय सनातन ववचायरऩी धन को इस सॊसाय भ बर फठा ह अबाव बी तरफना ववचाय क भतम ह औय वबव बी भौत की ह ननशानी ह

भानव तरफना आतभफोध क सॊसाय भ सॊसाय क कण-कण भ भौत का फरावा द यहा ह

वववक जागन का भाग ह गर क दय ऩय झक जाओ औय अनतभख हो जाओ सॊत नसखा फतात ह कक सॊसाय का शहॊशाह फनन क लरए उस अननदश को सवीकाय कयो ववचाय कयक अगय ऩरयशचसथनत नह ॊ सॉबरती तो अननदश होना ह ह

जो भसकया सकता ह वह अभीय ह जो योता ह वह गय फ ह फाहय कभया तो वातानकर ह ऩय ददर चचनतातय ह तभन तो ददर भ अॊगीठी सरगाई हई ह ऐ ऩयभदवय की जात त तो रहानी नय ह शकर कय कक त ह त ह तो जवान ह औय अबी भौत क वायनट जाय नह ॊ हए लभटटी क द ऩक भ तर जर यहा ह औय तर भ फतती ह त पट ऩयान कऩडो भ बी ऩयभदवय की ओय बाग सकता ह

शचजनकी टाॉग टट हई ह हाथ टट हए ह उनहोन ह अननदश सवीकाय कय लरमा ह चचनता ऩरयशचसथनत क अधीन नह ॊ चचनता आदत ह

मा कोई द वाना हॉस मा शचजस त तौकपक द वयना इस दननमाॉ भ यहक भसकया सकता ह कौन

मा तो ऩागर हॉसता ह मा शचजसको त बकति की भसती द वह हॉसता ह नह ॊ तो सॊसाय भ हॉसना फडा कदठन ह

तन तो मॉ ह खमारो का फोझा लसय ऩय उठामा हआ ह जस गाडी ऩय फठ आदभी न लसय ऩय फोझा यकखा हो इसलरए अनतय स शनम होकय आतभा का धमान चचनतन कय तया बरा होगा

अनकरभ

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आतभ-ननदषा वपरम साधक फहत परमास कयन ऩय बी भन शानत नह ॊ होता ववततमाॉ शचसथय नह ॊ होती

तमहाय साधना ननषपर सी बास यह ह अहॊकाय ववर न होन क फदर ठोस होता चरा जा यहा ह कोई उऩाम नह ॊ नजय नह ॊ आता

दख एक यहसम सभझ र मदद त भन की ववततमाॉ स डयकय उनको शचसथय कयन का उऩाम कयगा तो भन जमादा ऩदश होता जामगा अहॊकाय खडा ह यहगा कमोकक वासतव भ व तय ह सतता स शचजनद ह इसलरए त भन औय भन की सवव यज तभोगणवार ववततमो को लभरथमा

जानकय उनकी तयप स फऩयवाह हो जा ऐसा कयन ऩय भन अऩन आऩ शानत हो जामगा कमा तन फहसऩनत क ऩि कच का हार नह ॊ सना

कच न फहत वषो तक अहॊकाय को ननवतत कयन का परमतन ककमा औय अहॊकाय अचधक ऩदश होता गमा तफ दवगर फहसऩनत न उस कहा ऩि मह अहॊकाय तझ आतभा भ लभरथमा सपया ह उसका कमा उऩाम कयता ह उसको लभरथमा जान लभरथमा क लरए ऩरयशरभ भत कय ऐसा उऩदश सनकय कच को ऻान हो गमा औय वह जीवनभि होकय ववचया

अत ह अहॊकाय क ऩीछ डॊडा रकय बागन वारो डॊड को प क दो कमो लभरथमा शरभ कयत हो माद यखो शचजस सभम तभ अहॊ को लभरथमा जान रोग उसी ण वह ननवतत हो जामगा यजज का सऩ राठी स नह ॊ भयगा उसक लभरथमातव क ऻान स ह उसकी तातकालरक ननववतत होती ह

ववततमो को सदा क लरए शचसथय कयन की भहनत भत कयो सव ववततमो का जो परकाशक ह अचधदषानरऩ तमहाया आतभा ह उस जान रो आतभननदष हो यहो औय ववततमो की ऩयवाह भत कयो ववततमाॉ अऩन आऩ शानत होती जामगी

अनकरभ

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धमान-सॊकत

परातकार भ बराहम भहत भ सनान-शौचादद स ननवतत होकय अऩन साधना क आसन ऩय फठ जाओ धऩ-द ऩ स हो सक तो ताज परो स वातावयण को भहका दो ऩदमासन लसदधासन मा सखासन भ फठकय थोड पराणामाभ कयो आनतय कमबक औय फदहकमबक क साथ तरिफनध कयो कपय शानत होकय फठ जाओ आॉख फनद कयो दवदश आऻाचकर भ शचसथय कयो अथवा ऊऩय ववशार गगन की ओय उठाओ आॉखो की ऩतलरमाॉ ऊऩय की ओय खीॊचो कपय दढ बावना कयो कक

भराधाय चकर भ सषदऱ ऩडी हई शकति जगकय ऊधवगाभी हो यह ह ऊऩय उठ यह ह औय ऊऩय औय ऊऩय नालब कनि रदम औय भशचसतषक की शकतिमाॉ ऊऩय उठ यह ह ऊऩय औय ऊऩय औय ऊऩय शाफाश चचततववततमाॉ ऊऩय जा यह ह गगन क उस ऩाय ऩहॉच यह ह

शचजस परकाय तजसवी ऩामरट अऩन हलरकापटय को ऊऩय र जाता ह इसी परकाय तभ अऩनी शकतिमो को ऊऩय र जाओ दढ बावना कयो कक तभ ऊऩय उठ यह हो तमहाया भन ऊऩय उठ यहा ह तमहाय ववचाय ददवम हो यह ह ॐॐॐ

गयदन सीधी यखो शय य सवसथ औय टटटाय दवदश औय आॉखो की ऩतलरमाॉ ऊऩय की तयप तमहाय सॊऩण शकतिमाॉ ऊऩय की ओय उठ यह ह अनबव कयत चरो कक अऩन आतभा की शकतिमो का ववकास हो यहा ह तमहाय भन औय फवदध का ववकास हो यहा ह भन भजफत हो यहा ह ॐॐॐ

सॊकलऩ कयत जाओ कक अफ तभ हलक रोगो क सॊग नह ॊ कयोग ववषमी रोगो क सॊऩक स दय यहोग ददवम ईदवय म भाग ऩय चरन वार साधक रोगो स ह दोसती यखोग

तभ ऋवष-भननमो क वॊशज हो तमहाय लरम आतभा क परकाश भ ह ववचयना शोबनीम ह तभ उस आतभगगन भ गनतभान हो यह हो आनतरयक शकतिमो को खोजन क लरए अदबत साहस लभर यहा ह ॐॐॐ

हभाया जीवन ऩववि हो यहा ह औय सदा क लरए ऩववि यहगा बीतय की शकतिमाॉ ऊऩय उठ यह ह हभाया साधनारऩी हवाई जहाज उततयोततय ऊऩय जा यहा ह फरगाडी हजाय सार चर कपय बी सागय क ऩाय नह ॊ जा सकती रककन हवाई जहाज उड तो ऩाॉच घणट भ ह दश-ववदश की मािा कया द इसी परकाय तभ ऩयभातभा की ओय मािा कयन क लरए ऊऩय उठ यह हो

ऊऩय उठो औय ऊऩय तभ ककसक लशषम हो मह ऩता ह न हभ दफर जीवन नह ॊ तरफताना ह तभ ककन पराचीन ऋवष-भननमो क वॊशज हो तमह ऩता ह न

फर आतभफर

तमहाय भानलसक शकतिमो का ववकास हो यहा ह तमहाय फवदध खखर यह ह तमहाय ऊऩय ऩयभातभा की कऩा फयस यह ह ॐॐॐ

तमहाय शकतिमो का वाममान ऊॉ च उड यहा ह तमहाय जीवन का हलरकॉपटय ऊऩय की ओय मािा कय यहा ह ॐॐॐ

अफ तमहाया परगाढ धमान रग यहा ह ॐ शाशचनत शाशचनत शाशचनत

अनकरभ

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चचततववशराशचनत-परमोग

चचतत क उऩशभ क लरए एक परमोग खफ उऩमि ह

ककसी सवचछ एकानत सथान भ कमफर मा टाट का आसन तरफछाकय उस ऩय रट जाओ अफ शय य को खफ खीॊचो ऩय स लसय तक तभाभ अॊगो को कसयत लभर जाम यगयग को वमामाभ लभर जाम इस परकाय शय य को तनाव दो जस कतता मा तरफलर अऩन शय य को रमफा कयक खीॊचत ह वस दो ढाई लभनट तक हाथ ऩाॉव को पराकय खफ खीॊचो नस-नाकतडमाॉ जो काभ न कयती हो व बी काभ कयन रग जाम

दो ढाई लभनट क फाद शय य को खीॊचना छोड दो सफ अॊगो को ढ र छोड दो एकदभ शानत ऩड यहो शचजहवा को भख स फाहय ननकारकय दाॉतो स हलकी सी दफाओ होठो को फनद यखो दोनो हाथो की ऩहर उॊगर अॉगठ स दफाओ इस परकाय ऻानभिा भ औय ववशराशचनत भिा शवासन का परमोग कयो ऻानभिा स ऻानतॊतओॊ को ऩवदश लभरती ह थोडी दय क फाद अगय ऻानभिा भ औय शचजहवा को फाहय यखन भ ऩरयशरभ जसा भहसस हो तो दोनो को छोड दो तरफलकर सवाबाववक आयाभदामक शचसथनत रग इस परकाय हाथो को घटनो की ओय परा दो तन औय भन को ऩण आयाभ कयन दो

अऩन चचतत को ककसी बी परकाय क चचनतन की फकतडमाॉ न ऩहनाओ चचतत को ननशचदळॊत कय दो मदद कोई चचनतन होन रग तो उस चचनतन को सावधान होकय ननहायत जाओ दवासोचवास को ननहायत जाओ जस बगवान ववषण ीय सागय भ मोगननिा भ ववयाजभान ह वस तभ बी अऩन साधना क आसन ऩय मोगननिा भ ववशराशचनत ऩात जाओ बावना कयत जाओ कक हभ आयाभ ऩा यह ह अऩन अनतमाभी याभ भ

इस सभम आऩका कोई कततवम नह ॊ कोई चचनता नह ॊ आऩ ऩण आयाभ ऩा यह हो चचतत को ववशराशचनत क परसाद भ ऩावन होन दो

मह चचवततशराशचनत परमोग तभाभ परकाय क दोषो को दय कयन भ सहाम दगा इसस अचछ-अचछ ववचाय उतऩनन होत ह औय आयोगम ऩदश होता ह

अनकरभ

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पराथना-ननझय

ऩयभातभ-चतनम भ अननत अननत परकाय की ववततमाॉ उठती ह औय अननत परकाय स सतता सपनत औय साभरथम लभरता ह कपय बी जो ऩण का ऩण ह उस ऩण ऩरषोततभ का हभ धमान कयत ह

सॊसाय की वासना स बटकत जीवो को जनभ-भयण क चकर स फचान क लरए शचजस ऩयभातभा न सतशासतरो औय सतऩरषो का साशचननधम ददमा उस ऩयभ सरद ऩयभातभा का हभ धमान कयत ह अफोध फारक को कीतन धमान बकति मोग क ऩववि साधन दकय शचजस ऩयभातभा न अऩना साातकाय कयान की वमवसथा यखी ह उस ऩयभातभा को हभ पमाय कयत ह औय उसी भ हभ ववशराभ ऩात ह

शचजस पमाय ऩयभातभा न हभ भानवदह ददमा सदफवदध दो शरदधा द सतसॊग भ जान की परयणा द उस ऩयभ सरद ऩयभातभा को हभ पमाय कयत ह उस परब की कऩा स हभाय ऩाशवी ववततमाॉ फदरकय आतभालबभख हो यह ह सनह क सागय उस ऩयभातभा को पराथना कयत ह कक ह

परब हभाय ववततमाॉ उततयोततय आऩक अलबभख होती यह औय एक ददन ऐसा आ जाम कक उन सफ ववततमो स ऩाय होकय ववततमो क आधायसवरऩ आऩ ऩयभातभा भ हभाया अहॊ ववरम हो जाम आऩकी ऩयभ चतना भ ऩयभ शाॊनत भ ऩयभ पमाय भ ऩयभ साभरथम भ आऩक ऩयभ सनदय सवरऩ भ हभाय भन की ववततमाॉ शानत हो जाम हभाय चचतत की चतना शचजस सतता स आती ह उस ऩयभ सतता भ हभ जलद स जलद ववशराशचनत ऩाम

हभ परनतददन भौत की तयप सयक यह ह ह जीवनदाता परब ह अभय आतभदव ह ऩयभातभ दव ह गरदव हभ भौत क ऩहर अभयता का अऩन असर सवरऩ का साातकाय कय र अऩन आऩको जान र अनमथा जगत का सफ जाना हआ अनजाना हो जामगा जगत का ऩामा हआ सफ ऩयामा हो जामगा ऐसी घकतडमाॉ आमगी कक हभ अऩन घय भ ह ऩयाम हो जामग अऩन ऩरयवाय ह ऩयाम हो जामग अऩन रयशत-नातो भ ह ऩयाम हो जामग रोग हभ शभशान भ र जामग चचता की बबकती आग इस शय य को जरामगी शय य को अशचगन जराम उसक ऩहर ह परब तमहाय ऻानाशचगन स हभाय भभताएॉ औय आसकतिमाॉ जर जाम ह गरदव आऩक उऩदश क परबाव स हभाया अहॊ फाचधत हो जाम रोग हभ शभशान भ छोड जाम उसक ऩहर हभ तभ तक ऩहॉच जाम ह परब तभ दमा कयना अऩन घय भ हभ ऩयाम हो जाम उसस ऩहर हभ तय घय ऩहॉच जाम तय दराय ऩहॉच जाम ह दवश ह जगद श असतो भा सदगभम तभसो भा जमोनतगभम भतमोभाऽभतॊ गभम

हभ असत आसकतिमो स फचा हभ असत वासनाओॊ स फचा हभ असत अहॊकाय स फचा असत समफनधो स हभ फचा असत इचछाओॊ स फचा ह भय सतम-सवरऩ परभ-सवरऩ आननद-सवरऩ ईदवय ह अनतमाभी ह भीया क कनहमा ह शफय क याभ ह नाभदव क ववटठर ह धनना क ठाकयजी ह मोचगमो की आतभा तय अननत नाभ ह अननत रऩ ह भ नह ॊ जानता तझ ककस ववचध रयझाऊॉ रककन त तो जानता ह

ह दमाननध परबो हभ असतम स ननकर सक मह हभाय फस की फात नह ॊ रककन तय करणा ऩय बयोसा ह तय कऩा ऩय बयोसा ह त हभ असतम अहॊकाय स असतम आसकतिमो स फचाकय ऩाय रगा द हभाय जीवन नमा असतम अहॊकाय स असतम आसकतिमो स असतम दह की भभता स हभाया जीवन फयफाद हआ जा यहा ह असतम ऩदाथो भ हभाया आमषम नदश हो यहा ह हभ अनधकाय स फचाकय अऩन परभ परकाश की ओय र चर ऻान-परकाश की ओय र चर अहॊ बरहमाशचसभ क खजान की ओय र चर

हभ कफ तक इस बवाटवी भ बटकना ऩडगा कफ तक सॊसाय क समफनधो भ उरझना ऩडगा कफ तक सॊसाय की सयकती हई चीजो क ऩीछ फयफाद होना ऩडगा

ह ऩयभातभा त हभ फर द त हभ अऩन सवबाव भ सभा र

अनकरभ

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हो गई यहभत तय ह पमाय सदगर ऩयभातभा भझ अऩनी आतभ-भसती भ थाभ रो भ सॊसारयमो क अऻान

भ कह ॊ फदर न जाऊॉ भोह-भभता भ कह ॊ कपसर न जाऊॉ

जसीॊ शचजम जान यह जसीॊ तन भ पराण यह परीत सॊधी डोय तो ऩास सयधी यह

डऩ आह भख इहो वञजो भताॊ तो खाॊ भाॊ ववछडी अञाॊ परीत सॊधी डोय सजण आह कचडी

जोयसाॊ जरजा अञाॊ नॊढडो ह फारक तफ तक जी भ जान ह तन भ पराण ह तफ तक भय साधना की डोय भय परीनत की

डोय तय तयप सयकती यह सयकती यह

इस फात का त खमार यखना

आ जया ननाॊ क सदक भझको सदगर थाभर ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

शचजसन फीजो को जभीन भ फो ददमा उसक फीज अननत गन हो गम रककन शचजसन फीजो को नतजोय भ फनद कयक यख ददमा उसक फीज सड गम

जीवन एक बीतय की फहती धाया ह फीज ऩषऩ खखरान क लरम ह ऐस ह आनतरयक फीज आतभऻान का पर खखरान क लरए ह ह इस सीॊचत यहना सावधानी क साथ छोट सकोभर ऩौधो की सया कयत यहना कह ॊ तमहाय साधना क ऩौध ऩषऩो भ ऩरयणत हए तरफना उखाड न ददम जाम इसलरए साधना क सॊसकायो को सॉबारत यहना आहाय की शवदध वमवहाय की शवदध ववचाय की शवदध का खमार यखना परनतददन थोडा फहत अभमास कयत यहना तो म सॊसकायरऩी फीज ऩौधो भ ऩरयणत होत जामग औय ऩौध ऩषऩ दन रगग

ऻान की चचनगाय को पॉ कत यहना जमोनत जगात यहना परकाश फढात यहना ऻानभत क आचभन को दरयमा क रऩ भ फदरत यहना सयज की ककयण को सयज की खफय तक र जाना सदगरओॊ क परसाद को सतम की परानदऱ तक ऩचात यहना

फडी कीभती करणा-कऩा ऩयभातभा की ह सहज भ लभर हई इस ददवम चीज का कह ॊ अनादय न कय फठना तरफना परमास क लभर हई भलमवान चीज का कह ॊ गलती स अऩवमम न कय फठना तरफना शरभ क ऩाम हए ह यो का भलम कह ॊ कॊ कडो स न कय फठना

शचजसक लरए हभ यात-यात बय जग थ घय फाय छोडकय गरओॊ क दराया ऩय बाग थ वह चीज आऩको सहज भ लभर यह ह इसका अनादय भत कय दना इसकी कीभत कह ॊ छोट भत कय दना गरओॊ क परसाद को फढात यहना सॉबारत यहना हाहा ह ह भ कह ॊ इस अभत को तरफखय भत दना

दननमाॉ क चाय ऩसो की रारच भ इस आधमाशचतभक कोह नय को कह ॊ फच भत दना साया ववदव दाॉव ऩय रग जाम कपय बी मह आधमाशचतभक साधना का ह या तमहाया अनभोर यतन ह साय ऩरथवी बी इसका फदरा नह ॊ चका सकती ह

वह ऩयभातभा का धन तमहाय रदम भ परववदश होता यह इस आतभ-खजान का तभ खमार यखना इसकी फडी समहार यखना मह ईदवय म अभानत तमह ददर की झोर भ द जा यह ह उस रौटाओ तो अचधक कयक रौटाना मह ऐसा खजाना ह कक शचजतना ददमा जा यहा ह उसस अननत गना रौटान ऩय बी तमहाय ऩास यततीबय कभ न होगा ऐसी अनठी मह अभानत ह

आधमाशचतभक सॊसकायो क फीज अदबत ढॊग स पट ननकरत ह औय अदबत ढॊग स ववसताय को ऩात ह

साकी की पमार ऩीकय खद भमखाना हो गमा हॉ वऩमा तो पमार बय शयाफ रककन हो गमा शयाफखाना लरमा तो चलर बय रककन हो

गमा सागय

ऩीकय शयाफ भलशद भ खद भखाना हो गमा हॉ मो व बरहमव जानानत तषाॊ दवानाॊ फलरॊ ववहनत

जो उस बरहम ऩयभातभा को जानता ह दवता रोग बी उसका ऩजन कयत ह शकर का आदय-ऩजन इनिदव कयत ह कमोकक शकर बरहमवतता का लशषम ह ऻानी का लशषम बी इनिदव दराया ऩजा जाता ह अगय तभ ऻानी फन जाओग अऩन आतभ-खजान को ऩा रोग तो ककतनी गरयभा होगी

बरकय बी इस खजान का भलम छोटा न कयना कह ॊ सॊसाय की नौकय चाकय को इतना भलम न द फठना कक इस अनभोर खजान को बर जाओ सॊसाय क काम-वमवहाय को इतना भलम न दना कक इस वासतववक खजान को सॉबारन का सभम ह न फच तमहाय ऩास ऐसा धोखा तभ भत खाना भन धोखा दगा कमोकक तभ भन क सवाभी होन क यासत जा यह हो भन अऩना जार तरफछामगा कई चार चरगा भन क तरफछाम हए जार भ चगन क लरए अनन नह ॊ ह भोती नह ॊ ह ववष क कण ऩड ह

हो सक तो भौन ह हो जाना नह ॊ तो इशाय स काभ रना फोरना ऩड तो दो चाय शबदो स काभ ऩया कयना बोजन भ एकाध गरास कभ खा रना नीॊद की एकाध झऩकी कभ स रोग तो बी काभ चर जामगा कबी ऐस ददन बी आ जामग कक तभ ऩाॉव ऩसाय कय सदा क लरए सो जाओग दननमाॉ क रोग ऩकायग चचलरामग तो बी तभ आवाज तक नह ॊ दोग भतम की रमफी नीॊद भ जान स ऩहर तभ मोगननिा भ सो रना सोत-सोत भ याभ भ आयाभ ऩा यहा हॉ इस बाव भ सो रना

परबात भ जफ उठो तफ थोडी दय शानत होकय फठ यहना आतभधमान भ गोता भायना फाद भ ह तरफसतय का तमाग कयना नीॊद भ स उठकय चाय-ऩाॉच लभनट आतभ-चचनतन कयत हए तरफसतय ऩय फठ यहना फहत दहतावह ह ॐॐॐ

अनकरभ

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बजन भान कमा शचजस कभ स शचजस शरवण स शचजस चचनतन स शचजस जऩ स शचजस सवा स बगवदाकाय ववतत फन उस बजन कहा जाता ह

सॊसाय की आसकति लभटान क लरए बजन की आसकति अतमॊत आवशमक ह साय ऻानो व फरो का जो आधाय ह वह आतभफर व आतभऻान ऩाना ह जीवन का उददशम हो जीवन का सम ढरन स ऩहर जीवनदाता भ परनतवदषत हो जाओ अनमथा ऩछताना ऩडगा असपरता औय दफरता क ववचाय उठत ह उस बगवननाभ स औय ऩावन ऩसतको क अधममन स हटा ददमा कयो

अम भानव ऊठ जाग अऩनी भहानता को ऩहचान कफ तक बवाटवी भ बटकगा जो बगवान वकणठ भ करास भ औय ऋवषमो क रदम भ ह वह क वह उतन क उतन तय ऩास बी ह ऊठ जाग अऩन पमाय को ऩहचान सतसॊग कयक फवदध को फढा औय ऩयबरहम ऩयभातभा भ परनतवदषत हो जा

शाफाश वीय शाफाश दहमभत साहस जो कछ कय ऩयभातभा को ऩान क लरए कय मह तझ ऩयभातभा भ परनतवदषत ऩरषो तक

ऩहॉचा दगा औय त बी ऩयभातभा भ परनतवदषत हो जामगा

ॐ ऩजमऩाद सॊत शरी आसायाभजी फाऩ क सतसॊग परवचन स ॐ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

अनकरभ

Page 8: आत्भमग - Hariom Group · 2016. 1. 15. · क *ई ऩुि नह 2, भय कई ऩत्नी नह , भया कई ऩनत नह , भया कई बाई

ववबवमापम सवि सवशचनिमाणाभ सदा भ सभतवॊ न भकतिन फनध

चचदाननदरऩ लशवोऽहभ लशवोऽहभ भकति औय फनधन तन औय भन को होत ह भ तो सदा भि आतभा हॉ अफ भझ कछ

ऩता चर यहा ह अऩन घय का भ अऩन गाॉव जान वार गाडी भ फठा तफ भझ अऩन घय की शीतरता आ यह ह मोचगमो की गाडी भ फठा तो रगता ह कक अफ घय फहत नजद क ह बोचगमो की गाकतडमो भ सददमो तक घभता यहा तो घय दय होता जा यहा था अऩन घय भ कस आमा जाता ह भसती कस रट जाती ह मह भन अफ जान लरमा

भसतो क साथ लभरकय भसताना हो यहा हॉ शाहो क साथ लभरकय शाहाना हो यहा हॉ

कोई काभ का द वाना कोई दाभ का द वाना कोई चाभ का द वाना कोई नाभ का द वाना रककन कोई कोई होता ह जो याभ का द वाना होता ह

दाभ द वाना दाभ न ऩामो हय जनभ भ दाभ को छोडकय भयता यहा चाभ द वाना चाभ न ऩामो नाभ द वाना नाभ न ऩामो रककन याभ द वाना याभ सभामो भ वह द वाना हॉ

ऐसा भहसस कयो कक भ याभ का द वाना हॉ रोबी धन का द वाना ह भोह ऩरयवाय का द वाना ह अहॊकाय ऩद का द वाना ह ववषमी ववषम का द वाना ह साधक तो याभ द वाना ह हआ कयता ह उसका चचनतन होता ह कक

चातक भीन ऩतॊग जफ वऩमा फन नह ॊ यह ऩाम साधम को ऩाम तरफना साधक कमो यह जाम

हभ अऩन साधम तक ऩहॉचन क लरए जट ववभान की मािा ककम जा यह ह शचजनह ऩसनद हो इस जट का उऩमोग कय नह ॊ तो रोकर टरन भ रटकत यह भौज उनह ॊ की ह

मह लसदधमोग मह कणडलरनी मोग मह आतभमोग जट ववभान की मािा ह ववहॊग भाग ह फरगाडीवारा चाह ऩचचीस सार स चरता हो रककन जटवारा दो ह घणटो भ दरयमाऩाय की खफय सना दगा हभ दरयमाऩाय भान सॊसायऩाय की खफयो भ ऩहॉच यह ह

ऐ भन रऩी घोड त औय छराॊग भाय ऐ नीर गगन क घोड त औय उडान र आतभ-गगन क ववशार भदान भ ववहाय कय खर ववचायो भ भसती रट दह क वऩॊजय भ कफ तक छटऩटाता यहगा कफ तक ववचायो की जार भ तडऩता यहगा ओ आतभऩॊछी त औय छराॊग भाय औय खर आकाश भ खोर अऩन ऩॊख ननकर अणड स फाहय कफ तक कोचर भ ऩडा यहगा पोड इस अणड को तोड इस दहाधमास को हटा इस कलऩना को नह ॊ हटती तो ॐ की गदा स चकनाचय कय द

अनकरभ

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बवसागय का ककनाया वयागम

आतभा ऩयभातभा ववषमक ऻान परादऱ कयक ननतम आतभा की बावना कय अऩन शादवत सवरऩ की बावना कय अऩन अनतमाभी ऩयभातभा भ आननद ऩाम अऩन उस अखणड एकयस भ उस आननदकनद परब भ उस अदरत-सतता भ अऩनी चचततववतत को सथावऩत कय रऩ अवरोक भनसकाय तथा दशम ददशा दशन म चचतत क पयन स होत ह ववदव तजस पराऻ जागरत सवपन औय सषनदऱ म सफ शचजसस परकालशत होत ह उस सफस ऩय औय सफका अचधदषान जो ऩयभातभा ह उस ऩयभातभा भ जफ परीनत होती ह तफ जीव ननवासननक ऩद को परादऱ होता ह ननवासननक होत ह वह ईदवयतव भ परनतवदषत होता ह कपय फाहय जो बी चदशा कय रककन बीतय स लशरा की नाई सदा शानत ह वलशदषजी कहत ह- ह याभ जी ऐस ऻानवान ऩरष शचजस ऩद भ परनतवदषत होत ह उसी भ तभ बी परनतवदषत हो जाओ

शचजसका चचतत थोडी-थोडी फातो भ उददरगन हो जाता ह घणा याग दरष दहॊसा मा नतयसकाय स बय जाता ह वह अऻानी ह ऻानी का रदम शानत शीतर अदरत आतभा भ परनतवदषत होता ह हभ रोगो न वह परसॊग सना ह कक

भॊकी ऋवष न खफ तऩ ककमा तीथमािा की उनक कषाम ऩरयऩकव हए अथात अनतकयण शदध हआ ऩाऩ जर गम व जा यह थ औय वलशदषजी क दशन हए उनक भन भ था कक साभन धीवयो क ऩाॉच-सात घय ह वहाॉ जाकय जरऩान करॉ गा व क नीच आयाभ ऩाऊॉ गा

वलशदषजी न कहा ह भाग क भीत अऻानी जो आऩ जरत ह याग-दरष भ हम-उऩादम भ जरत ह उनक ऩास जाकय तभको कमा शाशचनत लभरगी जस ककसी को आग रग औय ऩटरोर ऩॊऩ क पववाय क नीच जाकय आग फझाना चाह तो वह भख ह ऐस ह जो आऩस भ याग-दरष स जरत ह जो सॊसाय की आसकतिमो स फॉध ह उनक सॊऩक भ औय उनकी फातो भ आकय ह शचजऻास तय तऩन नह ॊ लभटगी तय तऩन औय याग-दरष औय फढग

ह भॊकी ऋवष तभ ऻानवानो का सॊग कयो भ तमहाय रदम की तऩन लभटा दॉगा औय अकतरिभ शाशचनत दॉगा सॊसाय क बोगो स सॊसाय क समफनधो स जो शाशचनत लभरती ह वह कतरिभ शाशचनत ह जफ जीव अनतभख होता ह जफ ऩयभातभालबभख होता ह चचतत शानत होता ह तफ जो शाशचनत लभरती ह वह आशचतभक शाशचनत ह

वासनावार को अशाशचनत ह वासना क अनरऩ वसत उस लभरती ह तो थोडी दय क लरए शाशचनत होती ह रोबी को रऩमो स रगाव ह रऩम लभर गम तो खशी हो गमी बोगी को बोग लभर तो खशी हो गमी साधक ऐसी कतरिभ शाशचनत ऩाकय अऩन को बागमवान नह ॊ भानता साधक तो फाहय की चीज लभर मा न लभर कपय बी बीतय का ऩयभातभ-ऩद ऩाकय अऩना जीवन धनम कयता ह वह अकतरिभ शाशचनत परादऱ कयता ह

सॊसाय का तट वयागम ह वववक ऩदा होत ह वयागम का जनभ होता ह शचजसक जीवन भ वयागमरऩी धन आ गमा ह वह धनम ह

वलशदषजी कहत ह- ह भॊकी ऋवष तभ सॊसाय क तट ऩय आ गम हो अफ तभ भय वचनो क अचधकाय हो

बरहमवतता भहाऩरषो क वचनो का अचधकाय वह हो सकता ह शचजसन वववक औय वयागमरऩी सॊऩवतत ऩा र ह शचजसन वववक स सॊसाय की असायता दख र ह शचजसन वववक स शय य की णबॊगयता दख र ह ऐसा वववकपरधान जो साधक होता ह उसको वयागम उतऩनन होता ह वयागमरऩी धन स शचजसका चचतत सॊसकत हो गमा ह उस आतभऻान क वचन रगत ह जो भढ ह ऩाभय ह व ऻानवानो क वचनो स उतना राब नह ॊ र ऩात शचजतना वववकी औय वयागमवान र ऩाता ह

भॊकी ऋवष वववक-वयागम स सॊऩनन थ वलशदषजी का दशन कयक उनको अकतरिभ शाशचनत का एहसास हआ व कहन रग

बगवन आऩ सशय य ददख ऩडत हो रककन आकाश की नाई शनम रऩ हो आऩ चदशा कयत ददख ऩडत हो रककन आऩ चदशा स यदहत हो आऩ साकाय ददखाई दत हो रककन आऩ अनॊत बरहमाणडो भ पर हए ननयाकाय तवव हो ह भननशादर आऩक दशन स चचतत भ परसननता छा जाती ह औय आकषण ऩदा होता ह वह आकषण ननदोष आकषण ह सॊसारयमो की भराकात स चचतत भ ोब ऩदा होता ह सम का तज होता ह वह तऩाता ह जफकक आऩका तज रदम भ ऩयभ शाशचनत दता ह ववषमो का औय सॊसाय रोगो का आकषण चचतत भ ोब ऩदा कयता ह औय आऩ जस ऻानवान का आकषण चचतत भ शाशचनत ऩदा कयता ह जफकक ऻानी का आकषण ऩयभातभा क गीत गॉजाता ह बीतय की शाशचनत दता ह आननद दता ह ऩयभातभा क परसाद स रदम को बय दता ह

ह भनीदवय आऩका तज रदम की तऩन को लभटाता ह आऩका आकषण बोगो क आकषण स फचाता ह आऩका सॊग ऩयभातभा का सॊग कयानवारा ह अऻाननमो का सॊग द खो औय ऩाऩो का सॊग कयान वारा ह जो घकतडमाॉ ऻानी की ननगाहो भ फीत गई जो घकतडमाॉ ऩयभातभा क धमान भ फीत गई जो घकतडमाॉ भौन भ फीत गई जो घकतडमाॉ ऩयभातभा क परसाद भ फीत गई व अकतरिभ शाशचनत की घकतडमाॉ ह व घकतडमाॉ जीवन की फहभलम घकतडमाॉ ह

ह भननशादर आऩ कौन ह मदद भझस ऩछत हो तो भ भाणडवम ऋवष क कर भ उतऩनन हआ भॊकी नाभक बराहमण हॉ सॊसाय की नदवयता दखकय सॊसाय क जीवो को हम औय उऩादम गरहण औय तमाग (छोडना-ऩकडना) स जरत दखकय भ सतम को खोजन गमा कई तीथो भ गमा ककतन ह जऩ-तऩ ककम कई वरत औय ननमभ ककम कपय बी रदम की तऩन न लभट

जऩ तऩ वरत औय तीथ स ऩाऩ दय होत ह कषाम ऩरयऩकव होत ह कषाम ऩरयऩकव हए ऩाऩ दय हए तो ऻानी का सॊग होत ह अकतरिभ शाशचनत लभरन रगती ह आननद आन रगता भौन भ परवश होन रगता ह साधक अरख ऩरष भ जगन क मोगम होता ह

भॊकी ऋवष वलशदषजी का सॊग ऩाकय अकतरिभ शाॊनत को परादऱ हए बीतय क परसाद को उऩरबध हए ऩयभातभा-ववशराशचनत ऩामी ऩयभातभ-ववशराशचनत स फढकय जगत भ औय कोई सख नह ॊ औय कोई धन नह ॊ औय कोई सामराजम नह ॊ

व घकतडमाॉ धनम ह शचजन घकतडमो भ ऩयभातभा की परीनत ऩयभातभा का चचनतन औय ऩयभातभा का धमान होता ह

परनतददन अऩन अनतकयण का ननभाण कयना चादहए अऩन अनतकयण भ ऩयभातभा का ऻान बयकय उसका चचनतन कयन स अनतकयण का ननभाण होता ह अऻान स अऻाननमो क सॊग स अऻाननमो की फातो स अनतकयण भ अववदया का ननभाण होता ह औय जीव द ख का बागी फनता ह

चचतत भ औय वमवहाय भ शचजतनी चॊचरता होगी शचजतनी अऻाननमो क फीच घसपस होगी शचजतनी फातचीत होगी उतना अऻान फढगा शचजतनी आतभचचा होगी शचजतना तमाग होगा दसयो क दोष दखन क फजाम गण दखन की परववतत होगी उतना अऩन जीवन का कलमाण होगा

अगय हभ अऩन जीवन की भीभाॊसा कयक जानना चाह कक हभाया बववषम अनधकायभम ह कक परकाशभम ह तो हभ जान सकत ह दख सकत ह ककसी वमकति को दखत ह उसस वमवहाय कयत ह तफ उसक दोष ददखत ह तो सभझो हभाया जीवन अनधकायभम ह कोई ककतना बी हभाय साथ अनचचत वमवहाय कयता ह कपय बी हभ अऩना दोष ददख औय उसक गण ददख तो सभझ रना कक हभाया बववषम उजजवर ह इसस बी उजजवर जीवन वह ह शचजसभ न गण ददख न दोष ददख सॊसाय सवपन जसा बासन रग सॊसाय को सवपन-सा दखन वारा अऩना आऩा ऩयभातभा भ ववशराभ ऩाव ऐसी पमास ऩदा हो जाम तो सभझ रना कक बववषम फडा सहावना ह फडा भॊगरकाय ह इस फात ऩय फाय-फाय धमान ददमा जाम

दवताओॊ भ चचा चर कक इस सभम ऩरथवी ऩय सफस शरदष ऩरष कौन ह सवगण-समऩनन कौन ह पराणी भाि भ गण दखनवारा कौन ह सवशरदष वमकतितव यखन वारा कौन ह

इनि न कहा कक इस सभम ऩरथवी ऩय ऐस ऩयभ शरदष ऩरष शरीकषण ह उनको ककसी क दोष नह ॊ ददखत अवऩत गण ह ददखत ह व पराणी भाि का दहत चाहत ह उनक भन भ ककसी क परनत वय नह ॊ शरीकषण जसा अदबत वमकतितव शरीकषण जसा गणगराह ऩन इस सभम ऩरथवी ऩय औय ककसी क ऩास नह ॊ ह इस परकाय इनि न शरीकषण की दवदश का उनक वमकतितव का खफ आदय स वणन ककमा

एक दव को कतहर हआ कक शरीकषण ककस परकाय अनॊत दोषो भ बी गण ढॉढ ननकारत ह वह दवता ऩरथवी ऩय आमा औय जहाॉ स शरीकषण गवारो क साथ गजयन वार थ उस यासत भ फीभाय योगी कतता होकय बलभ ऩय ऩड गमा ऩीडा स कयाहन रगा चभडी ऩय घाव थ भशचकखमाॉ लबनलबना यह ॊ थीॊ भॉह पटा यह गमा था दगनध आ यह थी उस दखकय गवारो न कहा नछ नछ मह कतता ककतना अबागा ह इसक ककतन ऩाऩ ह जो द ख बोग यहा ह

शरीकषण न कहा दखो इसक दाॉत ककतन अचछ चभकदाय ह मह इसक ऩणमो का पर ह

ऐस ह द ख-दद भ योग भ ऩयशानी भ वविोह भ औय अशाॊनत क भौक ऩय बी शचजसभ गण औय ऩयभ शानत ऩयभातभा दखन की उतसकता ह शचजसक ऩास ऐसी ववधामक ननगाह ह वह आदभी ठीक ननणामक होता ह ठीक ववचायक होता ह रककन जो ककसी ऩय दोषायोऩण कयता ह बोचगमो की हाॉ भ हाॉ लभरता ह ऻानवानो की फातो ऩय धमान नह ॊ दता सॊसाय भ आसकति कयता ह अऩन हठ औय दयागरह को नह ॊ छोडता उस आदभी का बववषम अनधकायभम हो जाता ह

शासतर न कहा फदध परॊ अनागरह फवदध का पर कमा ह फवदध का पर ह बोगो भ औय सॊसाय की घटनाओॊ भ आगरह नह ॊ यहना फडा लसदध हो तरिकार ऻानी हो रककन हम औय उऩादम फवदध हो तो वह तचछ ह

हम औय उऩादम फवदध कमा ह हम भान तमाजम उऩादम भान गराहय जफ जगत ह लभरथमा ह तो उसभ मह ऩाना ह मह छोडना ह मह कयना ह मह नह ॊ कयना ह ऐसी फवदध जफ तक फनी यहगी तफ तक वह फवदध अकतरिभ शाशचनत भ दटकगी नह ॊ अकतरिभ शाशचनत भ दटकन क लरए हमोऩादम फवदध का तमाग कयना ऩडता ह तमाजम औय गराहय की ऩकड न हो

पर खखरा ह ठीक ह दख लरमा फरफर गीत गा यह ह ठीक ह सन लरमा रककन कर बी पर खखरा हआ यह फरफर गाती हई सनाई ऩड योट ऐसी ह लभरती यह पराना आदभी ऐसा ह वमवहाय कय परानी घटना ऐसी ह घट ऐसा आगरह नह ॊ जफ जगत ह लभरथमा ह तो उसकी घटनाएॉ कस सतम हो सकती ह जफ घटनाएॉ ह सतम नह ॊ तो उसक ऩरयणाभ कस सतम हो सकत ह जो बी ऩरयणाभ आमग व फदरत जामग ऐसी ऻान-दवदश शचजसन ऩा र गरओॊ क ऻानमि वचनो को शचजसन ऩकड लरमा वह साधक बीतय की मािा भ सपर हो जाता ह

बरहमवतता की अधमातभ-ववदया फयसती यह रककन साधक भ अगय वववक-वयागम नह ॊ ह तो उतना राब नह ॊ होता फयसात सडको ऩय फयसती यह तो न खती होती ह न हरयमार होती ह ऐस ह शचजनका चचतत दोषो स अहॊकाय स बोगो स कठोय हो गमा ह उन ऩय सॊतो क वचन इतनी हरयमार नह ॊ ऩदा कयत शचजनक चचतत वववक-वयागम स जीता गमा ह उनको ऻानी सॊतो क दो वचन बी घडीबय की भराकात बी रदम भ फडी शाशचनत परदान कयती ह

भॊकी ऋवष का रदम वववक वयागम स जीता हआ था वलशदषजी की भराकात होत ह उनक चचतत भ अकतरिभ शाशचनत आननद आन रगा शचजतनी घकतडमाॉ चचतत शानत होता ह उतनी घकतडमाॉ भहातऩ होता ह चचतत की ववशराशचनत फहत ऊॉ ची चीज ह हमोऩादम फवदधवार को चचतत की ववशराशचनत नह ॊ लभरती मह छोड कय वहाॉ जाऊॉ औय सखी होऊॉ मह हम-उऩादम फवदध ह जो जहाॉ ह वह ॊ यहकय हमोऩादम फवदध छोडकय बीतय की मािा कयता ह तो वह ऊॉ च ऩद को ऩाता ह जो छोडन ऩकडन भ रगा ह तो वह वकणठ भ जान क फाद बी शाशचनत नह ॊ ऩाता

इसलरम हमऩादम फवदध छोड द शचजस सभम जो पज ऩड शचजस सभम गर औय शासतर क सॊकत क अनसाय जो कततवम कयन का हो वह मॊि की ऩतर की नाई कय लरमा रककन दसय ह ण अऩन को कतता-धतता न भान जस लभटटी भ फठत ह कपय कऩड झाड कय चर दत ह इसी परकाय वमवहाय कयक सफ छोड दो कतवव चचतत भ न आ जाम कतववबव औय बोितवबाव अगय ह तो सभाचध होन क फाद बी ऩतन की कोई सॊबावना नह ॊ अदशावकर भनन कहत ह-

अकततवॊ अबोितवॊ सवातभनो भनमत मदा तदा ीणा बवनतमव सभसताशचदळततवततम

जफ ऩरष अऩन आतभा क अकतताऩन को औय अबोिाऩन को भानता ह तफ उसकी समऩण चचततववततमाॉ कयक नाश होती ह

चचतत भ जफ अकततव औय अबोितव कक ननदषा जभन रगती ह तो वासनाएॉ ीण होन रगती ह कपय वह ऻानी मॊि की ऩतर की नाई चदशा कयता ह

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

आतभ-अवगाहन

तमहाय शचजतनी घकतडमाॉ ऩयभातभा क धमान भ फीत जाम व साथक ह शचजतनी दय भौन हो जाम वह कलमाणपरद ह दवास की गनत शचजतनी दय धीभी हो जाम वह दहतावह ह भॊगरकाय ह

फठत वि हभाया दवास नालसका स फायह उॊगर तक फाहय जाता ह चरत सभम अठायह सोत सभम चौफीस उॊगर तक दवास का पपकाय जाता ह औय भथन क सभम तीस उॊगर तक दवास की ऊजा खतभ होती ह फठन की अऩा धमान भ दवास फहत कभ खच होती ह इसस भन बी शानत होता ह आमषम बी फढता ह कछ दवास कभ खच होन क कायण भानलसक व फौवदधक थकान बी उतयती ह

शचजतनी दय हो सक उतनी दय शानत फठ यहो तमहाय दवास की गनत भनद होती चर जामगी सववगण फढता जामगा सॊकलऩ पलरत होन रगग धमान कयत-कयत दवास की रॊफाई

कभ हो जाम फायह उॊगर क फदर दस उॊगर हो जाम तो तमह दादय आदद लसवदधमाॉ परादऱ होन रगती ह नौ उॊगर तक दवास चरन रग तो थोडा-सा ह ननहायन भाि स शासतरो क यहसम सभझन रग जाओग आठ उॊगर तक दवास की रमफाई यह जाम तो तभ दवताओॊ की भसरत को जानन रग जाओग दसयो क चचतत को ऩढ रो ऐसी मोगमता ननखयन रगती ह

ऩाॉच-छ उॊगर तक पपकाय ऩहॉच ऐसा दवास फन जाम तो तमहाया चचतत खफ शाशचनत औय आननद का अनबव कयन रगगा तमहाय शय य क वामबरशन सववपरधान होन रगग दवास की गनत चाय उॊगर तक आ जाम तो अनऩभ ओज की परानदऱ होती ह तीन मा दो उॊगर तक दवास की रॊफाई आ जाम तो सववकलऩ सभाचध रग सकती ह एक उॊगर तक दवास आ जाम तो आननदानगत सभाचध की उऩरशचबध हो जाती ह अगय दवास बीतय ह थभ जाम तो कवर कमबक की उचच दशा ननववकलऩ सभाचध तक परादऱ हो जाती ह तफ साधना कयन वारा साधक नह ॊ फचता वह लसदध हो जाता ह

धमान कयत वि दखन भ तो तभ चऩ फठ हो रककन बीतय फहत कछ मािा कय यह हो फाहय स नासभझ रोग फोरग कक मह कछ नह ॊ कय यहा ह रककन आऩक दराया वासतव भ फहत कछ फदढमा हो यहा ह वषो तक भजदय कयक फाहय का अथक ऩरयशरभ कयक जो न कभा सक हो वह इन धमान क णो भ कभा रत हो मगो तक जनभत-भयत आम हो रककन उस सतमसवरऩ ऩयभातभा क कय फ नह ॊ जा ऩाम हो वहाॉ अफ फठ-फठ भौन औय धमान क णो भ जा यह हो चऩचाऩ फठ-फठ तमहाया भन उस आननद क सागय ऩयभातभा क कय फ जा यहा ह

धमानावशचसथत तद गतन भनसा ऩशमशचनत मॊ मोचगन मषाॊ तॊ न ववद सयासयगणा दवाम तसभ नभ

धमान कयत सभम दवासोचछवास की गनत को ननहायत जाओ दढ सॊकलऩ दोहयात जाओ कक भया चचतत ऩयभातभा भ शानत हो यहा ह भय चचतत की चॊचरता लभट यह ह ऩाऩ औय सॊताऩ लभट यह ह कभो क कसॊसकाय ऩयभातभा क ऩववि धमान भ धर यह ह भय ददर की चनरयमा यॊगी जा यह ह ऩयभातभा क यॊग स

भय साहफ ह यॊगयज चनय भोय यॊग डाय धोए स छट नह ॊ ददन ददन होत सयॊग

दो बौहो क फीच आऻाचकर भ धमान कयत जाओ वहाॉ अऩन इदश दवी-दवता मा ककसी वपरम ऩीय पकीय अथवा पमाय सदगर क ववगरह क धमान कयो ॐकाय की यिवणी आकनत का बी धमान कय सकत हो

आऻाचकर भ धायणा कयन स फहत साय शकतिमो का ववकास होता ह ऻान का अथाह खजाना खरन की कॉ जी वहाॉ छऩी ह वहाॉ धमान कयत हए ॐकाय का द घ सवय स गॊजन कयत जाओ ऩय ननबमता औय साहस को अऩन योभ-योभ भ बय जान दो चचनता बम शोक अशाशचनत की कलऩनाओॊ को ॐकाय की ऩववि गदा स बगा दो

ऐ बम ऐ चचनता ऐ ऩयशानी दय हटो अफ हभ आतभ-खजाना लभर यहा ह ॐकाय की ऩववि गदा हभाय हाथ भ ह ऐ चचनताएॉ तमह हभ चकनाचय कय दग ॐ

ऐ दफर ववचाय ऐ दफर चचतत तझभ ॐकाय का साभरथम बया जा यहा ह अफ दफरता छोड ॐ

ओ नकायातभक ववचाय ओ असपरता की कलऩनाएॉ दय हटो अननत बरहमाणडो का सवाभी ऩयभातभा हभाय साथ औय हभ बमबीत ईदवय की असीभ शकतिमाॉ हभस जडी हई औय हभ चचशचनतत नह ॊकबी नह ॊ ॐॐॐॐॐ

ऐ चचनताएॉ ऐ दफर ववचाय दय हटो हभ ऩववि ॐकाय की गदा रकय तमह कचर डारग हभाय साथ जगतननमनता ऩयभातभा हभाय रदम भ सवशकतिभान ईदवय औय ऐ दफर ववचाय त हभ दफर ककम जा यहा ह ॐॐ

बम शोक चचनता को जया बी सथान नह ॊ सदव तमहाय चचतत भ ऩयभातभा की शकति भौजद ह अऩना चचतत परसनन यखो कपय तभस ऩववि काम अऩन आऩ होन रगग अऩन चचतत को ऩयभातभा क साथ जोडा कयो कपय तभ जो बी कयोग वह ऩयभातभा की ऩजा हो जामगी वासनाओॊ को दय प क दो चचनताओॊ औय ननफरताओॊ को दय बगा दो उस परभासऩद ऩयभातभा भ अऩन चचतत को ऩरयतदऱ होन दो ॐआनॊद ॐआननद ॐॐॐ

भ छई भई का ऩड नह ॊ जो छन स भयझा जाता ह भ वो भाई का रार नह ॊ जो हौवा स डय जाता ह

बम आकाॊा घणा चचनता तभ दय हटो ह दहॊसा त दय हट भझ परभ क ऩववि लसॊहासन ऩय ववयाजभान होन द ऐ सॊसाय की आसकति अफ दय हट हभ अऩन आतभबाव भ जग जा यह ह ॐॐॐ

फर ह जीवन ह दफरता ह भौत ह दफर ववचायो को दय हटात जाओ आतभफर आज का परबात आतभपरकाश का परबात हो यहा ह ॐॐॐ

ऐ चचतत की चॊचरता औय भन की भलरनता अफ त ॐकाय क ऩावन परकाश क आग कमा दटकगी ॐॐॐ

ननबमताननशचदळॊतता ननशचषपकयता फऩयवाह ऩय खदाईजम जम

जफ तक नह ॊ जाना था तफ तक ईदवय था औय जफ जाना तो भयआतभा का ह वह नाभ था

बराहमी शचसथनत परादऱ कय काम यह ना शष भोह कबी ना ठग सक इचछा नह ॊ रवरश

नदवय दननमाॉ की कमा इचछा कयना अऩन याभ भ भसत ॐॐॐ

फयस यह ह बगवान की कऩा फयस यह ह ईदवय की अभीदवदश खदाई नय तमहाया योभ-योभ आतभफर स जगता जाम ॐॐॐ

बावना कयो कक हवाई जहाज की नाई शय य भ शकति ऊऩय उठ यह ह आऩ चचदाकाश की ओय ऊऩय उठ यह ह नासभझी क कायण बम शोक औय चचनताओॊ न हभाय भन को घय यखा था हभ भन क बी ददशा औय सदशा ह हभ इशचनिमो औय भन क सवाभी ह हभ दह भ यहत हए बी ववदह आतभा ह हभ चतनम ह जो कफीय भ गनगनामा था जो शरीकषण भ भसकयामा था जो याभदास भ चभका था जो याभकषण भ धमान का यस टऩका यहा था वह आतभा हभाय ऩास ह नह ॊ नह ॊ वह आतभा हभ ह ॐॐॐ

ऐ इनसान याहनभा गररोग तझ अऩनी असलरमत भ जगात ह त इनकाय भत कयना व तझ अऩनी भदहभा भ जगात ह त सनदह भत कय बम औय चचनता भत कय ॐॐॐ

जीवन की सषदऱ शकतिमाॉ जग यह ह जीवन का अधोगभन फदरकय ऊधवगभन हो यहा ह हभ ऊऩय की ओय उठ यह ह हभाया तन औय भन आशचतभक फर स सयाफोय हो यहा ह आज क ऩावन ऩव ऩय आतभसवरऩ भ जगन का सॊकलऩ कयग तमहाय भ अथाह सॊकलऩ का सामराजम ह ईदवय की अदबत सॊकलऩ की साभरथमर रा तमहाय भ छऩी हई ह तभ उस जगन दो कबी दफर ववचाय भत आन दो कबी नकायातभक ववचाय भत आन दो ॐॐॐ

जफ तक दहालबभान की नालरमो भ ऩड यहोग तफ तक चचनताओॊ क फनडर तमहाय लसय ऩय रद यहग तमहाया अवताय चचनताओॊ क जार भ पॉ स भयन क लरए नह ॊ हआ ह तमहाया जनभ सॊसाय की भजदय कयन क लरए नह ॊ हआ ह हरय का पमाया होन क लरए हआ ह हरय को बज सो हरय का होम खवाभखाह चाचा लभटकय बतीजा हो यह हो दफर ववचायो औय कलऩनाओॊ की जार भ फॉध यह हो कफ तक ऐसी नादानी कयत यहोग तभ ॐॐॐ

ववदयतशकति गरतवाकषण की शकति इरकटराननकस की शकति तथा अनम कई शकतिमाॉ दननमाॉ भ सनी गई ह रककन आतभशकति क आग म शकतिमाॉ कछ नह ॊ वह आतभशकति हभ ह ॐॐॐ

अऩन ददर भ आतभ-सनदह असॊबावना मा ववऩय त बावना होन क कायण हभ उस हक स जदा हो गम ह

तीन परकाय क आवयण होत ह असववाऩादक आवयण अबानाऩादक आवयण औय अनाननदाऩादक आवयण

असववाऩादक आवयण शासतर क शरवण स दय होता ह अबानाऩादक आवयण भनन स दय होता ह अनाननदाऩादक आवयण आतससवरऩ भ गोता रगान स दय हो जाता ह ॐॐॐ

फर दहमभतशकति चगडचगडाना नह ॊ ह फरवान होना ह ॐॐॐ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

भानलसक ढॊग स ॐकाय का जऩ कयत जाओ ॐकाय की आननददामी शाशचनत भ खोत जाओ भरभधम भ सवऩातक-नाशक आतभफर-वधक आतभऻान का परकाश कयन वार ॐ का धमान कयत जाओ बावना स भरभधम क गगनऩट ऩय रार यॊग क ॐकाय को अॊककत कय दो आनतय भन भ ॐकाय का गॊजन होता जाम

खफ शाशचनत भ डफत जाओ अऩन शानत सवबाव भ बरहमबाव भ ऩयभातभ-सवबाव भ ऩरयतनदऱ सवबाव भ शानत होत जाओ अनबव कयत जाओ कक सवोऽहभ लशवोऽहभ आतभसवरऩोऽहभ चतनमऽहभ भ चतनम हॉ भ सवि हॉ भ सफभ हॉ भ ऩरयऩण हॉ भ शाॊत हॉ ॐॐॐ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

साधक को अऩन दोष ददखन रग जाम तो सभझो उसक दोष दय हो यह ह दोष अऩन आऩ भ होत तो नह ॊ ददखत अऩन स ऩथक ह इसलरए ददख यह ह जो बी दोष तमहाय जीवन भ हो गम हो उनको आऩ अऩन स दय दखो ॐ की गदा स उनको कचर डारो आतभशाशचनत क परवाह भ उनह डफा दो

ॐ का गॊजन बीतय होता जाम अथवा ॐ शाशचनत ॐ शाशचनत शाशचनत शाशचनत ऐसा भानलसक जऩ कयत हए आतभा भ ववशराशचनत ऩात जाओ

ॐ क अथ का चचनतन कयो इसस भनोयाज ननिा तनिा यासासवाद आदद ववघनो स फच जाओग

आतभशाशचनत भ चचतत को डफात जाओ चचतत की ववशराशचनत साभरथम की जननी ह चचतत की ववशराशचनत अऩन सवरऩ की खफय दन वार ह चचतत की ववशराशचनत सददमो स बटकत हए जीव को अऩन लशव-सवबाव भ जगा दती ह हजाय तीथो भ जान स हजायो हवन कयन स हजाय वरत यखन स वह ऩद नह ॊ लभरता जो चचतत की ववशराशचनत स लभरता ह

उऩदश व सतसॊग सनन का धमान कयन का पर मह ह कक सन हए सतमसवरऩ ऩयभातभा क कय फ र जान वार वचन धमान क दराया दढ होत जाम सनी हई आतभा-ऩयभातभा की भदहभा धमान क दराया अनबव भ आन रग जाम सना हआ सतसॊग कवर सनान वार का ह न यह वह हभाया बी हो जाम मह तो धमान का परमोजन ह

भ ककतना शानतसवरऩ था भझ ऩता न था भ ककतना परभसवरऩ था भझ ऩता न था

सवग क दवो को कछ ऩान क लरए कभ कयना ह तो उनह ऩरथवी ऩय आना ऩडता ह मह कभबलभ ह सफ कभो का जो साय ह उस सायबत भोभाग भ हभ रग ह साय कभ-धभो का अक ह आतभशाशचनत हभ उस ऩयभाननद ऩद की मािा भ सॊरगन हो यह ह धमान का एक-एक ण अदबत ऩणम अशचजत कया यह ह ऩयभातभा भ डफन का सअवसय द यह ह

अऩन इदश को अऩन ऩणमो को धनमवाद दो ॐॐॐ

जो फवदधभान ह व जानत ह कक कफ फोरना ककतना फोरना परऻावान रोग शाशचनत औय आननद क लरए फोरत ह परभ औय परसाद क लरए फोरत ह परभ तो कवर ऩयभातभा भ हो सकता ह औय परसाद कवर उसी का वासतववक परसाद ह शचजसस सफ द ख ननवतत हो जात ह

दढ बावना कयो कक भ सफ हॉ ववशार आकाश की नाई सववमाऩक हो यहा ह भ चचदाकाश-सवरऩ हॉ सम औय चाॉद भझभ रटक यह ह भ चचदाकाश सवरऩ हॉ सम औय चाॉद भझभ रटक यह ह सफ ताय भझभ दटभदटभा यह ह इतना भ ववशार हॉ कई याजा-भहायाजा इस आकाशसवरऩ चतनम भ आ-आकय चर गम भ वह आकाश हॉ भ सववमाऩक हॉ भ कोई ऩरयशचसथनत नह ॊ हॉ रककन सफ ऩरयशचसथनतमो को ऩहचाननवारा आधायसवरऩ आतभा हॉ आननद औय शाशचनत भया अऩना सवबाव ह

इस परकाय अऩनी ववतत को ववशार ववशार गगनगाभी होन दो

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

अऩन ददर भ ॐका ऩयभ ऩावन फीजभॊि का अतमॊत ऩववि ऩयभातभसवरऩ का धमान कयत हए रदम को ऩयभ चतनम अवसथा स शीतर आननद स ऩरयऩण कयत जाओ जस ककसी कोठय भ परकाश पर जाता ह ऐस ह रदम भ चचदाकाश-सवरऩ चचदघन ऩयभातभा-सवरऩ ॐ का चचनतन कयत ह रदम ननभर चचदाकाशवत सवचछ हो यहा ह

