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1 करमचारी भविषय विवि संगठि (शर एिं रोजगार रंतालय, भारत सरकार) EMPLOYEES’ PROVIDENT FUND ORGANIZATION (Ministry of Labour& Employment, Govt.of India) केतीय कायामलय, दिलली (रधय)/ Regional Office, Delhi (Central) भविषय विवि भिि, 28, सारुिावयक के नर, िज़ीरपुर औदोवगक केत,,दिलली 110052 Bhavishya Nidhi Bhavan, 28, Community Centre, Wazirpur Industrial Area, Delhi-110052 फोि/Telephone: 011-27376776,E-mail:[email protected], Website: www.epfindia.gov.in विषय-सूची 1. सज 02 2. 03 3. I ( ) 04 4. II( ) 07 5. भाग III(संवििा की सारानय शते) 18 6. IV( ) 25 7. 43

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    कर्मचारी भविष्य विवि संगठि (श्रर् एिं रोजगार रं्त्रालय, भारत सरकार) EMPLOYEES’ PROVIDENT FUND ORGANIZATION

    (Ministry of Labour& Employment, Govt.of India)

    क्षते्रीय कायामलय, दिल्ली (र्ध्य)/ Regional Office, Delhi (Central) भविष्य विवि भिि, 28, सार्िुावयक केन्द्र, िज़ीरपरु औद्योवगक क्षते्र,,दिल्ली – 110052

    Bhavishya Nidhi Bhavan, 28, Community Centre, Wazirpur Industrial Area, Delhi-110052 फोि/Telephone: 011-27376776,E-mail:[email protected], Website:

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    विषय-सूची

    क्र सं वििरण पृष्ठ संख्या

    1.

    विविदा दस्तािेज 02

    2.

    महत्वपूणण विवियााँ 03

    3. भाग – I (विड हेिु आमंत्रण)

    04

    4. भाग – II(विविदा करिे िाल ंक विदेश)

    07

    5. भाग III(संवििा की सार्ान्द्य शतें)

    18

    6. भाग – IV(ि ली की विषयिसु्त)

    25

    7. मद सारांश

    43

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    कर्मचारी भविष्य विवि संगठि (श्रर्एिंरोजगारर्ंत्रालय, भारतसरकार) EMPLOYEES’ PROVIDENT FUND ORGANIZATION

    (Ministry of Labour& Employment, Govt.of India)

    क्षते्रीय कायामलय, दिल्ली (र्ध्य)/ Regional Office, Delhi (Central) भविष्यविविभिि, 28, सार्िुावयककेन्द्र, िज़ीरपरुऔद्योवगकक्षते्र,,दिल्ली – 110052

    Bhavishya Nidhi Bhavan, 28, Community Centre, Wazirpur Industrial Area, Delhi-110052 फोि/Telephone: 011-27376776,E-mail:[email protected], Website:

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    महत्वपूर्ण विविय ाँ

    बोली (वबड) लिे ेकी अवंतर् वतवि :- 07-01-2020, 1.00 बज ेअपराहि Last date for obtaining the Bids

    बोली (वबड) जर्ा करि ेकी अवंतर् वतवि :- 07-01-2020, 1.00 बज ेअपराहि Last date for submission of Bids

    तकिीकी बोली खोलि ेकी वतवि :- 07-01-2020, 3.00 बज ेअपराहि Date of opening of Technical Bids

    वित्तीय बोली खोलि ेकी वतवि :- 07-01-2020, 4.00 बज ेअपराहि Date of opening of Financial Bids

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    कर्मचारी भविष्य विवि संगठि (श्रर्एिंरोजगारर्ंत्रालय, भारतसरकार) EMPLOYEES’ PROVIDENT FUND ORGANIZATION

    (Ministry of Labour& Employment, Govt.of India)

    क्षते्रीय कायामलय, दिल्ली (र्ध्य)/ Regional Office, Delhi (Central) भविष्यविविभिि, 28, सार्िुावयककेन्द्र, िज़ीरपरुऔद्योवगकक्षते्र,,दिल्ली – 110052

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    भाग - I

    वबड हतेु आरं्त्रण 1. विम्न िर्णमत विवििा हतेु आरं्त्रणः-

    क) क्षेत्रीय भविष्य विवि आयुक्त, क.भ.वि.सं., क्षेत्रीय कायामलय, दिल्ली (र्ध्य) , भविष्य विवि भिि, 28, सार्ुिावयक कें र, िजीरपुर औद्योवगक क्षेत्र, दिल्ली – 110052 के कायामलय के अविकार क्षेत्र र्ें आिे िाले कम्प्यूटर वसस्टर् वजसके साि उपकरण एिं ऑपरेटटंग वसस्टर्, प्रंटर, य.ूपी.एस. इत्यादि भी शावर्ल ह,ै के व्यापक िार्षमक रखरखाि के वलए विवििा िस्तािेज का वििरण विविर्िमष्ट ह।ै

    ख) कायामलय र्ें स्िावपत सर्स्त कम्प्यूटर वसस्टर् वजसर्ें सर्स्त आइटर् एिं साजों सर्ाि भी शावर्ल ह,ै के ए.एर्.सी. के वलए विवििा आरं्वत्रत की जाती ह।ै

    2. विवििाकताम से अिरुोि ह ैदक िे विवििा िस्तािेज को साििािीपूिमक पढें। विवििा िस्तािेज आिलाईि िेबसाईट www.epfindia.gov.in पर भी उपलब्ि ह।ै विवििा को साििािीपूिमक पढकर और जांच कर तिा विवििा िस्तािेज के हर पहलू पर गौर कर ही उसे जर्ा करें।

    3. वियत वतवि एिं सर्य वजसका वििरण विम्न विवििा आरं्त्रण की अिुसूची र्ें दिया गया ह,ै कायामलय पते पर सीलबंि वलफाफे र्ें जैसा दक िारा- II र्ें बताया गया ह,ै तैयार करके सहायक भ. वि. आयुक्त (रशासि III) , कर्मचारी भविष्य विवि संगठि, क्षेत्रीय कायामलय, दिल्ली (र्ध्य), भविष्य विवि भिि, 28, सार्ुिावयक कें र, िजीरपुर औद्योवगक क्षेत्र, दिल्ली – 110052 के िार् ेभेजा जाए।

    4. विवििा रपत्र के साि रू. 25,000/- की अविर् रावश डीडी/पे आडमर जो अिुसूवचत/राष्ट्रीयकृत बैंक द्वारा क्षेत्रीय भविष्य विवि आयुक्त के िार् दिल्ली र्ें िये हो, संलग्न करें। तकिीकी बोली की जांच करत ेिक्त अविर् रावश के वबिा िाली विवििा रद्द कर ही जाएगी। विवििा रदिया के पूणम होिे पर असफल विवििाकताम की अविर् रावश 30 दििों र्ें िावपस कर िी जाएगी।

    5. विवििा िस्तािेज अहस्तांतरणीय ह।ै 6. सफल वबड कताम रिशमि सुरक्षा के रूप र्ें विवििा रू्ल्य का @ 5% की िर स े

    खाते र्ें िये वडर्ांड ड्राफ्ट/ सािवि जर्ा जो बैंक गारंटी के रूप र्ें क्षेत्रीय भविष्य

    http://www.epfindia.gov.in/

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    विवि आयुक्त, दिल्ली (र्ध्य) के िार् ेजो दिल्ली र्ें िये हो,आपूर्तमकताम के वहतों की सुरक्षा के वलए िये होगा। क) रिशमि सुरक्षा 60 दििों के वलए र्ान्द्य होगी, वतवि की सर्ावि के पूिम सर्स्त

    विवििा के वलए आिश्यक अपररहायमता एिं िारंटी िावयत्ि पूणम कर ली जाए। ख) वबड सुरक्षा की रावश सफल उम्पर्ीििारों का रिशमि सरुक्षा की रावश राि होि े

    पर लौटा िी जाएगी।

    7 विवििा आरं्त्रण की सूची क) िेता का िार्ः

    क्षेत्रीय भविष्य विवि आयुक्त, दिल्ली(र्ध्य) ख) िार्षमक रखरखाि संपन्न दकए जािे का स्िािः- ग) विवििा जर्ा करिे का पताः