ददर भ शाशचनत व परसननता वमादऱ हो यह ह ऐसी दढ बावना क साथ आतभ-शाशचनत भ आतभानॊद भ डफत जाओ अदबत ईदवय म आहलाद को बीतय बयत जाओ वाह वाह

चचदानॊदरऩ लशवोऽहभ लशवोऽहभ परभसवरऩ ऩयभातभ-यस भ रदम ऩरयतनदऱ का अनबव कयता जाम धमान नह ॊ कयना

अऩन आननदभम सवबाव को माद कयक जग जाना ह सवसथ हो जाना ह

भ आननदसवरऩ सखसवर चतनमसवरऩ अऩन सवबाव भ जग यहा हॉ वाह वाह भया सवबाव ह परसननताऩण ह अनतकयण जफ भया चचनतन कयता ह तफ परसनन होता ह अनतकयण जफ भय कय फ आता ह तफ आनशचनदत होता ह आननदो बरहम बरहमनत ऩयभातभन आननद ह बरहम ह कीतन क दराया आननद आम मोग क दराया आननद आम ववदया क दराया आननद आम ऻान क दराया आननद आम म सफ भय ह सवरऩ ह

रदम जफ भय कय फ होता ह भय चचनतन भ होता ह तो भ उस आननद स बय दता हॉ रदम जफ अनम ववषमो की ओय जाता ह तफ भ सववमाऩक आननदसवरऩ होत हए बी वह आननद नह ॊ र ऩाता ॐॐॐ

भझभ याग कहाॉ भझभ दरष कहाॉ भझभ कतताऩन कहाॉ भझभ बोिाऩन कहाॉ भझभ नात औय जात कहाॉ म सफ भन की कलऩनाएॉ थी भनीयाभ का खखरवाड था भन का फना हआ जार था अऩन आतभ-लसॊहासन ऩय फठकय ननहायता हॉ तो भन क जार का कोई

परबाव नह ॊ ह भन की कोई सतता नह ॊ ह भय सतता रकय भन जार फन यहा था भय दवदश उस ऩय ऩडत ह वह शभा गमा जार फनना छोड ददमा ॐॐॐ

चचदाननदरऩ लशवोऽहभ लशवोऽहभ ऩणोऽहभ ऩयभाननदसवरऩोऽहभ

योभ-योभ ऩावन हो यहा ह भय अऩन सवबाव स मह शय य बी ऩावन हो यहा ह भय चचदाननद सवबाव स इस शय य स छकय जो हवाएॉ जाती ह व बी ऩवविता शीतरता परभ औय आननद टऩका यह ह

भ आतभा था भ चतनम था भ परभ सवरऩ था भ आननदसवरऩ था रककन सॊकलऩ ववकलऩो न भझ ढक यखा था अफ व कछ सथचगत हए ह तो ऩरयतनदऱ का अनबव हो यहा ह भ तो ऩहर स ह ऐसा था

ह या धर भ ढक गमा था तफ बी वसा ह चभकदाय था रककन रोगो को ददखता नह ॊ था भन भन को फवदध को इशचनिमो को तन को ऩववि ककमा परकालशत ककमा तफ व आननद को परादऱ हए भ तो उसक ऩहर बी ऐसा ह आननदसवरऩ था वाह वाह

चचतत की चॊचरता होगी तफ भया मह आननदसवबाव चचतत स छऩ जामगा तफ बी भ होऊॉ गा वसा ह

भ फोधसवरऩ हॉ भ जफ जानन वारा चतनम चचदातभा हॉ सवपन की तयॊग आमी औय ववरम हो गई जागरत क ववचाय व कभ आम औय फदर गम रककन भ अफदर आतभा हॉ फचऩन आमा औय फदर गमा भ अफदर आतभा हॉ ककशोयावसथा आमी औय फदर गई रककन भ अफदर आतभा वह का वह मवावसथा आ यह ह औय जा यह ह रककन भ वह का वह वदधावसथा आमगी औय जामगी रककन भ वह का वह भ ददशा भाि चचदघन चतनम हॉ ॐ ॐ ॐ

भ परसनन आननदसवरऩ चतनम हॉ नाहक द खद ववचाय कयक ववयोधी ववचाय कयक भन अऩन सवरऩ ऩय ववचायो की भलरन चददय ढक द थी अफ ॐकाय की उस अदरत आननदसवरऩ ऩयभातभा की एक सहावनी रहय दराया भन उस कलऩनाओॊ की चददय को हटामा तो भ अऩन आऩ भ ऩरयतदऱ हो यहा हॉ मोगाननद का अभत मोग क दराया आतभाननद का अभत भय रदम भ बया जा यहा ह

चचनता बम ववकाय भोह भामा इनको भ जानता ह नह ॊ हॉ म सफ तो भया भदोनभतत भनरऩी वजीय जानता होगा

कसा आननद कौन ककसस कह भानो गॉग न गड खामा

धमान कयन की चाराकी छोड दो सतसॊग भ फठन क फाद समानाऩन छोड दो इस भनबाई (भन) को धमान कयन की फहत इचछा होती ह वह चाराक फनता ह कक भ धमान करॉ अय भनबाई त चऩ हो जा फठा यह अऩनी जगह

अफ धमान कयग तो भन अडचन डारगा गाडी भ फठन क फाद अऩनी गठरयमाॉ लसय ऩय उठान जसा होगा अफ तो सदगर कऩा की भोगाडी भ फठ गम तो आयाभ पयभाओ बरहमाननद की गाडी अऩन आऩ र जा यह ह

आननद औय शाशचनत भया सवबाव था भझ ऩता न था परभ औय परसननता भया जनभलसदध सवबाव था रककन कलऩनाओॊ न नादानी क ववचायो न ढक यखा था भय सवबाव को अफ सनतो क शासतरो क सदगर क वचनो स नादानी छट गई ॐकाय की झाड स कछ अहोबाव क धकक स कछ शरदधा स ववचायो की ऩत हट गई कचया साप हो गमा तवववसत जमो की तमो ददखन रगी आननद छरकन रगा अफ खर आॉखो स भ सवि अऩन को ननहाय सकता हॉ सफ भ एक एक भ सफ का अनबव कय सकता हॉ खर आॉखो स बी भ भसती भ यह सकता हॉ अऩन सवबाव भ ऩरयतदऱ हो सकता ह ॐॐॐ

भय सनी हई सफ कथाएॉ पर गई भय ककम हए सफ जफ-तऩ पलरत हो गम भय सवा औय ऩणम पलरत हो यह ह दहालबभान का कचया हटता जा यहा ह औय आतभसवबाव का नशा चढा जा यहा ह

अफ कछ कयन का सॊकलऩ उठ तो ॐ की झाड स उस हटा दो भकान फनवाना ह दवाखाना खोरना ह धनधा कयना ह दय हटो म सफ सॊकलऩ म सफ झीर की सतह ऩय काई ह एक हाथ मॉ भाया दसया हाथ मॉ भाया तो भामा की काई दय कपय ननभर ऩानी ह ऩानी बरहमाननद ह बरहमाननद

जगशचननमनता ऩयभातभा होकय बी चऩयासी की नौकय कयनी ह साहफ को सराभ कयना ह शचजसको गयज होग वह सराभ कयन आमगा चाचा लभटकय बतीज कमो होत हो ॐ ॐ ॐ

भझ ऩण चतनम को ककसकी आवशमकता ह भझभ कतताऩन कहाॉ आवशमकताएॉ तो दह की होती ह राखो कयोडो दह हई औय उनकी सफ आवशमकताएॉ ऩय कयत यह कपय बी भयती ह यह हय जनभ भ फना-फनाकय छोडत आम जफ तक नह ॊ ककमा तफ तक रगता ह कक भकान फनाम फड बवन फनाम बवम आशरभ खोर रककन कयन क फाद रगता ह कक इसको कोई सॉबार र तो अचछा ह हभ नह ॊ चादहए

अफ कयन-धयन क सॊकलऩ सफ छोड दो मह बरहमाणड अऩन तरफना कछ ककम ह धभाधभ चरता यहगा ककतन ह भजदय रोग फहत कछ कय यह ह फचाय अऩन को कतता कमो फना यह हो आतभाननद स भॉह कमो भोड यह हो

नह ॊ भ अऩन को कतता भानकय नह ॊ कय यहा हॉ अय कतता नह ॊ भानत तो कयन की इचछा कस होती ह ईभानदाय स खोजो खोजकय

ऩकडो कक कमा इचछा ह उस इचछा को मॉ ककनाय रगा दो औय तभ परकट हो जाओ इचछाओॊ क आवयण क ऩीछ कफ तक भॉह नछऩाम फठ यहोग मश की इचछा ह भायो धकका परलसवदध

की इचछा ह भाय दो पॉ क अचछा कहरान की इचछा ह भायो रात इतना कय लरमा तो सफ शासतरो वदो उऩननषदो का अभमास जऩ-तऩ-तीथ-अनदषान औय सफ सवाएॉ पलरत हो गई

रककन सावधान आरसम मा अकभणमता नह ॊ रानी ह इचछायदहत होन का अभमास कयक आतभदव का साातकाय कयना ह कपय तमहाय दराया फहत साय कभ होन रगग रककन तभभ कततव की फ न यहगी

इचछा की ऩतो न तमह ढाॉक यखा ह औय कछ नह ॊ ह कछ नह ॊ ह फहत सयर ह सयर नह ॊ होता तो मह आननद कस रत अऩन सवबाव का तरफलकर सयर भफत भ

शरी वलशदषजी भहायाज कहत ह- ह याभजी पर औय ऩतत को भसरन भ दय ह अऩन सवरऩ को दखन भ कमा दय ह

ककसी दवी-दवता क दशन की इचछा नह ॊ ह उनभ बी हभाया ह आतभचतनम ववरास कय यहा ह ककसी ऩरयशचसथनत की इचछा नह ॊ ह कछ होना नह ॊ ह कछ परादऱ कयना नह ॊ ह परब बी नह ॊ चादहए चरो परब हभस अरग हो तो चादहए न हभाया शदध-सवरऩ आतभा ह ऩयभातभा ह एक अदरत आतभा-ऩयभातभा क लसवा जो कछ ददखता ह वह सफ भन की कलऩनाएॉ ह इचछा कयक कलऩनाओॊ क ऩीछ कफ तक बागत कपयग

खोजो अऩन भ कोई इचछा ददख तो ऩकडकय ननकार दो जस भदहराएॉ फारो भ स जएॉ ऩकड-ऩकडकय ननकारती ह ऐस चचतत भ स इचछाएॉ ऩकड-ऩकडकय ननकार दो अबी तो लसय जओॊ स ढक गमा ह कछ बी कयक इचछाओॊरऩी जएॉ हटा दो म इचछाएॉ हट गई तो कपय

सॊकय सहज सवरऩ सॊबाया रागी सभाचध अखणड अऩाया

अऩना सवरऩ ववचायन भाि स सॉबारन भाि स परकट होता ह सॊसकाय घस गम ह कक मह कयग वह कयग मह ऩामग मह छोडग सॊकलऩो औय इचछाओॊ की खखचडी हो गई ह

अफ हभ कमा कय

कछ नह ॊ कयो

बजन कय

नह ॊ कयो बजन

धमान कय

नह ॊ कयो धमान बी

मािा कय

कोई जरयत नह ॊ

दकान खोर

कबी नह ॊ खोरना

नौकय कय

नह ॊ

यसोई फनाम

कोई आवशमकता नह ॊ ह

कछ नह ॊ कयना ह परकनत भ हो यहा ह शासतर की भमादा क भतातरफक होन दो कयन का नमा सॊकलऩ भत फनाओ ऩयदहत क लरए होन दो

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

चचतत का ननभाण

एक सभम था जफ फॉद बी दरयमा होकय डफामा कयती थी गौ का खय बी खाई होकय चगयामा कयता था रककन जफ सतसॊग भ गम गरओॊ की कऩा को ऩचामा तफ अनकरता औय परनतकरता क दरयम बी फॉद स भारभ होत ह आतभऻान की भदहभा ऐसी ह साधक जफ आतभबाव भ परनतवदषत होता ह तफ जीवन स साय द ख ववदा होन रगत ह

धमान का भतरफ कवर चऩचाऩ हो जाना नह ॊ ह धमान भ चचतत अतमॊत एकागर हो जाम शानत हो जाम शचसथय हो जाम उसस बी वह ऊॉ ची अवसथा ह कक चचतत का ननभाण हो चचतत का शानत होना एक फात ह औय चचतत का ननभाण होना दसय फात ह चचतत शानत हो जामगा उतनी दय शाशचनत लभरगी आननद आमगा फाद भ कपय जगत सचचा बासगा थोडा सा सख आकवषत कय दगा थोडा सा द ख दफा दगा रककन धमान भ अगय आतभववचाय आता ह बरहमववचाय आता ह ऩयभातभबाव क सॊसकायो को दहयाकय आतभाकाय बाव ऩदा होत ह तो उसस चचतत का ननभाण होता ह चचतत क शानत हो जान स बी चचतत का ननभाण होना ऊॉ ची फात ह

गरत ढॊग स चचतत का ननभाण हो जाता ह तो वह फनधन व द ख का कायण फन जामगा जस चचतत का ननभाण हो गमा कक भ अभक जानत का हॉ मह भया नाभ ह भ सतरी हॉ मा ऩरष हॉ इस परकाय क चचतत का ननभाण हो गमा तो उसक लरए आदय क दो शबद जीवन फन जात ह औय अनादय क दो शबद भौत फन जात ह झठ सॊसकायो स चचतत का ननभाण हो गमा व बी ददन थ कक जफ फॉद बी दरयमा होकय ददखती थी औय हभ डफा र जाती थी जया सा अऩभान बी दरयमा होकय ददखता था जया सा हवा का झोका बी आॉधी की नाई ददखता था रककन जफ सतसॊग औय गरदव की कऩा स आतभवतता भहाऩरष क उऩदश की कऩा स फड-फड दरयम बी कतयो की नाई ददखत ह कमोकक जो कछ नाभ-रऩ ह सख-द ख ह अनकरता-परनतकरता ह व सफ भामा भ खखरवाड भाि ह भामाभािॊ इदॊ दरतभ मह साया परऩॊच जो ददख यहा ह वह सफ भामा भाि ह

दखखम सननम गननम भन भाॉदह

भोहभर ऩयभायथ नाॉह चचतत का अऻान स ननभाण हआ इसीलरए मह जगत सतम बासता ह औय जया-जया सी

फात सख-द ख आकषण ऩयशानी दकय हभ नोच यह ह

धमान क दराया सतसॊग क दराया चचतत का ठीक रऩ भ ननभाण कयना ह चचतत का ऩरयभाजन कयना ह चचतत शानत हो गमा तो उसक सॊसकाय दफ गम जफ उठ तो सॊसकाय कपय चार हो गम नीॊद भ गम त भ मह हॉ भ वह हॉ म सफ सॊसकाय दफ गम नीॊद भ कज की चचनता नह ॊ यहती रककन म द ख दय नह ॊ हए कमोकक चचतत भ जो सॊसकाय ऩड ह व गम नह ॊ म सॊसकाय दफ ह नीॊद स उठन ऩय साया परऩॊच चार हो जामगा साय चचनताएॉ लसय ऩय सवाय हो जामगी

धमान-बजन का रकषम मह नह ॊ ह कक तमहाया चचतत कवर शचसथय हो जाम फस धमान-बजन का रकषम ह चचतत शचसथय हो औय साथ ह साथ चचतत का ननभाण हो बरहमाकाय ववतत स बरहमाकाय बाव स चचतत का ननभाण होगा तो तमहाय चचतत ऩय कशचलऩत सॊसाय क सख-द ख की ठोकय नह ॊ रगगी लभरथमा सॊसाय का आकषण नह ॊ होगा तमहाय रदम भ सॊसाय का आकषण नह ॊ होगा तो वासना नह ॊ उठगा वासना नह ॊ उठगी तो दफाया जनभ रन की जरयत नह ॊ ऩडगी आऩका भो हो जामगा फडा ऩाय हो जामगा

ऩजा कयत ह ठाकयजी की भॊददय भ जात ह भशचसजद भ जात ह चगयजाघय भ जात ह रककन चचतत का ननभाण नह ॊ कयत ह तो सॊसायमािा का अनत नह ॊ आता बगवान शरीकषण कहत ह-

ननभानभोहा शचजतसॊगदोषा अधमातभननतमा ववननवततकाभा दरनदरववभिा सखद खसॊऻगचछनतमभढा ऩदभवममॊ तत

शचजनका भान औय भोह नदश हो गमा ह शचजनहोन आसकति रऩ दोष को जीत लरमा ह शचजनकी ऩयभातभा क सवरऩ भ ननतम शचसथनत ह औय शचजनकी काभनाएॉ ऩण रऩ स नदश हो गई ह ndash व सख-द ख नाभक दरनदरो स ववभि ऻानी जन उस अववनाशी ऩयभ ऩद को परादऱ होत ह

चचतत क साथ भन-इशचनिमो क साथ तादातमम का जो सॊग ह सॊसाय क समफनधो स जो दोष रग जाता ह वह चगया दता ह चचतत का ठीक स ननभाण हो जाम तो अधमातभ भ ननतम यभण हो जाम काभनाएॉ ननवतत हो जाम दरनदरो स भकति हो जाम सख औय द ख भान औय अऩभान अनकरता औय परनतकरता मश औय अऩमश तनदरसती औय फीभाय जीवन औय भतम म सफ दरनदर ह जो तनदरसती स सखी ह वह फीभाय स द खी होगा जो मश स सखी होता ह वह अऩमश स द खी होगा जो जीन भ सख भानगा वह भयन भ द खी होगा रककन जीना भयना भान-अऩभान म सफ चचतत भ दहातभबाव क सॊसकाय ऩड ह अगय चचतत का ननभाण हो गमा कक जीना भयना म सफ भया नह ॊ भामा का ह भया नह ॊ इस दहरऩी खखरौन का ह मह दहरऩी खखरौन कई फाय जीत हए ददखत ह कई फाय भयत हए ददखत ह कपय बी भय कबी

भौत नह ॊ होती तो शर ऩय चढत हए बी द ख नह ॊ होगा रोगो को रगगा कक भनसय शर ऩय चढ ईसा करॉस ऩय चढ अभक फदध ऩरष न धमान कयत हए शय य छोडा औय भय गम रोगो को ऐसा रगगा रककन उन भहाऩरषो का अनबव ह कक व कबी भयत नह ॊ व कबी तरफगडत नह ॊ कबी फनत नह ॊ वासतव भ जीवभाि का जो असर सवरऩ ह वह फनन तरफगडन स फहत ऊॉ चा ह फनता तरफगडता तमहाया शय य ह फनता तरफगडता तमहाया भन ह फनता तरफगडता तमहाया बाव ह रककन तमहाया सवरऩ तमहाया आतभा कबी फनता तरफगडता नह ॊ

चचतत का ननभाण होता ह आतभववचाय स धमान कय औय शनमभनसक नह ॊ रककन अनातभपरवाह का नतयसकाय कय औय आतभपरवाह को चराम आतभबाव को चराम औय दहबाव को हटाम बरहमबाव को जगाना औय दहबाव को अरववदा दना मह ह चचतत क ननभाण की ऩदधनत इस परकाय धमान होगा तो भसत हो जामग धमान क वि बी भसत औय धमान क फाद बी भसत इस परकाय चचतत का ननभाण हो जामगा तो जो सॊसाय फॉद होकय बी दरयमा फनकय डफता था वह अफ दरयमा होकय आमगा तो बी फनद होकय बासगा जया-जया फात स सख-द खादद दरनदर ऩयशान कय यह थ व अफ परबाव नह ॊ डारग शचजतन परभाण भ चचतत का ननभाण होता जामगा उतन परभाण भ दरनदरववभिा होत जामग

साय जऩ तऩ सवा ऩजा मऻ होभ हवन दान ऩणम म सफ चचतत को शदध कयत ह चचतत भ ऩववि सॊसकाय बयत ह परनतददन कछ सभम अवशम ननषकाभ कभ कयना चादहए चचतत क कोष भ कछ आधमाशचतभकता की बयती हो नतजोय को बयन क लरए हभ ददनयात दौडत ह जफ को बयन क लरए छटऩटात ह रककन नतजोय औय जफ तो मह ॊ यह जामग रदम की नतजोय साथ भ चरगी इस आधमाशचतभक कोष को बयन क लरए ददन बय भ कछ सभम अवशम ननकारना चादहए सॊधमा-वनदन ऩजा-पराथना धमान-जऩ ननषकाभ कभ इतमादद क दराया चचतत का ननभाण कीशचजम

उचच ववचाय कयत हए रदम भ खर आकाश की ववशारता बय जान दो ॐकाय का ऩववि जऩ कयत-कयत रदम को ववशार होता अनबव कयो शाशचनत औय आननद स रदम बया जा यहा ह मह आतभाननद की ववशदध ऩयभातभा की चचदाननद-सवरऩ ऩयभातभा की झरक ऩान का तय का ह

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

ऩरयपरदलन पर इशचनिमो को ववषमो स कस फचाम

उ बोजन छोडन स उऩवास कयन स गाम-बस का दध छोडकय फकय का दध ऩीन स योट छोडकय भॉग लबगोकय खान स शय य भ शकति नह ॊ होती तो ववषमवासना शानत हो जाती ह रककन इस उऩाम स सॊसाय भ सखफवदध नह ॊ जाती बरहमवतताओॊ को आतभा-ऩयभातभा का सख लभर जाता ह इसलरए सॊसाय भ यहत हए बी सॊसाय भ उनकी सखफवदध नह ॊ होती

साॉऩ ठणड भ दठठय जाता ह तो शानत ऩडा यहता ह काटता नह ॊ सम की धऩ ननकरत ह वह कफ काट र कोई ऩता नह ॊ ऐस ह अभक आहाय व ननमभो स भन को थोडा शानत कय रत ह कपय जफ भौका लभर जाता ह तो भन कपय बडक उठता ह भन को ववषमो स शानत कय दना अचछा ह सॊमभ कयना ह चादहए रककन साथ ह साथ ऩयभातभा का यस ऩा रना चादहए

भनोवऻाननको न कछ परमोग ककम जो अनत जातीम आवगवार काभी मवक थ उनका खान-ऩान ऐसा यखा कक वीम फन ह नह ॊ कपय उनको रडककमो क फीच यखा तो फड बरहमचाय ददख शानत यह आवग की कोई चदशा नह ॊ की कततो ऩय बी परमोग ककम गम व बी ऐस यह कपय जफ उनको ऩौवदशक बोजन दना शर ककमा तो व ह कतत ऩॉछ दहरात कवततमो क ऩीछ बागन रग व मवक बी ऩौवदशक बोजन क आहाय स ऩहर जस ह काभातय होन रग

भजफय का नाभ भहातभा गाॉधी ndash ऐसा नह ॊ होना चादहए जीवन भ शय य भ शकति न हो इशचनिमो भ फर न हो तो सफ बरहमचाय ह आऩ शि को ऩयासत नह ॊ कय सकत औय भाप कय ददमा तो कमा फडी फात ह उसको नछनन लबनन कयन का साभरथम ह कपय बी भाप कय ददमा तो फडी फात ह भा वीयो को शोबा दती ह कामयो को थोड ह शोबा दती ह

ऐस ह फरवानो को बरहमचम शोबा दता ह

कोई कह कक भय को धन का अलबभान नह ॊ

अचछा ककतना धन ह तमहाय ऩास

ऩहर फहत था रककन अबी अबी तो कजा होगा ऩचचीस हजाय का

तो धन का अलबभान कमा कयगा त

सावन क ऩववि भह न भ बागवत की कथा हो यह थी एक ददन एक सॊत भॊच ऩय ऩधाय शरोताओॊ स फोर कक आऩ रोग बगवान क बि हो बागवत की याभामण की कथाएॉ वषो स सनत आम हो ऩणम कभात आम हो आऩभ स शचजसको लभिो भ याग औय शि भ दरषफवदध न हो ऐस याग-दरषयदहत चचततवार रोग खड हो जाम भ अबी-अबी उनह बगवान का दशन कया दॉ

सॊत न एक फाय दो फाय तीन फाय दहयामा कथाकाय को बी चचनता होन रगी कक हजायो शरोताओॊ भ स कोई नह ॊ उठता सॊत फाय-फाय कहन रग कक आऩ रोगो भ स याग-दरष स यदहत रोग खड हो जाम भ उनह आतभ-साातकाय कया दॉगा बगवान क दशन कया दॉगा उसक दशन स दसयो का बी बरा हो जामगा

सफ रोग लसय झकाकय फठ यह सबा भणडऩ भ सननाटा छा गमा इजजत का सवार हो गमा आखखय भ एक नबफ सार का फढा उठ खडा हआ फोरा फाफा जी भ हॉ

अचछा इतन रोगो भ एक बी लभर गमा तो बी ठीक ह आऩ तो ननहार हो जाओग आऩक दशन स औय रोग ननहार होन रगग अचछा अफ फताओ कक आऩन याग-दरष कस ननवतत ककम

फाफा जी भय उमर नबफ सार की ह भय ऩतनी भय चकी ह भया इकरौता फटा था वह बी परब को पमाया हो गमा सफ लभि-साथी बी एक-एक कयक चर फस ऩरयवाय भ औय लभिभणडर भ कोई नह ॊ औय शि बी कभफखत सफ भय लभट गम अफ भझ ककसी स याग-दरष नह ॊ ह

सनह औय शि भय गम रककन याग-दरष तो नह ॊ भया वह शचजनदा ह कोई चीज नह ॊ ह इसलरए उसका यस अऩन बीतय नह ॊ ह ऐसी फात नह ॊ ह

ननयाहाय यहन स ववकाय तो शानत हो जात ह रककन जगत भ सखफवदध का सॊसाय भ यस का अबाव नह ॊ होता यस ऩान की इचछा सखी होन की इचछा बीतय स नह ॊ जाती ठणड स दठठय हए साॉऩ का ववष अभत भ फदरा नह ॊ जफ तक ऩयभातभा का साातकाय नह ॊ होता तफ तक बीतय क ववकाय ननववकायता का रऩ नह ॊ रत

ऐसा बी नह ॊ कक साातकाय हो जान क फाद ऻानी सॊसाय स उऩयाभ हो जामगा नह ॊ वह खामगा वऩमगा कयगा धयगा फट को जनभ दगा काभ-करोध-रोब-भोह-अहॊकाय म सफ भसारा उसक ऩास होगा रककन वह उन सफका उऩमोग कयगा उनभ सखफवदध स उनक आधीन नह ॊ होगा इसीलरए ऻानी को जीवनभि कहत ह साधायण रोग सख बोगन क लरए ववषम ववकायो क आधीन हो जात ह औय ऻानी सवाधीन यहकय उनका उऩमोग कय रगा

शरीवलशदषजी भहायाज क सौ फट थ शरीकषण न सदशन उठामा शरीयाभ न धनष उठामा तरफना करोध क कॊ स औय यावण को कस भाया उनहोन करोध का उऩमोग ककमा

तभ कभया फनद कयक अनदय स कणडा रगाकय फठो तफ सवतनि हो जफ चाहो दयवाजा खोरकय फाहय ननकर सकत हो रककन फाहय स कोई दयवाजा फनद कय द तो तभ हो गम ऩयाधीन ऐस ह ववकायो क ऩरयशचसथनतमो क आधीन जीना ऩयाधीनता ह ववकाय ऩरयशचसथनतमो को अऩन आदश भ चराना सवाधीनता ह इसीलरए शरीकषण को सोरह हजाय एक सौ आठ शचसतरमाॉ होत हए बी उनका इतना ऻान कक आज बी उनकी गीता ऩजी जा यह ह सॊसाय की दो ऩलतनमाॉ बी आ जाम तो बी फडा गक अय एक ऩतनी बी नाक भ दभ कय दती ह

ऻानी को जगत भ स यसफवदध चर जाती ह उसको आतभसख लभरता ह तो ववषमो भ सखफवदध नह ॊ यहती जो रोग यसफवदध स ववषम बोगत ह व पॉ सत ह सवाबाववक उऩमोग कय लरमा तो कोई फात नह ॊ आऩको बख रगी आऩका उददशम था ऩट बयना ककसी न आकय फदढमा बोजन आऩको खखरा ददमा इसभ कोई दोष नह ॊ रककन आऩका ऩट बया ह कपय बी

सवाद रन क लरए वमॊजन फनवाम भजदय की औय कयवाई तो मह बोजन भ यसफवदध अननदश का कायण ह

असर यस तो ऩयभातभा का ह वह यस लभर गमा तो ऐसी कौन-सी चीज ह जो ऻानी को सॊसाय भ आकवषत कय ठीक ह वमवहाय भ फोर चर लरमा ददमा रककन ऻानी वमवहाय भ फॉधता नह ॊ भाभर आदभी ऩाॉच सौ की नौकय भ फॉध जाता ह रककन जो समराट ह उसको ऩाॉच हजाय की नौकय बी कमा आकवषत कयगी

कफीय क आग कई ररनाएॉ आमीॊ लशषम होकय आमी तो ठीक ह फात कय लभर-जर रककन व सभझ कक अऩन नखय कयक कफीय को पॉ सामग तो गरती भ ह

चरय ठगनी ठभक ठभक नमननको कमो ठभकाव तय हाथ कफीयो नह ॊ आव

कोई सभझ कक भ रऩ रावणम स अरॊकाय-आबषणो स ककसी ऻानी को पॉ साऊॉ ऩस दकय ऻानी को अऩना फनाऊॉ धौस दकय ऻानी स आशीवाद र रॉ तो वह धोख भ ह शचजसको आतभऻान हो गमा आतभयस लभर गमा वह ककसी यस स ककसी ऻान स ककसी फर स परबाववत नह ॊ होगा चाय ऩस क चन रकय खान रग ह मह भौज की फात ह दरयि आदभी चना खाता ह वह अरग फात ह रककन अभीय आदभी चना खाता ह तो भौज ह ववनोद ह ऐस ह ऻानी क लरए साया सॊसाय ववनोद भाि ह औय हभ रोग सॊसाय भ पॉ स भयत ह

जो यसफवदध स ववषम-बोग बोगता ह वह वववकी होगा तो बी उसकी इशचनिमाॉ उसक भन को फरऩवक हय रती ह भजा रन क लरए बोग बोगा तो सजा जरय बोगगा ऐसा कोई सख नह ॊ जो फाद भ द खी न कय इसलरए ह अननदाता सॊसाय स सख रन की इचछा ह छोड दो सॊसाय भ सख का तो रफर ह अनदय द ख बया ह

एक आदभी न गराफ क ऩौध ऩय सनदय खखरा हआ पर दखा झट स तोड कय नाक ऩय यख ददमा पर भ फठी थी ततमा पट स भाय ददमा डॊक उसक नाक ऩय ओ फाऩ य

ऐस ह सॊसाय क ववषमो भ ददखती सनदयता ह रककन अनदय ततमा फठी होती ह ददखता सख ह रककन बय ह भसीफत परायमब भ रगता ह कक सॊसाय भ सख ह रककन फाद भ साय शचजनदगी सॊसाय की गाडी खीीचत खीीचत दभ ननकरता ह भनषम आखखय भ ऩदळाताऩ कयता हआ भय जाता ह

द ख को हभ रोग आभॊतरित कयत ह वासतव भ द ख ह नह ॊ द ख फनान की पकटय हभाय साथ रगी हई ह कस हभ सखी होन क लरए बागत ह फाहय मह फाहय बागना ह द ख को आभनिण दता ह शचजतनी तजी स बाग उतनी ह तजी स द ख लभरगा ऻानी सख रन क लरए फाहय बागत नह ॊ व द ख लभटान क लरए बी फाहय बागत नह ॊ फर ऩान क लरए बी फाहय नह ॊ बागत

एक जगह ऩय ऻानी सतसॊग कय यह थ एकाएक जोयो स आॉधी चर छत क ट न छटऩटान रग बि रोग सफ बाग गम ऩकक भकानो भ आशरम र लरमा थोडी दय भ आॉधी शानत हो गई वाऩस आकय दखा तो सवाभी जी वस ह फठ ह ऩछा

फाफाजी इतनी आॉधी चर हभ बाग गम आऩ नह ॊ बाग

हभ बी बाग तभ फाहय बाग हभ बीतय बाग

अनतमाभी ऩयभातभा स जड जाओ तो परकनत की सवा ऩाना कोई फडी फात नह ॊ ह ऩयभातभा स लभर जाओ ईदवय भ डफ जाओ तभ नह ॊ कय सकत ईदवय सफ कछ कय सकता ह

तभभ औय ईदवय भ कमा पक होता ह

तभ जफ सॊसाय स सख रन की इचछा कयत हो तो दो ऩस क हो जात हो सॊसाय स सख रन की इचछा छोडकय ईदवय भ गोता भायत हो तो ईदवय हो जात हो मह भहाऩरषो का अनबव ह शासतरो का परभाण ह बगवान शरीकषण बी कह यह ह-

परजहानत मदा काभान सवान ऩाथ भनोगतान आतभनमवातभना तदश शचसथतपरऻसतदोचमत

ह अजन शचजस कार भ ऩरष भन भ शचसथत समऩण काभनाओॊ को बर बाॉनत तमाग दता ह औय आतभा स आतभा भ ह सॊतदश यहता ह उस कार भ वह शचसथतपरऻ कहा जाता ह

जो अऩन आऩ भ तदऱ ह अऩन आऩ भ आनशचनदत ह अऩन आऩभ खश ह वह शचसथतपरऻ ह तसम तरना कन जामत उसकी तरना औय ककसस कय वह ऐसा भहान हो जाता ह ऐस भहाऩरष का तो दवता रोग बी दशन कयक अऩना बागम फना रत ह ततीस कयोड दवता बी ऐस भहाऩरष का आदय कयत ह तो औयो की कमा फात ह

ईदवय भ सखफवदध होनी चादहए सॊसाय भ सख रन की जो हभाय आदत ह वह हभ फय तयह द ख भ डार दती ह वह आदत ऩयानी ह कई जनभो की ह इसलरए अभमास कयना ऩडता ह साधन-बजन इसीलरए कयन ऩडत ह कक गनद आदत ऩड गई ह नह ॊ तो ईदवय दय थोड ह ह कक उसको ऩान क लरए अभमास की जरयत ऩड गनद आदत लभटान क लरम साधन-बजन-धमान कयना ऩडता ह फाहय सख रन की आदत ह व गनद आदत ह

कोई वाह वाह कय तो कान का सख लभर अचछा खाम तो जीब का सख लभर फदढमा कपलभ दख तो आॉख का सख लभर फदढमा शयमा हो पर तरफछ हो इि-तर-परर को नछडकाव हो यानन सादहफा ऩय दफा यह ॊ ह आहाहा मह चभडी का सख हआ म सफ बी आखखय ककतन ददन

इन तचछ सखो भ हभ रोग फयफाद हो जात ह औय भज की फात ह कक जफ अऩना रदम परसनन होगा तबी वहाॉ स सख आमगा चचतत भ अशाशचनत ह फचनी ह तो परो की शयमा कमा कयगी ताय आ जाम कक पराना सनह सखत फीभाय ह तो आइसकरीभ कमा लभठास दगी

इन सखो जया सा झटका सहन की बी ताकत नह ॊ ह परो की शयमा ऩय काभसख भ डफ यह थ आऩस भ भनभटाव हो गमा अहॊ का टकयाव हो गमा तो फन गम एक दसय क दशभन ऩनत-ऩतनी तराक र रत ह सचभच उसभ सख होता तो तराक कमो रत रडत कमो

ऐसा कोई बोग नह ॊ जो बोगनवारो को फजाय न कय द बोग परायमब भ तो सखद रगत ह रककन फाद भ उनका ऩरयणाभ द खद आता ह मोग शर भ जया ऩरयशरभवारा रगता ह रककन फाद भ अभत जसा अभयपर द दता ह

शर भ जया भीठा-भीठा रग औय अनत भ ववष जसा रग मह बोगो का पर ह शर भ जया कट रग रककन अनत भ सदा क लरए भीठा यह मह बगवान की बकति का मोग का ऻान का पर ह

शर भ जफ ऻानी सॊत भहाऩरषो क ऩास जामग तो फठकय ऊफग अदफ यखग लशदशाचाय कयग सोना खाना ऩीना वमवशचसथत नह ॊ यहगा परायमब भ कदठन रगग रककन उनस ऐसा ऩामग कक भहायाज याजाओॊ क बी याजा हो जामग

हभ जफ सदगरदव क ऩास गम थ तो शर भ जया कदठनाइमाॉ थीॊ भॉग उफारकय खा रत नगयसठ का फटा होकय झाड रगात फतन भाॉजत आशरभ भ सवा कयत गरदव तो नह ॊ कहत रककन हभ सवा छीन रत थ आशरभ भ रोग कबी आत थ तो यसोई क फड फतन बी होत थ ऩहाडी ऩथय र लभटटी मा कोमर की याख होती थी फतन भाॉजन क लरए हाथ भ चीय ऩड जात थ खन ननकरता था तो ऩटटी फाॉधकय फतन भाॉज रत थ उस सभम दखन वारो को रगता होगा कक फडा द ख बोग यहा ह रककन अफ रगता ह वाह ऐसा लभरा ह कक कबी खट नह ॊ सकता ऐसा यस द ददमा ह गर की कऩा न

साशचववक सख ऩहर जया द ख जसा रगता ह फाद भ उसका पर फडा भधय होता ह याजसी सख ऩहर सखद रगता ह रककन फाद भ भसीफत भ डार दता ह ताभसी सख भ ऩहर बी ऩयशानी औय फाद भ बी ऩयशानीघोय नक

बगवद गीता भ बी कहा ह मततदगर ववषलभव ऩरयणाभऽभतोऩभभ

ततसखॊ साशचववकॊ परोिभातभफवदध परसादजभ जो आयमबकार भ ववष क तलम परतीत होता ह ऩयनत ऩरयणाभ भ अभत क तलम ह वह

ऩयभातभ ववषमक फवदध क परसाद स उतऩनन होन वारा सख साशचववक कहा गमा ह

ववषमशचनिम सॊमोगादयततदगरऽभतोऩभभ ऩरयणाभ ववषलभव ततसखॊ याजसॊ सभतभ

जो सख ववषम औय इशचनिमो क सॊमोग स होता ह वह ऩहर बोगकार भ अभत क तलम परतीत होन ऩय बी ऩरयणाभ भ ववष क तलम ह इसलरए वह सख याजस कहा गमा ह

मदगर चानफनध च सखॊ भोहनभातभन

ननिारसमपरभादोतथॊ ततताभसभदारतभ जो सख बोगकार भ तथा ऩरयणाभ भ बी आतभा को भोदहत कयन वारा ह ndash वह ननिा

आरसम औय परभाद स उतऩनन सख ताभस कहा गमा ह

(गीता 18373839) ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

पर ndash इशचनिमो को यस रन की आदत ऩड गई ह तो कमा कयना चादहए

उ ndash फाय-फाय बगवान स ईभानदाय स पराथना कयनी चादहए कक ह परब इशचनिमाॉ भझ घसीटकय बोगो भ र जाती ह ह नाथ त दमा कय भ जनभो स बटका हॉ अबी बी आदत ऐसी ह गनद ह दखन क ऩीछ चफान क ऩीछ वाह-वाह सनन क ऩीछ भया सभम फयफाद हो यहा ह ह परब त भझ कऩा-परसाद द ऐसा कयक बगवान क शयण चर जाओ ववकाय उठ उसी सभम बगवान स पराथना कयन रगो ऐसा कयन स फच जाओग औय कबी कपसर बी जाओ तो ननयाश भत हो कपय स उठो कपय स पराथना कयो हजाय फाय चगय जाओ तो बी ननयाश भत हो आखखय तमहाय ह ववजम होगी बीतय का यस लभरन रग जामगा वह यस ठीक स लभर गमा कपय ववकायो भ ताकत नह ॊ तमह फाॉध सक

शचजनदा चहा तरफलर को नह ॊ भाय सका तो भया हआ चहा तरफलर को कमा भायगा ऻानी की फवदध को सॊसायरऩी चहा नह ॊ पॉ सा सकता साधक था तबी बी नह ॊ पॉ सा तबी तो साधक हआ साधक अवसथा भ नह ॊ पॉ सा तबी तो महाॉ आमा पॉ सता तो सॊसाय क चककय भ जाता सॊसाय भ जनभ लरमा सॊसाय भ यहा भाॉ-फाऩ बाई-फहन कटमफी-ऩडोलसमो क फीच यहा कपय बी भोह भभता को चीयता हआ सतसॊग भ ऩहॉचा गर क ऩास ऩहॉचा अबी आऩ महाॉ ऩहॉच ह न शचजनदा सॊसायरऩी चहा आऩकी फवदधरऩी तरफलर को पॉ सा नह ॊ सका तबी तो आऩ बरहमऻान क सतसॊग भ ऩहॉच ऻान हो जाम फोध हो जाम कपय सॊसाय कमा फाॉधगा आऩकी फवदध को जगत का लभरथमातव ऩकका हो गमा तो कपय वह फवदध को दफा नह ॊ सकता अबी बी जगत सचचा रग यहा ह कपय बी वह फवदध को दफा नह ॊ सकता इसस ईदवय क भाग ऩय ऩहॉच हो इसीलरए सतसॊग औय वदानत भ रचच हो यह ह जगतरऩी चह का परबाव जमादा होता तो फवदधरऩी तरफलर दफी यहती ह

शचजसकी इशचनिमाॉ वश भ हो जाती ह उसकी फवदध ऩयभातभा भ परनतवदषत हो जाती ह

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पर ndash ईदवय क ऩयामण नह ॊ हए तो कमा होगा कयोडो रोगो की तयह हभ बी ऐस ह खाम वऩम औय शचजम तो कमा होगा

उ ndash ईदवय ऩयामण न होन स ववषमो का चचनतन होगा ववषमो क चचनतन स काभना उठगी काभना ऩय होगी तो आसकति होगी काभना ऩय नह ॊ होगी तो करोध होगा करोध होगा तो फवदध का नाश होगा फवदध का नाश हआ तो सवनाश हआ

जो बगवान का चचनतन नह ॊ कयगा उसको सॊसाय का चचनतन होगा सॊसाय का चचनतन होगा तो ऩदाथ ऩान की इचछा होगी ऩदाथ लभरग तो छट न जाम इसकी चचनता होगी नह ॊ लभरग तो जो अडचन डारत ह उन ऩय करोध होगा करोध होगा तो फवदध की मोगमता ीण हो जामगी मोगमता ीण हई तो भोह होगा भोह सफ वमाचधमो का भर ह कपय फनगा व फनगा घोडा फनगा बसा जो आदभी ववषम ववकायो भ पॉ सा यहता ह उसकी फवदध दफी यहती ह ठीक स काभ नह ॊ दती

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पर ndash ऩतन ककसका नह ॊ होता

उ ndash वशीबत अॊतकयण वारा ऩरष याग-दरष स यदहत औय अऩनी वशीबत इशचनिमो क दराया ववषमो का आचयण कयता हआ बी परसननता को परादऱ होता ह वह उनभ रऩामभान नह ॊ होता उसका ऩतन नह ॊ होता शचजसका चचतत औय इशचनिमाॉ वश भ नह ॊ ह वह चऩ होकय फठ तो बी सॊसाय का चचनतन कयगा ऻानी सॊसाय भ फठ हए बी अऩन सवरऩ भ डट यहत ह

बायत क बतऩव यादसऩनत डॉ शरीयाधाकषणन अचछ चचनतक भान जात ह उनहोन एक कहानी लरखी ह

एक बदठमाया था उसको हय योज सवपन आता कक भ चकरवती समराट हॉ वह अऩना काभ ननऩटाकय जलद -जलद सो जाता उस भधय सवपनरोक भ जान क लरए फाहय क जगत भ वह बदठमाया था खान-ऩीन को बी ऩमादऱ नह ॊ था गजाया चरान क लरए फडा ऩरयशरभ कयना ऩडता था रककन धीय-धीय वह सवपन भ सखी होन रगा तो फाहय क जगत भ रचच कभ होन रगी

परनतददन सवपन भ दखता कक भ चकरवती समराट फन गमा हॉ छोट-छोट याजा रोग भय आऻा भ चरत ह छनन-छनन कयत ह य जवाहयात क गहनो स सजी ररनाएॉ चॉवय डरा यह ह

एक ददन सवपन भ वह फाथरभ जान उठा तो ऩास भ जरती हई बटठी भ ऩय ऩड गमा जरन क भाय चचलरा उठा सो तो यहा था बदटठमो क फीच रककन सवपन दख यहा था कक समराट ह इसलरए वह सखी था

ककसी बी ऩरयशचसथनत भ आदभी का भन जसा होता ह सख-द ख उस वस ह परतीत होत ह ऻानी का भन ऩयबरहम भ होता ह तो व सॊसाय भ यहत हए सफ वमवहाय कयत हए बी ऩयभ सखी ह बरहमऻान भ भसत ह

आदभी का शय य कहाॉ ह इसका अचधक भलम नह ॊ ह उसका चचतत कहाॉ ह इसका अचधक भलम ह भॊददय भ फठा ह ऩजाय सोच यहा ह कक कफ फायह फज औय रडड रकय ऩजारयन क ऩास जाऊॉ तो वह भॊददय भ नह ॊ ह ऩजारयन क ऩास ह चचतत ऩयभातभा भ ह औय आऩ सॊसाय भ यहत ह तो आऩ सॊसाय भ नह ॊ ह ऩयभातभा भ ह

परबातकार भ उठो तफ आॉख फनद कयक ऐसा चचनतन कयो कक भ गॊगाककनाय ऩय गमा ऩववि गॊगाभमा भ गोता रगामा ककसी सॊत क चयणो भ लसय झकामा उनहोन भझ भीठी ननगाहो स ननहाया

ऩाॉच लभनट ऐसा भधय चचनतन कयो आऩका रदम शदध होन रगगा बाव ऩववि होन रगगा

सफह उठकय दख हए लसनभा क दशम माद आम आहाहा वह भय ऩास आमी भझस लभर आदद आदद तो दखो सतमानाश हो जामगा कलऩना तो भन स होगी रककन तन ऩय बी परबाव ऩड जामगा कलऩना भ ककतनी शकति ह

सॊत-भहातभा-सदगर-ऩयभातभा क साथ ववचयत ह सभाचध रगात ह उनका सभयण-चचनतन कयत ह तो रदम आनशचनदत होता ह

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पर ndash ककसकी फवदध शचसथय नह ॊ यहती

उ ndash जो असॊमभी ह गर क ऻान को ऩचाता नह ॊ ह उसकी फवदध शचसथय नह ॊ यहती जो सॊमभी ह गरभख ह उसकी फवदध शदध सॊमभी औय दढ ननदळमी हो जाती ह

फवदध का शचसथय होना फहत फडी उऩरशचबध ह उसभ असीभ शकति आ जाती ह शचसथय फवदध वारा मदद सॊकलऩ कय द तो साया याजम फदर जाम ऐसी ताकत होती ह शचसथय फवदधवार भ वह वयदान द सकता ह जो न कय याभ वह कय ककननायाभ शचसथय फवदध वार भ इतना परबाव होता ह खदा बी ऩछ कक फनदा अफ तय कमा यजा ह शचसथय फवदध होना फचचो का खर नह ॊ वह फडा भहान काम ह याजा होना इतनी भहतता नह ॊ यखता याजा बी शचसथय फवदध वार क चयणो भ ऩड जाम तो याजा ननहार हो जाम भहवष वलशदष शचसथय फवदध वार थ याजा दशयथ उनक चयणो भ ऩड तो बगवान याभ को परकट होना ऩडा मह ह शचसथय फवदधवारो का चभतकाय अबी तक याजा दशयथ का नाभ जनता की शचजहवा ऩय नाच यहा ह उस सभम भ औय बी कई याजा होग न रककन दशयथ जी शचसथयफवदधवार आऩ तो ननहार हो ह जात ह रककन उनकी शयण जान वार का बी ककतना कलमाण हो जाता ह भतॊग ऋवष शचसथय फवदध क थ शफय बीरनी उनकी शयण गई ककतनी ऊॉ चाई परादऱ कय र उसन उस जभान क याजाओॊ को बी हभ रोग इतना नह ॊ जानत शचजतना शफय को जानत ह

भतॊग ऋवष न शफय स कह ददमा कक तझ याभ लभरग शफय न मह नह ॊ ऩछा कक सचभच लभरग गर न कह ददमा फात ऩय हो गई शरदधा हो तो शफय जसी भय भ मोगमता नह ॊ ह ndash ऐसा शफय न कहा नह ॊ गरजी न कह ददमा तो फात ऩककी हो गई मोगमता ह नह ॊ ह वह गर जान

दोष इतना दोष नह ॊ शचजतना दोषो को अऩना भानना औय ईदवय क यासत अऩन को अमोगम भानना दोष ह

अनकरभ

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जनक-ववचाय

जनक अऩन भन को सभझात ह- ऐ भन त शानत हो जा ऐ चचतत तया चरना ह सॊसाय का होना ह सॊसायरऩी चकर

को योकन क लरए नालबरऩी चचतत को योकना आवशमक ह ह भय चचतत त शानत हो जा याजम तया नह ॊ ऩि-ऩरयवाय तया नह ॊ मह शय य बी तया नह ॊ शचजसका सफ कछ ह वह ऩयभातभा तया ह ऐ भय चचतत त उसी ऩयभातभा भ शानत हो जा तया बरा होगा

जनक अऩन भन को फाय-फाय सभझात ह जमो-जमो भानलसक चचनतन कयत हए चचतत को सभझात ह तमो-तमो जनक का चचतत ऩयभातभा क ननकट उस अनतमाभी आतभदव क ननकट ववशराशचनत ऩाता ह जनक क कभ कटत ह जनक सचभच जीवन क पर को ऩात ह

वलशदषजी कहत ह- ह याभजी कपय उस भह ऩनत न अऩन भन स कहा ऐ भय भन आज तक भ तय कहन भ यहा औय जनभ-जनभानतय स बटकता यहा ऐ

भय चचतत तन जो कहा वह भन सवीकाय ककमा तन जो वासना की वह भन ऩण की रककन त बी अऻान की आग भ वासना की बटटी भ जरता आमा ह औय भझ बी त जराता आमा ह ऐ भय भन अफ त शानत ऩद का आशरम र जस ऻानवान सॊत ऩरष आतभ-ववचाय कयत शानत ऩद का आशरम रकय सॊसाय-सभि स तय जात ह त बी उस आतभऩद का आशरय़ र त बी जगत क चचनतन भ उदास होकय ननशचदळॊत सवरऩ आतभा भ डफ जा ऐ भय भन आज तक तया कहना भानकय भ बटक यहा था अफ त एक फाय भया कहना भानकय तो दख शासतर क वचन का कहना भानकय तो दख ऐसा द ख नक भ बी नह ॊ जसा चॊचर चचतत भ होता ह ऐसा सख सवग औय वकणठ भ बी नह ॊ जसा सख ननदळर चचतत भ परकट होता ह ऐ चचतत तया चॊचर होना तया औय भया ववनाश ह तया शचसथय होना फडा ऩाय होन का हत ह ऐ भय चचतत त भान जा इसी भ तया कलमाण ह

उस भह ऩनत न अऩन चचतत को फाय-फाय सभझामा कछ णो क लरए तो चचतत ऩयभातभ-शाशचनत भ डफा सा ददखा कपय आॉख खोरकय फाहय सवदश को ननहायन रगा भहायाज जनक न कपय आॉखो को रकषम कयक सभझामा

ह चॊचर नि तभ फाहय का जगत अऩन बीतय बयत हो शरोि औय नि तभ इस जीव को फड धोख क जगत भ र जात हो तभ दोनो क दराया जगत बीतय आता ह जमो ह जगत बीतय आता ह तमो ह चचतत की चॊचरता फढती ह यातरि को सो जात ह तो आॉख औय कान क दराया जगत बीतय नह ॊ आता चचतत परकनत भ र न हो जाता ह सफह फडी शाशचनत औय

ताजगी का अनबव होता ह परकनत भ र न हआ चचतत शय य को जया सी ताजगी दता ह वह चचतत मदद धमान कयक आतभा भ र न हो जाम तो जीवन ऩया ताजा फना दता ह तभ तो ऩय ऩावन हो ह जात हो तमहाय सॊग भ आन वार वमकति बी ननषऩाऩ होकय ऩावन हो जात ह

ऐ भय चचतत तया सचचा याजम तो आतभा का याजम ह इस जनकऩय भ तो कई याजा आम शचजसन याजम ककमा वह जनक कहरामा त कफ तक इस जठी ऩरथवी का गव कयक अऩन को याजा भानगा त इस ऩरथवी का ऩनत नह ॊ भदहऩनत नह ॊ त तो इस ऩरथवी का एक गरास भाि ह तय जस तो कई याजा आ-आकय इस ऩरथवी भ दपनाम गम उनकी हडकतडमाॉ बी गर गई

भाट कह कमहाय स त कमा यौद भोम एक ददन ऐसा आमगा भ यौदगी तोम

भदहऩनत अऩन चचतत को सभझाता ह ऐ चचतत त ऩयभातभा की शाशचनत भ शानत हो जा नह ॊ तो ऋवष रोग भय हाॉसी कयग कहग सभझदाय होकय भखो की नाई आमषम तरफता ददमा फवदधभान होकय ऩशओॊ की नाई शय य को ऩारन-ऩोषन भ जीवन गॉवा ददमा ऐ भय भन शचजस ऩयभातभा न तझ अनयाग का दान ददमा ह उसस सॊसाय क ववषम त कमा भाॉगता ह उसस नदवय चीजो की चाह त कमो कयता ह

शचजसन अनयाग का दान ददमा उसस कभ भाॉग रजाता नह ॊ

अऩनाऩन बर सभाचध रगा

मह वऩम का ववमोग सहाता नह ॊ नब दख ऩमोधय शाभ ढर

कमो लभट उसभ लभर जाता नह ॊ चगता ह चकोय अॊगाय

परयमाद ककसी को सनाता नह ॊ अफ सीख र भौन का भॊि नमा

अफ वऩम का ववमोग सहाता नह ॊ ऐ चचतत त भौन का भॊि र र बीतय ह बीतय उस ऩाय की शाशचनत का अनबव कय

कपय ऩता चरग कक ककतना खजाना तय बीतय छऩा ह

सॊञा सखणा कोई नह ॊ सफक बीतय रार भयख गरॊचथ खोर नह ॊ कयभी बमो कॊ गार

कभी कभकाणड भ पॉ सा ह भख फवकपी भ पॉ सा ह कोई-कोई भाई का रार कभो स औय फवकपी स फचकय ननषकभ तवव भ गोता भायता ह ननशचषकरम चतनम भ अऩन आऩको खो दता ह उऩननषद कहत ह-

मतो वाचो ननवतनत अपरापम भनसा सह जहाॉ वाणी नह ॊ ऩहॉचती भन स जो परादऱ नह ॊ होता फवदध जहाॉ स रौटकय आती ह ऐस

आतभदव को जो बागमवान ऩाता ह वह कपय ककसी स बमबीत नह ॊ होता भतम बी उसका कछ तरफगाड नह ॊ सकती भतम शय य की होती ह आतभऻानी उस भतम को बी दखता ह

ऐ चचतत त बरहमऻान ऩा र तय चॊचरता लभटत ह ऩयबरहम ऩयभातभा का अनबव होन रगगा आज तक भ तया कहना भानता आमा हॉ आज त भया कहना भान त शानत हो जा

वलशदषजी कहत ह- ह याभजी इस परकाय भदहऩनत जनक फाय-फाय अऩन चचतत को अनतभख फना यह ह चचतत को अनतभख कयत-कयत बरहमशचसथनत का ऩयभातभ-शाशचनत का अनबव ककमा

नि खोर फाहय ननहाया जगत की ओय इतन भ दालसमाॉ हाथ जोडकय खडी हो गई कक भहायाज सनान कयन का सभम हआ ह यतनजकतडत सवण क करशो भ बया ववववध तीथो का जर औय वददक भनिोचचाय कयत बराहमण इॊतजाय कय यह ह

जनक न कहा अफ भन आतभजर भ नहा लरमा ह शय य को तीथ क जर भ नहरा दता हॉ अफ भ फाहय चदशा करॉ तो मह शय य की चदशा ह भय नह ॊ नहाना-धोना खाना-ऩीना याजकाज कयना म सफ कभ शय य क ह भया कोई कभ नह ॊ भया तो कततवम ह उस परब भ भसत यहना भन कयन मोगम सफ कभ कय लरम ऩारन मोगम धभ ऩार लरम अऩन घय भ घय ऩा लरमा

इस परकाय बऩनत को ऩयभातभ-शाशचनत का अनबव हआ

ह याभ जी मथामोगम वमवहाय कयो रककन चचतत स सदा आतभऩद भ शचसथनत कयो चचतत भ एक फाय आतभ-शाशचनत का सवाद आ जाम तो कपय सॊसाय भ कोई सख तमह परबाववत नह ॊ कयगा

जस अभत तस ववष घाट जसा भान तसा अऩभाना

हष शोक जाॉक नह ॊ वय भीत सभान कह नानक सन य भना भि ताॉदह त जान

एक फाय चचतत ऩयभातभ-शाशचनत का अनबव कय कपय तमहाय चचतत भ तमहाय अनतकयण भ सॊसाय की सतमता नदश हो जामगी

अनकरभ

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भाभकॊ शयणॊ वरज

जीव भाि का दहत कवर इसी फात भ ह कक वह ककसी औय का सहाया न रकय कवर बगवान की ह शयण र र बगवान क शयण होन क लसवाम जीव का कह ॊ बी ककॊ चचत भाि बी नह ॊ ह कायण मह ह कक जीव साात ऩयभातभा का अॊश ह इसस वह ऩयभातभा को छोडकय औय ककसी का सहाया रगा तो वह सहाया दटकगा नह ॊ जफ सॊसाय की कोई बी वसत वमकति घटना ऩरयशचसथनत अवसथा आदद शचसथय नह ॊ ह तो कपय इनका सहाया कस शचसथय यह सकता ह इनका सहाया तो यहगा नह ॊ कवर चचनता शोक द ख आदद यह जामग

अशचगन स अॊगाय दय हो जाता ह तो वह कारा कोमरा फन जाता ह ऩय वह कोमरा जफ ऩन अशचगन स लभर जाता ह तो वह अशचगनरऩ फन जाता ह औय अॊगाय होकय चभक उठता ह

ऐस ह मह जीव बगवान स ववभख हो जाता ह तो वह फाय-फाय जनभता-भयता औय द ख ऩाता यहता ह ऩय जफ वह बगवान क समभख हो जाता ह अननम बाव स बगवान की शयण भ हो जाता ह तो वह बगवतसवरऩ फन जाता ह औय चभक उठता ह इतना ह नह ॊ ववदव का बी कलमाण कयन वारा हो जाता ह

साधक को सफस ऩहर भ बगवान का हॉ इस परकाय अऩन अहॊता को फदर दना चादहए कायण कक तरफना अहॊता क फदर साधन सगभता स नह ॊ होता औय अहॊता क फदरन ऩय साधन सगभता स सवाबाववक ह होन रगता ह

वववाह हो जान ऩय कनमा अऩनी अहॊता को फदर दती ह कक भ तो ससयार की ह हॉ औय वऩता क कर का समफनध तरफलकर छट जाता ह ऐस ह साधक को अऩनी अहॊता फदर दनी चादहए कक भ बगवान का हॉ औय बगवान भय ह भ सॊसाय का नह ॊ हॉ औय सॊसाय भया नह ॊ ह अहॊता क फदरन ऩय भभता बी अऩन आऩ फदर जाती ह

भ परब क चयणो भ ह ऩडा हआ हॉ ndash ऐसा भन भ बाव यखत हए जो कछ अनकर मा परनतकर ऩरयशचसथनत साभन आ जाम उसभ बगवान का भॊगरभम ववधान भानकय ऩयभ परसनन यह

बगवान क दराया भय लरम जो कछ बी ववधान होगा वह भॊगरभम हो होगा ऩय ऩरयशचसथनत भय सभझ भ आम मा न आम मह फात दसय ह ऩय बगवान का ववधान तो भय लरए कलमाणकाय ह ह इसभ कोई सनदह नह ॊ इसलरए जो कछ होता ह वह भय कभो का पर नह ॊ ह परतमत बगवान क दराया कऩा कयक कवर भय दहत क लरए बजा हआ ववधान ह

बगवान पराणीभाि क ऩयभ सरद होन स अनकर मा परनतकर ऩरयशचसथनत बजकय पराखणमो क ऩणम-ऩाऩो का नाश कयक उनह ऩयभ शदध फनाकय अऩन चयणो भ खीॊच यह ह ndash इस परकाय दढता स बाव होना ह बगवान क चयणो भ शयण रना ह

सवमॊ बगवान क शयणागत हो जाना मह समऩण साधनो का साय ह इसभ शयणागत बि को अऩन लरए कछ बी कयना शष नह ॊ यहता जस ऩनतवरता सतरी का अऩना कोई काभ नह ॊ यहता वह अऩन शय य की साय-सॉबार बी ऩनत क नात ऩनत क लरए ह कयती ह वह घय कटमफ वसत ऩि-ऩिी औय अऩन कहरानवार शय य को बी अऩना नह ॊ भानती परतमत ऩनतदव का ह भानती ह शचजस परकाय ऩनतवरता ऩनत क ऩयामण होकय ऩनत क गोि भ ह अऩना गोि लभरा दती ह औय ऩनत क ह घय ऩय यहती ह उसी परकाय शयणागत बि बी शय य को रकय भान जान वार गोि जानत नाभ आदद को बगवान को चयणो भ सभवऩत कयक ननशचदळॊत ननबम ननशोक औय ननशॊक हो जाता ह बगवान शरीकषण अजन स कहत ह-

सवधभानऩरयतमजम भाभकॊ शयणॊ वरज समऩण धभो का आशरम धभ क ननणम का ववचाय छोडकय कवर एक भय ह शयण भ

आ जा

महाॉ परदल होता ह कक धभ अथात कततवम धभ का सवरऩ स तमाग भाना जाम नह ॊ धभ का सवरऩ स तमाग कयना न तो गीता क अनसाय ठीक ह औय न वह परसॊग क अनसाय ह ठीक ह बगवान की फात सनकय अजन न कततवम धभ का तमाग नह ॊ ककमा ह अवऩत करयषम वचनॊ तव कहकय बगवान की आऻा क अनसाय कततवम कभ का ऩारन कयना सवीकाय ककमा ह

भाभकॊ शयणॊ वरज का तातऩम भन-फवदध क दराया शयणागनत को सवीकाय कयना नह ॊ ह अवऩत सवमॊ को बगवान की शयण भ जाना ह कमोकक सवमॊ की शयण होन ऩय भन फवदध इशचनिमाॉ शय य आदद बी उसी भ आ जात ह अरग नह ॊ यहत

बगवान क शयण होन क फाद बी तमहाय बावो ववततमो आचयणो आदद भ पक नह ॊ ऩडा सधाय नह ॊ हआ बगवतपरभ बगवददशन आदद नह ॊ हए औय अऩन भ अमोगमता अनचधकायता ननफरता आदद भारभ होती ह तो बी उनको रकय तभ चचनता मा बम भत कयो कमोकक बगवान कहत ह कक जफ तभ भय अननम शयण हो गम तो वह कभी तमहाय कभी कस यह उसका सधाय कयना तमहाया काभ कस यहा वह कभी भय कभी ह उसका सधाय कयना भया काभ यहा तमहाया तो फस एक ह काभ ह ननशचदळॊत ननशोक ननबम औय ननशॊक होकय यहना ह अगय तय भ चचनता बम वहभ आदद दोष आ जामग तो व शयणागनत भ फाधक हो जामग औय सफ बाय तय ऩय आ जामगा शयण होकय अऩन ऩय बाय रना शयणागनत भ करॊक ह

ववबीषण बगवान शरीयाभ क चयणो की शयण हो जाता ह तो कपय ववबीषण क दोषो को बगवान अऩन ह दोष भानत ह एक सभम ववबीषण जी सभि क इस ऩाय आम वहाॉ ववपरघोष नाभक गाॉव भ उनस एक अऻात बरहमहतमा हो गई इस ऩय वहाॉ क बराहमणो न इकटठ होकय ववबीषण को खफ भाया-ऩीटा ऩय व भय नह ॊ कपय बराहमणो न उनह जॊजीयो स फाॉधकय जभीन क बीतय एक गपा भ र जाकय फनद कय ददमा याभ जी को मह ऩता रगा तो व ऩषऩक ववभान क

दराया ततकार वहाॉ ऩहॉच बराहमणो न याभ जी का फहत आदय-सतकाय ककमा औय कहा कक भहायाज इसन बरहमहतमा कय द ह इसको हभन फहत भाया ऩय मह भया नह ॊ

बगवान याभ न कहा ह बराहमणो ववबीषण को भन कलऩ तक की आम औय याजम द यखा ह वह कस भाया जा सकता ह औय उसको भायन की जरयत ह कमा ह वह तो भया बि ह बि क लरए भ सवमॊ भयन को तमाय हॉ हभाय महाॉ ववधान ह कक दास क अऩयाध की शचजमभवाय उसक सवाभी ऩय होती ह सवाभी ह उसक दणड का ऩाि होता ह इसलरए ववबीषण क फदर भ आऩ रोग भय को ह दणड द

बगवान की मह शयणागत-वतसरता दखकय सफ बराहमण आदळम कयन रग औय उन सफ न बगवान की शयण र र

भ बगवान का हॉ औय बगवान भय ह ndash इस अऩन ऩन क सभान मोगमता ऩािता अचधकायता आदद कछ बी नह ॊ ह मह समऩण साधनो का साय ह छोटा-सा फचचा बी अऩनऩन क फर ऩय ह आधी यात भ साय घय को नचाता ह जफ वह यात भ योन की ठान रता ह तो साय घयवार उठ जात ह औय उस रयझात ह

इसलरए शयणागत बि को अऩनी मोगमता आदद की तयप न दखकय बगवान क साथ अऩन अऩनऩन की तयप ह दखत यहना चादहए

इसी दऴोक भ बगवान कहत ह कक भा शच त शोक भत कय भय शयण होकय बी ऩया ववदवास बयोसा न यखना औय चचनता कयना मह भय परनत अऩयाध ह अऩन दोषो को रकय चचनता कयना वासतव भ अऩन फर का अलबभान ह कमोकक दोषो को लभटान भ अऩनी साभरथम भारभ दन स ह उनको लभटान की चचनता होती ह हाॉ अगय दोषो को लभटान भ चचनता न होकय द ख होता ह तो द ख होना इतना दोष नह ॊ ह जस छोट फारक क ऩास कतता आता ह तो वह कतत को दखकय योता ह चचनता नह ॊ कयता ऐस ह दोषो का न सहाना दोष नह ॊ ह रककन चचनता कयना दोष ह

शयणागत होन क फाद बि को रोक ऩयरोक सदगनत-दगनत आदद ककसी बी फात की चचनता नह ॊ कयनी चादहए

बगवान क समफनध की दढता होन ऩय जफ सॊसाय शय य का आशरम सवथा नह ॊ यहता तफ जीन की आशा भयन का बम कयन का याग औय ऩान की रारच ndash म चायो ह नह ॊ यहत कमोकक अऩन ऩरयशचचछनन भ को उस अखणड वमाऩक भ अवऩत कय ददमा जफ तक ऩरयशचचछनन अहॊ फना यहता ह तफ तक चचनता औय बम फना यहगा उस वमाऩक सशचचचदानॊद ऩयभातभा भ ऩरयऩण बरहम भ अऩन भ को सभवऩत कय दना तरिगणातीत होना ह बगवान की शयण का भतरफ मह नह ॊ कक ककसी परनतभा क चयणो भ लसय टकत यहना अवऩत बरहमवतता गरओॊ स बगवततवव का ऻान ऩाकय अऩन ऩरयशचचछनन भ को वमाऩक सशचचचदानॊद ऩयभातभा भ र न

कयना जस घटाकाश अऩन को भहाकाशसवरऩ सभझ र ऐस ह जीव अऩन वासतववक लशवसवरऩ को सभझ र

बगवान की भनत की शयण तो कमा बगवान क साकाय साशचननधम भ अजन था रककन जफ ऻा उऩदश स अजन का भोह नदश हआ औय अऩन सवरऩ की सभनत आमी तबी वह धनम हआ

बगवान भ तय शयण हॉ भ तय शयण हॉ मह बाव तो ठीक ह रककन अऩन दह की खणडता ऩरयशचचछननता औय नदवयता भ जो अऩना अहॊबाव ह भ ऩना रगा ह उसको वहाॉ स हटाकय बगवान की अखणडता वमाऩकता अवऩशचचछननता औय ननतमता भ रगाना ह बगवान क शयण होना ह

शयणागत बि भ मह एक फात आती ह कक अगय भया जीवन परब क रामक सनदय औय शदध नह ॊ फना तो बिो की फात भय आचयण भ कहाॉ आमी नह ॊ आमी कमोकक भय ववततमाॉ ठीक नह ॊ यहती वासतव भ भय ववततमाॉ ह ndash ऐसा भानना ह दोष ह ववततमाॉ उतनी दोषी नह ॊ ह

भन फवदध इशचनिमाॉ शय य आदद भ जो भयाऩन ह मह गरती ह कमोकक जफ भ बगवान की शयण हो गमा औय जफ सफ कछ उनको सभवऩत कय ददमा तो भन फवदध आदद भय कहाॉ यह अत शयणागत को भन फवदध आदद की अशवदध की चचनता कबी नह ॊ कयनी चादहए भय ववततमाॉ ठीक नह ॊ ह ndash ऐसा बाव कबी नह ॊ राना चादहए ककसी कायणवश अचानक ऐसी ववततमाॉ आ बी जाम तो आतबाव स ह भय नाथ ह भय परबो फचाओ फचाओ फचाओ ऐस परब को ऩकायना चादहए कमोकक व सवसभथ सवाभी ह तो चचनता कमो कयना

आचयणो की कभी होन स बीतय स बम ऩदा होता ह औय साॉऩ तरफचछ फाघ आदद स फाहय स बम ऩदा होता ह शयणागत बि क म दोनो ह परकाय क बम लभट जात ह इतना ह नह ॊ भतम का बम बी जो फड-फड ववदरानो को बी होता ह वह बम बी सवथा लभट जाता ह

भय ववततमाॉ खयाफ हो जामगी ndash ऐस बम का बाव बी साधक को बीतय स ननकार दना चादहए कमोकक भ बगवान की कऩा भ तयानतय हो गमा हॉ अफ भझ ककसी फात का बम नह ॊ ह इन ववततमो को अऩनी भानन स ह भ इनको शदध नह ॊ कय सका कमोकक इनको भय भानना ह भलरनता ह

एक ववतत उठी दसय ववतत उठन को ह उसक फीच की अवसथा बगवान का वासतववक सवरऩ ह न कक म ववततमाॉ

चतन ववभर सहज सख यालश जीव चतन ह ववभर ह सहज सख-सवरऩ ह नाहक ऩयशानी भोर रता ह जो बगवान

की शयण होकय अऩन को जीव भानता ह उसकी फवदध हॉसन मोगम ह उसका ननणम हासमासऩद ह

इसलरए अफ भ कबी बी ववततमो को अऩनी नह ॊ भानॉगा जफ ववततमाॉ भय ह ह नह ॊ तो भझको बम ककस फात का अफ तो कवर बगवान की कऩा ह कऩा ह वह सवि ऩरयऩण हो यह ह मह फडी खशी की परसननता की फात ह इस परकाय साधक को ननबम औय ननशचदळॊत हो जाना चादहए

बम ऩयाम स होता ह आतभीम स नह ॊ होता बम दसय स होता ह अऩन स नह ॊ होता ददरतीमादर बमॊ बवनत परकनत का काम शय य सॊसाय ददरतीम ह इसलरए इनस समफनध यखन ऩय ह बम होता ह कमोकक इनक साथ सदा समफनध यह ह नह ॊ सकता कायण मह ह कक परकनत औय ऩरष का सवबाव सवथा लबनन-लबनन ह एक जड ह दसया चतन एक ववकाय ह दसया ननववकाय एक ऩरयवतनशीर ह दसया अऩरयवतनशीर एक परकाशम ह दसया परकाशक लभरथमा औय ऩरयवतनशीर को सतम भानन स बम होता ह अऩन सतम सवरऩ को सवीकाय कय रो बम छट जामगा जीवो बरहमव नाऩय जीव बरहम स अरग था नह ॊ ह नह ॊ हो सकता नह ॊ सफ द खो का भर अऻान ह अऻान हटा ददमा कक जीव न अऩन सवरऩ को ऩा लरमा ईदवय क अननम शयण हो गमा

बगवान ऩयाम नह ॊ ह व तो आतभीम ह जीव उनका सनातन अॊश ह उनका सवरऩ ह उनकी शयण होन ऩय भनषम सदा क लरए ननबम हो जाता ह फचच को भाॉ स दय होन ऩय तो बम होता ह ऩय भाॉ की गोद भ चर जान ऩय उसका बम लभट जाता ह कमोकक भाॉ उसकी अऩनी ह बगवान का बि इसस बी ववरण होता ह फचच औय भाॉ भ तो बदबाव ददखता ह ऩय बि औय बगवान भ बदबाव समबव ह नह ॊ ह

बगवान बि क अऩनऩय को ह दखत ह गणो औय अवगणो को नह ॊ सवरऩ स बि सदा स ह बगवान का ह औय गण दोष आगनतक ह इसलरए बगवान की दवदश इस वासतववकता ऩय ह सदा जभा यहती ह जस कीचड आदद स सना हआ फचचा जफ भाॉ क साभन आता ह तो भाॉ की दवदश कवर अऩन फचच की तयप ह जाती ह फचच क भर की तयप नह ॊ फचच की दवदश बी अऩन भर की तयप नह ॊ जाती भाॉ साप कय मा न कय फचच की दवदश भ तो भरा ह ह नह ॊ उसकी दवदश भ तो कवर भाॉ ह ह िौऩद क भन भ ककतना दरष औय करोध बया हआ था कक जफ द शासन क खन स अऩन कश धोऊॉ गी तबी कशो को फाॉधगी ऩयनत िौऩद जफ बी बगवान को ऩकायती ह बगवान चट आ जात ह कमोकक बगवान क साथ िौऩद का परगाढ अऩनाऩन था

साधक को चादहए कक वह बगवान की भजी स सवथा अऩनी भजी लभरा द बगवान ऩय अऩना ककॊ चचत बी आचधऩतम न भान अवऩत अऩन ऩय ऩया आचधऩतम भान भ बगवान का हॉ तो बगवान भय लरम जसा ठीक सभझ वसी ह ननसॊकोच होकय कय कह ॊ बी बगवान हभाय भन की कय तो उसभ सॊकोच हो कक भय लरए बगवान को ऐसा कयना ऩडा मदद अऩन भन की फात ऩय होन स सॊकोच नह ॊ होता अवऩत सॊतोष होता ह तो मह शयणागनत नह ॊ ह शयणागत

बि शय य इशचनिमाॉ भन फवदध क परनतकर ऩरयशचसथनत भ बी बगवान की भजी सभझकय परसनन यहता ह

बिो की या ददशो का ववनाश औय धभ की सथाऩना ndash इन तीन फातो क लरए सभम-सभम ऩय बगवान अवताय रत ह इन तीन फातो भ कवर बगवान का कमा परमोजन लसदध होता ह कछ नह ॊ व तो कवर पराणीभाि क कलमाण क लरए ह म तीनो काभ कयत ह इसस बगवान की सवाबाववक आतभीमता कऩारता वपरमता दहतवषता सरदता औय ननयऩ उदायता ह लसदध होती ह

बि को अऩनी सफ चचनताएॉ बगवान ऩय ह छोड दनी चादहए बगवान दशन द मा न द परभ द मा न द ववततमो को ठीक कय मा न कय हभ शदध फनाम मा न फनाम ndash मह सफ बगवान की भजी ऩय छोड दना चादहए उस तो तरफलर का फचचा फनना चादहए तरफलर का फचचा अऩनी भाॉ ऩय ननबय यहता ह तरफलर चाह जहाॉ यख चाह जहाॉ र जाम तरफलर अऩनी भजी स फचच को उठाकय र जाती ह तो वह ऩय सभट रता ह ऐस ह शयणागत बि सॊसाय की तयप स अऩन हाथ-ऩय सभटकय कवर बगवान का चचनतन नाभ-जऩ आदद कयत हए बगवान की तयप ह दखता यहता ह वह जो कछ काभ कयता ह उसको बगवान का ह सभझकय बगवान की ह शकति भानकय बगवान क ह लरए कयता ह अऩन लरए ककॊ चचनभाि बी नह ॊ कयता बगवान का जो ववधान ह उसभ ऩयभ परसनन यहता ह अऩन भन को कछ बी नह ॊ रगाता

जस कमहाय ऩहर लभटटी को लसय ऩय उठाकय राता ह तो कमहाय की भजी गीरा कयक यौदता ह तो कमहाय की भजी चकक ऩय चढाकय घभाता ह तो कमहाय की भजी लभटटी कबी कछ नह कहती कक तभ घडा फनाओ सकोया फनाओ भटकी फनाओ कमहाय चाह जो फनाम उसकी भजी ह

ऐस ह शयणागत बि अऩनी कछ बी भजी भन की फात नह ॊ यखता वह शचजतना अचधक ननशचदळॊत औय ननबम होता ह बगवतकऩा उसको अऩन आऩ उतना ह अचधक अऩन अनकर फना रती ह औय शचजतनी वह चचनता कयता ह अऩना फर भानता ह उतना ह वह आती हई बगवतकऩा भ फाधा रगाता ह शयणागत होन ऩय बगवान की ओय स जो ववरण ववचचि अखणड अटट कऩा आती ह अऩनी चचनता कयन स उस कऩा भ फाधा रग जाती ह

सॊसाय औय बगवान इन दोनो की समफनध तो तयह का होता ह सॊसाय का समफनध कवर भाना हआ ह औय बगवान का समफनध वासतववक ह सॊसाय का समफनध तो भनषम को ऩयाधीन फनाता ह गराभ फनाता ह ऩय बगवान का समफनध भनषम को सवाधीन फनाता ह चचनभम फनाता ह बगवान का बी भालरक

ककसी फात को रकय अऩन भ कछ बी अऩनी ववशषता ददखती ह वह वासतव भ ऩयाधीनता ह मदद भनषम ववदया सॊऩवतत तमाग वयागम आदद ककसी फात को रकय अऩनी

ववशषता भानता ह तो मह उन ववदया आदद की ऩयाधीनता दासता ह ह जस कोई धन को रकय अऩन को ववशष भानता ह तो मह ववशषता वासतव भ धन की ह हई खद की नह ॊ वह अऩन को धन का भालरक भानता ह ऩय वासतव भ वह धन का गराभ ह

परब का मह कामदा ह कक शचजस बि को अऩन भ कछ बी ववशषता नह ॊ ददखती अऩन भ ककसी फात का अलबभान नह ॊ होता उस बि भ बगवान की ववरणता उतय आती ह ककसी-ककसी भ महाॉ तक ववरणता आती ह कक उसक शय य इशचनिमाॉ भन फवदध आदद पराकत ऩदाथ बी चचनभम फन जात ह उनभ जडता का अतमनत अबाव हो जाता ह ऐस बगवान क परभी बि बगवान भ ह सभा गम ह अनत भ उनक शय य नह ॊ लभर जस भीयाफाई शय य सदहत बगवान क शरीववगरह भ र न हो गई कवर ऩहचान क लरए उनकी साडी का छोटा-सा छोय शरीववगरह क भख भ यह गमा औय कछ नह ॊ फचा ऐस ह सॊत शरी तकायाभ जी शय य सदहत वकणठ चर गम

ऻानभाग भ शय य चचनभम नह ॊ होता कमोकक ऻानी असत स समफनध-ववचछद कयक असत स अरग होकय सवमॊ चचनभम तवव भ शचसथत हो जाता ह ऩयॊत जफ बि बगवान क समभख होता ह तो उसक शय य इशचनिमाॉ भन पराण आदद सबी बगवान क समभख हो जात ह तातऩम मह हआ कक शचजनकी दवदश कवर चचनभम तवव ऩय ह ह शचजनकी दवदश भ चचनभम तवव स लबनन जडता की सवतनि सतता ह नह ॊ होती तो वह चचनभमता उनक शय य आदद भ बी उतय आती ह औय व शय य आदद चचनभम हो जात ह हाॉ रोगो की दवदश भ तो उनक शय य भ जडता ददखती ह ऩय वासतव भ उनक शय य चचनभम होत ह

बगवान की सवथा शयण हो जान ऩय शयणागत क लरए बगवान की कऩा ववशषता स परकट होती ह ऩय भाि सॊसाय का सनहऩवक ऩारन कयन वार औय बगवान स अलबनन यहन वार वातसलमभमी भाता रकषभी का परब-शयणागत ऩय ककतना अचधक सनह होता ह व ककतना अचधक पमाय कयती ह इसका कोई बी वणन नह ॊ कय सकता रौककक वमवहाय भ बी दखन भ आता ह कक ऩनतवरता सतरी को वऩतबि ऩि फहत पमाया रगता ह

परभबाव स ऩरयऩण परब जफ अऩन बि को दखन क लरए ऩधायत ह तो भाता रकषभी बी परब क साथ आती ह ऩयनत कोई बगवान को न चाहकय कवर भाता रकषभी को ह चाहता ह तो उसक सनह क कायण भाता रकषभी बी आ जाती ह ऩय उनका वाहन ददवानध उलर होता ह ऐस वाहनवार रकषभी को परादऱ कयक भनषम बी भदानध हो जाता ह अगय उस भाॉ को कोई बोगमा सभझ रता ह तो उसका फडा बाय ऩतन हो जाता ह कमोकक वह तो अऩनी भाॉ को ह कदवदश स दखता ह इसलरए वह भहान अधभ ह

जहाॉ कवर बगवान का परभ होता ह वहाॉ तो बगवान स अलबनन यहन वार रकषभी बगवान क साथ आ ह जाती ह ऩह जहाॉ कवर रकषभी की चाहना ह वहाॉ रकषभी क साथ बगवान बी आ जाम मह ननमभ नह ॊ ह

शयणागनत क ववषम भ एक कथा आती ह सीताजी याभ जी औय रकषभणजी जॊगर भ एक व क नीच फठ थ उस व की शाखाओॊ औय टहननमो ऩय एक रता छाई हई थी रता क कोभर-कोभर तनत पर यह थ उन तनतओॊ भ कह ऩय नमी-नमी कोऩर ननकर यह थीॊ औय कह ॊ ऩय तामरवण क ऩतत ननकर यह थ ऩषऩ औय ऩततो स रता छाई हई थी उसस व की सनदय शोबा हो यह थी व फहत ह सहावना रग यहा था उस व की शोबा को दखकय बगवान शरीयाभ रकषभण जी स फोर दखो रकषभण मह रता अऩन सनदय-सनदय पर सगशचनधत पर औय हय -हय ऩवततमो स इस व की कसी शोबा फढ यह ह जॊगर क अनम सफ व ो स मह व ककतना सनदय ददख यहा ह इतना ह नह ॊ इस व क कायण ह साय जॊगर की शोबा हो यह ह इस रता क कायण ह ऩश-ऩी इस व का आशरम रत ह धनम ह मह रता

बगवान शरीयाभ क भख स रता की परशॊसा सनकय सीताजी रकषभण स फोर दखो रकषभण बमा तभन खमार ककमा कक नह ॊ दखो इस रता का ऊऩय चढ जाना

पर ऩततो स छा जाना तनतओॊ का पर जाना म सफ व क आचशरत ह व क कायण ह ह इस रता की शोबा बी व क ह कायण ह अत भर भ भदहभा तो व की ह ह आधाय तो व ह ह व क सहाय तरफना रता सवमॊ कमा कय सकती ह कस छा सकती ह अफ फोरो रकषभण जी तमह ॊ फताओ भदहभा व की ह हई न व का सहाया ऩाकय ह रता धनम हई न

याभ जी न कहा कमो रकषभण मह भदहभा तो रता की ह हई न रता को ऩाकय व ह धनम हआ न

रकषभण जी फोर हभ तो एक तीसय ह फात सझती ह

सीता जी न ऩछा वह कमा ह दवय जी

रकषभणजी फोर न व धनम ह न रता धनम ह धनम तो मह रकषभण ह जो दोनो की छामा यहता ह

बगवान औय उनकी ददवम आहलाददनी शकति दोनो ह एक दसय की शोबा फढात ह कोई उन दोनो को शरदष फताता ह कोई कवर बगवान को शरदष फताता ह औय कोई कवर उनकी आहलाददनी शकति को शरदष फताता ह शयणागत बि क लरए तो परब औय उनकी आहलाददनी शकति दोनो का ह आशरम शरदष ह

जफ भनषम बगवान की शयण हो जाता ह उनक चयणो का सहाया र रता ह तो वह समऩण पराखणमो स ववघन-फाधाओॊ स ननबम हो जाता ह उसको कोई बी बमबीत नह ॊ कय सकता कोई बी कछ तरफगाड नह ॊ सकता

बगवान क साथ काभ बम दरष करोध सनह आदद स बी समफनध कमो न जोडा जाम वह बी जीव का कलमाण कयन वारा ह होता ह

कवर एक बगवान की शयण होन का तातऩम ह ndash कवर बगवान भय ह अव व ऐदवम-समऩनन ह तो फडी अचछी फात ह औय कछ बी ऐदवम नह ॊ ह तो फडी अचछी फात व फड दमार ह तो फडी अचछी फात औय इतन ननदषय कठोय ह कक उनक सभान दननमाॉ भ कोई कठोय ह नह ॊ तो बी फडी अचछी फात उनका फडा बाय परबाव ह तो फडी अचछी फात औय उनभ कोई परबाव नह ॊ हो तो बी फडी अचछी फात शयणागत भ इन फातो की कोई ऩयवाह नह ॊ होती उसका तो एक ह बाव यहता ह कक बगवान जस बी ह हभाय ह बगवान की इन फातो की ऩयवाह न होन स बगवान का ऐदवम भाधम सौनदम गण परबाव आदद चर जामग ऐसी फात नह ॊ ह ऩय हभ उनकी ऩयवाह नह ॊ कयग तो हभाय असर शयणागनत होगी

बगवान क परनत बिो क अरग-अरग बाव होत ह कोई कहता ह कक दशयथ जी की गोद भ खरनवार जो याभरारा ह व ह हभाय इदश ह याजाचधयाज याभचनिजी नह ॊ छोटा सा याभरारा कोई बि कहता ह कक हभाय इदश तो रडडगोऩार ह ननद क रारा ह व बि अऩन याभरारा को ननदरारा को सॊतो स आशीवाद ददरात ह तो बगवान को मह फहत पमाया रगता ह तातऩम ह कक बिो की दवदश बगवान क ऐदवम की तयप जाती ह नह ॊ

सॊत कहत ह कक अगय बगवान स लभरना हो तो साथ भ साथी नह ॊ होना चादहए औय साभान बी नह ॊ होना चादहए साथी औय साभान क तरफना बगवान स लभरो जफ साथी सहाया साथ भ ह तो तभ कमा लभर बगवान स औय भन फवदध ववदया धन आदद साभान साथ भ फॉधा यहगा तो उसका ऩयदा यहगा ऩयद भ लभरन थोड ह होता ह साथ भ कोई साथी औय साभान न हो तो बगवान स जो लभरन होगा वह फडा ववरण औय ददवम होगा

कछ बी चाहन का बाव न होन स बगवान सवाबाववक ह पमाय रगत ह भीठ रगत ह शचजसभ चाह नह ॊ ह कोई आकाॊा इचछा नह ॊ ह वह बगवान का खास घय ह बगवान क साथ सहज सनह हो सनह भ कछ लभरावट न हो कछ बी चाहना न हो जहाॉ कछ बी चाहना हो जाम वहाॉ परभ कसा वहाॉ तो आसकति वासना भोह भभता ह होत ह

बगवान एक फाय बि को खीॊच र तो कपय छोड नह ॊ बगवान स ऩहचान न हो तफ तक तो ठीक ह अगय उसस ऩहचान हो गई तो कपय भाभरा खतभ कपय ककसी काभ क नह ॊ यहोग तीनो रोको भ ननकमभ हो जाओग

हाॉ जो ककसी काभ का नह ॊ होता वह सफ क लरए सफ काभ का होता ह ऩयॊत उसको ककसी स कोई भतरफ नह ॊ होता

शयणागत बि को बजन नह ॊ कयना ऩडता उसक दराया सवत सवाबाववक बजन होता ह बगवान का नाभ उस सवाबाववक ह फडा भीठा पमाया रगता ह जस दवास अऩन आऩ चरता यहता ह दवास क तरफना हभ जी नह ॊ सकत ऐस ह शयणागत बि बजन क तरफना नह ॊ यह सकता

शचजसको सफ कछ अवऩत कय ददमा उसक ववसभयण भ ऩयभ वमाकरता भहान छटऩटाहट होन रगती ह नायदबकति सि भ आमा ह तददरसभयण ऩयभ वमाकरतनत ऐस बि स अगय कोई कह कक आध ण क लरए बगवान को बर जाओ तो तीनो रोको का याजम लभरगा तो वह इस ठकया दगा बागवत भ आमा ह

तीनो रोको क सभसत ऐदवम क लरए बी उन दवदरब बगवचचयणकभरो को जो आध ननभष क लरए बी नह ॊ तमाग सकत व ह शरदष बगवदबि ह

बगवान कहत ह- सवमॊ को भझ अवऩत कयन वारा बि भझ छोडकय बरहमा का ऩद इनि का ऩद समऩण ऩरथवी का याजम ऩातारादद रोको का याजम मोग की सभसत लसवदधमाॉ औय भो को बी नह ॊ चाहता

अनकरभ

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ण का बी परभाद भतम ह

ह चतनम दव त इस ववसतत जगत को द घ कार स चरा आता भत सभझ त ऐसा खमार भत कय फठना कक भया ऩव जनभ था औय वहाॉ ककम हए ऩाऩ ऩणमो क परसवरऩ मह वततभान जनभ हआ ह औय इस वततभान जनभ भ कभ उऩासनादद साधन-सॊऩनन होकय ऻान परादऱ करॉ गा औय भो का बागी फनॉगा भझस ऩथक अनम रोग बी ह शचजनभ स कोई भि ह कोई फदध ह

पमाय अनतकयणरऩी गपा भ फठकय इस परकाय का ववचाय भत कयना कमोकक मह साया ववदव सवपनवत ह जस ण बय स तझको सवपन भ ववसतीण सॊसाय ददख जाता ह औय उस ण क ह अनदय त अऩना जनभादद भान रता ह वस ह मह वततभान कार का जगत बी तया ण बय का ह परभाद ह

वपरम आतभन न तया ऩहर जनभ था न वततभान भ ह औय न आग होगा मदद णभाि क लरए अऩन आसन स हटगा अऩन आऩको सवरऩ भ शचसथत न भानगा परभाद कयगा तो वह परभाद ववसतीण जगत हो बासगा पमाय त अऩन आऩको भन फवदध आदद क छोट स आॉगन भ भत सभझ जस भहान सभि भ छोट फडी अनक तयॊग ऩदा औय नदश होती यहती ह वस ह अनॊत अनॊत भन फवदध आदद तयॊग तझ भहासागय भ ऩदा हो होकय नदश होती यहती ह भन फवदध की कलऩना ह सॊसाय ह नह ॊ नह ॊ भन-फवदध ह सॊसाय ह इनस लबनन सॊसाय की सतता ककॊ चचत भाि बी नह ॊ ह भन फवदध की बी अऩनी अरग सतता नह ॊ ह तय ह सतता स भन फवदध बासत ह जस भरबलभ भ यत ह जर होकय बासती ह वस त ह जगत होकय बास यहा ह जस यत सदव यत ह ह कपय बी दय स जर नजय आता ह वस ह त चतनम आतभा सदव

जमो का तमो एकयस ननववकाय अखणड आननदघन ह ऩयॊत भन-फवदध भ स जगत होकय बासता ह दख बाषमकाय सवाभी कमा कहत ह

भयमखणडसखाममोध फहधा ववदववीचम उतऩदयनत ववर मनत भामाभारतववभरभात

भझ अखणड आननद सवरऩ आतभारऩी सागय भ भामारऩी ऩवन स भराॊनत क कायण अनक-अनक ववदवरऩी तयॊग उतऩनन हो यह ह औय ववर न हो यह ह

अनकरभ

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ना कयो नीॊद स पमाय याजा बतहरय कहत ह कक भन बोग नह ॊ बोग बोगो न भझ बोग लरमा सभम न भझ

काट लरमा फीभाय का इराज तो हो सकता ह ऩयनत वदधावसथा को आन स कोई बी नह ॊ योक सकता साया ददन ननयाकाय स ह रन दन ह सख बी ननयाकाय ह औय द ख बी ननयाकाय ह कचच खणक वयागम स तो कलमाण नह ॊ हो सकता जस अधकचची चीज खान स कदश होता ह

आग जरानी ह तो पॉ कन वार जरा सकन वार न जरा जफ तक खद नह ॊ आती तफ तक खदा का ऩता नह ॊ रगता सवाभी याभ को उसकी

आतभा की रगन खीॊच यह थी उनहोन अनायकर क बय फाजाय भ अऩन फचचो क हाथो स उॉगलरमाॉ खीॊच र ॊ औय आतभदव की भसती भ भसत हो गम चर जान की ताकत आ गई

कार का ऻात औय अऻात रऩ हभ पाड ननगर यहा ह हभ सबी नासभझ फनकय फयहभ दननमा की वसतओॊ स परभ का नाटक खर यह ह

एक फाय एक सादहतमकाय साथी स ऩछा गमा बाई तभ आज इतन ऩयशान कमो ददखाई दत हो

जीवन-सॊचगनी क ननवाचन भ घयफाय छोड चका हॉ कमोकक वह जीवन औय भतम भ बी भया साथ ननबामगी सॊसाय की कोई शकति भय सभीऩ आन स उस नह ॊ योक सकगी

कछ ददनो क फाद व बावक कराकाय ऩागरखान भ ह बगवान क पमाय हो गम कमोकक जीवन सॊचगनी न अऩना घय उनक लरम नह ॊ छोडा इसीलरए तो फदध न सॊऩण सतम क लरम घय छोडा मशोधया औय याहर को छोड ददमा मह कहत-कहत कक ओ णबॊगय बव याभ-याभ बतहरय न याजम लसॊहासन छोडा इसी सतम-अनवषण क लरए कक परभ का अभय सॊदश कहाॉ ह औय वह अनत भ लभरा आतभ-साातकाय भ

बरा इस सॊसाय क सवाथ बय कण-कण भ बी याहत ह नह ॊ कोभरता ह नह ॊ सतमता ह नह ॊ मह जानत हए बी भोहऩाश भ भानव की भहाकामा कमो सभादहत ह कमो

आफदध ह इसका एक ह कायण ह भनषम अऩन चचय सनातन ववचायरऩी धन को इस सॊसाय भ बर फठा ह अबाव बी तरफना ववचाय क भतम ह औय वबव बी भौत की ह ननशानी ह

भानव तरफना आतभफोध क सॊसाय भ सॊसाय क कण-कण भ भौत का फरावा द यहा ह

वववक जागन का भाग ह गर क दय ऩय झक जाओ औय अनतभख हो जाओ सॊत नसखा फतात ह कक सॊसाय का शहॊशाह फनन क लरए उस अननदश को सवीकाय कयो ववचाय कयक अगय ऩरयशचसथनत नह ॊ सॉबरती तो अननदश होना ह ह

जो भसकया सकता ह वह अभीय ह जो योता ह वह गय फ ह फाहय कभया तो वातानकर ह ऩय ददर चचनतातय ह तभन तो ददर भ अॊगीठी सरगाई हई ह ऐ ऩयभदवय की जात त तो रहानी नय ह शकर कय कक त ह त ह तो जवान ह औय अबी भौत क वायनट जाय नह ॊ हए लभटटी क द ऩक भ तर जर यहा ह औय तर भ फतती ह त पट ऩयान कऩडो भ बी ऩयभदवय की ओय बाग सकता ह

शचजनकी टाॉग टट हई ह हाथ टट हए ह उनहोन ह अननदश सवीकाय कय लरमा ह चचनता ऩरयशचसथनत क अधीन नह ॊ चचनता आदत ह

मा कोई द वाना हॉस मा शचजस त तौकपक द वयना इस दननमाॉ भ यहक भसकया सकता ह कौन

मा तो ऩागर हॉसता ह मा शचजसको त बकति की भसती द वह हॉसता ह नह ॊ तो सॊसाय भ हॉसना फडा कदठन ह

तन तो मॉ ह खमारो का फोझा लसय ऩय उठामा हआ ह जस गाडी ऩय फठ आदभी न लसय ऩय फोझा यकखा हो इसलरए अनतय स शनम होकय आतभा का धमान चचनतन कय तया बरा होगा

अनकरभ

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आतभ-ननदषा वपरम साधक फहत परमास कयन ऩय बी भन शानत नह ॊ होता ववततमाॉ शचसथय नह ॊ होती

तमहाय साधना ननषपर सी बास यह ह अहॊकाय ववर न होन क फदर ठोस होता चरा जा यहा ह कोई उऩाम नह ॊ नजय नह ॊ आता

दख एक यहसम सभझ र मदद त भन की ववततमाॉ स डयकय उनको शचसथय कयन का उऩाम कयगा तो भन जमादा ऩदश होता जामगा अहॊकाय खडा ह यहगा कमोकक वासतव भ व तय ह सतता स शचजनद ह इसलरए त भन औय भन की सवव यज तभोगणवार ववततमो को लभरथमा

जानकय उनकी तयप स फऩयवाह हो जा ऐसा कयन ऩय भन अऩन आऩ शानत हो जामगा कमा तन फहसऩनत क ऩि कच का हार नह ॊ सना

कच न फहत वषो तक अहॊकाय को ननवतत कयन का परमतन ककमा औय अहॊकाय अचधक ऩदश होता गमा तफ दवगर फहसऩनत न उस कहा ऩि मह अहॊकाय तझ आतभा भ लभरथमा सपया ह उसका कमा उऩाम कयता ह उसको लभरथमा जान लभरथमा क लरए ऩरयशरभ भत कय ऐसा उऩदश सनकय कच को ऻान हो गमा औय वह जीवनभि होकय ववचया

अत ह अहॊकाय क ऩीछ डॊडा रकय बागन वारो डॊड को प क दो कमो लभरथमा शरभ कयत हो माद यखो शचजस सभम तभ अहॊ को लभरथमा जान रोग उसी ण वह ननवतत हो जामगा यजज का सऩ राठी स नह ॊ भयगा उसक लभरथमातव क ऻान स ह उसकी तातकालरक ननववतत होती ह

ववततमो को सदा क लरए शचसथय कयन की भहनत भत कयो सव ववततमो का जो परकाशक ह अचधदषानरऩ तमहाया आतभा ह उस जान रो आतभननदष हो यहो औय ववततमो की ऩयवाह भत कयो ववततमाॉ अऩन आऩ शानत होती जामगी

अनकरभ

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धमान-सॊकत

परातकार भ बराहम भहत भ सनान-शौचादद स ननवतत होकय अऩन साधना क आसन ऩय फठ जाओ धऩ-द ऩ स हो सक तो ताज परो स वातावयण को भहका दो ऩदमासन लसदधासन मा सखासन भ फठकय थोड पराणामाभ कयो आनतय कमबक औय फदहकमबक क साथ तरिफनध कयो कपय शानत होकय फठ जाओ आॉख फनद कयो दवदश आऻाचकर भ शचसथय कयो अथवा ऊऩय ववशार गगन की ओय उठाओ आॉखो की ऩतलरमाॉ ऊऩय की ओय खीॊचो कपय दढ बावना कयो कक

भराधाय चकर भ सषदऱ ऩडी हई शकति जगकय ऊधवगाभी हो यह ह ऊऩय उठ यह ह औय ऊऩय औय ऊऩय नालब कनि रदम औय भशचसतषक की शकतिमाॉ ऊऩय उठ यह ह ऊऩय औय ऊऩय औय ऊऩय शाफाश चचततववततमाॉ ऊऩय जा यह ह गगन क उस ऩाय ऩहॉच यह ह

शचजस परकाय तजसवी ऩामरट अऩन हलरकापटय को ऊऩय र जाता ह इसी परकाय तभ अऩनी शकतिमो को ऊऩय र जाओ दढ बावना कयो कक तभ ऊऩय उठ यह हो तमहाया भन ऊऩय उठ यहा ह तमहाय ववचाय ददवम हो यह ह ॐॐॐ

गयदन सीधी यखो शय य सवसथ औय टटटाय दवदश औय आॉखो की ऩतलरमाॉ ऊऩय की तयप तमहाय सॊऩण शकतिमाॉ ऊऩय की ओय उठ यह ह अनबव कयत चरो कक अऩन आतभा की शकतिमो का ववकास हो यहा ह तमहाय भन औय फवदध का ववकास हो यहा ह भन भजफत हो यहा ह ॐॐॐ

सॊकलऩ कयत जाओ कक अफ तभ हलक रोगो क सॊग नह ॊ कयोग ववषमी रोगो क सॊऩक स दय यहोग ददवम ईदवय म भाग ऩय चरन वार साधक रोगो स ह दोसती यखोग

तभ ऋवष-भननमो क वॊशज हो तमहाय लरम आतभा क परकाश भ ह ववचयना शोबनीम ह तभ उस आतभगगन भ गनतभान हो यह हो आनतरयक शकतिमो को खोजन क लरए अदबत साहस लभर यहा ह ॐॐॐ

हभाया जीवन ऩववि हो यहा ह औय सदा क लरए ऩववि यहगा बीतय की शकतिमाॉ ऊऩय उठ यह ह हभाया साधनारऩी हवाई जहाज उततयोततय ऊऩय जा यहा ह फरगाडी हजाय सार चर कपय बी सागय क ऩाय नह ॊ जा सकती रककन हवाई जहाज उड तो ऩाॉच घणट भ ह दश-ववदश की मािा कया द इसी परकाय तभ ऩयभातभा की ओय मािा कयन क लरए ऊऩय उठ यह हो

ऊऩय उठो औय ऊऩय तभ ककसक लशषम हो मह ऩता ह न हभ दफर जीवन नह ॊ तरफताना ह तभ ककन पराचीन ऋवष-भननमो क वॊशज हो तमह ऩता ह न

फर आतभफर

तमहाय भानलसक शकतिमो का ववकास हो यहा ह तमहाय फवदध खखर यह ह तमहाय ऊऩय ऩयभातभा की कऩा फयस यह ह ॐॐॐ

तमहाय शकतिमो का वाममान ऊॉ च उड यहा ह तमहाय जीवन का हलरकॉपटय ऊऩय की ओय मािा कय यहा ह ॐॐॐ

अफ तमहाया परगाढ धमान रग यहा ह ॐ शाशचनत शाशचनत शाशचनत

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

चचततववशराशचनत-परमोग

चचतत क उऩशभ क लरए एक परमोग खफ उऩमि ह

ककसी सवचछ एकानत सथान भ कमफर मा टाट का आसन तरफछाकय उस ऩय रट जाओ अफ शय य को खफ खीॊचो ऩय स लसय तक तभाभ अॊगो को कसयत लभर जाम यगयग को वमामाभ लभर जाम इस परकाय शय य को तनाव दो जस कतता मा तरफलर अऩन शय य को रमफा कयक खीॊचत ह वस दो ढाई लभनट तक हाथ ऩाॉव को पराकय खफ खीॊचो नस-नाकतडमाॉ जो काभ न कयती हो व बी काभ कयन रग जाम

दो ढाई लभनट क फाद शय य को खीॊचना छोड दो सफ अॊगो को ढ र छोड दो एकदभ शानत ऩड यहो शचजहवा को भख स फाहय ननकारकय दाॉतो स हलकी सी दफाओ होठो को फनद यखो दोनो हाथो की ऩहर उॊगर अॉगठ स दफाओ इस परकाय ऻानभिा भ औय ववशराशचनत भिा शवासन का परमोग कयो ऻानभिा स ऻानतॊतओॊ को ऩवदश लभरती ह थोडी दय क फाद अगय ऻानभिा भ औय शचजहवा को फाहय यखन भ ऩरयशरभ जसा भहसस हो तो दोनो को छोड दो तरफलकर सवाबाववक आयाभदामक शचसथनत रग इस परकाय हाथो को घटनो की ओय परा दो तन औय भन को ऩण आयाभ कयन दो

अऩन चचतत को ककसी बी परकाय क चचनतन की फकतडमाॉ न ऩहनाओ चचतत को ननशचदळॊत कय दो मदद कोई चचनतन होन रग तो उस चचनतन को सावधान होकय ननहायत जाओ दवासोचवास को ननहायत जाओ जस बगवान ववषण ीय सागय भ मोगननिा भ ववयाजभान ह वस तभ बी अऩन साधना क आसन ऩय मोगननिा भ ववशराशचनत ऩात जाओ बावना कयत जाओ कक हभ आयाभ ऩा यह ह अऩन अनतमाभी याभ भ

इस सभम आऩका कोई कततवम नह ॊ कोई चचनता नह ॊ आऩ ऩण आयाभ ऩा यह हो चचतत को ववशराशचनत क परसाद भ ऩावन होन दो

मह चचवततशराशचनत परमोग तभाभ परकाय क दोषो को दय कयन भ सहाम दगा इसस अचछ-अचछ ववचाय उतऩनन होत ह औय आयोगम ऩदश होता ह

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

पराथना-ननझय

ऩयभातभ-चतनम भ अननत अननत परकाय की ववततमाॉ उठती ह औय अननत परकाय स सतता सपनत औय साभरथम लभरता ह कपय बी जो ऩण का ऩण ह उस ऩण ऩरषोततभ का हभ धमान कयत ह

सॊसाय की वासना स बटकत जीवो को जनभ-भयण क चकर स फचान क लरए शचजस ऩयभातभा न सतशासतरो औय सतऩरषो का साशचननधम ददमा उस ऩयभ सरद ऩयभातभा का हभ धमान कयत ह अफोध फारक को कीतन धमान बकति मोग क ऩववि साधन दकय शचजस ऩयभातभा न अऩना साातकाय कयान की वमवसथा यखी ह उस ऩयभातभा को हभ पमाय कयत ह औय उसी भ हभ ववशराभ ऩात ह

शचजस पमाय ऩयभातभा न हभ भानवदह ददमा सदफवदध दो शरदधा द सतसॊग भ जान की परयणा द उस ऩयभ सरद ऩयभातभा को हभ पमाय कयत ह उस परब की कऩा स हभाय ऩाशवी ववततमाॉ फदरकय आतभालबभख हो यह ह सनह क सागय उस ऩयभातभा को पराथना कयत ह कक ह

परब हभाय ववततमाॉ उततयोततय आऩक अलबभख होती यह औय एक ददन ऐसा आ जाम कक उन सफ ववततमो स ऩाय होकय ववततमो क आधायसवरऩ आऩ ऩयभातभा भ हभाया अहॊ ववरम हो जाम आऩकी ऩयभ चतना भ ऩयभ शाॊनत भ ऩयभ पमाय भ ऩयभ साभरथम भ आऩक ऩयभ सनदय सवरऩ भ हभाय भन की ववततमाॉ शानत हो जाम हभाय चचतत की चतना शचजस सतता स आती ह उस ऩयभ सतता भ हभ जलद स जलद ववशराशचनत ऩाम

हभ परनतददन भौत की तयप सयक यह ह ह जीवनदाता परब ह अभय आतभदव ह ऩयभातभ दव ह गरदव हभ भौत क ऩहर अभयता का अऩन असर सवरऩ का साातकाय कय र अऩन आऩको जान र अनमथा जगत का सफ जाना हआ अनजाना हो जामगा जगत का ऩामा हआ सफ ऩयामा हो जामगा ऐसी घकतडमाॉ आमगी कक हभ अऩन घय भ ह ऩयाम हो जामग अऩन ऩरयवाय ह ऩयाम हो जामग अऩन रयशत-नातो भ ह ऩयाम हो जामग रोग हभ शभशान भ र जामग चचता की बबकती आग इस शय य को जरामगी शय य को अशचगन जराम उसक ऩहर ह परब तमहाय ऻानाशचगन स हभाय भभताएॉ औय आसकतिमाॉ जर जाम ह गरदव आऩक उऩदश क परबाव स हभाया अहॊ फाचधत हो जाम रोग हभ शभशान भ छोड जाम उसक ऩहर हभ तभ तक ऩहॉच जाम ह परब तभ दमा कयना अऩन घय भ हभ ऩयाम हो जाम उसस ऩहर हभ तय घय ऩहॉच जाम तय दराय ऩहॉच जाम ह दवश ह जगद श असतो भा सदगभम तभसो भा जमोनतगभम भतमोभाऽभतॊ गभम

हभ असत आसकतिमो स फचा हभ असत वासनाओॊ स फचा हभ असत अहॊकाय स फचा असत समफनधो स हभ फचा असत इचछाओॊ स फचा ह भय सतम-सवरऩ परभ-सवरऩ आननद-सवरऩ ईदवय ह अनतमाभी ह भीया क कनहमा ह शफय क याभ ह नाभदव क ववटठर ह धनना क ठाकयजी ह मोचगमो की आतभा तय अननत नाभ ह अननत रऩ ह भ नह ॊ जानता तझ ककस ववचध रयझाऊॉ रककन त तो जानता ह

ह दमाननध परबो हभ असतम स ननकर सक मह हभाय फस की फात नह ॊ रककन तय करणा ऩय बयोसा ह तय कऩा ऩय बयोसा ह त हभ असतम अहॊकाय स असतम आसकतिमो स फचाकय ऩाय रगा द हभाय जीवन नमा असतम अहॊकाय स असतम आसकतिमो स असतम दह की भभता स हभाया जीवन फयफाद हआ जा यहा ह असतम ऩदाथो भ हभाया आमषम नदश हो यहा ह हभ अनधकाय स फचाकय अऩन परभ परकाश की ओय र चर ऻान-परकाश की ओय र चर अहॊ बरहमाशचसभ क खजान की ओय र चर

हभ कफ तक इस बवाटवी भ बटकना ऩडगा कफ तक सॊसाय क समफनधो भ उरझना ऩडगा कफ तक सॊसाय की सयकती हई चीजो क ऩीछ फयफाद होना ऩडगा

ह ऩयभातभा त हभ फर द त हभ अऩन सवबाव भ सभा र

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

हो गई यहभत तय ह पमाय सदगर ऩयभातभा भझ अऩनी आतभ-भसती भ थाभ रो भ सॊसारयमो क अऻान

भ कह ॊ फदर न जाऊॉ भोह-भभता भ कह ॊ कपसर न जाऊॉ

जसीॊ शचजम जान यह जसीॊ तन भ पराण यह परीत सॊधी डोय तो ऩास सयधी यह

डऩ आह भख इहो वञजो भताॊ तो खाॊ भाॊ ववछडी अञाॊ परीत सॊधी डोय सजण आह कचडी

जोयसाॊ जरजा अञाॊ नॊढडो ह फारक तफ तक जी भ जान ह तन भ पराण ह तफ तक भय साधना की डोय भय परीनत की

डोय तय तयप सयकती यह सयकती यह

इस फात का त खमार यखना

आ जया ननाॊ क सदक भझको सदगर थाभर ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

शचजसन फीजो को जभीन भ फो ददमा उसक फीज अननत गन हो गम रककन शचजसन फीजो को नतजोय भ फनद कयक यख ददमा उसक फीज सड गम

जीवन एक बीतय की फहती धाया ह फीज ऩषऩ खखरान क लरम ह ऐस ह आनतरयक फीज आतभऻान का पर खखरान क लरए ह ह इस सीॊचत यहना सावधानी क साथ छोट सकोभर ऩौधो की सया कयत यहना कह ॊ तमहाय साधना क ऩौध ऩषऩो भ ऩरयणत हए तरफना उखाड न ददम जाम इसलरए साधना क सॊसकायो को सॉबारत यहना आहाय की शवदध वमवहाय की शवदध ववचाय की शवदध का खमार यखना परनतददन थोडा फहत अभमास कयत यहना तो म सॊसकायरऩी फीज ऩौधो भ ऩरयणत होत जामग औय ऩौध ऩषऩ दन रगग

ऻान की चचनगाय को पॉ कत यहना जमोनत जगात यहना परकाश फढात यहना ऻानभत क आचभन को दरयमा क रऩ भ फदरत यहना सयज की ककयण को सयज की खफय तक र जाना सदगरओॊ क परसाद को सतम की परानदऱ तक ऩचात यहना

फडी कीभती करणा-कऩा ऩयभातभा की ह सहज भ लभर हई इस ददवम चीज का कह ॊ अनादय न कय फठना तरफना परमास क लभर हई भलमवान चीज का कह ॊ गलती स अऩवमम न कय फठना तरफना शरभ क ऩाम हए ह यो का भलम कह ॊ कॊ कडो स न कय फठना

शचजसक लरए हभ यात-यात बय जग थ घय फाय छोडकय गरओॊ क दराया ऩय बाग थ वह चीज आऩको सहज भ लभर यह ह इसका अनादय भत कय दना इसकी कीभत कह ॊ छोट भत कय दना गरओॊ क परसाद को फढात यहना सॉबारत यहना हाहा ह ह भ कह ॊ इस अभत को तरफखय भत दना

दननमाॉ क चाय ऩसो की रारच भ इस आधमाशचतभक कोह नय को कह ॊ फच भत दना साया ववदव दाॉव ऩय रग जाम कपय बी मह आधमाशचतभक साधना का ह या तमहाया अनभोर यतन ह साय ऩरथवी बी इसका फदरा नह ॊ चका सकती ह

वह ऩयभातभा का धन तमहाय रदम भ परववदश होता यह इस आतभ-खजान का तभ खमार यखना इसकी फडी समहार यखना मह ईदवय म अभानत तमह ददर की झोर भ द जा यह ह उस रौटाओ तो अचधक कयक रौटाना मह ऐसा खजाना ह कक शचजतना ददमा जा यहा ह उसस अननत गना रौटान ऩय बी तमहाय ऩास यततीबय कभ न होगा ऐसी अनठी मह अभानत ह

आधमाशचतभक सॊसकायो क फीज अदबत ढॊग स पट ननकरत ह औय अदबत ढॊग स ववसताय को ऩात ह

साकी की पमार ऩीकय खद भमखाना हो गमा हॉ वऩमा तो पमार बय शयाफ रककन हो गमा शयाफखाना लरमा तो चलर बय रककन हो

गमा सागय

ऩीकय शयाफ भलशद भ खद भखाना हो गमा हॉ मो व बरहमव जानानत तषाॊ दवानाॊ फलरॊ ववहनत

जो उस बरहम ऩयभातभा को जानता ह दवता रोग बी उसका ऩजन कयत ह शकर का आदय-ऩजन इनिदव कयत ह कमोकक शकर बरहमवतता का लशषम ह ऻानी का लशषम बी इनिदव दराया ऩजा जाता ह अगय तभ ऻानी फन जाओग अऩन आतभ-खजान को ऩा रोग तो ककतनी गरयभा होगी

बरकय बी इस खजान का भलम छोटा न कयना कह ॊ सॊसाय की नौकय चाकय को इतना भलम न द फठना कक इस अनभोर खजान को बर जाओ सॊसाय क काम-वमवहाय को इतना भलम न दना कक इस वासतववक खजान को सॉबारन का सभम ह न फच तमहाय ऩास ऐसा धोखा तभ भत खाना भन धोखा दगा कमोकक तभ भन क सवाभी होन क यासत जा यह हो भन अऩना जार तरफछामगा कई चार चरगा भन क तरफछाम हए जार भ चगन क लरए अनन नह ॊ ह भोती नह ॊ ह ववष क कण ऩड ह

हो सक तो भौन ह हो जाना नह ॊ तो इशाय स काभ रना फोरना ऩड तो दो चाय शबदो स काभ ऩया कयना बोजन भ एकाध गरास कभ खा रना नीॊद की एकाध झऩकी कभ स रोग तो बी काभ चर जामगा कबी ऐस ददन बी आ जामग कक तभ ऩाॉव ऩसाय कय सदा क लरए सो जाओग दननमाॉ क रोग ऩकायग चचलरामग तो बी तभ आवाज तक नह ॊ दोग भतम की रमफी नीॊद भ जान स ऩहर तभ मोगननिा भ सो रना सोत-सोत भ याभ भ आयाभ ऩा यहा हॉ इस बाव भ सो रना

परबात भ जफ उठो तफ थोडी दय शानत होकय फठ यहना आतभधमान भ गोता भायना फाद भ ह तरफसतय का तमाग कयना नीॊद भ स उठकय चाय-ऩाॉच लभनट आतभ-चचनतन कयत हए तरफसतय ऩय फठ यहना फहत दहतावह ह ॐॐॐ

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

बजन भान कमा शचजस कभ स शचजस शरवण स शचजस चचनतन स शचजस जऩ स शचजस सवा स बगवदाकाय ववतत फन उस बजन कहा जाता ह

सॊसाय की आसकति लभटान क लरए बजन की आसकति अतमॊत आवशमक ह साय ऻानो व फरो का जो आधाय ह वह आतभफर व आतभऻान ऩाना ह जीवन का उददशम हो जीवन का सम ढरन स ऩहर जीवनदाता भ परनतवदषत हो जाओ अनमथा ऩछताना ऩडगा असपरता औय दफरता क ववचाय उठत ह उस बगवननाभ स औय ऩावन ऩसतको क अधममन स हटा ददमा कयो

अम भानव ऊठ जाग अऩनी भहानता को ऩहचान कफ तक बवाटवी भ बटकगा जो बगवान वकणठ भ करास भ औय ऋवषमो क रदम भ ह वह क वह उतन क उतन तय ऩास बी ह ऊठ जाग अऩन पमाय को ऩहचान सतसॊग कयक फवदध को फढा औय ऩयबरहम ऩयभातभा भ परनतवदषत हो जा

शाफाश वीय शाफाश दहमभत साहस जो कछ कय ऩयभातभा को ऩान क लरए कय मह तझ ऩयभातभा भ परनतवदषत ऩरषो तक

ऩहॉचा दगा औय त बी ऩयभातभा भ परनतवदषत हो जामगा

ॐ ऩजमऩाद सॊत शरी आसायाभजी फाऩ क सतसॊग परवचन स ॐ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

अनकरभ

Page 9: आत्भमग - Hariom Group · 2016. 1. 15. · क *ई ऩुि नह 2, भय कई ऩत्नी नह , भया कई ऩनत नह , भया कई बाई

बवसागय का ककनाया वयागम

आतभा ऩयभातभा ववषमक ऻान परादऱ कयक ननतम आतभा की बावना कय अऩन शादवत सवरऩ की बावना कय अऩन अनतमाभी ऩयभातभा भ आननद ऩाम अऩन उस अखणड एकयस भ उस आननदकनद परब भ उस अदरत-सतता भ अऩनी चचततववतत को सथावऩत कय रऩ अवरोक भनसकाय तथा दशम ददशा दशन म चचतत क पयन स होत ह ववदव तजस पराऻ जागरत सवपन औय सषनदऱ म सफ शचजसस परकालशत होत ह उस सफस ऩय औय सफका अचधदषान जो ऩयभातभा ह उस ऩयभातभा भ जफ परीनत होती ह तफ जीव ननवासननक ऩद को परादऱ होता ह ननवासननक होत ह वह ईदवयतव भ परनतवदषत होता ह कपय फाहय जो बी चदशा कय रककन बीतय स लशरा की नाई सदा शानत ह वलशदषजी कहत ह- ह याभ जी ऐस ऻानवान ऩरष शचजस ऩद भ परनतवदषत होत ह उसी भ तभ बी परनतवदषत हो जाओ