    श्री सुिील कुमार ट रा, सहायक भ. वि. आयुक्त (रशासि II) कर्मचारी भविष्य विवि आयुक्त भविष्य विवि भिि, 28, सार्ुिावयक कें र िजीरपुर औद्योवगक क्षेत्र, दिल्ली- 110052

    घ) विवििा रावि का अंवतर् सर्यः- दििांकः 07-01-2020 , अपराह्ि 01.00 बजे तक

    ङ) विवििाकताम की योग्यता ि तकिीकी वबड हतेु पत्र खोलिे की वतवि, सर्य ि स्िाि कर्मचारी भ वि संगठि, क्षेत्रीय कायामलय, दिल्ली (र्ध्य), भविष्य विवि भिि, 28, सार्ुिावयक कें र, िजीरपुर औद्योवगक क्षेत्र, दिल्ली – 110052 दििांकः 07-01-2020 अपराह्ि-03.00 बजे।

    च) विवििा की िैि सीर्ा तकिीकी वबड खोलिे की वतवि से 90 दिि तक।

    छ) वििेता द्वारा संवििा हस्ताक्षर करिे की वतविः- आिशे जारी करिे की वतवि से 01 सिाह के अंिर।

    ज) विवििा हतेु िोडल अविकारी के िार्, पििार् ि पताः- श्री सुिील कुमार ट रा, सहायक भ. वि. आयुक्त (रशासि II) कर्मचारी भविष्य विवि आयुक्त भविष्य विवि भिि, 28, सार्ुिावयक कें र िजीरपुर औद्योवगक क्षेत्र, दिल्ली- 110052

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    कर्मचारी भविष्य विवि संगठि (श्रर्एिंरोजगारर्ंत्रालय, भारतसरकार) EMPLOYEES’ PROVIDENT FUND ORGANIZATION

    (Ministry of Labour& Employment, Govt.of India)

    क्षते्रीय कायामलय, दिल्ली (र्ध्य)/ Regional Office, Delhi (Central) भविष्यविविभिि, 28, सार्िुावयककेन्द्र, िज़ीरपरुऔद्योवगकक्षते्र,,दिल्ली – 110052

    Bhavishya Nidhi Bhavan, 28, Community Centre, Wazirpur Industrial Area, Delhi-110052 फोि/Telephone: 011-27376776,E-mail:[email protected], Website:

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    i) तकिीकी वबड के साि सलंग्न दकए जाि ेिाले िस्तािेजः- क) ितमर्ाि िाहक की पूणम सूची वजसके वलए एजेंसी/ विवििाकताम

    व्यापक रखरखाि संवििा के अंतगमत कायम कर रहा ह ै वजसर्ें पसमिल कम्प्यूटर, प्रंटर और अन्द्य उपकरण तिा ऑपरेटटंग वसस्टर् वजस पर ये कायम कर रह ेहैं।

    ख) क्ष.ेभ.वि.आ., दिल्ली (उत्तर) के पक्ष र्ें अविर् जर्ा रू. 25,000/- का वडर्ांड ड्राफ्ट।

    ग) एजेंसी के कायम अिुभि (िषम की संख्या) का रर्ाण। घ) वपछले 03 िषों की अंकेवक्षत लेखा। ङ) वपछले 03 िषम का आयकर वििरणी। च) एजेंसी द्वारा कायम पर रखे गए तकिीकी कर्ी तिा एजेंसी के

    पास िजम वशकायत की िृवि चाटम का वििरण। छ) तकिीकी कर्ी का वििरण उिकी तकिीकी योग्यता ि अिुभि के

    साि। ज) एजेंसी द्वारा िी जा रही सुवििाए ं तिा एजेंसी का कायम स्िल

    जहां लेबोरेटरी ि टेप्स्टंग सुवििाए ं उपलब्ि है, का वििरण (कायामलय के पते के साि)।

    झ) गुणित्ता वियंत्रण रर्ाण पत्र (ISO 9001, आदि) यदि कोई हो।

    िोटः 1. भाग II र्ें दिए गए विवििाकताम हतेु अिुिशे पूणम रूप से पढें। 2. वबडसम को विर्ामण(configuration) के आकलि हतेु कायामलय

    का िौरा करिे की अिुर्वत िी जाती ह।ै 3. दकसी भी कारण वबड िस्तािेज के िहीं पहचंिे/ िहीं राि

    होिे की वस्िवत र्ें कर्मचारी भविष्य विवि संगठि वजम्परे्िार िहीं होगा।

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    भाग – II विवििा करि ेिालों को वििशे शतों की तावलका शतम विषय पषृ्ठ (क) भूवर्का

    1. बोली रस्तुत करिे की रदिया 2. विवििा िस्तािेजों का रू्ल्य

    (ख) विवििा िस्तािेज 3. विवििा िस्तािेजों के तथ्य 4. विवििा िस्तािेजों का स्पष्टीकरण 5. विवििा िस्तािेजों के संशोिि (ग) बोवलयों को तैयार करिा 6. बोली की भाषा 7. बोली र्ें िस्तािेज सर्ावहत हों 8. बोली रू्ल्य 9. वस्िर रू्ल्य 10. रू्ल्य घटािा 11. विवििा करिे िाले की योग्यता 12. बोली वसक्यूररटी 13. बोली की िैिता की अिवि 14. फार्ेट तिा बोवलयों को हस्ताक्षररत करिा 15. रू्ल्यों का रकटि 16. आयकर भुगताि रर्ाण-पत्र 17. विवििा फार्ों के वियर् एिं शतें 18. स्िािीय शतें 19. शीषम 20. विवििा करिे िाले की पूिम-योग्यता की शतें (घ) बोवलयां रस्तुत करिा 21. बोवलयों को सील तिा र्ाकम करिा 22. बोवलयां राि करिे की अंवतर् वतवि 23. िरेी से राि बोवलया ं 24. बोवलयों का संशोिि तिा िापस लेिा 25. पत्राचार का पता 26. िेता द्वारा बोवलयों को खोलिा 27. स्पष्टीकरण 28. रारंवभक परीक्षा 29. बोवलयों का आकलि तिा तुलिा

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    30. बेंचर्ाकम और संिभम इन्द्सटालेशि का सत्यापि 31. िेता के साि अिुबंि करिा (च) अिुबंि रिाि करिा 32. बाि की योग्यताए ं 33. रिाि करिे का र्ाििण्ड 34. रिाि करते सर्य िेता को र्ात्रा कर् या ज्यािा करिे का अविकार 35. िेता को दकसी भी बोली को स्िीकार करिे तिा अस्िीकार करिे अििा सभी बोवलयों को विरस्त करिे का अविकार 36. अिाडम रिाि करिे की अविसूचिा 37. अिुबंि का हस्ताक्षरीकरण 38. विष्पािि रवतभूवत

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    विवििा करि ेिालों को वििशे

    (ए) भूवर्का

    1. बोली रस्तुत करिे की रदिया 1.1 यह रस्तावित दकया जाता ह ैदक इस विवििा के वलए िो वलफाफा पिवत हो

    1.1.1 तकिीकी बोली (3 रवत) एक किर र्ें 1.1.2 व्यिसावयक बोली (3 रवत) एक किर र्ें

    1.2 विवििा िस्तािेजों की तकिीकी बोली की हर रवत अलग सील वलफाफे र्ें रखी जाए तिा हर रवत के वलफाफे पर र्ोटे अक्षरों र्ें “ तकिीकी बोली ” वलखते हए हर रवत पर िास्तविक रवत, रिर् रवतवलवप, तिा वद्वतीय रवतवलवप अंदकत दकया हो तिउुपरांत तीिों रवतयों को एक सील वलफाफे र्ें रखा गया हो वजस पर ‘तकिीकी बोली’ वलखा हो। कृपया िोट करें दक तकिीकी बोली र्ें िार्ों का उल्लखे िहीं होिा चावहए।