शचजसका चचतत थोडी-थोडी फातो भ उददरगन हो जाता ह घणा याग दरष दहॊसा मा नतयसकाय स बय जाता ह वह अऻानी ह ऻानी का रदम शानत शीतर अदरत आतभा भ परनतवदषत होता ह हभ रोगो न वह परसॊग सना ह कक

भॊकी ऋवष न खफ तऩ ककमा तीथमािा की उनक कषाम ऩरयऩकव हए अथात अनतकयण शदध हआ ऩाऩ जर गम व जा यह थ औय वलशदषजी क दशन हए उनक भन भ था कक साभन धीवयो क ऩाॉच-सात घय ह वहाॉ जाकय जरऩान करॉ गा व क नीच आयाभ ऩाऊॉ गा

वलशदषजी न कहा ह भाग क भीत अऻानी जो आऩ जरत ह याग-दरष भ हम-उऩादम भ जरत ह उनक ऩास जाकय तभको कमा शाशचनत लभरगी जस ककसी को आग रग औय ऩटरोर ऩॊऩ क पववाय क नीच जाकय आग फझाना चाह तो वह भख ह ऐस ह जो आऩस भ याग-दरष स जरत ह जो सॊसाय की आसकतिमो स फॉध ह उनक सॊऩक भ औय उनकी फातो भ आकय ह शचजऻास तय तऩन नह ॊ लभटगी तय तऩन औय याग-दरष औय फढग

ह भॊकी ऋवष तभ ऻानवानो का सॊग कयो भ तमहाय रदम की तऩन लभटा दॉगा औय अकतरिभ शाशचनत दॉगा सॊसाय क बोगो स सॊसाय क समफनधो स जो शाशचनत लभरती ह वह कतरिभ शाशचनत ह जफ जीव अनतभख होता ह जफ ऩयभातभालबभख होता ह चचतत शानत होता ह तफ जो शाशचनत लभरती ह वह आशचतभक शाशचनत ह

वासनावार को अशाशचनत ह वासना क अनरऩ वसत उस लभरती ह तो थोडी दय क लरए शाशचनत होती ह रोबी को रऩमो स रगाव ह रऩम लभर गम तो खशी हो गमी बोगी को बोग लभर तो खशी हो गमी साधक ऐसी कतरिभ शाशचनत ऩाकय अऩन को बागमवान नह ॊ भानता साधक तो फाहय की चीज लभर मा न लभर कपय बी बीतय का ऩयभातभ-ऩद ऩाकय अऩना जीवन धनम कयता ह वह अकतरिभ शाशचनत परादऱ कयता ह

सॊसाय का तट वयागम ह वववक ऩदा होत ह वयागम का जनभ होता ह शचजसक जीवन भ वयागमरऩी धन आ गमा ह वह धनम ह

वलशदषजी कहत ह- ह भॊकी ऋवष तभ सॊसाय क तट ऩय आ गम हो अफ तभ भय वचनो क अचधकाय हो

बरहमवतता भहाऩरषो क वचनो का अचधकाय वह हो सकता ह शचजसन वववक औय वयागमरऩी सॊऩवतत ऩा र ह शचजसन वववक स सॊसाय की असायता दख र ह शचजसन वववक स शय य की णबॊगयता दख र ह ऐसा वववकपरधान जो साधक होता ह उसको वयागम उतऩनन होता ह वयागमरऩी धन स शचजसका चचतत सॊसकत हो गमा ह उस आतभऻान क वचन रगत ह जो भढ ह ऩाभय ह व ऻानवानो क वचनो स उतना राब नह ॊ र ऩात शचजतना वववकी औय वयागमवान र ऩाता ह

भॊकी ऋवष वववक-वयागम स सॊऩनन थ वलशदषजी का दशन कयक उनको अकतरिभ शाशचनत का एहसास हआ व कहन रग

बगवन आऩ सशय य ददख ऩडत हो रककन आकाश की नाई शनम रऩ हो आऩ चदशा कयत ददख ऩडत हो रककन आऩ चदशा स यदहत हो आऩ साकाय ददखाई दत हो रककन आऩ अनॊत बरहमाणडो भ पर हए ननयाकाय तवव हो ह भननशादर आऩक दशन स चचतत भ परसननता छा जाती ह औय आकषण ऩदा होता ह वह आकषण ननदोष आकषण ह सॊसारयमो की भराकात स चचतत भ ोब ऩदा होता ह सम का तज होता ह वह तऩाता ह जफकक आऩका तज रदम भ ऩयभ शाशचनत दता ह ववषमो का औय सॊसाय रोगो का आकषण चचतत भ ोब ऩदा कयता ह औय आऩ जस ऻानवान का आकषण चचतत भ शाशचनत ऩदा कयता ह जफकक ऻानी का आकषण ऩयभातभा क गीत गॉजाता ह बीतय की शाशचनत दता ह आननद दता ह ऩयभातभा क परसाद स रदम को बय दता ह

ह भनीदवय आऩका तज रदम की तऩन को लभटाता ह आऩका आकषण बोगो क आकषण स फचाता ह आऩका सॊग ऩयभातभा का सॊग कयानवारा ह अऻाननमो का सॊग द खो औय ऩाऩो का सॊग कयान वारा ह जो घकतडमाॉ ऻानी की ननगाहो भ फीत गई जो घकतडमाॉ ऩयभातभा क धमान भ फीत गई जो घकतडमाॉ भौन भ फीत गई जो घकतडमाॉ ऩयभातभा क परसाद भ फीत गई व अकतरिभ शाशचनत की घकतडमाॉ ह व घकतडमाॉ जीवन की फहभलम घकतडमाॉ ह

ह भननशादर आऩ कौन ह मदद भझस ऩछत हो तो भ भाणडवम ऋवष क कर भ उतऩनन हआ भॊकी नाभक बराहमण हॉ सॊसाय की नदवयता दखकय सॊसाय क जीवो को हम औय उऩादम गरहण औय तमाग (छोडना-ऩकडना) स जरत दखकय भ सतम को खोजन गमा कई तीथो भ गमा ककतन ह जऩ-तऩ ककम कई वरत औय ननमभ ककम कपय बी रदम की तऩन न लभट

जऩ तऩ वरत औय तीथ स ऩाऩ दय होत ह कषाम ऩरयऩकव होत ह कषाम ऩरयऩकव हए ऩाऩ दय हए तो ऻानी का सॊग होत ह अकतरिभ शाशचनत लभरन रगती ह आननद आन रगता भौन भ परवश होन रगता ह साधक अरख ऩरष भ जगन क मोगम होता ह

भॊकी ऋवष वलशदषजी का सॊग ऩाकय अकतरिभ शाॊनत को परादऱ हए बीतय क परसाद को उऩरबध हए ऩयभातभा-ववशराशचनत ऩामी ऩयभातभ-ववशराशचनत स फढकय जगत भ औय कोई सख नह ॊ औय कोई धन नह ॊ औय कोई सामराजम नह ॊ

व घकतडमाॉ धनम ह शचजन घकतडमो भ ऩयभातभा की परीनत ऩयभातभा का चचनतन औय ऩयभातभा का धमान होता ह

परनतददन अऩन अनतकयण का ननभाण कयना चादहए अऩन अनतकयण भ ऩयभातभा का ऻान बयकय उसका चचनतन कयन स अनतकयण का ननभाण होता ह अऻान स अऻाननमो क सॊग स अऻाननमो की फातो स अनतकयण भ अववदया का ननभाण होता ह औय जीव द ख का बागी फनता ह

चचतत भ औय वमवहाय भ शचजतनी चॊचरता होगी शचजतनी अऻाननमो क फीच घसपस होगी शचजतनी फातचीत होगी उतना अऻान फढगा शचजतनी आतभचचा होगी शचजतना तमाग होगा दसयो क दोष दखन क फजाम गण दखन की परववतत होगी उतना अऩन जीवन का कलमाण होगा

अगय हभ अऩन जीवन की भीभाॊसा कयक जानना चाह कक हभाया बववषम अनधकायभम ह कक परकाशभम ह तो हभ जान सकत ह दख सकत ह ककसी वमकति को दखत ह उसस वमवहाय कयत ह तफ उसक दोष ददखत ह तो सभझो हभाया जीवन अनधकायभम ह कोई ककतना बी हभाय साथ अनचचत वमवहाय कयता ह कपय बी हभ अऩना दोष ददख औय उसक गण ददख तो सभझ रना कक हभाया बववषम उजजवर ह इसस बी उजजवर जीवन वह ह शचजसभ न गण ददख न दोष ददख सॊसाय सवपन जसा बासन रग सॊसाय को सवपन-सा दखन वारा अऩना आऩा ऩयभातभा भ ववशराभ ऩाव ऐसी पमास ऩदा हो जाम तो सभझ रना कक बववषम फडा सहावना ह फडा भॊगरकाय ह इस फात ऩय फाय-फाय धमान ददमा जाम

दवताओॊ भ चचा चर कक इस सभम ऩरथवी ऩय सफस शरदष ऩरष कौन ह सवगण-समऩनन कौन ह पराणी भाि भ गण दखनवारा कौन ह सवशरदष वमकतितव यखन वारा कौन ह

इनि न कहा कक इस सभम ऩरथवी ऩय ऐस ऩयभ शरदष ऩरष शरीकषण ह उनको ककसी क दोष नह ॊ ददखत अवऩत गण ह ददखत ह व पराणी भाि का दहत चाहत ह उनक भन भ ककसी क परनत वय नह ॊ शरीकषण जसा अदबत वमकतितव शरीकषण जसा गणगराह ऩन इस सभम ऩरथवी ऩय औय ककसी क ऩास नह ॊ ह इस परकाय इनि न शरीकषण की दवदश का उनक वमकतितव का खफ आदय स वणन ककमा

एक दव को कतहर हआ कक शरीकषण ककस परकाय अनॊत दोषो भ बी गण ढॉढ ननकारत ह वह दवता ऩरथवी ऩय आमा औय जहाॉ स शरीकषण गवारो क साथ गजयन वार थ उस यासत भ फीभाय योगी कतता होकय बलभ ऩय ऩड गमा ऩीडा स कयाहन रगा चभडी ऩय घाव थ भशचकखमाॉ लबनलबना यह ॊ थीॊ भॉह पटा यह गमा था दगनध आ यह थी उस दखकय गवारो न कहा नछ नछ मह कतता ककतना अबागा ह इसक ककतन ऩाऩ ह जो द ख बोग यहा ह

शरीकषण न कहा दखो इसक दाॉत ककतन अचछ चभकदाय ह मह इसक ऩणमो का पर ह

ऐस ह द ख-दद भ योग भ ऩयशानी भ वविोह भ औय अशाॊनत क भौक ऩय बी शचजसभ गण औय ऩयभ शानत ऩयभातभा दखन की उतसकता ह शचजसक ऩास ऐसी ववधामक ननगाह ह वह आदभी ठीक ननणामक होता ह ठीक ववचायक होता ह रककन जो ककसी ऩय दोषायोऩण कयता ह बोचगमो की हाॉ भ हाॉ लभरता ह ऻानवानो की फातो ऩय धमान नह ॊ दता सॊसाय भ आसकति कयता ह अऩन हठ औय दयागरह को नह ॊ छोडता उस आदभी का बववषम अनधकायभम हो जाता ह

शासतर न कहा फदध परॊ अनागरह फवदध का पर कमा ह फवदध का पर ह बोगो भ औय सॊसाय की घटनाओॊ भ आगरह नह ॊ यहना फडा लसदध हो तरिकार ऻानी हो रककन हम औय उऩादम फवदध हो तो वह तचछ ह

हम औय उऩादम फवदध कमा ह हम भान तमाजम उऩादम भान गराहय जफ जगत ह लभरथमा ह तो उसभ मह ऩाना ह मह छोडना ह मह कयना ह मह नह ॊ कयना ह ऐसी फवदध जफ तक फनी यहगी तफ तक वह फवदध अकतरिभ शाशचनत भ दटकगी नह ॊ अकतरिभ शाशचनत भ दटकन क लरए हमोऩादम फवदध का तमाग कयना ऩडता ह तमाजम औय गराहय की ऩकड न हो

पर खखरा ह ठीक ह दख लरमा फरफर गीत गा यह ह ठीक ह सन लरमा रककन कर बी पर खखरा हआ यह फरफर गाती हई सनाई ऩड योट ऐसी ह लभरती यह पराना आदभी ऐसा ह वमवहाय कय परानी घटना ऐसी ह घट ऐसा आगरह नह ॊ जफ जगत ह लभरथमा ह तो उसकी घटनाएॉ कस सतम हो सकती ह जफ घटनाएॉ ह सतम नह ॊ तो उसक ऩरयणाभ कस सतम हो सकत ह जो बी ऩरयणाभ आमग व फदरत जामग ऐसी ऻान-दवदश शचजसन ऩा र गरओॊ क ऻानमि वचनो को शचजसन ऩकड लरमा वह साधक बीतय की मािा भ सपर हो जाता ह

बरहमवतता की अधमातभ-ववदया फयसती यह रककन साधक भ अगय वववक-वयागम नह ॊ ह तो उतना राब नह ॊ होता फयसात सडको ऩय फयसती यह तो न खती होती ह न हरयमार होती ह ऐस ह शचजनका चचतत दोषो स अहॊकाय स बोगो स कठोय हो गमा ह उन ऩय सॊतो क वचन इतनी हरयमार नह ॊ ऩदा कयत शचजनक चचतत वववक-वयागम स जीता गमा ह उनको ऻानी सॊतो क दो वचन बी घडीबय की भराकात बी रदम भ फडी शाशचनत परदान कयती ह

भॊकी ऋवष का रदम वववक वयागम स जीता हआ था वलशदषजी की भराकात होत ह उनक चचतत भ अकतरिभ शाशचनत आननद आन रगा शचजतनी घकतडमाॉ चचतत शानत होता ह उतनी घकतडमाॉ भहातऩ होता ह चचतत की ववशराशचनत फहत ऊॉ ची चीज ह हमोऩादम फवदधवार को चचतत की ववशराशचनत नह ॊ लभरती मह छोड कय वहाॉ जाऊॉ औय सखी होऊॉ मह हम-उऩादम फवदध ह जो जहाॉ ह वह ॊ यहकय हमोऩादम फवदध छोडकय बीतय की मािा कयता ह तो वह ऊॉ च ऩद को ऩाता ह जो छोडन ऩकडन भ रगा ह तो वह वकणठ भ जान क फाद बी शाशचनत नह ॊ ऩाता

इसलरम हमऩादम फवदध छोड द शचजस सभम जो पज ऩड शचजस सभम गर औय शासतर क सॊकत क अनसाय जो कततवम कयन का हो वह मॊि की ऩतर की नाई कय लरमा रककन दसय ह ण अऩन को कतता-धतता न भान जस लभटटी भ फठत ह कपय कऩड झाड कय चर दत ह इसी परकाय वमवहाय कयक सफ छोड दो कतवव चचतत भ न आ जाम कतववबव औय बोितवबाव अगय ह तो सभाचध होन क फाद बी ऩतन की कोई सॊबावना नह ॊ अदशावकर भनन कहत ह-

अकततवॊ अबोितवॊ सवातभनो भनमत मदा तदा ीणा बवनतमव सभसताशचदळततवततम

जफ ऩरष अऩन आतभा क अकतताऩन को औय अबोिाऩन को भानता ह तफ उसकी समऩण चचततववततमाॉ कयक नाश होती ह

चचतत भ जफ अकततव औय अबोितव कक ननदषा जभन रगती ह तो वासनाएॉ ीण होन रगती ह कपय वह ऻानी मॊि की ऩतर की नाई चदशा कयता ह

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

आतभ-अवगाहन

तमहाय शचजतनी घकतडमाॉ ऩयभातभा क धमान भ फीत जाम व साथक ह शचजतनी दय भौन हो जाम वह कलमाणपरद ह दवास की गनत शचजतनी दय धीभी हो जाम वह दहतावह ह भॊगरकाय ह

फठत वि हभाया दवास नालसका स फायह उॊगर तक फाहय जाता ह चरत सभम अठायह सोत सभम चौफीस उॊगर तक दवास का पपकाय जाता ह औय भथन क सभम तीस उॊगर तक दवास की ऊजा खतभ होती ह फठन की अऩा धमान भ दवास फहत कभ खच होती ह इसस भन बी शानत होता ह आमषम बी फढता ह कछ दवास कभ खच होन क कायण भानलसक व फौवदधक थकान बी उतयती ह

शचजतनी दय हो सक उतनी दय शानत फठ यहो तमहाय दवास की गनत भनद होती चर जामगी सववगण फढता जामगा सॊकलऩ पलरत होन रगग धमान कयत-कयत दवास की रॊफाई

कभ हो जाम फायह उॊगर क फदर दस उॊगर हो जाम तो तमह दादय आदद लसवदधमाॉ परादऱ होन रगती ह नौ उॊगर तक दवास चरन रग तो थोडा-सा ह ननहायन भाि स शासतरो क यहसम सभझन रग जाओग आठ उॊगर तक दवास की रमफाई यह जाम तो तभ दवताओॊ की भसरत को जानन रग जाओग दसयो क चचतत को ऩढ रो ऐसी मोगमता ननखयन रगती ह

ऩाॉच-छ उॊगर तक पपकाय ऩहॉच ऐसा दवास फन जाम तो तमहाया चचतत खफ शाशचनत औय आननद का अनबव कयन रगगा तमहाय शय य क वामबरशन सववपरधान होन रगग दवास की गनत चाय उॊगर तक आ जाम तो अनऩभ ओज की परानदऱ होती ह तीन मा दो उॊगर तक दवास की रॊफाई आ जाम तो सववकलऩ सभाचध रग सकती ह एक उॊगर तक दवास आ जाम तो आननदानगत सभाचध की उऩरशचबध हो जाती ह अगय दवास बीतय ह थभ जाम तो कवर कमबक की उचच दशा ननववकलऩ सभाचध तक परादऱ हो जाती ह तफ साधना कयन वारा साधक नह ॊ फचता वह लसदध हो जाता ह

धमान कयत वि दखन भ तो तभ चऩ फठ हो रककन बीतय फहत कछ मािा कय यह हो फाहय स नासभझ रोग फोरग कक मह कछ नह ॊ कय यहा ह रककन आऩक दराया वासतव भ फहत कछ फदढमा हो यहा ह वषो तक भजदय कयक फाहय का अथक ऩरयशरभ कयक जो न कभा सक हो वह इन धमान क णो भ कभा रत हो मगो तक जनभत-भयत आम हो रककन उस सतमसवरऩ ऩयभातभा क कय फ नह ॊ जा ऩाम हो वहाॉ अफ फठ-फठ भौन औय धमान क णो भ जा यह हो चऩचाऩ फठ-फठ तमहाया भन उस आननद क सागय ऩयभातभा क कय फ जा यहा ह

धमानावशचसथत तद गतन भनसा ऩशमशचनत मॊ मोचगन मषाॊ तॊ न ववद सयासयगणा दवाम तसभ नभ

धमान कयत सभम दवासोचछवास की गनत को ननहायत जाओ दढ सॊकलऩ दोहयात जाओ कक भया चचतत ऩयभातभा भ शानत हो यहा ह भय चचतत की चॊचरता लभट यह ह ऩाऩ औय सॊताऩ लभट यह ह कभो क कसॊसकाय ऩयभातभा क ऩववि धमान भ धर यह ह भय ददर की चनरयमा यॊगी जा यह ह ऩयभातभा क यॊग स

भय साहफ ह यॊगयज चनय भोय यॊग डाय धोए स छट नह ॊ ददन ददन होत सयॊग

दो बौहो क फीच आऻाचकर भ धमान कयत जाओ वहाॉ अऩन इदश दवी-दवता मा ककसी वपरम ऩीय पकीय अथवा पमाय सदगर क ववगरह क धमान कयो ॐकाय की यिवणी आकनत का बी धमान कय सकत हो

आऻाचकर भ धायणा कयन स फहत साय शकतिमो का ववकास होता ह ऻान का अथाह खजाना खरन की कॉ जी वहाॉ छऩी ह वहाॉ धमान कयत हए ॐकाय का द घ सवय स गॊजन कयत जाओ ऩय ननबमता औय साहस को अऩन योभ-योभ भ बय जान दो चचनता बम शोक अशाशचनत की कलऩनाओॊ को ॐकाय की ऩववि गदा स बगा दो

ऐ बम ऐ चचनता ऐ ऩयशानी दय हटो अफ हभ आतभ-खजाना लभर यहा ह ॐकाय की ऩववि गदा हभाय हाथ भ ह ऐ चचनताएॉ तमह हभ चकनाचय कय दग ॐ

ऐ दफर ववचाय ऐ दफर चचतत तझभ ॐकाय का साभरथम बया जा यहा ह अफ दफरता छोड ॐ

ओ नकायातभक ववचाय ओ असपरता की कलऩनाएॉ दय हटो अननत बरहमाणडो का सवाभी ऩयभातभा हभाय साथ औय हभ बमबीत ईदवय की असीभ शकतिमाॉ हभस जडी हई औय हभ चचशचनतत नह ॊकबी नह ॊ ॐॐॐॐॐ

ऐ चचनताएॉ ऐ दफर ववचाय दय हटो हभ ऩववि ॐकाय की गदा रकय तमह कचर डारग हभाय साथ जगतननमनता ऩयभातभा हभाय रदम भ सवशकतिभान ईदवय औय ऐ दफर ववचाय त हभ दफर ककम जा यहा ह ॐॐ

बम शोक चचनता को जया बी सथान नह ॊ सदव तमहाय चचतत भ ऩयभातभा की शकति भौजद ह अऩना चचतत परसनन यखो कपय तभस ऩववि काम अऩन आऩ होन रगग अऩन चचतत को ऩयभातभा क साथ जोडा कयो कपय तभ जो बी कयोग वह ऩयभातभा की ऩजा हो जामगी वासनाओॊ को दय प क दो चचनताओॊ औय ननफरताओॊ को दय बगा दो उस परभासऩद ऩयभातभा भ अऩन चचतत को ऩरयतदऱ होन दो ॐआनॊद ॐआननद ॐॐॐ

भ छई भई का ऩड नह ॊ जो छन स भयझा जाता ह भ वो भाई का रार नह ॊ जो हौवा स डय जाता ह

बम आकाॊा घणा चचनता तभ दय हटो ह दहॊसा त दय हट भझ परभ क ऩववि लसॊहासन ऩय ववयाजभान होन द ऐ सॊसाय की आसकति अफ दय हट हभ अऩन आतभबाव भ जग जा यह ह ॐॐॐ

फर ह जीवन ह दफरता ह भौत ह दफर ववचायो को दय हटात जाओ आतभफर आज का परबात आतभपरकाश का परबात हो यहा ह ॐॐॐ

ऐ चचतत की चॊचरता औय भन की भलरनता अफ त ॐकाय क ऩावन परकाश क आग कमा दटकगी ॐॐॐ

ननबमताननशचदळॊतता ननशचषपकयता फऩयवाह ऩय खदाईजम जम

जफ तक नह ॊ जाना था तफ तक ईदवय था औय जफ जाना तो भयआतभा का ह वह नाभ था

बराहमी शचसथनत परादऱ कय काम यह ना शष भोह कबी ना ठग सक इचछा नह ॊ रवरश

नदवय दननमाॉ की कमा इचछा कयना अऩन याभ भ भसत ॐॐॐ

फयस यह ह बगवान की कऩा फयस यह ह ईदवय की अभीदवदश खदाई नय तमहाया योभ-योभ आतभफर स जगता जाम ॐॐॐ

बावना कयो कक हवाई जहाज की नाई शय य भ शकति ऊऩय उठ यह ह आऩ चचदाकाश की ओय ऊऩय उठ यह ह नासभझी क कायण बम शोक औय चचनताओॊ न हभाय भन को घय यखा था हभ भन क बी ददशा औय सदशा ह हभ इशचनिमो औय भन क सवाभी ह हभ दह भ यहत हए बी ववदह आतभा ह हभ चतनम ह जो कफीय भ गनगनामा था जो शरीकषण भ भसकयामा था जो याभदास भ चभका था जो याभकषण भ धमान का यस टऩका यहा था वह आतभा हभाय ऩास ह नह ॊ नह ॊ वह आतभा हभ ह ॐॐॐ

ऐ इनसान याहनभा गररोग तझ अऩनी असलरमत भ जगात ह त इनकाय भत कयना व तझ अऩनी भदहभा भ जगात ह त सनदह भत कय बम औय चचनता भत कय ॐॐॐ

जीवन की सषदऱ शकतिमाॉ जग यह ह जीवन का अधोगभन फदरकय ऊधवगभन हो यहा ह हभ ऊऩय की ओय उठ यह ह हभाया तन औय भन आशचतभक फर स सयाफोय हो यहा ह आज क ऩावन ऩव ऩय आतभसवरऩ भ जगन का सॊकलऩ कयग तमहाय भ अथाह सॊकलऩ का सामराजम ह ईदवय की अदबत सॊकलऩ की साभरथमर रा तमहाय भ छऩी हई ह तभ उस जगन दो कबी दफर ववचाय भत आन दो कबी नकायातभक ववचाय भत आन दो ॐॐॐ

जफ तक दहालबभान की नालरमो भ ऩड यहोग तफ तक चचनताओॊ क फनडर तमहाय लसय ऩय रद यहग तमहाया अवताय चचनताओॊ क जार भ पॉ स भयन क लरए नह ॊ हआ ह तमहाया जनभ सॊसाय की भजदय कयन क लरए नह ॊ हआ ह हरय का पमाया होन क लरए हआ ह हरय को बज सो हरय का होम खवाभखाह चाचा लभटकय बतीजा हो यह हो दफर ववचायो औय कलऩनाओॊ की जार भ फॉध यह हो कफ तक ऐसी नादानी कयत यहोग तभ ॐॐॐ

ववदयतशकति गरतवाकषण की शकति इरकटराननकस की शकति तथा अनम कई शकतिमाॉ दननमाॉ भ सनी गई ह रककन आतभशकति क आग म शकतिमाॉ कछ नह ॊ वह आतभशकति हभ ह ॐॐॐ

अऩन ददर भ आतभ-सनदह असॊबावना मा ववऩय त बावना होन क कायण हभ उस हक स जदा हो गम ह

तीन परकाय क आवयण होत ह असववाऩादक आवयण अबानाऩादक आवयण औय अनाननदाऩादक आवयण

असववाऩादक आवयण शासतर क शरवण स दय होता ह अबानाऩादक आवयण भनन स दय होता ह अनाननदाऩादक आवयण आतससवरऩ भ गोता रगान स दय हो जाता ह ॐॐॐ

फर दहमभतशकति चगडचगडाना नह ॊ ह फरवान होना ह ॐॐॐ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

भानलसक ढॊग स ॐकाय का जऩ कयत जाओ ॐकाय की आननददामी शाशचनत भ खोत जाओ भरभधम भ सवऩातक-नाशक आतभफर-वधक आतभऻान का परकाश कयन वार ॐ का धमान कयत जाओ बावना स भरभधम क गगनऩट ऩय रार यॊग क ॐकाय को अॊककत कय दो आनतय भन भ ॐकाय का गॊजन होता जाम

खफ शाशचनत भ डफत जाओ अऩन शानत सवबाव भ बरहमबाव भ ऩयभातभ-सवबाव भ ऩरयतनदऱ सवबाव भ शानत होत जाओ अनबव कयत जाओ कक सवोऽहभ लशवोऽहभ आतभसवरऩोऽहभ चतनमऽहभ भ चतनम हॉ भ सवि हॉ भ सफभ हॉ भ ऩरयऩण हॉ भ शाॊत हॉ ॐॐॐ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

साधक को अऩन दोष ददखन रग जाम तो सभझो उसक दोष दय हो यह ह दोष अऩन आऩ भ होत तो नह ॊ ददखत अऩन स ऩथक ह इसलरए ददख यह ह जो बी दोष तमहाय जीवन भ हो गम हो उनको आऩ अऩन स दय दखो ॐ की गदा स उनको कचर डारो आतभशाशचनत क परवाह भ उनह डफा दो

ॐ का गॊजन बीतय होता जाम अथवा ॐ शाशचनत ॐ शाशचनत शाशचनत शाशचनत ऐसा भानलसक जऩ कयत हए आतभा भ ववशराशचनत ऩात जाओ

ॐ क अथ का चचनतन कयो इसस भनोयाज ननिा तनिा यासासवाद आदद ववघनो स फच जाओग

आतभशाशचनत भ चचतत को डफात जाओ चचतत की ववशराशचनत साभरथम की जननी ह चचतत की ववशराशचनत अऩन सवरऩ की खफय दन वार ह चचतत की ववशराशचनत सददमो स बटकत हए जीव को अऩन लशव-सवबाव भ जगा दती ह हजाय तीथो भ जान स हजायो हवन कयन स हजाय वरत यखन स वह ऩद नह ॊ लभरता जो चचतत की ववशराशचनत स लभरता ह

उऩदश व सतसॊग सनन का धमान कयन का पर मह ह कक सन हए सतमसवरऩ ऩयभातभा क कय फ र जान वार वचन धमान क दराया दढ होत जाम सनी हई आतभा-ऩयभातभा की भदहभा धमान क दराया अनबव भ आन रग जाम सना हआ सतसॊग कवर सनान वार का ह न यह वह हभाया बी हो जाम मह तो धमान का परमोजन ह

भ ककतना शानतसवरऩ था भझ ऩता न था भ ककतना परभसवरऩ था भझ ऩता न था

सवग क दवो को कछ ऩान क लरए कभ कयना ह तो उनह ऩरथवी ऩय आना ऩडता ह मह कभबलभ ह सफ कभो का जो साय ह उस सायबत भोभाग भ हभ रग ह साय कभ-धभो का अक ह आतभशाशचनत हभ उस ऩयभाननद ऩद की मािा भ सॊरगन हो यह ह धमान का एक-एक ण अदबत ऩणम अशचजत कया यह ह ऩयभातभा भ डफन का सअवसय द यह ह

अऩन इदश को अऩन ऩणमो को धनमवाद दो ॐॐॐ

जो फवदधभान ह व जानत ह कक कफ फोरना ककतना फोरना परऻावान रोग शाशचनत औय आननद क लरए फोरत ह परभ औय परसाद क लरए फोरत ह परभ तो कवर ऩयभातभा भ हो सकता ह औय परसाद कवर उसी का वासतववक परसाद ह शचजसस सफ द ख ननवतत हो जात ह

दढ बावना कयो कक भ सफ हॉ ववशार आकाश की नाई सववमाऩक हो यहा ह भ चचदाकाश-सवरऩ हॉ सम औय चाॉद भझभ रटक यह ह भ चचदाकाश सवरऩ हॉ सम औय चाॉद भझभ रटक यह ह सफ ताय भझभ दटभदटभा यह ह इतना भ ववशार हॉ कई याजा-भहायाजा इस आकाशसवरऩ चतनम भ आ-आकय चर गम भ वह आकाश हॉ भ सववमाऩक हॉ भ कोई ऩरयशचसथनत नह ॊ हॉ रककन सफ ऩरयशचसथनतमो को ऩहचाननवारा आधायसवरऩ आतभा हॉ आननद औय शाशचनत भया अऩना सवबाव ह

इस परकाय अऩनी ववतत को ववशार ववशार गगनगाभी होन दो

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

अऩन ददर भ ॐका ऩयभ ऩावन फीजभॊि का अतमॊत ऩववि ऩयभातभसवरऩ का धमान कयत हए रदम को ऩयभ चतनम अवसथा स शीतर आननद स ऩरयऩण कयत जाओ जस ककसी कोठय भ परकाश पर जाता ह ऐस ह रदम भ चचदाकाश-सवरऩ चचदघन ऩयभातभा-सवरऩ ॐ का चचनतन कयत ह रदम ननभर चचदाकाशवत सवचछ हो यहा ह

ददर भ शाशचनत व परसननता वमादऱ हो यह ह ऐसी दढ बावना क साथ आतभ-शाशचनत भ आतभानॊद भ डफत जाओ अदबत ईदवय म आहलाद को बीतय बयत जाओ वाह वाह

चचदानॊदरऩ लशवोऽहभ लशवोऽहभ परभसवरऩ ऩयभातभ-यस भ रदम ऩरयतनदऱ का अनबव कयता जाम धमान नह ॊ कयना

अऩन आननदभम सवबाव को माद कयक जग जाना ह सवसथ हो जाना ह

भ आननदसवरऩ सखसवर चतनमसवरऩ अऩन सवबाव भ जग यहा हॉ वाह वाह भया सवबाव ह परसननताऩण ह अनतकयण जफ भया चचनतन कयता ह तफ परसनन होता ह अनतकयण जफ भय कय फ आता ह तफ आनशचनदत होता ह आननदो बरहम बरहमनत ऩयभातभन आननद ह बरहम ह कीतन क दराया आननद आम मोग क दराया आननद आम ववदया क दराया आननद आम ऻान क दराया आननद आम म सफ भय ह सवरऩ ह

रदम जफ भय कय फ होता ह भय चचनतन भ होता ह तो भ उस आननद स बय दता हॉ रदम जफ अनम ववषमो की ओय जाता ह तफ भ सववमाऩक आननदसवरऩ होत हए बी वह आननद नह ॊ र ऩाता ॐॐॐ

भझभ याग कहाॉ भझभ दरष कहाॉ भझभ कतताऩन कहाॉ भझभ बोिाऩन कहाॉ भझभ नात औय जात कहाॉ म सफ भन की कलऩनाएॉ थी भनीयाभ का खखरवाड था भन का फना हआ जार था अऩन आतभ-लसॊहासन ऩय फठकय ननहायता हॉ तो भन क जार का कोई

परबाव नह ॊ ह भन की कोई सतता नह ॊ ह भय सतता रकय भन जार फन यहा था भय दवदश उस ऩय ऩडत ह वह शभा गमा जार फनना छोड ददमा ॐॐॐ

चचदाननदरऩ लशवोऽहभ लशवोऽहभ ऩणोऽहभ ऩयभाननदसवरऩोऽहभ

योभ-योभ ऩावन हो यहा ह भय अऩन सवबाव स मह शय य बी ऩावन हो यहा ह भय चचदाननद सवबाव स इस शय य स छकय जो हवाएॉ जाती ह व बी ऩवविता शीतरता परभ औय आननद टऩका यह ह

भ आतभा था भ चतनम था भ परभ सवरऩ था भ आननदसवरऩ था रककन सॊकलऩ ववकलऩो न भझ ढक यखा था अफ व कछ सथचगत हए ह तो ऩरयतनदऱ का अनबव हो यहा ह भ तो ऩहर स ह ऐसा था

ह या धर भ ढक गमा था तफ बी वसा ह चभकदाय था रककन रोगो को ददखता नह ॊ था भन भन को फवदध को इशचनिमो को तन को ऩववि ककमा परकालशत ककमा तफ व आननद को परादऱ हए भ तो उसक ऩहर बी ऐसा ह आननदसवरऩ था वाह वाह

चचतत की चॊचरता होगी तफ भया मह आननदसवबाव चचतत स छऩ जामगा तफ बी भ होऊॉ गा वसा ह

भ फोधसवरऩ हॉ भ जफ जानन वारा चतनम चचदातभा हॉ सवपन की तयॊग आमी औय ववरम हो गई जागरत क ववचाय व कभ आम औय फदर गम रककन भ अफदर आतभा हॉ फचऩन आमा औय फदर गमा भ अफदर आतभा हॉ ककशोयावसथा आमी औय फदर गई रककन भ अफदर आतभा वह का वह मवावसथा आ यह ह औय जा यह ह रककन भ वह का वह वदधावसथा आमगी औय जामगी रककन भ वह का वह भ ददशा भाि चचदघन चतनम हॉ ॐ ॐ ॐ

भ परसनन आननदसवरऩ चतनम हॉ नाहक द खद ववचाय कयक ववयोधी ववचाय कयक भन अऩन सवरऩ ऩय ववचायो की भलरन चददय ढक द थी अफ ॐकाय की उस अदरत आननदसवरऩ ऩयभातभा की एक सहावनी रहय दराया भन उस कलऩनाओॊ की चददय को हटामा तो भ अऩन आऩ भ ऩरयतदऱ हो यहा हॉ मोगाननद का अभत मोग क दराया आतभाननद का अभत भय रदम भ बया जा यहा ह

चचनता बम ववकाय भोह भामा इनको भ जानता ह नह ॊ हॉ म सफ तो भया भदोनभतत भनरऩी वजीय जानता होगा

कसा आननद कौन ककसस कह भानो गॉग न गड खामा

धमान कयन की चाराकी छोड दो सतसॊग भ फठन क फाद समानाऩन छोड दो इस भनबाई (भन) को धमान कयन की फहत इचछा होती ह वह चाराक फनता ह कक भ धमान करॉ अय भनबाई त चऩ हो जा फठा यह अऩनी जगह

अफ धमान कयग तो भन अडचन डारगा गाडी भ फठन क फाद अऩनी गठरयमाॉ लसय ऩय उठान जसा होगा अफ तो सदगर कऩा की भोगाडी भ फठ गम तो आयाभ पयभाओ बरहमाननद की गाडी अऩन आऩ र जा यह ह

आननद औय शाशचनत भया सवबाव था भझ ऩता न था परभ औय परसननता भया जनभलसदध सवबाव था रककन कलऩनाओॊ न नादानी क ववचायो न ढक यखा था भय सवबाव को अफ सनतो क शासतरो क सदगर क वचनो स नादानी छट गई ॐकाय की झाड स कछ अहोबाव क धकक स कछ शरदधा स ववचायो की ऩत हट गई कचया साप हो गमा तवववसत जमो की तमो ददखन रगी आननद छरकन रगा अफ खर आॉखो स भ सवि अऩन को ननहाय सकता हॉ सफ भ एक एक भ सफ का अनबव कय सकता हॉ खर आॉखो स बी भ भसती भ यह सकता हॉ अऩन सवबाव भ ऩरयतदऱ हो सकता ह ॐॐॐ

भय सनी हई सफ कथाएॉ पर गई भय ककम हए सफ जफ-तऩ पलरत हो गम भय सवा औय ऩणम पलरत हो यह ह दहालबभान का कचया हटता जा यहा ह औय आतभसवबाव का नशा चढा जा यहा ह

अफ कछ कयन का सॊकलऩ उठ तो ॐ की झाड स उस हटा दो भकान फनवाना ह दवाखाना खोरना ह धनधा कयना ह दय हटो म सफ सॊकलऩ म सफ झीर की सतह ऩय काई ह एक हाथ मॉ भाया दसया हाथ मॉ भाया तो भामा की काई दय कपय ननभर ऩानी ह ऩानी बरहमाननद ह बरहमाननद

जगशचननमनता ऩयभातभा होकय बी चऩयासी की नौकय कयनी ह साहफ को सराभ कयना ह शचजसको गयज होग वह सराभ कयन आमगा चाचा लभटकय बतीज कमो होत हो ॐ ॐ ॐ

भझ ऩण चतनम को ककसकी आवशमकता ह भझभ कतताऩन कहाॉ आवशमकताएॉ तो दह की होती ह राखो कयोडो दह हई औय उनकी सफ आवशमकताएॉ ऩय कयत यह कपय बी भयती ह यह हय जनभ भ फना-फनाकय छोडत आम जफ तक नह ॊ ककमा तफ तक रगता ह कक भकान फनाम फड बवन फनाम बवम आशरभ खोर रककन कयन क फाद रगता ह कक इसको कोई सॉबार र तो अचछा ह हभ नह ॊ चादहए

अफ कयन-धयन क सॊकलऩ सफ छोड दो मह बरहमाणड अऩन तरफना कछ ककम ह धभाधभ चरता यहगा ककतन ह भजदय रोग फहत कछ कय यह ह फचाय अऩन को कतता कमो फना यह हो आतभाननद स भॉह कमो भोड यह हो

नह ॊ भ अऩन को कतता भानकय नह ॊ कय यहा हॉ अय कतता नह ॊ भानत तो कयन की इचछा कस होती ह ईभानदाय स खोजो खोजकय

ऩकडो कक कमा इचछा ह उस इचछा को मॉ ककनाय रगा दो औय तभ परकट हो जाओ इचछाओॊ क आवयण क ऩीछ कफ तक भॉह नछऩाम फठ यहोग मश की इचछा ह भायो धकका परलसवदध

की इचछा ह भाय दो पॉ क अचछा कहरान की इचछा ह भायो रात इतना कय लरमा तो सफ शासतरो वदो उऩननषदो का अभमास जऩ-तऩ-तीथ-अनदषान औय सफ सवाएॉ पलरत हो गई

रककन सावधान आरसम मा अकभणमता नह ॊ रानी ह इचछायदहत होन का अभमास कयक आतभदव का साातकाय कयना ह कपय तमहाय दराया फहत साय कभ होन रगग रककन तभभ कततव की फ न यहगी

इचछा की ऩतो न तमह ढाॉक यखा ह औय कछ नह ॊ ह कछ नह ॊ ह फहत सयर ह सयर नह ॊ होता तो मह आननद कस रत अऩन सवबाव का तरफलकर सयर भफत भ

शरी वलशदषजी भहायाज कहत ह- ह याभजी पर औय ऩतत को भसरन भ दय ह अऩन सवरऩ को दखन भ कमा दय ह

ककसी दवी-दवता क दशन की इचछा नह ॊ ह उनभ बी हभाया ह आतभचतनम ववरास कय यहा ह ककसी ऩरयशचसथनत की इचछा नह ॊ ह कछ होना नह ॊ ह कछ परादऱ कयना नह ॊ ह परब बी नह ॊ चादहए चरो परब हभस अरग हो तो चादहए न हभाया शदध-सवरऩ आतभा ह ऩयभातभा ह एक अदरत आतभा-ऩयभातभा क लसवा जो कछ ददखता ह वह सफ भन की कलऩनाएॉ ह इचछा कयक कलऩनाओॊ क ऩीछ कफ तक बागत कपयग

खोजो अऩन भ कोई इचछा ददख तो ऩकडकय ननकार दो जस भदहराएॉ फारो भ स जएॉ ऩकड-ऩकडकय ननकारती ह ऐस चचतत भ स इचछाएॉ ऩकड-ऩकडकय ननकार दो अबी तो लसय जओॊ स ढक गमा ह कछ बी कयक इचछाओॊरऩी जएॉ हटा दो म इचछाएॉ हट गई तो कपय

सॊकय सहज सवरऩ सॊबाया रागी सभाचध अखणड अऩाया

अऩना सवरऩ ववचायन भाि स सॉबारन भाि स परकट होता ह सॊसकाय घस गम ह कक मह कयग वह कयग मह ऩामग मह छोडग सॊकलऩो औय इचछाओॊ की खखचडी हो गई ह

अफ हभ कमा कय

कछ नह ॊ कयो

बजन कय

नह ॊ कयो बजन

धमान कय

नह ॊ कयो धमान बी

मािा कय

कोई जरयत नह ॊ

दकान खोर

कबी नह ॊ खोरना

नौकय कय

नह ॊ

यसोई फनाम

कोई आवशमकता नह ॊ ह

कछ नह ॊ कयना ह परकनत भ हो यहा ह शासतर की भमादा क भतातरफक होन दो कयन का नमा सॊकलऩ भत फनाओ ऩयदहत क लरए होन दो

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

चचतत का ननभाण

एक सभम था जफ फॉद बी दरयमा होकय डफामा कयती थी गौ का खय बी खाई होकय चगयामा कयता था रककन जफ सतसॊग भ गम गरओॊ की कऩा को ऩचामा तफ अनकरता औय परनतकरता क दरयम बी फॉद स भारभ होत ह आतभऻान की भदहभा ऐसी ह साधक जफ आतभबाव भ परनतवदषत होता ह तफ जीवन स साय द ख ववदा होन रगत ह

धमान का भतरफ कवर चऩचाऩ हो जाना नह ॊ ह धमान भ चचतत अतमॊत एकागर हो जाम शानत हो जाम शचसथय हो जाम उसस बी वह ऊॉ ची अवसथा ह कक चचतत का ननभाण हो चचतत का शानत होना एक फात ह औय चचतत का ननभाण होना दसय फात ह चचतत शानत हो जामगा उतनी दय शाशचनत लभरगी आननद आमगा फाद भ कपय जगत सचचा बासगा थोडा सा सख आकवषत कय दगा थोडा सा द ख दफा दगा रककन धमान भ अगय आतभववचाय आता ह बरहमववचाय आता ह ऩयभातभबाव क सॊसकायो को दहयाकय आतभाकाय बाव ऩदा होत ह तो उसस चचतत का ननभाण होता ह चचतत क शानत हो जान स बी चचतत का ननभाण होना ऊॉ ची फात ह

गरत ढॊग स चचतत का ननभाण हो जाता ह तो वह फनधन व द ख का कायण फन जामगा जस चचतत का ननभाण हो गमा कक भ अभक जानत का हॉ मह भया नाभ ह भ सतरी हॉ मा ऩरष हॉ इस परकाय क चचतत का ननभाण हो गमा तो उसक लरए आदय क दो शबद जीवन फन जात ह औय अनादय क दो शबद भौत फन जात ह झठ सॊसकायो स चचतत का ननभाण हो गमा व बी ददन थ कक जफ फॉद बी दरयमा होकय ददखती थी औय हभ डफा र जाती थी जया सा अऩभान बी दरयमा होकय ददखता था जया सा हवा का झोका बी आॉधी की नाई ददखता था रककन जफ सतसॊग औय गरदव की कऩा स आतभवतता भहाऩरष क उऩदश की कऩा स फड-फड दरयम बी कतयो की नाई ददखत ह कमोकक जो कछ नाभ-रऩ ह सख-द ख ह अनकरता-परनतकरता ह व सफ भामा भ खखरवाड भाि ह भामाभािॊ इदॊ दरतभ मह साया परऩॊच जो ददख यहा ह वह सफ भामा भाि ह

दखखम सननम गननम भन भाॉदह

भोहभर ऩयभायथ नाॉह चचतत का अऻान स ननभाण हआ इसीलरए मह जगत सतम बासता ह औय जया-जया सी

फात सख-द ख आकषण ऩयशानी दकय हभ नोच यह ह

धमान क दराया सतसॊग क दराया चचतत का ठीक रऩ भ ननभाण कयना ह चचतत का ऩरयभाजन कयना ह चचतत शानत हो गमा तो उसक सॊसकाय दफ गम जफ उठ तो सॊसकाय कपय चार हो गम नीॊद भ गम त भ मह हॉ भ वह हॉ म सफ सॊसकाय दफ गम नीॊद भ कज की चचनता नह ॊ यहती रककन म द ख दय नह ॊ हए कमोकक चचतत भ जो सॊसकाय ऩड ह व गम नह ॊ म सॊसकाय दफ ह नीॊद स उठन ऩय साया परऩॊच चार हो जामगा साय चचनताएॉ लसय ऩय सवाय हो जामगी

धमान-बजन का रकषम मह नह ॊ ह कक तमहाया चचतत कवर शचसथय हो जाम फस धमान-बजन का रकषम ह चचतत शचसथय हो औय साथ ह साथ चचतत का ननभाण हो बरहमाकाय ववतत स बरहमाकाय बाव स चचतत का ननभाण होगा तो तमहाय चचतत ऩय कशचलऩत सॊसाय क सख-द ख की ठोकय नह ॊ रगगी लभरथमा सॊसाय का आकषण नह ॊ होगा तमहाय रदम भ सॊसाय का आकषण नह ॊ होगा तो वासना नह ॊ उठगा वासना नह ॊ उठगी तो दफाया जनभ रन की जरयत नह ॊ ऩडगी आऩका भो हो जामगा फडा ऩाय हो जामगा

ऩजा कयत ह ठाकयजी की भॊददय भ जात ह भशचसजद भ जात ह चगयजाघय भ जात ह रककन चचतत का ननभाण नह ॊ कयत ह तो सॊसायमािा का अनत नह ॊ आता बगवान शरीकषण कहत ह-

ननभानभोहा शचजतसॊगदोषा अधमातभननतमा ववननवततकाभा दरनदरववभिा सखद खसॊऻगचछनतमभढा ऩदभवममॊ तत

शचजनका भान औय भोह नदश हो गमा ह शचजनहोन आसकति रऩ दोष को जीत लरमा ह शचजनकी ऩयभातभा क सवरऩ भ ननतम शचसथनत ह औय शचजनकी काभनाएॉ ऩण रऩ स नदश हो गई ह ndash व सख-द ख नाभक दरनदरो स ववभि ऻानी जन उस अववनाशी ऩयभ ऩद को परादऱ होत ह

चचतत क साथ भन-इशचनिमो क साथ तादातमम का जो सॊग ह सॊसाय क समफनधो स जो दोष रग जाता ह वह चगया दता ह चचतत का ठीक स ननभाण हो जाम तो अधमातभ भ ननतम यभण हो जाम काभनाएॉ ननवतत हो जाम दरनदरो स भकति हो जाम सख औय द ख भान औय अऩभान अनकरता औय परनतकरता मश औय अऩमश तनदरसती औय फीभाय जीवन औय भतम म सफ दरनदर ह जो तनदरसती स सखी ह वह फीभाय स द खी होगा जो मश स सखी होता ह वह अऩमश स द खी होगा जो जीन भ सख भानगा वह भयन भ द खी होगा रककन जीना भयना भान-अऩभान म सफ चचतत भ दहातभबाव क सॊसकाय ऩड ह अगय चचतत का ननभाण हो गमा कक जीना भयना म सफ भया नह ॊ भामा का ह भया नह ॊ इस दहरऩी खखरौन का ह मह दहरऩी खखरौन कई फाय जीत हए ददखत ह कई फाय भयत हए ददखत ह कपय बी भय कबी

भौत नह ॊ होती तो शर ऩय चढत हए बी द ख नह ॊ होगा रोगो को रगगा कक भनसय शर ऩय चढ ईसा करॉस ऩय चढ अभक फदध ऩरष न धमान कयत हए शय य छोडा औय भय गम रोगो को ऐसा रगगा रककन उन भहाऩरषो का अनबव ह कक व कबी भयत नह ॊ व कबी तरफगडत नह ॊ कबी फनत नह ॊ वासतव भ जीवभाि का जो असर सवरऩ ह वह फनन तरफगडन स फहत ऊॉ चा ह फनता तरफगडता तमहाया शय य ह फनता तरफगडता तमहाया भन ह फनता तरफगडता तमहाया बाव ह रककन तमहाया सवरऩ तमहाया आतभा कबी फनता तरफगडता नह ॊ

चचतत का ननभाण होता ह आतभववचाय स धमान कय औय शनमभनसक नह ॊ रककन अनातभपरवाह का नतयसकाय कय औय आतभपरवाह को चराम आतभबाव को चराम औय दहबाव को हटाम बरहमबाव को जगाना औय दहबाव को अरववदा दना मह ह चचतत क ननभाण की ऩदधनत इस परकाय धमान होगा तो भसत हो जामग धमान क वि बी भसत औय धमान क फाद बी भसत इस परकाय चचतत का ननभाण हो जामगा तो जो सॊसाय फॉद होकय बी दरयमा फनकय डफता था वह अफ दरयमा होकय आमगा तो बी फनद होकय बासगा जया-जया फात स सख-द खादद दरनदर ऩयशान कय यह थ व अफ परबाव नह ॊ डारग शचजतन परभाण भ चचतत का ननभाण होता जामगा उतन परभाण भ दरनदरववभिा होत जामग

साय जऩ तऩ सवा ऩजा मऻ होभ हवन दान ऩणम म सफ चचतत को शदध कयत ह चचतत भ ऩववि सॊसकाय बयत ह परनतददन कछ सभम अवशम ननषकाभ कभ कयना चादहए चचतत क कोष भ कछ आधमाशचतभकता की बयती हो नतजोय को बयन क लरए हभ ददनयात दौडत ह जफ को बयन क लरए छटऩटात ह रककन नतजोय औय जफ तो मह ॊ यह जामग रदम की नतजोय साथ भ चरगी इस आधमाशचतभक कोष को बयन क लरए ददन बय भ कछ सभम अवशम ननकारना चादहए सॊधमा-वनदन ऩजा-पराथना धमान-जऩ ननषकाभ कभ इतमादद क दराया चचतत का ननभाण कीशचजम

उचच ववचाय कयत हए रदम भ खर आकाश की ववशारता बय जान दो ॐकाय का ऩववि जऩ कयत-कयत रदम को ववशार होता अनबव कयो शाशचनत औय आननद स रदम बया जा यहा ह मह आतभाननद की ववशदध ऩयभातभा की चचदाननद-सवरऩ ऩयभातभा की झरक ऩान का तय का ह

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

ऩरयपरदलन पर इशचनिमो को ववषमो स कस फचाम

उ बोजन छोडन स उऩवास कयन स गाम-बस का दध छोडकय फकय का दध ऩीन स योट छोडकय भॉग लबगोकय खान स शय य भ शकति नह ॊ होती तो ववषमवासना शानत हो जाती ह रककन इस उऩाम स सॊसाय भ सखफवदध नह ॊ जाती बरहमवतताओॊ को आतभा-ऩयभातभा का सख लभर जाता ह इसलरए सॊसाय भ यहत हए बी सॊसाय भ उनकी सखफवदध नह ॊ होती

साॉऩ ठणड भ दठठय जाता ह तो शानत ऩडा यहता ह काटता नह ॊ सम की धऩ ननकरत ह वह कफ काट र कोई ऩता नह ॊ ऐस ह अभक आहाय व ननमभो स भन को थोडा शानत कय रत ह कपय जफ भौका लभर जाता ह तो भन कपय बडक उठता ह भन को ववषमो स शानत कय दना अचछा ह सॊमभ कयना ह चादहए रककन साथ ह साथ ऩयभातभा का यस ऩा रना चादहए

भनोवऻाननको न कछ परमोग ककम जो अनत जातीम आवगवार काभी मवक थ उनका खान-ऩान ऐसा यखा कक वीम फन ह नह ॊ कपय उनको रडककमो क फीच यखा तो फड बरहमचाय ददख शानत यह आवग की कोई चदशा नह ॊ की कततो ऩय बी परमोग ककम गम व बी ऐस यह कपय जफ उनको ऩौवदशक बोजन दना शर ककमा तो व ह कतत ऩॉछ दहरात कवततमो क ऩीछ बागन रग व मवक बी ऩौवदशक बोजन क आहाय स ऩहर जस ह काभातय होन रग

भजफय का नाभ भहातभा गाॉधी ndash ऐसा नह ॊ होना चादहए जीवन भ शय य भ शकति न हो इशचनिमो भ फर न हो तो सफ बरहमचाय ह आऩ शि को ऩयासत नह ॊ कय सकत औय भाप कय ददमा तो कमा फडी फात ह उसको नछनन लबनन कयन का साभरथम ह कपय बी भाप कय ददमा तो फडी फात ह भा वीयो को शोबा दती ह कामयो को थोड ह शोबा दती ह

ऐस ह फरवानो को बरहमचम शोबा दता ह

कोई कह कक भय को धन का अलबभान नह ॊ

अचछा ककतना धन ह तमहाय ऩास

ऩहर फहत था रककन अबी अबी तो कजा होगा ऩचचीस हजाय का

तो धन का अलबभान कमा कयगा त

सावन क ऩववि भह न भ बागवत की कथा हो यह थी एक ददन एक सॊत भॊच ऩय ऩधाय शरोताओॊ स फोर कक आऩ रोग बगवान क बि हो बागवत की याभामण की कथाएॉ वषो स सनत आम हो ऩणम कभात आम हो आऩभ स शचजसको लभिो भ याग औय शि भ दरषफवदध न हो ऐस याग-दरषयदहत चचततवार रोग खड हो जाम भ अबी-अबी उनह बगवान का दशन कया दॉ

सॊत न एक फाय दो फाय तीन फाय दहयामा कथाकाय को बी चचनता होन रगी कक हजायो शरोताओॊ भ स कोई नह ॊ उठता सॊत फाय-फाय कहन रग कक आऩ रोगो भ स याग-दरष स यदहत रोग खड हो जाम भ उनह आतभ-साातकाय कया दॉगा बगवान क दशन कया दॉगा उसक दशन स दसयो का बी बरा हो जामगा

सफ रोग लसय झकाकय फठ यह सबा भणडऩ भ सननाटा छा गमा इजजत का सवार हो गमा आखखय भ एक नबफ सार का फढा उठ खडा हआ फोरा फाफा जी भ हॉ

अचछा इतन रोगो भ एक बी लभर गमा तो बी ठीक ह आऩ तो ननहार हो जाओग आऩक दशन स औय रोग ननहार होन रगग अचछा अफ फताओ कक आऩन याग-दरष कस ननवतत ककम

फाफा जी भय उमर नबफ सार की ह भय ऩतनी भय चकी ह भया इकरौता फटा था वह बी परब को पमाया हो गमा सफ लभि-साथी बी एक-एक कयक चर फस ऩरयवाय भ औय लभिभणडर भ कोई नह ॊ औय शि बी कभफखत सफ भय लभट गम अफ भझ ककसी स याग-दरष नह ॊ ह

सनह औय शि भय गम रककन याग-दरष तो नह ॊ भया वह शचजनदा ह कोई चीज नह ॊ ह इसलरए उसका यस अऩन बीतय नह ॊ ह ऐसी फात नह ॊ ह

ननयाहाय यहन स ववकाय तो शानत हो जात ह रककन जगत भ सखफवदध का सॊसाय भ यस का अबाव नह ॊ होता यस ऩान की इचछा सखी होन की इचछा बीतय स नह ॊ जाती ठणड स दठठय हए साॉऩ का ववष अभत भ फदरा नह ॊ जफ तक ऩयभातभा का साातकाय नह ॊ होता तफ तक बीतय क ववकाय ननववकायता का रऩ नह ॊ रत

ऐसा बी नह ॊ कक साातकाय हो जान क फाद ऻानी सॊसाय स उऩयाभ हो जामगा नह ॊ वह खामगा वऩमगा कयगा धयगा फट को जनभ दगा काभ-करोध-रोब-भोह-अहॊकाय म सफ भसारा उसक ऩास होगा रककन वह उन सफका उऩमोग कयगा उनभ सखफवदध स उनक आधीन नह ॊ होगा इसीलरए ऻानी को जीवनभि कहत ह साधायण रोग सख बोगन क लरए ववषम ववकायो क आधीन हो जात ह औय ऻानी सवाधीन यहकय उनका उऩमोग कय रगा

शरीवलशदषजी भहायाज क सौ फट थ शरीकषण न सदशन उठामा शरीयाभ न धनष उठामा तरफना करोध क कॊ स औय यावण को कस भाया उनहोन करोध का उऩमोग ककमा

तभ कभया फनद कयक अनदय स कणडा रगाकय फठो तफ सवतनि हो जफ चाहो दयवाजा खोरकय फाहय ननकर सकत हो रककन फाहय स कोई दयवाजा फनद कय द तो तभ हो गम ऩयाधीन ऐस ह ववकायो क ऩरयशचसथनतमो क आधीन जीना ऩयाधीनता ह ववकाय ऩरयशचसथनतमो को अऩन आदश भ चराना सवाधीनता ह इसीलरए शरीकषण को सोरह हजाय एक सौ आठ शचसतरमाॉ होत हए बी उनका इतना ऻान कक आज बी उनकी गीता ऩजी जा यह ह सॊसाय की दो ऩलतनमाॉ बी आ जाम तो बी फडा गक अय एक ऩतनी बी नाक भ दभ कय दती ह