    1.3 विवििा िस्तािेजों की व्यिसावयक बोली की हर रवत अलग सील वलफाफे र्ें रखी जाए तिा हर रवत के वलफाफे पर र्ोटे अक्षरों र्ें ‘व्य़िसावयक बोली ’वलखते हए हर रवत पर िास्तविक रवत, रिर् रवतवलवप तिा वद्वतीय रवतवलवप अंदकत दकया हो तिउपरांत तीिों रवतयों को एक सील बन्द्ि वलफाफे र्ें रखा गया हो वजस पर र्ोटे अक्षरों र्ें “ व्यिसावयक बोली ”वलखा हो। व्यिसावयक बोली र्ें ही िार्ों का उल्लखे होिा चावहए (विशषे रुप स ेर्ििार)।

    1.4 िोिों वलफाफे ‘तकिीकी बोली’ का वलफाफा तिा व्यािसावयक बोली का वलफाफा उपरोक्तािुसार तैयार दकए हए एक ही वलफाफे र्ें रखे जाए ंतिा र्ोटे अक्षरों र्ें विवििा का िार् , अंवतर्-वतवि , िस्तुए ंतिा यह वलखा हो दक “ भाग -1 की शतम 7 (ई) र्ें 07-01-2020 अपराह्ि-03.00 बज ेस ेपहल ेि खोला जाए “ ।

    1.5 इस रकार तैयार दकए गए वलफाफे पर स्पष्ट रूप स ेविवििाकरिे िाले का िार् तिा पता भी वलखा होिा चावहए तादक िरेी से राि विवििा खोले वबिा लौटाई जा सके ।

    1.6 विवििा िस्तािेज का हर िस्तािेज पूणम िस्तािेज हो तिा संख्या के आिार पर सही रूप स ेबंिा हो । अलग-अलग रवतयां अलग से बांिी गई हों ।

    1.7 एक पत्र, अलग सील बिं वलफाफे र्ें विवििा करि ेिाल ेके पिूम-योग्यता की तकिीकी सक्षर्ता तिा अिभुि को िणमि करत ेहए हो तिा यह भी स्पष्ट करता हो दक बोली की िैिता की अिवि विवििा खुलि ेकी वतवि से 90 दििस की हो, शतम 20 के अिसुार बोली के साि जर्ा की जाए ।

    2. विवििा िस्तािेजों का रू्ल्य -

    2.1 विवििा करिे िाला विवििा को तैयार करिे तिा जर्ा करिे से जुड ेसभी खचों का स्ियं िहि करेगा वजसर्ें िेता द्वारा िांवछत दकसी स्पष्टीकरणके रस्तुवतकरण के उद्दशे्य पर आया खचम भी

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    सवम्पर्वलत होगा । िेता दकसी भी र्ार्ले र्ें इि खचों का वजम्परे्िार िहीं होगा चाह ेविवििा रदिया का पररणार् जो भी हो ।

    3. विवििा िस्तािेजों के तथ्य

    3.1 िांवछत सेिा की पूणम जािकारी, विवििा रदिया और विवििा शतें, विवििा िस्तािेजों र्ें वििामररत की गई हैं। भाग-I भूवर्का के साि विवििा िस्तािेजों र्ें विम्न भी संलग्न ह ै--

    3.1.1 भाग-II – विवििा करिे िालों के वलए वििशे 3.1.2 भाग-III- अिुबंि की सार्ान्द्य शतें 3.1.3 भाग-IV- तकिीक बोली / व्यिसावयक बोली 3.1.3.1 – तकिीकी बोली र्ें सवम्पर्वलत होगें – बोली के वििरण (अिुलग्नक –4.1.1) बोली पत्र (अिुलग्नक – 4.1.2) रस्तावित सेिा/सार्ाि का तकिीकी ब्यौरा – (अिुलग्नक 4.1.3) िांवछत अिुसचूी से अंतर की वििरणी – (अिुलग्नक 4.1.4) विवििा की सिेा तिा शतों से अंतर का वििरण –(अिुलग्नक4.1.5) प्रंवसपल राविकरण पत्र (अिुलग्नक 4.1.6) ढांचागत सुवििा रख-रखाि (अिुलग्नक 4.1.7)

    3.1.3.2 – व्यिसावयक बोली र्ें सवम्पर्वलत होगें – बोली के तथ्य (अिुलग्नक 4.2.1) बोली पत्र (अिुलग्नक 4.2.2) व्यिसावयक अंतर का वििरण (अिुलग्नक 4.2.3) रस्तावित सेिा के रू्ल्य का सांराश (अिुलग्नक 4.2.4) रस्तावित सेिा के रू्ल्य का वििरण (अिुलग्नक 4.2.5) तकिीकी सेिा का रभार (अिुलग्नक 4.2.6) अन्द्य रभार (अिुलग्नक 4.2.7) अवतररक्त िस्तुए ं(अिुलग्नक 4.2.8)

    3.2 विवििाकताम से आशा की जाती ह ैदक िे विवििा िस्तािेजों र्ें दिए गए सभी वििशेों, फार्म, वियर् ि शतम तिा विशेष वििरणों का परीक्षण करें। विवििाकताम द्वारा िावंछत जािकारी रस्ततु करि ेर्ें असफल हो जाि ेपर या विवििा िस्तािजे र्ें बोली का विििेि सभी िवृष्टयों स ेिास्तविक रुप स ेरभािी िहीं ह ैतो यह विवििाकताम का िावयत्ि ह ैऔर इसके कारण बोली अस्िीकार की जा सकती ह।ै

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    4. विवििा िस्तािजेों का स्पष्टीकरण 4.1 – विवििाकताम को यदि कोई स्पष्टीकरण िांवछत हो तो िह भाग-I की शतम-6 र्ें वचवन्द्हत रे्ल पत ेपर िेता को वलवखत र्ें अविसवूचत करेगा। िेता उसके द्वारा वििामररत अंवतर् वतवि सर्ाि होि े से पहले विवििा िस्तािेज राि होि ेके 4 कायम दििस के भीतर विवििा िस्तािेजों पर दकसी स्पष्टीकरण के अिुरोि का वलवखत रत्युतर िगेा। िेता के वलवखत रत्युतर की रवतयााँ (संिहे के स्पष्टीकरण के साि परन्द्तु पूछताछ के स्त्रोत की पहचाि के वबिा) उि सभी विवििाकतामओं को भेजी जाएगी वजन्द्होंि ेविवििा िस्तािेज राि दकए हैं। 5. विवििा िस्तािजेों र्ें सशंोिि 5.1 – बोवलयााँ राि होि े की अंवतर् वतवि से दकसी भी सर्य पहले दकसी भी कारण से, चाहें िह व्यवक्तगत पहले हो या दकसी विवििाकताम के संिहे के स्पष्टीकरण के रत्युतर र्ें हो, विवििा िस्तािेजों को संशोवित दकया जाएगा। 5.2 – संशोिि वलवखत र्ें अविसूवचत दकया जाएगा या फैक्स / स्पीड पोस्ट द्वारा सभी विवििाकतामओं को भेजा जाएगा तिा यह उि पर बाध्य होगा। 5.3 – रत्यावशत विवििाकतामओं को शावर्ल करिे के उद्दशे्य से, संशोिि के उपरांत विवििाकतामओं को उिकी बोली तैयार करिे हते ुआिश्यक न्द्यायोवचत सर्य ििेे के िर् र्ें िेता स्ियं अपिे वििेक पर बोवलयााँ राि करिे की अंवतर् वतवि को बढा सकता ह।ै

    6. बोवलयों की भाषा 6.1 – विवििाकताम द्वारा तैयार बोली तिा बोली से संबंवित सभी पत्राचार तिा अन्द्य िस्तािेज वजिका विवििाकताम तिा िेता के बीच आिाि-रिाि दकया गया हो अंिेजी भाषा र्ें वलखे हों, यह भी उवल्लवखत ह ैदक विवििाकताम द्वारा रस्तुत दकया गया कोई रु्दरत सावहत्य दकसी अन्द्य भाषा र्ें वलखा गया हो तो उस िस्तािेज को अंिेजी अिुिाि के साि रस्तुत दकयार जाएगा तिा इस वस्िवत र्ें बोली के अिम विणमय के वलए अंिेजी अिुिाि र्ान्द्य होगा।

    7. बोली र्ें जो िस्तािजे सर्ावहत हो 7.1 – विवििाकताम द्वारा तयैार बोली र्ें विम्नवलवखत तथ्य सर्ावहत होगें। 7.1.1 – अलग सील वलफाफे र्ें पत्र वजसर्ें विम्नवलवखत का िणमि हों। 7.1.1.1 – तकिीकी सक्षर्ता की पूिम योग्यता 7.1.1.2 – ढांचागत सुवििा का रख-रखाि 7.1.1.3 – िेंडर रोफाइल (अिुलग्नक 6.2) 7.1.1.4 – िास्तविक-आयकर तिा भविष्य विवि की घोषणा इस संबंि र्ें दक संबवंित एक्ट के अंतगमत सभी िये रावश का सर्ाशोिि कर दिया गया ह।ै 7.1.1.5 – बोली रवतभूवत (शतम 20 से संबंवित) 7.1.2 – तकिीकी बोली र्ें सर्ावहत हों 7.1.2.1 – बोली के तथ्य (अिुलग्नक 4.1.1) 7.1.2.2 – बोली पत्र (अिुलग्नक 4.1.2) 7.1.2.3 – रस्तावित सेिा / सार्ाि का तकिीकी वििरण (अिुलग्नक 4.1.3) 7.1.2.4 – िांवछत अिुसचूी से अंतर की वििरणी (अिलुग्नक 4.1.4) 7.1.2.5 – विवििा वियर् तिा शतों रे् अंतर की वििरणी (अिुलग्नक 4.1.5) 7.1.2.6 – प्रंवसपल राविकरण फार्म (अिुलग्नक 4.1.6) 7.1.2.7 – ढांचागत सवुििा रख-रखाि (अिुलग्नक 4.1.7)

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    7.1.3 – व्यिसावयक बोली र्ें सवम्पर्वलत होगें 7.1.3.1 – बोली के तथ्य (अिुलग्नक 4.2.1) 7.1.3.2 – बोली पत्र (अिुलग्नक 4.2.2) 7.1.3.3 – व्यिसावयक अंतर का वििरण (अिुलग्नक 4.2.3) 7.1.3.4 – रस्तावित सेिा के रू्ल्य का सारांश (अिुलग्नक 4.2.4) 7.1.3.5 – रस्तावित सेिा के रू्ल्य का वििरण (अिुलग्नक 4.2.5) 7.1.3.6 – तकिीकी सेिा रभार (4.2.6) 7.1.3.7 – अन्द्य रभार (अिुलग्नक 4.2.7) 7.1.3.8 – अवतररक्त िस्तएुाँ (अिुलग्नक 4.2.8) 7.2 – विवििाकताम के रस्तावित सेिा के पूणम वििरण के साि, वििरणात्र्क सावहत्य लीफलेट तिा उिके वसस्टर् के विशेष लक्षणों को इंवगत करते हए उिका रस्ताि संलग्न करिा चावहए। सभी िस्तािेजों को अंिेजी भाषा र्ें रस्तुत करिा आिश्यक ह।ै 8. बोली र्लू्य 8.1 – विवििाकताम व्यिसावयक बोली के अिुलग्नक 4.2.4 से अिुलग्नक 4.2.8 के अिुसार वििामररत रोफार्ाम र्ें ईकाई रू्ल्य तिा सेिा के कुल बोली रू्ल्यों को इंवगत करेगा जो भी िह अिुबंि र्ें रस्तावित करिा चाहता ह।ै 9. वस्िर र्लू्य 9.1 – र्ांग दकया गया रू्ल्य पूरे अिुबंि के अिवि के िौराि वस्िर तिा अंवतर् होिा चावहए तिा उसर्ें कोई बढोतरी का संशोिि िहीं दकया जािा चावहए। रस्तावित रू्ल्य साइट पर रू्ल्य तिा सभी कर तिा छूटों सवहत होिा चावहए (यदि कोई हो) रू्ल्य कोट करते सर्य रवत ईकाई का रू्ल्य कोट दकया जािा चावहए। सभी रू्ल्य, टैक्स,डयूटी, छूट इत्यादि स्पष्ट रुप से इंवगत करिी चावहए। शब्ि तिा अक्षर िोिों र्ें इंवगत करिा चावहए (अिुलग्नक 4.2.5) 9.2 – सेिा की रत्येक िस्त ुके वलए अलग से रू्ल्य दिया जािा चावहए तिा अन्द्य तथ्य वििरण वजिका वििरण बोली िस्तािेजों र्ें दिया गया हो। विवििा वजिका रू्ल्य िस्तु के अिसुार िहीं दिया गया होगा विरस्त सर्झी जाएगी। कोट दकए गए रू्ल्य एकस्ि अविकार (पेटेंट ) (यदि कोई हो), पंजीकृत रुपरेखा तिा टे्रडर्ाकम सवम्पर्वलत होिे चावहए तिा उिके स्पलायर सभी िािों का क्षवतपूरण िेता को करेगा। 10. र्लू्य की कटौती 10.1 – विवििाकताम अपिी विवििा र्ें यह भी उल्लेख कर सकते हैं दक यदि िेता आिश्यकता के रस्ततु शेडयूल र्ें िर्णमत सभी िस्तुओं को एक ही विवििाकताम से खरीि करें तो रू्ल्य कटौती की अिुर्वत िी जाएगी। यह कुल रवतशत पर या रत्येक िस्तु के अिुसार िर्णमत की जा सकती ह।ै 11. विवििाकताम की योग्यता 11.1 – विवििा िस्तािेज र्ें “ विवििाकताम ” का आशय विवििा फार्म पर हस्ताक्षर करिे िाले से ह ै । विवििाकताम या तो स्ियं िेंडर हो वजसिे विवििा फार्म र्ें सेिाओं के वलए रू्ल्य कोट दकए हैं या उसके द्वारा वियुक्त दकया हआ कोई रवतविवि होगा तो बोली िस्तािजेों के साि राविकरण का रर्ाण-पत्र संलग्न होिा चावहए ।(अिुलग्नक 4.1.6) रवतविवि तिा िेंडर जहााँ तक संभि हो सके राि दकए गए सभी रर्ाण-पत्रों को रस्तुत करेगें। 11.2 – यह भी स्पष्ट दकया जाता ह ै दक विवििा िस्तािेजों को हस्ताक्षररत करि ेिाला या विवििा स ेसंबंवित अन्द्य िस्तािेजों पर हस्ताक्षर करिे िाला व्यवक्त यह भी रर्ावणत करेगा दक िह हस्ताक्षर कर रहा ह ैबतौर – 11.2.1 – फर्म के ‘ एकर्ात्र र्ावलक ’ या ऐसे ‘ एकर्ात्र र्ावलक ’ द्वारा गरठत अटािी