ऻानी को जगत भ स यसफवदध चर जाती ह उसको आतभसख लभरता ह तो ववषमो भ सखफवदध नह ॊ यहती जो रोग यसफवदध स ववषम बोगत ह व पॉ सत ह सवाबाववक उऩमोग कय लरमा तो कोई फात नह ॊ आऩको बख रगी आऩका उददशम था ऩट बयना ककसी न आकय फदढमा बोजन आऩको खखरा ददमा इसभ कोई दोष नह ॊ रककन आऩका ऩट बया ह कपय बी

सवाद रन क लरए वमॊजन फनवाम भजदय की औय कयवाई तो मह बोजन भ यसफवदध अननदश का कायण ह

असर यस तो ऩयभातभा का ह वह यस लभर गमा तो ऐसी कौन-सी चीज ह जो ऻानी को सॊसाय भ आकवषत कय ठीक ह वमवहाय भ फोर चर लरमा ददमा रककन ऻानी वमवहाय भ फॉधता नह ॊ भाभर आदभी ऩाॉच सौ की नौकय भ फॉध जाता ह रककन जो समराट ह उसको ऩाॉच हजाय की नौकय बी कमा आकवषत कयगी

कफीय क आग कई ररनाएॉ आमीॊ लशषम होकय आमी तो ठीक ह फात कय लभर-जर रककन व सभझ कक अऩन नखय कयक कफीय को पॉ सामग तो गरती भ ह

चरय ठगनी ठभक ठभक नमननको कमो ठभकाव तय हाथ कफीयो नह ॊ आव

कोई सभझ कक भ रऩ रावणम स अरॊकाय-आबषणो स ककसी ऻानी को पॉ साऊॉ ऩस दकय ऻानी को अऩना फनाऊॉ धौस दकय ऻानी स आशीवाद र रॉ तो वह धोख भ ह शचजसको आतभऻान हो गमा आतभयस लभर गमा वह ककसी यस स ककसी ऻान स ककसी फर स परबाववत नह ॊ होगा चाय ऩस क चन रकय खान रग ह मह भौज की फात ह दरयि आदभी चना खाता ह वह अरग फात ह रककन अभीय आदभी चना खाता ह तो भौज ह ववनोद ह ऐस ह ऻानी क लरए साया सॊसाय ववनोद भाि ह औय हभ रोग सॊसाय भ पॉ स भयत ह

जो यसफवदध स ववषम-बोग बोगता ह वह वववकी होगा तो बी उसकी इशचनिमाॉ उसक भन को फरऩवक हय रती ह भजा रन क लरए बोग बोगा तो सजा जरय बोगगा ऐसा कोई सख नह ॊ जो फाद भ द खी न कय इसलरए ह अननदाता सॊसाय स सख रन की इचछा ह छोड दो सॊसाय भ सख का तो रफर ह अनदय द ख बया ह

एक आदभी न गराफ क ऩौध ऩय सनदय खखरा हआ पर दखा झट स तोड कय नाक ऩय यख ददमा पर भ फठी थी ततमा पट स भाय ददमा डॊक उसक नाक ऩय ओ फाऩ य

ऐस ह सॊसाय क ववषमो भ ददखती सनदयता ह रककन अनदय ततमा फठी होती ह ददखता सख ह रककन बय ह भसीफत परायमब भ रगता ह कक सॊसाय भ सख ह रककन फाद भ साय शचजनदगी सॊसाय की गाडी खीीचत खीीचत दभ ननकरता ह भनषम आखखय भ ऩदळाताऩ कयता हआ भय जाता ह

द ख को हभ रोग आभॊतरित कयत ह वासतव भ द ख ह नह ॊ द ख फनान की पकटय हभाय साथ रगी हई ह कस हभ सखी होन क लरए बागत ह फाहय मह फाहय बागना ह द ख को आभनिण दता ह शचजतनी तजी स बाग उतनी ह तजी स द ख लभरगा ऻानी सख रन क लरए फाहय बागत नह ॊ व द ख लभटान क लरए बी फाहय बागत नह ॊ फर ऩान क लरए बी फाहय नह ॊ बागत

एक जगह ऩय ऻानी सतसॊग कय यह थ एकाएक जोयो स आॉधी चर छत क ट न छटऩटान रग बि रोग सफ बाग गम ऩकक भकानो भ आशरम र लरमा थोडी दय भ आॉधी शानत हो गई वाऩस आकय दखा तो सवाभी जी वस ह फठ ह ऩछा

फाफाजी इतनी आॉधी चर हभ बाग गम आऩ नह ॊ बाग

हभ बी बाग तभ फाहय बाग हभ बीतय बाग

अनतमाभी ऩयभातभा स जड जाओ तो परकनत की सवा ऩाना कोई फडी फात नह ॊ ह ऩयभातभा स लभर जाओ ईदवय भ डफ जाओ तभ नह ॊ कय सकत ईदवय सफ कछ कय सकता ह

तभभ औय ईदवय भ कमा पक होता ह

तभ जफ सॊसाय स सख रन की इचछा कयत हो तो दो ऩस क हो जात हो सॊसाय स सख रन की इचछा छोडकय ईदवय भ गोता भायत हो तो ईदवय हो जात हो मह भहाऩरषो का अनबव ह शासतरो का परभाण ह बगवान शरीकषण बी कह यह ह-

परजहानत मदा काभान सवान ऩाथ भनोगतान आतभनमवातभना तदश शचसथतपरऻसतदोचमत

ह अजन शचजस कार भ ऩरष भन भ शचसथत समऩण काभनाओॊ को बर बाॉनत तमाग दता ह औय आतभा स आतभा भ ह सॊतदश यहता ह उस कार भ वह शचसथतपरऻ कहा जाता ह

जो अऩन आऩ भ तदऱ ह अऩन आऩ भ आनशचनदत ह अऩन आऩभ खश ह वह शचसथतपरऻ ह तसम तरना कन जामत उसकी तरना औय ककसस कय वह ऐसा भहान हो जाता ह ऐस भहाऩरष का तो दवता रोग बी दशन कयक अऩना बागम फना रत ह ततीस कयोड दवता बी ऐस भहाऩरष का आदय कयत ह तो औयो की कमा फात ह

ईदवय भ सखफवदध होनी चादहए सॊसाय भ सख रन की जो हभाय आदत ह वह हभ फय तयह द ख भ डार दती ह वह आदत ऩयानी ह कई जनभो की ह इसलरए अभमास कयना ऩडता ह साधन-बजन इसीलरए कयन ऩडत ह कक गनद आदत ऩड गई ह नह ॊ तो ईदवय दय थोड ह ह कक उसको ऩान क लरए अभमास की जरयत ऩड गनद आदत लभटान क लरम साधन-बजन-धमान कयना ऩडता ह फाहय सख रन की आदत ह व गनद आदत ह

कोई वाह वाह कय तो कान का सख लभर अचछा खाम तो जीब का सख लभर फदढमा कपलभ दख तो आॉख का सख लभर फदढमा शयमा हो पर तरफछ हो इि-तर-परर को नछडकाव हो यानन सादहफा ऩय दफा यह ॊ ह आहाहा मह चभडी का सख हआ म सफ बी आखखय ककतन ददन

इन तचछ सखो भ हभ रोग फयफाद हो जात ह औय भज की फात ह कक जफ अऩना रदम परसनन होगा तबी वहाॉ स सख आमगा चचतत भ अशाशचनत ह फचनी ह तो परो की शयमा कमा कयगी ताय आ जाम कक पराना सनह सखत फीभाय ह तो आइसकरीभ कमा लभठास दगी

इन सखो जया सा झटका सहन की बी ताकत नह ॊ ह परो की शयमा ऩय काभसख भ डफ यह थ आऩस भ भनभटाव हो गमा अहॊ का टकयाव हो गमा तो फन गम एक दसय क दशभन ऩनत-ऩतनी तराक र रत ह सचभच उसभ सख होता तो तराक कमो रत रडत कमो

ऐसा कोई बोग नह ॊ जो बोगनवारो को फजाय न कय द बोग परायमब भ तो सखद रगत ह रककन फाद भ उनका ऩरयणाभ द खद आता ह मोग शर भ जया ऩरयशरभवारा रगता ह रककन फाद भ अभत जसा अभयपर द दता ह

शर भ जया भीठा-भीठा रग औय अनत भ ववष जसा रग मह बोगो का पर ह शर भ जया कट रग रककन अनत भ सदा क लरए भीठा यह मह बगवान की बकति का मोग का ऻान का पर ह

शर भ जफ ऻानी सॊत भहाऩरषो क ऩास जामग तो फठकय ऊफग अदफ यखग लशदशाचाय कयग सोना खाना ऩीना वमवशचसथत नह ॊ यहगा परायमब भ कदठन रगग रककन उनस ऐसा ऩामग कक भहायाज याजाओॊ क बी याजा हो जामग

हभ जफ सदगरदव क ऩास गम थ तो शर भ जया कदठनाइमाॉ थीॊ भॉग उफारकय खा रत नगयसठ का फटा होकय झाड रगात फतन भाॉजत आशरभ भ सवा कयत गरदव तो नह ॊ कहत रककन हभ सवा छीन रत थ आशरभ भ रोग कबी आत थ तो यसोई क फड फतन बी होत थ ऩहाडी ऩथय र लभटटी मा कोमर की याख होती थी फतन भाॉजन क लरए हाथ भ चीय ऩड जात थ खन ननकरता था तो ऩटटी फाॉधकय फतन भाॉज रत थ उस सभम दखन वारो को रगता होगा कक फडा द ख बोग यहा ह रककन अफ रगता ह वाह ऐसा लभरा ह कक कबी खट नह ॊ सकता ऐसा यस द ददमा ह गर की कऩा न

साशचववक सख ऩहर जया द ख जसा रगता ह फाद भ उसका पर फडा भधय होता ह याजसी सख ऩहर सखद रगता ह रककन फाद भ भसीफत भ डार दता ह ताभसी सख भ ऩहर बी ऩयशानी औय फाद भ बी ऩयशानीघोय नक

बगवद गीता भ बी कहा ह मततदगर ववषलभव ऩरयणाभऽभतोऩभभ

ततसखॊ साशचववकॊ परोिभातभफवदध परसादजभ जो आयमबकार भ ववष क तलम परतीत होता ह ऩयनत ऩरयणाभ भ अभत क तलम ह वह

ऩयभातभ ववषमक फवदध क परसाद स उतऩनन होन वारा सख साशचववक कहा गमा ह

ववषमशचनिम सॊमोगादयततदगरऽभतोऩभभ ऩरयणाभ ववषलभव ततसखॊ याजसॊ सभतभ

जो सख ववषम औय इशचनिमो क सॊमोग स होता ह वह ऩहर बोगकार भ अभत क तलम परतीत होन ऩय बी ऩरयणाभ भ ववष क तलम ह इसलरए वह सख याजस कहा गमा ह

मदगर चानफनध च सखॊ भोहनभातभन

ननिारसमपरभादोतथॊ ततताभसभदारतभ जो सख बोगकार भ तथा ऩरयणाभ भ बी आतभा को भोदहत कयन वारा ह ndash वह ननिा

आरसम औय परभाद स उतऩनन सख ताभस कहा गमा ह

(गीता 18373839) ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

पर ndash इशचनिमो को यस रन की आदत ऩड गई ह तो कमा कयना चादहए

उ ndash फाय-फाय बगवान स ईभानदाय स पराथना कयनी चादहए कक ह परब इशचनिमाॉ भझ घसीटकय बोगो भ र जाती ह ह नाथ त दमा कय भ जनभो स बटका हॉ अबी बी आदत ऐसी ह गनद ह दखन क ऩीछ चफान क ऩीछ वाह-वाह सनन क ऩीछ भया सभम फयफाद हो यहा ह ह परब त भझ कऩा-परसाद द ऐसा कयक बगवान क शयण चर जाओ ववकाय उठ उसी सभम बगवान स पराथना कयन रगो ऐसा कयन स फच जाओग औय कबी कपसर बी जाओ तो ननयाश भत हो कपय स उठो कपय स पराथना कयो हजाय फाय चगय जाओ तो बी ननयाश भत हो आखखय तमहाय ह ववजम होगी बीतय का यस लभरन रग जामगा वह यस ठीक स लभर गमा कपय ववकायो भ ताकत नह ॊ तमह फाॉध सक

शचजनदा चहा तरफलर को नह ॊ भाय सका तो भया हआ चहा तरफलर को कमा भायगा ऻानी की फवदध को सॊसायरऩी चहा नह ॊ पॉ सा सकता साधक था तबी बी नह ॊ पॉ सा तबी तो साधक हआ साधक अवसथा भ नह ॊ पॉ सा तबी तो महाॉ आमा पॉ सता तो सॊसाय क चककय भ जाता सॊसाय भ जनभ लरमा सॊसाय भ यहा भाॉ-फाऩ बाई-फहन कटमफी-ऩडोलसमो क फीच यहा कपय बी भोह भभता को चीयता हआ सतसॊग भ ऩहॉचा गर क ऩास ऩहॉचा अबी आऩ महाॉ ऩहॉच ह न शचजनदा सॊसायरऩी चहा आऩकी फवदधरऩी तरफलर को पॉ सा नह ॊ सका तबी तो आऩ बरहमऻान क सतसॊग भ ऩहॉच ऻान हो जाम फोध हो जाम कपय सॊसाय कमा फाॉधगा आऩकी फवदध को जगत का लभरथमातव ऩकका हो गमा तो कपय वह फवदध को दफा नह ॊ सकता अबी बी जगत सचचा रग यहा ह कपय बी वह फवदध को दफा नह ॊ सकता इसस ईदवय क भाग ऩय ऩहॉच हो इसीलरए सतसॊग औय वदानत भ रचच हो यह ह जगतरऩी चह का परबाव जमादा होता तो फवदधरऩी तरफलर दफी यहती ह

शचजसकी इशचनिमाॉ वश भ हो जाती ह उसकी फवदध ऩयभातभा भ परनतवदषत हो जाती ह

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पर ndash ईदवय क ऩयामण नह ॊ हए तो कमा होगा कयोडो रोगो की तयह हभ बी ऐस ह खाम वऩम औय शचजम तो कमा होगा

उ ndash ईदवय ऩयामण न होन स ववषमो का चचनतन होगा ववषमो क चचनतन स काभना उठगी काभना ऩय होगी तो आसकति होगी काभना ऩय नह ॊ होगी तो करोध होगा करोध होगा तो फवदध का नाश होगा फवदध का नाश हआ तो सवनाश हआ

जो बगवान का चचनतन नह ॊ कयगा उसको सॊसाय का चचनतन होगा सॊसाय का चचनतन होगा तो ऩदाथ ऩान की इचछा होगी ऩदाथ लभरग तो छट न जाम इसकी चचनता होगी नह ॊ लभरग तो जो अडचन डारत ह उन ऩय करोध होगा करोध होगा तो फवदध की मोगमता ीण हो जामगी मोगमता ीण हई तो भोह होगा भोह सफ वमाचधमो का भर ह कपय फनगा व फनगा घोडा फनगा बसा जो आदभी ववषम ववकायो भ पॉ सा यहता ह उसकी फवदध दफी यहती ह ठीक स काभ नह ॊ दती

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पर ndash ऩतन ककसका नह ॊ होता

उ ndash वशीबत अॊतकयण वारा ऩरष याग-दरष स यदहत औय अऩनी वशीबत इशचनिमो क दराया ववषमो का आचयण कयता हआ बी परसननता को परादऱ होता ह वह उनभ रऩामभान नह ॊ होता उसका ऩतन नह ॊ होता शचजसका चचतत औय इशचनिमाॉ वश भ नह ॊ ह वह चऩ होकय फठ तो बी सॊसाय का चचनतन कयगा ऻानी सॊसाय भ फठ हए बी अऩन सवरऩ भ डट यहत ह

बायत क बतऩव यादसऩनत डॉ शरीयाधाकषणन अचछ चचनतक भान जात ह उनहोन एक कहानी लरखी ह

एक बदठमाया था उसको हय योज सवपन आता कक भ चकरवती समराट हॉ वह अऩना काभ ननऩटाकय जलद -जलद सो जाता उस भधय सवपनरोक भ जान क लरए फाहय क जगत भ वह बदठमाया था खान-ऩीन को बी ऩमादऱ नह ॊ था गजाया चरान क लरए फडा ऩरयशरभ कयना ऩडता था रककन धीय-धीय वह सवपन भ सखी होन रगा तो फाहय क जगत भ रचच कभ होन रगी

परनतददन सवपन भ दखता कक भ चकरवती समराट फन गमा हॉ छोट-छोट याजा रोग भय आऻा भ चरत ह छनन-छनन कयत ह य जवाहयात क गहनो स सजी ररनाएॉ चॉवय डरा यह ह

एक ददन सवपन भ वह फाथरभ जान उठा तो ऩास भ जरती हई बटठी भ ऩय ऩड गमा जरन क भाय चचलरा उठा सो तो यहा था बदटठमो क फीच रककन सवपन दख यहा था कक समराट ह इसलरए वह सखी था

ककसी बी ऩरयशचसथनत भ आदभी का भन जसा होता ह सख-द ख उस वस ह परतीत होत ह ऻानी का भन ऩयबरहम भ होता ह तो व सॊसाय भ यहत हए सफ वमवहाय कयत हए बी ऩयभ सखी ह बरहमऻान भ भसत ह

आदभी का शय य कहाॉ ह इसका अचधक भलम नह ॊ ह उसका चचतत कहाॉ ह इसका अचधक भलम ह भॊददय भ फठा ह ऩजाय सोच यहा ह कक कफ फायह फज औय रडड रकय ऩजारयन क ऩास जाऊॉ तो वह भॊददय भ नह ॊ ह ऩजारयन क ऩास ह चचतत ऩयभातभा भ ह औय आऩ सॊसाय भ यहत ह तो आऩ सॊसाय भ नह ॊ ह ऩयभातभा भ ह

परबातकार भ उठो तफ आॉख फनद कयक ऐसा चचनतन कयो कक भ गॊगाककनाय ऩय गमा ऩववि गॊगाभमा भ गोता रगामा ककसी सॊत क चयणो भ लसय झकामा उनहोन भझ भीठी ननगाहो स ननहाया

ऩाॉच लभनट ऐसा भधय चचनतन कयो आऩका रदम शदध होन रगगा बाव ऩववि होन रगगा

सफह उठकय दख हए लसनभा क दशम माद आम आहाहा वह भय ऩास आमी भझस लभर आदद आदद तो दखो सतमानाश हो जामगा कलऩना तो भन स होगी रककन तन ऩय बी परबाव ऩड जामगा कलऩना भ ककतनी शकति ह

सॊत-भहातभा-सदगर-ऩयभातभा क साथ ववचयत ह सभाचध रगात ह उनका सभयण-चचनतन कयत ह तो रदम आनशचनदत होता ह

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पर ndash ककसकी फवदध शचसथय नह ॊ यहती

उ ndash जो असॊमभी ह गर क ऻान को ऩचाता नह ॊ ह उसकी फवदध शचसथय नह ॊ यहती जो सॊमभी ह गरभख ह उसकी फवदध शदध सॊमभी औय दढ ननदळमी हो जाती ह

फवदध का शचसथय होना फहत फडी उऩरशचबध ह उसभ असीभ शकति आ जाती ह शचसथय फवदध वारा मदद सॊकलऩ कय द तो साया याजम फदर जाम ऐसी ताकत होती ह शचसथय फवदधवार भ वह वयदान द सकता ह जो न कय याभ वह कय ककननायाभ शचसथय फवदध वार भ इतना परबाव होता ह खदा बी ऩछ कक फनदा अफ तय कमा यजा ह शचसथय फवदध होना फचचो का खर नह ॊ वह फडा भहान काम ह याजा होना इतनी भहतता नह ॊ यखता याजा बी शचसथय फवदध वार क चयणो भ ऩड जाम तो याजा ननहार हो जाम भहवष वलशदष शचसथय फवदध वार थ याजा दशयथ उनक चयणो भ ऩड तो बगवान याभ को परकट होना ऩडा मह ह शचसथय फवदधवारो का चभतकाय अबी तक याजा दशयथ का नाभ जनता की शचजहवा ऩय नाच यहा ह उस सभम भ औय बी कई याजा होग न रककन दशयथ जी शचसथयफवदधवार आऩ तो ननहार हो ह जात ह रककन उनकी शयण जान वार का बी ककतना कलमाण हो जाता ह भतॊग ऋवष शचसथय फवदध क थ शफय बीरनी उनकी शयण गई ककतनी ऊॉ चाई परादऱ कय र उसन उस जभान क याजाओॊ को बी हभ रोग इतना नह ॊ जानत शचजतना शफय को जानत ह

भतॊग ऋवष न शफय स कह ददमा कक तझ याभ लभरग शफय न मह नह ॊ ऩछा कक सचभच लभरग गर न कह ददमा फात ऩय हो गई शरदधा हो तो शफय जसी भय भ मोगमता नह ॊ ह ndash ऐसा शफय न कहा नह ॊ गरजी न कह ददमा तो फात ऩककी हो गई मोगमता ह नह ॊ ह वह गर जान

दोष इतना दोष नह ॊ शचजतना दोषो को अऩना भानना औय ईदवय क यासत अऩन को अमोगम भानना दोष ह

अनकरभ

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जनक-ववचाय

जनक अऩन भन को सभझात ह- ऐ भन त शानत हो जा ऐ चचतत तया चरना ह सॊसाय का होना ह सॊसायरऩी चकर

को योकन क लरए नालबरऩी चचतत को योकना आवशमक ह ह भय चचतत त शानत हो जा याजम तया नह ॊ ऩि-ऩरयवाय तया नह ॊ मह शय य बी तया नह ॊ शचजसका सफ कछ ह वह ऩयभातभा तया ह ऐ भय चचतत त उसी ऩयभातभा भ शानत हो जा तया बरा होगा

जनक अऩन भन को फाय-फाय सभझात ह जमो-जमो भानलसक चचनतन कयत हए चचतत को सभझात ह तमो-तमो जनक का चचतत ऩयभातभा क ननकट उस अनतमाभी आतभदव क ननकट ववशराशचनत ऩाता ह जनक क कभ कटत ह जनक सचभच जीवन क पर को ऩात ह

वलशदषजी कहत ह- ह याभजी कपय उस भह ऩनत न अऩन भन स कहा ऐ भय भन आज तक भ तय कहन भ यहा औय जनभ-जनभानतय स बटकता यहा ऐ

भय चचतत तन जो कहा वह भन सवीकाय ककमा तन जो वासना की वह भन ऩण की रककन त बी अऻान की आग भ वासना की बटटी भ जरता आमा ह औय भझ बी त जराता आमा ह ऐ भय भन अफ त शानत ऩद का आशरम र जस ऻानवान सॊत ऩरष आतभ-ववचाय कयत शानत ऩद का आशरम रकय सॊसाय-सभि स तय जात ह त बी उस आतभऩद का आशरय़ र त बी जगत क चचनतन भ उदास होकय ननशचदळॊत सवरऩ आतभा भ डफ जा ऐ भय भन आज तक तया कहना भानकय भ बटक यहा था अफ त एक फाय भया कहना भानकय तो दख शासतर क वचन का कहना भानकय तो दख ऐसा द ख नक भ बी नह ॊ जसा चॊचर चचतत भ होता ह ऐसा सख सवग औय वकणठ भ बी नह ॊ जसा सख ननदळर चचतत भ परकट होता ह ऐ चचतत तया चॊचर होना तया औय भया ववनाश ह तया शचसथय होना फडा ऩाय होन का हत ह ऐ भय चचतत त भान जा इसी भ तया कलमाण ह

उस भह ऩनत न अऩन चचतत को फाय-फाय सभझामा कछ णो क लरए तो चचतत ऩयभातभ-शाशचनत भ डफा सा ददखा कपय आॉख खोरकय फाहय सवदश को ननहायन रगा भहायाज जनक न कपय आॉखो को रकषम कयक सभझामा

ह चॊचर नि तभ फाहय का जगत अऩन बीतय बयत हो शरोि औय नि तभ इस जीव को फड धोख क जगत भ र जात हो तभ दोनो क दराया जगत बीतय आता ह जमो ह जगत बीतय आता ह तमो ह चचतत की चॊचरता फढती ह यातरि को सो जात ह तो आॉख औय कान क दराया जगत बीतय नह ॊ आता चचतत परकनत भ र न हो जाता ह सफह फडी शाशचनत औय

ताजगी का अनबव होता ह परकनत भ र न हआ चचतत शय य को जया सी ताजगी दता ह वह चचतत मदद धमान कयक आतभा भ र न हो जाम तो जीवन ऩया ताजा फना दता ह तभ तो ऩय ऩावन हो ह जात हो तमहाय सॊग भ आन वार वमकति बी ननषऩाऩ होकय ऩावन हो जात ह

ऐ भय चचतत तया सचचा याजम तो आतभा का याजम ह इस जनकऩय भ तो कई याजा आम शचजसन याजम ककमा वह जनक कहरामा त कफ तक इस जठी ऩरथवी का गव कयक अऩन को याजा भानगा त इस ऩरथवी का ऩनत नह ॊ भदहऩनत नह ॊ त तो इस ऩरथवी का एक गरास भाि ह तय जस तो कई याजा आ-आकय इस ऩरथवी भ दपनाम गम उनकी हडकतडमाॉ बी गर गई

भाट कह कमहाय स त कमा यौद भोम एक ददन ऐसा आमगा भ यौदगी तोम

भदहऩनत अऩन चचतत को सभझाता ह ऐ चचतत त ऩयभातभा की शाशचनत भ शानत हो जा नह ॊ तो ऋवष रोग भय हाॉसी कयग कहग सभझदाय होकय भखो की नाई आमषम तरफता ददमा फवदधभान होकय ऩशओॊ की नाई शय य को ऩारन-ऩोषन भ जीवन गॉवा ददमा ऐ भय भन शचजस ऩयभातभा न तझ अनयाग का दान ददमा ह उसस सॊसाय क ववषम त कमा भाॉगता ह उसस नदवय चीजो की चाह त कमो कयता ह

शचजसन अनयाग का दान ददमा उसस कभ भाॉग रजाता नह ॊ

अऩनाऩन बर सभाचध रगा

मह वऩम का ववमोग सहाता नह ॊ नब दख ऩमोधय शाभ ढर

कमो लभट उसभ लभर जाता नह ॊ चगता ह चकोय अॊगाय

परयमाद ककसी को सनाता नह ॊ अफ सीख र भौन का भॊि नमा

अफ वऩम का ववमोग सहाता नह ॊ ऐ चचतत त भौन का भॊि र र बीतय ह बीतय उस ऩाय की शाशचनत का अनबव कय

कपय ऩता चरग कक ककतना खजाना तय बीतय छऩा ह

सॊञा सखणा कोई नह ॊ सफक बीतय रार भयख गरॊचथ खोर नह ॊ कयभी बमो कॊ गार

कभी कभकाणड भ पॉ सा ह भख फवकपी भ पॉ सा ह कोई-कोई भाई का रार कभो स औय फवकपी स फचकय ननषकभ तवव भ गोता भायता ह ननशचषकरम चतनम भ अऩन आऩको खो दता ह उऩननषद कहत ह-

मतो वाचो ननवतनत अपरापम भनसा सह जहाॉ वाणी नह ॊ ऩहॉचती भन स जो परादऱ नह ॊ होता फवदध जहाॉ स रौटकय आती ह ऐस

आतभदव को जो बागमवान ऩाता ह वह कपय ककसी स बमबीत नह ॊ होता भतम बी उसका कछ तरफगाड नह ॊ सकती भतम शय य की होती ह आतभऻानी उस भतम को बी दखता ह

ऐ चचतत त बरहमऻान ऩा र तय चॊचरता लभटत ह ऩयबरहम ऩयभातभा का अनबव होन रगगा आज तक भ तया कहना भानता आमा हॉ आज त भया कहना भान त शानत हो जा

वलशदषजी कहत ह- ह याभजी इस परकाय भदहऩनत जनक फाय-फाय अऩन चचतत को अनतभख फना यह ह चचतत को अनतभख कयत-कयत बरहमशचसथनत का ऩयभातभ-शाशचनत का अनबव ककमा

नि खोर फाहय ननहाया जगत की ओय इतन भ दालसमाॉ हाथ जोडकय खडी हो गई कक भहायाज सनान कयन का सभम हआ ह यतनजकतडत सवण क करशो भ बया ववववध तीथो का जर औय वददक भनिोचचाय कयत बराहमण इॊतजाय कय यह ह

जनक न कहा अफ भन आतभजर भ नहा लरमा ह शय य को तीथ क जर भ नहरा दता हॉ अफ भ फाहय चदशा करॉ तो मह शय य की चदशा ह भय नह ॊ नहाना-धोना खाना-ऩीना याजकाज कयना म सफ कभ शय य क ह भया कोई कभ नह ॊ भया तो कततवम ह उस परब भ भसत यहना भन कयन मोगम सफ कभ कय लरम ऩारन मोगम धभ ऩार लरम अऩन घय भ घय ऩा लरमा

इस परकाय बऩनत को ऩयभातभ-शाशचनत का अनबव हआ

ह याभ जी मथामोगम वमवहाय कयो रककन चचतत स सदा आतभऩद भ शचसथनत कयो चचतत भ एक फाय आतभ-शाशचनत का सवाद आ जाम तो कपय सॊसाय भ कोई सख तमह परबाववत नह ॊ कयगा

जस अभत तस ववष घाट जसा भान तसा अऩभाना

हष शोक जाॉक नह ॊ वय भीत सभान कह नानक सन य भना भि ताॉदह त जान

एक फाय चचतत ऩयभातभ-शाशचनत का अनबव कय कपय तमहाय चचतत भ तमहाय अनतकयण भ सॊसाय की सतमता नदश हो जामगी

अनकरभ

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भाभकॊ शयणॊ वरज

जीव भाि का दहत कवर इसी फात भ ह कक वह ककसी औय का सहाया न रकय कवर बगवान की ह शयण र र बगवान क शयण होन क लसवाम जीव का कह ॊ बी ककॊ चचत भाि बी नह ॊ ह कायण मह ह कक जीव साात ऩयभातभा का अॊश ह इसस वह ऩयभातभा को छोडकय औय ककसी का सहाया रगा तो वह सहाया दटकगा नह ॊ जफ सॊसाय की कोई बी वसत वमकति घटना ऩरयशचसथनत अवसथा आदद शचसथय नह ॊ ह तो कपय इनका सहाया कस शचसथय यह सकता ह इनका सहाया तो यहगा नह ॊ कवर चचनता शोक द ख आदद यह जामग

अशचगन स अॊगाय दय हो जाता ह तो वह कारा कोमरा फन जाता ह ऩय वह कोमरा जफ ऩन अशचगन स लभर जाता ह तो वह अशचगनरऩ फन जाता ह औय अॊगाय होकय चभक उठता ह

ऐस ह मह जीव बगवान स ववभख हो जाता ह तो वह फाय-फाय जनभता-भयता औय द ख ऩाता यहता ह ऩय जफ वह बगवान क समभख हो जाता ह अननम बाव स बगवान की शयण भ हो जाता ह तो वह बगवतसवरऩ फन जाता ह औय चभक उठता ह इतना ह नह ॊ ववदव का बी कलमाण कयन वारा हो जाता ह

साधक को सफस ऩहर भ बगवान का हॉ इस परकाय अऩन अहॊता को फदर दना चादहए कायण कक तरफना अहॊता क फदर साधन सगभता स नह ॊ होता औय अहॊता क फदरन ऩय साधन सगभता स सवाबाववक ह होन रगता ह

वववाह हो जान ऩय कनमा अऩनी अहॊता को फदर दती ह कक भ तो ससयार की ह हॉ औय वऩता क कर का समफनध तरफलकर छट जाता ह ऐस ह साधक को अऩनी अहॊता फदर दनी चादहए कक भ बगवान का हॉ औय बगवान भय ह भ सॊसाय का नह ॊ हॉ औय सॊसाय भया नह ॊ ह अहॊता क फदरन ऩय भभता बी अऩन आऩ फदर जाती ह

भ परब क चयणो भ ह ऩडा हआ हॉ ndash ऐसा भन भ बाव यखत हए जो कछ अनकर मा परनतकर ऩरयशचसथनत साभन आ जाम उसभ बगवान का भॊगरभम ववधान भानकय ऩयभ परसनन यह

बगवान क दराया भय लरम जो कछ बी ववधान होगा वह भॊगरभम हो होगा ऩय ऩरयशचसथनत भय सभझ भ आम मा न आम मह फात दसय ह ऩय बगवान का ववधान तो भय लरए कलमाणकाय ह ह इसभ कोई सनदह नह ॊ इसलरए जो कछ होता ह वह भय कभो का पर नह ॊ ह परतमत बगवान क दराया कऩा कयक कवर भय दहत क लरए बजा हआ ववधान ह

बगवान पराणीभाि क ऩयभ सरद होन स अनकर मा परनतकर ऩरयशचसथनत बजकय पराखणमो क ऩणम-ऩाऩो का नाश कयक उनह ऩयभ शदध फनाकय अऩन चयणो भ खीॊच यह ह ndash इस परकाय दढता स बाव होना ह बगवान क चयणो भ शयण रना ह

सवमॊ बगवान क शयणागत हो जाना मह समऩण साधनो का साय ह इसभ शयणागत बि को अऩन लरए कछ बी कयना शष नह ॊ यहता जस ऩनतवरता सतरी का अऩना कोई काभ नह ॊ यहता वह अऩन शय य की साय-सॉबार बी ऩनत क नात ऩनत क लरए ह कयती ह वह घय कटमफ वसत ऩि-ऩिी औय अऩन कहरानवार शय य को बी अऩना नह ॊ भानती परतमत ऩनतदव का ह भानती ह शचजस परकाय ऩनतवरता ऩनत क ऩयामण होकय ऩनत क गोि भ ह अऩना गोि लभरा दती ह औय ऩनत क ह घय ऩय यहती ह उसी परकाय शयणागत बि बी शय य को रकय भान जान वार गोि जानत नाभ आदद को बगवान को चयणो भ सभवऩत कयक ननशचदळॊत ननबम ननशोक औय ननशॊक हो जाता ह बगवान शरीकषण अजन स कहत ह-

सवधभानऩरयतमजम भाभकॊ शयणॊ वरज समऩण धभो का आशरम धभ क ननणम का ववचाय छोडकय कवर एक भय ह शयण भ

आ जा

महाॉ परदल होता ह कक धभ अथात कततवम धभ का सवरऩ स तमाग भाना जाम नह ॊ धभ का सवरऩ स तमाग कयना न तो गीता क अनसाय ठीक ह औय न वह परसॊग क अनसाय ह ठीक ह बगवान की फात सनकय अजन न कततवम धभ का तमाग नह ॊ ककमा ह अवऩत करयषम वचनॊ तव कहकय बगवान की आऻा क अनसाय कततवम कभ का ऩारन कयना सवीकाय ककमा ह

भाभकॊ शयणॊ वरज का तातऩम भन-फवदध क दराया शयणागनत को सवीकाय कयना नह ॊ ह अवऩत सवमॊ को बगवान की शयण भ जाना ह कमोकक सवमॊ की शयण होन ऩय भन फवदध इशचनिमाॉ शय य आदद बी उसी भ आ जात ह अरग नह ॊ यहत

बगवान क शयण होन क फाद बी तमहाय बावो ववततमो आचयणो आदद भ पक नह ॊ ऩडा सधाय नह ॊ हआ बगवतपरभ बगवददशन आदद नह ॊ हए औय अऩन भ अमोगमता अनचधकायता ननफरता आदद भारभ होती ह तो बी उनको रकय तभ चचनता मा बम भत कयो कमोकक बगवान कहत ह कक जफ तभ भय अननम शयण हो गम तो वह कभी तमहाय कभी कस यह उसका सधाय कयना तमहाया काभ कस यहा वह कभी भय कभी ह उसका सधाय कयना भया काभ यहा तमहाया तो फस एक ह काभ ह ननशचदळॊत ननशोक ननबम औय ननशॊक होकय यहना ह अगय तय भ चचनता बम वहभ आदद दोष आ जामग तो व शयणागनत भ फाधक हो जामग औय सफ बाय तय ऩय आ जामगा शयण होकय अऩन ऩय बाय रना शयणागनत भ करॊक ह

ववबीषण बगवान शरीयाभ क चयणो की शयण हो जाता ह तो कपय ववबीषण क दोषो को बगवान अऩन ह दोष भानत ह एक सभम ववबीषण जी सभि क इस ऩाय आम वहाॉ ववपरघोष नाभक गाॉव भ उनस एक अऻात बरहमहतमा हो गई इस ऩय वहाॉ क बराहमणो न इकटठ होकय ववबीषण को खफ भाया-ऩीटा ऩय व भय नह ॊ कपय बराहमणो न उनह जॊजीयो स फाॉधकय जभीन क बीतय एक गपा भ र जाकय फनद कय ददमा याभ जी को मह ऩता रगा तो व ऩषऩक ववभान क

दराया ततकार वहाॉ ऩहॉच बराहमणो न याभ जी का फहत आदय-सतकाय ककमा औय कहा कक भहायाज इसन बरहमहतमा कय द ह इसको हभन फहत भाया ऩय मह भया नह ॊ

बगवान याभ न कहा ह बराहमणो ववबीषण को भन कलऩ तक की आम औय याजम द यखा ह वह कस भाया जा सकता ह औय उसको भायन की जरयत ह कमा ह वह तो भया बि ह बि क लरए भ सवमॊ भयन को तमाय हॉ हभाय महाॉ ववधान ह कक दास क अऩयाध की शचजमभवाय उसक सवाभी ऩय होती ह सवाभी ह उसक दणड का ऩाि होता ह इसलरए ववबीषण क फदर भ आऩ रोग भय को ह दणड द

बगवान की मह शयणागत-वतसरता दखकय सफ बराहमण आदळम कयन रग औय उन सफ न बगवान की शयण र र

भ बगवान का हॉ औय बगवान भय ह ndash इस अऩन ऩन क सभान मोगमता ऩािता अचधकायता आदद कछ बी नह ॊ ह मह समऩण साधनो का साय ह छोटा-सा फचचा बी अऩनऩन क फर ऩय ह आधी यात भ साय घय को नचाता ह जफ वह यात भ योन की ठान रता ह तो साय घयवार उठ जात ह औय उस रयझात ह

इसलरए शयणागत बि को अऩनी मोगमता आदद की तयप न दखकय बगवान क साथ अऩन अऩनऩन की तयप ह दखत यहना चादहए

इसी दऴोक भ बगवान कहत ह कक भा शच त शोक भत कय भय शयण होकय बी ऩया ववदवास बयोसा न यखना औय चचनता कयना मह भय परनत अऩयाध ह अऩन दोषो को रकय चचनता कयना वासतव भ अऩन फर का अलबभान ह कमोकक दोषो को लभटान भ अऩनी साभरथम भारभ दन स ह उनको लभटान की चचनता होती ह हाॉ अगय दोषो को लभटान भ चचनता न होकय द ख होता ह तो द ख होना इतना दोष नह ॊ ह जस छोट फारक क ऩास कतता आता ह तो वह कतत को दखकय योता ह चचनता नह ॊ कयता ऐस ह दोषो का न सहाना दोष नह ॊ ह रककन चचनता कयना दोष ह

शयणागत होन क फाद बि को रोक ऩयरोक सदगनत-दगनत आदद ककसी बी फात की चचनता नह ॊ कयनी चादहए

बगवान क समफनध की दढता होन ऩय जफ सॊसाय शय य का आशरम सवथा नह ॊ यहता तफ जीन की आशा भयन का बम कयन का याग औय ऩान की रारच ndash म चायो ह नह ॊ यहत कमोकक अऩन ऩरयशचचछनन भ को उस अखणड वमाऩक भ अवऩत कय ददमा जफ तक ऩरयशचचछनन अहॊ फना यहता ह तफ तक चचनता औय बम फना यहगा उस वमाऩक सशचचचदानॊद ऩयभातभा भ ऩरयऩण बरहम भ अऩन भ को सभवऩत कय दना तरिगणातीत होना ह बगवान की शयण का भतरफ मह नह ॊ कक ककसी परनतभा क चयणो भ लसय टकत यहना अवऩत बरहमवतता गरओॊ स बगवततवव का ऻान ऩाकय अऩन ऩरयशचचछनन भ को वमाऩक सशचचचदानॊद ऩयभातभा भ र न

कयना जस घटाकाश अऩन को भहाकाशसवरऩ सभझ र ऐस ह जीव अऩन वासतववक लशवसवरऩ को सभझ र

बगवान की भनत की शयण तो कमा बगवान क साकाय साशचननधम भ अजन था रककन जफ ऻा उऩदश स अजन का भोह नदश हआ औय अऩन सवरऩ की सभनत आमी तबी वह धनम हआ

बगवान भ तय शयण हॉ भ तय शयण हॉ मह बाव तो ठीक ह रककन अऩन दह की खणडता ऩरयशचचछननता औय नदवयता भ जो अऩना अहॊबाव ह भ ऩना रगा ह उसको वहाॉ स हटाकय बगवान की अखणडता वमाऩकता अवऩशचचछननता औय ननतमता भ रगाना ह बगवान क शयण होना ह

शयणागत बि भ मह एक फात आती ह कक अगय भया जीवन परब क रामक सनदय औय शदध नह ॊ फना तो बिो की फात भय आचयण भ कहाॉ आमी नह ॊ आमी कमोकक भय ववततमाॉ ठीक नह ॊ यहती वासतव भ भय ववततमाॉ ह ndash ऐसा भानना ह दोष ह ववततमाॉ उतनी दोषी नह ॊ ह

भन फवदध इशचनिमाॉ शय य आदद भ जो भयाऩन ह मह गरती ह कमोकक जफ भ बगवान की शयण हो गमा औय जफ सफ कछ उनको सभवऩत कय ददमा तो भन फवदध आदद भय कहाॉ यह अत शयणागत को भन फवदध आदद की अशवदध की चचनता कबी नह ॊ कयनी चादहए भय ववततमाॉ ठीक नह ॊ ह ndash ऐसा बाव कबी नह ॊ राना चादहए ककसी कायणवश अचानक ऐसी ववततमाॉ आ बी जाम तो आतबाव स ह भय नाथ ह भय परबो फचाओ फचाओ फचाओ ऐस परब को ऩकायना चादहए कमोकक व सवसभथ सवाभी ह तो चचनता कमो कयना

आचयणो की कभी होन स बीतय स बम ऩदा होता ह औय साॉऩ तरफचछ फाघ आदद स फाहय स बम ऩदा होता ह शयणागत बि क म दोनो ह परकाय क बम लभट जात ह इतना ह नह ॊ भतम का बम बी जो फड-फड ववदरानो को बी होता ह वह बम बी सवथा लभट जाता ह

भय ववततमाॉ खयाफ हो जामगी ndash ऐस बम का बाव बी साधक को बीतय स ननकार दना चादहए कमोकक भ बगवान की कऩा भ तयानतय हो गमा हॉ अफ भझ ककसी फात का बम नह ॊ ह इन ववततमो को अऩनी भानन स ह भ इनको शदध नह ॊ कय सका कमोकक इनको भय भानना ह भलरनता ह

एक ववतत उठी दसय ववतत उठन को ह उसक फीच की अवसथा बगवान का वासतववक सवरऩ ह न कक म ववततमाॉ

चतन ववभर सहज सख यालश जीव चतन ह ववभर ह सहज सख-सवरऩ ह नाहक ऩयशानी भोर रता ह जो बगवान

की शयण होकय अऩन को जीव भानता ह उसकी फवदध हॉसन मोगम ह उसका ननणम हासमासऩद ह

इसलरए अफ भ कबी बी ववततमो को अऩनी नह ॊ भानॉगा जफ ववततमाॉ भय ह ह नह ॊ तो भझको बम ककस फात का अफ तो कवर बगवान की कऩा ह कऩा ह वह सवि ऩरयऩण हो यह ह मह फडी खशी की परसननता की फात ह इस परकाय साधक को ननबम औय ननशचदळॊत हो जाना चादहए

बम ऩयाम स होता ह आतभीम स नह ॊ होता बम दसय स होता ह अऩन स नह ॊ होता ददरतीमादर बमॊ बवनत परकनत का काम शय य सॊसाय ददरतीम ह इसलरए इनस समफनध यखन ऩय ह बम होता ह कमोकक इनक साथ सदा समफनध यह ह नह ॊ सकता कायण मह ह कक परकनत औय ऩरष का सवबाव सवथा लबनन-लबनन ह एक जड ह दसया चतन एक ववकाय ह दसया ननववकाय एक ऩरयवतनशीर ह दसया अऩरयवतनशीर एक परकाशम ह दसया परकाशक लभरथमा औय ऩरयवतनशीर को सतम भानन स बम होता ह अऩन सतम सवरऩ को सवीकाय कय रो बम छट जामगा जीवो बरहमव नाऩय जीव बरहम स अरग था नह ॊ ह नह ॊ हो सकता नह ॊ सफ द खो का भर अऻान ह अऻान हटा ददमा कक जीव न अऩन सवरऩ को ऩा लरमा ईदवय क अननम शयण हो गमा

बगवान ऩयाम नह ॊ ह व तो आतभीम ह जीव उनका सनातन अॊश ह उनका सवरऩ ह उनकी शयण होन ऩय भनषम सदा क लरए ननबम हो जाता ह फचच को भाॉ स दय होन ऩय तो बम होता ह ऩय भाॉ की गोद भ चर जान ऩय उसका बम लभट जाता ह कमोकक भाॉ उसकी अऩनी ह बगवान का बि इसस बी ववरण होता ह फचच औय भाॉ भ तो बदबाव ददखता ह ऩय बि औय बगवान भ बदबाव समबव ह नह ॊ ह

बगवान बि क अऩनऩय को ह दखत ह गणो औय अवगणो को नह ॊ सवरऩ स बि सदा स ह बगवान का ह औय गण दोष आगनतक ह इसलरए बगवान की दवदश इस वासतववकता ऩय ह सदा जभा यहती ह जस कीचड आदद स सना हआ फचचा जफ भाॉ क साभन आता ह तो भाॉ की दवदश कवर अऩन फचच की तयप ह जाती ह फचच क भर की तयप नह ॊ फचच की दवदश बी अऩन भर की तयप नह ॊ जाती भाॉ साप कय मा न कय फचच की दवदश भ तो भरा ह ह नह ॊ उसकी दवदश भ तो कवर भाॉ ह ह िौऩद क भन भ ककतना दरष औय करोध बया हआ था कक जफ द शासन क खन स अऩन कश धोऊॉ गी तबी कशो को फाॉधगी ऩयनत िौऩद जफ बी बगवान को ऩकायती ह बगवान चट आ जात ह कमोकक बगवान क साथ िौऩद का परगाढ अऩनाऩन था

साधक को चादहए कक वह बगवान की भजी स सवथा अऩनी भजी लभरा द बगवान ऩय अऩना ककॊ चचत बी आचधऩतम न भान अवऩत अऩन ऩय ऩया आचधऩतम भान भ बगवान का हॉ तो बगवान भय लरम जसा ठीक सभझ वसी ह ननसॊकोच होकय कय कह ॊ बी बगवान हभाय भन की कय तो उसभ सॊकोच हो कक भय लरए बगवान को ऐसा कयना ऩडा मदद अऩन भन की फात ऩय होन स सॊकोच नह ॊ होता अवऩत सॊतोष होता ह तो मह शयणागनत नह ॊ ह शयणागत

बि शय य इशचनिमाॉ भन फवदध क परनतकर ऩरयशचसथनत भ बी बगवान की भजी सभझकय परसनन यहता ह

बिो की या ददशो का ववनाश औय धभ की सथाऩना ndash इन तीन फातो क लरए सभम-सभम ऩय बगवान अवताय रत ह इन तीन फातो भ कवर बगवान का कमा परमोजन लसदध होता ह कछ नह ॊ व तो कवर पराणीभाि क कलमाण क लरए ह म तीनो काभ कयत ह इसस बगवान की सवाबाववक आतभीमता कऩारता वपरमता दहतवषता सरदता औय ननयऩ उदायता ह लसदध होती ह

बि को अऩनी सफ चचनताएॉ बगवान ऩय ह छोड दनी चादहए बगवान दशन द मा न द परभ द मा न द ववततमो को ठीक कय मा न कय हभ शदध फनाम मा न फनाम ndash मह सफ बगवान की भजी ऩय छोड दना चादहए उस तो तरफलर का फचचा फनना चादहए तरफलर का फचचा अऩनी भाॉ ऩय ननबय यहता ह तरफलर चाह जहाॉ यख चाह जहाॉ र जाम तरफलर अऩनी भजी स फचच को उठाकय र जाती ह तो वह ऩय सभट रता ह ऐस ह शयणागत बि सॊसाय की तयप स अऩन हाथ-ऩय सभटकय कवर बगवान का चचनतन नाभ-जऩ आदद कयत हए बगवान की तयप ह दखता यहता ह वह जो कछ काभ कयता ह उसको बगवान का ह सभझकय बगवान की ह शकति भानकय बगवान क ह लरए कयता ह अऩन लरए ककॊ चचनभाि बी नह ॊ कयता बगवान का जो ववधान ह उसभ ऩयभ परसनन यहता ह अऩन भन को कछ बी नह ॊ रगाता

जस कमहाय ऩहर लभटटी को लसय ऩय उठाकय राता ह तो कमहाय की भजी गीरा कयक यौदता ह तो कमहाय की भजी चकक ऩय चढाकय घभाता ह तो कमहाय की भजी लभटटी कबी कछ नह कहती कक तभ घडा फनाओ सकोया फनाओ भटकी फनाओ कमहाय चाह जो फनाम उसकी भजी ह

ऐस ह शयणागत बि अऩनी कछ बी भजी भन की फात नह ॊ यखता वह शचजतना अचधक ननशचदळॊत औय ननबम होता ह बगवतकऩा उसको अऩन आऩ उतना ह अचधक अऩन अनकर फना रती ह औय शचजतनी वह चचनता कयता ह अऩना फर भानता ह उतना ह वह आती हई बगवतकऩा भ फाधा रगाता ह शयणागत होन ऩय बगवान की ओय स जो ववरण ववचचि अखणड अटट कऩा आती ह अऩनी चचनता कयन स उस कऩा भ फाधा रग जाती ह

सॊसाय औय बगवान इन दोनो की समफनध तो तयह का होता ह सॊसाय का समफनध कवर भाना हआ ह औय बगवान का समफनध वासतववक ह सॊसाय का समफनध तो भनषम को ऩयाधीन फनाता ह गराभ फनाता ह ऩय बगवान का समफनध भनषम को सवाधीन फनाता ह चचनभम फनाता ह बगवान का बी भालरक

ककसी फात को रकय अऩन भ कछ बी अऩनी ववशषता ददखती ह वह वासतव भ ऩयाधीनता ह मदद भनषम ववदया सॊऩवतत तमाग वयागम आदद ककसी फात को रकय अऩनी

ववशषता भानता ह तो मह उन ववदया आदद की ऩयाधीनता दासता ह ह जस कोई धन को रकय अऩन को ववशष भानता ह तो मह ववशषता वासतव भ धन की ह हई खद की नह ॊ वह अऩन को धन का भालरक भानता ह ऩय वासतव भ वह धन का गराभ ह

परब का मह कामदा ह कक शचजस बि को अऩन भ कछ बी ववशषता नह ॊ ददखती अऩन भ ककसी फात का अलबभान नह ॊ होता उस बि भ बगवान की ववरणता उतय आती ह ककसी-ककसी भ महाॉ तक ववरणता आती ह कक उसक शय य इशचनिमाॉ भन फवदध आदद पराकत ऩदाथ बी चचनभम फन जात ह उनभ जडता का अतमनत अबाव हो जाता ह ऐस बगवान क परभी बि बगवान भ ह सभा गम ह अनत भ उनक शय य नह ॊ लभर जस भीयाफाई शय य सदहत बगवान क शरीववगरह भ र न हो गई कवर ऩहचान क लरए उनकी साडी का छोटा-सा छोय शरीववगरह क भख भ यह गमा औय कछ नह ॊ फचा ऐस ह सॊत शरी तकायाभ जी शय य सदहत वकणठ चर गम

ऻानभाग भ शय य चचनभम नह ॊ होता कमोकक ऻानी असत स समफनध-ववचछद कयक असत स अरग होकय सवमॊ चचनभम तवव भ शचसथत हो जाता ह ऩयॊत जफ बि बगवान क समभख होता ह तो उसक शय य इशचनिमाॉ भन पराण आदद सबी बगवान क समभख हो जात ह तातऩम मह हआ कक शचजनकी दवदश कवर चचनभम तवव ऩय ह ह शचजनकी दवदश भ चचनभम तवव स लबनन जडता की सवतनि सतता ह नह ॊ होती तो वह चचनभमता उनक शय य आदद भ बी उतय आती ह औय व शय य आदद चचनभम हो जात ह हाॉ रोगो की दवदश भ तो उनक शय य भ जडता ददखती ह ऩय वासतव भ उनक शय य चचनभम होत ह

बगवान की सवथा शयण हो जान ऩय शयणागत क लरए बगवान की कऩा ववशषता स परकट होती ह ऩय भाि सॊसाय का सनहऩवक ऩारन कयन वार औय बगवान स अलबनन यहन वार वातसलमभमी भाता रकषभी का परब-शयणागत ऩय ककतना अचधक सनह होता ह व ककतना अचधक पमाय कयती ह इसका कोई बी वणन नह ॊ कय सकता रौककक वमवहाय भ बी दखन भ आता ह कक ऩनतवरता सतरी को वऩतबि ऩि फहत पमाया रगता ह

परभबाव स ऩरयऩण परब जफ अऩन बि को दखन क लरए ऩधायत ह तो भाता रकषभी बी परब क साथ आती ह ऩयनत कोई बगवान को न चाहकय कवर भाता रकषभी को ह चाहता ह तो उसक सनह क कायण भाता रकषभी बी आ जाती ह ऩय उनका वाहन ददवानध उलर होता ह ऐस वाहनवार रकषभी को परादऱ कयक भनषम बी भदानध हो जाता ह अगय उस भाॉ को कोई बोगमा सभझ रता ह तो उसका फडा बाय ऩतन हो जाता ह कमोकक वह तो अऩनी भाॉ को ह कदवदश स दखता ह इसलरए वह भहान अधभ ह

जहाॉ कवर बगवान का परभ होता ह वहाॉ तो बगवान स अलबनन यहन वार रकषभी बगवान क साथ आ ह जाती ह ऩह जहाॉ कवर रकषभी की चाहना ह वहाॉ रकषभी क साथ बगवान बी आ जाम मह ननमभ नह ॊ ह

शयणागनत क ववषम भ एक कथा आती ह सीताजी याभ जी औय रकषभणजी जॊगर भ एक व क नीच फठ थ उस व की शाखाओॊ औय टहननमो ऩय एक रता छाई हई थी रता क कोभर-कोभर तनत पर यह थ उन तनतओॊ भ कह ऩय नमी-नमी कोऩर ननकर यह थीॊ औय कह ॊ ऩय तामरवण क ऩतत ननकर यह थ ऩषऩ औय ऩततो स रता छाई हई थी उसस व की सनदय शोबा हो यह थी व फहत ह सहावना रग यहा था उस व की शोबा को दखकय बगवान शरीयाभ रकषभण जी स फोर दखो रकषभण मह रता अऩन सनदय-सनदय पर सगशचनधत पर औय हय -हय ऩवततमो स इस व की कसी शोबा फढ यह ह जॊगर क अनम सफ व ो स मह व ककतना सनदय ददख यहा ह इतना ह नह ॊ इस व क कायण ह साय जॊगर की शोबा हो यह ह इस रता क कायण ह ऩश-ऩी इस व का आशरम रत ह धनम ह मह रता

बगवान शरीयाभ क भख स रता की परशॊसा सनकय सीताजी रकषभण स फोर दखो रकषभण बमा तभन खमार ककमा कक नह ॊ दखो इस रता का ऊऩय चढ जाना

पर ऩततो स छा जाना तनतओॊ का पर जाना म सफ व क आचशरत ह व क कायण ह ह इस रता की शोबा बी व क ह कायण ह अत भर भ भदहभा तो व की ह ह आधाय तो व ह ह व क सहाय तरफना रता सवमॊ कमा कय सकती ह कस छा सकती ह अफ फोरो रकषभण जी तमह ॊ फताओ भदहभा व की ह हई न व का सहाया ऩाकय ह रता धनम हई न

याभ जी न कहा कमो रकषभण मह भदहभा तो रता की ह हई न रता को ऩाकय व ह धनम हआ न

रकषभण जी फोर हभ तो एक तीसय ह फात सझती ह

सीता जी न ऩछा वह कमा ह दवय जी

रकषभणजी फोर न व धनम ह न रता धनम ह धनम तो मह रकषभण ह जो दोनो की छामा यहता ह

बगवान औय उनकी ददवम आहलाददनी शकति दोनो ह एक दसय की शोबा फढात ह कोई उन दोनो को शरदष फताता ह कोई कवर बगवान को शरदष फताता ह औय कोई कवर उनकी आहलाददनी शकति को शरदष फताता ह शयणागत बि क लरए तो परब औय उनकी आहलाददनी शकति दोनो का ह आशरम शरदष ह

जफ भनषम बगवान की शयण हो जाता ह उनक चयणो का सहाया र रता ह तो वह समऩण पराखणमो स ववघन-फाधाओॊ स ननबम हो जाता ह उसको कोई बी बमबीत नह ॊ कय सकता कोई बी कछ तरफगाड नह ॊ सकता

बगवान क साथ काभ बम दरष करोध सनह आदद स बी समफनध कमो न जोडा जाम वह बी जीव का कलमाण कयन वारा ह होता ह

कवर एक बगवान की शयण होन का तातऩम ह ndash कवर बगवान भय ह अव व ऐदवम-समऩनन ह तो फडी अचछी फात ह औय कछ बी ऐदवम नह ॊ ह तो फडी अचछी फात व फड दमार ह तो फडी अचछी फात औय इतन ननदषय कठोय ह कक उनक सभान दननमाॉ भ कोई कठोय ह नह ॊ तो बी फडी अचछी फात उनका फडा बाय परबाव ह तो फडी अचछी फात औय उनभ कोई परबाव नह ॊ हो तो बी फडी अचछी फात शयणागत भ इन फातो की कोई ऩयवाह नह ॊ होती उसका तो एक ह बाव यहता ह कक बगवान जस बी ह हभाय ह बगवान की इन फातो की ऩयवाह न होन स बगवान का ऐदवम भाधम सौनदम गण परबाव आदद चर जामग ऐसी फात नह ॊ ह ऩय हभ उनकी ऩयवाह नह ॊ कयग तो हभाय असर शयणागनत होगी

बगवान क परनत बिो क अरग-अरग बाव होत ह कोई कहता ह कक दशयथ जी की गोद भ खरनवार जो याभरारा ह व ह हभाय इदश ह याजाचधयाज याभचनिजी नह ॊ छोटा सा याभरारा कोई बि कहता ह कक हभाय इदश तो रडडगोऩार ह ननद क रारा ह व बि अऩन याभरारा को ननदरारा को सॊतो स आशीवाद ददरात ह तो बगवान को मह फहत पमाया रगता ह तातऩम ह कक बिो की दवदश बगवान क ऐदवम की तयप जाती ह नह ॊ

सॊत कहत ह कक अगय बगवान स लभरना हो तो साथ भ साथी नह ॊ होना चादहए औय साभान बी नह ॊ होना चादहए साथी औय साभान क तरफना बगवान स लभरो जफ साथी सहाया साथ भ ह तो तभ कमा लभर बगवान स औय भन फवदध ववदया धन आदद साभान साथ भ फॉधा यहगा तो उसका ऩयदा यहगा ऩयद भ लभरन थोड ह होता ह साथ भ कोई साथी औय साभान न हो तो बगवान स जो लभरन होगा वह फडा ववरण औय ददवम होगा