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    11.2.2 – फर्म का एक ‘ वहस्सेिार ’ यदि िह वहस्सेिारी ह ै तो उसे र्ध्यस्िता वििािों के संबंि र्ें वहस्सेिारी अिुबंि के व्यापार का राविकारी होिा चावहए या पॉिर ऑफ अटािी राि होिी चावहए। विकल्प के तौर पर सभी वहस्सेिार को विवििा िस्तािेजों पर हस्ताक्षर करिे चावहए। 11.2.3 – यदि िह कम्पपिी ह ैतो फर्म की गरठत अटािी 12. बोली रवतभवूत 12.1 – शतम 7.1.1 के अिसुार विवििाकताम को भाग-I की शतम 4 र्ें िर्णमत रावश बोली लगािे ि विष्पािि सुरक्षा के रुप र्ें अपिी बोली के वहस्स ेके रुप र्ें रस्तुत करिी होगी। 12.2 – बोली लगािे ि विष्पािि सुरक्षा विवििाकताम के दकसी आचरण से िेता को संरवक्षत करती ह,ै वजसके वसक्योररटी को शतम 12.8 के अिसुार जब्त दकया जा सकता ह।ै 12.3 – बोली लगाि े ि विष्पािि सुरक्षा भारतीय रुपय े के रुप र्ें अवभिये होगी जो राष्ट्रीय बैंक या अविसूवचक बैंक द्वारा वडर्ाण्ड ड्राफ्ट के रुप र्ें िये होगी। 12.4 – शतम 12.1 तिा 12.3 के अिसुार यदि दकसी बोली के साि सुरक्षा रावश रस्तुत िहीं की जाती ह ैतो िेता द्वारा उसे अपूणम र्ािकर विरस्त कर दिया जाएगा। 12.5 – असफल विवििाकतामओं की बोली की वसक्योररटी उन्द्हें वजतिा जल्िी हो सके लौटाई जाएगी परन्द्तु शतम 13 के अिुसार िेता द्वारा वििामररत बोली िैिता की अिवि सर्ाि होिे के 30 दिि के पश्चात िहीं। 12.6 – सफल विवििाकताम की बोली विष्पािि ि सुरक्षा अिुबंि रावश की अंवतर् दकश्त के भुगताि के सर्य लौटाई जाएगी। (शतम 37 के अिुसार) 12.7 – बोली पर विष्पािि सुरक्षा की रावश पर िेता द्वारा दकसी भी रकार का ब्याज िये िहीं होगा। 12.8 – बोली ि विष्पािि सुरक्षा जब्त की जाएगी – 12.8.1 – यदि कोई विवििाकताम बोली को विवििाकताम द्वारा वििामररत बोली की अिवि की िैिता के िौराि िापस ले लेता ह ैअििा 12.8.2 – सफल विवििाकताम यदि शतम 37 के अिुसार अिुबंि हस्ताक्षररत करिे र्ें असफल रहता ह।ै 12.8.3 – विवििा र्ें अिुबिं की शतों के अिुसार सतंोषजिक कायम ि करिे पर 13.बोली की ििैता की अिवि 13.1 -- िेता द्वारा वििामररत विवििा खोलिे की वतवि से 90 दिि बाि तक बोली िैि रहगेी। अल्प अिवि के वलए िैि बोली िेता द्वारा अपूणम र्ािते हए विरस्त की जाएगी। 13.2 – अपररहायम पररवस्िवतयों र्ें िेता बोली की ििैता की अिवि को बढाि ेके वलए विवििाकताम की सम्पर्वत र्ांग सकता ह।ै अिरुोि तिा रत्युतर वलवखत र्ें दकया जािा चावहए ( या फैक्स द्वारा)। शतम 12 र्ें रिाि बोली रवतभूवत भी तििुसार बढाई जाएगी। विवििाकताम अिुरोि को अस्िीकार कर सकता ह ैवबिा उसकी बोली रवतभूवत को जब्त दकए हए। विवििाकताम यदि सम्पर्वत जावहर करता ह ैतो उसे बोली को संशोवित करिे की अिुर्वत िहीं िी जाएगी। 14 . बोली का फार्टे तिा बोली को हस्ताक्षर करिा 14.1 – विवििाकताम रत्यके तकिीकी बोली तिा व्यिसावयक बोली की तीि-तीि कॉवपयां तैयार करेगा। स्पष्ट रुप से ‘ िास्तविक ’,’ पहली रवत ’तिा ” िसूरी रवत ” शतम के अिुसार यदि कोई उिर्ें कोई वभन्नता पाई गई तो िास्तविक रवत र्ान्द्य होगी। 14.2 – बोली की िास्तविक तिा सभी रवतयााँ टाइप की जाएगी या ि वर्टिे िाली स्याही से वलखी गई हों तिा शतम 11 के अिुसार विवििाकताम द्वारा या विवििाकताम द्वारा राविकृत व्यवक्त या व्यवक्तयों द्वारा हस्ताक्षररत की गई हो। विवििा के साि वलवखत पॉिर ऑफ अटािी िाला रविकरण-पत्र होिा चावहए। बोली के सभी पृष्ठों को, संशोवित सावहत्य को छोड़कर, विवििाकताम अििा अविकृत व्यवक्त द्वारा हस्ताक्षररत दकया जािा चावहए। 14.3 – बोली वबल्कुल स्पष्ट होिी चावहए तिा साफ-सुिरी होिी चावहए। ओिर राइटटंग इत्यादि उसर्ें िहीं होिी चावहए या कोई ऐसी गलती वजसे संशोवित करिा अवत आिश्यक ि हो यदि ऐसा कोई र्ार्ला

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    ह ैतो उस त्रुरट के संशोिि को विवििाकताम द्वारा हस्ताक्षररत दकया जािा चावहए या विवििाकताम द्वारा अविकृत व्यवक्त को हस्ताक्षररत करिा चावहए। 15. र्लू्यों का रकटि 15.1 – तकिीकी बोली र्ें रस्तुत रू्ल्य दकसी भी बोली रू्ल्य को खोलिे से पहले रकट िहीं दकया जाएगा। असफल होि ेपर रस्ताि विरस्त कर दिया जाएगा। यदि रू्ल्य को तकिीकी स्पष्टीकरण के कारण बिला गया ह ैतो संशोवित व्यिसावयक बोली िेता की पूिम वलवखत सम्पर्वत स ेएक सीलबंि वलफाफे र्ें स्िीकार की जाएगी। 16 . आयकर तिा भविष्य-विवि िये की स्ि-घोषणा 16.1 – यदि छूट राि ि हो तो विवििाकताम यदि आयकर अविवियर् के अंतगमत बिता हो तो िह विवििा िस्तािेजों के साि एक िैि आयकर क्लीयरेंस रर्ाण-पत्र संलग्न करेगा जो एक आयकर राविकारी द्वारा उसकी र्ोहर के साि जारी दकया गया हो जोदक कायम पूरा होिे पर िापस कर दिया जाएगा इसके वबिा विवििा विरस्त कर िी जाएगी। एक िई फर्म अििा ऐसी फर्म वजसकी आय पर आयकर िये ि हो तो एक हल्फिार्ा िावखल करेगी जो आयकर राविकारी द्वारा हस्ताक्षररत दकया हआ हो, रस्ततु दकया जाएगा। 16.2 – यदि छूट राि ि हो तिा भविष्य विवि अविवियर् के अंतगमत आिृत हो तो कर्मचारी भविष्य विवि स े संबंवित कायामलय द्वारा जारी दकया गया अिये (िो डयूस) रर्ाण-पत्र विवििा के साि संलग्न करेगा जोदक भ.वि. कायामलय के रभारी अविकारी द्वारा हस्ताक्षररत दकया गया हो यदि फर्म आिृत िहीं ह,ै या क.भ.वि. ि रकीणम उपबंि अविवियर् द्वारा शावसत ि हो तो इस रभाि का हल्फिार्ा संबंवित कायामलय के रभारी अविकारी द्वारा हस्ताक्षर दकया हआ रस्तुत करेगा। 17. विवििाकताम फर्ों के वियर् तिा शतें 17.1 – विवििाकतामओं की प्रंट की हई वियर् तिा शतें उिके विवििाओं र्ें र्ान्द्य िहीं होगी। यदि इस विवििा के आंर्त्रण के साि जुड़ी वियर् तिा शतें दकसी विवििाकताम को स्िीकार िहीं ह ैतो अपिी विवििा र्ें उसे स्पष्ट रुप से विवशष्ट अंतर का उल्लेख करिा होगा। 18. स्िािीय शत े 18.1 – यह रत्येक विवििाकताम की वजम्परे्िारी होगी दक िह स्ियं को स्िािीय पररवस्िवतयों स ेअिगत रखे जो दक उसकी विवििा के विष्पािि तिा / या रू्ल्य को रभावित कर सकती ह।ै 19. शीषम 19.1 – शतों के शीषम उिके विर्ामण को रभावित िहीं करेगें। 20. विवििाकताम की पिूम-योग्यता की शत े 20.1 – शतम 1.7 तिा शतम 7.1.1 के अिुसरण र्ें विवििाकताम स्पष्ट रुप स ेरस्तावित सेिा का िस्तािेजी रर्ाण अिुलग्नक 6.2 र्ें रस्ततु फार्ेट र्ें िगेा। 20.2 – भारत या वििशे र्ें कहीं भी सर्ाि वसस्टर् , सहायक उपकरण, प्रंटर तिा अन्द्य िस्तुओं के रख-रखाि का वसि अिुभि । 20.3 – विवििाकताम का स्िय ंका भारत र्ें रख-रखाि की सुवििा का ढांचा होिा चावहए तादक िह पूरे भारत र्ें विशेष तौर पर सेक्शि-5 र्ें िर्णमत स्िािों पर सेिा रिाि कर सके। 20.4 – शतम 16 के अिुसार रू्ल आयकर क्लीयरेंस तिा भविष्य विवि क्लीयरेंस रर्ाण-पत्र। 20.5 – शतम 12 के अिुसरण र्ें िैि तिा वििामररत रावश की बोली रवतभूवत । 21. बोली को सील करिा तिा र्ाकम करिा 21.1 – विवििाकताम शतम 1 के अिुसार तकिीकी तिा व्यिसावयक बोली की रू्ल तिा अन्द्य रत्येक रवत को सील तिा र्ाकम करेगा। 21.2 – यदि बोली का बाहरी किर शतम 1 के अिसुार सील तिा र्ाकम िहीं होगा तो िेता की उस बोली के खो जाि ेया सर्य स ेपहले खुल जािे की कोई वजम्परे्िारी िहीं होगी।

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    21.3 – विवििा िस्तािेजों का वलफाफा, िेता को , एक पत्र जो विवििाकताम की योग्यता, अिुभि तिा तकिीकी सक्षर्ता को दिखाता हो, रस्तुत करेगा। यह पत्र शतम 20 के अिुसार विवििाकताम की अिुभि और तकिीकी सक्षर्ता की पूिम-योग्यता को आंकिे के वलए रयोग होगा। 22. बोली रावि की अवंतर् वतवि 22.1 – भाग- 1 की शतम 6(सी) र्ें िर्णमत पत ेपर ही िेता को बोवलयां राि होिी चावहए जोदक भाग-1 के 6(डी) र्ें िर्णमत वतवि ि सर्य के बाि र्ें राि ि हो। यदि दकसी कारणिश िेता द्वारा वििामररत अंवतर् वतवि को अिकाश घोवषत हो जाता ह ैतो अगले कायम दििस को वििामररत सर्य तक बोवलयां पहाँचिी चावहए। 22.2 – शतम-5 के अिुसार िेता अपिे स्ियं के वििेक पर विवििा िस्तािेजों को संशोवित करेगा यदि बोली राि करिे की अंवतर् वतवि को बढा ितेा ह ैतो इस र्ार्ले र्ें िेता तिा विवििाकताम के सभी वियर् तिा शतें जो अंवतर् वतवि तक िे तो बढी हई वतवि को भी िही रहेंगे। 23. िरेी स ेराि बोवलयााँ 23.1 – भाग-1 की शतम-6 के अिुसार िेता द्वारा वििामररत अंवतर् वतवि के बाि र्ें राि हई बोवलयााँ विरस्त कर िी जाएगी तिा विवििाकताम को वबिा खोले िापस लौटा िी जाएगी। 24. बोवलयों र्ें सशंोिि तिा िापस लिेा 24.1 – विवििाकताम बोली जर्ा करिे के उपरान्द्त अपिी बोली को िापस ले सकता ह ैतिा संशोवित कर सकता ह ै परन्द्तु िेता द्वारा वििामररत अंवतर् वतवि से पहले िह अपिी बोली िापसी तिा संशोिि की वलवखत सूचिा िेता को िगेा। 24.2 – विवििाकताम का िापसी तिा संशोिि का िोरटस शतम-21 के राििािों के अिुसार तैयार, सील, र्ाकम करके तिा रेवषत दकया जाएगा। िापसी का िोरटस फैक्स के र्ाध्यर् से भी भजेा जा सकता ह ैपरन्द्त ुजो हस्ताक्षररत रवत भी रेवषत की जाए जोदक बोली की रावि की अंवतर् वतवि के बाि रेवषत ि हो। 24.3 – बोली रावि की अंवतर् वतवि के बाि कोई बोली संशोवित िहीं की जाएगी। 24.4 – कोई भी बोली बोली रावि की अंवतर् वतवि तिा विवििाकताम द्वारा वििामररत बोली की िैिता की सर्ावि की अंवतर् वतवि के र्ध्य िापस िहीं ली जा सकेगी। इस र्ध्यान्द्ह के िौराि िापस ली गई बोली का पररणार् यह होगा दक विवििाकताम की वसक्योरररट रवतभूवत जब्त हो सकती ह।ै 25. पत्राचार का पता 25.1 – बोलीकताम बोली र्ें अपिे कायामलय का पता, स्िाि, ई-रे्ल तिा फैक्स िं. का ब्यौरा िगेा जहााँ पर िेता द्वारा सभी पत्राचार भेजा जा सकेगा। 26. िेता द्वारा बोवलयों को खोलिा 26.1 – शतम-20 के अिसुार, पत्र र्ें िी गई जािकारी के आिार पर, विवििाए ं पूिम-योग्य होगीं। विवििाकताम की बोली यदि योग्य िहीं सर्झी गई तो उसे वबिा खोले तुरन्द्त लौटा िी जाएगी। 26.2 – पूिम-योग्य विवििाकतामओं की तकिीकी बोली ही खोली जाएगी। 26.3 – विवििा िस्तािेजों के भाग-1 र्ें िर्णमत सर्य, वतवि ि स्िाि के अिसुार विवििाकतामओं या विवििाकतामओं द्वारा चिु े हए उिके उपलब्ि रवतविवियों की उपवस्िवत र्ें पूिम-योग्य विवििाओं की तकिीकी बोवलयों को िेता द्वारा खोला जाएगा। 26.4 – विवििाकताम का िार्, संशोिि, बोली िापसी तिा िांवछत वसक्योररटी रवतभूवत की अिुपवस्िवत या उपवस्िवत तिा िेता के अिुसार दकसी अन्द्य वििरण उसके अपि ेवििेक पर उपयुक्त सर्झा जाएगा, उस ेबोली खोले जािे पर घोवषत दकया जाएगा। 26.5 – िेता बोली खोले जािे के कायमिृत्त तैयार करेगा । 27. स्पष्टीकरण 27.1 – जहााँ उवचत सर्झा जाएगा,िेता दकसी भी पहलू पर विवििाकताम स ेस्पष्टीकरण र्ांग सकता ह।ै हांलादक यह विवििाकताम को अविकार िहीं ितेा दक िह उसके द्वारा रस्तुत दकए गए विवििा या कोट दकए गए रू्ल्य र्ें कोई पररितमि करे। यदि िेता ऐसा चाह ेतो िह विवििाकताम से विवििा की स्पष्टीकरण के