कछ बी चाहन का बाव न होन स बगवान सवाबाववक ह पमाय रगत ह भीठ रगत ह शचजसभ चाह नह ॊ ह कोई आकाॊा इचछा नह ॊ ह वह बगवान का खास घय ह बगवान क साथ सहज सनह हो सनह भ कछ लभरावट न हो कछ बी चाहना न हो जहाॉ कछ बी चाहना हो जाम वहाॉ परभ कसा वहाॉ तो आसकति वासना भोह भभता ह होत ह

बगवान एक फाय बि को खीॊच र तो कपय छोड नह ॊ बगवान स ऩहचान न हो तफ तक तो ठीक ह अगय उसस ऩहचान हो गई तो कपय भाभरा खतभ कपय ककसी काभ क नह ॊ यहोग तीनो रोको भ ननकमभ हो जाओग

हाॉ जो ककसी काभ का नह ॊ होता वह सफ क लरए सफ काभ का होता ह ऩयॊत उसको ककसी स कोई भतरफ नह ॊ होता

शयणागत बि को बजन नह ॊ कयना ऩडता उसक दराया सवत सवाबाववक बजन होता ह बगवान का नाभ उस सवाबाववक ह फडा भीठा पमाया रगता ह जस दवास अऩन आऩ चरता यहता ह दवास क तरफना हभ जी नह ॊ सकत ऐस ह शयणागत बि बजन क तरफना नह ॊ यह सकता

शचजसको सफ कछ अवऩत कय ददमा उसक ववसभयण भ ऩयभ वमाकरता भहान छटऩटाहट होन रगती ह नायदबकति सि भ आमा ह तददरसभयण ऩयभ वमाकरतनत ऐस बि स अगय कोई कह कक आध ण क लरए बगवान को बर जाओ तो तीनो रोको का याजम लभरगा तो वह इस ठकया दगा बागवत भ आमा ह

तीनो रोको क सभसत ऐदवम क लरए बी उन दवदरब बगवचचयणकभरो को जो आध ननभष क लरए बी नह ॊ तमाग सकत व ह शरदष बगवदबि ह

बगवान कहत ह- सवमॊ को भझ अवऩत कयन वारा बि भझ छोडकय बरहमा का ऩद इनि का ऩद समऩण ऩरथवी का याजम ऩातारादद रोको का याजम मोग की सभसत लसवदधमाॉ औय भो को बी नह ॊ चाहता

अनकरभ

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ण का बी परभाद भतम ह

ह चतनम दव त इस ववसतत जगत को द घ कार स चरा आता भत सभझ त ऐसा खमार भत कय फठना कक भया ऩव जनभ था औय वहाॉ ककम हए ऩाऩ ऩणमो क परसवरऩ मह वततभान जनभ हआ ह औय इस वततभान जनभ भ कभ उऩासनादद साधन-सॊऩनन होकय ऻान परादऱ करॉ गा औय भो का बागी फनॉगा भझस ऩथक अनम रोग बी ह शचजनभ स कोई भि ह कोई फदध ह

पमाय अनतकयणरऩी गपा भ फठकय इस परकाय का ववचाय भत कयना कमोकक मह साया ववदव सवपनवत ह जस ण बय स तझको सवपन भ ववसतीण सॊसाय ददख जाता ह औय उस ण क ह अनदय त अऩना जनभादद भान रता ह वस ह मह वततभान कार का जगत बी तया ण बय का ह परभाद ह

वपरम आतभन न तया ऩहर जनभ था न वततभान भ ह औय न आग होगा मदद णभाि क लरए अऩन आसन स हटगा अऩन आऩको सवरऩ भ शचसथत न भानगा परभाद कयगा तो वह परभाद ववसतीण जगत हो बासगा पमाय त अऩन आऩको भन फवदध आदद क छोट स आॉगन भ भत सभझ जस भहान सभि भ छोट फडी अनक तयॊग ऩदा औय नदश होती यहती ह वस ह अनॊत अनॊत भन फवदध आदद तयॊग तझ भहासागय भ ऩदा हो होकय नदश होती यहती ह भन फवदध की कलऩना ह सॊसाय ह नह ॊ नह ॊ भन-फवदध ह सॊसाय ह इनस लबनन सॊसाय की सतता ककॊ चचत भाि बी नह ॊ ह भन फवदध की बी अऩनी अरग सतता नह ॊ ह तय ह सतता स भन फवदध बासत ह जस भरबलभ भ यत ह जर होकय बासती ह वस त ह जगत होकय बास यहा ह जस यत सदव यत ह ह कपय बी दय स जर नजय आता ह वस ह त चतनम आतभा सदव

जमो का तमो एकयस ननववकाय अखणड आननदघन ह ऩयॊत भन-फवदध भ स जगत होकय बासता ह दख बाषमकाय सवाभी कमा कहत ह

भयमखणडसखाममोध फहधा ववदववीचम उतऩदयनत ववर मनत भामाभारतववभरभात

भझ अखणड आननद सवरऩ आतभारऩी सागय भ भामारऩी ऩवन स भराॊनत क कायण अनक-अनक ववदवरऩी तयॊग उतऩनन हो यह ह औय ववर न हो यह ह

अनकरभ

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ना कयो नीॊद स पमाय याजा बतहरय कहत ह कक भन बोग नह ॊ बोग बोगो न भझ बोग लरमा सभम न भझ

काट लरमा फीभाय का इराज तो हो सकता ह ऩयनत वदधावसथा को आन स कोई बी नह ॊ योक सकता साया ददन ननयाकाय स ह रन दन ह सख बी ननयाकाय ह औय द ख बी ननयाकाय ह कचच खणक वयागम स तो कलमाण नह ॊ हो सकता जस अधकचची चीज खान स कदश होता ह

आग जरानी ह तो पॉ कन वार जरा सकन वार न जरा जफ तक खद नह ॊ आती तफ तक खदा का ऩता नह ॊ रगता सवाभी याभ को उसकी

आतभा की रगन खीॊच यह थी उनहोन अनायकर क बय फाजाय भ अऩन फचचो क हाथो स उॉगलरमाॉ खीॊच र ॊ औय आतभदव की भसती भ भसत हो गम चर जान की ताकत आ गई

कार का ऻात औय अऻात रऩ हभ पाड ननगर यहा ह हभ सबी नासभझ फनकय फयहभ दननमा की वसतओॊ स परभ का नाटक खर यह ह

एक फाय एक सादहतमकाय साथी स ऩछा गमा बाई तभ आज इतन ऩयशान कमो ददखाई दत हो

जीवन-सॊचगनी क ननवाचन भ घयफाय छोड चका हॉ कमोकक वह जीवन औय भतम भ बी भया साथ ननबामगी सॊसाय की कोई शकति भय सभीऩ आन स उस नह ॊ योक सकगी

कछ ददनो क फाद व बावक कराकाय ऩागरखान भ ह बगवान क पमाय हो गम कमोकक जीवन सॊचगनी न अऩना घय उनक लरम नह ॊ छोडा इसीलरए तो फदध न सॊऩण सतम क लरम घय छोडा मशोधया औय याहर को छोड ददमा मह कहत-कहत कक ओ णबॊगय बव याभ-याभ बतहरय न याजम लसॊहासन छोडा इसी सतम-अनवषण क लरए कक परभ का अभय सॊदश कहाॉ ह औय वह अनत भ लभरा आतभ-साातकाय भ

बरा इस सॊसाय क सवाथ बय कण-कण भ बी याहत ह नह ॊ कोभरता ह नह ॊ सतमता ह नह ॊ मह जानत हए बी भोहऩाश भ भानव की भहाकामा कमो सभादहत ह कमो

आफदध ह इसका एक ह कायण ह भनषम अऩन चचय सनातन ववचायरऩी धन को इस सॊसाय भ बर फठा ह अबाव बी तरफना ववचाय क भतम ह औय वबव बी भौत की ह ननशानी ह

भानव तरफना आतभफोध क सॊसाय भ सॊसाय क कण-कण भ भौत का फरावा द यहा ह

वववक जागन का भाग ह गर क दय ऩय झक जाओ औय अनतभख हो जाओ सॊत नसखा फतात ह कक सॊसाय का शहॊशाह फनन क लरए उस अननदश को सवीकाय कयो ववचाय कयक अगय ऩरयशचसथनत नह ॊ सॉबरती तो अननदश होना ह ह

जो भसकया सकता ह वह अभीय ह जो योता ह वह गय फ ह फाहय कभया तो वातानकर ह ऩय ददर चचनतातय ह तभन तो ददर भ अॊगीठी सरगाई हई ह ऐ ऩयभदवय की जात त तो रहानी नय ह शकर कय कक त ह त ह तो जवान ह औय अबी भौत क वायनट जाय नह ॊ हए लभटटी क द ऩक भ तर जर यहा ह औय तर भ फतती ह त पट ऩयान कऩडो भ बी ऩयभदवय की ओय बाग सकता ह

शचजनकी टाॉग टट हई ह हाथ टट हए ह उनहोन ह अननदश सवीकाय कय लरमा ह चचनता ऩरयशचसथनत क अधीन नह ॊ चचनता आदत ह

मा कोई द वाना हॉस मा शचजस त तौकपक द वयना इस दननमाॉ भ यहक भसकया सकता ह कौन

मा तो ऩागर हॉसता ह मा शचजसको त बकति की भसती द वह हॉसता ह नह ॊ तो सॊसाय भ हॉसना फडा कदठन ह

तन तो मॉ ह खमारो का फोझा लसय ऩय उठामा हआ ह जस गाडी ऩय फठ आदभी न लसय ऩय फोझा यकखा हो इसलरए अनतय स शनम होकय आतभा का धमान चचनतन कय तया बरा होगा

अनकरभ

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आतभ-ननदषा वपरम साधक फहत परमास कयन ऩय बी भन शानत नह ॊ होता ववततमाॉ शचसथय नह ॊ होती

तमहाय साधना ननषपर सी बास यह ह अहॊकाय ववर न होन क फदर ठोस होता चरा जा यहा ह कोई उऩाम नह ॊ नजय नह ॊ आता

दख एक यहसम सभझ र मदद त भन की ववततमाॉ स डयकय उनको शचसथय कयन का उऩाम कयगा तो भन जमादा ऩदश होता जामगा अहॊकाय खडा ह यहगा कमोकक वासतव भ व तय ह सतता स शचजनद ह इसलरए त भन औय भन की सवव यज तभोगणवार ववततमो को लभरथमा

जानकय उनकी तयप स फऩयवाह हो जा ऐसा कयन ऩय भन अऩन आऩ शानत हो जामगा कमा तन फहसऩनत क ऩि कच का हार नह ॊ सना

कच न फहत वषो तक अहॊकाय को ननवतत कयन का परमतन ककमा औय अहॊकाय अचधक ऩदश होता गमा तफ दवगर फहसऩनत न उस कहा ऩि मह अहॊकाय तझ आतभा भ लभरथमा सपया ह उसका कमा उऩाम कयता ह उसको लभरथमा जान लभरथमा क लरए ऩरयशरभ भत कय ऐसा उऩदश सनकय कच को ऻान हो गमा औय वह जीवनभि होकय ववचया

अत ह अहॊकाय क ऩीछ डॊडा रकय बागन वारो डॊड को प क दो कमो लभरथमा शरभ कयत हो माद यखो शचजस सभम तभ अहॊ को लभरथमा जान रोग उसी ण वह ननवतत हो जामगा यजज का सऩ राठी स नह ॊ भयगा उसक लभरथमातव क ऻान स ह उसकी तातकालरक ननववतत होती ह

ववततमो को सदा क लरए शचसथय कयन की भहनत भत कयो सव ववततमो का जो परकाशक ह अचधदषानरऩ तमहाया आतभा ह उस जान रो आतभननदष हो यहो औय ववततमो की ऩयवाह भत कयो ववततमाॉ अऩन आऩ शानत होती जामगी

अनकरभ

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धमान-सॊकत

परातकार भ बराहम भहत भ सनान-शौचादद स ननवतत होकय अऩन साधना क आसन ऩय फठ जाओ धऩ-द ऩ स हो सक तो ताज परो स वातावयण को भहका दो ऩदमासन लसदधासन मा सखासन भ फठकय थोड पराणामाभ कयो आनतय कमबक औय फदहकमबक क साथ तरिफनध कयो कपय शानत होकय फठ जाओ आॉख फनद कयो दवदश आऻाचकर भ शचसथय कयो अथवा ऊऩय ववशार गगन की ओय उठाओ आॉखो की ऩतलरमाॉ ऊऩय की ओय खीॊचो कपय दढ बावना कयो कक

भराधाय चकर भ सषदऱ ऩडी हई शकति जगकय ऊधवगाभी हो यह ह ऊऩय उठ यह ह औय ऊऩय औय ऊऩय नालब कनि रदम औय भशचसतषक की शकतिमाॉ ऊऩय उठ यह ह ऊऩय औय ऊऩय औय ऊऩय शाफाश चचततववततमाॉ ऊऩय जा यह ह गगन क उस ऩाय ऩहॉच यह ह

शचजस परकाय तजसवी ऩामरट अऩन हलरकापटय को ऊऩय र जाता ह इसी परकाय तभ अऩनी शकतिमो को ऊऩय र जाओ दढ बावना कयो कक तभ ऊऩय उठ यह हो तमहाया भन ऊऩय उठ यहा ह तमहाय ववचाय ददवम हो यह ह ॐॐॐ

गयदन सीधी यखो शय य सवसथ औय टटटाय दवदश औय आॉखो की ऩतलरमाॉ ऊऩय की तयप तमहाय सॊऩण शकतिमाॉ ऊऩय की ओय उठ यह ह अनबव कयत चरो कक अऩन आतभा की शकतिमो का ववकास हो यहा ह तमहाय भन औय फवदध का ववकास हो यहा ह भन भजफत हो यहा ह ॐॐॐ

सॊकलऩ कयत जाओ कक अफ तभ हलक रोगो क सॊग नह ॊ कयोग ववषमी रोगो क सॊऩक स दय यहोग ददवम ईदवय म भाग ऩय चरन वार साधक रोगो स ह दोसती यखोग

तभ ऋवष-भननमो क वॊशज हो तमहाय लरम आतभा क परकाश भ ह ववचयना शोबनीम ह तभ उस आतभगगन भ गनतभान हो यह हो आनतरयक शकतिमो को खोजन क लरए अदबत साहस लभर यहा ह ॐॐॐ

हभाया जीवन ऩववि हो यहा ह औय सदा क लरए ऩववि यहगा बीतय की शकतिमाॉ ऊऩय उठ यह ह हभाया साधनारऩी हवाई जहाज उततयोततय ऊऩय जा यहा ह फरगाडी हजाय सार चर कपय बी सागय क ऩाय नह ॊ जा सकती रककन हवाई जहाज उड तो ऩाॉच घणट भ ह दश-ववदश की मािा कया द इसी परकाय तभ ऩयभातभा की ओय मािा कयन क लरए ऊऩय उठ यह हो

ऊऩय उठो औय ऊऩय तभ ककसक लशषम हो मह ऩता ह न हभ दफर जीवन नह ॊ तरफताना ह तभ ककन पराचीन ऋवष-भननमो क वॊशज हो तमह ऩता ह न

फर आतभफर

तमहाय भानलसक शकतिमो का ववकास हो यहा ह तमहाय फवदध खखर यह ह तमहाय ऊऩय ऩयभातभा की कऩा फयस यह ह ॐॐॐ

तमहाय शकतिमो का वाममान ऊॉ च उड यहा ह तमहाय जीवन का हलरकॉपटय ऊऩय की ओय मािा कय यहा ह ॐॐॐ

अफ तमहाया परगाढ धमान रग यहा ह ॐ शाशचनत शाशचनत शाशचनत

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

चचततववशराशचनत-परमोग

चचतत क उऩशभ क लरए एक परमोग खफ उऩमि ह

ककसी सवचछ एकानत सथान भ कमफर मा टाट का आसन तरफछाकय उस ऩय रट जाओ अफ शय य को खफ खीॊचो ऩय स लसय तक तभाभ अॊगो को कसयत लभर जाम यगयग को वमामाभ लभर जाम इस परकाय शय य को तनाव दो जस कतता मा तरफलर अऩन शय य को रमफा कयक खीॊचत ह वस दो ढाई लभनट तक हाथ ऩाॉव को पराकय खफ खीॊचो नस-नाकतडमाॉ जो काभ न कयती हो व बी काभ कयन रग जाम

दो ढाई लभनट क फाद शय य को खीॊचना छोड दो सफ अॊगो को ढ र छोड दो एकदभ शानत ऩड यहो शचजहवा को भख स फाहय ननकारकय दाॉतो स हलकी सी दफाओ होठो को फनद यखो दोनो हाथो की ऩहर उॊगर अॉगठ स दफाओ इस परकाय ऻानभिा भ औय ववशराशचनत भिा शवासन का परमोग कयो ऻानभिा स ऻानतॊतओॊ को ऩवदश लभरती ह थोडी दय क फाद अगय ऻानभिा भ औय शचजहवा को फाहय यखन भ ऩरयशरभ जसा भहसस हो तो दोनो को छोड दो तरफलकर सवाबाववक आयाभदामक शचसथनत रग इस परकाय हाथो को घटनो की ओय परा दो तन औय भन को ऩण आयाभ कयन दो

अऩन चचतत को ककसी बी परकाय क चचनतन की फकतडमाॉ न ऩहनाओ चचतत को ननशचदळॊत कय दो मदद कोई चचनतन होन रग तो उस चचनतन को सावधान होकय ननहायत जाओ दवासोचवास को ननहायत जाओ जस बगवान ववषण ीय सागय भ मोगननिा भ ववयाजभान ह वस तभ बी अऩन साधना क आसन ऩय मोगननिा भ ववशराशचनत ऩात जाओ बावना कयत जाओ कक हभ आयाभ ऩा यह ह अऩन अनतमाभी याभ भ

इस सभम आऩका कोई कततवम नह ॊ कोई चचनता नह ॊ आऩ ऩण आयाभ ऩा यह हो चचतत को ववशराशचनत क परसाद भ ऩावन होन दो

मह चचवततशराशचनत परमोग तभाभ परकाय क दोषो को दय कयन भ सहाम दगा इसस अचछ-अचछ ववचाय उतऩनन होत ह औय आयोगम ऩदश होता ह

अनकरभ

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पराथना-ननझय

ऩयभातभ-चतनम भ अननत अननत परकाय की ववततमाॉ उठती ह औय अननत परकाय स सतता सपनत औय साभरथम लभरता ह कपय बी जो ऩण का ऩण ह उस ऩण ऩरषोततभ का हभ धमान कयत ह

सॊसाय की वासना स बटकत जीवो को जनभ-भयण क चकर स फचान क लरए शचजस ऩयभातभा न सतशासतरो औय सतऩरषो का साशचननधम ददमा उस ऩयभ सरद ऩयभातभा का हभ धमान कयत ह अफोध फारक को कीतन धमान बकति मोग क ऩववि साधन दकय शचजस ऩयभातभा न अऩना साातकाय कयान की वमवसथा यखी ह उस ऩयभातभा को हभ पमाय कयत ह औय उसी भ हभ ववशराभ ऩात ह

शचजस पमाय ऩयभातभा न हभ भानवदह ददमा सदफवदध दो शरदधा द सतसॊग भ जान की परयणा द उस ऩयभ सरद ऩयभातभा को हभ पमाय कयत ह उस परब की कऩा स हभाय ऩाशवी ववततमाॉ फदरकय आतभालबभख हो यह ह सनह क सागय उस ऩयभातभा को पराथना कयत ह कक ह

परब हभाय ववततमाॉ उततयोततय आऩक अलबभख होती यह औय एक ददन ऐसा आ जाम कक उन सफ ववततमो स ऩाय होकय ववततमो क आधायसवरऩ आऩ ऩयभातभा भ हभाया अहॊ ववरम हो जाम आऩकी ऩयभ चतना भ ऩयभ शाॊनत भ ऩयभ पमाय भ ऩयभ साभरथम भ आऩक ऩयभ सनदय सवरऩ भ हभाय भन की ववततमाॉ शानत हो जाम हभाय चचतत की चतना शचजस सतता स आती ह उस ऩयभ सतता भ हभ जलद स जलद ववशराशचनत ऩाम

हभ परनतददन भौत की तयप सयक यह ह ह जीवनदाता परब ह अभय आतभदव ह ऩयभातभ दव ह गरदव हभ भौत क ऩहर अभयता का अऩन असर सवरऩ का साातकाय कय र अऩन आऩको जान र अनमथा जगत का सफ जाना हआ अनजाना हो जामगा जगत का ऩामा हआ सफ ऩयामा हो जामगा ऐसी घकतडमाॉ आमगी कक हभ अऩन घय भ ह ऩयाम हो जामग अऩन ऩरयवाय ह ऩयाम हो जामग अऩन रयशत-नातो भ ह ऩयाम हो जामग रोग हभ शभशान भ र जामग चचता की बबकती आग इस शय य को जरामगी शय य को अशचगन जराम उसक ऩहर ह परब तमहाय ऻानाशचगन स हभाय भभताएॉ औय आसकतिमाॉ जर जाम ह गरदव आऩक उऩदश क परबाव स हभाया अहॊ फाचधत हो जाम रोग हभ शभशान भ छोड जाम उसक ऩहर हभ तभ तक ऩहॉच जाम ह परब तभ दमा कयना अऩन घय भ हभ ऩयाम हो जाम उसस ऩहर हभ तय घय ऩहॉच जाम तय दराय ऩहॉच जाम ह दवश ह जगद श असतो भा सदगभम तभसो भा जमोनतगभम भतमोभाऽभतॊ गभम

हभ असत आसकतिमो स फचा हभ असत वासनाओॊ स फचा हभ असत अहॊकाय स फचा असत समफनधो स हभ फचा असत इचछाओॊ स फचा ह भय सतम-सवरऩ परभ-सवरऩ आननद-सवरऩ ईदवय ह अनतमाभी ह भीया क कनहमा ह शफय क याभ ह नाभदव क ववटठर ह धनना क ठाकयजी ह मोचगमो की आतभा तय अननत नाभ ह अननत रऩ ह भ नह ॊ जानता तझ ककस ववचध रयझाऊॉ रककन त तो जानता ह

ह दमाननध परबो हभ असतम स ननकर सक मह हभाय फस की फात नह ॊ रककन तय करणा ऩय बयोसा ह तय कऩा ऩय बयोसा ह त हभ असतम अहॊकाय स असतम आसकतिमो स फचाकय ऩाय रगा द हभाय जीवन नमा असतम अहॊकाय स असतम आसकतिमो स असतम दह की भभता स हभाया जीवन फयफाद हआ जा यहा ह असतम ऩदाथो भ हभाया आमषम नदश हो यहा ह हभ अनधकाय स फचाकय अऩन परभ परकाश की ओय र चर ऻान-परकाश की ओय र चर अहॊ बरहमाशचसभ क खजान की ओय र चर

हभ कफ तक इस बवाटवी भ बटकना ऩडगा कफ तक सॊसाय क समफनधो भ उरझना ऩडगा कफ तक सॊसाय की सयकती हई चीजो क ऩीछ फयफाद होना ऩडगा

ह ऩयभातभा त हभ फर द त हभ अऩन सवबाव भ सभा र

अनकरभ

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हो गई यहभत तय ह पमाय सदगर ऩयभातभा भझ अऩनी आतभ-भसती भ थाभ रो भ सॊसारयमो क अऻान

भ कह ॊ फदर न जाऊॉ भोह-भभता भ कह ॊ कपसर न जाऊॉ

जसीॊ शचजम जान यह जसीॊ तन भ पराण यह परीत सॊधी डोय तो ऩास सयधी यह

डऩ आह भख इहो वञजो भताॊ तो खाॊ भाॊ ववछडी अञाॊ परीत सॊधी डोय सजण आह कचडी

जोयसाॊ जरजा अञाॊ नॊढडो ह फारक तफ तक जी भ जान ह तन भ पराण ह तफ तक भय साधना की डोय भय परीनत की

डोय तय तयप सयकती यह सयकती यह

इस फात का त खमार यखना

आ जया ननाॊ क सदक भझको सदगर थाभर ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

शचजसन फीजो को जभीन भ फो ददमा उसक फीज अननत गन हो गम रककन शचजसन फीजो को नतजोय भ फनद कयक यख ददमा उसक फीज सड गम

जीवन एक बीतय की फहती धाया ह फीज ऩषऩ खखरान क लरम ह ऐस ह आनतरयक फीज आतभऻान का पर खखरान क लरए ह ह इस सीॊचत यहना सावधानी क साथ छोट सकोभर ऩौधो की सया कयत यहना कह ॊ तमहाय साधना क ऩौध ऩषऩो भ ऩरयणत हए तरफना उखाड न ददम जाम इसलरए साधना क सॊसकायो को सॉबारत यहना आहाय की शवदध वमवहाय की शवदध ववचाय की शवदध का खमार यखना परनतददन थोडा फहत अभमास कयत यहना तो म सॊसकायरऩी फीज ऩौधो भ ऩरयणत होत जामग औय ऩौध ऩषऩ दन रगग

ऻान की चचनगाय को पॉ कत यहना जमोनत जगात यहना परकाश फढात यहना ऻानभत क आचभन को दरयमा क रऩ भ फदरत यहना सयज की ककयण को सयज की खफय तक र जाना सदगरओॊ क परसाद को सतम की परानदऱ तक ऩचात यहना

फडी कीभती करणा-कऩा ऩयभातभा की ह सहज भ लभर हई इस ददवम चीज का कह ॊ अनादय न कय फठना तरफना परमास क लभर हई भलमवान चीज का कह ॊ गलती स अऩवमम न कय फठना तरफना शरभ क ऩाम हए ह यो का भलम कह ॊ कॊ कडो स न कय फठना

शचजसक लरए हभ यात-यात बय जग थ घय फाय छोडकय गरओॊ क दराया ऩय बाग थ वह चीज आऩको सहज भ लभर यह ह इसका अनादय भत कय दना इसकी कीभत कह ॊ छोट भत कय दना गरओॊ क परसाद को फढात यहना सॉबारत यहना हाहा ह ह भ कह ॊ इस अभत को तरफखय भत दना

दननमाॉ क चाय ऩसो की रारच भ इस आधमाशचतभक कोह नय को कह ॊ फच भत दना साया ववदव दाॉव ऩय रग जाम कपय बी मह आधमाशचतभक साधना का ह या तमहाया अनभोर यतन ह साय ऩरथवी बी इसका फदरा नह ॊ चका सकती ह

वह ऩयभातभा का धन तमहाय रदम भ परववदश होता यह इस आतभ-खजान का तभ खमार यखना इसकी फडी समहार यखना मह ईदवय म अभानत तमह ददर की झोर भ द जा यह ह उस रौटाओ तो अचधक कयक रौटाना मह ऐसा खजाना ह कक शचजतना ददमा जा यहा ह उसस अननत गना रौटान ऩय बी तमहाय ऩास यततीबय कभ न होगा ऐसी अनठी मह अभानत ह

आधमाशचतभक सॊसकायो क फीज अदबत ढॊग स पट ननकरत ह औय अदबत ढॊग स ववसताय को ऩात ह

साकी की पमार ऩीकय खद भमखाना हो गमा हॉ वऩमा तो पमार बय शयाफ रककन हो गमा शयाफखाना लरमा तो चलर बय रककन हो

गमा सागय

ऩीकय शयाफ भलशद भ खद भखाना हो गमा हॉ मो व बरहमव जानानत तषाॊ दवानाॊ फलरॊ ववहनत

जो उस बरहम ऩयभातभा को जानता ह दवता रोग बी उसका ऩजन कयत ह शकर का आदय-ऩजन इनिदव कयत ह कमोकक शकर बरहमवतता का लशषम ह ऻानी का लशषम बी इनिदव दराया ऩजा जाता ह अगय तभ ऻानी फन जाओग अऩन आतभ-खजान को ऩा रोग तो ककतनी गरयभा होगी

बरकय बी इस खजान का भलम छोटा न कयना कह ॊ सॊसाय की नौकय चाकय को इतना भलम न द फठना कक इस अनभोर खजान को बर जाओ सॊसाय क काम-वमवहाय को इतना भलम न दना कक इस वासतववक खजान को सॉबारन का सभम ह न फच तमहाय ऩास ऐसा धोखा तभ भत खाना भन धोखा दगा कमोकक तभ भन क सवाभी होन क यासत जा यह हो भन अऩना जार तरफछामगा कई चार चरगा भन क तरफछाम हए जार भ चगन क लरए अनन नह ॊ ह भोती नह ॊ ह ववष क कण ऩड ह

हो सक तो भौन ह हो जाना नह ॊ तो इशाय स काभ रना फोरना ऩड तो दो चाय शबदो स काभ ऩया कयना बोजन भ एकाध गरास कभ खा रना नीॊद की एकाध झऩकी कभ स रोग तो बी काभ चर जामगा कबी ऐस ददन बी आ जामग कक तभ ऩाॉव ऩसाय कय सदा क लरए सो जाओग दननमाॉ क रोग ऩकायग चचलरामग तो बी तभ आवाज तक नह ॊ दोग भतम की रमफी नीॊद भ जान स ऩहर तभ मोगननिा भ सो रना सोत-सोत भ याभ भ आयाभ ऩा यहा हॉ इस बाव भ सो रना

परबात भ जफ उठो तफ थोडी दय शानत होकय फठ यहना आतभधमान भ गोता भायना फाद भ ह तरफसतय का तमाग कयना नीॊद भ स उठकय चाय-ऩाॉच लभनट आतभ-चचनतन कयत हए तरफसतय ऩय फठ यहना फहत दहतावह ह ॐॐॐ

अनकरभ

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बजन भान कमा शचजस कभ स शचजस शरवण स शचजस चचनतन स शचजस जऩ स शचजस सवा स बगवदाकाय ववतत फन उस बजन कहा जाता ह

सॊसाय की आसकति लभटान क लरए बजन की आसकति अतमॊत आवशमक ह साय ऻानो व फरो का जो आधाय ह वह आतभफर व आतभऻान ऩाना ह जीवन का उददशम हो जीवन का सम ढरन स ऩहर जीवनदाता भ परनतवदषत हो जाओ अनमथा ऩछताना ऩडगा असपरता औय दफरता क ववचाय उठत ह उस बगवननाभ स औय ऩावन ऩसतको क अधममन स हटा ददमा कयो

अम भानव ऊठ जाग अऩनी भहानता को ऩहचान कफ तक बवाटवी भ बटकगा जो बगवान वकणठ भ करास भ औय ऋवषमो क रदम भ ह वह क वह उतन क उतन तय ऩास बी ह ऊठ जाग अऩन पमाय को ऩहचान सतसॊग कयक फवदध को फढा औय ऩयबरहम ऩयभातभा भ परनतवदषत हो जा

शाफाश वीय शाफाश दहमभत साहस जो कछ कय ऩयभातभा को ऩान क लरए कय मह तझ ऩयभातभा भ परनतवदषत ऩरषो तक

ऩहॉचा दगा औय त बी ऩयभातभा भ परनतवदषत हो जामगा

ॐ ऩजमऩाद सॊत शरी आसायाभजी फाऩ क सतसॊग परवचन स ॐ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

अनकरभ

Page 10: आत्भमग - Hariom Group · 2016. 1. 15. · क *ई ऩुि नह 2, भय कई ऩत्नी नह , भया कई ऩनत नह , भया कई बाई

सॊसाय का तट वयागम ह वववक ऩदा होत ह वयागम का जनभ होता ह शचजसक जीवन भ वयागमरऩी धन आ गमा ह वह धनम ह

वलशदषजी कहत ह- ह भॊकी ऋवष तभ सॊसाय क तट ऩय आ गम हो अफ तभ भय वचनो क अचधकाय हो

बरहमवतता भहाऩरषो क वचनो का अचधकाय वह हो सकता ह शचजसन वववक औय वयागमरऩी सॊऩवतत ऩा र ह शचजसन वववक स सॊसाय की असायता दख र ह शचजसन वववक स शय य की णबॊगयता दख र ह ऐसा वववकपरधान जो साधक होता ह उसको वयागम उतऩनन होता ह वयागमरऩी धन स शचजसका चचतत सॊसकत हो गमा ह उस आतभऻान क वचन रगत ह जो भढ ह ऩाभय ह व ऻानवानो क वचनो स उतना राब नह ॊ र ऩात शचजतना वववकी औय वयागमवान र ऩाता ह

भॊकी ऋवष वववक-वयागम स सॊऩनन थ वलशदषजी का दशन कयक उनको अकतरिभ शाशचनत का एहसास हआ व कहन रग

बगवन आऩ सशय य ददख ऩडत हो रककन आकाश की नाई शनम रऩ हो आऩ चदशा कयत ददख ऩडत हो रककन आऩ चदशा स यदहत हो आऩ साकाय ददखाई दत हो रककन आऩ अनॊत बरहमाणडो भ पर हए ननयाकाय तवव हो ह भननशादर आऩक दशन स चचतत भ परसननता छा जाती ह औय आकषण ऩदा होता ह वह आकषण ननदोष आकषण ह सॊसारयमो की भराकात स चचतत भ ोब ऩदा होता ह सम का तज होता ह वह तऩाता ह जफकक आऩका तज रदम भ ऩयभ शाशचनत दता ह ववषमो का औय सॊसाय रोगो का आकषण चचतत भ ोब ऩदा कयता ह औय आऩ जस ऻानवान का आकषण चचतत भ शाशचनत ऩदा कयता ह जफकक ऻानी का आकषण ऩयभातभा क गीत गॉजाता ह बीतय की शाशचनत दता ह आननद दता ह ऩयभातभा क परसाद स रदम को बय दता ह

ह भनीदवय आऩका तज रदम की तऩन को लभटाता ह आऩका आकषण बोगो क आकषण स फचाता ह आऩका सॊग ऩयभातभा का सॊग कयानवारा ह अऻाननमो का सॊग द खो औय ऩाऩो का सॊग कयान वारा ह जो घकतडमाॉ ऻानी की ननगाहो भ फीत गई जो घकतडमाॉ ऩयभातभा क धमान भ फीत गई जो घकतडमाॉ भौन भ फीत गई जो घकतडमाॉ ऩयभातभा क परसाद भ फीत गई व अकतरिभ शाशचनत की घकतडमाॉ ह व घकतडमाॉ जीवन की फहभलम घकतडमाॉ ह

ह भननशादर आऩ कौन ह मदद भझस ऩछत हो तो भ भाणडवम ऋवष क कर भ उतऩनन हआ भॊकी नाभक बराहमण हॉ सॊसाय की नदवयता दखकय सॊसाय क जीवो को हम औय उऩादम गरहण औय तमाग (छोडना-ऩकडना) स जरत दखकय भ सतम को खोजन गमा कई तीथो भ गमा ककतन ह जऩ-तऩ ककम कई वरत औय ननमभ ककम कपय बी रदम की तऩन न लभट

जऩ तऩ वरत औय तीथ स ऩाऩ दय होत ह कषाम ऩरयऩकव होत ह कषाम ऩरयऩकव हए ऩाऩ दय हए तो ऻानी का सॊग होत ह अकतरिभ शाशचनत लभरन रगती ह आननद आन रगता भौन भ परवश होन रगता ह साधक अरख ऩरष भ जगन क मोगम होता ह

भॊकी ऋवष वलशदषजी का सॊग ऩाकय अकतरिभ शाॊनत को परादऱ हए बीतय क परसाद को उऩरबध हए ऩयभातभा-ववशराशचनत ऩामी ऩयभातभ-ववशराशचनत स फढकय जगत भ औय कोई सख नह ॊ औय कोई धन नह ॊ औय कोई सामराजम नह ॊ

व घकतडमाॉ धनम ह शचजन घकतडमो भ ऩयभातभा की परीनत ऩयभातभा का चचनतन औय ऩयभातभा का धमान होता ह

परनतददन अऩन अनतकयण का ननभाण कयना चादहए अऩन अनतकयण भ ऩयभातभा का ऻान बयकय उसका चचनतन कयन स अनतकयण का ननभाण होता ह अऻान स अऻाननमो क सॊग स अऻाननमो की फातो स अनतकयण भ अववदया का ननभाण होता ह औय जीव द ख का बागी फनता ह

चचतत भ औय वमवहाय भ शचजतनी चॊचरता होगी शचजतनी अऻाननमो क फीच घसपस होगी शचजतनी फातचीत होगी उतना अऻान फढगा शचजतनी आतभचचा होगी शचजतना तमाग होगा दसयो क दोष दखन क फजाम गण दखन की परववतत होगी उतना अऩन जीवन का कलमाण होगा

अगय हभ अऩन जीवन की भीभाॊसा कयक जानना चाह कक हभाया बववषम अनधकायभम ह कक परकाशभम ह तो हभ जान सकत ह दख सकत ह ककसी वमकति को दखत ह उसस वमवहाय कयत ह तफ उसक दोष ददखत ह तो सभझो हभाया जीवन अनधकायभम ह कोई ककतना बी हभाय साथ अनचचत वमवहाय कयता ह कपय बी हभ अऩना दोष ददख औय उसक गण ददख तो सभझ रना कक हभाया बववषम उजजवर ह इसस बी उजजवर जीवन वह ह शचजसभ न गण ददख न दोष ददख सॊसाय सवपन जसा बासन रग सॊसाय को सवपन-सा दखन वारा अऩना आऩा ऩयभातभा भ ववशराभ ऩाव ऐसी पमास ऩदा हो जाम तो सभझ रना कक बववषम फडा सहावना ह फडा भॊगरकाय ह इस फात ऩय फाय-फाय धमान ददमा जाम

दवताओॊ भ चचा चर कक इस सभम ऩरथवी ऩय सफस शरदष ऩरष कौन ह सवगण-समऩनन कौन ह पराणी भाि भ गण दखनवारा कौन ह सवशरदष वमकतितव यखन वारा कौन ह

इनि न कहा कक इस सभम ऩरथवी ऩय ऐस ऩयभ शरदष ऩरष शरीकषण ह उनको ककसी क दोष नह ॊ ददखत अवऩत गण ह ददखत ह व पराणी भाि का दहत चाहत ह उनक भन भ ककसी क परनत वय नह ॊ शरीकषण जसा अदबत वमकतितव शरीकषण जसा गणगराह ऩन इस सभम ऩरथवी ऩय औय ककसी क ऩास नह ॊ ह इस परकाय इनि न शरीकषण की दवदश का उनक वमकतितव का खफ आदय स वणन ककमा

एक दव को कतहर हआ कक शरीकषण ककस परकाय अनॊत दोषो भ बी गण ढॉढ ननकारत ह वह दवता ऩरथवी ऩय आमा औय जहाॉ स शरीकषण गवारो क साथ गजयन वार थ उस यासत भ फीभाय योगी कतता होकय बलभ ऩय ऩड गमा ऩीडा स कयाहन रगा चभडी ऩय घाव थ भशचकखमाॉ लबनलबना यह ॊ थीॊ भॉह पटा यह गमा था दगनध आ यह थी उस दखकय गवारो न कहा नछ नछ मह कतता ककतना अबागा ह इसक ककतन ऩाऩ ह जो द ख बोग यहा ह

शरीकषण न कहा दखो इसक दाॉत ककतन अचछ चभकदाय ह मह इसक ऩणमो का पर ह

ऐस ह द ख-दद भ योग भ ऩयशानी भ वविोह भ औय अशाॊनत क भौक ऩय बी शचजसभ गण औय ऩयभ शानत ऩयभातभा दखन की उतसकता ह शचजसक ऩास ऐसी ववधामक ननगाह ह वह आदभी ठीक ननणामक होता ह ठीक ववचायक होता ह रककन जो ककसी ऩय दोषायोऩण कयता ह बोचगमो की हाॉ भ हाॉ लभरता ह ऻानवानो की फातो ऩय धमान नह ॊ दता सॊसाय भ आसकति कयता ह अऩन हठ औय दयागरह को नह ॊ छोडता उस आदभी का बववषम अनधकायभम हो जाता ह

शासतर न कहा फदध परॊ अनागरह फवदध का पर कमा ह फवदध का पर ह बोगो भ औय सॊसाय की घटनाओॊ भ आगरह नह ॊ यहना फडा लसदध हो तरिकार ऻानी हो रककन हम औय उऩादम फवदध हो तो वह तचछ ह

हम औय उऩादम फवदध कमा ह हम भान तमाजम उऩादम भान गराहय जफ जगत ह लभरथमा ह तो उसभ मह ऩाना ह मह छोडना ह मह कयना ह मह नह ॊ कयना ह ऐसी फवदध जफ तक फनी यहगी तफ तक वह फवदध अकतरिभ शाशचनत भ दटकगी नह ॊ अकतरिभ शाशचनत भ दटकन क लरए हमोऩादम फवदध का तमाग कयना ऩडता ह तमाजम औय गराहय की ऩकड न हो

पर खखरा ह ठीक ह दख लरमा फरफर गीत गा यह ह ठीक ह सन लरमा रककन कर बी पर खखरा हआ यह फरफर गाती हई सनाई ऩड योट ऐसी ह लभरती यह पराना आदभी ऐसा ह वमवहाय कय परानी घटना ऐसी ह घट ऐसा आगरह नह ॊ जफ जगत ह लभरथमा ह तो उसकी घटनाएॉ कस सतम हो सकती ह जफ घटनाएॉ ह सतम नह ॊ तो उसक ऩरयणाभ कस सतम हो सकत ह जो बी ऩरयणाभ आमग व फदरत जामग ऐसी ऻान-दवदश शचजसन ऩा र गरओॊ क ऻानमि वचनो को शचजसन ऩकड लरमा वह साधक बीतय की मािा भ सपर हो जाता ह

बरहमवतता की अधमातभ-ववदया फयसती यह रककन साधक भ अगय वववक-वयागम नह ॊ ह तो उतना राब नह ॊ होता फयसात सडको ऩय फयसती यह तो न खती होती ह न हरयमार होती ह ऐस ह शचजनका चचतत दोषो स अहॊकाय स बोगो स कठोय हो गमा ह उन ऩय सॊतो क वचन इतनी हरयमार नह ॊ ऩदा कयत शचजनक चचतत वववक-वयागम स जीता गमा ह उनको ऻानी सॊतो क दो वचन बी घडीबय की भराकात बी रदम भ फडी शाशचनत परदान कयती ह

भॊकी ऋवष का रदम वववक वयागम स जीता हआ था वलशदषजी की भराकात होत ह उनक चचतत भ अकतरिभ शाशचनत आननद आन रगा शचजतनी घकतडमाॉ चचतत शानत होता ह उतनी घकतडमाॉ भहातऩ होता ह चचतत की ववशराशचनत फहत ऊॉ ची चीज ह हमोऩादम फवदधवार को चचतत की ववशराशचनत नह ॊ लभरती मह छोड कय वहाॉ जाऊॉ औय सखी होऊॉ मह हम-उऩादम फवदध ह जो जहाॉ ह वह ॊ यहकय हमोऩादम फवदध छोडकय बीतय की मािा कयता ह तो वह ऊॉ च ऩद को ऩाता ह जो छोडन ऩकडन भ रगा ह तो वह वकणठ भ जान क फाद बी शाशचनत नह ॊ ऩाता

इसलरम हमऩादम फवदध छोड द शचजस सभम जो पज ऩड शचजस सभम गर औय शासतर क सॊकत क अनसाय जो कततवम कयन का हो वह मॊि की ऩतर की नाई कय लरमा रककन दसय ह ण अऩन को कतता-धतता न भान जस लभटटी भ फठत ह कपय कऩड झाड कय चर दत ह इसी परकाय वमवहाय कयक सफ छोड दो कतवव चचतत भ न आ जाम कतववबव औय बोितवबाव अगय ह तो सभाचध होन क फाद बी ऩतन की कोई सॊबावना नह ॊ अदशावकर भनन कहत ह-

अकततवॊ अबोितवॊ सवातभनो भनमत मदा तदा ीणा बवनतमव सभसताशचदळततवततम

जफ ऩरष अऩन आतभा क अकतताऩन को औय अबोिाऩन को भानता ह तफ उसकी समऩण चचततववततमाॉ कयक नाश होती ह

चचतत भ जफ अकततव औय अबोितव कक ननदषा जभन रगती ह तो वासनाएॉ ीण होन रगती ह कपय वह ऻानी मॊि की ऩतर की नाई चदशा कयता ह

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

आतभ-अवगाहन

तमहाय शचजतनी घकतडमाॉ ऩयभातभा क धमान भ फीत जाम व साथक ह शचजतनी दय भौन हो जाम वह कलमाणपरद ह दवास की गनत शचजतनी दय धीभी हो जाम वह दहतावह ह भॊगरकाय ह

फठत वि हभाया दवास नालसका स फायह उॊगर तक फाहय जाता ह चरत सभम अठायह सोत सभम चौफीस उॊगर तक दवास का पपकाय जाता ह औय भथन क सभम तीस उॊगर तक दवास की ऊजा खतभ होती ह फठन की अऩा धमान भ दवास फहत कभ खच होती ह इसस भन बी शानत होता ह आमषम बी फढता ह कछ दवास कभ खच होन क कायण भानलसक व फौवदधक थकान बी उतयती ह

शचजतनी दय हो सक उतनी दय शानत फठ यहो तमहाय दवास की गनत भनद होती चर जामगी सववगण फढता जामगा सॊकलऩ पलरत होन रगग धमान कयत-कयत दवास की रॊफाई

कभ हो जाम फायह उॊगर क फदर दस उॊगर हो जाम तो तमह दादय आदद लसवदधमाॉ परादऱ होन रगती ह नौ उॊगर तक दवास चरन रग तो थोडा-सा ह ननहायन भाि स शासतरो क यहसम सभझन रग जाओग आठ उॊगर तक दवास की रमफाई यह जाम तो तभ दवताओॊ की भसरत को जानन रग जाओग दसयो क चचतत को ऩढ रो ऐसी मोगमता ननखयन रगती ह

ऩाॉच-छ उॊगर तक पपकाय ऩहॉच ऐसा दवास फन जाम तो तमहाया चचतत खफ शाशचनत औय आननद का अनबव कयन रगगा तमहाय शय य क वामबरशन सववपरधान होन रगग दवास की गनत चाय उॊगर तक आ जाम तो अनऩभ ओज की परानदऱ होती ह तीन मा दो उॊगर तक दवास की रॊफाई आ जाम तो सववकलऩ सभाचध रग सकती ह एक उॊगर तक दवास आ जाम तो आननदानगत सभाचध की उऩरशचबध हो जाती ह अगय दवास बीतय ह थभ जाम तो कवर कमबक की उचच दशा ननववकलऩ सभाचध तक परादऱ हो जाती ह तफ साधना कयन वारा साधक नह ॊ फचता वह लसदध हो जाता ह

धमान कयत वि दखन भ तो तभ चऩ फठ हो रककन बीतय फहत कछ मािा कय यह हो फाहय स नासभझ रोग फोरग कक मह कछ नह ॊ कय यहा ह रककन आऩक दराया वासतव भ फहत कछ फदढमा हो यहा ह वषो तक भजदय कयक फाहय का अथक ऩरयशरभ कयक जो न कभा सक हो वह इन धमान क णो भ कभा रत हो मगो तक जनभत-भयत आम हो रककन उस सतमसवरऩ ऩयभातभा क कय फ नह ॊ जा ऩाम हो वहाॉ अफ फठ-फठ भौन औय धमान क णो भ जा यह हो चऩचाऩ फठ-फठ तमहाया भन उस आननद क सागय ऩयभातभा क कय फ जा यहा ह

धमानावशचसथत तद गतन भनसा ऩशमशचनत मॊ मोचगन मषाॊ तॊ न ववद सयासयगणा दवाम तसभ नभ

धमान कयत सभम दवासोचछवास की गनत को ननहायत जाओ दढ सॊकलऩ दोहयात जाओ कक भया चचतत ऩयभातभा भ शानत हो यहा ह भय चचतत की चॊचरता लभट यह ह ऩाऩ औय सॊताऩ लभट यह ह कभो क कसॊसकाय ऩयभातभा क ऩववि धमान भ धर यह ह भय ददर की चनरयमा यॊगी जा यह ह ऩयभातभा क यॊग स

भय साहफ ह यॊगयज चनय भोय यॊग डाय धोए स छट नह ॊ ददन ददन होत सयॊग

दो बौहो क फीच आऻाचकर भ धमान कयत जाओ वहाॉ अऩन इदश दवी-दवता मा ककसी वपरम ऩीय पकीय अथवा पमाय सदगर क ववगरह क धमान कयो ॐकाय की यिवणी आकनत का बी धमान कय सकत हो

आऻाचकर भ धायणा कयन स फहत साय शकतिमो का ववकास होता ह ऻान का अथाह खजाना खरन की कॉ जी वहाॉ छऩी ह वहाॉ धमान कयत हए ॐकाय का द घ सवय स गॊजन कयत जाओ ऩय ननबमता औय साहस को अऩन योभ-योभ भ बय जान दो चचनता बम शोक अशाशचनत की कलऩनाओॊ को ॐकाय की ऩववि गदा स बगा दो

ऐ बम ऐ चचनता ऐ ऩयशानी दय हटो अफ हभ आतभ-खजाना लभर यहा ह ॐकाय की ऩववि गदा हभाय हाथ भ ह ऐ चचनताएॉ तमह हभ चकनाचय कय दग ॐ

ऐ दफर ववचाय ऐ दफर चचतत तझभ ॐकाय का साभरथम बया जा यहा ह अफ दफरता छोड ॐ

ओ नकायातभक ववचाय ओ असपरता की कलऩनाएॉ दय हटो अननत बरहमाणडो का सवाभी ऩयभातभा हभाय साथ औय हभ बमबीत ईदवय की असीभ शकतिमाॉ हभस जडी हई औय हभ चचशचनतत नह ॊकबी नह ॊ ॐॐॐॐॐ

ऐ चचनताएॉ ऐ दफर ववचाय दय हटो हभ ऩववि ॐकाय की गदा रकय तमह कचर डारग हभाय साथ जगतननमनता ऩयभातभा हभाय रदम भ सवशकतिभान ईदवय औय ऐ दफर ववचाय त हभ दफर ककम जा यहा ह ॐॐ

बम शोक चचनता को जया बी सथान नह ॊ सदव तमहाय चचतत भ ऩयभातभा की शकति भौजद ह अऩना चचतत परसनन यखो कपय तभस ऩववि काम अऩन आऩ होन रगग अऩन चचतत को ऩयभातभा क साथ जोडा कयो कपय तभ जो बी कयोग वह ऩयभातभा की ऩजा हो जामगी वासनाओॊ को दय प क दो चचनताओॊ औय ननफरताओॊ को दय बगा दो उस परभासऩद ऩयभातभा भ अऩन चचतत को ऩरयतदऱ होन दो ॐआनॊद ॐआननद ॐॐॐ

भ छई भई का ऩड नह ॊ जो छन स भयझा जाता ह भ वो भाई का रार नह ॊ जो हौवा स डय जाता ह

बम आकाॊा घणा चचनता तभ दय हटो ह दहॊसा त दय हट भझ परभ क ऩववि लसॊहासन ऩय ववयाजभान होन द ऐ सॊसाय की आसकति अफ दय हट हभ अऩन आतभबाव भ जग जा यह ह ॐॐॐ

फर ह जीवन ह दफरता ह भौत ह दफर ववचायो को दय हटात जाओ आतभफर आज का परबात आतभपरकाश का परबात हो यहा ह ॐॐॐ

ऐ चचतत की चॊचरता औय भन की भलरनता अफ त ॐकाय क ऩावन परकाश क आग कमा दटकगी ॐॐॐ

ननबमताननशचदळॊतता ननशचषपकयता फऩयवाह ऩय खदाईजम जम

जफ तक नह ॊ जाना था तफ तक ईदवय था औय जफ जाना तो भयआतभा का ह वह नाभ था

बराहमी शचसथनत परादऱ कय काम यह ना शष भोह कबी ना ठग सक इचछा नह ॊ रवरश

नदवय दननमाॉ की कमा इचछा कयना अऩन याभ भ भसत ॐॐॐ

फयस यह ह बगवान की कऩा फयस यह ह ईदवय की अभीदवदश खदाई नय तमहाया योभ-योभ आतभफर स जगता जाम ॐॐॐ

बावना कयो कक हवाई जहाज की नाई शय य भ शकति ऊऩय उठ यह ह आऩ चचदाकाश की ओय ऊऩय उठ यह ह नासभझी क कायण बम शोक औय चचनताओॊ न हभाय भन को घय यखा था हभ भन क बी ददशा औय सदशा ह हभ इशचनिमो औय भन क सवाभी ह हभ दह भ यहत हए बी ववदह आतभा ह हभ चतनम ह जो कफीय भ गनगनामा था जो शरीकषण भ भसकयामा था जो याभदास भ चभका था जो याभकषण भ धमान का यस टऩका यहा था वह आतभा हभाय ऩास ह नह ॊ नह ॊ वह आतभा हभ ह ॐॐॐ

ऐ इनसान याहनभा गररोग तझ अऩनी असलरमत भ जगात ह त इनकाय भत कयना व तझ अऩनी भदहभा भ जगात ह त सनदह भत कय बम औय चचनता भत कय ॐॐॐ

जीवन की सषदऱ शकतिमाॉ जग यह ह जीवन का अधोगभन फदरकय ऊधवगभन हो यहा ह हभ ऊऩय की ओय उठ यह ह हभाया तन औय भन आशचतभक फर स सयाफोय हो यहा ह आज क ऩावन ऩव ऩय आतभसवरऩ भ जगन का सॊकलऩ कयग तमहाय भ अथाह सॊकलऩ का सामराजम ह ईदवय की अदबत सॊकलऩ की साभरथमर रा तमहाय भ छऩी हई ह तभ उस जगन दो कबी दफर ववचाय भत आन दो कबी नकायातभक ववचाय भत आन दो ॐॐॐ

जफ तक दहालबभान की नालरमो भ ऩड यहोग तफ तक चचनताओॊ क फनडर तमहाय लसय ऩय रद यहग तमहाया अवताय चचनताओॊ क जार भ पॉ स भयन क लरए नह ॊ हआ ह तमहाया जनभ सॊसाय की भजदय कयन क लरए नह ॊ हआ ह हरय का पमाया होन क लरए हआ ह हरय को बज सो हरय का होम खवाभखाह चाचा लभटकय बतीजा हो यह हो दफर ववचायो औय कलऩनाओॊ की जार भ फॉध यह हो कफ तक ऐसी नादानी कयत यहोग तभ ॐॐॐ

ववदयतशकति गरतवाकषण की शकति इरकटराननकस की शकति तथा अनम कई शकतिमाॉ दननमाॉ भ सनी गई ह रककन आतभशकति क आग म शकतिमाॉ कछ नह ॊ वह आतभशकति हभ ह ॐॐॐ

अऩन ददर भ आतभ-सनदह असॊबावना मा ववऩय त बावना होन क कायण हभ उस हक स जदा हो गम ह

तीन परकाय क आवयण होत ह असववाऩादक आवयण अबानाऩादक आवयण औय अनाननदाऩादक आवयण

असववाऩादक आवयण शासतर क शरवण स दय होता ह अबानाऩादक आवयण भनन स दय होता ह अनाननदाऩादक आवयण आतससवरऩ भ गोता रगान स दय हो जाता ह ॐॐॐ

फर दहमभतशकति चगडचगडाना नह ॊ ह फरवान होना ह ॐॐॐ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

भानलसक ढॊग स ॐकाय का जऩ कयत जाओ ॐकाय की आननददामी शाशचनत भ खोत जाओ भरभधम भ सवऩातक-नाशक आतभफर-वधक आतभऻान का परकाश कयन वार ॐ का धमान कयत जाओ बावना स भरभधम क गगनऩट ऩय रार यॊग क ॐकाय को अॊककत कय दो आनतय भन भ ॐकाय का गॊजन होता जाम

खफ शाशचनत भ डफत जाओ अऩन शानत सवबाव भ बरहमबाव भ ऩयभातभ-सवबाव भ ऩरयतनदऱ सवबाव भ शानत होत जाओ अनबव कयत जाओ कक सवोऽहभ लशवोऽहभ आतभसवरऩोऽहभ चतनमऽहभ भ चतनम हॉ भ सवि हॉ भ सफभ हॉ भ ऩरयऩण हॉ भ शाॊत हॉ ॐॐॐ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

साधक को अऩन दोष ददखन रग जाम तो सभझो उसक दोष दय हो यह ह दोष अऩन आऩ भ होत तो नह ॊ ददखत अऩन स ऩथक ह इसलरए ददख यह ह जो बी दोष तमहाय जीवन भ हो गम हो उनको आऩ अऩन स दय दखो ॐ की गदा स उनको कचर डारो आतभशाशचनत क परवाह भ उनह डफा दो

ॐ का गॊजन बीतय होता जाम अथवा ॐ शाशचनत ॐ शाशचनत शाशचनत शाशचनत ऐसा भानलसक जऩ कयत हए आतभा भ ववशराशचनत ऩात जाओ

ॐ क अथ का चचनतन कयो इसस भनोयाज ननिा तनिा यासासवाद आदद ववघनो स फच जाओग

आतभशाशचनत भ चचतत को डफात जाओ चचतत की ववशराशचनत साभरथम की जननी ह चचतत की ववशराशचनत अऩन सवरऩ की खफय दन वार ह चचतत की ववशराशचनत सददमो स बटकत हए जीव को अऩन लशव-सवबाव भ जगा दती ह हजाय तीथो भ जान स हजायो हवन कयन स हजाय वरत यखन स वह ऩद नह ॊ लभरता जो चचतत की ववशराशचनत स लभरता ह

उऩदश व सतसॊग सनन का धमान कयन का पर मह ह कक सन हए सतमसवरऩ ऩयभातभा क कय फ र जान वार वचन धमान क दराया दढ होत जाम सनी हई आतभा-ऩयभातभा की भदहभा धमान क दराया अनबव भ आन रग जाम सना हआ सतसॊग कवर सनान वार का ह न यह वह हभाया बी हो जाम मह तो धमान का परमोजन ह

भ ककतना शानतसवरऩ था भझ ऩता न था भ ककतना परभसवरऩ था भझ ऩता न था

सवग क दवो को कछ ऩान क लरए कभ कयना ह तो उनह ऩरथवी ऩय आना ऩडता ह मह कभबलभ ह सफ कभो का जो साय ह उस सायबत भोभाग भ हभ रग ह साय कभ-धभो का अक ह आतभशाशचनत हभ उस ऩयभाननद ऩद की मािा भ सॊरगन हो यह ह धमान का एक-एक ण अदबत ऩणम अशचजत कया यह ह ऩयभातभा भ डफन का सअवसय द यह ह

अऩन इदश को अऩन ऩणमो को धनमवाद दो ॐॐॐ

जो फवदधभान ह व जानत ह कक कफ फोरना ककतना फोरना परऻावान रोग शाशचनत औय आननद क लरए फोरत ह परभ औय परसाद क लरए फोरत ह परभ तो कवर ऩयभातभा भ हो सकता ह औय परसाद कवर उसी का वासतववक परसाद ह शचजसस सफ द ख ननवतत हो जात ह

दढ बावना कयो कक भ सफ हॉ ववशार आकाश की नाई सववमाऩक हो यहा ह भ चचदाकाश-सवरऩ हॉ सम औय चाॉद भझभ रटक यह ह भ चचदाकाश सवरऩ हॉ सम औय चाॉद भझभ रटक यह ह सफ ताय भझभ दटभदटभा यह ह इतना भ ववशार हॉ कई याजा-भहायाजा इस आकाशसवरऩ चतनम भ आ-आकय चर गम भ वह आकाश हॉ भ सववमाऩक हॉ भ कोई ऩरयशचसथनत नह ॊ हॉ रककन सफ ऩरयशचसथनतमो को ऩहचाननवारा आधायसवरऩ आतभा हॉ आननद औय शाशचनत भया अऩना सवबाव ह