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    उद्दशे्य स ेउसके रस्तुवतकरण की र्ााँग कर सकता ह।ै इस उद्दशे्य के वलए सारा खचम यहां तक दक िस्तािजेों को तैयार करिे या अन्द्य बैठकों का खचम भी विवििाकताम को ही िहि करिा होगा। 28. रारंभ के परीक्षण 28.1 – िेता यह वििामररत करि ेके वलए दक क्या बोली पूणम हैं, क्या कोई कम्प्यूटरी गलती तो िहीं ह,ै क्या िांवछत बोली वसक्योररटी रस्तुत कर िी गई ह,ै क्या िस्तािेजों को ठीक तरह से हस्ताक्षररत दकया गया ह ैक्या िस्तािेज सही िर् र्ें हैं, बोली का परीक्षण करेगा। 28.2 – अिुलग्नक 4.1.6 के अिुसार रिािों के द्वारा उवचत राविकरण के वबिा दकसी एजेंट के द्वारा रस्तुत की गई बोली रत्युतर के लायक िहीं सर्झी जाएगी। 28.3 – गवणतीय गलवतयों को वियर्ािुसार संशोवित दकया जाएगा – यदि ईकाई रू्ल्य तिा कुल रू्ल्य र्ें कोई वभन्नता ह ैजो ईकाई रू्ल्य के गुणा करि ेपर पाई जाती ह ैतो उस वस्िवत र्ें ईकाई रू्ल्य र्ान्द्य होगा तिा कुल रू्ल्य को सही दकया जाएगा । यदि बोलीकताम गलवतयों के सुिार को स्िीकार िहीं करता ह ैतो बोली विरस्त कर िी जाएगी। यदि शब्िों तिा अंकों र्ें कोई वभन्नता ह ैतो शब्िों र्ें वलखी रावश को र्ान्द्य र्ािा जाएगा। 28.4 – यदि कोई बोली िेता द्वारा रत्युतर के लायक िहीं सर्झी जाती ह ैतिा विवििाकताम द्वारा गलती को ठीक करके रत्युतर के लायक िहीं बिाई जाती ह ैतो िह विरस्त की जाएगी। 28.5 – िेता द्वारा ऐसी छोटी-र्ोटी गलवतयों को र्ाफ दकया जा सकता ह ैवजसस ेर्ाल, र्ात्रा तिा रू्ल्य रभावित ि होता हो अििा दकसी विवििाकताम की संबंवित रैककंग रभावित ि होती हो। 29. बोवलयों की तलुिा तिा र्लू्याकंि 29.1 – तकिीकी बोवलयों को खोलिे तिा रू्ल्यांकि करिे के उपरातं शाटम वलस्ट दकए गए विवििाकतामओं की सूची तैयार की जाएगी ि यदि आिश्यक सर्झा गया तो शाटम वलस्टीड िेंडरों को तकिीकी सम्परे्लि के वलए बुलाया जाएगा । 29.2 - इि विवििाकतामओं को तब तकिीकी सम्परे्लि र्ें िाताम के आिार पर आिाररत व्यािसावयक बोली रस्तुत करि ेके वलए कहा जाएगा । यदि आिश्यक सर्झा गया तो ऐस ेविवििाकतामओं को अलग स ेव्यािसावयक बोली रस्ततुकरिे के वलए तकमसंगत सर्य दिया जाएगा । 29.3 – विवििाकताम को अिबुंि अिाडम के चुिाि के वलए विवििाकताम द्वारा रस्तुत िास्तविक व्यािसावयक बोली तिा अलग से िी गई व्यािसावयक बोली का रू्ल्याकंि दकया जाएगा । 30 – सिंभम इंस्टालशेि का सत्यापि – 30.1 – यदि आिश्यक सर्झा गया तो , िेता बेंच र्ाकम / संिभम इंस्टालेशि का सत्यापि आयोवजत करिा सकता ह ैवजससे आिश्यकता के संिभम र्ें िेता रस्तावित सेिा के विष्पािि की संतवुष्ट राि कर सके । 30.2 – िेता स्ियं संिभम इंस्टालेशि को आिश्यक विविर्िमष्ट विष्पािि सूचक के संिभम र्ें संतुष्ट पाऐंग े। 31 – िेता स ेसपंकम स्िावपत करिा – 31.1 – कोई भी विवििाकताम बोली खोलि ेके सर्य स ेअिुबंि के अिाडम करिे तक उसकी बोली के संबंि र्ें दकसी र्ार्ले पर िेता से संपकम स्िावपतिहीं करेगा । 31.2 – विवििा कताम द्वारा िेता के बोली रू्ल्यांकि ,बोली की तुलिा या अिुबिं अिाडम विणमय को रभावित करि ेका रयास दकया तो विवििाविरस्त की जा सकती ह ै। 32 – बाि की योग्यता – 32.1 – पूिम –योग्यता के साि- साि िेता अपिी पूणम संतुवष्ट का भी वििामरण करेगा दक िह विवििाकताम वजसिे न्द्यूितर् बोली रू्ल्य दिया ह ैिह अिुबंि का सतंोषजिक विष्पािि करेगा । 32.2 – वििामरण विवििाकताम की वित्तीय, तकिीकी तिा लैब की सक्षर्ता को भी आंकेगी । यह विवििाकताम द्वारा रस्ततु दकए गए विवििाकताम की योग्यता के िस्तािेजी साक्ष्य के परीक्षण पर आिाररत होगा । शतम 20 के अिसुार साि ही कोई अन्द्य जािकारी वजसे िेता उपयुमक्त तिा आिश्यक सर्झे ।

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    32.3 – विवििाकताम को अिुबंि अिाडम करिे के वलए सकारात्र्क वििामरण पूिम अपेवक्षत होगा । िकारात्र्क वििामरण विवििाकताम की बोली को विरस्त करेगा । इस वस्िवत र्ें िेता अगली विम्नतर् बोली की ओर जाएगा तिा विवििाकताम के संतोषजिक विष्पािि की सक्षर्ता का वििामरण करेगा । 33 – अिबुिं अिाडम का र्ापिण्ड – 33.1 - शतम 35 के अिसुार िेता उस सफल विवििाकताम को अिुबंि अिाडम करेगा वजसकी बोली रत्युत्तर के लायक होगी तिा विम्नतर् बोली होगी, बशते दक विवििाकताम अिुबंि को सफलतापूिमक विष्पादित करिे के वलए िढृसंकल्प ह ै। हालांदक िेता को पूणम अविकार ह ैदक िह विम्नतर् बोली या दकसी भी बोलीको पूणम या आंवशक रूप रे् स्िीकार करिे का अविकार सुरवक्षत रखता ह ै। 34 – िेता अिबुिं अिाडम के सर्य र्ात्रा को घटा या बढा सकता ह ै। 34.1 – िेता यह अविकार सुरवक्षत रखता ह ैदक िह अिुबंि अिाडम के सर्य दकसी भी सार्ाि की र्ात्रा वजसकी सेिा िांवछत ह ैघटा या बढा सकता ह ैतिा इस वस्िवत र्ें आिश्यकता अिुसचूी र्ें वियर् तिा शतों तिा रू्ल्य र्ें पररितमि िहीं दकया जा सकता । 35 – िेता को दकसी भी बोली को स्िीकार या अस्िीकार करिे का या सभी बोवलओं को अस्िीकार करि ेका अविकार ह ै। 35.1- िेता दकसी भी बोली को स्िीकार करि ेका अविकार सुरवक्षत रखता ह ैतिा विवििा रदिया को रुकिा सकता ह ैतिा सभी बोवलयों को अिुबंि अिाडम करिे से पहले रद्द कर सकता ह ै। इसस ेरभावित विवििाकताम या विवििाकतामओं के रवत कोई वजम्परे्िारी िहीं होगी तिा ि ही इस सबंंि र्ें िेता द्वारा की गई कारमिाई के दकसी आिार की सूचिा रभावित विवििाकताम या विवििाकतामओं को ििेे की वजम्परे्िारी िेता की होगी 36 – अिाडम की अविसचूिा – 36.1 – बोली की िैिता की अिवि सर्ाि होि ेस ेपहले िेता सफल विवििाकताम को वलवखत र्ें रवजस्टडम डाक या फैक्स द्वारा अविसवूचत करेगा तिा रवजस्टडम डाक द्वारा विवििाकताम को सुविवश्चत करेगा दक उसकी बोली स्िीकार कर ली गई ह ै। 36.2 - अिाडम की अविसूचिा अिुबंि की औपचाररकता का गठि करेगा । 36.3 - शतम 37 के अिुसार सफल विवििाकताम द्वारा अिबुंि फार्म रस्तुत दकए जािे पर िेता तरंुत असफल विवििाकताम को अविसूवचत करेगा तिा उिकी बोली रवतभूवत को शतम 12 के अिुसार तुरंत िापस करेगा । 37 – अिबुिं को हस्ताक्षररत करिा – 37.1 – उसी सर्य वजस सर्य िेता सफल विवििाकताम को अविसूवचत करता ह ैदक आपकी बोली स्िीकार कर ली गई ह ै, िेता सफल विवििाकताम को अिुबंि फार्म ( अिुलग्नक-6.1) पूणम करिे के वलए सलाह िगेा जो विवििा िस्तािेजों र्ें दिया गया ह ै, पार्टमयोंके सभी अिुबंिों को वलखकर ,हस्ताक्षर तिा वतवि अंदकत कर िेता को अविसूचिा के 07 दििस के भीतर अिेवषत करेगा । 37.2 - अिुबंि फार्म रावि के 07 दििस के भीतर सफल विवििाकताम हस्ताक्षर तिा वतवि अंदकत कर अिुबंि फार्म िेता को िापस करेगा । 38 – विष्पािि सरुक्षा – 38.1 – सफल विवििाकताम के शतम-37 र्ें िांवछत आिश्यक्ताओं की पूर्तम करिे र्ें असफलहोिे पर पयामि आिार होगा दक िेता अिाडम को विरस्त करके बोली रवतभूवत को जि कर ले । इस वस्िवत र्ें िेता अगली विम्नतर् आंकी गई बोली को कायम अिाडम करे अििा िई बोली को रं्गिाए ।