इस परकाय अऩनी ववतत को ववशार ववशार गगनगाभी होन दो

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

अऩन ददर भ ॐका ऩयभ ऩावन फीजभॊि का अतमॊत ऩववि ऩयभातभसवरऩ का धमान कयत हए रदम को ऩयभ चतनम अवसथा स शीतर आननद स ऩरयऩण कयत जाओ जस ककसी कोठय भ परकाश पर जाता ह ऐस ह रदम भ चचदाकाश-सवरऩ चचदघन ऩयभातभा-सवरऩ ॐ का चचनतन कयत ह रदम ननभर चचदाकाशवत सवचछ हो यहा ह

ददर भ शाशचनत व परसननता वमादऱ हो यह ह ऐसी दढ बावना क साथ आतभ-शाशचनत भ आतभानॊद भ डफत जाओ अदबत ईदवय म आहलाद को बीतय बयत जाओ वाह वाह

चचदानॊदरऩ लशवोऽहभ लशवोऽहभ परभसवरऩ ऩयभातभ-यस भ रदम ऩरयतनदऱ का अनबव कयता जाम धमान नह ॊ कयना

अऩन आननदभम सवबाव को माद कयक जग जाना ह सवसथ हो जाना ह

भ आननदसवरऩ सखसवर चतनमसवरऩ अऩन सवबाव भ जग यहा हॉ वाह वाह भया सवबाव ह परसननताऩण ह अनतकयण जफ भया चचनतन कयता ह तफ परसनन होता ह अनतकयण जफ भय कय फ आता ह तफ आनशचनदत होता ह आननदो बरहम बरहमनत ऩयभातभन आननद ह बरहम ह कीतन क दराया आननद आम मोग क दराया आननद आम ववदया क दराया आननद आम ऻान क दराया आननद आम म सफ भय ह सवरऩ ह

रदम जफ भय कय फ होता ह भय चचनतन भ होता ह तो भ उस आननद स बय दता हॉ रदम जफ अनम ववषमो की ओय जाता ह तफ भ सववमाऩक आननदसवरऩ होत हए बी वह आननद नह ॊ र ऩाता ॐॐॐ

भझभ याग कहाॉ भझभ दरष कहाॉ भझभ कतताऩन कहाॉ भझभ बोिाऩन कहाॉ भझभ नात औय जात कहाॉ म सफ भन की कलऩनाएॉ थी भनीयाभ का खखरवाड था भन का फना हआ जार था अऩन आतभ-लसॊहासन ऩय फठकय ननहायता हॉ तो भन क जार का कोई

परबाव नह ॊ ह भन की कोई सतता नह ॊ ह भय सतता रकय भन जार फन यहा था भय दवदश उस ऩय ऩडत ह वह शभा गमा जार फनना छोड ददमा ॐॐॐ

चचदाननदरऩ लशवोऽहभ लशवोऽहभ ऩणोऽहभ ऩयभाननदसवरऩोऽहभ

योभ-योभ ऩावन हो यहा ह भय अऩन सवबाव स मह शय य बी ऩावन हो यहा ह भय चचदाननद सवबाव स इस शय य स छकय जो हवाएॉ जाती ह व बी ऩवविता शीतरता परभ औय आननद टऩका यह ह

भ आतभा था भ चतनम था भ परभ सवरऩ था भ आननदसवरऩ था रककन सॊकलऩ ववकलऩो न भझ ढक यखा था अफ व कछ सथचगत हए ह तो ऩरयतनदऱ का अनबव हो यहा ह भ तो ऩहर स ह ऐसा था

ह या धर भ ढक गमा था तफ बी वसा ह चभकदाय था रककन रोगो को ददखता नह ॊ था भन भन को फवदध को इशचनिमो को तन को ऩववि ककमा परकालशत ककमा तफ व आननद को परादऱ हए भ तो उसक ऩहर बी ऐसा ह आननदसवरऩ था वाह वाह

चचतत की चॊचरता होगी तफ भया मह आननदसवबाव चचतत स छऩ जामगा तफ बी भ होऊॉ गा वसा ह

भ फोधसवरऩ हॉ भ जफ जानन वारा चतनम चचदातभा हॉ सवपन की तयॊग आमी औय ववरम हो गई जागरत क ववचाय व कभ आम औय फदर गम रककन भ अफदर आतभा हॉ फचऩन आमा औय फदर गमा भ अफदर आतभा हॉ ककशोयावसथा आमी औय फदर गई रककन भ अफदर आतभा वह का वह मवावसथा आ यह ह औय जा यह ह रककन भ वह का वह वदधावसथा आमगी औय जामगी रककन भ वह का वह भ ददशा भाि चचदघन चतनम हॉ ॐ ॐ ॐ

भ परसनन आननदसवरऩ चतनम हॉ नाहक द खद ववचाय कयक ववयोधी ववचाय कयक भन अऩन सवरऩ ऩय ववचायो की भलरन चददय ढक द थी अफ ॐकाय की उस अदरत आननदसवरऩ ऩयभातभा की एक सहावनी रहय दराया भन उस कलऩनाओॊ की चददय को हटामा तो भ अऩन आऩ भ ऩरयतदऱ हो यहा हॉ मोगाननद का अभत मोग क दराया आतभाननद का अभत भय रदम भ बया जा यहा ह

चचनता बम ववकाय भोह भामा इनको भ जानता ह नह ॊ हॉ म सफ तो भया भदोनभतत भनरऩी वजीय जानता होगा

कसा आननद कौन ककसस कह भानो गॉग न गड खामा

धमान कयन की चाराकी छोड दो सतसॊग भ फठन क फाद समानाऩन छोड दो इस भनबाई (भन) को धमान कयन की फहत इचछा होती ह वह चाराक फनता ह कक भ धमान करॉ अय भनबाई त चऩ हो जा फठा यह अऩनी जगह

अफ धमान कयग तो भन अडचन डारगा गाडी भ फठन क फाद अऩनी गठरयमाॉ लसय ऩय उठान जसा होगा अफ तो सदगर कऩा की भोगाडी भ फठ गम तो आयाभ पयभाओ बरहमाननद की गाडी अऩन आऩ र जा यह ह

आननद औय शाशचनत भया सवबाव था भझ ऩता न था परभ औय परसननता भया जनभलसदध सवबाव था रककन कलऩनाओॊ न नादानी क ववचायो न ढक यखा था भय सवबाव को अफ सनतो क शासतरो क सदगर क वचनो स नादानी छट गई ॐकाय की झाड स कछ अहोबाव क धकक स कछ शरदधा स ववचायो की ऩत हट गई कचया साप हो गमा तवववसत जमो की तमो ददखन रगी आननद छरकन रगा अफ खर आॉखो स भ सवि अऩन को ननहाय सकता हॉ सफ भ एक एक भ सफ का अनबव कय सकता हॉ खर आॉखो स बी भ भसती भ यह सकता हॉ अऩन सवबाव भ ऩरयतदऱ हो सकता ह ॐॐॐ

भय सनी हई सफ कथाएॉ पर गई भय ककम हए सफ जफ-तऩ पलरत हो गम भय सवा औय ऩणम पलरत हो यह ह दहालबभान का कचया हटता जा यहा ह औय आतभसवबाव का नशा चढा जा यहा ह

अफ कछ कयन का सॊकलऩ उठ तो ॐ की झाड स उस हटा दो भकान फनवाना ह दवाखाना खोरना ह धनधा कयना ह दय हटो म सफ सॊकलऩ म सफ झीर की सतह ऩय काई ह एक हाथ मॉ भाया दसया हाथ मॉ भाया तो भामा की काई दय कपय ननभर ऩानी ह ऩानी बरहमाननद ह बरहमाननद

जगशचननमनता ऩयभातभा होकय बी चऩयासी की नौकय कयनी ह साहफ को सराभ कयना ह शचजसको गयज होग वह सराभ कयन आमगा चाचा लभटकय बतीज कमो होत हो ॐ ॐ ॐ

भझ ऩण चतनम को ककसकी आवशमकता ह भझभ कतताऩन कहाॉ आवशमकताएॉ तो दह की होती ह राखो कयोडो दह हई औय उनकी सफ आवशमकताएॉ ऩय कयत यह कपय बी भयती ह यह हय जनभ भ फना-फनाकय छोडत आम जफ तक नह ॊ ककमा तफ तक रगता ह कक भकान फनाम फड बवन फनाम बवम आशरभ खोर रककन कयन क फाद रगता ह कक इसको कोई सॉबार र तो अचछा ह हभ नह ॊ चादहए

अफ कयन-धयन क सॊकलऩ सफ छोड दो मह बरहमाणड अऩन तरफना कछ ककम ह धभाधभ चरता यहगा ककतन ह भजदय रोग फहत कछ कय यह ह फचाय अऩन को कतता कमो फना यह हो आतभाननद स भॉह कमो भोड यह हो

नह ॊ भ अऩन को कतता भानकय नह ॊ कय यहा हॉ अय कतता नह ॊ भानत तो कयन की इचछा कस होती ह ईभानदाय स खोजो खोजकय

ऩकडो कक कमा इचछा ह उस इचछा को मॉ ककनाय रगा दो औय तभ परकट हो जाओ इचछाओॊ क आवयण क ऩीछ कफ तक भॉह नछऩाम फठ यहोग मश की इचछा ह भायो धकका परलसवदध

की इचछा ह भाय दो पॉ क अचछा कहरान की इचछा ह भायो रात इतना कय लरमा तो सफ शासतरो वदो उऩननषदो का अभमास जऩ-तऩ-तीथ-अनदषान औय सफ सवाएॉ पलरत हो गई

रककन सावधान आरसम मा अकभणमता नह ॊ रानी ह इचछायदहत होन का अभमास कयक आतभदव का साातकाय कयना ह कपय तमहाय दराया फहत साय कभ होन रगग रककन तभभ कततव की फ न यहगी

इचछा की ऩतो न तमह ढाॉक यखा ह औय कछ नह ॊ ह कछ नह ॊ ह फहत सयर ह सयर नह ॊ होता तो मह आननद कस रत अऩन सवबाव का तरफलकर सयर भफत भ

शरी वलशदषजी भहायाज कहत ह- ह याभजी पर औय ऩतत को भसरन भ दय ह अऩन सवरऩ को दखन भ कमा दय ह

ककसी दवी-दवता क दशन की इचछा नह ॊ ह उनभ बी हभाया ह आतभचतनम ववरास कय यहा ह ककसी ऩरयशचसथनत की इचछा नह ॊ ह कछ होना नह ॊ ह कछ परादऱ कयना नह ॊ ह परब बी नह ॊ चादहए चरो परब हभस अरग हो तो चादहए न हभाया शदध-सवरऩ आतभा ह ऩयभातभा ह एक अदरत आतभा-ऩयभातभा क लसवा जो कछ ददखता ह वह सफ भन की कलऩनाएॉ ह इचछा कयक कलऩनाओॊ क ऩीछ कफ तक बागत कपयग

खोजो अऩन भ कोई इचछा ददख तो ऩकडकय ननकार दो जस भदहराएॉ फारो भ स जएॉ ऩकड-ऩकडकय ननकारती ह ऐस चचतत भ स इचछाएॉ ऩकड-ऩकडकय ननकार दो अबी तो लसय जओॊ स ढक गमा ह कछ बी कयक इचछाओॊरऩी जएॉ हटा दो म इचछाएॉ हट गई तो कपय

सॊकय सहज सवरऩ सॊबाया रागी सभाचध अखणड अऩाया

अऩना सवरऩ ववचायन भाि स सॉबारन भाि स परकट होता ह सॊसकाय घस गम ह कक मह कयग वह कयग मह ऩामग मह छोडग सॊकलऩो औय इचछाओॊ की खखचडी हो गई ह

अफ हभ कमा कय

कछ नह ॊ कयो

बजन कय

नह ॊ कयो बजन

धमान कय

नह ॊ कयो धमान बी

मािा कय

कोई जरयत नह ॊ

दकान खोर

कबी नह ॊ खोरना

नौकय कय

नह ॊ

यसोई फनाम

कोई आवशमकता नह ॊ ह

कछ नह ॊ कयना ह परकनत भ हो यहा ह शासतर की भमादा क भतातरफक होन दो कयन का नमा सॊकलऩ भत फनाओ ऩयदहत क लरए होन दो

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

चचतत का ननभाण

एक सभम था जफ फॉद बी दरयमा होकय डफामा कयती थी गौ का खय बी खाई होकय चगयामा कयता था रककन जफ सतसॊग भ गम गरओॊ की कऩा को ऩचामा तफ अनकरता औय परनतकरता क दरयम बी फॉद स भारभ होत ह आतभऻान की भदहभा ऐसी ह साधक जफ आतभबाव भ परनतवदषत होता ह तफ जीवन स साय द ख ववदा होन रगत ह

धमान का भतरफ कवर चऩचाऩ हो जाना नह ॊ ह धमान भ चचतत अतमॊत एकागर हो जाम शानत हो जाम शचसथय हो जाम उसस बी वह ऊॉ ची अवसथा ह कक चचतत का ननभाण हो चचतत का शानत होना एक फात ह औय चचतत का ननभाण होना दसय फात ह चचतत शानत हो जामगा उतनी दय शाशचनत लभरगी आननद आमगा फाद भ कपय जगत सचचा बासगा थोडा सा सख आकवषत कय दगा थोडा सा द ख दफा दगा रककन धमान भ अगय आतभववचाय आता ह बरहमववचाय आता ह ऩयभातभबाव क सॊसकायो को दहयाकय आतभाकाय बाव ऩदा होत ह तो उसस चचतत का ननभाण होता ह चचतत क शानत हो जान स बी चचतत का ननभाण होना ऊॉ ची फात ह

गरत ढॊग स चचतत का ननभाण हो जाता ह तो वह फनधन व द ख का कायण फन जामगा जस चचतत का ननभाण हो गमा कक भ अभक जानत का हॉ मह भया नाभ ह भ सतरी हॉ मा ऩरष हॉ इस परकाय क चचतत का ननभाण हो गमा तो उसक लरए आदय क दो शबद जीवन फन जात ह औय अनादय क दो शबद भौत फन जात ह झठ सॊसकायो स चचतत का ननभाण हो गमा व बी ददन थ कक जफ फॉद बी दरयमा होकय ददखती थी औय हभ डफा र जाती थी जया सा अऩभान बी दरयमा होकय ददखता था जया सा हवा का झोका बी आॉधी की नाई ददखता था रककन जफ सतसॊग औय गरदव की कऩा स आतभवतता भहाऩरष क उऩदश की कऩा स फड-फड दरयम बी कतयो की नाई ददखत ह कमोकक जो कछ नाभ-रऩ ह सख-द ख ह अनकरता-परनतकरता ह व सफ भामा भ खखरवाड भाि ह भामाभािॊ इदॊ दरतभ मह साया परऩॊच जो ददख यहा ह वह सफ भामा भाि ह

दखखम सननम गननम भन भाॉदह

भोहभर ऩयभायथ नाॉह चचतत का अऻान स ननभाण हआ इसीलरए मह जगत सतम बासता ह औय जया-जया सी

फात सख-द ख आकषण ऩयशानी दकय हभ नोच यह ह

धमान क दराया सतसॊग क दराया चचतत का ठीक रऩ भ ननभाण कयना ह चचतत का ऩरयभाजन कयना ह चचतत शानत हो गमा तो उसक सॊसकाय दफ गम जफ उठ तो सॊसकाय कपय चार हो गम नीॊद भ गम त भ मह हॉ भ वह हॉ म सफ सॊसकाय दफ गम नीॊद भ कज की चचनता नह ॊ यहती रककन म द ख दय नह ॊ हए कमोकक चचतत भ जो सॊसकाय ऩड ह व गम नह ॊ म सॊसकाय दफ ह नीॊद स उठन ऩय साया परऩॊच चार हो जामगा साय चचनताएॉ लसय ऩय सवाय हो जामगी

धमान-बजन का रकषम मह नह ॊ ह कक तमहाया चचतत कवर शचसथय हो जाम फस धमान-बजन का रकषम ह चचतत शचसथय हो औय साथ ह साथ चचतत का ननभाण हो बरहमाकाय ववतत स बरहमाकाय बाव स चचतत का ननभाण होगा तो तमहाय चचतत ऩय कशचलऩत सॊसाय क सख-द ख की ठोकय नह ॊ रगगी लभरथमा सॊसाय का आकषण नह ॊ होगा तमहाय रदम भ सॊसाय का आकषण नह ॊ होगा तो वासना नह ॊ उठगा वासना नह ॊ उठगी तो दफाया जनभ रन की जरयत नह ॊ ऩडगी आऩका भो हो जामगा फडा ऩाय हो जामगा

ऩजा कयत ह ठाकयजी की भॊददय भ जात ह भशचसजद भ जात ह चगयजाघय भ जात ह रककन चचतत का ननभाण नह ॊ कयत ह तो सॊसायमािा का अनत नह ॊ आता बगवान शरीकषण कहत ह-

ननभानभोहा शचजतसॊगदोषा अधमातभननतमा ववननवततकाभा दरनदरववभिा सखद खसॊऻगचछनतमभढा ऩदभवममॊ तत

शचजनका भान औय भोह नदश हो गमा ह शचजनहोन आसकति रऩ दोष को जीत लरमा ह शचजनकी ऩयभातभा क सवरऩ भ ननतम शचसथनत ह औय शचजनकी काभनाएॉ ऩण रऩ स नदश हो गई ह ndash व सख-द ख नाभक दरनदरो स ववभि ऻानी जन उस अववनाशी ऩयभ ऩद को परादऱ होत ह

चचतत क साथ भन-इशचनिमो क साथ तादातमम का जो सॊग ह सॊसाय क समफनधो स जो दोष रग जाता ह वह चगया दता ह चचतत का ठीक स ननभाण हो जाम तो अधमातभ भ ननतम यभण हो जाम काभनाएॉ ननवतत हो जाम दरनदरो स भकति हो जाम सख औय द ख भान औय अऩभान अनकरता औय परनतकरता मश औय अऩमश तनदरसती औय फीभाय जीवन औय भतम म सफ दरनदर ह जो तनदरसती स सखी ह वह फीभाय स द खी होगा जो मश स सखी होता ह वह अऩमश स द खी होगा जो जीन भ सख भानगा वह भयन भ द खी होगा रककन जीना भयना भान-अऩभान म सफ चचतत भ दहातभबाव क सॊसकाय ऩड ह अगय चचतत का ननभाण हो गमा कक जीना भयना म सफ भया नह ॊ भामा का ह भया नह ॊ इस दहरऩी खखरौन का ह मह दहरऩी खखरौन कई फाय जीत हए ददखत ह कई फाय भयत हए ददखत ह कपय बी भय कबी

भौत नह ॊ होती तो शर ऩय चढत हए बी द ख नह ॊ होगा रोगो को रगगा कक भनसय शर ऩय चढ ईसा करॉस ऩय चढ अभक फदध ऩरष न धमान कयत हए शय य छोडा औय भय गम रोगो को ऐसा रगगा रककन उन भहाऩरषो का अनबव ह कक व कबी भयत नह ॊ व कबी तरफगडत नह ॊ कबी फनत नह ॊ वासतव भ जीवभाि का जो असर सवरऩ ह वह फनन तरफगडन स फहत ऊॉ चा ह फनता तरफगडता तमहाया शय य ह फनता तरफगडता तमहाया भन ह फनता तरफगडता तमहाया बाव ह रककन तमहाया सवरऩ तमहाया आतभा कबी फनता तरफगडता नह ॊ

चचतत का ननभाण होता ह आतभववचाय स धमान कय औय शनमभनसक नह ॊ रककन अनातभपरवाह का नतयसकाय कय औय आतभपरवाह को चराम आतभबाव को चराम औय दहबाव को हटाम बरहमबाव को जगाना औय दहबाव को अरववदा दना मह ह चचतत क ननभाण की ऩदधनत इस परकाय धमान होगा तो भसत हो जामग धमान क वि बी भसत औय धमान क फाद बी भसत इस परकाय चचतत का ननभाण हो जामगा तो जो सॊसाय फॉद होकय बी दरयमा फनकय डफता था वह अफ दरयमा होकय आमगा तो बी फनद होकय बासगा जया-जया फात स सख-द खादद दरनदर ऩयशान कय यह थ व अफ परबाव नह ॊ डारग शचजतन परभाण भ चचतत का ननभाण होता जामगा उतन परभाण भ दरनदरववभिा होत जामग

साय जऩ तऩ सवा ऩजा मऻ होभ हवन दान ऩणम म सफ चचतत को शदध कयत ह चचतत भ ऩववि सॊसकाय बयत ह परनतददन कछ सभम अवशम ननषकाभ कभ कयना चादहए चचतत क कोष भ कछ आधमाशचतभकता की बयती हो नतजोय को बयन क लरए हभ ददनयात दौडत ह जफ को बयन क लरए छटऩटात ह रककन नतजोय औय जफ तो मह ॊ यह जामग रदम की नतजोय साथ भ चरगी इस आधमाशचतभक कोष को बयन क लरए ददन बय भ कछ सभम अवशम ननकारना चादहए सॊधमा-वनदन ऩजा-पराथना धमान-जऩ ननषकाभ कभ इतमादद क दराया चचतत का ननभाण कीशचजम

उचच ववचाय कयत हए रदम भ खर आकाश की ववशारता बय जान दो ॐकाय का ऩववि जऩ कयत-कयत रदम को ववशार होता अनबव कयो शाशचनत औय आननद स रदम बया जा यहा ह मह आतभाननद की ववशदध ऩयभातभा की चचदाननद-सवरऩ ऩयभातभा की झरक ऩान का तय का ह

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

ऩरयपरदलन पर इशचनिमो को ववषमो स कस फचाम

उ बोजन छोडन स उऩवास कयन स गाम-बस का दध छोडकय फकय का दध ऩीन स योट छोडकय भॉग लबगोकय खान स शय य भ शकति नह ॊ होती तो ववषमवासना शानत हो जाती ह रककन इस उऩाम स सॊसाय भ सखफवदध नह ॊ जाती बरहमवतताओॊ को आतभा-ऩयभातभा का सख लभर जाता ह इसलरए सॊसाय भ यहत हए बी सॊसाय भ उनकी सखफवदध नह ॊ होती

साॉऩ ठणड भ दठठय जाता ह तो शानत ऩडा यहता ह काटता नह ॊ सम की धऩ ननकरत ह वह कफ काट र कोई ऩता नह ॊ ऐस ह अभक आहाय व ननमभो स भन को थोडा शानत कय रत ह कपय जफ भौका लभर जाता ह तो भन कपय बडक उठता ह भन को ववषमो स शानत कय दना अचछा ह सॊमभ कयना ह चादहए रककन साथ ह साथ ऩयभातभा का यस ऩा रना चादहए

भनोवऻाननको न कछ परमोग ककम जो अनत जातीम आवगवार काभी मवक थ उनका खान-ऩान ऐसा यखा कक वीम फन ह नह ॊ कपय उनको रडककमो क फीच यखा तो फड बरहमचाय ददख शानत यह आवग की कोई चदशा नह ॊ की कततो ऩय बी परमोग ककम गम व बी ऐस यह कपय जफ उनको ऩौवदशक बोजन दना शर ककमा तो व ह कतत ऩॉछ दहरात कवततमो क ऩीछ बागन रग व मवक बी ऩौवदशक बोजन क आहाय स ऩहर जस ह काभातय होन रग

भजफय का नाभ भहातभा गाॉधी ndash ऐसा नह ॊ होना चादहए जीवन भ शय य भ शकति न हो इशचनिमो भ फर न हो तो सफ बरहमचाय ह आऩ शि को ऩयासत नह ॊ कय सकत औय भाप कय ददमा तो कमा फडी फात ह उसको नछनन लबनन कयन का साभरथम ह कपय बी भाप कय ददमा तो फडी फात ह भा वीयो को शोबा दती ह कामयो को थोड ह शोबा दती ह

ऐस ह फरवानो को बरहमचम शोबा दता ह

कोई कह कक भय को धन का अलबभान नह ॊ

अचछा ककतना धन ह तमहाय ऩास

ऩहर फहत था रककन अबी अबी तो कजा होगा ऩचचीस हजाय का

तो धन का अलबभान कमा कयगा त

सावन क ऩववि भह न भ बागवत की कथा हो यह थी एक ददन एक सॊत भॊच ऩय ऩधाय शरोताओॊ स फोर कक आऩ रोग बगवान क बि हो बागवत की याभामण की कथाएॉ वषो स सनत आम हो ऩणम कभात आम हो आऩभ स शचजसको लभिो भ याग औय शि भ दरषफवदध न हो ऐस याग-दरषयदहत चचततवार रोग खड हो जाम भ अबी-अबी उनह बगवान का दशन कया दॉ

सॊत न एक फाय दो फाय तीन फाय दहयामा कथाकाय को बी चचनता होन रगी कक हजायो शरोताओॊ भ स कोई नह ॊ उठता सॊत फाय-फाय कहन रग कक आऩ रोगो भ स याग-दरष स यदहत रोग खड हो जाम भ उनह आतभ-साातकाय कया दॉगा बगवान क दशन कया दॉगा उसक दशन स दसयो का बी बरा हो जामगा

सफ रोग लसय झकाकय फठ यह सबा भणडऩ भ सननाटा छा गमा इजजत का सवार हो गमा आखखय भ एक नबफ सार का फढा उठ खडा हआ फोरा फाफा जी भ हॉ

अचछा इतन रोगो भ एक बी लभर गमा तो बी ठीक ह आऩ तो ननहार हो जाओग आऩक दशन स औय रोग ननहार होन रगग अचछा अफ फताओ कक आऩन याग-दरष कस ननवतत ककम

फाफा जी भय उमर नबफ सार की ह भय ऩतनी भय चकी ह भया इकरौता फटा था वह बी परब को पमाया हो गमा सफ लभि-साथी बी एक-एक कयक चर फस ऩरयवाय भ औय लभिभणडर भ कोई नह ॊ औय शि बी कभफखत सफ भय लभट गम अफ भझ ककसी स याग-दरष नह ॊ ह

सनह औय शि भय गम रककन याग-दरष तो नह ॊ भया वह शचजनदा ह कोई चीज नह ॊ ह इसलरए उसका यस अऩन बीतय नह ॊ ह ऐसी फात नह ॊ ह

ननयाहाय यहन स ववकाय तो शानत हो जात ह रककन जगत भ सखफवदध का सॊसाय भ यस का अबाव नह ॊ होता यस ऩान की इचछा सखी होन की इचछा बीतय स नह ॊ जाती ठणड स दठठय हए साॉऩ का ववष अभत भ फदरा नह ॊ जफ तक ऩयभातभा का साातकाय नह ॊ होता तफ तक बीतय क ववकाय ननववकायता का रऩ नह ॊ रत

ऐसा बी नह ॊ कक साातकाय हो जान क फाद ऻानी सॊसाय स उऩयाभ हो जामगा नह ॊ वह खामगा वऩमगा कयगा धयगा फट को जनभ दगा काभ-करोध-रोब-भोह-अहॊकाय म सफ भसारा उसक ऩास होगा रककन वह उन सफका उऩमोग कयगा उनभ सखफवदध स उनक आधीन नह ॊ होगा इसीलरए ऻानी को जीवनभि कहत ह साधायण रोग सख बोगन क लरए ववषम ववकायो क आधीन हो जात ह औय ऻानी सवाधीन यहकय उनका उऩमोग कय रगा

शरीवलशदषजी भहायाज क सौ फट थ शरीकषण न सदशन उठामा शरीयाभ न धनष उठामा तरफना करोध क कॊ स औय यावण को कस भाया उनहोन करोध का उऩमोग ककमा

तभ कभया फनद कयक अनदय स कणडा रगाकय फठो तफ सवतनि हो जफ चाहो दयवाजा खोरकय फाहय ननकर सकत हो रककन फाहय स कोई दयवाजा फनद कय द तो तभ हो गम ऩयाधीन ऐस ह ववकायो क ऩरयशचसथनतमो क आधीन जीना ऩयाधीनता ह ववकाय ऩरयशचसथनतमो को अऩन आदश भ चराना सवाधीनता ह इसीलरए शरीकषण को सोरह हजाय एक सौ आठ शचसतरमाॉ होत हए बी उनका इतना ऻान कक आज बी उनकी गीता ऩजी जा यह ह सॊसाय की दो ऩलतनमाॉ बी आ जाम तो बी फडा गक अय एक ऩतनी बी नाक भ दभ कय दती ह

ऻानी को जगत भ स यसफवदध चर जाती ह उसको आतभसख लभरता ह तो ववषमो भ सखफवदध नह ॊ यहती जो रोग यसफवदध स ववषम बोगत ह व पॉ सत ह सवाबाववक उऩमोग कय लरमा तो कोई फात नह ॊ आऩको बख रगी आऩका उददशम था ऩट बयना ककसी न आकय फदढमा बोजन आऩको खखरा ददमा इसभ कोई दोष नह ॊ रककन आऩका ऩट बया ह कपय बी

सवाद रन क लरए वमॊजन फनवाम भजदय की औय कयवाई तो मह बोजन भ यसफवदध अननदश का कायण ह

असर यस तो ऩयभातभा का ह वह यस लभर गमा तो ऐसी कौन-सी चीज ह जो ऻानी को सॊसाय भ आकवषत कय ठीक ह वमवहाय भ फोर चर लरमा ददमा रककन ऻानी वमवहाय भ फॉधता नह ॊ भाभर आदभी ऩाॉच सौ की नौकय भ फॉध जाता ह रककन जो समराट ह उसको ऩाॉच हजाय की नौकय बी कमा आकवषत कयगी

कफीय क आग कई ररनाएॉ आमीॊ लशषम होकय आमी तो ठीक ह फात कय लभर-जर रककन व सभझ कक अऩन नखय कयक कफीय को पॉ सामग तो गरती भ ह

चरय ठगनी ठभक ठभक नमननको कमो ठभकाव तय हाथ कफीयो नह ॊ आव

कोई सभझ कक भ रऩ रावणम स अरॊकाय-आबषणो स ककसी ऻानी को पॉ साऊॉ ऩस दकय ऻानी को अऩना फनाऊॉ धौस दकय ऻानी स आशीवाद र रॉ तो वह धोख भ ह शचजसको आतभऻान हो गमा आतभयस लभर गमा वह ककसी यस स ककसी ऻान स ककसी फर स परबाववत नह ॊ होगा चाय ऩस क चन रकय खान रग ह मह भौज की फात ह दरयि आदभी चना खाता ह वह अरग फात ह रककन अभीय आदभी चना खाता ह तो भौज ह ववनोद ह ऐस ह ऻानी क लरए साया सॊसाय ववनोद भाि ह औय हभ रोग सॊसाय भ पॉ स भयत ह

जो यसफवदध स ववषम-बोग बोगता ह वह वववकी होगा तो बी उसकी इशचनिमाॉ उसक भन को फरऩवक हय रती ह भजा रन क लरए बोग बोगा तो सजा जरय बोगगा ऐसा कोई सख नह ॊ जो फाद भ द खी न कय इसलरए ह अननदाता सॊसाय स सख रन की इचछा ह छोड दो सॊसाय भ सख का तो रफर ह अनदय द ख बया ह

एक आदभी न गराफ क ऩौध ऩय सनदय खखरा हआ पर दखा झट स तोड कय नाक ऩय यख ददमा पर भ फठी थी ततमा पट स भाय ददमा डॊक उसक नाक ऩय ओ फाऩ य

ऐस ह सॊसाय क ववषमो भ ददखती सनदयता ह रककन अनदय ततमा फठी होती ह ददखता सख ह रककन बय ह भसीफत परायमब भ रगता ह कक सॊसाय भ सख ह रककन फाद भ साय शचजनदगी सॊसाय की गाडी खीीचत खीीचत दभ ननकरता ह भनषम आखखय भ ऩदळाताऩ कयता हआ भय जाता ह

द ख को हभ रोग आभॊतरित कयत ह वासतव भ द ख ह नह ॊ द ख फनान की पकटय हभाय साथ रगी हई ह कस हभ सखी होन क लरए बागत ह फाहय मह फाहय बागना ह द ख को आभनिण दता ह शचजतनी तजी स बाग उतनी ह तजी स द ख लभरगा ऻानी सख रन क लरए फाहय बागत नह ॊ व द ख लभटान क लरए बी फाहय बागत नह ॊ फर ऩान क लरए बी फाहय नह ॊ बागत

एक जगह ऩय ऻानी सतसॊग कय यह थ एकाएक जोयो स आॉधी चर छत क ट न छटऩटान रग बि रोग सफ बाग गम ऩकक भकानो भ आशरम र लरमा थोडी दय भ आॉधी शानत हो गई वाऩस आकय दखा तो सवाभी जी वस ह फठ ह ऩछा

फाफाजी इतनी आॉधी चर हभ बाग गम आऩ नह ॊ बाग

हभ बी बाग तभ फाहय बाग हभ बीतय बाग

अनतमाभी ऩयभातभा स जड जाओ तो परकनत की सवा ऩाना कोई फडी फात नह ॊ ह ऩयभातभा स लभर जाओ ईदवय भ डफ जाओ तभ नह ॊ कय सकत ईदवय सफ कछ कय सकता ह

तभभ औय ईदवय भ कमा पक होता ह

तभ जफ सॊसाय स सख रन की इचछा कयत हो तो दो ऩस क हो जात हो सॊसाय स सख रन की इचछा छोडकय ईदवय भ गोता भायत हो तो ईदवय हो जात हो मह भहाऩरषो का अनबव ह शासतरो का परभाण ह बगवान शरीकषण बी कह यह ह-

परजहानत मदा काभान सवान ऩाथ भनोगतान आतभनमवातभना तदश शचसथतपरऻसतदोचमत

ह अजन शचजस कार भ ऩरष भन भ शचसथत समऩण काभनाओॊ को बर बाॉनत तमाग दता ह औय आतभा स आतभा भ ह सॊतदश यहता ह उस कार भ वह शचसथतपरऻ कहा जाता ह

जो अऩन आऩ भ तदऱ ह अऩन आऩ भ आनशचनदत ह अऩन आऩभ खश ह वह शचसथतपरऻ ह तसम तरना कन जामत उसकी तरना औय ककसस कय वह ऐसा भहान हो जाता ह ऐस भहाऩरष का तो दवता रोग बी दशन कयक अऩना बागम फना रत ह ततीस कयोड दवता बी ऐस भहाऩरष का आदय कयत ह तो औयो की कमा फात ह

ईदवय भ सखफवदध होनी चादहए सॊसाय भ सख रन की जो हभाय आदत ह वह हभ फय तयह द ख भ डार दती ह वह आदत ऩयानी ह कई जनभो की ह इसलरए अभमास कयना ऩडता ह साधन-बजन इसीलरए कयन ऩडत ह कक गनद आदत ऩड गई ह नह ॊ तो ईदवय दय थोड ह ह कक उसको ऩान क लरए अभमास की जरयत ऩड गनद आदत लभटान क लरम साधन-बजन-धमान कयना ऩडता ह फाहय सख रन की आदत ह व गनद आदत ह

कोई वाह वाह कय तो कान का सख लभर अचछा खाम तो जीब का सख लभर फदढमा कपलभ दख तो आॉख का सख लभर फदढमा शयमा हो पर तरफछ हो इि-तर-परर को नछडकाव हो यानन सादहफा ऩय दफा यह ॊ ह आहाहा मह चभडी का सख हआ म सफ बी आखखय ककतन ददन

इन तचछ सखो भ हभ रोग फयफाद हो जात ह औय भज की फात ह कक जफ अऩना रदम परसनन होगा तबी वहाॉ स सख आमगा चचतत भ अशाशचनत ह फचनी ह तो परो की शयमा कमा कयगी ताय आ जाम कक पराना सनह सखत फीभाय ह तो आइसकरीभ कमा लभठास दगी

इन सखो जया सा झटका सहन की बी ताकत नह ॊ ह परो की शयमा ऩय काभसख भ डफ यह थ आऩस भ भनभटाव हो गमा अहॊ का टकयाव हो गमा तो फन गम एक दसय क दशभन ऩनत-ऩतनी तराक र रत ह सचभच उसभ सख होता तो तराक कमो रत रडत कमो

ऐसा कोई बोग नह ॊ जो बोगनवारो को फजाय न कय द बोग परायमब भ तो सखद रगत ह रककन फाद भ उनका ऩरयणाभ द खद आता ह मोग शर भ जया ऩरयशरभवारा रगता ह रककन फाद भ अभत जसा अभयपर द दता ह

शर भ जया भीठा-भीठा रग औय अनत भ ववष जसा रग मह बोगो का पर ह शर भ जया कट रग रककन अनत भ सदा क लरए भीठा यह मह बगवान की बकति का मोग का ऻान का पर ह

शर भ जफ ऻानी सॊत भहाऩरषो क ऩास जामग तो फठकय ऊफग अदफ यखग लशदशाचाय कयग सोना खाना ऩीना वमवशचसथत नह ॊ यहगा परायमब भ कदठन रगग रककन उनस ऐसा ऩामग कक भहायाज याजाओॊ क बी याजा हो जामग

हभ जफ सदगरदव क ऩास गम थ तो शर भ जया कदठनाइमाॉ थीॊ भॉग उफारकय खा रत नगयसठ का फटा होकय झाड रगात फतन भाॉजत आशरभ भ सवा कयत गरदव तो नह ॊ कहत रककन हभ सवा छीन रत थ आशरभ भ रोग कबी आत थ तो यसोई क फड फतन बी होत थ ऩहाडी ऩथय र लभटटी मा कोमर की याख होती थी फतन भाॉजन क लरए हाथ भ चीय ऩड जात थ खन ननकरता था तो ऩटटी फाॉधकय फतन भाॉज रत थ उस सभम दखन वारो को रगता होगा कक फडा द ख बोग यहा ह रककन अफ रगता ह वाह ऐसा लभरा ह कक कबी खट नह ॊ सकता ऐसा यस द ददमा ह गर की कऩा न

साशचववक सख ऩहर जया द ख जसा रगता ह फाद भ उसका पर फडा भधय होता ह याजसी सख ऩहर सखद रगता ह रककन फाद भ भसीफत भ डार दता ह ताभसी सख भ ऩहर बी ऩयशानी औय फाद भ बी ऩयशानीघोय नक

बगवद गीता भ बी कहा ह मततदगर ववषलभव ऩरयणाभऽभतोऩभभ

ततसखॊ साशचववकॊ परोिभातभफवदध परसादजभ जो आयमबकार भ ववष क तलम परतीत होता ह ऩयनत ऩरयणाभ भ अभत क तलम ह वह

ऩयभातभ ववषमक फवदध क परसाद स उतऩनन होन वारा सख साशचववक कहा गमा ह

ववषमशचनिम सॊमोगादयततदगरऽभतोऩभभ ऩरयणाभ ववषलभव ततसखॊ याजसॊ सभतभ

जो सख ववषम औय इशचनिमो क सॊमोग स होता ह वह ऩहर बोगकार भ अभत क तलम परतीत होन ऩय बी ऩरयणाभ भ ववष क तलम ह इसलरए वह सख याजस कहा गमा ह

मदगर चानफनध च सखॊ भोहनभातभन

ननिारसमपरभादोतथॊ ततताभसभदारतभ जो सख बोगकार भ तथा ऩरयणाभ भ बी आतभा को भोदहत कयन वारा ह ndash वह ननिा

आरसम औय परभाद स उतऩनन सख ताभस कहा गमा ह

(गीता 18373839) ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

पर ndash इशचनिमो को यस रन की आदत ऩड गई ह तो कमा कयना चादहए

उ ndash फाय-फाय बगवान स ईभानदाय स पराथना कयनी चादहए कक ह परब इशचनिमाॉ भझ घसीटकय बोगो भ र जाती ह ह नाथ त दमा कय भ जनभो स बटका हॉ अबी बी आदत ऐसी ह गनद ह दखन क ऩीछ चफान क ऩीछ वाह-वाह सनन क ऩीछ भया सभम फयफाद हो यहा ह ह परब त भझ कऩा-परसाद द ऐसा कयक बगवान क शयण चर जाओ ववकाय उठ उसी सभम बगवान स पराथना कयन रगो ऐसा कयन स फच जाओग औय कबी कपसर बी जाओ तो ननयाश भत हो कपय स उठो कपय स पराथना कयो हजाय फाय चगय जाओ तो बी ननयाश भत हो आखखय तमहाय ह ववजम होगी बीतय का यस लभरन रग जामगा वह यस ठीक स लभर गमा कपय ववकायो भ ताकत नह ॊ तमह फाॉध सक

शचजनदा चहा तरफलर को नह ॊ भाय सका तो भया हआ चहा तरफलर को कमा भायगा ऻानी की फवदध को सॊसायरऩी चहा नह ॊ पॉ सा सकता साधक था तबी बी नह ॊ पॉ सा तबी तो साधक हआ साधक अवसथा भ नह ॊ पॉ सा तबी तो महाॉ आमा पॉ सता तो सॊसाय क चककय भ जाता सॊसाय भ जनभ लरमा सॊसाय भ यहा भाॉ-फाऩ बाई-फहन कटमफी-ऩडोलसमो क फीच यहा कपय बी भोह भभता को चीयता हआ सतसॊग भ ऩहॉचा गर क ऩास ऩहॉचा अबी आऩ महाॉ ऩहॉच ह न शचजनदा सॊसायरऩी चहा आऩकी फवदधरऩी तरफलर को पॉ सा नह ॊ सका तबी तो आऩ बरहमऻान क सतसॊग भ ऩहॉच ऻान हो जाम फोध हो जाम कपय सॊसाय कमा फाॉधगा आऩकी फवदध को जगत का लभरथमातव ऩकका हो गमा तो कपय वह फवदध को दफा नह ॊ सकता अबी बी जगत सचचा रग यहा ह कपय बी वह फवदध को दफा नह ॊ सकता इसस ईदवय क भाग ऩय ऩहॉच हो इसीलरए सतसॊग औय वदानत भ रचच हो यह ह जगतरऩी चह का परबाव जमादा होता तो फवदधरऩी तरफलर दफी यहती ह

शचजसकी इशचनिमाॉ वश भ हो जाती ह उसकी फवदध ऩयभातभा भ परनतवदषत हो जाती ह

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पर ndash ईदवय क ऩयामण नह ॊ हए तो कमा होगा कयोडो रोगो की तयह हभ बी ऐस ह खाम वऩम औय शचजम तो कमा होगा

उ ndash ईदवय ऩयामण न होन स ववषमो का चचनतन होगा ववषमो क चचनतन स काभना उठगी काभना ऩय होगी तो आसकति होगी काभना ऩय नह ॊ होगी तो करोध होगा करोध होगा तो फवदध का नाश होगा फवदध का नाश हआ तो सवनाश हआ

जो बगवान का चचनतन नह ॊ कयगा उसको सॊसाय का चचनतन होगा सॊसाय का चचनतन होगा तो ऩदाथ ऩान की इचछा होगी ऩदाथ लभरग तो छट न जाम इसकी चचनता होगी नह ॊ लभरग तो जो अडचन डारत ह उन ऩय करोध होगा करोध होगा तो फवदध की मोगमता ीण हो जामगी मोगमता ीण हई तो भोह होगा भोह सफ वमाचधमो का भर ह कपय फनगा व फनगा घोडा फनगा बसा जो आदभी ववषम ववकायो भ पॉ सा यहता ह उसकी फवदध दफी यहती ह ठीक स काभ नह ॊ दती

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पर ndash ऩतन ककसका नह ॊ होता

उ ndash वशीबत अॊतकयण वारा ऩरष याग-दरष स यदहत औय अऩनी वशीबत इशचनिमो क दराया ववषमो का आचयण कयता हआ बी परसननता को परादऱ होता ह वह उनभ रऩामभान नह ॊ होता उसका ऩतन नह ॊ होता शचजसका चचतत औय इशचनिमाॉ वश भ नह ॊ ह वह चऩ होकय फठ तो बी सॊसाय का चचनतन कयगा ऻानी सॊसाय भ फठ हए बी अऩन सवरऩ भ डट यहत ह

बायत क बतऩव यादसऩनत डॉ शरीयाधाकषणन अचछ चचनतक भान जात ह उनहोन एक कहानी लरखी ह

एक बदठमाया था उसको हय योज सवपन आता कक भ चकरवती समराट हॉ वह अऩना काभ ननऩटाकय जलद -जलद सो जाता उस भधय सवपनरोक भ जान क लरए फाहय क जगत भ वह बदठमाया था खान-ऩीन को बी ऩमादऱ नह ॊ था गजाया चरान क लरए फडा ऩरयशरभ कयना ऩडता था रककन धीय-धीय वह सवपन भ सखी होन रगा तो फाहय क जगत भ रचच कभ होन रगी

परनतददन सवपन भ दखता कक भ चकरवती समराट फन गमा हॉ छोट-छोट याजा रोग भय आऻा भ चरत ह छनन-छनन कयत ह य जवाहयात क गहनो स सजी ररनाएॉ चॉवय डरा यह ह

एक ददन सवपन भ वह फाथरभ जान उठा तो ऩास भ जरती हई बटठी भ ऩय ऩड गमा जरन क भाय चचलरा उठा सो तो यहा था बदटठमो क फीच रककन सवपन दख यहा था कक समराट ह इसलरए वह सखी था

ककसी बी ऩरयशचसथनत भ आदभी का भन जसा होता ह सख-द ख उस वस ह परतीत होत ह ऻानी का भन ऩयबरहम भ होता ह तो व सॊसाय भ यहत हए सफ वमवहाय कयत हए बी ऩयभ सखी ह बरहमऻान भ भसत ह

आदभी का शय य कहाॉ ह इसका अचधक भलम नह ॊ ह उसका चचतत कहाॉ ह इसका अचधक भलम ह भॊददय भ फठा ह ऩजाय सोच यहा ह कक कफ फायह फज औय रडड रकय ऩजारयन क ऩास जाऊॉ तो वह भॊददय भ नह ॊ ह ऩजारयन क ऩास ह चचतत ऩयभातभा भ ह औय आऩ सॊसाय भ यहत ह तो आऩ सॊसाय भ नह ॊ ह ऩयभातभा भ ह

परबातकार भ उठो तफ आॉख फनद कयक ऐसा चचनतन कयो कक भ गॊगाककनाय ऩय गमा ऩववि गॊगाभमा भ गोता रगामा ककसी सॊत क चयणो भ लसय झकामा उनहोन भझ भीठी ननगाहो स ननहाया

ऩाॉच लभनट ऐसा भधय चचनतन कयो आऩका रदम शदध होन रगगा बाव ऩववि होन रगगा

सफह उठकय दख हए लसनभा क दशम माद आम आहाहा वह भय ऩास आमी भझस लभर आदद आदद तो दखो सतमानाश हो जामगा कलऩना तो भन स होगी रककन तन ऩय बी परबाव ऩड जामगा कलऩना भ ककतनी शकति ह

सॊत-भहातभा-सदगर-ऩयभातभा क साथ ववचयत ह सभाचध रगात ह उनका सभयण-चचनतन कयत ह तो रदम आनशचनदत होता ह

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पर ndash ककसकी फवदध शचसथय नह ॊ यहती

उ ndash जो असॊमभी ह गर क ऻान को ऩचाता नह ॊ ह उसकी फवदध शचसथय नह ॊ यहती जो सॊमभी ह गरभख ह उसकी फवदध शदध सॊमभी औय दढ ननदळमी हो जाती ह

फवदध का शचसथय होना फहत फडी उऩरशचबध ह उसभ असीभ शकति आ जाती ह शचसथय फवदध वारा मदद सॊकलऩ कय द तो साया याजम फदर जाम ऐसी ताकत होती ह शचसथय फवदधवार भ वह वयदान द सकता ह जो न कय याभ वह कय ककननायाभ शचसथय फवदध वार भ इतना परबाव होता ह खदा बी ऩछ कक फनदा अफ तय कमा यजा ह शचसथय फवदध होना फचचो का खर नह ॊ वह फडा भहान काम ह याजा होना इतनी भहतता नह ॊ यखता याजा बी शचसथय फवदध वार क चयणो भ ऩड जाम तो याजा ननहार हो जाम भहवष वलशदष शचसथय फवदध वार थ याजा दशयथ उनक चयणो भ ऩड तो बगवान याभ को परकट होना ऩडा मह ह शचसथय फवदधवारो का चभतकाय अबी तक याजा दशयथ का नाभ जनता की शचजहवा ऩय नाच यहा ह उस सभम भ औय बी कई याजा होग न रककन दशयथ जी शचसथयफवदधवार आऩ तो ननहार हो ह जात ह रककन उनकी शयण जान वार का बी ककतना कलमाण हो जाता ह भतॊग ऋवष शचसथय फवदध क थ शफय बीरनी उनकी शयण गई ककतनी ऊॉ चाई परादऱ कय र उसन उस जभान क याजाओॊ को बी हभ रोग इतना नह ॊ जानत शचजतना शफय को जानत ह

भतॊग ऋवष न शफय स कह ददमा कक तझ याभ लभरग शफय न मह नह ॊ ऩछा कक सचभच लभरग गर न कह ददमा फात ऩय हो गई शरदधा हो तो शफय जसी भय भ मोगमता नह ॊ ह ndash ऐसा शफय न कहा नह ॊ गरजी न कह ददमा तो फात ऩककी हो गई मोगमता ह नह ॊ ह वह गर जान

दोष इतना दोष नह ॊ शचजतना दोषो को अऩना भानना औय ईदवय क यासत अऩन को अमोगम भानना दोष ह

अनकरभ

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जनक-ववचाय

जनक अऩन भन को सभझात ह- ऐ भन त शानत हो जा ऐ चचतत तया चरना ह सॊसाय का होना ह सॊसायरऩी चकर

को योकन क लरए नालबरऩी चचतत को योकना आवशमक ह ह भय चचतत त शानत हो जा याजम तया नह ॊ ऩि-ऩरयवाय तया नह ॊ मह शय य बी तया नह ॊ शचजसका सफ कछ ह वह ऩयभातभा तया ह ऐ भय चचतत त उसी ऩयभातभा भ शानत हो जा तया बरा होगा

जनक अऩन भन को फाय-फाय सभझात ह जमो-जमो भानलसक चचनतन कयत हए चचतत को सभझात ह तमो-तमो जनक का चचतत ऩयभातभा क ननकट उस अनतमाभी आतभदव क ननकट ववशराशचनत ऩाता ह जनक क कभ कटत ह जनक सचभच जीवन क पर को ऩात ह

वलशदषजी कहत ह- ह याभजी कपय उस भह ऩनत न अऩन भन स कहा ऐ भय भन आज तक भ तय कहन भ यहा औय जनभ-जनभानतय स बटकता यहा ऐ

भय चचतत तन जो कहा वह भन सवीकाय ककमा तन जो वासना की वह भन ऩण की रककन त बी अऻान की आग भ वासना की बटटी भ जरता आमा ह औय भझ बी त जराता आमा ह ऐ भय भन अफ त शानत ऩद का आशरम र जस ऻानवान सॊत ऩरष आतभ-ववचाय कयत शानत ऩद का आशरम रकय सॊसाय-सभि स तय जात ह त बी उस आतभऩद का आशरय़ र त बी जगत क चचनतन भ उदास होकय ननशचदळॊत सवरऩ आतभा भ डफ जा ऐ भय भन आज तक तया कहना भानकय भ बटक यहा था अफ त एक फाय भया कहना भानकय तो दख शासतर क वचन का कहना भानकय तो दख ऐसा द ख नक भ बी नह ॊ जसा चॊचर चचतत भ होता ह ऐसा सख सवग औय वकणठ भ बी नह ॊ जसा सख ननदळर चचतत भ परकट होता ह ऐ चचतत तया चॊचर होना तया औय भया ववनाश ह तया शचसथय होना फडा ऩाय होन का हत ह ऐ भय चचतत त भान जा इसी भ तया कलमाण ह

उस भह ऩनत न अऩन चचतत को फाय-फाय सभझामा कछ णो क लरए तो चचतत ऩयभातभ-शाशचनत भ डफा सा ददखा कपय आॉख खोरकय फाहय सवदश को ननहायन रगा भहायाज जनक न कपय आॉखो को रकषम कयक सभझामा

ह चॊचर नि तभ फाहय का जगत अऩन बीतय बयत हो शरोि औय नि तभ इस जीव को फड धोख क जगत भ र जात हो तभ दोनो क दराया जगत बीतय आता ह जमो ह जगत बीतय आता ह तमो ह चचतत की चॊचरता फढती ह यातरि को सो जात ह तो आॉख औय कान क दराया जगत बीतय नह ॊ आता चचतत परकनत भ र न हो जाता ह सफह फडी शाशचनत औय

ताजगी का अनबव होता ह परकनत भ र न हआ चचतत शय य को जया सी ताजगी दता ह वह चचतत मदद धमान कयक आतभा भ र न हो जाम तो जीवन ऩया ताजा फना दता ह तभ तो ऩय ऩावन हो ह जात हो तमहाय सॊग भ आन वार वमकति बी ननषऩाऩ होकय ऩावन हो जात ह

ऐ भय चचतत तया सचचा याजम तो आतभा का याजम ह इस जनकऩय भ तो कई याजा आम शचजसन याजम ककमा वह जनक कहरामा त कफ तक इस जठी ऩरथवी का गव कयक अऩन को याजा भानगा त इस ऩरथवी का ऩनत नह ॊ भदहऩनत नह ॊ त तो इस ऩरथवी का एक गरास भाि ह तय जस तो कई याजा आ-आकय इस ऩरथवी भ दपनाम गम उनकी हडकतडमाॉ बी गर गई

भाट कह कमहाय स त कमा यौद भोम एक ददन ऐसा आमगा भ यौदगी तोम

भदहऩनत अऩन चचतत को सभझाता ह ऐ चचतत त ऩयभातभा की शाशचनत भ शानत हो जा नह ॊ तो ऋवष रोग भय हाॉसी कयग कहग सभझदाय होकय भखो की नाई आमषम तरफता ददमा फवदधभान होकय ऩशओॊ की नाई शय य को ऩारन-ऩोषन भ जीवन गॉवा ददमा ऐ भय भन शचजस ऩयभातभा न तझ अनयाग का दान ददमा ह उसस सॊसाय क ववषम त कमा भाॉगता ह उसस नदवय चीजो की चाह त कमो कयता ह

शचजसन अनयाग का दान ददमा उसस कभ भाॉग रजाता नह ॊ

अऩनाऩन बर सभाचध रगा

मह वऩम का ववमोग सहाता नह ॊ नब दख ऩमोधय शाभ ढर

कमो लभट उसभ लभर जाता नह ॊ चगता ह चकोय अॊगाय

परयमाद ककसी को सनाता नह ॊ अफ सीख र भौन का भॊि नमा

अफ वऩम का ववमोग सहाता नह ॊ ऐ चचतत त भौन का भॊि र र बीतय ह बीतय उस ऩाय की शाशचनत का अनबव कय

कपय ऩता चरग कक ककतना खजाना तय बीतय छऩा ह

सॊञा सखणा कोई नह ॊ सफक बीतय रार भयख गरॊचथ खोर नह ॊ कयभी बमो कॊ गार

कभी कभकाणड भ पॉ सा ह भख फवकपी भ पॉ सा ह कोई-कोई भाई का रार कभो स औय फवकपी स फचकय ननषकभ तवव भ गोता भायता ह ननशचषकरम चतनम भ अऩन आऩको खो दता ह उऩननषद कहत ह-

मतो वाचो ननवतनत अपरापम भनसा सह जहाॉ वाणी नह ॊ ऩहॉचती भन स जो परादऱ नह ॊ होता फवदध जहाॉ स रौटकय आती ह ऐस

आतभदव को जो बागमवान ऩाता ह वह कपय ककसी स बमबीत नह ॊ होता भतम बी उसका कछ तरफगाड नह ॊ सकती भतम शय य की होती ह आतभऻानी उस भतम को बी दखता ह

ऐ चचतत त बरहमऻान ऩा र तय चॊचरता लभटत ह ऩयबरहम ऩयभातभा का अनबव होन रगगा आज तक भ तया कहना भानता आमा हॉ आज त भया कहना भान त शानत हो जा

वलशदषजी कहत ह- ह याभजी इस परकाय भदहऩनत जनक फाय-फाय अऩन चचतत को अनतभख फना यह ह चचतत को अनतभख कयत-कयत बरहमशचसथनत का ऩयभातभ-शाशचनत का अनबव ककमा

नि खोर फाहय ननहाया जगत की ओय इतन भ दालसमाॉ हाथ जोडकय खडी हो गई कक भहायाज सनान कयन का सभम हआ ह यतनजकतडत सवण क करशो भ बया ववववध तीथो का जर औय वददक भनिोचचाय कयत बराहमण इॊतजाय कय यह ह

जनक न कहा अफ भन आतभजर भ नहा लरमा ह शय य को तीथ क जर भ नहरा दता हॉ अफ भ फाहय चदशा करॉ तो मह शय य की चदशा ह भय नह ॊ नहाना-धोना खाना-ऩीना याजकाज कयना म सफ कभ शय य क ह भया कोई कभ नह ॊ भया तो कततवम ह उस परब भ भसत यहना भन कयन मोगम सफ कभ कय लरम ऩारन मोगम धभ ऩार लरम अऩन घय भ घय ऩा लरमा

इस परकाय बऩनत को ऩयभातभ-शाशचनत का अनबव हआ

ह याभ जी मथामोगम वमवहाय कयो रककन चचतत स सदा आतभऩद भ शचसथनत कयो चचतत भ एक फाय आतभ-शाशचनत का सवाद आ जाम तो कपय सॊसाय भ कोई सख तमह परबाववत नह ॊ कयगा

जस अभत तस ववष घाट जसा भान तसा अऩभाना

हष शोक जाॉक नह ॊ वय भीत सभान कह नानक सन य भना भि ताॉदह त जान

एक फाय चचतत ऩयभातभ-शाशचनत का अनबव कय कपय तमहाय चचतत भ तमहाय अनतकयण भ सॊसाय की सतमता नदश हो जामगी

अनकरभ

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भाभकॊ शयणॊ वरज

जीव भाि का दहत कवर इसी फात भ ह कक वह ककसी औय का सहाया न रकय कवर बगवान की ह शयण र र बगवान क शयण होन क लसवाम जीव का कह ॊ बी ककॊ चचत भाि बी नह ॊ ह कायण मह ह कक जीव साात ऩयभातभा का अॊश ह इसस वह ऩयभातभा को छोडकय औय ककसी का सहाया रगा तो वह सहाया दटकगा नह ॊ जफ सॊसाय की कोई बी वसत वमकति घटना ऩरयशचसथनत अवसथा आदद शचसथय नह ॊ ह तो कपय इनका सहाया कस शचसथय यह सकता ह इनका सहाया तो यहगा नह ॊ कवर चचनता शोक द ख आदद यह जामग

अशचगन स अॊगाय दय हो जाता ह तो वह कारा कोमरा फन जाता ह ऩय वह कोमरा जफ ऩन अशचगन स लभर जाता ह तो वह अशचगनरऩ फन जाता ह औय अॊगाय होकय चभक उठता ह

ऐस ह मह जीव बगवान स ववभख हो जाता ह तो वह फाय-फाय जनभता-भयता औय द ख ऩाता यहता ह ऩय जफ वह बगवान क समभख हो जाता ह अननम बाव स बगवान की शयण भ हो जाता ह तो वह बगवतसवरऩ फन जाता ह औय चभक उठता ह इतना ह नह ॊ ववदव का बी कलमाण कयन वारा हो जाता ह