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    भाग III संवििा की सार्ान्द्य शतें

    खंड साररणी खंड विषय पृष्ठ

    1. पररभाषाए ं 17 2. आिेिि 17 3. अिुबंि िस्तािेजों और सचूिा का उपयोग

    17 4. पेटेंट अविकार 18 5. अिुबंि फार्म 18 6. सेिा का कायम क्षेत्र 18 7. अिवि 18 8. सेिा बीर्ा 19 9. िडं/जुर्ामिा 19 10. भुगताि 19 11. कााँल रवजस्टे्रशि एिं विष्पािि 19 12. रखरखाि रभार र्ें पररशोिि 20 13. स्िावर्त्ि र्ें पररितमि 20 14. सार्ान्द्य उपबंि 20 15. संवििा संशोिि 20

    16. कायमभार 20 17. उप- अिुबंि 20 18. िेंडर द्वारा कायम विष्पािि र्ें िरेी 20 19. चूक के वलए अिुबंि का सर्ापि 20 20. दििावलयापि पर अिुबंि का सर्ापि 21 21. सुवििाओं हतेु अिुबंि का सर्ापि 21 22. राकृवतक आपिाए ं 21 23. र्ध्यस्िता 21 24. शासी भाषा 22 25. लाग ूकािूि 22 26. िोरटस 22 27. “िो क्लेर्” रर्ाण पत्र 22

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    अिबुिं की सार्ान्द्य शतें

    1. पररभाषाए ं

    1.1 इस अिुबंि र्ें, विम्नवलवखत शतें विम्न रुप से रवतपादित की जाती हैं :-

    1.1.1 “आयुक्त” का अिम क्षेत्रीय भविष्य विवि आयुक्त या उिके द्वारा राविकृत दकया गया कोई रवतविवि ।

    1.1.2. “िेता ” का अिम केन्द्रीय न्द्यासी बोडम, कर्मचारी भविष्य विवि जोदक आयकु्त के र्ाध्यर् से कायम कर रहा ह ै।

    1.1.3 िेता अविकारी ” का अिम ह ैिह अविकारी जो विवििा की रावि /स्िीकृवत पर हस्ताक्षर करेगा और िह अविकारी भी वजसे िेता की ओर से संिर्भमत अिुबंि के विष्पािि का अविकार ह ै। 1.1.4 “ अिुबंि ” का अिम ह ैिेता और िेंडर द्वारा हस्ताक्षररत अिुबंि फार्म के ररकाडम के अिुसार िेता और िेंडर के बीच दकया गया करारिार्ा, साि ही उसर्ें संिर्भमत सभी संलग्नक, पररवशष्ट तिा सभी िस्तािेज शावर्ल हैं। 1.1.5 “ िेंडर ” का अिम ह ैव्यवक्त या फर्म या कम्पपिी वजसके साि िार्षमक रख-रखाि अिुबंि हतेु आिशे दिया गया ह ैऔर वजसर्ें िेंडर के उत्तराविकारी, रवतविवि (िेता द्वारा स्िीकृत) िाररस, विष्पािक, रशासक, अविन्द्यासी भी शावर्ल र्ािे जाएगं ेजैसा भी र्ार्ला हो, जब तक दक अिुबंि की शतों द्वारा अलग िहीं दकए जाते हैं। 1.1.6 “ अिुबंि रू्ल्य ” का अिम ह ैिह रू्ल्य जो अिुबंि के अंतगमत संवििात्र्क भार के पूणम और सही कायम-विष्पािि हते ुिेंडर को भुगताि योग्य ह।ै 1.1.7 “ सार्ाि ि िस्तुए ं” का अिम ह ैसभी साजो-सार्ाि, र्शीिरी और / या अन्द्य सार्िी वजसकी अिुबंि के अंतगमत िेंडर को िेता के वलए रख-रखाि हतेु आिश्यकता ह।ै 1.1.8 “ सेिा ” का अिम ह ैरख-रखाि अिुबंि के अंतगमत रदिया/वसस्टर् रख-रखाि जोदक पूणमत विस्तृत ह ैऔर सभी स्पेयर जैसे हाडम वडस्क ड्राईि, सभी अन्द्य ड्राईिस,र्िर- बोडम, लॉवजक कॉडमस, प्रंटर हडैस आदि का रवतस्िापि भी और अिुबंि के अंतगमत िेंडर के ऐस ेअन्द्य भार शावर्ल होगें। 1.1.9 “ विवििा की रावि/स्िीकृवत ” का अिम ह ैपत्र /फैक्स/टेलेक्स/टेवलिार् या कोई ज्ञापि जो विवििाकतामओं को उसकी विवििा रावि के बारे र्ें बताए ंऔर इसर्ें उसकी विवििा की अविर् राि/ स्िीकृवत भी शावर्ल ह।ै

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    2. अिुपयोग

    2.1 . यह सार्ान्द्य शतें तभी तक लाग ूहोगी जब तक अिुबंि के अन्द्य भागों र्ें राििािों द्वारा इिका अवतिर्ण ि हो जाए ।

    3. अिुबंि िस्तािजेों और सूचिा का उपयोग 3.1 िेंडर अिुबंि के विष्पािि र्ें िेता की पूिम वलवखत सहर्वत के वबिा इस संबंि र्ें दकसी भी राििाि या विवििशेि, ्लाि, ड्राईंग, पैटिम,सैम्पपल या सूचिा जो इस अिुबंि से संबंवित हो, को िेंडर द्वारा वियुक्त दकए गए व्यवक्त के अलािा दकसी अन्द्य व्यवक्त को अिािृत िहीं करेंगे। िेता को विश्वास र्ें लेकर ही उिके द्वारा वियुक्त दकए गए व्यवक्त को सूचिाए ं िें तिा यह तभी दकया जाए यदि ऐसे विष्पािि के वलए यह आिश्यक हो। 3.2. िेंडर अिुबंि के विष्पािि के उद्दशे्य तो छोड़कर भाग-II की शतम र्ें वलवखत सूचिा यादकसी िस्तािेज का उपयोग िेता की पूिम वलवखत सहर्वत के वबिा िहीं करेगा।

    3.3 अिुबंि के अवतररक्त, भाग-II के शतम 3 र्ें वलवखत कोई िस्तािेज िेता की सम्पपवत्त रहगेा और यदि िेता को आिश्यकता ह ै तो अिुबंि के अंतगमत िेंडर के विष्पािि के पश्चात िेता को (सभी रवतयााँ) िावपस करिी होगी।

    4. पेटेंट का अविकार 4.1 िेंडर, िेता को सभी तीसरी पाटी के पेटेंट के अवतिर्ण, टे्रडर्ाकम , ओिौवगक संरचिा अविकार के िािों से, जोदक िी जाि ेिाली सेिाओं या उिके दकसी भाग से उदित होगें, सरवक्षत रखेगा।

    5. अिुबंि फार्म 5.1 िेता से अिुबंि रिाि होिे की सूचिा की रावि के 15 दििों के अंिर सफल विवििाकताम विवििा िस्तािेज र्ें उपलब्ि (अिुलग्नक 6.1) पूणम विवििा फार्म रस्तुत करेगा वजसर्ें पार्टमयों द्वारा कििंाक सवहत हस्ताक्षररत सभी करारिार्े सवम्पर्वलत होगें।

    6. सेिा का कायम क्षेत्र 1.1 िेंडर अिुबंि के अंतगमत सार्ाि को चालू रखि ेके िर् र्ें विम्नवलवखत सेिाए ंउपलब्ि

    करिाएगा ---- 1.1.1 तीि र्हीिों र्ें कर् से कर् एक बार वियत सर्य पर वििारक रख-रखाि 1.1.2 वसस्टर् की अपदिया को सही करिे हतेु अििुसूवचत ऑि-कॉल, िोष-वििारक ि

    उपचारी रख-रखाि