साधक को सफस ऩहर भ बगवान का हॉ इस परकाय अऩन अहॊता को फदर दना चादहए कायण कक तरफना अहॊता क फदर साधन सगभता स नह ॊ होता औय अहॊता क फदरन ऩय साधन सगभता स सवाबाववक ह होन रगता ह

वववाह हो जान ऩय कनमा अऩनी अहॊता को फदर दती ह कक भ तो ससयार की ह हॉ औय वऩता क कर का समफनध तरफलकर छट जाता ह ऐस ह साधक को अऩनी अहॊता फदर दनी चादहए कक भ बगवान का हॉ औय बगवान भय ह भ सॊसाय का नह ॊ हॉ औय सॊसाय भया नह ॊ ह अहॊता क फदरन ऩय भभता बी अऩन आऩ फदर जाती ह

भ परब क चयणो भ ह ऩडा हआ हॉ ndash ऐसा भन भ बाव यखत हए जो कछ अनकर मा परनतकर ऩरयशचसथनत साभन आ जाम उसभ बगवान का भॊगरभम ववधान भानकय ऩयभ परसनन यह

बगवान क दराया भय लरम जो कछ बी ववधान होगा वह भॊगरभम हो होगा ऩय ऩरयशचसथनत भय सभझ भ आम मा न आम मह फात दसय ह ऩय बगवान का ववधान तो भय लरए कलमाणकाय ह ह इसभ कोई सनदह नह ॊ इसलरए जो कछ होता ह वह भय कभो का पर नह ॊ ह परतमत बगवान क दराया कऩा कयक कवर भय दहत क लरए बजा हआ ववधान ह

बगवान पराणीभाि क ऩयभ सरद होन स अनकर मा परनतकर ऩरयशचसथनत बजकय पराखणमो क ऩणम-ऩाऩो का नाश कयक उनह ऩयभ शदध फनाकय अऩन चयणो भ खीॊच यह ह ndash इस परकाय दढता स बाव होना ह बगवान क चयणो भ शयण रना ह

सवमॊ बगवान क शयणागत हो जाना मह समऩण साधनो का साय ह इसभ शयणागत बि को अऩन लरए कछ बी कयना शष नह ॊ यहता जस ऩनतवरता सतरी का अऩना कोई काभ नह ॊ यहता वह अऩन शय य की साय-सॉबार बी ऩनत क नात ऩनत क लरए ह कयती ह वह घय कटमफ वसत ऩि-ऩिी औय अऩन कहरानवार शय य को बी अऩना नह ॊ भानती परतमत ऩनतदव का ह भानती ह शचजस परकाय ऩनतवरता ऩनत क ऩयामण होकय ऩनत क गोि भ ह अऩना गोि लभरा दती ह औय ऩनत क ह घय ऩय यहती ह उसी परकाय शयणागत बि बी शय य को रकय भान जान वार गोि जानत नाभ आदद को बगवान को चयणो भ सभवऩत कयक ननशचदळॊत ननबम ननशोक औय ननशॊक हो जाता ह बगवान शरीकषण अजन स कहत ह-

सवधभानऩरयतमजम भाभकॊ शयणॊ वरज समऩण धभो का आशरम धभ क ननणम का ववचाय छोडकय कवर एक भय ह शयण भ

आ जा

महाॉ परदल होता ह कक धभ अथात कततवम धभ का सवरऩ स तमाग भाना जाम नह ॊ धभ का सवरऩ स तमाग कयना न तो गीता क अनसाय ठीक ह औय न वह परसॊग क अनसाय ह ठीक ह बगवान की फात सनकय अजन न कततवम धभ का तमाग नह ॊ ककमा ह अवऩत करयषम वचनॊ तव कहकय बगवान की आऻा क अनसाय कततवम कभ का ऩारन कयना सवीकाय ककमा ह

भाभकॊ शयणॊ वरज का तातऩम भन-फवदध क दराया शयणागनत को सवीकाय कयना नह ॊ ह अवऩत सवमॊ को बगवान की शयण भ जाना ह कमोकक सवमॊ की शयण होन ऩय भन फवदध इशचनिमाॉ शय य आदद बी उसी भ आ जात ह अरग नह ॊ यहत

बगवान क शयण होन क फाद बी तमहाय बावो ववततमो आचयणो आदद भ पक नह ॊ ऩडा सधाय नह ॊ हआ बगवतपरभ बगवददशन आदद नह ॊ हए औय अऩन भ अमोगमता अनचधकायता ननफरता आदद भारभ होती ह तो बी उनको रकय तभ चचनता मा बम भत कयो कमोकक बगवान कहत ह कक जफ तभ भय अननम शयण हो गम तो वह कभी तमहाय कभी कस यह उसका सधाय कयना तमहाया काभ कस यहा वह कभी भय कभी ह उसका सधाय कयना भया काभ यहा तमहाया तो फस एक ह काभ ह ननशचदळॊत ननशोक ननबम औय ननशॊक होकय यहना ह अगय तय भ चचनता बम वहभ आदद दोष आ जामग तो व शयणागनत भ फाधक हो जामग औय सफ बाय तय ऩय आ जामगा शयण होकय अऩन ऩय बाय रना शयणागनत भ करॊक ह

ववबीषण बगवान शरीयाभ क चयणो की शयण हो जाता ह तो कपय ववबीषण क दोषो को बगवान अऩन ह दोष भानत ह एक सभम ववबीषण जी सभि क इस ऩाय आम वहाॉ ववपरघोष नाभक गाॉव भ उनस एक अऻात बरहमहतमा हो गई इस ऩय वहाॉ क बराहमणो न इकटठ होकय ववबीषण को खफ भाया-ऩीटा ऩय व भय नह ॊ कपय बराहमणो न उनह जॊजीयो स फाॉधकय जभीन क बीतय एक गपा भ र जाकय फनद कय ददमा याभ जी को मह ऩता रगा तो व ऩषऩक ववभान क

दराया ततकार वहाॉ ऩहॉच बराहमणो न याभ जी का फहत आदय-सतकाय ककमा औय कहा कक भहायाज इसन बरहमहतमा कय द ह इसको हभन फहत भाया ऩय मह भया नह ॊ

बगवान याभ न कहा ह बराहमणो ववबीषण को भन कलऩ तक की आम औय याजम द यखा ह वह कस भाया जा सकता ह औय उसको भायन की जरयत ह कमा ह वह तो भया बि ह बि क लरए भ सवमॊ भयन को तमाय हॉ हभाय महाॉ ववधान ह कक दास क अऩयाध की शचजमभवाय उसक सवाभी ऩय होती ह सवाभी ह उसक दणड का ऩाि होता ह इसलरए ववबीषण क फदर भ आऩ रोग भय को ह दणड द

बगवान की मह शयणागत-वतसरता दखकय सफ बराहमण आदळम कयन रग औय उन सफ न बगवान की शयण र र

भ बगवान का हॉ औय बगवान भय ह ndash इस अऩन ऩन क सभान मोगमता ऩािता अचधकायता आदद कछ बी नह ॊ ह मह समऩण साधनो का साय ह छोटा-सा फचचा बी अऩनऩन क फर ऩय ह आधी यात भ साय घय को नचाता ह जफ वह यात भ योन की ठान रता ह तो साय घयवार उठ जात ह औय उस रयझात ह

इसलरए शयणागत बि को अऩनी मोगमता आदद की तयप न दखकय बगवान क साथ अऩन अऩनऩन की तयप ह दखत यहना चादहए

इसी दऴोक भ बगवान कहत ह कक भा शच त शोक भत कय भय शयण होकय बी ऩया ववदवास बयोसा न यखना औय चचनता कयना मह भय परनत अऩयाध ह अऩन दोषो को रकय चचनता कयना वासतव भ अऩन फर का अलबभान ह कमोकक दोषो को लभटान भ अऩनी साभरथम भारभ दन स ह उनको लभटान की चचनता होती ह हाॉ अगय दोषो को लभटान भ चचनता न होकय द ख होता ह तो द ख होना इतना दोष नह ॊ ह जस छोट फारक क ऩास कतता आता ह तो वह कतत को दखकय योता ह चचनता नह ॊ कयता ऐस ह दोषो का न सहाना दोष नह ॊ ह रककन चचनता कयना दोष ह

शयणागत होन क फाद बि को रोक ऩयरोक सदगनत-दगनत आदद ककसी बी फात की चचनता नह ॊ कयनी चादहए

बगवान क समफनध की दढता होन ऩय जफ सॊसाय शय य का आशरम सवथा नह ॊ यहता तफ जीन की आशा भयन का बम कयन का याग औय ऩान की रारच ndash म चायो ह नह ॊ यहत कमोकक अऩन ऩरयशचचछनन भ को उस अखणड वमाऩक भ अवऩत कय ददमा जफ तक ऩरयशचचछनन अहॊ फना यहता ह तफ तक चचनता औय बम फना यहगा उस वमाऩक सशचचचदानॊद ऩयभातभा भ ऩरयऩण बरहम भ अऩन भ को सभवऩत कय दना तरिगणातीत होना ह बगवान की शयण का भतरफ मह नह ॊ कक ककसी परनतभा क चयणो भ लसय टकत यहना अवऩत बरहमवतता गरओॊ स बगवततवव का ऻान ऩाकय अऩन ऩरयशचचछनन भ को वमाऩक सशचचचदानॊद ऩयभातभा भ र न

कयना जस घटाकाश अऩन को भहाकाशसवरऩ सभझ र ऐस ह जीव अऩन वासतववक लशवसवरऩ को सभझ र

बगवान की भनत की शयण तो कमा बगवान क साकाय साशचननधम भ अजन था रककन जफ ऻा उऩदश स अजन का भोह नदश हआ औय अऩन सवरऩ की सभनत आमी तबी वह धनम हआ

बगवान भ तय शयण हॉ भ तय शयण हॉ मह बाव तो ठीक ह रककन अऩन दह की खणडता ऩरयशचचछननता औय नदवयता भ जो अऩना अहॊबाव ह भ ऩना रगा ह उसको वहाॉ स हटाकय बगवान की अखणडता वमाऩकता अवऩशचचछननता औय ननतमता भ रगाना ह बगवान क शयण होना ह

शयणागत बि भ मह एक फात आती ह कक अगय भया जीवन परब क रामक सनदय औय शदध नह ॊ फना तो बिो की फात भय आचयण भ कहाॉ आमी नह ॊ आमी कमोकक भय ववततमाॉ ठीक नह ॊ यहती वासतव भ भय ववततमाॉ ह ndash ऐसा भानना ह दोष ह ववततमाॉ उतनी दोषी नह ॊ ह

भन फवदध इशचनिमाॉ शय य आदद भ जो भयाऩन ह मह गरती ह कमोकक जफ भ बगवान की शयण हो गमा औय जफ सफ कछ उनको सभवऩत कय ददमा तो भन फवदध आदद भय कहाॉ यह अत शयणागत को भन फवदध आदद की अशवदध की चचनता कबी नह ॊ कयनी चादहए भय ववततमाॉ ठीक नह ॊ ह ndash ऐसा बाव कबी नह ॊ राना चादहए ककसी कायणवश अचानक ऐसी ववततमाॉ आ बी जाम तो आतबाव स ह भय नाथ ह भय परबो फचाओ फचाओ फचाओ ऐस परब को ऩकायना चादहए कमोकक व सवसभथ सवाभी ह तो चचनता कमो कयना

आचयणो की कभी होन स बीतय स बम ऩदा होता ह औय साॉऩ तरफचछ फाघ आदद स फाहय स बम ऩदा होता ह शयणागत बि क म दोनो ह परकाय क बम लभट जात ह इतना ह नह ॊ भतम का बम बी जो फड-फड ववदरानो को बी होता ह वह बम बी सवथा लभट जाता ह

भय ववततमाॉ खयाफ हो जामगी ndash ऐस बम का बाव बी साधक को बीतय स ननकार दना चादहए कमोकक भ बगवान की कऩा भ तयानतय हो गमा हॉ अफ भझ ककसी फात का बम नह ॊ ह इन ववततमो को अऩनी भानन स ह भ इनको शदध नह ॊ कय सका कमोकक इनको भय भानना ह भलरनता ह

एक ववतत उठी दसय ववतत उठन को ह उसक फीच की अवसथा बगवान का वासतववक सवरऩ ह न कक म ववततमाॉ

चतन ववभर सहज सख यालश जीव चतन ह ववभर ह सहज सख-सवरऩ ह नाहक ऩयशानी भोर रता ह जो बगवान

की शयण होकय अऩन को जीव भानता ह उसकी फवदध हॉसन मोगम ह उसका ननणम हासमासऩद ह

इसलरए अफ भ कबी बी ववततमो को अऩनी नह ॊ भानॉगा जफ ववततमाॉ भय ह ह नह ॊ तो भझको बम ककस फात का अफ तो कवर बगवान की कऩा ह कऩा ह वह सवि ऩरयऩण हो यह ह मह फडी खशी की परसननता की फात ह इस परकाय साधक को ननबम औय ननशचदळॊत हो जाना चादहए

बम ऩयाम स होता ह आतभीम स नह ॊ होता बम दसय स होता ह अऩन स नह ॊ होता ददरतीमादर बमॊ बवनत परकनत का काम शय य सॊसाय ददरतीम ह इसलरए इनस समफनध यखन ऩय ह बम होता ह कमोकक इनक साथ सदा समफनध यह ह नह ॊ सकता कायण मह ह कक परकनत औय ऩरष का सवबाव सवथा लबनन-लबनन ह एक जड ह दसया चतन एक ववकाय ह दसया ननववकाय एक ऩरयवतनशीर ह दसया अऩरयवतनशीर एक परकाशम ह दसया परकाशक लभरथमा औय ऩरयवतनशीर को सतम भानन स बम होता ह अऩन सतम सवरऩ को सवीकाय कय रो बम छट जामगा जीवो बरहमव नाऩय जीव बरहम स अरग था नह ॊ ह नह ॊ हो सकता नह ॊ सफ द खो का भर अऻान ह अऻान हटा ददमा कक जीव न अऩन सवरऩ को ऩा लरमा ईदवय क अननम शयण हो गमा

बगवान ऩयाम नह ॊ ह व तो आतभीम ह जीव उनका सनातन अॊश ह उनका सवरऩ ह उनकी शयण होन ऩय भनषम सदा क लरए ननबम हो जाता ह फचच को भाॉ स दय होन ऩय तो बम होता ह ऩय भाॉ की गोद भ चर जान ऩय उसका बम लभट जाता ह कमोकक भाॉ उसकी अऩनी ह बगवान का बि इसस बी ववरण होता ह फचच औय भाॉ भ तो बदबाव ददखता ह ऩय बि औय बगवान भ बदबाव समबव ह नह ॊ ह

बगवान बि क अऩनऩय को ह दखत ह गणो औय अवगणो को नह ॊ सवरऩ स बि सदा स ह बगवान का ह औय गण दोष आगनतक ह इसलरए बगवान की दवदश इस वासतववकता ऩय ह सदा जभा यहती ह जस कीचड आदद स सना हआ फचचा जफ भाॉ क साभन आता ह तो भाॉ की दवदश कवर अऩन फचच की तयप ह जाती ह फचच क भर की तयप नह ॊ फचच की दवदश बी अऩन भर की तयप नह ॊ जाती भाॉ साप कय मा न कय फचच की दवदश भ तो भरा ह ह नह ॊ उसकी दवदश भ तो कवर भाॉ ह ह िौऩद क भन भ ककतना दरष औय करोध बया हआ था कक जफ द शासन क खन स अऩन कश धोऊॉ गी तबी कशो को फाॉधगी ऩयनत िौऩद जफ बी बगवान को ऩकायती ह बगवान चट आ जात ह कमोकक बगवान क साथ िौऩद का परगाढ अऩनाऩन था

साधक को चादहए कक वह बगवान की भजी स सवथा अऩनी भजी लभरा द बगवान ऩय अऩना ककॊ चचत बी आचधऩतम न भान अवऩत अऩन ऩय ऩया आचधऩतम भान भ बगवान का हॉ तो बगवान भय लरम जसा ठीक सभझ वसी ह ननसॊकोच होकय कय कह ॊ बी बगवान हभाय भन की कय तो उसभ सॊकोच हो कक भय लरए बगवान को ऐसा कयना ऩडा मदद अऩन भन की फात ऩय होन स सॊकोच नह ॊ होता अवऩत सॊतोष होता ह तो मह शयणागनत नह ॊ ह शयणागत

बि शय य इशचनिमाॉ भन फवदध क परनतकर ऩरयशचसथनत भ बी बगवान की भजी सभझकय परसनन यहता ह

बिो की या ददशो का ववनाश औय धभ की सथाऩना ndash इन तीन फातो क लरए सभम-सभम ऩय बगवान अवताय रत ह इन तीन फातो भ कवर बगवान का कमा परमोजन लसदध होता ह कछ नह ॊ व तो कवर पराणीभाि क कलमाण क लरए ह म तीनो काभ कयत ह इसस बगवान की सवाबाववक आतभीमता कऩारता वपरमता दहतवषता सरदता औय ननयऩ उदायता ह लसदध होती ह

बि को अऩनी सफ चचनताएॉ बगवान ऩय ह छोड दनी चादहए बगवान दशन द मा न द परभ द मा न द ववततमो को ठीक कय मा न कय हभ शदध फनाम मा न फनाम ndash मह सफ बगवान की भजी ऩय छोड दना चादहए उस तो तरफलर का फचचा फनना चादहए तरफलर का फचचा अऩनी भाॉ ऩय ननबय यहता ह तरफलर चाह जहाॉ यख चाह जहाॉ र जाम तरफलर अऩनी भजी स फचच को उठाकय र जाती ह तो वह ऩय सभट रता ह ऐस ह शयणागत बि सॊसाय की तयप स अऩन हाथ-ऩय सभटकय कवर बगवान का चचनतन नाभ-जऩ आदद कयत हए बगवान की तयप ह दखता यहता ह वह जो कछ काभ कयता ह उसको बगवान का ह सभझकय बगवान की ह शकति भानकय बगवान क ह लरए कयता ह अऩन लरए ककॊ चचनभाि बी नह ॊ कयता बगवान का जो ववधान ह उसभ ऩयभ परसनन यहता ह अऩन भन को कछ बी नह ॊ रगाता

जस कमहाय ऩहर लभटटी को लसय ऩय उठाकय राता ह तो कमहाय की भजी गीरा कयक यौदता ह तो कमहाय की भजी चकक ऩय चढाकय घभाता ह तो कमहाय की भजी लभटटी कबी कछ नह कहती कक तभ घडा फनाओ सकोया फनाओ भटकी फनाओ कमहाय चाह जो फनाम उसकी भजी ह

ऐस ह शयणागत बि अऩनी कछ बी भजी भन की फात नह ॊ यखता वह शचजतना अचधक ननशचदळॊत औय ननबम होता ह बगवतकऩा उसको अऩन आऩ उतना ह अचधक अऩन अनकर फना रती ह औय शचजतनी वह चचनता कयता ह अऩना फर भानता ह उतना ह वह आती हई बगवतकऩा भ फाधा रगाता ह शयणागत होन ऩय बगवान की ओय स जो ववरण ववचचि अखणड अटट कऩा आती ह अऩनी चचनता कयन स उस कऩा भ फाधा रग जाती ह

सॊसाय औय बगवान इन दोनो की समफनध तो तयह का होता ह सॊसाय का समफनध कवर भाना हआ ह औय बगवान का समफनध वासतववक ह सॊसाय का समफनध तो भनषम को ऩयाधीन फनाता ह गराभ फनाता ह ऩय बगवान का समफनध भनषम को सवाधीन फनाता ह चचनभम फनाता ह बगवान का बी भालरक

ककसी फात को रकय अऩन भ कछ बी अऩनी ववशषता ददखती ह वह वासतव भ ऩयाधीनता ह मदद भनषम ववदया सॊऩवतत तमाग वयागम आदद ककसी फात को रकय अऩनी

ववशषता भानता ह तो मह उन ववदया आदद की ऩयाधीनता दासता ह ह जस कोई धन को रकय अऩन को ववशष भानता ह तो मह ववशषता वासतव भ धन की ह हई खद की नह ॊ वह अऩन को धन का भालरक भानता ह ऩय वासतव भ वह धन का गराभ ह

परब का मह कामदा ह कक शचजस बि को अऩन भ कछ बी ववशषता नह ॊ ददखती अऩन भ ककसी फात का अलबभान नह ॊ होता उस बि भ बगवान की ववरणता उतय आती ह ककसी-ककसी भ महाॉ तक ववरणता आती ह कक उसक शय य इशचनिमाॉ भन फवदध आदद पराकत ऩदाथ बी चचनभम फन जात ह उनभ जडता का अतमनत अबाव हो जाता ह ऐस बगवान क परभी बि बगवान भ ह सभा गम ह अनत भ उनक शय य नह ॊ लभर जस भीयाफाई शय य सदहत बगवान क शरीववगरह भ र न हो गई कवर ऩहचान क लरए उनकी साडी का छोटा-सा छोय शरीववगरह क भख भ यह गमा औय कछ नह ॊ फचा ऐस ह सॊत शरी तकायाभ जी शय य सदहत वकणठ चर गम

ऻानभाग भ शय य चचनभम नह ॊ होता कमोकक ऻानी असत स समफनध-ववचछद कयक असत स अरग होकय सवमॊ चचनभम तवव भ शचसथत हो जाता ह ऩयॊत जफ बि बगवान क समभख होता ह तो उसक शय य इशचनिमाॉ भन पराण आदद सबी बगवान क समभख हो जात ह तातऩम मह हआ कक शचजनकी दवदश कवर चचनभम तवव ऩय ह ह शचजनकी दवदश भ चचनभम तवव स लबनन जडता की सवतनि सतता ह नह ॊ होती तो वह चचनभमता उनक शय य आदद भ बी उतय आती ह औय व शय य आदद चचनभम हो जात ह हाॉ रोगो की दवदश भ तो उनक शय य भ जडता ददखती ह ऩय वासतव भ उनक शय य चचनभम होत ह

बगवान की सवथा शयण हो जान ऩय शयणागत क लरए बगवान की कऩा ववशषता स परकट होती ह ऩय भाि सॊसाय का सनहऩवक ऩारन कयन वार औय बगवान स अलबनन यहन वार वातसलमभमी भाता रकषभी का परब-शयणागत ऩय ककतना अचधक सनह होता ह व ककतना अचधक पमाय कयती ह इसका कोई बी वणन नह ॊ कय सकता रौककक वमवहाय भ बी दखन भ आता ह कक ऩनतवरता सतरी को वऩतबि ऩि फहत पमाया रगता ह

परभबाव स ऩरयऩण परब जफ अऩन बि को दखन क लरए ऩधायत ह तो भाता रकषभी बी परब क साथ आती ह ऩयनत कोई बगवान को न चाहकय कवर भाता रकषभी को ह चाहता ह तो उसक सनह क कायण भाता रकषभी बी आ जाती ह ऩय उनका वाहन ददवानध उलर होता ह ऐस वाहनवार रकषभी को परादऱ कयक भनषम बी भदानध हो जाता ह अगय उस भाॉ को कोई बोगमा सभझ रता ह तो उसका फडा बाय ऩतन हो जाता ह कमोकक वह तो अऩनी भाॉ को ह कदवदश स दखता ह इसलरए वह भहान अधभ ह

जहाॉ कवर बगवान का परभ होता ह वहाॉ तो बगवान स अलबनन यहन वार रकषभी बगवान क साथ आ ह जाती ह ऩह जहाॉ कवर रकषभी की चाहना ह वहाॉ रकषभी क साथ बगवान बी आ जाम मह ननमभ नह ॊ ह

शयणागनत क ववषम भ एक कथा आती ह सीताजी याभ जी औय रकषभणजी जॊगर भ एक व क नीच फठ थ उस व की शाखाओॊ औय टहननमो ऩय एक रता छाई हई थी रता क कोभर-कोभर तनत पर यह थ उन तनतओॊ भ कह ऩय नमी-नमी कोऩर ननकर यह थीॊ औय कह ॊ ऩय तामरवण क ऩतत ननकर यह थ ऩषऩ औय ऩततो स रता छाई हई थी उसस व की सनदय शोबा हो यह थी व फहत ह सहावना रग यहा था उस व की शोबा को दखकय बगवान शरीयाभ रकषभण जी स फोर दखो रकषभण मह रता अऩन सनदय-सनदय पर सगशचनधत पर औय हय -हय ऩवततमो स इस व की कसी शोबा फढ यह ह जॊगर क अनम सफ व ो स मह व ककतना सनदय ददख यहा ह इतना ह नह ॊ इस व क कायण ह साय जॊगर की शोबा हो यह ह इस रता क कायण ह ऩश-ऩी इस व का आशरम रत ह धनम ह मह रता

बगवान शरीयाभ क भख स रता की परशॊसा सनकय सीताजी रकषभण स फोर दखो रकषभण बमा तभन खमार ककमा कक नह ॊ दखो इस रता का ऊऩय चढ जाना

पर ऩततो स छा जाना तनतओॊ का पर जाना म सफ व क आचशरत ह व क कायण ह ह इस रता की शोबा बी व क ह कायण ह अत भर भ भदहभा तो व की ह ह आधाय तो व ह ह व क सहाय तरफना रता सवमॊ कमा कय सकती ह कस छा सकती ह अफ फोरो रकषभण जी तमह ॊ फताओ भदहभा व की ह हई न व का सहाया ऩाकय ह रता धनम हई न

याभ जी न कहा कमो रकषभण मह भदहभा तो रता की ह हई न रता को ऩाकय व ह धनम हआ न

रकषभण जी फोर हभ तो एक तीसय ह फात सझती ह

सीता जी न ऩछा वह कमा ह दवय जी

रकषभणजी फोर न व धनम ह न रता धनम ह धनम तो मह रकषभण ह जो दोनो की छामा यहता ह

बगवान औय उनकी ददवम आहलाददनी शकति दोनो ह एक दसय की शोबा फढात ह कोई उन दोनो को शरदष फताता ह कोई कवर बगवान को शरदष फताता ह औय कोई कवर उनकी आहलाददनी शकति को शरदष फताता ह शयणागत बि क लरए तो परब औय उनकी आहलाददनी शकति दोनो का ह आशरम शरदष ह

जफ भनषम बगवान की शयण हो जाता ह उनक चयणो का सहाया र रता ह तो वह समऩण पराखणमो स ववघन-फाधाओॊ स ननबम हो जाता ह उसको कोई बी बमबीत नह ॊ कय सकता कोई बी कछ तरफगाड नह ॊ सकता

बगवान क साथ काभ बम दरष करोध सनह आदद स बी समफनध कमो न जोडा जाम वह बी जीव का कलमाण कयन वारा ह होता ह

कवर एक बगवान की शयण होन का तातऩम ह ndash कवर बगवान भय ह अव व ऐदवम-समऩनन ह तो फडी अचछी फात ह औय कछ बी ऐदवम नह ॊ ह तो फडी अचछी फात व फड दमार ह तो फडी अचछी फात औय इतन ननदषय कठोय ह कक उनक सभान दननमाॉ भ कोई कठोय ह नह ॊ तो बी फडी अचछी फात उनका फडा बाय परबाव ह तो फडी अचछी फात औय उनभ कोई परबाव नह ॊ हो तो बी फडी अचछी फात शयणागत भ इन फातो की कोई ऩयवाह नह ॊ होती उसका तो एक ह बाव यहता ह कक बगवान जस बी ह हभाय ह बगवान की इन फातो की ऩयवाह न होन स बगवान का ऐदवम भाधम सौनदम गण परबाव आदद चर जामग ऐसी फात नह ॊ ह ऩय हभ उनकी ऩयवाह नह ॊ कयग तो हभाय असर शयणागनत होगी

बगवान क परनत बिो क अरग-अरग बाव होत ह कोई कहता ह कक दशयथ जी की गोद भ खरनवार जो याभरारा ह व ह हभाय इदश ह याजाचधयाज याभचनिजी नह ॊ छोटा सा याभरारा कोई बि कहता ह कक हभाय इदश तो रडडगोऩार ह ननद क रारा ह व बि अऩन याभरारा को ननदरारा को सॊतो स आशीवाद ददरात ह तो बगवान को मह फहत पमाया रगता ह तातऩम ह कक बिो की दवदश बगवान क ऐदवम की तयप जाती ह नह ॊ

सॊत कहत ह कक अगय बगवान स लभरना हो तो साथ भ साथी नह ॊ होना चादहए औय साभान बी नह ॊ होना चादहए साथी औय साभान क तरफना बगवान स लभरो जफ साथी सहाया साथ भ ह तो तभ कमा लभर बगवान स औय भन फवदध ववदया धन आदद साभान साथ भ फॉधा यहगा तो उसका ऩयदा यहगा ऩयद भ लभरन थोड ह होता ह साथ भ कोई साथी औय साभान न हो तो बगवान स जो लभरन होगा वह फडा ववरण औय ददवम होगा

कछ बी चाहन का बाव न होन स बगवान सवाबाववक ह पमाय रगत ह भीठ रगत ह शचजसभ चाह नह ॊ ह कोई आकाॊा इचछा नह ॊ ह वह बगवान का खास घय ह बगवान क साथ सहज सनह हो सनह भ कछ लभरावट न हो कछ बी चाहना न हो जहाॉ कछ बी चाहना हो जाम वहाॉ परभ कसा वहाॉ तो आसकति वासना भोह भभता ह होत ह

बगवान एक फाय बि को खीॊच र तो कपय छोड नह ॊ बगवान स ऩहचान न हो तफ तक तो ठीक ह अगय उसस ऩहचान हो गई तो कपय भाभरा खतभ कपय ककसी काभ क नह ॊ यहोग तीनो रोको भ ननकमभ हो जाओग

हाॉ जो ककसी काभ का नह ॊ होता वह सफ क लरए सफ काभ का होता ह ऩयॊत उसको ककसी स कोई भतरफ नह ॊ होता

शयणागत बि को बजन नह ॊ कयना ऩडता उसक दराया सवत सवाबाववक बजन होता ह बगवान का नाभ उस सवाबाववक ह फडा भीठा पमाया रगता ह जस दवास अऩन आऩ चरता यहता ह दवास क तरफना हभ जी नह ॊ सकत ऐस ह शयणागत बि बजन क तरफना नह ॊ यह सकता

शचजसको सफ कछ अवऩत कय ददमा उसक ववसभयण भ ऩयभ वमाकरता भहान छटऩटाहट होन रगती ह नायदबकति सि भ आमा ह तददरसभयण ऩयभ वमाकरतनत ऐस बि स अगय कोई कह कक आध ण क लरए बगवान को बर जाओ तो तीनो रोको का याजम लभरगा तो वह इस ठकया दगा बागवत भ आमा ह

तीनो रोको क सभसत ऐदवम क लरए बी उन दवदरब बगवचचयणकभरो को जो आध ननभष क लरए बी नह ॊ तमाग सकत व ह शरदष बगवदबि ह

बगवान कहत ह- सवमॊ को भझ अवऩत कयन वारा बि भझ छोडकय बरहमा का ऩद इनि का ऩद समऩण ऩरथवी का याजम ऩातारादद रोको का याजम मोग की सभसत लसवदधमाॉ औय भो को बी नह ॊ चाहता

अनकरभ

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ण का बी परभाद भतम ह

ह चतनम दव त इस ववसतत जगत को द घ कार स चरा आता भत सभझ त ऐसा खमार भत कय फठना कक भया ऩव जनभ था औय वहाॉ ककम हए ऩाऩ ऩणमो क परसवरऩ मह वततभान जनभ हआ ह औय इस वततभान जनभ भ कभ उऩासनादद साधन-सॊऩनन होकय ऻान परादऱ करॉ गा औय भो का बागी फनॉगा भझस ऩथक अनम रोग बी ह शचजनभ स कोई भि ह कोई फदध ह

पमाय अनतकयणरऩी गपा भ फठकय इस परकाय का ववचाय भत कयना कमोकक मह साया ववदव सवपनवत ह जस ण बय स तझको सवपन भ ववसतीण सॊसाय ददख जाता ह औय उस ण क ह अनदय त अऩना जनभादद भान रता ह वस ह मह वततभान कार का जगत बी तया ण बय का ह परभाद ह

वपरम आतभन न तया ऩहर जनभ था न वततभान भ ह औय न आग होगा मदद णभाि क लरए अऩन आसन स हटगा अऩन आऩको सवरऩ भ शचसथत न भानगा परभाद कयगा तो वह परभाद ववसतीण जगत हो बासगा पमाय त अऩन आऩको भन फवदध आदद क छोट स आॉगन भ भत सभझ जस भहान सभि भ छोट फडी अनक तयॊग ऩदा औय नदश होती यहती ह वस ह अनॊत अनॊत भन फवदध आदद तयॊग तझ भहासागय भ ऩदा हो होकय नदश होती यहती ह भन फवदध की कलऩना ह सॊसाय ह नह ॊ नह ॊ भन-फवदध ह सॊसाय ह इनस लबनन सॊसाय की सतता ककॊ चचत भाि बी नह ॊ ह भन फवदध की बी अऩनी अरग सतता नह ॊ ह तय ह सतता स भन फवदध बासत ह जस भरबलभ भ यत ह जर होकय बासती ह वस त ह जगत होकय बास यहा ह जस यत सदव यत ह ह कपय बी दय स जर नजय आता ह वस ह त चतनम आतभा सदव

जमो का तमो एकयस ननववकाय अखणड आननदघन ह ऩयॊत भन-फवदध भ स जगत होकय बासता ह दख बाषमकाय सवाभी कमा कहत ह

भयमखणडसखाममोध फहधा ववदववीचम उतऩदयनत ववर मनत भामाभारतववभरभात

भझ अखणड आननद सवरऩ आतभारऩी सागय भ भामारऩी ऩवन स भराॊनत क कायण अनक-अनक ववदवरऩी तयॊग उतऩनन हो यह ह औय ववर न हो यह ह

अनकरभ

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ना कयो नीॊद स पमाय याजा बतहरय कहत ह कक भन बोग नह ॊ बोग बोगो न भझ बोग लरमा सभम न भझ

काट लरमा फीभाय का इराज तो हो सकता ह ऩयनत वदधावसथा को आन स कोई बी नह ॊ योक सकता साया ददन ननयाकाय स ह रन दन ह सख बी ननयाकाय ह औय द ख बी ननयाकाय ह कचच खणक वयागम स तो कलमाण नह ॊ हो सकता जस अधकचची चीज खान स कदश होता ह

आग जरानी ह तो पॉ कन वार जरा सकन वार न जरा जफ तक खद नह ॊ आती तफ तक खदा का ऩता नह ॊ रगता सवाभी याभ को उसकी

आतभा की रगन खीॊच यह थी उनहोन अनायकर क बय फाजाय भ अऩन फचचो क हाथो स उॉगलरमाॉ खीॊच र ॊ औय आतभदव की भसती भ भसत हो गम चर जान की ताकत आ गई

कार का ऻात औय अऻात रऩ हभ पाड ननगर यहा ह हभ सबी नासभझ फनकय फयहभ दननमा की वसतओॊ स परभ का नाटक खर यह ह

एक फाय एक सादहतमकाय साथी स ऩछा गमा बाई तभ आज इतन ऩयशान कमो ददखाई दत हो

जीवन-सॊचगनी क ननवाचन भ घयफाय छोड चका हॉ कमोकक वह जीवन औय भतम भ बी भया साथ ननबामगी सॊसाय की कोई शकति भय सभीऩ आन स उस नह ॊ योक सकगी

कछ ददनो क फाद व बावक कराकाय ऩागरखान भ ह बगवान क पमाय हो गम कमोकक जीवन सॊचगनी न अऩना घय उनक लरम नह ॊ छोडा इसीलरए तो फदध न सॊऩण सतम क लरम घय छोडा मशोधया औय याहर को छोड ददमा मह कहत-कहत कक ओ णबॊगय बव याभ-याभ बतहरय न याजम लसॊहासन छोडा इसी सतम-अनवषण क लरए कक परभ का अभय सॊदश कहाॉ ह औय वह अनत भ लभरा आतभ-साातकाय भ

बरा इस सॊसाय क सवाथ बय कण-कण भ बी याहत ह नह ॊ कोभरता ह नह ॊ सतमता ह नह ॊ मह जानत हए बी भोहऩाश भ भानव की भहाकामा कमो सभादहत ह कमो

आफदध ह इसका एक ह कायण ह भनषम अऩन चचय सनातन ववचायरऩी धन को इस सॊसाय भ बर फठा ह अबाव बी तरफना ववचाय क भतम ह औय वबव बी भौत की ह ननशानी ह

भानव तरफना आतभफोध क सॊसाय भ सॊसाय क कण-कण भ भौत का फरावा द यहा ह

वववक जागन का भाग ह गर क दय ऩय झक जाओ औय अनतभख हो जाओ सॊत नसखा फतात ह कक सॊसाय का शहॊशाह फनन क लरए उस अननदश को सवीकाय कयो ववचाय कयक अगय ऩरयशचसथनत नह ॊ सॉबरती तो अननदश होना ह ह

जो भसकया सकता ह वह अभीय ह जो योता ह वह गय फ ह फाहय कभया तो वातानकर ह ऩय ददर चचनतातय ह तभन तो ददर भ अॊगीठी सरगाई हई ह ऐ ऩयभदवय की जात त तो रहानी नय ह शकर कय कक त ह त ह तो जवान ह औय अबी भौत क वायनट जाय नह ॊ हए लभटटी क द ऩक भ तर जर यहा ह औय तर भ फतती ह त पट ऩयान कऩडो भ बी ऩयभदवय की ओय बाग सकता ह

शचजनकी टाॉग टट हई ह हाथ टट हए ह उनहोन ह अननदश सवीकाय कय लरमा ह चचनता ऩरयशचसथनत क अधीन नह ॊ चचनता आदत ह

मा कोई द वाना हॉस मा शचजस त तौकपक द वयना इस दननमाॉ भ यहक भसकया सकता ह कौन

मा तो ऩागर हॉसता ह मा शचजसको त बकति की भसती द वह हॉसता ह नह ॊ तो सॊसाय भ हॉसना फडा कदठन ह

तन तो मॉ ह खमारो का फोझा लसय ऩय उठामा हआ ह जस गाडी ऩय फठ आदभी न लसय ऩय फोझा यकखा हो इसलरए अनतय स शनम होकय आतभा का धमान चचनतन कय तया बरा होगा

अनकरभ

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आतभ-ननदषा वपरम साधक फहत परमास कयन ऩय बी भन शानत नह ॊ होता ववततमाॉ शचसथय नह ॊ होती

तमहाय साधना ननषपर सी बास यह ह अहॊकाय ववर न होन क फदर ठोस होता चरा जा यहा ह कोई उऩाम नह ॊ नजय नह ॊ आता

दख एक यहसम सभझ र मदद त भन की ववततमाॉ स डयकय उनको शचसथय कयन का उऩाम कयगा तो भन जमादा ऩदश होता जामगा अहॊकाय खडा ह यहगा कमोकक वासतव भ व तय ह सतता स शचजनद ह इसलरए त भन औय भन की सवव यज तभोगणवार ववततमो को लभरथमा

जानकय उनकी तयप स फऩयवाह हो जा ऐसा कयन ऩय भन अऩन आऩ शानत हो जामगा कमा तन फहसऩनत क ऩि कच का हार नह ॊ सना

कच न फहत वषो तक अहॊकाय को ननवतत कयन का परमतन ककमा औय अहॊकाय अचधक ऩदश होता गमा तफ दवगर फहसऩनत न उस कहा ऩि मह अहॊकाय तझ आतभा भ लभरथमा सपया ह उसका कमा उऩाम कयता ह उसको लभरथमा जान लभरथमा क लरए ऩरयशरभ भत कय ऐसा उऩदश सनकय कच को ऻान हो गमा औय वह जीवनभि होकय ववचया

अत ह अहॊकाय क ऩीछ डॊडा रकय बागन वारो डॊड को प क दो कमो लभरथमा शरभ कयत हो माद यखो शचजस सभम तभ अहॊ को लभरथमा जान रोग उसी ण वह ननवतत हो जामगा यजज का सऩ राठी स नह ॊ भयगा उसक लभरथमातव क ऻान स ह उसकी तातकालरक ननववतत होती ह

ववततमो को सदा क लरए शचसथय कयन की भहनत भत कयो सव ववततमो का जो परकाशक ह अचधदषानरऩ तमहाया आतभा ह उस जान रो आतभननदष हो यहो औय ववततमो की ऩयवाह भत कयो ववततमाॉ अऩन आऩ शानत होती जामगी

अनकरभ

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धमान-सॊकत

परातकार भ बराहम भहत भ सनान-शौचादद स ननवतत होकय अऩन साधना क आसन ऩय फठ जाओ धऩ-द ऩ स हो सक तो ताज परो स वातावयण को भहका दो ऩदमासन लसदधासन मा सखासन भ फठकय थोड पराणामाभ कयो आनतय कमबक औय फदहकमबक क साथ तरिफनध कयो कपय शानत होकय फठ जाओ आॉख फनद कयो दवदश आऻाचकर भ शचसथय कयो अथवा ऊऩय ववशार गगन की ओय उठाओ आॉखो की ऩतलरमाॉ ऊऩय की ओय खीॊचो कपय दढ बावना कयो कक

भराधाय चकर भ सषदऱ ऩडी हई शकति जगकय ऊधवगाभी हो यह ह ऊऩय उठ यह ह औय ऊऩय औय ऊऩय नालब कनि रदम औय भशचसतषक की शकतिमाॉ ऊऩय उठ यह ह ऊऩय औय ऊऩय औय ऊऩय शाफाश चचततववततमाॉ ऊऩय जा यह ह गगन क उस ऩाय ऩहॉच यह ह

शचजस परकाय तजसवी ऩामरट अऩन हलरकापटय को ऊऩय र जाता ह इसी परकाय तभ अऩनी शकतिमो को ऊऩय र जाओ दढ बावना कयो कक तभ ऊऩय उठ यह हो तमहाया भन ऊऩय उठ यहा ह तमहाय ववचाय ददवम हो यह ह ॐॐॐ

गयदन सीधी यखो शय य सवसथ औय टटटाय दवदश औय आॉखो की ऩतलरमाॉ ऊऩय की तयप तमहाय सॊऩण शकतिमाॉ ऊऩय की ओय उठ यह ह अनबव कयत चरो कक अऩन आतभा की शकतिमो का ववकास हो यहा ह तमहाय भन औय फवदध का ववकास हो यहा ह भन भजफत हो यहा ह ॐॐॐ

सॊकलऩ कयत जाओ कक अफ तभ हलक रोगो क सॊग नह ॊ कयोग ववषमी रोगो क सॊऩक स दय यहोग ददवम ईदवय म भाग ऩय चरन वार साधक रोगो स ह दोसती यखोग

तभ ऋवष-भननमो क वॊशज हो तमहाय लरम आतभा क परकाश भ ह ववचयना शोबनीम ह तभ उस आतभगगन भ गनतभान हो यह हो आनतरयक शकतिमो को खोजन क लरए अदबत साहस लभर यहा ह ॐॐॐ

हभाया जीवन ऩववि हो यहा ह औय सदा क लरए ऩववि यहगा बीतय की शकतिमाॉ ऊऩय उठ यह ह हभाया साधनारऩी हवाई जहाज उततयोततय ऊऩय जा यहा ह फरगाडी हजाय सार चर कपय बी सागय क ऩाय नह ॊ जा सकती रककन हवाई जहाज उड तो ऩाॉच घणट भ ह दश-ववदश की मािा कया द इसी परकाय तभ ऩयभातभा की ओय मािा कयन क लरए ऊऩय उठ यह हो

ऊऩय उठो औय ऊऩय तभ ककसक लशषम हो मह ऩता ह न हभ दफर जीवन नह ॊ तरफताना ह तभ ककन पराचीन ऋवष-भननमो क वॊशज हो तमह ऩता ह न

फर आतभफर

तमहाय भानलसक शकतिमो का ववकास हो यहा ह तमहाय फवदध खखर यह ह तमहाय ऊऩय ऩयभातभा की कऩा फयस यह ह ॐॐॐ

तमहाय शकतिमो का वाममान ऊॉ च उड यहा ह तमहाय जीवन का हलरकॉपटय ऊऩय की ओय मािा कय यहा ह ॐॐॐ

अफ तमहाया परगाढ धमान रग यहा ह ॐ शाशचनत शाशचनत शाशचनत

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

चचततववशराशचनत-परमोग

चचतत क उऩशभ क लरए एक परमोग खफ उऩमि ह

ककसी सवचछ एकानत सथान भ कमफर मा टाट का आसन तरफछाकय उस ऩय रट जाओ अफ शय य को खफ खीॊचो ऩय स लसय तक तभाभ अॊगो को कसयत लभर जाम यगयग को वमामाभ लभर जाम इस परकाय शय य को तनाव दो जस कतता मा तरफलर अऩन शय य को रमफा कयक खीॊचत ह वस दो ढाई लभनट तक हाथ ऩाॉव को पराकय खफ खीॊचो नस-नाकतडमाॉ जो काभ न कयती हो व बी काभ कयन रग जाम

दो ढाई लभनट क फाद शय य को खीॊचना छोड दो सफ अॊगो को ढ र छोड दो एकदभ शानत ऩड यहो शचजहवा को भख स फाहय ननकारकय दाॉतो स हलकी सी दफाओ होठो को फनद यखो दोनो हाथो की ऩहर उॊगर अॉगठ स दफाओ इस परकाय ऻानभिा भ औय ववशराशचनत भिा शवासन का परमोग कयो ऻानभिा स ऻानतॊतओॊ को ऩवदश लभरती ह थोडी दय क फाद अगय ऻानभिा भ औय शचजहवा को फाहय यखन भ ऩरयशरभ जसा भहसस हो तो दोनो को छोड दो तरफलकर सवाबाववक आयाभदामक शचसथनत रग इस परकाय हाथो को घटनो की ओय परा दो तन औय भन को ऩण आयाभ कयन दो

अऩन चचतत को ककसी बी परकाय क चचनतन की फकतडमाॉ न ऩहनाओ चचतत को ननशचदळॊत कय दो मदद कोई चचनतन होन रग तो उस चचनतन को सावधान होकय ननहायत जाओ दवासोचवास को ननहायत जाओ जस बगवान ववषण ीय सागय भ मोगननिा भ ववयाजभान ह वस तभ बी अऩन साधना क आसन ऩय मोगननिा भ ववशराशचनत ऩात जाओ बावना कयत जाओ कक हभ आयाभ ऩा यह ह अऩन अनतमाभी याभ भ

इस सभम आऩका कोई कततवम नह ॊ कोई चचनता नह ॊ आऩ ऩण आयाभ ऩा यह हो चचतत को ववशराशचनत क परसाद भ ऩावन होन दो

मह चचवततशराशचनत परमोग तभाभ परकाय क दोषो को दय कयन भ सहाम दगा इसस अचछ-अचछ ववचाय उतऩनन होत ह औय आयोगम ऩदश होता ह

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

पराथना-ननझय

ऩयभातभ-चतनम भ अननत अननत परकाय की ववततमाॉ उठती ह औय अननत परकाय स सतता सपनत औय साभरथम लभरता ह कपय बी जो ऩण का ऩण ह उस ऩण ऩरषोततभ का हभ धमान कयत ह

सॊसाय की वासना स बटकत जीवो को जनभ-भयण क चकर स फचान क लरए शचजस ऩयभातभा न सतशासतरो औय सतऩरषो का साशचननधम ददमा उस ऩयभ सरद ऩयभातभा का हभ धमान कयत ह अफोध फारक को कीतन धमान बकति मोग क ऩववि साधन दकय शचजस ऩयभातभा न अऩना साातकाय कयान की वमवसथा यखी ह उस ऩयभातभा को हभ पमाय कयत ह औय उसी भ हभ ववशराभ ऩात ह

शचजस पमाय ऩयभातभा न हभ भानवदह ददमा सदफवदध दो शरदधा द सतसॊग भ जान की परयणा द उस ऩयभ सरद ऩयभातभा को हभ पमाय कयत ह उस परब की कऩा स हभाय ऩाशवी ववततमाॉ फदरकय आतभालबभख हो यह ह सनह क सागय उस ऩयभातभा को पराथना कयत ह कक ह

परब हभाय ववततमाॉ उततयोततय आऩक अलबभख होती यह औय एक ददन ऐसा आ जाम कक उन सफ ववततमो स ऩाय होकय ववततमो क आधायसवरऩ आऩ ऩयभातभा भ हभाया अहॊ ववरम हो जाम आऩकी ऩयभ चतना भ ऩयभ शाॊनत भ ऩयभ पमाय भ ऩयभ साभरथम भ आऩक ऩयभ सनदय सवरऩ भ हभाय भन की ववततमाॉ शानत हो जाम हभाय चचतत की चतना शचजस सतता स आती ह उस ऩयभ सतता भ हभ जलद स जलद ववशराशचनत ऩाम

हभ परनतददन भौत की तयप सयक यह ह ह जीवनदाता परब ह अभय आतभदव ह ऩयभातभ दव ह गरदव हभ भौत क ऩहर अभयता का अऩन असर सवरऩ का साातकाय कय र अऩन आऩको जान र अनमथा जगत का सफ जाना हआ अनजाना हो जामगा जगत का ऩामा हआ सफ ऩयामा हो जामगा ऐसी घकतडमाॉ आमगी कक हभ अऩन घय भ ह ऩयाम हो जामग अऩन ऩरयवाय ह ऩयाम हो जामग अऩन रयशत-नातो भ ह ऩयाम हो जामग रोग हभ शभशान भ र जामग चचता की बबकती आग इस शय य को जरामगी शय य को अशचगन जराम उसक ऩहर ह परब तमहाय ऻानाशचगन स हभाय भभताएॉ औय आसकतिमाॉ जर जाम ह गरदव आऩक उऩदश क परबाव स हभाया अहॊ फाचधत हो जाम रोग हभ शभशान भ छोड जाम उसक ऩहर हभ तभ तक ऩहॉच जाम ह परब तभ दमा कयना अऩन घय भ हभ ऩयाम हो जाम उसस ऩहर हभ तय घय ऩहॉच जाम तय दराय ऩहॉच जाम ह दवश ह जगद श असतो भा सदगभम तभसो भा जमोनतगभम भतमोभाऽभतॊ गभम

हभ असत आसकतिमो स फचा हभ असत वासनाओॊ स फचा हभ असत अहॊकाय स फचा असत समफनधो स हभ फचा असत इचछाओॊ स फचा ह भय सतम-सवरऩ परभ-सवरऩ आननद-सवरऩ ईदवय ह अनतमाभी ह भीया क कनहमा ह शफय क याभ ह नाभदव क ववटठर ह धनना क ठाकयजी ह मोचगमो की आतभा तय अननत नाभ ह अननत रऩ ह भ नह ॊ जानता तझ ककस ववचध रयझाऊॉ रककन त तो जानता ह

ह दमाननध परबो हभ असतम स ननकर सक मह हभाय फस की फात नह ॊ रककन तय करणा ऩय बयोसा ह तय कऩा ऩय बयोसा ह त हभ असतम अहॊकाय स असतम आसकतिमो स फचाकय ऩाय रगा द हभाय जीवन नमा असतम अहॊकाय स असतम आसकतिमो स असतम दह की भभता स हभाया जीवन फयफाद हआ जा यहा ह असतम ऩदाथो भ हभाया आमषम नदश हो यहा ह हभ अनधकाय स फचाकय अऩन परभ परकाश की ओय र चर ऻान-परकाश की ओय र चर अहॊ बरहमाशचसभ क खजान की ओय र चर

हभ कफ तक इस बवाटवी भ बटकना ऩडगा कफ तक सॊसाय क समफनधो भ उरझना ऩडगा कफ तक सॊसाय की सयकती हई चीजो क ऩीछ फयफाद होना ऩडगा

ह ऩयभातभा त हभ फर द त हभ अऩन सवबाव भ सभा र

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

हो गई यहभत तय ह पमाय सदगर ऩयभातभा भझ अऩनी आतभ-भसती भ थाभ रो भ सॊसारयमो क अऻान

भ कह ॊ फदर न जाऊॉ भोह-भभता भ कह ॊ कपसर न जाऊॉ

जसीॊ शचजम जान यह जसीॊ तन भ पराण यह परीत सॊधी डोय तो ऩास सयधी यह

डऩ आह भख इहो वञजो भताॊ तो खाॊ भाॊ ववछडी अञाॊ परीत सॊधी डोय सजण आह कचडी

जोयसाॊ जरजा अञाॊ नॊढडो ह फारक तफ तक जी भ जान ह तन भ पराण ह तफ तक भय साधना की डोय भय परीनत की

डोय तय तयप सयकती यह सयकती यह

इस फात का त खमार यखना

आ जया ननाॊ क सदक भझको सदगर थाभर ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

शचजसन फीजो को जभीन भ फो ददमा उसक फीज अननत गन हो गम रककन शचजसन फीजो को नतजोय भ फनद कयक यख ददमा उसक फीज सड गम

जीवन एक बीतय की फहती धाया ह फीज ऩषऩ खखरान क लरम ह ऐस ह आनतरयक फीज आतभऻान का पर खखरान क लरए ह ह इस सीॊचत यहना सावधानी क साथ छोट सकोभर ऩौधो की सया कयत यहना कह ॊ तमहाय साधना क ऩौध ऩषऩो भ ऩरयणत हए तरफना उखाड न ददम जाम इसलरए साधना क सॊसकायो को सॉबारत यहना आहाय की शवदध वमवहाय की शवदध ववचाय की शवदध का खमार यखना परनतददन थोडा फहत अभमास कयत यहना तो म सॊसकायरऩी फीज ऩौधो भ ऩरयणत होत जामग औय ऩौध ऩषऩ दन रगग

ऻान की चचनगाय को पॉ कत यहना जमोनत जगात यहना परकाश फढात यहना ऻानभत क आचभन को दरयमा क रऩ भ फदरत यहना सयज की ककयण को सयज की खफय तक र जाना सदगरओॊ क परसाद को सतम की परानदऱ तक ऩचात यहना

फडी कीभती करणा-कऩा ऩयभातभा की ह सहज भ लभर हई इस ददवम चीज का कह ॊ अनादय न कय फठना तरफना परमास क लभर हई भलमवान चीज का कह ॊ गलती स अऩवमम न कय फठना तरफना शरभ क ऩाम हए ह यो का भलम कह ॊ कॊ कडो स न कय फठना

शचजसक लरए हभ यात-यात बय जग थ घय फाय छोडकय गरओॊ क दराया ऩय बाग थ वह चीज आऩको सहज भ लभर यह ह इसका अनादय भत कय दना इसकी कीभत कह ॊ छोट भत कय दना गरओॊ क परसाद को फढात यहना सॉबारत यहना हाहा ह ह भ कह ॊ इस अभत को तरफखय भत दना

दननमाॉ क चाय ऩसो की रारच भ इस आधमाशचतभक कोह नय को कह ॊ फच भत दना साया ववदव दाॉव ऩय रग जाम कपय बी मह आधमाशचतभक साधना का ह या तमहाया अनभोर यतन ह साय ऩरथवी बी इसका फदरा नह ॊ चका सकती ह

वह ऩयभातभा का धन तमहाय रदम भ परववदश होता यह इस आतभ-खजान का तभ खमार यखना इसकी फडी समहार यखना मह ईदवय म अभानत तमह ददर की झोर भ द जा यह ह उस रौटाओ तो अचधक कयक रौटाना मह ऐसा खजाना ह कक शचजतना ददमा जा यहा ह उसस अननत गना रौटान ऩय बी तमहाय ऩास यततीबय कभ न होगा ऐसी अनठी मह अभानत ह

आधमाशचतभक सॊसकायो क फीज अदबत ढॊग स पट ननकरत ह औय अदबत ढॊग स ववसताय को ऩात ह

साकी की पमार ऩीकय खद भमखाना हो गमा हॉ वऩमा तो पमार बय शयाफ रककन हो गमा शयाफखाना लरमा तो चलर बय रककन हो

गमा सागय

ऩीकय शयाफ भलशद भ खद भखाना हो गमा हॉ मो व बरहमव जानानत तषाॊ दवानाॊ फलरॊ ववहनत

जो उस बरहम ऩयभातभा को जानता ह दवता रोग बी उसका ऩजन कयत ह शकर का आदय-ऩजन इनिदव कयत ह कमोकक शकर बरहमवतता का लशषम ह ऻानी का लशषम बी इनिदव दराया ऩजा जाता ह अगय तभ ऻानी फन जाओग अऩन आतभ-खजान को ऩा रोग तो ककतनी गरयभा होगी

बरकय बी इस खजान का भलम छोटा न कयना कह ॊ सॊसाय की नौकय चाकय को इतना भलम न द फठना कक इस अनभोर खजान को बर जाओ सॊसाय क काम-वमवहाय को इतना भलम न दना कक इस वासतववक खजान को सॉबारन का सभम ह न फच तमहाय ऩास ऐसा धोखा तभ भत खाना भन धोखा दगा कमोकक तभ भन क सवाभी होन क यासत जा यह हो भन अऩना जार तरफछामगा कई चार चरगा भन क तरफछाम हए जार भ चगन क लरए अनन नह ॊ ह भोती नह ॊ ह ववष क कण ऩड ह

हो सक तो भौन ह हो जाना नह ॊ तो इशाय स काभ रना फोरना ऩड तो दो चाय शबदो स काभ ऩया कयना बोजन भ एकाध गरास कभ खा रना नीॊद की एकाध झऩकी कभ स रोग तो बी काभ चर जामगा कबी ऐस ददन बी आ जामग कक तभ ऩाॉव ऩसाय कय सदा क लरए सो जाओग दननमाॉ क रोग ऩकायग चचलरामग तो बी तभ आवाज तक नह ॊ दोग भतम की रमफी नीॊद भ जान स ऩहर तभ मोगननिा भ सो रना सोत-सोत भ याभ भ आयाभ ऩा यहा हॉ इस बाव भ सो रना

परबात भ जफ उठो तफ थोडी दय शानत होकय फठ यहना आतभधमान भ गोता भायना फाद भ ह तरफसतय का तमाग कयना नीॊद भ स उठकय चाय-ऩाॉच लभनट आतभ-चचनतन कयत हए तरफसतय ऩय फठ यहना फहत दहतावह ह ॐॐॐ

अनकरभ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

बजन भान कमा शचजस कभ स शचजस शरवण स शचजस चचनतन स शचजस जऩ स शचजस सवा स बगवदाकाय ववतत फन उस बजन कहा जाता ह

सॊसाय की आसकति लभटान क लरए बजन की आसकति अतमॊत आवशमक ह साय ऻानो व फरो का जो आधाय ह वह आतभफर व आतभऻान ऩाना ह जीवन का उददशम हो जीवन का सम ढरन स ऩहर जीवनदाता भ परनतवदषत हो जाओ अनमथा ऩछताना ऩडगा असपरता औय दफरता क ववचाय उठत ह उस बगवननाभ स औय ऩावन ऩसतको क अधममन स हटा ददमा कयो

अम भानव ऊठ जाग अऩनी भहानता को ऩहचान कफ तक बवाटवी भ बटकगा जो बगवान वकणठ भ करास भ औय ऋवषमो क रदम भ ह वह क वह उतन क उतन तय ऩास बी ह ऊठ जाग अऩन पमाय को ऩहचान सतसॊग कयक फवदध को फढा औय ऩयबरहम ऩयभातभा भ परनतवदषत हो जा

शाफाश वीय शाफाश दहमभत साहस जो कछ कय ऩयभातभा को ऩान क लरए कय मह तझ ऩयभातभा भ परनतवदषत ऩरषो तक

ऩहॉचा दगा औय त बी ऩयभातभा भ परनतवदषत हो जामगा

ॐ ऩजमऩाद सॊत शरी आसायाभजी फाऩ क सतसॊग परवचन स ॐ

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

अनकरभ

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